जवाहर नवोदय विद्यालय करीरा में मनाई पटेल की जयंती
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कनीना की आवाज। जवाहर नवोदय विद्यालय करीरा में लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती मनाई। इस मौके पर अध्यक्षता राजीव सक्सेना प्राचार्य ने की तथा दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर छात्रा अलका ने समस्त उपस्थिति को एकता की शपथ दिलाई जबकि छात्रा दिव्यांशी ने सरदार वल्लभभाई पटेल की जीवनी भाषण दिया वहीं सुदेश कुमारी ने प्रेरक प्रसंग बताकर सरदार वल्लभभाई पटेल की कर्तव्यनिष्ठा का संदेश दिया।
प्राचार्य रियासतों द्वारा अपनाई गई एकीकरण नीति की शांतिपूर्ण ढंग से चर्चा करते हुए सरदार वल्लभभाई पटेल को सरदार की उपाधि से विभूषित करने की घटना की जानकारी दी।
इस अवसर पर एकता दौड़ आयोजित हुई। विद्यार्थियों अध्यापक अध्यापिका ने हाथ पकड़ एकता की दौड़ के माध्यम से एकता का संदेश दिया। तत्पश्चात लंबी दौड़ के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। प्रथम द्वितीय तृतीय स्थान पाने वाले विद्यार्थियों को तथा अध्यापक अधिकार को भी पुरस्कृत किया गया।
फोटो कैप्शन 3: सरदार पटेल को याद करता नवोदय विद्यालय का स्टाफ ।
यूरो स्कूल कनीना में हुआ खो-खो प्रतियोगिता का आयोजन
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कनीना की आवाज। यूरो स्कूल बेहतर शिक्षा के साथ-साथ बच्चों के शारीरिक व मानसिक विकास के लिए भी अग्रणीय है। स्कूल प्रांगण में कक्षा पहली से पांचवीं तक खो-खो प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह प्रतियोगिता अंतरसदनीय स्तर पर हुई। चारों सदनों के विद्यार्थियों ने बड़े उत्साह के साथ इस प्रतियोगिता में बढ़-चढ़कर भाग लिया। इन प्रतियोगियों में प्रथम एड़ीसन सदन, द्वितीय आईंस्टाईन सदन, तृतीय ड़ारविन व न्यूटन सदन रहा। इस अवसर पर यूरो ग्रुप ऑफ स्कूल के चेयरमैन सत्यवीर यादव, शैक्षणिक निदेशक डॉ राजेंद्र यादव व प्राचार्य सुनील यादव ने सभी विद्यार्थियों को इस प्रकार की प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित किया व साथ ही उन्होंने बताया कि आज के दौर में बच्चे खेल के मैदानों से दूर होते जा रहे हैं व मोबाईल पर डिजीटल गेम की तरफ उनका रूझान बढ़ता जा रहा है जिससे उनकी मानसिक व शारीरिक अवस्था बिगड़ती जा रही है। इस प्रकार की प्रतियोगिताएं इस अवस्था से उभरने, सहयोग की भावना व भाईचारे की भावना जागृत करने में सहायक होती हैं। यह प्रतियोगिता खेल कोच ममता यादव व कुलदीप यादव के दिशा-निर्देश में करवाई गई। इस अवसर पर समस्त अध्यापकगण एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 01: यूरो स्कूल में आयोजित खो खो प्रतियोगिता का नजारा
एसडी विद्यालय में मनाया गया राष्ट्रीय एकता दिवस
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कनीना की आवाज। एसडी विद्यालय में राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर विद्यालय निदेशक जगदेव यादव ने स्टॉफ सदस्यों, एनसीसी एवं एनएसएस कैडेट्स के साथ सरदार वल्लभ भाई पटेल की फोटो पर पुष्प अर्पित कर अखण्ड भारत के लिए उनके योगदान व शिक्षाओं को सभी से सांझा किया। राष्ट्रीय एकता दिवसष् के उपलक्ष्य में पोस्टर मेकिंग, पैटिंग, कविता वाचन एवं आलेख लेखन आदि प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। विद्यालय में चल रही एनसीसी एवं एनएसएस युनिट कैडेट्स द्वारा रन फार युनिटी का आयोजन भी किया गया। विद्यालय निदेशक के द्वारा राष्ट्रीय एकता दिवसष् के उपलक्ष्य में सभी को बधाई दी व बताया कि स्वतंत्र भारत को एक सुत्र में बांधने का श्रेय सरदार वल्लभ भाई पटेल को जाता है। उनके द्वारा अपनी सूझ-बूझ से अलग-अलग रियासतों को एकीकरण कर भारत को संगठित किया। किसान परिवार में जन्में सरदार वल्लभ भाई पटेल बचपन से ही निडर व दृढ़निश्चयी थे। वर्तमान में अखण्ड भारत उनकी दूर दृष्टि सोच का ही परिणाम है। देश की एकता बनाए रखने के अनेक प्रयासों के कारण उन्हें भारत के लौह पुरुष के नाम से भी जाना जाता है। इस अवसर पर प्राचार्य ओमप्रकाश यादव, उपप्राचार्य पूर्ण सिंह, सी.ए.ओ. नरेन्द्र यादव, सीइओ आरएस यादव एवं संदीप सिंह, प्रितम सिंह, राजकुमार डीपी, प्रदीप डीपी आदि समस्त स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 2: राष्ट्रीय एकता दिवस मनाते एसडी स्कूल का स्टाफ।
समाजसेवी की याद में आयोजित हुये कई कार्यक्रम
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कनीना की आवाज। कनीना के समाजसेवी स्व राव सतवीर सिंह बोहरा की तीसरी पुण्यतिथि पर कई कार्यक्रम आयोजित किये गये।
राव सतवीर सिंह बोहरा की पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर गणमान्य लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले लोगों में फल भी वितरित किए गए। महेश बोहरा ने बताया कि उनके स्वर्गीय पिता राव सत्यवीर सिंह बोहरा को गायों की सेवा करना बहुत अच्छा लगता था। उन्होंने अपने दादा के पदचिन्हों पर चलते हुए कनीना गौशाला के संस्थापक व प्रथम प्रधान बने महेश बोहरा ने बताया कि उनके पिता 35 सालों तक किसानों की सेवा भी करते रहे। किसानों को उच्च कोटि के बीज उपलब्ध करवाने व खेती के बारे में जानकारी उपलब्ध करवाते थे। उन्होंने वार्ड नंबर 10 के पार्षद बनकर वार्ड में बहुत काम करवाएं। वे हमेशा कहते थे कि गायों की सेवा और जरूरतमंद इंसान की मदद करना ही सच्चा धर्म है।
इस मौके पर पूर्व पार्षद वह भारत विकास परिषद कनीना के अध्यक्ष मोहन सिंह , डॉक्टर नरेंद्र यादव, सतवीर यादव कनीना बार के प्रधान दीपक चौधरी, एडवोकेट मनोज शर्मा, लालाराम, सुरेंद्र यादव, पवन कुमार, गोविंद यादव, डॉ सतीश मलिक, राजकुमार यादव, कृष , केशव, जतिन सहित अन्य गणमान्य लोगों ने पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
फोटो कैप्शन 4: राव सतबीर सिह बोहरा को याद करते हुए गणमान्य जन।
गाहड़ा की हरिजन बस्ती में पेयजल की कमी
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कनीना की आवाज। गांव गाहडा की हरिजन बस्ती जो नहर के दक्षिण दिशा में कनीना सीहोर रोड पर स्थित है जिसमें लगभग 50 सं 60 घर हैं। इस हरिजन बस्ती में पीने के पानी की सप्लाई के लिए एकमात्र वाटर सप्लाई का ट्यूबेल है जिसके ट्यूबवेल की मोटर को जले हुए 4 दिन हो गए हैं। इस ट्यूबवेल के अलावा यहां पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। लोगों राकेश कुमार, दिनेश एवं सुरेश कुमार का कहना है कि जब इस संबंध में अधिकारियों से बार-बार शिकायत करते हैं तो फोन करने पर एक ही जवाब मिलता है कि हम चुनाव ड्यूटी में व्यस्त हैं। यह समस्या केवल आज की नहीं है जब भी कभी यह मोटर खराब होती है तो इसी प्रकार चार-पांच दिन हरिजन बस्ती को प्यासा मरना पड़ता है।
घर से स्कूल में गया लड़का वापस न आने पर परिजनों ने पुलिस में दी शिकायत, मामला दर्ज
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कनीना की आवाज। कस्बे के वार्ड नम्बर 8 से एक 12 वर्षीय लड़के के लापता होने का मामला प्रकाश में आया है। परिजनों ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनका लड़का दिनेश 29 अक्टूबर को घर से रेलवे स्टेशन के पास सरकारी स्कूल में गया था। जो अब तक घर पर नहीं आया है। जिसके बारे में उन्होंने अपने स्तर पर सभी जगह तलाश कर ली है। लेकिन अभी तक उसके बारे में कोई भी सुराग नहीं लगा है। पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
गोपाष्टमी पर गौशालाओं में होंगे कई कार्यक्रम
-एक नवंबर को है गोपाष्टमी
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कनीना की आवाज। एक नवंबर को गोपाष्टमी के पर्व पर कनीना एवं आस पास गौशालाओं में कई कार्यक्रम होंगे। कहीं हवन आयोजित होगा कहीं गायों की पूजा करके उन्हें मीठा चारा चराया गया। गायों की सेवा से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं
गायों की सेवा के चलते भगवान श्रीकृष्ण गोविंद नाम से जाना जाता है। गाय को माता का दर्जा दिया हुआ है और उसमें सभी देवता निवास करते हैं। गायों की सेवा करने से संताप नष्ट होते हैं वहीं जिस घर में गाय पाली जाती है उस घर में कोई आपदा एवं गरीबी नहीं आती है। इस मौके पर दूर दराज से भक्तजन पहुंचे।
गोपाष्टमी का पर्व मनाए जाने के पीछे कई कहानियां प्रचलित हैं। लालदास महाराज ने बताया कि इंद्र का गर्व चूर करने के लिए सात दिनों तक गोवर्धन पर्वत को भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी कनिष्ठ अंगुली पर उठाए रखा था जिसके चलते इंद्र का गर्व आठवें दिन चूर चूर हो गया और वे भगवान श्रीकृष्ण की शरण में आ गए थे। तभी से भगवान श्रीकृष्ण का नाम गोविंद पड़ा था। इस दिन भगवान को कामधेनु ने अपनी दुग्ध धारा से नहलाया था और भगवान श्रीकृष्ण ने गायों की सेवा करने का वचन दिया था। तभी से यह पर्व चला आ रहा है।
एक दूसरी कहानी सुनाते हुए सुरेंद्र जोशी ने बताया कि बलराम एवं श्रीकृष्ण ने गोकुल में गायों की सेवा करने का प्रशिक्षण लिया था और गोपाष्टमी के दिन माता यशोदा एवं नंद बाबा से आज्ञा पाकर गायों को जंगल में चराने का निर्णय लिया था। उस वक्त भगवान श्रीकृष्ण की उम्र महज छह-सात वर्ष थी। उनके द्वारा गाए चराने पर ही उनका नाम गोपालक पड़ा। भगवान श्रीकृष्ण जीवनभर गायों के रक्षक एवं सेवक बने रहे थे। यह भी माना जाता है कि राधा ने इसी दिन से जंगल में गाए चरानी शुरू की थी चूंकि लड़कियों को गाये चराने की अनुमति नहीं थी किंतु उन्होंने पुरुष ग्वाले के वस्त्र धारण किए और भगवान श्रीकृष्ण के साथ वन में गाए चराने निकल पड़ी थी।
पंचायत चुनाव जीतने के लिए कर रहे हैं सभी प्रयास
-मतदान दो नवंबर को
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कनीना की आवाज। कनीना खंड के विभिन्न गांवों में पंचों के मतपेटियों तथा सरपंचों के ईवीएम से दो नवंबर को चुनाव होने जा रहे हैं। एक नवंबर को पोलिंग स्टेशनों पर पोलिंग पार्टियां पहुंच जाएंगी। दो नवंबर के पंचायत चुनावों में प्रत्याशी जीत के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। अंतिम समय में भी चुनाव जीत की रणनीति बना रहे हैं।
चुनाव नामांकन से भी पहले सरपंच अपनी अपनी जीत के लिए तथा वोट पाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। इन चुनावों में हार जीत किसी की भी हो किंतु अपने अपने हर संभव प्रयास कर रहे हैं। कनीना खंड के 55 गांवों में जहां 55 ही सरपंच चुने जाने हैं।
वोट पाने के इच्छुक जन बार बार वोटरों के पास जा रहे हैं। उनसे हर बार वादा करवा रहे हैं कि वोट उन्हीं को देंगे। कभी किसी बहाने तो कभी किसी बहाने से जा रहे हैं। वोटर भी अब तंग आकर कहने लगे हैं कि वोट मिल जाएंगे आप लोग निश्चित रहे तो चुनाव लडऩे वाले के मुख से निकलता है कि- दिल है कि मानता नहीं।
वोट पाने के लिए प्रत्याशी न जाने कहां कहां तथा किस किस गली में जाने को तैयार हैं। जिस उबड़ खाबड़ गली में दिन के वक्त निकलना मुश्किल वहां रात के अंधेरे में गुजरना होता है। रास्ते किंतु क्या करें बेचारे वोट के भिखारी बन कर गाते नजर आते हें-वोट ने क्या क्या राह दिखाए।
चुनावों के दौरान पीना पिलाना स्वाभाविक बन रहा है। पियक्कड़ भी तो कम नहीं हें। वे घर पर जाकर प्रत्याशी की पी भी लेते हैं और अपने घर के लिए कोटा भी ले आते हैं। अगर मना किया जाए तो तीखे तेवर दिखाते भी नजर आते हैं।
चुनाव लडऩे वालों को अब सरपंच या पंच नहीं कहकर पुकार रहे बल्कि एमपी एवं एमएलए कहकर संबोधित कर रहे हैं। जब कोई सरपंच का प्रत्याशी या पंचायत समिति का प्रत्याशी वोट के लिए आता है तो कह देते हैं लो एमपी आ गया वहीं पंच के चुनाव लडऩे वाले को एमएलए आ गया कहकर पुकार रहे हैं।
यूं तो इस बार के चुनाव लडऩा अति महंगा साबित होगा। पंच के चुनाव एमएलए से कम नहीं तो सरपंच के एमपी से कम नहीं हैं। चुनावों से पूर्व से ही चुनाव की तैयारी एवं वोट मांगने का काम चल रहा है जो अभी जारी रहेगा किंतु अंतिम चरण के चुनाव लडऩे वालों को तो अधिक दिनों तक खर्च वहन करना पड़ता है।
चुनाव लडऩे वाले अब सभी काम जैसे नामांकन, वोट मांगने तथा चुनाव लडऩे के लिए तैयार होने संबंधित सभी कार्य साधु संतों एवं ज्योतिषियों के सहारे कर रहे हैं। सुबह सवेरे उनके आगे बिल्ली आ जाए या खाली घड़ा आ जाए तो अपने कदम वापस खींच लेते हैं। ऐसे में वे परेशान होते हैं तो साधु संत का मिलना एवं पानी से भरा घड़ा मिले तो खुश होकर आगे बढ़ जाते हैं।
मतदाता के सामने भी अजीब सी परिस्थिति बन गई है। उसके पास महज एक वोट होता है और उसे मांगने के लिए कई जन आ रहे हैं। कोई अपने लिए, कोई अपनी बीवी के लिए, कोई अपनी बहन तो कोई अपने भाई के लिए......। ऐसे में वोटर संशय में है और उसके सामने विकट समस्या है कि एक वोटर भी बहुत स्याने हो गए हैं। वे प्रत्याशी की हर बात पर नजर रखते हैं।
सरपंच तथा पंच के चुनाव दो नवंबर को
-691 पोलिंग पार्टि
यां आज होंगी अपने बूथों पर रवाना
-जिला प्रशासन ने किए पुख्ता प्रबंध : उपायुक्त
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कनीना की आवाज। जिला महेंद्रगढ़ में निष्पक्ष व शांतिपूर्ण चुनाव करवाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। जिला परिषद व पंचायत समिति के चुनाव के बाद अब सरपंच तथा पंच के चुनाव दो नवंबर को होंगे। इसके लिए 691 पोलिंग पार्टियां एक नंबर को अपने-अपने बूथों के लिए रवाना होगी। इससे पहले उन्हें मौके पर ही तीसरी ट्रेनिंग दी जाएगी।
यह जानकारी देते हुए उपायुक्त डॉ जयकृष्ण आभीर ने बताया कि जिला महेंद्रगढ़ में सरपंच पद के 1529 उम्मीदवार मैदान में है जिनमें 806 पुरुष तथा 723 महिला उम्मीदवार शामिल है। इसी प्रकार पंच पद के लिए 4593 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमाएंगे जिनमें 2402 पुरुष तथा 2151 महिला कैंडिडेट शामिल हैं।
उपायुक्त ने बताया कि जिला महेंद्रगढ़ में कुल 691 बूथ है। इन पर 760 पोलिंग पार्टियां लगाई जाएंगी। इसमें 10 फीसदी को रिजर्व में रखा जाएगा।
उन्होंने बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग, हरियाणा ने पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव लडऩे के लिए खर्च की सीमा निर्धारित कर रखी है। इसके तहत पंच पद का उम्मीदवार अधिकतम 50,000 रुपए, सरपंच पद का उम्मीदवार अधिकतम 2 लाख रुपए चुनाव खर्च कर सकता है। नामांकन जमा कराने से उम्मीदवार को नतीजे घोषित होने तक अपने खर्च का प्रतिदिन विवरण रखना है।
उपायुक्त ने बताया कि जिला महेंद्रगढ़ में निष्पक्ष व शांतिपूर्ण चुनाव के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। संवेदनशील तथा अति संवेदनशील बूथों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट भी तैनात किए गए हैं। जिला में सेक्टर सुपरवाइजर भी लगाए गए हैं।
उन्होंने बताया कि जिला परिषद व पंचायत समिति के चुनावों की तरह इस बार भी जिला में शांतिपूर्ण मतदान होगा। सभी पोलिंग पार्टियों को दो ट्रेनिंग दिलाई गई है तथा अंतिम ट्रेनिंग ईवीएम तथा चुनाव सामग्री उठाते समय दी जाएगी। इसी दौरान संबंधित पोलिंग पार्टी को उनके बूथ के बारे में जानकारी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि चुनावी ड्यूटी बहुत ही महत्वपूर्ण होती है। ऐसे में अगर कोई अधिकारी व कर्मचारी लापरवाही बरतता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
खंडवाइज यह है बूथों की संख्या--
नांगल चौधरी में 81, अटेली में 85, नारनौल में 97, महेंद्रगढ़ में 137, सतनाली में 58, कनीना में 120, सिहमा में 52 व खंड निजामपुर में 61 बूथ बनाए गए हैं।
यहां से पोलिंग पार्टियां लेंगी चुनावी सामग्री-------------
उपायुक्त डॉ जयकृष्ण आभीर ने बताया कि पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव के लिए नारनौल खंड के लिए राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नारनौल, निजामपुर खंड के लिए राजकीय महिला कॉलेज नारनौल, नांगल चौधरी खंड के लिए क्लब हाल नारनौल, अटेली खंड के लिए पीआर सेंटर नारनौल तथा सिहमा खंड के लिए राजकीय महिला प्रशिक्षण केंद्र नारनौल, महेंद्रगढ़ खंड के लिए राजकीय स्नातकोत्तर कॉलेज महेंद्रगढ़, कनीना खंड के लिए राजकीय महाविद्यालय कनीना तथा सतनाली खंड के लिए राजकीय महिला महाविद्यालय महेंद्रगढ़ से चुनावी पार्टियां चुनावी सामग्री लेकर रवाना होगी।