नामांकन के दूसरे दिन भी नहीं हुआ कोई नामांकन
-जटिल प्रक्रिया से होकर गुजर रहे हैं नामांकन करने वाले
--अनेक महिलाओं की बीसी तक नहीं बन पा रही और न बनेेंगी
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कनीना की आवाज। कनीना नगर पालिका के चुनाव 2 मार्च को होंगे परंतु नामांकन प्रक्रिया 11 फरवरी से शुरू हो गई। नामांकन के पहले दिन कोई नामांकन नहीं हुआ वहीं 12 फरवरी को अवकाश होने के बाद 13 फरवरी को फिर से नामांकन शुरू हुये किंतु 13 फरवरी को भी कोई नामांकन नहीं हुआ। एसडीएम डा. जितेंद्र सिंह ने बताया कि दूसरे दिन भी कोई नामांकन नहीं हुआ है।
उधर चुनाव लडऩे वाले लोगों से जानकारी ली तो पता लगा कि नामांकन से पहले बहुत जटिल प्रक्रियाओं से होकर गुजरना पड़ रहा है। जहां अनापत्ति प्रमाण पत्र लेने में लाइनों में लगना पड़ता है। अधिकारी कभी 4 बजे आना, कभी 5 बजे आने का नाम ले देते हैं। सज्जन सिंह, महेश कुमार, दिनेश कुमार आदि ने बताया कि सबसे बड़ी दिक्कत है जो वार्ड आरक्षित है उनमें सर्टिफिकेट बनवाना, विशेषकर बीसी-बी की सर्टिफिकेट बनवाना तलवार की धार पर चलने के समान है क्योंकि बीसीबी में ने केवल फैमिली आइडी की ही जरूरत नहीं होती अपितु जिस राज्य से महिला संबंध रखती हो उसके मां-बाप की फैमिली आइडी होना भी जरूरी है किंतु जो महिलाएं उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश या अन्य राज्यों से यहां विवाहित है उनकी बीसी-बी की सर्टिफिकेट किसी हाल में नहीं बनती नजर आ रही क्योंकि अन्य राज्यों में फैमिली आइडी नाम की कोई चीज नहीं है। ऐसे में न बीसीबी की सर्टिफिकेट बन पाएगी और न ही ओबीसी आदि की सर्टिफिकेट बन पाएगी। यही कारण है कि लोग बेहद परेशान है। वहीं यदि नामांकन करने वालों की माने तो अनापत्ति प्रमाण पत्र के भी विभिन्न बैंक 100 रुपये ले रहे हैं। यदि पति-पत्नी दोनों आवेदन करना चाहे तो ?200 प्रत्येक बैंक अनापत्ति प्रमाण पत्र लेंगे तो 100-100 रुपये प्रत्येक बैंक लेगा। वहीं प्रापर्टी टैक्स नगर पालिका में भरना जरूरी है, यदि प्रापर्टी में नाम की स्पेलिंग भी गलत है और आधार कार्ड से नहीं मैच करती तो टैक्स भी नहीं भरा जा सकता और अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं मिलेगा और जब तक यह अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं मिलेगा, नामांकन करना बहुत कठिन है। यही नहीं एक नया खाता भी देना जरूरी है जो किसी बैंक से हो परंतु किसी बैंक में पहले से ही किसी का खाता है और दूसरा नया खाता नहीं खुलवा सकता। ऐसे में नया खाता खुलवाने के लिए किसी अन्य बैंक का सहारा लेना पड़ता है और अपने बैंक दो-तीन दिनों में ही खाता खोल पाएगा। यही कारण है कि चुनाव लडऩे वाले बेहद परेशान है। चुनाव लडऩे वाले परिवार के लोगों राजेश, सुनील, अशोक वर्मा आदि ने बताया कि वे अधिकारियों के पीछे घूमते रहते हैं लेकिन अधिकारी मौके पर ही नहीं मिलते। यहां तक कि किसी समाधान के लिए यदि संपर्क किया जाता है तो वह दूसरे अधिकारी का नाम ले देते हैं। इस प्रकार दिनभर अधिकारियों से फोन या चक्कर लगाते रहते हैं किंतु कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलता। ऐसे में लोगों का कहना है कि इससे तो बेहतर है एमपी और एमएलए के चुनाव लडऩा क्योंकि इन चुनाव में तो इतनी जटिल प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है जो बहुत परेशानी देता है। अगर महिला प्रत्याशी चुनाव लडऩा चाहती है तो उसे भाग भाग कर दिनभर चक्कर लगाने पर भी कोई समाधान नजर नहीं आ रहा है।
कालेज में पढऩे गई लड़की नहीं लौटी घर गुमशुदगी का मामला दर्ज
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के एक गांव से बीए तृतीय वर्ष की छात्रा कालेज में पढऩे के लिए गई थी किंतु घर नहीं लौटी। 20 वर्षीय यह लड़की 11 फरवरी को सुबह घर से कालेज के लिए गई थी जब वह घर नहीं आई तो तलाश की गई, कहीं उसका अता-पता नहीं चल पाया। उसके स्वजनों ने कनीना थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज करवाते हुए शक जाहिर किया है किसी लड़के ने उसे कहीं छुपा रखा है। कनीना पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
चुनावी मुद्दा-
कनीना में 6 जोहड़ों की हो खोदाई, अमृत सरोवर योजना सिरे नहीं चढ़ पाई कनीना में
-कनीना की गलियों को जलमग्र करने में इनका अहम रोल
-समुचित गंदा जल नहीं पहुंच पा रहा एसटीपी तक
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कनीना की आवाज। कनीना के जोहड़ गंदे पानी से लबालब भरे खड़े हैं। हर वर्ष कनीना की गलियों को जलमग्र करने में जोहडों का अहं योगदान रहा है। सरकार को समय समय पर भारी क्षति उठानी पड़ी है।
जोहड़ों की हो खोदाई-
कनीना क्षेत्र में करीब छह जोहड़ पानी से भरे रहते हैं। इन जोहड़ों की खोदाई की जरूरत है। कनीना के दो प्रमुख जोहड़ होलीवाला और कालरवाली जोहड़ लबालब पानी से भरे हैं। खोदाई न होने और जल की को सही ढंग से न सहेजे जाने के कारण गंदा जल दूर-दराज तक फैल रहा है और सैकड़ों हरे पेड़ों को लील लिया है। अमृत सरोवर योजना के तहत राशि तो मंजूर है किंतु अमृत सरोवर नहीं बन पाये हैं।
विगत 20 वर्षों में कनीना क्षेत्र में जलस्तर गिरता ही जा रहा है। कभी 20 मीटर गहराई पर होता था जो अब 70 मीटर गहरा जा चुका है। पूरा जिला महेंद्रगढ़ ही डार्क जोन घोषित हो चुका है। उधर कनीना के जोहड़ों में पानी की कोई कमी नहीं है।
जब कभी वर्षा होती है तब ये जोहड़ गंदे पानी से भरे जानलेवा साबित हो सकते हैं। ऐसे में इन जोहड़ों की समस्या का समाधान करना जरूरी बन गया है।
कालरवाली जोहड़ कनीना के लिए समस्या बनता जा रहा है। इस जोहड़ में एक व्यक्ति की जान भी चली गई थी। रेवाड़ी सड़क मार्ग को भी कई बार क्षति पहुंचाई है वहीं इसके चारों ओर बड़े-बड़े पीपल, नीम, सिरस आदि के पेड़ होते थे जो सभी टूट कर जोहड़ में ही समा गए हैं। अब कुछ और पेड़ों को लीलने के लिए इनका पानी तैयार खड़ा है। कस्बा कनीना के सभी घरों का जल इन दोनों जोहड़ों में आकर जमा होता है पर जोहड़ों का समाधान करने में नगर पालिका नकारा साबित हुई है। जहां अमृत सरोवर कार्यक्रम सरकार ने चला रखा है। अमृत सरोवर के तहत भी अभी तक उनके लिए कोई राशि नहीं आई है। यह जोहड़ अतिक्रमण का शिकार हो चुका है।
एक ओर जहां लोग जल की कमी से जूझ रहे हैं और जल स्तर गिरता ही जा रहा है वहीं कनीना के दो जोहड़ बढ़ते जल से परेशानी का कारण बने हुए हैं। क्या कहते हैं लोग-
**इन जोहड़ों का जल किसानों के लिए अगर उपलब्ध हो जाए तो फसल पैदावार में सहायक सिद्ध हो सकता है। पैदावार भी अच्छी हो सकती है। रही यह जल पेड़ों में लगातार खड़ा रहेगा तो वे नष्ट होने स्वाभाविक हैं। किसानों के खेत पास में नहीं लगते जो समस्या बने हुए हैं किंतु सरकार चाहे तो जल को खेतों तक पहुंचा सकती है। कनीना क्षेत्र में करीब छह जोहड़ पानी से भरे रहते हैं। इन जोहड़ों की खोदाई की जरूरत है। कनीना के दो प्रमुख जोहड़ होलीवाला और कालरवाली जोहड़ लबालब पानी से भरे हैं। खोदाई न होने और जल की को सही ढंग से न सहेजे जाने के कारण गंदा जल दूर-दराज तक फैल रहा है।
-मुकेश नंबरदार कनीना
जब कभी वर्षा होती है तो उसका इतना अधिक जल बह जाता है कि उसे संचित किया जाए तो न केवल मत्स्य पालन किया जा सकता है अपितु कृषि एवं पीने के उपयोग में भी लाया जा सकता है। परंतु इस जोहड़ की खोदाई अभाव में इसमें गाद भरी हुई है। यहां वर्षा का जल आकर भी गंदा हो जाता है। अमृत सरोवर योजना की महती जरूरत समझी जा रही है। इनका पानी एसटीपी तक पहुंचाने का प्रबंध किया जाए।
--हरेंद्र सिंह,कनीना
जोहड़ों का समुचित जल एसटीपी/सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तक नहीं पहुंच पाता। एसटीपी पर गंदा जल साफ करके पीपल वाली बणी तक पहुंचाने के व्यापक प्रबंध किए किंतु नालों द्वारा एसटीपी पर समुचित पानी नहीं पहुंच पाने के कारण समस्या बढ़ती जा रही है। वर्षों वाली समस्या फिर से बनती जा रही है। कनीना कस्बे के का गंदा जल भूमिगत पाइपों द्वारा एसटीपी पर पहुंच रहा है जिसका साफ करके पीपल वाली बणी तक पहुंचाया जा रहा है किंतु जब अधिक वर्षा होती है और होलीवाला और कालरवाली जोहड़ों को ओवरफ्लों होने से बचाने के लिए दोनों जोहड़ों का पानी को उठाकर चौड़े गंदे नाले में डाला जाता है। यह इस नाले का समुचित पानी एसटीपी तक नहीं पहुंच पाता और वह रेवाड़ी कोसली टी-प्वाइंट पर सड़कों पर फैल जाता है। हर वर्ष की सड़क के टूटने में सबसे अहम कारण वर्षा का जल का फैलना होता है।
---महिपाल सिंह, कनीना
पालिका के पूर्व प्रधान सतीश जेलदार ने बताया कि उनके समय में जोहड़ों की खोदाई एवं अमृत जल योजना के तहत राशि मंजूर हो चुकी थी किंतु नहीं आ पाई जिसके चलते किसी भी तालाब को अमृत सरोवर नहीं बनाया जा सका। नगरपालिका बनते ही जोहड़ों की समस्या का प्रबंध किया जाना चाहिए।
--सतीश जेलदार पूर्व प्रधान नगरपालिका कनीना
फोटो कैप्शन: एसटीपी, जोहड़
साथ में मुकेश नंबरदार, सतीश जेलदार, हरेंद्र सिंह,महिपाल सिंह
राजकीय स्कूल सिहोर में आयोजित हुई खेल प्रतियोगिता
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कनीना की आवाज। शहीद सतपाल सिंह राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सीहोर में वार्षिक खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इसके मुख्य अतिथि सेवानिवृत्ति प्राध्यापक नौसेना में गैलंट्री अवार्ड प्राप्त राज सिंह रहे। उन्होंने बच्चों को खेलों के प्रति उत्साहित किया और बच्चों ने इन प्रतियोगिता में बढ़-चढ़कर भाग लिया और स्कूल को चार हाउस में बांटा गया और चारों हाउस की सराहनीय उपलब्धियां थी। जिसमें तनीषा एवं अनु ने मुख्य रूप से अच्छा प्रदर्शन किया। प्राचार्य हरीश कुमार ने मुख्य अतिथि राज सिंह का धन्यवाद किया और उन्हें बच्चों को इनाम स्वरूप बहुत कुछ राशि भेंट की।
फोटो कैप्शन 04: सिहोर में खेल प्रतियोगिता में भाग लेते विद्यार्थी।
कानूनी साक्षरता शिविर का हुआ आयोजन
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कनीना की आवाज। कानूनी साक्षरता क्लब अगिहार के तत्वावधान में विद्यालय के प्रांगण में गुरुवार को कानूनी साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय की प्राचार्य पूनम यादव ने की कानूनी साक्षरता क्लब के प्रभारी विद्यालय में अंग्रेजी के प्रवक्ता मदन मोहन कौशिक ने विद्यार्थियों को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ तथा शिक्षा का अधिकार एक्ट 2009 के बारे में विस्तृत जानकारी विद्यार्थियों को दी। उन्होंने समाज से कन्या भ्रूण हत्या जैसे अभिशाप का समूल नाश करने का आह्वान किया। विद्यालय की भूगोल की प्रवक्ता निशा ने छात्रों को स्वच्छता सखी कार्यक्रम के तहत स्वच्छता के महत्व के बारे में विस्तार से बताया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रवक्ता अजय कुमार बंसल, राजेंद्र कटारिया, धर्मेंद्र डीपीई, पूनम कुमारी, शशि कुमारी, सुरेंद्र सिंह, मुख्य शिक्षक रतनलाल, प्रमोद कुमार, चंद्रशेखर, राकेश कुमार व प्रीतम सहित विद्यालय के समस्त स्टाफ एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 05: अगिहार में कानूनी जानकारी देते हुए फोटो: स्कूल
एसडी विद्यालय ककराला के 70 विद्यार्थियों ने किया जेइइ मेंस क्वालिफाई
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कनीना की आवाज। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा घोषित जेइइ मेंस 2025 में एसडी स्कूल ककराला के जतिन कौशिक ने 98.20 परसेंटाइल और जतिन शर्मा ने 98 परसेंटाइल अर्जित कर सफलता का परचम लहराया। वहीं एसडी ककराला के जतिन कौशिक ने फिजिक्स में 98.4, कैमेस्ट्री में 97.4, मैथ्स में 95.6 परसेंटाइल व जतिन शर्मा ने फिजिक्स में 98.9, मैथ्स में 99.1 और छविकांत ने मैथ्स में 99.4 परसेंटाइल प्राप्त कर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। इस शानदार सफलता पर एसडी विद्यालय में उत्साह का माहौल रहा। इस उपलब्धि के अवसर पर स्कूल प्रबंधन की ओर से विद्यालय प्रांगण में विद्यार्थी सम्मान समारोह का आयोजन किया गया तथा विद्यार्थियों व कोचिंग प्राध्यापकों को कैश पुरस्कार से सम्मानित किया गया। विद्यालय चेयरमैन जगदेव यादव ने कोचिंग प्राध्यापकों के शानदार मार्गदर्शन, अभिभावकों के सहयोग व विद्यार्थियों की कड़ी मेहनत की प्रशंसा की। स्कूल के प्रधानाचार्य ओमप्रकाश यादव ने छात्रों को उनकी सफलता के लिए बधाई दी और उन्हें आगे भी कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित किया। विद्यालय चेयरमैन जगदेव यादव ने बताया कि एसडी विद्यालय एक विश्वास है जहां पर प्रत्येक अध्यापक अपने कत्र्तव्य के लिए प्रतिबद्ध है। यह सब अभिभावकों के विश्वास का ही परिणाम है कि एसडी ग्रुप के विद्यार्थी हर क्षेत्र में अपनी सफलता का परचम लहराते नजर आ रहे हैं। इस अवसर पर स्कूल चेयरमैन जगदेव यादव, प्राचार्य ओमप्रकाश यादव, सीइओ रामधारी यादव, उप-प्राचार्य पीएस यादव, देववृत्त, योगिन्द्र, जीतू श्रीवास्तव, विनय कुमार व समस्त अध्यापक गण मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 01: एसडी स्कूल में अव्वल रहे विद्यार्थी। फोटो: एसडी स्कूल
शिक्षकों को दी एनीमिया की जानकारी
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कनीना की आवाज। स्थानीय उपमंडल नागरिक अस्पताल कनीना में गुरुवार को एनीमिया मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत स्कूली शिक्षकों तथा स्वास्थ्य कार्यक्रम के ब्रांड एंबेसडर अध्यापकों की दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला के मुख्य वक्ता डा. अमित शर्मा ने बताया कि एनीमिया हमारे समाज के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती है तथा इसे हम जनमानस को जागरूक कर समाज से मिटा सकते हैं। इस अवसर पर वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ विनय मुद्गल वरिष्ठ दंत रोग विशेषज्ञ डा. जितेंद्र मोरवाल, फार्मेसी अधिकारी डा. सत्येंद्र कुमार तथा क्षेत्रीय समन्वयक अनिल कुमार उपस्थित थे इस कार्यशाला में खंड के 40 से अधिक स्कूलों के अध्यापकों ने भाग लिया।
फोटो कैप्शन 02: अध्यापकों एनिमिया की जानकारी देते हुए डाक्टर
ट्रांसफर ड्राइव में 5 अंक की मांग
-निदेशक माध्यमिक शिक्षा द्वारा बुलाई गई बैठक में रखी मांग
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कनीना की आवाज। प्रदेश के राज्य एवं राष्ट्रीय अवार्डी शिक्षकों ने ट्रांसफर ड्राइव में अवार्डी शिक्षकों को 5 अंक देने की मांग की है। इस विषय पर जानकारी देते हुए राज्य एवं राष्ट्रीय अवार्डी शिक्षक संघ के राज्य उपप्रधान डा. जितेंद्र भारद्वाज ने बताया कि गत दिवस शिक्षा सदन पंचकूला में ट्रांसफर ड्राइव से संबंधित पालिसी में बदलाव हेतु विभिन्न शिक्षक संगठनों की एक बैठक निदेशक माध्यमिक शिक्षा जितेन्द्र कुमार की अध्यक्षता में बुलाई गई थी। बैठक में राज्य एवं राष्ट्रीय अवार्डी शिक्षक संघ को आमंत्रित किया गया था। जिस पर अवार्डी शिक्षक संघ के राज्य प्रधान के रूप में राज्य प्रधान राजेंद्र शर्मा एवं अन्य संगठन के पदाधिकारी बैठक में पहुंचे तथा सम्मानित शिक्षकों के लिए 5 अंकों की मांग की। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा राज्य एवम राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से पुरस्कृत शिक्षकों को ऑनलाइन ट्रान्सफर ड्राइव मे प्राथमिकता स्वरूप पूर्व मे 2016 से 2023 तक ट्रान्सफर पालिसी मे 5 अंक दिये जाते थे । लेकिन वर्ष 2023 मे ट्रान्सफर पालिसी मे किए गए बदलाव में राज्य एवं राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से पुरस्कृत शिक्षकों के एमआइएस पोर्टल पर से 5 अंक वापिस ले लिए गए जिससे सम्मानित शिक्षक अत्यंत दुखी एवं निराश है। निकट भविष्य मे ट्रान्सफर ड्राइव के दृष्टिगत ट्रांसफर में प्राथमिकता स्वरूप 5 अंक देकर पुरस्कृत शिक्षकों के सम्मान को बरकरार रखने का अनुरोध करते हैं। अत: सभी राज्य एवं राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से पुरस्कृत शिक्षक सरकार से विनम्र अनुरोध करते हैं। आगामी ट्रांसफर ड्राइव से पूर्व ट्रान्सफर पालिसी में वापिस लिए गए 5 अंक पुन: प्रदान किए जाएंगे।
फोटो कैप्शन 03: पांच अंक अवार्डियों को देने की मांग उठाते प्रतिनिधि
घर में बंद करके मारपीट की
-तीन लोगों पर मामला दर्ज
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कनीना की आवाज। कनीना उप-मंडल के गांव झाड़ली निवासी राजकुमार ने तीन लोगों के पर घर में बंद करके मारपीट करने व जान मारने की धमकी का मामला दर्ज करवाया है। कनीना पुलिस में दी शिकायत में राजकुमार ने बताया कि 8 फरवरी को शाम के करीब 9:45 बजे घर से कुएं पर जा रहा था तभी ढिल्लू नामक व्यक्ति ने अपने घर पर आने की आवाज लगाई। उसके बुलाने पर उसके घर में बैठ गया वहीं पर धर्मेंद्र उर्फ बिट्टू ,कृष्ण और अनिल तीनों बैठे हुए थे। इन्होंने अचानक मारपीट शुरु कर दी। लात, घूंसों, डंडों से पिटाई कर डाली और घर में बंद कर दिया। उनका आरोप है की चाकू से भी वार किया जिसके चलते वह बेहोश हो गया और अगली सुबह 7 बजे होश आया जब होश आया तो शोर मचाया। काफी भीड़ जमा हो गई, ढिल्लू ने दरवाजा खोला। उस समय गांव के लोग इक_े हो चुके थे। पुलिस को सूचित किया, पुलिस मौके पर पहुंची और सेहलंग अस्पताल में दाखिल करवाया। राजकुमार का कहना है कि धर्मेद्र उर्फ बिट्टू, कृष्ण व अनिल ने उन्हें ढिल्लू के घर में बंद करके मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी जिसके चलते कनीना पुलिस ने तीनों पर मामला दर्ज कर लिया है।
चुनावी चटकारे
.... पैर तब छोड़ते हैं जब सिर पर धर दे हाथ, दे जीत आशीर्वाद
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कनीना की आवाज। कनीना नगरपालिका के चुनावों के दृष्टिगत लोगों की नजरें और अंदाज ही बदला बदला नजर आता है। कुछ लोग तो पहले मिलते थे और सामने से मिलने पर आंखें फेर कर निकल जाते थे। कुछेक बोलते भी थे तो इतनी मधुर स्वर में नहीं बोलते थे। अब तो चुनाव लडऩे वाले अपने से बड़े के के पैर पकड़ लेते हें और तभी छोड़ते हैं जब वो सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद न दे और आशीर्वाद भी जीत का दे तभी खुश होते हैं। अब बुजुर्ग आशीर्वाद देते देते दिनभर कक जाते हैं।
चुनाव प्रचार के तरीकें--
चुनाव लडऩे वाले विभिन्न तरीकों से चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। लंबे समय से बैनर पोस्टर आदि लगाते आ रहे हैं। खंभे, पेड़, दीवार आदि हर जगह पोस्टर ही पोस्टर, बैनर नजर आते हैं। इस स्पर्धा में प्रधान पद के दावेदारों में होड़ लगी हुई है। पार्षद पद के लिए कोई इक्का दुक्का ही पोस्टर लगा नजर आता है। जहां चुनाव प्रचार के लिए किसी कार्यक्रम में जाकर प्रत्याशी अच्छा खासा सम्मान पाते हैं और वोट पकाने से भी नहीं चूक रहे हैं। इसलिए विभिन्न
विभिन्न प्रत्याशी आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों में अपना चेहरा दिखाकर वोट पका रहे हैं। वोट पकाने के लिए विभिन्न दल बनया हुआ है जो घर घर जाकर महिला से मिल रहा है और विभिन्न वार्डों में जाकर चुनाव प्रचार कर रहा है। सबसे बड़ी बात है कि हुजूम के साथ लोग वोट मांगने के लिए घर-घर जा रहे हैं। जहां विभिन्न कार्यालय खोले गए हैं, जहां पर भारी संख्या में लोग बैठे दिखाई देते हैं, उनसे भी पता लगता है कौन चुनाव में किस हालत में चल रहा है। अब तो बैनर पोस्टर की भरमार है। भारी संख्या में पोस्ट छपवाए जा रहे हैं और घर-घर जाकर रोजाना एक-एक पोस्टर डालते हैं। कई-कई लोग पोस्टर फेंकने वाले नियुक्त किए हुए हैं और विभिन्न प्रत्याशी सुबह सवेरे एक-एक व्यक्ति को पोस्टर दे देते हैं और ये लोग लगातार पोस्टर घर-घर जाकर फेंक रहे हैं। मोबाइल, व्हाट्सएप तथा फेसबुक आदि के जरिए भी वोट मांगने की अपील की जा रही है। अब तो हालात यह बन गई है कि प्रिंटिंग प्रेस वाले सुबह से शाम और रात को भी काम में लगे रहते हैं और आराम नहीं कर पा रहे हैं। लगातार पोस्टर बैनर छपाई कर रहे हैं। आधा दर्जन से भी अधिक लोग प्रधान पद के दावेदार है। पार्षद पद के दावेदार बहुत कम नजर आ रहे हैं। इस बार प्रधान पद का चुनाव प्रतिष्ठा का विषय बन गया है। युवा पीढ़ी जमकर प्रचार करते हुए आगे आ रही है। चुनाव लडऩे वाले इस बार पुराने धुरंधर नेता, युवा नेता, युवा दल तथा महिला एवं पुरुष के अलावा पत्रकार, वकील, ठेकेदार कितने ही लोग चुनाव में खड़े हो गए हैं। अब नामांकन प्रक्रिया जारी है।
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