Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Monday, July 1, 2024


 
 ग्रीष्म अवकाश के बाद खुले स्कूल
-वर्षा के चलते कम बच्चे पहुंचे स्कूलों में
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कनीना की आवाज। 26 मई से ग्रीष्म अवकाश शुरू हो गए थे। तत्पश्चात एक जुलाई यानि सोमवार को स्कूल फिर से खुल गए हैं। जहां विद्यार्थी और शिक्षक दिन भर व्यस्त दिखाई दिए क्योंकि ग्रीष्मकालीन अवकाश का होमवर्क तैयार करके विद्यार्थी स्कूलों में पहुंचे वहीं शिक्षक भी उनका होमवर्क चेक करने में लगे रहे। वैसे भी बारिश के चलते विद्यार्थियों की संख्या विभिन्न स्कूलों में अन्य दिनों की बजाय काम रही। स्कूलों में दिन भर हलचल रही क्योंकि एक महीने से अधिक समय का कार्य पेंडिंग पड़ा हुआ था जिसे पूरा किया गया है।
6 बच्चों की मौत के बाद इस बार स्कूल सभी समय पर खुले-
 उधर करीब दो माह पहले जीएल स्कूल की बस पेड़ से टकराने के बाद हुई 6 बच्चों की मौत के पश्चात इस अवकाश  के बाद सभी स्कूल चाहे वह प्राइवेट या सरकारी हो 1 जुलाई कोई खुले। वरना हर वर्ष निजी स्कूल 1 जुलाई से पहले ही खुल जाते रहे हैं और सरकारी स्कूल 1 जुलाई को ही खुलते हैं। इस बार कुछ निजी स्कूलों के संचालकों में भय देखा गया। यही कारण है कि सभी स्कूलों में इस बार एक साथ ही लगे तथा विभिन्न प्रकार के अवकाश भी अब सरकारी आदेश अनुसार ही पालन किए गए हैं। अब देखा जाना है कि कितने दिनों तक ये गतिविधियां सरकारी नियमों के अनुसार चलती रहेगी।
कनीना स्कूल के प्राचार्य नरेश कौशिक, सुनील कुमार, वीरेंद्र मुख्याध्यापक कैमला आदि ने बताया कि स्कूल खुलने के बाद खुशी का माहौल देखा गया। जब स्कूल ग्रीष्म अवकाश के लिए बंद हुए थे तब स्कूलों में बैठने का माहौल नहीं बचा था, भीषण गर्मी पड़ रही थी। जहां वर्षा के बाद अब मौसम कुछ सुहाना बन गया है। यही कारण है कि अब स्कूलों में पढऩे जैसा माहौल बन गया है और शिक्षक एवं अभिभावकों के साथ-सा विद्यार्थी भी चाहते हैं कि उन्हें बेहतर ढंग से पढ़ाया जाए।







भावांतर भरपाई की राशि न मिलने से किसान परेशान
-दस दिनों का दिया अल्टीमेटम
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कनीना की आवाज। जिला के हजारों किसानों को अभी तक पिछले सीजन की बाजरा भावांतर भरपाई की राशि नहीं मिली है। परिणामस्वरूप प्रभावित किसान परेशान तथा दुखी हैं। इस सम्बन्ध में प्रजा भलाई संगठन के अतरलाल एडवोकेट ने उपमंडल अधिकारी (ना.) कनीना सुरेन्द्र सिंह से भेंट कर उनको हरियाणा के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में जिन किसानों को अभी तक बाजरा भावांतर भरपाई की राशि नहीं मिली है। उनके खातों में भावांतर भरपाई की राशि तत्काल समायोजित करने की मांग की है।
ज्ञापन के बारे में जानकारी देते हुए अतरलाल ने कहा कि जिन किसानों ने शुरुआत में 2200 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बाजरा सरकारी एजेंसी को बेचा था, उनमें से काफी किसानों को अभी तक भावांतर राशि नहीं मिली है। बाकी जिन किसानों ने मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर बाजरा फसल का रजिस्ट्रेशन करवाया था और उन्होंने निजी खरीददारों को बाजरा बेचा था उन किसानों को अभी तक बाजरा की भावांतर राशि जारी नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि प्रभावित किसान 9 माह से बाजरा की भावांतर राशि के लिए कृषि कार्यालयों के चक्कर काट-काट परेशान तथा दुखी हो रहे हैं। किसानों में भारी रोष व्याप्त है। ज्ञापन में चेतावनी दी है कि 10 दिन के अंदर प्रभावित किसानों के खातों में बाजरा भावांतर की राशि समायोजित नहीं की गई तो संगठन के कार्यकर्ता प्रभावित किसानों के साथ धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर होंगे। ज्ञापन देने वाले प्रतिनिधि मंडल में जिला युवा प्रकोष्ठ के प्रधान राकेश यादव, ब्लॉक प्रधान शेर सिंह यादव, तहसील प्रधान दान सिंह प्रजापत, मदन सिंह, नरेन्द्र सिंह, नवीन सिंह आदि पदाधिकारी मौजूद थे।
 उधर कनीना में डाक्टर्स डे पर जनसेवा तथा चिकित्सा क्षेत्र में उत्कृष्ट और सराहनीय सेवाएं देने के लिए चिकित्सकों को सम्मानित किया गया। अतरलाल एडवोकेट ने टीम सदस्यों के साथ  डा. सुरेंद्र सनसनवाल, डा. नरेन्द्र शर्मा, डा. वेदप्रकाश, डा. अजीत कुमार शर्मा, डा. नरेश वर्मा, डा. रमेश शर्मा, डा. हितेश यादव, डॉ. राजीव यादव, डा. अमित यादव, डा. ललित गोयल, डा. विनोद यादव, डा. दिलबाग सिंह यादव, डा. वीके, डा. विकास गोयल, डा. अशोक मुदगिल, डा. सुनीता मुदगिल को प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया तथा उनकी सेवाओं की सराहना की अतरलाल ने चिकित्सक दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि डॉक्टर धरती पर भगवान का रूप है। लोगों का जीवन बचाने तथा स्वस्थ रखने में उनका महत्वपूर्ण योगदान होता है। इसलिए डाक्टरों का शुक्रिया अदा जितना किया जा सके उतना ही कम है। इस अवसर पर सभी टीम सदस्यों ने डॉक्टर डे की शुभकामनाएं दी। उल्लेखनीय है कि इस कार्यक्रम में एक भी सरकारी सेवा देने वाले डाक्टरों को सम्मानित नहीं किया गया है। ये सभी अपने क्लीनिक खोलकर चला रहे हैं वो ही सम्मानित किये गये हैं।
फोटो कैप्शन 07: एसडीएम कनीना को ज्ञापन सौंपते अतरलाल व अन्य।







कनीना उपमंडल के दो स्कूल नींव के लिए चुने गये
-दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों की करवाई जाएगी नीट आदि की तैयारियां
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कनीना की आवाज। एससीईआरटी के सहयोग से जिला महेंद्रगढ़ डाइट द्वारा दो विद्यालयों का चयन फाउंडेशन कोर्स नींव कार्यक्रम के लिए किया गया है जिसमे राजकीय कन्या उच्च विद्यालय कनीना तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सीहोर का चयन किया गया है ।
विस्तृत जानकारी देते हुए कनीना विद्यालय के मुख्य अध्यापक नरेश कुमार कौशिक ने बताया कि इसके लिए कल 2 जुलाई को विद्यालय में दसवीं कक्षा की विद्यार्थियों उनके अभिभावकों तथा शिक्षकों की कार्यशाला आयोजित की गई है जिसमें छात्राओं को उनकी भावी प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे नीट, आईआईटी, बैंकिंग क्षेत्र की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयारी करवाई जाएगी तथा छात्राओं की शंका समाधान के लिए भी राज्य स्तर के विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न सत्र लिए जाएंगे। यह प्रशिक्षण सप्ताह में चार दिन होगा तथा इसके लिए विद्यार्थियों के पास अपना मोबाइल फोन या टैबलेट होना आवश्यक है। इस बैठक में डाइट के विशेषज्ञ राजेश कुमार गुप्ता मंगलवार 9 बजे इस विषय पर जानकारी देने तथा छात्राओं के के शंका समाधान के लिए विशेष रूप से आमंत्रित किए गए हैं।





बुनियाद एवं सुपर-100 में चयन होने पर पुरस्कृत
-पाथेड़ा में आयोजित हुआ कार्यक्रम
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कनीना की आवाज। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पाथेड़ा में ग्रीष्म अवकाश के बाद स्कूल खुलने के प्रथम दिवस पर बुनियाद एवं सुपर-100 में सफलता प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को प्राचार्य ओमकुमार यादव ने सम्मानित किया। स्मरण रहे कि जून मास में घोषित बुनियाद की लेवल-3 की परीक्षा में शालू तथा सुपर-100 में निखिल ने शानदार सफलता प्राप्त कर अपने माता -पिता, गांव एवं विद्यालय का नाम रोशन किया है। प्राचार्य ने बताया कि दोनों ही विद्यार्थी बहुत प्रतिभवान हैं। निखिल ने एनएमएमएस तथा बुनियाद परीक्षा भी शानदार तरीके से उत्तीर्ण की थी। पूरा स्कूल स्टाफ इनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता है। इस अवसर पर डिम्पल, राजबाला कौशक , मुनेश यादव, वंदना, सुरेश कुमार, राजेश कुमार, हनुमान सिंह, शैलेन्द्र सिंह, प्रवीन कुमार, प्रदीप कुमार, दिनेश कुमार, कृष्ण कुमार, मुकेश, महावीर, राजेन्द्र एवं सुरेन्द्र सिंह सहित पूरा विद्यालय स्टाफ उपस्थित रहा।
फोटो कैप्शन 08: अव्वल रहे विद्यार्थियों को पुरस्कृत करते हुए प्राचार्य।






कनीना में हुई 52 एमएम वर्षा
-प्रशासन के सभी दावों की खोली पोल
-कालरवाली और

























होलीवाला जोहड़ ओवरफ्लो
-आनंद फानन में प्रशासन जुटा हुआ है कार्रवाई में
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कनीना की आवाज। रविवार की रात को शुरू हुई वर्षा सोमवार की सुबह तक जारी रही। 52 एमएम वर्षा होने के बाद प्रशासन के सभी दावों की पोल खोल दी है। नालियां, नाले जोहड़ सभी ओवरफ्लो हो गए हैं। गलियों में 12 घंटे बीतने के बाद भी पानी खड़ा हुआ है। लोग,वाहन, दुपहिया वाहन सभी गंदे पानी से होकर गुजर रहे हैं। चारों ओर तरह परेशानी का आलम है। वास्तव में प्रशासन ने आग लगने पर कुआं खोदने जैसी कहावत सिद्ध करनी चाही है। जहां दान सिंह के पेट्रोल पंप के पास वर्षा  के समय भी नालों का निर्माण जारी है। अगर पहले से ही निर्माण कार्य कर दिया जाता तो आज यह हालत नहीं होती। नगरपालिका की ओर से जोहड़ों का पानी इंजनों से निकाला जा रहा है। यह तो मानसून की पहली वर्षा  है। अभी फिर वर्षा  होगी तो हालत कनीना के डूबने जैसी हालात बन जाएगी जो वर्षों से होता आ रहा है।
 कनीना के दोनों जोहड़ों के पास से गुजरने वाले सड़क मार्गों पर भारी मात्रा में गंदा पानी खड़ा हुआ है। मोलडऩाथ आश्रम के पास सड़क मार्ग को उखाड़ तो दिया लेकिन बनाया नहीं गया जिसके चलते गंदगी और पानी का साम्राज्य है। दुकानें भी पानी में खड़ी हुई हैं। कनीना के उप-नागरिक अस्पताल के पास ,बस स्टैंड के पास और यहां तक की रेवड़ी सड़क मार्ग पर कई स्थानों पर पानी सुबह तक जमा देखा गया रामपुरी डिस्ट्रीब्यूट्री के साथ-साथ कनीना के बाईपास माना जाने वाला मार्ग तो पूर्णतया जल से ढक चुका है। कनीनावासियों ने बार-बार इस सड़क मार्ग को बनाने की प्रशासन से गुहार की लगाई थी किंतु न बनने के कारण अब हालत बदतर हो चले हैं। जहां भी देखें गंदा पानी खड़ा हुआ है।
 जहां एक महीने से भी अधिक समय तक ग्रीष्म अवकाश चलने के बाद स्कूल खुले हैं जिसके चलते स्कूली बसें और विद्यार्थी भी गंदे पानी से होकर गुजर रहे हैं। कनीना के राजकीय कन्या उच्च विद्यालय परिसर में भारी मात्रा में अभी तक पानी जमा खड़ा है।
कनीना के दिनेश कुमार, सुमेर सिंह, रवि कुमार आदि ने बताया की कनीना में वर्षों से गंदे पानी के निकासी का व्यापक प्रबंध नहीं किया गया है। कुछ नालों की सफाई कर दी जिससे पानी सीधा जोहड़ों में चला गया और जोहड़ ओवरफ्लो हो गए। यदि और वर्षा  होती है निश्चित रूप से कनीना जलमग्न हो जाएगा। विगत वर्ष भी यही हालात बनी थी।
कनीना के खेतों में वर्षा का पानी नजर आता है। खेतों में कपास के पौधे भी पानी में खड़े हैं। सूबे सिंह, राजेंद्र सिंह, अजीत कुमार, महेश कुमार आदि ने बताया खेतों में वर्षा का जल खड़ा हुआ है। अगर लंबे समय तक यह पानी खड़ा रहा तो फसल बर्बाद होने की संभावना बन जाएगी।
जहां प्रशासन असहाय नजर आया वहीं किसानों एवं आम आदमी ने कुछ राहत महसूस की है। अभी तक खेतों में कोई फसल नहीं खड़ी हुई है अब बीजाई होने की पूरी संभावना है क्योंकि किसान अभी इंतजार कर रहे हैं कि कहीं और वर्षा न हो जाए और बीजाई भी खराब हो जाए। किसान तेजी से अपने घरों में बिजाई के लिए बीज लाकर रख रहे हैं। बीजों की दुकानों पर हलचल बढ़ रही है। महेश कुमार, कुलदीप बोहरा, विजेंद्र सिंह आदि ने बताया कि बीजों की मांग बढ़ जाने से अब उनकी बिक्री भी थोड़ी बढऩे लगी है। किसान भी जल्द से जल्द बीजाई करेंगे। किसानों का कहना है कि जितनी बीजाई के लिए जितनी वर्षा की आवश्यकता है उतनी हो चुकी है और अब फसल के लिए मौसम भी अनुकूल बन गया है। तापमान भी सही हो गया है।
उधर पूर्व कृषि अधिकारी डाक्टर देवराज ने बताया कि अब बाजरे की बिजाई करना बेहतरीन समय है। और अच्छी प्रकार से बिजाई हो पाएगी क्योंकि जितनी बाजरे के लिए बारिश की जरूरत थी वह हो चुकी है।
फोटो कैप्शन 01:कालरवाली जोहड़ सड़क मार्ग पर भरा वर्षा का पानी
 दो: खेतों में कपास के पौधे डूबे हुए
तीन: मिनी बायपास पर खड़ा पानी
04:मोलडऩाथ आश्रम के पास सड़क मार्ग पर पानी
पांच: पानी में ही डूबी दुकान
6: कनीना प्रशासन द्वारा जोहड़ों का इंजनों द्वारा निकाला जा रहा पानी

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