Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Wednesday, June 28, 2023

 
बारिश के बाद और भी बदहाल हो चली है सड़कें
-हादसों को दे रही  हैंं न्यौता
**********************************************************
**********************************************************************
***************************************
**********************
कनीना की आवाज। यूं तो कनीना कस्बे की ही नहीं अपितु कनीना-अटेली टी-प्वाइंट,  कनीना -रेवाड़ी टी प्वाइंट,  होलीवाला जोहड़ मार्ग , कनीना मंडी मार्ग, अनाज मंडी से गुजरने वाली हर का मार्ग सभी जर्जर हो चले हैं। विगत दिनों का गंदा पानी भी अब तक नहीं सूखा है। किंतु सबसे अधिक आवागमन होने वाला कनीना बस स्टैंड से अटेली टीप्वांइट- तक का मार्ग अति गंदे पानी से भरे हैं। विगत दिनों जहां 44 एमएम वर्षा हो चुकी है जिसके बाद अब इस मार्ग से  निकलना भी मुश्किल हो गया है। कभी भी कोई हादसा हो सकता है। प्रशासन बार-बार रोड़ी एवं पत्थर आदि डालकर खानापूर्ति कर देता है किंतु चंद बूंदे आने पर फिर से गहरे गहरे गड्ढे बन जाते हैं। इन गड्ढों में पानी खड़ा हो जाता है जिसके चलते गुजरने वाले वाहन न केवल गंदे पानी के छींटे सड़क किनारे से जाने वाले लोगों के मुंह पर डाल देते हैं कोई भी हादसा हो सकता है। विगत दिनों से एक ईंट ट्राली इस मार्ग पर पलट चुकी है वहीं कई वाहन गंदे पानी के बीच में जाम हो चुके हैं। इनको ठीक करवाने के बार-बार महज आश्वासन मिलते हैं किंतु काम शुरू नहीं हो पाता।  बार-बार धरना प्रदर्शन भी हो चले हैं। सरकार धरना प्रदर्शन करने वालों के विरुद्ध मामले तो दर्ज कर देती है किंतु सड़क की सुध नहीं लेती। बहरहाल क्षेत्रवासी बेहद तंग आ चुके हैं। मसलन लोग इस सड़क से बचने के लिए वैकल्पिक मार्गों का उपयोग कर रहे हैं।
 क्या कहते हैं इधर से आवागमन करने वाले-
अजीत कुमार का कहना है कि उन्हें सबसे अधिक महेंद्रगढ़-रेवाड़ी की जरूरत होती है। दुपहिया वाहन तो इससे गुजर पाना भी कठिन हो जाता है। इतने गड्ढे हो गए हैं कि कभी भी दुर्घटना घट सकती है। उन्होंने इस सड़क मार्ग की सुध लेने की मांग की है।
 मुकेश नंबरदार का कहना है वर्षों पुरानी समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है। बहरहाल सड़क मार्गों से लोग बेहद परेशान है। गत दिनों की वर्षा के बाद जो गड्ढे बन गए हैं उनमें अनेकों वाहन गिर चुके हैं। कोई सुध लेने वाला नहीं है। वर्षा ने तो प्रशासन की पोल खोल कर रख दी है।
हरेंद्र शर्मा का कहना है कि कनीना बस स्टैंड से अटेली टी-प्वाइंट तक सड़क मार्ग तो खतरे की घंटी बन गया है। इस सड़क मार्ग पर पैदल तो चलना और भी मुश्किल काम है। दुपहिया वाहन के लिए मार्ग खतरे भरा है। वही चार पहियों की गाडिय़ां भारी परेशानी से गुजर रही है। मार्ग की सुध लेने वाला कोई नजर नहीं आता। बार बार दुपहिया वाहन चालक गंदे पानी में गिर रहे हैं। जानकार लोग तो इन सड़क मार्गों से बचकर निकलने के वैकल्पिक मार्ग अपना रहे हैं।
 उधर योगेश अग्रवाल का कहना है कि चाहे सारे विकास कार्य कनीना में ना हो पाए कम से कम इस प्रकार के सड़क मार्गों की तो हालात पर तरस आना चाहिए। कितने ही लोग प्रतिदिन इस मार्ग से गुजरते हैं। न केवल उनका समय बर्बाद हो रहा है अपितु अधिक तेल खर्चा होता है। वाहन में टूट-फूट होती है। प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि इस सड़क मार्ग की सुध ली जाए।
 फोटो कैप्शन 8 व 9: जर्जर सड़क मार्ग साथ में अजीत कुमार, मुकेश नंबरदार, हरेंद्र शर्मा, योगेश अग्रवाल






कनीना में आर्य समाज का वार्षिक उत्सव शुरु
-राष्ट्रीय कवि मोहन मनीषी हुये समारोह में शामिल
**********************************************************
**********************************************************************
****************************************
*********************
कनीना की आवाज। राजकीय कन्या हाई स्कूल कनीना आर्य समाज का वार्षिक उत्सव यज्ञ के साथ शुरू हुआ। बहन जी सरला  ने यज्ञ से उत्सव  की शुरुआत कि। अंतरराष्ट्रीय कवि मोहन मनीषी ने ओम के ध्वज का ध्वजारोहण किया। हजारों की संख्या में महिला पुरुष और बच्चों की उपस्थिति में कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए डोली आश्रम के महाराज समर्पणा नंद जी ने श्रद्धा के विषय में बोलते हुए समाज और घर परिवार से संबंधित सेवा , संस्कार , सुरक्षा की छोटी छोटी बातें बताते हुए कहा कि हमें महर्षि देव दयानंद के बताए मार्ग पर चलना चाहिए और अपने देवी-देवताओं पर श्रद्धा रखनी चाहिए । श्रद्धा इतनी प्रमाणिक होनी चाहिए कि हमें विधर्मियों के द्वारा देश समाज में चलाए जा रहे षड्यंत्र से अपने समाज और बच्चों का ध्यान रखें। उन्होंने चर्चो और मजारों पर जाने से परहेज करने की बात कही । बहन अंजली आर्य ने मोहन मनीषी जी की कविता सुनाते हुए कहा कि 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में महर्षि देव दयानंद के दादा गुरु ओमानंद, महर्षि बिरजानन्द ने स्वतंत्रता आंदोलन की शुरुआत की और देश की आजादी में 85 प्रतिशत आर्य समाज के योगदान की जानकारी दी। उन्होंने समाज की माताओं बहनों को चादर और फादर से सचेत रहने की बात कही उन्होंने कहा कि आज चारों चहुं ओर चादर और फादर के रूप में विधर्मी समाज में घुस आए हैं । आज के कार्यक्रम में पंडित राम निवास, दिनेश पथिक ने ने अपने भजनों से लाभान्वित किया आज के कार्यक्रम में मुख्य रूप से कनीना के एसडीएम सुरेंद्र सिंह उपस्थित रहे जिन्होंने बाकी समाज को सही मार्ग पर चलने के लिए आदित्यनाथ के कार्यक्रम होने चाहिए और समाज को महर्षि दयानंद के बताए मार्ग पर चलना चाहिए। आज के कार्यक्रम में मुख्य रूप से आनंद  सिंह पूर्व डीजीपी मध्य प्रदेश राष्ट्र निर्माण पार्टी के अध्यक्ष, नेता अतर लाल समाजसेवी , कंवर सिंह कलवाड़ी जेजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ,जगराम मास्टर कोटीया ,जगदीश जी धवाणा, विजेंद्र सिंह बुडोली, मास्टर महावीर सिंह लुखी,
किशन लाल आर्य, ओम प्रकाश , ओम प्रकाश पोता, लालाराम गाहड़ा , कप्तान राम सिंह गाहडा, रामनिवास आर्य,सुभाष आर्य करीरा, ब्रह्मदत्त लूखी ,कनीना आर्य समाज के प्रधान राव मोहर सिंह और उनकी टीम ने सभी का फूल मालाओं पगड़ी और मोमेंटो देकर सम्मान किया। इस अवसर पर एडवोकेट विनय , कृष्ण प्रकाश आर्य, ओम प्रकाश आर्य ,बलवान सिंह आर्य , प्रवक्ता सुरेंद्र सिंह, हाईस्कूल के मुख्य अध्यापक नरेश कौशिक के अलावा हजारों की संख्या में माताएं बहने बच्चे और आसपास के आर्य समाज के मुख्य लोग उपस्थित रहे।



आज भी महर्षि की शिक्षाएं प्रासंगिक -एसडीएम
-दो दिवसीय आर्य समाज उत्सव शुरू
**********************************************************
**********************************************************************
****************************************
*********************
कनीना की आवाज।  स्वामी दयानंद की शिक्षाएं आज भी सिर चढ़कर बोल रही हैं। उन्होंने कहा की आज हम सबको स्वामी दयानंद  के बताए मार्ग पर चलने की सख्त जरूरत है वरना हमारा देश संस्कारों में काफी पीछे चला जाएगा। जब दिल में ही प्रभु का वास हो तो मंदिर की जरूरत क्या होगी। ये विचार एसडीएम कनीना सुरेंद्र सिंह ने यहां के राजकीय कन्या उच्च विद्यालय में बुधवार को आर्य समाज के उत्सव के पहले दिन बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किए । उन्होंने कहा कि हमें आर्यवर्त समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने की जरूरत है जिससे हमारा तो भला होगा ही साथ में समाज में फैली बुराइयां भी दूर हो जाएगी और एक स्वच्छ समाज की शुरूआत होगी। आर्य समाज ही देश को आगे बढ़ा सकता है और देश में फैली कुरीतियों को दूर करा सकता है। उन्होंने आर्य समाज के वार्षिकोत्सव में आए लोगों को संबोधित करते हुए कहा की आर्य बनना और बनाना हमारे लिए ही नहीं बल्कि देश के लिए हित कर होगा। उन्होंने आर्य को सर्वश्रेष्ठ बताया और कहा कि आर्य जन में कमी नहीं होती है। उन्होंने यह भी कहा की आज हमें भगवान श्रीकृष्ण व राम, स्वामी दयानन्द जैसे अनेकों महान विद्वानों से पे्ररणा लेनी चाहिए और उनके बताए मार्ग पर चल कर अपना जीवन सफल बनाना चाहिए। इस मौके पर आनंद कुमार आईपीएस पूर्व डीजीपी मध्यप्रदेश ने कहा कि स्वामी दयानन्द का कहना है कि कोई भी व्यक्ति कितना भी बुरा कर रहा हो लेकिन आप उसको उसके किए हुए का जवाब वैसा ही करके नहीं दो बल्कि पे्रम से ही दो। उन्होंने यह भी बताया की स्वामी जी को उनके उनके रसोइये द्वारा जहर देने के बाद भी स्वामी जी ने उन्हें बख्श दिया और दूर भगा दिया। उन्होंने रसोइये से कहा- आप यहां से जल्दी ही चले जाओ वरना अगर किसी को यह पता चल गया की आपने मुझे जहर दिया है तो लोग आपको मार डालेंगे। उन्होंने कहा कि भारत देश में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति को अपने लिए नही बल्कि अपने भारत देश के लिए ही जीना चाहिए वही सच्चे जीवन का आनन्द है। वही कार्यक्रम में आए आर्य समाज के प्रधान आर्य समाज कनीना राव मोहर सिंह ने कहा की आज देश में विभिन्न प्रकार की कुरीतियां फैली हुई है जिनको दूर करने के लिए हमें आर्य समाज को प्रोत्साहन देना चाहिए जिससे हमारा व हमारे देश का भला हो सके। उन्होंने यह भी कहा की हमें अपने देश व प्रदेश के लिए पहले सोचना चाहिए।
 उन्होंने कहा कि आर्य समाज का काम समाज में व्याप्त बुराइयों का अंत करना है। आर्य समाज ने महर्षि दयानंद के वक्त से समाज में व्याप्त बुराइयों का नाश करना शुरू किया था जो आज भी उनके पदचिह्नों पर चलकर दूर की जा रही हैं। इससे पूर्व उन्होंने यज्ञ आहूत किया गया जिसमें दूर दराज से आए आर्य जनों ने आहुति दी। यज्ञ सरला आर्य ने पूर्ण करवाया जिसमें सतीश कुमार सपत्नी तथा मनफूल आर्य सपत्नी यज्ञमान रहे। हवन के बाद प्रसाद भी वितरित किया गया।
    इस मौके पर राष्ट्रकवि एवं कनीना निवासी डा मोहन मनीषी सारस्वत ने कहा कि आर्य समाज के बल पर ही देश का भला हो सकता है। उन्होंने कहा कि स्वामी दयानन्द ने देश को नई दिशा देने के लिए लोगों को आर्य बनाया।  
वही इस कार्यक्रम में दड़ोली आश्रम के समर्पणानंद महाराज ने कहा कि आर्य समाज सबके लिए हितकारी समाज है। हमें आर्य समाज से जुडऩा चाहिए ताकि समाज की कुरीतियों को समाप्त किया जा सके। आर्य समाज प्रधान राव मोहर सिंह ने कहा कि स्वामी जी की शिक्षाएं वर्षों पहले भी प्रासंगिक थी और आज भी प्रासंगिक हैं। उनकी एक एक बात समाज को आगे बढ़ाती है। उन्होंने कहा कि आर्य समाज ही देश को आगे बढ़ा सकता है और देश में फैली कुरीतियों को दूर करा सकता है। उन्होंने कहा कि हमें गर्व है कि हम आर्य हैं। स्वामी  दयानंद ने देश को बहुत कुछ दिया है। उनकी शिक्षाएं अमर रहेंगी। हमें स्वयं को सुधारने की जरूरत है तभी जाकर हम सुधर सकते हैं। इस मौके पर बलवान सिंह ने कहा कि अपने लिए तो समस्त जगत प्राणी जीते हैं किंतु महर्षि दयानंद की भांति दूसरों के लिए जीना सीखों। उन्होंने कहा कि स्वामी दयानंद दूसरों के लिए जीवनभर त्याग करते रहे। उनकी एक एक बात अक्षरस: सत्य एवं हर कसौटी पर खरी उतरती है।
  इस अवसर पर भजन उपदेशक अंजलि आर्य, पं. दिनेश आर्य पथिक, पंडित रामनिवास, राष्ट्रकवि मोहन मनीषी ने भजनों से समाज की कुरीतियों पर प्रहार किया। इस मौके पर कंवर सिंह कलवाड़ी, अतरलाल नेता,राव मोहर सिंह प्रधान, सुरेंद्र प्राध्यापक, बलवान सिंह आर्य, कृष्ण प्रकाश, विनय एडवोकेट,मनफूल आर्य, इंद्रलाल आदि भारी संख्या में गणमान्य जन मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 06 :पूर्व डीजी आनंद कुमार को स्मृति चिह्न भेंट करते हुए
           07: एसडीएम सुरेंद्र सिंह को स्मृति चिह्न भेंट करते हुए आर्य समाज के लोग।





कनीना कालेज की 1200 सीटों पर अभी तक आये 1407 आवेदन
-आवेदन की अंतिम तिथि 7 जुलाई हुई
-उन्हाणी कालेज की 480 सीटों पर अभी तक 322 आवेदन
**********************************************************
**********************************************************************
**********************************
***************************
कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल में 2 सरकारी कालेज हैं। कनीना के सरकारी कालेज में 1200 सीटें स्नातक स्तर की है जबकि उन्हाणी के कन्या कालेज में 480 सीटें निर्धारित की गई है। कांता नोडल अधिकारी एडमिशन राजकीय महाविद्यालय कनीना ने बताया कि कनीना कालेज में 640 सीटें बीए की, 320 सीटें बीएससी नान मेडिकल, 80 सीटें बीएससी मेडिकल और 160 सीट बीकाम की निर्धारित की गई है जिनके लिए 1407 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं  जिनमें बीए के 816 आवेदन, बीएससी नॉन मेडिकल 392 आवेदन, बीएससी मेडिकल के 111 आवेदन तथा बीकॉम के लिए 88 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। उधर राजकीय महाविद्यालय उन्हाणी के प्राचार्य विक्रम सिंह यादव ने बताया कि उनके यहां कालेज में 320 सीटें बीए पर 201 आवेदन आ चुके हैं। बीएससी नान मेडिकल के 83 तथा बीकाम के लिए 38 आवेदन आ चुके हैं। आनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 7 जुलाई कर दी गई है जो अभी तक 28 जून रखी थी। आगामी कार्रवाई विश्वविद्यालय करेगा। विज्ञान स्नातक के लिए रुझान अधिक देखने को मिल रहा है। अभी लगातार आवेदन बढ़ते जा रहे हैं और आने वाले समय में आवेदन की संख्या और भी बढ़ जाएगी।
फोटो कैप्शन 05: राजकीय कन्या महाविद्यालय उन्हाणी।





बिना दहेज शादी करने वाले किये जाएंगे सम्मानित
-यूपीएससी ,एचपीएससी,एनडीएएवं आइआइटी अव्वल भी होंगे सम्मानित
**********************************************************
**********************************************************************
**************************************
***********************
कनीना की आवाज। 13 जुलाई 2023 को स्थापना दिवस के उपलक्ष्य पर दहेज विरोधी मिशन द्वारा बिना दहेज के शादी की उनको सम्मानित किया जाएगा
प्रधान रामेश्वरदयाल ने बताया कि यूपीएससी,एचपीएससी, एनडीए एवं आइआइटी -2022- 23 में जिनका का सिलेक्शन हुआ उनको भी सम्मानित किया जाएगा।
जिन विद्यार्थियों ने 12वीं कक्षा में 95 प्रतिशत से ऊपर अंक प्राप्त किए उनको भी पुरस्कृत किया जाएगा। भोजावास के अंबेडकर भवन में ऐसे लोग एक जुलाई तक अपना रजिस्ट्रेशन करवाएं।
रजिस्ट्रेशन करवाना अति अनिवार्य है।






कट के लिए धरना 108वें दिन जारी
-बारिश एवं आंधी में भी हैं अडिग
**********************************************************
**********************************************************************
*************************************
************************
कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152-डी पर बाघोत-सेहलंग गांवों के बीच कट की मांग को लेकर ग्रामीणों का धरना108वें दिन भी जारी रहा।धरने की अध्यक्षता ठेकेदार शेर सिंह बाघोत ने की।
धरना कमेटी के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन ने बताया कि आज धरने को 108 दिन हो गए है। लेकिन अभी तक कट का काम शुरू न होने से लोगों में आक्रोश है। धरना देने वाले धैर्य बनाये हुये हैं ताकि तपस्या का फल मिले। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने आश्वासन दे रखा है कि बाघोत -सेहलंग रोड़ पर कट की घोषणा हो चुकी है, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के द्वारा घोषणा की गई। आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। कट बनेगा लेकिन थोड़ा समय लग सकता है।
संघर्ष समिति के संयोजक डॉ लक्ष्मण सिंह ने बताया कि केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी अपनी बात के पक्के हैं, जो बोल देते हैं, वह काम करके दिखाते हैं। हमें विश्वास है कि इस काम को जल्द से जल्द करवाया जाएगा।
 संघर्ष समिति के संयोजक मास्टर विजयपाल ने कहा कि हम बाघेश्वर धाम,बाबा भोले शिव शंकर की छत्रछाया में रहते हैं। हम बाबा भोले से प्रार्थना करते हैं कि हमारे अधिकारियों और मंत्रियों को ऐसी शक्ति प्रदान करें कि बाघोत -सेहलंग कट का काम जल्द शुरू हो जाए। कट बनने से इलाके का विकास होगा, जवानों को रोजगार मिलेंगे और रोजगार मिलने पर क्षेत्र का नाम होगा।  जब तक कट नहीं बनेगा तब तक हमारा धरना जारी रहेगा।
  इस मौके पर अशोक चौहान, सज्जन सिंह पंच, नरेंद्र शास्त्री, मास्टर विजय सिंह, भरत सिंह, शेर सिंह,   प्यारेलाल,  पूर्व सरपंच सतवीर सिंह, हेमराज साहब, कृष्ण प्रधान, मोहित, सुनील, जय सिंह पंच, पहलवान धर्मपाल, चेयरमैन सतपाल, महेंद्र सिंह, हंस कुमार, रोशन लाल, मनोज कुमार, सुरेंद्र सिंह, सूबे सिंह, सतनारायण, दाताराम, वेदप्रकाश व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 04: कट के लिए धरने पर बैठे लोग।





टूटे पुल को बनाने की मांग को लेकर सिहोर के ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
**********************************************************
**********************************************************************
***********************************
**************************
कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव सिहोर के ग्रामीणों ने गांव से खेतों में जाने के लिए जवाहरलाल नेहरू कनाल (महेन्द्रगढ़ कनाल) पर दो साल से टूटे पड़े पुल को तत्काल बनाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
 प्रदर्शनकारी ग्रामीणों ने टूटे पड़े पुल के निकट इकट्ठे होकर जोरदार नारेबाजी की। ग्रामीणों ने राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन को चेतावनी दी कि एक माह के अंदर पुल निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ तो ग्रामीण बड़ा आंदोलन छेडऩे पर मजबूर होंगे। ग्रामीणों ने रोष व्यक्त करते हुए एक स्वर में कहा कि पिछले दो साल से कुल निर्माण कार्य लटका हुआ है। परिणामस्वरूप ग्रामीणों को अपने खेतों में जाने के लिए दो किलोमीटर का चक्कर काट कर जाना पड़ता है। यह खेतों में जाने का 6 करम का कदीमी रास्ता है। इस पर नहर निकली जब पुल बनाया गया था। जो अब टूटकर नीचे गिर गया है। ग्रामवासी इस पुल को रास्ते के हिसाब से सही बनाने की मांग दो वर्ष से कर रहे हैं। परन्तु सरकार तथा प्रशासन की उदासीनता के कारण कार्य रुका पड़ा है। जिसकी वजह से ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त है। इस अवसर पर ग्रामीणों ने मुख्य सचिव हरियाणा सरकार संजीव कौशल के नाम ज्ञापन भेजा।
 इस मौके पर अतरलाल, राजेन्द्र पंच, राजेश यादव, धर्मेन्द्र चौकीदार, नितानंद, छोटेलाल, दिनेश, सुनील, नीरज सिंह, मोहित, विजय, अजय, पारस आदित्य, देवेन्द्र, अक्षय, परमवीर, पंकज, मनोज, कृष्ण कुमार, अतरसिंह, देवव्रत प्रधान, कैलाश सेठ,  राकेश, संदीप आदि सैकड़ों ग्रामीणों ने प्रदर्शन में भाग लिया।
फोटो कैप्शन 03:टूटे पुल को बनाने की मांग को लेकर सिहोर गांव के ग्रामीण प्रदर्शन करते हुए।





युवाओं ने पर्यावरण संरक्षण का कार्यक्रम चलाया
-रामबास के मनोज कुुमार निभा रहे हें अग्रणी भूमिका
**********************************************************
**********************************************************************
*****************************************
********************
कनीना की आवाज। युवाओं की ओर से पर्यावरण संरक्षण मुहिम के तहत पौधारोपण अभियान चलाया गया। इस दौरान पर्यावरण संरक्षण मुहिम के संयोजक मनोज कुमार रामबास व सरपंच प्रतिनिधि कुलदीप यादव के नेतृत्व में गाव की जंगलात में  पौधारोपण करके पर्यावरण संरक्षण की मुहिम कि शुरुआत की।
इस मुहिम में  मियावाकी  जंगल बनाने के प्रथम चरण में   बायोडायवर्सिटी के अनुसार लगभग 25-30 प्रजाति के पौधे लगायें जा रहे हैं यह सभी पौधे  खुद ही बीज द्वारा नर्सरी में तैयार किए गए हैं   मनोज कुमार रामबास ने कहा कि पेड़-पौधों की कमी से निरंतर पर्यावरण संतुलन बिगड़ रहा है। पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने के लिए पौधारोपण बहुत  जरूरी है।
 हम सभी का फर्ज बनता है कि पृथ्वी की खूबसूरती को बनाए रखने में अपना योगदान दें। गाव रामबास को हरित व सुंदर बनाने के लिए 3 पार्को का निर्माण किया गया है  जिसमें सैकड़ों की संख्या में पौधे लगाए गए हैं इस पूरी मुहिम में  युवाओं की टीम अमित कुमार रामबास,  सचिन अजय,  सचिन निर्मल, सचिन दहिया का बहुत महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने युवाओं को अधिक से अधिक पौधे लगाने की अपील की। इस मौके पर  कुलदीप अधिवक्ता राजेंद्र सिंह,  सिकेंद्र पंच आदि मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 01: पर्यावरण संरक्षण चलाते रामबास के युवा।



सृष्टि का आरंभ कैसे हुआ-पूर्णदेव शास्त्री
-भागवत कथा का तीसरा दिन
**********************************************************
**********************************************************************
*************************************
************************
कनीना की आवाज। सृष्टि का आरंभ कैसे हुआ यह केवल सनातन ऋषियों ने ही अपनी ज्ञान दृष्टि से वेदों में वर्णन किया है। ये विचार ठाकुर जी के मंदिर कनीना में श्रीमद्भागवत  पाठ के तीसरे दिन आचार्य पूर्ण देव शास्त्री मथुरा वाले में भक्तों के समक्ष व्यक्त किये। उन्होंने श्रीमद्भागवत के माध्यम से श्रोताओं को बताया कि मुक्ति के उपाय क्या है? सृष्टि की प्रक्रिया क्या है.
उन्होंने वामन अवतार, सती चरित्र, ध्रुव चरित्र के बारे में विस्तार से बताया। मंदिर के पुजारी कंवर सैन वशिष्ठ ने बताया कि सुबह   चार विवाहित जोड़ों को बैठाया जिनमें अशोक जांगड़ा, संदीप जांगड़ा ,रविंद्र यादव करीरा , पवन वशिष्ठ स्वामीवाड़ा को मंत्र उच्चारण के साथ हवन करवाया और फिर श्रीमद् भागवत कथा का आरंभ हुआ। जिसे श्रोता ने मंत्रमुग्ध होकर आचार्य के वचनों को ध्यान से सुना। श्री वशिष्ठ ने बताया भारतवासी सनातन विचार को ठीक से जानने और अमल करें तो समाज में सभी लड़ाई झगड़े समाप्त हो जाए।
इस मौके पर मंडल अध्यक्ष अतर सिंह ,लखनलाल प्रधान, मोहन पूर्व प्रधान, सूबेदार मेजर राजेश महासचिव, डॉक्टर नरेंद्र कैशियर , कृष्ण कुमार हेड मास्टर भारत विकास परिषद की समस्त कार्यकारिणी सरोज देवी, रूबी देवी करीरा, कैलाश देवी, माया देवी, विजय पटवारण मंडी, अनुराधा, सरिता भारद्वाज,  स्नेह लता देवी, रेखा देवी, प्रतीक वशिष्ठ सैकड़ों श्रीमद्भागवत कथा में मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 02: श्रीमदभागवत कथा सुनाते आचार्य पूर्णदेव शास्त्री।




सड़क मार्ग बन रहा है आफत, आये दिन घट रही हैं घटनाएं
**********************************************************
**********************************************************************
***********************************
**************************
कनीना की आवाज। कनीना बस स्टैंड से अटेली टी-प्वाइंट, कनीना-रेवाड़ी-कोसली तिराहा, होलीवाला जोहड़ के पास सड़क मार्ग आफत बन गये हैं। भारी मात्रा में पानी जर्जर मार्गों पर जमा हो रहा है। नगरपालिका द्वारा होलीवाला जोहड़ का पानी इंजन से निकालने के प्रयास भी किये हैं किंतु हालात जस की तस बनी हुई है।
  होलीवाला जोहड़ तथा कालरवाली जोहड़ का पानी सीवर लाइन में आपस में कोसली-रेवाड़ी टी-प्वाइंट के पास टकराते हैं और ओवरफ्लो द्वारा यहां जल भराव हो रहा है। आए दिन वर्षा ने हालात गंभीर बना दी है। वहीं होलीवाला जोहड़ का पानी निकासी की व्यवस्था न होना भी समस्या बन गया है। अतिक्रमण का कारण भी होलीवाला जोहड़ पर जल भराव का कारण बताया जा रहा है किंतु प्रशासन आज तक पैमाइस करवाकर अतिक्रमण को हटाने में असफल रहा है। होली पर्व पर कुरोिं को साफ करके होली दहन की व्यवस्था करनी पड़ती है।
 साइट नंबर 01--
कनीना-महेंद्रगढ़ सड़क मार्ग पर लंबे समय से चर्चित राव दान सिंह पेट्रोल पंप के पास सड़क पर बने जो अस्थाई तालाब में ईंटों से भरी एक ट्रैक्टर ट्राली पलट गई जिसके चलते आवागमन में परेशानी हुई। उल्लेखनीय है कि इस तालाब के कारण वाहन चालकों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। जब चंद बूंदे बारिश की होती है यहां तालाब बन जाता है। कनीना और आसपास के लोग इस तालाब से बचने के लिए वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करते हैं। दिक्कत तो दुपहिया वाहन चालकों को अधिक आती है जो इस तालाब को पार करने में कठिनाई महसूस करते हैं।
साइट नंबर 02-
कनीना-कोसली-रेवाड़ी टी-प्वाइंट पर भारी मात्रा में जलभराव हो जाता है। इस जलभराव के पीछे सीवर लाइन का ओवरफ्लो एक कारण माना जाता है। होलीवाला और कालरवाली जोहड़ के पानी सीवर लाइन से अलग-अलग दिशाओं से आते हैं और इसी टी-प्वाइंट पर टकराते जिससे ओवरफ्लो होकर पानी तिराहे पर फैल जाता है। अब तक यहां कई घटनाएं घट चुकी हैं। जहां  सोमवार की शाम को एक गाड़ी पानी में जाम हो गई। बार-बार प्रयास करने पर भी स्टार्ट नहीं हो पा रही थी। आखिरकार लोगों ने धक्के मारकर उसे जैसे तैसे गड्ढों से निकाला। यही नहीं मंगलवार को भी यहां ईंटों से भरी एक ट्राली फंस गई जिसे धक्के लगा लगाकर बड़ी मुश्किल से निकाला गया। यहां पर चौड़े चौड़े गड्ढे पानी से भरे खड़े हैं जिनका पानी कई कई दिनों तक नहीं सूखता जो आफत बनी हुई है।
 साइट नंबर 3-
होलीवाला जोहड़ पंकज एडवोकेट एवं वेद प्रकाश के भवन के पास सड़क मार्ग पर पिछले एक महीने से अधिक समय से पानी भरा हुआ है। गंदे जल से लोग आवागमन कर रहे हैं। रेहड़ी पर पानी के बतासे बेचने वाले के पानी बतासे पानी में गिर गये। आए दिन वाहन चालक यहां गिर रहे हैं क्योंकि रास्ता जर्जर है। एक तरफ जोहड़ है वही गंदे पानी का भराव है। करीरा जाने के लिए सबसे छोटा रास्ता यही है। इसलिए इस रास्ते का प्रयोग करते हैं किंतु यहां से गुजरना खतरे से खाली नहीं है। वैसे तो यहां नगरपालिका ने इंजन लगाकर पानी निकालने का प्रयास किया किंतु प्रयास अभी तक नाकाफी लग रहे हैं।  न तो अतिक्रमण को हटाया गया है और नहीं पैमाइश की गई है जिससे समस्या बढ़ती जा रही है
साइट नंबर 4-
जब बारिश होती है कनीना मंडी से होकर गुजरने वाली नहर के साथ बना सड़क मार्ग गंदे पानी से भर जाता है। इस रास्ते पर कम से कम पांच जगह गंदा पानी भरा रहता है। बार-बार यहां कूड़ा कचरा मिट्टी डालने की मांग की गई है किंतु कूड़ा कचरा और मिट्टी नहीं डाली जाती जिससे वाहनों चालकों को इधर से गुजरने भारी परेशानी उठानी पड़ती है। कुछ पास लगते घरों के मालिकों ने अपनी तरफ से भी मिट्टी आदि डलवा कर रास्ते को गमन योग्य बनाने के प्रयास किये किंतु प्रयास नाकाफी रहते हैं। ऐसे ही कई अन्य साइट हैं जहां गंदा पानी भर जाता है।
 





पालिका चुनाव भविष्य के गर्भ में
-2024 से पहले नहीं होते























लग रहे पालिका चुनाव
**********************************************************
**********************************************************************
*************************************************************
कनीना की आवाज। कनीना पालिका के चुनाव वर्ष 2024 में होने की संभावना से जिस कद्र उत्साह चुनाव लडऩे वालों में देखने को मिल रहा था वो ढ़ीला पडऩे लगा है। चुनाव तिथि भविष्य के गर्भ में हैं पर चुनाव लडऩे वाले जल्दी चुनाव चाहते हैं।
चुनाव लडऩा चाहने वाले लोग किसी प्रकार पीछे हटने वाले नहीं। यदि प्रधान पद के लिए उनके परिवार से वो स्वयं या परिवार से महिला आदि चुनाव लड़ सकते हैं। क्योंकि प्रधान की शक्ति इस बार अधिक हो गई है, उसका चुनाव सीधा होने की वजह से उसे पार्षदों का काम कम हो गया है। भविष्य में प्रधान बनने के बाद किसी प्रस्ताव को पारित करते समय इन पार्षदों की जरूरत हो सकती है। ऐसे में बड़ा और सशक्त पद प्रधान का बना दिया गया है जिसको लेकर के दर्जनों लोग तैयार हैं। यह सत्य है कि चुनाव लडऩे वाले अब अपनी मां, बहन, बेटी या पत्नी को चुनाव लड़ा सकते हैं, स्वयं भी पार्षद पद के लिए चुनाव लडऩे के लिए तैयार हो रहे हैं। कनीना के पार्षद पद के लिए चुनाव लडऩे वाले महेश बोहरा एक है। उनके पिता राव सत्यवीर बोहरा भी पार्षद रह चुके हैं। अपने पिता के पद चिन्हों पर चलते हुए पार्षद पद के चुनाव की तैयारियों में जुटे हुए हैं क्योंकि उन्होंने तो कभी से ही पार्षद पद के की घोषणा की है और पालिका प्रधान बनने की इच्छा नहीं रही की? विजय चेयरमैन भी पार्षद पद के चुनावों के लिए तैयार हैं। बहरहाल अभी चुनाव होते नजर नहीं आ रहे हैं।
कनीना नगर पालिका चुनावों पर टिकी हैं नजरें---
कनीना पालिका 1952 से चली आ रही है। कनीना नगर पालिका के समय-समय पर अनेक प्रधान रह चुके हैं। सबसे अधिक समय तक पूर्व प्रधान मा. दलीप सिंह एवं उनके पिता स्व. चौ. बलबीर सिंह पालिका में प्रधान रह चुके हैं।
 इस बार पालिका प्रधान के चुनाव सीधे होने हैं। अब तक पालिका प्रधान बनते आए वह किसी के रहमों करम पर होते थे या पार्षदों पर निर्भर रहे हैं। सभी की नजरें चुनाव पर टिकी हुई है।
 चुनाव लडऩे के दावेदार-
अभी तक पार्षद के चुनाव के लिए
1. महेश बोहरा दावेदारी जता रहे हैं।  उधर
2. वार्ड चार से योगेश कुमार
3. वार्ड एक से विजय चेयरमैन चुनाव लड़ेंगे। इस बार चेयरमैन पद का चुनाव डायरेक्ट होगा।  जिसके चलते इस बार चेयरमैन पद के लिए अधिक लोग तैयारी में जुटे हुए हैं।
प्रधान पद के लिए दावेदार--
1.कनीना के सज्जन सिंह बोहरा
2. कनीना के वर्तमान चेयरमैन सतीश जेलदार के पुत्र प्रीतम जोनू
3. मनोज कुमार रोहिल्ला वरिष्ठ पत्रकार
4. कनीना के वार्ड 12 का निवासी अमित नंबरदार  
5. वार्ड 3 के निवासी राज सिंह
6. पूर्व प्रधान मा. दिलीप सिंह या उनके पुत्र दीपक चौधरी
7. पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह लोढ़ा
8. एडवोकेट विनय यादव, एडवोकेट पंकज यादव,  वर्तमान में
9. उप प्रधान पद पर आसीन अशोक ठेकेदार,  मनीष पार्षद
10. सुमेर सिंह मैनेजर
घट गई हैं चुनावी चर्चाएं ---
 दुकान हो या कोई चाय की दुकान, चुनावी चर्चा मिलने लगी थी वो अब गायब हो गई हैं। रातोंरात पार्षद और प्रधान पद के दावेदार ढूंढे जा रहे हैं। क्योंकि बहुत से लोग तो चुनाव तो लडऩा चाहते हैं  ऐसे में चुनाव लडऩे वाले अंदर खाते मतदाताओं के मन को टटोल रहे हैं।
समय लग सकता है चुनाव होने में-
नगर पालिका के चुनाव लडऩे वाले अंदर खाते मतदाताओं के मन को टटोल रहे हैं। यदि मतदाता उनको अच्छा रिस्पांस देते हैं तो भी अपने उम्मीदवारी पक्की समझ रहे हैं। अभी से ही मतदाताओं से वोट देने की हां या ना करवा रहे हैं। चुनावों में लग सकता है समय। ऐसे भी कहते सुने  हैं कि मेरे लिए प्रधान पद के वोट दिलवा दो मैं तुम्हें पार्षद या  तुम्हारे द्वारा अनुमोदित पार्षद को अपने क्षेत्र के वोट दिलवा दूंगा।  14 वार्डों में 14 पार्षद चुने जाने है लेकिन कुछ वार्डों में चुनाव लडऩे वाले मौन नजर आ रहे हैं।


No comments: