Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**: January 2025

Friday, January 31, 2025


 




चुनावी चखचख
- मुर्गी और बकरों की खैर नहीं
-चुनावों में देरी उतनी ही मर बकरों एवं मुर्गों की
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कनीना की आवाज।
 अभी तक नगर पालिका चुनाव की तिथि घोषित नहीं हो रही है। जितने चुनाव देरी से होंगे उतनी ही मर मुर्गों और बकरों की आएगी। एक प्रत्याशी में तो कई दिनों से मुर्गी और बकरों  खिलाने शुरू कर रखे हैं परंतु जितने चुनाव देरी से होने का अंदेशा बना हुआ है उतने ही उसके छक्के छूटते जा रहे हैं। यह भी निश्चित नहीं है कि इस बार चुनाव हो पाएंगे या नहीं? या फिर कब तक होंगे? ऐसे में जब यह बात प्रत्याशी को सुनने को मिलती है तो प्रत्याशी हड़बड़ा जाता है। आने वाला वक्त बताएगा कि कैसे और कितने कितने दिन वह बकरों और मुर्गों की बलि चढ़ाकर वोट पाएगा। शास्त्रों अनुसार जीव हत्या के बल पर पाया गया सम्मान कई पीढिय़ों तक श्राप बनकर सामने खड़ा रहता है।


चुनावी चखचख
 कभी वोट देना भी सीखो, हर बार लेने के लिए आ जाते हो
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कनीना की आवाज।
नगर पालिका के चुनाव लडऩे वाला एक प्रत्याशी जब वोटर के पास पहुंचा और वोटर से अपील की। वोटर ने कहा कि वोट तो अदले का बदला होता है। हर चुनाव में आप या आपके परिवार के लोग खड़े रहते हैं। इसका मतलब तुम वोट लेना जानते हो देना नहीं, कभी तो किसी चुनाव में किसी दूसरे की मदद करो। इतना सुनकर प्रत्याशी थोड़ा सकपका गया और परेशान नजर आया।



चुनाव चखचख
एक दूसरे की कमियां ढूंढ रहे हैं चुनाव लडऩे वाले
-900 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली
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कनीना की आवाज।
 नगर पालिका के भावी चुनावों के दृष्टिगत विभिन्न प्रत्याशी एक दूसरे की काट ढूंढ रहे हैं। कोई गुणों की कदर नहीं होती, अभी से ही उनकी कमियां ढूंढ रहे हैं और कमियों को ढूंढ ढूंढ कर
इकट्ठा कर रहे हैं ताकि आने वाले समय में वोटरों के सामने पेश किया जा सके और वोट चाहे खुद को नहीं मिले परंतु दूसरी कटवाए जा सके।  इसी कथन पर कुछ प्रत्याशी चल रहे हैं। अब आने वाले समय पता लग पाएगा कौन किसकी क्या कमियां ढूंढ कर प्रचारित करता है। इसलिए राजनीति को बड़ी कुत्ती चीज बताया गया है। इससे बुरी बात क्या हो सकती है? चाहे लाख गुण हो उनका बखान नहीं किया जाता अवगुणों को बखान किया जाता है लेकिन यदि कोई धुरंधर व्यक्ति हो तो उसके अवगुणों को छुपाने की भी कोशिश की जा रही है। वरना ऐसे भी प्रत्याशी है जो 900 चूहे खाकर हज की ओर जा रहे हैं।



मेरा शिक्षा का सफर पुस्तक से साभार- 98
-सादे जीवन से सदा ही सभी को किया प्रेरित  
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कनीना की आवाज।
 कनीना निवासी डाक्टर होशियार सिंह विश्व रिकार्ड धारक जहां सदा ही क्षेत्र में जाने जाते रहे हैं। चाहे साइकिल चलाने के नाम पर, चाहे शिक्षा के क्षेत्र में, चाहे पत्रकारिता, चाहे लेखन कार्य हो परंतु उनकी सादगी का आज तक कोई तोड़ नहीं है। वे सदा सादा जीवन जीते आए हैं। सादा खाना, सादे विचार, सादा पहनावा ,सादा रहन-सहन सदैव उन्हें पसंद रहा है। आइये सुनते हैं उन्हीं की कहानी होशियार सिंह की ही जुबानी--
मैं सदा सादा जीवन जीता रहा हूं। पहले ही मैं बता चुका हूं बीड़ी, सिगरेट, शराब और किसी भी व्यसन से सदा दूर रहा हूं। कई लोगों ने मुझे जबरदस्ती शराब आदि पिलाने की कोशिश की  परंतु कभी मैं अपने पथ से डिगा नहीं, सदा अडिग रहा। मुझे याद है राव मंगल सिंह नेता होते थे। उस वक्त लंबे समय तक मेरे खांसी रही। कई लोगों से इलाज पूछा तो अनेक लोगों ने कहा कि थ्री एक्स रम की एक चम्मच भर शराब लेकर सो जाना खांसी गायब हो जाएगी। राव मंगल सिंह से एक पैग लेकर आया किंतु वो कई सालों तक रखा रहा। मैंने कभी प्रयोग नहीं किया।
 यहां तक की खाने में सदा सादा भोजन रहा है। मीट, मांस ,अंडे या अन्य कोई जीव हत्या नहीं की, न करने दी है। पीपल फार एनिमल का सदस्य भी रहा हूं इसलिए जीवों का संरक्षण करने मेरी प्राथमिकता रही है। मेरे घर पर भी कई पौधे हैं जिनमें अनेकों पक्षी सुबह शाम नजर आते हैं। वैसे भी मैं चाहता हूं कि जीव जंतु मेरे आस-पास अधिक संख्या में दिखाई दे। यहां तक खाने में देसी फल सब्जियां सदा ही प्रयोग की है। जब कभी जंगल में जाता हूं तो देशी फल सब्जी कुछ मिल जाती है तो उसे लाने में कभी हिचकिचाता नहीं। अपने प्लाट पर भी देसी फल सब्जी सदा ही उगाता आ रहा हूं और उगता रहूंगा। यहां तक विचार सदा सादे रहे हैं। चाहे दुष्ट ,निकृष्ट लोग कितने भी मेरे विरोधी रहे हो और जिन्होंने मेरा नुकसान पहुंचाया हो किंतु अपना जीवन सदा अपने अनुसार चलाया है। कपड़े पहनने के तौर पर सदा सादे रहे हैं। यहां तक कि वर्ष 2000 तक जींस की पेंट नहीं पहनी थी किंतु शादी के बाद पत्नी ने आकर जींस की पेंट पहनानी शुरू कर दी। हां कुर्ता पजामा कभी कभार ही प्रयोग किया है वरना अधिकांश कपड़े मनोज रोहिल्ला पत्रकार के यहां से सिलवाये जाते हैं। उन्हीं को पहनता हूं और पहनता रहूंगा। यहां तक की मैं कभी कपड़ों की तरफ नहीं जाता। जब सादी चप्पल, जूते आदि प्रयोग किए हैं, लोग चाहे दिखावा करते हो लेकिन मैंने कभी दिखावा नहीं किया। मैं पहले भी बता चुका हूं जब छठी कक्षा में स्कूल में गया तो अति सादे कपड़ों में ही पहुंच गया था क्योंकि उस समय हमारे परिवार के हालात अच्छे नहीं थे। अब अच्छे हालात बने तो पहनने का शौक ही नहीं रहा, शौक चला गया है। अब तो सिंपल रहना चाहता हूं और कोशिश यही रहेगी कि दूसरों को भी सादा जीवन जीने की सलाह दूं। शरीर में चाहे रोग दोष अभी तक कोई नहीं है क्योंकि इसके पीछे भी सादा जीवन और अच्छे विचार रहे हैं। पत्रकारिता मेरे लिए कभी अच्छा साबित नहीं हुआ इसने मेरे लिए सदा ही नुकसान पहुंचाया है परंतु पत्रकारिता एक कुत्ते के हाड़ के समान है इसलिए छोडऩा भी चाहा पर लोगों ने नहीं छोड़ते दिया।
सादगी से मेरी पहचान है। आज तक जीवन में अधिकांश समय साइकिल चलाई है। यह सत्य है कि कुछ लोग मेरे समाचार ,लेख, पुस्तकों के बारे में पढ़ते हैं, ब्लाग के बारे में पढ़ते हैं परंतु चेहरे से मुझे नहीं जानते, जब मुलाकात होती है तो वो दंग रह जाते हैं कि इसका नाम होशियार सिंह है। पर उन्हें बेहद खुशी होती है कि कितने सादे विचारों एवं कितना सादा जीवन जी रहे हैं। इसलिए मेरी हर इंसान से अपील है कि लंबे समय जीने के लिए सदा सादा जीवन, सादा खान-पान, सादा रहन-सहन होना जरूरी है। पेड़ पौधे जीव जंतुओं से लगाव रखना चाहिए। मैं लंबे समय तक गाय एवं भैंस पाली है, सेवा की है और खूब जमकर दूध और घी पिया है। इस चीज से मैं कभी इंकार नहीं कर सकता कि दूध और घी जितना मैंने प्रयोग किया उतना आम आदमी नहीं पी पाएगा। इसलिए मेरा सादा जीवन ही दूसरों के लिए प्रेरणा बना हुआ है।


माता खिमज मेला गांव सेहलंग में लगेगा चार फरवरी को
-क्रिकेट प्रतियोगिता जारी
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कनीना की आवाज।
सेहलंग के खिमज माता के मेले के उपलक्ष्य में क्रिकेट प्रतियोगिता जारी है। मेला चार फरवरी को सेहलंग की पहाड़ी पर स्थित खिमज माता धाम पर लगेगा। इससे पहले क्रिकेट प्रतियोगिता चल रही है।
सेहलंग के विजय कुमार पूर्व प्रवक्ता ने बताया कि शुक्रवार को चले क्रिकेट मुकाबलों में पोता की टीम का मुकाबला बहु-झोलरी की टीम से हुआ, जिसमें बहु-झोलरी की टीम आठ विकेट से जीती। दूसरे मुकाबले में बाघोत और दुधवा की टीमें आमने-सामने थी, जिसमें बाघोत की टीम 25 रन से जीती। खरकड़ा बास की टीम कोसली की टीम से हार गई और मुकाबला कोसली ने नौ विकेट से जीता। महडा और डहीना की टीमों के मुकाबले में महडा की टीम छह रन से जीती। इस मौके पर भारी संख्या में दर्शक मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 03: सेहलंग में क्रिकेट मैच का नजारा फोटो : माता खिमज कमेटी



जब जब धर्म की हानि होती है प्रभु अवतार लेते हैं-आचार्य
-गोमला में भागवत कथा जारी
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कनीना की आवाज।
गोमला के बाबा भीष्म मन्दिर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के चतुर्थ दिवस आचार्य प्रशांत अवस्थी गुरु जी ने बताया कि जब-जब धर्म की हानि हुआ करती है तो भगवान् हर युग में अवतार लेकर राक्षसों का संहार करके पुन: धर्म की स्थापना करते हैं। उन्होंने कथा में गज, ग्राह, समुद्रमंथन , बलि, वामन चरित्र, श्रीराम अवतार अब भगवान् श्रीकृष्ण के जन्म की कथा सुनाई। भगवान् कृष्ण का जन्म मथुरा में कंस की जेल में मैया देवकी से हुआ। कंस के भय के कारण वासुदेव जी ने भगवान् कृष्ण को मथुरा से ले जाकर गोकुल में मैया यशोदा के पास छोड़ आए और मैया यशोदा ने जिस कन्या को जन्म दिया था उस कन्या को ले आए। आचार्य ने बताया की संपूर्ण जगत जब-जब भी अत्याचारियों ने धर्म की हानि और संत महात्माओं एवं साधु संतों को सताया तो भगवान् को अपने भक्तों के कारण पृथ्वी पर अवतार लेना पड़ता है। इस मौके पर भारी संख्या में भक्त मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 04: प्रवचन करते आचार्य फोटो: आचार्य



बैंक कर्मी बनकर ठगे 20 हजार, मामला दर्ज
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कनीना की आवाज।
कनीना उपमंडल के गांव स्याणा से बैंक कर्मी के 20 रुपये बैक कर्मी बताकर ठग लिये। पुलिस ने ठगी का मामला दर्ज कर लिया है।
  मिली जानकारी अनुसार सीमांत कुमार स्याणा ने पुलिस में बताया कि 19 सितंबर 2024 को उनके पास फ्राड काल आई जिसमें उन्होंने कहा कि मैं पीएनबी बैंक कर्मी बोल रहा हूं क्योंकि सीमांत पीएनबी बैंक में काम करता है इसलिए उसे लगा कि काल उनके साथी कर्मचारी की होगी। फोन पर फर्जी कर्मी ने बताया कि मैं अस्पताल में हूं और मुझे 20000 रुपये की जरूरत है, कुछ दिनों के बाद लौटा दूंगा। बैंक कर्मी मानते हुये सीमांत ने 20000 यूपीआई आईडी पर भेज दिए। समय बीतने के बाद उन्हें पता चला कि वह कोई फर्जी काल थी। अब जब उन्होंने फोन किया तो पता चला कि ठगी हो गई है। कनीना पुलिस ने ठगी का मामला दर्ज कर लिया है।



कनीना नगर पालिका की सचिव समय पाल हुए सेवानिवृत्त
- 1992 से दे रहे थे सेवा
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कनीना की आवाज।
कनीना नगर पालिका परिसर में सचिव समय पाल सिंह का सेवानिवृत्ति समारोह आयोजित किया गया। इस मौके पर उन्हें सेवानिवृत्ति समारोह में भावभीनी विदाई दी। इस मौके पर दिनेश एमई, राकेश कुमार जेई ने कहा कि सेवानिवृत्ति हर कर्मचारी और अधिकारी का उसी दिन लिख दिया जाता है जब वह सेवा में आता है। सेवानिवृत्ति का अर्थ यह नहीं है कि वह सेवा से पूर्णतया निवृत्त हो गया है अपितु उनकी सेवाएं एक बार फिर से बढ़ जाती है। क्योंकि हर विभाग में एक नियम है कि निश्चित उम्र के बाद उन्हें उस सेवा से निवृत्त कर दिया जाता है। 1992 से कार्यरत समय पाल सिंह अब सेवानिवृत्त हो गए हैं। उन्हें बुक्का भेंट करके तथा विभिन्न गिफ्ट देकर सेवानिवृत्त किया गया।
मिली जानकारी समयपाल सिंह ने 10 जून 2023 को कनीना नगर पालिका बतौर सचिव पद पर कार्यभार ग्रहण किया था। इससे पहले वे अनेक विभागों में हुए सेवा दे चुके हैं। इस मौके पर जहां लेखाकार मनोज कुमार, लिपिक राकेश कुमार, लिपिक रविंद्र कुमार, लिपिक श्याम लाल, लिपिक संदीप सैनी, लिपिक सुरेंद्र वशिष्ठ, दीपक यादव तथा अनेक कर्मचारी उपस्थित थे। सभी ने उन्हें फूलमालाएं पहनकर विदाई दी।
 फोटो कैप्शन 01: सचिव समयपाल के विदाई समारोह में विदाई देते हुए: जागरण



शिक्षक  तबादलों में राज्य शिक्षक पुरस्कार शिक्षकों को दिए जाएं पांच अंक अतिरिक्त
-2020 से पहले वाले सभी लाभ प्रदान करने की मांग
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कनीना की आवाज।
भविष्य में प्रदेश में शिक्षकों के होने वाले तबादलों में राज्य शिक्षक पुरस्कार सम्मानित शिक्षकों को पांच अंक अतिरिक्त देने की मांग बलवती हो रही है। इससे पहले भी जहां तबादलों के समय राज्य शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित शिक्षकों को पांच अंक दिए जाते रहे हैं किंतु जब से ये अंक बंद करने की बात चली है तब से शिक्षक ये पांच अंक दिए की मांग उठा रहे हैं।
 पूर्व अवार्डी शिक्षक डा. होशियार सिंह, अवार्डी शिक्षक वीरेंद्र सिंह ने मांग की है कि भविष्य में होने वाले तबादलों में अवार्डी शिक्षकों को कम से कम शिक्षकों को पांच अंक दिए जाएं। इससे पहले जहां शिक्षक लंबे समय से अवार्डी शिक्षकों को दो अतिरिक्त वेतन वृद्धियां, दो साल का सेवा विस्तार देने की मांग करते आ रहे हैं और ज्ञापन आदि दे रहे हैं किंतु अभी तक शिक्षकों को दो अतिरिक्त की बजाय अग्रिम वेतनवृद्धियां दी गई है। जो सेवानिवृत हो चुके हैं और अवार्ड के समय उनकी उम्र 55 वर्ष या अधिक थी उन्हें न तो अग्रिम और न ही अतिरिक्त वेतन वृद्धियां गई हैं। 2 साल का वेतन सेवा विस्तार तो वर्ष 2020 के बाद किसी को नहीं दिया जा रहा है। एक बार फिर से सभी अवार्डी शिक्षक पहले वाले लाभ लागू करने की मांग शिक्षक उठा रहे हैं। वर्ष 2020 के बाद शिक्षकों के लाभ बंद किए जाने के बाद से अवार्डी शिक्षक मायूस हैं तथा सरकार से मांग है कि सभी लाभ फिर से बाहर किया जाए जो 2020 से पहले दिये जाते रहे हैं।




यूरो स्कूल में विज्ञान-प्रदर्शनी प्रतियोगिता का हुआ सफल आयोजन
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कनीना की आवाज।
यूरो स्कूल के बच्चों की बौद्धिक और सृजनात्मक भावना को विकसित करने के लिए एक विज्ञान प्रदर्शनी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता का शुभारंभ मुख्यातिथि यूरो ग्रुप के निर्देशक नितिन यादव व प्राचार्य सुनील यादव ने मां सरस्वती की प्रतिछाया के चरणों में दीप प्रज्वलित करके किया। यह प्रतियोगिता यूरो ग्रुप की चार शाखाओं रेवाड़ी, भिवाड़ी, धारूहेड़ा और कनीना में प्रतिभागियों के बीच हुई। इस प्रतियोगिता में पांच भाग बनाए गए जिसमें पहले भाग में स्वास्थ्य और स्वच्छता के, दूसरे भाग में विज्ञान हमारे दैनिक जीवन में के अंतर्गत , तीसरे भाग में पर्यावरण संरक्षण व मूल उद्देश्य के अंतर्गत, चौथे भाग में ऊर्जा के वैकल्पिक स्त्रोतों के अंतर्गत और पांचवें भाग में विज्ञान और तकनीकी के अंतर्गत माडल प्रस्तुत किये। विद्यार्थियों ने अपनी कुशाग्र बुद्धि से इन प्रारूपों को क्रियान्वित करके भी दिखाया तथा हमारे जीवन में इनकी महत्ता पर भी प्रकाश डाला।
इस प्रतियोगिता में संदीप कुमार एवं ज्योति राजकीय माडल संस्कृति स्कूल कनीना ने निर्णायक मंडल के रूप में अपनी विशिष्ट भूमिका निभाई। इस प्रतियोगिता में ग्रुप एक में लिथियम प्रथम, कैल्शियम द्वितीय तथा हिलीयम तृतीय, ग्रुप 2  में नाइट्रोजन प्रथम, बोरोन द्वितीय तथा कार्बन तृतीय, ग्रुप 3 में सोडियम प्रथम, नियोन द्वितीय तथा फ्लोरिन तृतीय स्थान, ग्रुप 4 में सिलीकोन प्रथम एवं सल्फर द्वितीय तथा ग्रुप 5 में आर्गन प्रथम एवं क्लोरिन द्वितीय स्थान पर रहे। ओवरआल ट्रोफी यूरो इंटरनेशनल स्कूल, रेवाड़ी ने जीती।
इस शुभावसर पर प्राचार्य सुनील यादव व उप-प्राचार्या संजू यादव ने इस प्रदर्शनी में आए हुए अतिथिगणों का स्वागत करते हुए कहा कि आज के इस वैज्ञानिक युग में अगर हम इस विज्ञान के क्षेत्र में सक्रिय नहीं हुए तो हम बहुत पिछड़ जाएंगे। आज के इस युग में हमें विज्ञान के साथ कदम से कदम चलना चाहिए तभी हमारा विकास संभव है। उन्होंने इस प्रतियोगिता में विजेताओं को प्रमाण-पत्र और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया और सभी को आगे बढऩे के लिए प्रोत्साहित किया। साथ ही उन्होंने इस प्रतियोगिता को सफल बनाने का श्रेय पुनीत वत्स, कुलदीप सोनी, अंतु यादव, मंजू यादव, गतिविधि प्रभारी मधू यादव कार्डिनेटर सुमन यादव, तनू गुप्ता,रितू तंवर व रविन्द्र कुमार यादव को दिया।
फोटो कैप्शन 02: यूरों स्कूल के अव्वल रहे विद्यार्थियों के साथ स्टाफ: फोटो यूरो स्कूल


भंडारा एक को, चिराग राव होंगे मुख्य अतिथि
-दो भंडारे लगेंगे एक साथ
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कनीना की आवाज।
एक फरवरी को सुबह 10.15 बजे कनीना एसडीएम निवास स्थल, कनीना कोर्ट के सामने विशाल भंडारे का आयोजन किया गया है।  विस्तृत जानकारी देते हुए चिराग राव कनीनवाल ने बताया कि स्वेच्छा से यह भंडारा लगाया जाएगा। जिसमें कई जन सहयोग कर रहे हैं।
  उधर रवि कुमार एवं सुरेश कुमार ने बताया कि दुकानदार मिलकर अनाज मंडी सड़क मार्ग पर भी एक फरवरी को ही भंडारा लगा रहे हैं। हर वर्ष भंडारा लगाते आ रहे हैं। इस प्रकार एक साथ दो भंडारे लगाये जा रहे हैं।



उन्हाणी हादसे की याद हो गई ताजा
- हादसे को अभी भी नहीं भुला पा रहे लोग
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कनीना की आवाज।
 जीएल स्कूल की बस के उन्हणी हादसे में शिकार खरकड़ाबास की स्नातक कक्षा की लड़की की गुरुवार को मौत के बाद एक बार फिर हादसा फिर से चर्चा में आ गया है। 11 अप्रैल 2024 को जीएल पब्लिक स्कूल की बस उन्हाणी के पास पेड़ से जा टकराई थी और इसमें 6 बच्चों की मौत हो गई थी, करीब 25 बच्चे घायल हो गये थे जिनमें से दो बच्चे अभी भी घायल अवस्था में चल रहे थे जिनमें से सपना खरकड़ाबास की लड़की की भी गुरुवार को मौत हो गई। जहां बस हादसे में मृतकों की संख्या 7 पहुंच चुकी है। अभी भी हादसे का शिकार धनौंदा एक बच्चा अभी भी पूर्ण रूप से ठीक नहीं हो पाया है।
एक बार फिर से जीएल स्कूल कनीना का हादसा लोगों की जुबान पर आ गया है। लोग हादसे को कुछ भूलने लगे थे कि खरकड़ाबास की सपना की मौत ने हादसा तरोताजा कर दिया है। जहां छह बच्चों की मौत हादसे में चार झाड़ली और दो धनौंदा गांव के थे तथा गत दिवस एक लड़की सपना खरकड़ाबास की मौत हो चुकी है। मृतकों माता-पिता और गांव वालों के पास आंसू कम पड़ गए हैं। जहां सबसे बुरा हाल संदीप कुमार और उसकी पत्नी सुषमा का का है जिनके दो पुत्र यक्षु और अंशु थे। परिवार में दो ही पुत्र थे।
जहां युवराज झाड़ली की मौत हो गई थी युवराज के पिता किसान है और उनका एक और लड़का है। सत्यम झाड़ली की हादसे में मौत हो गई थी जो जो परिवार में एक लड़का था तथा अब एक लड़की बची है।  
उल्लेखनीय है उन्हाणी के पास 11 अप्रैल 2024 को जीएल पब्लिक स्कूल कनीना की एक बस के पेड़ से जा टकराई थी जिसमें 6 बच्चों की मौत हो गई थी। एक खरकड़ाबास की लड़की अभी तक जीवन मृत्यु से जूझ रही थी, परीक्षाएं भी बेड पर ही दी है और मिली जानकारी अनुसार उनका आधा शरीर काम नहीं कर रहा था। आखिरकार उनकी भी अब मौत हो गई है। इस हादसे की पूरे ही देश में जहां चर्चाएं चली तथा इस दुर्घटना में दो घर तो पूर्ण रूप से बंद हो चुके हैं। आज भी बस में मारे गए बच्चों के अभिभावक सरकार की ओर नजरें जमाएं हुए हैं कि उन्हें कोई सहायतार्थ राशि मिले, कितने ही आंदोलन चले किंतु स्कूल के प्रशासन के कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया परंतु वो भी जमानत पर आ चुके है। इस हादसे को पीडि़त परिवार शायद ही भूल पाये किंतु लोगों ने स्कूल प्रशासन को भूला सा दिया है। इस हादसे की जितनी निंदा की जाए वो कम होगी।



पूर्व पार्षद शीला रानी का निधन
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कनीना की आवाज।
कनीना की पूर्व पार्षद शीला रानी का निधन हो गया। वे करीब 81 वर्ष की थी। अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गई है। वार्ड 10 मोहल्ला फलसावाला की शीला रानी का स्वर्ग आश्रम बाबा लाल गिरी में अंतिम संस्कार कर दिया गया।   
फोटो साथ है








Thursday, January 30, 2025


 


जीएल की बस दुर्घटना की पीडि़ता की हुई मौत
-सपना खरकड़ाबास थी अब तक बेड पर
-करीब नौ माह बाद हुई है मौत, अब हादसे में मरने वालों की संख्या हुई 7
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कनीना की आवाज।
11 अप्रैल को हुए कनीना के जी एल स्कूल बस हादसे की पीडि़ता सपना पुत्री सतीश कुमार खटाना नहीं रही। उसका निधन आज दोपहर 2:30 बजे उसके घर गांव खरकड़ावास में ही हुआ। उल्लेखनीय है कि 11 अप्रैल को उन्होंने के पास हुए भीषण बस हादसे में 6 विद्यार्थियों की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि कई दर्जन विद्यार्थी घायल हुए थे जिम सबसे ज्यादा घायल सपना पुत्री सतीश कुमार थी सपना को रीड की हड्डी में मल्टीपल फैक्चर तथा दिक्कत थी तथा वह 11 अप्रैल से बिस्तर पर ही थी कनीना के कर्मठ मीडिया कर्मियों के सहयोग से सपना ने अपनी बीए प्रथम वर्ष के दूसरे सेमेस्टर दी। परीक्षा उल्लेखनीय है कि सपना जल कालेज की टापर रही थी।
बस हादसे के बाद जब सपना का इलाज गुरुग्राम में एक बड़े अस्पताल में चल रहा था तब अस्पताल प्रबंधन द्वारा उसे 5 लाख रुपये की मांग की गई थी तब तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल प्रशासन को धमकाया था तथा वह 5 लाख की राशि अस्पताल  प्रशासन को सपना के पिता सतीश कुमार खटाना द्वारा भुगतान न किए जाने की बात कही थी ।
तब सरकार व प्रशासन ने हर संभव सहायता का आश्वासन दिया था लेकिन सपना को किसी तरह की कोई आर्थिक मदद नहीं दी गई जबकि 6 मृतक  विद्यार्थियों के परिजनों को सरकार द्वारा पांच-पांच लाख रुपये की राशि प्रदान की गई थी ।
सपना का अंतिम संस्कार आज गांव के ही श्मशान घाट में किया गया तथा ग्रामीणों ने नाम आंखों से गांव की होनहार बिटिया को अंतिम विदाई दी।
  उल्लेखनीय है उन्हाणी के पास 11 अप्रैल 2024 को जीएल पब्लिक स्कूल कनीना की एक बस के पेड़ से जा टकराई थी जिसमें 6 बच्चों की मौत हो गई थी। एक खरकड़ाबास की लड़की अभी तक जीवन मृत्यु से जूझ रही थी, परीक्षाएं भी बेड पर ही दी है और मिली जानकारी अनुसार उनका आधा शरीर काम नहीं कर रहा था। आखिरकार उनकी भी अब मौत हो गई है। इस हादसे की पूरे ही देश में जहां चर्चाएं चली तथा इस दुर्घटना में दो घर तो पूर्ण रूप से बंद हो चुके हैं। आज भी बस में मारे गए बच्चों के अभिभावक सरकार की ओर नजरें जमाएं हुए हैं कि उन्हें कोई सहायतार्थ राशि मिले, कितने ही आंदोलन चले किंतु स्कूल के प्रशासन के कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया परंतु वो भी जमानत पर आ चुके है। इस हादसे को पीडि़त परिवार शायद ही भूल पाये किंतु लोगों ने स्कूल प्रशासन को भूला सा दिया है। इस हादसे की जितनी निंदा की जाए वो कम होगी।
फोटो कैप्शन: सपना फाइल फोटो



चुनावी चकचक
वोट अपने .......में घूंस लो
वोट तो ......में है आपको कैसे दें
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कनीना की आवाज।
 कनीना नगरपालिका के चुनाव भविष्य में होने की संभावना है और अभी तक चुनाव तिथि घोषित भी नहीं हुई है। किंतु प्रधान पद के अनेकों दावेदार गली-गली, घर-घर वोट मांग रहे हैं। एक प्रधान पद के दावेदार का प्रतिनिधि जब वोटर के पास पहुंचा तो वोटर ने उसे समझाया कि वोट मांगने और भी संभावित प्रत्याशी आए थे, काफी बहस छिड़ी, चर्चा चली, आखिर वोट मांगने आए व्यक्ति ने क्रोध में आकर कहा कि अपने वोट को अपने .......में घूंस लो, हमें तुम्हारे वोट की जरूरत नहीं है और इतना कहकर नाराज होकर चला गया। तत्पश्चात उसके परिवार से महिला प्रत्याशी इस घर में वोट मांगने आई और वोट मांगे तो वोटर ने एक ही जवाब दिया कि वोट तो मेरे ..........में घूंसे हुए हैं, मैं तुम्हें वोट कहां से दूं ? जब वह महिला को नहीं समझ आई तो उसने विस्तार से बताया कि तुम्हारे परिवार से वोट मांगने के लिए आए थे और वह इस कदर नाराज होकर चले गए और साथ में यह भी कह गए कि अपने वोट अपने........में घूंस लो। अब जब वो वोट मेरे .......में घूंसे हुए हैं तो तुम्हें वोट कैसे दे पाऊंगा? इतना सुनकर महिला प्रत्याशी अपना सा मुंह लेकर चलती बनी।





चुनावी चकचक
 दो प्रधान पद के प्रतिनिधि प्रत्याशियों में 1 घंटे चली बहस
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कनीना की आवाज।
 कनीना में प्रधान पद महिला के लिए आरक्षित है किंतु दो महिलाओं के पति जहां राजकुमार कनीनवाल के घर के पास खुले मैदान में मिले और दोनों के बीच इस कदर बहस छिड़ी की 1 घंटे तक रुकने का नाम ही नहीं लिया। चारों तरफ लोगों की नजरें टिक गई। कुछ तो झांकते हुए देख रहे थे कि अब ये दोनों जूतमपैजार होंगे। एक दूसरे की बात दोनों काटते रहे और करीब एक घंटे बाद परिणाम निकला की दोनों अपने-अपने गंतव्य मार्गों पर चले गए। आश्चर्यजनक यह था कि दोनों आपस में बहस करने वाले स्वयं प्रत्याशी नहीं है उन दोनों की पत्नियां संभावित प्रत्याशी है। इस बहस का लोगों को बड़ा आनंद आया और वो समझ बैठे थे कि दोनों लड़ेंगे किंतु ये लड़ नहीं रहे थे अपितु वाक स्पर्धा करते नजर आये।


महिला गुम, गुमशुदगी का मामला दर्ज
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कनीना की आवाज।
 कनीना उप-मंडल के गांव से एक व्यक्ति की पत्नी 22 वर्षीय पत्नी घर से निकली थी किंतु घर वापस नहीं लौटी। उसके पति ने पुलिस में दी शिकायत में कहा कि उसकी पत्नी कि उम्र 22 वर्ष है तथा उत्तर प्रदेश की रहने वाली है जिसका एक लड़का भी है। जहां बुधवार को एक बजे घर से बिना बताए कहीं चली गई। उन्हें शक है कि किसी व्यक्ति ने उसे गुप्त स्थान पर छुपाया हुआ है। कनीना पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर लिया है।




तीसरे दिन हुये माता खिमज मेले के कई रोचक मुकाबले
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कनीना की आवाज।
खिमज माता सेहलंग के मेले के उपलक्ष्य  में क्रिकेट प्रतियोगिता के तीसरे दिन कई रोचक मुकाबले चले।
जानकारी देते हुए विजय कुमार सेहलंगिया ने बताया कि रावलधी और तलवाना के मध्य हुए मैच में तलवाना की टीम नौ विकेट से जीती। रूडियावास और जोनावास के मध्य हुए मैच में रूडियावास की टीम बीस रन से जीती। डहीना और सुन्दरेटी के मध्य हुए मैच में डहीना की टीम दस रन से जीती। सिहोर और देवराली के मध्य हुए मैच में सिहोर चार विकेट से जीती।रामबास और पातुहेडा के मध्य हुए मैच में पातुहेडा की टीम सोलह रन से जीती। झाड़ली पावर प्लांट और बधवाना के मध्य हुए मैच में झाड़ली पावर प्लांट की टीम छह विकेट से जीती। इस प्रकार सभी मैच रोमांचक हुए तथा दर्शकों ने भी खेल का लुत्फ उठाया।
फोटो कैप्शन 02: क्रिकेट खेल का नजारा




बैग में रखें लगभग 10 लाख रुपये के गहने चोरी
-धनौंदा आ रही महिला के बैग से चोरी हुए गहने
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कनीना की आवाज।
जयपुर से चलकर धनौंदा अपने माई के आ रही महिला के आभूषण चोरी होने का मामला प्रकाश में आया है। मिली जानकारी के अनुसार पीडि़त महिला लक्ष्मी ने बताया कि वह बुधवार को जयपुर से अपने भतीजे गौरव  के साथ अपने गांव धनौंदा बस द्वारा  आ रही थी तो करीब ढ़ाई-पौने तीन बजे  नारनौल बस स्टैंड पहुंचकर महेंद्रगढ़ के लिए प्राइवेट बस पकड़ी तो बस में ज्यादा भीड़ होने के कारण मैंने मेरा बैग मेरे भतीजे गौरव के पास रख दिया था जिसमें मेरा लगभग 15 तोला जेवरात जिसमें दोनों हाथों के कंगन रखड़ी शीशपुर कानों के झूले गले की चिक सेट तथा अन्य जेवरात रखा हुआ था जब मैं महेंद्रगढ़ से कनीना के लिए बस में सवार हुई तो अपने बैग को चेक किया जिसमें जेवराज से भरा हुआ बैग नहीं था। वही मेरे बैग के पास अन्य चार-पांच लोग बैठे थे जो रास्ते में नांगल सिरोही बस स्टैंड पर उतर गए थे, पूरा शक है किबैग से जेवरात चोरी करने में उन्हीं का हाथ है। पीडि़त महिला ने यह भी बताया जब वह अपने घर पहुंची तो उसने उक्त घटना के बारे में अपने परिजनों से बताया और हम सब मिलकर रात को 10 बजे सिटी थाना महेंद्रगढ़ पहुंचे जहां अपनी लिखित शिकायत पुलिस को देकर मामले से अवगत कराया। वही सिटी महेंद्रगढ़ पुलिस ने मेरी शिकायत लेकर मुकदमा दर्ज करने तथा कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। यहां गौरतलब है कि इस तरह की गैंग क्षेत्र में सक्रिय है बसों में यात्रा करने वाले लोगों के साथ चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रही है और वह पुलिस की पकड़ से बाहर हैं जिसके कारण उनका मनोबल दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।
फोटो कैप्शन: पीडि़त महिला लक्ष्मी





प्राकृतिक संसाधनों के सदुपयोग से ही मानव ऊपर उठना है
--सिहोर स्कूल का में चला कार्यक्रम
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कनीना की आवाज।
प्राकृतिक संसाधनों के सदुपयोग में ही मानव सभ्यता की  भलाई है। ये विचार खंड संसाधन संयोजक मोहित कुमार ने खंड कनीना के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, सिहोर में जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के जल एवं स्वच्छता सहायक संगठन द्वारा  आयोजित विद्यालय जागरूकता कार्यक्रम के दौरान व्यक्त किये। कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के प्रधानाचार्य हरीश यादव जी ने की। जल जागरूकता कार्यक्रम  में खंड संसाधन संयोजक मोहित कुमार ने जल जीवन मिशन,जल संरक्षण, व्यवहार परिवर्तन सम्प्रेषण, दूषित जल से होने वाली बीमारियां जैसे-डायरिया, त्वचा का संक्रमण, पेयजल की गुणवत्ता आदि के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।उन्होंने बताया कि हमें जल संसाधनों का अंधाधुंध दोहन नहीं करना चाहिए । उन्होंने जल संरक्षण पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह कार्यक्रम जन भागीदारी से ही सफल हो सकता है। खंड संसाधन संयोजक ने कहा कि हमें प्राकृतिक संसाधनों जैसे -जल संसाधनों, पेड़ -पौधों व पर्यावरण के प्रति संवेदनशील रहना चाहिए। इस मौके पर विद्यालय के विद्यार्थी और  शिक्षकगण उपस्थित रहे। इसी कड़ी में  उन्होंने कहा कि हमें ध्यान रखना चाहिए कि हमारे जल स्त्रोत से 10 मीटर की परिधि में कोई कूड़ा-कचरा, गोबर और गन्दा पानी एकत्रित ना हो। उन्होंने एनजीटी के नये नियमों का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे जल स्त्रोत की 100 मीटर की परिधी में कोई पैट्रोल पंप भी उपस्थित ना हो। सम्बंधित ग्राम पंचायत नया बोरवैल करते हुए, इस बात का भी ध्यान रखें। पेयजल पाइपलाइन की लीकेज सम्बंधित शिकायत के निवारण हेतु टोल फ्री नम्बर 18001805678 के बारे में भी जानकारी दी। विद्यालय में जल संरक्षण विषय पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें कल्पना चावला सदन की मुस्कान ने प्रथम स्थान, इशा ने द्वितीय स्थान तथा भगत सिंह सदन की हिमांशी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। विजेता विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र और ईनाम देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर हिम्मत सिंह प्रवक्ता भूगोल,सुक्रम सिंह प्रवक्ता अर्थशास्त्र, शालू संस्कृत अध्यापिका, रामावतार सामाजिक अध्ययन अध्यापक, कमलेश प्रवक्ता राजनीतिक विज्ञान  आदि शिक्षकगण उपस्थित रहे।





दूर तक नजर आने लगे हैं सरसों पर पीले फूल
-मौसम ले रहा है करवट,02 फरवरी को बसंत पंचमी
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कनीना की आवाज।
 कनीना क्षेत्र में मौसम लगातार बदल रहा है। प्रतिदिन नये रूप में मौसम के नजारे नजर आते हैं। कई बार मौसम साफ रहा, कभी धुंध और कोहरा तो कभी कड़ाके की ठंड कनीना क्षेत्र में पड़ रही है।। यहां तक की पूरे कनीना की सिंचित भूमि पर सरसों के फूल और गेहूं के खेत नजर आते हैं। सरसों में फूल समाप्त होने को हैं तथा पकती सरसों की फसल को देख अब किसान प्रसन्नचित नजर आने लगे हैं वही फूलों का आना बसंत पंचमी का द्योतक है। इस बार बसंत पंचमी 02 फरवरी को पड़ रही है। कहने को तो बसंत पंचमी पर सबसे अधिक फूल खिलते हैं। उधर गेहूं की फसल भी अब खेतों में खड़ी दिखाई देने लगी है जिसको लेकर किसान खुश है। किसानों का मानना है की मौसम अनुकूल चलने से फसल अच्छी खड़ी है। ऐसे में आने वाले समय में भी यदि मौसम अनुकूल रहा तो अच्छी पैदावार होने की संभावना हैं।
 कनीना क्षेत्र में इस बार जहां सरसों के अच्छे भाव मिलने के कारण अधिक क्षेत्रफल पर सरसों उगाई है। करीब 20,000 एकड़  पर सरसों की फसल उगाई गई है जबकि गेहूं के प्रति किसानों का रुझान घटना ही जा रहा है। इस बार गेहूं  10 हजार एकड़ से भी कम है। ऐसे में किसानों का रुझान सरसों की ओर है। सरसों में इस समय खेतों में पीले फूलों से लगने लगे है, जहां मधुमक्खी पालन करने वाले लोग भी दूर दराज से आये हुए हैं। विगत वर्ष की भांति मधुमक्खी पालने वाले बेहद परेशान रहे क्योंकि अधिक ठंड पडऩे के कारण उनकी बहुत सी मधुमक्खियां मर गई हैं।
पूर्व कृषि वैज्ञानिक डा. देवराज का कहना है कि अब मौसम अनुकूल चल रहा है जिसके चलते सरसों की अच्छी पैदावार होने के संकेत है। किसान राजेंद्र सिंह, अजीत कुमार, कृष्ण कुमार, महेंद्र सिंह, देवेंद्र, सुनील एवं सूबे सिंह आदि ने बताया कि खेतों में अच्छी फसल खड़ी है और आने वाले समय में अच्छी पैदावार होने के संकेत मिल रहे हैं। उधर मां सरस्वती को याद करने के लिए तैयारियां चल रही हैं।
फोटो कैप्शन 01: खेतों में पीले फूलों वाली सरसों की खड़ी फसल।



परीक्षा की कैसे करें तैयारी---
-परीक्षा से घबराना है अनुचित - सुनील रामबास
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कनीना की आवाज।
 एक और जहां 10वीं और 12वीं के परीक्षाएं सिर पर है वही विद्यार्थी दिन-रात परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। परीक्षा की तैयारी कैसे करें इस संबंध में विभिन्न शिक्षाविदों से चर्चा की गई।
वरिष्ठ प्राध्यापक सुनील कुमार यादव रामबास का कहना है कि परीक्षा से घबराने की जरूरत नहीं। सामान्य रूप में परीक्षा को ले, कक्षा में अध्यापक के सामने जिस प्रकार से प्रश्न का उत्तर दिया जा रहा है वैसी परीक्षा में हल करें। परीक्षा के समय विद्यार्थी को पूर्ण आत्मविश्वास के साथ तैयारी करनी चाहिए। जिस भी विषय की परीक्षा देनी है उसकी तैयारी के लिए मुख्य बिंदुओं को अलग से नोट बुक में उतारे, अलग से समय देकर दोहराये,ध्यान रहे उन्हें रटे नहीं। शिक्षा की तिथि की पूर्व संध्या को विद्यार्थी अधिक थकान एवं दिमाग पर परीक्षा का भूत सवार न होने दे। पूरी नींद ले, प्रसन्न चित्त होकर परीक्षा की तैयारी के लिए हर विषय के प्रत्येक टापिक का ध्यान लगाकर स्मरण करें तथा पूर्ण आत्मविश्वास के साथ परीक्षा दे।
 सुनील कुमार का कहना है कि बिना दबाव के पढ़ाई की जाती है तो परिणाम बेहतर होते हैं, स्वास्थ्य अच्छा रहता है। छात्र हर दिन को योजना बनाकर पढ़ाई करें जिनकी बेहतर तरीके से दोहराई होती है। थ्योरी के पेपर के लिए लिखकर देखे तो स्मृति टिकाऊ रहती है। परीक्षा के समय सही उत्तर देने में सक्षम बनाता है। गणित, भौतिक शास्त्र एवं रसायन शास्त्र में अभ्यास अधिक से अधिक करें। दिभर में कितना पढ़े यह विद्यार्थियों की अपनी क्षमता के अनुसार तय होता है। 7 घंटे की नींद लेकर एक घंटे व्यायाम या रुचि अनुसार खेल खेलना चाहिए। हर दिन को प्लान करना और उसे पूरा करना पढ़ाई में चार चांद लगा देता है। इन दिनों में अपने को स्वस्थ रखना जरूरी है ताकि समय पर सभी कार्य पूर्ण कर सकें। पढ़ाई को तनावमुक्त का आनंदमय बनाए। हर दिन की योजना बनाये और उसे पूर्ण करें।
फोटो कैप्शन-वरिष्ठ प्राध्यापक सुनील कुमार रामबास





पुराने दिग्गज चुनाव की लाइन में न के बराबर
-कनीना पालिका चुनावों को लेकर नए चेहरे उभरे
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कनीना की आवाज।
 कनीना पालिका चुनावों को दृष्टिगत पुराने दिग्गजों में से कोई चुनाव लड़ता नजर नहीं आ रहा है।  अधिकांश चेहरे अब तक सामने आये हैं उनमें पुराने दिग्गज कोई नहीं है। कई पूर्व एवं निवर्तमान प्रधान आज भी जीवित है किंतु उनमें से कोई भी चुनाव लडऩे के लिए अभी तक आगे नहीं आया है। यहां तक कि एक बार पार्षद पद के चुनाव पर रह चुके हैं वे लोग भी चुनाव के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। यही कारण है कि इस बार का चुनाव अपने आप में अजूबा होगा। क्योंकि प्रधान पद का सीधा चुनाव है तथा 14 वार्डों में करीब 10400 वोटर चुनाव करेंगे। वहीं प्रधान पद का सीधा चुनाव होगा, इस बार अपने दम पर युवा वर्ग चुनाव लडऩे के लिए अधिक लालायित हैं। इस बार किसी गुट से संबंध रखने वाले लोग कम चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में सभी की नजरें चुनावों पर टिकी हुई है। आने वाले वक्त में जहां पालिका चुनाव के लिए तिथि घोषित होगी तब नए चेहरे और उभर कर आने की उम्मीद है। बहरहाल नगर पालिका कनीना के चुनाव अपने आप में एक सुंदर उदाहरण बनते जा रहे हैं। इस बार जहां जसवंत सिंह बबलू ,उसकी पत्नी सरिता बबलू के चुनाव मैदान में कूदने से चुनाव में रोचकता बढ़ गई है। अब चुनाव और भी कांटे का बन गये हैं। ऐसे में प्रधान पद का चुनाव सभी को आकर्षित कर रहा है।



चार लोगों के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज
-महिला को घर से निकाला,जान से मारने की दी गई धमकी
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कनीना की आवाज







 शबनम अकबरपुर रामू ,चौकी फैजाबाद की विवाहिता तथा कनीना उपमंडल रसूलपुर की महेंद्र सिंह की पुत्री ने कनीना थाने में चार लोगों के विरुद्ध मारपीट करने, जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज करवाया है। उन्होंने पुलिस में बताया कि उसे, उसकी पुत्री भाव्या तथा पुत्र आयांश को 13 अक्टूबर 2024 को घर से निकाल दिया, वापस आने पर जान से मारने की धमकी दी है। शबनम ने पुलिस में बताया कि उनकी शादी सोमवीर के साथ 20 नवंबर 2019 को हिंदू रीति रिवाज के अनुसार की गई थी, शादी में माता-पिता ने खूब दान दहेज दिया था। अपने पति के साथ रहते हुए 20 अक्टूबर 2020 को पुत्री भाव्या तथा 4 दिसंबर 2022 को आयांश को जन्म दिया। छुछक में भी माता-पिता ने खूब दान दहेज, कपड़े दिए थे। उनका आरोप है कि ससुराल पक्ष के लोग दहेज के लोभी है तथा 5 लाख रुपये नकदी एवं एक गाड़ी दहेज में लाने के लिए तंग करते आ रहे हैं और सोमबीर, विजेंद्र जेठ, लाली देवी सास तथा ज्योति जेठानी लगातार तंग करते आ रहे हैं। यहां तक की रोटी देना भी बंद कर दिया है, बच्चों की फीस भी नहीं दे रहे हैं। कई बार मार पिटाई भी की है। उन्होंने अनेक घटनाओं का हवाला देते हुए कहा है कि अब वह अपने पिता के घर में रह रही है। उन्होंने पुलिस में मांग की है कि दोनों बच्चों के लिए तथा उनके लिए 50 हजार रुपये प्रति माह गुजारा भत्ता का प्रबंध किया जाए। कनीना पुलिस ने चार लोगों सोमबीर, बिजेंद्र, लाली देवी, ज्योति के विरुद्ध विभिन्न धाराओं के प्रति मामला दर्ज कर लिया है।

Wednesday, January 29, 2025


 


पुराने दिग्गज चुनाव की लाइन में न के बराबर
-कनीना पालिका चुनावों को लेकर नए चेहरे उभरे
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कनीना की आवाज।
 कनीना पालिका चुनावों को दृष्टिगत पुराने दिग्गजों में से कोई चुनाव लड़ता नजर नहीं आ रहा है।  अधिकांश चेहरे अब तक सामने आये हैं उनमें पुराने दिग्गज कोई नहीं है। कई पूर्व एवं निवर्तमान प्रधान आज भी जीवित है किंतु उनमें से कोई भी चुनाव लडऩे के लिए अभी तक आगे नहीं आया है। यहां तक कि एक बार पार्षद पद के चुनाव पर रह चुके हैं ववे लोग भी चुनाव के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। यही कारण है कि इस बार का चुनाव अपने आप में अजूबा होगा। क्योंकि प्रधान पद का सीधा चुनाव है तथा 14 वार्डों में करीब 10400 वोटर चुनाव करेंगे। वहीं प्रधान पद का सीधा चुनाव होगा, इस बार अपने दम पर युवा वर्ग चुनाव लडऩे के लिए अधिक लालायित हैं। इस बार किसी गुट से संबंध रखने वाले लोग कम चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में सभी की नजरें चुनावों पर टिकी हुई है। आने वाले वक्त में जहां पालिका चुनाव के लिए तिथि घोषित होगी तब नए चेहरे और उभर कर आने की उम्मीद है। बहरहाल नगर पालिका कनीना के चुनाव अपने आप में एक सुंदर उदाहरण बनते जा रहे हैं। इस बार जहां जसवंत सिंह बबलू ,उसकी पत्नी सरिता बबलू के चुनाव मैदान में कूदने से चुनाव में रोचकता बढ़ गई है। अब चुनाव और भी कांटे का बन गये हैं। ऐसे में प्रधान पद का चुनाव सभी को आकर्षित कर रहा है।





मेरा शिक्षा का सफर पुस्तक से साभार-97
- कक्षा में सदा खड़ा रहकर पढ़ाया
- अधिकांश समय खड़े रहने में मिलती है खुशी
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कनीना की आवाज।
 कनीना निवासी डा. होशियार सिंह विज्ञान अध्यापक बतौर 30 अप्रैल 2024 को लंबे समय तक शिक्षा के क्षेत्र में सेवा देकर सेवानिवृत्त हो चुके हैं।  विश्व रिकार्ड पुस्तक में भी उनका नाम दर्ज हो चुका है, हरियाणा राज्य शिक्षक अवार्ड से भी पुरस्कृत हैं। अब पद्म पुरस्कारों के लिए लालायित है परंतु सबसे बड़ी खूबी है कि 36 सालों से भी अधिक समय से साइकिल चला रहे हैं, बैठने में कम रुचि रखते हैं यहां तक की कक्षा में कभी भी एक सेकंड भी कुर्सी में बैठकर नहीं पढ़ाया,सदा खड़े रहकर पढ़ाया। यही कारण है कि उनका नाम विश्व रिकार्ड बुक में दर्ज हो चुका है। आइये सुनते हैं होशियार सिंह की कहानी उन्हीं की जुबानी---
 मुझे साइकिल चलाने, सादा जीवन जीने का बहुत शौक है। आज तक न तो कभी बीड़ी न कभी किसी प्रकार की शराब छूकर और नहीं अन्य नशीला पदार्थ छूकर देखा है। कोई एक करोड़ रुपये दे तो भी इन नशीले पदार्थों को नहीं छूना चाहूंगा। हां, चाय जरूर पी है, विशेष कर ग्रीन टी का बखूबी से आनंद लिया है। कपड़े पहनने का कभी शौक नहीं रहा, आज भी सादे लिबास में एक किसान के रूप में साइकिल पर मिलता हूं। कई बार मुझे देखकर लोग अचरज मे पड़ जाते हैं कि यह इंसान इतना नाम कैसे कमा चुका है। यही नहीं पत्रकारिता, लेखन कार्य में जो नाम कमाया उससे भी लोग बहुत आकर्षित है। किसी का एक नया पैसा आज तक न तो रखा है और न खाने की कोई इच्छा रही है। पत्रकारिता एवं लेखन कार्य में बेदाग छवि रही है। आज तक किसी समाचार पर कोई कोर्ट केस मेरे विरुद्ध नहीं चला है। अंडे एवं मीट से सदा कोसों दूर तथा शाकाहार का बड़ा आनंद लिया है। मुझे कहने में बड़ी खुशी होती है कि बैठकर काम करने में कभी खुशी नहीं होती। जब भी मैं खड़े रहकर बोलता हूं ,विचार व्यक्त करता हूं पढ़ाता हूं तो बड़ा आनंद आता है। विशेषकर जब मैं व्रत रखता हूं तो काम करने में बड़ा आनंद मिलता है। सोमवार का व्रत लंबे समय से चला रहा है, मंगलवार का व्रत भी किया है। व्रत के समय मेरे मन में बोलने की इच्छा अधिक होती है। मुझे अगर खाना कुछ दिन नहीं भी मिले तो भी मुझे महसूस नहीं होता क्योंकि मैं काम के प्रति सजग रहता हूं। लोग सेवानिवृत्ति के बाद अक्सर करते हैं कि समय नहीं बीत पाता लेकिन मुझे यही नहीं पता चला कि कब समय बीत गया, खाने-पीने को भी भूल जाता हूं, जब काम में बैठता हूं तो लंबे समय तक काम करता हूं। हर इंसान में यह गुण हो तो सचमुच देश में कुछ नई क्रांति आ सकती है। मैंने जो जीवन जीया है वह सदा कठिनाइयों में जीया है। हां सबसे अधिक दुश्मन मेरे बने हैं और कहते भी है जिसके दुश्मन नहीं उसका जीना बेकार होता है। कहते हैं कि वो क्या जीवन की कर गया जिसके दुश्मन हजार नहीं हो? मुझे खुशी होती है कि मेरे दुश्मन हजारों हुए और धीरे-धीरे ऐसे सिमट गए जैसे शेर को देखकर जंगली जानवर सिमट जाते हैं। यह सब मेरी वजह से नहीं अपितु देवी देवताओं का आशीर्वाद से संभव हो पाया है। मां सरस्वती का पुजारी रहा हूं और ताउम्र तक रहूंगा क्योंकि मुझे सिर्फ एक क्षेत्र में बहुत अधिक सफलता मिली वह है शिक्षा, लेखन एवं पत्रकारिता। और यह सब मां सरस्वती की देन है। जहां भी मुझे मां सरस्वती की तस्वीर, प्रतिमा दिखाई देती है, सबसे पहले उन्हें नमन करता हूं क्योंकि उसी की बदौलत आज मैं इस मुकाम पर हूं। चाहे लोग कुछ भी कहे परंतु मुझे बेहद खुशी मिलती है। कोई मुझे यह कहे कि अपनी कोई कविता सुना दो, मुझे कुछ याद नहीं रहता लेकिन लिखने के लिए जब कंप्यूटर मिल जाता है तो मन में शब्द अपने आप उभरते चले जाते हैं। चाह कविता हो, लेख, कहानी हो या किसी भी विधा में लिखना हो अपने आप नए विचार उभर कर मन मस्तिष्क में आ जाते हैं। इसलिए लेखन कार्य मेरे लिए सबसे सरल कार्य बन गया है। लेखन कार्य हमें कभी कोई दिक्कत महसूस नहीं करता। पढ़ते वक्त संपूर्ण ध्यान पढ़ाने में लगाया चाहे लेखन कार्य के समय मेरा ध्यान भंग रहा हो जो बहुत गलत है। लेखनकार्य के लिए एकांत होना चाहिए जो अभी तक नहीं मिल पाया है। यदि मुझे एकांतवास मिल जाए तो लेखन कला में निखार आ सकता है। हर इंसान को गुण ग्रहण करने चाहिए। पर मुझे जितना खड़े होकर जीवन जीया है और जो आनंद आया है उतना मुझे कहीं आनंद नहीं आया। वैसे भी अब तो शोध हो चुका है कि जो खड़े रहते हैं उनमें रोग कम होते हैं। विशेष कर तनाव घट जाता है, बीपी सामान्य रहता है। यही कारण है कि मुझे खड़े रहने में बड़ा मजा आता है। मेरे साथी सदा जिद करते रहे हैं कि बैठ जाया करें किंतु मुझे बैठते ही बुरा महसूस होता है।



सभी जिलों के पत्रकारों को स्नान के लिए भेजा जाए महाकुंभ
--पत्रकारों की मांग
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कनीना की आवाज।
 हरियाणा पत्रकार संघ के अध्यक्ष केबी पंडित की मांग को कनीना क्षेत्र के पत्रकारों ने जायज बताते हुए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से चंडीगढ़ सहित हरियाणा भर के सभी जिलों के सभी पत्रकारों को महेंाकुंभ में स्नान के लिए भेजने की मांग की है।
वरिष्ठ पत्रकार दीपचंद यादव, मनोज रोहिल्ला, जसवंत सिंह, इंद्रजीत शर्मा, कर्मवीर, मनीष कुमार,
सुशील मित्तल, डा. होशियार सिंह यादव सहित सभी पत्रकारों ने मांग की है कि प्रदेश के सभी पत्रकारों को महाकुंभ में स्नान के लिए भेजने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि सरकार को ध्यान रखना चाहिए कि सभी जिलों में दैनिक समाचार पत्रों के जिला वाइज संस्करण प्रकाशित होते हैं और सांध्य दैनिक का भी प्रकाशन जिले में हो रहा है। ऐसे में जहां डिजिटल एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया में भी कार्यरत पत्रकारों को कुंभ स्नान के लिए प्रयागराज भेजने पर विचार किया जाना चाहिए। पत्रकारों ने कहा कि जिले के समाचार पत्रों के प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री से मिलकर कुंभ स्नान के लिए भेजने का अनुरोध करना चाहिए। उन्होंने जिले के पत्रकारों को सरकार को दोयम दर्जे का नहीं समझना चाहिए। साथ में उन्होंने 5 लाख रुपये चिकित्सा संरक्षण देने वाली कैशलेस योजना लागू करने की भी मांग की है।





मां बाप की सेवा से मिलते हैं सभी सुख
--कथा का दूसरा दिन
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कनीना की आवाज।
 कनीना उपमंडल के गांव गोमला में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन आचार्य प्रशांत अवस्थी जिला औरैया (उत्तर प्रदेश) ने बताया संसार मे माता पिता से बढ़कर सेवा किसी की नहीं होती है जिसने अपने मां बाप की जीते जी सेवा नहीं की तो उस जीव का जीवन व्यर्थ है। उन्होंने परीक्षित का जन्म राजा परीक्षित को शृंगी ऋषि का श्राप, गंगा तट पर जाना, श्री शुकदेव जी का आना, राजा परीक्षित को कथा सुनाना, सृष्टिक्रम वर्णन, कपिल भगवान् का जन्म एवं सती चरित की बहुत सुंदर कथा सुनाई। सती चरित की कथा सुनकर भक्त भाव विभोर हो गये।
फोटो कैप्शन 05: कथावाचक कथा सुनाते हुए






मौनी अमावस्या पर तीन ट्राली हरा 
चारा खिलाया गायों को
-धर्म कर्म इस दिन माना जाता है पुण्य
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कनीना की आवाज।
कनीना की श्री कृष्ण गौशाला में मौनी अमावस्या पर विभिन्न लोगों ने धर्म पुण्य किया। कनीना के पूर्व पार्षद मोहन सिंह, राज आदि ने मिलकर तीन ट्राली हरा चारा गायों को चराया।  राज सिंह ने बताया कि गायों को इस दिन हरा चारा चराना शुभ होता है। यही कारण है कि एक नहीं अपितु तीन ट्राली भरकर हरा चारा लाया गया जिसमें सरसों प्रमुख है, और गायों को चुराया गया। उन्होंने कहा कि गायों की सेवा सबसे बड़ा पुण्य होता है। लोग दूर दराज तक पुण्य कर्म करने के लिए जाते हैं परंतु गाय जिन्हें जिसे गऊ माता का दर्जा दिया गया है, उनकी सेवा सबसे पुनीत कार्य होता है। यही कारण है कि आज हमने गायों की सेवा की।
फोटो कैप्शन 6: गायों के लिए हरा चारा ले जाते राज व अन्य।





 बच्चों को बांटे जूते और मौज
-सर्दी से बचाव जरूरी-हरिओम
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कनीना की आवाज।
कनीना उपमंडल के गांव झिगावन में स्थित राजकीय माध्यमिक विद्यालय में  32 जोड़ी जूते -मौजे वितरण समारोह का आयोजन किया गया। इसमें मीना शर्मा ने सर्दी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जूते और मौजें वितरित किए। इस मौके पर हरिओम मुख्याध्यापक ने कहा कि सर्दी से बचाव जरूरी है। सर्दी से बचाव न होने पर रोग होने की संभावना बन जाती है। मुख्याध्यापक  हरिओम ने उनका आभार जताते हुए, इस नेक कार्य के लिए उनकी सराहना की। इस अवसर पर विद्यालय की संस्कृत अध्यापिका पूनम बाई ,अध्यापिका अनीता यादव, विज्ञान अध्यापक  प्रदीप कुमार तथा क्लर्क अभिनय  खंडवाल सहित समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।
फोटो कैप्शन 07: बच्चों को जूते व मौजें बांटते हुए।





सेवानिवृत्त कर्मियों की बैठक संपन्न 

---विभिन्न मांगों पर किया विचार
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कनीना की आवाज।
 हरियाणा रिटायर्ड कर्मचारी संघ जिला महेंद्रगढ़ की जिला कार्यकारिणी की बैठक यादव धर्मशाला नारनौल में जिला प्रधान घनश्याम शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक का संचालन जिला सचिव रोशनलाल ने किया। बैठक में  जगल लाल निनानया  पूर्व राज्य उपप्रधान , धर्मपाल शर्मा राज्य प्रेस सचिव, धर्मेंद्र यादव पूर्व जिला प्रधान   सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा , शेर सिंह यादव पूर्व जिला प्रधान हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के विशेष रूप से उपस्थित रहे। बैठक में सर्वसम्मति से निम्न प्रस्ताव पास किए गए ।सर्वप्रथम जिला प्रधान घनश्याम शर्मा के भतीजे की हृदय गति रुक जाने से आकस्मिक निधन हो जाने पर 2 मिनट का मौन धारण किया तथा भगवान से प्रार्थना की गई कि उनकी आत्मा को शांति मिले और भगवान उनको अपने चरणों में स्थान दे ,शोकाकुल परिवार को दुख सहने की शक्ति दे। राज्य कार्यकारिणी के निर्णय अनुसार दिनांक एक फरवरी से 15 फरवरी तक सदस्यता अभियान चला कर सदस्य संख्या बढ़ाई जाएगी और संगठन को मजबूत किया जाएगा। सभी खंडो के प्रधान व खंड सचिव से अनुरोध किया गया की सदस्यता राशि व संघर्ष फंड जिला कमेटी व स्टेट कमेटी को नियमों अनुसार उनका शेयर  दिया जाए। राज्य सम्मेलन 24 दिसंबर 2024 को कर्मचारी भवन रोहतक में हुआ था जिसमें 4000 रुपये में एक छोटी गाड़ी बुकिंग करके ले गए थे वह धनराशि भी सभी ब्लाकों को जिला कमेटी  को दिया जाएगा। स्टेट कमेटी के सम्मेलन में जिले को 2000 रुपये सहयोग हेतु जमा करवाने हैं। यह राशि भी सभी ब्लाकों को  जिला कमेटी को दी जाए ताकि स्टेट में जमा करवाई जाए। सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया की सभी ब्लाक अपनी-अपनी सदस्यता  व संघर्ष फंड की पुरानी कापी जो काटी है या नहीं काटी हैं जिला कमेटी को  जमा करवाए ताकि जिला कमेटी स्टेट में जमा करवाई जाए। बैठक मे सभी पदाधिकारियों धर्मपाल शर्मा  को राज्य कार्यकारिणी में प्रेस सचिव  चुने जाने पर  बधाई  दी । बैठक को संबोधित करते हुए राज्य प्रेस सचिव धर्मपाल शर्मा ने सरकार से मांग की की रिटायर्ड कर्मचारियों को मेडिकल भत्ता 3000 रुपये मासिक दिया जाए। सभी बीमारियों का इलाज कैशलेस किया जाए। कमोट की गई राशि को 10 वर्ष 8 मास के बाद काटना बंद किया जाए।  पेंशनर व पारिवारिक पेंशनर्स को पुरानी पेंशन लागू की जाए। पेंशन को आयकर से मुक्त किया जाए । पारिवारिक पेंशनर्स को एलटीसी भी एलटीसी  दी जाए। करोना काल का 18 माह का डीए एरियर बकाया दिया जाए। स्थानीय निकायों से रिटायर्ड कर्मचारियों को न्यूनतम पेंशन 20000 रुपये मासिक व सेवानिवृत्ति के समय सभी लाभ सरकारी कर्मचारियों की तरह एक  दिए जाएं। सेवानिवृत्ति को 65 की आयु पर 10 प्रतिशत व 75 की आयु पर 20 प्रतिशत वेतन में बढ़ोतरी की जाए। वरिष्ठ नागरिकों को प्राइवेट निजी एसी वोल्वो बसों के किराए में 50 परसेंट रियायत मिले। रिटायर्ड कर्मचारियों की मृत्यु के बाद सामाजिक सुरक्षा के लिए दी जाने वाली बुढ़ापा पेंशन उनकी पत्नियों को बिना शर्त दी जाए । कर्मचारियों द्वारा 6 माह से ज्यादा सरकारी सेवा करने के बाद एक वेतन वृद्धि दी जाए । हरियाणा सरकार आठवां वेतन आयोग अति शिर्घ गठित करें। सर्वकर्मचारी संघ हरियाणा के पूर्व प्रधान  धर्मेन्द्र यादव ने संगठन में ईमानदारी  से  कार्य करो  और  लोगों को  ईमानदार  दिखाई भी दो। जगनलाल निनानिया ने बैठक मे आने पर सभी पदाधिकारियों का धन्यवाद किया  इस अवसर पर घनश्याम शर्मा , रोशनलाल, ऋषिराज यादव,   महेंद्र सिंह धर्मपाल शर्मा धर्मेंद्र यादव  शेर सिंह सुवालाल ,छोटेलाल यादव,भूप सिंह,पुरानचंद  पूर्व जिला प्रधान,  दुलीचंद गोठवाल, दिलीप सिंह ,राम सिंह ,सत्यपाल , मामन राम, ताराचंद,  ओमप्रकाश वी होशियार सिंह लांबा उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 04: बैठक को संबोधित करते हुए






राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल प्रवेश परीक्षा में यूरो ग्रुप आफ स्कूल ने लहराया परचम
--यूरो स्कूल के बच्चों का हुआ चयन
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कनीना की आवाज।
 यूरो ग्रुप आफ स्कूल ने हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी हाल ही में घोषित राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल प्रवेश परीक्षा परिणाम में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए छह विद्यार्थियों ने चयनित होकर अपने स्कूल एवं क्षेत्र के नाम को गौरवान्वित किया है। संपूर्ण भारत वर्ष के पांच मिलिट्री स्कूलों के दाखिले के लिए 6 विद्यार्थी हेमन्त कुमार यादव, वंश यादव, इच्छा, सुधन्य, आयुष, यनीशा ने चयनित होकर अपने यूरो ग्रुप आफ स्कूल के नाम को चार चाँद लगा दिए।  इस शुभवासर पर चेयरमैन सत्यवीर यादव, निर्देशक नितिन यादव व स्वाति यादव, एकेडमिक डीन मीनू दूबे ने चयनित हुए सभी विद्यार्थियों,  अभिभावकों और उनके मार्ग प्रदर्शित करने वाले सभी अध्यापक वर्ग को हार्दिक बधाई दी एवं इन होनहार विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि यह स्कूल बच्चों की प्रतिभा को निखारने का एकमात्र संस्थान है जहां पर  2018 से हरवर्ष मिलिट्री व सैनिक स्कूलों में चयन होता है। इस अवसर पर प्राचार्य सुनील यादव ने सभी को हार्दिक बधाई देते हुए अध्यापकों की मेहनत की सराहना की साथ ही उन्होंने बताया कि यह एक अतुलनीय परिणाम है। हमारा उद्देश्य बच्चों की प्रतिभाओं को निखारकर ग्लोबल लीडर बनाना है। अंत में प्राचार्य ने सभी अध्यापकों, अभिभावकों व बच्चों को बधाई दी। इस शुभावसर पर यूरो ग्रुप आफ स्कूल के प्राचार्य अनिल यादव, अनामिका गौड, कल्पना यादव, उप-प्राचार्या संजू यादव, रीना यादव, सौम्या पांडा, गीता यादव व समस्त अध्यापक वर्ग उपस्थित रहे।





गोमला में सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा प्रारंभ
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कनीना की आवाज।
 गोमला में बाबा भीष्म दास मंदिर में सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का प्रारंभ हुआ। इससे  पूर्व सोमवार को गांव में कलश यात्रा निकाली गई जिसमें बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया। बाबा भीष्म दास  मंदिर पुजारी बाबा बृज दास ने जानकारी देते हुए बताया कि इस सात दिवसीय भागवत कथा का समापन 3 फरवरी को होगा तथा इसके बाद 4 फरवरी को मंदिर में भंडारे का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस सात दिवसीय भागवत कथा वाचक आचार्य प्रशांत अवस्थी औरैया जिला उत्तर प्रदेश द्वारा किया जा रहा है। कथावाचक आचार्य प्रशांत अवस्थी ने बताया कि पहले दिन भक्ति ज्ञान  वैराग्य गोकर्ण धुंधकारी उपाख्यान की कथा सुनाई गई और माता-पिता की सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है के बारे में बताया गया। उन्होंने कहा कि मनुष्य को किसी की पूजा करने की कोई आवश्यकता नहीं है जब तक उसके माता-पिता संसार में जीवित हैं। माता-पिता की सेवा से बढ़ते कोई भी धर्म नहीं हुआ करता। उन्होंने बताया कि संसार में माता-पिता सबसे बड़े भगवान हैं और यदि मनुष्य उनकी सेवा कर लेता है तो उसे फिर किसी और की सेवा करने की कोई आवश्यकता नहीं है।
फोटो कैप्शन 02: भागवतकथा करते हुए।




लड़की गुम, गुमशुदगी का मामला दर्ज
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कनीना की आवाज।
 कनीना उप-मंडल के एक गांव से लड़की कालेज में पढऩे के लिए गई थी और गुम हो गई। स्वजनों ने गुमशुदगी का मामला दर्ज करवाया है तथा मनीष नामक युवक पर शक जाहिर किया है कि उसने कहीं उसे छुपा रखा है और बंधक बना रखा है। कनीना पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर लिया तथा जांच जारी है।



152-डी रेस्ट एरिया से गाड़ी का डीजल चोरी
-कनीना पुलिस ने किया मामला दर्ज
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कनीना की आवाज।
 152-डी राष्ट्रीय राजमार्ग पर खेड़ी तलवाना रेस्ट एरिया में खड़ी एक गाड़ी से 380 लीटर तेल चोरी हो गया। इससे पहले भी रेस्ट एरिया में दो-तीन गाडिय़ों का तेल चोरी होने का मामला कनीना पुलिस में दर्ज  करवाया गया था।
 मिली जानकारी अनुसार मुस्ताक खान डीडवाना, राजस्थान ने पुलिस में मामला दर्ज करवाते हुए कहा कि वह गौतम ट्रांसपोर्ट गाड़ी का चालक है तथा रोहतक से अपनी गाड़ी में 380 लीटर डीजल भरवाकर  गुजरात के मुंद्रा जा रहा था। 27 जनवरी की रात को 152-डी खेड़ी तलवाना रेस्ट एरिया में गाड़ी खड़ी करके सो गया। रात्रि करीब 12 बजे से 3 के बीच गाड़ी का पूरा तेल चोरी हो गया। सुबह 3 बजे उठा तो टंकी का ढक्कन खुला पाया गया, डीजल गायब था। रकस्ट एरिया के कैमरे चेक करने पर पाया कि एक ट्रक में से कुछ आदमी उतरते दिखाई दिए और गाडिय़ों की टंकी के ढक्कन तोड़ते दिखाई दे रहे हैं। कनीना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।









आइआइटीटीएम प्रतिनिधि ने एसडी विद्यालय में करियर काउंसलिंग सत्र किया आयोजित
-बाबूलाल यादव रहे मुख्य अतिथि
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कनीना की आवाज।
एसडी विद्यालय में एक करियर काउंसलिंग सेमिनार का आयोजन किया गया, जहां बाबूलाल यादव, इंडियन इंस्टीट्यूट आफ टूरिज्म एंड ट्रेवल मैनेजमेंट (आइआइटीटीएम), पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार के प्रतिनिधि मुख्य अतिथि रहे। इस सेमिनार में सभी स्टाफ सदस्यों और अधिकारियों ने भाग लिया। उप-प्राचार्य पूर्ण सिंह ने जोर देकर कहा कि करियर काउंसलिंग उनके स्कूलिंग सिस्टम का एक अभिन्न अंग है और वे अपने छात्रों को मार्गदर्शन देने के लिए नियमित रूप से ऐसे सत्र आयोजित करते हैं।
विद्यालय चेयरमैन जगदेव यादव ने करियर काउंसलिंग को छात्रों के लिए दवा के रूप में वर्णित किया, जो उनकी शैक्षिक यात्रा के इस महत्वपूर्ण चरण में है। देव व्रत, विनय कुमार,  सुरेंद्र कुमार, यशपाल, सुमित अरोड़ा और अन्य वरिष्ठ फैकल्टी सदस्य भी सेमिनार में उपस्थित थे। सत्र ने छात्रों को मूल्यवान अंतर्दृष्टि और मार्गदर्शन प्रदान किया, जिससे वे अपने भविष्य के करियर के बारे में सूचित निर्णय ले सकें।
यह सेमिनार छात्रों को न केवल उनके आगामी करियर के विकल्पों के बारे में सूचित करने के लिए महत्वपूर्ण मार्गदर्शन प्रदान करता है, बल्कि उन्हें अपने अभियान की सही दिशा का निर्धारण करने में भी मदद करता है। इससे छात्रों को उनके स्वयं के शिक्षा और पेशेवर लक्ष्यों की पहचान करने में सहायता मिलती है, जिससे वे अपनी कौशल, रुचियों, और क्षमताओं के आधार पर सही नौकरी या करियर चुन सकें।
इस सत्र में शिक्षार्थियों को उनके रूचियों, क्षमताओं, और रुचियों के आधार पर विभिन्न करियर विकल्पों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई, जिससे उन्हें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सही निर्णय लेने में मदद मिले। वे यहां अपने शैक्षिक साथियों, उच्चतम शिक्षकों, और विशेषज्ञों से सलाह लेने का अवसर प्राप्त करते हैं, जो उनके करियर की दिशा में उन्हें मार्गदर्शन प्रदान कर सकते हैं।
इससे छात्रों को अपने क्षमताओं और रुचियों के आधार पर सही करियर चुनने में मदद मिलती है, जिससे उनके करियर में सफलता प्राप्त करने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। इस प्रकार, यह सेमिनार छात्रों के भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण मार्गदर्शन स्त्रोत के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
फोटो कैप्शन 03: करियर काउंसलिंग करते बाबूलाल फोटो: एसडी स्कूल






Tuesday, January 28, 2025


 



कनीना नगर पालिका के चुनाव
-कोई खंभा बगैर पोस्टर के नहीं बचा
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कनीना की आवाज।
 कनीना में नगर पालिका के भावी चुनावों के दृष्टिगत प्रधान पद के लिए सबसे अधिक मारामारी चल रही है। प्रधान पद के लिए इस कदर पोस्टर युद्ध चला हुआ है कि कनीना कस्बा का कोई भी पोल पोस्टर रहित नहीं है। हर जगह पोस्टर लगे नजर आते हैं। जहां भी देखे पोस्टर हैं और कुछ लोगों ने तो अवैध रूप से बोर्ड और बैनर लगा रखे हैं। कस्बा कनीना के क्षेत्र में जहां भी देखे कोई नहर की जमीन पर अपने बोर्ड लगाए हुए हैं तो कोई नगर पालिका की जगह पर। अपनी जगह को छोड़कर दूसरे की जगह को हड़प्पना चाह रहे हैं। अगर एक बार कस्बा  की सर्वे की जाए और सभी पोस्टर बैनर, अवैध बोर्ड हटा दिए जाए तो कस्बे की तस्वीर ही बदल सकती है। जहां पोस्टर युद्ध बढ़ा है वही वाक युद्ध बढ़ा है। अब चुनावी लड़ाई युवा वर्ग के साथ होने जा रही है। इस बार युवा वर्ग में अनेक महिलाएं उभरी है। कनीना कस्बे का चर्चित चेहरा जसवंत सिंह बबलू की पत्नी सरिता बबलू के मैदान में आने से चहुं ओर चर्चा का विषय बन गया है और यह चुनाव अब कांटे की टक्कर के बन गए हैं। जसवंत सिंह बबलू, उसकी पत्नी, उसके परिवार के सदस्य विभिन्न गलियों में जा रहे हैं, वोट की मांग कर रहे हैं। आज के दिन जहां भी देखे कोई ना कोई प्रधान पद का दावेदार गलियों में दो-तीन व्यक्तियों के साथ वार्तालाप करता नजर आता है। इस दौड़ में जहां कई नये चेहरे सामने आ गए हैं और आने वाले समय में लगता है और भी नये चेहरे आएंगे। चुनाव की तिथि अभी घोषित नहीं हुई है परंतु सघन जनसंपर्क अभियान चलाया हुआ है। आने वाले समय में पता लगेगा कौन क्या कर दिखलाता है?




मेरा शिक्षा का सफर पुस्तक से साभार -96 

कभी अवार्ड नहीं मांगा परंतु दूसरों ने हक छीनने में नहीं छोड़ी कोई कसर
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कनीना की आवाज।
 निवासी डा. होशियार सिंह विश्व रिकार्ड धारक करीब 40 वर्षों तक  शिक्षा के क्षेत्र में सेवा देकर 30 अप्रैल 2024 को सेवानिवृत्त हो चुके हैं। जहां शिक्षा, पत्रकारिता और लेखन में कनीना क्षेत्र में सबसे अधिक नाम कमाया है परंतु न तो कभी अवार्ड किसी का छीनने का प्रयास किया और न ही अवार्ड के लिए जबरदस्ती हाथ पसारा। आइये सुनते हैं होशियार सिंह की जुबानी उनकी कहानी -
मैं लंबे समय से शिक्षा के क्षेत्र ,पत्रकारिता और लेखन कार्य में सेवा दी है और दे रहा हूं। ऐसा शायद ही पूरे जिला महेंद्रगढ़ में ऐसा शिक्षक हो जिसने लेखन कार्य और पत्रकारिता के साथ-साथ शिक्षा में भी नाम कमाया हो और अवार्ड मिले हो।
कनीना ब्लाक में पहला मैं ऐसा इंसान हूं जिसकी 43 कृतियां अब तक आ चुकी है पत्रकारिता में बहुत लंबा अनुभव है, शिक्षा के क्षेत्र में अनुभव लेकर सेवानिवृत्त हो चुका हूं लेकिन कभी किसी अवार्ड के पीछे नहीं दौड़ा। यह सत्य हैं कि आज के दिन सभी अवार्ड बिकते हैं, किसी प्रकार की सर्टिफिकेट चाहिए तो वह बिकती नजर आती है। कोई साझा पुस्तक निकलती है, कोई पत्रिका में लेख छपते हैं उनके भी पैसे संपादक लेने लग गए हैं। एक वक्त था जब लेख आदि छपते थे तो उन्होंने पारिश्रमिक दिया जाता था। मैंने अनेक पत्र पत्रिकाओं में लेख छापे हैं। दैनिक ट्रिब्यून, हरिभूमि, राष्ट्रीय सहारा, मुक्ता, सरस सलिल और जलधारा अनेक पत्रिकाओं में काम किया, जिनमें पारिश्रमिक दिया जाता था किंतु अब पारिश्रमिक देना तो दूर पैसे लेकर के ही संपादक कुछ छपते हैं। किसी समाचार पत्र एवं पत्रिका का आई कार्ड बनवाना हो तो उसके भी पैसे लिये जाते हैं। यह बड़े दर्दनाक बात है। यदि फेसबुक पर देखो कितने विज्ञापन आते हैं और ये विज्ञापन सिर्फ भ्रामक होते हैं, पैसे लेकर के सर्टिफिकेट देते हैं जिनका कोई औचित्य नहीं होता। अनेक संस्थान व ग्रुप बने हुए हैं जिनमें विभिन्न विधाओं में लिखा जाता है तो मनमर्जी से सर्टिफिकेट दे दी जाती है। वास्तव में किसी ज्ञान की परख नहीं होती न ही बुद्धिमान की कद्र होती।
यहां उल्लेखनीय है कि आज के दिन तो नए-नए ऐसे पत्रकार, लेखक एवं साहित्यकार आ गए हैं जो किसी दूसरे बुजुर्ग पत्रकार, लेखक, साहित्यकारों को पीछे धकेल कर अपना नाम सर्वोपरि चाहते हैं। अब सबसे गंदी नीति आ गई है कि किसी प्रकार का सम्मान पाने के लिए भी आवेदन करने लग गए हैं। इससे बुरी बात कोई हो ही नहीं सकती। मैंने कभी इस प्रकार आवेदन नहीं किया। यह सत्य है कि हरियाणा राज्य शिक्षक पुरस्कार पाने के लिए जो नियम है उनका पालन किया। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि कभी किसी जगह देखा जाए तो सबसे पुराने पत्रकार, सबसे पहले पुराने लेखक पुराने साहित्यकार को भूला दिया जाता है। अगर अवार्ड मिलता भी है तो सबसे अंतिम नाम मेरा मिलता है। इससे बुरी बात क्या हो सकती है? इसका अर्थ यह हुआ नए लोग जो अपने बुद्धिमान मानते हैं वो अपने को बहुत बड़ा समझते हैं और दूसरे का सम्मान एवं नाम छीनकर अपने चेहरे पर लगाना चाहते हैं। बात 60 के दशक की है जब फिल्मी दुनिया में दो प्रसिद्ध गीतकार हुए हैं शैलेंद्र  और साहिर लुधियानवी। जब फिल्म फेयर अवार्ड दिया जाता था तो उसमें पहले ही लगभग घोषणा हो जाती थी कि किसका गीत बेहतरीन है, उसे अवार्ड मिलना चाहिए ।साहिर लुधियानवी को फिल्म फेयर अवार्ड मिलना था उन्होंने साफ इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा मैंने बहुत सुंदर-सुंदर गीत लिखे हैं जिन्हें दुनिया याद रखेगी लेकिन मेरे से सुंदर इस वर्ष शैलेंद्र ने गीत लिखा है इसलिए सम्मान का असली हकदार वह है, मैं नहीं। इसे कहते हैं प्रतिभा की कद्र। एक जमाना था रफी से बढ़कर कोई गायक इस दुनिया में नहीं था। बाद में किशोर कुमार गायक के क्षेत्र में उभरे और उन्हें सम्मान मिला परंतु जिस जगह गायकी की बात आती थी किशोर कुमार, रफी को आगे रखते थे। अपनी फिल्मों में भी रफी के गीत गवाए। इसका मतलब हुआ कि  प्रतिभा का सम्मान होता था परंतु आज के दिन घटिया सोच, निकृष्ट प्रवृत्ति के कुछ ऐसे पत्रकार, साहित्यकार और लेखक आ गए जो अपने से वरिष्ठ का हक छीनकर अपने को वरिष्ठ दिखने में लगे रहते हैं। दूसरे की चीज को भी छीनना चाहते हैं। यहां तक की यह भी नोट किया गया है कि अखबार में वरिष्ठ पत्रकार है उसको भुलाने का प्रयास करके अपना नाम भी दे दिया जाता है, इससे बुरी सोच और क्या होगी? आने वाला समय बताएगा कि अवार्ड की कितनी बेकद्री होगी। आज के दिन अवार्ड व सम्मान छीनकर ले रहे हैं, प्रार्थना करके ले रहे हैं और पैसे देकर ले रहे हैं, इससे बुरी बात भी और कोई नहीं हो सकती। वैसे मुझे हर प्रकार के सम्मान मिले हुए हैं। अब पद्म पुरस्कारों पर मेरी नजर है। भविष्य में यदि पद्म पुरस्कार मिल जाता है तो इसका मतलब है कि कुछ गुणों का सम्मान होता है वरना इसका मतलब यह होगा वहां भी भाई बंधुता और राजनीति का खेल चलता है।



गोमला में सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा प्रारंभ
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कनीना की आवाज।
 गोमला में मंगलवार से बाबा भीष्म दास मंदिर में सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का प्रारंभ हुआ। इससे  पूर्व सोमवार को गांव में कलश यात्रा निकाली गई जिसमें बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया। बाबा भीष्म दास  मंदिर पुजारी बाबा बृज दास ने जानकारी देते हुए बताया कि इस सात दिवसीय भागवत कथा का समापन 3 फरवरी को होगा तथा इसके बाद 4 फरवरी को मंदिर में भंडारे का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस सात दिवसीय भागवत कथा वाचक आचार्य प्रशांत अवस्थी औरैया जिला उत्तर प्रदेश द्वारा किया जा रहा है। कथावाचक आचार्य प्रशांत अवस्थी ने बताया कि पहले दिन भक्ति ज्ञान  वैराग्य गोकर्ण धुंधकारी उपाख्यान की कथा सुनाई गई और माता-पिता की सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है के बारे में बताया गया। उन्होंने कहा कि मनुष्य को किसी की पूजा करने की कोई आवश्यकता नहीं है जब तक उसके माता-पिता संसार में जीवित हैं। माता-पिता की सेवा से बढ़ते कोई भी धर्म नहीं हुआ करता। उन्होंने बताया कि संसार में माता-पिता सबसे बड़े भगवान हैं और यदि मनुष्य उनकी सेवा कर लेता है तो उसे फिर किसी और की सेवा करने की कोई आवश्यकता नहीं है।
फोटो कैप्शन 05: भागवतकथा करते हुए।




पटवारियों की कमी से लोग परेशान
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कनीना की आवाज।
पटवारी की कमी होने के कारण लोगों को अपने काम करवाने के लिए खाने पड़ रहे हैं। क्योंकि समूचे जिले में पटवारी की कमी होने के कारण लोगों को अपने कार्य करवाने के लिए -  दर दर की ठोकर खाने पर विवश होना पड़ रहा है। यहां गौरतलब है कि जिला महेंद्रगढ़ में पटवारी के 115 सर्कल है जबकि समूचे जिले में लगभग 314 गांव आते हैं और पटवारियों की संख्या मात्र 47 है जो लगभग सात गांव पर एक पटवारी बनता है जिसके कारण क्षेत्र वासियों को अपने काम करने के लिए कई कई महीनों पटवारियों के चक्कर काटने पड़ते हैं एक सर्वे के अनुसार कनीना तहसील में 47 गांव आते हैं जबकि इसमें 19 सर्कल बनते हैं तथा इनका जिम्मा 11 पटवारियों ने उठा रखा है वहीं अटेली हल्के में 52 गांव आते हैं और 14 सर्किल बनते हैं जबकि इसमें मात्र पांच पटवारी है जो 52 गांव को संभाल रहे हैं। यहां गौरतलब है कि जिले में 314  गांव में पटवारियों की कमी होने के कारण लोगों को भारी समस्या उठानी पड़ रही है। लेकिन सरकार न तो नये पटवारी भर्ती करती है और ना ही लोगों का काम करती है। क्षेत्र के समाजसेवियों का कहना है की सरकार द्वारा भ्रष्ट पटवारी की लिस्ट जारी करके काम ठीक किया है लेकिन अब जिन पटवारियों के पास अन्य गांव का एडिशनल चार्ज था उन्होंने उन गांव के काम करने बंद करने के कारण उन गांवों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए सरकार को नये पटवारी भर्ती करने चाहिए या फिर कोई और रास्ता निकालना चाहिए जिसके कारण ग्रामीण परेशान ना हो।   




मैनिटरिंग व मानिटरिंग कार्यक्रम संपन्न
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कनीना की आवाज।
राजकीय कन्या वरिष्ठ  माध्यमिक विद्यालय कनीना मंडी  के प्रांगण में मेंटरिंग एंड मानिटरिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता वीरेंद्र सिंह प्राचार्य ने की। इस कार्यक्रम में अजय प्रकाश सहायक प्रोफेसर रसायन विज्ञान पीकेएस राजकीय कालेज कनीना ने कुछ एक्टिविटीज करवाई जिनमें  36 बच्चों ने भाग लिया। और जिसमें से दो गतिविधियों में अलग-अलग प्रथम द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त बच्चों को क्रमश:500, 300 और व 200रुपये की राशि भेंट की गई।  बच्चों को वैज्ञानिक और प्रायोगिक ज्ञान की उपयोगिता के बारे में बताया। इस प्रोग्राम में प्रवक्ता पवन कुमार, जीव विज्ञान, प्रवीण कुमार ,स्नेह लता,  नरेश कुमार  हेमंत, कुलदीप, रेखा, ममता ,ओम प्रकाश तथा सभी अन्य स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 05: अव्वल बच्चों को पुरस्कृत करते प्राचार्य


बिजली आपूर्ति रहेगी बंद
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कनीना की आवाज।
डीएचबीवीएन के तहत 11 केवी भडफ़ एपी लाइन की शिफ्टिंग के कार्य के लिए 29 जनवरी को सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक 11 केवी सिटी-3 फीडर पर परमिट लिया जाएगा। इस कार्य के लिए 11 केवी सिटी-3 फीडर की बिजली आपूर्ति सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक बंद रहेगी।




कोटिया में बाबा बुर्जेश्वर क्रिकेट प्रतियोगिता में भडफ़ की टीम रही विजेता
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कनीना की आवाज।
कनीना उप मंडल के गांव कोटिया में बाबा बुर्जेश्वर क्रिकेट प्रतियोगिता का  फाइनल मैच खेला गया। जिसमें मुख्य अतिथि अजीत कुमार रहे।  खेल आयोजन कमेटी के सदस्य रजत यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि बाबा बुर्जेश्वर क्रिकेट प्रतियोगिता में मैच सेमी फाइनल डहीना व झाल के बीच खेला गया। जिसमें झाल गांव की टीम ने बैटिंग करते हुए 65 रन बनाए। उसके मुकाबले में डहीना की टीम ने 66 रन बनाकर मैच जीता। उसके बाद भडफ़ व गाहड़ा के बीच मैच खेला गया। जिसमें गाहड़ा गांव की टीम ने बैटिंग करते हुए 104 रन बनाए जबकि भडफ़
 गांव की टीम ने 114 रन बनाकर मैच को जीत लिया। फाइनल मैच डहीना व भडफ़ के बीच खेला गया।  जिसमें डहीना की टीम ने बैटिंग करते हुए 53 रन बनाए। वहीं भडफ़ की टीम ने 54 बनाकर मैच जीत लिया। खेल में पहले स्थान पर भडफ़ की टीम रही जिसको 15000 रुपये का नगद इनाम दिया गया।  वहीं दूसरे स्थान पर डहीना की टीम रही  जिसको को 11000 रुपये का नगद इनाम दिया जाएगा। क्रिकेट प्रतियोगिता धीरज स्पोर्ट्स वियर के सौजन्य से करवाई गई। इस दौरान धीरज शर्मा, अमित कोटिया, सोमदत्त, मनजीत सिंह, अप्पू यादव, विकास कौशिक, त्रिलोक चंद, अमित यादव, संदीप, नवीन, प्रशांत, अश्वनी भडफ़ सहित अन्य मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 04: खेल मैदान में क्रिकेट खेलते हुए खिलाड़ी।





ठंड में खत्म हो चुके  हैं गमले के पौधे
-ठंड का कहर जारी
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कनीना की आवाज।
क्षेत्र में पड़ रही कड़ाके की ठंड के चलते गमलों में उगाए जाने वाले अधिकांश पौधे खत्म हो चुके हैं। किसान ही नहीं अपितु घरों में पौधे उगाने वाले परेशान हैं।
  कनीना क्षेत्र में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ठंड के चलते पहले पौधों के हरे पत्ते नष्ट होकर गिर गए हैं। अब छोटे पौधों पर ऐसा लगता है कि उन पर पत्ते ही नहीं आए थे। कनीना के किसान कृष्ण कुमार, रवि कुमार, सुनील कुमार आदि ने अपने गमलों में लगाए गए फूलदार पौधे एवं औषधीय पौधे जिनमें तुलसी प्रमुख हैं, दिखाते हुए बताया कि वे पूर्णरूप से नष्ट हो चुके हैं। हालांकि इन पौधों की सुरक्षा के पर्याप्त प्रबंध किए गए थे किंतु सर्दी ने नष्ट कर डाला है।
  सब्जी के पौधे नष्ट होने लगे हैं। यही नहीं अपितु जीव जंतुओं पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है। ताप जमाव बिंदु के आस पास होने के कारण जहां जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है वहीं पेड़ पौधों के पत्ते झड़ गए हैं।  सब्जी भी महंगी हो गई है। किसान परेशान नजर आ रहे हैं। किसानों की नजरें भी फसलों पर टिकी हुई हैं। सब्जी वाले पौधे नष्ट होने से किसान परेशान नजर आ रहे हैं। किसान गजराज मोड़ी ने बताया कि सब्जी देने वाले पौधे नष्ट हो चुके हैं जिसके चलते बाजार में सब्जियां महंगी होने की संभावना है।
फोटो कैप्शन 02: सर्दी में झुलसे हुए पौधे।




70 प्रतिशत घरों में लग गए हैं आरओ
- दुकानदार भी लेते हैं सप्लाई किया जाने वाला आरओ का पानी
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कनीना की आवाज।
 कनीना और आसपास क्षेत्र में जहां जलस्तर गिरता ही जा रहा है वही पेयजल का अभाव होने से 70 फीसदी घरों में आरओ लगवा लिए गए हैं। चाहे आरओ के कुछ लाभ तो वही हानियां भी बताई जा रही है किंतु मजबूरीवश कनीना क्षेत्र में आरओ की मांग बढ़ती जा रही है। हर छोटे और बड़े शहरों गांवों में आरओ की दुकानें खुली हुई है। न केवल आरओ लगाए जाते हैं अपितु उनको ठीक भी किया जाता है। वहीं आरओ के प्रति रुझान देखने को मिल रहा है।
जब कभी लोग सफर पर जाते हैं तो भी आरओ जल की बोतल खरीद कर पीने को मजबूर हो जाते हैं । कनीना और आसपास क्षेत्र में क्षेत्र में फ्लोराइड युक्त पानी है वहीं खारा जल अधिक है जिसके चलते आरओ की मांग बढ़ी है। कनीना क्षेत्र इसराणा एवं ढाणा सहित आसपास के गांवों में जल में फ्लोराइड की मात्रा अधिक है जो दांतों को खराब कर देता है और पीलेपन का कारण बनता है। वहीं विभिन्न गांवों के जल में भी फलोराइड के अतिरिक्त अन्य हानिकारक तत्व पाए गए हैं वहीं टीडीएस 5000 से 6000 के बीच भी जल में देखने को मिल रहा है। यही कारण है कि लोग टीडीएस घटाकर आरओ का पानी प्रयोग कर रहे हैं। कनीना और आसपास की दुकानदार आरओ का पानी सप्लाई करने वाले गाडिय़ों से प्रतिदिन जल का कैन लेते हैं जो सिद्ध करता है कि यहां का पीने योग्य जल कम होने से परेशान हैं। यही कारण है कि आप का पानी सप्लाई करने वालों की मांग बढ़ती ही जा रही है। विवाह शादी और किसी भी उत्सव आदि में भी आरओ का पानी इन गाडिय़ों से मंगवाया जाता है।
 कनीना क्षेत्र के गांव धनौंदा, सीहोर, सेहलंग, कनीना सहित दर्जनों गांवों में कहीं अधिक तो कुछ क्षेत्रों में कम खारा जल पाया जाता है। पीने योग्य जल न होने के कारण आरओ मजबूरी है।
 क्या कहते हैं आरओ का काम करने वालों का-
कनीना क्षेत्र के आरोप के काम करने वाले अशोक कुमार का कहना है कि 70 प्रतिशत से अधिक घरों में आरओ लगवाए जा चुके हैं। जो आरओ नहीं लगवाते वो आरओ का पानी सप्लाई किये जाने वाली गाडिय़ों का पानी पी रहे हैं, उनकी यह मजबूरी है। उन्होंने कहा बताया कि आरओ में एक ही गुण है कि कितना भी खराब जल या खारी जल या अन्य विषैला तत्वों से युक्त क्यों न हो उनको भी पीने योग्य बना देता है। जिसके कारण भी लोग आरओ की तरफ  लालायित हैं। उन्होंने बताया कि आरओ घरों के उद्देश्य के लिए और व्यावसायिक उद्देश्य के लिए भी स्थापित हो रहे हैं। जहां कुछ जगह फिल्टर की जरूरत होती तो वहां फिल्टर भी प्रयोग किया जा रहे हैं जहां आप की मांग होती है मां और स्थापित किया जा रहे हैं। आरओ की कीमत भी अब इतनी अधिक नहीं होती कि जिसे प्रयोग नहीं किया जा सके? यही कारण है कि विभिन्न शिक्षण संस्थानों कार्यालय में आरओ लगा दिए गए हैं और आजकल आरओ में अल्ट्रावायलेट किरण भी प्रयोग होने लगा है जिससे किसी हानिकारक रोगाणु आदि भी पूर्णतया नष्ट हो जाते हैं। उनका कहना है कि आरओ आज के दिन सर चढ़कर बोलता है और लोग आरओ के पानी को विश्वास के साथ पी लेते हैं। नहर पर आधारित पेयजल सप्लाई का जल का टीडीएस अच्छा मिलता है जो पीने योग्य होता है।
क्या कहते हैं डाक्टर--
कनीना उप-नागरिक अस्पताल के डा. जितेंद्र मोरवाल ने बताया कि क्षेत्र के पानी में फ्लोराइड अधिक होता है जिसके कारण फ्लोरोसिस रोग हो जाता है जिसके कारण दांतों का रंग बदल जाता है तथा भंगुर हो जाते हैं तथा हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। ऐसे में पानी को फिल्टर करके या आरओ लगवाकर टीडीएस ठीक करवा सकते हैं। घर पर अगर पानी को गर्म करके ठंडा किया जाए तथा ऊपर का पानी अलग कर ले जिसमें फ्लोराइड न के बराबर मिलेगा।
फोटो कैप्शन: अशोक कुमार एवं डा. जितेंद्र मोरवाल


 बंदरों की समस्या बोल रही है सिर चढ़कर
--एक बार बंदरों को पकड़कर छोड़ा गया था अन्यत्र
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कनीना की आवाज।
 कनीना क्षेत्र में हजारों की संख्या में बंदर न केवल आम आदमी अपितु दुकानदार, सरकारी कर्मचारी, विभिन्न संस्थाओं के लोग यहां तक की फल और रेहड़ी पर सब्जी विक्रेेता बेहद परेशान है। प्रतिदिन हजारों रुपये का नुकसान बंदर कर देते हैं। एक वक्त था जब बंदरों को खाना खिलाने लोग दूरदराज जाते थे। अब धीरे-धीरे बंदरों के प्रति वह लगाव नहीं रहा है क्योंकि बंदरों से लोग तंग आ चुके हैं। कनीना कस्बे से महज एक बार बंदरों को पकड़कर अन्यत्र छुड़वाया गया था किंतु फिर से इनकी संख्या बढ़ गई है। तत्पश्चात प्रयास किए गए किंतु बंदरों की संख्या बढ़ती ही चली गई। वर्तमान में कनीना ही नहीं अपितु आस पास के गांवों के लोग भी बेहद परेशान हैं। अकेले कनीना में 500 के करीब बंदर दिनरात परेशान कर रहे हैं। एक दर्जन से अधिक लोगों को कनीना क्षेत्र में बंदरों ने काट खाया है।
 क्या कहते हैं कस्बावासी-
बंदरों ने हर प्रकार से मुसीबत खड़ी कर रखी है। रेहड़ी और फल विक्रेताओं फल उठा कर भाग जाते हैं यहां तक की अंडों की रेहड़ी से अंडे तो विभिन्न जीवों को पकड़ कर ये बंदर खा जाते हैं। वैसे भी लोगों को डरा कर अनेक घटनाएं घटित करवा दी है। इनको पकड़कर दूर दराज छुड़वाना चाहिए।
  -- कनीना के गणेश अग्रवाल
बंदर कनीना में एक समस्या बनकर रह गए हैं। एंटीना हो या कोई ध्वज लगा हो उसे तोड़ कर ही दम लेते हैं। घर में कपड़े सूख रहे हो उनको फाड़ जाते हैं। घर में फल या सब्जी लग रही हो उसे क्षणों में ही बर्बाद कर जाते हैं। बंदरों के कारण कस्बा कनीना में आधा दर्जन घटनाएं भी कर चुकी है। बंदरों से निजात पाने के लिए बार-बार निवेदन कर रहे हैं किंतु समाधान नहीं निकाला गया है।
   ---योगेश अग्रवाल,कनीना मंडी
 वे वर्षों से बंदरों की समस्या से निजात दिलाने के लिए प्रशासन से मांग कर रहे हैं। किंतु बंदरों से निजात नहीं मिल पाया है। उन्होंने आरटीआई से भी जानकारी ली थी किंतु कनीना प्रशासन ने महज एक बार बंदरों को अन्यत्र छुड़वाया था। तत्पश्चात से ही हर इंसान को परेशान कर रहे हैं। सरकारी कार्यालय में लगे हुये विभिन्न यंत्रों को तोड़ कर रख जाते हैं। कभी दक्षिण हरियाणा में दीमक का प्रकोप था, अब बंदरों का प्रकोप उससे भी अधिक हो गया है।
  ---शिव कुमार कनीना मंडी
 नगरपालिका द्वारा एक बार कनीना कस्बे से बंदरों को पकड़वा कर दूर छुड़वाया था। तत्पश्चात उन्होंने बार-बार प्रयास किया है किंतु आंशिक सफलता मिली है। वे भी चाहते हैं कि बंदरों से लोगों को निजात दिलाया जाए। बंदरों को पकडऩे के लिए टेंडर भी छोड़े गये थे किंतु सफलता नहीं मिली है।
   --निवर्तमान प्रधान नपा सतीश जेलदार
लोग कुत्ता, बंदर एवं बिल्ली के काटने के बाद सावधानी नहीं बरती तो जीवन को खतरा हो सकता है। और किसी भी समय यह रोग बढ़ सकता है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी अब शहरी तर्ज पर कुत्ते पालने की प्रथम बनी हुई है इसके चलते कुत्ता कभी किसी को काट सकता है और काटने पर तुरंत प्रभाव से टीके लगवाने चाहिए। उन्होंने बताया कि अक्सर कभी कुत्ता काटता है और काटने के बाद यदि कोई खून नहीं निकलता खरोंच आ जाती है तो टीके लगवाने की जरूरत नहीं होती। इसे अच्छी प्रकार साबून,डिटोल एवं तथा अन्य एंटीबायोटिक पदार्थ से धो देना चाहिए परंतु कुत्ते के काटने से कुछ खून निकलता है तो टीके लगवाने जरूरी होते हैं।
  ---डा. पवन कांगड़ा
फोटो कैप्शन: डा. पवन कांगड़ा, गणेश कुमार, शिव कुमार, योगेश अग्रवाल, सतीश जेलदार





होने लगी है खाटू श्याम मेले की तैयारी
- हजारों की संख्या में जाते हैं भक्तजन कनीना से
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कनीना की आवाज।
 28 फरवरी से 11 मार्च तक चलने वाले 12 दिवसीय फाल्गुनी मेले की तैयारी शुरू हो गई है। जहां कनीना में श्याम बाबा का मंदिर है वहीं कनीना से लोग राजस्थान के दो स्थानों पर पदयात्रा पर जाते हैं। एक और जहां हुडिय़ा जैतपुर जाते हैं वही खाटू श्याम धाम पर जाते हैं। भक्तजन ध्वज लेकर दोनों ही स्थानों पर जाते हैं। आजकल जहां हुडिय़ा जैतपुर का धाम बहुत प्रसिद्ध होता जा रहा है क्योंकि महज 30 किलोमीटर दूरी पर है। इसमें महिलाएं बढ़ चढ़कर पदयात्रा करती है। वैसे भी एक ही दिन में पदयात्रा पूर्ण हो जाती है, इसलिए भी हुडिय़ा जैतपुर का श्याम धाम प्रसिद्ध होता जा रहा है। वहीं जहां कनीना से करीब 190 किलोमीटर दूर राजस्थान में रिंगस से 17 किलोमीटर दूर खाटू धाम है। जहां सबसे अधिक बड़ा मेला लगता है। इस मेले में सभी गांव से सैकड़ों की संख्या भक्तजन पदयात्रा करते हैं। जगह-जगह उनके लिए जहां ठहरने के प्रबंध किए जाते हैं।
इस यात्रा की विस्तृत जानकारी देते हुए श्यामभक्त मनोज कुमार ने बताया कि उनका एक दल हर वर्ष पैदल जैतपुर जाता है वही सूबे सिंह और दुलीचंद साहब ने बताया कि वे कनीना के श्याम बाबा पर हर वर्ष भंडारा लगते हैं वहीं अखंड ज्योति जैतपुर ले जाते हैं। इस मेले को लेकर के तैयारियां जारी है।
 उधर कनीना के सुरेश कुमार एवं रवि कुमार ने बताया कि वे इन मेलों में जाते हैं और श्याम बाबा के दर्शन करते हैं। जहां इन मेलों के प्रति हर वर्ष संख्या बढ़ती ही जा रही है। कनीना से 190 किलोमीटर दूर स्थित खाटू श्याम धाम पर सबसे अधिक भीड़ रहती है तथा करीब चार दिनों में यह सफर पूरा करना होता है। भक्त पूरे ही हरियाणा एवं पंजाब आदि से इस तरफ से गुजरते हैं और पदयात्रा पर खाटू श्याम धाम पर पहुंचते हैं। मनीष कुमार ने बताया कि वह एक दिन में पूरा होने वाले श्याम धाम जैतपुर जाते हैं और श्रद्धा भक्ति से वहां दर्शन करके वापस आते हैं। ऐसे में जहां 12 दिवसीय फाल्गुनी मिले की तैयारी शुरू हो गई है वहीं भक्तों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है।



  लाला लाजपत राय की जयंती पर उन्हें किया याद
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कनीना की आवाज।
कनीना में अमर शहीद पंजाब केसरी लाला लाजपत राय की जयंती मनाई गई। मुख्य अतिथि कर्ण सिंह यादव थे तथा अध्यक्षता समाजसेवी अतरलाल ने की। मुख्य अतिथि कर्ण सिंह यादव ने गणमान्य जनों के साथ लाला लाजपत राय के चित्र पर माल्यार्पण कर समारोह का शुभारंभ किया। उन्होंने लाला लाजपत राय को युवाओं का आइकान बताते हुए उनके आदर्शों पर चलने की अपील की।
 अतरलाल ने लाला लाजपत राय के व्यक्तित्व तथा कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए केन्द्र सरकार से हरियाणा केन्द्रीय विश्वविद्यालय जाट पाली में लालाजी के नाम पर शोध पीठ स्थापित करने की मांग की। संयोजक रविन्द्र बंसल ने लाला जी को पंजाब नेशनल बैंक का संस्थापक बताते हुए उन्हें भाईचारा, समरसता तथा स्वतंत्रता संग्राम का अग्रदूत बताया। पदमेन्द्र जांगड़ा ने सभी का धन्यवाद किया। इस अवसर पर सेठ प्रेम सिंगला, हरेन्द्र शर्मा, हरिकिशन बंसल, सुबे सिंह, अजय कुमार, राकेश, औमप्रकाश, ढीलू सरपंच, गोपाल, जयभगवान, गोविंद, दीपक, कृष्ण कुमार भडफ़, सुबे सिंह, श्यामलाल, गणेश गोयल, पूर्ण सिंह, मुंशीराम सहित अनेक गणमान्यजन उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 01: लाला लाजपत राय के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए