व्यंग्य...........
-फुर्सत मोची के पास भी नहीं
-भागदौड़ की बन गई जिंदगी अब
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कनीना। सत्य कहा है इंसान मंगल की ओर जा रहा है और मानवता जंगल की ओर जा रही है। इंसान बेशक नई ऊंचाइयां छू रहा है परंतु इंसान के पास आज के दिन खाने, पीने, रहने, सोने, हंसने की सभी फुर्सत गायब हो गई हैं। आज से 50 साल पहले इनकी भरमार थी, आज धीरे-धीरे घटती जा रही है और वर्तमान में लोप हो गई हैं। यही कारण है कि पहले इंसान भोजन के लिए दिन रात मेहनत करके बड़े अदब से आलती पालती लगाकर खाना खाता था किंतु समय ने ऐसी करवट ली कि बैठकर भोजन करना भूल गया, खड़े-खड़े खाना आ गया। विवाह शादियों में भी खड़ा खाना आकर जा चुका है। आने वाले समय में भागते भागते खाना खाएगा, ट्रेन में सफर करते हुए या गाड़ी चलाते-चलाते खाना खाना पड़ेगा और वह भी समय दूर नहीं जब गोता लगाते हुए या हवा में उड़ते हुए खाना खाना पड़ेगा। जिस खाने के लिए इंसान मारामारी करता है उसके लिए भी फुर्सत नहीं। उनकी बात छोडिय़े फुर्सत किसी व्यक्ति के पास नहीं। कहने को तो बेरोजगारी बढ़ी है लेकिन हकीकत है कोई काम करना नहीं चाहता। छोटा मोटा काम जानते हैं उनके पास फुर्सत ही नहीं। एक मोची से मैंने कहा कि मुझे थोड़ा जल्दी है मेरी चप्पल गांठ दो। मोची ने कहा कि लाइन लगी है, इंतजार करें। और समय नहीं है तो कहीं ओर से चप्पल गंठवा ले। अभी एडवांस में दो जूतियां गांठने को और रखी है। कहने का अर्थ है कि किसी के पास फुर्सत नहीं है। मिस्त्रियों की बात क्या करें, हाथ के काम करने वालों का तो तौर आसमान की ओर है। मुंह मांगा पैसा मांगते हैं समय पर काम नहीं करते। मैं दावे से कह सकता हूं कि हाथ पैर जोड़कर राष्ट्रपति को तो घर पर बुला सकते हैं लेकिन किसी मिस्त्री को नहीं क्योंकि मिस्त्री के नखरे देखने लायक होते हैं। 500 700 से कम के काम पर तो भूलकर मिस्त्री नहीं करने आते फिर कहते कि बेरोजगारी है। कहां बेरोजगारी है ? काम करने वालों की कमी है ,यदि इंसान मेहनत और ईमानदारी से काम करें तो काम की कमी नहीं है। हां फुर्सत बेशक उसके पास में न हो।
आज किसी व्यक्ति को देखिए पैसे दे सकता है खून दे सकता है, जान दे सकता है किंतु फुर्सत नहीं है जो समय तुम्हें दे पाए। आज से 50 साल पहले कितना स्वर्णिम युग था जो सभी के पास फुर्सत होती थी, सभी बैठ मिलजुल कर बातें करते थे और एक दूसरे के सुख दुख में शरीक होते थे। काश वह वक्त फिर लौट आए किंतु मेरे कहने से वह समय नहीं लौट पाएगा। एक बहुत सुंदर संगीत रेडियो पर चल रहा था- जिंदगी के सफर में गुजर जाते हैं जो मुकाम वो फिर नहीं आते, वो फिर नहीं आते..... वाकई कितना बढिय़ा संगीत था जो मन को छू गया। वर्तमान में इंसान के पास फुर्सत पहले ही नहीं थी कोरोना काल ने तो और भी दूरियां बढ़ा दी, अब तो रही सही फुर्सत थी वो भी खत्म हो गई हैं। फुर्सत नहीं है।
यह सत्य है कि सभी को इस दुनिया से जाना होगा और जाते हैं। पहले कहीं कोई अनहोनी घट जाती तो 10-12 दिन घर पर बैठते थे ताकि सभी यारे प्यारे, दोस्त आदि आ सके किंतु अब किसी के पास फुर्सत नहीं और वे चाहते हैं कि व्यक्ति तो चला ही गया अब क्यों समय बैठकर बर्बाद किया जाए। इसलिए दो-तीन दिनों में काम तमाम कर दिया जाता है।
अब पढऩे लिखने की फुर्सत विद्यार्थी के पास भी नहीं बची है। याद है मुझे एक एसडीएम से एक बार मैं मिला और मैंने कहा कि श्रीमान जी मैंने 35 कृतियां अब तक प्रकाशित की है। एसडीएम साहब हंसे और कहा तुमने अपना समय बर्बाद किया है। इन पुस्तकों को सच बताओ क्या कोई पढ़ता है, मेरी आंखें रोने लगी कि जिस काम के लिए कितनी मेहनत करनी पड़ती है उसके लिए पढऩे वाले भी ढूंढने पड़ेंगे।
किसी के पास फुर्सत नहीं है चाहे कोई भैंस चराने वाला ही क्यों न हो। यही कारण है अब तो बारात में जाना हो तो भी फुर्सत नहीं मिलती, बारात में भी लोगों को पैसे देकर लाने पड़ते हैं। भविष्य में किसी के रोने के लिए 2 मिनट जाना हो तो भी पैसे देकर रोने वाले लाने पड़ रहे हैं। वक्त पर वक्त फिल्म का एक बहुत सुंदर संगीत चल रहा था...... वक्त के दिन और रात, वक्त के कल और आज..... आदमी को चाहिए वक्त से डर कर रहे, कौन जाने किस घड़ी वक्त का बदले मिजाज, वक्त का बदले मिजाज........... वाकई वक्त का मिजाज बदल गया है। इंसान का भी मिजाज बदल गया है, भविष्य में ऐसा वक्त आएगा कि शायद मरने वाले मरते रहेंगे उन्हें उठा उठा कर इधर-उधर फेंक दिया जाएगा कुत्ते नोचते नजर आएंगे क्योंकि किसी के पास अंतिम संस्कार के लिए समय ही नहीं होगा। आने वाले समय में इंसान जल्दी-जल्दी के चक्कर में सीधे भगवान को प्यारे हो जाएंगे, मरने वालों की संख्या बढ़ती ही चली जाएगी चूंकि धीरे चलने में समय बर्बाद होता है चलिये और तेज चलिये जनाब।
इसलिए अभी वक्त है बच्चों को वक्त की कदर सिखाओ, वरना यह कहते रह जाओगे--
दिल ने पुकारा है, कहां खो गये यारों
दुनिया से चले गए तो नहीं आएंगे
फिर बेशक लाख पुकारो.......।।
बाइक चोरी
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कनीना। कनीना मंडी में खेड़ी तलवाना का व्यक्ति दवा लेने आया और उसकी बाइक चोरी हो गई। चहुं ओर पता करने पर भी बाइक नहीं मिली। हारकर पुलिस में श्शिकायत की है।
मिली जानकारी अनुसार खेड़ी तलवाना का जानी नामक व्यक्ति कनीना मंडी के वेयर हाउस के पास दवा लेने आया। उसने दवा फैक्ट्री के बाहर अपनी मोटरसाइकिल खड़ी कर दी। जब वह दवा लेकर बाहर आया उनकी मोटरसाइकिल गायब मिली। उन्होंने तुरंत कनीना पुलिस चौकी को शिकायत की। पुलिस चौकी इंचार्ज अश्वनी कुमार तथा विद्यानंद मौके पर पहुंचे, सीसीटीवी फुटेज देखी और चोर को जल्द ही पकड़े जाने की संभावना है।
अंधड़ से बिजली आपूर्ति दिनभर रही बाधित
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कनीना। कस्बे में रविवार की रात को अंधड़ के चलते कई जगह पोल टूट गये तथा बिजली तारों पर पेड़ गिर जाने से दिनभर बिजली बार बार कटती रही।
बता दें कि पिछले चार-पांच दिनों से भीषण गर्मी का प्रकोप बना हुआ है। रविवार रात को मौसम में अचानक बदलाव आया। पूर्वी हवाओं का दबाव बढऩे से मौसम में नमी की मात्रा बड़ी इससे लोगों को गर्मी में तपिश से कुछ राहत मिली। अंधड़ से उप मण्डल के गांवों में बिजली आपूर्ति बाधित रही। करीब 15 से 20 स्थानों पर लाइनों में फाल्ट आ गया। बिजली विभाग के कर्मी इधर उधर फाल्ट ढूंढते देखे गये। आंधी से पेड़ गिरने पर भी कई जगह पर तार टूट गई। जिससे आपूर्ति ठप हो गई। कस्बा वासी राकेश यादव, सुरेश शर्मा, महेश, राजवीर, कर्मवीर सिंह, रूप कुमार, रवि प्रकाश, जितेंद्र, नवीन आदि ने बताया कि जब भी कभी धूल भरी आंधी चलती है तो बिजली विभाग तुरंत बिजली काट लेता है। जब उनके नंबर पर फोन करते हैं तो कहते हैं की धूल भरी आंधी की वजह से लाइन फाल्ट हो गई है।
पेयजल सप्लाई भी बाधित-
बिजली कट बार बार लगने से क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति बाधित रही। लोग पेयजल का इंतजार करते रहे किंतु पेयजल आपूर्ति दे से हो पाई। ऐसे में पेयजल सप्लाई को हाटलाइन से जोडऩे की मांग चल रही है ताकि पेयजल सप्लाई समय पर हो पाये।
कनीना में लगी 45 प्लस को 10 वैक्सीन
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कनीना। कनीना उप नागरिक अस्पताल में रविवार को चले सेशन में 45 प्लस के लोगों को कोरोना रोधी वैक्सीन दी गई। महज 10 लोगों को कोरोना डोज दी जा सकी। विस्तृत जानकारी देते हुए एसएमओ डा धर्मेंद्र यादव तथा कंप्यूटर आपरेटर पवन कुमार ने बताया कि 45 प्लस को 10 कोरोना वैक्सीन दी गई है। वैक्सीन लेने का अधिक जोर 18 प्लस के युवाओं का होता है।
विगत वर्ष जिन खेतों में सफेद लट का प्रकोप था उन्हें बाजरे की बिजाई में बरतनी चाहिए सावधानी-डा जयलाल
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कनीना। वरिष्ठ कीट वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र महेंद्रगढ़ ने उन किसानों को सावधानी से बाजरे की बिजाई करने की सलाह दी है जिन खेतों में विगत वर्ष के लट का प्रकोप था। उन्होंने बताया कि सफेद लट वैसे तो मई माह में बिजाई करने पर भूमि से निकलती है जो पीपल बेरी जाति आदि के पेड़ों पर बैठकर पनपता है और फिर मेटिंग के बाद जमीन में अंडे दे देती है। अंडे ेदेने के बाद यह लट बाजरे को नुकसान पहुंचा सकती है। बाजरे आदि की जड़ों को कुतर देने से पौधे खत्म हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि बाजरा ही नहीं अपितु ग्वार, मूंगफली तथा सावन में उगाई जाने फसलों को नुकसान पहुंचाती है। यह एक प्रकार का कीड़ा होता है जिसका काला मुंह और पीछे सफेद रंग होता है जो पूरा बनने के बाद 1 मीटर नीचे चला जाता है जो अगले मई महीने का इंतजार करता है। मई महीने में विगत वर्षों कुछ गांवों में सफेद लट का प्रकोप देखने को मिला था वहां के किसानों को सावधानी बरतनी चाहिए। कनीना क्षेत्र के खैराना, मोड़ी और मुडिया खेड़ा में इस कीट का प्रकोप देखने को मिला था। उन्होंने कहा कि इन किसानों को चाहिए कि बाजरा बोने के पढऩे से पहले रिजेंट दवा की बिजाई करें। रिजेंट नामक दवा 8 किलोग्राम प्रति एकड़ में बिजाई करने के बाद ही बाजरे की बिजाई करनी चाहिए या इस दवा को छिड़काव मिट्टी में मिलाकर कर देना चाहिए। इससे भी यह कीट मर सकता है किंतु जब खड़ी फसल होती है तो इस पर काबू पाना थोड़ा कठिन होता है। कांफीडोर नामक दवा 240 ग्राम प्रति 250 लीटर में मिलाकर छिड़काव करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मूंगफली की बिजाई करनी है तो बीज उपचार करना चाहिए। क्लोरोपाइरीफास 20 एमएल प्रति किलोग्राम बीज में मिलाकर तुरंत बिजाई कर देनी चाहिए। यदि दवा मिलाने के बाद देरी होती है तो मूंगफली का छिलका उतर जाता है। उन्होंने कहा कि अक्सर किसान बाद में सतर्क होते हैं जब तक देरी हो चुकी होती है। सावधानी से काम लेने से इस प्रकोप से बचा जा सकता है।
भोजावास में लगाई तीन कोरोना रोधी वैक्सीन
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कनीना। कनीना उपमंडल के गांव भोजावास स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर रविवार को चले कोरोना रोधी वैक्सीन देने के मसले में महज तीन डोज लग पाई। विस्तृत जानकारी देते हुए राजकुमार चौहान एचआई ने बताया कि 45 प्लस को एक डोज लगाई गई तथा 60 प्लस की दो डोज लगाई गई। कुल तीन डोज लगाई गई।
अंधड़ ने पहुंचाया भारी नुकसान
-जगह-जगह पेड़ टूटे, टीन शेड टूटी
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कनीना। शनिवार की रात को आए भीषण अंधड़ ने जहां पेड़ों को भारी नुकसान पहुंचाया है वहीं सड़क मार्गों, खेतों तथा दुकानों के आसपास पेड़ टूट कर भारी नुकसान पहुंचाया है। सुनील कुमार किसान ने बताया कि उनके खेतों में कई पेड़ टूट गए, पालिका प्रधान सतीश जेलदार ने बताया कि उनके खेतों में पेड़ टूट गए वहीं करीरा रोड पर आवागमन बाधित रहा। मुख्य मार्गों पर भी पेड़ पौधे टूट जाने से आवागमन कुछ समय के लिए बाधित रहा किंतु लोगों ने पेड़ों को काटकर खेतों से हटा दिया और जल्दी ही रास्तों को खोल दिया।
कनीना के दुकानदार दिलीप कुमार ने बताया कि उनकी दुकान के सामने पेड़ टूटकर अचानक गिर गया, रात होने के कारण रात होने के कारण कोई हताहत नहीं हुआ। रेवाड़ी रोड पर मार्बल बेचने वाली दुकान पर एक बड़ा पेड़ टूटकर गिरने से पत्थर टूटने से भारी नुकसान पहुंचाया है। जहां कई दुकानदारों की टीन शेड टूट गई वहीं बारिश नाममात्र की हुई और अंधड़ भारी आया। किसान अपने खेतों में जा जाकर पेड़ों की का जायजा ले रहे हैं। सैकड़ों पेड़ खेतों में गिर गए हैं।
किसान कृष्ण कुमार एवं योगेश कुमार का कहना है कि अंधड़ तेज गति से आया, बार-बार आया, जिससे पेड़ों को क्षति पहुंची है। पक्षियों जीव जंतुओं को भी नुकसान हुआ है।
फोटो कैप्शन 5: खेतों में पड़ा हुआ पेड़ ।
खेड़ी में पूर्व डिप्टी स्पीकर ने लगाया दुबट की याद में पेड़
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कनीना। पूर्व डिप्टी स्पीकर ने खेड़ी में पेड़ लगाया तथा अपने कार्यकर्ता कको याद किया। भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष महिला मोर्चा की प्रभारी व पूर्व डिप्टी स्पीकर संतोष यादव ने अपने वरिष्ठ कार्यकर्ता स्व चिमनलाल दुबट की याद में गांव खेड़ी तलवाना में पहुंचकर असामयिक निधन होने के कारण 2 मिनट का मौन रखा और पीपल का पेड़ लगाया ।
मिली जानकारी अनुसार चिमनलाल दुबट का 65 वर्ष की आयु में कुछ दिन पहले कोरोना के चलते निधन हो गया था।
डिप्टी स्पीकर ने भाजपा द्वारा याद में एक पौधा चलाये गये अभियान के तहत एक पीपल का पौधा लगाया और पौधे की रख रखाव की जिम्मेदारी उनके बड़े बेटे सतीश दुबट को दी।
पौधारोपण करने वालों में पूर्व चेयरमैन राजकुमार कनीनवाल , कै. सरजीत सिंह तंवर , रमेश सिंह नौताना, एससी मोर्चा कनीना अध्यक्ष धर्मपाल दुबट खेड़ी , छतरपाल सिंह , पूर्व मंडल अध्यक्ष युवा मोर्चा गोपाल राजपूत , प्रवीण जांगड़ा , सचिव संदीप तंवर , कपिल तंवर , दिनेश कुमार तंवर , रवि तंवर , अंकित तंवर व सुरेंद्र खेड़ी उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 6: पूर्व डिप्टी स्पीकर संतोष यादव खेड़ी तलवाना में पीपल का पेड़ लगाते हुए।
सोमवार को लगें
गी 100 को- वैक्सीन
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कनीना। कनीना के उप-नागरिक अस्पताल में सोमवार को 18 प्लस के युवाओं को एक सौ को-वैक्सीन लगाई जाएंगी। विस्तृत जानकारी देते हुए एसएमओ डॉ धर्मेंद्र यादव तथा कंप्यूटर आपरेटर पवन कुमार ने बताया की 18 प्लस के युवाओं को 100 को-वैक्सीन दी जाएंगी। देखें चार्ट में किन को कितनी वैक्सीन कहां लगाई जानी हैं।
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