चुनावी चखचख
- मुर्गी और बकरों की खैर नहीं
-चुनावों में देरी उतनी ही मर बकरों एवं मुर्गों की
***********************************************
***********************************************************
***************************************************
कनीना की आवाज। अभी तक नगर पालिका चुनाव की तिथि घोषित नहीं हो रही है। जितने चुनाव देरी से होंगे उतनी ही मर मुर्गों और बकरों की आएगी। एक प्रत्याशी में तो कई दिनों से मुर्गी और बकरों खिलाने शुरू कर रखे हैं परंतु जितने चुनाव देरी से होने का अंदेशा बना हुआ है उतने ही उसके छक्के छूटते जा रहे हैं। यह भी निश्चित नहीं है कि इस बार चुनाव हो पाएंगे या नहीं? या फिर कब तक होंगे? ऐसे में जब यह बात प्रत्याशी को सुनने को मिलती है तो प्रत्याशी हड़बड़ा जाता है। आने वाला वक्त बताएगा कि कैसे और कितने कितने दिन वह बकरों और मुर्गों की बलि चढ़ाकर वोट पाएगा। शास्त्रों अनुसार जीव हत्या के बल पर पाया गया सम्मान कई पीढिय़ों तक श्राप बनकर सामने खड़ा रहता है।
चुनावी चखचख
कभी वोट देना भी सीखो, हर बार लेने के लिए आ जाते हो
***********************************************
***********************************************************
***************************************************
कनीना की आवाज। नगर पालिका के चुनाव लडऩे वाला एक प्रत्याशी जब वोटर के पास पहुंचा और वोटर से अपील की। वोटर ने कहा कि वोट तो अदले का बदला होता है। हर चुनाव में आप या आपके परिवार के लोग खड़े रहते हैं। इसका मतलब तुम वोट लेना जानते हो देना नहीं, कभी तो किसी चुनाव में किसी दूसरे की मदद करो। इतना सुनकर प्रत्याशी थोड़ा सकपका गया और परेशान नजर आया।
चुनाव चखचख
एक दूसरे की कमियां ढूंढ रहे हैं चुनाव लडऩे वाले
-900 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली
***********************************************
***********************************************************
***************************************************
कनीना की आवाज। नगर पालिका के भावी चुनावों के दृष्टिगत विभिन्न प्रत्याशी एक दूसरे की काट ढूंढ रहे हैं। कोई गुणों की कदर नहीं होती, अभी से ही उनकी कमियां ढूंढ रहे हैं और कमियों को ढूंढ ढूंढ कर
इकट्ठा कर रहे हैं ताकि आने वाले समय में वोटरों के सामने पेश किया जा सके और वोट चाहे खुद को नहीं मिले परंतु दूसरी कटवाए जा सके। इसी कथन पर कुछ प्रत्याशी चल रहे हैं। अब आने वाले समय पता लग पाएगा कौन किसकी क्या कमियां ढूंढ कर प्रचारित करता है। इसलिए राजनीति को बड़ी कुत्ती चीज बताया गया है। इससे बुरी बात क्या हो सकती है? चाहे लाख गुण हो उनका बखान नहीं किया जाता अवगुणों को बखान किया जाता है लेकिन यदि कोई धुरंधर व्यक्ति हो तो उसके अवगुणों को छुपाने की भी कोशिश की जा रही है। वरना ऐसे भी प्रत्याशी है जो 900 चूहे खाकर हज की ओर जा रहे हैं।
मेरा शिक्षा का सफर पुस्तक से साभार- 98
-सादे जीवन से सदा ही सभी को किया प्रेरित
***********************************************
***********************************************************
***************************************************
कनीना की आवाज। कनीना निवासी डाक्टर होशियार सिंह विश्व रिकार्ड धारक जहां सदा ही क्षेत्र में जाने जाते रहे हैं। चाहे साइकिल चलाने के नाम पर, चाहे शिक्षा के क्षेत्र में, चाहे पत्रकारिता, चाहे लेखन कार्य हो परंतु उनकी सादगी का आज तक कोई तोड़ नहीं है। वे सदा सादा जीवन जीते आए हैं। सादा खाना, सादे विचार, सादा पहनावा ,सादा रहन-सहन सदैव उन्हें पसंद रहा है। आइये सुनते हैं उन्हीं की कहानी होशियार सिंह की ही जुबानी--
मैं सदा सादा जीवन जीता रहा हूं। पहले ही मैं बता चुका हूं बीड़ी, सिगरेट, शराब और किसी भी व्यसन से सदा दूर रहा हूं। कई लोगों ने मुझे जबरदस्ती शराब आदि पिलाने की कोशिश की परंतु कभी मैं अपने पथ से डिगा नहीं, सदा अडिग रहा। मुझे याद है राव मंगल सिंह नेता होते थे। उस वक्त लंबे समय तक मेरे खांसी रही। कई लोगों से इलाज पूछा तो अनेक लोगों ने कहा कि थ्री एक्स रम की एक चम्मच भर शराब लेकर सो जाना खांसी गायब हो जाएगी। राव मंगल सिंह से एक पैग लेकर आया किंतु वो कई सालों तक रखा रहा। मैंने कभी प्रयोग नहीं किया।
यहां तक की खाने में सदा सादा भोजन रहा है। मीट, मांस ,अंडे या अन्य कोई जीव हत्या नहीं की, न करने दी है। पीपल फार एनिमल का सदस्य भी रहा हूं इसलिए जीवों का संरक्षण करने मेरी प्राथमिकता रही है। मेरे घर पर भी कई पौधे हैं जिनमें अनेकों पक्षी सुबह शाम नजर आते हैं। वैसे भी मैं चाहता हूं कि जीव जंतु मेरे आस-पास अधिक संख्या में दिखाई दे। यहां तक खाने में देसी फल सब्जियां सदा ही प्रयोग की है। जब कभी जंगल में जाता हूं तो देशी फल सब्जी कुछ मिल जाती है तो उसे लाने में कभी हिचकिचाता नहीं। अपने प्लाट पर भी देसी फल सब्जी सदा ही उगाता आ रहा हूं और उगता रहूंगा। यहां तक विचार सदा सादे रहे हैं। चाहे दुष्ट ,निकृष्ट लोग कितने भी मेरे विरोधी रहे हो और जिन्होंने मेरा नुकसान पहुंचाया हो किंतु अपना जीवन सदा अपने अनुसार चलाया है। कपड़े पहनने के तौर पर सदा सादे रहे हैं। यहां तक कि वर्ष 2000 तक जींस की पेंट नहीं पहनी थी किंतु शादी के बाद पत्नी ने आकर जींस की पेंट पहनानी शुरू कर दी। हां कुर्ता पजामा कभी कभार ही प्रयोग किया है वरना अधिकांश कपड़े मनोज रोहिल्ला पत्रकार के यहां से सिलवाये जाते हैं। उन्हीं को पहनता हूं और पहनता रहूंगा। यहां तक की मैं कभी कपड़ों की तरफ नहीं जाता। जब सादी चप्पल, जूते आदि प्रयोग किए हैं, लोग चाहे दिखावा करते हो लेकिन मैंने कभी दिखावा नहीं किया। मैं पहले भी बता चुका हूं जब छठी कक्षा में स्कूल में गया तो अति सादे कपड़ों में ही पहुंच गया था क्योंकि उस समय हमारे परिवार के हालात अच्छे नहीं थे। अब अच्छे हालात बने तो पहनने का शौक ही नहीं रहा, शौक चला गया है। अब तो सिंपल रहना चाहता हूं और कोशिश यही रहेगी कि दूसरों को भी सादा जीवन जीने की सलाह दूं। शरीर में चाहे रोग दोष अभी तक कोई नहीं है क्योंकि इसके पीछे भी सादा जीवन और अच्छे विचार रहे हैं। पत्रकारिता मेरे लिए कभी अच्छा साबित नहीं हुआ इसने मेरे लिए सदा ही नुकसान पहुंचाया है परंतु पत्रकारिता एक कुत्ते के हाड़ के समान है इसलिए छोडऩा भी चाहा पर लोगों ने नहीं छोड़ते दिया।
सादगी से मेरी पहचान है। आज तक जीवन में अधिकांश समय साइकिल चलाई है। यह सत्य है कि कुछ लोग मेरे समाचार ,लेख, पुस्तकों के बारे में पढ़ते हैं, ब्लाग के बारे में पढ़ते हैं परंतु चेहरे से मुझे नहीं जानते, जब मुलाकात होती है तो वो दंग रह जाते हैं कि इसका नाम होशियार सिंह है। पर उन्हें बेहद खुशी होती है कि कितने सादे विचारों एवं कितना सादा जीवन जी रहे हैं। इसलिए मेरी हर इंसान से अपील है कि लंबे समय जीने के लिए सदा सादा जीवन, सादा खान-पान, सादा रहन-सहन होना जरूरी है। पेड़ पौधे जीव जंतुओं से लगाव रखना चाहिए। मैं लंबे समय तक गाय एवं भैंस पाली है, सेवा की है और खूब जमकर दूध और घी पिया है। इस चीज से मैं कभी इंकार नहीं कर सकता कि दूध और घी जितना मैंने प्रयोग किया उतना आम आदमी नहीं पी पाएगा। इसलिए मेरा सादा जीवन ही दूसरों के लिए प्रेरणा बना हुआ है।
माता खिमज मेला गांव सेहलंग में लगेगा चार फरवरी को
-क्रिकेट प्रतियोगिता जारी
***********************************************
***********************************************************
***************************************************
कनीना की आवाज। सेहलंग के खिमज माता के मेले के उपलक्ष्य में क्रिकेट प्रतियोगिता जारी है। मेला चार फरवरी को सेहलंग की पहाड़ी पर स्थित खिमज माता धाम पर लगेगा। इससे पहले क्रिकेट प्रतियोगिता चल रही है।
सेहलंग के विजय कुमार पूर्व प्रवक्ता ने बताया कि शुक्रवार को चले क्रिकेट मुकाबलों में पोता की टीम का मुकाबला बहु-झोलरी की टीम से हुआ, जिसमें बहु-झोलरी की टीम आठ विकेट से जीती। दूसरे मुकाबले में बाघोत और दुधवा की टीमें आमने-सामने थी, जिसमें बाघोत की टीम 25 रन से जीती। खरकड़ा बास की टीम कोसली की टीम से हार गई और मुकाबला कोसली ने नौ विकेट से जीता। महडा और डहीना की टीमों के मुकाबले में महडा की टीम छह रन से जीती। इस मौके पर भारी संख्या में दर्शक मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 03: सेहलंग में क्रिकेट मैच का नजारा फोटो : माता खिमज कमेटी
जब जब धर्म की हानि होती है प्रभु अवतार लेते हैं-आचार्य
-गोमला में भागवत कथा जारी
***********************************************
***********************************************************
***************************************************
कनीना की आवाज। गोमला के बाबा भीष्म मन्दिर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के चतुर्थ दिवस आचार्य प्रशांत अवस्थी गुरु जी ने बताया कि जब-जब धर्म की हानि हुआ करती है तो भगवान् हर युग में अवतार लेकर राक्षसों का संहार करके पुन: धर्म की स्थापना करते हैं। उन्होंने कथा में गज, ग्राह, समुद्रमंथन , बलि, वामन चरित्र, श्रीराम अवतार अब भगवान् श्रीकृष्ण के जन्म की कथा सुनाई। भगवान् कृष्ण का जन्म मथुरा में कंस की जेल में मैया देवकी से हुआ। कंस के भय के कारण वासुदेव जी ने भगवान् कृष्ण को मथुरा से ले जाकर गोकुल में मैया यशोदा के पास छोड़ आए और मैया यशोदा ने जिस कन्या को जन्म दिया था उस कन्या को ले आए। आचार्य ने बताया की संपूर्ण जगत जब-जब भी अत्याचारियों ने धर्म की हानि और संत महात्माओं एवं साधु संतों को सताया तो भगवान् को अपने भक्तों के कारण पृथ्वी पर अवतार लेना पड़ता है। इस मौके पर भारी संख्या में भक्त मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 04: प्रवचन करते आचार्य फोटो: आचार्य
बैंक कर्मी बनकर ठगे 20 हजार, मामला दर्ज
***********************************************
***********************************************************
***************************************************
कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव स्याणा से बैंक कर्मी के 20 रुपये बैक कर्मी बताकर ठग लिये। पुलिस ने ठगी का मामला दर्ज कर लिया है।
मिली जानकारी अनुसार सीमांत कुमार स्याणा ने पुलिस में बताया कि 19 सितंबर 2024 को उनके पास फ्राड काल आई जिसमें उन्होंने कहा कि मैं पीएनबी बैंक कर्मी बोल रहा हूं क्योंकि सीमांत पीएनबी बैंक में काम करता है इसलिए उसे लगा कि काल उनके साथी कर्मचारी की होगी। फोन पर फर्जी कर्मी ने बताया कि मैं अस्पताल में हूं और मुझे 20000 रुपये की जरूरत है, कुछ दिनों के बाद लौटा दूंगा। बैंक कर्मी मानते हुये सीमांत ने 20000 यूपीआई आईडी पर भेज दिए। समय बीतने के बाद उन्हें पता चला कि वह कोई फर्जी काल थी। अब जब उन्होंने फोन किया तो पता चला कि ठगी हो गई है। कनीना पुलिस ने ठगी का मामला दर्ज कर लिया है।
कनीना नगर पालिका की सचिव समय पाल हुए सेवानिवृत्त
- 1992 से दे रहे थे सेवा
***********************************************
***********************************************************
***************************************************
कनीना की आवाज। कनीना नगर पालिका परिसर में सचिव समय पाल सिंह का सेवानिवृत्ति समारोह आयोजित किया गया। इस मौके पर उन्हें सेवानिवृत्ति समारोह में भावभीनी विदाई दी। इस मौके पर दिनेश एमई, राकेश कुमार जेई ने कहा कि सेवानिवृत्ति हर कर्मचारी और अधिकारी का उसी दिन लिख दिया जाता है जब वह सेवा में आता है। सेवानिवृत्ति का अर्थ यह नहीं है कि वह सेवा से पूर्णतया निवृत्त हो गया है अपितु उनकी सेवाएं एक बार फिर से बढ़ जाती है। क्योंकि हर विभाग में एक नियम है कि निश्चित उम्र के बाद उन्हें उस सेवा से निवृत्त कर दिया जाता है। 1992 से कार्यरत समय पाल सिंह अब सेवानिवृत्त हो गए हैं। उन्हें बुक्का भेंट करके तथा विभिन्न गिफ्ट देकर सेवानिवृत्त किया गया।
मिली जानकारी समयपाल सिंह ने 10 जून 2023 को कनीना नगर पालिका बतौर सचिव पद पर कार्यभार ग्रहण किया था। इससे पहले वे अनेक विभागों में हुए सेवा दे चुके हैं। इस मौके पर जहां लेखाकार मनोज कुमार, लिपिक राकेश कुमार, लिपिक रविंद्र कुमार, लिपिक श्याम लाल, लिपिक संदीप सैनी, लिपिक सुरेंद्र वशिष्ठ, दीपक यादव तथा अनेक कर्मचारी उपस्थित थे। सभी ने उन्हें फूलमालाएं पहनकर विदाई दी।
फोटो कैप्शन 01: सचिव समयपाल के विदाई समारोह में विदाई देते हुए: जागरण
शिक्षक तबादलों में राज्य शिक्षक पुरस्कार शिक्षकों को दिए जाएं पांच अंक अतिरिक्त
-2020 से पहले वाले सभी लाभ प्रदान करने की मांग
***********************************************
***********************************************************
***************************************************
कनीना की आवाज। भविष्य में प्रदेश में शिक्षकों के होने वाले तबादलों में राज्य शिक्षक पुरस्कार सम्मानित शिक्षकों को पांच अंक अतिरिक्त देने की मांग बलवती हो रही है। इससे पहले भी जहां तबादलों के समय राज्य शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित शिक्षकों को पांच अंक दिए जाते रहे हैं किंतु जब से ये अंक बंद करने की बात चली है तब से शिक्षक ये पांच अंक दिए की मांग उठा रहे हैं।
पूर्व अवार्डी शिक्षक डा. होशियार सिंह, अवार्डी शिक्षक वीरेंद्र सिंह ने मांग की है कि भविष्य में होने वाले तबादलों में अवार्डी शिक्षकों को कम से कम शिक्षकों को पांच अंक दिए जाएं। इससे पहले जहां शिक्षक लंबे समय से अवार्डी शिक्षकों को दो अतिरिक्त वेतन वृद्धियां, दो साल का सेवा विस्तार देने की मांग करते आ रहे हैं और ज्ञापन आदि दे रहे हैं किंतु अभी तक शिक्षकों को दो अतिरिक्त की बजाय अग्रिम वेतनवृद्धियां दी गई है। जो सेवानिवृत हो चुके हैं और अवार्ड के समय उनकी उम्र 55 वर्ष या अधिक थी उन्हें न तो अग्रिम और न ही अतिरिक्त वेतन वृद्धियां गई हैं। 2 साल का वेतन सेवा विस्तार तो वर्ष 2020 के बाद किसी को नहीं दिया जा रहा है। एक बार फिर से सभी अवार्डी शिक्षक पहले वाले लाभ लागू करने की मांग शिक्षक उठा रहे हैं। वर्ष 2020 के बाद शिक्षकों के लाभ बंद किए जाने के बाद से अवार्डी शिक्षक मायूस हैं तथा सरकार से मांग है कि सभी लाभ फिर से बाहर किया जाए जो 2020 से पहले दिये जाते रहे हैं।
यूरो स्कूल में विज्ञान-प्रदर्शनी प्रतियोगिता का हुआ सफल आयोजन
***********************************************
***********************************************************
***************************************************
कनीना की आवाज। यूरो स्कूल के बच्चों की बौद्धिक और सृजनात्मक भावना को विकसित करने के लिए एक विज्ञान प्रदर्शनी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता का शुभारंभ मुख्यातिथि यूरो ग्रुप के निर्देशक नितिन यादव व प्राचार्य सुनील यादव ने मां सरस्वती की प्रतिछाया के चरणों में दीप प्रज्वलित करके किया। यह प्रतियोगिता यूरो ग्रुप की चार शाखाओं रेवाड़ी, भिवाड़ी, धारूहेड़ा और कनीना में प्रतिभागियों के बीच हुई। इस प्रतियोगिता में पांच भाग बनाए गए जिसमें पहले भाग में स्वास्थ्य और स्वच्छता के, दूसरे भाग में विज्ञान हमारे दैनिक जीवन में के अंतर्गत , तीसरे भाग में पर्यावरण संरक्षण व मूल उद्देश्य के अंतर्गत, चौथे भाग में ऊर्जा के वैकल्पिक स्त्रोतों के अंतर्गत और पांचवें भाग में विज्ञान और तकनीकी के अंतर्गत माडल प्रस्तुत किये। विद्यार्थियों ने अपनी कुशाग्र बुद्धि से इन प्रारूपों को क्रियान्वित करके भी दिखाया तथा हमारे जीवन में इनकी महत्ता पर भी प्रकाश डाला।
इस प्रतियोगिता में संदीप कुमार एवं ज्योति राजकीय माडल संस्कृति स्कूल कनीना ने निर्णायक मंडल के रूप में अपनी विशिष्ट भूमिका निभाई। इस प्रतियोगिता में ग्रुप एक में लिथियम प्रथम, कैल्शियम द्वितीय तथा हिलीयम तृतीय, ग्रुप 2 में नाइट्रोजन प्रथम, बोरोन द्वितीय तथा कार्बन तृतीय, ग्रुप 3 में सोडियम प्रथम, नियोन द्वितीय तथा फ्लोरिन तृतीय स्थान, ग्रुप 4 में सिलीकोन प्रथम एवं सल्फर द्वितीय तथा ग्रुप 5 में आर्गन प्रथम एवं क्लोरिन द्वितीय स्थान पर रहे। ओवरआल ट्रोफी यूरो इंटरनेशनल स्कूल, रेवाड़ी ने जीती।
इस शुभावसर पर प्राचार्य सुनील यादव व उप-प्राचार्या संजू यादव ने इस प्रदर्शनी में आए हुए अतिथिगणों का स्वागत करते हुए कहा कि आज के इस वैज्ञानिक युग में अगर हम इस विज्ञान के क्षेत्र में सक्रिय नहीं हुए तो हम बहुत पिछड़ जाएंगे। आज के इस युग में हमें विज्ञान के साथ कदम से कदम चलना चाहिए तभी हमारा विकास संभव है। उन्होंने इस प्रतियोगिता में विजेताओं को प्रमाण-पत्र और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया और सभी को आगे बढऩे के लिए प्रोत्साहित किया। साथ ही उन्होंने इस प्रतियोगिता को सफल बनाने का श्रेय पुनीत वत्स, कुलदीप सोनी, अंतु यादव, मंजू यादव, गतिविधि प्रभारी मधू यादव कार्डिनेटर सुमन यादव, तनू गुप्ता,रितू तंवर व रविन्द्र कुमार यादव को दिया।
फोटो कैप्शन 02: यूरों स्कूल के अव्वल रहे विद्यार्थियों के साथ स्टाफ: फोटो यूरो स्कूल
भंडारा एक को, चिराग राव होंगे मुख्य अतिथि
-दो भंडारे लगेंगे एक साथ
***********************************************
***********************************************************
***************************************************
कनीना की आवाज। एक फरवरी को सुबह 10.15 बजे कनीना एसडीएम निवास स्थल, कनीना कोर्ट के सामने विशाल भंडारे का आयोजन किया गया है। विस्तृत जानकारी देते हुए चिराग राव कनीनवाल ने बताया कि स्वेच्छा से यह भंडारा लगाया जाएगा। जिसमें कई जन सहयोग कर रहे हैं।
उधर रवि कुमार एवं सुरेश कुमार ने बताया कि दुकानदार मिलकर अनाज मंडी सड़क मार्ग पर भी एक फरवरी को ही भंडारा लगा रहे हैं। हर वर्ष भंडारा लगाते आ रहे हैं। इस प्रकार एक साथ दो भंडारे लगाये जा रहे हैं।
उन्हाणी हादसे की याद हो गई ताजा
- हादसे को अभी भी नहीं भुला पा रहे लोग
***********************************************
***********************************************************
***************************************************
कनीना की आवाज। जीएल स्कूल की बस के उन्हणी हादसे में शिकार खरकड़ाबास की स्नातक कक्षा की लड़की की गुरुवार को मौत के बाद एक बार फिर हादसा फिर से चर्चा में आ गया है। 11 अप्रैल 2024 को जीएल पब्लिक स्कूल की बस उन्हाणी के पास पेड़ से जा टकराई थी और इसमें 6 बच्चों की मौत हो गई थी, करीब 25 बच्चे घायल हो गये थे जिनमें से दो बच्चे अभी भी घायल अवस्था में चल रहे थे जिनमें से सपना खरकड़ाबास की लड़की की भी गुरुवार को मौत हो गई। जहां बस हादसे में मृतकों की संख्या 7 पहुंच चुकी है। अभी भी हादसे का शिकार धनौंदा एक बच्चा अभी भी पूर्ण रूप से ठीक नहीं हो पाया है।
एक बार फिर से जीएल स्कूल कनीना का हादसा लोगों की जुबान पर आ गया है। लोग हादसे को कुछ भूलने लगे थे कि खरकड़ाबास की सपना की मौत ने हादसा तरोताजा कर दिया है। जहां छह बच्चों की मौत हादसे में चार झाड़ली और दो धनौंदा गांव के थे तथा गत दिवस एक लड़की सपना खरकड़ाबास की मौत हो चुकी है। मृतकों माता-पिता और गांव वालों के पास आंसू कम पड़ गए हैं। जहां सबसे बुरा हाल संदीप कुमार और उसकी पत्नी सुषमा का का है जिनके दो पुत्र यक्षु और अंशु थे। परिवार में दो ही पुत्र थे।
जहां युवराज झाड़ली की मौत हो गई थी युवराज के पिता किसान है और उनका एक और लड़का है। सत्यम झाड़ली की हादसे में मौत हो गई थी जो जो परिवार में एक लड़का था तथा अब एक लड़की बची है।
उल्लेखनीय है उन्हाणी के पास 11 अप्रैल 2024 को जीएल पब्लिक स्कूल कनीना की एक बस के पेड़ से जा टकराई थी जिसमें 6 बच्चों की मौत हो गई थी। एक खरकड़ाबास की लड़की अभी तक जीवन मृत्यु से जूझ रही थी, परीक्षाएं भी बेड पर ही दी है और मिली जानकारी अनुसार उनका आधा शरीर काम नहीं कर रहा था। आखिरकार उनकी भी अब मौत हो गई है। इस हादसे की पूरे ही देश में जहां चर्चाएं चली तथा इस दुर्घटना में दो घर तो पूर्ण रूप से बंद हो चुके हैं। आज भी बस में मारे गए बच्चों के अभिभावक सरकार की ओर नजरें जमाएं हुए हैं कि उन्हें कोई सहायतार्थ राशि मिले, कितने ही आंदोलन चले किंतु स्कूल के प्रशासन के कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया परंतु वो भी जमानत पर आ चुके है। इस हादसे को पीडि़त परिवार शायद ही भूल पाये किंतु लोगों ने स्कूल प्रशासन को भूला सा दिया है। इस हादसे की जितनी निंदा की जाए वो कम होगी।
पूर्व पार्षद शीला रानी का निधन
***********************************************
***********************************************************
***************************************************
कनीना की आवाज। कनीना की पूर्व पार्षद शीला रानी का निधन हो गया। वे करीब 81 वर्ष की थी। अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गई है। वार्ड 10 मोहल्ला फलसावाला की शीला रानी का स्वर्ग आश्रम बाबा लाल गिरी में अंतिम संस्कार कर दिया गया।
फोटो साथ है
No comments:
Post a Comment