कपूरी गांव में एक ही रात में तीन घरों में चोरी का प्रयास
-एक घर से ले गए सोना चांदी के जेवरात
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कनीना की आवाज। उपमंडल कनीना के गांव कपूरी में बीती रात चोरों ने तीन घरों में चोरी करने का प्रयास किया जिसमें से दो घरों से चोरों को कोई विशेष सफलता नहीं मिली लेकिन एक घर में चोरों ने सेंध मारी करते हुए घर के संदूक में रखें सोने चांदी के जेवरात चुरा ले गए।
पुलिस को दी शिकायत में ग्रामीण अतर सिंह ने बताया कि रात्रि के समय चोरों ने उनके घर में सेंधमारी करते हुए संदूक में रखें सोने चांदी के आभूषण चुरा ले गए जिसमें एक सोने की चेन,एक जोड़ी टापस, एक अंगूठी तीन जोड़ी चांदी के आभूषण शामिल है। शिकायतकर्ता ने बताया कि सुबह 5 बजे उसने देखा तो कमरे के दरवाजे खुला हुए था और कमरे का सारा सामान बिखरा हुआ था। शिकायतकर्ता ने पुलिस से उसके सामान की बरामदगी की गुहार लगाई। पुलिस ने जांच शुरू कर दी।
फोटो कैप्शन 07: अज्ञात चोरों द्वारा जिस संदूक से चोरी की उसका नजारा।
बहन से छेड़छाड़ का विरोध करने पर युवक की हुई पिटाई मामले में पांच दिन बाद भी नहीं दर्ज हुआ मामला
-पांच दिन पहले दी थी पुलिस में शिकायत
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कनीना की आवाज। बीते 17 अगस्त को एक युवक की कुछ आवारा लड़कों ने कनीना बस स्टैंड पर बेरहमी से पिटाई की थी और युवक ने इस मामले में शहर थाना पुलिस को लिखित में शिकायत दी थी लेकिन 5 दिन बीत जाने के बाद भी मामला दर्ज नहीं किया गया।
पीडि़त युवक का दोष इतना था कि आवारा किस्म के लड़के उसकी बहन से छेड़छाड़ कर रहे थे और उसने जब इस बात का विरोध किया तो उन आवारा लड़कों ने बस स्टैंड परिसर में ही युवक की जमकर धुनाई कर दी।
वहां मौजूद लोगों ने युवक को आवारा लड़कों के चंगुल से छुड़ाया और युवक ने इसकी 17 अगस्त को शहर थाना पुलिस में लिखित शिकायत दी लेकिन पुलिस ने अभी तक मामला दर्ज न कर अपराधियों को खुले में घूमने की छूट दी हुई है। कनीना शहर थाना पुलिस के इस रवैया से पीडि़तों में काफी रोष है और उन्होंने अब मामले को उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाने की बात कही है। इस मामले में एक आरोपी को तो वहां के लोगों ने ही पकड़ कर पुलिस के हवाले भी किया था लेकिन बाद में पुलिस ने उसे भी छोड़ दिया।
एक तरफ जहां सरकार की तरफ से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान पर लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं तो वहीं जब बेटियां पढऩा चाहती हैं तो इस प्रकार के आवारा किस्म के लोग उन्हें पढऩा नहीं देना चाहते और सबसे दुखद बात यह है कि ऐसे लोगों पर कनीना शहर थाना पुलिस भी कोई कार्रवाई करने में रुचि नहीं दिखा रही है।
शिव महापुराण कथा सुनने से समाज में सुख समृद्धि आती है-आचार्य प्रदुमन
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कनीना की आवाज। शिव महापुराण कथा सुनने से समाज में सुख समृद्धि आती है। ये उदगार कनीना में चल रही शिव महापुराण कथा के प्रवाचक व्यासपीठ पर विराजमान आचार्य प्रदुमन शास्त्री ने शिव पुराण कथा का मर्म समझाते हुए व्यक्त किए। उन्होंने शिव महापुराण कथा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जहां शिव भोले की कथा होती है वहां सुख समृद्धि अपने आप वैसे ही जाती है जैसे समुद्र में नदियां आ जाती हैं। उन्होंने कहा कि शिव पुराण की कथा सुनने से धर्म और संशय दूर होते हैं और आदमी के जीवन से रूकावटें दूर हो जाती हैं और आदमी अपनी मंजिल को प्राप्त कर लेता है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कथा संकीर्तन तथा जागरण हमारी सनातन परंपराएं हैं। इनसे बहुत कुछ प्रेरणाएं मिलती हैं। उन्होंने श्रद्धालुओं से बेटा-बेटी की समान परवरिश करने तथा लड़कियों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की अपील की। इस अवसर पर सोमवती प्रधान, पुष्पा, सुशीला, सविता, सुनिता, सुमित्रा, मीना, मूर्ति, मनोज, सतीश, सुमेर, नवलकिशोर, राजवीर, सुरेन्द्र, किशनपाल आदि अनेक गणमान्य श्रद्धालु उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 06:व्याख्यान देते आचार्य प्रदुमन शास्त्री
कनीना का किया जा रहा है चहुुमुखी विकास -सीताराम विधायक
-विधायक ने बताई विकास की भावी रूपरेखा
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कनीना की आवाज। अटेली विधायक सीताराम यादवने बताया कि कनीना का चहुंमुखी विकास किया जा रहा है। कनीना के सीवेज वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का साफ पानी इक_ा करने के लिए पिपलवाली बणी में स्टोर बनेगा जिसका टेंडर खोल दिया गया है वही करने के 6 जोहड़ों के लिए करीब 5 करोड़ रुपये राशि जल्दी आने वाली है जो अप्रैल -मई महीने में आई थी किंतु किसी कारणवश प्राप्त नहीं हो पाई। इसके बाद जोहड़ों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा।
उन्होंने कनीना के मिनी बाईपास के बारे में कहा कि नहर का भूमिगत कर दिया गया है इसके दोनों और सड़क मार्ग बनाई जाएगी इसके लिए उनकी बात एसडीएम कनीना से हो चुकी है जो वर्तमान में कनीना के प्रशासनिक अधिकारी हैं। जिसके लिए बिजली लाइन को शिफ्ट किया जाएगा वहीं पेड़ पौधों को हटाया जाएगा। इस कार्य के लिए एस्टीमेट बनवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कनीना के सात-आठ मार्गों का टेंडर हो चुका है जल्दी निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। वहीं कनीना- अटेली, कनीना- महेंद्रगढ़, कनीना रेवाड़ी मार्ग पुन: निर्मित किए जाएंगे और इसका यह कार्य भी बहुत जल्द शुरू हो रहा है। उन्होंने कहा कि कनीना -अटेली फाटक पर फ्लाई ओवर बनाने का कार्य शुरू हो गया है और यह फ्लाई ओवर बनने से अटेली एवं नारनौल जाने वाले लोगों को सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि कनीना में न्यायिक परिसर का निर्माण जल्दी निर्माण कार्य शुरू होगा जिसकी नींव करीब डेढ़ वर्ष पहले हो की जा चुकी है। उधर कनीना की कई सड़कों पर कार्य चल रहा है।
विधायक अटेली ने कहा कि कनीना के विकास कार्यों को लेकर तथा इसको आगे बढ़ाने के लिए कुछ प्रश्न विधानसभा में रखे जाएंगे वहीं मुख्यमंत्री से उनके बारे में बात चल रही है जिनमें कनीना में नर्सिंग कालेज, पालीटेक्निक कालेज स्थापित करना साथ कहा कि डीएवी अकादमी कनीना किस उद्देश्य के लिए खोली गई थी उसको पूरा करने में असफल रही है, बंद पड़ी है जिसके चलते अब कानूनी प्रक्रिया पूरी करके नगरपालिका को दी जाए ताकि विकास कार्यों में काम में लाया जा सके।
एकता यादव को किया सम्मानित
-कई लोगों ने किया सम्मानित
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कनीना की आवाज। कनीना निवासी छात्रा एकता यादव पुत्री राजकुमार का दिल्ली पुलिस में सीधे एसआई पद पर चयन होने पर स्वागत समारोह आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि अतरलाल ने एकता यादव को शॉल ओढ़ाकर स्मृति चिह्न व प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने एकता यादव की माता राजबाला, दादी कलावती देवी, पिता राजकुमार व दादा पूर्व इंस्पेक्टर शिशराम को भी शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। अध्यक्षता पूर्व सरपंच रामकिशन कोटिया ने की।
उन्होंने कहा कि होनहार छात्रा एकता यादव के दिल्ली पुलिस में सीधे एस.आई. पद पर चयन होने पर पूरे इलाके में खुशी की लहर है। उन्होंने कहा कि होनहार सफल प्रतिभागियों का सम्मान करने से और युवाओं को भी आगे बढऩे की प्रेरणा मिलती है। एकता यादव ने मेहनत तथा लगन को सफलता का मूलमंत्र बताते हुए युवाओं से लक्ष्य बनाकर तथा मेहनत करके मुकाम हासिल करने की अपील की। उन्होंने युवा वर्ग से अपने माता-पिता तथा बुजुर्गों का कहना मानने तथा आदर करने का आग्रह किया। इस अवसर पर पूर्व सरपंच रामकिशन कोटिया, दिनेश पंच, सूबेदार रोशनलाल, योगेश यादव, किशनपाल, पवन चौधरी, राजबीर सिंह आदि अनेक मौजीजान उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन: दिल्ली पुलिस में एसआई पद पर चयनित एकता यादव को सम्मानित करते हुए।
नक्षत्रों के कारण बच्चों के बनते हैं अलग अलग स्वभाव-प. ऋषिराज
-मूल नक्षत्रों का पड़ता जीवन में प्रभाव
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कनीना की आवाज। शिति कण्ठा ज्योतिष केंद्र के ज्योतिषाचार्य पंडित ऋषि राज शर्मा का कहना है कि नक्षत्रों के अलग अलग स्वभाव होते हैं और उनके अलग अलग फल भी होते हैं. कुछ नक्षत्र कोमल होते हैं कुछ कठोर और कुछ उग्र होते हैं . उग्र और तीक्ष्ण स्वभाव वाले नक्षत्रों को ही मूल नक्षत्र , सतैसा या गण्डात कहा जाता है. जब बालक इन नक्षत्रों में जन्म लेता है तो विशेष तरह के प्रभाव देखने में आते हैं. इन नक्षत्रों में जन्म लेने का असर सीधा बच्चे के स्वभाव और स्वास्थ्य पर पड़ता है।
कौन-कौन से होते हैं मूल नक्षत्र और और उनका प्रभाव क्या है ?
- मूल ,ज्येष्ठा और आश्लेषा नक्षत्र मुख्य मूल नक्षत्र हैं और अश्विनी,रेवती और मघा सहायक मूल नक्षत्र हैं.
- इस प्रकार कुल मिलाकर 6 मूल नक्षत्र हैं- अश्विनी, आश्लेषा, मघा, ज्येष्ठा, मघा और रेवती.
- जब बालक का जन्म इनमे होता है तो बालक के स्वास्थ्य की स्थिति संवेदनशील हो जाती है,
- माना जाता है कि पिता को नवजात का मुख नहीं देखना चाहिए जब तक इसकी शांति न करा ली जाए.
अगर बच्चे का जन्म मूल नक्षत्र में हुआ है तो किन बातों का ख्याल रखें ?
- अगर बच्चे का बृहस्पति और चन्द्रमा मजबूत है तो बच्चे के स्वास्थ्य का संकट समाप्त हो जाता है
- कोई भी समस्या संस्करों का खेल है , किसी बच्चे का इसमें कोई दोष नहीं होता.
- वैसे भी 8 वर्ष के बाद मूल नक्षत्र का प्रभाव विशेष नहीं रहता
क्या करें उपाय अगर मूल नक्षत्र का दुष्प्रभाव तुरंत पडऩे की सम्भावना हो ?
- जन्म के सत्ताईस दिन बाद वही नक्षत्र आने पर नक्षत्र (मूल) शांति करा लें.
- बच्चे के आठ वर्ष तक हो जाने तक नित्य प्रात: माता-पिता ओम नम: शिवाय का जाप करें.
- अगर उम्र 8 वर्ष से ज्यादा हो तो मूल नक्षत्र की शांति की आवश्यकता नहीं होती
- क्योंकि ज्यादा संकट आम तौर पर 8 वर्ष तक रहता है
- अगर मूल नक्षत्र के कारण बच्चे का स्वास्थ्य कमजोर रहता हो तो बच्चे की माता को पूर्णिमा का उपवास रखना चाहिए
- अगर बच्चे की राशी मेष और नक्षत्र अश्विनी है तो बच्चे को हनुमान जी की उपासना करवाएं
- अगर राशि सिंह और नक्षत्र मघा है तो बच्चे से सूर्य को जल अर्पित करवाएं
- अगर बच्चे की राशि धनु और नक्षत्र मूल है तो गुरु और गायत्री उपासना अनुकूल होगी
- अगर बच्चे की राशी कर्क और नक्षत्र आश्लेषा है तो शिव जी की उपासना उत्तम रहेगी
- वृश्चिक राशि और ज्येष्ठा नक्षत्र होने पर भी हनुमान जी की उपासना करवाएं
- अगर मीन राशि और रेवती नक्षत्र है तो गणेश जी की उपासना से लाभ होगा।
फोटो कैप्शन: ऋषिराज
युवक गायब, गुमशुदगी का मामला दर्ज
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव धनौंदा से विशाल नामक युवक गायब हो गया। उसके पिता ने पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई है। उसने बताया कि 19 अगस्त के दिन काम पर गया था, वह महेंद्रगढ़ काम पर जाता है किंतु घर नहीं लौटा। उनकी गुमशुदगी का मामला दर्ज कर लिया है, जांच जारी है।
सोमवार को रही शिवालयों में भीड़
-सावन का था सातवां सोमवार,27 अगस्त को होगा अंतिम सोमवार
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कनीना की आवाज। सोमवार को फिर से शिवालयों में भीड़ बढ़ी, क्योंकि यह सावन माह का सातवां सोमवार था। हर सोमवार को जहां विभिन्न शिवालयों विशेषकर बाघोत स्थित बाघेश्वर धाम पर भारी भीड़ जुटती है। सुबह से ही महिला और पुरुषों का तांता लग जाता है जो स्वयंभू शिवलिंग पर गंगाजल अर्पित करते हैं लेकिन इस बार दो सावन माह होने के कारण आठ सोमवार आएंगे। यह सातवां सोमवार रहा जबकि 27 अगस्त को सावन का अंतिम सोमवार होगा।
विस्तृत जानकारी देते हुए पंडित सुरेंद्र शर्मा ने बताया किस बार मलमास सावन अधिक होने के कारण सातवां सोमवार 21 अगस्त को पड़ा है। सोमवार का व्रत करने वालों के लिए इसी माह से व्रत शुरू करना चाहिए।
इस माह की बात सुरेंद्र शर्मा से की तो उन्होंने कहा कि सावन में अपने आप में पवित्र माह रहता है। शिवालयों में भारी भीड़ मिलती है तथा इस माह में शिव भोले को प्रतिदिन याद करना चाहिए। वही सभी कष्टों को दूर करते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में भी शिव को याद किया।
अविलंब बनाया जाए कनीना का मिनी बाईपास
-नहर को पहले ही भूमिगत कर दिया है
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कनीना की आवाज। अटेली सड़क मार्ग को रेवाड़ी सड़क मार्ग से मिलाने वाला मिनी बाईपास बनाने की मांग तेज हो गई है। यहां से गुजरने वाली नहर को भूमिगत कर दिया है। अब सड़क निर्माण कर दोनों तरफ से आवागमन बाईपास के रूप में किया जा सकता है। इसके लिए लंबे समय से कार्रवाई चल रही है किंतु अभी तक सिरे नहीं चढ़ पाई है। करीब 3 किलोमीटर है रास्ता पहले ही नगर पालिका द्वारा आधी दूरी तक पक्का किया हुआ है। अब इस मार्ग को मिनी बाईपास बनाया जाए।
क्या होगा लाभ -
यदि मिनी बनाने की बात चल रही है। अगर मिनी बाईपास बन जाये तो रेवाड़ी से अटेली अटेली से रेवाड़ी जाने वाली लोगों को भारी लाभ होगा। एक और यह छोटा रास्ता है वही कनीना बस स्टैंड से होकर रेवाड़ी मार्ग पर चलना अधिक दूरी तय करनी पड़ती है जिसके कारण धन और समय भी बर्बाद होता है। मिनी बाईपास बनाने के लिए पहले नहर का भूमिगत करना जरूरी था जिसे अब तक को भूमिगत कर दिया है, जिसमें विधायक सीताराम, नगर पालिका कनीना सतीश जेलदार तथा अधिकारियों का बड़ा योगदान रहा है। कनीना मंडी के लोगों को विशेष राहत मिलेगी अभी तक काम अधर में लटका हुआ है।
क्या कनीना के लोग कनीना क्षेत्र के लोग-
कुलदीप कुमार का कहना है कि अगर मिनी बाईपास बन जाता है तो सोने पर सुहागा। एक और जहां कनीना मंडी के लोगों को बस स्टैंड नहीं जाना पड़ेगा वही अटेली नारनौल जाने वाले लोगों को रेवाड़ी जाने के लिए कनीना बस स्टैंड नहीं जाना पड़ेगा। इससे समय और धन की बचत होगी वही नहर को भूमिगत करने का मसला करीब 6 माह पहले ही पूर्ण हो गया था। अब आगामी कार्रवाई पर लोगों की नजरें टिकी है।
उधर सुरेश कुमार का कहना है कि अगर मिनी बाईपास बन जाता है तो सबसे अधिक लाभ कनीना को ही होगा बाद में दूसरे गांव को एवं गांवों के लोगों को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि कनीना में विलंब बाईपास बनाया जाए
उधर थान सिंह का कहना है कि यदि यह मिनी बाइपास बन जाता है तो आम आदमी को भी लाभ मिलेगा तथा समय एवं धन की बचत हो पाएगी। यह रास्ता छोटा भी होगा।
क्या कहते हैं विधायक अटेली-
विधायक अटेली ने बताया कि भूमिगत नहर के दोनों ओर सड़क मार्ग बनाया जाएगा जिसके लिए करीब तीन करोड़ रुपये का बजट आया हुआ किंतु अभी तक पेड़ों को हटाने तथा बिजली की लाइन हटाने का एस्टीमेट नहीं बन पाया है जिसे बनाकर जल्द ही यह काम सिरे चढ़ जाएगा जिसके लिए एसडीएम कनीना प्रशाससनिक अधिकारी को बोल दिया गया है।
फोटो कैप्शन 03: नहर के साथ वो मार्ग जिससे मिनी बाइपास बनाया जाना है।
साथ में थान सिंह, सुरेश कुमार, कुलदीप गोहरा विधायक अटेली सीताराम यादव
हर हर महादेव के जयकारे के साथ 162वें दिन धरना रहा जारी
-अनिश्चितकालीन धरने पर अडिग हैं ग्रामीण
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कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152 डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए ग्रामीणों का धरना 162वं दिन भी जारी रहा। धरने की अध्यक्षता सीताराम यादव -सेहलंग ने की।
धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन ने बताया कि धरने को चलते 162 दिन हो गए हैं किंतु सरकार ने अभी तक कट बनाने का काम शुरू नहीं किया है। सोमवार के दिन बाघेश्वर धाम, शिव नगरी में बाबा शिव भोले के दर्शन करने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ी किंतु दूर दराज से आने वाले भक्तों को 152डी के रास्ते आने में परेशानी का सामना करना पड़ा। चूंकि कट न होने से उनका धन एवं समय अधिक बर्बाद हो गया। दर्शन करके भक्त बाबा शिव भोले के भक्त धरना स्थल पर पहुंच रहे हैं और उनका कहना है कि यह कट बनेगा, हमने भी बाबा से यही मांग रखी है ।
उन्होंने बताया कि बाघेश्वर धाम में शिवजी का बहुत पुराना मंदिर है जहां वर्ष में दो बबार मेला लगता है वहीं लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा शिव भोले के दर्शन करने के लिए यहां पहुंचते हैं। यहां पर भक्तों की मुराद पूरी होती है। हमें बाबा भोले पर पूरा विश्वास है कि हमारे कट का काम जल्द शुरू हो जाएगा।
सोमवार को पूर्व सरपंच विजेंद्र सिंह इसराना, पूर्व सरपंच सुरेश कुमार मानपुरा,पूर्व सरपंच कृष्ण सिंह, पूर्व सरपंच दिलीप सिंह ककराला, पूर्व सरपंच दारा सिंह, सरपंच श्रीपाल गाहड़ा, पूर्व सरपंच महेंद्र सिंह, विनोद - भडफ़, धरना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने धरना संघर्ष समिति को विश्वास दिलाया कि आपकी मांग जायज है और भारत सरकार को राष्ट्रीय राजमार्ग 152 डी पर बाघोत-सेहलंग के बीच कट का काम जल्द शुरू करना चाहिए। 40 गांवो के लिए यह कट बहुत जरूरी है। हम इस काम के लिए तन-मन-धन से आपके साथ हैं।
इस मौके पर मास्टर विजयपाल, शेर सिंह, पहलवान महावीर सिंह, वेद प्रकाश, पहलवान रणधीर सिंह, डॉ लक्ष्मण सिंह,नरेंद्र शास्त्री, प्रधान कृष्ण कुमार, राम भक्त, ओम प्रकाश, मुंशी राम, बाबूलाल, मनोज कुमार करीरा, मास्टर धर्मपाल, भोले राम साहब, सूबे सिंह पंच, मास्टर रमेश कुमार, वीरेंद्र सिंह, रामकुमार, दाताराम, सुरेंद्र सिंह, धर्मवीर सिंह, चेयरमैन सतपाल, प्यारेलाल , सत्यनारायण साहब व गणमान्य लोग मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 02: धरना स्थल पर बैठे ग्रामीण
एसडी विद्यालय ककराला में हुआ राष्ट्रीय सेवा योजना एक दिवसीय कैंप का आयोजन
-अंडरपास की सफाई की
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कनीना की आवाज। एसडी विद्यालय ककराला में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के स्वयंसेवकों ने एक दिवसीय कैंप में भाग लिया। स्वयंसेवकों ने कनीना से ककराला रोड पर बने अंडरपास की सफाई का कार्य किया। अत्यधिक मिट्टी एकत्रित होने से छोटे वाहनों के फिसलने व अप्रिय घटना की आशंका बनी रहती थी। प्रधानाचार्य ओमप्रकाश राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यकारी अधिकारी संदीप कुमार के नेतृत्व में स्वयंसेवकों ने भली भांति अच्छी प्रकार से पूरा किया।
इस उपलक्ष्य पर विद्यालय निदेशक महोदय ने राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के कार्यों की प्रशंसा की तथा कहा कि भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना युवाओं के विकास तथा सामाजिक कार्यों में उनकी भागीदारी को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है उन्होंने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि आपके द्वारा किए गए कार्य समाज को एक नई दिशा देने का काम करता है इसलिए आप सभी को अपने आसपास समाज में जागरूकता फैलाने का काम करना चाहिए जो समाज को और देश को एक नई दिशा देगा।
फोटो साथ है।
स्याना के उद्दालक आश्रम ढाब और पिपलाद की तपस्थली बाघेश्वर धाम को धार्मिक पर्यटन स्थल घोषित करे सरकार
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कनीना की आवाज। सरकार स्याना में उद्दालक ऋषि के आश्रम ढाब और पिपलाद ऋषि की तपस्थली बाघौत गांव के बाघेश्वर धाम को धार्मिक पर्यटन स्थल घोषित करे ।
सर्व समाज मंच के अध्यक्ष और सामाजिक कार्यकर्ता राधेश्याम गोमला ने स्याना गांव में आयोजित एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उक्त बात कही ।
उन्होंने कहा कि स्याना गांव में स्थित तालाब वेदकालीन है जहां उद्दालक ऋषि का गुरुकुल आश्रम था । इसी स्थल पर अथर्ववेद के मंत्रवेता ऋषि कहोड़ व उनकी पत्नी और ऋषि उद्दालक की पुत्री वेदविदुषी सुजाता ने शिक्षा ग्रहण की।
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि इसी आश्रम स्थल पर महान विद्वान ऋषि अष्टावक्र का जन्म हुआ व जिन्होंने अपने मामा श्वेतकेतु के साथ शिक्षा ग्रहण की । यहीं से शिक्षित होने के बाद अष्टावक्र ने जनक के दरबार में महाविद्वान बंदी को हराया ।
उन्होंने बताया कि महान आशुकवि गुणी सुखीराम की जन्म स्थली गांव स्याना को धार्मिक पर्यटन स्थल का दर्जा देकर सरकार को चाहिए पूरे जिला महेंद्रगढ़ और सम्पूर्ण अहीरवाल के गौरव को सम्मान देने का काम करे । इसलिए इस स्थल को शीघ्र धार्मिक पर्यटन स्थल घोषित करे ।
ग्राम पंचायत व ढाब समिति की ओर से राधेश्याम गोमला को सामाजिक कार्यों के लिए सम्मानित भी किया । आज हर वर्ष की भांति दो दिन से हो रहे सांस्कृतिक कार्यक्रम की कड़ी में दूसरे दिन समापन अवसर पर रहीस यादव ने सांग प्रस्तुत किया ।
इस अवसर पर ग्राम सरपंच वीरपाल यादव , थानेदार हवासिंह , मास्टर विजयपाल , सतपाल सिंह , सुबेसिंह नंबरदार , वासुदेव, ओमप्रकाश , गोपीचंद पंच , आनंद पंच , हवासिंह सेहलंग और श्रीभगवान पंच सहित सैंकड़ों लोग उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 01: स्याणा के कार्यक्रम में भाग लेते राधेश्याम गोमला।
किसानों को बाजरा बेचने के लिए करना पड़ेगा इंतजार
इस बार बाजरे की पैदा
वार ली है जल्दी
- सरकारीतौर पर खरीदा जाता है एक अक्टूबर से
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में किसानों ने अपने बाजरे की पैदावार लेना शुरू कर दिया परंतु अब वे सरकारी तौर पर बाजरे की खरीद की जाने का इंतजार करेंगे क्योंकि बाजरे का समर्थन मूल्य 2500 रुपये प्रति क्विंटल रखा गया है जो गेहूं से भी अधिक है। गेहूं का समर्थन मूल्य 2125 रुपये प्रति क्विंटल रहा है। ऐसे में बाजरे को बेचने के लिए किसान अक्टूबर माह का इंतजार करेंगे।
उल्लेखनीय है कि हर वर्ष बाजरे की पैदावार देरी से होती है। सितंबर माह में बाजरा निकाला जाता रहा है। इस बार जल्दी बारिश के चलते अगैती बिजाई की थी जिसके चलते किसान पैदावार लेने लग गए हैं। किसान जोर शोर खेतों में बाजरे की कटाई में व्यस्त हैं। क्या कहते कनीना मंडी के उप-प्रधान
कनीना मंडी व्यापार मंडल उपप्रधान रविंद्र बंसल ने बताया कनीना मंडी में अभी तो बाजरे की आवक शुरू नहीं हुई है। खुली मंडी में बाजरे को बेचने के लिए कोई नहीं आ रहा है। उन्होंने बताया कि एक अक्टूबर से बाजरे की सरकारी तौर पर खरीद होती है। अभी अगस्त में चल रहा है, पूरे सितंबर माह इंतजार करके अक्टूबर आएगा। यह पहला अवसर है जब अगस्त माह में बाजरे की लावणी करके पैदावार घर में डाल ली है। हरियाली तीज का उत्सव बीता है जिस पर बाजरे की फसल लहलहाती मिलती है किंतु इस वर्ष हरियाली तीज पर लावणी पर्व चल चुका है।
सरकार भी दे रही श्री अन्न पर जोर-
वैसे तो भारत सरकार भी श्री अन्न के प्रयोग करने पर जोर दे रही है जिसमें बाजरा, रागी, कुट्टू ,ज्वार आदि प्रमुख रूप से आते हैं। बाजरा दक्षिण हरियाणा प्रमुख रूप से खरीफ फसल बतौर उगाया जाता है। बाजरा खाने के लिए कम और मुर्गी दाना एवं पशु चारा, बिक्री आदि के लिए अधिक प्रयोग करते हैं। बाजरे का पौधा कड़बी पशुओं के लिए उत्तम कर माना गया है।
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