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Sunday, December 31, 2023
पंचायती लाइट की बैटरी चुराने का आरोपित गिरफ्तार, नकदी बरामद --4 दिसंबर की रात को हुई थी चोरी ************************************************************* ***************************************************************** *************************************************************** कनीना की आवाज। महेंद्रगढ़ पुलिस ने चोरी की मामले में कार्रवाई करते हुए एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। पंचायती लाइट की बैटरी चोरी करने के मामले में पुलिस ने आरोपित सतीश वासी चेलावास को गिरफ्तार किया, जिससे पूछताछ में पुलिस ने वारदात में प्रयोग की गई बाइक और नकदी बरामद की है। पुलिस ने पता लगाया कि आरोपित नशे का आदी है और उस पर पहले से एनडीपीएस एक्ट के तहत एक मामला दर्ज है। आरोपित को न्यायालय में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। ग्राम चेलावास के सरपंच विकास कुमार ने थाना शहर कनीना में बैटरी चोरी की शिकायत दर्ज कराई, उसने बताया कि राजेश के मकान के पास पंचायत की लाइट लगी हुई थी जो दिनांक 4 दिसंबर की रात को पंचायती लाइट की बैटरी चोरी हो गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी। मामले में कार्रवाई करते हुए बैटरी चोरी करने वाले आरोपित को पकडऩे के पुलिस द्वारा सीसीटीवी फुटेज चैक की गई। सीसीटीवी फुटेज और खुफिया तंत्र की मदद से आरोपित का पता लगाकर उसे पकड़ लिया। जिससे पूछताछ में नकदी बरामद हुई।
वैश्विक परिवार दिवस -एक जनवरी बिखराव की ओर हैं विभिन्न संयुक्त परिवार, एकल परिवार बढ़े ************************************************************* ***************************************************************** *************************************************************** कनीना की आवाज। एक वक्त था जब सभी परिवार संयुक्त परिवार के रूप में जाने जाते थे। बड़े परिवार के रूप में सभी के अपनी जिम्मेदारियां होती थी और देखरेख बेहतर ढंग से होती थी। किंतु संयुक्त परिवार धीरे-धीरे एकल परिवार में तब्दील होते जा रहे हैं। आने वाले समय में यह समस्या और भी विकराल हो सकती है। परिवार में शांति, एकता, भाईचारा आदि स्थापना के लिए संयुक्त परिवार बहुत महत्वपूर्ण रहा है। आज के दिन कहीं किसी क्षेत्र में कोई परिवार ही संयुक्त परिवार के रूप में दिखाई दे सकता है। इस संबंध में कुछ लोगों से चर्चा की गई जिन्होंने परिवारों के बारे में जानकारी दी- संयुक्त परिवार बहुत बेहतर माने जाते थे। जब सभी परिवार के सदस्य बड़े बुजुर्ग की देखरेख में कार्य करते थे। सभी सदस्यों को छोटी-छोटी जिम्मेदारियां सौंप दी जाती थी और सभी अपने कार्य को दक्षता से करते थे। दूरदराज तक परिवार का नाम होता था। एकता और भाईचारे मिसाल संयुक्त परिवार होते थे। --- कंवरसेन वशिष्ठ पूर्व मुख्य शिक्षक जब से भौतिकवाद बढ़ा है तब से एकल परिवार अधिक बढ़ गए हैं। महिला और पुरुष दोनों नौकरी करते हैं, बुजुर्गों को छोड़कर बच्चे विदेश तक सेवा करने जाते हैं जिसके कारण संयुक्त परिवार चलाना कठिन हो गया है और एकल परिवार में तब्दील होते जा रहे हैं। एकल परिवार में अनेकों खामियां और समस्याएं नजर आती हैं किंतु वक्त के अनुसार एकल परिवार बनाना एक मजबूरी बन गई है। एकल परिवार समाज में बेहतर साबित नहीं हो सकते। --- सुनील कुमार शिक्षाविद परिवारों की बात चले तो संयुक्त परिवार बहुत बेहतर होते हैं जिसमें एक ही मुखिया कई सदस्यों को आदेश देता है और सभी सदस्य उनके आदेशों का पालन करते हैं। एकता और भाईचारा भी व्यापक रूप से देखने को मिलता है जबकि एकल परिवार में गिने चुने व्यक्ति होते हैं जो विभिन्न जिम्मेदारियां को पूर्ण करते हैं। काम का बोझ एक या दो सदस्य ही निष्पादित करते हैं। एकल परिवार जटिल समस्या बन रहे हैं। --- शिवचरण समाजसेवी,कनीना आज के दिन बहुत से बच्चे तो अपने दादा दादी के बारे में भी नहीं जानते परदादा आदि को जानना बहुत कठिन है। जिसके पीछे परिवारों में विघटन की समस्या पैदा होना है। छोटे-छोटे परिवार एकल परिवार के रूप में जाने जाते हैं। संयुक्त परिवारों में आज बिखराव अधिक देखा गया है। शांति, एकता, भाईचारा आदि तत्व बहुत कम देखने को मिलते हैं। --- निर्मल कुमार शास्त्री फोटो कैप्शन: कंवरसेन वशिष्ठ, निर्मल कुमार शास्त्री ,शिवचरण कनीना और सुनील कुमार
कनीना उप-नागरिक अस्पताल को मिले प्रथम परामर्श इकाई का दर्जा -सेवा भारती हरियाणा ने भेजा मुख्यमंत्री को पत्र, सीताराम विधायक ने पत्र को किया अनुमोदित ************************************************************* ***************************************************************** *************************************************************** कनीना की आवाज। कनीना एवं आस पास के करीब 50 हजार लोगों के लिए चिकित्सा सुविधा हेतु कनीना में बनाई गई उप- नागरिक अस्पताल चाहे मूलभूत सुविधाओं से वंचित है किंतु इसे प्रथम परामर्श इकाई/एफआरयू का दर्जा देने की मांग की गई है। इस संबंध में कनीना की सेवा भारती हरियाणा प्रदेश, शाखा कनीना ने मुख्यमंत्री सहित स्वास्थ्य मंत्री हरियाणा सरकार को भी पत्र भेजा है। इस पत्र को सीताराम विधायक अटेली ने भी अनुमोदित कर दिया है। भेजे गए पत्र में कहा गया है कि 28 जुलाई 2023 को रामलीला मैदान कनीना मंडी में जन संवाद कार्यक्रम का सकारात्मक परिणाम दिखाई देने लगा है। उस मौके पर क्षेत्रवासियों द्वारा प्रस्तुत विभिन्न समस्याओं का समाधान और विकास कार्य आदि गति पकड़ रहे हैं। परंतु इसी कड़ी में कनीना की मूलभूत आवश्यक चिकित्सा सुविधा, स्वास्थ्य संबंधी समस्या आपके संज्ञान में भी लाई गई थी किंतु कनीना अप नागरिक अस्पताल में कोई सुविधा नहीं है। ना कोई मशीन है ना कोई एमडी/एमएस या गाइनी डॉक्टर उपलब्ध है। अस्पताल में सुविधा होने के कारण क्षेत्र वासियों को समय रहते इलाज न मिलने कारण अप्रिय घटना घट रही हैं। ऐसे में इसे प्रथम परामर्श इकाई / फस्र्ट रेफरल यूनिट घोषित करने की मांग की गई है। क्या कहते हैं पदाधिकारी सेवा कनीना मंडी- जिला महेंद्रगढ़ की सबसे पुरानी प्रमुख मंडी कनीना है जो एक प्रमुख व्यापार का केंद्र बना हुआ है। जिसके तहत 53 गांव शामिल किए गए हैं। लोगों का प्रतिदिन आवागमन रहता है। वर्तमान में कनीना अस्पताल में 400 मरीजों की प्रतिदिन ओपीडी लगती है परंतु चिकित्सा सुविधा नहीं होने कारण उचित इलाज नहीं मिलता और लोगों को मजबूरन रेवाड़ी या नारनौल जाना पड़ता है। सचिवालय बनने के बाद यह संख्या और भी अधिक बढऩे की संभावना है। ऐसे में स्वास्थ्य संबंधित समस्या का सही निदान तभी संभव हो पाएगा जब इस प्रथम परामर्श इकाई का दर्जा मिल जाएगा। -- जगदीश आचार्य जिला अध्यक्ष,सेवा भारती हरियाणा कनीना क्षेत्र विशेष कर चिकित्सा सुविधा में सदा पिछड़ता रहा है जबकि गरीब, मजदूर, किसान एवं पिछड़ा समाज से यह क्षेत्र भरा हुआ है जो इलाज के लिए दूर दराज जाने में सक्षम नजर नहीं आते। मजबूरीवश वे कनीना के अस्पताल आते जाते है किंतु यहां किसी प्रकार की कोई चिकित्सा संबंधित सुविधा नहीं मिल पाती जिसके कारण मरीजों के साथ अप्रिय घटना स्वाभाविक है। कनीना के उप नागरिक अस्पताल में भवन की कोई कमी नहीं है, बेहतरीन भवन बना हुआ है किंतु कमी है तो डॉक्टरों की। ऐसे में इसे एफआरयू घोषित कर दिया जाए तो क्षेत्र का के लोगों को लाभ मिल सकेगा। ---सुरेश शर्मा अध्यक्ष, सेवा भारतीय हरियाणा प्रदेश शाखा कनीना फोटो कैप्शन 07: कनीना का उप-नागरिक अस्पताल साथ में जगदीश आचार्य और सुरेश शर्मा
ठंड के साथ शीत लहर के बीच, कट के लिए डटे किसान, 294वें दिन जारी रहा धरना --अनिश्चितकालीन धरने पर हैं ग्रामीण ************************************************************* ***************************************************************** *************************************************************** कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152-डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए ग्रामीणों का अनश्चितकालीन धरना 294वें दिन जारी रहा। रविवार को धरने की अध्यक्षता पूर्व सरपंच सत्यवीर सिंह नौसवा ने की और उन्होंने बताया कि शीत लहर चलने से ठंड और बढ़ गई है। धरना स्थल पर बैठे किसान सर्दी की चपेट में आने से बीमार पड़ रहे हैं, लेकिन कट को लेकर किसान हिम्मत नहीं हार रहे है। उनका कहना है कि जब तक जिंदा है,हम राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट के लिए संघर्ष करते रहेंगे। केंद्र सरकार को हम बार-बार याद दिलाना चाह रहे हैं कि राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर उतरने और चढऩे के लिए रास्ता होना बहुत जरूरी है। लोगों की मांग जायज है और केंद्र सरकार को इस पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। नई पीढ़ी को इस कट की सख्त जरूरत है। केंद्र सरकार को स्वयं सोचना होगा, यदि युवा वर्ग की अनदेखी हुई, उनकी भावनाओं की कदर नहीं की गई, उसके परिणाम बुरे निकलेंगे। यहां पर पहुंचने वाले प्रत्येक आदमी के मुंह से एक ही बात निकलती है कि केंद्र सरकार को राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट जरूर बनाना चाहिए। यदि केंद्र सरकार राष्ट्रीय राजमार्ग पर उतरने चढऩे का मार्ग नहीं बना रही है, तो इसका मतलब है, इन 50 गांवों के किसानों के साथ जमकर अन्याय हो रहा है। धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन ने बताया कि ध्केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट की घोषणा की हुई है, उसके बाद कट के लिए आश्वासन भी दिया गया कि कट का काम जल्द शुरू हो जाएगा। धरने को चलते 10 महीने होने जा रहे हैं, कट का काम शुरू न होने के कारण लोगों में आक्रोश है। जब तक केंद्र सरकार राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम शुरू नहीं करती है, धरना स्थल पर डटे रहेंगे। इस मौके पर पहलवान रणधीर सिंह, डा लक्ष्मण सिंह,पूर्व सरपंच हंस कुमार, नरेंद्र कुमार शास्त्री, पूर्व सरपंच बेड़ा सिंह, रामभज, पंडित नंदकुमार, प्यारेलाल, पहलवान धर्मपाल,वेद प्रकाश, प्रधान तेज सिंह, अशोक चौहान, दाताराम, नथाराम, डॉ राम भक्त, रामकुमार, सूबेदार भोले राम, सब इंस्पेक्टर रामकुमार, मास्टर विजय सिंह, पंडित संजय कुमार, सूबेदार हेमराज अत्रि, रोशन लाल आर्य, बाबूलाल, पंडित मनीराम व गणमान्य लोग मौजूद थे। फोटो कैप्शन 05: कट की मांग को लेकर धरना स्थल पर बैठे किसान।
अक्षत,पत्रक एवं श्रीराम मंदिर सहित 22 जनवरी के निमंत्रण के लिए बांटी जिम्मेदारी -सभी वार्डों होगा अक्षत का वितरण ************************************************************* ***************************************************************** *************************************************************** कनीना की आवाज। श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह समिति प्रखंड कनीना के संयोजक लखनलाल जांगड़ा ने कनीना नगर के लोगों की बैठक ली। बैठक में शहर के वार्डों की कमेटियां बनाकर उन्हें जिम्मेदारियां देकर अक्षत, चित्र व पत्रक सौंपे। सह-संयोजक मोहन सिंह पूर्व पार्षद ने बताया कि यह 500 वर्षों का वनवास राम का नहीं था यह वनवास तो हमारा था, एक-एक सनातनी का था, राम बिन हमारा भटकाव अब समाप्त हो रहा है। श्री राम आ रहे हैं, हमारे अराध्य प्रभु राम आ रहे हैं। इसलिए वार्ड अनुसार अलग-अलग जिम्मेवारी देकर अक्षत, मंदिर के चित्र, पत्रक बांटे गए, जिसमें वार्ड एक की पालाराम, वार्ड दो में श्यामसुंदर, वार्ड चार में धनुष शर्मा, वार्ड पांच में रामप्रताप मास्टर, वार्ड छह में दिलावर सिंह, वार्ड सात में मनीष, वार्ड आठ में जगदीश आचार्य, वार्ड नौ में नित्यानंद, वार्ड दस में मोहन सिंह पूर्व पार्षद, वार्ड 11 में अनिल कुमार, वार्ड 12 में कंवरसैन वशिष्ठ, वार्ड 13 में मा. सुरेन्द्र सिंह सभी ने शहर में घर घर जाकर ये निमंत्रण पत्र देने हैं। सभी शहर के तमाम मंदिरों जाकर ये सुनिश्चित करें कि आने वाली 22 जनवरी को हर घर व मंदिरों में दीपक जलाकर दीपावली कि तरह उत्सव मनाया जाये, सभी अयोध्या नहीं पहुंच सकते लेकिन सभी अपने-अपने घर मंदिर में अयोध्या जैसे खुशी मनाई जाएगी। हमारा वर्षों पुराना सपना पूरा हो रहा है। सभी जय श्रीराम के नारों की जयघोष के साथ प्रचार प्रसार के लिए चल पड़े। इस मौके पर प्रखंड संयोजक सुनील कुमार ने जिम्मेदारियां सौंपी। इस मौके पर शिव कुमार अग्रवाल, देशराज, कुलदीप बोहरा, मदनलाल गेरा, सवाई सिंह, डाक्टर विनोद, अमित, मनीष, गोविंंद, हिमांशु आदि रामभक्त मौजूद रहे। फोटो कैप्शन 06: अक्ष्त एवं पत्रक सहित निमंत्रण देने के लिए तैयार कनीना की श्रीराम टीम।
समारोह स्थल के पानी से उगाएगा किसान फसल - जल संरक्षण के बनाया है 60 हजार लीटर का स्टोर ************************************************************* ***************************************************************** *************************************************************** कनीना की आवाज। सरकार घटते जल स्तर को लेकर चिंतित है तथा जल संरक्षण पर ध्यान देने की बात कह रही है। सरकार की नीतियों पर चलते हुए कनीना का किसान हनुमान सिंह अपने खेत में जल संरक्षण कर, संरक्षित जल से सिंचाई करेगा। परिवार में मैरिज पैलेस बनाया हुआ है। मैरिज प्लेस में हजारों लीटर पानी खराब हो जाता है किसान हनुमान सिंह ने अपनी सोच को विस्तृत करते हुए मैरिज प्लेस से निकलने वाले खराब जल को अलग-अलग हौदियों से गुजर कर छलने लगाकर पानी को साफ करेगा और साफ पानी को एक स्टोर टैंक में जमा करेगा स्टोर टैंक 60 हजार लीटर पानी तक स्टोर कर सकेगा। इसी पानी से अपने खेत की सिंचाई करेगा। हनुमान सिंह ने बताया कि सरकार जल संरक्षण पर ध्यान दे रही है। ऐसे में जो जल मैरिज प्लेस में व्यर्थ बहता है उसका सदुपयोग करने के लिए उन्होंने यह एक योजना बनाई है। योजना ही नहीं बनाई अपितु इसको अमल में ला दिया है। तीन अलग-अलग हौद बनाए गए हैं इनमें गंदा जल आकर गिरेगा जिसे छाना जाएगा, अंदर जालियां लगा दी है। इन जालियों से गंदा पानी गुजरेगा जो छनकर आगे जाएगा। इस प्रकार एक के बाद एक हौद से होता हुआ, कूड़े कचरे रहित जल स्टोर टैंक में जमा होगा। स्टोर टैंक से भूमिगत पाइप दबाई जा रही हैं ताकि इस जल को समीप के अपने खेतों में सिंचाई के काम में लिया जा सके। इस प्रकार आम के आम और गुठली के दाम वाली कहावत लागू होगी। एक और जहां मैरिज प्लेस में पानी प्रयोग होगा वही खराब पानी से यह किसान अपने खेत की सिंचाई करेगा। फोटो कैप्शन 4: अपने खेत में दिखाता हुआ हौद जहां पानी मैरिज प्लेस से आएगा।
दो किसान कनीना की शान, बनाई पहचान एक ने ईख तो दूसरे ने ड्रैगन फ्रूट उगाया, कमाया लाभ ************************************************************* ***************************************************************** *************************************************************** कनीना की आवाज। कनीना में यूं तो अनेक प्रगतिशील किसान है जिन्होंने न केवल अपने कृषि कार्यों से क्षेत्र में नाम कमाया है अपितु हरियाणा सरकार द्वारा सम्मान भी मिला हुआ है। किंतु कनीना के दो किसान हैं जिन्होंने अपनी नई पहचान बनाई है। इन किसानों में रामप्रताप एवं विजयपाल प्रमुख है। दोनों ने अपनी अपनी पहचान बनाकर नाम कमाया है। राम प्रताप पूर्व में शिक्षक रह चुके हैं और इन्होंने अपने पुत्र की मदद से ने केवल करीब एक एकड़ जमीन पर अलग-अलग पौधे उगाकर नाम कमाया है वहीं वर्तमान में उन्होंने चार-चार फीट की सर्दी वाली घिया उगा रखी है। हर वर्ष लंबी घिया पैदा होती है। जिससे इन्होंने नाम कमाया है। राम प्रताप ने बताया ये घिया सर्दियों में अच्छी पैदावार देती है गर्मियों में नहीं। उन्होंने अपने खेत में जहां हरी पत्तेदार सब्जियां ,अमरूद, बेरी, चंदन, अनार आदि कितने ही पौधे उगा रखे हैं वहीं बेहतर दर्जे के अमरूद एवं बेर फल भी प्राप्त किए हैं। उन्होंने विभिन्न हरी पत्तेदार सब्जियों से अपने बाग को चमकाया है वहीं गेंदा, हल्दी, प्याज, लहसुन, नेपियर घास, गन्ना, चने का साग एवं विभिन्न सब्जियां उगाकर नाम कमाया है। श्री कृष्ण गौशाला से गोबर का खाद अपने खेत में पैदावार में डालता है। परंतु वर्तमान में उनका 1000 ड्रैगन फ्रूट उगा रखे हैं जो अभी से पैदावार देने नहीं लगे हैं किंतु उन्हें विश्वास है कि अगले वर्ष हर हाल में ड्रैगन फ्रूट से फल प्राप्त होंगे जिसकी बाजार में अच्छी कीमत आंकी गई है। पहले भी किसान ने बेर एवं हल्दी उगाकर नाम कमाया है वहीं कोरोना काल में लोगों की सेवा की। कोरोना काल में अच्छी मांग रही है। वही लंबी घिया की पैदावार लेकर भी इन्होंने नाम कमाया है। उनके खेत को देखने के लिए विभिन्न किसान और सब्जी एवं फल उत्पादक लोग पहुंच रहे हैं। उधर विजयपाल ने परंपरागत खेती की बजाय ईख उगाकर नाम काम रखा है। विगत 3 सालों से विजयपाल अपने खेत में ईख उगाता आ रहा है। इस बार उन्होंने तीन एकड़ में ईख पैदा की है। विजयपाल ने बताया कि हर वर्ष 5 लाख रुपये की आय हो जाती है जबकि खर्चा 50 हजार के करीब आता है। उन्होंने बताया कि झज्जर क्षेत्र से गन्ने की प्योद लाकर लगाई थी और आज भी वो चल रही हैं। जहां उनके खेत से गन्ने ले जाने वाले गन्ने लाते हैं वही जूस के समय विजयपाल गन्नों की सप्लाई बाजार में करते हैं। उन्होंने बताया कि 5 लाख रुपये तक की आय हो जाती है। वह खुश है, उनका पूरा परिवार इस काम में जुटा रहता है और खेत में आज के दिन ईख देखने से बनती है। खरीददार उनके खेत में जाकर गन्ने लेकर जाते हैं यहां तक की गन्ने बेचने वाले भी उनके यहां से गनन लेकर जाते हैं। उनका कहना है कि मार्च महीने में यह ईख लगाई गई थी अब यह पैदावार दे रही है। प्रारंभ में ,पहले साल उन्हें कुछ लाभ कम मिला किंतु लगातार लाभ अधिक प्राप्त होता जा रहा है। दक्षिण हरियाणा में उन्होंने रेतीले क्षेत्र में ईख लगाकर अपना नाम कमा रखा है। फोटो कैप्शन 2 व 3: किसान राम प्रताप लंबी घिया एवं डै्रगन फ्रूट दिखाते हुए फोटो कैप्शन 01: किसान विजयपाल ईख की कटाई करते हुए।
बादल छाए रहे और बाद में खिली धूप --चार दिनों से पड़ रही थी धुंध ************************************************************* ***************************************************************** *************************************************************** कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में चार दिनों के बाद सुबह सवेरे रविवार को बादल छाए रहे जिसके कारण ठंड का प्रभाव कम महसूस हुआ वहीं। दोपहर पश्चात बादल छट गए और धूप खिली। धूप देखकर किसानों के चेहरे खिल उठे क्योंकि चार दिनों से सूर्य देव के दर्शन न होने से फसल पर कुप्रभाव होने की संभावना बन गई थी। ऐसे में अचानक बादल छाए रहे और ठंड घट गई किंतु दोपहर आते आते बादल भी छट गए और धूप खिल गई। उल्लेखनीय है कि कनीना क्षेत्र में लगातार मौसम बदल रहा है। कभी धुंध कभी बादल, कभी शीत लहर तो कभी धूप खिल रही है। किसानों के खेतों में इस समय अच्छी फसल खड़ी हुई है। अगर मौसम सही चला तो किसानों का अंदेशा है कि भविष्य में अच्छी पैदावार होगी। बहरहाल किसान टकटकी लगाए फसलों को निहार रहे हैं वहीं पल पल बदलने वाले मौसम पर भी नजर जमी हुई है।
16 जनवरी को खुलेंगे स्कूल 1 जनवरी से होंगे 15 दिनों के शीतकालीन अवकाश ************************************************************* ***************************************************************** *************************************************************** कनीना की आवाज। जहां विगत दिनों से शीत लहर धुंध का प्रकोप चल रहा था वहीं विद्यार्थी स्कूलों में कठिनाई से पहुंच रहे थे वहीं अब रविवार को धूप खिल गई है। हरियाणा सरकार ने सरकारी स्कूलों में 1 जनवरी से 15 जनवरी तक के अवकाश घोषित कर दिए हैं। 16 जनवरी को फिर से स्कूल खुलेंगे। मुख्याध्यापक नरेश कुमार ने बताया कि हर वर्ष सरकार शीतकालीन अवकाश घोषित करती है। ये 15 दिनों के होते हैं, 15 दिनों के बाद फिर से स्कूल खुल जाएंगे। क्योंकि ठंड अधिक होने के कारण स्कूलों में पढ़ाई बाधित होती है और घर बैठकर विद्यार्थी अच्छी प्रकार तैयारी कर सकेंगे।
अलविदा 2023 वर्ष 2024 के लिये, लिये जा रहे संकल्प ************************************************************* ***************************************************************** *************************************************************** कनीना की आवाज। नव वर्ष 2024 का आगाज होने जा रहा है और नए साल के आगमन पर लोग कई बुराइयां त्यागने को कटिबद्ध हैं वहीं क्षेत्र में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। वर्ष 2023 कई कड़वे एवं मीठे अनुभव छोड़कर जा रहा है। कनीना क्षेत्र के कुछ युवा जनसेवा में तो कुछ बेटी बचाने के लिए कटिबद्ध हैं। युवाओं में नए वर्ष को लेकर तैयारियां चल रही हैं। क्या कहना है लोगों का-- नए साल से गायों की सेवा करने का संकल्प ले चुके हैं। गायों की दुर्गति से वे परेशान हैं। उनका कहना है कि वे गायों के लिए भोजन कराने तथा गौशालाओं में सेवा करने का काम करते रहेंगे। उनका मानना है कि गाय को माता का दर्जा दिया गया है और गायों की सेवा से सभी प्रकार के कष्ट एवं दरिद्रता मिट जाती है। ऐसे में वे वर्ष 2024 में गायों की सेवा करते रहेंगे। ---समाजसेवी सुरेश कुमार मेरे परिवार में महज दो लड़कियां हैं और लड़का नहीं हैं। ऐसे में वे बेटी बचाने तथा बेटियों को पढ़ाने के लिए अनवरत प्रयास करते रहेंगे। वे दूसरों को भी बेटी बचाने की प्रेरणा देंगे तथा अपनी कलम से बनाए जाने वाले भजन एवं गीत भी लड़कियों को बचाने एवं उनकी शिक्षा दीक्षा को अर्पित किए जाएंगे। वे वर्ष 2024 को बेटियों के रूप में मनाना चाहते हैं। --- महेंद्र कुमार झाड़ली गाय एवं बेटी दोनों के लिए अपना नया वर्ष लगाएंगे। उनका कहना है कि घमते हुए गौवंश को गौशालाओं तक पहुंचाने तथा बेटियों को बेहतर शिक्षा दिलवाकर उन्हें अपने पैरों पर खड़ा होने की प्रेरणा देते रहेंगे। वे लोगों से मिलकर बेटा हो या बेटी एक समान होने की बात समझाएंगे तथा उन्हें बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करते रहेंगे। वे वर्ष 2024 के आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। --- समाजसेवी अजीत कुमार मैं आर्य समाज की शिक्षाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए पूरा प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि वह गायों की सेवा और आर्य समाज के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने में अपना अमूल्य योगदान देंगे और दूसरे लोगों को भी इस अभियान में जुडऩे की अपील करेंगे। उनका कहना है कि यह दोनों ही कार्य समाज के लिए बहुत जरूरी है। --राव मोहर सिंह आर्य समाज प्रधान नये साल में देशभक्ति की बयार बहाना चाहते हैं। समाजसेवा से लंबे समय से जुड़े हुये हैं। वे नेताजी सुभाषचंद्र बोस एवं विभिन्न शहीदों के लिए कटिबद्ध रहेंगे तथा उनकी शिक्षाएं जन जन तक पहुंचाने का काम करते रहेंगे। समाजसेवा में अहं योगदान दूंगा। -- विनय कुमार एडवोकेट फोटो कैप्शन: अजीत कुमार, विनय कुमार एडवोकेट, पेंटर सुरेश कुमार,राव मोहर सिंह, महेंद्र झाड़ली।
Saturday, December 30, 2023
पशुओं को कड़ाके की सर्दी से बचाये--पवन कांगड़ा -अधिक सर्दी से पशुओं का घट जाता है दूध ************************************************* ************************************************************ **************************************************** कनीना की आवाज। इंसानों की भांति पशुओं को भी सर्दी लगती है। दुधारू पशु कड़ाके की सर्दी लगने पर कम दूध देते हैं। ये विचार कनीना के वरिष्ठ पशु चिकित्सक पवन कांगड़ा ने व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के किसान पशु पालते हैं किंतु सर्दियों में उन पर ध्यान नहीं देते जिसके चलते सर्दी लग जाती है। उन्होंने कहा कि सर्दी के दिनों में पशुओं को खुले आसमान तल न बांधे, जब तक धूप न हो जाये तब तक घर से बाहर न निकाले, ठंडा पानी न पिलाये, धूप आने पर ही पानी पिलाये, ताजा पानी पिलाये और पशु को कपड़े से या बोरी आदि से रात को ढके। उन्होंने कहा कि सर्दियों में मवेशियों को प्रमुख रूप से सर्दी लग जाती है और जिसका सीधा प्रभाव दूध पर पड़ता है। अधिक ठंड के कारण पशु सर्दी से बचाव में लग जाता है तथा सामान्य मौसम में दूध की मात्रा भी अच्छी मिलती है। उन्होंने बताया कि जब कभी मौसम बदलता है तो पशु 50 फीसदी तक दूध कम देते हैं। जब गर्मी से सर्दी का मौसम आता है तो पशु हाइपोथर्मी अवस्था में चला जाता है जबकि सर्दी से गर्मी के मौसम में पशु हाइपरथर्मी अवस्था में चला जाता है जिससे दूध की मात्रा कम कर देता है। उधर पशुओं के लिए लंबे समय से औषधियां बनाने वालों का कहना है कि दूध देने वाले पशुओं को भी सर्दी से बचाना चाहिए वरना वे दूध कम देंगे वहीं बीमार हो सकते हैं। उनका कहना है कि पशु भी इंसान की भांति रोगों से पीडि़त हो सकते हैं। उन्हें बचाना जरूरी है। ऐसे में उन्हें गर्म बोरी आदि से ढककर आराम दिलाना जरूरी होता है। उनका कहना है कि इस मौसम में पशुओं को अश्वगंधा, हल्दी, अदरक, लहसुन, तुलसी, शतावर, मेथी, हालू ग्वारपाठा, इलाइची और आक के फूल का उपयोग करना चाहिए, जिससे पशु सर्द मौसम में बीमारियों से बचा रहेगा। उधर पशु पालक कनीना के अजीत कुमार, किसान सूबे सिंह से पशुओं के बारे में बात की तो उन्होंने बताया कि सामान्य ठंड में पशु दूध ठीक मात्रा में देता है किंतु अधिक ठंड में दूध की मात्रा घट जाती है। वे कपड़ा/झूल ओढ़ाकर, पशुओं के पास आग जलाकर तथा रात के वक्त गुड़ खिलाकर सर्दी से बचाते हैं। पशु के आवास को सूखा रखना भी जरूरी है। फोटो कैप्शन 05: पशुओं को कपड़े ओढ़ाकर सर्दी से बचाता पशु पालक
नंदलालसेन कोटिया बीपीएम सेवानिवृत्त --36 सालों की, की है सेवा ************************************************* ************************************************************ **************************************************** कनीना की आवाज। कनीना उप-डाकघर में 36 सालों से सेवा दे रहे नंदलालसेन कोटिया बीपीएम सेवानिवृत हो गए हैं। आज उनका सेवानिवृत्ति समारोह मनाया और उन्हें सेवानिवृत्त किया। इस मौके मौके पर उनके सेवानिवृत्ति समारोह में सहायक अधीक्षक रेवाड़ी चरणजीत सिंह पहुंचे। उन्होंने कहा कि हर इंसान हर कमी एक निश्चित समय बाद सेवानिवृत्त हो जाता है। कर्मी के जीवन का सेवानिवृत्ति एक अंग होता है। उन्होंने शेष जीवन हंसी खुशी से बीताने और लंबी उम्र जीने की भगवान से प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्ति के बाद एक नए जीवन की शुरुआत होती है। इस मौके पर विशाल यादव उप-डाकपाल कनीना, अमर सिंह सेवानिवृत्त डाकपाल, प्रदीप कुमार, कैलाश ठेकेदार, बाबूलाल, वीरेंद्र साहब करीरा, विपुल यादव ] शिवचरण एवं अन्य विभिन्न कर्मी मौजूद रहे। नंदलाल सेन ने प्रसन्नचित मुद्रा में बताया कि वह सबसे पहले करीरा के बाबा भीखम स्थल पर गये और धोक लगाकर घर पहुंचे हैं। उन्हें इस विभाग में बहुत मान और सम्मान मिला है तथा बेहद ईमानदारी का कार्य भी उन्होंने बताया। फोटो कैप्शन 6: नंदलाल सेन सेवानिवृत्ति समारोह में।
विकसित भारत जन संवाद संकल्प यात्रा पहुंची रसूलपुर व खैरानी ---प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन वितरण कर लाभ दिया ---महिला बाल विकास की तरफ से गोद भराई रस्म करवाई गई ************************************************* ************************************************************ **************************************************** कनीना की आवाज। विकसित भारत जन संवाद संकल्प यात्रा आज कनीना खंड के गांव रसूलपुर व अटेली खंड के गांव खैरानी में पहुंची। रसूलपुर में मुख्य अतिथि के तौर पर ब्लॉक समिति के अध्यक्ष जयप्रकाश ने शपथ ग्रहण करवाई। गांव खैरानी में मुख्य अतिथि के रूप में समाज कल्याण बोर्ड सदस्य सुरेश कुमार शर्मा ने शपथ ग्रहण करवाई। इस मौके पर एसडीएम मनोज कुमार ने स्टाल का निरीक्षण किया। रसुलपुर में महिला बाल विकास विभाग की तरफ से पूजा व नीलम की गोद भराई व गांव खैरानी में आकांशी की गोद भराई व रुचिका को अन्नप्राशन करवा कर आशीर्वाद दिया। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गांव रसुलपुर में पुजा, संगीता व खैरानी गांव की पूजा,पिंकी देवी, सुनीता, पायल को गैस कनेक्शन दिया। समाज कल्याण विभाग ने रसूलपुर के राजेश कुमार की मौके पर पेंशन बनाकर लाभ दिया। इस अवसर पर बीडीपीओ नवदीप सिंह, विधायक सीताराम यादव के पुत्र प्रमोद कुमार, मंडल प्रभारी मुन्नीलाल शर्मा, हरियाणा प्रदेश कार्यकारिणी ऐसी मोर्चा के सदस्य बाबूलाल मुडिय़ा खेड़ा,भोजा वास मंडल के अध्यक्ष मामन यादव ,मनोज कुमार, मंडल के महामंत्री हरपाल , राजेंद्र अध्यक्ष ब्लॉक समिति अटेली, अशोक लंबा मंडल अध्यक्ष अटेली, मंजीत यादव मंडल महामंत्री,बजरंग लाल मंडल महामंत्री, डॉ चित्रा कुमार ,साभरवाल विस्तारक अटेली, डॉ रोहित,डॉ कनिका डॉ कविंद्र कुमार , डॉ वीर कुमार, डॉ रविकांत, डॉ उमेश , डॉ विकास, रसूलपुर गांव की सरपंच सुरेखा देवी, खैरानी गांव के सरपंच बजरंग सिंह, जिला पार्षद मुनिपाल, जय सिंह नमबरदार व सभी अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे। फोटो लाभार्थियों को गैस कनेक्शन वितरित करते मुख्य अतिथि।
कट को लेकर किसानों में आक्रोश, 293वें दिन जारी रहा धरना -अनिश्चितकालीन धरने पर हैं किसान ************************************************* ************************************************************ **************************************************** कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए ग्रामीणों का अनिश्चितकालीन धना 293वें दिन जारी रहा। शनिवार को धरने की अध्यक्षता पूर्व सरपंच बेड़ा सिंह बाघोत ने की और उन्होंने बताया कि हम पक्के इरादे के साथ धरना स्थल पर बैठे हुए हैं, चाहे जितनी भी ज्यादा सर्दी पड़े, धुंध और कोहरे के कारण कुछ दिखाई ना दे, लेकिन धरना स्थल पर डटे रहेंगे। हमारा एक ही उद्देश्य है कि राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट बनना चाहिए,कट के लिए हम हर परेशानी का सामना करने के लिए तैयार हैँ। हमारी दैनिक चर्या में कट का बहुत बड़ा महत्व है। एक अपंग आदमी की कैसी हालत होती है, वही हालत इन 40-50 गांवों की हो रही है। हमारे बीच से राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी गुजर रहा है, जब इस पर चढऩे उतरने के लिए मार्ग ही नहीं होगा, तब इन गांवों के लोगों को क्या फायदा? केंद्र सरकार किसानों के बारे में सोचें और जितना जल्दी हो सके राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत-सेहलंग के बीच कट का काम शुरू किया जाए। जब तक कट का काम शुरू नहीं होता है, तब तक धरना जारी रहेगा। धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन ने बताया कि धरने को चलते 293 दिन हो गए हैं। सर्दी बढ़ रही है और बुजुर्ग किसान बीमार हो रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार के प्रति उनका आक्रोश बढ़ रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग,सड़क व परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के द्वारा 9 मार्च 2022 को पचगांव गुरुग्राम रैली में राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट की घोषणा की। धरना स्थल पर बैठे किसानों में आक्रोश है, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के प्रति किसानों का विश्वास खत्म हो रहा है। जनता के बीच केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की जो छवि बनी हुई है, उसके अनुसार राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम बन जाना चाहिए था। हम यह मान सकते हैं कि पचगांव गुरुग्राम रैली में कट की घोषणा करने के बाद, राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर उतरने और चढऩे का मार्ग न बनने का कारण है कि इस क्षेत्र के लोगों की अनदेखी की जा रही है, इनके साथ सरासर भेदभाव किया जा रहा है। इस मौके पर पहलवान रणधीर सिंह, डॉ लक्ष्मण सिंह,पूर्व सरपंच हंस कुमार, नरेंद्र कुमार शास्त्री,करतार सिंह, सुरेंद्र सिंह, रामभज, अशोक चौहान, रामफल, दाताराम, नथाराम, डॉ राम भक्त, रामकुमार, सब इंस्पेक्टर रामकुमार, पूर्व सरपंच सत्यवीर, मास्टर विजय सिंह, पंडित संजय कुमार, सूबेदार हेमराज अत्रि, रोशन लाल आर्य, बाबूलाल, पंडित मनीराम व गणमान्य लोग मौजूद थे। फोटो कैप्शन 03: कट की मांग को लेकर धरने पर बैठे लोग।
धनौंदा स्कूल में रोल माडल कार्यक्रम का हुआ आयोजन --पीएसआई वर्षा बनी रोल माडल ************************************************* ************************************************************ **************************************************** कनीना की आवाज। रोल मॉडल कार्यक्रम का आयोजन शनिवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धनौंदा में किया गया। जिसमें रोल मॉडल के तौर पर बोलते हुए पुलिस विभाग से पीएसआई वर्षा ने कहा कि आज छात्राओं के सामने हर क्षेत्र में चुनौतियां हैं तथा कड़ी मेहनत व पक्का इरादा उन्हें सफलता के मार्ग पर ले जा सकता है उन्होंने कहा कि हमारे जीवन में हमें श्रेष्ठ कर्मों के लिए भगवान ने चुना है तथा हम अपने जीवन में कुछ ऐसा करके दिखाएं जिससे हमारे माता.पिता को हमारे शिक्षकों को तथा समाज को हम पर गर्व महसूस हो सके। उन्होंने आनलाइन फ्राड एवं गुड एवं बैड टच की जानकारी दी। इस अवसर पर एमपीएचडब्ल्यू सरिता ने कहा कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ दिमाग वास करता है तथा हमें स्वस्थ रहना होगा जिससे हम बेहतर जीवन जी सके तथा समाज को आगे ले जा सके। पुलिस अधिकारी उप निरीक्षक वर्षा ने छात्राओं से खुले मन से बात करने के लिए प्रेरित किया तथा आह्वान किया कि वह आज के समाज में बढ़ती बुराइयों से बचें वे सोशल मीडिया से एक निश्चित दूरी बनाकर रखें क्योंकि सोशल मीडिया में हो रहे फ्राड तथा धोखाधड़ी उनके लिए समस्या पैदा कर सकती है। अपराधी तत्व उन्हें ब्लैकमेल कर सकते हैं तथा उनके परिवार के लिए परेशानी का सबब बन सकते है। उर्मिला एडब्ल्यडब्ल्यू ने भी अपने विचार रखे। विद्यालय के प्राचार्य सतीश कुमार ने छात्राओं का आह्वान किया कि आज माननीय प्रधानमंत्री का बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का अभियान तभी सच्चे अर्थों में सार्थक होगा जब बेटियां समाज में और ज्यादा मेहनत के साथ कीर्तिमान स्थापित करेगी। कनीना पुलिस से आये एसपीओ अनिल कुमार ने छात्राओं का आवाहन किया कि वे समाज में किसी भी तरह का गलत माहौल देखें तो उसका विरोध करें तथा उन्होंने बालिका अपराध तथा साइबर अपराधों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। विद्यालय परिवार की तरफ से आए हुए रोल मॉडल तथा सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए।इस मौके पर कनिका दसवीं टापर तथा दस जमा दो टापर तन्नू को पुरस्कृत किया। इस अवसर पर बाल किशन एसएमसी सदस्य, एसएमसी प्रधान हरप्रसाद , राजेश कुमार प्रवक्ता, देवेंद्र प्रवक्ता, मधुबाला, सुनीता, महिपाल सिंह, नरेश कुमार, संतोष कुमारी, सूबे सिंह, जगदीश बाबू सहित समस्त स्टाफ सदस्य उपस्थित थे। फोटो कैप्शन 04: रोल माडल कार्यक्रम में स्टाफ के साथ विभिन्न अधिकारी।
चार दिनों से नहीं हुये हैं सूर्यदेव के दर्शन - ठंड और धुंध का कहर जारी ************************************************* ************************************************************ **************************************************** कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में विगत चार दिनों से लगातार धुंध एवं ठंड का कहर जारी है। शीत लहर चलने लगी है जिसके चलते जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। अधिकांश लोग घरों में छुपे रहते हैं तथा सर्दी जुकाम का रोग बढ़ता ही जा रहा है। किसान जहां रोजाना अपने खेत में जाकर फसलों को निहार रहे हैं वहीं कर्मचारी भी अपने कार्यालयों में लगातार जा रहे हैं किंतु कार्यालयों और विद्यालयों में कर्मियों और विद्यार्थियों की संख्या कम होती जा रही है। ठंड और धुंध के चलते जहां वाहनों का आवा गमन धीमा पड़ गया है। आए दिन छोटी छोटी दुर्घटनाएं घट रही है। मजबूरीवश लोग रात के समय निकालते हैं। गाड़ी चालक बेहद परेशान है क्योंकि दिन भर जहां धुंध पड़ती है वही रात को धुंध और गहरा जाती है। एक ओर जहां धरा सरसों के पीले फूलों से दूर तक पीली नजर आ रही है वहीं गेहूं एवं सरसों की फसल अलसायी नजर आने लगी है क्योंकि सूर्य का प्रकाश होना जरूरी है। धुंध और कोहरे के चलते जहां लोग जगह-जगह आग जलाकर बैठे नजर आते हैं वही हुक्कों की बुड़बुड़ाहट बढ़ गई है। चाय की चुसकियां, गरम रजाई और गर्म कपड़ों में लिपटना मजबूरी सी बन गई है। जहां भी देखो लोग गर्म कपड़ों में लिपटे नजर आते हैं। दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ भी कम होने लगी है वही कंपकंपाती ठंड ने जीव जंतुओं पर भी बुरा प्रभाव डाला है। जहां दूध देने वाले पशुओं ने ठंड के चलते दूध देना कम कर दिया है सर्दी का कु-प्रभाव पशुओं पर भी पड़ता जा रहा है वही चालक भी कुछ परेशान नजर आए। कनीना क्षेत्र के कुछ चालकों से बात हुई। उनके विचार निम्र हैं- **वाहन चलाने में बड़ी दिक्कत आ रही है। हमेशा दुर्घटना का अंदेशा बना होता है। जब कभी घर से बाहर निकलते हैं तो ईश्वर को याद करके निकालना पड़ता है ताकि सही सलामती से घर वापस आ सके। रात के समय और देर शाम धुंध के समय वाहन नहीं चलाना चाहते क्योंकि इस समय दुर्घटना घटने की संभावना अधिक होती है। दृश्यता घटती ही जा रही है। सभी सावधानियां को लेकर वाहन चलना पड़ता है। --- धर्मवीर बिल्लू कनीना निवासी वाहन चलाने में जितनी सावधानी जरूरी है वह बरतनी चाहिए किंतु धुंध एवं कोहरे के कारण वाहन चलना कठिन हो जाता है। जब कभी घर से किसी भी काम के लिए निकलना पड़ता है तो अनेकों विचार मन में आते हैं। दुपहिया वाहन चलाना पड़े तो भी धुंध के समय बड़ी सावधानी बरतनी पड़ती है क्योंकि कभी भी कोई दुर्घटना घट सकती है। ऐसे में सावधानी से वाहन चलाना हम सभी का कर्तव्य बन गया है। वैसे भी इस मौसम में देर शाम वाहनों को चलाना और भी जोखिम भरा कार्य हो गया है। --- रोहित कुमार, चालक कनीना वाहन चलाना ठंड और कोहरे के समय मुसीबत भरा काम है। एक और जहां दुपहिया वाहनों पर तो चलना बहुत कठिन होता है क्योंकि ठंड एवं धुंध के कारण चश्मा और हेलमेट पर भी जलवाष्प जमा हो जाता है जिससे आगे का कुछ मार्ग दिखाई नहीं देता। इसलिए बार-बार वाहनों को साफ करने पड़ते हैं। धीरे-धीरे चलना पड़ता है तभी गंतव्य मार्ग तक पहुंच पाते हैं। सावधानी बहुत जरूरी है। -- संदीप चालक कनीना फोटो कैप्शन 01: धुंध का कनीना क्षेत्र में नजारा तथा धर्मवीर बिल्लू, रोहित और संदीप चालक।
अलविदा 2023 -अनेक चाहत रखते हैं नए साल को लेकर ************************************************* ************************************************************ **************************************************** कनीना की आवाज। वर्ष 2024 की दस्तक सुनाई देने लग गई है। कनीना क्षेत्र में अंग्रेजी नव वर्ष पर अनेकों कार्यक्रम चलेंगे वहीं होटलों में भी खाने की मांग बढ़ गई है। विभिन्न शादी समारोह में भी हलचल बढ़ गई है ताकि छोटे-मोटे कार्यक्रम आयोजित किए जा सके। सभी के दिल में कोई न कोई नव वर्ष के प्रति चाहत है, विभिन्न संकल्प ले रहे हैं, बुराइयों को त्यागने की बात कह रहे हैं। क्योंकि नव वर्ष 1 जनवरी से शुरू हो जाता है किंतु हिंदू धर्म के कुछ लोग इस अंग्रेजी नव वर्ष को मनाना पसंद नहीं करते। अप्रैल माह में शुरू होने वाले विक्रमी संवत को ही नया साल मानते हैं और वे जोर शोर से मनाते हैं। ऐसे में कुछ लोगों से नव वर्ष को लेकर चर्चा हुई जिनके विचार निम्न है-- नई साल पर किसी प्रकार से किसी का दिल न दुखाने का संकल्प ले रहा हूं। पीछे भी अगर कोई गलती हो गई हो तो मैं उसको भुला रहा हूं तथा नये वर्ष पर प्रतिदिन कोई न कोई हित का कार्य चाहे वह बहुत छोटा हो किया जाएगा। जिससे समाज का भला हो। हित करना सबसे बड़ा कार्य है। अंग्रेजी नव वर्ष के 1 जनवरी से सभी के हित की चाहत रखता हूं और तथा प्रभु से प्रार्थना है कि मुझे सदा हित मार्ग पर चलाए। --- नरेश कुमार शिक्षक मेरे लिए अंग्रेजी नव वर्ष किसी काम का नहीं है। मैं हिंदू नव वर्ष जो 9 अप्रैल 2024 से शुरू होगा, विक्रमी संवत 2081 प्रारंभ हो जाएगा उसे ही महत्व देता हूं क्योंकि हिंदुओं के लिए सबसे बड़ा पर्व नव वर्ष 2024 में 9 अप्रैल से शुरू शुरू होगा। यही सबसे बड़ा पर्व मनाता आया हूं और आगे भी मेरा फर्ज है कि नव वर्ष को लेकर लोगों को जागरूक करता रहूं। 9 अप्रैल 2024 को मिठाई बांटकर खुशियां मनाई जाएंगी। -- महेश बोहरा, हिंदु समर्थक कनीना नव वर्ष पर प्रतिदिन कोई शुभ कर्म करता रहूंगा तथा सभी से आग्रह करूंगा कि सभी कोई न कोई भलाई एवं नेक कार्य करें। गायों की सेवा करना, बच्चों के प्रति रहमदिली, बालिका शिक्षण का प्रचार करूंगा। किसी प्रकार का किसी के प्रति दुव्र्यवहार दिल में न रखने की कोशिश करूंगा। जनहित के कार्यों पर यूं ही आगे बढ़ता रहूंगा, यही मेरी इच्छा है। --- रूप शर्मा, समाजसेवा कनीना दूसरों को सुधारने से पहले अपनी कमियों को दूर करने का प्रयास करूंगा। अपनी कमियां जो भी है उन्हें धीरे-धीरे इस दिन से दूर करने का प्रयास करता रहूंगा ताकि दूसरे के लिए मैं प्रेरणा स्रोत बन सकूं। परहित, जनहित ,गौ सेवा, बाल सेवा आदि कार्यों में वर्ष भर अपनी कोशिश करूंगा तथा भगवान से प्रार्थना करता रहूंगा कि सभी को सुखमय जीवन प्रदान करें। सभी को सुख अधिक प्राप्त हो दुख दूर ही रहे। --- रवि कुमार, समाजसेवी कनीना फोटो कैप्शन: नरेश कुमार, रविंद्र, रूप शर्मा, महेश बोहरा।
Friday, December 29, 2023
अलविदा 2023 वर्ष 2024 के लिये, लिये जा रहे संकल्प ******************************************** ********************************************************* ******************************************* कनीना की आवाज। नव वर्ष 2024 का आगाज होने जा रहा है और नए साल के आगमन पर लोग कई बुराइयां त्यागने को कटिबद्ध हैं वहीं क्षेत्र में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। वर्ष 2023 कई कड़वे एवं मीठे अनुभव छोड़कर जा रहा है। कनीना क्षेत्र के कुछ युवा जनसेवा में तो कुछ बेटी बचाने के लिए कटिबद्ध हैं। युवाओं में नए वर्ष को लेकर तैयारियां चल रही हैं। क्या कहना है लोगों का-- नए साल से गायों की सेवा करने का संकल्प ले चुके हैं। गायों की दुर्गति से वे परेशान हैं। उनका कहना है कि वे गायों के लिए भोजन कराने तथा गौशालाओं में सेवा करने का काम करते रहेंगे। उनका मानना है कि गाय को माता का दर्जा दिया गया है और गायों की सेवा से सभी प्रकार के कष्ट एवं दरिद्रता मिट जाती है। ऐसे में वे वर्ष 2024 में गायों की सेवा करते रहेंगे। ---समाजसेवी सुरेश कुमार मेरे परिवार में महज दो लड़कियां हैं और लड़का नहीं हैं। ऐसे में वे बेटी बचाने तथा बेटियों को पढ़ाने के लिए अनवरत प्रयास करते रहेंगे। वे दूसरों को भी बेटी बचाने की प्रेरणा देंगे तथा अपनी कलम से बनाए जाने वाले भजन एवं गीत भी लड़कियों को बचाने एवं उनकी शिक्षा दीक्षा को अर्पित किए जाएंगे। वे वर्ष 2024 को बेटियों के रूप में मनाना चाहते हैं। --- महेंद्र कुमार झाड़ली गाय एवं बेटी दोनों के लिए अपना नया वर्ष लगाएंगे। उनका कहना है कि घमते हुए गौवंश को गौशालाओं तक पहुंचाने तथा बेटियों को बेहतर शिक्षा दिलवाकर उन्हें अपने पैरों पर खड़ा होने की प्रेरणा देते रहेंगे। वे लोगों से मिलकर बेटा हो या बेटी एक समान होने की बात समझाएंगे तथा उन्हें बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करते रहेंगे। वे वर्ष 2024 के आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। --- समाजसेवी अजीत कुमार मैं आर्य समाज की शिक्षाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए पूरा प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि वह गायों की सेवा और आर्य समाज के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने में अपना अमूल्य योगदान देंगे और दूसरे लोगों को भी इस अभियान में जुडऩे की अपील करेंगे। उनका कहना है कि यह दोनों ही कार्य समाज के लिए बहुत जरूरी है। --राव मोहर सिंह आर्य समाज प्रधान नये साल में देशभक्ति की बयार बहाना चाहते हैं। समाजसेवा से लंबे समय से जुड़े हुये हैं। वे नेताजी सुभाषचंद्र बोस एवं विभिन्न शहीदों के लिए कटिबद्ध रहेंगे तथा उनकी शिक्षाएं जन जन तक पहुंचाने का काम करते रहेंगे। समाजसेवा में अहं योगदान दूंगा। -- विनय कुमार एडवोकेट फोटो कैप्शन: अजीत कुमार, विनय कुमार एडवोकेट, पेंटर सुरेश कुमार,राव मोहर सिंह, महेंद्र झाड़ली।
ककराला में होगा सैंबो/मार्शल आर्ट चैम्पियनशिप का आयोजन -31 दिसंबर तक करवा सकते हें पंजीकरण ******************************************** ********************************************************* ******************************************* कनीना की आवाज। एसडी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ककराला में 31 दिसम्बर 2023 को 14वीं जिला स्तरीय सैंबो/मार्शल आर्ट चैम्पियनशिप का आयोजन होगा। इस चैम्पियनशिप का आयोजन जिला महेन्द्रगढ़ संबो सगठन द्वारा किया जाएगा। प्रतिभागी के लिए पंजीकरण करवाना अति आवश्यक है। पंजीकरण 31 दिसम्बर 2023 को 9.30 तक करवाया जा सकता है। विस्तृत जानकारी देते हुए जगदेव ककराला ने बताया कि प्रतियोगिताओं में बालिकाएं-अंडर 14 से 16 वर्ष भारवर्ग 41 किग्रा, 44 किग्रा, 47 किग्रा, 50 किग्रा, 54 किग्रा, 65 किग्रा, 72 किग्रा,। यूथ-अंडर 16 से 18 वर्ष भारवर्ग 47 किग्रा, 50 किग्रा, 54 किग्रा, 59 किग्रा, 65 किग्रा, 72 किग्रा, 80 किग्रा,। जूनियर-अंडर 20 वर्ष भारवर्ग 50 किग्रा, 54 किग्रा, 59 किग्रा, 65 किग्रा,72 किग्रा, 80 किलो ग्राम। जूनियर-अंडर 23 वर्ष भारवर्ग 50 किग्रा, 54 किग्रा, 59 किग्रा, 65 किग्रा, 72 किग्रा, 80 किग्रा। सीनियर-अंडर 23 वर्ष से अधिक भारवर्ग 50 किग्रा, 54 किग्रा, 59 किग्रा, 65 किग्रा, 72 किग्रा, 80 किग्रा। बालक-अंडर 14 से 16 वर्ष भारवर्ग 45 किग्रा, 49 किग्रा, 53 किग्रा, 58 किग्रा, 64 किलो ग्राम, 71 किग्रा, 79किग्रा, $88 किग्रा,। यूथ-अंडर 16 से 18 वर्ष भारवर्ग 53 किग्रा, 58 किग्रा, 64 किलो ग्राम, 71 किग्रा, 79 किग्रा, 98 किग्रा, $98 किलोग्राम। जूनियर-अंडर 20 वर्ष भारवर्ग 58 किलोग्राम, 64 किलोग्राम 71 किलो ग्राम, 79 किलो ग्राम, 88 किलो ग्राम $98 किलो ग्राम। जूनियर-अंडर 23 वर्ष भारवर्ग 58 किलो ग्राम, 64 किलो ग्राम, 71 किलो ग्राम, 79किग्रा, 88किलोग्राम 98 किग्रा। सीनियर-अंडर 23 वर्ष से अधिक भारवर्ग 58 किग्रा, 64 किग्रा, 71 किलो ग्राम, 79 किलोग्राम 88 किलो ग्राम$ 98 किलो ग्राम रखे गये हैं। इस प्रतियोगित के लिए सभी टीमों व प्रतिभागियों को निर्धारित स्थल पर प्रात: 9:30 बजे अपना आधार कार्ड, जन्मप्रमाण पत्र, एक फोटो दस्तावेजों के साथ पहुंचना है।
विकसित भारत जन संवाद संकल्प यात्रा पहुंची रामबास व पड़तल गांव -विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत गरीब आदमी को लाभ देने की अनूठी पहल -प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत 7 गैस कनेक्शन वितरित किए ******************************************** ********************************************************* ******************************************* कनीना की आवाज। विकसित भारत जन संवाद संकल्प यात्रा के तहत गांव रामबास व पड़तल में मुख्य अतिथि अटेली के विधायक सीताराम यादव ने शपथ ग्रहण करवाने के बाद अपने संबोधन में कहा केंद्र राज्य सरकार ने अपने लगभग साढ़े नो साल के कार्यकाल में समाज के अंतिम व्यक्ति को सरकारी सेवाएं प्रदान करने की दिशा में ठोस कदम उठाते हुए समाज के मुख्य धारा से जोड़ा है । अगले 25 वर्ष के दौरान हम सबको मिलकर देश को विकसित राष्ट्र की श्रेणी में खड़ा करना है। इसी उद्देश्य? से सरकार हर गांव हर व्यक्ति तक पहुंच कर जन कल्याणकारी नीतियों से जोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समावेशी विकास की अवधारणा को आगे बढ़ते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शिक्षा स्वास्थ्य कानून व्यवस्था महिला सशक्तिकरण युवाओं के उत्थान और अंत्योदय को हासिल करने के लिए कई अनूठी स्कीमें शुरू की और ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गांव पड़तल में रेखा विमला देवी, श्वेता देवी ,पूनम ,करिश्मा, रामबास की सुनीता बाई जयंता को गैस कनेक्शन देकर लाभान्वित किया। समाज कल्याण विभाग ने रामबास की रेवती पत्नी, उदमीराम, की बुढ़ापा पेंशन बनाकर लाभ दिया। महिला बाल विकास विभाग ने रामबास की सरोज, रंजीत ,आशा देवी, की गोद भराई व टीना, का अन्नप्राशन पड़ताल गांव की सुप्रिया, बाला ,ममता की गोद भराई व मोहित का अन्नप्राशन अवनी का जन्मदिन मना कर आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर ब्लॉक समिति के अध्यक्ष जयप्रकाश, एडवोकेट दिलीप सिंह, प्रिंसिपल ओमपाल सिंह, सरपंच प्रतिनिधि कुलदीप एडवोकेट, सरपंच रामबास की सरोज देवी, सरपंच रोशन लाल इंदौरा पड़तल , डॉ निशा, डॉ रोहित कुमार, डॉक्टर संतोष, एसडीओ डॉक्टर अजय कुमार यादव, एस ई पी ओ कृष्णपाल, ध्यान सिंह खाद्य आपूर्ति अधिकारी, ज्योति सुपरवाइजर, समाज कल्याण विभाग से विनोद कुमार, जिला कल्याण विभाग से कृष्ण कुमार,अभिमन्यु, विकास गोमला, मत्स्य पालन विभाग से सतीश कुमार एफएम, कल्याण बोर्ड से रोशन लाल,संदीप यादव ,मोहित शर्मा, नीलम गैस एजेंसी भोजावास से राजेश कुमार गौतम व सभी अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे। फोटो: शपथ ग्रहण करवाते अटेली के विधायक सीताराम यादव । फोटो: गैस कनेक्शन वितरित करते अटेली के विधायक सीताराम यादव। फोटो: गोद भराई अन्नप्राशन जन्मदिन पर आशीर्वाद देते हुए।
खंड स्तरीय रीडिंग प्रमोशन प्रतियोगिता आयोजित -विभिन्न विद्यालयों ने पाया नाम ******************************************** ********************************************************* ******************************************* कनीना की आवाज। राजकीय कन्या उच्च विद्यालय कनीना में खंड स्तरीय रीडिंग प्रमोशन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। शुभारंभ खंड शिक्षा अधिकारी विश्वेश्वर कौशिक ने करते हुए कहा कि आज के प्रतिस्पर्धा के युग में उन्हें पठन-पाठन में ज्यादा रुचि दिखानी होगी तभी वह पढ़ाई के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं में भी शामिल हो सकेंगे तथा सफलता प्राप्त कर सकेंगे। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी दिलबाग सिंह ने कहा कि इस कार्यक्रम में कलस्टर स्तर पर विजेता विद्यार्थी भाग ले रहे हैं तथा यह विद्यार्थी खंड स्तर पर विजेता होकर जिला स्तरीय प्रतिस्पर्धा में खंड का प्रतिनिधित्व करेंगे। मुख्य अध्यापक नरेश कुमार कौशिक ने आह्वान किया कि वह अपनी पूरी क्षमता पर अपनी पूरी शक्ति के साथ अपना प्रदर्शन करें तथा बेहतरीन देने का प्रयास करें जिससे वे जीवन में सफलता के नए आयाम हासिल कर सके। संपन्न हुई प्रतिस्पर्धा में वर्तनी प्रतियोगिता छठी वर्ग मेंहिमांशी ने नांगल मोहनपुर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय प्रथम, प्रिया राजकीय माध्यमिक विद्यालय खरकड़ावास द्वितीय तथा छात्रा अनुज ने तृतीय स्थानप्राप्त किया। सातवीं वर्ग में प्रिया सीहोर प्रथम, प्रियंका द्वितीय तथा खरखड़ा बास तीसरे स्थान पर रही। आठवीं कक्षा वर्ग शालू पथेड़ा प्रथम, काजल सुंदरह द्वितीय तथा रूबी कुमारी पड़तल तृतीय रही। कहानी लेखन प्रतियोगिता में खुशी सुंदरह प्रथम, जूली मॉडल संस्कृति स्कूल कनीना द्वितीय तथा मिनाक्षी बाघोत तृतीय स्थान पर रही। वाद विवाद प्रतियोगिता में 6 से 8 आयु वर्ग में कक्षा वर्ग में तमन्ना सुंदरह प्रथम, जूली मॉडल संस्कृति स्कूल द्वितीय तथा दिशा राजकीय कन्या उच्च विद्यालय कनीना तृतीय स्थान पर रही। वाद विवाद प्रतियोगिता के 9 से 12 कक्षा वर्ग में साक्षी सुंदरह प्रथम, को तनीषा मॉडल संस्कृति स्कूल कनीना द्वितीय तथा माडल स्कूल का नसीब तृतीय स्थान पर रहा। ककराला की सरिता को सांत्वना पुरुस्कार मिला। कविता पाठ में अंकिता नांगल मोहनपुर प्रथम,आशु सुंदरह दूसरा तथा कुमकुम सीहारे तृतीय स्थान पर रही। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में पंकज बाघोत प्रथम, अनुज बाघोत द्वितीय तथा यशिका कनीना मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय तृतीय रही। स्पेल बी प्रतियोगिता में 6 से 8 कक्षा वर्ग में नीतिका कनीना, नीरू नांगल मोहनपुर एवं रोहित बाघोत ने प्रथम तीन स्थान पाये। निर्णायक मंडल में दीपक कुमार ,रवि कुमार तथा धर्मेंद्र सिंह, प्रवीन शास्त्री, प्रवक्ता मदन मोहन कौशिक,मुरारी लाल यादव, नीना यादव, सुनीता देवी आदि रहे वहीं लेखाकार प्रियंका शर्मा एबीआरसी श्रुति आर्य एबीआरसी मनोज कुमार बीआरपी सोमवीर सिंह, एसएमसी प्रधान सावित्री देवी, बाघोत से नित्यानंद यादव बीआरपी अनुराधा ,रोशनी देवी ,एवीआरसी ज्योति, मोनिका ,रिंकू वर्मा सहित अनेक विद्यालयों के अध्यापक व प्रवक्ता उपस्थित रहे। फोटो कैप्शन 02: विभिन्न प्रतियोगिता आयोजित करते हुए राजकीय कन्या उच्च विद्यालय स्टाफ।
ठंड से विचलित नहीं हो रहे धरना देने वाले - 292वे दिन जारी रहा धरना ******************************************** ********************************************************* ******************************************* कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए ग्रामीणों का अनिश्चितकालीन धरना 292वें दिन जारी रहा। शुक्रवार को धरने की अध्यक्षता पहलवान रणधीर सिंह बाघोत ने की और उन्होंने बताया कि कड़ाके की सर्दी और कोहरे की कहर के कारण धरना स्थल पर बैठे बीमार बुजुर्ग किसानों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन हिम्मत हारने वाले नहीं है। उन्होंने सोच रखा है कि राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट होना बहुत जरूरी है, यह कट, इस इलाके का भविष्य है ढ्ढइसका फायदा केवल 40 -50 गांवों को ही नहीं है बल्कि देश के हर एक आदमी को इसका लाभ मिलेगा। आज के दिन बेरोजगारी एक बहुत बड़ी समस्या है, यह कट बनने से इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, रोजगार मिलने पर लोगों की आर्थिक स्थिति अच्छी होगी और क्षेत्र का विकास होगा। केंद्र सरकार किसानों की परेशानियों को समझे और जितना जल्दी हो सके राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर कट का काम शुरू करवाया जाए। धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन ने बताया कि कड़ाके की सर्दी और कोहरा पडऩे के बावजूद भी कट के प्रति किसानों का जोश बढ़ता जा रहा है। उनका एक ही जुनून है कि राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट बनना चाहिए। धरना स्थल पर पहुंचने वाला प्रत्येक आदमी यही कहता है कि यहां पर कट बनना बहुत जरूरी है, केंद्र सरकार इस पर जल्द कार्रवाई करके, कट का काम शुरू करवाया जाए। जब तक राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम शुरू नहीं होता है, हमारा धरना जारी रहेगा। इस मौके पर डॉ लक्ष्मण सिंह,पूर्व सरपंच हंस कुमार, नरेंद्र कुमार शास्त्री,करतार सिंह, प्रधान तेज सिंह, प्यारेलाल, डॉ राम भक्त, रामकुमार, वीरेंद्र, सब इंस्पेक्टर रामकुमार, पूर्व सरपंच सतवीर, डॉ ओम प्रकाश, रामकुमार, मास्टर विजय सिंह, पंडित संजय कुमार, सूबेदार हेमराज अत्रि, रोशन लाल आर्य, संजय, राजेंद्र, बाबूलाल, प्रधान कृष्ण कुमार, पंडित मनीराम व गणमान्य लोग मौजूद रहे। फोटो कैप्शन 03: कट के लिए धरने पर बैठे ग्रामीण।
तीन दिनों से छाई हुई कनीना में धुंध - शुक्रवार को दुर्लभ हो गये सूर्यदेव के दर्शन ******************************************** ********************************************************* ******************************************* कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में विगत तीन दिनों से जमकर धुंध हो रही है। धुंध के चलते जहां आवागमन में परेशानी हो रही है वही ठंड का माहौल बढऩे से लोग गम कपड़ों में लिपटे नजर आये। कहीं भी देखें कम भीड़ नजर आने लगी है। कनीना के मुख्य बाजार में हमेशा भीड़ होती है वहां भी लोग बहुत कम नजर आ रहे हैं। जहां स्कूलों एवं विभिन्न शिक्षण संस्थानों में भी ठंड का बुरा प्रभाव पड़ रहा है। ठंड के कारण लोग आग सेकते नजर आये वहीं चाय की चुसकियां लेकर गर्म कपड़ों में नजर आये। नवंबर माह में महज 2 दिन धुंध पड़ी थी जबकि दिसंबर माह के अंतिम सप्ताह में अब धुंध पडऩे लगी है। लोगों का कहना है कि अब यह धुंध लंबे समय तक चल सकती है। एक और जहां छोटे बच्चे भी ठंड में पढऩे के लिए जा रहे हैं वहीं किसान दिन-रात खेतों में काम कर रहे हैं। कर्मचारी भी अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। चालक सुनील कुमार, सुरेंद्र, महेश कुमार आदि ने बताया कि उन्हें एक जगह से दूसरी जगह अपने वाहन में जाने में भारी परेशानी होती है। सुबह सवेरे और रात भर कोहरा पड़ता है। कोहरे में कुछ भी नहीं दिखाई देता, कोई भी दुर्घटना घटने की संभावना बनी रहती है। उधर किसानों का कहना है कि अगर लगातार कोहरा पड़ता रहेगा और सूरज के दर्शन नहीं होंगे तो फसल के लिए नुकसान हो सकता है वरना फसल बेहतर पैदावार देगी। किसान अपनी फसलों पर नजर जमाए हुए हैं। एक और जहां किसानों को दिन रात अपने खेतों में काम करना पड़ रहा है वही आवारा जानवर उनकी फसलों को तबाह कर जाते। कर्मचारियों पर नजर डाले तो सरकार ने सभी स्कूलों की एक जनवरी से 15 जनवरी तक शीतकालीन अवकाश घोषित कर रखा है जिसको लेकर के विद्यार्थी वर्ग खुश नजर आ रहा है। अब आने वाले समय में पता लग पाएगा कोहरा पड़ता है या नहीं। बहरहाल दिनों दिन कोहरा बढऩा भी शुभ संकेत नहीं है। ऐसे में किसने की चिंता भी बढऩा स्वाभाविक है। पूर्व कृषि वैज्ञानिक डा. देवराज ने बताया की फसल एक निश्चित सीमा तक ठंड सहन कर सकती है। तत्पश्चात अधिक ठंड और पाला पडऩे से फसल को नुकसान होगा। अभी तक फसलों में नुकसान जैसी संभावना नहीं है। फोटो कैप्शन 01: कनीना क्षेत्र में कोहरे का नजारा।
ग्रीटिंग बना बीते ज
माने की बात -व्हाटसअप और आधुनिक तरीकों से भेज रहे हैं ग्रीटिंग ******************************************** ********************************************************* ******************************************* कनीना की आवाज। अब नए साल की ग्रीटिंग देने का तौर तरीका ही बदल गया है। अब एसएमएस, व्हाट्सअप,मेल भेजकर ही ग्रीटिंग देते हैं। पत्र की शुभकामनाएं एवं ग्रीटिंग कार्ड भेजने की काम लगभग बंद हो गया है। इस संबंध में कुछ डाक बांटने का काम करने वालों से बात हुई जिनके विचार अलग अलग थे-- ** कभी मोबाइल का प्रचलन इतनी उन्नति पर नहीं था और ग्रामीण लोगों को नए साल पर या फिर किसी पर्व पर ग्रीटिंग भेजने के लिए डाकघर का सहारा लेना पड़ता था। ग्रीटिंग को लिफाफे में बंद करके पर्व या नए वर्ष से एक दो दिन पूर्व ही भेजते थे और पाने वाले को भी ये ग्रीटिंग अक्सर देर से मिलने की शिकायत होती थी। नए साल पूर्व डाकघरों में केवल ग्रीटिंग ही दिखाई पड़ते थे और पोस्टमैन को सबसे अधिक व्यस्त इन्हीं में रहते थे। रंगीन ग्रीटिंग कार्ड भेजने के लिए कई तैयारियां करनी होती थी किंतु बाद में समय बदला ओर ग्रीटिंग की ओर कम ध्यान दिया जाने लगा। ---नंदलाल सेन कोटिया आज के दिन गांव-गांव में मोबाइल की टावर लगी हुई हैं और उपभोक्ता भी ग्रीटिंग पर काफी पैसे खर्च करने की बजाए मोबाइल से बधाई संदेश भेजकर खुश हो जाते हैं। इस प्रकार न केवल समय की बचत होती है अपितु तुरंत संदेश पहुंचाया जाता है। ग्रीटिंग कार्ड बेचने वाले सुरेंद्र कुमार एवं कृष्ण कुमार का कहना है कि अब तो कोई बच्चा ही बेशक ग्रीटिंग कार्ड लेने उनके पास आता हो। अब तो ग्रीटिंग महज एक बीते जमाने की बात बन गई है। ---सुरेंद्र कुमार छीथरोली उधर डाकघर में काम कर चुके पोस्टमैन एवं वर्तमान में काम कर रहे ताराचंद से बात की जाए तो दोनों के विचार एकदम विपरीत होते हैं। वर्तमान में काम करने वाले तारांचद का कहना है कि अब तो कोई दस-बीस ही ग्रीटिंग कार्ड नए वर्ष या किसी पर्व के मौके पर मिलते हैं जबकि पूर्व पोस्टमैन रामकिशन का कहना है कि उनके वक्त तो नए वर्ष के शुरू होने से दस दिनों पूर्व से लेकर दस दिन बाद तक केवल ग्रीटिंग कार्डों की ही धूम मची रहती थी। --ताराचंद भडफ़ अस्सी के दशक में डाक पत्र तो शायद ही कोई मिलता था किंतु ग्रीटिंग कार्ड दिनभर बांटते-बांटते थक जाते थे। एक एसएमएस कुछ ही समय में एसएमएस मिल जाता है वहीं ग्रीटिंग कार्ड पर कुल मिलाकर 20-25 रुपये का खर्चा आता था वहीं उसके समय पर मिलने की संभावना कम होती थी वहीं एक सप्ताह का समय लगता था। अब तो मेल एवं व्हाट्स अप के जरिये भी संदेश त्वरित गति से भेजे जाते हैं। --कुशलपाल सिंह बाघोत कभी कनीना के पोस्ट आफिस में नव वर्ष से पांच दिन पहले तथा नव वर्ष के पांच दिन बाद तक केवल ग्रीटिंग नजर आते थे। हजारों की संख्या में ग्रीटिंग मिलते थे वो अब सिमटकर 50 के आंकड़े पर आ गये हैं। नई तकनीकों ने यह हालात कर दी है। संदेश भेजने का नजरिया ही बदल गया है। --विशाल, सब पोस्ट मास्टकर कनीना फोटो कैप्शन: विशाल, कुशलपाल, ताराचंद, सुरेश नंदलाल।