Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Sunday, August 13, 2023

 

बाजरे के भुट्टों में सुंडी तो जड़ों में वाइट ग्रैब का प्रकोप
-बाजरा और कपास की फसलों में 20 फीसदी से भी अधिक नुकसान की संभावना
-एक दर्जन गांवों में बारिश अभाव में फसल सूखने के कगार पर
******************************************************
**********************************************************************
***************************************
********************
कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के विभिन्न गांवों में इस बार किसान खरीफ फसल को लेकर कई समस्याओं से जूझ रहे हैं। रबी फसल के दौरान जहां ओलावृष्टि ने नुकसान पहुंचा था और वर्तमान खरीफ फसल व्हाइट ग्रेब, इल्ली/सुंडी,हरा तेला, वहाइट फलाई से जूझ रहे हैं वहीं एक दर्जन गांवों में बारिश कम होने से फसल सूखने के कगार पर है। विगत वर्ष की तुलना में जहां कपास एवं बाजरा अधिक क्षेत्रफल में उगाया गया है। फसलों में जहां एक ओर वर्षा का अभाव है वहीं व्हाइट ग्रेब बाजरे की जड़ों को खा रहा है और भुट्टटों में सुंडी/इल्ली का प्रकोप बढ़ता ही जपा रहा है। उधर कपास में हरा तेला एवं व्हाइट फ्लाई आदि अनेक रोगों का प्रकोप हो गया है। कुल मिलाकर कनीना उपमंडल के कई गांव में फसल में 20 से 50 फ़ीसदी तक नुकसान होने का अंदेशा हो गया है।
कम वर्षा-
 एक और जहां कनीना क्षेत्र में करीब दो दर्जन गांवों में जमकर बारिश हुई वहीं कनीना उप-मंडल के गांव मोड़ी, गोमला, गोमली, भोजावास, सुंदरह, पड़तल, ढााणा, मानपुर और साथ लगता गांव बोहका में  कम बारिश होने के चलते अब बाजरे की फसल सूखने के कगार पर चली गई है। किसान ट्यूबवेलों से पानी देने का प्रयास कर रहे हैं तथा आंखों में आंसू हैं। इस समय जहां बाजरे की फसल पकान के पूरे यौवन पर है और जल्द ही कटाई का पर्व शुरू होने वाला है। वहीं पछेती बाजरे की फसल अभी भी सिंचाई की बाट जोह रही है।
क्या कहते हैं किसान-
 विभिन्न गांवों के किसानों नरेश, अजय, महावीर सिंह, कांता, गजराज सिंह, सूबे सिंह, जयचंद, जयप्रकाश, राकेश, पवन, लखन वीरेंद्र, महिपाल, कृष्ण, सुखदेव सिंह, अजीत सिंह आदि से इस संबंध में चर्चा की गई तो किसानों ने अपनी अनेक समस्याएं र्बताई। कपास विगत वर्ष की तुलना में इस बार 2000 हेक्टेयर पर अधिक उगाया गया है किंतु फसल के टिंडे आते ही उसमें हरा तेला एवं व्हाइट फ्लाई का प्रकोप बढ़ गया है। किसान चिंतित है पर वे असहाय महसूस कर रहे हैं।
जहां विगत दिनों से बाजरे की फसल पर भुट्टों में इल्ली/कीड़ा/ सुंडी का प्रकोप देखने का मिला था वह बढ़ता ही जा रहा है। किसानों का कहना है कि जिस भुट्टे में इल्ली हो गई है उसे भुट्टे को पूर्णतया खाकर ही दम लेती हैं, उसमें एक भी दान नहीं बचता। अगेती फसल होने के कारण यह समस्या पैदा हुई है। कनीना क्षेत्र में अगैती फसल 28 मई को उगाई थी। 90 दिनों की यह फसल होती है जिसमें अब सुंडी का प्रकोप है। एक और जहां सरकार ने बाजरे का एमएसपी 2500 प्रति क्विंटल रखा है वहीं किसान मायूस है क्योंकि इस बार बाजरे की बंपर पैदावार होने की उम्मीद जो मिट्टी में मिलती नजर आने लगी है।
 सूख रहा है बाजरा-
जहां एक और बाजार अधिक बारिश के कारण प्रभावित हुआ है। कनीना के लगभग दो दर्जन गांवों में अधिक बारिश होने के कारण बाजरे की फसल में खड़े पानी में नुकसान पहुंचा है वहीं करीब एक दर्जन गांवों में बारिश कम होने से फसल सूखने के कगार पर जा चुकी है। किसान अपनी सूखती हुई फसल को देखकर मायूस ह। एक और फसल बड़ी होने के कारण किसानों ने दवा का छिड़काव हेलीकाप्टर तथा ड्रोन द्वारा करवाने की मांग की थी। वैसे तो कृषि विभाग के पास अभी तक ऐसी कोई विधि समझ नहीं आ रही जिससे इन कीटों को नष्ट किया जा सके। अभी भी इन पर प्रयोग जारी है।
जड़ों को भी खा रहे हैं व्हाइट ग्रेब-
किसान कांता, गजराज सिंह, अजय आदि ने बताया कि बाजरे की फसल में व्हाइट ग्रेब पौधे की जड़ों को खूब खा रहा है। व्हाइट ग्रेब दिखाते हुए उन्होंने बताया कि यह जीव जड़ों में मिलते हैं जड़ों को ही अपना भोजन बनाते हैं और जड़ों को नष्ट करने से पौधा सूख जाता है।
पूर्व कृषि अधिकारी डा. देवराज का कहना है कि व्हाइट ग्रेब एक कीड़ा है जो यू आकार का बन जाता है। यह जड़ों को काटता है। ऐसे में इससे बचने के लिए 5 किलो प्रति एकड़ फर-ऐट नामक दवाई का छिड़काव करना चाहिए। यदि यह नहीं डालना चाहे तो 2 लीटर प्रति एकड़ क्लोरोपाइरीफास दव डाली जा सकती है जिससे भी यह ग्रेब भाग जाता है।
क्या कहते कृषि अधिकारी -
खंड कृषि अधिकारी कनीना डा. संदीप यादव ने बताया कृषि विश्वविद्यालय हिसार के एडवाइजरी जारी की है इसके आधार पर भी नीम की गोलियों का प्रयोग करके देख रहे हैं। उन्होंने बताया कि बाजरे की ऊंचाई बढ़ जाने से उसमें दवा का छिड़काव केवल हेलीकाप्टर या ड्रोन द्वारा ही संभव हो सकता है। इस समय अगर दवा का छिड़काव करते हैं तो बाजरे पर कम प्रभाव  पड़ेगा। ऐसे में किसान के साथ-साथ कृषि वैज्ञानिक भी असमंजस की स्थिति में है। उन्होंने बताया करीब 20 प्रतिशत बाजरे की फसलों नुकसान होने की संभावना है। परंतु आने वाले समय में ही पता लग पाएगा की बाजरे की फसल को कितना नुकसान हुआ। इस कीड़ों के पीछे माना जा रहा है बार-बार बारिश होना और अगैती फसल के कारण कीड़े का प्रकोप बढ़ा है।
फोटो कैप्शन 13: बाजरे की सूखती फसल दिखाती महिला किसान।
             12: भुट्टों में इल्ली/सूंडी
              11:व्हाइट ग्रेब
               10: जड़ों में ग्रेब दिखाती महिला किसान।









तिरंगे को फहराते समय उसके मान सम्मान व गरिमा का भी रखे ध्यान -मा राजेश
******************************************************
**********************************************************************
************************************
***********************
कनीना की आवाज। उन्हाणी निवासी शिक्षक समाजसेवी व स्वतंत्रता सेनानी उतराधिकारी राजेश कुमार का कहना कहना है राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा देश कि अस्मिता व स्वाभिमान का प्रतीक है सभी का दायित्व बनता है कि इसकी गरिमा व मान सम्मान का ख्याल रखे और इस पर कभी कोई आंच न आने दे।  आजादी का अमृत महोत्सव के तहत हर घर तिरंगा अभियान शुरू किया है ये अभियान 13 अगस्त से शुरू होकर 15 अगस्त तक जारी रहेगा।  इस अभियान का उद्देश्य लोगों को राष्ट्रीय ध्वज के बारे में लोगों को जागरूक करना व लोगों के दिलों में देशभक्ति कि भावना को जगाना है। इसके तहत हम अपने अपने घरों ए संस्थानों, प्रतिष्ठानों पर आजादी के लिए  बलिदान देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान में राष्ट्रीय ध्वज  फहराएंगे इस दौरान हमने अपने तिरंगे की गरिमा का भी ख्याल रखना है।
उन्होंने आगे कहा कि भारतीय ध्वज संहिता के अनुसार तिरंगे की गरिमा और सम्मान का अनादर किए बिना सभी अवसरों पर सभी स्थानों पर तिरंगा फहराया जा सकता । झंडा किसी भी आकार का हो सकता हैए लेकिन इसकी लंबाई और ऊंचाई का अनुपात आयताकार आकार में 3 गुणा 2 होना चाहिए। भारतीय ध्वज संहिता के अनुसार पहले केवल सूर्योदय के बाद राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता था। लेकिन इस नियम को अब निरस्त कर दिया गया है। तिरंगा अब दिन के 24 घंटों में किसी भी समय देश में किसी भी व्यक्ति के घर पर फहराया जा सकता है।
तिरंगा फहराने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। नए नियम में कहा गया है तिरंगा दिन.रात फहराया जा सकता है। हालांकि राष्ट्रीय ध्वज फहराने वाले व्यक्ति के लिए ये सुनिश्चित करना आवश्यक है कि झंडा उल्टा नहीं फहराया जाए यानी ध्वज का केसरिया भाग ऊपर रहना चाहिए साथ ही आप जो झंडा फहरा रहे हैं वह क्षतिग्रस्त तिरंगे को प्रदर्शित नहीं करना चाहिए और न ही यह जमीन या पानी को छूना चाहिए। राष्ट्रीय ध्वज को किसी भी तरह से क्षतिग्रस्त नहीं किया जाना चाहिए।
फोटो कैप्शन: मा. राजेश कुमार।





 वर्जित क्षेत्र के बोर्ड पर ही डाल दिया कूड़ा कचरा और कृषि उपकरण
-वाटर सप्लाई का आधा द्वार रोक लिया कृषि उपकरणों ने
******************************************************
**********************************************************************
*****************************************
******************
कनीना की आवाज। कनीना के वाटर सप्लाई केंद्र के बाहर दोनों तरफ  दरवाजे में ही कृषि यंत्र, ईंधन तथा कूड़ा कचरा डाला हुआ है। यद्यपि विभाग ने वर्जित क्षेत्र का बोर्ड लगा दिया है किंतु वर्जित क्षेत्र के लिखे हुए बोर्ड पर ही कृषि उपकरण तथा ईंधन डाल डालकर प्रशासन की खिल्ली उड़ाई जा रही है। यहां तक की मुख्य दरवाजा भी आधा बंद कर दिया है।  यह हालत लंबे समय से कनीना के वाटर सप्लाई केंद्र की चली आ रही है। प्रशासन इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है। एक और जहां वाटर सप्लाई की दीवार छोटी होने से कूड़ा, कचरा और गंदगी का की भरमार है वहीं कोई भी जहरीला जीव इनमें से निकलकर वाटर सप्लाई केंद्र में घुस सकता है यहां तक की पानी की स्टोर में भी जा सकता है परंतु विभाग अभी तक सोया हुआ है। वाटर सप्लाई केंद्र के बाहर जाकर नजारा देखें तो अजीब सा नजारा दिखाई देता है, कोई बोलने वाला नहीं है जिसके चलते लोगों ने ही अपने कृषि के उपकरण इसके साथ गेट पर डाल दिये हैं ताकि आवागमन बंद हो जाए। इस संबंध में उच्चाधिकारियों से भी बात हुई। उन्होंने कहा कि जल्द ही
ऐसे लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करने की बात कही।
 इस संबंध में कनिष्ठ अभियंता सुरेंद्र सिंह ने बताया कि वाटर सप्लाई के द्वार पर इस प्रकार का अतिक्रमण करने वालों के विरुद्ध नोटिस जारी किए जाएंगे और इसको साफ  सुथरा बनाया जाएगा। फोटो कैप्शन 08: वाटर सप्लाई के दरवाजे पर डाले गए कृषि उपकरण, र्इंधन एवं कूड़ा कचरा





बाजारों में राखी, पतंग एवं घेवर की भरमार
-विभिन्न पर्व अगस्त माह में
******************************************************
**********************************************************************
****************************************
*******************
कनीना की आवाज।  कनीना क्षेत्र में हरियाली तीज एवं रक्षा बंधन पर्वों के दृष्टिगत के दृष्टिगत पतंगों, घेवर एवं राखी की भरमार हो गई है। 19 अगस्त को हरियाली तीज का पर्व है वहीं 30 अगस्त को रक्षा बंधन का पर्व मनाया जाएगा।
 हरियाली तीज के दृष्टिगत सुबह से शाम अब वो मारा, वो काटा की आवाज सुनाई पड़ती है।  बम बम के साथ साथ वो काटा वो मारा का शोर छतों पर सुनाई पड़ता है। सर्वाधिक पतंगबाजी हरियाली तीज पर होती है। उधर तीज एवं सिंधारा के दृष्टिगत बाजारों में घेवर की मिठाई की धूम मची हुई है। त्योहार पर घेवर का लेनदेन किया जाता है। हरियाली तीज से एक दिन पूर्व सिंधारा पर्व आता है जब घेवर की मिठाई खाई जाती है तथा लेन देन की जाती है।
  शहरी क्षेत्र में पतंगबाजी में तेजी आ गई है। बाजारों में दुकानों पर पतंग एवं डोर ही नजर आती है।  एक ओर सिंधारा पर्व पर घेवर की मिठाई का बोलबाला है वहीं तीज पर्व पर पतंगबाजी का बोलबाला है।  उधर रक्षा बंधन के पर्व को लेकर बाजारों में रौनक पूरे यौवन पर है। 30 अगस्त को रक्षा बंधन का पर्व मनाया जा रहा है। रक्षा पर्व भी अब हाइटेक हो गया है।
   रक्षा बंधन के पर्व को लेकर बाजारों में रौनक आ गई है। रंग बिरंगी राखियों से बाजार सज गए हैं और पेठे की मिठाई की बहार आ गई है। बाजारों में रौनक है। विगत वर्षों हरियाणा सरकार ने राखी बांधने के लिए जानी वली महिलाओं का किराया माफ कर दिया था जिससे भी विगत वर्षों भीड़ रही थी। किसान वर्ग अच्छी बारिश से भी प्रसन्न है।
  राखी बेचने वाले योगेश कुमार, रोहित कुमार, कृष्ण कुमार ने बताया कि अब डोरा राखी ज्यादा पसंद की जाती हैं जबकि अन्य राखियों की मांग कम है। एक तो ये भेजने में हल्की होती हैं वहीं इन राखियों को युवा वर्ग पसंद करता है। बाजार में विभिन्न प्रकार की राखियों का जोर है किंतु डोरा राखी अधिक पसंद की जा रही हैं। राखी बेचने वाले रोहित कुमार का कहना है कि हर वर्ष अलग अलग प्रकार की राखी बाजार में आती हैं और मांग भी अलग अलग होती है।
फोटो कैप्शन 05 राखी, 06: पतंग की डोर 07: घेवर की मिठाई






एसडी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ककराला में अध्यापक-अभिभावक बैठक का आयोजित
******************************************************
**********************************************************************
*****************************************
******************
कनीना की आवाज। एसडी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ककराला में अध्यापक-अभिभावक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में 862 से अधिक अभिभावकों ने भाग लिया। सभी अभिभावकों ने विद्यालय प्रबंधन व सभी संबंधित अध्यापकों के साथ अध्ययन संबंधी समस्याओं के समाधान, शैक्षिक उपलब्धियों के साथ-साथ अन्य गतिविधियों व विषयों पर विमर्श किया। अभिभावकों ने अपने बच्चों की दिनचर्या उनके व्यवहार समय-सारिणी, रुचि आदि से संबंधित पहलुओं से प्रबंधन व संबंधित अध्यापकों से परिचित करवाया और अपने बच्चों की रिपोर्ट लेने में काफी रुचि दिखाई।
विद्यालय चेयरमैन जगदेव यादव ने अध्यापक-अभिभावक बैठक के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि बैठक जागरुक अभिभावकों के लिए अध्यापकों से समय-समय विचार विमर्श करने व बच्चों के लिए सही मार्ग का चुनाव व सहयोग का आधार है। जिस प्रकार तीन भुजाए एक साथ मिलकर त्रिभुज का आकार बनाती है उसी प्रकार अभिभावक के सहयोग से बच्चे बड़े से बड़े लक्ष्य को आसानी से प्राप्त कर सकते है।  
उन्होंने यह भी बताया कि यह बैठक शैक्षिक जानकारी के साथ-साथ सम्पूर्ण व्यवहार, सामथ्र्यता से संबंधित बातों के आदान-प्रदान के लिए आयोजित की जाती है। अध्यापक एवं अभिभावकों  का विचार-विमर्श छात्र के जीवन को नई दिशा प्रदान करता है। बच्चे के शैक्षणिक विकास में विद्यालय के साथ-साथ अभिभावक की भी अहम् भूमिका होती है।
फोटो कैप्शन 09: एसडी स्कूल में पीटीएम का नजारा।






102 हस्तियों को सम्मानित करेगा राह ग्रुप फाउंडेशन
51 प्रिंसिपल को मिलेगा बेस्ट प्रिंसिपल अवार्ड
-शिक्षा, समाज सेवा, खेल, प्रशासनिक सुधार, पौधारोपण, पर्यावरण संरक्षण, पौधारोपण, रक्तदान, स्वच्छता व जन चेतना के लिए भी मिलेगा सम्मान
******************************************************
**********************************************************************
****************************************
*******************
कनीना की आवाज। शिक्षा, समाज सेवा, खेल, प्रशासनिक सुधार, पौधरोपण, पर्यावरण संरक्षण, पौधारोपण, क्तदान, स्वच्छता व जन चेतना सहित विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय योगदान देने वाली 102 हस्तियों को राह ग्रुप फाउंडेशन द्वारा सम्मानित किया जाएगा। इस बार सर्वाधिक अवार्ड शिक्षा के क्षेत्र में प्रदान किए जाएंगे। जिनमें से 51 को बेस्ट प्रिंसिपल एवं 21 अध्यापकों को बेस्ट टीचर अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान समारोह 5 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय अध्यापक दिवस पर आयोजित होगा। इसके लिए आवेदन करने की अन्तिम तिथि 10 सितम्बर 2023 रखी गई है।
यह जानकारी देते हुए राह ग्रुप फाउंडेशन के नेशनल चेयरमैन नरेश सेलपाड़, राष्ट्रीय सलाहकार सुदेश चहल पूनिया एवं हरियाणा सह-प्रभारी मिनाक्षी मुदगिल ने बताया कि इस बार का अवार्ड प्रोग्राम शिक्षा के अलावा खेल, सांस्कृतिक विकास एवं पर्यावरण संरक्षण पर फोकस होगा। जिसमें अलग-अलग हस्तियों को बेस्ट कोच, सरपंचों, नगर व जिला पार्षदों, खिलाडिय़़ों, इंजीनियरों, वैज्ञानिकों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व समाजसेवा के क्षेत्र में सराहनीय योगदान देने वाली हस्तियों /संस्थाओं को राह संस्था की ओर से सम्मानित किया जाएगा। राह ग्रुप फाउंडेशन के नेशनल चेयरमैन नरेश सेलपाड़ के अनुसार ऑनलाइन एवं सस्ती एजुकेशन के प्रमोशन के लिए भी अध्यापकों, स्कूलों या कोचिंग संस्थानों को विशेष रूप से प्रोत्साहित किया जाएगा। इसमें नए संस्थानों/ नई शिक्षा नीति को प्रमोट करने एवं शिक्षा क्षेत्र में क्रांति लाने वाले अध्यापकों या संस्थानों/ स्कूलों को नवोदित श्रेणी के तहत सम्मानित किया जाएगा। इसमें किसी नीति या कार्य विशेष को आरंभ करने से लेकर उसे बढ़ावा देना शामिल रहेगा। उनके अनुसार इन अवार्डों के लिए हरियाणा प्रदेश में कार्यरत केंद्रीय बोर्ड, राज्य बोर्ड से संबंधित संस्थानों/ स्कूलों के अलावा सभी प्रकार के प्राइवेट, सरकारी एवं पब्लिक स्कूल/संस्थान या उनके अध्यापक आवेदक कर सकते हैं। राह संस्था की राष्ट्रीय सलाहकार सुदेश चहल पूनिया एवं राह क्लब हरियाणा की महिला उपाध्यक्ष मीनाक्षी मुदगिल के अनुसार ये अवार्ड विगत तीन वर्षों में शिक्षा, खेल, सांस्कृतिक क्षेत्रों में व्यक्ति विशेष या संस्था को प्राप्त उपलब्धियों के आधार पर प्रदान किए जाएंगे। उनके अनुसार इन अवार्डों में से 20 फीसदी अवार्ड उन स्कूलों को प्रदान किए जाएंगे, जिनके विद्यार्थी राह ग्रुप फाउंडेशन की बहुप्रतिष्ठित एचबीटीएसई परीक्षा, हिन्दी ज्ञान व हरियाणा को जानो प्रतियोगिता में प्रदेश स्तर पर सराहनीय प्रदर्शन करते आ रहे हैं। राष्ट्रीय सलाहकार सुदेश चहल पूनिया के अनुसार विगत दो वर्षों राह संस्था से सम्मानित नामों पर इसमें विचार नहीं किया जाएगा। संस्था को प्राप्त आवेदनों पर संस्था की ज्यूरी विचार करेगी।






मुफ्त चिकित्सा शिविर में 134 रोगियों ने करवाई जांच
-सेवा भारती हरियाणा का था 65वां शिविर
******************************************************
**********************************************************************
***************************************
********************
कनीना की आवाज। कनीना मंडी के शिवलाल धर्मशाला में सेवा भारती हरियाणा की प्रदेश शाखा कनीना द्वारा 65वां हृदय रोग एवं नेत्र रोग जांच एवं परामर्श शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में मेट्रो अस्पताल एवं हृदय रोग संस्थान से डा. अश्विनी यादव एवं प्रवीन कुमार, अरविंद कुमार, अमित नरूल, प्रवीना सुमित एवं राजकुमार ने अपनी सेवा प्रदान की। इसी प्रकार डा. आरबी यादव अस्पताल रेवाड़ी से नेत्र रोग चिकित्सक डा. सोनू, मुख्तार सिंह, राहुल एवं प्रेम कुमार की टीम ने नेत्र रोगियों की जांच की। इस मौके पर ईसीजी, बीपी उएवं ब्लड शुगर की निशुल्क जांच की गई, दवाइयां व चश्मे भी निशुल्क वितरित किए गए। इस अवसर पर 134 रोगियों ने अपनी जांच कराई।
योगेश अग्रवाल सेवा भारती के सदस्य ने बताया कि यह शिविर हर महीने की दूसरे रविवार को आयोजित होता है। शिविर में आसपास के करीब 20 गांवों के मरीज आते हैं। शिविर में सेवा भारती के संरक्षक शिव कुमार, प्रधान सुरेश शर्मा, श्याम सुंदर महाशय, राजेश यादव, मास्टर सोमदत्त शर्मा, सुरेंद्र गोदारा,राकेश सिंगला, प्रेम सिंघल सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे। उन्होंने बताया कि सेवा भारती द्वारा आर्य समाज मंदिर में प्रतिदिन शाम 4 बजे से 5:30 बजे तक निशुल्क प्राथमिक चिकित्सा केंद्र एवं महिला सिलाई प्रशिक्षण शिविर भी आयोजित किया जाता है।
फोटो कैप्शन 03:मरीजों की जांच करता करते डॉक्टर।





कालेज में दाखिला लेने वालों के दस्तावेज जांच तीन दिनों तक
-दस्तावेज जमा न करवाने पर प्रवेश होगा रद्द
******************************************************
**********************************************************************
****************************************
*******************
कनीना की आवाज। कनीना के डिग्री कालेज के रजिस्ट्रार प्रो. डा हरिओम भारद्वाज ने कहा है कि जिन विद्यार्थियों ने राजकीय महाविद्यालय कनीना में  बीए, बीएससी एवं बीकॉम कक्षा के प्रथम द्वितीय एवं तृतीय वर्ष में दाखिला लिया है वे अपने दाखिले से संबंधित सभी दस्तावेज महाविद्यालय में गठित विभिन्न प्रवेश समितियों के पास सत्यापन हेतु 3 दिन के अंदर अंदर जमा करवा देवे।
  रजिस्ट्रार ने कहा कि प्रवेश समितियां के पास दस्तावेज न जमा करने की स्थिति में आपका प्रवेश रद्द माना जाएगा तथा फीस भी वापस नहीं दी जाएगी। अत: सभी संबंधित विद्यार्थियों को अवगत करवाया जाता है  कि वे अपने दस्तावेज अविलम्ब महाविद्यालय में जमा करवाना सुनिश्चित करें तथा सत्यापन से संबंधित किसी भी समस्या हेतु महाविद्यालय के रजिस्ट्रार डा हरिओम भारद्वाज से संपर्क करें। दस्तावेज सत्यापन के उपरांत ही विद्यार्थियों का परीक्षा हेतु पंजीकरण के लिए सूची इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय मीरपुर रेवाड़ी को भेजी जाएगी तथा महाविद्यालय से परिचय पत्र जारी किए जाएंगे। जिस विद्यार्थी के पास महाविद्यालय का परिचय पत्र नहीं होगा उसे महाविद्यालय में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा तथा विश्वविद्यालय परीक्षा से भी वंचित कर दिया जाएगा। जिस विद्यार्थी के पास महाविद्यालय द्वारा जारी परिचय पत्र नहीं मिलता है,उसे बाहरी एवं असामाजिक तत्व समझा जाएगा तथा उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जा सकती है।






महिला सरपंच ने अपने पारिश्रमिक से 5000  रुपये खेल सामग्री के लिए दिये
-युवा वर्ग खेलों में रखता है रुचि
******************************************************
**********************************************************************
**************************************
*********************
कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव गोमली की महिला सरपंच उर्मिला शास्त्री ने अपनी निजी पारिश्रमिक में से 5000 रुपये की राशि युवाओं को खेल सामग्री खरीदने के लिए प्रदान की। इस अवसर पर युवा वर्ग ने सरपंच का आभार जताया। श्रीमती शास्त्री ने कहा कि खेल खेलने के लिए सामग्री की जरूरत होती जो उपलब्ध न होने की स्थिति में युवा वर्ग मायूस हो जाता है। इस राशि से वे खेल का सामान खरीद  सकेंगे और खेल खेलेर अच्छे नागरिक बन सकेंगे।
फोटो कैप्शन 04: महिला सरपंच युवाओं को खेल सामग्री के लिए नकद राशि वितरित करते हुए।





सोमवार को रहेगी शिवालयों में भीड़
-सावन का है छठा सोमवार
******************************************************
**********************************************************************
*************************************
**********************
कनीना की आवाज। सोमवार को फिर से शिवालयों में भीड़ रहेगी क्योंकि यह सावन माह का छठा सोमवार होगा। हर सोमवार को जहां विभिन्न शिवालयों विशेषकर बाघोत स्थित बाघेश्वर धाम पर भारी भीड़ जुटती है। सुबह से ही महिला और पुरुषों का तांता लग जाता है जो स्वयंभू शिवलिंग पर गंगाजल अर्पित करते हैं लेकिन इस बार 2 सावन माह होने के कारण आठ सोमवार आएंगे। यह छठा सोमवार रहा।
 विस्तृत जानकारी देते हुए पंडित सुरेंद्र शर्मा ने बताया किस बार मलमास सावन अधिक होने के कारण छठा सोमवार 14 अगस्त को पड़ेगा। सोमवार का व्रत करने वालों के लिए इसी माह से व्रत शुरू करना चाहिए।
इस माह की बात सुरेंद्र शर्मा से की तो उन्होंने कहा कि सावन में अपने आप में पवित्र माह रहता है। शिवालयों में भारी भीड़ मिलती है तथा इस माह में शिव भोले को प्रतिदिन याद करना चाहिए। वही सभी कष्टों को दूर करते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में भी शिव को याद किया।





केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के साकारात्मक संदेश के बाद 154वे दिन जारी रहा धरना
-अनिश्चितकालीन धरने पर अडिग हें ग्रामीण
******************************************************
**********************************************************************
**************************************
*********************
कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152 डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए ग्रामीणों का अनिश्चितकालीन धरना 154वें दिन भी जारी रहा। धरने की अध्यक्षता सूबे सिंह पंच  -सेहलंग ने की।
धरना कमेटी के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन ने बताया कि आज धरने को 154 दिन हो गए। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह से राष्ट्रीय राजमार्ग 152 डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट के लिए सकारात्मक संदेश मिलने के बाद धरना स्थल पर बैठे सभी लोग खुश हैं।
 संघर्ष समिति के संयोजक पहलवान रणधीर सिंह ने बताया कि केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह पर हमें भरोसा है। संघर्ष समिति के सदस्य डॉक्टर लक्ष्मण सिंह ने बताया कि एक ना एक दिन सरकार हमारी बात को जरूर मानेगी। हमें सरकार एवं मंत्रियों पर भरोसा है। परंतु जब तक काम शुरू नहीं होगा तब तक धरना जारी रहेगा।
इस मौके पर  नरेंद्र कुमार शास्त्री-छिथरौली,चेयरमैन सतपाल सिंह , सरपंच हरिओम पोता,  मास्टर विजयपाल , प्रधान कृष्ण कुमार, बाबूलाल, दाताराम , पूर्व सरपंच सतवीर सिंह, भोले राम साहब, सूबेदार हेमराज, हंस कुमार, सूबे सिंह, रामकुमार, राम भक्त,मनोज, विजय सिंह बाजे भक्त , सुरेंद्र सिंह,महेंद्र सिंह, प्यारेलाल , मास्टर धर्मपाल, सत्यनारायण साहब, शेर सिंह,
वेद प्रकाश व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 02: कट के लिए धरने पर बैठे ग्रामीण।




घरेलू सामान लेने गई युवती हुई गुम
-गुमशुदगी का मामला दर्ज
******************************************************
**********************************************************************
************************************
***********************
कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के एक गांव से एक युवती शनिवार को घर का सामान लेने के लिए गई थी किंतु शाम तक नहीं लौटी। युवती की मां ने कनीना पुलिस में मगुमशुदगी का मामला दर्ज करवाया है और कहा कि उसकी तलाश रिश्तेदारियों एवं हर जगह की किंतु कहीं भी नहीं मिली। कनीना पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर लिया है।





होटल में 2 लोग शराब पीते पकड़े
-होटल मालिक सहित 3 लोगों पर मामला दर्ज
******************************************************
**********************************************************************
************************************
***********************
कनीना की आवाज। कनीना पुलिस ने मुखबिरी के आधार पर आरएसएस होटल पर छापेमारी की तो दो व्यक्ति शराब पीते पकड़े गए। जब पुलिस दिखाई दी तो उन्होंने गिलास में बची हुई शराब को पी लिया और ग्लास एवं बोतल को फेंक दिया। पुलिस ने उनका नाम पूछा तो उन्होंने अपना नाम विशाल धनौंदा तथा भूपेंद्र धनौंदा बताया और जब इन लोगों को होटल में बैठा कर शराब पिलाने के बारे में मालिक से लाइसेंस मांगा तो प्रदान नहीं कर पाया। विशाल व भूपेंद्र की सरकारी अस्पताल में मेडिकल परीक्षण करवाया जिसके आधार पर होटल के मालिक तथा शराब पीने वाले 2 लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है।





अमृत भारत स्टेशन योजना में कनीना खास का नाम नहीं
-यात्रियों और कनीनावासियों में भारी रोष
******************************************************
**********************************************************************
***************************************
********************
कनीना की आवाज। जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमृत भारत स्टेशन योजना लांच की है जिसके तहत देश के 508 रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प किया जाना है किंतु आश्चर्यजनक है कि 1939 में निर्मित कनीना खास रेलवे स्टेशन का नाम नहीं है।
 यात्री एवं कनीनावासी रविंद्र बंसल, भीम सिंह यादव, योगेश कुमार अग्रवाल, निरंजन कुमार, महिपाल सिंह, सुरेंद्र सिंह, महा सिंह दिनेश कुमार ,रवि कुमार तथा अन्य लोगों ने रोष जताया है। उनका कहना है कि कनीना खास रेलवे स्टेशन बहुत पुराना रेलवे स्टेशन इसका कायाकल्प करना बहुत जरूरी है ताकि यहां विभिन्न ट्रेन ठहराव कर सके और इस रेलवे स्टेशन की जानकारी आने वाली पीढ़ी को मिलती रहे।
 उनका कहना है कि देश के 508 रेलवे स्टेशनों का कार्यकाल किया जा रहा है और दुख की बात है कि सूचि में कनीना का नाम नहीं है। यदि कनीना का नाम इसमें नहीं जोड़ा गया तो क्षेत्रवासी आंदोलन करने पर भी उतारू हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार से मांग करेंगे तथा सरकार को पत्र भेजकर कनीना खास रेलवे स्टेशन को अमृत भारत स्टेशन योजना में शामिल करवाने का प्रयास करेंगे।




जल संरक्षण का दिया संदेश
-घर घर जाकर किया जागरूक
******************************************************
**********************************************************************
************************************
***********************
कनीना की आवाज। उपमंडल के गांव स्याणा में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के सौजन्य से जल एवं स्वच्छता सहायक संगठन के माध्यम से खंड संसाधन संयोजक मोहित कुमार ने घर घर जाकर पानी के नमूने जांच के लिए एकत्रित किए लोगों को जल संरक्षण एवं स्वच्छता का संदेश दिया।
बारिश के मौसम में लोगों को पानी की नियमित जांच के लिए जागरूक किया गया। क्योंकि इस  मौसम में गलियों में पानी के होने से मक्खी, मच्छरों के पैदा होने से डेंगू एवं मलेरिया इत्यादि फैलने का खतरा बढ़ जाता है अत: लोगों से अपील की कि अपने आसपास कहीं पर भी पानी इकट्ठा





































ना होने दें।
 साफ सफाई पर विशेष ध्यान दें। ग्रामीणों को बताया कि समय-समय पर पानी की जांच होती रहनी चाहिए।  इसके अलावा भी कोई उपभोक्ता पानी की जांच करवाना चाहते हैं तो किसी भी कार्य दिवस पर आकर विभाग की प्रयोगशाला में जांच करा सकता है।
इसके साथ साथ विभाग के टोल फ्री नंबर 1800180567 के बारे में भी जानकारी दी ताकि किसी भी प्रकार की समस्या निदान के लिए उपभोक्ता अपनी शिकायत आनलाइन दर्ज करा सकते हैं।  साथ ही उन्होंने लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि जल संरक्षण के साथ-साथ जल की शुद्धता भी बहुत मायने रखती है हमें अपने पानी पीने के बर्तनों को ढक कर रखना चाहिए नियमित साफ-सफाई होनी चाहिए।
इस दौरान सरपंच वीरपाल यादव, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता,ऋषि, अनुज ,संजय , जल कर्मी प्रवीण उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 01: लोगों को जागरूक करते हुए जलकर्मी।


No comments: