प्रापर्टी आइडी त्रुटियां ठीक करवाने के लिए मिले 52 आवेदन
-आवेदन के पहले दिन 6 आवेदन आये
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कनीना की आवाज। कनीना नगर पालिका में दो दिवसीय प्रापर्टी आइडी में त्रुटियों को ठीक करने का कार्यक्रम चला। एक शिविर लगाकर प्रापर्टी आइडी में मिली किसी प्रकार की त्रुटियों को दुरुस्त किया गया। पहले दिन शनिवार को महज 6 आवेदन आए थे। जबकि दूसरे दिन 52 आवेदन प्राप्त हुए हैं।
रविवार को विधायक अटेली सीताराम यादव ने स्वयं त्रुटियों को ठीक करने संबंधित जानकारी ली और नगर पालिका में पहुंचे। इसी प्रकार एसडीएम सुरेंद्र सिंह भी नगरपालिका में पहुंचे और त्रुुटियों को दूर करने संबंधित जानकारी हासिल की। उल्लेखनीय है कि लंबे समय से लोग प्रापर्टी आइडी में आई त्रुटियों को दूर करने की मांग कर रहे थे जिसके चलते दो दिवसीय विशेष शिविर आयोजित किया गया। इस शिविर में कनीना क्षेत्र से आए लोगों की प्रापर्टी आइडी में किसी प्रकार की त्रुटि को दूर करवाया। इस अवसर पर सचिव नगर पालिका समय पाल, दिनेश कुमार एमई, अनूप सिंह जेई साथ में केशव, श्याम लाल गुप्ता, अनूप सिंह आदि उपस्थित थे, जिन्होंने त्रुटियों को दुरुस्त करने में सहयोग किया।
फोटो कैप्शन 15: प्रॉपर्टी आइडी में त्रुटियों को दुरुस्त करवाते जन
फोटो कैप्शन 16: विधायक सीताराम यादव को प्रापर्टी आइडी में त्रुटियां दूर करवाने की बात रखते हुए कनीनावासी।
पर्यावरण संरक्षण के लिए किया पौधारोपण, लिया गया संकल्प
-बीएमडी की ओर से चला अभियान
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कनीना की आवाज। उप-मंडल के गांव भडफ़ में सामाजिक संस्था बीएमडी फाउंडेशन पौधा रोपण का कार्य किया गया। संस्था में इंटर्नशिप कर रहे युवक निखिल यादव ने बताया कि वह पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधारोपण की मुहिम को चला रहे हैं। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में अलग-अलग गांव में जाकर पौधारोपण का कार्य किया जा रहा है। इसी के साथ मौजूद लोगों को पौधों के संरक्षण के लिए शपथ दिलवाई जा रही है। मौके पर मौजूद पर्यावरण मित्र अजय इसराना ने बताया कि पौधारोपण के साथ-साथ उसका संरक्षण भी बहुत जरूरी है उन्होंने कहा कि कुछ समय पूर्व पूरी मानवजाति एक बड़ी एवं भयावह कोरोना के कहर से जूझ रही थी। उस समय सभी को आक्सीजन की बहुत जरूरत पड़ी थी। लोगों को पर्यावरण की अहमियत, इंसानों व पर्यावरण के बीच के गहरे संबंध को समझते हुए प्रकृति, पृथ्वी, वृक्षारोपण एवं पर्यावरण के संरक्षण के लिए जागरूक होना होगा। इस दौरान भूपेंद्र यादव, रवि यादव, काशी राम, वीर सिंह, अशोक, भूपेंद्र यादव, मनीष शर्मा सहित अन्य मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 13: पौधा रोपण करते हुए निखिल यादव व अन्य।
श्रीमदभागवत कथा
चौथे दिन भक्त प्रहलाद चरित्र और नरसिंह अवतार प्रसंग पर सुनाई कथा
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कनीना की आवाज। रविवार को उप मंडल के गांव गाहड़ा में श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन कथावाचक आचार्य सत्येन्द्र शास्त्री ने कथा में धु्रव चरित्र, भक्त प्रहलाद चरित्र और नरसिंह अवतार प्रसंग पर कथा सुनाई। कथा वाचक ने कहा कि हिरणाकश्यप सबको आदेश दे रहा है कि भक्त प्रहलाद को खत्म करो, भस्म करो। लकडिय़ों के चारों तरफ जल्लाद खड़े कर दिए गए। इस दौरान जब आग तेज हुई तब भक्त प्रहलाद ने इतना ही कहा अच्छा भगवान, अच्छा मेरे राम तेरी मर्जी और भक्त प्रहलाद बच गए। नरसिंह अवतार में हिरणाकश्यप को मार कर भक्त प्रहलाद को बचाया। भगवान की भक्ति में ही शक्ति है। उन्होंने कहा कि सभी अपने बच्चों को संस्कार अवश्य दें, जिससे वह बुढ़ापे में अपने माता पिता की सेवा कर सके, गो सेवा, साधु की सेवा कर सके। अंत में आरती कर प्रसाद वितरण किया गया।
इस दौरान पंडित सुरेश चंद शर्मा, विद्या देवी, मुकेश शास्त्री, भविष्य शास्त्री, हेमंत शास्त्री, संगीत वादक विनोद, संगीता, सोनम, प्रियंका, रचना, पूनम, रेखा, मंजु, अंकुश शर्मा, नमन शर्मा, सरिता, रजनी, कमलेश आदि मौजूद रहे।
फ़ोटो कैप्शन 14: श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन भागवत कथा का रसपान करते हुए श्रद्धालु।
मदन मोहन ने राष्ट्रीय शहीद स्मारक व भारत गौरव यात्रा का प्रथम चरण पूरा
-अब यात्रा बिहार में कर गई प्रवेश
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कनीना की आवाज। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अगिहार में अंग्रेजी के प्रवक्ता तथा ग्राम झगड़ोली निवासी मदन मोहन कौशिक ने राष्ट्रीय शहीद स्मारक व भारत गौरव यात्रा का प्रथम चरण पूरा कर लिया है। अपने प्रथम चरण में उन्होंने झांसी में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई स्मारक,चिरगांव में राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त की समाधि, कानपुर जनपद के उन्नाव जिले के बदरका गांव में अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद के स्मारक तथा उनके घर का दर्शन, अयोध्या में निर्माणाधीन भगवान राम के मंदिर का दर्शन तथा हनुमानगढ़ी दर्शन गोरखपुर में महान क्रांतिकारी राम प्रसाद बिस्मिल को फांसी दिए जाने वाले स्थान, बिछिया जेल सहित काठमांडू में भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन के साथ ही पूरा हो गया है। यात्रा के दूसरे चरण में अब यात्रा बिहार जिले में प्रवेश कर गई है तथा अगले चरण में झारखंड पश्चिम बंगाल तथा नार्थ ईस्ट के 7 राज्य मणिपुर, असम, मेघालय, मिजोरम, त्रिपुरा, सिक्किम आदि राज्यों का भ्रमण किया जाएगा।
फोटो कैप्शन 10: बदरका गांव में शहीद चंद्रशेखर को नमन करते मदन मोहन कौशिक।
यूपीएससी में सफल होने वाली अभिरुचि का स्याणा में किया गया भव्य स्वागत
-गांव की ओर से पहनाई पगड़ी
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कनीना की आवाज। संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में सफल होने वाली अभिरुचि का गांव स्याणा पहुंचने पर समस्त ग्राम वासियों की ओर से भव्य स्वागत किया गया आज उनके स्वागत में एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें गांव की बेटी अभिरुचि को ग्राम पंचायत की तरफ से पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर ग्राम वासियों से सम्मानित होने की खुशी पर अभिरुचि ने कहा कि मेरी यह सफलता संपूर्ण ग्राम वासियों को समर्पित है। आप लोगों के सहयोग और आशीर्वाद से ही मैं यह मुकाम हासिल कर पाई हूं। उन्होंने युवा पीढ़ी से आह्वान किया कि वह निरंतर संघर्ष करते रहे और अपने मन में यह ठान लें कि हमें अवश्य ही सफल होना है तो संसार की कोई भी ताकत आपको सफलता प्राप्त करने से नहीं रोक सकती। उन्होंने ग्राम वासियों से अनुरोध किया कि वह बेटियों को भी बेटों की तरह स्वतंत्र रूप से अपने सपनों को पूरा करने का अवसर प्रदान करें ताकि वह भी मेरी तरह सफल होकर अपने समाज और क्षेत्र का नाम रोशन कर सकें। साथ ही उन्होंने आह्वान किया कि बेटियों को संपूर्ण शिक्षा लेने के उपरांत ही विवाह करें। ग्राम पंचायत स्याणा के सरपंच वीरपाल व समस्त पंचायत ने उन्हें सम्मान स्वरूप पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया तथा उनकी माता प्राचार्य डा सुविरा यादव व पिता डॉ जयपाल, ताऊ जी प्राचार्य सतवीर सिंह को भी ग्राम वासियों ने शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह, विजय सिंह चेयरमैन नोताना, राज सिंह पार्षद नोताना, सरपंच नोताना, सरपंच बालरोड, सरपंच दतौली, सरपंच मुंडलाना, समाजसेवी ठाकुर अतरलालव व आस पड़ोस के गांवों के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। तत्पश्चात उनके घर पर भी एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया जिसमें क्षेत्र के अनेक गणमान्य व्यक्ति व काफी बड़ी संख्या में सामाजिक कार्यकर्ता व बुद्धिजीवी वर्ग उपस्थित रहे। इस अवसर पर मंच का संचालन करते हुए प्राचार्य डॉ विक्रम सिंह ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है, कमी है तो उन्हें सही मार्गदर्शन दिखाने की और उनको सही दिशा देने की है, उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि अभिरुचि की प्रेरणा से प्रेरित होकर वह भी इस दिशा में अपना करियर बनाने के लिए तन मन से मेहनत प्रारंभ करें उन्हें एक दिन अवश्य सफलता मिलेगी ।
फोटो केप्शन 11: अभियुचि को स्याणा गांव में सम्मानित करते गणमान्य जन।
कनीना न्यायालय में स्थापित की जाए दूसरी कोर्ट और की जाए जज की नियुक्ति-अधिवक्ता
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कनीना की आवाज। कनीना न्यायालय में जहां अब तक दो कोर्ट लगती थी किंतु विगत एक माह पहले एक कोर्ट विद ड्रा/वापस कर ली गई है जिसके चलते महज एक कोर्ट से ही सभी केसों का निपटारा किया जा रहा है। अधिवक्ताओं ने कहा कि इससे वादी एवं प्रतिवादियों को लंबी अवधि की डेट मिल रही है। लंबी-लंबी डेट मिलने से न्याय में देरी हो सकती है। ऐसे में अधिवक्ताओं ने एक और कोर्ट स्थापित कर न्यायाधीश की नियुक्ति करने की मांग की है ताकि दी जाने वाली लंबी डेट की समस्या से बचा जा सके। क्या कहते हैं वरिष्ठ अधिवक्ता-
वरिष्ठ अधिवक्ता पंकज यादव का कहना है कि कनीना में दो कोर्ट लगती थी जिससे विभिन्न प्रकार के केसों का निपटारा त्वरित गति से हो रहा था किंतु जबसे एक कोर्ट विद ड्रा की गई है तत्पश्चात वादी और प्रतिवादियों में मायूसी छाई हुई है क्योंकि उनको लंबी डेट मिल रही है। यहां तक कि फरवरी 2024 तक की डेट मिल रही है। एक न्यायधीश होने से उन पर काम का बोझ भी अधिक है। ऐसे में दूसरा कोर्ट स्थापित किया जाए।
वरिष्ठ अधिवक्ता संदीप कुमार का कहना है कि अकेले कनीना में छह हजार के करीब केस हैं जो एक जज द्वारा सुलझाए जा रहे हैं। एक जज की वजह से परेशानी बढ़ी है। पहले दो जज होते थे जिससे एक और न्यायाधीश की कमी महसूस हो रही थी। अब एक जज से जैसे केसों का निपटारा जल्दी नहीं हो पाएगा। उन्होंने दूसरा कोर्ट भी स्थापित करने की मांग की है।
वरिष्ठ अधिवक्ता अधिवक्ता वीरेंद्र सिंह ने का कहना है कि कनीना न्यायालय में एक ही कोर्ट है जिस पर केसों का दबाव अधिक होने से वादी एवं प्रतिवादियों को लंबी अवधि की अगली सुनवाई मिल रही है। ऐसे में जहां केसों का निपटारा होने में लंबा समय लग सकता है। उन्होंने कहा कि समस्या से निजात पाने के लिए दूसरी कोर्ट स्थापित कर न्यायाधीश की नियुक्ति की जाए।
वरिष्ठ अधिवक्ता दिनेश कुमार का कहना है कि कनीना में 3 न्यायाधीशों का की जरूरत है किंतु एक न्यायाधीश कार्यरत है। एक कोर्ट को 1 महीने पहले विद ड्रा करने से केसों का निपटारा होने देरी हो रही है। उन्होंने दूसरा कोर्ट स्थापित कर न्यायाधीश की नियुक्ति करने की मांग की है।
फोटो कैप्शन :अधिवक्ता पंकज यादव, अधिवक्ता संदीप कुमार, अधिवक्ता वीरेंद्र सिंह, अधिवक्ता दिनेश कुमार।
बूंद बूंद है कीमती
कनीना का सीवर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट हो रहा है क्रमोन्नत
- पानी साफ करके रखा जाएगा सुरक्षित, किसानों को होगा लाभ
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कनीना की आवाज। 2013 में कनीना कोसली मार्ग पर सीवर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाया गया जिस पर 1.5 करोड़ रुपये की लागत आई थी। क्योंकि यह प्लांट महज 32 कनाल भूमि पर स्थित होने के कारण कनीना का 3.50 मिलियन लीटर प्रतिदिन गंदाजल साफ करके स्टोर किया जाता रहा है। साफ किये जल को स्टोर करने के लिए जगह कम पड़ रही थी क्योंकि बूंद-बूंद जल की कीमती है इसलिए इस जल को सुरक्षित रखने की अब सरकार ने योजना बनाई है। करीब 5 करोड़ रुपये की लागत से एसटीपी पर साफ किया हुआ जल पीपल वाली बणी तक ले जाया जाएगा, वहां पर इसे सुरक्षित रखा जाएगा। तत्पश्चात यह जल किसानों को मुफ्त में उपलब्ध हो सकेगा ताकि किसान अपनी फसल पैदावार ले सकेंगे। इस प्रकार एक पंथ दो काज का कार्य करेगा। एक और कनीना के सभी जोहड़ों नाले एवं नालियों का गंदा जल साफ होगा वही साफ पानी को प्रयोग में लाने के लिए किसानों को मुफ्त में उपलब्ध करवाया जाएगा।
जनस्वास्थ्य विभाग के जेई सुरेंद्र सिंह ने बताया अब तक कनीना का शिविर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट/एसटीपी द्वितीय स्टेज तक ट्रीटमेंट करता रहा है जिसकी बीओडी में बदलाव कर अधिक साफ करने के लिए तृतीय स्टेज से गुजारा जाएगा। ताकि पानी पहले की बजाय अधिक साफ हो सके इस जल में फ्लोरीन मिलाकर ज्यादा बेहतर बनाया जाएगा। तत्पश्चात किसानों को यह पानी दिखाया जाएगा ताकि वे इस पर विश्वास करके अपनी खेती कर सकेंगे। तत्पश्चात ही इस जल को किसानों को मुफ्त में दिया जाएगा। ऐसा जींद/जुलाना में भी लंबे समय से हो रहा है, बेहतर पैदावार दे रहा है। वास्तव में वर्तमान शिविर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को क्रमोन्नत किया जा रहा है।
सीवर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की मशीने अवरुद्ध हो रही हैं जिनकी सफाई करवाई जा रही है ताकि साफ होने के बाद यह 3.50 मिलीयन लीटर प्रतिदिन गंदे जल को साफ करेगा और पानी को स्टोर करके उसे 12 इंची पाइप से करीब 3 किलोमीटर दूर पीपल वाली बनी में ले जाया जाएगा। जहां इस पानी को साफ करके स्टोर किया जाएगा। इससे कनीना क्षेत्र के लोगों को दो लाभ होंगे। एक तो अब तक बार-बार मानसून में गलियां जलमग्न होती रही हैं जिससे बचा जाएगा वहीं जोहड़ों का गंदा जल भी शिविर ट्रीटमेंट प्लांट तक ले जाया जाएगा और जोहड़ों का पानी कम किया जाएगा ताकि कस्बा कनीना में मानसून से कोई समस्या न आएगी। जेई ने बताया कि पीपल वाली बणी में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट भाग-2 होगा जिसमें जल स्टोर किया जाएगा इसके लिए करीब 5 करोड़ रुपये की लागत आएगी। जिसके अगले सप्ताह तक टेंडर होने की उम्मीद है ताकि मानसून आने से पहले पहले सीवर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को बेहतर बनाया जा सकेगा और कनीना वासियों को मानसून मेें आने वाली समस्याओं से निजात मिल पाएगा।
क्या कहते हैं सतीश जेलदार-
पालिका प्रधान सतीश प्रधान जेलदार ने बताया कि हर वर्ष वाटर ट्रीटमेंट प्लांट समस्या आने के कारण कनीना के गंदे पानी को अधिक नहीं खींच पाता था। हर बार शिकायत होती रही है किंतु इस बार इसका अपग्रेडेशन हो रहा है, हो सकता है भविष्य में सुखद एहसास मिल पाए।
फोटो कैप्शन 5 से 9: सीवर वाटर ट्रीटमेंट की सफाई एवं क्रमोन्नत किये जाने की कार्रवाई।
प्रधानमंत्री जन संवाद कार्यक्रम सेहलंग एवं तलवाना में 12 जून को
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कनीना की आवाज। 12 जून को तलवाना एवं सेहलंग में मंत्री ओमप्रकाश यादव सहित विधायक अटेली सीताराम यादव भाजपा कार्यकर्ताओं से प्रधानमंत्री जन संवाद करेंगे। भारतीय जनता पार्टी कनीना मंडल अध्यक्ष अतर सिंह कैमला ने बताया कि 4 बजे तलवाना व 5 बजे सेहलंग में सामाजिक न्याय राज्य मंत्री ओम प्रकाश यादव एडीओ तथा विधायक सीताराम यादव व जिलाध्यक्ष दयाराम यादव जन संवाद करेंगे। उन्होंने अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने की अपील की।
हिंदू समाज का रोम रोम भारत भूमि के कण-कण का ऋणी है
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कनीना की आवाज। हिंदू समाज का रोम रोम भारत भूमि के कण-कण का ऋणी है यह समाज इस वसुंधरा को सदैव कर्मभूमि मानता है इसके प्रत्येक कण से हिंदू मन मस्तिष्क में नए रक्त का संचार होता है और वह निरंतर प्रयत्न करता है कि भारत भूमि पर रहने वाला यह समाज समरस अस्पृश्यता विहीन एकरस और सदैव एक दूसरे का शुभचिंतक बनकर भारत को परम वैभव पर पहुंचाएं। ये विचार आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा आयोजित संघ परिचय वर्ग को संबोधित करते हुए भिवानी विभाग प्रचार प्रमुख कैलाश पाली में ग्राम भुरजट में व्यकत किए उन्होंने कहा संघ हिंदुओं का संगठन है और आज दुनिया का सबसे बड़ा सामाजिक और सांस्कृतिक संगठन है भारत पर निवास करने वाला जो भारत को अपनी कर्मभूमि मानता है, वही हिंदू है सभी हिंदू समान है, आपस में बराबर होने के कारण हमें ऊंच-नीच के भेदभाव को समाप्त करना चाहिए एक समरस समाज सदैव उन्नति के पथ पर बढ़ता है पाली ने कहा संघ की शाखा संस्कार देती है, वहां से हमारी बुद्धि का विकास होता है खेलने से शरीर सुदृढ़ होता है हमारी सोच राष्ट्रीय बनती है अपने समाज का उत्थान करने की हम शाखा के माध्यम से सोचते हैं। संघ की शाखा में हम स्वार्थ को भूल कर समाज का स्मरण करते हैं शाखा संस्कार देने वाला एक विद्यालय है देशभक्ति एक उपासना है जिस प्रकार हम प्रतिदिन भगवान का पूजन करते हैं भगवान का स्मरण करते हैं इसी प्रकार देश पूजन के लिए शाखा है जो हमें धैर्य शौर्य और संस्कार देती है जिसके परिणाम अच्छे और फलदायी आते हैं इससे मनुष्य संस्कार युक्त और विकारों से मुक्त होता है हिंदू संस्कृति हमें सिखाती है कि हम खुद भूखा रहकर भी दूसरे की चिंता अवश्य करते हैं यह बात करोना काल में सिद्ध भी हो चुकी है जब हमने एक दूसरे की चिंता करते हुए किसी भी प्राणी को भूखा नहीं रहने दिया हिंदू जीवन में समता अनुशासन और संस्कार यह अनुवांशिक हैं, हिंदू सनातन है और सदैव विश्व कल्याण की कामना करता है संघ जिस पद्धति से कार्य करता है वह पद्धति दुनिया की सर्वश्रेष्ठ कार्य पद्धति है 2025 में जब संघ के 100 वर्ष पूरे होंगे तब तक भारत के प्रत्येक गांव में संघ पहुंच जाए। ऐसा प्रयास प्रत्येक हिंदू को करना चाहिए कार्यक्रम का संयोजन गांव भुरजट के सरपंच मेनपाल सिंह ने किया। इस अवसर पर आशीष, दीपक, गोविंद मोहित, नरेश, बलजीत, दिलीप, पवार, बिन्नू, दुष्यंत, बलराम, अरुण ,कुलदीप, भीम सिंह, मेनपाल, रामवीर सिंह, तेजपाल, सुनील, सुमित गगन, संजीव और अमित कुमार भी उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 4: लोगों को जागरूक करते हुए लोग।
तपती धूप में भी कट के लिए तप जारी
-धरने का रहा 91वां दिन
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव बाघोत एवं सेहलंग के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग पर कट की मांग को लेकर क्षेत्र के ग्रामीण विगत 91 दिनों से धरने पर बैठे हैं। धरने की अध्यक्षता हंस कुमार सेहलंग ने की। उन्होंने कहा कि गर्मी बढ़ रही है, लोग परेशान हैं लेकिन इस तपस्या का फायदा नहीं मिला है। सरकार हमारी पीड़ा को देखते हुए जल्द से जल्द सेहलंग -बाघोत कट का काम शुरू करें।
धरना कमेटी के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन,नौताना ने बताया कि धरने को 91 दिन हो गए है। सेहलंग -बाघोत कट के बारे में विधायकों, सांसदों, अधिकारियों और मंत्रियों तक अपनी बात पहुंचा दी है। उनकी तरफ से कट बनवाने के पक्ष में ही आश्वासन मिले हैं। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने तो यहां तक बोल दिया कि सेहलंग -बाघोत कट की घोषणा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा पंचगांव में कर दी गई थी ऐसे में सेहलंग-बाघोत कट बनेगा। कम से कम समय में बनवा दिया जाएगा ।
संघर्ष समिति के संयोजक पहलवान महावीर सिंह बाघोत ने बताया कि केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की सबसे बड़ी खासियत है कि वह जिस काम की जिम्मेवारी ले लेते हैं उसे पूरा किए बिना पीछे नहीं हटते। राव साहब के द्वारा कही गई बात पर सो प्रतिशत अमल होता है। हमें राव इंद्रजीत सिंह पर पूरा भरोसा है कि वे हमारे काम को जल्दी करवाएंगे, तब तक हमारा धरना शांतिपूर्वक चलता रहेगा।
उन्होंने बताया कि धरने को 91 दिन हो गए है। उनकी मांग को पूरा न किये जाने का लोगों में आक्रोश है, धरना शांतिपूर्वक चल रहा है। सरकार ने बाघोत -सेहलंग कट के लिए अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। उन्होंने कहा कि तीन दर्जन गांवों के लिए बाघोत -सेहलंग कट बहुत जरूरी है। गांवों के विकास के लिए यह कट कारगर साबित होगा। शिक्षा के क्षेत्र में, रोजगार के क्षेत्र में, उद्योगों के क्षेत्र में और आपसी तालमेल के क्षेत्र में कट की बहुत बड़ी अहमियत होगी। ऐसे में इस कट को अविलंब बनाया जाए। उन्होंने कहा कि कितने ही नेता, विधायक, सांसद, मंत्री एवं गणमान्य जन समय समय पर यहां आये, धरने का समर्थन भी दिया किंतु आश्वासन के बावजूद भी कट का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया है। क्षेत्र के लोग अपनी मांग को लेकर लगातार धरने पर बैठे हैं।
इस मौके पर पहलवान रणधीर सिंह, चेयरमैन सतपाल, पहलवान धर्मपाल, रामकिशन, सुरेंद्र सिंह, नरेंद्र शास्त्री, नरेश, रघुवीर पंच, बाबू मैनपाल,मास्टर विजय पाल , ठेकेदार शेर सिंह, प्यारेलाल, सूरत सिंह , वेद, डॉ लक्ष्मण, डॉ राम सिंह, हरि ओम आदि गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 01: धरने पर बैठे लोग।
कनीना मंडी में आयोजित शिविर में 140 लोगों ने उठाया लाभ
-हृदय तथा आंखों से संबंधित जांच शिविर का किया गया आयोजन
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कनीना की आवाज। लाला शिवलाल धर्मशाला कनीना मंडी में सेवा भारती हरियाणा प्रदेश शाखा कनीना द्वारा 63वां हृदय रोग नेत्र रोग जांच एवं परामर्श शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में मेट्रो अस्पताल, हृदय रोग संस्थान रेवाड़ी से डा. अश्विनी यादव अपनी टीम प्रवीन, मनीष, दिशा, अंकित एवं अमित सहित उपस्थित रहे। इसी प्रकार डा आरबी अस्पताल रेवाड़ी से नेत्र चिकित्सक डा. सोनू एवं तेजपाल ने अपनी टीम के साथ नेत्र रोगियों की जांच की। शिविर में 140 मरीजों लाभ उठाया।
शिविर में ईसीजी, बीपी, शुगर की निशुल्क जांच की गई, दवाइयां एवं चश्मे मुफ्त वितरित किए गए। यह शिविर हर माह के दूसरे रविवार को आयोजित होता है।
योगेश अग्रवाल ने बताया कि सेवा भारती कनीना, आर्य समाज मंदिर कनीना में प्रतिदिन शाम 4 बजे से 5:30 बजे तक निशुल्क प्राथमिक चिकित्सा केंद्र एवं महिला सिलाई प्रशिक्षण केंद्र चलाता आ रहा है। कोई भी इच्छुक व्यक्ति लाभ ले सकता है।
फोटो कैप्शन 02: मरीजों को देखते हुए डाक्टर।
पंच/सरपंच पद के लिए महिलाओं को दिए गए आरक्षण का हो रहा है दुरुपयोग
-महिला सरपंच/पंच की जगह जाते हैं परिवार के सदस्य
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कनीना की आवाज। एक और एक और महिलाओं को पंच/सरपंच आदि में 33 फीसदी आरक्षण दिया हुआ है परंतु उनके स्थान पर महिला सरपंच या पंच किसी प्रकार की कार्यक्रम या बैठक में बहुत कम भाग लेते हैं। अधिकांश बैठकों में उनके पति/पुत्र/ससुर/देवर आदि के कार्य पूर्ण करते हैं जो हरियाणा पंचायती राज एक्ट 1994 की धारा 9 में दिए गए महिला आरक्षण का दुरुपयोग है। इस संबंध में पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट चंडीगढ़ द्वारा धर्मेंद्र बनाम स्टेट आफ हरियाणा के तहत सभी उपायुक्तों को महिलाओं को दिए गए आरक्षण की दृढ़ता से पालन करने के बारे में आदेश पारित किए हुए हैं परंतु फिर भी ऐसा नहीं हो रहा है। यहां तक की खंड विकास पंचायत अधिकारी धारूहेड़ा ने सभी पंच सरपंचों को हाल ही में पत्र भेजकर इस नियम का पालन करने की बात कही है किंतु जिला महेंद्रगढ़ में इस नियम का पालन नहीं हो रहा है जिसको लेकर के लोगों में अनेक प्रकार की चर्चाएं जारी हैं।
महाराजा हीरा सिंह की याद दिलाती है रणास और राजावाली बणियां
-करीरा में है राजावाली बणी
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कनीना की आवाज। बेशक कनीना और करीरा में 3 किलोमीटर की दूरी हो किंतु महाराजा हीरा सिंह नाभा के महाराज(1843 -1911) की याद कनीना स्थित रणास वाली बणी तथा करीरा स्थित राजावाली बणी याद दिलाती रहेंगी। यद्यपि महाराजा हीरा सिंह ने चार शादियां की थी जिनमें से तीसरी रानी जसवीर कौर का क्षेत्र में आगमन हुआ माना जा रहा है। जसवीर कौर के महज एक पुत्र और एक पुत्री हुई है रिपुदमन उनका पुत्र बाद में महाराजा बना था।
किंतु महाराजा हीरा सिंह 1902 के आसपास कनीना एवं करीरा क्षेत्र में आए थे। अपनी पत्नी को साथ लेकर आने से उनके टेंट रणास वाली बणी के पास लगवा दिये थे और स्वयं करीरा की राजावाली बनी स्थित राजा वाला जोहड़ के पास न्यायालय लगाया था और लोगों की समस्याएं सुनी थी। आज भी करीरा का यह जोहड़ राजावाला नाम से तथा बणी राजावाली बणी नाम से जानी जाती है किंतु उनकी पत्नी के आवास के कारण कनीना की बणी आज भी रणास नाम से जानी जाती है। तत्पश्चात राणवास कहते हुये ग्रामीण लोग बोलचाल की भाषा में रणास नाम से पुकारने लगे। जहां आज भी राजावाली बनी पर धार्मिक स्थान बनाकर हर वर्ष मेले लगते हैं किंतु रणास वाली बणी पर एसटीपी( सीवरेज वाटर ट्रीटमेंट प्लांट) स्थापित कर दिया है। राजा के वक्त का तिबारा तथा पानी का कुआं जर्जर हालात में स्थित है जिन को देखने से ही लगता है कि किसी जमाने में महारानी यहां आकर ठहरी थी और यहां इसी कुआं से पानी पिया था। यहीं पर उन्होंने विश्राम किया था। आज तिबारा और कुआं जर्जर हालात में खड़े हैं। जल्द ही दोनों समाप्त हो जाने की संभावना है।
कनीना के वयोवृद्ध पूर्व प्रधान मा. दलीप सिंह, डा मेहरचंद, हरद्वारीलाल का कहना है कि तिबारा एवं कुआं इतिहास को समेटे हुए है। यद्यपि यह कुआं और यह तिबारा किसी रैबारी तथा बंजारा द्वारा बनवाया था जो इतिहास समेटे हुये है।
राजावाली बणी-
राजावाली बणी जहां महाराजा हीरा सिंह कभी आये थे।
इसी बणी के पास ही महाराजा हीरा सिंह ने करीब 120 साल पहले यहां न्यायालय लगाया था। उस वक्त यह बणी सघन बणी होती थी। बाद में राजा के यहां आगमन के बाद इसे राजावाली बणी नाम से जाना जाने लगा। कनीना की रणास वाली बणी तथा राजावाली बणी दोनों की विख्यात हो गई। कनीना की रणासवाली बणी के पास का तिबारा तो करीब 200 साल पुराना माना जाता है। चूने एवं छोटी ईंटों से यह तिबारा बनाया गया था। जो बताया जाता है कि किसी रैबारी की यहां मौत हो जाने के बाद उसकी याद में बनवाया था। आज भी तिबरा जर्जर हालात में है। इसके सीढिय़ा भी लगी हुई हैं जो आधुनिक सीढ़ी न होकर काले पत्थरों की दीवार में गाड़कर बनाई गई हैं। ये सीढिय़ां भी अब खंडित हो चली हैं तथा कोड़ी नामक पदार्थ को घिसकर इसकी लिपाई एवं पुताई की गई है। बुर्ज भी बनी है जिसे आम भाषा में छतरी कहते हैं। उस जमाने की बेजोड़ कारीगरी का बेहतर उदाहरण बनी है। यदि इस प्रकार के तिबारे का संरक्षण किया जाए तो निसंदेह आने वाले समय में जन उत्साह एवं ज्ञान का कारण बन सकता है।
फोटो केप्शन 12: जर्जर हालात में रणास की बणी के पास तिबारा।
पालिका चुनावों को लेकर माहौनल शांत
- चुनाव 2024 में होने की संभावना
-पालिका के बनने वाले 14वें वार्ड पर टिकी हैं नजरें
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कनीना की आवाज। पालिका प्रधान पद पर टिकी हैं सभी की नजरें। महिला और पुरुष प्रधान पद के आतुर हैं। पार्षद पद के हैं कम दावेदार हैं। पालिका के चुनाव वर्ष 2024 में होने की संभावना है।
चुनाव लडऩा चाहने वाले लोग किसी प्रकार पीछे हटने वाले नहीं। यदि प्रधान पद के लिए उनके परिवार से वो स्वयं या परिवार से महिला आदि चुनाव लड़ सकते हैं। वैसे भी पार्षद पद के लिए चुनाव लडऩे वाले अभी तक बहुत कम लोग आगे आ रहे हैं क्योंकि प्रधान की शक्ति इस बार अधिक हो गई है, उसका चुनाव सीधा होने की वजह से उसे पार्षदों का काम कम हो गया है भविष्य में प्रधान बनने के बाद किसी प्रस्ताव को पारित करते समय इन पार्षदों की जरूरत हो सकती है। ऐसे में बड़ा और सशक्त पद प्रधान का बना दिया गया है जिसको लेकर के दर्जनों लोग तैयार हैं। यह सत्य है कि चुनाव लडऩे वाले अब अपनी मां, बहन, बेटी या पत्नी को चुनाव लड़ा सकते हैं, स्वयं भी पार्षद पद के लिए चुनाव लडऩे के लिए तैयार हो रहे हैं। कनीना के पार्षद पद के लिए चुनाव लडऩे वाले महेश बोहरा एक है। उनके पिता राव सत्यवीर बोहरा भी पार्षद रह चुके हैं। अपने पिता के पद चिन्हों पर चलते हुए पार्षद पद के चुनाव की तैयारियों में जुटे हुए हैं क्योंकि उन्होंने तो कभी से ही पार्षद पद के की घोषणा की है और पालिका प्रधान बनने की इच्छा नहीं रही की? विजय चेयरमैन भी पार्षद पद के चुनावों के लिए तैयार हैं। बहरहाल अभी चुनाव होते नजर नहीं आ रहे हैं क्योंकि जून महीना बाकी है। यदि चुनाव दिसंबर 2023 तक होने की संभावना है। अब सभी की नजरें इन चुनावों पर टिकी हुई हैं।
कनीना नगर पालिका चुनावों पर टिकी हैं नजरें---
कनीना पालिका 1952 से चली आ रही है। कनीना नगर पालिका के समय-समय पर अनेक प्रधान रह चुके हैं। सबसे अधिक समय तक पूर्व प्रधान मा. दलीप सिंह एवं उनके पिता स्व. चौ. बलबीर सिंह पालिका में प्रधान रह चुके हैं।
इस बार पालिका प्रधान के चुनाव सीधे होने हैं। अब तक पालिका प्रधान बनते आए वह किसी के रहमों करम पर होते थे या पार्षदों पर निर्भर रहे हैं। सभी की नजरें चुनाव पर टिकी हुई है और बेहतर से बेहतर प्रत्याशी ढूंढने की तैयारियों में जुटे हुये हैं।
चुनाव लडऩे के दावेदार-
अभी तक पार्षद के चुनाव के लिए
1. महेश बोहरा दावेदारी जता रहे हैं। उधर
2. वार्ड चार से योगेश कुमार
3. वार्ड एक से विजय चेयरमैन चुनाव लड़ेंगे। इस बार चेयरमैन पद का चुनाव डायरेक्ट होगा। जिसके चलते इस बार चेयरमैन पद के लिए अधिक लोग तैयारी में जुटे हुए हैं।
प्रधान पद के लिए दावेदार--
1.कनीना के सज्जन सिंह बोहरा
2. कनीना के वर्तमान चेयरमैन सतीश जेलदार के पुत्र प्रीतम जोनू
3. मनोज कुमार रोहिल्ला वरिष्ठ पत्रकार
4. कनीना के वार्ड 12 का निवासी अमित नंबरदार
5. वार्ड 3 के निवासी राज सिंह
6. पूर्व प्रधान मा. दिलीप सिंह या उनके पुत्र दीपक चौधरी
7. पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह लोढ़ा
8. एडवोकेट विनय यादव, एडवोकेट पंकज यादव, वर्तमान में
9. उप प्रधान पद पर आसीन अशोक ठेकेदार, मनीष पार्षद
10. सुमेर सिंह मैनेजर
बढऩे लगी है चुनावी चर्चाएं ---
दुकान हो या कोई चाय की दुकान, चुनावी चर्चा मिलने लगी है। विशेषकर जब से मतदाता सूचियों का प्रकाशन हुआ है तब से चुनावी गर्मी बढ़ती ही जा रही है। रातोंरात पार्षद और प्रधान पद के दावेदार ढूंढे जा रहे हैं। क्योंकि बहुत से लोग तो चुनाव तो लडऩा चाहते हैं किंतु आगे नहीं आना चाहते हैं वो ऐन मौके पर आगे आएंगे। ऐसे में चुनाव लडऩे वाले अंदर खाते मतदाताओं के मन को टटोल रहे हैं।
गर्मी और चुनावी गर्मी साथ--
एक और जहां गर्मी बढ़ती जा रही है वहीं चुनावी चर्चा बढऩे लगी है। कुछ तो ऐसे भी संभावित प्रत्याशी हंै जो किसी का आशीर्वाद पाने की चाहत लिए बैठे हैं तो कोई चुनाव लडऩे का इच्छुक किसी मंत्री, संतरी और सत्तापार्टी के नेताओं से आशीर्वाद पाकर वोट पाने के जुगाड़ में है। रातोंरात समीकरण बदल रहे हैं।
प्रधान पद जीतना तलवार की धार---
इस बार चुनाव जीतना आसान नजर नहीं आता। क्योंकि अब तक पार्षदों के सहारे नैया पार होती रही है किंतु इस बार प्रधान को पार्षद नहीं बनाएंगे। उन्हें तो सीधे ही वोट मिलेंगे।
समय लग सकता है चुनाव होने में-
नगर पालिका के चुनाव लडऩे वाले अंदर खाते मतदाताओं के मन को टटोल रहे हैं। यदि मतदाता उनको अच्छा रिस्पांस देते हैं तो भी अपने उम्मीदवारी पक्की समझ रहे हैं। अभी से ही मतदाताओं से वोट देने की हां या ना करवा रहे हैं। चुनावों में लग सकता है समय। ऐसे भी कहते सुने हैं कि मेरे लिए प्रधान पद के वोट दिलवा दो मैं तुम्हें पार्षद या तुम्हारे द्वारा अनुमोदित पार्षद को अपने क्षेत्र के वोट दिलवा दूंगा। तेजी से आपसी गठबंधन बनता जा रहा है और रातों-रात चुनाव लडऩे वाले आगे आ रहे हैं। 14 वार्डों में 14 पार्षद चुने जाने है लेकिन कुछ वार्डों में चुनाव लडऩे वाले मौन नजर आ रहे हैं।
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Sunday, June 11, 2023
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