Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**: June 2023

Friday, June 30, 2023


















 
गुढ़ा में हुआ कन्या के जन्म पर कुआं पूजन
-बेटी के जन्म पर कुआं पूजन, गाजे-बाजे के साथ मनाई खुशी
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कनीना की आवाज। उपमंडल के गांव गुढ़ा में कन्या के जन्म पर कुआं पूजन कर खुशियां मनाई गई। कन्या के दादा डॉक्टर शिशुपाल बेदी ने बताया कि उनके घर पर कन्या का जन्म हुआ है इससे बहुत खुशी है उन्होंने बताया कि उनके पिताजी सुप्रसिद्ध संगीत एवं हास्य कलाकार स्वर्गीय अमर सिंह बेदी के पद चिन्हों पर चलते हुए बेटा और बेटी में कोई भी भेदभाव ना समझते हुए जिस तरीके से बेटा होने पर खुशी मनाई जाती है उसी तरीके से बेटी होने पर भी खुशी मनाई गई। नवजात कन्या के पिता सतीश बेदी व मां सबीना  ने बताया कि पहली संतान कन्या के रूप में हुई है। जिससे बहुत खुशी है। उन्होंने कहा कि नवजात कन्या के जन्म पर गाजे-बाजे के साथ कुआं पूजन की रस्म निभाई गई।  गांव सहित आसपास के  लोगों ने इस कार्य की सराहना की एवं सभी ने बच्ची को आशीर्वाद प्रदान किया।
फोटो कैप्शन 08: कन्या पूजन करते हुए।








 राष्ट्रीय चिकित्सा दिवस एक जुलाई
 चिकित्सक दूसरा भगवान माना जाता है
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कनीना की आवाज। एक जुलाई को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाया जा रहा है। डाक्टरों का योगदान अहं होता है। कहावत है कि भगवान के बाद अगर किसी का नाम आता है तो वो डॉक्टर होते हैं। डाक्टर दिन-रात अपने परिवार की ओर कम ध्यान देकर चिकित्सकों मरीजों पर अधिक ध्यान देते हैं। वो सच्चे भक्त कहलाते हैं। भक्तों को सैनिक माना गया है। डााक्टर सीमा पर तो नहीं लड़ते परंतु बीमारियों से पीडि़त लोगों की जान बचाते हैं। समाज के महत्वपूर्ण होते हैं। उनके बलिदानों को सदा याद रखना चाहिए। प्रसिद्ध डॉक्टर विधान चंद्र राय के सम्मान में यह दिन मनाया जाता है जो पिछले 32 वर्षों से मनाया जा रहा है।
 क्या कहते हैं क्षेत्र के लोग एवं समाजसेवी-
सुरेश कुमार कनीना का कहना है कि डाक्टर अपनी जान को जोखिम में डालकर मरीजों की जान को बचाते हैं। ये किसी गंभीर हालात में मरीज आता है उसको भी बड़ा ध्यान से देखकर इसकी सेवा करते हैं। उनका कार्य महान होता है। उनको इस दिन याद करना चाहिए।
समाजसेवी अजीत कुमार झगडोली निवासी बताते हैं कि डाक्टर एक स्वतंत्रता सेनानी और शिक्षा के समर्थक जैसी कई भूमिका निभाते है।  दूसरों को खतरे से बचाने के लिए अपना जीवन बलिदान कर सकते हैं। उनके जीवन महान कार्य को हमें कभी नहीं भुलाना चाहिए जो दूसरों की भलाई में सदा समर्पित रहते हैं। समाजसेवी वेद प्रकाश का कहना है कि डाक्टर बड़ी भूमिका निभाते हैं ताकि इंसान बीमारियों से मुक्त रहे, लंबी उम्र जीए और उनका कार्य एक महान सैनिक के बराबर होता है। दिन रात मेहनत करनी पड़ती है। अपने कर्तव्य निभाने के लिए वह अपने जीवन की भी बलि चढ़ाने से नहीं चूकते। लाखों मरीजों को प्रतिदिन डॉक्टर बचाते हैं। ऐसे में उनके महान योगदान को कभी नहीं भूलना चाहिए।
डा सुंदरलाल एसएमओ कनीना का कहना है कि डाक्टर को मरीजों की बीमारी दूर करने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए। तअपनी जान की परवाह न कर मरीज की जिंदगी बचाने में कोई कसर नहीं छोडऩी चाहिए।
 डॉक्टर को अपनी जिम्मेदारी को बखूबी से समझना चाहिए और सदा यह सोच कर कि उनके हाथों से कोई मरीज बच जाए सेवा करनी चाहिए।
 फोटो कैप्शन: डॉक्टर सुंदरलाले एसएमओ, समाजसेवी अजीत कुमार, समाजसेवी वेद प्रकाश, सुरेश कुमार।








कनीना में शुरू हो गया है दमकल केंद्र
-एक गाड़ी और 6 फायर ऑपरेटर करेंगे काम
-375 लाख रुपये का आया है खर्चा
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कनीना की आवाज। उपमंडल कनीना से करीब 2 किलोमीटर दूर चेलावास में कनीना का दमकल केंद्र शुरू हो गया है। अभी तक कनीना उपमंडल में दमकल केंद्र का अभाव था। शुक्रवार को चेलावास की बणी में निर्मित दमकल केंद्र कर दिया गया है और यहां एक फायर गाड़ी तथा 6 आपरेटर 24 घंटे काम करेंगे। इस पर 3.75 करोड़ रुपये का खर्चा आया है।
 इस संबंध में विकास कुमार उप दमकल अधिकारी ने बताया कि अभी तक इस पर केंद्र को मंजूरी नहीं मिली है, परंतु मंजूरी के लिए उच्च अधिकारियों को पत्र प्रेषित कर दिया गया है। इसके बाद ही यहां 18 फायर ऑपरेटर और तीन दमकल गाडिय़ां होंगी। फिलहाल अस्थाई तौर पर एक गाड़ी और 6 ऑपरेटर रख दिए गए हैं।
 कनीना नाम को लेकर रोष जताया-
शुक्रवार की सुबह जब दमकल केंद्र कनीना नाम लिख दिया गया तो चेलावास के लोगों ने दमकल केंद्र के बाहर पहुंचकर धरना दिया और इसका नाम चेलावास रखने की गुहार लगाई। मौके पर एसडीएम कनीना सुरेंद्र सिंह पहुंचे और उन्होंने समस्या को जाना तत्पश्चात एसडीएम ने दमकल केंद्र कनीना का नाम बदलकर दमकल केंद्र चेलावास और ब्रैकेट में कनीना लिखवा दिया गया। जिसके बाद चेलावास के लोग शांत हुये।
दमकल केंद्र है दो मंजिला-
कनीना उपमंडल के लिए चेलावास में बनाया गया दमकल केंद्र दो मंजिला है जिसमें 14 कमरें तथा महिला पुरुषों के लिए चार टायलेट हैं वहीं 8 गाडिय़ां खड़ी करने के गैरेज हैं। दो किचन,वर्कशाप, बड़ा हाल तथा सभी सुविधाओं से परिपूर्ण है। इसका उद्घाटन विधिवत रूप से अभी नहीं किया गया है।
 फोटो कैप्शन 6: दमकल केंद्र कनीना के बाहर नाम बदलने की मांग करते चेलावास निवासी
फोटो कैप्शन 7: कनीना चेलावास का दमकल केंद्र






श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन कृष्ण लीला का हुआ वर्णन
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कनीना की आवाज।  शुक्रवार को कनीना के स्वामी वाड़ा स्थित ठाकुर जी के मंदिर में श्रीमद् भागवत कथा के पांचवे दिन भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया।   श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान महायज्ञ के पांचवे दिन कथा व्यास आचार्य पूर्ण देव महाराज ने भक्तों को भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीला का वर्णन सुनाया। उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण के पैदा होने के बाद कंस उसको मौत के घाट उतारने के लिए अपनी राज्य की सर्वाधिक बलवान राक्षसी पूतना को भेजता है। पूतना वेश बदलकर भगवान श्रीकृष्ण को अपने स्तन से जहरीला दूध पिलाने का प्रयास करती है। लेकिन भगवान श्रीकृष्ण उसको मौत के घाट उतार देते हैं। उसके बाद कार्तिक माह में ब्रजवासी भगवान इंद्र को प्रसन्न करने के लिए पूजन का कार्यक्रम करने की तैयारी करते हैं। भगवान कृष्ण द्वारा उनको भगवान इंद्र की पूजन करने से मना करते हुए गोवर्धन महाराज की पूजन करने की बात कहते हैं। इंद्र भगवान उन बातों को सुनकर क्रोधित हो जाते हैं। वह अपने क्रोध से भारी वर्षा करते हैं। जिसको देखकर समस्त ब्रजवासी परेशान हो जाते हैं। भारी वर्षा को देख भगवान श्री कृष्ण गोवर्धन पर्वत को अपनी कनिष्ठा अंगुली पर उठाकर पूरे नगरवासियों को पर्वत को नीचे बुला लेते हैं। जिससे हार कर इंद्र एक सप्ताह के बाद वर्षा को बंद कर देते हैं।
जिसके बाद ब्रज में भगवान श्री कृष्ण और गोवर्धन महाराज के जयकारे लगाने लगते हैं। मौके पर भगवान को छप्पन भोग लगाया गया। इस अवसर पर  अनिल सरपंच, अतर सिंह, प्रधान रणसिंह खेड़ी, उप प्रधान धर्मपाल, कृष्ण कुमार, सचिव देशराज, धनपत साहब ,सत्य राज साहब ,प्रतीक वशिष्ट ,पवन कुमार शर्मा ,सरिता भारद्वाज ,अरूणा कौशिक, संतोष शर्मा ,दिव्या कुमारी ,कमलेश यादव ,सरोज देवी ,शकुंतला सैकड़ों श्रोता मौजूद थे।








भागवत कथा का पांचवां दिन
जीवों की उत्पत्ति चार प्रकार से होती है-पंडिम पूर्णदेव शास्त्री
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कनीना की आवाज। संसार में जीव चार प्रकार से उत्पन्न होता है अर्थात जरायुज, अण्डे , स्वदेज और उद्विज। श्री महाभागवत में लिखा है योनिया 84 लाख होती है और वर्तमान वैज्ञानिक इनसाक्लोपीडिया कहती है कि योनियां सतासी लाख होती हैं। परंतु श्रीमद्भागवत के अनुसार जलचर से योनि 9 लाख ,पेड़ों से 20 लाख ,कीट पतंगा से 11 लाख, पक्षी आकाश से 10 लाख, जंगली पशु 30 लाख व आदमी की योनि 4 लाख प्रकार की होती है। जो आत्मा के माध्यम से पेड़ों से लेकर मनुष्य योनि तक परिवर्तन होती रहती है। ये विचार कथावाचक श्रीमद्भागवत गीता ठाकुरजी के बड़ा मंदिर स्वामीवाड़ा में पांचवें दिन आचार्य पूर्ण देव शास्त्री मथुरा वृंदावन ने अपने प्रवचन में कही। उन्होंने बताया योनि का मतलब उत्पन्न होना है। यह बात विष्णु पुराण और पदम पुराण में पुनर्जन्म का वर्णन मिलता है।
 मंदिर में पुजारी कंवरसेन वशिष्ठ ने बताया कि आज भगवान भगवतकथा में पूतना मोक्ष के बारे में बताया। इसके माध्यम से अज्ञान और अंधेरे को दूर करना, और गोपियों का चीर हरण का मतलब, अविधा का नाश, कालिया नाग, गोपी दर्शन और गोवर्धन पूजा का विशेष महत्व श्रोताओं को विस्तार से समझाया। वैदिक मंत्र उच्चारण के साथ 5 पंडितों द्वारा सुबह हवन का आयोजन किया गया और कथा सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे का समय रखा गया। दो जुलाई को हवन व प्रसाद वितरण होगा। आचार्यजी ने बताया कि श्रीमद्भागवत कथा के समापन प्रसाद ग्रहण करना और कराना बहुत फलदायक होता है।
 इस मौके पर अनिल सरपंच, अतर सिंह, प्रधान रण सिंह खेड़ी, उप प्रधान धर्मपाल, कृष्ण कुमार, सचिव देशराज, धनपत साहब ,सत्य राज साहब ,प्रतीक वशिष्ठ ,पवन कुमार शर्मा ,सरिता भारद्वाज ,अरूणा कौशिक, संतोष शर्मा ,दिव्या कुमारी ,कमलेश यादव ,सरोज देवी ,शकुंतला सैकड़ों श्रोता मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 05: श्रीमदभागवत कथा सुनाते पंडित पूर्णदेव शास्त्री।






आश्वासन के बाद भी
 110वें दिन जारी रहा धरना
-शांतिपूर्ण ढंग से रहा कट के लिए धरना
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कनीना की आवाज। सेहलंग एवं बाघोत के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग पर कट की मांग को लेकर ग्रामीण 110 दिनों से धरने पर बैठे हैं। धरने की अध्यक्षता प्यारेलाल बाघोत ने की।
धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष चेयरमैन विजय सिंह ने बताया कि सरकार की तरफ से हमें आश्वासन मिला हुआ है लेकिन जमीनी स्तर पर अभी तक कोई कार्य शुरू नहीं हुआ। संघर्ष समिति के सदस्य चेयरमैन सतपाल पोता और दाताराम बाघोत ने बताया कि बाघेश्वर धाम धार्मिक स्थल है। यहां पर साल में दो बार मेला भरता है। शिव भोले बाबा के दर्शन करने के लिए लाखों लोग यहां पर इकट्ठे होते हैं। लोगों की भीड़ और आस्था को देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है की राष्ट्रीय राजमार्ग बाघोत -सेहलंग रोड के साथ कनेक्टिविटी बहुत जरूरी है।
 संघर्ष समिति के सदस्य नरेंद्र शास्त्री छिथरौली ने बताया कि सरकार का मोटो है सबका साथ- सबका  विकास। यह तभी संभव होगा जब सरकार राष्ट्रीय राजमार्ग बाघोत -सेहलंग कट को बना देती है। राष्ट्रीय राजमार्ग 152-डी पर यह कट बनने से इसके साथ लगने वाले 50 गांव के बच्चों की शिक्षा, उद्योग और रोजगार के लिए अवसर मिलेंगे, तभी अपने इलाके का विकास होगा। जब तक सरकार हमारी मांग पूरी नहीं करती है, तब तक धरना जारी रहेगा।
  इस मौके पर भरत सिंह कमांडो , शेर सिंह, हेमराज साहब,  पहलवान रणधीर,   रामकुमार,  धर्मवीर, सुरेंद्र, जले सिंह, सत्य प्रकाश, डॉ राम सिंह, मास्टर विजय सिंह, बाबूलाल, ठेकेदार शेर सिंह, जय सिंह पंच, मनोज कुमार, सतनारायण,  वेदप्रकाश
व गणमान्य लोग मौजूद रहे।
फोटो केप्शन 04: कट के लिए धरने पर बैठे लोग।





 

अंतरराष्ट्रीय फल दिवस -1 जुलाई
सेहत का राज छुपा है फलो में
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कनीना की आवाज। फलों का नाम लेते ही खट्टे मीठे अनेक प्रकार के फलों की याद ताजा हो जाती है। अंतरराष्ट्रीय फल दिवस भी एक जुलाई को मनाया जाता है। अंतरराष्ट्रीय फल दिवस फलों के महत्व को दर्शाता है। प्राचीन समय से ही इंसानों का फलों से यह लगाव रहा है इसलिए जहां कहीं मधुर मधुर फिर मिलते हैं इंसान प्रसन्नचित मिलता है। यूं तो हर देश में अपने अलग-अलग प्रकार के फल होते हैं किंतु कुछ ऐसे फल है जो पूरे ही विश्व में पाए जाते हैं। इनमें से कुछ फल निम्र हैं।
 जिनमें केला एक फल है। केला हिंदू धर्म में पवित्र माना जाता है इसलिए से पूजा विधान तथा विभिन्न शहरों में वितरित किया जाता है इसमें पोटैशियम अधिक मिलता है जो हृदय को स्वस्थ रखता है। महाराष्ट्र केले के लिए मशहूर है जिसे भारत का केले का शहर नाम से जाना जाता है। अनार एक ऐसा फल है सभी फलों का शाही ताज कहलाता है। अनेक लोकोक्तियां भी इस आधार पर बनाई हुई हैं। प्राचीन समय से लोग भी अनार से परिचित थे। यह जीवन उर्वरता, समृद्धि, प्रचुरता का प्रतीक है। आम फलों का राजा आम पूरे विश्व में पाया जाता है। प्राचीन काल में इसे समृद्धि का प्रतीक माना जाता था। यह देवताओं पर अर्पित किया जाता रहा है। पौराणिक कथाओं में भी कहा गया है कि आम पेड़ की पत्तियां अनेकों स्थानों पर प्रयोग की जाती है। इसके लाभ के दृष्टिगत इसकी दूरदराज खेती की जाती है। अंगूर एक शराब का फल एवं उर्वरता, प्रचुरता, धन का प्रतीक माना जाता है। अंगूर खाने के लिए सबसे अहम माना जाता है। महाराष्ट्र राज्य अंगूर के लिए प्रसिद्ध है। नारियल एक ऐसा फल है जो सिर्फ श्रीफला नाम से जाना जाता है। भगवान के प्रतीक का फल नारियल है। सभी जगह से अर्पित किया जाता है। नारियल का जल देवी देवताओं को चढ़ाया जाता है।
 क्या कहते हैं लोग फलों के गुणों के बारे में ?  क्या कहते हैं वैद्य-
वैद्य श्रीकिशन बताते हैं कि फलों के सेवन से इम्यून सिस्टम मजबूत बनता है। ऐसे में 1 दिन में कम से कम 2 फल और मौसमी सब्जियां भोजन में शामिल करनी चाहिए। रोजाना फल खाने चाहिए क्योंकि फलों में विटामिन खनिज, फाइबर बहुत अधिक मात्रा में मिलते हैं। फल दिल की बीमारी, कैंसर, मधुमेह आदि बीमारियों के जोखिम को कम करते हैं।
 क्या बालकिशन शर्मा -
करीरा के प्रसिद्ध वैद्य बालकिशन शर्मा बताते हैं कि फलों में एंटी वायरल गुण पाया जाता है। विटामिन, खनिज लवण प्रचुर मात्रा में होते हैं। इसके अतिरिक्त पोटैशियम भी मिलता है । फाइबर और पानी शरीर के लिए सेहतमंद होते हैं। फल शरीर को हर प्रकार से रोगों से बचाते हैं। दिल की बीमारी को केला, संतरा और खरबूजा बहुत लाभप्रद माने जाते हैं। फलों का भोजन में जरूर सेवन करना चाहिए।
 फोटो कैप्शन: बालकिशन एवं श्रीकिशन शर्मा करीरा वैद्य







राष्ट्रीय डाक सेवक दिवस
डाक वितरण के साथ-साथ कर रहे हैं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का प्रचार
-साइकिल पर प्रतिदिन 20 किलोमीटर सफर तय कर घर घर जाते डाक बांटने
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कनीना की आवाज। कनीना उप-डाकघर में कार्यरत राजेंद्र सिंह पोस्टमैन बेशक करीब 62 वर्षीय हो किंतु आज भी साइकिल पर 20 किलोमीटर से अधिक दूरी तय करके डाक वितरण का काम कर रहे हैं लेकिन वे डाक बांटने के साथ-साथ बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नारे को साकार करने में जुटे हुए हैं। उन्होंने अपने सीने पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का बिल्ला लगाया हुआ है। और न केवल बिल्ले को लगाते ही है अपितु लोगों से अपील भी करते हैं कि बेटियों को पढ़ाया जाए। यह दो परिवारों में एकता कायम करने का जरिया होती है। यद्यपि कोरोना काल में लोग घरों में छिपे हुए थे तब भी पोस्टमैन घर घर जा रहे थे और डाक बांटने का कार्य कर रहे थे। राजेंद्र सिंह पोस्टमैन ने बताया कि उनके दो बेटियां हैं। इंदिरा 1986 में जन्मी तथा रेनू 1991 में जन्मी है। एक लड़का भी है किंतु वे लड़कियों के लालन-पालन और उनकी देखरेख करने का प्रचार कर रहे हैं। अभी सेवानिवृत्ति में कुछ समय बाकी है। उन्होंने कड़ी धूप में डाक बांटते हुये बताया कि वे जिस घर में भी जाते हैं उस घर में डाक वितरण के साथ-साथ बेटियों के बारे में जरूर जानकारी हासिल करते हैं और बेटियों की सुरक्षा की गुहार लगाते हैं।
एक और जहां कोरोना काल में भी वे कोरोना से कभी नहीं डरे कोरोना योद्धा के रूप में कार्य किया है वही हमेशा साइकिल पर ही डाक वितरण करते हैं।
उन्होंने बताया कि जब सरकार इस नारे को साकार करने में जुटी हुई है तो हम सभी का फर्ज बनता है कि हम भी इस नारे को साकार करें। यही कारण है कि वह खुद भी इस कार्य में जुटे हुए हैं। उनको यकीन है कि एक  दिन वो जरूर आएगा जब लड़कियों की कदर लड़कों से कम नहीं आंकी जाएगी।
कोरोना काल में भी किया 5 घंटे डाक वितरण का कार्य -
बेशक कोरोना काल में कोई घर से बाहर न निकलना चाहता हो किंतु राजेंद्र पोस्टमैन सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक तैनाती देते थे। यहां तक कि कम से कम प्रतिदिन 100 लोगों से मिलते थे और 20 किलोमीटर दूरी प्रतिदिन साइकिल से तय करते रहे हैं।
 उन्हें कम से कम सैकड़ों लोगों से उस वक्त मिलना पड़ता था जब उनकी डाक देकर हस्ताक्षर आदि करवाकर लाने पड़ते थे। ऐसे में इन लोगों को कड़ी मेहनत और बुरे वक्त के दौर में भी सेवा निभानी पड़ी है।  
फोटो कैप्शन 3: पोस्टमैन राजेंद्र सिंह डाक बांटते हुए।








16000 किमी दूरी की भारत गौरव यात्रा करके लौटे मदन मोहन कौशिक
-आस पास के लोगों ने किया सम्मान
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कनीना की आवाज। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अगिहार  में अंग्रेजी के प्रवक्ता तथा ग्राम झगड़ोली निवासी मदन मोहन कौशिक की लगभग  सोलह हजार किलोमीटर की शहीद स्मारक एवं भारत गौरव यात्रा का समापन हो गया।  अपनी बाइस दिवसीय इस यात्रा की विस्तृत जानकारी देते हुए उन्होंने बताया इस यात्रा में लगभग पंद्रह से ज्यादा शहीद स्मारकों का भ्रमण किया गया जिसमें लक्ष्मी बाई का किला झांसी लखनऊ के पास काकोरी शहीद मंदिर चंद्रशेखर आजाद के पैतृक गांव उन्नाव में बदरका ,गोरखपुर की बिछिया जेल जहां राम प्रसाद बिस्मिल को फांसी पर लटकाया गया था ,नेताजी सुभाष चंद्र बोस का पैतृक घर तथा म्यूजियम कटक उड़ीसा, भारत रत्न डॉ एपीजे अब्दुल कलाम मेमोरियल रामेश्वरम तमिलनाडु,झारखंड के आदिवासी क्रांतिकारी बिरसा मुंडा ,बिहार में आजादी की पहली लड़ाई के महानायक कुंवर सिंह ,केरल के महान क्रांतिकारी व लेखक रामकृष्ण पिल्लई,महाराष्ट्र के नासिक जिले के भगुर गांव में वीर सावरकर के जन्म स्थान, लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के पैतृक गांव कर्मसद खेड़ा अहमदाबाद में गांधीजी के साबरमती आश्रम ,बंगाल के मेदिनीपुर जिले में  महान क्रांतिकारी खुदीराम बोस के जन्म स्थान तथा कन्याकुमारी में स्वामी विवेकानंद मेमोरियल पर जाकर इन महान विभूतियों को नमन किया गया इसके अतिरिक्त सनातन धर्म के प्रसिद्ध तीर्थ स्थानों अयोध्या में रामलला एवं हनुमानगढ़ी , गोरखपुर के प्रसिद्ध मठ मंदिर, नेपाल में पशुपतिनाथ मंदिर, झारखंड देवघर में स्थित वैद्यनाथ धाम ,उड़ीसा के पूर्व के चार धाम  में शामिल जगन्नाथ पुरी ,आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध तिरुपति  बालाजी मंदिर ,मदुरई के मीनाक्षी मंदिर, तमिलनाडु के दक्षिण के चार धामों में एक रामेश्वरम तथा कन्याकुमारी महाराष्ट्र के 12 ज्योतिर्लिंगों में शामिल भीमाशंकर तथा त्रंबकेश्वर मंदिर नासिक के पंचवटी क्षेत्र में स्थित श्री राम मंदिर तथा गुजरात के पाटन जिले में स्थित प्रसिद्ध ऐतिहासिक इमारत रानी की वाव के दर्शन किए।
 इसके अलावा उन्होंने अनेक शैक्षणिक संस्थानों तथा वन्यजीव अभयारण्यों का भी दौरा किया तथा कर्नाटक के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल कुर्ग तथा केरल के समुद्री तटों तथा चौबीस राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों का भ्रमण किया इस यात्रा के दौरान भारत के स्वर्णिम चतुर्भुज सड़क परियोजना के अधिकांश हिस्से को कवर किया गया। जो देश के चार महानगरों दिल्ली कोलकाता चेन्नई तथा मुंबई को आपस में जोड़ता है इस यात्रा के बाद उनके द्वारा मोटर साइकिल से भ्रमण किए गए जिलों की संख्या 500 से ज्यादा हो गई है, ने बताया कि इस यात्रा के दौरान गर्मी से उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा तथा यात्रा के अंतिम  सप्ताह में केरल कर्नाटक महाराष्ट्र तथा गुजरात में भारी बारिश से भी बहुत परेशानी झेलनी पड़ी  यात्रा के समापन पर फ्रेंडस कालोनी, मास्टर कालोनी तथा दीवान कॉलोनी के गणमान्य व्यक्तियों द्वारा मदन मोहन कौशिक का  स्वागत किया गया तथा यात्रा के  समापन पर ईश्वर का धन्यवाद किया गया।
फोटो कैप्शन 01: कर्नाटक में मंदिर के दर्शन करके आगे बढ़ते मदन कौशिक
          02: मदन मोहन कौशिक का स्वागत करते लोग।






पालिका चुनाव अभी नहीे होने की संभावना
-2024 में है संभावना
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कनीना की आवाज। कनीना पालिका के चुनाव वर्ष 2024 में होने की संभावना से जिस कद्र उत्साह चुनाव लडऩे वालों में देखने को मिल रहा था वो ढ़ीला पडऩे लगा है। चुनाव तिथि भविष्य के गर्भ में हैं पर चुनाव लडऩे वाले जल्दी चुनाव चाहते हैं।
चुनाव लडऩा चाहने वाले लोग किसी प्रकार पीछे हटने वाले नहीं। यदि प्रधान पद के लिए उनके परिवार से वो स्वयं या परिवार से महिला आदि चुनाव लड़ सकते हैं। क्योंकि प्रधान की शक्ति इस बार अधिक हो गई है, उसका चुनाव सीधा होने की वजह से उसे पार्षदों का काम कम हो गया है। भविष्य में प्रधान बनने के बाद किसी प्रस्ताव को पारित करते समय इन पार्षदों की जरूरत हो सकती है। ऐसे में बड़ा और सशक्त पद प्रधान का बना दिया गया है जिसको लेकर के दर्जनों लोग तैयार हैं। यह सत्य है कि चुनाव लडऩे वाले अब अपनी मां, बहन, बेटी या पत्नी को चुनाव लड़ा सकते हैं, स्वयं भी पार्षद पद के लिए चुनाव लडऩे के लिए तैयार हो रहे हैं। कनीना के पार्षद पद के लिए चुनाव लडऩे वाले महेश बोहरा एक है। उनके पिता राव सत्यवीर बोहरा भी पार्षद रह चुके हैं। अपने पिता के पद चिन्हों पर चलते हुए पार्षद पद के चुनाव की तैयारियों में जुटे हुए हैं क्योंकि उन्होंने तो कभी से ही पार्षद पद के की घोषणा की है और पालिका प्रधान बनने की इच्छा नहीं रही की? विजय चेयरमैन भी पार्षद पद के चुनावों के लिए तैयार हैं। बहरहाल अभी चुनाव होते नजर नहीं आ रहे हैं।
कनीना नगर पालिका चुनावों पर टिकी हैं नजरें---
कनीना पालिका 1952 से चली आ रही है। कनीना नगर पालिका के समय-समय पर अनेक प्रधान रह चुके हैं। सबसे अधिक समय तक पूर्व प्रधान मा. दलीप सिंह एवं उनके पिता स्व. चौ. बलबीर सिंह पालिका में प्रधान रह चुके हैं।
 इस बार पालिका प्रधान के चुनाव सीधे होने हैं। अब तक पालिका प्रधान बनते आए वह किसी के रहमों करम पर होते थे या पार्षदों पर निर्भर रहे हैं। सभी की नजरें चुनाव पर टिकी हुई है।
 चुनाव लडऩे के दावेदार-
अभी तक पार्षद के चुनाव के लिए
1. महेश बोहरा दावेदारी जता रहे हैं।  उधर
2. वार्ड चार से योगेश कुमार
3. वार्ड एक से विजय चेयरमैन चुनाव लड़ेंगे। इस बार चेयरमैन पद का चुनाव डायरेक्ट होगा।  जिसके चलते इस बार चेयरमैन पद के लिए अधिक लोग तैयारी में जुटे हुए हैं।
प्रधान पद के लिए दावेदार--
1.कनीना के सज्जन सिंह बोहरा
2. कनीना के वर्तमान चेयरमैन सतीश जेलदार के पुत्र प्रीतम जोनू
3. मनोज कुमार रोहिल्ला वरिष्ठ पत्रकार
4. कनीना के वार्ड 12 का निवासी अमित नंबरदार  
5. वार्ड 3 के निवासी राज सिंह
6. पूर्व प्रधान मा. दिलीप सिंह या उनके पुत्र दीपक चौधरी
7. पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह लोढ़ा
8. एडवोकेट विनय यादव, एडवोकेट पंकज यादव,  वर्तमान में
9. उप प्रधान पद पर आसीन अशोक ठेकेदार,  मनीष पार्षद
10. सुमेर सिंह मैनेजर
घट गई हैं चुनावी चर्चाएं ---
 दुकान हो या कोई चाय की दुकान, चुनावी चर्चा मिलने लगी थी वो अब गायब हो गई हैं। रातोंरात पार्षद और प्रधान पद के दावेदार ढूंढे जा रहे हैं। क्योंकि बहुत से लोग तो चुनाव तो लडऩा चाहते हैं  ऐसे में चुनाव लडऩे वाले अंदर खाते मतदाताओं के मन को टटोल रहे हैं।
समय लग सकता है चुनाव होने में-
नगर पालिका के चुनाव लडऩे वाले अंदर खाते मतदाताओं के मन को टटोल रहे हैं। यदि मतदाता उनको अच्छा रिस्पांस देते हैं तो भी अपने उम्मीदवारी पक्की समझ रहे हैं। अभी से ही मतदाताओं से वोट देने की हां या ना करवा रहे हैं। चुनावों में लग सकता है समय। ऐसे भी कहते सुने  हैं कि मेरे लिए प्रधान पद के वोट दिलवा दो मैं तुम्हें पार्षद या  तुम्हारे द्वारा अनुमोदित पार्षद को अपने क्षेत्र के वोट दिलवा दूंगा।  14 वार्डों में 14 पार्षद चुने जाने है लेकिन कुछ वार्डों में चुनाव लडऩे वाले मौन नजर आ रहे हैं।

Thursday, June 29, 2023

 23 सालों से मोड़ी गांव के दो सूखे जोहड़ तरस रहे हैं पानी के लिए
-बरसाती नदी बीच में ही पानी पी गई, नहरों से पाइप जोड़कर नहीं लाया जा सका पानी
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कनीना की आवाज। कहने को तो सरकार हर गांव में अमृत महोत्सव के तहत जोहड़ों में पानी भरवाने का प्रयास कर रही है किंतु कनीना उपमंडल के गांव मोड़ी में एक नहीं अपितु दो जोहड़ सूखे पानी का इंतजार कर रहे हैं जिनमें से एक बरसाती नदी के बीच में स्थित है तथा दूसरा नदी के किनारे पर।  विगत 23 सालों से इनमें एक बूंद भी पानी नहीं आया है। वर्तमान सरपंच, वाटरशेड के पूर्व चेयरमैन गजराज मोड़ी, पूर्व सरपंच कृष्णा देवी आदि ने भरसक प्रयास किये है किंतु पानी की एक बूंद भी नहीं पहुंच पाई। जहां एक और करीब अढ़ाई किलोमीटर दूर नहर स्थित है जहां से पानी को पाइपों द्वारा लाया जा सकता है वही बरसाती नदी में पानी आ जाए तो भी जोहड़ों की कायाकल्प पलट सकती है। और यहां कम से कम मत्स्य पालन किया जा सकता है। यही नहीं जल आने से गांव के इस क्षेत्र के भूमिगत जल में भी सुधार हो सकता है परंतु मोड़ी गांव जोहड़ों को भरने में असफल हुआ है। पास पड़ोस में भारी संख्या में पशुपालक हैं जो परेशान हैं। अगर यहां पानी हो तो पशुपालक भी पशुओं को पानी पिला सकते हैं।
मोड़ी गांव के पास ही जहां बरसाती नदी की खुदाई विगत वर्षों हुई थी, जो मानपुरा गांव तक पहुंची है। इस नदी की खुदाई इसलिए करवाई गई थी ताकि वर्षा का जल द्वारा आसपास के जोहड़ों को भी भरा जा सके लेकिन लाखों रुपए खर्च करने के बावजूद भी बरसाती नदी सूखी नदी बनी हुई है जिसमें एक बूंद पानी भी आज तक नहीं आया है। बरसाती नदी में पानी आया भी तो लोगों ने अपने स्वार्थ हित मोड़ी गांव से पहले ही रोक लिया है जिसके चलते मोड़ी गांव के जोहड़ सूखे पड़े हैं जिनमें से एक बेसहारा अनाथ आश्रम के पास तथा दूसरा मानपुरा के पास सूखे पड़े हैं।
क्या कहती है पूर्व महिला सरपंच कृष्णा देवी-
 कृष्णा देवी पूर्व सरपंच ने बताया वर्ष 2000-2005 योजना में इस जोहड़ खुदाई की गई थी। ग्राम पंचायत की ओर से खुदाई की गई थी जिसे पानी से भरवाने के लिए भरसक प्रयास भी किए थे परंतु पानी की एक बूंद भी नहीं आ सकी।
 क्या कहते वाटर शेड के पूर्व चेयरमैन-
 वाटर शेड कमेटी के पूर्व चेयरमैन गजराज सिंह मोड़ी का कहना है कि पंचायत ने यह जोहड़ खुदवाया था किंतु इनको 10 फुट तक गहरा वाटर शेड विभाग द्वारा किया गया था। करीब 100 बाई 100 फीट के जोहड़ खुदाई करवा दिए गए हैं कि जिनमें एक बूंद भी पानी नहीं आया है। उन्होंने बताया कि वे भी इस संबंध में लंबे समय तक प्रयासरत रहे। उनकी इच्छा थी कि करीब ढाई किलोमीटर दूर दीवाना नहर से पाइप डालकर लाया जाए या फिर बरसाती नदी द्वारा भरा जाए परंतु उनके समय बरसाती नदी सूखी पड़ी है।
क्या कहते हैं वर्तमान सरपंच -
रामनिवास वर्तमान सरपंच मोड़ी का कहना कि  उन्होंने इन दोनों जोहड़ों में एक बूंद भी पानी नहीं देखा है। जहां ढाई किलोमीटर दूर नहर से पानी पाइप द्वारा लाया जा सकता और उनको भरा जा सकता है या फिर बरसाती नदी जो विगत वर्ष खुदाई की गई है जिसके बीच में एक जोहड़ आता है तथा दूसरा जोहड़ बरसाती नदी के किनारे पर है किंतु दोनों ही जोहड़ बरसाती नदी में पानी आने का इंतजार कर थक गए हैं ।सरपंच ने बताया कि उन्होंने उप मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार दुष्यंत चौटाला, जिला उपायुक्त नारनौल तथा एसडीओ महेंद्रगढ़ को पत्र प्रेषित किए और उनके समक्ष जाकर मांग भी उठाई किंतु उनकी मांग आज तक सिरे नहीं चढ़ पाई है। अब देखना है कि सरकार की महत्वपूर्ण योजना अमृत महोत्सव या बरसाती नदियों में पानी छुड़वा कर भरा जाता है।
फोटो कैप्शन 5:  मोड़ी में सूखे पड़े जोहड़ में खड़े झाड़ झंखाड़।





आर्य समाज का दो दिवसीय कार्यक्रम संपन्न
-यज्ञ, भजनोपदेश के साथ संपन्न हुआ
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कनीना की आवाज। आर्य समाज कनीना के तत्वावधान में चल रहा दो दिवसीय वार्षिक उत्सव राजकीय कन्या उच्च विद्यालय में धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम के दूसरे दिन शुभारंभ हवन में यज्ञ से हुआ जिसमें यजमान विनोद आर्य एवं उनकी धर्मपत्नी  उर्मिला देवी तथा दूसरे यजमान रविंद्र आर्य तथा उनकी अर्धांगिनी  लता देवी रहे। हवन यज्ञ  का आयोजन प्रसिद्ध भजन उपदेशक रामनिवास आर्य पानीपत ने पूर्ण आहुति देकर संपन्न करवाया।
यज्ञ का समापन यज्ञ प्रार्थना के साथ हुआ।
कार्यक्रम में राष्ट्र निर्माण पार्टी के संयोजक तथा सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी डा. आनंद कुमार ने कहां कि आज समाज में वैचारिक परिवर्तन की नितांत आवश्यकता है। हमें मैकाले की शिक्षा पद्धति की जंजीरें तोड़कर बच्चों को वैदिक ज्ञान की तरफ ले जाना होगा। प्रसिद्ध भजन उपदेशक व गायक दिनेश पथिक ने अपने मधुर देशभक्ति गीतों से श्रोताओं का मन मोहा।
आर्य जगत के विख्यात राष्ट्रीय कवि डॉ मोहन मनीषी कनीना ने श्रोताओं का आह्वान किया कि वे अपने बच्चों में अच्छे संस्कार डालने तथा उन्हें राष्ट्रभक्त बनाएं। राष्ट्र सेवा ही सच्ची ईश्वरीय सेवा है। इस भावना को अंगीकार करके हमें अपने बच्चों को व शिक्षित  व दीक्षित करना होगा। अटेली के विधायक सीताराम यादव ने कहा कि आर्य समाज का भारत के  स्वाधीनता आंदोलन के साथ-साथ जागरण काल में अहम योगदान रहा है। भारत के स्वाधीनता आंदोलन में स्वामी दयानंद सरस्वती  का योगदान बहुत अहम  रहा है। घरौंडा से पधारी अंजली आर्य ने अपने ओजस्वी देशभक्ति गीतों से  आर्य समाज के अनुयायियों में  राष्ट्र भक्ति का संचार किया। अतिथियों स्वागत राजकीय कन्या उच्च विद्यालय के मुख्याध्यापक नरेश कौशिक ने किया। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में आर्य समाज के लोग बच्चों में संस्कार डालने के बेहतरीन प्रयास कर रहे हैं इससे बच्चों में ने केवल अच्छे संस्कार पैदा हो रहे हैं बल्कि वह देश सेवा के लिए भी प्रेरित हो रहे हैं इस अवसर पर विभिन्न विद्यालयों के मेधावी विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया गया जिनमें अवनीश कुमार का नीट में तथा उसके भाई सचिन का आईआईटी में चयन हुआ है। राजकीय कन्या उच्च विद्यालय की दो छात्राएं खुशी व दया कुमारी  को बेहतर परीक्षा परिणाम के लिए सम्मानित किया गया। आज के कार्यक्रम में आर्य समाज कहना के प्रधान मोहर सिंह आर्य  ,मनफूल आर्य ,विमला आर्य  ,कृष्ण कुमार आर्य,बलवान सिंह आर्य ,संदीप कुमार ,राकेश कुमार डीपी ,खेड़ी के पूर्व सरपंच रामनिवास चौधरी ,भाजपा मंडल अध्यक्ष अतर सिंह कैमला ,राज सिंह यादव कनीना ,निगरानी समिति के सदस्य मनोज कुमार सहित कनीना के अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।
फोटो केप्शन 06: आर्य समाज उत्सव में उपस्थित अधिकारी एवं पदाधिकारी।






पुलिस कस्टडी में महिला की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में मौत -महिला को फरार एटीएम फ्राड के मामले में दिल्ली से लाया गया था
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कनीना की आवाज। नारनौल थाने में एक 25 वर्षीय  हवालाती महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। महिला को एटीएम फ्राड के मामले में दिल्ली पुलिस से लेकर आई थी। रात के समय महिला थाने में हवालात में बंद थी। फिलहाल पुलिस शव का नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम करवा दिया है। उस महिला के मरने कारणों का पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद ही पता चल पाएगा।  मिली जानकारी अनुसार थाने में एक व्यक्ति ने उसके साथ हुये 5 हजार रुपये फ्राड का मामला दर्ज करवाया था। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने एक महिला को दिल्ली सदर बाजार, मेट्रो के पास से गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार की गई महिला का नाम पंचशील उर्फ शीला बताया जा रहा है। 25 वर्षीय इस महिला कि अब मौत हो चुकी है।
 जी घबराने की कही थी बात-
 गुरुवार की सुबह थाने की महिला ने पुलिसकर्मियों से करीब सुबह 5 बजे अचानक जी घबराने की बात कही थी और शौच के लिए जाने को कहा। इसके बाद वह महिला बैरक में जाकर लेट गई। लेटने के बाद करीब 1 घंटे तक हिली नहीं तो महिला थाने की कर्मियों ने उसे मृत पाया। महिला को करीब ढाई साल का बच्चा भी है। पुलिस ने जहां से महिला को गिरफ्तार किया था, उसके मकान मालिक को भी पकड़ा हुआ है।






कनीना खंड में 2 पंचों का चुनाव 9 जुलाई को
-दो पंच चुने गए निर्विरोध, एक मंच के लिए कोई नामांकन नहीं भरा गया
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कनीना की आवाज। 9 जुलाई को कनीना ब्लाक में 5 पंचों के उपचुनाव 9 जुलाई को निर्धारित किए गए थे जिनमें से सेहलंग वार्ड 16 से आरती पंच निर्विरोध चुनी गई। वहीं  मोहनपुर में वार्ड 2 से बीना देवी सामान्य महिला निर्विरोध पंच चुनी गई। कनीना के कपूरी गांव के वार्ड दो से उपचुनाव होना था किंतु किसी ने भी कोई नामांकन दाखिल नहीं किया जबकि मोहनपुर के ही वार्ड 7 से 2 नामांकन प्राप्त हुए हैं इसी प्रकार का वार्ड चार से 2 नामांकन प्राप्त हुए हैं। इनके लिए चुनाव 9 जुलाई को होगा। खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कनीना अरुण कुमार ने विस्तृत रिपोर्ट उपायुक्त एवंजिला निर्वाचन अधिकारी नारनौल को भेज दी है ताकि आगामी कार्रवाई की जा सके।







कनीना क्षेत्र में हुई 2 एमएम वर्षा
-चार दिनों में हो चुकी है 38 एमएम वर्षा
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में गुरुवार को फिर से 2 एमएम वर्षा हुई। जहां अब तक 4 दिनों में 38 एमएम वर्षा हो चुकी है। बाजरे की अगेती फसल खेतों में बेहतर खड़ी और लहलहाने लगी है। किसान अपनी फसल को देखकर खुश है।
 इस बार अभी तक बाजरे और कपास की फसल पर आब है। किसान सूबे सिंह, अजीत कुमार, कृष्ण सिंह, महेश कुमार आदि का मानना है कि इस बार अच्छी पैदावार होगी। ऐसे में किसान दिन-रात निराई करने एवं खाद देने एवं अन्य कृषि कार्यों में लगे हुए हैं। किसानों ने बताया कि इस बार बारिश समय पर हो गई जिसके चलते बिजाई भी समय पर कर दी गई थी और अब समय पर वर्षा हो जाने के चलते अच्छी पैदावार के आसार बन गए हैं। जहां 18000 हेक्टेयर पर बाजरे की वही 6900 सेक्टर पर कपास की बिजाई हुई है। दोनों फसलें फसलें अच्छी हैं। किसान रवि कुमार सुनील कुमार ,महेंद्र, दिनेश आदि ने बताया कि समय पर वर्षा होने से जून के तीसरे सप्ताह में ही बीजाई कर दी गई थी जो अब फसल बड़ी हो गई है। किसान मानते हैं कि इस बार समय पर बारिश होना उनके लिए लाभप्रद साबित हुआ है।






भागवत कथा का चौथा दिन
आत्मा के जन्म की कथा महत्वपूर्ण है-पूर्ण शास्त्री
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कनीना की आवाज। आत्मा का जन्म कैसे होता है और वह सदा ईश्वर आधीन रहती है। जीव जैसे संसार को जानता इसी प्रकार आत्मा ही ईश्वर को जान सकती है। यह ज्ञान व्यास गद्दी पर विराजमान श्रीमद्भागवत के चौथे दिन ठाकुर जी के मंदिर स्वामी वाडा में आचार्य पूर्ण देव शास्त्री मथुरा वृंदावन वाले ने व्यक्त किए। आचार्य जी ने आज की कथा में बताया कि ऋषभदेव के पुत्र भरत  के पुत्र रघुगण राज को उपदेश देते ब्रह्म ज्ञान द्वारा श्रीमद्भागवत सुनाई। ठाकुर जी के मंदिर कनीना स्वामीवाडा के पुजारी कवंरसेन वशिष्ठ ने बताया कि आज कि भागवत कथा में बताया कि आप शरीर नहीं आत्मा है और अपने आप को आत्मा मान लेना मुक्ति का साधन है। ठाकुर मंदिर में प्रहलाद चरित्र, नरसिंह भगवान का अवतार गजेंद्र मोक्ष की कथा संक्षेप रामायण,  भगवान श्रीकृष्ण की जन्म उत्सव की झांकी का दृश्य देखते ही बनता था। कंवर सेन वशिष्ठ ने बताया कि कथा से पहले हवन पर तीन जोड़ें बैठे जिनमें रेखा पत्नी रविंद्र, सरोज शर्मा पत्नी पवन कुमार व विजय यादव जोड़े सहित हवन में शामिल हुए। ठाकुर जी सैकड़ों वर्षों से कनीना निवासियों का एकमात्र आराध्य देव रहा है। यहां के आम नागरिक सर्व धर्म समभाव में विश्वास रखते हैं। श्रीमद्भागवत कथा का समय चार बजे तक रहा। कथा का कार्यक्रम 2 जुलाई 2023 तक चलेगा। इस मौके पर पूर्व मैनेजर दिलावर सिंह मंडी, सुरेंद्र सिंह प्राध्यापक ,पूर्व मुख्य अध्यापक छोटेलाल ,ओम प्रकाश वशिष्ट ,प्रतीक वशिष्ट ,बाबूलाल ,जितेंद्र शर्मा, पूर्व अध्यापिका मधु शर्मा, विजय यादव ,रेखा, पुष्पा ,दिव्या शर्मा ,शकुंतला यादव, शकुंतला, लाली ,कृष्णा ,सरिता भारद्वाज, संतरा ,कमलेश यादव सैकड़ों भक्त मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 04: भागवत कथा सुनाते पूर्ण शास्त्री।




बीमा कंपनियों द्वारा मुआवजा देने में की जा रही देरी तथा टालमटोल रवैये के कारण पीडि़त किसानों में भारी रोष व्याप्त
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कनीना की आवाज। बीमा कम्पनियों द्वारा किसानों को बीमित गेहूं तथा सरसों की फसल में हुए नुकसान का मुआवजा देने में की जा रही देरी तथा टालमटोल रवैये के कारण पीडि़त किसानों में भारी रोष व्याप्त है। इस सम्बन्ध में बसपा नेता समाजसेवी ठाकुर अतरलाल एडवोकेट ने हरियाणा के कृषि मंत्री जे.पी.दलाल को ज्ञापन भेजकर प्रभावित किसानों को तत्काल मुआवजा राशि दिलाने की मांग की है।
  अतरलाल ने कृषि मंत्री को भेजे ज्ञापन में कहा है कि क्षेत्र के किसानों ने बैंकों के द्वारा अपनी सरसों तथा गेहूं की फसल का बीमा करवाया था तथा सही समय पर प्रीमियम भर दिया था। इसके बावजूद बीमा कंपनियां ओलावृष्टि तथा बेमौसम भारी बरसात से सरसों तथा गेहूं की फसलों में हुए नुकसान का मुआवजा देने में टालमटोल तथा तानाशाही रवैया अपनाए हुए है। जिसके कारण किसानों को अब तक बीमित फसलों में हुए नुकसान का मुआवजा नहीं मिला है। बीमा कम्पनियों की इस तानाशाही तथा हट धर्मिता को लेकर किसानों में भारी रोष व्याप्त है। उन्होंने कहा कि प्रभावित किसान कृषि व कल्याण विभाग बीमा कम्पनियों तथा जिला शिकायत निवारण कमेटी में भी गुहार लगा चुके हैं, परन्तु बीमा कंपनियां किसानों को बहाना  बना -बना कर उनको मुआवजा न देने पर अड़ी हुई हैं। उन्होंने ज्ञापन में चेतावनी दी है कि दस दिन के अंदर बीमा कंपनियों ने प्रभावित किसानों के खातों में मुआवजा राशि नहीं भेजी तो बसपा कार्यकर्ता जिला उपायुक्त कार्यालय नारनौल पर धरना देने पर मजबूर होंगे।





कट के लिए धरना 109वें दिन जारी
-विसम परिस्थितियों में धरना देने वाले अडिग
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कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152-डी पर बाघोत-सेहलंग गांवों के बीच कट की मांग को लेकर ग्रामीणों का धरना 109वें दिन भी जारी रहा। धरने की अध्यक्षता महावीर प्रसाद शर्मा सेहलंग ने की।
धरना कमेटी के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन ने बताया कि आज धरने को 109 दिन हो गए है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह से आश्वासन मिलने के बाद, धरना शांतिपूर्वक चल रहा है। संघर्ष समिति के संयोजक नरेंद्र शास्त्री छिथरौली और पहलवान धर्मपाल सेहलंग ने बताया कि हमें बड़ी खुशी है कि केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने बाघोत -सेहलंग कट बनवाने की जिम्मेवारी ली है। उन्होंने सरकार से अनुरोध किया है कि लोगों की पीड़ा को देखते हुए बाघोत -सेहलंग कट का काम जल्द शुरू करवाया जाए। उन्होंने कहा कि जब तक कट नहीं बनेगा तब तक हमारा धरना जारी रहेगा।
   इस मौके पर राम भक्त, भरत सिंह, शेर सिंह,   प्यारेलाल,  हेमराज साहब, कृष्ण प्रधान, पहलवान रणधीर, सोनू,  जय सिंह पंच, थानेदार महेंद्र सिंह, रघुवीर पंच, राजेश कुमार सोनी, नरेश, नंबरदार लोकेंद्र, सूबेदार भूले राम,  हंस कुमार, रोशन, वीरेंद्र सिंह, रामकिशन, रामकुमार, चेयरमैन सतपाल, राम सिंह, गौरी शंकर, सतनारायण,  वेदप्रकाश व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 03: कट के लिए धरने पर बैठे हुये लोग।





 मार पिटाई करने के मामले में  5 लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज
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कनीना की आवाज। गांव खैराना निवासी जगरूप ने 5 लोगों के विरुद्ध मार पिटाई करने का मामला दर्ज करवाया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
 जगरूप ने पुलिस में दी शिकायत में कहा है कि वह मेहनत मजदूरी करता है। 24 जून को सुबह हनुमान खैरानी निवासी उसके खेत से ट्रैक्टर लेकर जा रहा था। जिसे मना कर दिया गया। उसी दिन शाम को जब जगरूप अपने घर बैठा था तो रंजिशवश हनुमान, निहाल, सरोज, शर्मिला एवं तेजपाल आदि हाथों में लाठी-डंडे कुल्हाड़ी लेकर आए और हनुमान पर टूट पड़े। लाठी-डंडे और कुल्हाड़ी से चोट मारी। शोर सुनकर जगरूप के स्वजन आ गए जिन्होंने छुड़वाया। जगरूप बेहोश हो गया जिसको कनीना अस्पताल ले जाया गया जहां से उन्हें नारनौल रेफर कर दिया। नारनौल से आकर जगरूप ने 5 लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज करवा दिया है।





 टेलर की की दुकान में सट्टा खाई वाला करते एक पकड़ा, मामला दर्ज
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव भोजावास में सट्टा खाईवाला करने वाले एक व्यक्ति को पकड़ा है जो टेलर की दुकान में सट्टा खाई वाला कर रहा था। मिली जानकारी अनुसार गोविंद भोजावास अपनी टेलर की दुकान में सट्टा खाई वाला कर रहा था। पुलिस को सूचना मिली तो बागस सट्टेबाज बनकर 100 रुपये का लघुहस्ताक्षरित नोट 51 नंबर पर सट्टा लगा दिया। फर्जी सट्टा लगाने वाले ने सट्टा खाईवाला से पर्ची प्राप्त करके हाथ ऊपर करके पुलिस को इशारा किया जिसके बाद पुलिस टेलर की दुकान पर पहुंची और गोविंद नामक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया। जिसकी जेब से 680 रुपये जिनमें एक 100 रुपये का लघुहस्ताक्षरित नोट बरामद किया। पुलिस ने गैंबलिंग एक्ट के तहत गोविंद के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है।






बारिश के बाद और भी बदहाल हो चली है सड़कें
-हादसों को दे रही  हैंं न्यौता
-टेंडर दिये हैं छोड़-सीताराम
-अटेली फाटक पर पुल निर्माण होगा जल्द ही, टेेंडर खुल चुके
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कनीना की आवाज। यूं तो कनीना कस्बे की ही नहीं अपितु कनीना-अटेली टी-प्वाइंट,  कनीना -रेवाड़ी टी प्वाइंट,  होलीवाला जोहड़ मार्ग , कनीना मंडी मार्ग, अनाज मंडी से गुजरने वाली हर का मार्ग सभी जर्जर हो चले हैं। विगत दिनों का गंदा पानी भी अब तक नहीं सूखा है। किंतु सबसे अधिक आवागमन होने वाला कनीना बस स्टैंड से अटेली टीप्वांइट- तक का मार्ग अति गंदे पानी से भरे हैं। विगत दिनों जहां 44 एमएम वर्षा हो चुकी है जिसके बाद अब इस मार्ग से  निकलना भी मुश्किल हो गया है। कभी भी कोई हादसा हो सकता है। प्रशासन बार-बार रोड़ी एवं पत्थर आदि डालकर खानापूर्ति कर देता है किंतु चंद बूंदे आने पर फिर से गहरे गहरे गड्ढे बन जाते हैं। इन गड्ढों में पानी खड़ा हो जाता है जिसके चलते गुजरने वाले वाहन न केवल गंदे पानी के छींटे सड़क किनारे से जाने वाले लोगों के मुंह पर डाल देते हैं कोई भी हादसा हो सकता है। विगत दिनों से एक ईंट ट्राली इस मार्ग पर पलट चुकी है वहीं कई वाहन गंदे पानी के बीच में जाम हो चुके हैं। इनको ठीक करवाने के बार-बार महज आश्वासन मिलते हैं किंतु काम शुरू नहीं हो पाता।  बार-बार धरना प्रदर्शन भी हो चले हैं। सरकार धरना प्रदर्शन करने वालों के विरुद्ध मामले तो दर्ज कर देती है किंतु सड़क की सुध नहीं लेती। बहरहाल क्षेत्रवासी बेहद तंग आ चुके हैं। मसलन लोग इस सड़क से बचने के लिए वैकल्पिक मार्गों का उपयोग कर रहे हैं।
 क्या कहते हैं इधर से आवागमन करने वाले-
अजीत कुमार का कहना है कि उन्हें सबसे अधिक महेंद्रगढ़-रेवाड़ी की जरूरत होती है। दुपहिया वाहन तो इससे गुजर पाना भी कठिन हो जाता है। इतने गड्ढे हो गए हैं कि कभी भी दुर्घटना घट सकती है। उन्होंने इस सड़क मार्ग की सुध लेने की मांग की है।
 मुकेश नंबरदार का कहना है वर्षों पुरानी समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है। बहरहाल सड़क मार्गों से लोग बेहद परेशान है। गत दिनों की वर्षा के बाद जो गड्ढे बन गए हैं उनमें अनेकों वाहन गिर चुके हैं। कोई सुध लेने वाला नहीं है। वर्षा ने तो प्रशासन की पोल खोल कर रख दी है।
हरेंद्र शर्मा का कहना है कि कनीना बस स्टैंड से अटेली टी-प्वाइंट तक सड़क मार्ग तो खतरे की घंटी बन गया है। इस सड़क मार्ग पर पैदल तो चलना और भी मुश्किल काम है। दुपहिया वाहन के लिए मार्ग खतरे भरा है। वही चार पहियों की गाडिय़ां भारी परेशानी से गुजर रही है। मार्ग की सुध लेने वाला कोई नजर नहीं आता। बार बार दुपहिया वाहन चालक गंदे पानी में गिर रहे हैं। जानकार लोग तो इन सड़क मार्गों से बचकर निकलने के वैकल्पिक मार्ग अपना रहे हैं।
 उधर योगेश अग्रवाल का कहना है कि चाहे सारे विकास कार्य कनीना में ना हो पाए कम से कम इस प्रकार के सड़क मार्गों की तो हालात पर तरस आना चाहिए। कितने ही लोग प्रतिदिन इस मार्ग से गुजरते हैं। न केवल उनका समय बर्बाद हो रहा है अपितु अधिक तेल खर्चा होता है। वाहन में टूट-फूट होती है। प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि इस सड़क मार्ग की सुध ली जाए।
  क्या कीहते हैं विधायक-
विधायक सीताराम से सड़कों के संबंध में फोन पर बात हुई तो उन्होंने बताया कि कनीना-रेवाड़ी, कनीना, अटेली, कनीना-महेंद्रगढ़, कनीना मंडी सहित कई सड़कों के टेंडर छोड़ दिये हैं जो एक पखवाड़े में काम शुरू हो जाएगा। नहर के साथ साथ बाइपास का निर्माण कार्य भी जल्द ही सिरे चढ़ाने का कार्य चल रहा  है। पैसे आये हुये हैं। उन्होंने बताया कि अटेली फाटक कनीना पर पुल निर्माण का कार्य जल्द से जल्द शुरू होगा। टेंडर छोड़े जा चुके हैं तथा एजेंसी भी आ चुकी है जो काम शुरू करेगी।
 फोटो कैप्शन 01 व 02: जर्जर सड़क मार्ग साथ में अजीत कुमार, मुकेश नंबरदार, हरेंद्र शर्मा, योगेश अग्रवाल








पालिका चुनाव अभी नहीे होने की संभावना




















-2024 में है संभावना
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कनीना की आवाज। कनीना पालिका के चुनाव वर्ष 2024 में होने की संभावना से जिस कद्र उत्साह चुनाव लडऩे वालों में देखने को मिल रहा था वो ढ़ीला पडऩे लगा है। चुनाव तिथि भविष्य के गर्भ में हैं पर चुनाव लडऩे वाले जल्दी चुनाव चाहते हैं।
चुनाव लडऩा चाहने वाले लोग किसी प्रकार पीछे हटने वाले नहीं। यदि प्रधान पद के लिए उनके परिवार से वो स्वयं या परिवार से महिला आदि चुनाव लड़ सकते हैं। क्योंकि प्रधान की शक्ति इस बार अधिक हो गई है, उसका चुनाव सीधा होने की वजह से उसे पार्षदों का काम कम हो गया है। भविष्य में प्रधान बनने के बाद किसी प्रस्ताव को पारित करते समय इन पार्षदों की जरूरत हो सकती है। ऐसे में बड़ा और सशक्त पद प्रधान का बना दिया गया है जिसको लेकर के दर्जनों लोग तैयार हैं। यह सत्य है कि चुनाव लडऩे वाले अब अपनी मां, बहन, बेटी या पत्नी को चुनाव लड़ा सकते हैं, स्वयं भी पार्षद पद के लिए चुनाव लडऩे के लिए तैयार हो रहे हैं। कनीना के पार्षद पद के लिए चुनाव लडऩे वाले महेश बोहरा एक है। उनके पिता राव सत्यवीर बोहरा भी पार्षद रह चुके हैं। अपने पिता के पद चिन्हों पर चलते हुए पार्षद पद के चुनाव की तैयारियों में जुटे हुए हैं क्योंकि उन्होंने तो कभी से ही पार्षद पद के की घोषणा की है और पालिका प्रधान बनने की इच्छा नहीं रही की? विजय चेयरमैन भी पार्षद पद के चुनावों के लिए तैयार हैं। बहरहाल अभी चुनाव होते नजर नहीं आ रहे हैं।
कनीना नगर पालिका चुनावों पर टिकी हैं नजरें---
कनीना पालिका 1952 से चली आ रही है। कनीना नगर पालिका के समय-समय पर अनेक प्रधान रह चुके हैं। सबसे अधिक समय तक पूर्व प्रधान मा. दलीप सिंह एवं उनके पिता स्व. चौ. बलबीर सिंह पालिका में प्रधान रह चुके हैं।
 इस बार पालिका प्रधान के चुनाव सीधे होने हैं। अब तक पालिका प्रधान बनते आए वह किसी के रहमों करम पर होते थे या पार्षदों पर निर्भर रहे हैं। सभी की नजरें चुनाव पर टिकी हुई है।
 चुनाव लडऩे के दावेदार-
अभी तक पार्षद के चुनाव के लिए
1. महेश बोहरा दावेदारी जता रहे हैं।  उधर
2. वार्ड चार से योगेश कुमार
3. वार्ड एक से विजय चेयरमैन चुनाव लड़ेंगे। इस बार चेयरमैन पद का चुनाव डायरेक्ट होगा।  जिसके चलते इस बार चेयरमैन पद के लिए अधिक लोग तैयारी में जुटे हुए हैं।
प्रधान पद के लिए दावेदार--
1.कनीना के सज्जन सिंह बोहरा
2. कनीना के वर्तमान चेयरमैन सतीश जेलदार के पुत्र प्रीतम जोनू
3. मनोज कुमार रोहिल्ला वरिष्ठ पत्रकार
4. कनीना के वार्ड 12 का निवासी अमित नंबरदार  
5. वार्ड 3 के निवासी राज सिंह
6. पूर्व प्रधान मा. दिलीप सिंह या उनके पुत्र दीपक चौधरी
7. पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह लोढ़ा
8. एडवोकेट विनय यादव, एडवोकेट पंकज यादव,  वर्तमान में
9. उप प्रधान पद पर आसीन अशोक ठेकेदार,  मनीष पार्षद
10. सुमेर सिंह मैनेजर
घट गई हैं चुनावी चर्चाएं ---
 दुकान हो या कोई चाय की दुकान, चुनावी चर्चा मिलने लगी थी वो अब गायब हो गई हैं। रातोंरात पार्षद और प्रधान पद के दावेदार ढूंढे जा रहे हैं। क्योंकि बहुत से लोग तो चुनाव तो लडऩा चाहते हैं  ऐसे में चुनाव लडऩे वाले अंदर खाते मतदाताओं के मन को टटोल रहे हैं।
समय लग सकता है चुनाव होने में-
नगर पालिका के चुनाव लडऩे वाले अंदर खाते मतदाताओं के मन को टटोल रहे हैं। यदि मतदाता उनको अच्छा रिस्पांस देते हैं तो भी अपने उम्मीदवारी पक्की समझ रहे हैं। अभी से ही मतदाताओं से वोट देने की हां या ना करवा रहे हैं। चुनावों में लग सकता है समय। ऐसे भी कहते सुने  हैं कि मेरे लिए प्रधान पद के वोट दिलवा दो मैं तुम्हें पार्षद या  तुम्हारे द्वारा अनुमोदित पार्षद को अपने क्षेत्र के वोट दिलवा दूंगा।  14 वार्डों में 14 पार्षद चुने जाने है लेकिन कुछ वार्डों में चुनाव लडऩे वाले मौन नजर आ रहे हैं।

Wednesday, June 28, 2023

 
बारिश के बाद और भी बदहाल हो चली है सड़कें
-हादसों को दे रही  हैंं न्यौता
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कनीना की आवाज। यूं तो कनीना कस्बे की ही नहीं अपितु कनीना-अटेली टी-प्वाइंट,  कनीना -रेवाड़ी टी प्वाइंट,  होलीवाला जोहड़ मार्ग , कनीना मंडी मार्ग, अनाज मंडी से गुजरने वाली हर का मार्ग सभी जर्जर हो चले हैं। विगत दिनों का गंदा पानी भी अब तक नहीं सूखा है। किंतु सबसे अधिक आवागमन होने वाला कनीना बस स्टैंड से अटेली टीप्वांइट- तक का मार्ग अति गंदे पानी से भरे हैं। विगत दिनों जहां 44 एमएम वर्षा हो चुकी है जिसके बाद अब इस मार्ग से  निकलना भी मुश्किल हो गया है। कभी भी कोई हादसा हो सकता है। प्रशासन बार-बार रोड़ी एवं पत्थर आदि डालकर खानापूर्ति कर देता है किंतु चंद बूंदे आने पर फिर से गहरे गहरे गड्ढे बन जाते हैं। इन गड्ढों में पानी खड़ा हो जाता है जिसके चलते गुजरने वाले वाहन न केवल गंदे पानी के छींटे सड़क किनारे से जाने वाले लोगों के मुंह पर डाल देते हैं कोई भी हादसा हो सकता है। विगत दिनों से एक ईंट ट्राली इस मार्ग पर पलट चुकी है वहीं कई वाहन गंदे पानी के बीच में जाम हो चुके हैं। इनको ठीक करवाने के बार-बार महज आश्वासन मिलते हैं किंतु काम शुरू नहीं हो पाता।  बार-बार धरना प्रदर्शन भी हो चले हैं। सरकार धरना प्रदर्शन करने वालों के विरुद्ध मामले तो दर्ज कर देती है किंतु सड़क की सुध नहीं लेती। बहरहाल क्षेत्रवासी बेहद तंग आ चुके हैं। मसलन लोग इस सड़क से बचने के लिए वैकल्पिक मार्गों का उपयोग कर रहे हैं।
 क्या कहते हैं इधर से आवागमन करने वाले-
अजीत कुमार का कहना है कि उन्हें सबसे अधिक महेंद्रगढ़-रेवाड़ी की जरूरत होती है। दुपहिया वाहन तो इससे गुजर पाना भी कठिन हो जाता है। इतने गड्ढे हो गए हैं कि कभी भी दुर्घटना घट सकती है। उन्होंने इस सड़क मार्ग की सुध लेने की मांग की है।
 मुकेश नंबरदार का कहना है वर्षों पुरानी समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है। बहरहाल सड़क मार्गों से लोग बेहद परेशान है। गत दिनों की वर्षा के बाद जो गड्ढे बन गए हैं उनमें अनेकों वाहन गिर चुके हैं। कोई सुध लेने वाला नहीं है। वर्षा ने तो प्रशासन की पोल खोल कर रख दी है।
हरेंद्र शर्मा का कहना है कि कनीना बस स्टैंड से अटेली टी-प्वाइंट तक सड़क मार्ग तो खतरे की घंटी बन गया है। इस सड़क मार्ग पर पैदल तो चलना और भी मुश्किल काम है। दुपहिया वाहन के लिए मार्ग खतरे भरा है। वही चार पहियों की गाडिय़ां भारी परेशानी से गुजर रही है। मार्ग की सुध लेने वाला कोई नजर नहीं आता। बार बार दुपहिया वाहन चालक गंदे पानी में गिर रहे हैं। जानकार लोग तो इन सड़क मार्गों से बचकर निकलने के वैकल्पिक मार्ग अपना रहे हैं।
 उधर योगेश अग्रवाल का कहना है कि चाहे सारे विकास कार्य कनीना में ना हो पाए कम से कम इस प्रकार के सड़क मार्गों की तो हालात पर तरस आना चाहिए। कितने ही लोग प्रतिदिन इस मार्ग से गुजरते हैं। न केवल उनका समय बर्बाद हो रहा है अपितु अधिक तेल खर्चा होता है। वाहन में टूट-फूट होती है। प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि इस सड़क मार्ग की सुध ली जाए।
 फोटो कैप्शन 8 व 9: जर्जर सड़क मार्ग साथ में अजीत कुमार, मुकेश नंबरदार, हरेंद्र शर्मा, योगेश अग्रवाल






कनीना में आर्य समाज का वार्षिक उत्सव शुरु
-राष्ट्रीय कवि मोहन मनीषी हुये समारोह में शामिल
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कनीना की आवाज। राजकीय कन्या हाई स्कूल कनीना आर्य समाज का वार्षिक उत्सव यज्ञ के साथ शुरू हुआ। बहन जी सरला  ने यज्ञ से उत्सव  की शुरुआत कि। अंतरराष्ट्रीय कवि मोहन मनीषी ने ओम के ध्वज का ध्वजारोहण किया। हजारों की संख्या में महिला पुरुष और बच्चों की उपस्थिति में कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए डोली आश्रम के महाराज समर्पणा नंद जी ने श्रद्धा के विषय में बोलते हुए समाज और घर परिवार से संबंधित सेवा , संस्कार , सुरक्षा की छोटी छोटी बातें बताते हुए कहा कि हमें महर्षि देव दयानंद के बताए मार्ग पर चलना चाहिए और अपने देवी-देवताओं पर श्रद्धा रखनी चाहिए । श्रद्धा इतनी प्रमाणिक होनी चाहिए कि हमें विधर्मियों के द्वारा देश समाज में चलाए जा रहे षड्यंत्र से अपने समाज और बच्चों का ध्यान रखें। उन्होंने चर्चो और मजारों पर जाने से परहेज करने की बात कही । बहन अंजली आर्य ने मोहन मनीषी जी की कविता सुनाते हुए कहा कि 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में महर्षि देव दयानंद के दादा गुरु ओमानंद, महर्षि बिरजानन्द ने स्वतंत्रता आंदोलन की शुरुआत की और देश की आजादी में 85 प्रतिशत आर्य समाज के योगदान की जानकारी दी। उन्होंने समाज की माताओं बहनों को चादर और फादर से सचेत रहने की बात कही उन्होंने कहा कि आज चारों चहुं ओर चादर और फादर के रूप में विधर्मी समाज में घुस आए हैं । आज के कार्यक्रम में पंडित राम निवास, दिनेश पथिक ने ने अपने भजनों से लाभान्वित किया आज के कार्यक्रम में मुख्य रूप से कनीना के एसडीएम सुरेंद्र सिंह उपस्थित रहे जिन्होंने बाकी समाज को सही मार्ग पर चलने के लिए आदित्यनाथ के कार्यक्रम होने चाहिए और समाज को महर्षि दयानंद के बताए मार्ग पर चलना चाहिए। आज के कार्यक्रम में मुख्य रूप से आनंद  सिंह पूर्व डीजीपी मध्य प्रदेश राष्ट्र निर्माण पार्टी के अध्यक्ष, नेता अतर लाल समाजसेवी , कंवर सिंह कलवाड़ी जेजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ,जगराम मास्टर कोटीया ,जगदीश जी धवाणा, विजेंद्र सिंह बुडोली, मास्टर महावीर सिंह लुखी,
किशन लाल आर्य, ओम प्रकाश , ओम प्रकाश पोता, लालाराम गाहड़ा , कप्तान राम सिंह गाहडा, रामनिवास आर्य,सुभाष आर्य करीरा, ब्रह्मदत्त लूखी ,कनीना आर्य समाज के प्रधान राव मोहर सिंह और उनकी टीम ने सभी का फूल मालाओं पगड़ी और मोमेंटो देकर सम्मान किया। इस अवसर पर एडवोकेट विनय , कृष्ण प्रकाश आर्य, ओम प्रकाश आर्य ,बलवान सिंह आर्य , प्रवक्ता सुरेंद्र सिंह, हाईस्कूल के मुख्य अध्यापक नरेश कौशिक के अलावा हजारों की संख्या में माताएं बहने बच्चे और आसपास के आर्य समाज के मुख्य लोग उपस्थित रहे।



आज भी महर्षि की शिक्षाएं प्रासंगिक -एसडीएम
-दो दिवसीय आर्य समाज उत्सव शुरू
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कनीना की आवाज।  स्वामी दयानंद की शिक्षाएं आज भी सिर चढ़कर बोल रही हैं। उन्होंने कहा की आज हम सबको स्वामी दयानंद  के बताए मार्ग पर चलने की सख्त जरूरत है वरना हमारा देश संस्कारों में काफी पीछे चला जाएगा। जब दिल में ही प्रभु का वास हो तो मंदिर की जरूरत क्या होगी। ये विचार एसडीएम कनीना सुरेंद्र सिंह ने यहां के राजकीय कन्या उच्च विद्यालय में बुधवार को आर्य समाज के उत्सव के पहले दिन बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किए । उन्होंने कहा कि हमें आर्यवर्त समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने की जरूरत है जिससे हमारा तो भला होगा ही साथ में समाज में फैली बुराइयां भी दूर हो जाएगी और एक स्वच्छ समाज की शुरूआत होगी। आर्य समाज ही देश को आगे बढ़ा सकता है और देश में फैली कुरीतियों को दूर करा सकता है। उन्होंने आर्य समाज के वार्षिकोत्सव में आए लोगों को संबोधित करते हुए कहा की आर्य बनना और बनाना हमारे लिए ही नहीं बल्कि देश के लिए हित कर होगा। उन्होंने आर्य को सर्वश्रेष्ठ बताया और कहा कि आर्य जन में कमी नहीं होती है। उन्होंने यह भी कहा की आज हमें भगवान श्रीकृष्ण व राम, स्वामी दयानन्द जैसे अनेकों महान विद्वानों से पे्ररणा लेनी चाहिए और उनके बताए मार्ग पर चल कर अपना जीवन सफल बनाना चाहिए। इस मौके पर आनंद कुमार आईपीएस पूर्व डीजीपी मध्यप्रदेश ने कहा कि स्वामी दयानन्द का कहना है कि कोई भी व्यक्ति कितना भी बुरा कर रहा हो लेकिन आप उसको उसके किए हुए का जवाब वैसा ही करके नहीं दो बल्कि पे्रम से ही दो। उन्होंने यह भी बताया की स्वामी जी को उनके उनके रसोइये द्वारा जहर देने के बाद भी स्वामी जी ने उन्हें बख्श दिया और दूर भगा दिया। उन्होंने रसोइये से कहा- आप यहां से जल्दी ही चले जाओ वरना अगर किसी को यह पता चल गया की आपने मुझे जहर दिया है तो लोग आपको मार डालेंगे। उन्होंने कहा कि भारत देश में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति को अपने लिए नही बल्कि अपने भारत देश के लिए ही जीना चाहिए वही सच्चे जीवन का आनन्द है। वही कार्यक्रम में आए आर्य समाज के प्रधान आर्य समाज कनीना राव मोहर सिंह ने कहा की आज देश में विभिन्न प्रकार की कुरीतियां फैली हुई है जिनको दूर करने के लिए हमें आर्य समाज को प्रोत्साहन देना चाहिए जिससे हमारा व हमारे देश का भला हो सके। उन्होंने यह भी कहा की हमें अपने देश व प्रदेश के लिए पहले सोचना चाहिए।
 उन्होंने कहा कि आर्य समाज का काम समाज में व्याप्त बुराइयों का अंत करना है। आर्य समाज ने महर्षि दयानंद के वक्त से समाज में व्याप्त बुराइयों का नाश करना शुरू किया था जो आज भी उनके पदचिह्नों पर चलकर दूर की जा रही हैं। इससे पूर्व उन्होंने यज्ञ आहूत किया गया जिसमें दूर दराज से आए आर्य जनों ने आहुति दी। यज्ञ सरला आर्य ने पूर्ण करवाया जिसमें सतीश कुमार सपत्नी तथा मनफूल आर्य सपत्नी यज्ञमान रहे। हवन के बाद प्रसाद भी वितरित किया गया।
    इस मौके पर राष्ट्रकवि एवं कनीना निवासी डा मोहन मनीषी सारस्वत ने कहा कि आर्य समाज के बल पर ही देश का भला हो सकता है। उन्होंने कहा कि स्वामी दयानन्द ने देश को नई दिशा देने के लिए लोगों को आर्य बनाया।  
वही इस कार्यक्रम में दड़ोली आश्रम के समर्पणानंद महाराज ने कहा कि आर्य समाज सबके लिए हितकारी समाज है। हमें आर्य समाज से जुडऩा चाहिए ताकि समाज की कुरीतियों को समाप्त किया जा सके। आर्य समाज प्रधान राव मोहर सिंह ने कहा कि स्वामी जी की शिक्षाएं वर्षों पहले भी प्रासंगिक थी और आज भी प्रासंगिक हैं। उनकी एक एक बात समाज को आगे बढ़ाती है। उन्होंने कहा कि आर्य समाज ही देश को आगे बढ़ा सकता है और देश में फैली कुरीतियों को दूर करा सकता है। उन्होंने कहा कि हमें गर्व है कि हम आर्य हैं। स्वामी  दयानंद ने देश को बहुत कुछ दिया है। उनकी शिक्षाएं अमर रहेंगी। हमें स्वयं को सुधारने की जरूरत है तभी जाकर हम सुधर सकते हैं। इस मौके पर बलवान सिंह ने कहा कि अपने लिए तो समस्त जगत प्राणी जीते हैं किंतु महर्षि दयानंद की भांति दूसरों के लिए जीना सीखों। उन्होंने कहा कि स्वामी दयानंद दूसरों के लिए जीवनभर त्याग करते रहे। उनकी एक एक बात अक्षरस: सत्य एवं हर कसौटी पर खरी उतरती है।
  इस अवसर पर भजन उपदेशक अंजलि आर्य, पं. दिनेश आर्य पथिक, पंडित रामनिवास, राष्ट्रकवि मोहन मनीषी ने भजनों से समाज की कुरीतियों पर प्रहार किया। इस मौके पर कंवर सिंह कलवाड़ी, अतरलाल नेता,राव मोहर सिंह प्रधान, सुरेंद्र प्राध्यापक, बलवान सिंह आर्य, कृष्ण प्रकाश, विनय एडवोकेट,मनफूल आर्य, इंद्रलाल आदि भारी संख्या में गणमान्य जन मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 06 :पूर्व डीजी आनंद कुमार को स्मृति चिह्न भेंट करते हुए
           07: एसडीएम सुरेंद्र सिंह को स्मृति चिह्न भेंट करते हुए आर्य समाज के लोग।





कनीना कालेज की 1200 सीटों पर अभी तक आये 1407 आवेदन
-आवेदन की अंतिम तिथि 7 जुलाई हुई
-उन्हाणी कालेज की 480 सीटों पर अभी तक 322 आवेदन
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल में 2 सरकारी कालेज हैं। कनीना के सरकारी कालेज में 1200 सीटें स्नातक स्तर की है जबकि उन्हाणी के कन्या कालेज में 480 सीटें निर्धारित की गई है। कांता नोडल अधिकारी एडमिशन राजकीय महाविद्यालय कनीना ने बताया कि कनीना कालेज में 640 सीटें बीए की, 320 सीटें बीएससी नान मेडिकल, 80 सीटें बीएससी मेडिकल और 160 सीट बीकाम की निर्धारित की गई है जिनके लिए 1407 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं  जिनमें बीए के 816 आवेदन, बीएससी नॉन मेडिकल 392 आवेदन, बीएससी मेडिकल के 111 आवेदन तथा बीकॉम के लिए 88 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। उधर राजकीय महाविद्यालय उन्हाणी के प्राचार्य विक्रम सिंह यादव ने बताया कि उनके यहां कालेज में 320 सीटें बीए पर 201 आवेदन आ चुके हैं। बीएससी नान मेडिकल के 83 तथा बीकाम के लिए 38 आवेदन आ चुके हैं। आनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 7 जुलाई कर दी गई है जो अभी तक 28 जून रखी थी। आगामी कार्रवाई विश्वविद्यालय करेगा। विज्ञान स्नातक के लिए रुझान अधिक देखने को मिल रहा है। अभी लगातार आवेदन बढ़ते जा रहे हैं और आने वाले समय में आवेदन की संख्या और भी बढ़ जाएगी।
फोटो कैप्शन 05: राजकीय कन्या महाविद्यालय उन्हाणी।





बिना दहेज शादी करने वाले किये जाएंगे सम्मानित
-यूपीएससी ,एचपीएससी,एनडीएएवं आइआइटी अव्वल भी होंगे सम्मानित
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कनीना की आवाज। 13 जुलाई 2023 को स्थापना दिवस के उपलक्ष्य पर दहेज विरोधी मिशन द्वारा बिना दहेज के शादी की उनको सम्मानित किया जाएगा
प्रधान रामेश्वरदयाल ने बताया कि यूपीएससी,एचपीएससी, एनडीए एवं आइआइटी -2022- 23 में जिनका का सिलेक्शन हुआ उनको भी सम्मानित किया जाएगा।
जिन विद्यार्थियों ने 12वीं कक्षा में 95 प्रतिशत से ऊपर अंक प्राप्त किए उनको भी पुरस्कृत किया जाएगा। भोजावास के अंबेडकर भवन में ऐसे लोग एक जुलाई तक अपना रजिस्ट्रेशन करवाएं।
रजिस्ट्रेशन करवाना अति अनिवार्य है।






कट के लिए धरना 108वें दिन जारी
-बारिश एवं आंधी में भी हैं अडिग
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कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152-डी पर बाघोत-सेहलंग गांवों के बीच कट की मांग को लेकर ग्रामीणों का धरना108वें दिन भी जारी रहा।धरने की अध्यक्षता ठेकेदार शेर सिंह बाघोत ने की।
धरना कमेटी के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन ने बताया कि आज धरने को 108 दिन हो गए है। लेकिन अभी तक कट का काम शुरू न होने से लोगों में आक्रोश है। धरना देने वाले धैर्य बनाये हुये हैं ताकि तपस्या का फल मिले। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने आश्वासन दे रखा है कि बाघोत -सेहलंग रोड़ पर कट की घोषणा हो चुकी है, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के द्वारा घोषणा की गई। आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। कट बनेगा लेकिन थोड़ा समय लग सकता है।
संघर्ष समिति के संयोजक डॉ लक्ष्मण सिंह ने बताया कि केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी अपनी बात के पक्के हैं, जो बोल देते हैं, वह काम करके दिखाते हैं। हमें विश्वास है कि इस काम को जल्द से जल्द करवाया जाएगा।
 संघर्ष समिति के संयोजक मास्टर विजयपाल ने कहा कि हम बाघेश्वर धाम,बाबा भोले शिव शंकर की छत्रछाया में रहते हैं। हम बाबा भोले से प्रार्थना करते हैं कि हमारे अधिकारियों और मंत्रियों को ऐसी शक्ति प्रदान करें कि बाघोत -सेहलंग कट का काम जल्द शुरू हो जाए। कट बनने से इलाके का विकास होगा, जवानों को रोजगार मिलेंगे और रोजगार मिलने पर क्षेत्र का नाम होगा।  जब तक कट नहीं बनेगा तब तक हमारा धरना जारी रहेगा।
  इस मौके पर अशोक चौहान, सज्जन सिंह पंच, नरेंद्र शास्त्री, मास्टर विजय सिंह, भरत सिंह, शेर सिंह,   प्यारेलाल,  पूर्व सरपंच सतवीर सिंह, हेमराज साहब, कृष्ण प्रधान, मोहित, सुनील, जय सिंह पंच, पहलवान धर्मपाल, चेयरमैन सतपाल, महेंद्र सिंह, हंस कुमार, रोशन लाल, मनोज कुमार, सुरेंद्र सिंह, सूबे सिंह, सतनारायण, दाताराम, वेदप्रकाश व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 04: कट के लिए धरने पर बैठे लोग।





टूटे पुल को बनाने की मांग को लेकर सिहोर के ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव सिहोर के ग्रामीणों ने गांव से खेतों में जाने के लिए जवाहरलाल नेहरू कनाल (महेन्द्रगढ़ कनाल) पर दो साल से टूटे पड़े पुल को तत्काल बनाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
 प्रदर्शनकारी ग्रामीणों ने टूटे पड़े पुल के निकट इकट्ठे होकर जोरदार नारेबाजी की। ग्रामीणों ने राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन को चेतावनी दी कि एक माह के अंदर पुल निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ तो ग्रामीण बड़ा आंदोलन छेडऩे पर मजबूर होंगे। ग्रामीणों ने रोष व्यक्त करते हुए एक स्वर में कहा कि पिछले दो साल से कुल निर्माण कार्य लटका हुआ है। परिणामस्वरूप ग्रामीणों को अपने खेतों में जाने के लिए दो किलोमीटर का चक्कर काट कर जाना पड़ता है। यह खेतों में जाने का 6 करम का कदीमी रास्ता है। इस पर नहर निकली जब पुल बनाया गया था। जो अब टूटकर नीचे गिर गया है। ग्रामवासी इस पुल को रास्ते के हिसाब से सही बनाने की मांग दो वर्ष से कर रहे हैं। परन्तु सरकार तथा प्रशासन की उदासीनता के कारण कार्य रुका पड़ा है। जिसकी वजह से ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त है। इस अवसर पर ग्रामीणों ने मुख्य सचिव हरियाणा सरकार संजीव कौशल के नाम ज्ञापन भेजा।
 इस मौके पर अतरलाल, राजेन्द्र पंच, राजेश यादव, धर्मेन्द्र चौकीदार, नितानंद, छोटेलाल, दिनेश, सुनील, नीरज सिंह, मोहित, विजय, अजय, पारस आदित्य, देवेन्द्र, अक्षय, परमवीर, पंकज, मनोज, कृष्ण कुमार, अतरसिंह, देवव्रत प्रधान, कैलाश सेठ,  राकेश, संदीप आदि सैकड़ों ग्रामीणों ने प्रदर्शन में भाग लिया।
फोटो कैप्शन 03:टूटे पुल को बनाने की मांग को लेकर सिहोर गांव के ग्रामीण प्रदर्शन करते हुए।





युवाओं ने पर्यावरण संरक्षण का कार्यक्रम चलाया
-रामबास के मनोज कुुमार निभा रहे हें अग्रणी भूमिका
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कनीना की आवाज। युवाओं की ओर से पर्यावरण संरक्षण मुहिम के तहत पौधारोपण अभियान चलाया गया। इस दौरान पर्यावरण संरक्षण मुहिम के संयोजक मनोज कुमार रामबास व सरपंच प्रतिनिधि कुलदीप यादव के नेतृत्व में गाव की जंगलात में  पौधारोपण करके पर्यावरण संरक्षण की मुहिम कि शुरुआत की।
इस मुहिम में  मियावाकी  जंगल बनाने के प्रथम चरण में   बायोडायवर्सिटी के अनुसार लगभग 25-30 प्रजाति के पौधे लगायें जा रहे हैं यह सभी पौधे  खुद ही बीज द्वारा नर्सरी में तैयार किए गए हैं   मनोज कुमार रामबास ने कहा कि पेड़-पौधों की कमी से निरंतर पर्यावरण संतुलन बिगड़ रहा है। पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने के लिए पौधारोपण बहुत  जरूरी है।
 हम सभी का फर्ज बनता है कि पृथ्वी की खूबसूरती को बनाए रखने में अपना योगदान दें। गाव रामबास को हरित व सुंदर बनाने के लिए 3 पार्को का निर्माण किया गया है  जिसमें सैकड़ों की संख्या में पौधे लगाए गए हैं इस पूरी मुहिम में  युवाओं की टीम अमित कुमार रामबास,  सचिन अजय,  सचिन निर्मल, सचिन दहिया का बहुत महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने युवाओं को अधिक से अधिक पौधे लगाने की अपील की। इस मौके पर  कुलदीप अधिवक्ता राजेंद्र सिंह,  सिकेंद्र पंच आदि मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 01: पर्यावरण संरक्षण चलाते रामबास के युवा।



सृष्टि का आरंभ कैसे हुआ-पूर्णदेव शास्त्री
-भागवत कथा का तीसरा दिन
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कनीना की आवाज। सृष्टि का आरंभ कैसे हुआ यह केवल सनातन ऋषियों ने ही अपनी ज्ञान दृष्टि से वेदों में वर्णन किया है। ये विचार ठाकुर जी के मंदिर कनीना में श्रीमद्भागवत  पाठ के तीसरे दिन आचार्य पूर्ण देव शास्त्री मथुरा वाले में भक्तों के समक्ष व्यक्त किये। उन्होंने श्रीमद्भागवत के माध्यम से श्रोताओं को बताया कि मुक्ति के उपाय क्या है? सृष्टि की प्रक्रिया क्या है.
उन्होंने वामन अवतार, सती चरित्र, ध्रुव चरित्र के बारे में विस्तार से बताया। मंदिर के पुजारी कंवर सैन वशिष्ठ ने बताया कि सुबह   चार विवाहित जोड़ों को बैठाया जिनमें अशोक जांगड़ा, संदीप जांगड़ा ,रविंद्र यादव करीरा , पवन वशिष्ठ स्वामीवाड़ा को मंत्र उच्चारण के साथ हवन करवाया और फिर श्रीमद् भागवत कथा का आरंभ हुआ। जिसे श्रोता ने मंत्रमुग्ध होकर आचार्य के वचनों को ध्यान से सुना। श्री वशिष्ठ ने बताया भारतवासी सनातन विचार को ठीक से जानने और अमल करें तो समाज में सभी लड़ाई झगड़े समाप्त हो जाए।
इस मौके पर मंडल अध्यक्ष अतर सिंह ,लखनलाल प्रधान, मोहन पूर्व प्रधान, सूबेदार मेजर राजेश महासचिव, डॉक्टर नरेंद्र कैशियर , कृष्ण कुमार हेड मास्टर भारत विकास परिषद की समस्त कार्यकारिणी सरोज देवी, रूबी देवी करीरा, कैलाश देवी, माया देवी, विजय पटवारण मंडी, अनुराधा, सरिता भारद्वाज,  स्नेह लता देवी, रेखा देवी, प्रतीक वशिष्ठ सैकड़ों श्रीमद्भागवत कथा में मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 02: श्रीमदभागवत कथा सुनाते आचार्य पूर्णदेव शास्त्री।




सड़क मार्ग बन रहा है आफत, आये दिन घट रही हैं घटनाएं
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कनीना की आवाज। कनीना बस स्टैंड से अटेली टी-प्वाइंट, कनीना-रेवाड़ी-कोसली तिराहा, होलीवाला जोहड़ के पास सड़क मार्ग आफत बन गये हैं। भारी मात्रा में पानी जर्जर मार्गों पर जमा हो रहा है। नगरपालिका द्वारा होलीवाला जोहड़ का पानी इंजन से निकालने के प्रयास भी किये हैं किंतु हालात जस की तस बनी हुई है।
  होलीवाला जोहड़ तथा कालरवाली जोहड़ का पानी सीवर लाइन में आपस में कोसली-रेवाड़ी टी-प्वाइंट के पास टकराते हैं और ओवरफ्लो द्वारा यहां जल भराव हो रहा है। आए दिन वर्षा ने हालात गंभीर बना दी है। वहीं होलीवाला जोहड़ का पानी निकासी की व्यवस्था न होना भी समस्या बन गया है। अतिक्रमण का कारण भी होलीवाला जोहड़ पर जल भराव का कारण बताया जा रहा है किंतु प्रशासन आज तक पैमाइस करवाकर अतिक्रमण को हटाने में असफल रहा है। होली पर्व पर कुरोिं को साफ करके होली दहन की व्यवस्था करनी पड़ती है।
 साइट नंबर 01--
कनीना-महेंद्रगढ़ सड़क मार्ग पर लंबे समय से चर्चित राव दान सिंह पेट्रोल पंप के पास सड़क पर बने जो अस्थाई तालाब में ईंटों से भरी एक ट्रैक्टर ट्राली पलट गई जिसके चलते आवागमन में परेशानी हुई। उल्लेखनीय है कि इस तालाब के कारण वाहन चालकों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। जब चंद बूंदे बारिश की होती है यहां तालाब बन जाता है। कनीना और आसपास के लोग इस तालाब से बचने के लिए वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करते हैं। दिक्कत तो दुपहिया वाहन चालकों को अधिक आती है जो इस तालाब को पार करने में कठिनाई महसूस करते हैं।
साइट नंबर 02-
कनीना-कोसली-रेवाड़ी टी-प्वाइंट पर भारी मात्रा में जलभराव हो जाता है। इस जलभराव के पीछे सीवर लाइन का ओवरफ्लो एक कारण माना जाता है। होलीवाला और कालरवाली जोहड़ के पानी सीवर लाइन से अलग-अलग दिशाओं से आते हैं और इसी टी-प्वाइंट पर टकराते जिससे ओवरफ्लो होकर पानी तिराहे पर फैल जाता है। अब तक यहां कई घटनाएं घट चुकी हैं। जहां  सोमवार की शाम को एक गाड़ी पानी में जाम हो गई। बार-बार प्रयास करने पर भी स्टार्ट नहीं हो पा रही थी। आखिरकार लोगों ने धक्के मारकर उसे जैसे तैसे गड्ढों से निकाला। यही नहीं मंगलवार को भी यहां ईंटों से भरी एक ट्राली फंस गई जिसे धक्के लगा लगाकर बड़ी मुश्किल से निकाला गया। यहां पर चौड़े चौड़े गड्ढे पानी से भरे खड़े हैं जिनका पानी कई कई दिनों तक नहीं सूखता जो आफत बनी हुई है।
 साइट नंबर 3-
होलीवाला जोहड़ पंकज एडवोकेट एवं वेद प्रकाश के भवन के पास सड़क मार्ग पर पिछले एक महीने से अधिक समय से पानी भरा हुआ है। गंदे जल से लोग आवागमन कर रहे हैं। रेहड़ी पर पानी के बतासे बेचने वाले के पानी बतासे पानी में गिर गये। आए दिन वाहन चालक यहां गिर रहे हैं क्योंकि रास्ता जर्जर है। एक तरफ जोहड़ है वही गंदे पानी का भराव है। करीरा जाने के लिए सबसे छोटा रास्ता यही है। इसलिए इस रास्ते का प्रयोग करते हैं किंतु यहां से गुजरना खतरे से खाली नहीं है। वैसे तो यहां नगरपालिका ने इंजन लगाकर पानी निकालने का प्रयास किया किंतु प्रयास अभी तक नाकाफी लग रहे हैं।  न तो अतिक्रमण को हटाया गया है और नहीं पैमाइश की गई है जिससे समस्या बढ़ती जा रही है
साइट नंबर 4-
जब बारिश होती है कनीना मंडी से होकर गुजरने वाली नहर के साथ बना सड़क मार्ग गंदे पानी से भर जाता है। इस रास्ते पर कम से कम पांच जगह गंदा पानी भरा रहता है। बार-बार यहां कूड़ा कचरा मिट्टी डालने की मांग की गई है किंतु कूड़ा कचरा और मिट्टी नहीं डाली जाती जिससे वाहनों चालकों को इधर से गुजरने भारी परेशानी उठानी पड़ती है। कुछ पास लगते घरों के मालिकों ने अपनी तरफ से भी मिट्टी आदि डलवा कर रास्ते को गमन योग्य बनाने के प्रयास किये किंतु प्रयास नाकाफी रहते हैं। ऐसे ही कई अन्य साइट हैं जहां गंदा पानी भर जाता है।
 





पालिका चुनाव भविष्य के गर्भ में
-2024 से पहले नहीं होते























लग रहे पालिका चुनाव
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कनीना की आवाज। कनीना पालिका के चुनाव वर्ष 2024 में होने की संभावना से जिस कद्र उत्साह चुनाव लडऩे वालों में देखने को मिल रहा था वो ढ़ीला पडऩे लगा है। चुनाव तिथि भविष्य के गर्भ में हैं पर चुनाव लडऩे वाले जल्दी चुनाव चाहते हैं।
चुनाव लडऩा चाहने वाले लोग किसी प्रकार पीछे हटने वाले नहीं। यदि प्रधान पद के लिए उनके परिवार से वो स्वयं या परिवार से महिला आदि चुनाव लड़ सकते हैं। क्योंकि प्रधान की शक्ति इस बार अधिक हो गई है, उसका चुनाव सीधा होने की वजह से उसे पार्षदों का काम कम हो गया है। भविष्य में प्रधान बनने के बाद किसी प्रस्ताव को पारित करते समय इन पार्षदों की जरूरत हो सकती है। ऐसे में बड़ा और सशक्त पद प्रधान का बना दिया गया है जिसको लेकर के दर्जनों लोग तैयार हैं। यह सत्य है कि चुनाव लडऩे वाले अब अपनी मां, बहन, बेटी या पत्नी को चुनाव लड़ा सकते हैं, स्वयं भी पार्षद पद के लिए चुनाव लडऩे के लिए तैयार हो रहे हैं। कनीना के पार्षद पद के लिए चुनाव लडऩे वाले महेश बोहरा एक है। उनके पिता राव सत्यवीर बोहरा भी पार्षद रह चुके हैं। अपने पिता के पद चिन्हों पर चलते हुए पार्षद पद के चुनाव की तैयारियों में जुटे हुए हैं क्योंकि उन्होंने तो कभी से ही पार्षद पद के की घोषणा की है और पालिका प्रधान बनने की इच्छा नहीं रही की? विजय चेयरमैन भी पार्षद पद के चुनावों के लिए तैयार हैं। बहरहाल अभी चुनाव होते नजर नहीं आ रहे हैं।
कनीना नगर पालिका चुनावों पर टिकी हैं नजरें---
कनीना पालिका 1952 से चली आ रही है। कनीना नगर पालिका के समय-समय पर अनेक प्रधान रह चुके हैं। सबसे अधिक समय तक पूर्व प्रधान मा. दलीप सिंह एवं उनके पिता स्व. चौ. बलबीर सिंह पालिका में प्रधान रह चुके हैं।
 इस बार पालिका प्रधान के चुनाव सीधे होने हैं। अब तक पालिका प्रधान बनते आए वह किसी के रहमों करम पर होते थे या पार्षदों पर निर्भर रहे हैं। सभी की नजरें चुनाव पर टिकी हुई है।
 चुनाव लडऩे के दावेदार-
अभी तक पार्षद के चुनाव के लिए
1. महेश बोहरा दावेदारी जता रहे हैं।  उधर
2. वार्ड चार से योगेश कुमार
3. वार्ड एक से विजय चेयरमैन चुनाव लड़ेंगे। इस बार चेयरमैन पद का चुनाव डायरेक्ट होगा।  जिसके चलते इस बार चेयरमैन पद के लिए अधिक लोग तैयारी में जुटे हुए हैं।
प्रधान पद के लिए दावेदार--
1.कनीना के सज्जन सिंह बोहरा
2. कनीना के वर्तमान चेयरमैन सतीश जेलदार के पुत्र प्रीतम जोनू
3. मनोज कुमार रोहिल्ला वरिष्ठ पत्रकार
4. कनीना के वार्ड 12 का निवासी अमित नंबरदार  
5. वार्ड 3 के निवासी राज सिंह
6. पूर्व प्रधान मा. दिलीप सिंह या उनके पुत्र दीपक चौधरी
7. पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह लोढ़ा
8. एडवोकेट विनय यादव, एडवोकेट पंकज यादव,  वर्तमान में
9. उप प्रधान पद पर आसीन अशोक ठेकेदार,  मनीष पार्षद
10. सुमेर सिंह मैनेजर
घट गई हैं चुनावी चर्चाएं ---
 दुकान हो या कोई चाय की दुकान, चुनावी चर्चा मिलने लगी थी वो अब गायब हो गई हैं। रातोंरात पार्षद और प्रधान पद के दावेदार ढूंढे जा रहे हैं। क्योंकि बहुत से लोग तो चुनाव तो लडऩा चाहते हैं  ऐसे में चुनाव लडऩे वाले अंदर खाते मतदाताओं के मन को टटोल रहे हैं।
समय लग सकता है चुनाव होने में-
नगर पालिका के चुनाव लडऩे वाले अंदर खाते मतदाताओं के मन को टटोल रहे हैं। यदि मतदाता उनको अच्छा रिस्पांस देते हैं तो भी अपने उम्मीदवारी पक्की समझ रहे हैं। अभी से ही मतदाताओं से वोट देने की हां या ना करवा रहे हैं। चुनावों में लग सकता है समय। ऐसे भी कहते सुने  हैं कि मेरे लिए प्रधान पद के वोट दिलवा दो मैं तुम्हें पार्षद या  तुम्हारे द्वारा अनुमोदित पार्षद को अपने क्षेत्र के वोट दिलवा दूंगा।  14 वार्डों में 14 पार्षद चुने जाने है लेकिन कुछ वार्डों में चुनाव लडऩे वाले मौन नजर आ रहे हैं।