साइकिल चलाने वालों को मिले भत्ता
-दुनिया की श्रेष्ठ स्वास्थ्यवर्धक चीज है साइकिल
-साइकिल चलाने वाले होते हैं स्वास्थ्य से अमीर
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कनीना। जब इंसान ने लकड़ी के पहिये की गाड़ी खोजी और बैलगाड़ी में पहली बार बैठा तब से इंसान समझता था कि वह हवा में उडऩे लग गया किंतु धीरे-धीरे विज्ञान में उन्नति की और आज इंसान चांद पर पहुंच गया है। किंतु इंसान की उम्र घटती जा रही है इसके पीछे और कोई नहीं इंसान कि अपनी कमियां आड़े आ रही हैं। वह आलसी हो गया है। साइकिल की जब से खोज हुई तब से इंसान ने स्वास्थ्य तो बहुत बढ़ाया। फिर साइकिल युग गिरावट पर चला गया। बड़े-बड़े देशों में एक बार फिर से साइकिल लौट रही है क्योंकि पैसे तो हो गये लेकिन स्वास्थ्य गिरता चला गया। हालात यह है कि आज इंसान अपनी सेहत की और फिर से ध्यान दे रहा है। भारत जैसे देश में जहां साइकिल पर चलने वाले को गरीब और गाडिय़ों में चलने वाले को अमीर मानते हैं जबकि हकीकत में साइकिल पर चलने वाला सबसे अमीर और गाडिय़ों में चलने वाला गरीब इंसान है और जितनी बड़ी गाड़ी उतना ही गरीब इंसान। यही कारण है कि बड़े-बड़े समृद्ध देश एक बार फिर से साइकिल पर लौट आ रहे हैं। सरकार ने एक बार निर्णय भी लिया था कि क्यों न सप्ताह में एक दिन वाहनों को सभी बंद रखें परंतु साइकिल को बढ़ावा देना हो और इंसान की सेहत की ओर ध्यान देना हो तो सरकार को चाहिए साइकिल चला रहे हैं उनके लिए प्रतिमाह कम से कम 100 रुपये भत्ता कर दे तो निश्चित रूप से एक साइकिल की ओर रुझान बढ़ जाएगा। लोगों का स्वास्थ्य बढ़ेगा और सबसे बड़ी विशेषता है कि साइकिल की कंपनियां जो बंद हो चुकी है वो फिर से खुशी-खुशी साइकिल बनाना शुरू कर देंगी। आज सबसे बड़ी कमी है कि साइकिल चलाने वाले को 50 व्यक्ति रास्ते में टोकते कि पैसे होते हुए भी साइकिल चलाता है परंतु वे यह नहीं जानते कि साइकिल सेहत को बनाती है। कनीना के होशियार सिंह लेखक सालों से साइकिल चला रहे हैं, सुमेर सिंह चेयरमैन बहुत लंबे समय से साइकिल चला रहे हैं, राव मोहर सिंह साहब लंबे समय से साइकिल चला रहे हैं। यदि इनके दिल से पूछा जाए तो इनमें एक ही बात उभर कर आती है कि शान की सवारी है हमारी साइकिल। निसंदेह इन लोगों का स्वास्थ्य देखिए तो छोटी मोटी बीमारी को छोड़कर कोई बड़ी बीमारी नहीं होने वाली। आज भी उम्र को देखा जाए सारे ही साइकिल चलाने वाले 50 साल से अधिक है लेकिन पैरों और हाथों, चेहरे को देखकर यह नहीं लगता कि इनकी उमर इतनी अधिक है। तो फिर सरकार साइकिल दिवस तो मना रही है किंतु साइकिल चलाने वालों को प्रोत्साहन नहीं दे रही है यदि एक बार प्रोत्साहन मिल जाए तो मैं समझता हूं कि लोगों का रुझान इस और बढ़ जाएगा। यह ठीक है कि साइकिल चलाने वाले फिर भी कम मिलेंगे लेकिन उनको यह तो संतोष होगा कि उन्होंने जीवन भर साइकिल चलाई तो जिसके चलते प्रोत्साहन राशि मिला तथा उनका सम्मान भी होगा और वे भविष्य में अपने बच्चों को भी साइकिल चलाने की प्रेरणा देंगे।
साइकिल चलाने वाले हर प्रकार से स्वस्थ होते हैं चाहे मानसिक रूप से शारीरिक रूप से तथा किसी भी तरीके से देखे वो किसी से कम नहीं होते। एक बार नजर दौड़ा कर देखें हरिद्वार से कावड़ लाने वाले व्यक्तियों में जो साइकिल चलते हैं वो 300 किमी दूरी तय करना आसान समझते हैं और कावड़ को लेकर चले आते हैं और उनकी रुचि घूमने में पाई जाती है। इस प्रकार के कोई कार्यक्रम हो तो उसमें यह बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं। कुछ नेताओं ने साइकिल दिवस पर अपनी सोच को पाजिटिव तो बनाया कि साइकिल चलाने वालों को भत्ता देने की मांग तो उठाई। अगर साइकिल चलाने वालों को प्रात्ेसाहन दिलाने में नेता प्रयास करें तो जरूर सफलता मिल सकती है, चाहे समय लग सकता है। लोग उनका साथ भी देंगे और विशेषकर साइकिल चलाने वाले जमकर साथ देंगे।
साइकिल चलाने से सबसे बड़ा लाभ सेहत को होगा। पूरे विश्व में धन की बचत होगी, प्रदूषण घटेगा, पूरे विश्व में प्रदूषण की मार झेल रहा है, इससे बचा जा सकेगा। वही बिना किसी नुकसान के यह साधन चलता रहेगा तो कितनी फैक्ट्रियां फिर से आबाद हो जाएंगी, कितने ही रोजगार मिलेंगे, सरकार को कम से कम 5 किलोमीटर दूरी जाने वाले अधिकारी और कर्मचारियों के लिए भत्ता देने की घोषणा करनी चाहिए ताकि वे साइकिलों पर चलेंगे। इससे साइकिल की ओर रुझान बढ़ेगा आने वाले समय में अगर आंदोलन का रूप ले भविष्य में साइकिल शान की सवारी बन सकती है। वरना साइकिल दिवस मनाने का औचित्य जीरो होगा।
वृद्ध की हत्या के मामले में नरेश ने कबूली हत्या -भेजा न्यायिक हिरासत
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कनीना। मंगलवार की रात को कनीना उप-मंडल के गांव भडफ़ में 60 वर्षीय सोए हुए नौरंग लाल कि उसके भाई नरेश ने तेजधार हथियार से हत्या कर दी थी। कनीना पुलिस ने जांच अभियान में 3 टीमें गठित की थी। पूछताछ में ही मृतक के भाई नरेश को गिरफ्तार कर लिया था। एसएचओ कनीना उमर मोहम्मद ने बताया कि मृतक का भाई नरेश ने स्वीकार कर लिया कि उन्होंने अपने भाई की हत्या की थी। जिसके चलते उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। उल्लेखनीय है कि भडफ़ गांव में मंगलवार की रात को एक बजे तक मुर्गी पालन केंद्र पर काम करने के पश्चात 60 वर्षीय बुजुर्ग मुर्गी फार्म के बाहर सोया था सुबह उसकी हत्या मिली। परिजनों ने कनीना पुलिस में मामला दर्ज करवाया था। कनीना पुलिस ने तीन टीमें गठित कर मामले के तह तक जाने का प्रयास किया किंतु प्रारंभिक जांच में मृतक के भाई नरेश को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
नरेश को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
अवैध कब्जा करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा- एसडीएम दिनेश
- धनौंदा चल रहे अवैध कब्जे को रुकवा कर उसके खिलाफ कार्रवाई की
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कनीना। कनीना एसडीएम दिनेश कुमार द्वारा आज विभिन्न गांवों में छापा कार्रवाई कर अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ कड़ा संज्ञान लिया वही इस मामले में कोताही बरतने वाले ग्राम सचिवों को भी लताड़ते हुए कहा कि जब तक गांव में ग्राम पंचायत नई नहीं बन जाती है तब तक किसी भी गांव में अगर अवैध कब्जा हुआ तो पहले उस गांव के सचिव तथा बीडीपीओ के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और उसके बाद अवैध कब्जा करने वाले को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने बताया जब से प्रदेश में ग्राम पंचायतें भंग हुई है उसके बाद गांव का लेखा-जोखा व देखरेख की जिम्मेदारी ग्राम सचिवों को दे दी गई थी लेकिन अवैध कब्जे जारी हैं। कई शिकायतें मिली हैं जिन पर वे कार्रवाई कर रहे हैं।
फोटो कैप्शन 11: धनौंदा मेंअवैध कब्जा रुकवाते एसडीएम कनीना।
मां बाप का अपमान न करें
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कनीना। किसी भी बुजुर्ग मां-बाप को परेशान करने वालों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह समाज में कलंक है। एसडीएम दिनेश कुमार ने चेलावास गांव की एक 80 वर्षीय वृद्ध महिला द्वारा दी गई शिकायत को सुनने के पश्चात ये विचार व्यक्त किए। चेलावास की एक 80 वर्षीय वृद्ध महिला ने शिकायत देकर अपने पति वह अपने बेटे तथा पुत्र वधू पर पीटने वह घर से बाहर निकाल देने तथा उसके घर पर ताला डालकर अवैध कब्जा करने का का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि वृद्ध महिला ने दी शिकायत में कहां है कि मेरा पति वह मेरे बेटे तथा मेरी पुत्रवधू द्वारा मेरे साथ बार-बार मारपीट की गई है तथा उन्होंने मेरे घर पर ताला बंद कर दिया और मुझे घर से निकाल दिया है। लगभग 1 सप्ताह हो गया खाना भी नहीं मिला जिसको लेकर मेरी हालत गंभीर हो रही है। वही उन्होंने यह भी बताया कि वृद्ध महिला की शिकायत पर कड़ा संज्ञान लेते हुए कनीना थाना प्रभारी उम्र मोहम्मद को फोन कर महिला के बयान दर्ज करने एवं उसके साथ जाति करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई के साथ वृद्ध महिला को न्याय दिलाने की बात कही। वहीं वृद्ध महिला का यह भी कहना है की अगर पुलिस ने मेरी मदद नहीं की तो मेरे बेटे वह मेरा पति मुझे जान से भी मार देगा।
फोटो कैप्शन 12: चेलावास की महिला एसडीएम कनीना को शिकायत करते हुए।
लोकडाउन के दौरान चिड़चिड़े हुए बच्चों को अनुशासित कैसे रखें - मनोवैज्ञानिक सूर्यकान्त यादव
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कनीना। कोरोना महामारी के कारण उत्पन्न स्थिति को काबू करने के लिए सरकार द्वारा लोकडाउन घोषित किया गया है जिसकी वजह से लंबे समय तक घर पर रहने के कारण बच्चों में, विशेषकर स्कूल गोइंग बच्चों में चिड़चिड़ापन,गुस्सा व जिद्दी स्वभाव देखने को मिल रहा है। इस दौरान मेरे पास अनेक अभिभावकों के फोन आते रहे हैं, उनका प्रश्न होता कि बच्चे कहना नहीं मानते क्या करें, बार-बार आइसक्रीम खाने की जिद्द करते हैं,बाहर घूमने या बाहर खेलने की जि़द्द करते रहते हैं,जरा सी बात पर चीखते-चिल्लाते रहते हैं आदि।
इस विषय पर मनोवैज्ञानिक सूर्यकान्त यादव प्राध्यापक जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान महेंद्रगढ़ ने बताया कि बच्चे में चिड़चिड़ापन व गुस्से के कई कारण हो सकते हैं। अत:माता-पिता को चाहिए कि वे बच्चे के गुस्से का कारण जानने का प्रयास करें। कुछ मामलों में बच्चों में चिड़चिड़ाहट का कारण अनुवांशिक भी पाया गया है। दूसरा कारण यह भी देखा गया है कि बच्चे अधिकांशत: अनुकरण के माध्यम से सीखते हैं,माता-पिता घर में जैसा व्यवहार करते हैं, बच्चे भी ठीक उसी तरह के व्यवहार की पुनरावृत्ति करते हैं। अभिभावकों के बदलते मनोभाव सहज ही बच्चे को प्रभावित करते हैं। इस दशा में बच्चे बड़ों का विशेष ध्यान पाने के लिए ऐसा व्यवहार करते हैं ताकि माता-पिता को उनसे जुड़ाव हो सके।
लोकडाउन की वजह से उत्पन्न चिड़चिड़ाहट को कम व प्रबंधित करने के लिए माता-पिता को चाहिए कि वे बच्चे की भावनात्मक अभिव्यक्ति को गंभीरतापूर्वक सुनें। साथ ही अभिभावकों को यह भी जान लेना चाहिए कि प्रत्येक बच्चा व्यक्तिगत रूप से भिन्न होता है, प्रत्येक बच्चा अपने आप में खास होता है और प्रत्येक बच्चा अपने अंदर अद्वितीय गुणों को संजोए होता है। अत: माता-पिता को चाहिए कि बच्चे की व्यक्तिगत विभिन्नता को समझकर रुचि अनुसार कार्य करने के लिए प्रेरित करें। अभिभावक अपने बच्चों की तुलना किसी भी स्थिति में दूसरे बच्चों से ना करें,बच्चों के व्यवहार को अनदेखा ना करें, बच्चे द्वारा पूछे गए प्रश्नों का यथासंभव जबाब देने की कोशिश करें। बच्चे द्वारा आदर्श व वांछित व्यवहार किए जाने पर उसे पाजिटिव रेन्फोर्समेंट देकर प्रोत्साहित करें। बच्चों की अभिरुचि के अनुरूप ही दैनिक दिनचर्या व कार्यों का निर्धारण करें, बच्चों के साथ मार-पिटाई व आक्रामक व्यवहार कदापि ना करें।
अभिभावकों को चाहिए कि बच्चों के सामने आने वाली समस्याओं का समाधान उन्हें स्वयं खोजने का अवसर प्रदान करें। बच्चों के लिए माता-पिता हमेशा रोल- माडल होते हैं अत: माता-पिता को चाहिए कि वो बच्चों के सामने ऐसा कोई व्यवहार ना करें जो अमर्यादित, अनैतिक व असामाजिक हो। बच्चों को प्रारंभ से ही व्यायाम करने की आदत डालें तथा हमेशा आदर्श जीवन कौशलों को सीखने के लिए प्रेरित करते रहें। इन सब बातों के अतिरिक्त यदि स्थिति ज्यादा गंभीर हो तो तुरंत ही किसी प्रशिक्षित मनोवैज्ञानिक या काउंसलर से संपर्क करें।
फोटो कैप्शन: सूर्यकांत यादव।
कनीना के पत्रकार मनीष कुमार को पत्रकार एकता महासंघ फाउंडेशन का जिला अध्यक्ष बनाए जाने पर पत्रकारों ने दी बधाई
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कनीना।कनीना क्षेत्र से पत्रकारिता जगत से जुड़े पत्रकार मनीष कुमार को पत्रकार एकता महासंघ फाउंडेशन का जिला अध्यक्ष नियुक्त किया गया है मनीष कुमार की नियुक्ति पर कनीना क्षेत्र के पत्रकारों ने उन्हें शुभकामनाएं दी। पत्रकार एकता महासंघ फाउंडेशन हरियाणा प्रदेश ही नहीं बल्कि सभी प्रदेशों के पत्रकारों के उत्थान को लेकर लंबे समय से कार्यरत है। फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अंकित अवस्थी एवं प्रदेश अध्यक्ष चंद्रमोहन शर्मा ने भोजावास निवासी मनीष कुमार को जिला अध्यक्ष की जिम्मेवारी सौंपी।
कनीना में 177 तो भोजावास में 20 कोरोना रोधी डोज दी गई
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कनीना। कनीना के उप नागरिक अस्पताल में शुक्रवार को 18 से 44 आयु वर्ग के युवाओं को 160 डोज दी गई वहीं 45 प्लस के लोगों को 17 डोज दी गई। विस्तृत जानकारी देते हुए एसएमओ डा धर्मेंद्र यादव तथा कंप्यूटर आपरेटर पवन कुमार ने बताया की डोज देने का सिलसिला लगातार जारी है। शुक्रवार को सभी आयु वर्ग के लोगों को डोज दी गई हैं। उधर पीएचसी भोजावास में विभिन्न आयु वर्ग के लोगों को दी गई। विस्तृत जानकारी देते हुए राजकुमार चौहान एचआई ने बताया कि 45 प्लस को 13 तथा 60 प्लस को 7 डोज दी गई। कुल 20 डोज दी गई हैं।
फोटो कैप्शन 11: महिला को डोज देते हुए नर्स। जागरण
विश्व पर्यावरण दिवस पर पौधरोपण कर राष्ट्रीय स्तरीय मिशन एक परिवार -एक पौधा को दी गतिशीलता
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कनीना। पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में प्रयासरत बीएमडी ग्रुप द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के पूर्व अवसर पर सार्वजनिक स्थान भडफ़ में पौधा लगाकर हर वर्ष की भांति राष्ट्रीय स्तरीय मिशन एक परिवार -एक पौधा का शुभारम्भ कर गति प्रदान की। इस मिशन का मुख्य उद्देश्य देशभर में युवाओं एवं समाज के प्रति जागृत लाना हैं। इस मिशन के शुभारम्भ के साथ ही हरियाणा में अलग -अलग स्थानों पर पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित कर मिशन को गति प्रदान की हैं। क्लब चेयरमैन लक्की सीगड़ा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयवीर कुमार, सचिव इन्द्रजीत शर्मा, रवि भडफ़, अजय इसराना, नवीन यादव एवं हजारीलाल ने पौधरोपण कर एक परिवार-एक पौधा मिशन का गतिशीलता प्रदान की।
बीएमडी क्लब के अध्यक्ष लक्की सीगड़ा ने बताया की संस्था द्वारा पुरे देश भर में एक लाख पौधे लगाने का संकल्प लेकर लोगों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता लाई जा रही हैं। पर्यावरण को संरक्षित करना भारत की सांस्कृतिक विरासत रही हैं। प्रकृति का शोषण करना भी एक तरह का क्राइम हैं और यह हमारे चिंतन का हिस्सा भी हैं। आज देशभर में जिस तरह प्रदूषण का प्रभाव बढ़ता जा रहा है।
बीएमडी क्लब के अध्यक्ष लक्की सीगड़ा ने बताया की संस्था द्वारा पुरे देश भर में एक लाख पौधे लगाने का संकल्प लेकर लोगों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता लाई जा रही हैं 7 पर्यावरण को संरक्षित करना भारत की सांस्कृतिक विरासत रही हैं। प्रकृति का शोषण करना भी एक तरह का क्राइम हैं और यह हमारे चिंतन का हिस्सा भी हैं। आज देशभर में जिस तरह प्रदूषण का प्रभाव बढ़ता जा रहा है। उस पर नियंत्रण पाने के लिए पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सक्रिय भागीदारी निभाना बहुत जरूरी है। मगर इस प्रक्रिया को सफल बनाने के लिए हर उम्र वर्ग व हर क्षेत्र के लोगों को आगे आना होगा। पर्यावरण संरक्षण की मुहिम को सफल बनाने में युवाओं की भूमिका भी बेहद अहम हैं। युवाओ को इस दिशा में बड़े पैमाने पर प्रयास करने एवं दूसरों को भी ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने लगाने चाहिए।
बीएमडी क्लब के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयवीर ने बताया की यह मिशन परिवारों को कम से कम एक पौधा लगाने की प्रेरणा देगा। पेड़-पौधों के बिना जीवन असंभव है। पेड़-पौधों की वजह से हीं आज इस संसार में हरियाली है और इन्ही की वजह से आज हम जीवित हैं। हमें हरसंभव पेड़ो की कटाई को रोकना चाहिए एवं अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाने चाहिए। पर्यावरण बचेगा तभी तो प्राण बचेंगे।
रवि भडफ़ एवं अजय इसराना ने भी सयुंक्त रूप से पर्यावरण को संरक्षित रखने की अपील करते हुए कहा की प्रकृति को हमारी संस्कृति एवं संस्कारों में भी शामिल किया गया हैं। हमें ज्यादा से ज्यादा पीपल एवं बरगद के पौधे लगाने का संकल्प लेना चाहिए। हमें दैनिक जीवन में से समय निकलकर पर्यावरण संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण कार्यों में समय देना चाहिए। पर्यावरण के प्रति सभी समाज के नागरिकों को जागरूक होने की आवश्यकता हैं। पर्यावरण से ही हमारा जीवन है। हर व्यक्ति यदि एक पौधा लगाए और सुरक्षा की जिम्मेदारी ले, तो पूरे देश में हरियाली दिखेगी।
बीएमडी क्लब के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयवीर ने बताया की यह मिशन परिवारों को कम से कम एक पौधा लगाने की प्रेरणा देगा। पेड़-पौधों के बिना जीवन असंभव है। पेड़-पौधों की वजह से हीं आज इस संसार में हरियाली है और इन्ही की वजह से आज हम जीवित हैं। हमें हरसंभव पेड़ो की कटाई को रोकना चाहिए एवं अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाने चाहिए। पर्यावरण बचेगा तभी तो प्राण बचेंगे।
रवि भडफ़ एवं अजय इसराना ने भी सयुंक्त रूप से पर्यावरण को संरक्षित रखने की अपील करते हुए कहा की प्रकृति को हमारी संस्कृति एवं संस्कारों में भी शामिल किया गया हैं। हमें ज्यादा से ज्यादा पीपल एवं बरगद के पौधे लगाने का संकल्प लेना चाहिए। हमें दैनिक जीवन में से समय निकलकर पर्यावरण संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण कार्यों में समय देना चाहिए। पर्यावरण के प्रति सभी समाज के नागरिकों को जागरूक होने की आवश्यकता हैं। पर्यावरण से ही हमारा जीवन है। हर व्यक्ति यदि एक पौधा लगाए और सुरक्षा की जिम्मेदारी ले, तो पूरे देश में हरियाली दिखेगी।
फोटो कैप्शन 10: पौधारोपण करते बीएमडी क्लब सदस्य।
नगरपालिका की 335 कनाल जमीन एक साल के पट्टे पर 10 लाख रुपये से अधिक पर छूटी
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कनीना। कनीना नगर पालिका की कृषि योग्य भूमि हर वर्ष 1 साल के पट्टे पर छोड़ी जाती है जिसमें 2 से 3 फसल पैदावार किसान लेता है। 335 कनाल 16 मरला जमीन है जो विगत वर्ष 8.50 लाख में छूटी थी किंतु इस बार पिछले वर्ष के मुकाबले डेढ़ लाख रुपए अधिक पर समस्त भूमि 1 साल के पट्टे पर छोड़ी गई। पीपला वाली बणी की 8 कनाल जमीन की विगत 2 वर्षों से बोली नहीं छूट रही है। 2 साल पहले 8700 रुपये में बोली छूटी थी किंतु अब इसका कोई बोली दाता नहीं मिल रहा है।
सतीश जेलदार पालिका प्रधान ने बताया 70 कनाल 16 मरला जमीन 1,90,100 रुपये में प्रदीप कुमार ने छुड़वाई वहीं 84 कनाल 3 मरला जमीन कनीना के प्रदीप ने ही 2,40,500 रुपये में बोली पर ली है। इसी प्रकार 88 कनाल 2 मरला जमीन मोहन लाल ने 2,70,500 रुपये में छुड़वाई वही 85 कनाल 5 मरला जमीन मामन सिंह ने तीन लाख 500 रुपये में छुड़वाई। पीपला वाली बणी की 8 कनाल जमीन का कोई बोलीदाता 2 वर्षों से नहीं मिला। इस प्रकार कुल जमीन 335 कनाल 16 मरला 10,1,600 रुपये में छूटी। किसानों ने बताया कि इस भूमि पर दो फसल जिनमें एक खरीफ एवं रबी की ले सकते हैं। हर साल पर पट्टे पर छोड़ी जाती है। ज्यों हि सरसों/गेहूं की कटाई पूर्ण हो जाती है बोली अगली साल के लिए छोड़ दी जाती है।
इस मौके पर बोली के समय बुधराम बीआर मालिक, रामकिशन ,हितेश जेई, मास्टर दलीप सिंह पार्षद , केशव, मनीष तथा श्यामलाल सहित विभिन्न पदाधिकारी एवं गणमान्य जन, किसान मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 9:नगर पालिका कनीना में बोली लगाते किसान।
श्रद्धांजलि सभा में दिखेगी कनीना के विभिन्न लोगों की भागीदारी
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कनीना। कोरोना संक्रमण काल के समय जान गवा चुके लोगों की आत्मिक शांति के लिए 5 जून प्रात: दस बजे दैनिक जागरण की अओर ससे सर्व धर्म प्रार्थना आयोजित की गई है जिसमें सभी धर्म के लोग प्रार्थना करेंगे और उन आत्माओं की शांति की प्रार्थना करेंगे जो हम से भी छोड़ चुके हैं। महामारी के समय कनीना क्षेत्र के अनेकों लोगों ने जान गवा दी जिनकी आत्मा की शांति के लिए लोग आगे आ रहे हैं और विश्व पर्यावरण 5 जून को विभिन्न लोग सर्व धर्म सभा में भाग लेंगे।
सतीश जेलदार पालिका प्रधान ने सभी पार्षद और कनीना वासियों से मांग की है कि 5 जून 2021 को प्रात: 10 बजे सर्वधर्म प्रार्थना सभा में शामिल हो। कोरोना काल में दिवंगत लोगों की आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन जरूर धारण करें। दैनिक जागरण की इस पहल में जरूर भाग ले। उन्होंने कहा कि जो आत्माएं हमसे भी बिछुड़ गई उनको उनकी आत्मा की शांति की पहल करनी चाहिए।
महेश कुमार बोहरा व्यापार एकता मंच के प्रधान ने दुकानदारों से अपील की है कि 5 जून को दैनिक जागरण द्वारा आयोजित सर्वधर्म प्रार्थना में शामिल हो। अपनी दुकानों पर ही व्यापारी सुबह 10 बजे 2 मिनट का मौन धारण करें और उन आत्माओं की शांति की प्रार्थना करें जो हमसे कोरोना काल में बिछुड़ गए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना ने बहुत से लोगों की जान ली है। उन लोगों को याद करना बहुत जरूरी है।
रविंद्र बंसल कनीना व्यापार मंडल के उप प्रधान ने कनीना मंडी वासियों से प्रार्थना की है कि 10:00 5 जून को 10 बजे 2 मिनट जरूर मौन धारण करें और उन लोगों को याद करें जो हम से भी छोड़ गए हैं। ऐसी आत्माओं की शांति की प्रार्थना के लिए सर्व धर्म प्रार्थना करनी जरूरी है। उन्होंने कहा कि समय-समय पर कितने ही लोग बिछड़ गए हैं उन्हें जरूर याद करना चाहिए।
मुकेश नंबरदार ने सभी लोगों से अपील की है कि वे 5 जून को 10 बजे जरूर 2 मिनट का मौन धारण करें। इससे उन लोगों की आत्मा को शांति मिलेगी जो हमसे बिछड़ गए हैं। उन्होंने कहा कि मौन धारण करने से पर्यावरण पर भी अच्छा प्रभाव पड़ता है।
पार्षद मोहन सिंह ने सभी पार्षदों और अपने चहेते जाने वालों से दैनिक जागरण की मुहिम सर्व धर्म प्रार्थना में भाग लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि 5 जून को 2 मिनट उन लोगों के लिए जरूर निकालें जो आत्माएं हमसे भी बिछुड़ गई हैं। उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना करें। कोरोना ग्रास बन गए उन्हें जरूर याद करना चाहिए।
फोटो कैप्शन: सतीश प्रधान, महेश बोहरा, मोहन पार्षद, मुकेश नंबरदार, रविंद्र बंसल।
लोगों ने रेलवे फाटक पर भी ओवरब्रिज बनाने की उठाई मांग
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कनीना। गांव चेलावास में बन रहे फायर ब्रिगेड स्टेशन का कार्य तो जोर शोर से शुरू कर दिया गया है। लेकिन इस रोड पर कनीना के पास ही एक रेलवे फाटक भी पड़ता है। जिसपर अभी तक कोई ओवरब्रिज नहीं बना है। क्षेत्र के लोगों ने हलका विधायक से इस फाटक पर ओवरब्रिज बनाने की मांग भी की है। लोगों ने बताया कि आगजनी की घटना के समय फाटक बंद होने की स्थिति में फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर समय पर नहीं पहुंच सकती है। वहीं कनीना से अटेली व नारनौल को जोडऩे वाला मैन रोड़ होने की वजह से भी इस रोड़ पर फाटक बंद होने पर काफी लम्बा जाम लग जाता है। इसलिए लोगों ने इस फाटक पर भी जल्द से जल्द ओवरब्रिज बनवाने की मांग की है।
समय समय पर ओवरब्रिज बनाने की मांग उठती रही है जिसे बनवाने का आश्वासन पूर्व मंत्रियों ने दिया हुआ है किंतु अभी तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। समाजसेवी महेश कुमार, दिनेश कुमार, कुलदीप बोहरा का कहना है कि यह मांग बहुत पुरानी है तथा पूरी की जानी चाहिए।
9 कनाल जगह पर बन रहा है 3 करोड़ 77 लाख रुपए की लागत से फायर ब्रिगेड स्टेशन
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कनीना। उकनीना उप-मंडल का चेलावास में करीब 3 करोड 77 लाख की लागत से बनने जा रहे फायर ब्रिगेड स्टेशन तीन माह में पूरा होने की उम्मीद है। करीब 75 फीसदी काम पूरा हो चुका है।
इस फायर ब्रिगेड स्टेशन का शिलान्याय मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के द्वारा 24 फरवरी 2019 को खुड़ाना में आयोजित हुई रैली के दौरान किया गया था। जिसका टैंडर छोड़कर संबंधित कम्पनी को निर्माण कार्य नवम्बर 2021 के अंत तक पूर्ण करने के निर्देश दिए हुए है। अभी तक कम्पनी के द्वारा करीब 75 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर दिया गया है। कनीना खंड में 54 गांव है जिनमें आगजनी की घटना होने पर महेंद्रगढ़ फायर स्टेशन से गाडियों को भेजा जाता था। जिस वजह से गाडिय़ों को घटना स्थल तक पहुंचने में काफी समय लग जाता था। अब कनीना कस्बे के पास ही फायर ब्रिगेड स्टेशन बनने के बाद से क्षेत्र में होने वाली आगजनी की घटनाओं पर तुरंत काबू पा लिया जाएगा। जिससे आगजनी के दौरान होने वाले नुकसान में भी कमी आएगी।
कनीना खंड के 54 गांवों की लगभग एक लाख से भी अधिक की आबादी को आगजनी जैसी घटनाओं से बचाने के लिए कनीना खंड के गांव चेलावास में फायर ब्रिगेड स्टेशन का निर्माण करवाया जा रहा है। नगरपालिका के जेई हितेश ने बताया कि फायर ब्रिगेड स्टेशन बनाने के लिए 9 कनाल जगह निर्धारित की गई है। जिसमें करीब 3 करोड 77 लाख रुपए की लागत से फायर बिग्रेड स्टेशन बनाने का कार्य किया जा रहा है। संबंधित कम्पनी ने अभी तक करीब 75 प्रतिशत कार्य पूर्ण भी कर लिया है।
इस फायर स्टेशन क्या कहते हैं फायर स्टेशन आफिसर-
कनीना निवासी एवं नूह में फायर स्टेशन आफिसर के रूप में कार्यरत राकेश कुमार यादव ने बताया कि वे महेंद्रगढ़ काम कर चुके हैं। जब कभी कनीना क्षेत्र में आगजनी की घटना होती थी तो महेंद्रगढ़ से गाड़ी आती थी जिसे कनीना तक 20 से 25 मिनट का समय लग जाता ैथा। जब कभी फाटक बंद होता तथा जाम की समस्या होती है तो समय ज्यादा भी लग सकता था। ऐसे में कनीना में फायर स्टेशन बन जाने से इतना समय बच जाएगा और भारी आगजनी की समस्या से छुटकारा मिल सकता है। जान माल की हानि कम होगी। उन्होंने कहा कि ये क्षेत्र के लिए होना बहुत जरूरी था।
फोटो कैप्शन: राकेश कुमार फायर स्टेशन आफिसर तथा
फोटो कैप्शन 7 व 8 चेलावास में बन रहे फायर स्टेशन निर्माणाधीन की फोटो।
कोरोना महामारी दूर करने के लिए आर्य समाज ने सेहलंग में किया हवन
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कनीना। आर्य सत्संग मण्डल, सेहलंग के यज्ञ अभियान के अंतर्गत शुक्रवार को गांव सेहलंग में चल-यज्ञ का आयोजन किया गया। इसके तहत हवन-कुंड को गांव के मुख्य मार्गों में घुमाया गया। मुरारी लाल आर्य ने बताया कि कोरोना महामारी के मद्देनजर पर्यावरण शुद्धि और विश्व शांति के लिए गांव में यज्ञ-अभियान चलाया गया है। गांव के विभिन्न प्रमुख स्थानों पर हवन का आयोजन किया गया तथा गांव के मुख्य मार्गों में हवन-कुंड को घुमाया गया है। हवन से पर्यावरण शुद्धि और विश्व शांति की कामना की गई है। पर्यावरण शुद्धि के लिए हवन में उत्तम औषधीय गुणों से युक्त सामग्री का प्रयोग किया गया। आज कोरोना वायरस ने संसार को अपनी चपेट में ले रखा है। बहुत ज्यादा लोग इस रोग से पीडि़त हैं। हवन के द्वारा पीडि़तों के शीघ्र स्वास्थ्य की तथा जो लोग बीमारी से सुरक्षित हैं उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना ईश्वर से की गई है। उन्होंने आगे कहा कि हमारे प्राचीन शास्त्रों में यज्ञ की बहुत अधिक महिमा मिलती है। यज्ञ को शास्त्रों में संसार का सर्वश्रेष्ठ कार्य बताया गया है। इस अभियान में ग्रामीणों का भरपूर सहयोग प्राप्त हुआ।
मास्टर मनोज कुमार ने यज्ञ अभियान में सहयोग करने वाले सभी ग्रामीणों का आभार जताते हुए कहा कि सभी ग्रामीण धन्यवाद के पात्र हैं जो उन्होंने इस पुण्य कार्य को सफल बनाने में हमारा सहयोग किया। उन्होंने कहा कि गांव में इस प्रकार के परोपकार के कार्य समय-समय पर आयोजित किए जाते रहेंगे। इस अभियान में राहुल आर्य, रोहित कुमार, मोनू, अमित आदि ने सहयोग किया।
फोटो कैप्शन 5: सेहलंग में हवन करते आर्य समाज के लोग।
दो गांवों में 3 संक्रमित मिले
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कनीना। कनीना उपमंडल के दो गांवों में तीन संक्रमित मिले हैं। मिली जानकारी अनुसार गांव सिहोर में एक तथा मुडायन में दो जन कोरोना संक्रमित मिले हैं। दिनों दिन कोरोना केस घटते जा रहे हैं।
महामारी के साथ-साथ श्रम विभाग की भी मार झेल रहे हैं निर्माण मजदूर
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कनीना। महामारी के साथ-साथ श्रम विभाग की भी मार झेल रहे हैं निर्माण मजदूर। ये विचार भवन निर्माण कामगार यूनियन के ब्लॉक सचिव शिवकुमार सेहलंग ने यहां जारी प्रेस बयान में कहीं।
उन्होंने कहा कि भवन निर्माण कामगार यूनियन की ओर से आने वाली 8 जून को पूरे प्रदेश में ब्लाक मुख्यालयों पर विरोध कार्रवाई की जाएगी व निर्माण मजदूरों की मांगों को लेकर आवाज उठाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि 20 फरवरी को यूनियन का राज्य प्रतिनिधिमंडल राज्य के उपमुख्यमंत्री से मिला था उस समय निर्माण मजदूरों की मांगों के संबंध में चर्चा करते हुए अनेक सहमति बनी थी। जिनमें मुख्य तौर पर फैमिली आईडी का हवाला देकर लाभ के फार्म रद्द ना किए जाने तथा 90 दिन की वेरिफिकेशन का अधिकार यूनियनों को दिए जाने, बकाया सुविधा राशि जारी करने यूनियन का प्रतिनिधि बोर्ड की कमेटी में लिए जाने आदि सवालों पर सहमति बनी थी। लेकिन 3 महीने से ज्यादा का समय बीत जाने के बावजूद भी प्रदेश सरकार को कल्याण बोर्ड की ओर से अभी तक कोई भी नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है जिसके चलते पंजीकृत निर्माण मजदूर भी बोर्ड की ओर से मिलने वाले लाभ से वंचित हो रहे हैं। जहां एक तरफ करोना महामारी से काम का संकट पैदा हो गया है वही दूसरी तरफ श्रम विभाग भी मजदूरों को परेशान करने के अलावा कुछ नहीं कर रहा है। ऐसी हालात में निर्माण मजदूरों के सामने आंदोलन के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचता है इसीलिए प्रदेशभर के निर्माण मजदूर 8 जून को सभी ब्लॉक मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन करेंगे और अपने हकों की आवाज बुलंद करेंगे । मजदूरों को 7500 रुपये मासिक मदद दी जाये व कोरोना होने पर इलाज मुफ्त किया जाये, पंजीकरण हेतु 90 दिन के कार्य तसदीक के लिए यूनियनों का अधिकार समाप्त करने के फैसले को वापिस लिया जाये, फैमली आई डी के नाम पर निर्माण मजदूरों के रद्द किये गये पंजीकरण व सुविधा फार्मो को बहाल किया जाये । जैसे अनेकोंं मांगे हैं।
सैकड़ों मरीजों के लिए सं
जीवनी बने दौसा के रोहित शर्मा
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कनीना। इस समय पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है. ऐसे में अगर सबसे कोई ज्यादा कोरोना मरीजों के लिए लड़ रहा है तो वो हैं फ्रंटलाइन वर्कर्स, डॉक्टर, नर्स, पुलिस और साथ ही वो लोग जो है तो आम इंसान, पर फिर भी सैकड़ों लोगों के लिए संजीवनी बन रहे हैं । जी हां, हम बात कर रहे है एक ऐसे समाजसेवी की जो अपने जज्बे और इंसानियत की बदौलत ऐसी मिसाल पेश कर रहे हैं कि उन्हें हर कोई सलाम कर रहा है, यह व्यक्ति है दौसा के रहने वाले रोहित कुमार शर्मा, जिन्होंने इस कोरोना महामारी में सैकड़ों लोगों की जान बचाकर उन्हें नई जिंदगी दी है ।
कोरोना की दूसरी लहर में रोहित ने आक्सीजन सिलेंडर, बेड, खून, दवाएं और एम्बुलेंस नही मिलने की कमी से मरने वाले लोगों को बचाने के लिए एक अभियान शुरू किया जिसका नाम बी ए हिरो सेव ए लाइफदिया गया । अभियान के शुरुआती दिनों में ही जब सैकड़ों लोगों की जान बचाई गई तो बहुत से लोग इससे प्रेरित होकर अभियान से जुड़े और इसके बाद यह अभियान सैकड़ों के लोगों के संजीवनी साबित हुआ । अभियान के दौरान रोहित और उसके मित्रों द्वारा पूरे राजस्थान में यह अभियान चला और प्रदेश के बाहर भी दिल्ली, उत्तरप्रदेश और हरियाणा तक भी कई लोगों को मदद पहुंचाई गई ।
अब तक 325 लोगो की दी जिंदगी
अभियान के दौरान अब तक रोहित के द्वारा 325 लोगो को प्रशासनिक सहायता से आक्सीजन सिलेंडर, रक्त, प्लाज्मा, दवाएं, इंजेक्शन, एंबुलेंस आदि उपलब्ध करवाया गया । रोहित ने बताया कि यह अभियान उन्होंने आत्म प्रेरणा से शुरू किया, जिस प्रकार आज हम हमारे बुजुर्गों स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान के विषय में पूछते है, उसी प्रकार हमारी आने वाली पीढिय़ां भी इतिहास में इस महामारी के बारे में पढ़ेगी तो पूछेगी की जब लाखो लोग मर रहे थे तब उसमे हमारा योगदान क्या था, तो हमारे पास उन्हे देने के लिए जवाब होना चहिए । साथ ही युवाओं से अपील की वो इस महामारी में वह सोशीयल मिडिया और मित्रों के सहयोग से अधिक से अधिक लोगो की सहायता करे । रोहित ने इस सेवा का पूरा श्रेय अपने मित्र सौरभ जैमन, शुभम शर्मा, शौर्य जैमन, यशदीप पाराशर, राकेश मिश्रा, वीरेंद्र जोशी, प्रशांत उपमन्यु, दीपक जोशी, धीरज पांडेय सहित उनके सभी मित्रों, उनके मार्गदर्शक आर. ए एस पंकज ओझा, मनोज पाराशर और सभी सहयोगियों को दिया जिनके सहयोग से यह संभव हुआ ।
शुक्रवार को कनीना क्षेत्र में हुई दो एमएम बारिश
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, कनीना। कनीना क्षेत्र में शुे्रवार को सुबह से शाम तक आकाश में बादल छाए रहे। दिन भर में महज दो एमएम बारिश हुई।जहां खड़ी फसल को इस बारिश का लाभ होगा वही किसान अच्छी बारिश का इंतजार कर रहे हैं ताकि खड़ी फसल की बिजाई की जा सके।
बहरहाल मौसम सुहावना हो गया है। फसलों और पौधों पर आब आ गई है। दिन भर गर्मी पड़ती रही। सन बर्निंग हो रही थी जिससे लाभ मिला है।
अवैध कब्जों को हटवाया
-सीएम विंडों पर थी शिकायत
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कनीना। सीएम विंडो पर लगाइए शिकायत की कार्रवाई करते हुए भोजावास के दुकानदारों द्वारा किए गए अवैध कब्जों को हटवाया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव भोजावास से गांव में जाने वाली मेन गली में कुछ दुकानदारों ने अपनी दुकानों के आगे चबूतरा और उसके आगे भी लोहे के तख्त डालकर 15 से 20 फुट का रास्ता रोक रखा था जिससे वहां पर आए दिन जाम की समस्या बनी रहती थी व आने जाने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता था। एक दूसरे दुकानदार की देखा देखी में अपनी दुकानों के आगे दूर तक सामान फैला रखा था जिसकी शिकायत सीएम विंडो में लगाई गई थी जिस पर कनीना ब्लाक के अधिकारियों ने मौके पर कार्रवाई करते हुए उनके दुकान के बाहर रखे सामान को हटवाया और चेताया कि अगर आगे से दोबारा ऐसा किया जाता है तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाकर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि आपस में तालमेल कर काम करें। आपस में एकता रखें। ऐसा काम करें किसी दूसरे व्यक्ति को कोई परेशानी ना हो।
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