एक दिन में कनीना में हुई तीन मौत
- वयोवृद्ध पूर्व शिक्षक रामप्रताप शर्मा का भी हुआ आज ही निधन
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कनीना की आवाज। सोमवार का दिन कनीनावासियों कके लिए दुखद साबित हुआ है। एक ही दिन में तीन लोगों की मौत हो चुकी है। कनीना के वयोवृद्ध पूर्व शिक्षक राम प्रताप पंडित 95 वर्ष का निधन हो गया वहीं पूर्व पार्षद ओमप्रकाश भाजपा नेता का भी निधन हो गया। वही रण सिंह पूर्व फॉरेस्ट गार्ड का भी आज ही निधन हो गया। ओमप्रकाश पूर्व पार्षद का अंतिम संस्कार मंगलवार को किया जाएगा जबकि शेष दो का अंतिम संस्कार सोमवार को ही कर दिया गया। इन लोगों के असामयिक निधन पर कंवरसेन वशिष्ठ भाजपा नेता, मोहन पार्षद आदि ने शोक जताया है और भगवान से उनकी आत्मा को शांति देने की प्रार्थना की है।
झीगावन में शरारती तत्वों ने मंदिर की मूर्तियों को किया खंडित
--ग्रामीणों की बैठक हुई, मामला दर्ज
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कनीना की आवाज। जहां एक तरफ लोग भगवान के घर में जाकर माथा टेकते हैं और अपनी वह अपने परिवार की सुख शांति के लिए दुआएं करते हैं वहीं दूसरी तरफ कनीना उपमंडल के गांव झीगावन में अज्ञात लोगों द्वारा रविवार की शाम भगवान शिव की मूर्तियां खंडित कर डाली। वही जब ग्रामीणों को इसका पता चला तो देखते ही देखते गांव के सभी लोग एकत्रित हो गए और उन्होंने इस मामले को लेकर कनीना पुलिस को अवगत कराया। ग्रामीणों की जानकारी पर कनीना सदर पुलिस प्रभारी रामनाथ सिंह अपनी टीम के साथ गांव में पहुंचे तथा शिव मंदिर की घटना का मुआयना किया और अग्रिम कार्रवाई अमल में लाने की बात कही।
वही इस घटना को लेकर रोष है। वही ग्रामीणों ने बताया कि थाना सदर पुलिस को सूचना देते ही थाना प्रभारी अपने दल बल समेत गांव का कई बार मौका मुआयना कर चुके हैं। हमें उम्मीद है कि जल्द ही घटना का पता लग जाएगा। उन्होंने थाना प्रभारी रामनाथ सिंह से मांग की है कि इस कार्य में सम्मिलित लोगों को तुरंत प्रभाव से गिरफ्तार किया जाना चाहिए ताकि किसी की धार्मिक आस्था को ठेस न पहुंचे। वही इस मामले को लेकर सदर थाना प्रभारी रामनाथ से बात की गई तो उन्होंने बताया कि ग्रामीणों के द्वारा बताई गई सूचना पर हमने गांव का दौरा किया है। वहां मंदिर की मूर्तियों को उनके स्थान से इधर-उधर कर दिया गया। सरपंच के बयान पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच आरंभ कर दी है जिसका मुकदमा नंबर 294 है वहीं हमारी पुलिस जांच में जुटी हुई है।
फोटो कैप्शन 14: गांव के लोग मूर्तियों की घटना को लेकर बैठक करते हुए
15: इधर उधर खंडित की गई मूर्तियां।
कान्हा जी प्ले स्कूल में मनाया तुलसी पूजन दिवस, तुलसी का महत्व बताया
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कनीना की आवाज। सोमवार को कन्हाज़ी प्ले स्कूल में तुलसी पूजन दिवस मनाया। इस अवसर पर संचालिका रचना शर्मा ने स्कूल स्टाफ सदस्यों द्वारा तुलसी के पौधे लगवाकर स्कूल प्रागंण के विभिन्न स्थानों पर रखें तथा प्रतिदिन उन्हें पानी देने व पूजा करने की शपथ दिलवाई। इस अवसर पर रचना शर्मा ने बताया कि जब दुनिया को सभ्यता का पता भी नहीं था तब हमारा देश संस्कारों की तुलसी से आंगन सजा रहा था। हिदू संस्कृति में माना जाता है कि जिस घर में तुलसी का पौधा होता है, वह घर तीर्थ के समान होता है। वहां मृत्यु के देवता यमराज भी नहीं आते हैं। जो मनुष्य तुलसी मंजरी से भगवान श्री हरि की पूजा करते हैं उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है। जो व्यक्ति सुबह-सुबह तुलसी का पूजन करता है, उससे विष्णु भगवान प्रसन्न होते हैं। तुलसी असाध्य रोगों का निवारण करती है तथा इसके पूजन से मनुष्यों की मनोकामना पूर्ण होती है। एचओडी मंजू यादव ने पौधे की विस्तृत जानकारी प्रदान की। इस दौरान टीना वर्मा, राखी शर्मा, प्रियंका यादव, अंजू यादव, हैप्पी, भारती सैनी, प्रियंका प्रजापति, सरिता, सुरेश, नवीन सहित अन्य मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 17: तुलसी पूजन करते हुए विद्यार्थी व स्कूल स्टॉफ।
थाना प्रभारी ने गांव के लोगों से की बैठक
--- युवाओं को नशे के खिलाफ करें जागरूक
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कनीना की आवाज। कनीना के गांव रामबास और झीगावन में सोमवार को पुलिस पब्लिक पीस कमेटी के सदस्यों और गांव के मौजीज व्यक्तियों व ग्रामीणों के साथ थाना सदर कनीना प्रभारी निरीक्षक रामनाथ ने बैठक की। थाना प्रभारी ने ठीकरी पहरा लगाने की व्यवस्था पर चर्चा की। थाना प्रभारी ने कहा कि गांव में संदिग्ध लोग दिखाई देने पर पुलिस को सूचना दें या उनसे जानकारी लेकर पुलिस को सूचित करें। ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेगी।
साथ ही थाना प्रभारी ने कहा कि नशे का व्यापार करने वालों की सूचना पुलिस को दें, सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा और अवैध शराब, नशीले पदार्थों का कारोबार करने वाले अपराधियों से सख्ती से निपटा जाएगा। थाना प्रभारी ने कहा कि पुलिस द्वारा युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए विशेष अभियान चलाया हुआ है। जिसके तहत पुलिस गांवों में खेल प्रतियोगिताएं आयोजित करा रही है और युवाओं को शिक्षा और खेलों के प्रति प्रोत्साहित कर रही है। थाना प्रभारी ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा लोग इस अभियान का हिस्सा बने और समाज को नशा मुक्त बनाने में सहयोग करें। थाना प्रभारी ने कहा कि अपने बच्चों की दैनिक गतिविधियों पर भी नजर रखें। उन्होंने कहा कि युवाओं को खेलों के प्रति प्रोत्साहित करें, ताकि युवा पीढ़ी नशे से दूर रहे।
फोटो कैप्शन 16: पुलिस गांव के लोगों से बैठक करते हुए।
वीर बाल दिवस-26 दिसंबर
गुरु गोविंद सिंह के चार बेटों को बलिदानी दिवस है वीर बाल दिवस
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कनीना की आवाज। 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस है जो शहादत का यह सबसे बड़ा दिन है। इससे बड़ा बलिदान शायद दुनिया में कहीं नहीं हुआ होगा। इस दिन सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह के छोटे साहिबजादों फतेह सिंह और जोरावर सिंह को सरहिंद के किले की दीवारों में औरंगजेब के सेनापति वजीर खान ने जिंदा चिनवा दिया था। उन्होंने साहबजादों के बलिदान पर पूरा देश आज गर्व का अनुभव कर रहा है तथा इस दिन को गर्व से वीर बाल दिवस के रूप में पूरे भारत में मनाया जाता है। साहबजादों को अनेक प्रकार के प्रलोभन दिए गए उन्हें कहा गया कि अगर इस्लाम कबूल कर लोगे तो तुम्हारी जान बख्श दी जाएगी लेकिन आजादी के उन छोटे-छोटे दीवानों ने देश व धर्म के ऊपर मर मिटना स्वीकार किया अपना धर्म नहीं बदला जल्लाद एक ईंट रखते जाते और पूछते जाते कि अब भी अपना धर्म बदल लो लेकिन दोनों का हौसला मौत के सामने भी कम नहीं हुआ।
वरिष्ठ प्राध्यापक मदन मोहन कौशिक बताते हैं कि जब छोटे साहिबजादे फतेह सिंह की गर्दन तक दीवार आ गई तो जोरावर सिंह की आंखों में आंसू आ गए तो छोटे भाई ने कहा जोरावर सिंह मौत से डर गए क्या? तो जोरावर सिंह ने कहा मौत से नहीं डरता अपितु फतेह सिंह दुख तो इस बात का है कि इस दुनिया में मैं तुझसे पहले आया था और जा बाद में रहा हूं। जब दीवार में चीनने से भी साहिबजादों के प्राण नहीं निकले तो उनको तलवार से कत्ल कर दिया गया तथा उनके अंतिम संस्कार के लिए शर्त रखी की जो भी इनका अंतिम संस्कार करना चाहता है उतनी जमीन को सोने के सिक्कों से भरना होगा तो सरहिंद के नवाब टोडरमल ने वह चार गज 78 हजार सोने की मुद्राएं देकर,दुनिया की सबसे महंगी जमीन खरीद कर दोनों साहबजादों का अंतिम संस्कार किया। दुनिया में यह अनूठा उदाहरण है जब सिख गुरुओं ने हिंदू धर्म की रक्षा के लिए इतने बड़े बलिदान दिए। हम सिख गुरुओं का यह कर्ज कभी उतार नहीं पाएंगे।
प्रदेश सरकार ने जोझार सिंह एवं अजीत सिंह के साथ चारों पुत्रों की बलिदानी को वीर दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। इसके तहत टोडरमल जैन के बलिदान एवं त्याग को भी याद किया जाएगा।
फोटो कैप्शन:मदनमोहन कौशिक।
सैकड़ों बड़े वृक्षों को लील लिया है दो जोहड़ों ने
-भविष्य में और पेड़ पौधे हो जाएंगे नष्ट
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कनीना की आवाज। कनीना कस्बे में कालरवाली और होलीवाला जोहड़ नगर पालिका के लिए एक परेशानी का सबब बने हुये हैं। जहां वर्षों से इन्होंने कई दर्जन बड़े पेड़ों को लील लिया है वहीं इनका जलस्तर बढ़ता ही जा रहा है।
कालर वाली जोहड़ ने तो रेवाड़ी सड़क मार्ग को भी कई बार क्षति पहुंचाई है वहीं इसके चारों ओर बड़े-बड़े पीपल, नीम, सिरस आदि के पेड़ होते थे जो सभी टूट कर जोहड़ में ही समा गए हैं। अब कुछ और पेड़ों को लीलने के लिए इनका पानी तैयार खड़ा है। यही हालत होलीवाला जोहड़ की है। इस जोहड़ के आसपास भारी संख्या में पीपल और अन्य पेड़ पौधे थे जो धीरे-धीरे इसी गंदे जल में गिर चुके हैं। कस्बा कनीना के सभी घरों का जल इन दोनों जोहड़ों में आकर जमा होता है पर जोहड़ों का समाधान करने में नगर पालिका नकारा साबित हुई है। जहां अमृत सरोवर कार्यक्रम सरकार ने चला रखा है। अमृत सरोवर के तहत भी अभी तक उनके लिए कोई राशि नहीं आई है जिसके कारण जहां होलीवाला जोहड़ ने भी नगरपालिका की सड़क मार्ग को क्षति पहुंचाई है। दोनों ही जोहड़ अतिक्रमण का शिकार हो चुके हैं और प्रशासन भी मौन दिखाई दे रहा है। अगर यही हाल चलता रहा तो चारों तरफ से अतिक्रमण के बाद ये जोहड़ कस्बे को ही डुबोने का कार्य कर सकते हैं।
फोटो कैप्शन 12: जोहड़ के किनारे खड़े बड़े सूखे वृक्ष।
सब्जी फल उत्पादन के साथ-साथ तैयार कर रहे हैं तरल खाद
-पूर्व शिक्षक रामप्रताप की तकनीक आ रही है काम
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कनीना की आवाज। आवश्यकता आविष्कार की जननी है वाली कहावत कनीना के पूर्व शिक्षक राम प्रताप पर लागू होती है जिन्होंने अपने एक एकड़ में हजारों ड्रैगन फ्रूट, बेरी, चंदन के वृक्ष हरी पत्तेदार विभिन्न सब्जियां, अमरूद तथा ईख आदि लगा रखा है। वही इन वृक्षों के पत्ते और हरी पत्तेदार सब्जियों के बचे हुए पत्तों से खाद बनाने की मशीन लगा रखी है।
उन्होंने बताया कि करीब 6000 रुपये की लागत से बनी पूर्ण रूप से प्लास्टिक की बनी हुई है जो धूप के कारण डाला गया पानी और काट कर डाले गए हरे पत्ते तरल में बदल जाते हैं। जब गैस बढ़ जाती है तो इसका अर्थ है तरल खाद बन गया है जिसे एक बड़े हौद में जमा कर लिया जाता है जिसे पौधों में डालकर पैदावार बढ़ाई जाती है।
रामप्रताप किसान ने बताया कि छोटे ड्रम को इस खाद बनाने वाली प्लास्टिक की मशीन से जोड़ा हुआ है जिसके अंदर कोई यंत्र नहीं लगा अपितु चौड़ा प्लास्टिक का करीब 6 टन तक का कंटेंनर है। इसमें बचे हुए हरे पत्ते, पानी आदि समा सकते हैं। लगातार पानी और हरे पेड़ पौधों के पत्ते काट कर डाल दिए जाते हैं जो प्लास्टिक के टैंकनुमा यंत्र में चले जाते हैं। धूप में गैस बनती है और ये सारे पत्ते तरल खाद में बदल जाते हैं। जब इस यंत्र का आकार बढ़ता चला जाता है तो तरल खाद भी बन जाता है जिसे एक आउटलेट द्वारा बड़े हौद में निकाल लिया जाता है और फिर से इसमें नए पत्ते और पानी डालना शुरू कर दिया जाता है। करीब 25 दिनों में तरल खाद बन जाता है। यह खाद फसलों की पैदावार के लिए बेहतर साबित हो रहा है जिससे चलते चंदन और हजारों ड्रैगन के फल उगाए हुए हैं जो अगले वर्ष तक फल देने की संभावना है।
फोटो कैप्शन 13: तरल खाद बनाने वाला पूर्व शिक्षक का यंत्र
मार्च महीने के बाद नहीं रहेगी कनीना में सीवरेज संबंधित कोई समस्या -कनिष्ठ अभियंता
-----12 इंची पाइप डालने का काम शुरू
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कनीना की आवाज। कनीना के सीवरेज वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के साफ पानी को पीपल वाली बणी में ले जाने की कार्रवाई शुरू हो गई है जिसके लिए 12 इंची पाइप करीब 3 किलोमीटर दूरी से गुजरेगा। कोसली मार्ग पर कोटिया गांव के पास स्थित एसटीपी से पाइप बिछाते हुए नहर के साथ-साथ गाहड़ा सड़क मार्ग तक ले जाया जाएगा। तत्पश्चात गाहड़ा रोड से उसी लाइन को पीपल वाली बणी स्थित वाटर स्टोर टैंक तक ले जाया जाएगा। पाइप बिछाने की कार्रवाई शुरू हो गई है।
इस संबंध में जन स्वास्थ्य विभाग के कनिष्ठ अभियंता सुरेंद्र सिंह ने बताया कि 3 करोड़ की लागत से वाटर स्टोर टैंक पीपल वाली बणी में बनाया जा रहा है जिसके लिए 3 किलोमीटर 12 इंची पाइप धरती से दबाकर पीपल वाली बणी तक ले जाया जा रहा है। क्योंकि किसानों के खेतों से इस पाइप लाइन को नहीं ले जा सकते चूंकि इसके लीक होने की संभावना बनी रहती है। इसलिए इस सड़क और नहर के रास्ते से ही ले जाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वैसे तो सीवरेज बंद होने पर जेटिंग मशीन भी उपलब्ध है जो अटेली और कनीना दोनों के लिए कार्य कर रही है। वहीं एसटीपी के साफ पानी को पीपल वाली बणी में इकट्ठा किया जाएगा जहां से किसानों को वितरित कर दिया जाएगा ताकि किसान अपनी फसल पैदावार अच्छी प्रकार ले सके। इस योजना के मांर्च 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है चूंकि बणी में पेड़ों को उखाडऩे की अनुमति मेंं समय लग सकता है।
फोटो कैप्शन 13: 12 इंची प्लासिटक पाइप नहर के साथ-साथ ले जाते हुए।
अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं मधुमक्खी पालन करने वाले
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कनीना की आवाज। कनीना में जहां सरसों के फूलों की बहार आ गई है वही मधुमक्खी पालन करने वाले दूसरे प्रांतों से भारी संख्या में लोग आए हुए हैं। ये लोग मधुमक्खियां के बक्से साथ रखते हैं जहां कहीं उचित जगह मिलती है वहीं पर स्थापित कर देते हैं और मधुमक्खियों द्वारा बनाया हुआ शहद विभिन्न कंपनियां खरीद कर ले जाती है जो प्रोसेस करके महंगे दामों पर बेचती है।
हिमाचल के जिला कांगड़ा से आए हुए सुरेश कुमार, तिलक राज एवं सुनील कुमार ने बताया कि करीब ढाई माह चलने वाले उनके इस मधुमक्खी पालन के 132 बाक्स मधुमक्खियोंं के लेकर आए हैं। एक डब्बे से करीब ढाई माह में करीब 15 लीटर शहद उत्पन्न हो जाता है। यह शहद बड़ी-बड़ी कंपनियां 68 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से ले जाती है और उसे प्रोसेस करके बाजार में उतार देती हैं।
उन्होंने बताया कि जब सरसों के पीले फूल खिल जाते हैं तो वे हर वर्ष अपने मधुमक्खियां के बक्से लेकर आते हैं। इससे उन्हें अच्छा मुनाफा मिलता है और रोटी रोजी अच्छी प्रकार कमा लेते हैं। जब सरसों के फूल खत्म हो जाते हैं तो पंजाब में सफेदा के पौधों से मधुमक्खियां शहद बनाती है और उनका यह कार्यक्रम चलता रहता है परंतु अधिक ठंड के कारण उनकी मधुमक्खियां मरने का खतरा बना रहता है। वही जब फूल नहीं होते तो इन मधुमक्खियां को जीवित रखने के लिए चीनी का घोल देना पड़ता है। उन्होंने बताया कि मधुमक्खी पालन बेहतर व्यवसाय है किंतु वर्ष भर उनका यह व्यवसाय नहीं चल पा रहा है। यदि वर्षवर यह व्यवसाय चल पाये तो इससे बेहतर कोई अन्य व्यवसाय नहीं हो सकता।
फोटो कैप्शन 10: मधुमक्खी पालन करने वाले मधुमक्खी बक्सों के साथ।
तुलसी पूजन पर हुए विशेष कार्यक्रम, जगह-जगह तुलसी की की गई पूजा
- ढोकलमल पार्क में मनाया तुलसी उत्सव एवं समारोह
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कनीना की आवाज। क्षेत्र में तुलसी दिवस के प्रति दिनभर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होते रहे। जहां विभिन्न घरों में तुलसी की विधि विधान से पूजा की गई वही सबसे बड़ा कार्यक्रम कनीना के ढोकलमल पार्क में संपन्न हुआ जहां भारी संख्या महिलाओं द्वारा सामूहिक रूप से तुलसी पूजन किया गया। तुलसी पूजन के अवसर पर जहां विभिन्न महिलाओं ने ग्रुप बनाकर तुलसी के चारों ओर बैठकर विधि विधान से पूजा की। तुलसी पूजन के प्रति बड़ा रुझान पहली बार देखने को मिला। जहां वर्षों से क्रिसमस दिवस की धूम रहती आई है वहीं इस बार क्रिसमस दिवस नहीं मनाया गया अपितु तुलसी दिवस की धूम रही।
इस अवसर पर महेश कुमार, नवीन यादव, दीपक शर्मा तथा महिलाओं ने बताया कि तुलसी की यूं तो वर्ष भर पूजा की जाती है। सबसे पहले अगर जल अर्पित किया जाता है तो तुलसी को किया जाता है। जहां तुलसी के लाभ और घर में कीटों से सुरक्षा के दृष्टिगत इस मुख्य स्थान पर स्थापित किया जाता है।
तुलसी के लिए विशेष स्थान उत्तर पूर्व दिशा/इशान कोण होती है जो सबसे शुभ मानी जाती है। उस जगह तुलसी को स्थापित करने से पूरे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव पैदा होता है वहीं विभिन्न प्रकार के मच्छर, मक्खी और कीटों को यह दूर भागती है। इसकी खुशबू जहां पूरे प्रांगण में और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है वहीं इसके पत्तों को प्रयोग करने से अमृत जैसा प्रभाव पैदा होता है। तन मन में तंदुरुस्ती के अलावा और रोगों को नजदीक नहीं आने देती। तुलसी की महानता के दृष्टिगत तुलसी दिवस पर विशेष पूजा का विधान है। तुलसी पूजा कर जहां सभी मन के विकारों को नष्ट किया जा सकता है वही तुलसी के गुणों के कारण इसे वैद्य के रूप में जाना जाता है। तुलसी कहने को तो पौधा है परंतु एक कल्पवृक्ष की भांति कार्य करता है। शरीर में ऊर्जा ,स्फूर्ति, एंटीऑक्सीडेंट का कार्य रोगों से बचाव, तनाव को दूर करना, बीपी एवं शुगर को खत्म करना और बहुत से गुणों से परिपूर्ण यह पौधा होता है। उन्होंने हर घर में तुलसी लगाने की अपील की है। इस अवसर पर महेश कुमार बोहरा ने कहा कि वह इस वर्ष गर्मियों में एक अभियान चलाएंगे और हर घर में तुलसी का पौधा वितरित करेंगे ताकि तुलसी के प्रति रुझान बढ़े और घर में आने वाली हर प्रकार की बीमारियों से बचा जा सके।
फोटो कैप्शन 7: ढोकलमल पार्क में सामूहिक रूप से महिलाएं तुलसी पूजन करते हुए
8: गाहड़़ा रोड़ पर परिवार मिलकर तुलसी पूजा करते हुए।
भारत विकसित यात्रा आज गांव गोमली व गोमला में पहुंची
--प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत महिलाओं को गैस कनेक्शन प्रदान किया
--सुशासन के सिद्धांत पर चल रही सरकार : सीताराम यादव
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कनीना की आवाज। अटेली के विधायक सीताराम यादव ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार महान स्वतंत्रता सेनानी मदन मोहन मालवीय तथा देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के सपनों के अनुरूप सुशासन के सिद्धांत पर चल रही है। सरकार लगातार अंतिम व्यक्ति तक पहुंच कर उन्हें योजनाओं का लाभ दे रही है। श्री यादव आज गांव गोमली व गोमला में विकसित भारत जन संवाद संकल्प यात्रा के दौरान मुख्य अतिथि के तौर पर नागरिकों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने नागरिकों को सुशासन दिवस की बधाई देते हुए कहा कि यह हम सबके लिए बड़े ही गौरव की बात है कि महान स्वतंत्रता सेनानी मदन मोहन मालवीय व देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के जन्म दिवस को हम सुशासन दिवस के तौर पर मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा डा. अंबेडकर मेधावी छात्र संशोधित योजना, अनुसूचित जाति व पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों को 12000 रुपये तक वार्षिक छात्रवृत्ति दी जा रही है। पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना में 13500 तक वार्षिक छात्रवृत्ति दी जा रही है।
गरीब परिवार के बच्चों को मान्यता प्राप्त प्राइवेट विद्यालय में पढऩे का समान अवसर मुहैया करवाने के उद्देश्य से चिराग नाम से एक महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है। उन्होंने कहा कि जिन अभिभावकों की वार्षिक आय 1 लाख 80 हजार रुपये तक है उनकी लड़कियों की सरकारी व प्राइवेट कालेज में किसी प्रकार की फीस नहीं लगेगी। जिन अभिभावकों की वार्षिक आय 3 लाख रुपए है उनकी लड़कियों की सरकारी व प्राइवेट कालेज में आधी फीस लगेगी।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गोमली गांव की सुमन देवी,राजबाला देवी, व गोमला गांव की पूनम देवी, अनीता देवी को गैस कनेक्शन देकर सम्मानित किया।महिला बाल विकास परियोजना विभाग की तरफ से गोमली गांव की सीमा, कोमल, की गोद भराई व पायल, का जन्मदिन व रुचिका ,का अन्नप्राशन व गोमला गांव की सरस्वती,मंजीता, भतेरी,की गोद भराई व जय का जन्मदिन मनाया एवं अन्नप्राशन करवा कर आशीर्वाद दिया।
इस अवसर पर विकसित भारत संकल्प यात्रा के संयोजक अरुण जांगिड़, सहसंयोजक प्रदीप यादव, मंडल प्रभारी श्री मुनीलाल शर्मा, मंडल अध्यक्ष भोजावास मामन यादव,बाछोद मंडल के अध्यक्ष अशोक लांबा, ब्लॉक समिति के अध्यक्ष जयप्रकाश, गोमली गांव की सरपंच उर्मिला शास्त्री, सुरेश शास्त्री, गोमला गांव के सरपंच वेद प्रकाश उर्फ मिंटू गोमला, पूर्व सरपंच दयाराम,डॉक्टर ईशान गोयल, डॉक्टर शशी बाला, डॉक्टर योगेश ,डॉक्टर दीपांशु, एसईपीओ कृष्णपाल सिंह, सुपरवाइजर ज्योति यादव, संदीप, विकास, हिमांशु विजेंद्र व गांव के नागरिक व सभी अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 09: सीताराम विधायक अन्नप्राशन करवाते हुए।
भडफ़ में मनाया गया सुशासन एवं तुलसी दिवस
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कनीना की आवाज। कनीना खंड के गांव भडफ़ में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न से सम्मानित स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई का जन्मदिन सुशासन दिवस के रूप में ओबीसी मोर्चा के मंडल अध्यक्ष देवदत्त जांगिड़ भडफ़ की अध्यक्षता में मनाया गया। जिसमें शारदा यादव, जिला पार्षद रेवाड़ी ,सुशासन दिवस महेंद्रगढ़ की संयोजिका मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थिति रही।
इस मौके पर अनिल कुमार जिला उपाध्यक्ष किसान मोर्चा महेंद्रगढ़ ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने देश को बताया कि शासन व सुशासन में क्या भेद है। उन्होंने बताया कि अटल बिहारी वाजपेयी देशवासियों को सुशासन के रूप में सबसे पहले कश्मीर में आने वाली समस्याओं को सुशासन के माध्यम से हल करना चाहते थे और देश के हर नागरिक को समय पर न्याय दिलवाने व देरी नहीं करने की गारंटी देना के पक्ष में थे। इस मौके पर संयोजिका का शारदा यादव ने बताया कि देश में 2014 में एनडीए की सरकार आने पर वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अटल जी के जन्मदिन 25 दिसंबर 2014 को पहली बार सुशासन दिवस के रूप में मनाया गया। कर्मचारी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष व मंडल पालक विद्यानंद लांबा व बीजेपी प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य प्रदीप यादव सराय व ओबीसी मोर्चा के जिला अध्यक्ष अरुण जांगिड़ व मंडल अध्यक्ष अतर सिंह कैमला ने अपने सुशासन पर विचार रखें। जिला कार्यकारिणी सदस्य कंवरसेन वशिष्ठ ने तुलसी के गुणों को व आरती के माध्यम से विस्तार से बताया व पूजन करवाया।
इस मौके पर मनोज यादव कष्ट निवारण समिति सदस्य, कृष्ण कुमार व देशराज, महामंत्री, कृपाराम करीरा, राजेश, हरिओम, रविंद्र सुनील, सोमवीर, धर्मेंद्र एवं दीपक आदि मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 05: तुलसी पूजन करते हुए विभिन्न जन।
यज्ञ में आहुति प्रदान कर समाज में खुशहाली की, की प्रार्थना
-धनौंदा में चल रहा है तीन दिवसीय सामवेद परायण महायज्ञ
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कनीना की आवाज। आर्य समाज धनौन्दा के तत्वावधान में वेद मंदिर में चल रहे तीन दिवसीय सामवेद परायण महायज्ञ के दूसरे दिन आस-पास के गांवों के सैकड़ों गणमान्यों ने सामवेद के मंत्रों के साथ यज्ञ में आहुति प्रदान कर समाज में खुशहाली की प्रार्थना की। यज्ञ के ब्रह्मा आचार्य प्रमोद योगाचार्य ने वेद मंत्रों की व्याख्या करते हुए कहा कि वेद का अर्थ ज्ञान है। इसलिए वेद ज्ञान सार्वभौम शाश्वत तथा सर्वकालिक है। यज्ञ समाज को जोड़ता है। इससे समाज में शांति, भाईचारा, समृद्धि तथा खुशहाली आती है। यज्ञ सबसे बड़ा शुभ कर्म है। इसलिए हर व्यक्ति को अपनी उपार्जन पूंजी का उपयोग वेद ज्ञान के प्रचार-प्रसार तथा यज्ञ संवर्धन में करना चाहिए। इस मौके पर आचार्य विश्वदेव, वेदपाठी ब्रहमचारी राहुल आर्य तथा ब्रहमचारी चेतन आर्य भी विचार रखे। संयोजक कैलाश गौड़, प्रधान संतलाल आर्य, मुख्याध्यपाक सूरत सिंह, यशपाल आर्य, वेदप्रकाश आर्य, महाशय खूबराम, महाशय मुंशीराम, इंद्रलाल शर्मा, गुरुदत्त, बिमला आर्य आदि सैकड़ों जन उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 06: सामवेद परायण महायज्ञ में उपस्थित महानुभाव।
हर हर महादेव के जयकारों के साथ, 288वें दिन जारी रहा धरना
--अनिश्चितकालीन धरने पर अडिग हैं ग्रामीण
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कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर सेहलंग-बाघोत के बीच कट के लिए ग्रामीणों का अनिश्चितकालीन धरना 288वें दिन जारी रहा। सोमवार को धरने की अध्यक्षता पहलवान रणधीर सिंह बाघोत ने की और उन्होंने बताया कि सोमवार का दिन है,बाघेश्वर धाम में बाबा शिव भोले के दर्शन करने के लिए भक्तों की लाइन लगती है जो दर्शन के बाद धरना स्थल पर पहुंचते हैं। वर्षभर में लाखों की संख्या में श्रद्धालु देश और विदेशों से बाबा शिव भोले के दर्शन करने के लिए बाघेश्वर धाम पहुंचते हैं। बाहर से आने वाला प्रत्येक शिवभक्त राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर जरूर पहुंचता है, जब उन्हें चढऩे का रास्ता नहीं मिलता, निराश होकर वापस आना पड़ता है। हमें पूरा विश्वास है कि बाबा भोले भक्तों की मन्नत अवश्य पूरी करेंगे। हम राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट के लिए धरना स्थल पर बैठे हुए हैं। हमें पूरा विश्वास है कि बाबा शिव भोले भक्तों की प्रार्थना अवश्य स्वीकार करेंगे। इसका फायदा केवल 50 गांवों के लिए ही नहीं है,बल्कि बाहर से बाघेश्वर धाम आने वाले प्रत्येक आदमी को इसका लाभ मिलेगा।
उन्होंने कहा कि यहां पर एनटीपीसी प्लांट झाड़ली, सीमेंट प्लांट चिडिय़ा, आइएमटी खुडाना, सेंट्रल विश्वविद्यालय पाली भी राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी के नजदीक पड़ते हैं। बाघेश्वर धाम में वर्षों पुराना शिव मंदिर है, शिव भक्त बाबा के दर्शन करके जो भी मन्नत मांगते हैं, वह अवश्य पूरी होती है। हमें पूरा विश्वास है कि बाबा शिव भोले ही राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम अवश्य पूरा करवाएंगे और रास्ते में आने वाली रुकावटों को भी दूर करेंगे।
धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन ने बताया कि धरने को चलते 288 दिन हो गए हैं किंतु केंद्र सरकार की तरफ से अब तक धरातल पर कोई काम शुरू नहीं किया गया है। जब तक कट का काम शुरू नहीं होगा, हमारा धरना जारी रहेगा।
इस मौके पर चेयरमैन होशियार सिंह, पूर्व सरपंच बेड़ा सिंह , नरेंद्र कुमार शास्त्री छिथरोली, डा. राम भक्त, पूर्व सरपंच हंस कुमार,चेयरमैन सतपाल, पहलवान धर्मपाल, इंस्पेक्टर सत्यनारायण, ओम प्रकाश, रामकुमार, करतार, दाताराम, रामभज, शेर सिंह, कृष्ण कुमार पंच, प्यारे लाल, सीताराम, वेद प्रकाश, रोशन लाल आर्य, छाजूराम व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 01: कट के लिए अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे ग्रामीण।
विभिन्न संस्थाओं में मनाया गया तुलसी पूजन दिवस
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र की विभिन्न संस्थाओं में तूलसी पूजन दिवस मनाया गया।
इसी कड़ी में एसडी स्कूल, ककराला के छात्र-छात्राओं ने तुलसी पूजन दिवस मनाया। विद्यालय प्राचार्य ओमप्रकाश यादव ने तुलसी के आगे दीप प्रज्वलित कर तुलसी के महत्व को समझाते हुये बताया कि तुलसी दिवस हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है। तुलसी के पौधे में कई तरह के औषधीय गुण मौजूद होते हैं। तुलसी में मौजूद एंटी आक्सीडेंट गुण रोगरोधक क्षमता रखते है। इस अवसर पर विद्यालय सीइओ रामधारी यादव, सीएओ नरेन्द्र यादव, समन्वयक ईश्वर सिंह, जोगेन्द्र सिंह, इंदु गेरा व स्नेहलता एवं समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।
विभिन्न शिक्षण संस्थाओं में तुलसी दिवस की धूम रही। अन्य वर्षों जहां क्रिसमस मनाते आये हैं वो भी इस बार तुलसी की पूजा करते हुए देखे गये। जिसका सकारात्मक प्रभाव समाज पर पड़ा है।
फोटो कैप्शन 02: तुलसी की पूजा करते हुए स्कूली शिक्षक।
यूरो स्कूल में मनाया तुलसी दिवस
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कनीना की आवाज। यूरो स्कूल स्कूल प्रांगण में तुलसी दिवस बड़ी धूम-धाम से मनाया गया । स्कूल प्राचार्य सुनील यादव ने विधिवत रूप से तुलसी पूजन किया और अध्यापकों व विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमारे जीवन पर हमारी संस्कृति एवं सभ्यता का बहुत बड़ा प्रभाव है। उन्होंने तुलसी की महता और उपयोगिता के बारे में भी छात्रों को अवगत कराया। इस शुभावसर पर उप प्राचार्या मंजू यादव, समन्वयक संजू यादव, सुमन यादव, तन्नू गुप्ता, समस्त अध्यापकगण व विद्यार्थी उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 04: तुलसी पूजन करते स्कूली शिक्षक एवं विद्यार्थी।
महापुरुषों के जन्म दिन मना
या गया
-खेलकूद प्रतियोगिता आयोजित की गई
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कनीना की आवाज। पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई एवं महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी की जन्म जयंती के सुशासन दिवस के शुभअवसर पर सरस्वती पब्लिक स्कूल भडफ़ के प्रांगण में अंतर विद्यालयी खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें सभी विद्यार्थियों ने भाग लिया। विद्यालय द्वारा आयोजित की गई विभिन्न प्रतियोगिताओं में लड़कों की दौड़ में छठी कक्षा से रितिक, सातवीं से वंश आठवीं से अमन, नवमी से दीपक दसवीं से मोहित, 11वीं से चांद व 12वीं कक्षा से अंशु और सूरज ने प्रथम स्थान हासिल किया।
इसी कड़ी में लड़कियों ने छठी कक्षा से तमन्ना ,सातवीं से यशिका व नेहा आठवीं से निशु, नवमी से शिवानी, दसवीं से आरती 11वीं से नेहा, 12वीं से तमन्ना प्रथम स्थान पर रहे। लेमन रेस में छठी कक्षा से नितिन, सातवीं से प्रियांशु, आठवीं से प्रियांशु ,नवमी से हर्ष कुमार ,दसवीं से अमित, 11वीं से तनुज प्रथम रहे । लड़कियों में छठी से आशा, सातवीं से निशा, आठवीं से अंजलि, नवमी से काजल व अनु, दसवीं से स्वप्न 11वीं से तनु, 12वीं से तमन्ना प्रथम स्थान पर रही । फ्राग जंप में लड़कों में छठी से वीरेन, सातवीं से पवन, आठवीं से अंकित, नवमी से दीपक, दसवीं से गजेंद्र ,11वीं से कृष प्रथम स्थान पर रहे। लड़कियों में छठी से रिया, सातवीं से नेहा, आठवीं से निशु, नवमी से नवीन व शिवानी, दसवीं से साक्षी, 11वीं से निशु 12वीं से खुशबू प्रथम स्थान पर रही। बैग रेस में लड़कों में छठी से दीपांशु, सातवीं से यश, आठवीं से अंकित और दसवीं से आर्यन प्रथम स्थान पर रहे। लड़कियों में छठी से संजना, सातवीं से याशिका, आठवीं से नैना, नवमी से खुशी, दसवीं से मुस्कान, 11वीं से नेहा व 12वीं से तमन्ना प्रथम स्थान पर रही। लांग जंप में लड़कों में छठी से शिवचरण, सातवीं से वंश, आठवीं से अंकित, नवमी से रौनक, दसवीं से मोहित और 11वीं से चांद प्रथम स्थान पर रहे। लड़कियों में छठी से पलक, सातवीं से नेहा, आठवीं से कोमल, नवमी से खुशी, दसवीं से मुस्कान, 11वीं से तन्नु व 12वीं से तमन्ना प्रथम स्थान पर रहे। इन खेल प्रतियोगिताओं के अवसर पर विद्यालय के अध्यक्ष रमेश कुमार भारद्वाज ने बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद प्रतियोगिता में भी बढ़-चढ़कर भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया साथ ही उन्होंने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के राजनीतिक जीवन के संघर्षों का विस्तार पूर्वक वर्णन किया। उन्होंने कहा की वाजपेई की राजनीतिक दुनिया में एक ध्रुव तारा के समान अपना अस्तित्व बनाकर सदा सदा के लिए अमर रहेंगे। इस अवसर पर विद्यालय के समस्त स्टाफ ने खेल प्रतियोगिताओं में अपनी जिम्मेवारियों को बहुत ही सुंदर तरीके से निभाया।
फोटो कैप्शन 03: भडफ़ स्कूल में आयोजित दौड़ प्रतियोगिता।
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