उच्च न्यायालय के न्यायाधीश ने कनीना न्यायिक परिसर की जगह का किया निरीक्षण
-अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश
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कनीना। कनीना उपमंडल के न्यायिक परिसर एवं उपमंडल कार्यालय के निर्माण को लेकर गतिविधियां तेज हो गई है। विगत दिनों जहां सेशन जज ने भी दौरा किया वही रविवार को पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश तथा जिला महेंद्रगढ़ के इंस्पेक्टिंग एवं एडमिनिस्ट्रेटिव जज हरीपाल वर्मा ने कनीना का दौरा किया। उन्होंने कनीना के उन स्थलों का निरीक्षण किया न्यायिक परिषर एवं लघु सचिवालय बनाए जाने की संभावना है। तत्पश्चात उन्होंने उन्हाणी स्थित जगह का भी निरीक्षण किया। इस मौके पर भारी पुलिस बल तथा अधिकारी मौजूद थे।
कनीना में जहां न्यायाधीश हरीपाल वर्मा दौरा किया। वर्तमान में ध्यान न्यायिक परिसर चल रहा है उसके पीछे करीब 6 एकड़ जमीन का निरीक्षण किया। उल्लेखनीय है कि विगत वर्ष भी न्यायाधीश हरीपाल वर्मा ने इसी जगह का निरीक्षण भी किया था। पहले भी कई बार अधिकारियों एवं न्यायाधीशों ने जगह का निरीक्षण किया है। अब कार्यालय निर्माण की जगह का चयन अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है। कस्बा के नगर पालिका प्रधान सतीश जैलदार, पालिका के पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह लोढ़ा, पूर्व प्रधान मा दलीप सिंह सहित विभिन्न अधिकारियों ने नव नगरपालिका परिसर निर्माण के पीछे जगह दिखाई वहीं उन्होंने कालेज के पास भी जगह दिखाई तथा उनके रास्तों के बारे में भी न्यायाधीश को अवगत करवाया। जगह का निरीक्षण करने के बाद जज कनीना के लिए सकारात्मक नजर आए।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में जहां न्यायिक परिसर के पीछे करीब 6 एकड़ जमीन है जहां पर न्यायिक परिसर एवं उपमंडल कार्यालय निर्माण कराया जा सकता है। अगर यह जगह उचित नहीं हो कनीना के राजकीय डिग्री कालेज के पास करीब 4 एकड़ जगह है वहां पर भी न्यायिक परिसर एवं अन्य कार्यालय बनाए जा सकते हैं। इसके अतिरिक्त के पशु अस्पताल की जगह तथा वर्तमान में बन रहे नए नगर पालिका भवन के पास भी जगह पर्याप्त मात्रा में है जहां पर ये कार्यालय एवं आवास बनाए जा सकते हैं।
न्यायाधीश ने विभिन्न साइटों को देखकर उनके के रास्तों के बारे में भी समस्त जानकारी हासिल की तथा उच्च अधिकारियों से इस संबंध में जानकारी प्राप्त कर विभिन्न दिशा निर्देश भी दिए। तत्पश्चात उन्होंने नगरपालिका कार्यालय में अधिकारियों की एक बैठक कनीना नगरपालिका में ली जिसमें उन्होंने कुछ दिशा-निर्देश दिए। स्पष्ट है कि कनीना में न्यायिक परिसर और उपमंडल कार्यालय जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होगा। इस अवसर पर जहां कनीना पालिका के दोनों पूर्व प्रधान मास्टर दलीप सिंह एवं राजेंद्र सिंह लोढ़ा तथा वर्तमान प्रधान सतीश जेलदार ने न्यायाधीश सभी जानकारियों से अवगत कराया और बताया कि यह नगर पालिका कार्यालय का पुराना भवन भी न्यायिक परिसर के लिए दे दिया जाएगा।
यही नहीं वर्तमान में पशु अस्पताल को गौशाला के पास शिफ्ट की करके इस जगह को न्यायिक परिसर के निर्माण में दे सकते हैं। कनीनावासियों ने विभिन्न अन्य विकल्प भी न्यायाधीश समक्ष रखे।
कौन-कौन हाजिर थे-
इस अवसर पर जहां न्यायाधीश के साथ अतिरिक्त मुख्य सचिव धनपत सिंह, कमिश्नर अशोक सागवान, जिला उपायुक्त जगदीश शर्मा, न्यायाधीश प्रतीक जैन, प्रवीन कुमार, एसडीएम कनीना रणवीर सिंह, खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी देशबंधु, एसपी सुलोचना गजराज, नायब तहसीलदार किफायत उल्ला,राजेश कनीनवाल, एडवोकेट कैलाश गुप्ता, एडवोकेट हरीश गाहड़ा बार एसोसिएशन प्रधान, अनूप सिंह उमेद जाखड़ सहित कनीना पालिका के दोनों पूर्व प्रधान वर्तमान प्रधान सहित भारी संख्या में गणमान्य जन उपस्थित थे। अधिकारी न्यायधीश ने स्वयं पैदल चलकर विभिन्न जगहों का निरीक्षण किया और समस्त जानकारी हासिल करके अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। तत्पश्चात कस्बा कनीना के लोगों ने राहत की सांस ली है और न्यायिक परिसर तथा लघु सचिवालय कनीना में ही बनने के पूर्ण आसार बन गए हैं। तत्पश्चात न्यायाधीश ने उन्हाणी की जगह का भी मुआयना किया दौरा किया।
क्या कहते हैं कनीना के जन -
कनीना न्यायपालिका के प्रधान सतीश जैलदार ने कहा कि जल्द ही न्यायिक परिसर निर्माण किया जाना चाहिए इसके लिए कनीना के वर्तमान न्यायिक परिसर के पास पर्याप्त मात्रा में जगह है। वही नगरपालिका के नए भवन के पास, कनीना के सरकारी कालेज के पास भी पर्याप्त मात्रा में जगह जहां पर यह दोनों कार्यालय बनाए जा सकते हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि कालेज के पास ही ये दोनों कार्यालय निर्मित किए जाएंगे। उन्होंने अविलंब यह कार्यालय स्थापित करने की मांग भी दोहराई है।
पालिका के पूर्व प्रधान मास्टर दलीप सिंह का कहना है कि उन्होंने न्यायिक परिसर एवं उपमंडल कार्यालय के लिए दलील दी है और न्यायाधीश ने बताया है कि यदि जरूरत हो तो वर्तमान पशु चिकित्सालय को गौशाला में स्थानांतरित करवा कर अपने पैसों से वहां चिकित्सालय भवन बनवा सकते हैं यदि इस जगह पर न्यायिक परिसर बनता है तो यही नहीं उन्होंने बताया कि कालेज के पास जो जगह है यहां पर आवास बनाए जा सकते हैं7 अधिकारियों के आवास बनाए जा सकते हैं जिसके दो रास्ते संभव है। कनीना कालेज की ओर से ही नहीं अपितु नगर पालिका कार्यालय के पास भी का रास्ता है। उन्होंने कहा कि हमारी पुरानी मांग है कि कनीना में ही न्यायिक परिसर बने और इसके कनीना में ही बनने के पूर्ण आसार बन गए हैं।
उधर पालिका के पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह लोढ़ा ने बताया कि वर्तमान न्यायिक परिसर के पास करीब साढे 6 एकड़ जमीन है। जहां पर न्यायिक परिसर एवं उपमंडल कार्यालय बनाए जा सकते हैं। वहीं कनीना के कालेज के पास 4 एकड़ जगह है जहां अधिकारियों के आवास बनाए जा सकते हैं और कनीना पूर्ण रूप से यह कार्यालय कनीना में बनने की आशा हैं।
पूर्व कार्रवाई-
कनीना में न्यायिक परिसर तथा लघु सचिवालय निर्माण के लिए कार्रवाई तेज हो गई है। विगत दिनों जहां कनीना पालिका ने जिला उपायुक्त के आदेशों पर विभिन्न स्थानों की भूमि के नक्शे भेज कर न्यायिक परिसर के लिए जगह निरीक्षण एवं अवलोकन की बात आगे बढ़ाई थी।
वही जिला उपायुक्त नारनौल के बाद सेशन जज रवि कुमार सोंधी तथा सीजीएम प्रवेश सिंगला भी जगह का अवलोकन करने पहुंचे। और न्यायिक परिषद एवं लघु सचिवालय के लिए अलग-अलग जगहों का निरीक्षण किया।
कनीना को उपमंडल का दर्जा पूर्व सीपीएस अनीता यादव ने 2013 में दिलवाया था। तत्पश्चात लघु सचिवालय और न्यायिक परिसर बनाए जाने की कार्रवाई शुरू हो गई थी। इसी कड़ी में कनीना की पीपल वाली बणी में ये कार्यालय बनाने की कार्रवाई शुरू हुई किंतु सिरे नहीं चढ़ पाई। यह स्थान दूरी पर था। तत्पश्चात कालर वाली जोहड़ के पास जमीन पर बनाने की बात चली किंतु वह भी सिरे नहीं चढ़ी। तत्पश्चात न्यायिक परिसर और लघु सचिवालय उन्हाणी गांव में स्थापित करने की बात चली और उस पर कनीनावासियों में रोष पनपा। ये कार्यालय कनीना में ही स्थापित किए जाने को लेकर कस्बा वासियों ने 65 दिन तक एसडीएम कार्यालय समक्ष धरना प्रदर्शन जारी रखा। तत्पश्चात केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने ये कार्यालय कनीना में ही बनाए जाने का आश्वासन देकर धरना उठवाया था। तत्पश्चात राव नरबीर सिंह मंत्री तथा संतोष यादव डिप्टी स्पीकर ने भी कनीना में ये कार्यालय बनाने की बात कही थी। तत्पश्चात कनीना के बस स्टैंड पर कार्यालय बनाए जाने को लेकर गतिविधियां तेज हो गई। विभिन्न अधिकारी एवं न्यायाधीश पहुंचे परंतु यहां दुकानदारों ने उच्च न्यायालय में अपनी दुकानें बचाए रखने के लिए गुहार लगाई जिसके चलते ये कार्यालय स्थापित होने में दिक्कत आ गई। एक बार फिर विगत दिनों से आश जगी है और ये कार्यालय कनीना में ही बनाए जाएंगे। अब 5 साल न्यायिक परिसर जगह के लिए ही बीत गए हैं।
फोटो कैप्शन 5 से 8: न्यायाधीश हरिपाल वर्मा कनीना में जगह का निरीक्षण करते हुए
साथ में पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह लोढ़ा, मा दलीप सिंह तथा वर्तमान प्रधान सतीश जेलदार।
खानपुर खोरड़़ा की टीम रही प्रथम
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कनीना। राजावाली बणी करीरा में बाबा बजरंगबली के मंदिर में विशाल मेले का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न खेलो आयोजन भी किया गया।
करीरा की राजावाली बणी में आयोजित मेले में सुबह से ही भीड़ लगी। भंडारे लगे वहीं मेले में खेलों का आयोजन किया गया। दूरदराज से भक्त बाबा हनुमानजी का निशान लेकर पहुंच रहे थे और बाबा को अर्पित कर रहे थे। भक्तों ने प्रसाद चखा वहीं विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिता आयोजित की गई।
करीरा के समाजसेवी सुरेश कुमार पेंटर,महिपाल सिंह शिक्षक,गजराज सिंह, गजेंद्र सिंह ने बताया कि प्रात:काल जागरण भी आयोजित किया गया वही मेले में 60 साल के बुड्ढे की दौड़ भी करवाई गई। इस मेले में कबड्डी, कुश्ती,1600 मीटर की दौड़, ऊंची कूद, लंबी कूद आदि भी आयोजित की गई।
कबड्डी में खानपुर की टीम ने पुरस्कार 11000 रुपये, दूसरा पुरस्कार बहू झोलरी 7100 रुपये तथा तीसरा पुरस्कार 3100 रुपये मिताथल ने जीता। सरपंच राकेश कुमार द्वारा पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
मेला-
गांव करीरा से करीब एक किमी दूर राजावाली बणी में बजरंगबली का मंदिर स्थित है। इस बणी को राजावाली बणी नाम से जाने जाने के पीछे बताया जाता है कि अंग्रेजों के वक्त यह बणी अति सघन थी जिसमें कोई अंदर तक आता जाता नहीं था। अंग्रेजों से बदला लेकर राजा महाराजा अपने बचाव के लिए इसी बणी में आकर छुप जाते थे जिसके कारण इसका नाम राजावाली बणी पड़ा है।
गांव के बुजुर्ग बताते हैं कि एक बार एक भैंसा इस बणी से बाहर खून से लथपथ होकर बाहर आया जिससे झाड़ झंखाड़ से एक रास्ता बन गया। भैंसा भीगा हुआ था जिससे लोगों को लगा कि इसके अंदर कहीं कोई जोहड़ है। तत्पश्चात गांव के लोग उसी रास्ते से अंदर गए जहां से भैंसा बाहर आया था। गांववासी जब अंदर पहुंचे तो देखकर दंग रह गए कि बणी के बीच में एक जोहड़ है। यहीं पास में एक बजरंगबली की मूर्ति भी लोगों को मिली। इस मूर्ति को यहां पर बजरंगबली मंदिर का निर्माण करके रख दिया और पूजा अर्चना का सिलसिला शुरू हो गया। पुराने बजरंगबली मंदिर के पास दुर्लभ इंदोख के विशालकाय वृक्ष हैं। इन इंदोख के वृक्षों ने पुराने एवं नव निर्मित बजरंगबली मंदिर को चारों ओर से आच्छादित कर रखा है। फाल्गुन अमावस्या को बजरंगबली मंदिर पर विशाल मेला लगा जिसमें पूरे गांव के भक्तजन आकर पूजा अर्चना की और प्रसाद वितरित किया।
फोटो कैप्शन 3: करीरा में बाबा के निशान ले जाते भक्तजन।
विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों ने युवाओं को दी जानकारी
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कनीना। नेहरू युवा केंद्र नारनौल द्वारा वाइस ऑफ अयूथ गाहड़ा के सहयोग से ग्रामीण सामुदायिक विकास केंद्र कनीना में ब्लाक स्तरीय पड़ोस युवा संसद कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम के संयोजक जिला युवा समन्वयक महेन्द्र कुमार नायक थे।
कार्यक्रम में युवा प्रतिभागियों का पड़ोस युवा संसद से संबंधित विषयों पर अपने विचारों से मार्गदर्शन कर उन्हें लाभान्वित किया।
विभिन्न विषयों के संदर्भ व्यक्तियों ने स्वास्थ्य शिक्षा,फिट इंडिया,एड्स जागरूकता,मातृत्व स्वास्थ्य ,जनसंख्या शिक्षा और परिवार कल्याण कार्यक्रम, पोषण कार्यक्रम ,जीवन कौशल शिक्षा,सामाजिक मुद्दे कन्या भू्रण हत्या, दहेज,शराब और मादक पदार्थों के सेवन,बाल विवाह की रोकथाम आदि समाज के उपेक्षित वर्गों को मुख्य धारा में लाना और युवाओं की समाज सेवा में सक्रियता बढ़ाने को लेकर आह्वान किया।
जिला युवा समन्वयक महेन्द्र कुमार नायक ने उपस्थित युवाओं से अपील करते हुए कहा की ग्रामीण बुनयादी ढांचे के विकास ,बुनियादी सुविधाओं जैसे लोगों के लिए आवास,स्वंय सहायता समूह के गठन के बारे में जानकारी उपलब्ध करवाई और कहा की युवा देश के भविष्य होते है। युवा ही समाज के सभी वर्गों के उत्थान के लिए कार्य करने में सहयोग कर सकते है। इसलिए युवाओं को नेहरू युवा केंद्र द्वारा जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है।
बैठक चेयरमैन लक्की सीगड़ा ने बताया कि देश में जीवनशैली से जुड़ी बीमारियां जैसे डायबिटीज, हाई बीपी बढ़ रहा है। ये बीमारियां जीवनशैली में गड़बड़ी के कारण हो रही हैं। इस कार्यक्रम में अतिथि गणों एवं सन्दर्भ व्यक्तियों द्वारा युवा प्रतिभागियों को स्वच्छ भारत अभियान, योगासन व योग का महत्व, स्किल इंडिया,फिट इंडिया, निर्मल भारत मिशन,कौशल विकास, आदर्श संसद योजना, स्वयंसेवा एवं श्रमदान और बेटी बचाओ बेटी पढाओ, डिजिटल इंडिया जैसे सामाजिक एवं राष्ट्रीय विषयों पर विचार रखे।
इस अवसर पर इंद्रजीत शर्मा, रूप कृष्ण कुमार,प्रवक्ता नरवीर सिंह,अनिल कुमार,काउंसलर डिम्पल, कर्मपाल,नवीन एनवाईवी,प्रियंका कुमावत ,पूजा वर्मा,रचना,स्वीटी ,आरती,निशा,कुसुमलता,राहुल जांगड़ा, पंकज सहित सैकड़ों युवा साथी उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 4: युवओं को संबोधित करते हुए डिंपल।
प्रतिभा खोज के लिए उमड़ी भीड़
संवाद सहयोगी,कनीना। आरआर ग्रीन मैक्स विद्यालय का संचालन इस वर्ष एसडी शिक्षा समिति, ककराला द्वारा किया जा रहा है। जिसमें प्रतिभा खोज परीक्षा का आयोजन किया गया जिसमें 2140 विद्यार्थियों ने इसमें भाग लिया।
विस्तृृत जानकारी देते हुए जगदेव यादव चेयरमैन ने बताया कि इस परीक्षा में तीसरी से बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों ने भाग लिया। उन्होंने बताया प्रत्येक विद्यार्थी प्रतिभावान होता है। बशर्ते उसकी प्रतिभा को पहचान कर तराशने की आवश्यकता है। शिक्षा के तीन महत्वपूर्ण सोपान पाठ्यक्रम, संगीत व खेल होते है अर्थात एक विद्यार्थी को पाठ्यक्रम के साथ-साथ संगीत व खेल में भी अपनी भागीदारी निभानी चाहिए।
एसडी विद्यालय चेयरमैन ने एसडी विद्यालय की कार्य प्रणाली पर भी प्रकाश डाला। विद्यालय में अलग से कोचिंग भवन, दो सरकारी खेल नर्सरी, सु-प्रशिक्षित नृत्य व संगीत शिक्षकों की व्यवस्था की गई है। जिसके परिणाम स्वरूप विद्यालय ने बेहतरीन शिक्षा परिणाम के साथ-साथ खेलों, सांस्कृतिक गतिविधियों व प्रतिभा परीक्षाओं में राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर अपना परचम लहराया है। आगे उन्होंने प्रतिभा परीक्षा में आये विद्यार्थियों व अभिभावकों को आरआर ग्रीन मैक्स विद्यालय में भी एसडी के समान सुविधाएं उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर ओमप्रकाश यादव , सीईओ आरएस यादव, वरिष्ठ विभाग के मुखिया पूर्ण सिंह, कनिष्ठ विभाग के मुखिया नरेन्द्र यादव, सुरेन्द्र चौहान, सुनील यादव, एवं समस्त स्टाफ उपस्थित था।
फोटो कैप्शन 1: प्रतिभा खोज का एक नजारा।
कामगार यूनियन सभी गांवों में चलाएगी सदस्यता अभियान
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कनीना। अब कामगार यूनियन कनीना उपमंडल के सभी गांवों में सदस्यता अभियान चलाएगी। ये विचार कामगार भवन निर्माण यूनियन के जिला प्रधान महाबीर सिंह ने कनीना में आयोजित कामगार मजदूरों की एक बैठक को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि श्रमिक को सरकार से मिलने वाली सुविधाओं को लेने के लिए जो फार्म प्राइवेट दुकानों से भरवाते है तो वे अपना मनमाना पैसा वसूलते है जिससे श्रमिक पर भारी भरकम भार पड़ता है। इसलिए हम अब समूचे उपमंडल में एक सदस्यता अभियान चलाएंगे तथा उनको इस बात से भी अवगत कराएंगे कि गांवों में रहने वाले सभी श्रमिक सरकार की कोई भी सहायता प्राप्त करने के लिए उसे फार्म प्राइवेट दुकानों से नहीं भरवाकर सरकार द्वारा चलाए गए सरल केन्द्र पर भरवाने चाहिए ताकि उनके ऊपर बोझ न पड़े।
वही कामगार यूनियन के ब्लाक प्रधान पवन कुमार ने भी मजदूरों को संबोधित करते हुए कहा कि जो भी कामगार यूनियन से जुड़ा मजदूर है तथा वह किसी के पास भी कार्य करता है तो उस मालिक को इस बात के बारे में यह बताना होगा कि हमने इस मजदूर से इतने दिन कार्य कराया है।
फोटो कैप्शन 2: बैठक करते कामगार यूनियन के पदाधिकारी।
एक बार फिर से अतिक्रमण हटाने की मांग
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कनीना। कनीना कस्बा में अतिक्रमण एक नासूर बनता जा रहा है। अतिक्रमण हटाने के बाद फिर से दुकानदारों ने अतिक्रमण कर लिया है जिससे आवागमन प्रभावित होने लगा है। विशेष रूप से कनीना बस स्टैंड के सामने से गुजरने वाले महेंद्रगढ़-रेवाड़ी मार्ग, कनीना अनाज मंडी मार्ग जब तक साफ-सुथरे नहीं होंगे तब तक आवागमन प्रभावित होता रहेगा। इन मार्गों पर जहां दुकानदारों ने दुकानों के अंदर कम तथा बाहर आदि का जगह घेर रखी है। यहां तक कि पक्की सीढिय़ां बनाई हुई है।
आए दिन अतिक्रमण दूरदराज तक गढ़ता जा रहा है जिसके चलते राहगीर बड़े परेशान हैं। एक और जहां साइन बोर्ड, वहीं उनके वाहन ,ग्राहकों के वाहन तथा और अन्य साधन सड़क मार्ग पर खड़े हो जाते हैं जिसके चलते आए दिन जाम की समस्या बनी रहती है। अतिक्रमण बार-बार हटाने की कार्रवाई जब तक नहीं चलेगी और अतिक्रमण करने वालों के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं की जाएगी तब तक अतिक्रमण यूं ही परेशानी का कारण बनता रहेगा। विगत 5 वर्षों में कई मौतें अतिक्रमण के कारण हो चुकी है। यहां तक कि अतिक्रमण के कारण आए दिन ग्राहको एवं राहगीरों का दुकानदारों के साथ झगड़ा होता रहता है।
सड़क मार्ग पर दुकानों के आगे रखे दुकानदारों सामान को अगर कोई छू जाए तो पूर्ण रूप से झगड़े पर उतारू हो जाते हैं। ऐसे में अतिक्रमण हटाए जाने की आवश्यकता है।
उधर कनीना पालिका प्रधान सतीश जेलदार ने बताया कि अतिक्रमण किसी भी रूप में नहीं बख्शा जाएगा। जल्द ही अतिक्रमण हटाने का एक और अभियान चलाया जाएगा। दुकानों के अंदर जब तक दुकानदार सामान नहीं रख लेते तब तक वे चैन से नहीं बैठेंगे।
संस्कृत पढ़ाने वाले शिक्षकों का हिंदी विषय पर पदोन्नति हो
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कनीना। एक ओर शिक्षा विभाग जहां विज्ञान शिक्षकों को विज्ञान के ही पदों पर पदोन्नति दी जा रही है और वे हिंदी या अंग्रेजी आदि विषयों में पदोन्नति नहीं पा सकते वहीं दूसरी ओर संस्कृत शिक्षक जो हिंदी और संस्कृत दोनों पढ़ाते हैं उन्हें हिंदी विषय पर पदोन्नति के अवसर नहीं दिए जा रहे हैं। वे केवल संस्कृत में पदोन्नति पा सकते हैं। इस बात को लेकर के क्षेत्र के अध्यापकों संस्कृत अध्यापकों में रोष पनप रहा है।
विरेंद्र, सतीश कुमार शिक्षकों ने बताया कि जहां विज्ञान शिक्षकों को विज्ञान के अतिरिक्त अन्य किसी विषय में पदोन्नति का मौका नहीं मिल रहा है। विज्ञान के पदों पर पदोन्नति पा सकते हैं तो हिंदी और संस्कृत पढ़ाने वाले संस्कृत अध्यापकों को हिंदी के पदों पर भी पदोन्नत किया जाए। उन्होंने कहा जिस प्रकार विज्ञान शिक्षक भौतिक शास्त्र, रसायन शास्त्र एवं गणित आदि विषयों में पदोन्नति पा सकते हैं क्योंकि वे इन विषयों का स्नातक स्तर तक अध्ययन करते हैं वही संस्कृत अध्यापक जो हिंदी और संस्कृत का भी अध्ययन करते हैं ऐसे में उन्हें हिंदी विषय में पदोन्नति देना तार्किक भी है। उन्होंने कहा कि जो संस्कृत शिक्षक हिंदी एवं संस्कृत दोनों पढ़ा रहा है तो उन्हें पदोन्नति के अवसर दिए जाएं। वैसे भी संस्कृत हिंदी की मां है। उन्होंने का हाल ही में पदोन्नति के आवेदन मांगे जा रहे हैं किंतु संस्कृत के शिक्षकों को केवल संस्कृत में ही पदोन्नति पाने की छूट दी गई है। हिंदी विषय में भी पदोन्नति के अवसर दिए जाने चाहिए।
इस मौके पर संस्कृत अध्यापकों ने बताया कि उनके साथ भेदभाव हो रहा है। उन्हें हिंदी विषय में पदोन्नति नहीं दी जाती जबकि शिक्षण कार्य हिंदी विषय का भी लिया जाता है। उन्होंने कहा कि वे इस संबंध में उच्च अधिकारियों तथा शिक्षा मंत्री से भी मिलेंगे और अपनी बात प्रस्तुत करेंगे ताकि उन्हें भी हिंदी विषय में प्राध्यापक पद पर पदोन्नति के अवसर मिल सके।
आश्रम परिसर को सजाया जा रहा है
जीएल
स्कूल में हुआ प्रतिभा खोज परीक्षा का आयोजन
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कनीना। जीएल पब्लिक स्कूल, कोसली रोड़ कनीना में गणेशीलाल प्रतिभा खोज परीक्षा 2020 का आयोजन किया गया जिसमें अनेक बच्चों ने भाग लिया। इस परीक्षा का मुख्य उद्देश्य बच्चों की प्रतिभा को पहचानना है। इस परीक्षा में कक्षा तीसरी से कक्षा ग्यारहवीें तक के लगभग 3000 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। परीक्षा का प्रकार ऑब्जैक्टिव था और सभी कक्षाओं के लिए प्रश्नों की संख्या 100 रखी गयी थी। विद्यालय प्राचार्य श्री पृथ्वी सिंह जी ने बताया कि विद्यालय हर वर्ष इसी प्रकार प्रतिभा खोज का आयोजन करता रहा है। और हर वर्ष की भाँति इस वर्ष भी परीक्षा में भाग लेने वाले बच्चों को बधाई दी। इस अवसर पर विद्यालय के सी0ई0ओ0 श्री सुभाष लोढा जी ने बताया कि विद्यार्थियों व अभिभावकों का उत्साह देखने लायक था व परीक्षा में उमड़ी भीड़ को देखकर लगता है कि क्षेत्र के सभी अभिभावक बच्चों के भविष्य को लेकर जागरूक हैं। विद्यालय के चेयरमैन श्री राजेन्द्र सिंह लोढा जी ने बताया कि इस परीक्षा मुख्य उद्देश्य ग्रामीण अंचल की प्रतिभा को खोजकर उन विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप देकर एक अच्छी शिक्षा प्रदान करना भी है जिससे कि वह अपने इलाके व देश का नाम रोशन कर सके।
-अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश
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कनीना। कनीना उपमंडल के न्यायिक परिसर एवं उपमंडल कार्यालय के निर्माण को लेकर गतिविधियां तेज हो गई है। विगत दिनों जहां सेशन जज ने भी दौरा किया वही रविवार को पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश तथा जिला महेंद्रगढ़ के इंस्पेक्टिंग एवं एडमिनिस्ट्रेटिव जज हरीपाल वर्मा ने कनीना का दौरा किया। उन्होंने कनीना के उन स्थलों का निरीक्षण किया न्यायिक परिषर एवं लघु सचिवालय बनाए जाने की संभावना है। तत्पश्चात उन्होंने उन्हाणी स्थित जगह का भी निरीक्षण किया। इस मौके पर भारी पुलिस बल तथा अधिकारी मौजूद थे।
कनीना में जहां न्यायाधीश हरीपाल वर्मा दौरा किया। वर्तमान में ध्यान न्यायिक परिसर चल रहा है उसके पीछे करीब 6 एकड़ जमीन का निरीक्षण किया। उल्लेखनीय है कि विगत वर्ष भी न्यायाधीश हरीपाल वर्मा ने इसी जगह का निरीक्षण भी किया था। पहले भी कई बार अधिकारियों एवं न्यायाधीशों ने जगह का निरीक्षण किया है। अब कार्यालय निर्माण की जगह का चयन अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है। कस्बा के नगर पालिका प्रधान सतीश जैलदार, पालिका के पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह लोढ़ा, पूर्व प्रधान मा दलीप सिंह सहित विभिन्न अधिकारियों ने नव नगरपालिका परिसर निर्माण के पीछे जगह दिखाई वहीं उन्होंने कालेज के पास भी जगह दिखाई तथा उनके रास्तों के बारे में भी न्यायाधीश को अवगत करवाया। जगह का निरीक्षण करने के बाद जज कनीना के लिए सकारात्मक नजर आए।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में जहां न्यायिक परिसर के पीछे करीब 6 एकड़ जमीन है जहां पर न्यायिक परिसर एवं उपमंडल कार्यालय निर्माण कराया जा सकता है। अगर यह जगह उचित नहीं हो कनीना के राजकीय डिग्री कालेज के पास करीब 4 एकड़ जगह है वहां पर भी न्यायिक परिसर एवं अन्य कार्यालय बनाए जा सकते हैं। इसके अतिरिक्त के पशु अस्पताल की जगह तथा वर्तमान में बन रहे नए नगर पालिका भवन के पास भी जगह पर्याप्त मात्रा में है जहां पर ये कार्यालय एवं आवास बनाए जा सकते हैं।
न्यायाधीश ने विभिन्न साइटों को देखकर उनके के रास्तों के बारे में भी समस्त जानकारी हासिल की तथा उच्च अधिकारियों से इस संबंध में जानकारी प्राप्त कर विभिन्न दिशा निर्देश भी दिए। तत्पश्चात उन्होंने नगरपालिका कार्यालय में अधिकारियों की एक बैठक कनीना नगरपालिका में ली जिसमें उन्होंने कुछ दिशा-निर्देश दिए। स्पष्ट है कि कनीना में न्यायिक परिसर और उपमंडल कार्यालय जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होगा। इस अवसर पर जहां कनीना पालिका के दोनों पूर्व प्रधान मास्टर दलीप सिंह एवं राजेंद्र सिंह लोढ़ा तथा वर्तमान प्रधान सतीश जेलदार ने न्यायाधीश सभी जानकारियों से अवगत कराया और बताया कि यह नगर पालिका कार्यालय का पुराना भवन भी न्यायिक परिसर के लिए दे दिया जाएगा।
यही नहीं वर्तमान में पशु अस्पताल को गौशाला के पास शिफ्ट की करके इस जगह को न्यायिक परिसर के निर्माण में दे सकते हैं। कनीनावासियों ने विभिन्न अन्य विकल्प भी न्यायाधीश समक्ष रखे।
कौन-कौन हाजिर थे-
इस अवसर पर जहां न्यायाधीश के साथ अतिरिक्त मुख्य सचिव धनपत सिंह, कमिश्नर अशोक सागवान, जिला उपायुक्त जगदीश शर्मा, न्यायाधीश प्रतीक जैन, प्रवीन कुमार, एसडीएम कनीना रणवीर सिंह, खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी देशबंधु, एसपी सुलोचना गजराज, नायब तहसीलदार किफायत उल्ला,राजेश कनीनवाल, एडवोकेट कैलाश गुप्ता, एडवोकेट हरीश गाहड़ा बार एसोसिएशन प्रधान, अनूप सिंह उमेद जाखड़ सहित कनीना पालिका के दोनों पूर्व प्रधान वर्तमान प्रधान सहित भारी संख्या में गणमान्य जन उपस्थित थे। अधिकारी न्यायधीश ने स्वयं पैदल चलकर विभिन्न जगहों का निरीक्षण किया और समस्त जानकारी हासिल करके अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। तत्पश्चात कस्बा कनीना के लोगों ने राहत की सांस ली है और न्यायिक परिसर तथा लघु सचिवालय कनीना में ही बनने के पूर्ण आसार बन गए हैं। तत्पश्चात न्यायाधीश ने उन्हाणी की जगह का भी मुआयना किया दौरा किया।
क्या कहते हैं कनीना के जन -
कनीना न्यायपालिका के प्रधान सतीश जैलदार ने कहा कि जल्द ही न्यायिक परिसर निर्माण किया जाना चाहिए इसके लिए कनीना के वर्तमान न्यायिक परिसर के पास पर्याप्त मात्रा में जगह है। वही नगरपालिका के नए भवन के पास, कनीना के सरकारी कालेज के पास भी पर्याप्त मात्रा में जगह जहां पर यह दोनों कार्यालय बनाए जा सकते हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि कालेज के पास ही ये दोनों कार्यालय निर्मित किए जाएंगे। उन्होंने अविलंब यह कार्यालय स्थापित करने की मांग भी दोहराई है।
पालिका के पूर्व प्रधान मास्टर दलीप सिंह का कहना है कि उन्होंने न्यायिक परिसर एवं उपमंडल कार्यालय के लिए दलील दी है और न्यायाधीश ने बताया है कि यदि जरूरत हो तो वर्तमान पशु चिकित्सालय को गौशाला में स्थानांतरित करवा कर अपने पैसों से वहां चिकित्सालय भवन बनवा सकते हैं यदि इस जगह पर न्यायिक परिसर बनता है तो यही नहीं उन्होंने बताया कि कालेज के पास जो जगह है यहां पर आवास बनाए जा सकते हैं7 अधिकारियों के आवास बनाए जा सकते हैं जिसके दो रास्ते संभव है। कनीना कालेज की ओर से ही नहीं अपितु नगर पालिका कार्यालय के पास भी का रास्ता है। उन्होंने कहा कि हमारी पुरानी मांग है कि कनीना में ही न्यायिक परिसर बने और इसके कनीना में ही बनने के पूर्ण आसार बन गए हैं।
उधर पालिका के पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह लोढ़ा ने बताया कि वर्तमान न्यायिक परिसर के पास करीब साढे 6 एकड़ जमीन है। जहां पर न्यायिक परिसर एवं उपमंडल कार्यालय बनाए जा सकते हैं। वहीं कनीना के कालेज के पास 4 एकड़ जगह है जहां अधिकारियों के आवास बनाए जा सकते हैं और कनीना पूर्ण रूप से यह कार्यालय कनीना में बनने की आशा हैं।
पूर्व कार्रवाई-
कनीना में न्यायिक परिसर तथा लघु सचिवालय निर्माण के लिए कार्रवाई तेज हो गई है। विगत दिनों जहां कनीना पालिका ने जिला उपायुक्त के आदेशों पर विभिन्न स्थानों की भूमि के नक्शे भेज कर न्यायिक परिसर के लिए जगह निरीक्षण एवं अवलोकन की बात आगे बढ़ाई थी।
वही जिला उपायुक्त नारनौल के बाद सेशन जज रवि कुमार सोंधी तथा सीजीएम प्रवेश सिंगला भी जगह का अवलोकन करने पहुंचे। और न्यायिक परिषद एवं लघु सचिवालय के लिए अलग-अलग जगहों का निरीक्षण किया।
कनीना को उपमंडल का दर्जा पूर्व सीपीएस अनीता यादव ने 2013 में दिलवाया था। तत्पश्चात लघु सचिवालय और न्यायिक परिसर बनाए जाने की कार्रवाई शुरू हो गई थी। इसी कड़ी में कनीना की पीपल वाली बणी में ये कार्यालय बनाने की कार्रवाई शुरू हुई किंतु सिरे नहीं चढ़ पाई। यह स्थान दूरी पर था। तत्पश्चात कालर वाली जोहड़ के पास जमीन पर बनाने की बात चली किंतु वह भी सिरे नहीं चढ़ी। तत्पश्चात न्यायिक परिसर और लघु सचिवालय उन्हाणी गांव में स्थापित करने की बात चली और उस पर कनीनावासियों में रोष पनपा। ये कार्यालय कनीना में ही स्थापित किए जाने को लेकर कस्बा वासियों ने 65 दिन तक एसडीएम कार्यालय समक्ष धरना प्रदर्शन जारी रखा। तत्पश्चात केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने ये कार्यालय कनीना में ही बनाए जाने का आश्वासन देकर धरना उठवाया था। तत्पश्चात राव नरबीर सिंह मंत्री तथा संतोष यादव डिप्टी स्पीकर ने भी कनीना में ये कार्यालय बनाने की बात कही थी। तत्पश्चात कनीना के बस स्टैंड पर कार्यालय बनाए जाने को लेकर गतिविधियां तेज हो गई। विभिन्न अधिकारी एवं न्यायाधीश पहुंचे परंतु यहां दुकानदारों ने उच्च न्यायालय में अपनी दुकानें बचाए रखने के लिए गुहार लगाई जिसके चलते ये कार्यालय स्थापित होने में दिक्कत आ गई। एक बार फिर विगत दिनों से आश जगी है और ये कार्यालय कनीना में ही बनाए जाएंगे। अब 5 साल न्यायिक परिसर जगह के लिए ही बीत गए हैं।
फोटो कैप्शन 5 से 8: न्यायाधीश हरिपाल वर्मा कनीना में जगह का निरीक्षण करते हुए
साथ में पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह लोढ़ा, मा दलीप सिंह तथा वर्तमान प्रधान सतीश जेलदार।
खानपुर खोरड़़ा की टीम रही प्रथम
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कनीना। राजावाली बणी करीरा में बाबा बजरंगबली के मंदिर में विशाल मेले का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न खेलो आयोजन भी किया गया।
करीरा की राजावाली बणी में आयोजित मेले में सुबह से ही भीड़ लगी। भंडारे लगे वहीं मेले में खेलों का आयोजन किया गया। दूरदराज से भक्त बाबा हनुमानजी का निशान लेकर पहुंच रहे थे और बाबा को अर्पित कर रहे थे। भक्तों ने प्रसाद चखा वहीं विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिता आयोजित की गई।
करीरा के समाजसेवी सुरेश कुमार पेंटर,महिपाल सिंह शिक्षक,गजराज सिंह, गजेंद्र सिंह ने बताया कि प्रात:काल जागरण भी आयोजित किया गया वही मेले में 60 साल के बुड्ढे की दौड़ भी करवाई गई। इस मेले में कबड्डी, कुश्ती,1600 मीटर की दौड़, ऊंची कूद, लंबी कूद आदि भी आयोजित की गई।
कबड्डी में खानपुर की टीम ने पुरस्कार 11000 रुपये, दूसरा पुरस्कार बहू झोलरी 7100 रुपये तथा तीसरा पुरस्कार 3100 रुपये मिताथल ने जीता। सरपंच राकेश कुमार द्वारा पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
मेला-
गांव करीरा से करीब एक किमी दूर राजावाली बणी में बजरंगबली का मंदिर स्थित है। इस बणी को राजावाली बणी नाम से जाने जाने के पीछे बताया जाता है कि अंग्रेजों के वक्त यह बणी अति सघन थी जिसमें कोई अंदर तक आता जाता नहीं था। अंग्रेजों से बदला लेकर राजा महाराजा अपने बचाव के लिए इसी बणी में आकर छुप जाते थे जिसके कारण इसका नाम राजावाली बणी पड़ा है।
गांव के बुजुर्ग बताते हैं कि एक बार एक भैंसा इस बणी से बाहर खून से लथपथ होकर बाहर आया जिससे झाड़ झंखाड़ से एक रास्ता बन गया। भैंसा भीगा हुआ था जिससे लोगों को लगा कि इसके अंदर कहीं कोई जोहड़ है। तत्पश्चात गांव के लोग उसी रास्ते से अंदर गए जहां से भैंसा बाहर आया था। गांववासी जब अंदर पहुंचे तो देखकर दंग रह गए कि बणी के बीच में एक जोहड़ है। यहीं पास में एक बजरंगबली की मूर्ति भी लोगों को मिली। इस मूर्ति को यहां पर बजरंगबली मंदिर का निर्माण करके रख दिया और पूजा अर्चना का सिलसिला शुरू हो गया। पुराने बजरंगबली मंदिर के पास दुर्लभ इंदोख के विशालकाय वृक्ष हैं। इन इंदोख के वृक्षों ने पुराने एवं नव निर्मित बजरंगबली मंदिर को चारों ओर से आच्छादित कर रखा है। फाल्गुन अमावस्या को बजरंगबली मंदिर पर विशाल मेला लगा जिसमें पूरे गांव के भक्तजन आकर पूजा अर्चना की और प्रसाद वितरित किया।
फोटो कैप्शन 3: करीरा में बाबा के निशान ले जाते भक्तजन।
विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों ने युवाओं को दी जानकारी
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कनीना। नेहरू युवा केंद्र नारनौल द्वारा वाइस ऑफ अयूथ गाहड़ा के सहयोग से ग्रामीण सामुदायिक विकास केंद्र कनीना में ब्लाक स्तरीय पड़ोस युवा संसद कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम के संयोजक जिला युवा समन्वयक महेन्द्र कुमार नायक थे।
कार्यक्रम में युवा प्रतिभागियों का पड़ोस युवा संसद से संबंधित विषयों पर अपने विचारों से मार्गदर्शन कर उन्हें लाभान्वित किया।
विभिन्न विषयों के संदर्भ व्यक्तियों ने स्वास्थ्य शिक्षा,फिट इंडिया,एड्स जागरूकता,मातृत्व स्वास्थ्य ,जनसंख्या शिक्षा और परिवार कल्याण कार्यक्रम, पोषण कार्यक्रम ,जीवन कौशल शिक्षा,सामाजिक मुद्दे कन्या भू्रण हत्या, दहेज,शराब और मादक पदार्थों के सेवन,बाल विवाह की रोकथाम आदि समाज के उपेक्षित वर्गों को मुख्य धारा में लाना और युवाओं की समाज सेवा में सक्रियता बढ़ाने को लेकर आह्वान किया।
जिला युवा समन्वयक महेन्द्र कुमार नायक ने उपस्थित युवाओं से अपील करते हुए कहा की ग्रामीण बुनयादी ढांचे के विकास ,बुनियादी सुविधाओं जैसे लोगों के लिए आवास,स्वंय सहायता समूह के गठन के बारे में जानकारी उपलब्ध करवाई और कहा की युवा देश के भविष्य होते है। युवा ही समाज के सभी वर्गों के उत्थान के लिए कार्य करने में सहयोग कर सकते है। इसलिए युवाओं को नेहरू युवा केंद्र द्वारा जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है।
बैठक चेयरमैन लक्की सीगड़ा ने बताया कि देश में जीवनशैली से जुड़ी बीमारियां जैसे डायबिटीज, हाई बीपी बढ़ रहा है। ये बीमारियां जीवनशैली में गड़बड़ी के कारण हो रही हैं। इस कार्यक्रम में अतिथि गणों एवं सन्दर्भ व्यक्तियों द्वारा युवा प्रतिभागियों को स्वच्छ भारत अभियान, योगासन व योग का महत्व, स्किल इंडिया,फिट इंडिया, निर्मल भारत मिशन,कौशल विकास, आदर्श संसद योजना, स्वयंसेवा एवं श्रमदान और बेटी बचाओ बेटी पढाओ, डिजिटल इंडिया जैसे सामाजिक एवं राष्ट्रीय विषयों पर विचार रखे।
इस अवसर पर इंद्रजीत शर्मा, रूप कृष्ण कुमार,प्रवक्ता नरवीर सिंह,अनिल कुमार,काउंसलर डिम्पल, कर्मपाल,नवीन एनवाईवी,प्रियंका कुमावत ,पूजा वर्मा,रचना,स्वीटी ,आरती,निशा,कुसुमलता,राहुल जांगड़ा, पंकज सहित सैकड़ों युवा साथी उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 4: युवओं को संबोधित करते हुए डिंपल।
प्रतिभा खोज के लिए उमड़ी भीड़
संवाद सहयोगी,कनीना। आरआर ग्रीन मैक्स विद्यालय का संचालन इस वर्ष एसडी शिक्षा समिति, ककराला द्वारा किया जा रहा है। जिसमें प्रतिभा खोज परीक्षा का आयोजन किया गया जिसमें 2140 विद्यार्थियों ने इसमें भाग लिया।
विस्तृृत जानकारी देते हुए जगदेव यादव चेयरमैन ने बताया कि इस परीक्षा में तीसरी से बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों ने भाग लिया। उन्होंने बताया प्रत्येक विद्यार्थी प्रतिभावान होता है। बशर्ते उसकी प्रतिभा को पहचान कर तराशने की आवश्यकता है। शिक्षा के तीन महत्वपूर्ण सोपान पाठ्यक्रम, संगीत व खेल होते है अर्थात एक विद्यार्थी को पाठ्यक्रम के साथ-साथ संगीत व खेल में भी अपनी भागीदारी निभानी चाहिए।
एसडी विद्यालय चेयरमैन ने एसडी विद्यालय की कार्य प्रणाली पर भी प्रकाश डाला। विद्यालय में अलग से कोचिंग भवन, दो सरकारी खेल नर्सरी, सु-प्रशिक्षित नृत्य व संगीत शिक्षकों की व्यवस्था की गई है। जिसके परिणाम स्वरूप विद्यालय ने बेहतरीन शिक्षा परिणाम के साथ-साथ खेलों, सांस्कृतिक गतिविधियों व प्रतिभा परीक्षाओं में राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर अपना परचम लहराया है। आगे उन्होंने प्रतिभा परीक्षा में आये विद्यार्थियों व अभिभावकों को आरआर ग्रीन मैक्स विद्यालय में भी एसडी के समान सुविधाएं उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर ओमप्रकाश यादव , सीईओ आरएस यादव, वरिष्ठ विभाग के मुखिया पूर्ण सिंह, कनिष्ठ विभाग के मुखिया नरेन्द्र यादव, सुरेन्द्र चौहान, सुनील यादव, एवं समस्त स्टाफ उपस्थित था।
फोटो कैप्शन 1: प्रतिभा खोज का एक नजारा।
कामगार यूनियन सभी गांवों में चलाएगी सदस्यता अभियान
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कनीना। अब कामगार यूनियन कनीना उपमंडल के सभी गांवों में सदस्यता अभियान चलाएगी। ये विचार कामगार भवन निर्माण यूनियन के जिला प्रधान महाबीर सिंह ने कनीना में आयोजित कामगार मजदूरों की एक बैठक को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि श्रमिक को सरकार से मिलने वाली सुविधाओं को लेने के लिए जो फार्म प्राइवेट दुकानों से भरवाते है तो वे अपना मनमाना पैसा वसूलते है जिससे श्रमिक पर भारी भरकम भार पड़ता है। इसलिए हम अब समूचे उपमंडल में एक सदस्यता अभियान चलाएंगे तथा उनको इस बात से भी अवगत कराएंगे कि गांवों में रहने वाले सभी श्रमिक सरकार की कोई भी सहायता प्राप्त करने के लिए उसे फार्म प्राइवेट दुकानों से नहीं भरवाकर सरकार द्वारा चलाए गए सरल केन्द्र पर भरवाने चाहिए ताकि उनके ऊपर बोझ न पड़े।
वही कामगार यूनियन के ब्लाक प्रधान पवन कुमार ने भी मजदूरों को संबोधित करते हुए कहा कि जो भी कामगार यूनियन से जुड़ा मजदूर है तथा वह किसी के पास भी कार्य करता है तो उस मालिक को इस बात के बारे में यह बताना होगा कि हमने इस मजदूर से इतने दिन कार्य कराया है।
फोटो कैप्शन 2: बैठक करते कामगार यूनियन के पदाधिकारी।
एक बार फिर से अतिक्रमण हटाने की मांग
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कनीना। कनीना कस्बा में अतिक्रमण एक नासूर बनता जा रहा है। अतिक्रमण हटाने के बाद फिर से दुकानदारों ने अतिक्रमण कर लिया है जिससे आवागमन प्रभावित होने लगा है। विशेष रूप से कनीना बस स्टैंड के सामने से गुजरने वाले महेंद्रगढ़-रेवाड़ी मार्ग, कनीना अनाज मंडी मार्ग जब तक साफ-सुथरे नहीं होंगे तब तक आवागमन प्रभावित होता रहेगा। इन मार्गों पर जहां दुकानदारों ने दुकानों के अंदर कम तथा बाहर आदि का जगह घेर रखी है। यहां तक कि पक्की सीढिय़ां बनाई हुई है।
आए दिन अतिक्रमण दूरदराज तक गढ़ता जा रहा है जिसके चलते राहगीर बड़े परेशान हैं। एक और जहां साइन बोर्ड, वहीं उनके वाहन ,ग्राहकों के वाहन तथा और अन्य साधन सड़क मार्ग पर खड़े हो जाते हैं जिसके चलते आए दिन जाम की समस्या बनी रहती है। अतिक्रमण बार-बार हटाने की कार्रवाई जब तक नहीं चलेगी और अतिक्रमण करने वालों के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं की जाएगी तब तक अतिक्रमण यूं ही परेशानी का कारण बनता रहेगा। विगत 5 वर्षों में कई मौतें अतिक्रमण के कारण हो चुकी है। यहां तक कि अतिक्रमण के कारण आए दिन ग्राहको एवं राहगीरों का दुकानदारों के साथ झगड़ा होता रहता है।
सड़क मार्ग पर दुकानों के आगे रखे दुकानदारों सामान को अगर कोई छू जाए तो पूर्ण रूप से झगड़े पर उतारू हो जाते हैं। ऐसे में अतिक्रमण हटाए जाने की आवश्यकता है।
उधर कनीना पालिका प्रधान सतीश जेलदार ने बताया कि अतिक्रमण किसी भी रूप में नहीं बख्शा जाएगा। जल्द ही अतिक्रमण हटाने का एक और अभियान चलाया जाएगा। दुकानों के अंदर जब तक दुकानदार सामान नहीं रख लेते तब तक वे चैन से नहीं बैठेंगे।
संस्कृत पढ़ाने वाले शिक्षकों का हिंदी विषय पर पदोन्नति हो
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कनीना। एक ओर शिक्षा विभाग जहां विज्ञान शिक्षकों को विज्ञान के ही पदों पर पदोन्नति दी जा रही है और वे हिंदी या अंग्रेजी आदि विषयों में पदोन्नति नहीं पा सकते वहीं दूसरी ओर संस्कृत शिक्षक जो हिंदी और संस्कृत दोनों पढ़ाते हैं उन्हें हिंदी विषय पर पदोन्नति के अवसर नहीं दिए जा रहे हैं। वे केवल संस्कृत में पदोन्नति पा सकते हैं। इस बात को लेकर के क्षेत्र के अध्यापकों संस्कृत अध्यापकों में रोष पनप रहा है।
विरेंद्र, सतीश कुमार शिक्षकों ने बताया कि जहां विज्ञान शिक्षकों को विज्ञान के अतिरिक्त अन्य किसी विषय में पदोन्नति का मौका नहीं मिल रहा है। विज्ञान के पदों पर पदोन्नति पा सकते हैं तो हिंदी और संस्कृत पढ़ाने वाले संस्कृत अध्यापकों को हिंदी के पदों पर भी पदोन्नत किया जाए। उन्होंने कहा जिस प्रकार विज्ञान शिक्षक भौतिक शास्त्र, रसायन शास्त्र एवं गणित आदि विषयों में पदोन्नति पा सकते हैं क्योंकि वे इन विषयों का स्नातक स्तर तक अध्ययन करते हैं वही संस्कृत अध्यापक जो हिंदी और संस्कृत का भी अध्ययन करते हैं ऐसे में उन्हें हिंदी विषय में पदोन्नति देना तार्किक भी है। उन्होंने कहा कि जो संस्कृत शिक्षक हिंदी एवं संस्कृत दोनों पढ़ा रहा है तो उन्हें पदोन्नति के अवसर दिए जाएं। वैसे भी संस्कृत हिंदी की मां है। उन्होंने का हाल ही में पदोन्नति के आवेदन मांगे जा रहे हैं किंतु संस्कृत के शिक्षकों को केवल संस्कृत में ही पदोन्नति पाने की छूट दी गई है। हिंदी विषय में भी पदोन्नति के अवसर दिए जाने चाहिए।
इस मौके पर संस्कृत अध्यापकों ने बताया कि उनके साथ भेदभाव हो रहा है। उन्हें हिंदी विषय में पदोन्नति नहीं दी जाती जबकि शिक्षण कार्य हिंदी विषय का भी लिया जाता है। उन्होंने कहा कि वे इस संबंध में उच्च अधिकारियों तथा शिक्षा मंत्री से भी मिलेंगे और अपनी बात प्रस्तुत करेंगे ताकि उन्हें भी हिंदी विषय में प्राध्यापक पद पर पदोन्नति के अवसर मिल सके।
आश्रम परिसर को सजाया जा रहा है
जीएल
स्कूल में हुआ प्रतिभा खोज परीक्षा का आयोजन
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कनीना। जीएल पब्लिक स्कूल, कोसली रोड़ कनीना में गणेशीलाल प्रतिभा खोज परीक्षा 2020 का आयोजन किया गया जिसमें अनेक बच्चों ने भाग लिया। इस परीक्षा का मुख्य उद्देश्य बच्चों की प्रतिभा को पहचानना है। इस परीक्षा में कक्षा तीसरी से कक्षा ग्यारहवीें तक के लगभग 3000 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। परीक्षा का प्रकार ऑब्जैक्टिव था और सभी कक्षाओं के लिए प्रश्नों की संख्या 100 रखी गयी थी। विद्यालय प्राचार्य श्री पृथ्वी सिंह जी ने बताया कि विद्यालय हर वर्ष इसी प्रकार प्रतिभा खोज का आयोजन करता रहा है। और हर वर्ष की भाँति इस वर्ष भी परीक्षा में भाग लेने वाले बच्चों को बधाई दी। इस अवसर पर विद्यालय के सी0ई0ओ0 श्री सुभाष लोढा जी ने बताया कि विद्यार्थियों व अभिभावकों का उत्साह देखने लायक था व परीक्षा में उमड़ी भीड़ को देखकर लगता है कि क्षेत्र के सभी अभिभावक बच्चों के भविष्य को लेकर जागरूक हैं। विद्यालय के चेयरमैन श्री राजेन्द्र सिंह लोढा जी ने बताया कि इस परीक्षा मुख्य उद्देश्य ग्रामीण अंचल की प्रतिभा को खोजकर उन विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप देकर एक अच्छी शिक्षा प्रदान करना भी है जिससे कि वह अपने इलाके व देश का नाम रोशन कर सके।
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