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Friday, February 7, 2025


 




7 सालों में कनीना में बढ़े 787 वोटर
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कनीना की आवाज।
कनीना नगरपालिका के 2 मार्च को होंगे। सात सालों के करीब अर्से में कनीना में 787 वोटर बढ़े हैं। पालिका विगत योजना पर नजर डालें तो चुनाव 13 मई 2018 को संपन्न हुए थे जहां चुनाव 13 मई 2018 को संपन्न होने के बाद मतगणना भी उसी दिन हो गई थी और 13 पार्षदों के नतीजे भी आ गए थे। प्रधान बतौर सतीश जेलदार ने शपद 24 जनवरी 2019 को ग्रहण की थी। तत्पश्चात 13 मई 2023 को कार्यकाल संपन्न हो गया।  तत्कालीन एसडीएम सुरेंद्र सिंह ने 14 जून 2023 को प्रशासनिक बतौर कार्यभार ग्रहण कर लिया था। वर्तमान में डा. जितेंद्र सिंह दूसरे प्रशासनिक अधिकारी नगर पालिका कार्य भार संभाले हुए हैं। अब 2 मार्च को चुनाव होंगे। तत्पश्चात पता चलेगा कौन प्रधान बन पाता है किंतु करीब 7 सालों के बाद यह चुनाव होने जा रहे हैं और केवल 787 मतदाता इन 7 वर्षों में बढ़े हैं। एक नजर में वर्तमान और पुरानी नगर 2018 के चुनाव पर नजर डालें--
वर्ष 2018 के चुनाव         वर्ष 2025 के चुनाव
     13 वार्ड                    14 वार्ड
प्रधान का चुनाव पार्षदों द्वारा     सीधा चुनाव
कुल मतदाता 9626             10413
 पार्षदों की संख्या 13            14
प्रधान बनने में हुई थी देरी   तुरंत पता चलेगा
मतपेटी से चुनाव              ईवीएम से चुनाव
सबसे अधिक महिला     
  मतदाता वार्ड 3 में 454     वार्ड 2  426
सबसे अधिक पुरुष मतदाता
  वार्ड 3  481               वार्ड 3  455
मतदान 13 मई 2018        2 मार्च 2025
फोटो कैप्शन: कनीना नगरपालिका




भगवान परशुराम ने श्री कृष्ण को सुदर्शन चक्र भेंट किया था- जयहिन्द
-भगवान परशुराम न्याय के देवता है- जयहिन्द
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कनीना की आवाज।
कनीना उपमंडल के गांव में विजय कौशिक द्वारा भगवान भोलेनाथ जी व भगवान परशुराम जी की मूर्ति स्थापना का कार्यक्रम करवाया गया। जहां नवीन जयहिन्द ने भोलेनाथ व परशुराम जी मूर्ति पर पुष्प अर्पित कर आशीर्वाद लिया व प्रसाद ग्रहण किया। जयहिन्द ने विजय कौशिक व उनकी पूरी टीम का धन्यवाद किया। साथ ही जयहिन्द ने बताया कि श्री कृष्ण को सुदर्शन चक्र भेंट करने वाले भगवान परशुराम ही थे।
जयहिन्द बताते है कि मैं बहुत सौभाग्यशाली हूं कि पावन मौके पर हमें सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ महेंद्रगढ़ के वीसी टंकेश्वर कुमार से भी मिलने का मौका मिला। यह अच्छी बात है कि वीसी साहब ऐसे सामाजिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेते है। हम कामना करते है कि वीसी यूनिवर्सिटी का नाम प्रदेश व देश में ऊंचा करें।
जयहिन्द ने कहा भगवान भोलेनाथ से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए कि कैसे उन्होंने देवताओं व राक्षसों को बचाने के लिए जहर का घूंट पी लिया था और भगवान परशुराम जी तो न्याय के देवता थे, उन्होंने सैदेव अन्याय के खिलाफ फरसा उठाया था। हम सभी को व खासकर आज की युवा पीढ़ी को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए ताकि लोग अपने हक की व अन्याय के खिलाफ आवाज उठा सके।
फोटो कैप्शन 10: अगिहार में परशुराम की मूर्ति स्थापित करते हुए। फोटो: प्रबंधक



बाघोत के मोहित आत्महत्या मामला
- हाइकोर्ट के आदेश पर 58 दिन बाद होंगा अंतिम संस्कार
-स्वजन कांशी के मणिकर्णिका घाट के लिए रवाना, शनिवार को होगा अंतिम संस्कार
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कनीना की आवाज।
कनीना उपमंडल के गांव बाघोत में 13 दिसम्बर 2024 को फंदा लगाकर मोहित ने आत्महत्या मामले में आखिरकार स्वजन शव का अंतिम संस्कार करने के लिए कांशी के लिए रवाना हो गये। प्रशासन ने बाघोत में ही अंतिम संस्कार की बात कही थी किंतु मृतक के पिता कैलाश पुजारी ने मणिकर्णिका घाट पर अंतिम संस्कार की बात कही। पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने तीन दिन में दाहसंस्कार करने परिजनों को कहा था अन्यथा रेडक्रास के अधिकारी पारंपरिक धार्मिक प्रथाओं के अनुसार शव का अंतिम संस्कार करने के लिए स्वतंत्र होंगे।
जिला  महेंद्रगढ़ में शुक्रवार मोहित आत्महत्या मामले में हाईकोर्ट के आदेश पर मृतक मोहित का 58 दिन बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा। गुरुवार को एसडीएम डा. जितेंद्र सिंह, थाना प्रभारी मुकेश कुमार साथ मृतक के घर गांव बाघोत में पहुंचे थे। मृतक के परिजनों से शव का अंतिम संस्कार करने के बारे में पूछा तो परिजनों ने बताया कि 7 फरवरी को सुबह लगभग 8 बजे अस्पताल में पहुंचकर शव लेकर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि बुधवार को पंजाब व हरियाणा हाई कोर्ट के न्यायाधीश हरप्रीत सिंह बरार ने डीजीपी हरियाणा को अन्य जिले के आईपीएस से एसआइटी गठित करके जांच करने व मृतक के परिजनों को तीन दिन में अंतिम संस्कार करने के आदेश जारी किए थे। आदेशों के अनुसार गुरुवार को एसडीएम डा. जितेंद्र सिंह थाना प्रभारी व अन्य पुलिस कर्मचारी मृतक के घर पहुंचे थे। हाई कोर्ट ने दोबारा बुधवार अंतिम संस्कार तीन दिन में करने के निर्देश दिए थे।
घटनाक्रम--
13 दिसंबर की शाम को कैलाश चंद शर्मा के बड़े बेटे 26 वर्षीय मोहित ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। 14 दिसम्बर को कनीना के सरकारी अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम करने के बाद परिजनों ने लेने से मना कर दिया। कैलाश पुजारी ने पूर्व शिक्षा सहित आठ लोगों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया था। पुलिस की ओर से एक माह तक मामला दर्ज न किए जाने से कैलाश चंद्र शर्मा ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की। हाईकोर्ट ने 16 जनवरी को पुलिस प्रशासन को एक टीम गठित कर मामले की जांच करने व परिवार को अंतिम संस्कार तीन दिन में करने के निर्देश दिए थे। मगर परिवार अड़े रहे कि पहले मामला दर्ज हो उसके बाद दाह संस्कार करेंगे। हाई कोर्ट ने दोबारा बुधवार को डीजीपी को एक और एसआइटी गठित कर जांच के निर्देश दिए और परिवार को तीन दिन में अंतिम संस्कार करने के निर्देश दिए। अगर परिजन 3 दिन में संस्कार नहीं करते हैं तो रेडक्रास प्राधिकरण अंतिम संस्कार कर सकेगा।
काशी के मणिकर्णिका घाट वाराणसी में होगा-
मृतक के पिता कैलाश शर्मा ने बताया कि हमने अपने पुत्र मोहित का शव ले लिया है और उसकी अकाल मृत्यु हुई है इसीलिए उसका दाहसंस्कार काशी के मणि कर्णिका घाट वाराणसी में गंगा के किनारे किया जायेगा।
क्या कहते हैं एसडीएम कनीना-
एसडीएम डा. जितेन्द्र सिंह ने बताया कि हाइकोर्ट के आदेशानुसार हमने परिजनों से आग्रह किया कि आप इसका दाह संस्कार गांव में ही कर ले लेकिन उन्होंने दाह संस्कार काशी के मणि कर्णिका घाट वाराणसी में करने की बात कही। इस पर हमने उनको एम्बुलेंस की सुविधा दे दी है और वो अपने रिस्क पर शव को लेकर काशी जा रहे है।
आखिरकार मोहित के पिता कैलाश पुजारी ने शव ले जाते वक्त कहा कि पुलिस प्रशासन ने आठ लोगों पर मामला दर्ज नहीं किया और प्रशासन से कोई राहत न मिलने के कारण उच्च न्यायालय गये थे जहां प्रशासन को डाट फटकार लगाई।  उन्होंने कहा कि अब मोहित के मोक्ष की बात है इसलिये उसे काशी के मणि कर्णिका घाट ले जाया जा रहा है जहां सती माता का अंतिम संस्कार शिव भोले एवं विष्णु ने किया था। यहां 24 घंटे अंतिम संस्कार होता है। उन्होंने बताया कि शनिवार को वहां पहुंचकर अंतिम संस्कार किया जाएगा।
फोटो कैप्शन 04: प्रशासन द्वारा बाघोत में अंतिम संस्कार करने संबंधित पत्र
   05= कनीना उप नागरिक अस्पताल के बाहर जमा प्रशासन
  06: एंबुलेस से काशी ले जाते हुए शव
07: आइस बाक्स में रखा शव
   08: कैलाश पुजारी सभी का आभार जताते हुए





बाघोत के युवक का आत्महत्या का मामला
-58 दिन बाद मुक्ति मिलेगी
-अपने आप में इस प्रकार का पहला है मामला
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कनीना की आवाज।
 कनीना उप-मंडल के गांव बाघोत में 26 वर्षीय मोहित द्वारा 13 दिसंबर 2024 को आत्महत्या करने के मामले का आखिर पटाक्षेप हो गया है। शनिवार को जहां उनका काशी के मणिकर्णिका घाट पर अंतिम संस्कार होगा। इस प्रकार का यह पहला मामला जिला महेंद्रगढ़ ही नहीं पूरे प्रदेश का होगा जिसमें इतने लंबे समय तक शव को अंतिम संस्कार के लिए में इंतजार करते हुए अंतिम संस्कार अपने पैतृक गांव नहीं अपितु 910 किलोमीटर दूर काशी में मुक्ति मिलेगी। वैसे तो इस मामले में लंबा जद्दोजहद चला है। जहां आत्महत्या के बाद बाघोत का के गांव के लोगों का धरना प्रदर्शन, आठ लोगों पर मामला दर्ज करने की मांग, लंबे समय तक इंतजार, तत्पश्चात न्यायालय की शरण, पहली बार न्यायालय द्वारा दाह संस्कार करने के आदेश पर भी नहीं हुआ अमल और अब दूसरी बार आखिरकार मृतक स्वजनों ने शव को लेकर अैंतिम ससंस्ककार की ओर प्रस्थान कर दिया है। जाने से पहले मृतक मोहित के पिता कैलाश पुजारी ने बताया कि वे 14 व्यक्ति काशी पहुंचेंगे जहां 11 व्यक्ति बाघोत से परिवार के होंगे तथा चार उनके परिवार के दिल्ली से रवाना होंगे। जहां मृतक का शव एंबुलेंस द्वारा ले जाया गया है। आइसबाक्स में पैक करके काशी तक पहुंचेगा और शनिवार को अंतिम संस्कार होने की संभावना है। यद्यपि आठ लोगों पर एफआइआर दर्ज तो नहीं हुई किंतु कैलाश पुजारी ने कहा कि अब न्यायालय से कुछ न्याय मिला है, प्रशासन पर उन्होंने जमकर आरोप लगाये हैं। इस प्रकार जहां मोहित आत्महत्या का मामला न केवल प्रशासन के लिए सिर दर्द बना हुआ था अपितु कनीना उप-नागरिक अस्पताल के लिए भी एक समस्या बना हुआ था क्योंकि 58 दिनों तक शव को शवगृह में रखा वहीं प्रशासन को शव की दिनों निगरानी रखनी पड़ी। न केवल कनीना अपितु पूरी प्रदेश में यह मामला छाया रहा। इस मामले का कुछ हल निकालने से जहां प्रशासन ने राहत की सांस ली है वहीं कैलाश पुजारी ने कहा कि उनके जवान बेटे की मौत होने पर उसकी मुक्ति दिलवानी भी जरूरी है। प्रशासन ने पैतृक गांव बाघोत में ही अंतिम संस्कार की बात कही थी किंतु उसे कैलाश पुजारी ने नकारते हुए कहा कि बच्चे की आत्मा को तभी मुक्ति मिलेगी जब उसका अंतिम संस्कार उसी जगह किया जाए जहां सती माता का अंतिम संस्कार शिव भोले तथा विष्णु भगवान ने अपने हाथों से किया था। उन्होंने कहा कि यहां 24 घंटे अंतिम संस्कार होता है और एकादशी का दिन होने के कारण उन्हें मुक्ति निश्चित मिलेगी। जहां प्रशासन ने उनके के लिए एंबुलेंस का प्रबंध किया कैलाश पुजारी ने तो बताया कि उनके पास पैसे नहीं होने के कारण कई लोगों ने उसकी मदद की है और अंतत: अब एकादशी शनिवार को उनका अंतिम संस्कार होने की उम्मीद है। इस प्रकार के मामले में जहां पर शासन को भी झकोर के रख दिया वहीं अनेकों प्रकार की चर्चाएं ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में चलती रही कैंलाश पुजारी की मंशा एफआइआर दर्ज करवाने की थी वो पूरी नहीं हो पाई और अंतत: परिजनों ने न्यायालय के आदेश पर श का अंतिम संस्कार करने का ही निर्णय लेना पड़ा।
फोटो कैप्शन मोहित




हर वर्ग पर चढ़ा है चुनाव का जुनून
-बस नजर आते हैं वोट
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कनीना की आवाज।
 कनीना नगर पालिका के 2 मार्च के चुनावों के दृष्टिगत जहां बच्चे, युवा, वृद्ध, महिला, पुरुष, पत्रकार एवं वकील आदि सभी पर चुनावी बुखार चढ़ा हुआ है। जहां भी देखे बस चुनाव की चर्चाएं हैं और चुनाव के लिए वोट मांगने का सिलसिला जारी है।
वोट के लिए सुबह निकलते और शाम तक वोट मांगते रहते हैं परंतु फिर भी उन्हें जीत के आसार नजर नहीं आते। इस बार कड़ा मुकाबला है। जहां इस बार युवा वर्ग कुछ आगे जा चुका है जिसके चलते कुछेक में बेचैनी बढ़ गई है क्योंकि हाथ में जीत आते-आते भी निकलती नजर आ रही है। यद्यपि अभी तक न तो नामांकन हुआ है और न  चुनाव चिन्ह मिले हैं परंतु बस घर-घर जाकर वोट मांगने का सिलसिला जारी है। 2 मार्च वोट डलने के बाद आखिर 8 मार्च को पता लगेगा कि  कौन बाजी मारता है?



मेरा शिक्षा का सफर पुस्तक से साभार-101
संत आश्रम पर शराब चढ़ाने का विरोध 2001 से अपनी पुस्तक चलाया हुआ है
- नशेडिय़ों द्वारा यह प्रचलन किया गया है शुरू
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कनीना की आवाज।
 कनीना निवासी डा. होशियार सिंह विज्ञान अध्यापक बतौर 30 अप्रैल 2024 में सेवानिवत्त हो चुके हैं। उन्होंने शिक्षा एवं लेखन के अतिरिक्त पत्रकारिता के क्षेत्र आदि में विशेष नाम कमाया है। उनकी संत मोलडऩाथ पर दो पुस्तकें आ चुकी हैं। पहली 2001 में प्रकाशित हुई तत्पश्चात दूसरी आइएसबीएन की पुस्तक 2020 में प्रकाशित हो चुकी है। दोनों ही पुस्तकों में संत मोलडऩाथ का  गुणगान, उदात्त चरित्र  एवं चमत्कारों का हवाला दिया है।  किंतु शराब चढ़ाने का जमकर विरोध किया है। शराब किसने चढ़ाई यह कहीं उल्लेख नहीं मिलता है, केवल कुछ नशेडिय़ों द्वारा चलाया हुआ एक प्रपंच है। आइये सुनते हैं होशियार सिंह के विचार उन्हीं की जुबानी--
यूं तो मैंने 43 पुस्तकों की रचना की है लेकिन मेरी सबसे पहली पुस्तक संत मोलडऩाथ पर थी। उन्हीं पर दूसरी पुस्तक आईएसबीएन नंबर की प्रकाशित हुई है। दोनों पुस्तकों में जहां लिखने से पहले अनेक स्थानों का दौरा किया जहां जहां संत मोलडऩाथ ने धूना लगाकर तप किया था किंतु किसी उन स्थानों पर कहीं भी शराब चढ़ाने का कोई उल्लेख सामने नहीं आया। अपितु केवल और केवल कनीना के मोलडऩाथ आश्रम पर शराब चढ़ाते देखे गये हैं। यह सिलसिला बहुत गलत है परंतु कहां से शुरू हुआ इसके लिए काफी शोध करने पर भी यह नहीं पाया कि कभी पहले शराब चढ़ती थी। जब से मेला शुरू हुआ तब से कोई शराब नहीं चढ़ाते थे बाद के समय में कुछ नशेडिय़ों द्वारा शराब का प्रचलन किया है। संत एवं महात्मा,तपस्वी बताते हैं कि जगह शराब गिर जाती है वह स्थल अपवित्र बन जाता है। संत और महात्मा इसके विरोधी हैं। ऐसे में न जाने इस प्रकार की कुप्रथा क्यों चल रही है? कनीना मोलडऩाथ मिले के बारे में बुजुर्गों से खूब पता किया यहां तक कि मोलडऩाथ को जिन्होंने देखा था उनसे भी पता किया परंतु शराब का कहीं वर्णन नहीं मिला।  केवल उसे जमाने में शक्कर ही प्रमुख प्रसाद होता था, बतासे वगैराह बाद में प्रचलन में आए थे। इसलिए शक्कर ही  प्रसाद के रूप में बांटा जाता था और वही प्रसाद प्रमुख है। शक्कर-घी खाने व चढ़ाना शुभ माना जाता रहा है। जो शराब चढ़ाते हैं वो वास्तव में निंदनीय है। अगर शराब प्रसाद है तो फिर हर इंसान शराब का प्रसाद ग्रहण करना चाहिए। शक्कर का प्रसाद सभी लेंगे शराब का प्रसाद नहीं क्यों? शराब चढ़ाने वाले हर घर एवं हर  मोहल्ले में शराब को प्रसाद के रूप में क्यों नहीं बांटते और सभी यह प्रसाद क्यों नहीं ग्रहण करते? इसका मतलब है कि शराब एक बुराई है और इस प्रकार के धूने आदि पर चढऩा उचित नहीं है। एक ओर लोग कह देते हैं कि यह धर्म एवं आस्था है लेकिन कहां से शुरू की यह एक सोचनीय प्रश्र है। लोग अच्छी बात का विरोध करने में देर नहीं लगाते और विरोध करने वालों में भी वही लोग मिलेंगे जो शराबी है। अन्यथा जो शराब नहीं पीते वह इस प्रकार के प्रचलन का जमकर विरोध करेंगे। मोलडऩाथ पर जहां ट्रस्ट बनी हुई है और ट्रस्ट को चाहिए इस प्रकार के प्रचलन पर काबू किया जाए यदि तुरंत प्रभाव से बंद नहीं होती तो कम से कम किसी कचूने में ही शराब चढ़ाने के लिए प्रबंध किया जाए। इस प्रकार जहां धूने पर शक्कर  का प्रसाद अर्पित करते हैं और जिसे अमृत माना जाता है वहां शराब चढ़ाना अनुचित है।  मेरी इस पुस्तक पर भी कुछ लोगों ने टिप्पणी की थी पर सोच कर देखना चाहिए टिप्पणी करता कौन है और कौन इसका विरोध करते हैं? क्या शक्कर का प्रसाद चढ़ाने से कहां देवता प्रसन्न नहीं होते, मोलडऩाथ प्रसन्न नहीं होता? एक दो व्यक्ति ऐसे भी मिले जो कहते मिले कि मोलडऩाथ शराब पीते थे लेकिन मोलडऩाथ को शराब पीते किसी ने देखा था क्या और माना कि वो शराब पीते थे तो इसका यह अर्थ तो नहीं कि तुम भी धूने में शराब डालते जाओ। कनीना के और भी आश्रम है जहां शराब पीने वालों को न तो घुसने दिया जाता और न शराब चढ़ाई जाती। इस मामले में जहां रामेश्वर दास, राधेदास एवं अन्य स्थानों पर लगने वाले मेले अधिक उचित समझता हूं क्योंकि जहां कम से कम शराब तो नहीं चढ़ाई जाती और सूचना मिलती है शराबियों की पनाह भी नहीं दी जाती। यह एक सोचनीय प्रश्र बना हुआ है। और इस पर निर्णय नहीं लिया जाएगा तो भविष्य में शक्कर को भूलकर केवल बोतल में नहीं घड़ों में शराब भर भर के और यहां शराबियों को नहलाया जाएगा। आने वाले वक्त में तो फिर शराब की यहां नदियां बहेंगी। मैंने अपनी पुस्तक में कहीं यह हवाला नहीं दिया परंतु कुछ पत्रकारों ने जानबूझकर अपने समाचारों में हवाला दिया है, मेरे द्वारा रचित पुस्तक के अंश जरूर कुछ पत्रकार प्रयोग करते हैं किंतु जो अच्छी बात लिखी हुई है कि शक्कर का ही प्रसाद चढ़ता है उसकी बजाए शराब का प्रसाद लिखते हैं, यह उनके लिए भी उचित नहीं लगा। कहीं ऐसा संत मोलडऩाथ यह कहकर तो नहीं गए कि मेरे जाने के बाद शराब चढ़ाना, ऐसा कहीं हवाला नहीं मिलता फिर यह बुराई कहां से आई, इसे मिटाना ही उचित होगा।



पत्नी गुम, गुमशुदगी का मामला दर्ज
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कनीना की आवाज।
 कनीना उप मंडल के एक गांव से एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की गुमशुदगी का मामला दर्ज करवाया है। उन्होंने पुलिस में कहा कि करीब 1 महीने पहले उत्तर प्रदेश की लड़की से आर्य समाज मंदिर में शादी की थी। 20 वर्षीय उनकी पत्नी है जो 6/7 फरवरी को रात्रि से गायब है। उन्हें हर जगह ढूंढा किंतु कहीं नहीं मिली। उन्हें शक है कि  किसी नामालूम व्यक्ति ने उसे कहीं छुपा रखा है। उनकी शिकायत पर गुमशुदगी का मामला दर्ज कर लिया है।



चोरी पकडऩे गये कर्मचारियों के साथ किया  दुव्र्यवहार, मामला दर्ज
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कनीना की आवाज।
 एसडीओ डीएचबीवीएन कनीना ने कनीना पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है कि बिजली चोरी पकडऩे गए कर्मचारी/अधिकारियों के साथ एक व्यक्ति अरुण ने दुव्र्यवहार किया। उन्होंने पुलिस में बताया कि शंकर लाल जेई, दीपांशु जेई, राजकुमार एएफएम, राकेश कुमार एएफएम, महेश कुमार एएफएम, पवन कुमार एएलएम, रविंद्र ड्राइवर और कांस्टेबल विनोद कुमार जब कनीना के अंबेडकर चौक के पास चोरी पकडऩे गये थे तो चेकिंग दौरान अरुण कुमार नामक व्यक्ति ने शंकर लाल जेई के साथ दुव्र्यहार किया। उसकी वीडियोग्राफी की गई है। जिसकी सीडी पुलिस में दी गई है। उन्होंने अरुण कुमार के विरुद्ध मामला दर्ज करने की शिकायत की जिस पर कनीना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।


प्रवेश परीक्षा के मद्देनजर परीक्षा केंद्रों पर धारा 163 लागू
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कनीना की आवाज।
जिलाधीश डॉ विवेक भारती ने नवोदय विद्यालय करीरा की तरफ से आयोजित करवाई जाने वाली ऑल इंडिया एंट्रेंस एग्जामिनेशन के मद्देनजर परीक्षा केंद्रों की 200 मीटर की परिधि में धारा 163 लागू की है।
आदेशों के अनुसार 8 फरवरी को होने वाली परीक्षा के दौरान परीक्षा केंद्र की 200 मीटर की परिधि में पांच नागरिकों और इससे अधिक नागरिकों को एकत्रित होने व घातक हथियारों जैसे शस्त्र, तलवार, बरछा, कुल्हाड़ी, जेली चाकू, साइकिल, चैन और अन्य वस्तुएं लेकर चलने पर पाबंदी रहेगी। इसके अलावा परीक्षा के दिन परीक्षा के अंदर के आसपास 200 मीटर की परिधि में फोटो स्टेट के व्यवसाय पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।


83वां नेत्र, हृदय, शिशु रोग एवं सामान्य जांच परामर्श शिविर 9 फरवरी को
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कनीना की आवाज।
 सेवा भारती कनीना द्वारा आयोजित 83वां विशाल हृदय रोग, सामान्य रोग, शिशु व बाल रोग जांच एवं परामर्श शिविर 9 फरवरी 2025 को लाल शिवलाल धर्मशाला कनीना मंडी ,नजदीक रेलवे स्टेशन सुबह  9:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक लगेगा जिसमें शिशु एवं बाल रोग विशेषज्ञ डा. हिमानी अग्रवाल, सामान्य एवं हृदयरोग विशेषज्ञ डा. रजत अग्रवाल, नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. प्रेमसागर अपनी सेवाएं देंगे। विस्तृत जानकारी देते हुए सेवा भारती के योगेश अग्रवाल ने बताया कि इस शिविर में बीपी, शुगर, इसीजी की निशुल्क जांच की जाएगी। उन्होंने अधिक से अधिक लोगों से अपील की, कि इस मुफ्त चिकित्सा शिविर का लाभ उठाएं।







हेरिटेज विद्यालय में करियर संबंधित विद्यार्थियों को दी गई जानकारी
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कनीना की आवाज।
 उप-मंडल कनीना में स्थित हेरिटेज पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल मोहनपुर में 9वीं से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए कैरियर काउंसलिंग के लिए एक सेमिनार रखा गया जिसमें भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा बच्चों के के लिए जो अवसर रखे गए हैं उनसे संबंधित बाबूलाल यादव ने बच्चों को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि जिस प्रकार से बच्चे मेडिकल लाइन इंजीनियरिंग लाइन एनडीए या अन्य किसी और सर्विस के लिए मेहनत करते हैं। उसी के साथ भारत सरकार द्वारा यह प्लेटफार्म बच्चों के लिए एक सक्षम व सरल केंद्र बनाया गया है जिसमें बच्चे अपना कैरियर पूर्ण रूप से तैयार कर सकते हैं इसके द्वारा बच्चे अपने देश तथा विदेश के बारे में भी जानकारी ग्रहण कर सकते हैं तथा यह भी प्राप्त कर सकते हैं कि हमारे भारत में ऐतिहासिक विरासत के रूप में क्या-क्या भ्रमण की जगह है, जहां पर हम सभी घूमने के लिए या पर्यटन के माध्यम से वहां से कुछ ज्ञान प्राप्त कर सके। भारत सरकार द्वारा यह एक बहुत ही सुंदर प्लेटफार्म तैयार किया गया है जिसकी संपूर्ण जानकारी बाबूलाल यादव ने बच्चों को दी। इस अवसर पर विद्यालय के अध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा ने बाबूलाल यादव का धन्यवाद किया और बच्चों को प्रेरित किया की जो सूचना उनको आज यात्रा प्रबंधन के संबंध में प्राप्त हुई है वह इस सेमिनार के माध्यम से बच्चों को पता चला। इस अवसर पर विद्यालय के सीईओ कैलाश शर्मा मनीष कुमार डायरेक्टर खुशीराम शर्मा प्रधानाचार्य कृष्ण सिंह सीनियर कोआर्डिनेटर पद पर आसीन सुरेंद्र कुमार जूनियर कोआर्डिनेटर पद पर आसीन सुमन व सभी अध्यापक उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 03: बाबूलाल यादव जानकारी देते हुए।








ट्यूबवेल के सोलर पैनल स्टार्टर चोरी
-कनीना पुलिस ने किया मामला दर्ज
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कनीना की आवाज।
 कनीना उप मंडल के गांव पोता से रात के समय कुएं पर लगे सोलर पैनल का स्टार्टर चोरी हो गया। हजारों रुपये का स्टार्टर चोरी होने की शिकायत कनीना पुलिस में दर्ज करवाई है। मामला दर्ज करवाते हुए दीपक पोता निवासी ने कहा है कि 3 फरवरी को रात के समय ट्यूबवेल पर लगे सोलर पैनल का स्टाटर्र चोरी हो गया। उस वक्त रात को कोई सदस्य मौजूद नहीं था क्योंकि गांव में ही मकान बना रखे हैं इसलिए घर पर ट्यूबवेल मालिक रहते हैं। उन्होंने बताया कि कनेक्शन उनके पिता अभय सिंह के नाम पर लिया हुआ है। जब चोरी हो गई तो पुलिस को उन्होंने 112 नंबर पर काल की जिसके पश्चात चोरी हुई जगह जायज लेने पुलिस पहुंची और थाने में आकर एफआईआर दर्ज करने की बात कही थी। उन्होंने कनीना पुलिस में गत दिवस मामला दर्ज करवा दिया है।






























































कैमला में आयोजित हुई गणित प्रतियोगिता
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कनीना की आवाज।
राजकीय माध्यमिक विद्यालय कैमला में गणित प्रश्नोत्तरी का आयोजन दो चरणों में किया गया। सभी विद्यार्थियों को स्क्रीनिंग परीक्षा उपरांत टीमों का चयन किया गया। प्रथम चरण में कक्षा चौथी और पांचवीं के पांच टीमों का गठन किया गया। जिसमें टीम बी 45 अंकों के साथ प्रथम रही एवं टीम-सी  36 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रहीं तथा  दूसरे चरण में कक्षा छठी से आठवीं के विद्यार्थियों को पांच टीमों में वर्गीकृत किया गया जिसमें टीम प्रथम निधि व कोयल 80 अंकों के साथ प्रथम स्थान पर रहीं एवं सवीना, समर और पुनीत , नीतू की टीम संयुक्त रूप से 70 अंकों के साथ द्वितीय स्थान पर रहीं। कोरर की भूमिका सुनील कुमार ने निभाई तथा प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम का संचालन  सुनील कुमार शास्त्री ने किया।  वीरेंद्र सिंह मौलिक मुख्याध्यापक ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए बताया कि ऐसी छोटी-छोटी पाठ्यक्रम आधारित प्रतियोगिताएं विद्यार्थी में आत्मविश्वास की भावना को जागृत करती हैं और सीखने की प्रवृत्ति के विकास में सहायक होती हैं। हमें सभी प्रकार की प्रतियोगिता में बढ़ चढ़कर के भाग लेना चाहिए जिससे हमें बौद्ध और ज्ञान  की वृद्धि  होती हैं और सीखने की प्रवृत्ति का विकास होता है। इस अवसर पर मनवीर सिंह विज्ञान अध्यापक, देवेंद्र कुमार ,सुनील कुमार ,सूबे सिंह एसएमसी प्रधान ,राजेश कुमार ,भगत सिंह ,गरिमा रानी प्राथमिक शिक्षिका ,तारामणी , बब्ली देवी, पिंकी देवी आदि उपस्थित रहें।
फोटो कैप्शन 01: कैमला में गणित प्रतियोगिता का दृश्य। फोटो: मुख्याध्यापक कैमला



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