सोमवार को रही शिवालयों में भीड़
-सावन का था पांचवां सोमवार
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कनीना की आवाज। सोमवार को फिर से शिवालयों में भीड़ बढ़ी, क्योंकि यह सावन माह का 5वां सोमवार था। हर सोमवार को जहां विभिन्न शिवालयों विशेषकर बाघोत स्थित बाघेश्वर धाम पर भारी भीड़ जुटती है। सुबह से ही महिला और पुरुषों का तांता लग जाता है जो स्वयंभू शिवलिंग पर गंगाजल अर्पित करते हैं लेकिन इस बार 2 सावन माह होने के कारण आठ सोमवार आएंगे। यह 5वां सोमवार रहा।
विस्तृत जानकारी देते हुए पंडित सुरेंद्र शर्मा ने बताया किस बार मलमास सावन अधिक होने के कारण 5वां सोमवार 7 अगस्त को पड़ा। सोमवार का व्रत करने वालों के लिए इसी माह से व्रत शुरू करना चाहिए।
इस माह की बात सुरेंद्र शर्मा से की तो उन्होंने कहा कि सावन में अपने आप में पवित्र माह रहता है। शिवालयों में भारी भीड़ मिलती है तथा इस माह में शिव भोले को प्रतिदिन याद करना चाहिए। वही सभी कष्टों को दूर करते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में भी शिव को याद किया।
एक करोड़ 75 लाख की लागत से बनेगा सड़क मार्ग
-उप-नागरिक अस्पताल को अटेली सड़क मार्ग को मिलाता है यह मार्ग
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कनीना की आवाज। बहुत चर्चित और हजारों लोगों को परेशान करने वाला कनीना थाने के पास से गुजरने वाला अटेली सड़क मार्ग को जोडऩे वाला मार्ग का निर्माण कार्य की शुरुआत हो गई है। कस्बा कनीना के लिए बेहतर दिन है।
मौके पर एसडीएम कनीना सुरेंद्र सिंह पहुंचे और जेसीबी द्वारा जर्जर सड़क को हटाना शुरू कर दिया है ताकि इस पर आरसीसी का सड़क मार्ग बनाया जा सके। उन्होंने बताया कि करीब 1 करोड़ 75 लख रुपये की लागत से यह आरसीसी का रोड बनने जा रहा है जिसे जल्द ही काम को पूरा कर दिया जाएगा। तत्पश्चात बहु- चर्चित कनीना मंडी सड़क मार्ग की शुद्ध ली जाएगी। कनीना कस्बा के अंदरूनी मार्गों की हालत अति जर्जर हो गई है जिसे लेकर लोग बेहद परेशान हैं। अब इन्हीं सड़कों की शुद्ध लेने की कार्रवाई कनीना प्रशासक एसडीएम सुरेंद्र सिंह ने शुरू कर दी है। उन्होंने जर्जर सड़क मार्ग को जेसीबी से हटाते हुए देखा और आवश्यक दिशा निर्देश दिये ताकि सड़क मार्ग जल्द ही बनकर तैयार हो जाए और लोगों के आवागमन के लिए खोल दिया जाए। इसके बाद कनीना के दूसरे सड़क मार्ग का निर्माण कार्य होगा।
फोटो कैप्शन 5: जर्जर सड़क मार्ग को जेसीबी से हटाते हुए
साथ में एसडीएम कनीना निरीक्षण करते हुए।
भारत छोड़ो आंदोलन दिवस-8 अगस्त
करो या मरो का आह्वान किया था महात्मा गांधी ने -प्रो कर्मवीर
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कनीना की आवाज। आज के दिन आजादी की हवा में सांस ले रहे हैं किंतु आजादी की नींव में भारत छोड़ो आंदोलन जिस अगस्त आंदोलन के नाम से भी जाना जाता है का अहं योगदान है। यह कहना है प्रसिद्ध इतिहासकार प्रो कर्मवीर का।
उन्होंने कहा कि 8 अगस्त 1942 को, भारत छोड़ो आंदोलन या भारत छोड़ो आंदोलन बापू गांधी ने शुरू किया था।
उन्होंने बताया कि जब अप्रैल 1942 में क्रिप्स मिशन विफल हो गया। उसके बाद आज़ादी के लिए भारतीय जनता का तीसरा महान जनसंघर्ष शुरू हो गया। इस संघर्ष को भारत छोड़ो आन्दोलन के नाम से जाना जाता है। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान महात्मा गांधी द्वारा 8 अगस्त, 1942 को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के बंबई सत्र में भारत छोड़ो आंदोलन का प्रस्ताव पारित किया गया।
प्रोफेसर बताते हें कि इस प्रस्ताव में घोषित किया गया कि भारत में अंग्रेजों का तत्काल अंत भारत की स्वतंत्रता और लोकतंत्र के उद्देश्य की सफलता के लिए एक तत्काल आवश्यकता थी।
प्रस्ताव में देश की आजादी के लिए यथासंभव व्यापक पैमाने पर अहिंसक आधार पर जन संघर्ष शुरू करने की मंजूरी दी गई। प्रस्ताव पारित होने के बाद, गांधी ने अपने भाषण में कहा था- करो या मरो. हम या तो आज़ाद होंगे या इस प्रयास में मर जायेंगे। यह आंदोलन भारतीय लोगों का युद्ध घोष बन गया।
उधर प्रो राजेश कुमार बताते हैं कि 9 अगस्त 1942 को सुबह-सुबह कांग्रेस के अधिकांश नेता गिरफ्तार कर लिये गये। उन्हें देश के विभिन्न हिस्सों की जेलों में बंद कर दिया गया। कांग्रेस पर प्रतिबंध लगा दिया गया। देश के हर हिस्से में हड़तालें और जुलूस हुए। सरकार ने आतंक का राज कायम कर दिया और पूरे देश में गोलीबारी, लाठी चार्ज और गिरफ्तारियां हुईं। लोग गुस्से में हिंसक गतिविधियों पर भी उतर आये. लोगों ने सरकारी संपत्ति पर हमला किया, रेलवे लाइनों को क्षतिग्रस्त कर दिया और डाक और तार को बाधित कर दिया।1942 के अंत तक, लगभग 60,000 लोगों को जेल में डाल दिया गया था और सैकड़ों लोग मारे गए थे। मारे गए लोगों में कई छोटे बच्चे और बूढ़ी औरतें भी शामिल थीं। अंग्रेजों का दमनकारी चक्र चला। लोगों ने अपनी सरकारें बनाईं। जय प्रकाश नारायण, अरुणा आसफ अली, एसएम जोशी, राम मनोहर लोहिया और अन्य द्वारा आयोजित क्रांतिकारी गतिविधियां युद्ध की लगभग पूरी अवधि के दौरान जारी रहीं। आज भी उन लोगों को याद किया जाता है।
फोटो कैप्शन: प्रो कर्मवीर एवं प्रो राजेश कुमार
मंगलवार को होगी मोलडऩाथ मैदान में महापंचायत
- विभिन्न समस्याओं पर होगी चर्चा, मुनादी करवाई
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कनीना की आवाज। पूरे ही देश में रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर के जहां परेशानी बढ़ी है वही हजारों की तादाद में दूसरे प्रांतों से आए हुए ऐसे लोग भी बसे हुए हैं जिनके पास न तो किसी प्रकार की कोई आईडी है और वे इस क्षेत्र में किसी भी बड़ी घटना को अंजाम देने से नहीं चूक सकते। इस प्रकार की तथा अन्य प्रमुख समस्याओं को लेकर कनीना के संत शिरोमणि मोलडऩाथ ग्राउंड में मंगलवार शाम पांच बजे महापंचायत आहूत की गई है जिसके लिए पूरे कस्बा में मुनादी करवा दी गई है। युवा वर्ग इस कार्य में अहम भूमिका निभा रहा है तथा इस संबंध में पहले भी दो बैठकें आयोजित हो चुकी है। यह मंगलवार को अंतिम महापंचायत होगी जिसमें कुछ ठोस निर्णय लिए जाने की संभावना है।
कनीना के समाजसेवी भगत सिंह, महेश बोहरा, मास्टर कृष्ण सिंह आदि इस कार्य में अहम भूमिका निभाते नजर आए और उनसे इस संबंध में बात करने पर बताया कि बहुत से ऐसे लोग हें शरारती विभिन्न घटनाओं में शामिल हो सकते हैं जिनके पास किसी प्रकार का आईडी नहीं है, वो इस बात को लेकर खुश है कि उन्हें कोई पकड़ नहीं पाएगा। यही कारण है कि ऐसे लोगों की पहचान करने के लिए प्रशासन की मदद ली जाएगी तथा इस पंचायत में एक कमेटी गठन पर विचार किया जाएगा जो हर मोहल्ले, गली एवं क्षेत्र में रह रहे लोगों की पहचान कर सकेगी तथा प्रशासन की मदद से इनके पास किसी प्रकार का आईडी वगैराह चेक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि लोग चंद पैसों के लोभ में इन लोगों को घर किराये पर दे देते हैं किंतु ये किसी भी बड़ी घटना को अंजाम दे सकने से इंकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने बताया कि कनीना क्षेत्र में ऐसे भी लोग हैं जिन्होंने अपना परिवार पहचान पत्र भी बनवा लिया है तथा ऐसे भी लोग जो बांग्लादेश से आए हुए हैं और इधर-उधर झोपडिय़ों में रह रहे हैं, जो किसी भी घटना को अंजाम देने रोल अदा कर सकते है। ऐसे में इन को कैसे क्षेत्र से निकाला जाएगा इसको लेकर के चर्चाएं होंगी।
वर्ल्ड सीनियर सिटीजन दिवस -8 अगस्त
समय के साथ बदला है बुजुर्गों के प्रति व्यवहार
-सरकार दे रही वृद्धावस्था सम्मान राशि
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कनीना की आवाज। एक वक्त था जब 100 साल जीकर इंसान की मौत होती थी। जीवेम शतम की धारणा प्रसिद्ध रही है। वर्तमान बहुत अधिक व्यक्तियों की मौत 70 साल के पहुंचते-पहुंचते हो जाती है, केवल 10 प्रतिशत से कम लोग 90 वर्ष की उम्र तक पहुंच पाते हैं तथा 90 वर्ष से अधिक केवल 5 प्रतिशत ही मिल सकते हैं।
कनीना पर नजर डाले तो 20000 की आबादी में केवल 95 वर्ष पार करने वाला एक व्यक्ति हरद्वारी लाल जीवित है। बाकी इतनी अधिक उम्र का और कोई व्यक्ति कनीना में नहीं है। सीनियर सिटीजन सरकार और प्रशासन के प्रयासों के चलते अच्छी हालात में है। एक वक्त था जब बुजुर्गों का बहुत आदर सत्कार होता था तत्पश्चात ऐसा वक्त आया जब बुजुर्गों को वृद्धाश्रम में छोडऩे लग गए परंतु ग्रामीण क्षेत्रों में कभी भी वृद्धाश्रम में लोग नहीं पहुंचते। सोशल मीडिया के चलते अनेकों बुराइयां मिलती हैं किंतु एक प्रमुख लाभ माता-पिता और बुजुर्गों की कदर का है। बुजुर्गों की अच्छी खासी सेवा की जाती है।
कनीना की कमला देवी सीनियर सिटीजन का कहना है कि बहुत अच्छी हैं, अच्छा जीवन जी रही है। उनकी 65 वर्ष आयु हो चुकी है किंतु परिवार इनको बहुत बेहतर ढंग से देख रेख करता है। जहां सरकार द्वारा भी बुजुर्गों को वृद्धावस्था सम्मान भत्ता दिया जाता है। भत्ता मिलने से बुजुर्गों की सेवा और अच्छे से होती हैं। और कुछ नहीं तो कम से कम अपने छोटे बड़े आवश्यकताओं को इस राशि से पूरा कर लिया जाता है।
राजेंद्र सिंह कनीना निवासी का कहना है कि वे बहुत खुश है सीनियर सिटीजन है किंतु उनका परिवार उनकी देखरेख करता है। सुबह शाम घूमने फिरने पेड़ पौधे लगाने तथा खेत में छोटे-मोटे काम करने के अलावा घर पर ही रहते हैं तथा उनका परिवार उन्हें सही ढंग से रखता है।
महेंद्र सिंह हलवाई है सीनियर सिटीजन होते हुये भी स्वयं काम करते हैं। उनका कहना है कि किस सभी बुजुर्गों के लिए अस्पताल में मुफ्त सेवा उपलब्ध हो ताकि किसी प्रकार के रोग आदि का निदान मुक्त हुए करवा सके। वे परिवार से खुश हैं।
महावीर सिंह कनीना निवासी सीनियर सिटीजन का कहना है कि वे अपनी दैनिक दिनचर्या को जारी रखे हुए हैं और उन्हें विश्वास है कि वे लंबी उम्र जिएंगे। उनका कहना है कि वे अपने दैनिक कार्यों को आसानी से कर लेते और परिवार उनकी पूरी देखरेख करता है।
मदन सिंह का कहना है कि सीनियर सिटीजन होते हुए भी मुझे अपार खुशी हो रही है कि परिवार का सहयोग और आसपास के लोगों का बहुत अच्छा सहयोग मिल रहा है। दिनचर्या अच्छे से बीत रही है तथा सरकार द्वारा भी विभिन्न लोगों को वृद्धावस्था सम्मान राशि दी जा रही उससे भी बहुत से लोगों का गुजर बसर हो रहा है। सरकार से चिकित्सा सीधा मुक्त चाहते हैं ताकि हर बड़े से बड़े अस्पताल में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सके।
मुंशी राम का कहना है कि आज के दिन स्वास्थ्य और पूर्ण रूप से अपने कार्यक्रम करते हैं। परिवार पूरी मदद करता है और उन्हें विश्वास है कि अच्छे से जीवन जीकर नाम कमाएंगे। उनका कहना है कि अपने काम खुद जब तक इंसान कर लेता है तो बेहतर एवं स्वस्थ इंसान माना जाता है।
फोटो कैप्शन: महाबीर, कमला देवी, महेंद्र सिंह,मुंशीराम, मदन सिंह, राजेंद्र सिंह।
उड़ते हुए धूल के गुब्बर ने चश्मा के नंबर बढ़ा दिये
-सड़कों ने बढ़ाई हैं दुर्घटनाएं-अनीता यादव
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कनीना की आवाज। कनीना के अटेली टी-प्वांइट से रेवाड़ी टी-प्वांइट तक तथा होलीवाला जोहड़ सड़क मार्ग परेशानी का सबक बनते जा रहे हैं। बारिश होती है तो जोहड़ का निर्माण हो जाता है तथा गर्मी पड़ती है तो धूल के गुब्बर उड़ते हैं जो परेशानी का सबब बन गए हैं। पूर्व सीपीएस अनीता यादव ने अकेली टी-प्वांइट से भडफ़ गांव तक का दौरा किया और बताया कि इस सड़क मार्ग पर चलना खतरे से खाली नहीं रहा है। कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। यहां तक की बारिश का पानी बार-बार गड्ढ़ों में भरकर जानलेवा साबित हो रहा है तथा वर्तमान में जब बारिश नहीं हो रही तो धूल के गुब्बर उठ रहे हैं। उन्होंने दुकानदारों के हवाले से बताया कि उनकी दुकानों में भी बिना बुलाई धूल अपने आप मुफ्त में जमा हो रही है। यहां तक कि उनके सांस की तकलीफ बढ़ रही है और आंखों के चश्मे भी नंबर भी बढ़ गए हैं। अनीता यादव ने कहा कि दुर्भाग्य है कनीना क्षेत्र में सड़कों के विकास के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि होलीवाला मार्ग पर जहां लगातार पानी जमा है, लोग गंदे पानी से आवागमन कर रहे हैं। अभी भी घरों के साथ होलीवाला मार्ग पर पानी जमा है। उन्होंने कहा कि कि प्रशासन को त्वरित गति से जन समस्याएं हल करनी चाहिए परंतु प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। कई वर्षों से यही सुनने में आ रहा है कि सड़क का निर्माण होगा परंतु कब होगा यह कह पान कठिन है? अनीता यादव ने कहा कि सड़क मार्ग आमजन के लिए बहुत जरूरी होती हैं और इन सड़क मार्गों से चलना अब मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा कि गत दिनों मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर कनीना में जनसंवाद करके गए थे किंतु इन सड़क मार्गों की फिर भी कोई सुध नहीं ली गई है। अटेली टी-प्वांइट से रेवा़ी टी-प्वांइट तक सड़क मार्ग पर कुछ दूरी में कच्ची सड़क बनाकर मुख्यमंत्री आगमन का स्वागत किया गया था जो अब गड्ढों में तब्दील हो गई है। पहले से भी बदतर हालात बन गई है।
उन्होंने रोष जताते हुये कहा कि इस ससमस्या की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब वोट की बात चलती है तो कनीना आगे मिलता है किंतु विकास की बात होती है तो कनीना को भुला दिया जाता है।
उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि इस सड़क मार्ग को दुरुस्त किया जाए या फिर इसको अविलंब फोरलेन मार्ग बनाया जाए ताकि आवागमन सुचारु रूप ढंग से हो सके। उन्होंने यह भी बताया कि बहुत से दुकानदार किराए के दुकान में रह रहे थे वो यहां से पलायन कर गए हैं या पलायन कर जाएंगे क्योंकि अब उनके लिए यहां दुकानदारी करना बहुत कठिन हो गया है। लोग उनकी दुकान तक पहुंच नहीं पाते उससे पहले ही गड्ढों में गिर जाते हैं। इस मौके पर उनके साथ कई दुकानदार भी थे।
फोटो कैप्शन दो: अनीता यादव पूर्व सीपीएस सड़क मार्ग पर उड़ते धूल के गुबार देखते हुए।
जलघर से पाइप चोरी करने के मामले में एक ओर आरोपित गिरफ्तार
-दूसरा आरोपित है इस मामले का
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव खेड़ी तलवाना में जलघर से पाइप चोरी करने के मामले में थाना शहर कनीना की पुलिस टीम ने एक ओर आरोपित को गिरफ्तार किया है। जिसकी पहचान सोनू वासी नलावंडी थाना रामगढ़ अलवर राजस्थान के रूप में हुई है। पुलिस ने मामले की जांच करते हुए पता लगाया कि आरोपित ने फर्जी सिम का प्रयोग कर पाइप चोरी की वारदात को अंजाम देने के लिए फोन किया था। आरोपित से पुलिस ने मोटरसाइकिल बरामद कर जब्त की है। आरोपित को न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है। मामले में पुलिस द्वारा एक आरोपित को पहले गिरफ्तार किया गया था और पाइप भी पहले बरामद कर लिए गए थे।
थाना सदर कनीना प्रबंधक निरीक्षक देवेंद्र ने आज प्रेस वार्ता में बताया कि सब डिविजनल इंजीनियर पवन कुमार ने थाना में पाइप चोरी की शिकायत दर्ज कराई थी। गांव खेड़ी तलवाना में जलघर बना हुआ है, जिसकी चार दीवारी के अंदर गांव खेड़ी में पाइप लगाने के लिए विभाग के पाइप रखे हुए थे। दिनांक 16 जुलाई को विभाग के कर्मचारी की-मैन राजेश कुमार ने सूचना दी कि एक गाड़ी व क्रेन हाइड्रा इन पाइपों को उठा रही है और 4 इंच के 86 पाइप गाड़ी में लोड कर रखे थे। शिकायत के आधार पर थाना सदर कनीना में मामला दर्ज किया गया। मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एक ओर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस द्वारा आरोपित से पूछताछ की जा रही है।
फोटो कैप्शन 03: पुलिस द्वारा पाइप चोरी मसले में पकड़ा गया आरोपित
अनिश्चितकालीन धरना 148वें दिन रहा जारी
-अडिग हैं धरना देने वाले
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कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152-डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए ग्रामीणों का अनिश्चितकालीन धरना 148वें दिन में प्रवेश कर गया। धरने की अध्यक्षता मनफूल सिंह सेहलंग ने की।
धरना कमेटी के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन ने बताया कि आज धरने को 148 दिन हो गए हैं। सावन के महीने का सोमवार का दिन है, बाघेश्वर धाम, शिव नगरी में बाबा भोले के दर्शन करने के लिए शिव भक्तों की भीड़ लगी हुई है। शिव भक्त बाबा भोले के दर्शन करने के बाद धरना स्थल पर पहुंचे। बाबा शिव भोले का भक्त सीताराम सेठ नौताना ने बताया कि आप की मांग पूरी होगी, हमने भी बाबा भोले के दर्शन करके यही मांग की है। राष्ट्रीय राजमार्ग 152 डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम जल्द शुरू किया जाएगा, बाबा भोले पर भरोसा रखें कट अवश्य बनेगा।
संघर्ष समिति के सदस्य नरेंद्र शास्त्री छिथरोली ने बताया कि कट बनाना सरकार का काम है, हमारी मांग जायज है,सरकार को राष्ट्रीय राजमार्ग 152 डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम जल्दी शुरू करना चाहिए, जिससे इलाके में विकास हो सके।
इस मौके पर बाबू मैनपाल, चेयरमैन सतपाल, डॉ लक्ष्मण सिंह, पहलवान धर्मपाल, सूबेदार हेमराज,भोले राम साहब, प्रधान कृष्ण कुमार, प्यारेलाल, मास्टर विजय सिंह, मनोज कुमार करीरा, कृष्ण कुमार पंच, हंस कुमार, राम भक्त, मास्टर विजय पाल, रामकुमार, रोशन लाल, विजय, हरि ओम,अशोक चौहान,सज्जन सिंह, मास्टर धर्मपाल, सतनारायण, वेद प्रकाश, सूबे सिंह व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 04: कट के लिए धरना देते ग्रामीण
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Monday, August 7, 2023
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