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Monday, January 20, 2025


 


 चुनावी चकचक
पुलिस स्टेशन की दीवार पर भी चिपका दिए वोट मांगने के पोस्टर
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कनीना की आवाज।
  कनीना नगरपालिका के भावी चुनावों के दृष्टिगत जहां अनेकों नई-नई गतिविधियां देखने को मिल रही हैं। कुछ प्रधान और पार्षदों के पोस्टर युद्ध चला रखा है। दीवारों, खंभों, पेड़ों पर पोस्टर टांग दिये हैं वहीं अब पुलिस स्टेशन की दीवारों पर भी पोस्टर चिपका दिए गए हैं। आश्चर्यजनक है कि पुलिस स्टेशन में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति मिले जो कनीना पालिका में वोट दे सके या दिलवा सके। पहले जहां पुलिस स्टेशन के बाहर किसी गुमशुदा की तलाश के पोस्टर लगे देखे जाते थे किंतु वोट मांगने वालों के पोस्टर भी लग गए हैं जिसको देखकर सभी लोगों की अनायास ही निगाहें इन पोस्टरों पर जाती है और उन्हें हंसी आती है कि यह तो कोई वोट मांगने वाले हैं या फिर कोई गुमशुदा लोग।




चुनावी चकचक
चुनाव बढ़ा जाते हैं आपसी मनमुटाव
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कनीना की आवाज।
 जब-जब पालिका चुनाव आते हैं तब तब आपसी मनमुटाव शुरू हो जाते हैं। कई कई महीनों और यहां तक की कई कई वर्ष और यहां तक ताउम्र भी लोग एक दूसरे से नहीं बोलते क्योंकि वोट है ही ऐसी चीज। फिर से वही हालत शुरू हो गई है कि वोट पाने के लिए एक दूसरे के क्षेत्र में सेंध लगनी शुरू कर दी है तथा आमने सामने चुनाव लडऩे की संभावना बन गई है। जितने भी चुनाव लड़ रहे हैं उनमें आपस में प्रेम की बजाय बैर बढऩा शुरू हो जाता है। जहां  कनीना मंडी में वैसे तो विगत वर्ष/2024 में मनोज रोहिल्ला के प्रयास से रामलीला का पुन: मंचन शुरू हो गया है किंतु रामलीला बंद होने के पीछे भी ये चुनाव ही रहे हैं। 14 वर्ष तक कनीना में रामलीला मंचन बंद रहा और फिर से विगत वर्ष शुरू हुई है। अब देखना है कि कहीं भविष्य में भी इन पालिका चुनावों का कोई बुरा प्रभाव तो नहीं पड़ेगा।





चुनावी चकचक
गुलामी की जंजीर तोडऩे की कह रहा है एक प्रत्याशी
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कनीना की आवाज।
 कनीना पालिका के भविष्य में होने वाले चुनाव के दृष्टिगत वोट पाने के लिए चुनाव लडऩे वाले अलग-अलग तरीके अपना रहे हैं। एक प्रधान पद के दावेदार ने तो स्पष्ट कर दिया है कि 30 सालों की गुलामी की जंजीरें तोड़ डालो। जब गहनता से पता किया कि कहीं कनीना गुलाम तो नहीं हो गया था तो उनका आशय स्पष्ट हुआ कि कनीना में जहां गुटबाजी रही है और कुछ लोग गुटों से बंधे हुए थे। अब उनको उन गुटों से छुटकारा पाने की बात वो कहना चाहते हैं। अब देखना है कि क्या उनके कथनानुसार लोग गुलामी की जंजीर तोड़ पाए हैं या नहीं। भविष्य में चुनाव का क्या नजारा होगा यह तो आने वाले वक्त में ही पता चल पाएगा किंतु बहुत सुंदर सी बात कह रहे हैं कि गुलामी की जंजीर तोड़कर उनके पक्ष में आकर गुलामी से बचो।




चुनावी चकचक
नमस्ते का पैटर्न ही दिया है बदल
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कनीना की आवाज।
 जहां चुनाव लडऩे वाले अब तो गलियों में घूम रहे हैं, वोट मांग रहे हैं तथा नमस्ते करने का पैटर्न ही बदलते जा रहे हैं। अब तो सभी बूढ़े बड़ों को दूर से ही नमस्ते वो भी हाथ जोड़कर नमस्ते करते है। कुछेक तो पैर छूते हैं ताकि किसी प्रकार वोट उनके पक्ष में आ जाए क्योंकि वोट पाने के लिए नम्रता जरूरी है और अनेक प्रकार के तरीके अपनाने पड़ते हैं।
80 के दशक में फिल्म आई थी जिसका नाम था मनपसंद और उसमें टीना मुनीम दातुन बेचती है। देवानंद की फिल्म में एक बहुत सुंदर संगीत चलता है- लोगों का दिल अगर जीतना है तो बस मीठा-मीठा बोलो। सचमुच 1980 की मनपसंद फिल्म का गाना आजकल लोगों पर शत प्रतिशत चरितार्थ होता है कि लोगों का मन जीतना है और वोट पाने हैं तो बस मीठा-मीठा बोलना पड़ेगा।





मेरा शिक्षा का सफर पुस्तक से साभार-91
पूरा ही परिवार पत्रकारिता एवं लेखन को है समर्पित
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कनीना की आवाज।
 कनीना निवासी डा. होशियार सिंह लंबे समय तक शिक्षा के क्षेत्र में सेवा देकर 30 अप्रैल 2024 को सेवानिवृत्तहो चुके हैं। जहां उन्होंने पत्रकारिता को भी ऊंचाइयों तक पहुंचाया वहीं लेखन कार्य को भी नये पंख दिये हैं। यहां तक कि  शिक्षा के क्षेत्र में तो उनका कोई सानी नहीं है। पत्रकारिता/लेखन में उनका पूरा ही परिवार जुड़ा रहा है। इस संबंध कमें डा. होशियार सिंह के विचार उन्हीं की जुबानी सुनते हैं--
पत्रकारिता में केवल मैंने ही काम नहीं किया अपितु लगभग मेरा पूरा परिवार पत्रकारिता से जुड़ा हुआ है और पहले भी जुड़ा हुआ था। जहां मैंने 1988 में पत्रकारिता में पदार्पण  किया और आज भी पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूं, लेखन कार्य भी जहां 2000 में शुरू किया और आज भी लेखन कार्य से जुड़ा हुआ हूं। जहां 43 आइएसबीएन पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है वहीं पत्रकारिता में बहुत से समाचारपत्रों में काम किया है, पत्रिकाओं में भी काम किया है परंतु मैं बताना चाहूंगा मेरा पूरा ही परिवार लगभग लेखन कार्य से जुड़ा हुआ है। जहां मेरी पत्नी स्वर्गीय सुमन यादव उच्चकोटि की लेखिका थी। दो पुस्तकें उनकी प्रकाशित हुई, वहीं दैनिक ट्रिब्यून की 2010 तक वह पत्रकार रही। दुर्भाग्य रहा कि उनकी असामयिक मौत हो गई थी। इस दुर्भाग्य के कारण मुझे बहुत बड़ा आघात लगा था। वर्तमान मेरी पत्नी आशा यादव भी पत्रकारिता से जुड़ी हुई है इनकी भी कई पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है और हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी से भी उनकी एक कृति पुरस्कृत हो चुकी है और परे हरियाणा भर का बस का मुफ्त बस पास भी मिला हुआ है। यही नहीं मेरा पुत्र अमीश कुमार की जहां सात पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं, उनकी युवा लेखक बतौर पहचान है। उनकी मां और मौसी कहानी हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी से पुरस्कृत हो चुकी है। अभी भी वे लेखन कार्य से जुड़े हुए हैं। यूं कहा जाए कि मेरा पूरा ही परिवार लेखन कार्य और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ है तो गलत नहीं होगा। कनीना की सबसे पहली महिला पत्रकार मेरी पत्नी स्वर्गीय सुमन यादव रही है। यह सत्य है किक उम्र के अनुसार कुछ दिक्कत आती है, बैठे-बैठे रहने से भी अनेक रोग शरीर में घर कर जाते हैं परंतु फिर भी मेरी इच्छा है कि मरते दम तक लेखन कार्य करता रहूं ताकि आने वाली पीढ़ी कम से कम थोड़ा बहुत तो याद करें। एक मेरे साथी मिले उन्होंने आज एक बात कही कि विश्व रिकार्ड पुस्तक में नाम दर्ज हो गया तो क्या बहादुरी का काम किया है? कौन विश्व रिकार्ड बुक को जानता है। उसकी बात सुनकर मुझे अचरज हुआ कि विश्व रिकार्ड पुस्तक में नाम दर्ज होने पर भी लोग थोड़ा बहुत नहीं जानेंगे तो आखिरकार फिर जीते किस लिए हैं।  कई कई बार लोग इस प्रकार की बातें करते हैं जिससे मन पर ठेस लगती है वरना सबसे बड़ी चीज है इंसान का नाम और सम्मान। अगर वह मिलता रहे तो उसने समझो धरती पर ही सब कुछ पा लिया है। इससे बुरी सोच लोगों की और हो भी क्या सकती है? कस्बा के एक व्यक्ति का नाम कई विश्व रिकार्ड बुकों में नाम दर्ज हो गया है उसे भी कुछ नहीं मानते तो ऐसे लोगों का जीना बेकार है, उनकी सोच कितनी घटिसया है अनुमान लगाना कठिन होगा।






बाबूलाल करीरा अधीक्षक पदोन्नत
- मिला मिला बिरही कलां स्टेशन
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कनीना की आवाज।
 कनीना उप-मंडल के गांव करीरा निवासी बाबूलाल को अधीक्षक, एचइसीएस-2 पद पर पदोन्नति हो मिली है और उन्हें बिरही कलां जिला-चरखी दादरी में स्टेशन मिला है। उनकी पद्धति पर क्षेत्र के अनेक गणमान्य लोगों ने उन्हें बधाई दी है। बधाई देने वालों में ऋषि राज, विनय कुमार मोड़ी, राजकुमार राव पूर्व मिडिल हैड, राज सिंह, पूर्व जिला उप शिक्षा अधिकारी रामानंद यादव सहित अनेक गणमान्य जन शामिल हैं।
 फोटो कैप्शन: बाबूलाल करीरा





सुबह 11 बजे से सांय 4  बजे तक 11 केवी सिटी लाईन 3 की बिजली रहेगी बाधित
-कनीना और भडफ़ में बिजली की आपूर्ति रहेगी बंद
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कनीना की आवाज।
मंगलवार को 11 केवी फीडर सिटी लाईन 3 कनीना व  11 केवी भडफ़ पर लाईन  शिफ्टिंग कार्य के चलते बिजली  बाधित रहेगी। इस विषय में जानकारी देते हुए एसडीओ उमेश वर्मा   ने बताया कि 11 केवी सिटी लाईन के  तीसरे फीडर व 11 केवी फीडर भडफ़ पर  बिजली के लाइन का शिफ्टिंग कार्य चल रहा है जिसके चलते कनीना व भडफ़ गांव में बिजली  बाधित रहेगी। इस कार्य के लिए परमिट लिया गया है।  इस दौरान सुबह 11 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक बिजली आपूर्ति बंद रहेगी।




कोर्ट के आदेश के बाद भी बीत गये तीन दिन
-नहीं हो पाया आज भी अंतिम संस्कार
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कनीना की आवाज।
 उपमंडल के गांव बाघोत में 13 दिसंबर को मोहित नामक व्यक्ति द्वारा आत्महत्या करने का मसला अभी तक नहीं सुलझ पाया है। यहां तक कि न्यायालय ने भी तीन दिन में शव का अंतिम संस्कार करने का आदेश दिया था तथा आइपीएस अधिकारी से मामले की जांच के भी आदेश दिए थे लेकिन न तो न्यायालय के आदेश के तीन दिनों तक शव का अंतिम संस्कार हुआ और न ही अभी तक एफआइआर दर्ज हुई है। मृतक मोहित के पिता कैलाश चंद शर्मा ने बताया कि न्यायालय का आदेश 3 दिन में अंतिम संस्कार करने व जांच आईपीएस लेवल के अधिकारी से होनी थी लेकिन अभी तक प्रशासन की तरफ से ना तो फिर दर्ज की है और ना ही कोई जांच शुरू हुई है। पुलिस एफआइआर दर्ज कर दे हम तुरंत सबका अंतिम संस्कार कर देंगे।
 वहीं दूसरी तरफ एसडीएम कनीना डा. जितेंद्र सिंह भी गत दिनों बाघोत गांव में मृतक के स्वजनों से भी मिला और शव का अंतिम संस्कार करने की न्यायालय की बात बताई लेकिन स्वजनों ने एक ही बात कही कि एफआइआर दर्ज नहीं होगी तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।
मृतक मोहित के पिता कैलाश चंद शर्मा से फोन पर बात हुई। उन्होंने बताया कि वे न्यायालय के आदेश को मानने के लिए तैयार है किंतु पुलिस को भी न्यायालय का आदेश मानना चाहिए। प्रशासन द्वारा अभी तक एफआइआर दर्ज नहीं की गई है। विभाग द्वारा फिर दर्ज होते ही अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा उसके बाद पुलिस अपनी जांच करती रहे।
  उन्होंने बताया कि जज ने पुलिस को आदेश दिये थे किंतु पुलिस ने जांच शुरू नहीं करवाई है। एफआइआर के बाद ही जांच हो सकती है। पंजाब एवं हरियाणा न्यायालय ने स्पष्ट आदेश दे रखे हैं कि आइपीएस अधिकारी से जांच करवाई जाए लेकिन उनका कहना है कि आइपीएस कोर्ट नियुक्त करें और वो निष्पक्ष जांच करें चूंकि महेंद्रगढ़ के पुलिस अधिकारी पार्टी बना रखे हैं। ऐसे में वे क्या कोई जांच करके न्याय दे पाएंगे। उन्होंने कहा कि वे  न्यायालय के आदेश का पालन करेंगे किंतु यदि न्यायालय पहले दाह संस्कार की बात कहेगी तो वो सर्वोच्च न्यायालय में जाएंगे चूंकि पहले एफआइआर हो फिर ही दाह संस्कार होगा।





40 वर्षों तक एक पढ़ाया, कुर्सी एक क्षण भी प्रयोग नहीं की
-जयपुर के विज्ञान उद्यान में मिला सम्मान
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कनीना की आवाज।
यूं तो डा. होशियार सिंह यादव कनीना निवासी, विज्ञान शिक्षक बतौर 40 वर्षों की सेेवा  सरकारी, गैर सरकारी, और ट्यूशन एवं कालेज आदि में शिक्षण कार्य करके पूर्ण की है। इन 40 वर्षों के दौरान उन्होंने कभी कुर्सी का उपयोग नहीं किया। बगैर कुर्सी पर  बैठे केवल कक्षा-कक्ष में खड़े रहकर पढ़ाया जिसका परिणाम अब उन्हें मिल गया है। डा. होशियार सिंह, कनीना का इंडियन बुक आफ वल्र्ड रिकार्ड में नाम पहले ही दर्ज हो चुका था और अब इंफ्लुअंस बुक आफ वल्र्ड रिकार्ड में नाम दर्ज हो गया है। जयपुर में 19 जनवरी को एक भव्य कार्यक्रम में उन्हें यह अवार्ड एवं सम्मान दिया गया। साइंस पार्क में यह कार्यक्रम आयोजित हुआ जिसमें उन्हें सभागार में अपने विचार भी व्यक्त करने का मौका दिया गया।
 इससे पहले उन्होंने लंदन बुक आफ वल्र्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करवाया था। यही नहीं इंटरनेशनल बुक आफ वल्र्ड रिकार्ड में आईकानिक अवार्ड भी मिला था। साथ में ओरिएंट बुक आफ वल्र्ड रिकार्ड में भी नाम दर्ज हो चुका है। इसके अलावा चैंपियन बुक आफ वल्र्ड रिकार्ड में भी नाम दर्ज हो चुका है। क्या कहते हैं डा. होशियार सिंह ---
 विगत 8 महीना के लंबे और अथक प्रयास के बाद इंडियन बुक का रिकार्ड में नाम दर्ज हुआ है, जो बड़ी खुशी की बात और खुशी का अवसर है।  इस अवार्ड को पाने के लिए सैकड़ों साक्ष्य, पढ़ते हुए होशियार सिंह की वीडियोग्राफी, फोटोग्राफ तथा विभिन्न सर्टिफिकेट दिखाने के बाद इंटरव्यू के पश्चात आखिरकार यह नाम दर्ज हो गया है। इसके लिए सभी विद्यालयों के परिवार जिन्होंने मेरी मदद की वो सभी धन्यवाद के पात्र है और उनके लिए मैं आभार प्रकट करता हूं।
 डा. होशियार सिंह ने बताया कि हरियाणा सरकार ने हरियाणा राज्य शिक्षक अवार्ड से नवाजा था। तीन बार राज्यपालों से सम्मान पा पाया है। लेखन कार्य में भी 43 कृतियों की रचना की गई। हाल ही में बाल आलेख तथा पर्व एवं उत्सव का प्रकाशन हुआ है जिनका जल्द ही विमोचन करवाया जाएगा। हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति संस्थान द्वारा पर्व एवं उत्सव द्वारा अनुदानित कृति है। लेखन कार्य में सैकड़ों सम्मान मिल चुके हैं।
  उल्लेखनीय है कि होशियार सिंह यादव की पत्नी आशा यादव की पुस्तक उपयोगी पेड़ पौधे को 41 हजार रुपये का आयुर्वेदिक कृति के रूप में हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति संस्थान द्वारा सम्मान मिल चुका है तथा उनकी भी 5 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है। होशियार सिंह के पुत्र अमीश कुमार की भी 7 कृतियां प्रकाशित हो चुकी है तथा युवा कहानी लेखन में हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति संस्थान द्वारा पुरस्कृत किया जा चुका है।
डा. होशियार सिंह का नाम विश्व रिकार्ड बुक में नाम दर्ज होने पर अनेक गणमान्य लोगों ने प्रसन्नता जताई है तथा बधाइयां दी गई।
फोटो कैप्शन 03: विश्व रिकार्ड बुक में नाम दर्ज होने पर सम्मान पाते हुए
साथ में डा. होशियार सिंह






कनीना नगरपालिका की प्रधान प्रत्याशी --नीलम यादव    
-कुछ कर गुजरने की अनेक तमन्नाएं हैं दिल में
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कनीना की आवाज।
कनीना नगरपालिका का भविष्य में चुनाव होंगे। प्रधान पद के लिए प्रत्याशी नीलम यादव के विचार सुनिये--
2012 में, जब मैंने (नीलम यादव, पूर्व पार्षद, वार्ड नं. 11) चुनाव जीता, तब यह सिर्फ मेरी जीत नहीं थी, बल्कि उन सभी महिलाओं की सोच में बदलाव का प्रतीक था जो राजनीति और चुनाव में अपनी जगह बनाने का सपना देखती थी।
मैंने गांव के लोगों के साथ मिलकर आवाज़ उठाई कि हमारे क्षेत्र में अपग्रेडेड सरकारी अस्पताल बने, जो 50 बेड की क्षमता के साथ हमारे शहर में ही हो। यह हमारे बच्चों, बुजुर्गों और परिवारों के लिए एक बड़ी जरूरत थी, और इसे पूरा करने में हमें सफलता मिली।
इसके साथ ही, मेरी मुख्य भूमिका कनीना के प्राइवेट कालेज से सरकारी कालेज में परिवर्तित करवाने में रही। यह हमारे क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए एक बड़ा कदम था, जिससे उनकी शिक्षा सुलभ और किफायती बनी।
महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए मैंने हर संभव प्रयास किया। मैंने और कनीना के लोगों ने सब-डिवीजन को हमारे शहर में बनवाने के लिए संघर्ष किया। कुछ लोग इसे शहर के बाहर बनवाना चाहते थे, लेकिन कनीना की जनता, विशेषकर महिलाओं के समर्थन और मेहनत से हम इसे अपने शहर में बनवाने में सफल रहे। यह सब आपके प्यार, समर्थन और विश्वास के बिना संभव नहीं था।
आइए, मिलकर अपने क्षेत्र को और भी बेहतर बनाने और महिलाओं को और सशक्त करने की दिशा में कदम बढ़ाए।
फोटो कैप्शन: नीलम यादव प्रधान पद की दावेदार





कर्मियों के हटाये जाने का रोष
-देंगे कर्मी ज्ञापन
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कनीना की आवाज।
आल हरियाणा पीडब्ल्यूडी मैकेनिकल कर्मचारी यूनियन शाखा कनीना व अटेली संबंधित हरियाणा कर्मचारी महासंघ की बैठक कनीना जल घर रेवाड़ी रोड पर संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता ब्रांच प्रधान कृष्णा पूनिया ने की। बैठक में कृष्णा पूनिया ने बताया कि राज्य कार्यकारिणी के आदेश पर नहर विभाग में लगे कौशल विकास निगम के तहत कर्मचारियों को हटाया गया जिसके कारण कर्मचारियों में भारी रोष है। इसी को लेकर 21 जनवरी 2025 को नहर विभाग परिमंडल कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इस धरना प्रदर्शन में कनीना व अटेली ब्रांच 681 यूनियन के सैकड़ो कर्मचारी भाग लेंगे जिसमें सिंचाई विभाग के परिमंडल कार्यालय पर अध्यक्ष अभियंता के मार्फत मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा। बैठक में चेयरमैन वेदपाल तवर ,कैशियर जयपाल यादव, उप प्रधान राकेश खोला, जसवंत, वेद प्रकाश ,परमजीत, राजेश मंडोला ,कुलदीप ,राजेश शर्मा, देव प्रकाश, कंवर सिंह, सचिन शर्मा ,संजय शर्मा, इत्यादि मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 02: कनीना में आयोजित बैठक






लड़की गुम, गुमशुदगी का मामला दर्ज
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कनीना की आवाज।
 कनीना उप -मंडल से के एक गांव से एक लड़की के गुम होने का कनीना पुलिस में मामला दर्ज करवाया है। लड़की के पिता ने कहा कि उसकी 19 वर्ष की लड़की 17 जनवरी को शाम 6 बजे घर से बिना बताए कहीं चली गई। अपने तौर पर इधर-उधर रिश्तेदारियों में तलाश की गई किंतु कहीं नहीं मिली। उन्होंने शक है कि उसकी लड़की को कहीं किसी ने अज्ञात स्थान पर बंधक बनाकर छुपा रखा है। कनीना पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर लिया है।





एसडी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ककराला में अध्यापक-अभिभावक बैठक का आयोजन।








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कनीना की आवाज।
एस डी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ककराला में अध्यापक-अभिभावक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में 1003 अभिभावकों ने भाग लेकर छात्रों के प्रति अपनी जिम्मेदारी एवं अध्यापक-अभिभावक बैठक के महत्व को समझने का परिचय दिया।  सभी अभिभावकों ने अग्रिम सोच का परिचय देते हुए बच्चों के भविष्य के लिए विद्यालय प्रबंधन व सभी संबंधित अध्यापकों के साथ अध्ययन संबंधी समस्याओं के समाधान, शैक्षिक उपलब्धियों के साथ-साथ अन्य गतिविधियों व विषयों पर विमर्श किया। अभिभावकों ने अपने बच्चों की दिनचर्या उनके व्यवहार समय-सारिणी, रुचि आदि से संबंधित पहलुओं से प्रबंधन व संबंधित अध्यापकों से परिचित करवाया और अपने बच्चों की रिपोर्ट लेने में काफी रुचि दिखाई।
विद्यालय चेयरमैन जगदेव यादव ने अध्यापक-अभिभावक बैठक के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि बैठक जागरूक अभिभावकों के लिए अध्यापकों से समय-समय विचार विमर्श करने व बच्चों के लिए सही मार्ग का चुनाव व सहयोग का आधार है। जिस प्रकार तीन भुजाए एक साथ मिलकर त्रिभुज का आकार बनाती है उसी प्रकार अभिभावक के सहयोग से बच्चे बड़े से बड़े लक्ष्य को आसानी से प्राप्त कर सकते है।  
उन्होंने यह भी बताया कि यह बैठक शैक्षिक जानकारी के साथ-साथ सम्पूर्ण व्यवहार, सामथ्र्य से संबंधित बातों के आदान-प्रदान के लिए आयोजित की जाती है। अध्यापक एवं अभिभावकों  का विचार-विमर्श छात्र के जीवन को नई दिशा प्रदान करता है। बच्चे के शैक्षणिक विकास में विद्यालय के साथ-साथ अभिभावक की भी अहम् भूमिका होती है। उन्होंने सभी अभिभावकों का धन्यवाद कर बैठक का समापन किया।
फोटो कैप्शन 01: पीटीएम ककराला।

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