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Sunday, February 23, 2025


 




मिलिये वार्ड 7 के पार्षद प्रत्याशी राजेश देवी से
-जीत के बाद चमकाएंगी वार्ड को
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कनीना की आवाज।
कनीना में वार्ड 7 पर नजरें टिकी हुई हैं। यहां 3 प्रत्याशी मैदान में हैं।  चूंकि इस वार्ड से एक नया चेहरा राजेश देवी  मैदान मैं हैं। जीत के प्रति आश्वस्त हैं। कस्बा की विभिन्न हस्तियों ने जी जान एक करके राजेश देवी का पक्ष ले रखा है। आइये मिलते हैं राजेश देवी से जो जीत के बाद वार्ड में क्या कुछ नया कर लोगों का मन जीतना चाहती हैं। राजेश देवी पत्नी मुकेश नंबरदार वार्ड नंबर 7
अगर चुनाव जीतती हैं तो वार्ड में किसी भी गली को कच्ची नहीं रहने देंगी व सीवर जल की उचित व्यवस्था के लिए काम करेंगी। मार्केट कमेटी कनीना का एक प्लाट चार कैनाल का वार्ड नंबर 6 में  पड़ा है, सरकार से बात करके हैं इसकी साफ सफाई करवा कर उसमें पार्क डेवलप करने की कोशिश करेंगी। साफ सफाई का समुचित समाधान  करना हमारी प्राथमिकता होगी। आज चुनाव कार्यालय खोलकर विधिवत रूप से चुनाव की शुरुआत कर दी। लोगों की इच्छा है कि इनको एक बार मौका दिया जाए।
फोटो कैप्शन : राजेश देवी





कनीना मंडी से आढ़त की दुकान से हजारों रुपये की चोरी
-अज्ञात चोर मोटरसाइकिल एवं नकदी ले उड़ा
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कनीना की आवाज।
 कनीना अनाज मंडी के सुभाष चंद्र वार्ड नंबर 7 की आढ़त की दुकान का ताला तोड़कर एक मोटरसाइकिल दो लैपटाप तथा 2000 रुपये की नकदी अज्ञात चोर ले उड़ा। कनीना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
   सुभाष चंद्र वार्ड नंबर 7 ने पुलिस में दी शिकायत में कहा है कि उन्होंने अपनी आढ़त की दुकान पुरानी अनाज मंडी में बनारसी दास सुभाष चंद्र फर्म नाम से कर रखी है। 22 फरवरी को दुकान बंद करके सोए थे। 23 फरवरी को सुबह करीब 6 बजे दुकान की छत पर बने मकान से उठकर नीचे आया आने पर देखा की दुकान का ताला टूटा हुआ है, ताला दुकान के बाहर पड़ा हुआ है। अंदर जाकर देखा तो दो अलमारियों का ताला टूटा पाया गया। अज्ञात चोर दुकान में खड़ी एक मोटरसाइकिल, उसके कागजात, दो लैपटाप एक एचपी तथा दूसरा अन्य कंपनी का तथा करीब 2000 रुपये की नकदी ले उड़ा। अज्ञात चोर मोबाइल का सामान भी ले गया। कनीना पुलिस ने उनके बयान पर अज्ञात चोरों के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है।





कनीना नगरपालिका चुनाव-2025
72 साल बाद ऐसा अजब नजारा मिल रहा है देखने को
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कनीना की आवाज।
 कनीना नगर पालिका को बने करीब 72 साल बीत गए हैं और पहली बार इस प्रकार का चुनाव नजारा लोगों के सामने नजर आ रहा है। जहां विगत योजना में किसी पर किसी भी प्रत्याशी ने कोई कार्यालय स्थापित नहीं किया था जबकि इस बार 57 चुनाव कार्यालय पार्षदों एवं प्रधान पद के दावेदारों ने खोल दिए हैं। अधिकांश कार्यालय रेवाड़ी-महेंद्रगढ़ सड़क मार्ग ,कनीना बस स्टैंड पर बनाए हैं। अनाज मंडी, ककराला सड़क मार्ग अटेली रोड़ पर भी कार्यालय स्थापित कर दिए हैं। इतना अधिक माइकों का शो पहली बार सुना रहा है जो सुबह से शाम तक गूंजता रहता है।  प्रत्येक पार्षद और प्रधान पद के दावेदारों की दो से पांच गाडिय़ां जिनपर लाउडस्पीकर लगे होते हैं और पूरी गलियों में सुबह से शाम चक्कर लगाते रहते हैं।
बुजुर्ग कमला, सुनीता, रेवती, राजेंद्र कुमार, सूबे सिंह, कृष्ण कुमार, भरपूर सिंह आदि ने बताया कि उनके लंबे जीवन में पहली बार इतना कठिन मुकाबला देखने को मिल रहा है। कनीना में जहां प्रत्याशियों की चुनावी घोषणाओं की भरमार है। सबसे पहले प्रधान पद की दावेदार एक नेत्री ने  चुनावी घोषणा में कहा कि जीत के बाद कनीना कस्बेवासियों पर हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा की जाएगी तत्पश्चात तो चुनाव लडऩे वाले नये नये घोषणाओं को ढूंढने लगे हैं।  एक के बाद एक घोषणा होने लग गई है। आज के दिन सभी प्रत्याशियों ने घोषणा पत्र जारी कर दिया हैं और पार्षदों ने अलग से घोषणापत्र जारी किये हैं। जो आज तक दुकानदारों के विरोधी थे उनकी दुकानें तोडऩे पर आमादा थे वे दुकानदारों के पक्ष में बोलने लग गए हैं।
 जहां कनीना नगर पालिका में पार्षद के लिए डाक्टर, पत्रकार, पूर्व पार्षद, पूर्व प्रधान,वकील,  शिक्षक भी चुनाव लड़ रहे हैं। पहली बार देखने में मिला है कि उच्च योग्यता प्राप्त भी शिक्षक चुनाव लड़ रहे हैं जहां एक प्रधान प्रत्याशी महिला 60 वर्ष से अधिक उम्र को तो एक पार्षद प्रत्याशी भी 60 वर्ष से अधिक की चुनाव मैदान में है। कनीना के लोगों की नजरें अब सभी टिक गई है।
 जहां विभिन्न प्रिंटिंग प्रेस वाले सुबह शाम और पूरी रात दनादन अपनी मशीन चला रहे हैं और बैनर, पोस्टर छापने में व्यस्त हैं।  विभिन्न प्रत्याशियों ने जहां भी जगह मिलती है  बैनर पोस्टर लगाने शुरू कर दिए, अगर यही हाल रहा तो भविष्य में पशुओं की पीठ पर भी बैनर, पोस्टर लग जाएंगे। किसी भी पोल पर 5 से 10 पोस्टर और बैनर लगे हुए हैं, नालियों में भी पोस्टर लगा दिए हैं घर की दीवारें ऐसी सजा दी है जैसे दीपावली पर सजाया जाता है। जहां इतना कठिन पार्षदों के बीच मुकाबला पहली बार देखने को मिल रहा है। विभिन्न कार्यालयों में सुबह से शाम लोग बैठे दिखाई देते हैं। जहां चाय पानी का प्रबंध किया गया है। वही लोग सुबह से शाम तक कहीं भी दिखाई दे बस चुनावी चर्चा में खो जाते हैं। चाय की दुकान या कोई किराना स्टोर हो या कोई सरकारी कार्यालय सभी जगह चुनावी चर्चा चैल रही है। यहां तक की किसान, सामान्य व्यक्ति, मजदूर या बाहर से आए हुए लोग भी अब तो इन चुनाव चर्चाओं में भाग लेने लगे हैं। कहीं भी देखे हुक्कों की बुड़बुड़ाहट पर चुनावी चर्चा मिलती है। फूलमालाओं, चाय , समोसे आदि की मांग बढ़ गई है वहीं पगड़ी की कोई मांग नहीं है। फलों से तोलने की कार्रवाई शुरू हो गई है वहीं लोग गली मोहल्ले में घूमते दिनभर चुनावी चर्चाओं में लगे रहते। इस बार इतना होते हुए भी आपस में कोई बैरभाव नजर नहीं आया। किसी भी पार्टी से कोई चुनाव नहीं लड़ रहा सभी निर्दलीय हैं, साथ में इन चुनावों में सबसे बड़ी विशेषता देखने को मिली कि जो बर्फ बेचने वाले लोगों की अच्छी कमाई हो रही है। उनकी सभी ई-रिक्शा बड़े-बड़े, वाहनों पर पोस्टर, बैनर से सजाकर, माइक लगाकर सजाकर गलियों में घुमाये जा रहे हैं। लोगों का कहना है कि शायद एमएलए और एमपी के चुनाव में भी इस कदर मारामारी कभी नहीं देखने को मिली। कहीं भी देखे गलियों में बस पोस्टरों की भरमार है। इधर-उधर उड़ते पोस्टर नजर आते हैं। बाहरी खर्च कर करके रंगीन पोस्टर छपवाये जा रहे हैं। बड़े-बड़े कार्यालय खोलकर उन में भीड़ इकट्ठा करके भीड़ का प्रदर्शन किया जा रहा है लेकिन घर में जहां एक-एकप्रत्याशी 10-10 बार वोट मांगने के लिए आ चुका है और अभी तो 2 मार्च को मतदान होगा तब तक न जाने कितनी बार वोट मांगने के लिए आ चुके होंगे। ऐसे में हर जगह चर्चा का विषय है कि नगरपालिका के चुनाव है या कुछ और?





पुण्यतिथि पर
ग्रामीण कवि के रूप में जाने जाते हैं जयनारायण
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कनीना की आवाज।
 कनीना के ठेठ ग्रामीण कवि एवं गोपालक के रूप में जयनारायण को जाना जाता है। आज से 35 वर्ष पहले उनका निधन हो गया था। ये विचार समाजसेवी एवं कवि जयनारायण के बड़े लड़के कृष्ण कुमार ने कनीना में उनकी 35वीं पुण्यतिथि पर पुष्प अर्पित करते हुए व्यक्त किये। उनकी पुण्यतिथि कनीना के वार्ड एक में मनाई।
  कृष्ण कुमार ने उनके बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि जयनारायण के पिता का नाम शंकर था। वे बचपन में पंजाब के अबोहर में पले एवं बड़े हुए थे। कनीना में आने के बाद वे रांझा पाली के रूप में जाने गए। वैसे तो उन्हें डेयरीवाला नाम से जाना जाता है और आज भी उनके नाम पर एक स्टोर चल रहा है जिसे पूरा कस्बा ही नहीं अपितु आस पास के लोग जैनिया का स्टोर नाम से जानते हैं। वे लाठी चलाने में जितने माहिर थे उनसे कहीं अधिक अलगोजा बनाने में मशहूर थे। उनके बड़े भाई अर्जुन तो दूर दराज तक लाठी के जानकार के रूप में विख्यात हुए हैं किंतु अल्पायु में ही उनका निधन हो गया था।
  जैनारायण की बांसुरी, अलगोजा, पटा आदि को देखने के लिए दूर दरज के लोग आते थे। उनकी कविताई की क्षमता एवं गायकी की क्षमता अनोखी थी। कम लिखे पढ़े होने के बावजूद भी वे प्रकृति, गाय, भैंस एवं जीव जंतुओं पर बेहतर कविताएं बना लेते थे। उनके कई उदात गुणों के चलते उन्हें आज भी जाना जाता है। अंतत उनकी मृत्यु 24 फरवरी 1989 को कनीना में हुई। उनकी कविताओं की पुस्तक उनके पुत्र डा. होशियार सिंह यादव द्वारा प्रकाशित करवाई जा चुकी है। उस पुस्तक को पढ़कर उनकी कविता करने के अंदाज का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।  इस मौके पर महेश बोहरा एवं सुमेर सिंह चेयरमैन ने कहा कि जयनारायण गाये एवं भैंसें पालते थे था उनको दूर बणियों में चराने के लिए ले जाते थे। जंगल में मंगल के रूप में वो अपनी दिनचर्या कविताई एवं गायकी में बिताते थे। लाठी चलाने तथा अलगोजा बजाने में माहिर थे। उनको सदा याद किया जाता रहेगा। गरीबी में भी जीकर दूसरों के लिए प्रेरणा का काम कर गये। 24 फरवरी को उनका निधन हो गया था।
फोटो कैप्शन: जयनारायण।




बाबा राधेदास की पुण्यतिथि 24 फरवरी को -लगेगा भंडारा, होगा रात्रि जागरण
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कनीना की आवाज।
 कनीना के सीरिशवाला जोहड़ पर संत राधे दास की पुण्यतिथि 24 फरवरी, फागुन कृष्ण एकादशी, सोमवार को मनाई जाएगी। इस मौके पर भंडारा आयोजित किया जाएगा वही रात को झगड़ु एवं पार्टी द्वारा जागरण का आयोजन किया जाएगा। विस्तृत जानकारी देते हुए समाजसेवी राजकुमार कनीनवाल ने बताया कि राधे दास की पुण्यतिथि विगत वर्ष भी मनाई गई थी।



अनाज मंडी कनीना में धूमधाम से आयोजित हुआ 11वां श्याम बाबा का विशाल जागरण
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कनीना की आवाज।
श्री श्याम मित्र मंडल अनाज मंडी कनीना के तत्वाधान में 11वां विशाल जागरण रामलीला ग्राउंड अनाज मंडी कनीना में आयोजित किया गया। जिसने भजन सम्राट नरेश नरसी के साथ सा रे गा मा पा कार्यक्रम के कलाकार रितिक गुप्ता , अंजलि आर्या व मोनू शर्मा चरखी दादरी ने भजनों के माध्यम से पूरी रात हजारों की संख्या में आए भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम का गणेश वंदना के साथ आगाज व मंच का शानदार संचालन प्रवक्ता सचिन कुमार ने किया। श्रीश्याम मित्र मंडल के प्रधान अनिल गर्ग ने बताया कि कलियुग में श्याम बाबा की भक्ति का बहुत महत्व है व इसी कड़ी में मंडल के द्वारा 10वीं विशाल पदयात्रा 7 मार्च को श्याम मंदिर कनीना से हुडिय़ा जैतपुर धाम को जाएगी । उपरोक्मत कार्यक्रम में मुख्यअतिथि के रूप में एसडी ग्रुप के चेयरमैन जगदेव यादव ने शिरकत की व जीवन में आध्यात्म में महत्व को समझाया । अनाज मंडी कनीना में सम्पन्न हुए इस भव्य जागरण का शुभारंभ विशिष्ट अतिथि दिनेश यादव एमई नगरपालिका कनीना ने दीप प्रज्वलित करके किया । कार्यक्रम में व्यापार मंडल के प्रधान निरंजन मित्तल , उपप्रधान रवींद्र बंसल , दादा ठाकुर मंदिर कमेटी के प्रधान विनोद मित्तल , संजय गर्ग , सुभाष मित्तल , वेदप्रकाश जेलदार , विनोद कुमार भोजावासिया , हनुमान प्रसाद मित्तल , बलवान सिंह प्रधान , उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 03: कार्यक्रम में विशेष कार्यकर्ताओं को पुरस्कृत करते हुए।  फोटो: जागरण कमेटी



बड़ा मुद्दा
 कनीना खास उपमंडल के रेलवे स्टेशन पर फास्ट ट्रेन
--जिले का एकमात्र अभागा रेलवे स्टेशन
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कनीना की आवाज।
कनीना उपमंडल मुख्यालय का कनीना खास ऐसा अभागा रेलवे स्टेशन होगा जहां केवल पैसेंजर ट्रेन रुकती है। कहने को तो उपमंडल स्तर का रेलवे स्टेशन है किंतु कोई फास्ट और सुपरफास्ट ट्रेन यहां नहीं रुकती है। राजनीति की मार झेलता हुआ यह रेलवे स्टेशन इसका अच्छा उदाहरण है जहां कभी फास्ट ट्रेन रुकती थी उनका भी रुकना बंद हो चला है।
एक वक्त था जब कनीना खास रेलवे लाइन मीटर गेज होती थी यहां पर फास्ट ट्रेन बीकानेर एवं जोधपुर ट्रेने भी रुकती थी किंतु जब से यह लाइन ब्राड गेज में बदली है तब से सभी ट्रेन रुकनी बंद हो गई। एकमात्र पैसेंजर ट्रेन ही यहां रुकती है। ऐसा कोई अधिकारी नहीं है जहां तक कनीना वासियों ने शिकायत नहीं की हो किंतु राजनीति की मार झेलता हुआ आज तक कनीना खास रेलवे स्टेशन नहीं उभर पाया है। कहने को तो भारी संख्या में कनीना में नेता, मंत्री, विधायक हुए हैं और कनीना राजनीति का गढ़ माना जाता है किंतु आज तक रेलवे स्टेशन की सुध नहीं ली है। आश्चर्यजनक तो है कि विगत नवरात्रों तक जहां एक फास्ट ट्रेन का 15 दिनों तक ठहराव होता था वो भी इस बार  के नवरात्रों में नहीं रुकी। यहां किसी प्रकार की सुविधा नहीं दी जा रही है। कनीना खास एकमात्र ऐसा रेलवे स्टेशन है जो रेवाड़ी और महेंद्रगढ़ जिलों की सीमा पर स्थित है। एक ओर कनीना के बाद रेवाड़ी जिले का जैनाबाद डहीना रेलवे स्टेशन है वहीं दूसरी ओर महेंद्रगढ़ रेलवे स्टेशन है। इस रेलवे स्टेशन ने कितने ही रूप देखे हैं। जहां बीकानेर के महाराज भी यहां आकर रुकते थे और जिनके कारण यहां से ट्रेन का मार्ग निकाला गया था। आज यह रेलवे स्टेशन अपनी बिछुडऩे की दास्तान सुना रहा है। वर्तमान में इस रेलवे स्टेशन विद्युतीकरण भी हो चुका है किंतु अफसोस कनीना को उसका हक नहीं मिला है। अब कनीना पालिका प्रधान के दावेदार इस रेलवे स्टेशन पर सभी ट्रेनों के रुकवाने के लिए प्रयास करने की बात कह रहे हैं वहीं चरखी दादरी से अलवर वायां कनीना रेलवे लाइन बिछाने की कार्रवाई करवाने की बात कह रहे हैं।
सबसे बड़ी विशेषता यह है कि 1935 में स्थापित किए रेलवे स्टेशन कनीना की विशाल अनाज मंडी के चलते स्थापित हुआ था। कनीना की विशाल अनाज मंडी है जिसे दूर दराज तक कनीना मंडी के नाम से ही जाना जाता है परंतु आज तक किसी मंत्री, विधायक, सांसद या अधिकारी की यह नजर नहीं पड़ी है कि कम से कम यहां  सभी ट्रेनों का ठहराव कर दिया जाए ताकि यहां के लोग दूर दराज तक जा सके।
 अहीरवाल का गढ़ और देश सेवा में इस क्षेत्र के हजारों सैनिक कार्यरत है उनके दृष्टिगत भी यहां कोई ट्रेन का ठहरा नहीं किया जाता। पैसेंजर ट्रेन के कारण ही कनीना का विकास नहीं हो पा रहा है। एक और जहां चरखी दादरी से अलवर वाया कनीना वही कोसली से कनीना रेल मार्ग जोड़े जाने की आस लगाए कनीनावासी बैठे हैं। इनकी सर्वे भी हो चुकी है। विगत समय में यह विषय चर्चा का विषय बना था।  यदि ये मार्ग जुड़ जाते हैं तो कनीना जंक्शन बन जाएगा और फिर से यहां ट्रेनों की सुविधा मिलने की उम्मीद बन जाएगी।
 कनीना खास रेलवे स्टेशन 1939 में निर्मित किया गया था किंतु यहां फास्ट एवं सुपरफास्ट ट्रेन नहीं रुकती, महज एक फास्ट तथा पैसेंजर ट्रेनों से ही गुजारा करना पड़ता है। कनीना से रेवाड़ी की ओर14 ट्रेन तथा रेवाड़ी से महेंद्रगढ़ भी 14 ट्रेन चलती हैं जिनमें से कनीना को महज 7 ट्रेन पैसेंजर नसीब होती हैं जबकि कनीना खास रेवाड़ी से 34 किमी तथा महेंद्रगढ़ से 17 किमी दूरी पर स्थित है। अगर कोई चरखी दादरी, रोहतक ,अटेली एवं नारनौल आदि की ओर जाना चाहे तो नहीं जा सकता क्योंकि यह ट्रेन केवल महेंद्रगढ़ और रेवाड़ी की और देर शाम तक ही चलती हैं। तत्पश्चात सुबह होने का इंतजार करना पड़ता है। क्या कहते हैं कनीनावासी
** कनीना के रेलयात्री रविंद्र बंसल, सुरेश कुमार, दिनेश कुमार, महेंद्र शर्मा, महेश कुमार आदि ने बताया कि ट्रेन की कोई बेहतर सुविधा नहीं है। बार-बार आंदोलन किए गए ज्ञापन भी उच्च अधिकारियों को भेजे लेकिन कनीना खास रेलवे स्टेशन जो अहीरवाल एवं सैनिकों को गढ़ है किंतु यहां कोई ट्रेन सुविधा उपलब्ध नहीं है। फास्ट और सुपरफास्ट ट्रेन यहां ठहराव किए बगैर आगे निकल जाती है। यदि यहां एक मिनट का ठहराव कर लिए दिया जाए तो न केवल रेलवे को लाभ मिलेगा अपितु सैनिकों और यात्रियों को भारी लाभ मिल सकता है। वैसे भी कनीना उपमंडल हैं जहां से ट्रेन उपलब्ध होनी चाहिए, हर फास्ट ट्रेन रुकनी चाहिए ताकि लोगों को लाभ मिल सके।
---रविंद्र बंसल,कनीनामंडी
कनीनावासी बार-बार मांग कर रहे हैं कि अलवर से चरखी दादरी वाया कनीना जो रेल मार्ग प्रस्तावित है उसे अभिलंब बनाया जाए यही नहीं कोसली से कनीना भी रेलवे लाइन प्रस्तावित है उसको बनाया जाए ताकि कनीना एक जंक्शन बन सके और यहां ट्रेनों का ठहरा हो सके। सभी की नजरें जंक्शन बनने पर टिकी हुई है।
---शिवकुमार अग्रवाल,कनीना
कनीना खास रेलवे स्टेशन 1939 से पहले का बना हुआ है और उपमंडल का दर्जा होते हुए भी ट्रेन की सुविधाओं से दूर है। विभिन्न अधिकारी, व्यापारी, दैनिक यात्री, भारी संख्या में दिल्ली चंडीगढ़, बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर आदि स्थानों पर जाते हैं किंतु उनके लिए कोई ट्रेन सुविधा नहीं है। उन्हें ट्रेन पकडऩे के लिए भी कम से कम 35 किलोमीटर दूर रेवाड़ी जाना पड़ता है। ऐसे में कनीना खास रेलवे स्टेशन पर ट्रेन ठहराव की सुविधा दी जाए।
---गणेश अग्रवाल, कनीना मंडी
 कनीना कस्बे के भारी संख्या में दैनिक यात्री, नौकरी, रोजगार के लिए तथा अधिकारियों को दिल्ली तथा दूरदराज जाना पड़ता है। किंतु उनके लिए ट्रेन की सुविधा नहीं है। ट्रेन पकडऩे के लिए भी उन्हें 35 किलोमीटर दूर रेवाड़ी जाना पड़ता है। नौकरी,साक्षात्कार वगैरह के लिए उन्हें रात को भी जाना पड़ता है। ऐसे में उनको बड़ी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में सभी ट्रेनों का ठहराव होना चाहिए। रात्रिकालीन बस सेवा उपलब्ध कराई जाए।
  ---कंवरसेन वशिष्ठ,कनीना
 कनीना में कम से कम 1000 दुकाने है जिनसे सैकड़ों दुकानदार प्रतिदिन सामान लेने के लिए भी दूरदराज आने को मजबूर है। कनीना खास रेलवे स्टेशन से उनको कोई सुविधा नहीं मिल रही है। ऐसे में उनकी मांग है कि कनीना की हर प्रकार से जायज मांगे, सभी फास्ट ट्रेन, सुपरफास्ट ट्रेनों का ठहराव तुरंत पूरी की जाए। उन्होंने उनका कहना है कि बार-बार आंदोलन कर चुके हैं और उनके आंदोलन को इसलिए रुकवा दिया जाता है कि जल्दी ट्रेन का जल्द ही ठहराव करेंगे किंतु ट्रेनों का ठहराव नहीं किया जा रहा है। रात्रि सेवा बस लगाई जाएं।
              ---शिवचरण, समाजसेवी कनीना।
फोटो कैप्शन 02: कनीना खास रेलवे स्टेशन
साथ में शिवचरण, शिवकुमार अग्रवाल, रविंद्र बंसल, गणेश अग्रवाल, कंवरसेन वशिष्ठ





48.26 ग्राम गांजा बरामद, मामला दर्ज
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कनीना की आवाज।
कनीना पुलिस को मुखबिर के आधार पर सूचना मिली कि मंजीत चेलावास निवासी गांजा बेचने के लिए सरसों के खेत के पास सुनसान जगह पर खड़ा हुआ है। कनीना पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मुखबिरी के आधार पर बताए स्थान पर छापामारी की तो एक व्यक्ति पुलिस को देखकर भागने की कोशिश करने लगा जिसे पड़कर नाम पूछा। उसने नाम मंजीत चेलावास बताया। विक्रांत यादव इटीओ ड्यूटी मजिस्ट्रेट का नोटिस देकर तलाशी करवाई गई। उसके लोवर की जेब से सफेद पालिथीन मिली जिससे खोलकर देखा तो 48.26 ग्राम गांजा पाया गया। कनीना पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।






पुलिस ने व्यक्ति से बरामद की













सात बोतल और 16 पव्वा देसी शराब
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कनीना की आवाज।
 कनीना पुलिस को सूचना मिली की दलीप नामक कनीना निवासी एक थैले में अवैध शराब लेकर भडफ़ से कनीना की तरफ आ रहा है। कनीना पुलिस ने रेवाड़ी-कनीना रोड़ से गौशाला कनीना की तरफ जाने वाले रास्ते पर नाकाबंदी की। भडफ़ की तरफ से एक व्यक्ति आता दिखाई दिया जिसके पास थैला था। कनीना पुलिस ने उसे रोककर नाम पूछा तो उसने नाम दलीप वार्ड 8 बताया।  उसके थैने में खोलकर देखा तो सात बोतल देशी शराब तथा 16 पव्वा देशी शराब के बरामद किये। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया।




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