पड़े भारी मात्रा में ओले
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कनीना। कनीना क्षेत्र में शाम पांच बजे से 6 बजे तक लगातार बारिश के चलते 18 एमएम बारिश हुई। वहीं बीच-बीच में दो बार ओलावृष्टि हुई जिसके चलते किसानों की फसल को 40 फीसदी तक नुकसान हुआ है। गेहूं और सरसों की फसल लहलहा रही थी, शनिवार वह धरती पर लेट गई है। अधिक नुकसान सरसों की फसल को होने का अंदेशा बन गया है। विभिन्न गांव में ओलावृष्टि के समाचार है। कृषि अधिकारी जानकारी में जुट गए हैं और पता लगा रहे हैं कि किन-किन गांव में ओलावृष्टि हुई है।
शाम 5 बजे बाद शुरू हुई बारिश धीरे-धीरे बढ़ती चली गई और 6 बजे तक खूब बारिश हुई है फिर बीच बीच ओलावृष्टि हुई है। बारिश के चलते गेहूं की खड़ी फसल धरती पर लेट गई है।
मोड़ी, मोहनपुर, उन्हाणी, गाहड़ा, चेलावास ढाणा तथा आसपास विभिन्न गांव में भारी ओलावृष्टि हुई है इसके चलते किसानों के माथे पर चिंता की रेखाएं खींच गई है। गांव सीहोर ,छितरौली, ककराला, छीथरोली आदि में भी बारिश के साथ ओलावृष्टि के समाचार हैं। पहली बार करीब 5:15 बजे पड़े थे तत्पश्चात फिर से एक बार ओलावृष्टि आई जिनका आकार का आकार बड़ा था जिसने फसल उएवं सब्जी आदि को भी नुकसान पहुंचाया है। पालक आदि की फसल भी धरती पर लेट गई है।
अभी भी मौसम नहीं खुला है, और बारिश और भी होने के आसार बने हुए हैं। कनीना के गांव ढाणा के सरपंच सुशील कुमार ने बताया कि उनके यहां बड़े-बड़े ओले पड़े हैं जिसके चलते 30 प्रतिशत से अधिक फसल को नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि ओलावृष्टि काफी देर चली। उधर मोड़ी के गजराज सिंह पूर्व सरपंच ने बताया कि ओलावृष्टि ने भारी नुकसान पहुंचाया है। सरसों और गेहूं की फसल को खेतों में खड़ी थी जिसे नुकसान हुआ है फसल धरती पर लेट गई हैद्ध उन्होंने बताया कि इतने ओले पड़े थे कि उनके घर के अंदर इक_े हो गए। गाहडा के रामेश्वर दयाल ने बताया कि उनके यहां ओलावृष्टि हुई जिससे फसल को भारी नुकसान हुआ है। कांता किसान ने बताया कि ओलावृष्टि ने जमकर नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने मांग की है कि उन्हें मुआवजा दिया जाए तथा नुकसान का जायजा लिया जाए। उधर रामकिशन कनीना, अजीत कुमार कनीना, सूबे सिंह कनीना, राजेंद्र सिंह ने बताया कि उनके यहां ओलावृष्टि ने में 40 प्रतिशत तक नुकसान पहुंचाया है। करीरा के महिपाल सिंह, महावीर सिंह आदि ने बताया कि ओलावृष्टि ने भारी नुकसान पहुंचाया है जिसके चलते सरसों में अधिक नुकसान हुआ है तथा गेहूं में कम नुकसान हुआ है। अभी विभिन्न गांव से ओलावृष्टि से हुए नुकसान की के समाचार लगातार प्राप्त हो रहे हैं।
उधर पूर्व कृषि अधिकारी देवराज ने बताया कि फसल को कम से कम 30 प्रतिशत तक नुकसान हुआ है उनके अनुसार फसल पकान पर थी। ऐसे समय में ओलावृष्टि ने भारी नुकसान पहुंचाया है। वर्तमान खंड कृषि अधिकारी सज्जन सिंह धनखड़ ने बताया कि कनीना खंड के सभी गांवों में ओलावृष्टि हुई है और 5 प्रतिशत से 40 फीसदी तक नुकसान पहुंच गया है। सरसों की टहनियां टूट गई है जिसे सरसों को भारी नुकसान पहुंचा है वहीं गेहूं फसल को भी नुकसान हुआ है।
उधर अजय कुमार हसिान का कहना है कि उनके क्षेत्र में एक घंटे तक चली बारिा में दो बार ओले पड़े। जिसके चलते फसल को नुकसान होने का अंदेशा है। अभी भी किसान और सहमे हुए हैं बड़ी मुश्किल से इस बार फसल बेहतर पैदा होने के आसार थे किंतु जब फसल पकान पर थी हो गई उस समय ओलावृष्टि हुई है। ऐसे में ओलावृष्टि का भारी नुकसान होने का अंदेशा विभिन्न गांव के किसानों ने मांग की है सरकार से मांग की है कि फसलों में नुकसान का जायजा लिया जाए और इसकी भरपाई तुरंत की जाए। किसानों का आधार ही कृषि है और यह भी इस बार प्राकृतिक आपदा से गिर चुकी है।
फोटो कैप्शन 6 7 फसल लेटी हुई तथा 8 से 16 तक ओलावृष्टि और ओले दिखाते किसान
एसडीएम ने काटे 1 लाख 77 लाख के चलान
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कनीना। कनीना के एसडीओ रणवीर सिंह ने शुक्रवार की रात को एक लाख 77 हजार रुपये के ओवरलोड वाहनों के चालान काटे। ओवरलोड वाहनो से कनीना क्षेत्र में परेशानी बढ़ रही है जिनसे निजात पाना कठिन हो गया है। दो वर्ष पहले ओवरलोड वाहनों पर शिकंजा कसा गया था। लेकिन अब एक बार फिर से ओवरलोड वाहनों की भरमार है। जिसके चलते ओवरलोड वाहन समस्या बनते जा रहे हैं। कनीना एसडीएम ने ओवरलोड वाहनों पर शिकंजा कसते हुए आधा दर्जन ओवरलोड वाहनों के चालान काटे और एक लाख 77 रुपये की राशि उगाही।
जिला स्तरीय कुश्ती प्रतियोगिता में एसडी विद्यालय, ककराला को मिले दो स्वर्ण व दो रजत
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कनीना। जिला स्तरीय कुश्ती प्रतियोगिता में एसडी विद्यालय, ककराला को दो स्वर्ण व दो रजत मिले। विजेता खिलाडिय़ों के सम्मान में विद्यालय में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।
जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम कार्यालय, नारनौल द्वारा आयोजित जिला स्तरीय कुश्ती अखाड़ा एवं जिला कुमार व जिला केसरी दंगल प्रतियोगिता में एसडी विद्यालय का शानदार प्रदर्शन रहा। भावना ने 43 किलो भार वर्ग में प्रथम स्थान हासिल किया। इसी प्रतियोगिता में अंकिता ने 54 किलो भार वर्ग ने भी प्रथम स्थान प्राप्त किया। रुचि पुत्री अशोक ने द्वितीय स्थान हासिल किया।
जिला केसरी (महिला) दंगल में मनीषा पुत्री पवन ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। इस प्रतियोगिता में हरियाणा सरकार द्वारा प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले खिलाडिय़ों को 2000 रुपये तथा द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले खिलाडिय़ों को 1500 रुपये राशि नकद वितरित की गई। विजेता खिलाडिय़ों को विद्यालय पहुंचने पर सम्मानित किया गया। विद्यालय प्राचार्य ओमप्रकाश यादव व सभी स्टाफ सदस्यों ने विजेता खिलाडिय़ों को राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भागीदारी के लिए शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर प्रबन्धन समिति सदस्य राजेन्द्र यादव, सीईओ आरएस यादव, वरिष्ठ विभाग के मुखिया पूर्ण सिंह, कनिष्ठ विभाग के मुखिया नरेन्द्र यादव, सुरेन्द्र चौहान, सुनील यादव, फुटबाल कोच प्रदीप, वालीबाल कोच प्रदीप, कबड्डी़ कोच रत्न लाल, सोनू पाथेडा, डीपीई राज कुमार व जुड़ो कोच विवेक, जिला प्रशिक्षक, बाक्सिंग कोच प्रवीन, वालीबाल कोच रेणु, बेडमिंटन कोच नवीन कुमार एवं समस्त स्टाफ उपस्थित था।
फोटो कैप्शन 5: एसडी स्कूल के विजेता खिलाड़ी नारनौल में खेल खेलते हुए।
जागरूकता शिविर आयोजित
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कनीना। नेहरू युवा केंद्र नारनौल द्वारा आंगनवाड़ी केन्द्र धनौन्दा में मुद्दा आधारित जागरूकता एवं शिक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
पंजाब नेशनल बैंक के मुख्य प्रबंधक अशोक कुमार,प्रबंधक विजय सिंह ने लोगों को बैंक की सभी स्कीमों के बारे अवगत करवाया। हेल्थ इंस्पेक्टर राजवीर सिंह ने स्वास्थ्य विभाग की सभी स्कीमों और स्वास्थ्य जागरूकता पर भी सम्बोधित करते हुए कहा की एड्स वर्तमान युग की सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है यानी कि यह एक महामारी है। एड्स के संक्रमण के तीन मुख्य कारण हैं - असुरक्षित यौन संबंधों, रक्त के आदान-प्रदान तथा मां से शिशु में संक्रमण द्वारा। एड्स पर जागरूकता ही सबसे बड़ा समाधान हैं। कार्यक्रम में संदर्भ व्यक्तियों द्वारा सामाजिक मुद्दे दहेज, शराब और मादक पदार्थों के सेवन की रोकथाम, एड्स जागरूकता आदि समाज के उपेक्षित वर्गों को मुख्य धारा में लाना और युवाओं की समाज सेवा में सक्रियता बढ़ाने को लेकर आह्वान किया। जिला युवा समन्वयक महेन्द्र कुमार नायक ने उपस्थित युवाओ से अपील करते हुए कहा की ग्रामीण बुनियादी ढांचे के विकास ,बुनियादी सुविधाएं के प्रावधान ,जल संरक्षण,पौधरोपण एवं युवा क्लबों के गठन के बारे में जानकारी उपलब्ध करवाई।
इस मौके पर इंद्रजीत सिंह,रमन सिंह,बीएमडी क्लब ,वॉइस ऑफ यूथ गाहड़ा एवं महेंद्रगढ़ रूरल यूथ वेलफेयर सोसाइटी पदाधिकारी,हेल्थ इंस्पेक्टर राजवीर सिंह,पंजाब नेशनल बैंक कनीना के मुख्य प्रबंधक अशोक कुमार,प्रबंधक विजय सिंह,सुपरवाइजर अनिता,कर्मपाल यादव प्रियंका प्रजापत,पूजा वर्मा,कवि तंवर, आशीष तंवर,अमित प्रजापत, गौरव, इंद्रजीत सिंह,राहुल,रोहित, रेनू, रवि,आंगनवाड़ी वर्कर मुनेश,संजू, इश्वन्ति, सविता,कमलेश, उर्मिला, सत्या, रामभतेरी, प्रेम,सहित युवा एवं महिलाएं उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 4: उपस्थित महिलाओं को स्मृति चिह्न पदान करते बीएमडी क्लब पदाधिकारी।
शिविर में हजारों भक्तगण लेते हैं सेवा-महेश कुमार
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कनीना। श्याम बाबा के शिविर में रोजाना लगता है हजारों भक्तों का आवागमन हो रहा है जिनकी समिति द्वारा सेवा की जाती है। इस आशय की जानकारी देते हुए समिति के संयोजक महेश कुमार ने बताया कि 19 वर्ष पूर्व सतीश कुमार निवासी कनीना मंडी के सौजन्य में इस शिविर का शुभारंभ किया गया था लेकिन आज उनकी मृत्यु के बाद भी इस शिविर को कमेटी व उनके परिजनों द्वारा ठीक उसी प्रकार से चलाया जा रहा है जिस प्रकार से पहले चलता था। संयोजक ने यह भी बताया कि इस शिविर में दिल्ली, बहादुरगढ़, रोहतक, झज्जर, सांपला, कोसली, कनीना के अलावा अन्य कस्बों व शहरों से आए दिन हजारों की तादाद में भक्तगण श्री श्याम बाबा खाटू वालेे के जाते है जिनका मुख्य रास्ता है यही से होने के कारण ये भक्त यहां सेवा लेते हैं जिसमें भोजन-पानी, रहने नहाने धोने के अलावा मेडिकल सुविधा भी भक्तों को निशुल्क मुहैया कराई जाती है।
महेश कुमार ने बताया कि इसमें मुख्य रूप से सेवा देने वालों अनिल, राजेश खंडेलवाल, विषणुदत्त जांगिड़, श्रीभगवान के अलावा अन्य सेवा समिति के लोगों द्वारा इस पद यात्रा सेवा शिविर में भक्तगणों की सेवा वह सहायता की जाती है। समिति के लोगों ने बताया कि पिछली 26 फरवरी से आगामी तीन मार्च तक यह शिविर चलेगा।
फोटो कैप्शन 3: शिविर में नृत्य करते जन।
डीघराम हुए सेवानिवृत्त
-24 सालों की सेवा की
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कनीना। कनीना निवासी मुख्याध्यापक डीघराम 24 सालों की सेवा करने के उपरांत शनिवार को राजकीय माध्यमिक विद्यालय तलवाना से सेवानिवृत्त हो गए हैं। उन्होंने 24 नवंबर 1995 राजकीय उच्च विद्यालय ककराला से सेवा शुरू की थी, तत्पश्चात 2003 में मुख्य शिक्षक नियुक्त हुए। 2005 में सामाजिक विज्ञान अध्यापक बतौर सेहलंग में काम किया। तत्पश्चात में 2007 में पड़तल में काम करने के पश्चात राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक धनौंदा के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में 2013 तक काम किया। 2013 में बतौर मुख्य अध्यापक खोरी कला मेवात में भेजा गया। 2014 में राजकीय माध्यमिक विद्यालय तलवाना में उनकी बदली हुई जहांसे वे सेवानिवृत्त हो गए हैं। आज उनकी सेवानिवृत्ति में महिपाल सिंह करीरा, सूबे सिंह, महिपाल सिंह कनीना तथा कई गणमान्य जन उपस्थित थे।
खाटू श्याम भक्तों के लिए लगे शिविर
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कनीना। फागुन शुक्ल एकादशी को रींगस से 17 किलोमीटर दूर खाटू धाम पर लगने वाले श्याम बाबा मेले को लेकर के विभिन्न क्षेत्रों में पदयात्रियों के लिए कैंप लगाए गए है। कनीना में नवनिर्मित खाटू श्याम मंदिर के पास ही पद यात्रियों के लिए शिविर लगाया जाता है। यही नहीं हर गांव में इन भक्तों के लिए शिविर का आयोजन किया जाता है।
खाटू श्याम धान पर लगने वाले मेले को लेकर के विभिन्न गांव में पद यात्रियों के लिए मुफ्त सेवा शिविर लग गए जहां भक्तों को दवाई भोजन रहन-सहन आदि का प्रबंध किया गया है। इन शिविरों की सेवा लेकर पदयात्री खाटू श्याम पहुंचते हैं। कनीना से करीब 4 से 5 दिनों के बाद खाटू धाम पर पहुंचकर भक्तजन अपने घर से ले जाया गया ध्वज तथा निशान बाबा को अर्पित करके लौटते हैं। भक्तों नेम सिंह, हेमंत कुमार, महेश कुमार आदि ने बताया कि वे नारनौल से आगे निजामपुर तक सड़क मार्ग से तथा निजामपुर से रिंगस तक रेलवे ट्रैक के साथ साथ होते हुए जाते हैं और चार-पांच दिनों का समय लगता है। कुछ भक्तजन अपना खाने-पीने का प्रबंध साथ लेकर चलते हैं। वहीं पर अधिकांश भक्तजन लगे हुए शिविरों में ही सेवा लेते हैं। खाटू श्याम धाम पर अर्पित किए जाने वाले निशान के लिए बहुत से पदयात्री रिंगस से पदयात्रा शुरू करते हैं और 17 किलोमीटर दूरी को करीब 1 दिन में पूरा कर लेते हैं। भक्तों का आवागमन शुरू हो गया है। कनीना के दुलीचंद साहब का कहना है कि वह कई वर्षों से कनीना में भक्तों के लिए शिविर लगा रहे हैं। सेवक श्रीश्याम मंडल के दुलीचंद, रामपाल, प्रवीण सिंगला, पालाराम, योगेश बाबूजी,मनोज कुमार, संदीप महेश्वरी, चौ गुड्डू,योगेश एवं सेवा मंडल ने बताया कि उनका यह नौंवा शिविर है। पहले सड़क मार्ग पर शिविर लगाया जाता था किंतु विगत दो वर्षों से खाटू मंदिर पर ही भक्तों को ठहरने की व्यवस्था करते आए हैं।
फोटो कैप्शन 1: कनीना खाटूश्याम मंदिर में लगाए गए शिविर में भक्तों का स्वागत करते।
खाटू श्याम के लिए रवाना हो रहे भारी संख्या में भक्त
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कनीना। छह मार्च के खाटू श्याम में लगने वाले फाल्गुन एकादशी के मेले के दृष्टिगत भारी संख्या में भक्तजन रवाना हो रहे हैं। दूर दराज से खाटू की ओर निशान लेकर जाने का सिलसिला चंद दिनों तक जारी रहेगा।
यूं तो खाटू श्याम मेले के दृष्टिगत ध्वज लेकर पदयात्रा पर एक के बाद एक समूह रवाना होने लगा है तथा उनके लिए जगह जगह शिविर स्थापित किए जा रहे हैं। कनीना से करीब चार दिनों में खाटू याम पहुंचते हैं।
इस संबंध रमेश कुमार का कहना है कि वे विगत छह वर्षों से खाटू श्याम जाकर ध्वज अर्पित करते हुए आया है। उनकी कोई मनोकामना नहीं है। अपितु उनके दिल में श्रद्धा एवं भक्ति भरी है जिसके चलते व्यस्त समय में से समय निकालकर खाटू जाता हूं। उन्होंने कहा सफर करीब दो सौ किमी है किंतु खाटू के प्रति भक्ति के चलते यह दूरी कष्टदायी नहीं लगती है।
राजाराम का कहना है कि वे विगत 15 वर्षों से खाटू श्याम का भक्त हैं। श्याम को मन में संजोकर लंबी दूरी को पार कर जाते हैं। उनके अनुसार उन्हें थकान तो होती है परंतु रास्ते में लोगों की भक्तों के प्रति भक्ति प्रसन्न रखती है और सफर आसानी से पूरा हो जाता है। कांवर की अपेक्षा ध्वज में कम नियमों का पालन करना होता है वहीं दूरी भी कम है।
धर्मेंद्र भक्त का कहना है कि वे छह वर्षों से खाटू श्याम जा रहे हैं और उन्हें मन को प्रसन्नता एवं भक्ति भाव इसी यात्रा से प्राप्त होता है। जब कभी खाटू मेला पास आता है तो वे मेले में जाने की तैयारी में जुट जाते हैं। पदयात्रा विशेषकर रेलवे ट्रैक के साथ साथ चल पाना थोड़ा कठिन है किंतु मन में भक्तिभाव रखते हुए यह सफर सामान्य महसूस होने लग जाता है। श्याम बाबा के दर्शन करके सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं।
महिपाल भक्त का कहना है कि वे विगत दो वर्षों से श्याम बाबा के यहां जा रहे हैं। उनकी सभी इच्छाएं श्याम बाबा के जाने पर खत्म हो जाती हैं। उन्हें खाटू जाना बेहद प्रसन्नतापूर्ण लगता है। उनका कहना है कि अपार भक्तों को मीलों का सफर तय करता देख उनका सफर आसानी से पूर्ण हो जाता है।
फोटो कैप्शन 2: खाटू जाते हुए भक्तों का दल।
हिंदी सुलेख प्रतियोगिता का आयोजन
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कनीना। आर आर सी एम पब्लिक स्कूलए कनीना द्वारा आज प्राथमिक विभाग के विद्यार्थियों के लिए हिंदी सुलेख प्रतियोगिता का आयोजन किया गयाए जिसमें एल के जी की छात्रा याशिका ने प्रथम स्थान तथा यवनी ने दूसरा स्थान व अनन्या ने तीसरा स्थान प्राप्त किया ।
कक्षा यू के जी में अवनि ने प्रथमए पारुल ने दूसरा व गीतिका और राधा ने तीसरा स्थान प्राप्त किया कक्षा प्रथम में वसुन्धरा ने प्रथम स्थान हिन्द ने दूसरा स्थान व दिव्या ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
कक्षा द्वितीय में दिव्या ने प्रथम स्थानए गरिष्मा ने दूसरा व हर्षिका व हरीश ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
इस अवसर पर संस्था के चेयरमैन रोशन लाल यादव ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि सुंदर लेख व्यक्ति के अच्छे व्यक्तित्व का सूचक होता है तथा सुंदर लेख से विद्यार्थियों में भाषा की समझ व रूचि दोनों ही विकसित होती है इसलिए विद्यालय में समय.समय पर सुलेख प्रतियोगिताओं का आयोजन होना चाहिए।
कार्यक्रम को संस्था के निदेशक संजय यादव ने भी संबोधित किया और कहा कि सुलेख लेखन से विद्यार्थियों में शुद्ध लेखन व शुद्ध उच्चारण के कौशल विकसित होतें है इसलिए प्राथमिक स्तर पर सुलेख लेखन पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
अंत में कार्यक्रम को विद्यालय के प्राचार्य विकास यादव ने भी संबोधित किया व विद्यार्थियों को सुलेख के महत्व के बारे में विस्तार से बताया उन्होने विजेता विद्यार्थियों को को उनकी सफलता पर हार्दिक बधाई प्रदान की।
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