आनलाइन राखी खरीदकर भेजने के चलते कम बिक रही है राखियां
-रक्षा बंधन के दिन भी डाकघर में होगा काम
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कनीना की आवाज। रक्षाबंधन के पर्व को लेकर जहां विगत दिनों से महिलाएं आनलाइन राखियां भेज रही है जिसके चलते दुकानदारों के पास बिक्री घट गई है। यद्यपि कनीना बाजार में काफी भीड़ आवागमन की हो रही है किंतु राखी खरीदने वाली महिलाएं इक्का दुक्का ही कहीं नजर आती है जिसके चलते राखी बेचने वाले भी अब परेशान है।
कनीना के महेश बोहरा, कुलदीप कुमार, रवि कुमार, महेंद्र शर्मा आदि ने बताया कि इस बार आनलाइन राखी खरीद कर आनलाइन ही दिए गए पत्ते पर पहुंचने की कार्रवाई चल रही है जिसके चलते बहुत सी महिलाएं इस भाग दौड़ और भीड़ से बचने के लिए आनलाइन राखियां भेजती रही है। जिसके चलते राखी की दुकानों पर भीड़ कम है। उधर कनीना के डाकघर के राजेंद्र कुमार पोस्टमैन ने बताया कि राखी के पैकेट बहुत कम आ रहे हैं, वरना हर वर्ष बहुत अधिक संख्या में राखियां आती रही है।
बढ़ता ही जा रहा है आनलाइन से लगाव-
आनलाइन खरीदारी से लोगों का रुझान बढ़ता ही जा रहा है। बेशक आनलाइन अनेक धोखाधड़ी हो रही हैं किंतु लोगों का रुझान कम नहीं हो रहा है। एक और जहां भाग दौड़ की जिंदगी के कारण आना जाना आफत बन गया है जिसके चलते महिला पुरुष सभी आनलाइन खरीददारी करने में आनंद महसूस कर रहे हैं। घर बैठे ही विभिन्न प्रकार के सामान मंगवा रहे हैं वही आप यह एक नया तरीका खोज निकाला है कि ऑनलाइन राखी खरीद कर आनलाइन ही पता भेज दिया जाता है ताकि उस पते पर वो राखियां पहुंचा दी जाती है जिसकी ऑनलाइन पेमेंट कर दी जाती है। इस प्रकार महिलाएं घर बैठे अपने भाई के पास भी राखियां पहुंच रही है।
भारी भीड़ जुटी है बसों में-
कनीना बस स्टैंड पर बाहरी भीड़ जुटती है। महिलाएं भारी संख्या में आवागमन करने से बसों की संख्या कम पड़ जाती है जिसके कारण महिलाएं परेशान देखने को मिलती हैं। यही कारण है कि रक्षाबंधन के दिन बसों में अन्य यात्री इक्का-दुक्का ही जाता है जबकि महिलाएं भारी संख्या में मुफ्त में यात्रा करती हैं।
रक्षाबंधन के दिन भी खुले रहेंगे डाकघर-
उप डाकघर अधिकारी विशाल कुमार ने बताया कि रक्षाबंधन के पर्व पर भी कनीना डाकघर में काम होगा क्योंकि बहनों के लिए राखियों के पैकेट आ रहे हैं। ऐसे में राखियों को भी घर-घर पहुंचाया जाएगा। विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी रक्षाबंधन के पर्व पर डाकघर में काम होगा।
फोटो कैप्शन 7: राखी खरीदती महिलाएं
जाहरवीर गोगा मेला 7 सितंबर से
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव मोहनपुर नंगल में बाबा जाहरवीर गोगा का विशाल मेला 7 सितंबर से शुरू होगा। विस्तृत जानकारी देते हुए समाजसेवी डा मुंशीराम ने बताया कि दो दिवसीय मेले में भंडारे का विशेष आयोजन किया गया है। 7 सितंबर को जहां ओपन प्रो-कबड्डी एवं वालीबाल शूटिंग आयोजित होंगेें जिनके विजेताओं को बड़ा नकद पुरस्कार दिया जाएगा वहीं 8 सितंबर को लांग कबड्डी, लड़कियों की लांग कबड्डी, लड़कियों की लांग जंप, हाई जंप, बुजुर्ग दौड़, बच्चों की दौड़ आदि आयोजित होंगे।
बाजरे की पैदावार शुरू, खुली मंडियों में बिक रहा है 1900 रुपये प्रति क्विंटल
-कनीना में हो रही है बंपर पैदावार
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कनीना की आवाज। कनीना में बाजरे की आवक शुरू हो गई है। खुली मंडी में बाजार 1900 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा है जबकि सरकारी एमएसपी 2500 रुपये क्विंटल निर्धारित किया गया है। ऐसे में किसान मायूस होकर कनीना की खुली मंडी एवं बाजार बेच रहे हैं।
उधर जहां विगत समय में कभी इल्ली कभी अधिक बारिश ने कुछ गांवों के किसानों की फसलों में नुकसान पहुंचाया है किंतु कनीना में बंपर पैदावार हुई है। किसान सूबे सिंह, राजेंद्र सिंह, अजीत कुमार, कृष्ण कुमार आदि ने बताया की 35 मण प्रति किला के हिसाब से पैदावार हो रही जो बंपर पैदावार है। यही नहीं इस बार अच्छी बारिश होने से बाजरे की फसल अच्छी ऊंचाई ले चुकी है जिसके चलते कड़बी भी अधिक पैदावार हुई है। इस समय कडबी खरीदने वाले कोई नजर नहीं आ रहे जिससे किसान परेशान है। किसानों को अंदेशा था कि अधिक बारिश और इल्ली के कारण बाजरे की फसल में नुकसान होगा किंतु अब पैदावार ले रहे तो ऐसा नहीं लगता कि उनकी फसल में कोई विशेष नुकसान हुआ हो परंतु कुछ गांवों में फसलों में नुकसान देखा गया है।
फोटो कैप्शन 06: कनीना मंडी में बाजरे की आवक।
जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता संपन्न
-अंडर-14 में कनीना ब्लाक कबड्डी में विजेता रहा
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कनीना की आवाज। जिला स्तरीय खेल कूद प्रतियोगिता राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय करीरा में संपन्न हुई। जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता के अंतिम दिन अंडर-14, अंडर-17, अंडर-19 वर्ग में कबड्डी, खो-खो, बास्केटबाल, वालीबाल एवं एथलेटिक्स प्रतियोगिताओं के रोमांचकारी मुकाबले हुये।
खेल संयोजक राकेश कुमार पीटीआई के अथक प्रयासों से जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का सफल संचालन एवं शांतिपूर्वक, निष्पक्ष रूप से संपन्न हुआ। उन्होंने बताया कि विजेता इस प्रकार रहे-
कबड्डी अंडर- 14 में कनीना ब्लॉक की टीम प्रथम, अंडर-17 नारनौल ब्लॉक की टीम प्रथम, अंडर-19 महेंद्रगढ़ की टीम प्रथम रही। खो-खो में अंडर-14 एवं अंडर-17 में अटेली की टीम प्रथम रही। वालीबाल में अंडर-14 महेंद्रगढ़, अंडर-17 नारनौल व महेंद्रगढ़ दोनों को-विनर, अंडर-19 महेंद्रगढ़ की टीम प्रथम स्थान पर रही। बास्केटबाल में महेंद्रगढ़ अंडर-14 और अंडर-17 दोनों में प्रथम रही। अंडर-19 नारनौल की टीम प्रथम स्थान पर रही। एथलेटिक्स प्रतियोगिता अंडर-19 में तीन किलोमीटर रेस कर्मवीर यादव, 1500 मीटर अजय ,800 मीटर आशीष विजेता रहे। अंडर-17 3000 मीटर दौड़ पंकज, अंडर-17 110 मीटर हर्डल रेस लोकेश विजेता रहा।
जिला स्तरीय चार दिवसीय खेल कूद प्रतियोगिता के सफल संचालन में प्राचार्य राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय करीरा के रामस्वरूप, समस्त स्टाफ, शिक्षा विभाग द्वारा नियुक्त सभी पीटीआई, डीपीई, इंचार्ज आदि का योगदान सराहनीय रहा।
फोटो कैप्शन 5: विजेता टीम को सम्मानित करते आयोजक
नवोदय विद्यालय के छात्र ने फांसी खाने का किया प्रयास
-महेंद्रगढ़ अस्पताल में है भर्ती, पुलिस कर रही है मामले की जांच
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कनीना की आवाज। कनीना उप-मंडल के गांव करीरा स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में दसवीं कक्षा के एक विद्यार्थी ने ने अपने तौलिये को फांसी का फंदा बनाकर फांसी खाने का प्रयास किया किंतु मौके पर ही स्कूल कर्मचारी पहुंच गए, जिन्होंने उसे कनीना के उप नागरिक अस्पताल पहुंचाया जहां डाक्टरों ने प्राथमिक उपचार करके उसे महेंद्रगढ़ अस्पताल रेफर कर दिया है। वहां विद्यार्थी अस्पताल में भर्ती है।
डा. पुष्पराज कनीना ने बताया कि बच्चों के गले पर तौलिये के निशान है जिससे लगता है की फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या करना चाहता था। कनीना अस्पताल में बच्चे का प्राथमिक उपचार करके महेंद्रगढ़ रेफर कर दिया जहां वह भर्ती है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
प्राचार्य राजीव सक्सेना ने बताया कि दसवीं कक्षा का छात्र कुणाल (15 वर्षीय) खटोटी खुर्द का रहने वाला है। रविवार को कुणाल सहित चार बच्चे रात्रि के समय दीवार बांधकर भडफ़ गांव की ओर चले गए थे। जब इस बात का पता लगा तो कुणाल के पिता को फोन पर सूचना दी गई थी। उसके पिता समशेर मंगलवार को स्कूल प्रांगण में प्राचार्य से इस संबंध में मिलने के लिए पहुंचे। तभी बच्चों ने अपने पिता पिता को आता देख और किसी डर के कारण कमरे में जाकर फांसी का फंदा लगाने का प्रयास किया। प्राचार्य अनुसार उसे किसी प्रकार की कोई धमकाया या मारा पीटा नहीं गया था। सिर्फ उसके पिता को बुलाया गया था ताकि सारी सूचना दी जा सके।
प्राचार्य राजीव सक्सेना ने बताया कि बच्चा जब कमरे के अंदर फांसी खाना चाहता था फंदे पर लटकाने की तैयारी कर रहा था तभी स्कूल के कर्मचारियों ने उसे देख लिया और तुरंत प्राचार्य को सूचना दी। जिसको लेकर त्वरित कार्रवाई करते हुए कर्मचारी कमरे में घुसे और उसे तुरंत अस्पताल ले गए।
मार्च 2017 में एक बच्चे ने खा ली थी फांसी -
उधर करीरा के इसी जवाहर नवोदय विद्यालय में 12वीं कक्षा के राहुल ने मार्च 2017 में फांसी खा ली थी। वह नांगल दर्गू का रहने वाला था। कमरे में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। उस समय इस नवोदय विद्यालय में हंगामा खड़ा हो गया था और तत्कालीन प्राचार्य अश्वनी कुमार जैन पर गाज गिरी थी।
छात्र के पिता समशेर ने फोन पर बताया कि बच्चे की शिकायत नवोदय स्कूल से आई थी जिसको लेकर वो बच्चे को समझाने बूझाने के लिए नवोदय गया था किंतु सूचना मिली कि बच्चे ने फांसी खाने का प्रयास किया है।
फोटो कैप्शन 03: अस्पताल में भर्ती नवोदय का विद्यार्थी।
राखी बनाओ प्रतियोगिता आयोजित
-प्रियंका रही प्रथम स्थान पर
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कनीना की आवाज। राजकीय कन्या महाविद्यालय उन्हाणी में रक्षा बंधन पर्व के उपलक्ष्य में राखी मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें महाविद्यालय की अनेक छात्राओं ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया तथा अपनी रचनात्मक कौशल का प्रदर्शन किया। इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर प्रियंका , द्वितीय स्थान पर सिमरन व तृतीय स्थान पर गीतांजलि रही। प्राचार्य डॉ. विक्रम यादव ने इस प्रतियोगिता का सुचारु रूप से संचालन के लिए कार्यक्रम प्रभारी डॉ. अंकिता यादव का आभार व्यक्त किया।
प्राचार्य ने कहा की इस प्रतियोगिता में उत्कृष्ट करने वाली छात्राओं को महाविद्यालय की ओर से इनाम राशि देकर पुरस्कृत किया जाएगा। इस अवसर पर निर्णायक मण्डल की भूमिका डॉ. सीमा देवी, नीतू कुमारी तथा कविता ने निभाई। इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 01: उन्हाणी कालेज की छात्राएं राखी बनाते हुए।
अगिहार स्कूल में आयोजित हुआ खेल दिचस
-हाकी सम्राट मेजर ध्यानचंद को किया याद
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कनीना की आवाज। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अगिहार में मंगलवार को खेल दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर हाकी के सर्वकालिक महान खिलाड़ी हाकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद को उनके जन्म दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। विद्यालय में अंग्रेजी के प्रवक्ता मदन मोहन कौशिक ने मेजर ध्यानचंद के जीवन से संबंधित अनेक प्रसंग विद्यार्थियों को बताएं तथा उनके जीवन पर प्रकाश डाला तथा 1928 से लेकर 1960 तक भारतीय हाकी के स्वर्णिम इतिहास का वर्णन किया गया।
इस अवसर पर विद्यालय में खेल प्रश्नोत्तरी का आयोजन भी किया गया जिसमें प्रथम स्थान पर विद्यालय की छात्राओं संगीत कल्पना तथा अर्चना की टीम रही तथा वंदना पिंकी तथा पूनम की टीम ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। इस अवसर पर दौड़ तथा कबड्डी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसमें विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। सीनियर वर्ग में तेजस्वी तथा जूनियर वर्ग में जतिन ने प्रथम स्थान प्राप्त किया कबड्डी में सीनियर वर्ग में युवराज को बेस्ट रेडर तथा हेमंत को बेस्ट कैचर घोषित किया गया, वहीं जूनियर वर्ग में हर्ष को बेस्ट रेडर तथा मंजीत को बेस्ट कैचर घोषित किया गया।
इस अवसर पर विद्यार्थियों को पारितोषिक के अलावा फल भी बांटे गए इस अवसर पर विद्यालय के प्रवक्ता अजय बंसल ने स्कोरर की भूमिका निभाई। कार्यक्रम में विद्यालय के प्रवक्ता राजेंद्र कटारिया, निशा , पूनम कुमारी, शशि कुमारी ,धर्मेंद्र डीपीई, पवन कुमार, रतनलाल, राकेश कुमार, प्रमोद कुमार ,चंद्रशेखर, मुकेश कुमार सहित विद्यालय के समस्त स्टाफ एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन ्र2: हाकी के सम्राट मेजर ध्यानचंद को याद करते हुए अगिहार स्कूल के विद्यार्थी।
वैकल्पिक विवाद समाधान विषय पर एक कार्यशाला दो सितंबर को
- मुख्य अतिथि कनीना की न्यायिक मजिस्ट्रेट एवं उपमंडल विधिक सेवा प्राधिकरण के चेयरपर्सन मेनका सिंह होंगी
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कनीना की आवाज। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण नारनौल के मार्गदर्शन में उपमंडल विधिक सेवा प्राधिकरण कनीना द्वारा आगामी 2 सितंबर को दोपहर 12:30 बजे राजकीय कन्या उच्च विद्यालय कनीना में वैकल्पिक विवाद समाधान विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा।
कार्यशाला में मुख्य अतिथि कनीना की न्यायिक मजिस्ट्रेट एवं उपमंडल विधिक सेवा प्राधिकरण के चेयरपर्सन मेनका सिंह होंगी तथा मध्यस्थ अधिवक्ता के तौर पर मीनाक्षी यादव तथा नरेश कुमार होंगे। इस कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता,शिक्षा विभाग ,विद्यार्थी , पुलिस विभाग तथा आम लोगों के लिए जागरूकता कार्यक्रम शुरू किया गया है।
राजकीय कन्या उच्च विद्यालय कनीना के मुख्याध्यापक एवं उपमंडल विधिक सेवा प्राधिकरण के पूर्व सदस्य नरेश कुमार कौशिक ने बताया कि वैकल्पिक विवाद समाधान के लिए उपस्थित लोगों को जागरूक किया जाएगा तथा उन्हें समाधान के लिए अभिप्रेरित किया जाएगा ताकि सामाजिक ताने-बाने को सुदृढ़ करने तथा परिवारों को बिखरने से बचाया जा सके क्योंकि आज के बदलते परिवेश में केवल समझाइश द्वारा ही प्राथमिक स्तर पर समाधान किए जा सकते हैं तथा अनावश्यक खर्चे व मानसिक परेशानी से बचा जा सकता है।
फोटो कैप्शन: मेनका सिंह
कट की घोषणा होने के बाद भी 170वें दिन जारी रहा धरना
-कट निर्माण की घोषणा के बाद भी निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ-विजय
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कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152 डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए ग्रामीणों का अनिश्चितकालीन धरना 170वें दिन में प्रवेश कर गया है। धरने की अध्यक्षता मास्टर विजय पाल सेहलंग ने की।
धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन ने बताया कि कट की घोषणा हो चुकी है किंतु कट निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। धरने को चलते 170 दिन हो गए हैं। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के द्वारा 9 मार्च 2022 को पचगांव गुरुग्राम रैली में राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट की घोषणा की थी। पचगांव रैली में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह और अन्य केंद्रीय व राज्य मंत्री भी शामिल थे। बाद में भी केंद्र सरकार के द्वारा आश्वासन मिला हुआ था कि इस कट के काम को जल्द शुरू कर दिया जाएगा किंतु अभी तक कट निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक कट का काम शुरू नहीं होता है,तब तक धरना जारी रहेगा।
धरना संघर्ष समिति के संयोजक पहलवान रणधीर सिंह बाघोत ने बताया कि कट शुरू न होने से लोगों में आक्रोश है फिर भी हम शांतिपूर्वक पूर्वक तरीके से धरना स्थल पर बैठे हुए हैं तथा कट निर्माण कार्य शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को लोगों की पीड़ा को देखते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग 152 डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम जल्द शुरू करवाया जाए ताकि इलाके में विकास के रास्ते खुल सके।
इस मौके पर नरेंद्र शास्त्री,डॉ लक्ष्मण सिंह, मास्टर विजय सिंह, पहलवान धर्मपाल सिंह, स्वामी मक्खन लाल, डॉ ओमप्रकाश जोशी, सीताराम, पूर्व उप-सरपंच हंसराज, जॉनी उर्फ अमरजीत, तेजराम बोहरा, मुंशीराम, मनोज कुमार, सूबेदार हेमराज ,अशोक चौहान, सूबे सिंह पंच, रामकुमार, प्रधान कृष्ण कुमार, रामभक्त, मनोज कुमार, दाताराम, धर्मवीर, बाबूलाल, सूबेदार भूले राम,सूबे सिंह पंच,सतनारायण साहब,रोशन लाल, ईश्वर सिंह ,सत्य प्रकाश, सूबे सिंह, कुलदीप शर्मा, कृष्ण कुमार, ओमप्रकाश, वेद प्रकाश व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 04: कट के लिए धरने पर बैठे ग्रामीण।
रक्षाबंधन पर्व को बड़े चाव से मनाते हैं बुजुर्ग
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कनीना की आवाज। रक्षाबंधन की रक्षासूत्र नाम से जाना जाता है। अति पुरानी परंपरा है इस पर्व को लेकर के या तो बहन भाई के घर जाती है वही भाई भी कई बार बहन के यहां राखी बंधवाने के लिए जाता है। रक्षाबंधन का पर्व का पौराणिक महत्व भी है। यह सावन माह का अंतिम दिन होता है। तत्पश्चात सावन माह संपन्न हो जाता है। सावन माह को बेहतर ढंग से पूर्ण करने के कारण इस दिन भाई की रक्षा के लिए और भाई अपनी बहन की सुरक्षा के वादा करते हैं। रक्षाबंधन एक पवित्र बंधन माना जाता है। इस पर्व से जुड़ी हुई पौराणिक मान्यताएं भी हैं जिनमें भगवान विष्णु ने तीन कदम जमीन मांगने के लिए राजा बलि समक्ष वामन अवतार लिया था। वहीं कृष्ण ने शिशुपाल वध करते समय सुदर्शन चक्र से उंगली में आई चोट को ठीक करने के लिए पल्लू फाड़कर बांधा था। वहां से शुरुआत मानते हैं। महाभारत के युद्ध के समय श्री कृष्ण ने युधिष्ठिर को कहा था कि तुम अपने सैनिकों की कलाई पर एक रक्षा सूत्र बांध दो। वहीं देवराज इंद्र और शची की कथा भी प्रचलित है। चित्तौडगढ़़ की रानी कर्णावती में मुगल सम्राट बहादुर शाह से रक्षा के लिए हुमायूं को रक्षा सूत्र भेजा था। यम एवं यमी की कहानी भी इसी पर्व से जुड़ी हुई है किंतु आज भी बुजुर्ग बड़े धूमधाम से मनाते हैं।
यूं तो बच्चे बूढ़े और जवान सभी में यह पर्व को मनाते हैं किंतु आज भी 80 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग अपनी बहनों का इंतजार करते देखे गए हैं। कुछ बुजुर्गों से संबंध में बात की गई। ये सभी बुजुर्ग 80 से 90 वर्ष की बीच के हैं।
यह एक पवित्र बंधन है। अपनी बहन का मैं रक्षा सूत्र बनवाने का इंतजार करता हूं तथा वह भी रक्षासूत्र बांधकर प्रसन्न होती है। अभी तो वर्षों से यह परंपरा उनकी चली आ रही है। यह पर्व लंबे समय से मानते आए हैं। आज भी उसे मनाते रहना चाहिए।
----- हरि सिंह
पर्व के प्रति जो उत्साह और रौनक पहले होती थी चाहे वह अब कम रह गई है परंतु आज भी इस पर्व पवित्रता का रिश्ता माना जाता है। पर्व के प्रति गहन आस्था है। मैं अपनी बहन से राखी बनवाना पसंद करता हूं और उसे दिन का इंतजार बेसब्री से करता रहता हूं।
-- मास्टर जय सिंह
आज के समाज में बेशक बदलाव आ गया है। भाई बहन के बीच जो पुराने वाला प्रेम होता था। उसमें कहीं थोड़ी बहुत ढिलाई आ गई है परंतु आज भी है रिश्ता पवित्र माना जाता है और इसका पौराणिक महत्व है। अपनी बहन के हाथों से कलाई पर राखी बांधी जाती है तो उसे यही कामना की जाती है की उम्र अधिक हो।
----- धर्मपाल कनीना
इस पवित्र पर्व को इस प्रकार मनाते आ रहे हैं जैसे पहले मनाते थे। आज भी सबसे बड़ा रक्षा सूत्र का पर्व है और इसे यूं ही मनाते रहना चाहिए। मेरी इच्छा है कि मैं जब तक जीवित रहा हूं तब तक बहन उनके हाथ पर रक्षा सूत्र बांधती रहे। जिससे हमारे जीवन में उत्साह का संचार होता है। पर्व मनाने से एक उमंग भाई बहन के बीच पवित्र रिश्ते की पैदा होती है। यह पर्व जोर-जोर से मनाना चाहिए और रिश्ते में सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाना चाहिए। मैं चाहता हूं कि मेरी बहन यूं ही राखी बांधती रहे।
---सत्यनारायण
फोटो कैप्शन: सत्यनारायण,धर्मपाल, जय सिंह, हरि सिंह।
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Tuesday, August 29, 2023
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