Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Sunday, June 4, 2023

 
ध्यान के आसन में बैठकर दूर होता है मानसिक तनाव -योगीराज
***************************************************
***************************************************
************************************
*******************
कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव नांगल मोहनपुर निवासी तथा ओम योग संस्थान ट्रस्ट पाली के संस्थापक अध्यक्ष योगीराज ओम प्रकाश महाराज ने बताया कि मानसिक तनाव के रोगी बहुत अधिक बढ़ गए हैं। इस रोग को दूर करने के उन्होंने आसान सा तरीका बताते हुए बताया कि किसी भी आसन में ध्यान लगाना चाहिए। चाहे पद्मासन, सुखासन स्वस्तिकासन या सिंहासन मुद्रा में बैठे,तत्पश्चात आंखें बंद करके 5 मिनट तक से लेकर 1 घंटे तक प्रतिदिन यह आसन ध्यान मुद्रा में रहे, मन को एकत्रित करें तो यह मानसिक तनाव बहुत जल्द दूर हो जाएगा।
महाराज ने बताया कि इस आसन से मानसिक तनाव दूर होता है, पद्मासन के द्वारा मन एकाग्र होता है, साधक का ध्यान लग जाता है, अवसाद रोग दूर होता है, एंजाइटी रोग भी दूर होता है, आत्मिक शांति प्राप्त होती है, परमानंद की अवस्था प्राप्त होती है। योगीराज ने बताया कि किसी में उनके घुटनों में दर्द रहता है वह अपनी टांगे फैलाकर बैठ सकते हैं। कुर्सी या सोफे पर बैठ कर भी ध्यान कर सकते हैं। फोटो कैप्शन: ध्यान मुद्रा योगीराज









दो दिवसीय आर्य समाज उत्सव संपन्न
***************************************************
***************************************************
*******************************
************************
कनीना की आवाज। उप मंडल के गांव गाहड़ा के आर्य समाज में रविवार को दो दिवसीय वार्षिक उत्सव का समापन किया गया। वार्षिक उत्सव के दूसरे दिन की शुरुआत हवन यज्ञ के साथ की गई। इस दौरान विधायक सीताराम यादव मुख्य अतिथि रहे। विधायक सीताराम यादव ने कहा कि स्वामी दयानंद के दिखाए मार्ग पर चलने का आह्वान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो पूंजी हमें स्वामी देकर गए हैं। उसे संभालने के साथ-साथ बढ़ाना होगा। आर्य ध्वजा युवाओं को सौंपनी होगी।  इस अवसर पर
धुरेंद्र शर्मा, मंत्री अनिल परदेसी, जगन्नाथ, रामेश्वर दयाल शास्त्री, पूर्व सरपंच राजवीर, पूर्व सरपंच सत्यवीर, सरपंच श्रीपाल, सुमेर सिंह, महाराम, राम सिंह, रामकिशन लूखी तथा मुनीलाल आदि उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन= भजनोपदेश करती उपदेशिका।








पर्यावरणीय मुद्दों के प्रति हैं अधिक जागरूक होने की आवश्यकता-पिंकी यादव
***************************************************
***************************************************
***********************************
********************
कनीना की आवाज। पर्यावरण के प्रति सदैव सजग रहने वाली पिंकी यादव पर्यावरण संरक्षण की अपील करते हुए कहती हैं कि पर्यावरण के संरक्षण के लिए हम सभी को सांझा कदम बढ़ाने की आवश्यकता हैं। प्रकृति का संतुलन भी पर्यावरण पर ही निर्भर करता हैं। हमारे त्यौहार एवं ऋतुएं भी पौधों के साथ जुड़ी हुई हैं। पृथ्वी की रक्षा के लिए पर्यावरण प्रहरी के रूप में वृक्षों का होना जितना जरूरी है उतना ही जरूरी है कि नए पौधों को व्यापक स्तर पर रोपित किया जाए। हमें पृथ्वी के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए पौधरोपण कर सकारात्मक कदम उठाने की भी जरूरत हैं। हमें धरती की हरियाली को बढऩे के लिए कृतसंकल्प होना पड़ेगा। लगे हुए पेड़-पौधों का अस्तित्व बनाए रखने का भार भी लेना पड़ेगा। प्राचीन काल से ही मानव और प्रकृति का घनिष्ठ संबंध रहा है। मनुष्य को भोजन, वस्त्र और आवास वनों के कारण की प्राप्त हुए हैं। प्रकृति का सर्वश्रेष्ठ उपहार वन है। वनों की हरियाली के बिना मानव जीवन की कल्पना करना व्यर्थ है।
पर्यावरणीय मुद्दों के प्रति संवेदनशीलता से कार्य करते हुए पिंकी यादव लगातार पर्यावरण संरक्षण में नि:स्वार्थ भाव से कार्य कर रही हैं। घर में छायादार एवं फलदार पौधरोपण में रुचि लेने के साथ-साथ समाज को भी पर्यावरण के प्रति जागरूक कर रही हैं। पिंकी यादव ने अब तक लगभग एक हजार से ज्यादा पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण में योगदान दिया हैं।
रक्षाबन्धन जैसे पर्व को भी वृक्षाबन्धन से जोड़ते हुए पिछले चार वर्षों से इको-फ्रेंडली रूप से मनाने का सन्देश देते हुए पौधरोपण करवाए है।  हर घर आंगन तुलसी मिशन के तहत लगभग एक हजार से ज्यादा तुलसी भी वितरित की जा चुकी हैं। कन्या कुआं पूजन कार्यक्रमों के दौरान भी पिंकी यादव की पौधरोपण भेंट करने की पहल भी पर्यावरण की दिशा एक सकारात्मक एवं सराहनीय कदम हैं।
फोटो कैप्शन: पिंकी यादव।









जिला महेंद्रगढ़ जन परिवेदना कष्ट निवारण समिति की लिस्ट जारी
-पांच लोग कनीना क्षेत्र के हैं शामिल
***************************************************
***************************************************
****************************************
***************
कनीना की आवाज। जिला महेंद्रगढ़  जन परिवेदना कष्ट निवारण समिति की सूची सरकार द्वारा जारी कर दी गई है। इस सूची में अकेले कनीना क्षेत्र के पांच लोग शामिल हैं।
विस्तृत जानकारी देते हुए राजेंद्र पोता ने बताया कि सरकार द्वारा जारी सूची में कनीना उपमंडल सदस्य जितेन्द्र सिंह यादव गांव रामबास,  राजेन्द्र प्रसाद भारद्वाज गांव पोता, राजेन्द्र सिंह लोढा कनीना,  सत्यवीर सिंह यादव नौताना,  विरेन्द्र दीक्षित सरपंच गुढ़ा बनाये गये हैं।
 सभी नव नियुक्त सदस्यों ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ,भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा, सांसद चौधरी धर्मवीर सिंह, अटेली हलके से विधायक सीताराम यादव, भाजपा जिला अध्यक्ष दयाराम यादव,सत्यवीर सिंह यादव सेहलंग का आभार जताया है।
फोटो कैप्शन: जितेंद्र रामबास, राजेंद्र पोता, राजेंद्र लोढ़ा कनीना, विरेंद्र दीक्षित गुढ़ा।





विश्व पर्यावरण दिवस पांच जून
-प्रकृति की तस्वीर संवारने में लगे हैं अनेक पर्यावरणविद
-हजारों पौधे लगा चुके हैं
***************************************************
***************************************************
*****************************************
**************
कनीना की आवाज।  कनीना क्षेत्र में करीब एक दर्जन पर्यावरणविद प्रकृति की तस्वीर संवारने में लगे हुये हैं ताकि धरा हरी भरी नजर आये। हजारों पौधे लगा चुके हैं और उनका ध्येय अभी जारी है।
सीगड़ा निवासी लक्कीराव सीगड़ा ने हजारों पौधरोपण कर न केवल हरियाली को बढ़ावा दिया बल्कि पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाने में भी योगदान दिया है। बीएमडी फाउंडेशन संस्था के माध्यम से वन और पेड़ पौधों को बचाने में जुटे हैं। उनके प्रयास से हजारों पेड़ कटने से बचे हैं। पिछले सात वर्षों से देश भर में एक लाख पौधे लगाने के लक्ष्य के साथ कार्य करते हुए लगभग पचास हजार से ज्यादा पौधे रोपित किए जा चुके हैं। दस से ज्यादा गांवों के धार्मिक एवं सार्वजनिक स्थानों पर पेड़ लगवाये, पचास से ज्यादा सेमिनारों का आयोजन कर युवाओं में पर्यावरण के प्रति लगाव को जागृत कर पौधरोपण को बढ़ावा दिया हैं। युवाओं को प्रेरित कर अपने जन्मदिन एवं अन्य अवसरों पर पौधरोपण करने की परम्परा का भी आगाज करते हुए पर्यावरण संरक्षण को गति प्रदान की हैं। उनका कहना है कि पैसों से पर्यावरण को नहीं खरीदा जा सकता न ही स्वच्छ बनाया जा सकता है। यह पूरे समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है।
मनोज कुमार मेघनवास-
पर्यावरण संरक्षण की मुहिम को आगे बढ़ाने में प्रयास संगठन लगभग 250 स्थानों पर हजारों पौधे लगवा चुके हैं। करीब 40000 पौधे पेड़ बनने की ओर अग्रसर हैं। वे शिक्षा के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण के प्रति भी लोगों को जागरूक कर उन्हें अपनी मुहिम में जोडऩे में लगे हुए हैं। प्रयास श्री बालाजी नामक संस्था के सहयोग से हर वर्ष लगभग 2000 लगाने का है। किंतु उनकी टीम और लोगों के सहयोग से हर साल लगभग 5 से 7000 पौधे लग जाते हैं । वह पौधे शिक्षण संस्थाओं गांव में सार्वजनिक स्थानों तथा लोगों को जागरूक कर उनके घरों खेतों या खाली पड़े स्थानों पर लगवाने का कार्य करते हैं  तथा स्थानीय टीम बना उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने कार्य किया जाता है। संस्था इन पौधों को पेड़ बनने तक दवा पानी व खराब पौधों को बदलने का कार्य करती है। 2009 में मेघनवास मन्दिर व पाली ज्ञान दीप व संस्कार भारती स्कूल पाली व से पौधरोपण की शुरूआत की। में इन गांवों में अब 1200 पौधे पेड़ बन गए हैं और 700 पौधे पेड़ बनने की और अग्रसर है। इसी तर्ज पर संस्था ने अनानास, जैतपुर,कुरावटा,कोथल कला,जाजडियावास,खातोदडा,मालडाबास,बेरावा स,डालनवास,सलूनी,अकाली,बलाना भालखी,भान्डोर उची,बवानिया,चितलांग, डुलाना, देवास,ईकबालपुर नगरी, माजरा कलां, माजरा खुर्द,निम्बी,मुडायन, पालड़ी रिवासा,सीगडा,सुरजनवास,सीसोठ, ककराला,खायरा,राज्यावास,मन्दोला ,धवाना,के साथ साथ 150 केलगभग स्थानों पर पौधरोपण व पर्यावरण संरक्षण मुहिम मनोज ने चला रहे हैं। हर गांव में उनकी टीम जलसंचय आदि की मुहिम भी उनके द्वारा चलाई जा रही है इसी कडी में 170 विद्यालयो में वे स्वयं जा कर पर्यावरण संरक्षण जल ही जीवन है, पृथ्वी मेरा घर विषय पर बच्चों की भाषण, डाईंग प्रतियोगिता कर जल संरक्षण की शपथ दिला जागरूक करने का काम कर रहे हैं।  लगभग 70गांवो में उनकी टीम यह कार्य बखुबी निभा रही हैं। उन्होंने बताया कि उनकी टीम का मुख्य उद्देश्य चाहे पौधरोपण कम किया जाए लेकिन उनकी देखभाल सुनिश्चित हो ताकि आने वाली पीढिय़ों के लिए कुछ योगदान हो सके।
रामबास से मनोज कुमार-
रामबास का मनोज कुमार पर्यावरण को बचाने में लगे हुए हैं।
लगभग 5 सालों से अपनी जन्मभूमि व आस पास के क्षेत्रों को हरा भरा करने के लिए जुटे हुए हैं, खुद अपने हाथों से पौध नर्सरी तैयार करके 20 हजार पौधो से पर्यावरण को संरक्षित कर चुके हैं।
गांव की गलियों में 200 पौधे लगाये ताकि गांव के  प्रत्येक व्यक्ति का पौधो से लगाव हो जिसमे  बोटल पाम,  फाइकस अशोक, कनेर, चंपा जैसे पौधे लगाये।
गाव की  जंगलात मे  1000 छायादार पौधे लगाये साथ ही गाव मे  फलो का बाग लगाया जिसमे 100 जामुन,  50 जाल,  100 एपल बेर,  50 सेहसुआ जैसे फलो के पौधे लगाए ताकि पर्यावरण संरक्षण के साथ ही जीव जंतुओं को खाने के लिए भोजन मिल सके। जंगलात में 100 आर्जुन के औषधीय पौधे लगाये।
गाव की मुख्य सडक के किनारों पर  पिपल बरगद पीलखन के छायादार पौधे साथ ही  फुलो के कनेर व टीकोमा के पौधे लगाए ताकी गाव सुंदर व हरित बने।
 पिछले 2 वर्ष में हर वर्ष 3000 फलदार पौधे जैसे आम, जामुन, चीकु, अमरुद,  कटहल आदि के  पौधे वितरित किए।  रामबास मे 3 पार्कों का निर्माण किया गया साथ ही हनुमान पार्क मे एक हर्बल पार्क का निर्माण किया गया है जिसमे भारी मात्रा में पौधे लगाये हैं। अपने हाथों से एक जलाशय का निर्माण कर दिया जिसमें वर्षा जल संरक्षण को पौधारोपण मे उपयोग किया गया। प्रशासन द्वारा भी सम्मानित हो चुके हैं।
राजेंद्र कनीना--
 कनीना के राजेंद्र सिंह ने भारी संख्या में पेड़ पौधे लगाये हैं। वे एक जुनून के रूप में काम करते हैं। साथ में देसी फल, अन्न एवं सब्जियां उगाकर पुन: स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत हैं। किसान तो कृषि के साथ-साथ पर्यावरण को साफ सुथरा रखने में अहं भूमिका निभा रहे हैं।  वह कई वर्षों से कृषि पर शोध कर रहा है। बिना खाद व दवाओं के फल एवं सब्जियां उगाने में माहिर है। प्रत्येक वर्ष अपने खेत में से एक एकड़ भूमि को इस कार्य के लिए छोड़ देता है और फिर उस पर देसी फल, सब्जियां उगाकर लोगों को बांटता है। अपने कुएं पर गोबर गैस प्लांट तक लगा दिया है और अब निजी स्तर पर अभ्यारण्य खोलने के लिए आतुर है। उन्होंने इस संबंध में उच्च अधिकारियों को भी इस संबंध में पत्र लिखे हैं। इस किसान ने अपने खेत में जहां पांच फुट लंबी तक मूली, चौलाई, बथुआ, मतीरा एवं कचरी आदि की कई प्रकार उगाकर भी क्षेत्र में नाम कमाया है। वे पर्यावरण को हो रहे नुकसान से वे बड़े चिंतित हैं।
देसी सब्जियां जैसे बाथू, चौलाई, सांटी ओर देसी मतीरा, देसी टिंडा, देसी टमाटर और बहुत सी सब्जियां उगाकर नाम कमाया है।  किसान ने जामुन , चीकू और परमल आदि फल और सब्जियां देने वाले पौधे उगा रहें हैं। पर्यावरण को बचाने के लिए वर्मी कंपोस्ट की लगा रखी हैं। उन्होंने जहां भी जगह मिली वहीं पौधारोपण किया है। वे कहते हैं कि प्रकृति को बचाना हमारा धर्म है।
फोटो कैप्शन: मनोज मेघनवास, राजेंद्र सिंह, लक्की सिगड़ा, मनोज रामबास।








कट के लिए धरना चला 84वें दिन
-मांग को पूरा न किये जाने का है रोष
-जिला प्रमुख समर्थन देने पहुंचे
***************************************************
***************************************************
*********************************
**********************
कनीना की आवाज। सैकड़ों नेताओं के बावजूद भी राष्ट्रीय राजमार्ग 152-डी पर बाघोत एवं सेहलंग के बीच कट छोडऩे की मांग को लेकर ग्रामीणों का धरना जारी है।  84वें दिन के धरने की अध्यक्षता महेंद्र सिंह सेहलंग ने की। धरने को समर्थन देने के लिए जिला प्रमुख राकेश कुमार धरना स्थल पर पहुंचे।
 इस मौके पर जिला प्रमुख राकेश कुमार ने कहा कि यह कट इलाके के लिए बहुत ही ज्यादा जरूरी है। मैं इलाके के लोगों का धन्यवाद  करता हूं कि इलाके में पहली बार लोग धरना दे रहे हैं और वह धरना इतना लंबा चल रहा है, लोगों में धैर्य और सद्भावना है। लोग अहिंसावादी तरीके से अपनी मांग पर अड़े हुए हैं। 84 दिन होने के बावजूद भी कोई भी इस प्रकार की अप्रिय घटना नहीं हुई है। इस इलाके के लोग बड़े वीर और साहसी है जिन्होंने अनेक को लड़ाइयां लड़ी है और अब वह अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। आगे चलकर 152-डी जम्मू कटरा एक्सप्रेस वे में मिलता है। उन्होंने कहा कि इलाके में हर घर में फौजी है। यदि 152-डी में यह कट छोड़ दिया जाये तो फौजी  सरहद पर आसानी से पहुंच सकते हैं।
 इस मौके पर सत्यवीर सिंह बाघोत ने कहा कि हमारे इलाके में लिखे नौजवान है जो रोजगार के लिए इधर-उधर भटकते हैं। यदि यहां पर कट बनता है तो युवा इधर-उधर रोजगार के लिए नहीं भटकेंगे अपितु इलाके में ही रोजगार उपलब्ध हो जाएंगे और यह  क्षेत्र विकास की मुख्यधारा के साथ चल पड़ेगा जिससे लोकल इकोनामी विकसित होगी। इस मौके पर विजय सिंह चेयरमैन, सूबेदार सुखबीर सिंह, हंस कुमार. सतबीर सिंह, कुलदीप कलवाड़ी, धर्मवीर प्रधान श्यामपुरा, होशियार सिंह चेयरमैन, दलबीर सरपंच, प्रदीप यादव रामपुरा, सुनील कुमार जोड़ी,. कैलाश पालड़ी आदि गणमान्य लोग धरने पर उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 03: धरने पर बैठे लोग एवं समर्थन करते हुए जिला प्रमुख।







मारपीट के मसले में 3 लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज
***************************************************
***************************************************
************************************
*******************
कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव तलवाना के  हंसराज ने 3 लोगों के विरुद्ध मारपीट करने व जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज करवाया है।
हंसराज कहा कि वह अपनी पत्नी के साथ एक अलग मकान में रहते हैं जबकि उसके लिए दूसरा मकान दे रखा है। कुछ दिन पूर्व हंसराज के यहां पोता होने की खुशी में कार्यक्रम आयोजित था जिसमें मनोज कुमार नामक व्यक्ति बिना बुलाये ही आ गया और शराब मांगी, मना किया तो हंगामा कर दिया। यहां तक कि पोर्च में खड़े होकर पेशाब करने लगा मना करने पर भी नहीं माना। समझा-बुझाकर घर भेजा।
15- 16 मई को व 3-4 शराबियों को शराब के नशे में लेकर शिवलाल के बच्चों के ससुराल गुगाना, गुडगांव पहुंच गया जहां शराब मांगी। शराब न मिलने पर हंगामा किया जिसका रिश्तेदारों ने उलहाना भी भेजा है। 17 मई को शिवलाल अपने खेत में जा रहा था, पानी की टंकी के पास मनोज अपने हाथ में तलवार लिए खड़ा था। वह हंसराज के साथ गाली गलौज करने लगा जिस पर मना किया तो वहां डंडा एवं चाकू लेकर सतीश कुमार और सौरभ वहां आए और लाठी-डंडों , चाकू एवं तलवार से हमला बोल दिया। जिसके चलते काफी चोटें आई, धरती पर गिर गया। शोर मचाने पर हंसराज के दोनों लड़के महेश और राहुल दौड़ कर आये। जिसके चलते मार पिटाई करने वाले भाग खड़े हुए तथा जाते-जाते जान मारने की धमकी दे गए। बेहोश अवस्था में हंसराज को सेहलंग के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए जहां डाक्टरों ने गंभीर हालात को देखते हुए महेंद्रगढ़ अस्पताल रेफर कर दिया। बाद में महेंद्रगढ़ से गंभीर हालात देखते हुए उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया। हंसराज के स्वजन उसे रेवाड़ी निजी अस्पताल ले गए, जहां उनका इलाज चलता रहा। अब छुट्टी मिलने पर उन्होंने तुरंत दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई करने की मांग की है जिस पर पुलिस ने 3 लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है।







कनीना मंडी सड़क मार्ग का मुद्दा
-धरना प्रदर्शन एवं आश्वासन के बावजूद भी नहीं बन पाई कनीना मंडी सड़क मार्ग
***************************************************
***************************************************
**************************************
*****************
कनीना की आवाज। कनीना मंडी सड़क मार्ग की बदहालत देख कर जहां कनीना मंडी वासी ही परेशान नहीं हैं अपितु दूरदराज के लोग भी परेशान नजर आ रहे हैं। अक्सर उन्हें कनीना कनीना मंडी आना पड़ता है जिसके चलते उनकी समस्याएं बढ़ जाती है। इस सड़क मार्ग को पुन. निर्मित करने के लिए धरना एवं प्रदर्शन भी चले जिसके बाद विधायक अटेली द्वारा आश्वासन के बाद धरना समाप्त हो गया किंतु आज तक सड़क मार्ग का निर्माण शुरू नहीं हुआ है।
धरने से पहले सड़क मार्ग की सुध लेने के लिए जहां कुछ लोगों ने एसडीएम कनीना को भी एक ज्ञापन भी दिया था वही कनीना मंडी के लोग लगातार उच्च अधिकारियों से संपर्क बनाए हुए हैं ताकि सड़क मार्ग की सुध ली जाए। मार्ग पर रोड़ी आदि डालकर काम की इतिश्री मान ली जाती है, पुन: निर्मित नहीं किया जाता।
 कनीना पालिका का कार्यकाल भी 14 जून को 2023 में पूरा हो जाएगा। इसके बाद एसडीएम कनीना प्रशासनिक अधिकारी होंगे। अब नजरें एसडीएम पर टिक गई हैं।
इस संबंध में दूरदराज से आने वाले किसानों से तथा अन्य लोगों से बात की गई।
 भीम सिंह कनीना का कहना है कि किसान अनाज मंडी में साल में दो बार अनाज बेचने के लिए आते हैं वहीं व्यापारिक प्रतिष्ठान होने के कारण  अक्सर सामान आदि खरीदने के लिए भी अनाज मंडी जाते हैं सड़क मार्ग जर्जर होने से उन्हें आवागमन में दिक्कत होती है। जर्जर मार्ग के चलते कोई भी दुर्घटना घट सकती है। उन्होंने कहा कि यह प्रमुख सड़क मार्ग है। इसको पुन: निर्मित किया जाए।
 राजकुमार कनीना मंडी का कहना है कि वे विभिन्न कार्यों विशेषकर रेलवे स्टेशन पर बार-बार आते जाते हैं तथा व्यापारिक प्रतिष्ठान होने के कारण भी काम पड़ता रहता है। कपूरी एवं ककराला आदि गांवों में जाने के लिए भी इसी मार्ग का सहारा लेना पड़ता है किंतु कनीना पुलिस स्टेशन से रेलवे स्टेशन तक का सड़क मार्ग अति जर्जर हो चुका है। जिस पर पैदल चलना भी कठिन हो गया है, इस पर वाहन कैसे चलाये जाये।
योगेश अग्रवाल का कहना है कि उन्हें अपने दुपहिया वाहन से बार-बार सड़क मार्ग से गुजरना होता है। अक्सर कहीं सड़क गायब है तो कहीं गड्ढे बड़े होने के कारण दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। उन्होंने इस सड़क मार्ग की सुध लेने की मांग की है ताकि सबसे अधिक प्रयोग की जाने वाली सड़क मार्ग पर चलना सरल हो जाए।
 उधर रविंद्र बंसल का कहना है कि किसान अक्सर ही कनीना मंडी आते हैं चाहे कोई खाद आदि लेना हो या रेलवे स्टेशन जाना हो या बैंक आदि के कार्य के लिए जाना हो सभी कार्यों के लिए सड़क मार्ग का प्रयोग किया जाता है। सड़क मार्ग अति जर्जर होने से उन्हें भारी परेशानी होती है। सड़क मार्ग कि यदि सुध ले ली जाए तो उनकी समस्या हल हो सकती है।
पालिका प्रधान कनीना-
कनीना में 49 सड़कों के विकास कार्यों के लिए साढ़े दस करोड़ रुपये आये हुये हें। यह राशि उनके कार्यकाल में नहीं लग पाई किंतु जल्द ही एसडीएम कनीना, प्रशासनिक अधिकारी होंगे। अटेली विधायक सीताराम एवं एसडीएम 14 जून के बाद निश्चितरूप से इस सड़क को पुन: निर्मित करवा देंगे चूंकि दोनों ही कनीना के विकास के लिए कटिबद्ध हैं। ऐसे में प्रशासनिक अधिकारी पर नजरें टिक गई हैं।
फोटो कैप्शन 02: कनीना मंडी सड़क मार्ग का नजारा
साथ में सतीश जेलदार, रविंद्र बंसल, योगेश अग्रवाल,राज कुमार, भीम सिंह।







 पालिका प्रधान पद के लिए है मारामारी
-भारी संख्या में युवा एवं बुजुर्ग चुनाव में अजमाना चाहते हैं अपना भाग्य
-पार्षद पद के हैं कम दावेदार
***************************************************
***************************************************
***********************************
********************
कनीना की आवाज। नगर पालिका कनीना के चुनाव आगे की ओर बढऩे लगे हैं। नगरपालिका की मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन हो गया है। कुल 9626 वोट 13 वार्डों में है जबकि 2018 में संपन्न चुनाव में 9135 वोटर थे। 5 साल उम्र 491 वोट बढ़े है। जहां वर्ष 2018 में कनीना नगर पालिका के 13 वार्डों में 4741 पुरुष और 4394 महिलाएं थी जबकि वर्ष 2023 में पुरुष 4966 जबकि महिलाएं 4660 पहुंच गई है। कनीना के केवल 2 वार्डों में महिला मतदाताओं की संख्या अधिक है जिनमें वार्ड नंबर वार्ड नंबर 11 और 12 हैं।
वार्ड 11में महिला वोटर 307 हैं जबकि पुरुष 306 वोटर है। इसी प्रकार वार्ड 12 में महिलाएं 398 वोटर है जबकि पुरुष वोटर 395 है। वार्ड नंबर 10 में महिला और पुरुष वोटरों का अंतर कम है, पुरुष वोटर 306 दिन की महिला वोटर 301
हैं।
सरकार का आदेश-
सरकार के एक आदेशानुसार हरियाणा प्रदेश की 22 पालिकाओं और 4 परिषदों में अब चक्रानुक्रम से मिलेगा अनुसूचित और पिछड़ा वर्ग को प्रधान पद का आरक्षण।
समान अनुपात की स्थिति में ड्रा आफ अलाट से होगा प्रधान पद की स्थिति का निर्णय। प्रधान पद के ड्रा आफ अलाट के इंतजार के बीच सरकार ने जारी की अधिसूचना।निकाय चुनाव में प्रधान पद निर्धारित करने के लिए पहली बार अपनाया जाएगा चक्रानुक्रम  शहरी स्थानीय निकाय निदेशालय ने उपायुक्तों, पालिका आयुक्तों, कार्यकारी अधिकारियों और नगर पालिका सचिवों को जारी किया पत्र
परिवार सूचना डाटा के आधार पर अनुसूचित और बीएस-ए वर्ग की आबादी का पूरा ब्यौरा मांगा।
अध्यक्ष पद के लिए सामान्य श्रेणी, अनुसूचित जातियों, बीसी-ए से संबंधित व्यक्तियों-महिलाओं में से चक्रानुक्रम से तय होगा प्रधान पदअ हरियाणा प्रदेश में अंबाला सदर, थानेसर, सिरसा और पटौदी मंडी में परिषद के चुनाव होने हैं। जबकि नगर पालिका सूची में कलायत, बराड़ा, रादौर, इंद्री, नीलोखेड़ी, कलानौर, खरखौदा, बेरी, बवानी खेड़ा, लौहारू, सिवानी, हथीन, तावडू, फरुखनगर, कनीना, अटेली मंडी, आदमपुर, नारनौंद, कालांवाली, जुलाना और सीवन शामिल है।
नगरपालिका के प्रधान सतीश जेलदार का कार्यकाल 14 जून तक-
 पालिका प्रधान सतीश जेलदार से भी बात हुई है किंतु अभी तक उनके पास उनके कार्यकाल समापन का पत्र आ चुका है। स्पष्ट है कि उनका कार्यकाल भी अब 14 जून 2023 तक की रखा गया है। चुनाव लडऩा चाहने वाले लोग किसी प्रकार पीछे हटने वाले नहीं। यदि प्रधान पद के लिए उनके परिवार से वो स्वयं या परिवार से महिला आदि चुनाव लड़ सकते हैं। वैसे भी पार्षद पद के लिए चुनाव लडऩे वाले अभी तक बहुत कम लोग आगे आ रहे हैं क्योंकि प्रधान की शक्ति इस बार अधिक हो गई है, उसका चुनाव सीधा होने की वजह से उसे पार्षदों का काम कम हो गया है भविष्य में प्रधान बनने के बाद किसी प्रस्ताव को पारित करते समय इन पार्षदों की जरूरत हो सकती है। ऐसे में बड़ा और सशक्त पद प्रधान का बना दिया गया है जिसको लेकर के दर्जनों लोग तैयार हैं। यह सत्य है कि चुनाव लडऩे वाले अब अपनी मां, बहन, बेटी या पत्नी को चुनाव लड़ा सकते हैं, स्वयं भी पार्षद पद के लिए चुनाव लडऩे के लिए तैयार हो रहे हैं। कनीना के पार्षद पद के लिए चुनाव लडऩे वाले महेश बोहरा एक है। उनके पिता राव सत्यवीर बोहरा भी पार्षद रह चुके हैं। अपने पिता के पद चिन्हों पर चलते हुए पार्षद पद के चुनाव की तैयारियों में जुटे हुए हैं क्योंकि उन्होंने तो कभी से ही पार्षद पद के की घोषणा की है और पालिका प्रधान बनने की इच्छा नहीं रही की? विजय चेयरमैन भी पार्षद पद के चुनावों के लिए तैयार हैं। बहरहाल अभी चुनाव होते नजर नहीं आ रहे हैं क्योंकि जून महीना बाकी है। यदि चुनाव दिसंबर 2023 तक होने की संभावना है।  अब सभी की नजरें इन चुनावों पर टिकी हुई हैं।
कनीना नगर पालिका चुनावों पर टिकी हैं नजरें---
कनीना नगर पालिका में सतीश जेलदार ने 13 मई 2018 को प्रधान पद की शपथ ली थी। उनका कार्यकाल 14 जून 2023 तक का निर्धारित कर दिया गया है। नगरपालिका के लिए जहां प्रधान पद के लिए आरक्षण भी घोषित हो चुका है।
कनीना पालिका 1952 से चली आ रही है। कनीना नगर पालिका के समय-समय पर अनेक प्रधान रह चुके हैं। सबसे अधिक समय तक पूर्व प्रधान मा. दलीप सिंह एवं उनके पिता स्व. चौ. बलबीर सिंह पालिका में प्रधान रह चुके हैं।
 इस बार पालिका प्रधान के चुनाव सीधे होने हैं। अब तक पालिका प्रधान बनते आए वह किसी के रहमों करम पर होते थे या पार्षदों पर निर्भर रहे हैं। सभी की नजरें चुनाव पर टिकी हुई है और बेहतर से बेहतर प्रत्याशी ढूंढने की तैयारियों में जुटे हुये हैं।
 चुनाव लडऩे के दावेदार-
अभी तक पार्षद के चुनाव के लिए
1. महेश बोहरा दावेदारी जता रहे हैं।  उधर
2. वार्ड चार से योगेश कुमार
3. वार्ड एक से विजय चेयरमैन चुनाव लड़ेंगे। इस बार चेयरमैन पद का चुनाव डायरेक्ट होगा।  जिसके चलते इस बार चेयरमैन पद के लिए अधिक लोग तैयारी में जुटे हुए हैं।
प्रधान पद के लिए दावेदार--
1.कनीना के सज्जन सिंह बोहरा
2. कनीना के वर्तमान चेयरमैन सतीश जेलदार के पुत्र प्रीतम जोनू
3. मनोज कुमार रोहिल्ला वरिष्ठ पत्रकार
4. कनीना के वार्ड 12 का निवासी अमित नंबरदार  
5. वार्ड 3 के निवासी राज सिंह
6. पूर्व प्रधान मा. दिलीप सिंह या उनके पुत्र दीपक चौधरी
7. पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह लोढ़ा
8. एडवोकेट विनय यादव, एडवोकेट पंकज यादव,  वर्तमान में
9. उप प्रधान पद पर आसीन अशोक ठेकेदार,  मनीष पार्षद
10. सुमेर सिंह मैनेजर
बढऩे लगी है चुनावी चर्चाएं ---
 दुकान हो या कोई चाय की दुकान, चुनावी चर्चा मिलने लगी है। विशेषकर जब से मतदाता सूचियों का प्रकाशन हुआ है तब से चुनावी गर्मी बढ़ती ही जा रही है। रातोंरात पार्षद और प्रधान पद के दावेदार ढूंढे जा रहे हैं। क्योंकि बहुत से लोग तो चुनाव तो लडऩा चाहते हैं किंतु आगे नहीं आना चाहते हैं वो ऐन मौके पर आगे आएंगे। ऐसे में  चुनाव लडऩे वाले अंदर खाते मतदाताओं के मन को टटोल रहे हैं।
गर्मी और चुनावी गर्मी साथ--
एक और जहां गर्मी बढ़ती जा रही है वहीं चुनावी चर्चा बढऩे लगी है। कुछ तो ऐसे भी संभावित प्रत्याशी हंै जो किसी का आशीर्वाद पाने की चाहत लिए बैठे हैं तो कोई चुनाव लडऩे का इच्छुक किसी मंत्री, संतरी और सत्तापार्टी के नेताओं से आशीर्वाद पाकर वोट पाने के जुगाड़ में है। रातोंरात समीकरण बदल रहे हैं।
प्रधान पद जीतना तलवार की धार---
 इस बार चुनाव जीतना आसान नजर नहीं आता। क्योंकि अब तक पार्षदों के सहारे नैया पार होती रही है किंतु इस बार प्रधान को पार्षद नहीं बनाएंगे। उन्हें तो सीधे ही वोट मिलेंगे।
समय लग सकता है चुनाव होने में-
नगर पालिका के चुनाव लडऩे वाले अंदर खाते मतदाताओं के मन को टटोल रहे हैं। यदि मतदाता उनको अच्छा रिस्पांस देते हैं तो भी अपने उम्मीदवारी पक्की समझ रहे हैं। अभी से ही मतदाताओं से वोट देने की हां या ना करवा रहे हैं। चुनावों में लग सकता है समय। ऐसे भी कहते सुने  हैं कि मेरे लिए प्रधान पद के वोट दिलवा दो मैं तुम्हें पार्षद या  तुम्हारे द्वारा अनुमोदित पार्षद को अपने क्षेत्र के वोट दिलवा दूंगा। तेजी से आपसी गठबंधन बनता जा रहा है और रातों-रात चुनाव लडऩे वाले आगे आ रहे हैं। 13 वार्डों में 13 पार्षद चुने जाने है लेकिन कुछ वार्डों में चुनाव लडऩे वाले मौन नजर आ रहे हैं।
मोदीका मोहल्ले से लड़ेंगे कम से कम दो प्रत्याशी--
मोहल्ला मोदीका से किसी भी पूर्व पालिका योजना में कोई प्रत्याशी पार्षद या प्रधान पद पर नहीं रहा। हर बार इस मोहल्ले को आश्वासन मिलता रहा है कि अगली योजना में तुम्हारे क्षेत्र का एक प्रतिनिधि चुनने में हम मदद करेंगे। यह बात सज्जन सिंह बोहरा ने यहां विभिन्न घरों में जाकर आयोजित बैठक में बताई है। ऐसे में इस बार मोहल्ला मोदीका से कम से कम एक प्रत्याशी प्रधान पद के लिए तथा एक प्रत्याशी पार्षद चुनाव के लिए खड़ा होगा। आगामी रणनीति बनाई जा रही है सज्जन सिंह बोहरा प्रमुख भूमिका निभाते हुए हर वार्ड से एक-एक पार्षद खड़ा करने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने इस पत्रकार को बताया कि इस बार मौका नहीं चूकने देंगे। हर बार जो भी वार्ड एक से प्रत्याशी बना है वह यह आश्वासन देकर मोहल्ले से वोट ले चुका है कि अगली बार तुम्हारे क्षेत्र से किसी प्रतिनिधि को हम चुनाव में खड़ा होने पर वोट देंगे। अब वो समय आ गया है। ऐसे में इस बार इस मोहल्ले के लोग भी आश्वस्त हैं और चुनाव में सक्रिय भागीदारी निभाएंगे। अब ऐसे सशक्त प्रत्याशी की तलाश जारी है किंतु प्रधान पद के लिए सज्जन सिंह बोहरा पहले ही आगे आ चुके हैं। केवल पार्षद चुनाव के लिए सशक्त प्रत्याशी इस मोहल्ले से ढूंढा जा रहा है। अब तक चार लोगों के नाम सामने आये हैं।


































No comments: