करीरा के वैद्य बालकिशन एवं श्रीकिशन की मां का निधन
--उनके पिता का पहले ही हो चुका है निधन
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कनीना की आवाज। कनीन उप मंडल के गांव करीरा के निवासी बाल किशन और श्री किशन वैद्य की मां संतरा देवी 91 का निधन हो गया। वे विगत दिनों से बीमार चल रही थी। वह अपने पीछे तीन पुत्र, पौत्र, पौत्रियों, पड़पौत्रों सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गई। उनका अंतिम संस्कार शनिवार को गांव करीरा में भारी संख्या में गणमान्य लोगों की मौजूदगी में किया गया। विभिन्न लोगों ने शोक संतृप्त परिवार को सांत्वना दी।
यूनिसेफ दिवस -11 दिसंबर
बच्चों के जीवन को बचाने, इच्छाओं को पूरा करने में जागरूकता का दिवस है यूनिसेफ
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कनीना की आवाज। 11 दिसंबर को यूनिसेफ दिवस मनाया जाता है ताकि बच्चों के जीवन को बचाने उनकी इच्छाओं को पूरा करने के बारे में जागरूकता प्राप्त हो सके। यह दिन द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा कल्याण के लिए सहायता प्रदान करता है। यूनिसेफ का नाम बाद में संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय बाल आपातकालीन कोष रख दिया गया। यह दिन बच्चों को विकास के बारे में जागरूकता करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसका उद्देश्य बच्चों के अधिकारों के उल्लंघन और जाति क्षेत्रीय धर्म के खिलाफ भेदभाव को खत्म करना है। दुनिया भर के बच्चे की रक्षा करना, शिक्षा, भोजन, स्वास्थ्य टीकाकरण आदि बुनियादी अधिकारों तक पहुंचाने का कार्य करता है।
शिक्षाविद नरेश कुमार बताते हैं कि यूनिसेफ की स्थापना और दुनिया भर में बाल कल्याण , इसके प्रभाव का सम्मान करते हुए वार्षिक कार्यक्रम भी आयोजित होते हैं। यूनिसेफ बच्चों उनके उज्ज्वल और स्वस्थ भविष्य का समर्थन करने में सहयोग करता है।
यूनिसेफ का उद्देश्य बच्चों को हर प्रकार से आगे बढऩे में मदद करना होता है।
फोटो कैप्शन: नरेश कुमार शिक्षाविद
अंतर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस- 11 दिसंबर
सतत पर्वतीय विकास के महत्व को उजागर करना पर्वत दिवस का उद्देश्य
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कनीना की आवाज। हर वर्ष 11 दिसंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 2002 में घोषित अंतर्राष्ट्रीय पर्वत वर्ष मनाया जाता है। 2003 से यह दिवस लगातार मनाया जाता आ रहा है। इसका उद्देश्य सामुदायिक पर्वतीय विकास का महत्व उजागर करना है तथा लोगों को पर्वतों के प्रति जागरूकता समझाई जाती है। यहां लोग पहाड़ों पर रहने वाली समस्याओं से अवगत कराना है। अब तो जलवायु और भूमिगत परिवर्तनों कारण पर्वतों की भौगोलिक स्थिति में परिवर्तन आ रहा है। यहां तक की जैव विविधता के विषय में भी जन जागरूक करना होता है।
पर्वत/पहाड़ पृथ्वी की सतह पर प्राकृतिक रूप से ऊंचा उठा हुआ हिस्सा होता है। यह ज्यादातर प्राकृतिक तरीके से उभरा हुआ भाग होता है और पहाड़ी से भी बड़ा होता है। पर्वत चार प्रकार के होते हैं।
कनीना खंड में महज एक ही छोटा पहाड़ है। सेहलंग गांव का छोटा पहाड़ लोगों को आकर्षित करता है। इस छेटे पहाड़ से अनेकों लाभ उठाये जा रहे हैं।
इस संबंध में विजय पाल सेहलंगिया पूर्व प्राध्यापक से चर्चा हुई जो सेहलंग के निवासी हैं। उन्होंने बताया कि उनके यहां इस पहाड़ ने बहुत लाभ पहुंचाया है। कभी इस पहाड़ पर हडजुड़, सदाहरी कुरंड जैसे औषधीय पौधे होते थे। अब भी उनमें से कुछ पौधे उपलब्ध हो जाते हैं जो विभिन्न दवाओं में काम आते हैं। लोग इस पहाड़ी से औषधीय पौधे उखाड़ कर लाते हंै और विभिन्न दवाओं के रूप में काम में लेते हैं। कभी इस पहाड़ी से सरकार को भारी आय होती थी, पत्थरों के लिए रॉयल्टी मिलती थी। आसपास गांवों में इसी पहाड़ पत्थरों से बनाये हुए हैं। किंतु जब से देवी खिमज का धार्मिक स्थान पहाड़ी पर बनाया गया है तब से पत्थरों की खुदाई नहीं होती है। और यहां अब दूर-दराज से लोग एवं भक्त माता के दर्शन करने आते हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि इस पहाड़ पर शुद्ध हवा मिलती है। पहाड़ पर जाते हैं तो मन आनंद से भर जाता है। दूर दराज के दृश्य दिखाई देते हैं वहीं झाड़ली थर्मल प्लांट जो 16 किलोमीटर दूर है ऐसा लगता है जैसे दो किमी दूर हो। उन्होंने बताया कि पहाड़ी पर भारी मात्रा में पेड़ पौधे है जिनसे वायुमंडल श्ैंाुद्ध होता है। ऐसे में यह पहाड़ उनके लिए हर प्रकार से लाभ पर साबित हो रहा है। जब भी कभी पहाड़ो की चर्चा चलती है तो उनका गांव का नाम आदर्श से लिया जाता है।
पहाड़ी पर रहने में ही आनंद कुछ अलग आता है। उन्होंने बताया कि पहाड़ी कनीना ब्लॉक की एकमात्र पहाड़ी है जो हर प्रकार से इस क्षेत्र के लोगों को आकर्षित करती है। दूध दराज से बच्चे और लोग इस पहाड़ी को देखने के लिए आते हैं।
फोटो कैप्शन: विजय पाल सेहलंगिया पूर्व प्राध्यापक
07: सेहलंग के पहाड़ का एक भाग
महापंचायत में किये 6 मुद्दे पारित
-सुंदराह में आयोजित हुई पंचायत
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कनीना की आवाज। इलाके में लगातार हो रही बिजली कटौती के खिलाफ जिला के गांव सुंदरह में किसान-मजदूर पंचायत आयोजित की गई। पंचायत बसपा द्वारा बुलाई गई थी। पंचायत में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास कर चेतावनी दी गई कि राज्य सरकार तथा बिजली विभाग द्वारा तीन दिन के अंदर बिजली कटौती पर पाबंदी नहीं लगाई गई तो उपमंडल अधिकारी (ना.) कनीना का घेराव किया जाएगा।
पंचायत को सम्बोधित करते हुए मांगेराम, सूबे सिंह, नरेश कुमार, लालचंद, हरद्वारीलाल ने कहा कि इलाके में हो रही बिजली कटौती के कारण ग्रामीणों का जीना हराम हो गया है। रोजाना सायंकाल रोटियों तथा पढ़ाई के वक्त बिजली कटौती कर दी जाती है। घोषित तथा अघोषित लंबे-लंबे कटों के कारण इलाके के लोगों में भारी रोष व्याप्त है। इसलिए सरकार को तत्काल बिजली कटौती बंद करनी चाहिए। बाद में सर्वसम्मति से छ: प्रस्ताव पास किये। इस अवसर पर सिंघराम बोहरा, हरफूल सिंह, दोदराम, सूरजभान, रामौतार सिंह, अमर सिंह, रोहताश सिंह, भूप सिंह, औमप्रकाश, कुलदीप, मोहित, नरेश, लालचंद, महेन्द्र, सुबोध यादव, विपिन, कर्मबीर, बलजीत, कृष्ण, मांगेराम, कंवरलाल, बाबूलाल, रमेश सिंह, दलीप सिंह, छोटेलाल, रणधीर सिंह, पवन कुमार, बाबूलाल, विरेन्द्र सिंह, डॉ. अमरचंद शर्मा, सूबेदार पूर्णचंद, मुंशीराम, संतलाल, लीलाराम, हरद्वारीलाल, भतेरी देवी, राजबाला, कमला देवी, संतोष देवी, राजकुमारी, सुनिता, सरिता, रोशनी, सरोज, अनीता, शीला, फूलवती, शकुंतला, ज्योति, चंद्रकला, तारादेवी, वेदप्रकाश, भूपसिंह आदि हजारों ग्रामीणों ने भाग लिया।
फोटो कैप्शन 05: बसपा महापंचायत का नजारा।
निशुल्क 69 वें नेत्र रोग जांच एवं परामर्श शिविर में 61 रोगियों ने उठाया लाभ
-2017 से लगता आ रहा है यह शिविर
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कनीना की आवाज। रविवार को कनीना के लाला शिवलाल धर्मशाला में सेवा भारती हरियाणा प्रदेश शाखा कनीना द्वारा निशुल्क नेत्र रोग जांच एवं परामर्श शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें 61 रोगियों ने सुविधाओं का लाभ। संस्था के प्रधान सुरेश शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि शिविर में मैट्रो अस्पताल एवं हृदय रोग संस्थान व सेवा भारती संस्था के संयुक्त तत्वाधान में निशुल्क नेत्र रोग जांच व परामर्श शिविर लगाया गया। जिसमें डा अश्वनी यादव ने अपनी टीम प्रवीण कुमार, संजय, सुनील, लीना, मनीषा व राजेश
के साथ रोगियों की जांच की। सुरेश शर्मा ने बताया कि इनके अलावा बीपी, शुगर व ईसीजी की भी निशुल्क जांच की गई। डॉ. आरबी यादव अस्पताल से डॉक्टर सोन तथा उनके साथ मुख्तार सिंह एवं प्रेम कुमार की टीम ने नेत्र रोगियों की जांच की। सेवा भारती शाखा कनीना के अध्यक्ष सुरेश शर्मा ने बताया कि संस्था द्वारा लगातार समाज हित के लिए कार्य किए जा रहे हैं। जिसमें मुख्य रूप से लोगों को स्वास्थ्य संबंधी सेवाएं देने देने का प्रयास किया जा रहा है। संस्था द्वारा समय-समय पर पौधारोपण मुहिम चलाकर पौधारोपण का कार्य किया जाता है।
उन्होंने बताया कि सेवा भारती कनीना द्वारा आर्य समाज मंदिर कनीना में निशुल्क प्राथमिक चिकित्सा केंद्र एवं महिला सिलाई प्रशिक्षण केंद्र चलाया जा रहा है। जिसका समय प्रतिदिन 3:30 बजे से 5 बजे तक रहता है। यह कैंप 2017 से लगातार चल रहा है।
इस दौरान डॉ वेद प्रकाश शर्मा, श्यामसुंदर महाशय, यादराम यादव,मास्टर सोमदत्त शर्मा, प्रेम सिंगला, शिव कुमार अग्रवाल सहित अनेक लोग मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 06:मरीजों की जांच करते हुए चिकित्सक।
एसडी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ककराला में अध्यापक-अभिभावक बैठक का आयोजन।
--948 अभिभावक पहुंचे।
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कनीना की आवाज। एसडी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ककराला में अध्यापक-अभिभावक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में 948 से अधिक अभिभावकों ने भाग लिया।
बैठक दौरान अभिभावक ओरिएंटेशन कार्यक्रम भी आयोजित किया गया जिसमें आक्सफोर्ड पाठ्यक्रम शैक्षणिक प्रबंधक रजनी सहाय द्वारा राष्ट्रीय पाठ्यक्रम तानाबाना एवं इसमें अभिभावकों की जिम्मेदारी के बारे में जानकारी उपलब्ध करवाई गई। सभी अभिभावकों ने अग्रिम सोच का परिचय देते हुए बच्चों के भविष्य के लिए विद्यालय प्रबंधन व सभी संबंधित अध्यापकों के साथ अध्ययन संबंधी समस्याओं के समाधान, शैक्षिक उपलब्धियों के साथ-साथ अन्य गतिविधियों व विषयों पर विमर्श किया। अभिभावकों ने अपने बच्चों की दिनचर्या उनके व्यवहार समय-सारिणी, रुचि आदि से संबंधित पहलुओं से प्रबंधन व संबंधित अध्यापकों से परिचित करवाया।
विद्यालय चेयरमैन जगदेव यादव ने अध्यापक-अभिभावक बैठक के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि बैठक जागरुक अभिभावकों के लिए अध्यापकों से समय-समय विचार विमर्श करने व बच्चों के लिए सही मार्ग का चुनाव व सहयोग का आधार है। जिस प्रकार तीन -भुजाए एक साथ मिलकर त्रिभुज का आकार बनाती है उसी प्रकार अभिभावक के सहयोग से बच्चे बड़े से बड़े लक्ष्य को आसानी से प्राप्त कर सकते है।
उन्होंने बताया कि यह बैठक शैक्षिक जानकारी के साथ-साथ सम्पूर्ण व्यवहार संबंधित बातों के आदान-प्रदान के लिए आयोजित की जाती है।
फोटो कैप्शन 04: एसडी स्कूल में पीटीएम।
12 दिसंबर की ललकार रैली होगी ऐतिहासिक- महासंघ
--करनाल में आयोजित होगी रैली
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कनीना की आवाज। कर्मचारियों की मांगों को लेकर 12 दिसम्बर को करनाल में होने वाली ललकार रैली ऐतिहासिक होगी। यह बात आज हरियाणा कर्मचारी महासंघ के प्रदेश उप महासचिव महावीर पहलवान बाघोत व जिला प्रधान महेन्द्रगढ़ शिवकुमार यादव ने एक संयुक्त बयान में कहा कि प्रदेश सरकार कर्मचारियों की मांगों का समाधान करने की बजाय हठधर्मिता पूर्ण रवैया अपनाए हुए है जिसको लेकर कर्मचारियों में भारी रोष है। महावीर पहलवान ने बताया की हरियाणा कर्मचारी महासंघ लगातार कर्मचारियों की मांगों को उठा रहा है। इसके तहत जिला स्तर व मण्डल स्तर पर रोष प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम अपना ज्ञापन सौंप चुके है। इसके अलावा सभी मंत्रियों, मुख्यमंत्री के नाम अपना ज्ञापन सोप चुके है किंतु अभी तक सरकार ने कर्मचारियों की मांगों के समाधान की दिशा में कोई सकारात्मक कदम नही उठाया है। जिला प्रधान शिवकुमार यादव ने कहा कि सरकार की हठधर्मिता को देखते हुए हरियाणा कर्मचारी महासंघ ने 12 दिसम्बर को करनाल के हुडा ग्राउंड में ललकार रैली करने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर पूरी तैयारी के साथ सभी विभागों के कर्मचारियों में भारी जोश है नारनोल जिले से कर्मचारी हजारों की संख्या में भाग लेगे, महावीर पहलवान ने बताया कि रैली के माध्यम से सरकार से पुरानी पेंशन नीति बहाल करना, सभी कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना,कैशलैस मेडिकल पूर्ण रूप से लागू करना,समान काम समान वेतन देना,निजीकरण पर रोक लगाना,सभी विभागों में रिक्त पदों को भरना, स्थाई भर्ती करना आदि अनेक मांगों को मनवाने के लिए सभी कर्मचारी एकजुट होकर सरकार के खिलाफ अपना प्रदर्शन करेंगे।
फोटो कैप्शन: महाबीर पहलवान।
कट किसानों की अगली आंख एवं तन है
- 273वे दिन जारी रहा धरना
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कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए अनिश्चितकालीन धरना 273वें दिन जारी रहा। रविवार को धरने की अध्यक्षता पहलवान धर्मपाल सिंह सेहलंग ने की और उन्होंने बताया कि हमारा एक ही उद्देश्य है कि यह कट बनना चाहिए। राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का होना हमारा भविष्य है, यह हमारी अगली आंख है। जब तक केंद्र सरकार कट का काम शुरू नहीं करती है, तब तक धरना जारी रहेगा।
धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन ने बताया कि धरने को चलते 273 दिन हो गए हैं। ठंड शुरू होने के बावजूद भी किसानों में जोश बरकरार है। किसान पक्के इरादे के साथ धरना स्थल पर बैठे हुए हैं। केंद्र सरकार को बार-बार यही याद दिला रहे हैं कि आपके द्वारा कट की घोषणा की हुई है, केंद्र सरकार अपने वायदे को पूरा करें। केंद्र सरकार के द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम शुरू होने के बाद ही बुजुर्ग किसान चैन की सांस ले सकेंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री राव बीरेंद्र के परिवार से राव अभिजीत सिंह उनके साथ मास्टर सज्जन सिंह, कृष्ण, हरिओम और प्रदीप धरना स्थल पर पहुंचे। राव अभिजीत सिंह ने बताया कि आपकी मांग जायज है, इस क्षेत्र के आम आदमी के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच उतरने और चढऩे के लिए मार्ग होना बहुत जरूरी है। इन 40-50 गांवों का विकास राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी से जुडऩे के बाद ही संभव है। मैं इस नेक काम के लिए धरना संघर्ष समिति का समर्थन करता हूं।
इस मौके पर डा लक्ष्मण सिंह, पूर्व सरपंच बेड़ा सिंह, पहलवान रणधीर सिंह, नरेंद्र कुमार शास्त्री छिथरौली, सूबेदार हेमराज अत्री, राष्ट्रपाल, करण सिंह, चेयरमैन सतपाल,डॉ राम भक्त, बाबूलाल, नथूराम,सूबे सिंह पंच, पंडित संजय कुमार, प्रधान तेज सिंह,वेद प्रकाश, सुरेंद्र सिंह, कृष्ण कुमार पंच, मनफूल, भागमल, सब इंस्पेक्टर रामकुमार, मुंशी राम, ओम प्रकाश, बाबूलाल, रामकुमार, पूर्व सरपंच हंस कुमार, पूर्व सरपंच सतवीर सिंह, रामभज, दाताराम, रोशन लाल आर्य, सीताराम, सूबेदार भोले राम, करतार, करण सिंह, इंस्पेक्टर सतनारायण, प्यारेलाल व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 03: कट के लिए धरने पर बैठे ग्रामीण।
युवा पीढ़ी में हो रहा नैतिक मूल्यों का ह्रास -यादव
--आधुनिक युग में जीवनशैली, विचार, रहन-सहन आदि के स्तर में परिवर्तन
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कनीना की आवाज। आधुनिक युग में जीवनशैली, विचार, रहन-सहन आदि के स्तर में परिवर्तन आ चुका है यहां तक की सामाजिक एवं नैतिक मूल्यों का परिवर्तन हो चुका है। यह परिवर्तन यहां तक हो चुका है की नैतिक मूल्य विलुप्त होने के कगार पर है। नैतिक मूल्य के अवमूल्यन के कारण ही आज समाज में भ्रष्टाचार, अनैतिक आचरण, महिलाओं व बालिकाओं के साथ दुव्र्यवहार की घटनाएं दिख रही है। इस संबंध में मनोवैज्ञानिक सूर्यकांत यादव का कहना है कि इन सब घटनाओं के मूल कारणों की ओर ध्यान दें तो पता चलता है की वर्तमान परिदृश्य में परिवार एवं समाज में नैतिकता का अभाव ही प्रमुख कारण है। परिवार में अभाव ही समाज का अभाव बनता है । नैतिकता के अभाव के कारण ही परिवारों व विद्यालयों में अनुशासनहीनता दिखाई पड़ रही है। उन्होंने कहा कि परिवार, समाज, विद्यालय में अनुशासन ही राष्ट्र एवं चरित्र निर्माण करता है। जिस परिवार व संस्था में अनुशासन नहीं होता है वहां हर समय झगड़े होते हैं। वह शिक्षण संस्था जहां अनुशासन नहीं होता वो अच्छी शिक्षा नहीं दे पाता है। आज के परिप्रेक्ष्य में नैतिकता व नैतिक मूल्यों कि महती आवश्यकता है। कहने को कोई कितना भी कहे कि हम सब नैतिक मूल्यों का पालन करते हैं पर ज्यादातर माता-पिता, अध्यापक, व्यवसायी, सरकारी अफसर, राजनीतिज्ञ सभी जहां जिसको मौका मिलता है अनैतिक ढंग से व्यवहार व आचरण करते हैं व युवाओं वह बच्चों के समक्ष भ्रष्टाचार अनैतिकता का उदाहरण रखते हैं। और अपने बच्चों से नैतिकता की आशा रखते हैं, वह भूल जाते हैं कि जो उन्होंने किया बच्चे वही सीख रहे हैं। हम झूठ बोलने की आदत बच्चों में घर से ही डालते हैं जैसे कि देखो बेटा कोई आए तो कह देना पापा घर पर नहीं है और सोने चले जाते हैं और बेटा सोचता है कि पापा क्यों झूठ बोल रहे हैं। यहीं से बच्चे सीख जाते हैं झूठ बोलने की कला, और हमें पता भी नहीं चलता। हमें नैतिक मूल्यों का प्रादुर्भाव बच्चों में बचपन से ही डालना चाहिए। जार्ज बर्नाड शॉ, रविंद्रनाथ टेगौर, जेम्स वाट बाल्यावस्था में बुद्धिमान नहीं थे और आगे चलकर उन्होंने नाम कमाया यदि बच्चों को गलत शिक्षा या प्रशिक्षण प्राप्त होगा तो उनका भविष्य नष्ट हो जाएगा। बच्चे बड़ों की नकल करते हैं इसलिए उन्हें उचित मार्गदर्शन एवं नैतिक मूल्यों से परिचित कराया जाए। बड़ों व हम शिक्षकों का कर्तव्य है कि अपना आचरण शुद्ध रखें। हो सकता है कि नैतिकता के कारण कभी-कभी मनुष्य को असफलता का सामना करना पड़े इसलिए हतोत्साहित न हो बार-बार प्रयास करना चाहिए। यही बच्चों में भरना होगा असफलता ही अनुभव प्रदान करती है और अनुभव बुद्धिमान बनाता है। सफलता नैतिकता के रथ पर ही चढ़कर प्राप्त की जा सकती है, नैतिक मूल्यों का दामन नहीं छोडऩा चाहिए नैतिकता से ओतप्रोत व्यक्ति निस्वार्थी होता है बच्चों को बताना होगा कि नैतिकता से कुछ कठिनाई भी आ सकती है परंतु धैर्यपूर्वक सामना करना चाहिए हमें अपने घर, विद्यालय, परिवार समाज में नैतिकता का उदाहरण प्रस्तुत करना होगा तभी राष्ट्र व समाज की उन्नति संभव है।
फोटो कैप्शन: मनोवैज्ञानिक सूर्यकांत यादव
व्हाट्सएप चैटिंग के जरिये ठगे 15000 रुपये
- तीसरी बार पैसे मां
गने पर हुआ ठगी का एहसास, मामला दर्ज
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कनीना की आवाज। कनीना मंडी के वार्ड 7 के सुरेश कुमार से व्हाट्सएप चैटिंग के जरिए 15000 रुपये की ठगी कर ली। जब और पैसे की मांग की गई तो पीडि़त को हुआ शक। जिसके नाम से पैसे की ठगी की उसके परिवार वालों से बात करके ठगी का पता चला।
कनीना मंडी में दुकान चला रहे दुकान चला रहे सुरेश कुमार के पड़ोस में पंकज पेंट्स हार्डवेयर की दुकान है। अज्ञात ठग ने पंकज पेंट हार्डवेयर का खाता हैक करके पंकज हार्डवेयर की डीपी(डिस्पले फोटो) लगा ली और उसके जरिए पंकज के नाम से चैटिंग की। सुरेश कुमार ने बताया कि जब सुबह करीब 7:53 पर व्हाट्सएप काल आई तो उन्होंने काट दिया और फिर चैटिंग पर बात होने लगी। जिस नंबर पर चैटिंग हुई उस नंबर पर पड़ोसी पंकज पेंट्स की डीपी लगी हुई थी और पंकज पेंट हार्डवेयर का खाता प्रदर्शित हो रहा था। अज्ञात ठग पंकज के नाम से चैटिंग कर रहा था उसने कहा कि मेरे मामा नारनौल अस्पताल में एडमिट है। मुझे 8000 रुपये की जरूरत है। आपके पास आनलाइन पेमेंट है तो डाल दो, फिर उन्होंने स्कैनर भेजा जो पे-टीएम बैंक का था। दो-दो हजार के चार बार ट्रांजेक्शन कर दिये। पुन: चैटिंग हुई तो 7000 रुपये और डालने की बात कई और कहा कि जब मैं दुकान पर आऊंगा तो आपकी पेमेंट दे दूंगा। जिस पर उन्होंने 7000 रुपये किसी भोजावास दोस्त से लेकर डाल दिए क्योंकि उनके अपने खाते में और पैसे नहीं थे। सुरेश कुमार ने बताया कि कुछ समय बाद फिर से काल आई और 20000 रुपये की और मांग की। सुरेश कुमार को तब शक हुआ कि क्यों न एक बार में ही 35 हजार मांग लिये। सुरेश कुमार ने पंकज के स्वजनों से बात की तब पता लगा पंकज तो घर पर ही है। सुरेश कुमार को अपनी ठगी का पता चला। तुरंत उन्होंने साइबर कैफे में सूचित किया और मामला शनिवार को कनीना पुलिस में उनके बयान दर्ज किये जिसके आधार पर अज्ञात ठग के विरुद्ध धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।
उल्लेखनीय है कि धोखाधड़ी की घटनाएं आए दिन किसी ने किसी रूप में होती आ रही है। धोखाधड़ी करने वाले एक से बढ़कर एक तरीका अपनाते हैं और न जाने कितने ही लोगों के चंगुल में फंसा लेते हैं।
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