Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Tuesday, February 4, 2025



कनीना पालिका चुनाव ,महाकुंभ मेला और खाटू श्याम मेला भी चलेंगे साथ-साथ
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कनीना की आवाज।
 कनीना नगर पालिका के चुनाव दो मार्च को होने जा रहे हैं चुनाव के लिए जहां सरगर्मियां बढ़ गई है और चुनाव 2 मार्च तक लगातार सरगर्मियां चलती रहेगी। इसी बीच जहां 28 फरवरी तक महाकुंभ मेले का शोर चलेगा। लोग भारी संख्या में महाकुंभ जा रहे हैं जिस पर चुनाव के कारण महाकुंभ को लोग भूल जाएंगे। यही नहीं 28 फरवरी से खाटू श्याम मेला भी शुरू होगा। भारी संख्या में लोग खाटू श्याम जाते हैं। ऐसे में खाटू श्याम मेला 11 मार्च तक चलेगा वहीं 2 मार्च के बाद लोग खाटू श्याम मेले के लिए तैयारी अधिक करेंगे तथा मतगणना से पहले खाटू श्याम मेला खत्म हो चुका होगा। ऐसे में खाटू मेला महाकुंभ मेला और कनीना नगर पालिका के चुनाव साथ-साथ जोर-शोर से चलेंगे।



निजी मीडिया कार्यालय ,सुमन ट्रस्ट कार्यालय के साथ-साथ लाइब्रेरी भी हो रही है तैयार
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कनीना की आवाज।
 कनीना कस्बा में जहां नगर पालिका कनीना श्रीमती सुमन यादव चैरिटेबल ट्रस्ट के लिए लाइब्रेरी स्थान उपलब्ध नहीं प्रदान कर पाई है। तत्पश्चात कनीना निवासी डा. होशियार सिंह यादव ने अपने निजी प्लांट पर ट्रस्ट कार्यालय, मीडिया कार्यालय तथा लाइब्रेरी एक साथ निर्मित करने का निर्णय लिया है। अगर भविष्य में नगरपालिका जगह प्रदान कर देगी तो लाइब्रेरी अलग से स्थापित कर दी जाएगी तब तक कार्य प्रगति पर है और मार्च महीने के अंत तक पूर्ण होने की संभावना है। तत्पश्चात सभी कार्य रेवाड़ी मार्ग नजदीक राजकुमार कनीनवाल की कोठी के पास चले जाएंगे।  अपने सभी कार्यालय निजी कार्यालय है।लेखन कार्य, पुस्तकालय तथा ट्रस्ट कार्यालय वहीं से संचालित हो पाएंगे।
फोटो: निर्माणाधीन पुस्तकालय, ट्रस्ट कार्यालय तथा मीडिया मीडिया कार्यालय



मार्च महीने में फैसला आने की उम्मीद
-मिल सकते हैं सभी रुके हुए लाभ
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कनीना की आवाज
। कनीना निवासी डा. होशियार सिंह सेवानिवृत्त विज्ञान अध्यापक के विरुद्ध एक राक्षसी शिक्षक, एक अपने आप को समाज सेवी बताने वाला ब्लैकमेलर तथा दो तीन अन्य व्यक्तियों ने मिलकर जहां होशियार सिंह के विरुद्ध बड़ा षड्यंत्र रचा और करनाल के एक व्यक्ति जो होशियार सिंह नहीं जानता, से मिलकर पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में उनके विरुद्ध केस दायर करवा दिया। यह कैसे विगत समय से चला रहा है और मार्च माह में फैसला होने की संभावना है। यदि  फैसला मेरे पक्ष में आता है तो मेरे सभी रुके हुए लाभ मिलने की उम्मीद है। बहरहाल ऐसे राक्षसी प्रवृति के लोग जो स्कूलों की राशि डकार जाते हैं, बच्चों का खाना तथा अन्य सामग्री हजम करने के साथ साथ ब्लैकमेलिंग करते हैं और आज उनके कारण कितने ही लोग परेशान हैं। उन्हीं से परेशान डा. होशियार सिंह रहा है। वक्त आएगा यदि केस हार भी गया तो कोई बात नहीं सब ईश्वर देखेगा, ईश्वर उनको सजा देगा। अगर फिर भी उन्होंने मेरे विरुद्ध शब्द भी बोलने का साहस किया तो इस बार उनको इस प्रकार पीटा जाएगा गधों को पीटा जाता है। अब इंतजार है मार्च महीने का। हो सकता है होशियार सिंह के लिए अनेक को खुशियां लेकर आए।



मेरा शिक्षा का सफर पुस्तक से साभार-99 कनीना की सबसे पहली ट्रस्ट बनी सुमन यादव पत्रकार चैरिटेबल ट्रस्ट कनीना
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कनीना की आवाज।
 निवासी डा. होशियार सिंह विश्व रिकार्ड धारक, विज्ञान शिक्षक बतौर 30 अप्रैल 2024 का सेवानिवृत्त हो चुके हैं। उनकी पत्नी सुमन यादव का 17 नवंबर 2010 को निधन हो गया था। तत्पश्चात उनके नाम पर कनीना की सबसे पहली ट्रस्ट श्रीमती सुमन यादव पत्रकार चैरिटेबल ट्रस्ट बनाई गई जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर 1528 है। ट्रस्ट के संविधान अनुसार एक पुस्तकालय श्रीमती सुमन यादव के नाम से खोला जाना प्रस्तावित है, जिसके लिए हरियाणा सरकार को बार-बार लिखा,सरकार की भी सहमति हुई। पालिका कनीना ने भी प्रस्ताव पारित करके ट्रस्ट के लिए जगह देने का की बात कही परंतु आज तक ट्रस्ट के लिए कोई जगह उपलब्ध नहीं हो पाई। इस ट्रस्ट के लिए जगह के जहां अनेक प्रयास किये। आखिरकार अब अपने ही प्लांट पर राजकुमार कनीनवाल के पास एक छोटा सा भवन बनाया जा रहा है जिसमें तीनों कार्यालय स्थापित होंगे, मीडिया कार्यालय, ट्रस्ट कार्यालय तथा श्रीमती सुमन यादव लाइब्रेरी संचालित हुआ करेंगी। आइये सुनते हैं होशियार सिंह की कहानी उन्हीं की जुबानी-
 2011 में स्वर्गवासी सुमन यादव कनीना की प्रथम महिला पत्रकार की याद में एक ट्रस्ट बनाई गई। इस ट्रस्ट में आज के दिन जहां सभी ट्रस्टी  सदस्यों के एक-एक हजार रुपये जमा है वही 6200 इस बार दो महानुभावों ने ट्रस्ट के नाम चंदा दिया था जो जमा है। इन दो दान देने वालों में सुरेंद्र फलसावाला 5100 रुपये तथा ढाणा निवासी वीरेंद्र सिंह शिक्षक ने 1100 रुपये दान दिए थे जो ट्रस्ट में जमा है। इसके अतिरिक्त करीब 10000 रुपयेसभी सदस्यों का चंदा जमा है। 2011 में जब यह ट्रस्ट बनी तब से ही मेंबरशिप की राशि जमा है। एक बार तो वर्ष 2015 में हालात यह बनी की एक राक्षस प्रवृत्ति के व्यक्ति ने सीबीआई को पत्र लिखा तथा शिक्षा विभाग को अनेक पत्र लिखें जिसमें उन्होंने हवाला दिया कि डा. होशियार सिंह कनीना के पास एक ट्रस्ट है जिसमें अनाप-शनाप पैसा भरा हुआ है। आश्चर्य जब हुआ जब जांच कर्ताओं को सिर्फ 10,000 रुपये मेंबरशिप की राशि ही पाई। उस समय जांचकर्ताओं को बड़ा अफसोस हुआ कि ऐसे ऐसे राक्षस भी धरती पर है जो किसी व्यक्ति पर इतने बड़े लांछन लगा देते हैं। दरअसल यह राक्षस प्रवृत्ति का व्यक्ति अनेक लोगों से ब्लैकमेलिंग करता आया है और जब भी उसे ऐसा लगे कि सामने वाला व्यक्ति उनके विरुद्ध कार्रवाई करेगा उसके पैर पकड़ लेता हैं। इन्हीं के द्वारा तथा दो तीन ब्लैकमेलर जो आस पास गांवों के जिनका पूरा हवाला मेरी पुस्तक में पूरे विवरण सहित वर्णित है,ने मिलकर एक बहुत बड़ा षड्यंत्र रचा। अखबारों में भी समाचार मेरे विरुद्ध लिखें और स्कूली बच्चों को भी बहकाया गया परंतु उसे समय मनोज रोहिल्ला पत्रकार ने उनकी वह पोल खोली कि आज तक मनोज का नाम लेते ही होश हवास भूल जाते हैं। ऐसे राक्षसों को भगवान ने बड़ी-बड़ी सजा दी है।
  उल्लेखनीय है कि उपरोक्त ट्रस्ट द्वारा सामाजिक कार्य भी करवाए गए और भविष्य में भी करवाए जाते रहेंगे। इस ट्रस्ट के लिए जगह अथक प्रयासों के बावजूद भी नहीं मिल पाई। सरकार को बार-बार लिखा नगर पालिका ने भी प्रस्ताव पारित कर दिया था किंतु जगह उपलब्ध न होने के कारण आज तक वह प्रस्ताव आधार में लटका हुआ है।
अब जब जमीन नहीं उपलब्ध हुई तो अपने प्लाट पर ही लाइब्रेरी, ट्रस्ट कार्यालय तथा मीडिया कार्यालय स्थापित किये जा रहे हैं। जल्द हीी स्थापित हो जाएंगे और इसके बाद ट्रस्ट कार्यालय की गतिविधियां भी बढ़ जाएगी। आने वाले समय में माना जा रहा है कि सभी गतिविधियां वहीं से संचालित हुआ करेगी।
श्रीमती सुमन यादव पत्रकार चैरिटेबल ट्रस्ट कनीना की पहली ट्रस्ट है जिसके रजिस्ट्रेशन नंबर 1528 है। इसकी गतिविधियां अब बढ़ाई जाएगी और अनेक जनहित के कार्य करने का प्रयास किया जाएगा।






माता खिमज मेला सेहलंग संपन्न
-31 हजार रुपये की कुश्ती रेशम पहलवान ने जीती
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कनीना की आवाज।
 कनीना उप-मंडल के गांव सेहलंग की पहाड़ी पर माता खिमज मेला धूम धाम से संपन्न हुआ। जहां विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गई वहीं कथा वाचन भी किया गया।
 विस्तृत जानकारी देते हुए विजयपाल सेहलंग समाजसेवी ने बताया कि जहां क्रिकेट प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार 31000 रुपये का जई की टीम ने जीता वही झाड़ली पावर प्लांट दूसरे स्थान पर 21000 का इनाम लेकर रही। जहां कुश्ती में 31000 रुपये की प्रथम पुरस्कार रेशम पहलवान बाघोत ने जीती। उधर अमित शर्मा अटेला ने महाभारत के अज्ञातवास की कथा सुनाई और श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। दिन भर जहां मेला लगा। कनीना खंड में एकमात्र पहाड़ी वाला स्थल सेहलंग है जहां पहाड़ी पर माता खिमज मेला भरता है। इस मेले में दिनभर जहां भक्तों ने दर्शन किए एवं प्रसाद वितरण किया।
फोटो कैप्शन 07: कुश्ती का विजेता पहलवान फोटो: मेला कमेटी






कनीना नगर पालिका के चुनाव 2 मार्च को
-अब आएगा प्रत्याशियों में जोश, राजनीति में उबाल
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कनीना की आवाज।
 जहां प्रदेश की विभिन्न नगर पालिकाओं, शहरी निकायों के चुनाव 2 मार्च को घोषित होते ही अब लोगों में जोश बढऩे लगा है, चर्चा का विषय बन गया है कि अब चुनाव 2 मार्च को होगा। कनीना में करीब 7 सालों के करीब 7 सालों के बाद ये चुनाव होंगे जिसके लिए 7 दिन बाद नामांकन शुरू हो जाएगा अर्थात 11 से 17 फरवरी तक नामांकन होगा और चुनाव 2 मार्च को होगा, नतीजा 12 मार्च को आएगा। ऐसे में तत्काल रूप से जहां पर देश में आचार संहिता लग गई है और तबादलों पर रोक लगा दी गई है।
 वहीं लोगों की जुबान पर चुनाव की चर्चाएं बढ़ गई है। कनीना में पार्षद और प्रधान पद के अनेकों दावेदार एक-एक माह पहले से ही चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। प्रधान पद के लिए तो घर-घर जाकर वोट मांगने की कार्रवाई लंबे समय से चल रही है। अभी तक जो-जो मौन बैठे हुए थे और चुनाव लडऩे के इच्छुक थे अब वो सामने आएंगे। चुनाव प्रक्रिया में भाग लेने के लिए आगे आएंगे क्योंकि नामांकन 7 दिनों तक चलेगा। ऐसे में 11 फरवरी से नामांकन के लिए भारी मारामारी चलेगी, बहुत से लोग तो चुनाव लडऩे की इच्छुक थे किंतु अभी तक इसलिए आगे नहीं आ रहे थे कि चुनाव की तिथि घोषित नहीं हुई है। अब चुनाव की तिथि घोषित होते ही अपने-अपने वार्ड या प्रधान के लिए आगे आने शुरू हो जाएंगे। इस बार माना जा रहा है कनीना में कम से कम एक दर्जन प्रत्याशी प्रधान पद के लिए चुनाव लड़ेंगे जबकि 14 वार्ड कनीना के है जिनमें 10400 वोटर वोट डालेंगे और 14 पार्षदों का चुनाव करेंगे वहीं प्रधान पद का पहली बार सीधा चुनाव होगा। अब तकविगत योजनाओं में जो भी प्रधान बना है उसे पार्षद चुनते आए हैं और लंबे समय तक इंतजार करने के बाद ही प्रधान शपथ ले पाते थे। किंतु इस बार ईवीएम मशीनों से मतदान होने के कारण प्रधान का नाम सभी के सामने आ जाएगा। इस बार जहां 14 वार्डों में सात पद महिलाओं के लिए आरक्षित है। ऐसे में पार्षद बनने के लिए भी लोग इधर-उधर भटक रहे हैं ताकि कोई सुरक्षित वार्ड मिल जाए जहां से कम से कम पार्षद बना जा सके। यहां तक एक ही परिवार में प्रधान पद के और पार्षद दोनों के चुनाव लड़े जा रहे हैं।
कनीना में दो प्रमुख गुट हावी रहे हैं किंतु इस बार युवा गुट भरकर आने से तिकोना मुकाबला होने की संभावना बढ़ गई है। जहां ऐसे नए चेहरे भी सामने आ रहे हैं जो विधानसभा के लिए भी टिकट की लाइन में थे किंतु अब वो कनीना नगर पालिका के प्रधान पद के लिए या तो स्वयं या उनके परिवार के सदस्य चुनाव लड़ेंगे। अब तक पूर्व और निर्वातमान पांच प्रधान जीवित है किंतु उनमें से इक्का-दुक्का छोड़कर बाकी सभी पूर्व प्रधान चुनाव नहीं लड़ रहे हैं ।अब आने वाले समय में कनीना की राजनीति पूरा उबाल आएगा और दिन रात एक करके चुनाव लड़ा जाएगा। लोगों की नजरें अब इन चुनाव पर टिक गई है और आने वाले समय पता लग पाएगा कि कौन प्रधान बन पाता है क्योंकि क्योंकि 18 फरवरी को नामांकनों की जांच होगी 19 फरवरी को नाम वापस लिए जा सकेंगे। इसके बाद ही तय हो पाएगा कौन चुनावी मैदान में रुक पाता है। उल्लेखनीय है कि अब तक कनीना नगर पालिका का कार्य भार एसडीएम संभाले हुए हैं। करीब दो साल पहले 13 जून 2023 में नगर पालिका कनीना भंग हुई थी जिसके अब चुनाव होंगे।






सीएम के निर्देश पर महाकुंभ मेले के लिए नारनौल से हर रोज चलेगी बस
-रेवाड़ी से भी चल रही है बस
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कनीना की आवाज।
 हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के निर्देश पर तीर्थ यात्रियों की सुविधा के लिए प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले के लिए रोजाना बस सर्विस की शुरुआत की है।
यह जानकारी देते हुए हरियाणा रोडवेज नारनौल डिपो के महा प्रबंधक अनित यादव ने बताया कि नागरिकों की मांग पर प्रदेश सरकार ने यह निर्णय लिया है कि महाकुंभ मेले के अंत तक हरियाणा रोडवेज की एक बस रोज प्रयागराज के लिए रवाना होगी।
उन्होंने बताया कि प्रयागराज के लिए 1074 रुपए किराया निर्धारित किया गया है। यहां से प्रयागराज लगभग 789 किलोमीटर पड़ेगा। उन्होंने बताया कि नारनौल से दोपहर 1 बजे हर रोज यह बस रवाना होगी। अगले दिन सुबह 5:30 यह बस प्रयागराज पहुंच जाएगी।
इसी प्रकार प्रयागराज से यह बस हर रोज दोपहर बाद 3 बजे चलेगी तथा अगले दिन 7 बजे नारनौल पहुंचेगी।
इस बस के रूट की जानकारी देते हुए श्री यादव ने बताया कि यह बस रेवाड़ी, धारूहेड़ा, तावडू, सोहना, पलवल, होडल, कोसी, मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद, इटावा, मुरादनगर, अकबरपुर, कानपुर तथा खागा होते हुए प्रयागराज पहुंचेगी।
उधर मिली जानकारी अनुसार रेवाड़ी से प्रतिदिन सायं चार बजे रेवाड़ी बस स्टैंड से बस रवाना होगी और सुबह चार बजे प्रयागराज पहुंचेगी। शाम चार बजे बस प्रयाग राज से चलेगी जो सुबह चार बजे रेवाड़ी पहुंचेगी।







 कृष्णानंद धाम से एक दल प्रयागराज के लिए रवाना
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कनीना की आवाज।
 प्रयागराज में स्नान करने के लिए कनीना उपमंडल धनौंदा  स्थित ब्रह्मचारी कृष्णानंद धाम से एक दल  रवाना हो गया जो पहले श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या, वाराणसी, काशी तथा प्रयाग होते हुए 6 फरवरी को श्रीकृष्णानंद आश्रम में  पहुंचेगा।
इस दल की अगवाई ब्रह्चारी कृष्णानंद धाम की गद्दी पर आसीन ब्रह्मचारी संत शिवानंद महाराज व बाबा कृष्णानंद  ट्रस्ट के व्यवस्थापक कैलाश गोयल ने करते हुए श्रद्धालुओं को श्रीराम की  झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर ट्रस्ट के व्यवस्थापक कैलाश गोयल ने कहा कि संगम एक बहुत बड़ा तीर्थ स्थल है जहां पर हमारे कृष्णानंद महाराज इस प्रकार के कुंभ में जाकर पूजा अर्चना किया करते थे। आज उन्हीं की बताई हुई बातों को ध्यान में रखते हुए हैं कृष्णानंद धाम से 25 महिलाएं एवं पुरुष दल अपने निजी वाहन से प्रयागराज के लिए रवाना हुए हैं।
इस अवसर पर शिवानंद महाराज ने दल को संबोधित करते हुए कहा कि प्रयाग में लगने वाले इस प्रकार के महान कुंभ को देखने के लिए बहुत कम लोग ही भाग्यशाली होते हैं क्योंकि 144 साल बाद इस प्रकार का महाकुंभ लगा है जो के आगे चलकर 169 साल बाद लगेगा। इसलिए हमें अवश्य ही इस प्रकार के कुंभ में स्नान करना चाहिए और शुभ कर्म करने की प्रतिज्ञा लेनी चाहिए ताकि हमारा इस प्रकार के कुंभ में जाना सफल हो सके। अगर वहां जाकर भी अपने जीवन के बचे हुए समय को नहीं सुधारा तो फिर हमारा कुंभ जाना ही बेकार है। अच्छे स्थान पर जाकर शुभ कर्म करने की तथा समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने के लिए अवश्य ही प्रतिज्ञा करनी चाहिए ताकि हमारा इस प्रकार के अच्छे स्थान पर जाना सफल हो जाए।
फोटो कैप्शन 06: प्रयागराज के लिए रवाना होता हुआ दल फोटो : शिवानंद महाराज


दो दिवसीय दिव्यांग जागरूकता शिविर का संपन्न
-दिव्यांगता के प्रकारों पर डाला प्रकाश
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कनीना की आवाज।
 राजकीय माडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में दो दिवसीय दिव्यांग जागरूकता शिविर का संपन्न हो गगया।
 आज रिसोर्सपर्सन के रूप में नरेश कौशिक मुख्याध्यापक राजकीय कन्या उच्च विद्यालय कनीना रहे। जिन्होंने दिव्यांगता के प्रकारों पर प्रकाश डालकर विस्तार पूर्वक जानकारी दी। मुख्य अध्यापक नरेश कुमार कौशिक ने कहा कि दिव्यांग विद्यार्थियों का शिक्षण एक संवेदनशील प्रक्रिया है तथा इसमें अभिभावकों शिक्षक ओं व समाज का सामूहिक दायित्व बनता है कि वह अपना कर्तव्य पूर्ण जिम्मेदारी से निभाएं तभी सही मायने में शिक्षण कार्य के साथ समेकित शिक्षा प्रदान की जा सकती है उन्होंने कहा कि केवल दिव्यांगों को चिह्नित करना लेने से हमारा मकसद हानि होगा बल्कि हमें बच्चों की मूलभूत आवश्यकताओं को पहचान कर उन्हें शिक्षित कर शिक्षा की मुख्य धारा से जोडऩा होगा। तथा दूसरे रिसोर्सपर्सन धर्मेंद्र कुमार राजकीय माडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय चरखी दादरी ने स्पेशल ओलंपिक भारत में दिव्यांग बच्चों की सहभागिता तथा सामान्य अध्यापकों के अधिकार और कर्तव्यों का वर्णन किया। इस मौके पर अमृत सिंह विशेष शिक्षक ने दृष्टिबाधित बच्चों को पढ़ाई जाने वाली ब्रेल लिपि के बारे में सभी भाग लेने वाले अभिभावकों को विस्तार पूर्वक बताया। इस अवसर पर प्राचार्य सुनील खुडानिया, नरेश प्रवक्ता विशेष शिक्षिका सरिता ,रवि प्रवक्ता अंग्रेजी विशेष तौर पर मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 04: दिव्यांग बच्चों के अभिभावकों को संबोधित करते  हुए फोटो: स्कूल प्रबंधन





विश्व कैंसर दिवस पर उप-नागरिक अस्पताल में कार्यक्रम आयोजित
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कनीना की आवाज।
 विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर मंगलवार उप-नगरिक अस्पताल कनीना में प्रवर चिकित्सा अधिकारी डा. रेनू वर्मा की अध्यक्षता में एक कैंसर जागरूकता कैंप का आयोजन किया गया। जिसके तहत अस्पताल प्रांगण में मौजूद आमजन को बताया गया कि कैंसर एक गैर संपर्क रोग है जो मूल रूप से अनुवांशिक, शारीरिक, व्यावहारिक और पर्यावरण कारकों से होता है। जिसे रोकने के लिए स्वस्थ जीवन शैली, उचित आहार, धूम्रपान न करना व कीटनाशक युक्त भोजन से बचना चाहिए। जितनी जल्दी हम अपने शरीर में हो रहे नियमित बदलाव को पहचान कर उनके लिए उचित चिकित्सा परामर्स लेंगे उतना ही जल्दी इस बीमारी को पहचान करके इसका इलाज संभव है। इस विषय पर महिला चिकित्सा अधिकारी डा. रितु, डा.प्रतिभा, चिकित्सा अधिकारी डा. अंकित शर्मा, होम्योपैथी चिकित्सा अधिकारी, डा. नेहा, एलटी  विकास लखेरा व मोहित कुमार, स्टाफ शर्मिला, वार्ड ब्वाय अभिमन्यु राव, सचिव  सुधीर, नरेंद्र यादव,अभय सिंह आदि मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 05: कैंसर पर संबोधित करते हुण् डाक्टर  फोटो: डाक्टर



 कनीना क्षेत्र में दिन भर चली बूंदाबांदी
-सूरज के नहीं हुये दर्शन
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कनीना की आवाज।
 कनीना क्षेत्र में दिन भर रुक-रुककर हल्की बूंदाबांदी जारी रही। दिन भर सूर्य के दर्शन नहीं हो पाए। बादलों की वजह से ठंड नहीं रही।
 कनीना क्षेत्र में जहां इस बूंदाबांदी को फसलों के लिए लाभप्रद बताया जा रहा है। मौसम विभाग ने पहले ही बूंदाबांदी की घोषणा की हुई थी। कनीना क्षेत्र के किसान रवि कुमार, सूबे सिंह, जितेंद्र, महेंद्र, अजीत कुमार ,राजेंद्र सिंह आदि ने बताया कि क्षेत्र में जहां मंगलवार को हुई बूंदाबांदी से फसलों को लाभ मिलेगा क्योंकि इस बार रबी फसल के दौरान दो बार वर्षा हो चुकी है और वर्षा के कारण फसलों को पानी देने की जरूरत नहीं रही। हल्की बूंदाबांदी भी गेहूं की फसल के लिए ज्यादा लाभप्रद साबित होगी। वहीं सरसों की फसल इस समय फूलों से लदी हुई है। जल्द ही यह पकान की ओर चली जाएगी। किसान अपनी फसलों को निहार रहे हैं तथा प्रसन्नचित नजर आते हैं। कनीना क्षेत्र में जहां 19500 हेक्टेयर पर सरसों की फसल तो 9500 हेक्टेयर पर गेहूं की बिजाई की हुई है। दोनों ही फसले इस समय अच्छी खड़ी हुई हैं। इस बार जहां बार-बार मौसम बदला है परंतु पाला आदि न पडऩे के कारण फसलों पर कोई नुकसान नहीं हुआ है। जहां विगत दिनों ओलावृष्टि भी हुई थी किंतु क्षेत्र में ओलावृष्टि से भी बचाव रहा। यही कारण है कि अब फसल अच्छी खड़ी हुई है, यदि मौसम अनुकूल रहा तो बेहतर पैदावार मिल सकेगी। फसलों में अब आब आ गइ्र है।
फोटो कैप्शन 02: हल्की वर्षा के बाद कनीना क्षेत्र में खड़ी सरसों की फूलों से लदी फसल। जागरण















गेहूं पड़ा पीला, किसान हुये चिंतित
-कृषि वैंज्ञानिक बता रहे हैं सामान्य बात
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कनीना की आवाज।
 कनीना क्षेत्र में इस बार जहां करीब 9500 हेक्टेयर पर गेहूं की फसल खड़ी हुई है। गेहूं की फसल कुछ  बड़ी हो गई है किंतु फसलों के पत्ते पीले पड़ जाने के कारण किसान चिंतित नजर आए। कनीना क्षेत्र के किसान कृष्ण कुमार, राजेंद्र सिंह, महिपाल सिंह आदि ने बताया कि गेहूं की फसल के पत्ते पीले पडऩे लग गए हैं जिसको लेकर वो चिंतित हैं।  किसानों ने बताया कि उनकी रबी की फसल ही पूरे साल के लिए अनाज के रूप में प्रयोग होती है, ऐसे में इस फसल में यदि खराब हो जाती है तो किसानों का जीना ही हराम हो जाता है। किसान अपनी गेहूं की फसल को लेकर इसलिए भी चिंतित है कि अभी तक पकान की और नहीं पहुंची है और पत्तों में  पीलापन आ गया है। पूरे खेत में ही पत्ते पीले नजर आने लगे हैं।
 क्या कहते हैं कृषि अधिकारी--
 इस संबंध में पूर्व कृषि अधिकारी डा. देवराज से बात हुई क्योंकि एसडीओ कृषि विभाग चंडीगढ़ किसी काम से गए हुए थे। डा. देवराज ने बताया की पीला पडऩे के पीछे कई कारण हो सकते हें। यदि कुछ कुछ जगह पर पत्ते पीले पड़ गये हंै तो  हो सकता है दीमक लग जाती हो। यदि पेट पूरे खेत में पीले पड़ रहे हैं तो किसी पोषक तत्व की कमी है। जिंक की कमी से भी पत्ते कुछ पीले पड़ सकते हैं। उनका कहना है कि इस समय 8 किलो धंजाइम और 8 किलो यूरिया मिलाकर छिड़क दिया जाए तो फिर पत्तों का पीलापन दूर हो सकता है। यदि दीमक का प्रकोप है क्लोरोपाइरीफास रेत में मिलाकर पानी का घोल बनाकर छिड़की जा सकती है। 25 किलो यूरिया आधा किलो जिंक 100 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़की जा सकती है। यह जिंक की कमी है या पोषक तत्वों की कमी नजर आये तो उएनपीके तथा जिंक मिलकर स्प्रे कर देनी चाहिए, पीलापन दूर हो जाएगा।
 फोटो कैप्शन 3: गेहूं के पत्ते पीले पड़े हुए जागरण


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