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Monday, June 19, 2023

 
संतुलित दिनचर्या और योग के फायदे बताए
-राजकीय कन्या महाविद्यालय उन्हाणी में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस
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कनीना की आवाज।  राजकीय कन्या महाविद्यालय उन्हाणी में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में योगाभ्यास का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें समस्त कालेज स्टाफ व राष्ट्रीय सेवा योजना (एन एस एस) की स्वयंसेविकाओं ने हिस्सा लिया। प्राचार्य विक्रम यादव जी ने उन्हें नियमित योग करने के लाभ बताये और समझाया की योग केवल योग दिवस तक ही नहीं सीमित होना चाहिए अपितु हमारी दिनचर्या का एक अहम अंग होना चाहिए। खेल प्रभारी श्रीमती नीतू जी ने छात्राओं को नियमित व्यायाम् करने की सलाह दी। इसी के साथ उन्होंने योग के साथ-साथ संतुलित भोजन  को भी शामिल करने की सलाह दी। इस दौरान विभिन्न योगासन व प्राणायाम बच्चों को सिखाये गये। इस मौके पर कार्यक्रम अधिकारी मिस सीमा, डॉ सुधीर, श्री हरपाल, डॉ सीमा देवी , श्री अनिल व समस्त कालेज स्टाफ उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 8: योग करते हुए कालेज के विद्यार्थी।









कट की मांग को लेकर ग्रामीणों का धरना जारी
 -धरने का रहा 99वां दिन
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव बाघोत एवं सेहलंग के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग पर कट की मांग को लेकर क्षेत्र के ग्रामीण विगत 99 दिनों से धरने पर बैठे हैं। धरने की अध्यक्षता डॉ राम सिंह सेहलंग ने की।
धरना कमेटी के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन,नौताना ने बताया कि आज धरने को 99 दिन हो गए है।  सरकार के द्वारा आश्वासन दिया गया कि सेहलंग -बाघोत कट पर जल्दी कार्रवाई की जाएगी लेकिन सरकार ने अब तक  कोई अमल नहीं किया है। जब तक सरकार राष्ट्रीय राजमार्ग 152-डी पर कट का काम शुरू नहीं करती है तब तक हमारा धरना जारी रहेगा।
 उन्होंने बताया कि अधिकारियों और मंत्रियों को जनता के बीच में आकर उनसे बातचीत करनी चाहिए और उनकी परेशानियों के बारे में पूछा जाये। 152-डी सेहलंग -बाघोत कट के लिए बुजुर्ग धरने पर बैठे हैं मंत्रियों को इनके बीच में आकर इनसे बातचीत करके इनकी समस्या का समाधान करवाया जाए।
  इस मौके पर सूबेदार हेमराज, मास्टर ओम यादव, नरेंद्र शास्त्री, मास्टर विजयपाल, नंबरदार सूरज भान, हंस कुमार, सत्य प्रकाश, सुबेसिंह, सतवीर सिंह, कृष्ण प्रधान, महिपाल, शेर सिंह, प्यारेलाल, वेद प्रकाश, ठेकेदार शेर सिंह, अशोक, मनोज कुमार व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 06: धरने पर बैठे लोग।






बीडीपीओ के विरुद्ध एसडीएम कनीना को दिया ज्ञापन
-दुव्र्यवहार बदसलूकी की शिकायत की
-बीडीपीओ ने सभी आरोपों को नकारा
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कनीना की आवाज। गांव कोटिया के पूर्व सरपंच रामकिशन ने खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कनीना पर हाईकोर्ट के आदेशों के अनुपालन न करने और बदसलूकी और दुव्र्यवहार का आरोप लगाया है जबकि खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी ने पूर्णतया निराधार बताया है। दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि गांव कोटिया की पंचायत की भूमि 5 कनाल 4 मरला पर अवैध कब्जा किया हुआ है। पैमाइश करवाई गई थी जिसके आधार पर अवैध कब्जा दर्शाया गया था। शिकायतकर्ता के ने कहा है कि उनके भतीजे ने ग्राम पंचायत के रकबे से अवैध कब्जे हटाने के लिए धारा 7 वी सी एल सहायक कलेक्टर प्रथम श्रेणी को जिस पर सुनवाई करते हुए  24 दिसंबर 2022 को पैमाइश सही बताया गया।
ज्ञापन में कहा है कि 9 मई 2018 को बेदखली के आदेश पारित किए थे और बीडीपीओ  कनीना को कब्जा हटाने की बात कही थी। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि पूर्णता कब्जा नहीं नहीं हटाया गया है। 17 जून 2023 को शिकायतकर्ता बीडीपीओ से मिले और अवैध कब्जा हटाने की बात कही। उन्होंने आरोप लगाया कि बीडीपीओ कनीना ने उन्हें धक्के मार कर बाहर कर दिया, भला बुरा कहा,अभद्र भाषा का प्रयोग किया। उन्होंने बीडीपीओ के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है।
 उधर बीडीपीओ कनीना अरुण अरुण कुमार से बात हुई उन्होंने कहा कि उनके यहां ज्वाइन करने से पहले ही मामला लोकायुक्त में चल रहा था। उन्होंने कहा कि इन 9 इंच का अवैध कब्जा हो रहा है। इतना अंतर पैमाइश में भी आ सकता है। अधिकारी ने शिकायतकर्ता पर ही बदतमीजी का आरोप लगाया और कहा कि घटना के समय पूरा कार्यालय चल रहा था। उन्होंने शिकायतकर्ता के आरोपों को गलत करार दिया है और अवैध कब्जा हटाने का आदेश दिया था।

 फोटो कैप्शन 7: सुरेंद्र सिंह एसडीएम को ज्ञापन देते पूर सरपंच रामकिशन एवं अन्य।







गायब होती जा रही है पक्षियों की कलरव
-एचटी लाइन एवं विषम परिस्थितियों ने कर दिया खत्म    
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कनीना की आवाज। गायब हो चली है पक्षियों की चहचहाहट । अब न तो घरों में तथा न खेतों में पक्षियों का कलरव सुनाई पड़ता है। इस संबंध में बुजुर्गों का कहना है कि खेतों में जहरीली दवाएं डाले जाने तथा आखेट से उनकी संख्या घट रही है। अब तो इक्का दुक्का ही किसी पक्षी का शोर सुनाई पड़ता है।  
   झोपड़ी की जगह आलीशान कोठियां बन जाने से पक्षियों की कलरव अब नहीं सुनाई पड़ती है। भीषण गर्मी में उनके लिए जल एवं अन्न न मिलना, खेतों में जहरीली दवाएं एवं खाद डालने ने उनको हाशिए पर ला खड़ा किया है।
  किसी जमाने में घरों में चिडियां एवं रंग बिरंगे जीव कलरव करते, सुबह सवेरे चहचहाहट सुनाई पड़ती थी। उस वक्त कोठियां कम होती थी और कच्चे घर एवं झोपड़ी अधिक होती थी। विभिन्न प्रकार की चिडिय़ों के दर्शन ही नही अपितु उनके गीत भी सुनने को मिलते थे किंतु अब दर्शन ही दुर्लभ हो गए हैं।
 इन पक्षियों को समाप्त करने में जहां उच्च वोल्ट की तारें, किसान द्वारा खेतों में जहरीली दवाएं, खाद डालने एवं उनके लिए गर्मियों में जल का अभाव का अहं योगदान रहा है। इस संबंध में पीपल फार एनिमल्स के राजेंद्र सिंह, बालकिशन करीरा, सूबे सिंह का कहना है कि किसानों ने अपने हाथों से उनको मार डाला है।
 उनका कहना है कि पक्षियों की चहचहाहट गुल होने के पीछे कई कारण रहे हैं जिनमें मुख्यत: जीवों के लिए आवास का अभाव, जहरीले अन्न खाना, पानी न मिलना तथा सर्दी एवं गर्मी के चलते मौत हो जाना प्रमुख हैं। उच्च वोल्टेज के तार एवं शिकार आदि भी कुछ हद तक जिम्मेदार हैं। गर्मियों में उनके लिए जल का अभाव उनकी मौत का कारण बन रहा है। उन्होंने कहा कि पक्षियों का मानव से गहरा संबंध रहा है किंतु अब झोपड़ी न होने से पक्षी आवास कहां बनाए?  
क्या कहते हैं पर्यावरणविद- पर्यावरण विद रविंद्र कुमार का कहना है कि पर्यावरण के साथ छेड़छाड़ इन जीवों के लिए हानिप्रद साबित हो रहा है। मौसम में बदलाव, पानी, भोजन की कमी उनकी कमी का कारण बन रहे हैं।
फोटो कैप्शन 9: कनीना में देखे सूखे पेड़ पर शाम के वक्त बैठे पक्षी।






तीन वर्गों में आयोजित हुई योग प्रतियोगिता
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कनीना की आवाज। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के तत्वावधान में खंड स्तरीय योग प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन स्थानीय मॉडल संस्कृति स्कूल में किया गया आयुष विभाग की तरफ से आयोजित इस योग प्रतियोगिता में तीन वर्गों में आयोजन किया गया।
 0-10वर्ष आयु वर्ग में प्रथम स्थान योग्या,द्वितीय स्थान खुशी तथा तीसरा स्थान दिव्यांश को मिला ,10 से 60 वर्ष आयु वर्ग में प्रथम स्थान सुरेंद्र कुमार दूसरा स्थान जूली तथा तीसरा स्थान प्रियंका को मिला चौथे स्थान पर  खुशी तथा पांचवें स्थान पर दिव्यांश रहे। 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में गुढ़ा के जियनंद सोनी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया ढ्ढवरिष्ठ आयुर्वेद अधिकारी डॉ शशि मोरवाल ने बताया कि खंड स्तर के विजेता खिलाड़ी आगामी 21 जून को नेताजी सुभाष स्टेडियम नारनौल  पहुंचेंगे जहां उनकी जिला स्तरीय प्रतिस्पर्धा होगी जिसमें प्रथम स्थान पर विजेता को 5100 रुपये द्वितीय स्थान के लिए 2100 रुपये तृतीय स्थान के लिए  1100 रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा।
डॉक्टर मोरवाल ने बताया कि आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में योग को अगर सही ढंग से अपनाया जाए तो अनेक बीमारियों से निजात मिल सकती है।
कार्यक्रम का संचालन कन्या  उच्च विद्यालय के मुख्याध्यापक नरेश कौशिक ने किया उन्होंने बताया कि आज भारत दुनिया का विश्व गुरु बनने के लिए फिर से तैयार है क्योंकि योग को दुनिया के हर देश ने सर आंखों पर लिया है तथा योग से न केवल मन बुद्धि व शरीर ठीक होता है बल्कि उसके जीवन की अनेक समस्याओं का भी निराकरण योग द्वारा ही संभव है।  21 जून को विश्व समुदाय द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में स्वीकार किए जाने को भारत की आधुनिक युग की सबसे बड़ी उपलब्धि माना जा सकता है इस दिन पूरी दुनिया में योग को बड़े इत्मीनान से न केवल स्वीकार किया जाता है बल्कि योग को अपनाकर अपने जीवन का पूरा विकास किया जा सकता है। इस अवसर पर होम्योपैथिक चिकित्सक डा नेहा यादव ,फार्मेसिस्ट संदीप कुमार ,खेड़ी आयुर्वेद केंद्र के कपिल कुमार ,योग प्रशिक्षक राकेश कुमार पीटीआई ,योग सहायक धर्मपाल ,योग प्रशिक्षक कविता, मनजीत, सविता देवी सहित विभिन्न विद्यालयों के योग प्रतिस्पर्धा में भाग लेने वाले विद्यार्थी उपस्थित थे प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र व विजेताओं को मेरिट सर्टिफिकेट प्रदान किए गए।
फोटो कैप्शन 04: योग में अव्वल रहे विद्यार्थियों को पुरस्कृत करते शशि मोरवाल।







ककराला में निकाली गई जल बचाओ जागरूकता रैली
--बीबीएसडी संस्था ने जल सरंक्षण रैली निकाली
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कनीना की आवाज। जल है तो कल है नारे के साथ खंड के गांव ककराला में बीबीएसडी संस्था ने जल सरंक्षण रैली निकाली। इस रैली में ग्राम विकास कमेटी और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल ककराला के स्कूली बच्चों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया।
बाबा भैया मंदिर के सामने सरपंच नीलम देवी, ग्राम विकास कमेटी पूर्व प्रधान कंवर सिंह बोहरा ने हरी झंडी दिखाकर रैली का शुभारंभ किया गया। संस्था ने लोगों के घरों में खुले चल रहे नल में टोटी वाल्व लगवाए। इस रैली में पंचायत के पंप आपरेटर यश शर्मा, राजपाल और प्लंबर का कार्य राकेश मेहरा ने किया। रैली के दौरान सेवा दल कर्मियों ने ग्रामवासियों के साथ क्षेत्र के गिरते भूमिगत जल स्तर के बारे में जानकारी बताई। जन स्वास्थ्य विभाग से जल जीवन मिशन के संयोजक मोहित इसराना और समाज शास्त्री संदीप ने लोगों को जल के प्रति जागरूक किया।
इस जागरूकता अभियान से जल के प्रयोग के प्रति बच्चों के नजरिये और व्यवहार में काफी सकारात्मक प्रभाव दिखाई देंगे।
विषय की जागरूकता ही इस दिशा में शुरूआत की प्रारंभिक कड़ी है। ग्रामीणवासियों ने भी जल बचाने से जुड़े उपाय सुझाये और ग्राम की जल से जुड़ी समस्यायें भी गाँव के सामने रखीं। रैली में ग्राम पंचायत के पँच भी शामिल हुये जिन्होने इन समस्याओं को ग्राम पंचायत के माध्यम से हल करने का आश्वासन दिया। अटल भू जल योजना के तहत गांव के बेटी उमा यादव भी इस अवसर पर ग्रामीणों को जल बचाने की अपील की, उन्होंने कहा महेंद्रगढ़ जिले का तेजी से गिरता भूमिगत जल स्तर आने वाले समय की एक गंभीर समस्या है। अगर क्षेत्रवासियों ने इस समस्या पर अभी से ही गौर नहीं फरमाया तो वो दिन दूर नहीं जब जल ही क्षेत्र की सबसे गम्भीर समस्या बनकर उभरेगा।
संस्था प्रधान नवीन कुमार ने बताया कि संस्था पिछले 7 वर्षों से ग्राम में जल बचाओ अभियान चला रही है और ग्रामीणवासियों में उसके काफी सकारात्मक परिणाम मिलें हैं। इसीलिये उन्होंने इस वर्ष भी फिर से आयोजित करने का फैसला लिया। जगह जगह नुक्कड़ सभाएं। आयोजित की गई जिसमें ग्रामवासी ज्ञाना देवी, चमेली, सावित्री देवी ने बताया एक दौर था जब लोग एक बाल्टी से नहा लेते थे लेकिन आज 4 बाल्टी से भी गुजारा नहीं हो रहा है। ग्राम पंचायत ने इस दिशा में कार्य करना चाहिए, जैसे एक घर में डबल कनेक्शन ना दिए जाएं, बिना वाल्व लगे कनेक्शन को अवैध किया जाए और सभी पंप आपरेटर निश्चित समय पर ही कुएं चलाएं।
इस मौके पर ग्राम विकास कमेटी कोषाध्यक्ष प्यारेलाल, राजपाल,
प्रधान नवीन कुमार, उपप्रधान ओमप्रकाश, मनोज रामबास, अमित रामबास, अजय, महेश, सुनील शर्मा, सचिव अमित, जितेंद्र मेहरा, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ककराला से बिरेंद्र शास्त्री, मास्टर बलजीत, मास्टर बिरेंद्र व मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 5: जल संरक्षण के लिए जागरूकता रैली निकालते हुए।








यूरो स्कूल का जेइइ में रहा बेहतर प्रदर्शन
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कनीना की आवाज। यूरो इंटरनेशनल स्कूल के विद्यार्थियों ने आईआईटी जेईई एडवांसड की परीक्षा में विद्यार्थियों ने अच्छा प्रदर्शन किया। चेयरमैन सत्यवीर यादव ने बताया कि घनिष्ठ , हर्ष , रोहित, वरुण, दुष्यंत ,देव यादव , योगिता ने इस विश्व प्रतिष्ठित परीक्षा को अच्छी रैंकिंग के साथ पास कर विद्यालय, माता-पिता एवं क्षेत्र का नाम रोशन किया है।
प्राचार्य अनिल कुमार, सुनील यादव, सुधा चौहान व डायरेक्टर स्वाति यादव, नितिन यादव व डॉ राजेंद्र सिंह ने सभी बच्चों को उनकी विशेष उपलब्धि पर बधाई दी एवं उज्ज्वल भविष्य की कामना की।






पूर्व सैनिकों ने एसडीएम को सौंपा एक ज्ञापन
--सर्वसम्मति से 8 प्रस्ताव पास किए गए
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कनीना की आवाज। बसपा भूतपूर्व सैनिक प्रकोष्ट जिला महेन्द्रगढ़ के तत्वावधान में कनीना में पूर्व सैनिक सम्मेलन आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व सैनिक कल्याण संगठन के प्रधान कप्तान सुमेर सिंह ने की।
  सम्मेलन में सर्वसम्मति से 8 प्रस्ताव पास किए गए। प्रथम प्रस्ताव में दिल्ली जंतर-मंतर पर गत बीस फरवरी से चल रहे भूतपूर्व सैनिकों के धरने का समर्थन करते हुए केन्द्र सरकार से वन रैंक वन पेंशन की खामियों में तत्काल सुधार कर समान रूप से वन रैंक वन पेंशन योजना लागू करने की मांग की गई। अन्य प्रस्तावों में सब डिवीजन कनीना में इसीएचएस पालीक्लिनिक अस्पताल खोलने, वीरांगना तथा सैनिक विधवाओं को जीवित पूर्व सैनिकों की तरह पेंशन देने, रिजर्व सैनिकों को भी वन रैंक वन पेंशन का लाभ देने, पी.एम.आर और वीआरएस जून 2014 के बाद नहीं दी गई है इसे लागू करने, ग्रुप एक्स के पूर्व सैनिकों की पेंशन में कटौती को ईसीएचएस के उपचार में पूर्व सैनिकों के साथ किए जा रहे भेदभाव को बंद करने,  आनरेरी  सुबेदार,  आनरेरी  सूबेदार मेजर की पेंशन में बढ़ोतरी करने की मांगे शामिल हैं। सम्मेलन के बाद पूर्व सैनिकों ने उपमंडल अधिकारी (ना.) कनीना के कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन कर पूर्व सैनिकों की मांगों को तत्काल पूरा करने की मांग की। अतरलाल एडवोकेट ने प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि वन रैंक वन पेंशन योजना में पूर्व सैनिक जवानों, जेसीओ., आनरेरी कप्तान रैंक के साथ हो रहे भेदभाव को लेकर पूर्व सैनिकों में भारी रोष व्याप्त है। इसलिए सरकार को उनकी मांगों का तत्काल संज्ञान लेकर मांगे पूरी करनी चाहिए। बाद में प्रदर्शनकारी पूर्व सैनिकों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम ज्ञापन उपमंडल अधिकारी (ना.) कनीना सुरेन्द्र सिंह को सौंपा। जिसे उन्होंने तत्काल सरकार को भेजने का भरोसा दिया। इस अवसर पर कप्तान सुमेर सिंह, औमप्रकाश, विनोद कुमार, बनवारीलाल, राजेन्द्र प्रसाद, मनोहरसिंह, रविन्द्र सिंह, जीवण सिंह, नत्थू सिंह, देशराज, ख्यालचंद यादव, नरेश कुमार, कृष्ण सिंह, वेदप्रकाश, बलवंत कुमार, चक्रवर्ती, कप्तान रोशनलाल, श्रीराम, रामकिशन, छाजूराम, यशपाल, रामनिवास, इंद्र कुमार, जगदीश, सतपाल, सतबीर, संतोष, राजपाल, भरत सिंह, रामकुमार, निहाल सिंह, चेयरमैन भाग सिंह, सुबेदार महाबीर सिंह, सुबेदार विजयपाल, सुबेदार मदन सिंह, सुबेदार मेजर रामसिंह, कैप्टन नरेश कुमार, सूबेदार मेजर होशियार सिंह, बिरेन्द्र सिंह, उदय सिंह, सुबेदार पूर्ण चंद, महिपाल सिंह, ओमप्रकाश, इंद्रपाल, शंभू दयाल, लाल सिंह, रोहताश सिंह, कप्तान प्यारेलाल, रामकुमार, सुखलाल, रामेश्वर दयाल, बहादुर सिंह, सुबेदार लालचंद, सुबेदार ओमप्रकाश, रणधीर सिंह, बिरेन्द्र, ओमप्रकाश, बनवारीलाल, सतपाल सिंह, कंवरलाल, अमरचंद, धनेराम, विक्रम सिंह आदि अनेक पूर्व सैनिक उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 3. उपमंडल अधिकारी (ना.) को ज्ञापन सौंपते पूर्व सैनिक।








किसान जुटे निराई कार्यों में
-अगेती बाजरे की फसल की हो रही है गुड़ाई
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में जहां बाजरे संबंधित कृषि कार्यों में लगे हुए हैं। अगेती की बिजाई की है वे निराई कार्यों में तो पछेती बीजाई करने वाले किसान अभी बीजाई के कार्यों में ही लगे हुए हैं।
अगेती बिजाई करने वाले किसान खेतों में अवांछनीय पौधे, खरपतवार आदि को हटाने का कार्य कर रहे हैं। किसान, अजीत सिंह, सूबे सिंह और राजेंद्र सिंह ने बताया कि खेतों में निराई का कार्य चल रहा है ताकि बारिश के बाद फसल को अधिक लाभ हो सके। उन्होंने बताया कि अभी जा पछेती बिजाई की गई है उसे अभी अंकुरित होने में समय लगेगा। अगेती बीजाई की फसल बड़ी हो चुकी है। बारिश होती तो उसे ज्यादा लाभ होगा। ऐसे में किसान अपने खेतों से निराई करके बाजरे की फसल में खाद आदि डालने का प्रयास  हैं।  उल्लेखनीय है कि किसानों के खेतों में जंगली चौलाई,सांटी, बुई, घास सहित कई अवांछनीय पौधे फसल के साथ पैदा हो गए हैं और फसल को कमजोर कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि निराई करने के बाद पैदावार बढऩे की संभावना होती है।
 जहां पछेती बिजाई के तहत कनीना और आसपास क्षेत्र में बाजरे की बिजाई अभी हाल ही में की है और किसान अभी भी जुटे हुए हैं। किसान अगेती फसल उगा कर खुश है जो अब बड़ी हो चुकी है। उल्लेखनीय है कि जब कुछ दिनों पहले बारिश हुई थी तो उसका लाभ उठाकर कुछ किसानों ने अगेती फसल उगा दी थी तत्पश्चात जून माह में जो बारिश हुई है उसमें अच्छी फसल उगाई गई है। कनीना क्षेत्र में करीब 19 हजार हेक्टेयर पर बाजरे की फसल बीजाई किये जाने की संभावना है।
 खेतों में निराई करने के लिए भारी पैसा खर्च करना पड़ता है। विभिन्न प्रकार की दवाई डालकर इन पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा है। खरपतवार पशुचारे के रूप में जरूर काम आते हैं किंतु किसानों ने पशु रखने ही कम कर दिए हैं।
कुछ खरपतवार तो किसी काम की नहीं है तो कुछ खरपतवार को किसान पशुचारे के रूप में प्रयोग कर रहे हैं। बारिश के बाद तो इनकी संख्या बढ़ती ही जा रही है। इनको नष्ट करने के लिए दिनरात किसानों को खेतों में काम करना पड़ता है तथा उन्हें हाथों से उखाड़कर फेंकना पड़ रहा है।
   किसानों ने बताया कि बाजार से महंगे दामों पर खरपतवारनाशी खरीदकर लानी पड़ती है। दुकानदार महेश कुमार, कुलदीप सिंह ने बताया कि अलग अलग खरपतवार को नष्ट करने के लिए दवाओं की जरूरत पड़ती है। किसान इनको डालकर खरपतवार से निजात पा सकते हैं।
अच्छे भाव मिलेंगे-बाजरे का एमएसपी 2500 रुपये प्रति क्विंटल का रखा गया है। विगत वर्षों से सरकारी तौर पर बाजरा खरीदा जा रहा है जिसके चलते भी किसान उत्साहित है और रुझान बाजरे की ओर है।
फोटो कैप्शन एक : कनीना क्षेत्र में निराई करते किसान परिवार।






निपुण हरियाणा के अंतर्गत प्राथमिक अध्यापकों का छह दिवसीय प्रशिक्षण शिविर शुरू
-80 शिक्षक ले रहे हैं भाग
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कनीना की आवाज। निपुण हरियाणा के अंतर्गत प्राथमिक अध्यापकों का छह दिवसीय प्रशिक्षण शिविर मॉडल संस्कृति स्कूल कनीना में शुरू हुआ शिविर का उद्घाटन करते हुए बीआरसी दिलबाग सिंह ने कहा की अध्यापकों को बच्चों की शिक्षण की मूलभूत विधियां अंक ज्ञान तथा भाषा का अपनी क्षमताओं से पूरा उपयोग करके शिक्षण प्रदान करना चाहिए तभी सही मायने में निपुण हरियाणा की सार्थकता सिद्ध होगी।
उन्होंने कहा कि आज बच्चों की याददाश्त को  सशक्त बनाकर उन्हें बेहतर विद्यार्थी बनाया जा सकता है तथा नई शिक्षा नीति का यही लक्ष्य है।
राजकीय कन्या उच्च विद्यालय कनीना के मुख्याध्यापक नरेश कौशिक ने कहा कि बच्चे को भव्य व तनाव से मुक्त शिक्षा दी जाए ,पहले करके सीखने पर जोर दिया जाता था लेकिन अब खेल खेल में शिक्षा पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है तथा विद्यार्थी भय व तनाव के बिना शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इस अवसर पर वरिष्ठ एबीआरसी श्रुति आर्य ने भाषा  कौशल को सबसे महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि बच्चे को मातृभाषा का पूरा ज्ञान देकर उसे अन्य भाषाएं दिखाई जानी चाहिए तभी सही मायने में शिक्षण अधिगम का मकसद पूरा होगा इस अवसर पर मॉडल संस्कृति स्कूल के  प्राचार्य रवि यादव ,प्रवक्ता नरेश यादव ,नितिन मुदगिल   बीआरपी ज्योति ,रोशनी ,एबीआरसी मनोज कुमार ,रिंकू देवी ,खेरी तलवाना के  देवेंद्र सिंह ,रतन सिंह हेड टीचर सहित खंड के 80 शिक्षकों ने भाग लिया।
फोटो कैप्शन 02: निपुण हरियाणा के अंतर्गत प्राथमिक अध्यापकों के प्रशिक्षण शिविर को संबोधित करते नरेश कौशिक।





नपा चुनावों की सुनाई पड़ र
























ही है आहट
-युवाओं में चुनावों को लेकर जोश
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कनीना की आवाज। पालिका प्रधान पद पर टिकी हैं सभी की नजरें। महिला और पुरुष प्रधान पद के आतुर हैं। पार्षद पद के हैं कम दावेदार हैं। पालिका के चुनाव वर्ष 2024 में होने की संभावना है।
चुनाव लडऩा चाहने वाले लोग किसी प्रकार पीछे हटने वाले नहीं। यदि प्रधान पद के लिए उनके परिवार से वो स्वयं या परिवार से महिला आदि चुनाव लड़ सकते हैं। वैसे भी पार्षद पद के लिए चुनाव लडऩे वाले अभी तक बहुत कम लोग आगे आ रहे हैं क्योंकि प्रधान की शक्ति इस बार अधिक हो गई है, उसका चुनाव सीधा होने की वजह से उसे पार्षदों का काम कम हो गया है भविष्य में प्रधान बनने के बाद किसी प्रस्ताव को पारित करते समय इन पार्षदों की जरूरत हो सकती है। ऐसे में बड़ा और सशक्त पद प्रधान का बना दिया गया है जिसको लेकर के दर्जनों लोग तैयार हैं। यह सत्य है कि चुनाव लडऩे वाले अब अपनी मां, बहन, बेटी या पत्नी को चुनाव लड़ा सकते हैं, स्वयं भी पार्षद पद के लिए चुनाव लडऩे के लिए तैयार हो रहे हैं। कनीना के पार्षद पद के लिए चुनाव लडऩे वाले महेश बोहरा एक है। उनके पिता राव सत्यवीर बोहरा भी पार्षद रह चुके हैं। अपने पिता के पद चिन्हों पर चलते हुए पार्षद पद के चुनाव की तैयारियों में जुटे हुए हैं क्योंकि उन्होंने तो कभी से ही पार्षद पद के की घोषणा की है और पालिका प्रधान बनने की इच्छा नहीं रही की? विजय चेयरमैन भी पार्षद पद के चुनावों के लिए तैयार हैं। बहरहाल अभी चुनाव होते नजर नहीं आ रहे हैं क्योंकि जून महीना बाकी है। यदि चुनाव दिसंबर 2023 तक होने की संभावना है।  अब सभी की नजरें इन चुनावों पर टिकी हुई हैं।
कनीना नगर पालिका चुनावों पर टिकी हैं नजरें---
कनीना पालिका 1952 से चली आ रही है। कनीना नगर पालिका के समय-समय पर अनेक प्रधान रह चुके हैं। सबसे अधिक समय तक पूर्व प्रधान मा. दलीप सिंह एवं उनके पिता स्व. चौ. बलबीर सिंह पालिका में प्रधान रह चुके हैं।
 इस बार पालिका प्रधान के चुनाव सीधे होने हैं। अब तक पालिका प्रधान बनते आए वह किसी के रहमों करम पर होते थे या पार्षदों पर निर्भर रहे हैं। सभी की नजरें चुनाव पर टिकी हुई है और बेहतर से बेहतर प्रत्याशी ढूंढने की तैयारियों में जुटे हुये हैं।
 चुनाव लडऩे के दावेदार-
अभी तक पार्षद के चुनाव के लिए
1. महेश बोहरा दावेदारी जता रहे हैं।  उधर
2. वार्ड चार से योगेश कुमार
3. वार्ड एक से विजय चेयरमैन चुनाव लड़ेंगे। इस बार चेयरमैन पद का चुनाव डायरेक्ट होगा।  जिसके चलते इस बार चेयरमैन पद के लिए अधिक लोग तैयारी में जुटे हुए हैं।
प्रधान पद के लिए दावेदार--
1.कनीना के सज्जन सिंह बोहरा
2. कनीना के वर्तमान चेयरमैन सतीश जेलदार के पुत्र प्रीतम जोनू
3. मनोज कुमार रोहिल्ला वरिष्ठ पत्रकार
4. कनीना के वार्ड 12 का निवासी अमित नंबरदार  
5. वार्ड 3 के निवासी राज सिंह
6. पूर्व प्रधान मा. दिलीप सिंह या उनके पुत्र दीपक चौधरी
7. पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह लोढ़ा
8. एडवोकेट विनय यादव, एडवोकेट पंकज यादव,  वर्तमान में
9. उप प्रधान पद पर आसीन अशोक ठेकेदार,  मनीष पार्षद
10. सुमेर सिंह मैनेजर
बढऩे लगी है चुनावी चर्चाएं ---
 दुकान हो या कोई चाय की दुकान, चुनावी चर्चा मिलने लगी है। विशेषकर जब से मतदाता सूचियों का प्रकाशन हुआ है तब से चुनावी गर्मी बढ़ती ही जा रही है। रातोंरात पार्षद और प्रधान पद के दावेदार ढूंढे जा रहे हैं। क्योंकि बहुत से लोग तो चुनाव तो लडऩा चाहते हैं किंतु आगे नहीं आना चाहते हैं वो ऐन मौके पर आगे आएंगे। ऐसे में  चुनाव लडऩे वाले अंदर खाते मतदाताओं के मन को टटोल रहे हैं।
गर्मी और चुनावी गर्मी साथ--
एक और जहां गर्मी बढ़ती जा रही है वहीं चुनावी चर्चा बढऩे लगी है। कुछ तो ऐसे भी संभावित प्रत्याशी हंै जो किसी का आशीर्वाद पाने की चाहत लिए बैठे हैं तो कोई चुनाव लडऩे का इच्छुक किसी मंत्री, संतरी और सत्तापार्टी के नेताओं से आशीर्वाद पाकर वोट पाने के जुगाड़ में है। रातोंरात समीकरण बदल रहे हैं।
प्रधान पद जीतना तलवार की धार---
 इस बार चुनाव जीतना आसान नजर नहीं आता। क्योंकि अब तक पार्षदों के सहारे नैया पार होती रही है किंतु इस बार प्रधान को पार्षद नहीं बनाएंगे। उन्हें तो सीधे ही वोट मिलेंगे।
समय लग सकता है चुनाव होने में-
नगर पालिका के चुनाव लडऩे वाले अंदर खाते मतदाताओं के मन को टटोल रहे हैं। यदि मतदाता उनको अच्छा रिस्पांस देते हैं तो भी अपने उम्मीदवारी पक्की समझ रहे हैं। अभी से ही मतदाताओं से वोट देने की हां या ना करवा रहे हैं। चुनावों में लग सकता है समय। ऐसे भी कहते सुने  हैं कि मेरे लिए प्रधान पद के वोट दिलवा दो मैं तुम्हें पार्षद या  तुम्हारे द्वारा अनुमोदित पार्षद को अपने क्षेत्र के वोट दिलवा दूंगा। तेजी से आपसी गठबंधन बनता जा रहा है और रातों-रात चुनाव लडऩे वाले आगे आ रहे हैं। 14 वार्डों में 14 पार्षद चुने जाने है लेकिन कुछ वार्डों में चुनाव लडऩे वाले मौन नजर आ रहे हैं।

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