नहीं हुआ बाघोत के मृतक मोहित का अंतिम संस्कार
-अधिकारी लौटे वापस
-पुन: प्रयास में परिजन मान जाने की संभावना-एसडीएम
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कनीना की आवाज। कनीना उप- मंडल के गांव बाघोत का चर्चित मसला मोहित आत्महत्या कांड अभी तक नहीं सुलझ पाया है। जहां पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के आदेशानुसार 3 दिन में मृतक की अंतिम संस्कार किया जाए तथा आइपीएस अधिकारी से मामले की सघन जांच के आदेश दिये थे। इसी मसले को लेकर कनीना प्रशासन बाघोत पहुंचा किंतु मृतक के पिता कैलाश पुजारी ने नोटिस लेने से इनकार कर दिया और कहां के पहले एफआइआर दर्ज की जाए वरना जांच किसकी हो पाएगी। ऐसे प्रशासक वापस लौट आया।
उल्लेखनीय है कि 13 दिसंबर 2024 को बाघात के युवक मोहित 26 ने आत्महत्या कर ली थी तत्पश्चात पुलिस प्रशासन ने मोहित के शव का पोस्टमार्टम करवा दिया किंतु मृतक के शव को मोहित के स्वजनों ने लेने से इंकार दिया। उनका कहना था कि पहले पूर्व शिक्षा मंत्री सहित आठ लोगों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज की जाए और कनीना के शवगृह में मोहित का शव रख दिया गया। तत्पश्चात से आज तक शव का अंतिम संस्कार हो पाया है और न ही पुलिस एफआइआर दर्ज कर पाई है। पुलिस पहले सबूत मांगती है जबकि स्वजन पहले एफआइआर दर्ज करवाना चाहते हैं। दोनों के बीच अभी तक यह कसमकश जारी है। बाघोत के लोगों ने कनीना अस्पताल में धरना दिया तत्पश्चात कनीना प्रशासन दो बार स्वजनों को समझाने के लिए बाघोत पहुंचा किंतु दोनों बार बैरंग लौटना पड़ा क्योंकि मृतक के पिता कैलाश पुजारी में स्पष्ट कर दिया था कि जब तक एफआइआर दर्ज नहीं होगी वह शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। बाद में कैलाश पुजारी हरियाणा उच्च न्यायालय में पहुंचे जहां न्यायालय ने आदेश दिए कि तीन दिन में मृतक का अंतिम संस्कार किया जाए और किसी आइपीएस अधिकारी से मामले की जांच के आदेश दिये। जिसको लेकर के एसडीएम कनीना डा. जितेंद्र तथा एसएचओ कनीना मुकेश कुमार शव का अंतिम संस्कार कराने की बात को लेकर एक नोटिस देने बाघोत पहुंचे। बाघोत पहुंचने पर कैलाश पुजारी मृतक के पिता ने स्पष्ट इनकार कर दिया कि पहले एफआइआर दर्ज होगी तो वह शव का अंतिम संस्कार करेंगे और अधिकारी वापस लौट आए। कैलाश पुजारी ने फोन पर बताया कि पहले एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए तत्पश्चात ही शव का अंतिम संस्कार होगा क्योंकि जांच मृतक मोहित के बारे में की जाएगी और यदि उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया तो जांच कैसे हो पाएगी? वहीं एसएचओ मुकेश कुमार तथा डा. जितेंद्र सिंह एसडीएम नेे बताया कि शव का अंतिम संस्कार करवाने के लिए एक नोटिस लेकर बाघोत गए थे किंतु मृतक के स्वजनों ने नोटिस नहीं लिया अब आगे फिर प्रयास करेंगे और हमें विश्वास है कि वे न्यायालय के आदेश की पालना करेंगे। हमने स्वजनों को पूरे सहयोग का आश्वासन दिया है।
ऐसे में यह गुत्थी अभी तक भी नहीं सुलझा पाई है और कैसे तीन दिनों में अंतिम संस्कार हो पाएगा यह तो वक्त ही बताया किंतु अभी भी मृतक के पिता कैलाश पुजारी अपनी बात पर अड़े हुए हैं कि पहले आठ लोगों पर एफआईआर दर्ज की जाए तत्पश्चात सघन जांच की जाए तो दोषी को सजा दी जाए परंतु अभी तक न तो पुलिस ने एफआइआर दर्ज की है और न कोई अभी तक जांच शुरू हो पाई है। आने वाले समय में पता चल पाएगा कि गुत्थी कैसे सुलझा पाती है।
फोटो कैप्शन 5: अधिकारी बाघोत में नोटिस देने जाते हुए
कोहरे और ठंड का कहर जारी
-दिनभर कंपाने वाली ठंड पड़ी
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में जहां दिन भर में मौसम बदलता रहा। सुबह सवेरे कोहरा पड़ा वहीं कोहरे के बाद कड़ाके की ठंड पड़ी, लोग ठंड के मारे आग सेकते हुए देखे गए। तत्पश्चात सूर्य तेज प्रकाश के साथ चमका और शाम को फिर से ठंड पडऩी शुरू हो गई। क्षेत्र के लोग जहां सुबह सवेरे कोहरे से परेशान नजर आए वहीं वाहन धीमी गति से चलाए गए, वहीं दोपहर आते-आते कोहरा छठ गया किंतु ठंड जारी रही। तत्पश्चात कुछ समय के लिए सूर्य चमका और फिर से ठंड पडऩे लगी।
कनीना क्षेत्र के किसान अपनी लहलहाती फसल को बार-बार देख रहे हैं क्योंकि इस समय सरसों गेहूं की फसल अच्छी खड़ी हुई है। मौसम अच्छा रहा तो आने वाले समय में अच्छी पैदावार हो सकती है। किसानों को इसी फसल से आय की आश है। किसान रवि कुमार, सुरेश कुमार, अजीत कुमार,कृष्ण सिंह, सूबे सिंह आदि ने बताया कि पूरे वर्ष में रबी की फसल एक मात्र ऐसी फसल जिससे किसान अपनी वर्षभर के कामकाज के लिए कुछ पैसे कमा पाते हैं और वर्ष भर का गुजारा करते हैं। यदि यह फसल बर्बाद हो जाती है तो किसान भी बर्बाद हो जाते हैं। उन्होंने बताया अभी तक मौसम सही चल रहा है और फसल अच्छी प्रकार वृद्धि कर रही है। आने वाले समय में जल्द ही फसल पककर तैयार हो जाएगी। इस समय सरसों पकान की ओर जा रही है।
फोटो कैप्शन 04: क्षेत्र में पड़ रहा कोहरा
साहित्यकार होंगे सम्मानित
-भिवानी में होगा कार्यक्रम
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कनीना की आवाज। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 20 जनवरी को भिवानी में आनन्द कला मंच के सौजन्य से लोक साहित्यकार जयलाल दास जी की जयन्ती साहित्यिक उत्सव के रूप में मनाई जाएगी। यह जानकारी देते हुए मंच के अध्यक्ष आनन्द प्रकाश आर्टिस्ट ने बताया कि लोक साहित्यकार जयलाल दास की 93वीं जयन्ती पर 20 जनवरी 2025 को कोंट रोड स्थित जयलाल दास साहित्य सदन में पुस्तक लोकार्पण एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया जाएगा जिसमें हरियाणा व हरियाणा के बाहर के 25 वरिष्ठ साहित्यकारों को सम्मानित करने के साथ-साथ 10 साहित्यिक कृतियों का लोकार्पण किया जाएगा। इस अवसर पर डा. घमंडीलाल अग्रवाल, वरिष्ठ साहित्यकार गुरुग्राम(हरियाणा) को लोक साहित्यकार जयलाल दास एवं मनभरी देवी साहित्य सम्मान 2025, अजय शर्मा, कंटेंट मैनेजर हरियाणा स्टेज एप को मास्टर ख्याली राम स्मृति लोक संस्कृति संरक्षक सम्मान 2025 सुनील सांगवान, भूतपूर्व अध्यक्ष, गुजरात जाट समाज विकास परिषद् वापी (गुजरात) को आनन्द प्रकाश 'आर्टिस्ट ग्राम-रत्न सम्मान 2025, राजीव सांगवान, प्रमुख समाजसेवी, असावरी, जि़ला चरखी दादरी(हरियाणा) को चांदराम स्मृति समाज सेवी सम्मान 2025, आशा विजय विभोर, साहित्यकार, रोहतक(हरियाणा) को शांति देवी स्मृति साहित्य सम्मान 2025, डॉ. ज्ञानप्रकाश 'पीयूश, सिरसा (हरियाणा) को मेजर शमशेर सिंह एडवोकेट साहित्य गौरव सम्मान 2025, प्रो. रूप देवगुण, वरिष्ठ साहित्यकार, सिरसा (हरियाणा) को डॉ. मधुकांत साहित्य गौरव सम्मान 2025, डॉ. तंजिन्द्र, वरिष्ठ साहित्यकार कैथल (हरियाणा) को इंद्रा स्वप्न स्मृति साहित्य सम्मान 2025, जयभगवान सैनी, वरिष्ठ साहित्यकार, हिसार (हरियाणा) को लाला रामस्वरूप स्मृति साहित्य सम्मान 2025, अर्चना कोचर, रोहतक(हरियाणा) को अशरर्फी देवी स्मृति साहित्य सम्मान 2025, डॉ. शील कौशिक, वरिष्ठ साहित्यकार, सिरसा (हरियाणा) को इन्दु देवगुण स्मृति बाल साहित्य सम्मान 2025, हरीश सेठी 'झिलमिल शिक्षक एवं साहित्यकार, सिरसा (हरियाणा) को, पण्डित खुशी राम देवगुण स्मृति मंच संचालन सम्मान 2025, नीरज रतन बंसल 'पत्थर, रोहतक(हरियाणा) को, बलबीर सिंह यादव स्मृति साहित्य सम्मान 2025 जयभगवान यादव, वरिष्ठ साहित्यकार, हिसार (हरियाणा) को, साहित्यकार विजय 'विभोर स्मृति साहित्य सम्मान 2025, डॉ. मधुकांत, वरिष्ठ साहित्यकार, रोहतक (हरियाणा) को, डॉ. आर.एस. मलिक, सोनीपत(हरियाणा) स्मृति साहित्य सम्मान 2025, डॉ. जयभगवान सिंगला, वरिष्ठ साहित्यकार एवं समाजसेवी कुरुक्षेत्र(हरियाणा) को, जगदीश राम एवं मामो देवी स्मृति साहित्य सम्मान 2025, डॉ. चन्द्रदत्त शर्मा साहित्यकार रोहतक, (हरियाणा) को, चन्द्रकला सैनी स्मृति साहित्य सम्मान 2025 से अलंकृत किया जाएगा। अलावा इसके डॉ. तेजिन्द्र, कैथल को उनकी कृति 'मैंने देखा है(लघुकविता-संग्रह ), डॉ. कमलेश मलिक, सोनीपत को उनके कविता-संग्रह, हस्ताक्षर तुम्हारे हैं, सेवा सदन प्रसाद, मुम्बई, महाराष्ट्र को उनके लघुकथा-संग्रह, 'उधेड़बुन, सत्यवीर नाहडिय़ा, रेवाड़ी, हरियाणा को उनके महाकाव्य सतगुरु नितानन्द महाराज पर जयलाल दास श्रेश्ठ कृति सम्मान से सम्मानित किया जाएगा तथा समशेर कोसलिया 'नरेश वरिष्ठ साहित्यकार सयाना, जि़ला महेन्द्रगढ़(हरियाणा) को आनन्द कला मंच लोक साहित्य गौरव सम्मान-2025, विजयपाल सेहलंगिया, वरिष्ठ साहित्यकार, सेहलंग, जि़ला महेन्द्रगढ़(हरियाणा) को आनन्द कला मंच पुस्तक समीक्षक सम्मान-2025, वीना तवंर, वरिष्ठ साहित्यकार गुरुग्राम ़(हरियाणा), आनन्द कला मंच लघुकविता गौरव सम्मान-2025, ज्ञानेन्द्र तेवतिया, वरिष्ठ साहित्यकार, भिवानी(हरियाणा) को आनन्द कला मंच लोक प्रचारक सम्मान-2025 से सम्मानित किया जाएगा। इस अवसर पर लोक साहित्यकार जयलाल दास जी के जीवन पर डॉ. घमंडीलाल अग्रवाल द्वारा लिखी गई पुस्तक 'लोक संस्कृति के संवाहक: लोक साहित्यकार जयलाल दास सहित दस पुस्तकों तथा 'लोक साहित्यकार जयलाल दास विषेशांक के रूप में प्रकाषित आनन्द मार्ग पत्रिका के जनवरी-फरवरी 2025 अंक का लोकापर्ण भी किया जाएगा।
रोडवेज की सीधी बस महाकुंभ चलाने की लगाई गुहार
-प्रयागराज में डुबकी लगाना चाहते हैं भक्त
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कनीना की आवाज। महाकुंभ में स्नान कराने को लेकर क्षेत्र के समाजसेवियों ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी तथा हरियाणा के रोडवेज मंत्री अनिल विज से मांग कर प्रदेश के प्रत्येक जिले से रोडवेज की सीधी बस महाकुंभ चलाने की गुहार की है ताकि आमजन को इस महाकुंभ में जाने का अवसर प्राप्त हो सके ।
मांग करने वालों में बाबा कृष्णानंद धाम के संचालक ब्रह्मचारी शिवानंद, अध्यक्ष अनिल यादव,व्यवस्थापक कैलाश गोयल, ठाकुर रतन सिंह तंवर समाजसेवी राजकुमार शेखावत, विजेंद्र ढिल्लो, वीरेंद्र सिंह, भगत सिंह, बलवान सिंह आर्य, फतेहचंद दायमा, ठाकुर कमल सिंह के अलावा क्षेत्र वासियों ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी तथा हरियाणा रोडवेज के मंत्री अनिल विज से मांग करते हुए कहा है कि अन्य प्रदेशों की रोडवेज बसें महाकुंभ के लिए सीधी लगी हुई है इसी प्रकार हरियाणा प्रदेश की बसें भी महाकुंभ के लिए प्रत्येक जिले से सीधी लगनी चाहिए ताकि प्रदेश के विभिन्न क्षेत्र के गरीब लोगों को भी महाकुंभ में स्नान करने का अवसर प्राप्त हो सके। उनका कहना है कि अगर सरकार इस प्रकार की सेवा शुरू करती है तो लोगों में सरकार के प्रति आस्था विश्वास और प्रेम बढ़ेगा जिसका फायदा उनको आने वाले समय में प्राप्त होगा। क्षेत्र वासियों ने मुख्यमंत्री तथा रोडवेज मंत्री अनिल विज से यह भी कहा है कि आपसे प्रदेश के लोगों को ज्यादा उम्मीदें होने के कारण प्रदेश की जनता मांग करती है कि रोडवेज की बसें प्रत्येक डिपो से चलाकर सीधी महाकुंभ जाए और वहां से प्रदेशवासियों को स्नान करा कर वापसी लाने का कार्य करें ताकि हरियाणा प्रदेश के लोगों को महाकुंभ जाने का यह सुनहरा अवसर प्राप्त हो सके।
भारतीय संविधान है दुनिया का सबसे महान संविधान- डा. हरि ओम
--संविधान की प्रस्तावना का किया गया वाचन
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कनीना की आवाज। राजकीय महाविद्यालय कनीना में उच्चतर शिक्षा विभाग के आदेश अनुसार संविधान की प्रस्तावना के वाचन किया गया। कार्यक्रम की संयोजक राजनीति विभाग की अध्यक्ष सह प्राध्यापक डा. कांता ने बताया कि महाविद्यालय में संविधान की प्रस्तावना के वाचन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के समन्वयक के रूप में भूमिका राजनीति विज्ञान विभाग के सहायक प्राध्यापक सोमवीर ने निभाई और साथ में उन्होंने कार्यक्रम में मंच का संचालन भी किया। उन्होंने भारतीय संविधान की उपयोगिता पर प्रकाश डाला और कहा कि भारत के संविधान से ही भारत में विधानपालिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका तीनों एक दूसरे को संतुलित करते रहते हैं । भारत में संविधान सर्वोच्च है कोई व्यक्ति या संस्था सर्वोच्च नहीं है। कार्यक्रम में डा. हरि ओम ने संविधान पर विस्तार से चर्चा की उन्होंने बताया कि भारतीय संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है और यह दुनिया का सबसे महान संविधान है। इस संविधान के रचयिता डा. बीआर अंबेडकर है उनके प्रयासों से ही भारतीय संविधान 2 वर्ष 11 माह और 18 दिन में बनकर तैयार हुआ जो दिनांक 26 नवंबर 1949 को बनकर तैयार हुआ। इसी दिन की स्मृति में हम पूरे भारत में संविधान दिवस मनाते हैं। बाद में 26 जनवरी 1950 को भारत में संविधान लागू किया गया। कार्यक्रम के अंतिम पड़ाव में भूगोल विभाग के अध्यक्ष श्री संदीप काकरिया ने संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया। इस कार्यक्रम में डा. रविंदर ,डा. यतेंद्र, डा. बलराज, डा. राकेश,डा. माया ,डा. सुनीता ,डा. सत्यावति, डा. सपना, डा. अंजू, डा. निशा, कैलाश और महाविद्यालय के अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 02: संविधान की शपथ दिलाते हुए कालेज स्टाफ
सौभाग्यवती महिलाओं ने मनाया तिल कुटनी का पर्व
--चांद देखकर खाया खाना
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में तिल कुटनी का व्रत पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस पर्व को विभिन्न नामों से जाना जाता है।
ज्योतिषाचार्य दीपक कौशिक ने बताया कि माघ माह की कृष्ण चतुर्थी को सौभाग्यवती महिलाओं का पर्व तिल कुटनी मनाया गया जिसे ग्रामीण क्षेत्रों में संकटहरण चतुर्थी, तिल कुटनी तथा गणेश चतुर्थी आदि नामों से जाना जाता है। सर्दी के माह में आने वाले इस पर्व का विशेष महत्व माना जाता है। यह व्रत पति, पुत्र की मंगलकामना, धन एवं धान्य के लिए किया जाता है जिसका समापन चन्द्रदेव को अर्घ देकर पूर्ण किया जाता है।
इस पर्व पर तिलों को कुटकर तथा चासनी में डालकर बनाई गई विशेष प्रकार की केक खाकर मनाया गया इसलिए इसे तिल कुटनी का व्रत भी कहते हैं। यह व्रत विवाहित एवं अविवाहित दोनों के लिए ही फलदायक माना जाता है। अविवाहित महिलाओं ने अपने सुपति की कामना से तो विवाहित महिलाएं अपने पुत्र, भाई एवं पति की मंगलकामना के लिए व्रत किया। चांद को देखकर तथा उसे अघ्र्य देकर ही इस व्रत का समापन किया जाता है जिसके पीछे माना जाता है कि महिलाएं चांद जैसी शीतलता एवं चमक अपने इष्टïदेव में देखना चाहती हैं। दिनभर श्रीगणेश की पूजा की गई।
दीपक कौशिक ने बबताया किएक बार एक युद्ध में शिवभोले ने बारी-बारी से कार्तिकेय और गणेशजी से देवताओं का सेनापति बनने के बारे में पूछा। दोनों ही अपने को देवताओं का संकट हरने के लिए तैयार थे और एक दूसरे से शक्तिशाली, ज्ञानवान एवं तर्कशील बताने लगे। ऐसे में शिवभोले ने दोनों की परीक्षा लेनी चाही और दोनों को आदेश दिया कि दोनों ही पृथ्वी के तीर्थ स्थलों के चक्कर लगाकर आओ। जो भी पहले आएगा उसे ही देवताओं का सेनापति नियुक्त किया जाएगा। इतना सुनकर कार्तिकेय अपने मयूर पर सवार होकर पवन के वेग से तुरंत पृथ्वीलोक की ओर चल दिया और तीर्थों के चक्कर लगाने लगा।
उधर श्रीगणेश आराम से अपने स्थान पर बैठा रहा और कुछ समय उपरांत अपने माता-पिता के चारों ओर सात चक्कर लगाकर उन्हें प्रणाम करके बैठ गया। जब कार्तिकेय अपने मयूर पर सवार होकर तीर्थों के सात चक्कर लगाकर शिवभोले और माता पार्वती के पास पहुंचा तो अपने को पहले पहुंचने वाला बताया। जब गणेश से पूछा गया कि आपने सात तीर्थों का चक्कर ही नहीं लगाया जबकि आप पहले आने की बात कह रहे हो तो श्रीगणेशजी ने कहा-माता-पिता से बड़ा कोई तीर्थ इस जगत में नहीं होता है। श्रीगणेश ने देवताओं के सभी संकट दूर किया। तभी से श्रीगणेश जैसा पुत्र पाने के लिए महिलाएं व्रत रखती हैं। पार्वती भी इस व्रत को रखती थी और गणेश की पूजा करती थी।
खास महत्व होता है संकट चतुर्थी का-दीपक कौशिक
पंडित दीपक कौशिक का कहना है कि माघ माह में आने वाली संकट चौथ का हिंदू धर्म में खास महत्व है इस दिन भगवान गणेश जी की पूजा की जाती है और माताएं संतान की लंबी उम्र की कामना के लिए निर्जला व्रत किया।
संकट चौथ को संकष्टी चतुर्थी वक्र कुंड चतुर्थी तिलकुटा चौथ के नाम से भी जाना जाता है। यह व्रत हर महीने होता है लेकिन माघ महीने में पडऩे वाली संकष्टी चतुर्थी की अलग ही महिमा है।
संकष्टी का अर्थ होता है संकट को हरने वाला चतुर्थी के दिन भगवान गणेशजी की माताएं पूजा करें और अपने संतान की दीर्घायु खुशहाली की कामना के लिए व्रत रखा और गणेश भगवान की विधि विधान से पूजा की, लड्डू का भोग लगाया गया।
फोटो कैप्शन 03: महिलाएं तिल कुटनी की कथा सुनते हुए।
राजकीय स्कूल पड़तल का कृष जिले में प्रथम
--बुनियाद लेवल -1 का परिणाम शुक्रवार को घोषित
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कनीना की आवाज। आज घोषित हुए बुनियाद लेवल -1 के परिणाम में राजकीय मिडिल स्कूल,पड़तल के छात्र कृष प्रजापत ने पूरे जिले में प्रथम स्थान हासिल कर परचम लहराया है।
स्कूल प्रभारी हंसराज जी ने बताया कि शिक्षा विभाग प्रत्येक वर्ष मिशन बुनियाद के तहत यह परीक्षा आयोजित करता है और इसके फाइनल राउंड में चयनित होने वाले बच्चों को सब सुविधाएं, और उनकी पढ़ाई का पूरा खर्च प्रदेश सरकार द्वारा वहन किया जाता है। इस योजना का लाभ नौवीं से बारहवीं कक्षा तक मिलता है। इसके तहत बच्चों को एनडीए,एनटीएसई जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाई जाती है ताकि आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के प्रतिभावान बच्चों को आगे लाया जा सके।
इस कड़ी में आज पड़तल स्कूल के होनहार छात्र कृष ने 132 अंकों के साथ पूरे जि़ले में प्रथम स्थान प्राप्त कर अपनी सफलता का लोहा मनवाया है। इसके अलावा स्कूल के तीन अन्य विद्यार्थियों - उदय वर्मा,हर्ष,रिया सहित कुल चार बच्चों ने बुनियाद लेवल-1 क्वालीफाई किया है। इस मौके पर ओमपाल प्राचार्य, राजकुमार राव, मोनिका एबीआरसी, धर्मेंद्र मुख्य शिक्षक, अनिल कुमारी, बिमला देवी, राजेन्द्र कुमार, महेंद्र कुमार पीटीआई, सतीश कुमार, ब्रह्मानंद खिच्ची ने बधाई दी है।
कृष की फोटो साथ है
रविवार को होगा बड़ा यज्ञ
-विभिन्न पदाधिकारी करेंगे शिरकत
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कनीना की आवाज। 19 जनवरी, रविवार को कनीना के कोटिया ग्राम स्थित आरकेवाई विद्यालय प्रांगण में 108 कुंडीय सामूहिक महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। विद्यालय संचालक सुरेश कुमार ने बताया कि रविवार को 108 कुंडीय महायज्ञ का आयोजन प्रात: 09:30 बजे से प्रारंभ किया जाएगा। महायज्ञ कार्यक्रम में यज्ञ-ब्रह्मा दयानंद मठ, रोहतक से पधार रहे स्वामी नित्यानंद जी महाराज रहेंगे तथा यज्ञ का संचालन पतंजलि योग समिति के जिला प्रभारी डा. निलेश मुदगल करेंगे। वहीं श्रीमद्भगवद सेवा आश्रम दड़ौली के महंत स्वामी समर्पणानंद जी महाराज कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में शामिल होंगे। पंडित सतीश आर्य रसूलपुर के मार्गदर्शन में किए जा रहे महायज्ञ कार्यक्रम के मुख्य-अतिथि सुरेश प्रधान होंगे। वहीं बाबूलाल यादव अति विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे। विनोद शास्त्री , मोहर सिंह आर्य तथा पंडित कंवर सिंह आर्य विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे।
इस अवसर पर योगासन खेल के बच्चों के द्वारा कठिन योगासनों का प्रदर्शन भी किया जाएगा। विद्यालय के बच्चों द्वारा सुमधुर भजनों की प्रस्तुति से मनोरम धार्मिक वातावरण निर्माण होगा।
विद्यालय से संतोष कुमार, अनिल डोगरा, सत्यवीर सिंह ने इस पवित्र आयोजन का निमंत्रण देते हुए बताया कि अवसर पर यज्ञ का आयोजन धार्मिक और वैज्ञानिक रूप से महत्वपूर्ण है। इसी के साथ पूरे विश्व भर में यज्ञ हवन के ऊपर हो रहे शोध यह प्रमाणित करते हैं कि वैज्ञानिक और वैदिक विधि के संगम से किया हुआ यज्ञ वातावरण में जुड़े हुए विषाक्त कणों को समाप्त करके प्रदूषण को कम करते हुए वायु शुद्ध करने का कार्य करते हैं।
शहीद महेशपाल के याद में चार दिवसीय फुटबाल प्रतियोगिता आयोजित
--20 जनवरी तक चलेगा कार्यक्रम
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कनीना की आवाज। शहीद महेशपाल फुटबाल क्लब के तत्वावधान में धनौन्दा में आयोजित फुटबाल प्रतियोगिता का शुभारंभ अतरलाल एडवोकेट तथा शहीद के भाई जीतपाल सिंह ने किया। इससे पहले गणमान्यों के साथ मुख्य अतिथि अतरलाल ने शहीद महेशपाल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया।
शुभारम्भ मैच अंडर-14 चरखी दादरी एकेडमी और धनौन्दा एकेडमी के बीच में खेला गया। जिसमें धनौंदा 2 गोल से विजयी रही। दूसरा मैच उन्हाणी और धनौंदा के बीच में खेला गया। जिसमें उन्हाणी 1 गोल से विजयी रही। तीसरा मैच आसरा का माजरा और डायमंड क्लब धनौंदा के बीच में खेला गया। जिसमें आसरा का माजरा की टीम विजयी रही। दौड़ प्रतियोगिता 100 मीटर में दीपेन्द्र धनौंदा प्रथम तथा बबलू सेका मढ़ाणा द्वितीय रहा। 400 मीटर में दीपेन्द्र प्रथम तथा आदित्य गौठड़ा द्वितीय रहा। 800 मीटर में सदाब गुरूग्राम प्रथम दीपेन्द्र धनौन्दा द्वितीय रहा। 1600 मीटर में बबलू सेका मढ़ाणा प्रथम तथा मुकेश खरकड़ा बास द्वितीय रहा। लड़कियों की 100 मीटर दौड़ में कोमल प्रथम, भावना तथा परी संयुक्त रूप से द्वितीय रही। बुजुर्गों की दौड़ में रामभगत पालवास प्रथम रोशनलाल कनीना द्वितीय तथा शादीराम बोचडिय़ा तृतीय रहे। क्लब प्रधान पूर्व सरपंच रूपेन्द्र सिंह ने कहा कि खिलाडिय़ों से खेल को खेल की भावना से खेलने की अपील की। शहीद के भाई जीतपाल सिंह ने सभी खिलाडिय़ों का स्वागत किया। इस अवसर पर विक्रम सिंह पंच, जगदीश सिंह, ओमपाल सिंह, शिवकुमार पंच, विजय सिंह, परमानंद शर्मा, जीतपाल सिंह, मा. पहलाद सिंह, पूर्व सरपंच रूपेन्द्र सिंह, पृथीसिंह, सुबेदार जीवन सिंह, बीर सिंह, सूबेदार जितेन्द्र सिंह, प्रमोद शर्मा, चन्द्रपाल, भारत, सनील, नरेन्द्र, जगबीर, सूबेदार मालाराम, मीर सिंह आदि सैकड़ों गणमान्य व खिलाड़ी उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 01:खिलाड़ी टीमों के साथ मुख्य अतिथिगण।
पालिका प्रधान चुनाव लडऩे के लिए युवा पीढ़ी में है जोश
-भारी संख्या में पार्षद और प्रधान पद की जता रहे हैं दावेदारी
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कनीना की आवाज। कनीना नगर पालिका के चुनाव करीब 7 वर्षों के बाद फरवरी माह में पूर्ण होने की संभावना है जिसको लेकर इस बार युवा वर्ग में विशेष जुनून देखने को मिल रहा है। युवा वर्ग में महिलाएं भी अब कम नहीं हैं। एक ओर जहां वार्डों के आरक्षण के बाद प्रधान पद सहित 7 महिलाओं के लिए वार्ड आरक्षित हो चुके हैं जिसके चलते कुल 14 पार्षदों में से 7 महिलाएं होंगी। यही कारण है कि वार्डों में पुरुषों ने अपने परिवार की महिलाओं के लिए वोट मांगने शुरू कर दिये हैं। वो सभी परिवार सक्रिय हो गये हैं जिनके यहां से कोई महिला चुनाव लडऩे की तैयारी में जुटी हुई है। महिला एवं पुरुष घर घर जाकर अभी से ही वोट पका रहे जबकि अभी तेक चुनाव की तिथि घोषित नहीं हुई है। लोग चुनाव के लिए लंबे समय से आतुर थे। वर्तमान में जहां एसडीएम कनीना पालिका के प्रशासक बने हुए जो मई 2024 से प्रशासक चले आ रहे हैं। कनीना में वर्तमान में पांच पूर्व प्रधान जीवित है जिनके परिवारों से चुनाव लडऩे के कम असर हैं। इस बार वृद्ध जनों में चुनाव लडऩे का जोश नहीं है केवल जुनून देखने को मिल रहा है वह महिला वर्ग और युवा वर्ग में है। कनीना पालिका के चुनाव में जहां 10400 के करीब वोटर अपना वोट डालेंगे और 14 पार्षदों तथा प्रधान पद का चुनाव करेंगे। प्रधान पद इस बार अधिक शक्तिशाली इसलिए बन गया है क्योंकि प्रधान पद का चुनाव सिधा/ डायरेक्ट होगा। ईवीएम मशीनों द्वारा चुनाव होने के कारण इस बार परिणाम जल्द आने के असर हैं। उल्लेखनीय की इस योजना में कनीना नगर पालिका के चुनाव इसलिए दो कारणों से बेहतर माने जा रहे हैं एक तो प्रधान पद का चुनाव डायरेक्ट होगा। विगत योजनाओं में पार्षद प्रधान का चुनाव करते आए हैं। ऐसे में पार्षदों की भूमिका गौण कर दी गई है। उधर अभी तक विगत योजना में जहां नगर पालिका के चुनाव मतदान पेटी के जरिए होते थे। ऐसे में वोट की गणना करना छटनी करने में लंबा समय लगता था और परिणाम देर रात तक आते थे। इस बार ईवीएम मशीनों से चुनाव होंगे जिनके परिणाम झटपट आएंगे। यही कारण है कि इस बार के चुनाव पर सभी की दृष्टि जम गई है। जहां भी दो लोग बैठे नजर आते हैं वो चुनाव की चर्चा करते नजर आते हैं। किसान अपने खेतों में, दुकानदार अपनी दुकानों पर तथा गृहणी अपने घरों में इन चुनाव की चर्चा करती नजर आती है। सबसे बड़ी विडंबना यह रही कि कितने ही पुरुष जो चुनाव लडऩा चाहते थे वार्डों के आरक्षण ने उनकी आशाओं को धूमिल कर दिया। अब वह इधर-उधर दूसरे वार्डों को तलाश रहे हैं। हां महिलाएं इस बार अधिक पढ़ी-लिखी और अग्रणी भूमिका निभाने वाली आगे आ रही हैं। अभी तक करीब तीन दर्जन चेहरे चुनाव लडऩे के लिए सामने आ चुके हैं जिनमें प्रधान पद के दावेदार एक दर्जन के करीब है। इस बार प्रधान पद के दावेदारों में जोश इसलिए भी देखने को मिल रहा है कि पार्षदों पर उन्हें निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। इवीएम के जरिए ही प्रधान का चुनाव होगा और झटपट प्रधान का नतीजा जाएगा जबकि विगत योजनाओं में प्रधान के चुनाव में कई बार तिथि दी जाती थी फिर भी प्रधान का चुनाव नहीं हो पाता था। कभी कुछ पार्षद इधर तो कभी उधर हो जाते थे। परिणाम यह निकलता था कि प्रधान बनना बहुत कठिन कार्य था। इस बार वोटिंग मशीन ही सीधा प्रधान बनाएंगी और बताएंगे कि इस बार प्रधान कौन चुना गया। महज उसकी शपथ होनी बाकी रहेगी। कनीना पालिका 1952 से चली आ रही है और यहां एक के बाद एक प्रधान रहे। सबसे अधिक प्रधान कनीना के वयोवृद्ध मास्टर दिलीप सिंह पूर्व प्रधान के घर में रहे हैं जहां उनके पिताजी प्रधान रहे तो मास्टर दिलीप सिंह भी प्रधान रहे हैं। अब वे अपने बच्चों को चुनाव में खड़ा करने जा रहे हैं। फास्ट फूड की दुकानों पर और चाय की दुकानों पर सबसे अधिक भीड़ नजर आती जहां दोहरा मजा लेते लोग देखे गए। एक तरफ फास्ट फूड का मजा लेते वही चुनाव की चर्चा छेड़ कर अपने फास्ट फूड को और लजीज बना रहे हैं।
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