नगर पालिका चुनाव लडऩा बन गया है कठिन
-कौन किसको सपोर्ट करें आने वाला वक्त बताएगा
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कनीना की आवाज। कनीना नगर पालिका के चुनाव आने वाले समय में होंगे जिसको लेकर के अभी से ही पार्षद तथा प्रधान पद के दावेदारों ने कमर कसी हुई है। पार्षद और प्रधान पद के दावेदार अभी से ही घर-घर जाकर वोट मांग रहे हैं। जहां वोट मांगने के लिए अनेकों टोलिया बना रखी है। कहीं महिलाएं घूम रही हैं कहीं पुरुष घूम रहे हैं तो कहीं ताश खेलने के बहाने वोट पर चर्चा होती है तो कहीं किसी कार्यक्रम में जाकर भी वोट पर चर्चा चलती है। सबसे बड़ी चर्चा यह है कि कनीना में इस बार कई गुट उभर कर आ रहे हैं। जहां प्रधान पद के लिए पूरे कस्बा के वोट सीधे प्रधान को चुनेंगे परंतु पार्षद अलग-अलग वार्डों से अलग-अलग होंगे। इसलिए पार्षद और प्रधान पद के दावेदारों में खींचतान चल रही है। पार्षद स्पष्ट रूप से कह रहे हैं कि हमारे वार्ड के वोट तुम दिलवाओगे तो हम तुम्हें प्रधान के वोट देंगे। अब दिक्कत यह है कि प्रधान पद के भी कई दावेदार है तो पार्षद पद के भी कई दावेदार है। इसलिए कौन किसको सपोर्ट कर पाए जाने वाला वक्त बता पाएगा। वैसे भी कनीना नगर पालिका की चुनावी रणनीति समझना बहुत कठिन है। जहां वोटर किससे खुश हो जाए और किससे नाराज पता ही नहीं चल पाता। ऐसे में जहां अभी से ही दो दर्जन विभिन्न पार्षद और प्रधान पद के दावेदार सामने आ गए हैं किंतु अभी से बहुत से चुनाव लडऩे वाले इसलिए सामने नहीं आ रहे क्योंकि अभी तक तो चुनाव की तिथि घोषित नहीं हुई है और चुनाव की तिथि फरवरी माह में अगर घोषित हो सकती है। ऐसा लोगों का मानना है परंतु नहीं लगता कि मार्च महीने में कनीना नगर पालिका के चुनाव हो पाएंगे क्योंकि मार्च महीना विद्यार्थी और किसानों के लिए अति व्यस्त महीना होता है। सरकार को वह वक्त चुनना होता है जब अधिकांश लोग कुछ फ्री मूड में होते हैं ताकि वह अधिक से अधिक मतदान कर सके। ऐसे में जहां चुनाव को लेकर के अनेक अटकलें लगाई जा रही है परंतु चुनाव अभी से होते हुए नजर नहीं आ रहे। ऐसे में अभी से चुनाव प्रचार में जुटे हुए लोग तब तक घूम-घूम कर परेशान हो जाएंगे और हो सकता है कोई नीचे ही नीचे रणनीति बनाने वाला इन सभी को पीछे छोड़ जाए।
ईंट उखाड़कर स्कूटी से ले गया है चोर
--जरूर ऐसे शातिर चोर के पूर्वज भी चोर रहे हैं
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कनीना की आवाज। कनीना के डा. होशियार सिंह के प्लाट नजदीक कनीना मंडी नहर, रेवाड़ी रोड पर जहां समय-समय पर कई बार छोटे-छोटे सामानों की चोरी होती रही है। इस बार तो नीचे घटिया, कुत्ता प्रवृत्ति का, हरामखोर जिनके मां-बाप चोर एवं पागल होंगे वह ऐसा नीचता पर उतरा है कि मंढ़ी पर लगाई हुई ईंटें उखाड़ ले गया जब अपने स्तर पर तह तक जाने का प्रयास किया तो पता चला कि वह गधे का बीज चोर रात के समय इस प्रकार की वारदात को अंजाम देता है और अपनी स्कूटी पर पत्थर एवं ईंट उठा ले गया क्योंकि जहां चोरी होती है वहां स्कूटी के निशान पाए जाते हैं। बड़े वाहन के नहीं, इसलिए ऐसा वह कुत्ते का बीज और गधे की औलाद सचमुच किसी पागल मां-बाप की संतान है और उसके पूर्वज भी शातिर चोर रहे हैं। मामला पुलिस में भी दिया हुआ है। परंतु ऐसे निकृष्ट,अधम पापी को को पकड़ कर सरेआम चौराहे पर जमकर पीटा जाए। ऐसे परिवार न केवल नीच होते हैं अपितु समाज के लिए कलंक होते हैं। ऐसे चोर को अब निश्चित रूप से निकट भविष्य में अपने स्तर पर पकडऩे का प्रयास किया जा रहा है। अब गुप्त कैमरे लगाए जा रहे क्योंकि वह चोर,चोरी करते-करते तीन ट्राली पत्थर चोरी कर ले गया। गमले तक भी उठा कर अपनी अधम होने की पराकाष्ठा दर्शा गया।
मेरा शिक्षा का सफर पुस्तक से साभार -90
-अनेकों प्रकार के मानसिकता के लोग मिले
-कुछ देवतुल्य तो कुछ कलंक
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कनीना की आवाज। कनीना के होशियार सिंह विज्ञान अध्यापक बतौर विज्ञान शिक्षक लंबे अर्से तक शिक्षा विभाग में सेवा देकर 30 अप्रैल 2024 को सेवानिवृत्त हो चुके हैं। उन्होंने कितने ही घटिया तो कितने ही बेहतरीन शिक्षक मिले, प्राचार्य मिले और मुखिया मिले। विभिन्न प्रकार के स्कूलों में एनएसएस एनसीसी आदि के कैंप लगाए जाते हैं इस संबंध में उन्होंने एनएसएस एवं एनसीसी के कैंपों पर भी अपने विचार व्यक्त किये है तथा स्वयं इन कैंपों में जाकर अनुभव किया है। आइये सुनते हैं होशियार सिंह के विचार उनकी जुबानी। ें
मैं एनएसएस एवं एनसीसी के कैंप विभिन्न स्कूलों और संस्थानों में देखें। अधिकांश लोग महज खानापूर्ति करते हैं, औपचारिकता निभाते हैं। सबसे बड़ी बात है कि कनीना में सुनील कुमार यादव प्रवक्ता गणित में एनएसएस शिविर लगाए वैसे पूरे हरियाणा में कहीं नहीं देखे हैं। उन्होंने न केवल समय-समय पर विभिन्न बुद्धिजीवियों,विचारकों और अच्छे ज्ञानवान लोगों को शिविरों में प्रतिदिन बुलाया अपितु उनके विचार व्यक्त करवाए। यहां तक की अपनी जेब से भी उन्होंने खर्च किया। हर आने वाले अतिथि को सम्मानित किया, साथ में उनसे एक पैसा भी नहीं लिया। यहां तक की खाना इतना बेहतरीन बनाया जाता था की आने जाने वालों का मन यही करता था कि आज का खाना यहां खाकर देखा जाए परंतु अफसोस उनके विरुद्ध भी एक राक्षस एवं कुत्ता प्रवृत्ति के व्यक्ति ने उच्च विभाग को शिकायत कर दी। सुनील कुमार सैकड़ों विभिन्न समाचारपत्रों के समाचार एवं सैकड़ों फोटो लेकर जब शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों के पास पहुंचे तो अधिकारी स्तब्ध रह गए क्योंकि इतना बेहतरीन काम शायद आज तक किसी ने नहीं किया था। उन्होंने यह कहना भी पड़ा कि शायद किसी ने झूठी शिकायत की है, इतना बेहतरीन काम कभी नहीं हुआ और नहीं होगा। जब उच्च अधिकारी काम की तारीफ करें तो सचमुच बहुत ईमानदारी एवं निष्ठा तो झलकती ही है।
इसी प्रकार एनसीसी के अनेक शिक्षक देखें जो एनसीसी के नाम पर खाना पूर्ति करते पाए गए। एक तो एनसीसी के ऐसे अधिकारी से मिला जो एनसीसी के ही जूते अपने खेतों में पानी तक देने के प्रयोग में लेते पाए गए। उसके घर में स्कूली टाट पट्टी और बहुत से सामान भी देखने को मिले। वास्तव में बड़ा दर्द भी होता है की स्कूल एक संस्था है जहां इंसान को अपनी जेब से भी खर्च कर दिया जाए तो बुरी बात नहीं होगी क्योंकि मैं भी जब मिड डे मील चलाया तो कुछ ऐसी घटिया प्रवृत्ति के मुखियों से मिला जिनकी हरकत हाव-भाव से ऐसा लगा कि शिक्षा विभाग में घटिया लोगों की कोई कमी नहीं जो जीरो स्तर के होते हैं। खैर उनकी करनी उनके हाथ। हमें अपने शुभ कर्म करने चाहिए, भगवान देखता है।
नियमित विद्युत आपूर्ति अभाव में पेयजल सप्लाई रहती है बाधित
-बिजली आपूर्ति वाटर सप्लाई पर हो नियमित
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में कहने को तो वाटर सप्लाई केंद्र तथा अस्पताल हाटलाइन विद्युत आपूर्ति से जुड़े हुए किंतु हकीकत कुछ कोसों दूर है। दोपहर तक वाटर सप्लाई की विद्युत आपूर्ति बदहाल रहती है जिसके चलते पेयजल सप्लाई नहीं हो पाती। उपभोक्ताओं में भारी रोष है। वाटर सप्लाई केंद्र से मिली सूचना अनुसार बिजली आपूर्ति देर तक न होने के कारण पेयजल सप्लाई देरी से हो पाती है। उनका कहना है कि उनकी शिकायतें भी कोई नहीं सुनते।
मिली जानकारी अनुसार रात के समय बिजली आपूर्ति से संबंधित शिकायत तो सुनने वाला कोई नहीं है जिसके चलते उपभोक्ता बेहद परेशान है। उपभोक्ता दिनेश, महेश, सुरेश, महेंद्र, सुरेंद्र आदि ने बताया कि पेयजल सप्लाई बाधित होने के कारण वे परेशान रहते हैं। पेयजल सप्लाई का कोई निश्चित वक्त नहीं है क्योंकि जब बिजली आपूर्ति वाटर सप्लाई पर होती है तभी पेयजल सप्लाई हो पाती है। उन्होंने जिला उपयुक्त सहित हरियाणा सरकार से मांग की है कि शिकायत सुनने के लिए रात को भी कर्मचारी नियुक्त किया जाए तथा वाटर सप्लाई एवं अस्पताल को हाटलाइन से जोड़ा जाए ताकि पेयजल सुचारू रूप से चल सके तथा मरीजों को कोई दिक्कत न आये।
मोहित आत्महत्या प्रकरण का पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट ने अंतरिम आदेश किया पारित, 3 दिन में कैलाश शर्मा अपने पुत्र का करें अंतिम संस्कार
-हरियाणा सरकार को दिया निर्देश आईपीएस स्तर का अधिकारी करें शिकायतकर्ता के आरोपी की जांच
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कनीना की आवाज। लगभग एक माह से भी अधिक समय से मोहित शर्मा पुत्र कैलाश चंद शर्मा वासी बाघोत के आत्महत्या के प्रकरण में चला आ रहा विवाद में माननीय पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने वीरवार को आदेश पारित कर दिया। बाघोत निवासी कैलाश चंद शर्मा द्वारा अपने अधिवक्ता के माध्यम से पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में गुहार लगाई गई थी कि उनके पुत्र मोहित शर्मा की आत्महत्या के बाद से लगभग एक महीना 10 दिन से भी अधिक समय से उसका शव सिविल अस्पताल कनीना के शव ग्रह में रखा हुआ है उसके पुत्र का शव उनके हवाले करके शिकायत में पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा सहित वर्णित व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए जिस पर माननीय पंजाब हरियाणा उच्च न्यायालय के नोटिस पर हरियाणा सरकार की तरफ से पेश हुए अधिवक्ता ने कहा कि शिकायतकर्ता स्वयं ही अपने पुत्र का शव नहीं ले रहा और विभिन्न पुलिस अधिकारियों के बार-बार शिकायतकर्ता से मिलने के बाद भी शिकायतकर्ता पुलिस के सामने गवाह व सबूत पेश नहीं कर रहा।जिस पर माननीय उच्च न्यायालय ने याचिका में अंतरिम निर्देश पारित किया कि याचीकर्ता को निर्देश दिया कि तीन दिन के अंदर अंदर अपने पुत्र का शव लेकर उसका अंतिम संस्कार करें तथा हरियाणा सरकार को भी निर्देश दिया कि शिकायतकर्ता के आरोपी की जांच आईपीएस स्तर के अधिकारी से करवाए ताकि शिकायतकर्ता को जांच को लेकर कोई शक ना रहे। याचिका को 20 मई तक के लिए स्थगित कर दिया। उल्लेखनीय है कि बाघोत निवासी कैलाश शर्मा के पुत्र मोहित शर्मा ने 13 दिसंबर 2024 को आत्महत्या कर ली थी कैलाश शर्मा ने उनके पुत्र की आत्महत्या के पीछे पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा सहित आठ लोगों पर उनके पुत्र को आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया था तथा प्रशासन से मांग की थी कि वह जब तक आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं करते हुए उनके पुत्र का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
108 कुंडीय महायज्ञ 19 जनवरी को आरकेवाइ में
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कनीना की आवाज। आरकेवाइ स्कूल कनीना में 108 कुंडली महायज्ञ 19 जनवरी को आयोजित किया जाएगा जिसमें मुख्य वक्ता समर्पणानंद दड़ोली आश्रम, मुख्य अतिथि सुरेश प्रधान, अति विशिष्ट अतिथि बाबूलाल यादव अधीक्षक जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय नारनौल होंगे। वहीं विनोद शास्त्री प्रधान आर्य समाज लूखी, मोहर सिंह आर्य प्रधान आर्य समाज कनीना मौके पर उपस्थित रहेंगे। पुरोहित के रूप में कंवर सिंह आर्य आनावास होंगे। उनके वही विशेष सहयोग सतीश आर्य रसूलपुर होंगे। समस्त जानकारी सुरेश कुमार स्कूल संचालक ने दी।
पूर्व शिक्षामंत्री के खिलाफ जांच के आदेश-
आईपीएस अधिकारी करेंगे जांच; सुसाइड करने वाले का 3 दिन में हो अंतिम संस्कार
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कनीना की आवाज। सत्यनारायण यादव वरिष्ठ अधिवक्ता पंजाब एंड हाई कोर्ट चंडीगढ़ ने बताया कि बाघोत निवासी कैलाश शर्मा के लड़के मोहित उम्र 26 साल ने फांसी लगा कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली उनके पिता कैलाश शर्मा ने आरोप लगाया कि रामबिलास शर्मा पूर्व बीजेपी मंत्री पर उन्होंने अनेक अवसरों पर करीब 22 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। जब रामविलास शर्मा से कैलाश शर्मा ने अपने अपने खर्च किए गए पैसों की मांग की तो रामविलास शर्मा व उसके कुछ साथियों ने उस पर झूठे मुकदमे बनवाए। कैलाश शर्मा व परिवार ने दोषियों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की और मृतक के शव लेने व दाह संस्कार करने से इंकार कर दिया और आरोप लगाया इससे पहले कि रामबिलास शर्मा पूर्व बीजेपी मंत्री से तंग आकर उसकी धर्मपत्नी करीब ढाई महीने पहले जहर पीकर आत्महत्या की कोशिश की थी। रामविलास शर्मा के दबाव में आकर पुलिस ने उसकी धर्मपत्नी के बयान पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई,आखिर में उन्होंने राष्ट्रपति को दरखास्त दी,फिर डीजीपी को एफआइआर दर्ज करने के आदेश दिए थे फिर भी रामविलास पर एफआईआर दर्ज नहीं की गई।
कैलाश शर्मा ने रामविलास शर्मा पूर्व बीजेपी मंत्री पर आरोप लगाया कि उन्होंने ग्राम बाघोत के रणधीर सिंह पहलवान व जगत सिंह व विकास हांसी, जयवीर, कुलदीप बाघोत तथा सतबीर सिंह सेहलंग ने मिलकर उस पर व उसके परिवार पर झूठे मुकदमे बनवाए जिसकी वजह से उसके लड़के मोहित ने फांसी खाई है।
पुलिस स्टेशन कनीना , डीएसपी व इन्वेस्टिगेटिंग अधिकारी जय भगवान ने उसके बयान तक नहीं लिखा, ना ही कोई जांच की ना ही कोई बीजेपी भाजपा पूर्व मंत्री के खिलाफ कोई एफआइआर दर्ज की गई।
हरप्रीत सिंह बराड़ जज पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट ने आदेश दिए कि इसकी जांच आईपीएस अधिकारी से तुरंत कराई जाए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
हाई कोर्ट ने यह भी आदेश दिया है कि मृतक का अंतिम संस्कार 3 दिन के अंदर करवाया जाए।
वाणिज्य संकाय में पुन: उन्हाणी महाविद्यालय का रहा दबदबा
-हर वर्ष कालेज की छात्राएं कमाती हैं नाम
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कनीना की आवाज। इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय की टाप 10 सूची में उन्हाणी महाविद्यालय की दो छात्राओं का वाणिज्य संकाय के पांचवें सेमेस्टर में पुन: उत्कृष्ट प्रदर्शन। महाविद्यालय की छात्रा निशा शर्मा धनौन्दा और दिव्या उन्हानी ने क्रमश: द्वितीय और दसवां स्थान प्राप्त कर महाविद्यालय का नाम रोशन किया है। इन छात्राओं की सफलता ने महाविद्यालय में खुशनुमा माहौल पैदा किया है और यह इस सूची में विशिष्ट स्थान प्राप्त करने वाला एकमात्र संस्कारी संस्थान है । जो सरकारी महाविद्यालय में शिक्षा की गुणवत्ता को नए दृष्टिकोण से लगातार प्रस्तुत कर रहा है ।
महाविद्यालय के प्राचार्य डा. विक्रम सिंह ने इस सफलता का श्रेय प्राध्यापिकाओं नीतू और डा. कविता को दिया, जिन्होंने महाविद्यालय की छात्राओं को अतिरिक्त समय व संसाधन उपलब्ध करवाकर उन्हें यथासंभव सहयोग दिया है। उन्होंने ही अपने मार्गदर्शन तथा नवीनतम संसाधनों से अधिगम करवाकर ग्रामीण क्षेत्र की प्रतिभाओं को संवारा है। मुझे यह कहते हुए अत्यंत हर्ष हो रहा है कि इस महाविद्यालय की छात्राओं ने इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय द्वारा जारी प्रत्येक मेरिट सूची में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए अपना दबदबा बनाया है, और मुझे यह उम्मीद है कि आने वाले समय में यह महाविद्यालय शिक्षा व अन्य क्षेत्रों में नए नए कीर्तिमान स्थापित करता हुआ उच्च शिक्षण के लिए उत्कृष्ट केंद्र बनेगा। यह सफलता न केवल महाविद्यालय के लिए गर्व की बात है, बल्कि यह सरकारी महाविद्यालय की शिक्षा की गुणवत्ता को साबित करती है, और अब लोगों की धारणा बदल रही है कि सरकारी महाविद्यालय प्राइवेट महाविद्यालयों से कम नहीं हैं।
महाविद्यालय परिवार के सभी सदस्यों ने दोनों छात्राओं की इस विशिष्ट उपलब्धि की बधाई देते हुए उन्हें उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी।
फोटो कैप्शन 02: अव्वल रहे उन्हाणी के विद्यार्थी।
राजकुमार युवा नेता को किया न्यायालय ने बरी
-पूर्व एसडीएम ने करवाया था मामला दर्ज
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कनीना की आवाज। पूर्व एसडीएम संदीप सिंह द्वारा दर्ज करवाए गए मुकदमे में आरोपी राजकुमार वासी कनीना को विशेष गर्ग की अदालत ने बाइज्जत बरी कर दिया गया। राजकुमार ने बताया कि दिसम्बर 2017 में कनीना में मंडी पर एक ट्रक नाले में गिर गया था जिस पर वहां के लोगों ने नगर पालिका के प्रशासक द्वारा नाले के निर्माण में हल्की सामग्री का प्रयोग करने बारे में दरखास्त सीएम विंडो में दी। तब कनीना के तत्कालीन एसडीएम संदीप सिंह ने कनीना वासी राजकुमार (उस समय के यूथ कांग्रेस के हल्का अध्यक्ष) के खिलाफ झगडा करने, जान से मारने की धमकी देने व सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने की एक एफआइआर दर्ज करवा दी थी। जो उस समय यह मामला काफी चर्चा का विषय रहा था। जिसका मुकदमा कनीना की अदालत में चला। अदालत में आरोपी राजकुमार की तरफ से पैरवी बार एसोसिएशन कनीना के पूर्व प्रधान ओम प्रकाश रामबास एडवोकेट द्वारा की गई। पूर्व प्रधान ओपी रामबास ने बताया कि उपरोक्त मुकदमा में सभी गवाहों की गवाही के बाद अदालत ने पूर्व एसडीएम द्वारा लगाए राजकुमार पर लगाए गए सभी आरोपों को बेबुनियाद और निराधार पाया और आरोपी राजकुमार को सभी आरोपों से मुक्त करते हुए बरी कर दिया गया है। राजकुमार को बधाइयां मिल रही हैं तथा कनीना मंडी में खुशी की लहर है।
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन स्कीम के अंतर्गत जिला स्तरीय बाजरा उत्सव कार्यक्रम आयोजित
-अनेक अधिकारी मौके पर पहुंचे
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कनीना की आवाज। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ,महेंद्रगढ़ की ओर से आज खाद्य एवं पोषण सुरक्षा पोषक अनाज के अंतर्गत जिला स्तरीय बाजरा उत्सव का आयोजन उपमंडल कनीना के गांव भोजवास में किया गया । कार्यक्रम में डा राकेश , अध्यक्ष जिला परिषद महेंद्रगढ़ ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की वहीं डा. हनुमान दास भूतपूर्व शिक्षा निदेशक , हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार अति विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथि डा. राकेश कुमार ने रिबन काटकर उत्सव का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में पहुंचने पर कृषि विभाग के उपमंडल कृषि अधिकारी डा. अजय कुमार और किसानों द्वारा मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथियों को बुक्का और पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि ने सभी किसानों को मोटा अनाज उगाने के साथ साथ उनके सेवन पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि लगातार गेहूं और चावल खाने से हमारी जीवन शैली प्रभावित हो रही है ,अत हमें धीरे धीरे अपनी थाली में मिलेट को शामिल करना पड़ेगा।अपने संबोधन में मुख्य अतिथि जी ने बताया कि मुख्यमंत्री नायब सैनी व प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की डबल इंजन सरकार किसानों की समृद्धि के लिए कृतबद्ध है, और उन्हीं के अथक प्रयासों से आज हमारा बाजरा 2625 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी पर बिक रहा है ,इसके साथ साथ दक्षिणी हरियाणा को उसके हिस्से का पानी भी उपलब्ध हो रहा है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हमारे माननीय प्रधानमंत्री की लोकप्रिय याूजनाएं पीएम किसान , प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना ,बाजरा भवंतर भरपाई ,फसल सुरक्षा बोनस योजना बड़े ही सुचारू रूप से चल रही है। और आज किसान इन सभी स्कीमों से बड़ा सक्षम बना है ।बाजरा से लेकर कपास तक लगभग 25 फसलों को हरियाणा सरकार एसपी पर खरीद कर रही है । आज अगर किसी आपदा से किसान की फसल खराब होती है तो किसान को घबराने की जरूरत नहीं है ,क्योंकि हरियाणा सरकार उसकी भरपाई के लिए कटिबद्ध हैं।
विशिष्ट अतिथि डा. एचडी यादव ने हमारी मिट्टी की घटती उर्वरा शक्ति पर बड़ी चिंता व्यक्त की और भूमि में जैविक कार्बन बढ़ाने हेतु अवशेषों को खेतों में ही संचित करने की सलाह दी। पंचायत समिति के अध्यक्ष जय प्रकाश ने अपने संबोधन में किसानों को संरक्षित खेती करने के लिए अनुरोध किया और उन्होंने कहा कि जो प्राकृतिक रिसोर्सेस है वह हमारी अगली पीढ़ी की धरोहर है उन्हें बड़े ही सोच समझकर इस्तेमाल करना है और मिनिमम संसाधनों में हमें अधिकतम उत्पादन करना है। किसी भी प्रकार से हमने फसलों के अवशेषों को नहीं जलाना है और उन्हें भूमि में ही संचित करना है। डीडीए डा. देवेंद्र सिंह ने विभाग की विभिन ऑनलाइन स्कीम को अपनाने पर बल दिया।इस अवसर पर अन्य विभाग ,पशुपालन से ,बागवानी से राजकुमार और निगमों से उपस्थित सभी अधिकारियों ने अपने-अपने विभाग से संबंधित स्कीम्स के बारे में विस्तार से चर्चा की अंत में किसानों से प्रश्नोत्तरी का भी आयोजन किया गया।किसानों से 10 प्रश्न पूछे गए और सही जवाब देने वाले 10 किसानों को मुख्य अतिथि के द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यकम में ब्लॉक समिति के अध्यक्ष श्री जय प्रकाश यादव भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता उप कृषि निदेशक नारनौल डा.देवेंद्र बाजिया ने की ।कार्यक्रम मे कृषि विज्ञान केंद्र के संयोजक डा. जयलाल ने भी अपनी वैज्ञानिक साथियों डा.नरेंद्र लुवास वैज्ञानिक डा.राहुल, डा.योगेंद्र के साथ अपनी गरिमामई उपस्थिति दर्ज कराई। गुणवत्ता नियंत्रण निरीक्षक नारनौल डा. संजय यादव , विषय विशेषज्ञ डा. गजानंद , सत्यवीर , डा. हरपल ,डा.भाईराम, बीएओ महेंद्रगढ़, डा.संदीप , डा. सुधीर , बीटीएम मनीषा ,जसवंत सिंह ,एटीम संदीप ,अरविंद विकास,महेश ,पर्यवेक्षक ब्रह्मजीत ,विकाश श्योराण, रवींद्र ,बंशी ,कविता ,शंकर ,राहुल ,अनिल ,कृष्ण ,अशोक ,कुलदीप राहुल ,निक्की ,भूपेंद्र ,रवि ,सतीश व महेंद्रगढ़ कृषि स्टाफ सहित लगभग 1000 कृषकों ने भाग लिया। विभिन्न विभागों ,निगमों और प्रगतिशील किसानों द्वारा लगभग 20 स्टाल भी लगाई गई।
फोटो कैप्शन 01: कार्यक्रम में विभिन्न अधिकारी
सौभाग्यवती महिलाओं का पर्व है-गणेश चतुर्थी
-तिल को कूटकर खाते हैं इस दिन
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कनीना की आवाज। 17 जनवरी को कनीना क्षेत्र में गणेश चतुर्थी का व्रत पर्व आयोजित किया जा रहा है। इसे विभिन्न नामों से जाना जाता है।
माघ माह की कृष्ण चतुर्थी को सौभाग्यवती महिलाओं का पर्व गणेश चतुर्थी मनाया जा रहा है जिसे ग्रामीण क्षेत्रों में संकटहरण चतुर्थी, तिल कुटनी तथा गणेश चतुर्थी आदि नामों से जाना जाता है। सर्दी के माह में आने वाले इस पर्व का विशेष महत्व माना जाता है। यह व्रत पति, पुत्र की मंगलकामना, धन एवं धान्य के लिए किया जाता है जिसका समापन चन्द्रदेव को अर्घ देकर पूर्ण किया जाता है।
इस पर्व पर तिलों को कुटकर तथा चासनी में डालकर बनाई गई विशेष प्रकार की केक खाकर मनाया जाता हे इसलिए इसे तिल कुटनी का व्रत भी कहते हैं। यह व्रत विवाहित एवं अविवाहित दोनों के लिए ही फलदायक माना जाता है। अविवाहित महिलाएं अपने सुपति की कामना से तो विवाहित महिलाएं अपने पुत्र, भाई एवं पति की मंगलकामना के लिए व्रत करती हैं। चांद को देखकर तथा उसे अर्घ देकर ही इस व्रत का समापन किया जाता है जिसके पीछे माना जाता हे कि महिलाएं चांद जैसी शीतलता एवं चमक अपने इष्टïदेव में देखना चाहती हैं। इस दिन श्रीगणेश की पूजा करने का विशेष विधान है।
एक बार एक युद्ध में शिवभोले ने बारी-बारी से कार्तिकेय और गणेशजी से देवताओं का सेनापति बनने के बारे में पूछा। दोनों ही अपने को देवताओं का संकट हरने के लिए तैयार थे और एक दूसरे से शक्तिशाली, ज्ञानवान एवं तर्कशील बताने लगे। ऐसे में शिवभोले ने दोनों की परीक्षा लेनी चाही और दोनों को आदेश दिया कि दोनों ही पृथ्वी के तीर्थ स्थलों के चक्कर लगाकर आओ। जो भी पहले आएगा उसे ही देवताओं का सेनापति नियुक्त किया जाएगा। इतना सुनकर कार्तिकेय अपने मयूर पर सवार होकर पवन के वेग से तुरंत पृथ्वीलोक की ओर चल दिया और तीर्थों के चक्कर लगाने लगा।
उधर श्रीगणेश आराम से अपने स्थान पर बैठा रहा और कुछ समय उपरांत अपने माता-पिता के चारों ओर सात चक्कर लगाकर उन्हें प्रणाम करके बैठ गया। जब कार्तिकेय अपने मयूर पर सवार होकर तीर्थों के सात चक्कर लगाकर शिवभोले और माता पार्वती के पास पहुंचा तो अपने को पहले पहुंचने वाला बताया। जब गणेश से पूछा गया कि आपने सात तीर्थों का चक्कर ही नहीं लगाया जबकि आप पहले आने की बात कह रहे हो तो श्रीगणेशजी ने कहा-माता-पिता से बड़ा कोई तीर्थ इस जगत में नहीं होता है। श्रीगणेश ने देवताओं के सभी संकट दूर किया। तभी से श्रीगणेश जैसा पुत्र पाने के लिए महिलाएं व्रत रखती हैं। पार्वती भी इस व्रत को रखती थी और गणेश जी की पूजा करती थी।
खास महत्व होता है संकट चतुर्थी का-
माघ माह में आने वाली संकट चौथ का हिंदू धर्म में खास महत्व है। इस दिन भगवान गणेश जी की पूजा की जाती है और माताएं संतान की लंबी उम्र की कामना के लिए निर्जला व्रत रखती हैं।
संकट चौथ को संकष्टी चतुर्थी वक्र कुंड चतुर्थी तिलकुटा चौथ के नाम से भी जाना जाता है। यह व्रत हर महीने होता है लेकिन माघ महीने में पडऩे वाली संकष्टी चतुर्थी की अलग ही महिमा है।
संकष्टी का अर्थ होता है संकट को हरने वाला चतुर्थी के दिन भगवान गणेशजी की माताएं पूजा करें और अपने संतान की दीर्घायु खुशहाली की कामना के लिए व्रत रखना चाहिए और गणेश भगवान की विधि विधान से पूजा करनी चाहिए तिल के लड्डू का भोग लगाना चाहिए।
संकट चौथ के दिन भगवान गणेश जी की पूजा के शाम को चंद्रमा को अर्घ दे देकर ही व्रत तोड़े चंद्र देव की पूजा, रोली चंदन, मिश्री, दूध यह सब चीज एक पात्र में इकटठा
कर कर भगवान चंद्रमा को अर्घ दें । तत्पश्चात अपना व्रत खोलें भगवान भगवान गणेश जी और लक्ष्मी जी की आरती पूजा पाठ आराधना करनी चाहिए।
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