राष्ट्रीय राजमार्ग सेहलंग-बाघोत कट के लिए धरना 37वें दिन भी जारी।
-प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने दिया धरने को समर्थन
- 37वें दिन की धरने की अध्यक्षता हरिओम आर्य सरपंच पोता ने की।
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कनीना की आवाज। 152-डी राष्ट्रीय राजमार्ग सेहलंग-बाघोत कट के लिए धरना 37वें दिन भी जारी रहा। धरने को प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने दिया। 37वें दिन की धरने की अध्यक्षता हरिओम आर्य सरपंच पोता ने की।
हरिओम पोता ने कहा कि कट के बनने से आधा दर्जन विधानसभा क्षेत्रों के लोगो को फायदा होगा। साथ ही इस कट के बनने से सतनाली, नाहड़, महेंद्रगढ, झोजू ,कनीना, मतानहेल खंड के के लोगों को फायदा होगा।
यहां पर चार जिलों की सीमा लगती है और इस कट के बनने से सैकड़ों गांवों को फायदा होगा। यहां पर प्रस्तावित आईएमटी खुडाना,एनटीपीसी झाड़ली, केंद्रीय विश्वविद्यालय , बागेश्वर धाम जाना सरल होगा। इस कट के बनने से यहां के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। बाघेश्वर धाम में हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड,उत्तर प्रदेश से भारी संख्या में श्रद्धालु आते है , यहां साल में 2 बार मेला लगता है और लोग कावड़ चढ़ाते है।
इस मौके पर 90 से 100 गावो के गणमानय लोग व विजय सिंह चेयरमैन नौताना,राज सिंह पूर्व पार्षद नौताना,महावीर पहलवान बाघोत,डॉक्टर महेश, प्रीतम , ओमप्रकाश आर्य, महेंद्र, गौतम, गंगादास, रणधीर पहलवान बाघोत, एडवोकेट केपी यादव सेहलंग, रवि प्रधान सेहलंग,मखन लाल स्वामी बसई,ओमप्रकाश नौताना, डॉक्टर धर्मेन्द्र धनखड़ छितरोली, सतपाल चेयरमैन पोता,सतपाल उर्फ सतिया पोता,सत्यवीर सिंह पूर्व सरपंच नौसवा,रिंकू बाघोत, धोलू बाघोत, दारा सिंह पोता,मनोज कुमार पोता, ओमप्रकाश चंडीगढ़,हरिओम यादव पोता व आदि गणमान्य लोग मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 09: धरने पर बैठे लोग।
8 दिनों में गेहूं की खरीदी 8819 क्विंटल पहुंची
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कनीना की आवाज। कनीना की नई अनाज मंडी चेलावास में जहां सरसों की खरीद 5450 रुपए प्रति क्विंटल की दर से हो रही है तथा हैफेड खरीद एजेंसी सरसों की खरीद का कार्य कर रही है। वही पुरानी अनाज मंडी में वेयरहाउस द्वारा गेहूं की खरीद 2125 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से कर रही है। दोनों अनाज मंडियों में खरीद की जारी है तथा विभिन्न अधिकारी समय-समय पर दौरा कर रहे हैं। उठान कार्य प्रगति पर है।
कनीना वेयरहाउस मैनेजर आनंद यादव ने बताया कि 8 दिनों में 8819 क्विंटल गेहूं की खरीद हो चुकी है। अकेले मंगलवार को 835 क्विंटल गेहूं खरीदा गया है। किसान अपने साधनों से गेहूं बेचने के लिए कनीना मंडी आ रहे हैं। उधर हैफेड मैनेजर संजीव कुमार ने बताया कि नई अनाज मंडी में सरसों की खरीद जारी है तथा उठान भी त्वरित गति से चल रहा है। उन्होंने बताया कि आठवें दिन 2294 क्विंटल सरसों की खरीद हुई है। इस प्रकार 8 दिनों में करीब 5824 क्विंटल सरसों खरीदी जा चुकी है।
फोटो कैप्शन 10: कनीना अनाज मंडी में गेहूं की खरीद।
अज्ञात कारणों से दो एकड़ की गेहूं की फसल जलकर राख
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कनीना की आवाज। उपमंडल के गांव तलवाना में किसान करतार के खेतों में अज्ञात कारणों के चलते लगी आग की वजह से गेहूं की फसल नष्ट हो गई।
किसान करतार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसने इस बार दो एकड़ जमीन में गेहूं की खेती कर रखी थी। जिसमें किसी अज्ञात व्यक्ति ने 17 अप्रैल को शाम करीब 8 बजे उसकी गेहूं की फसल में आग लग गई। जिसकी सूचना मिलने के बाद उन्होंने दमकल विभाग को भी इस विषय में जानकारी दी। जब तक दमकल विभाग की गाड़ी मौके पर पहुंची तब तक उसकी सारी फसल जलकर राख हो चुकी थी। किसान ने बताया कि दो दिन पहले भी किसी व्यक्ति ने उसकी एक एकड़ सरसों में आग लगा दी थी। जिसकी वजह से उसके करीब दो लाख 50 हजार रुपये का नुकसान हो गया है। किसान ने प्रशासन से मांग कर आगजनी की वजह से उसकी फसल में हुए नुकसान का उचित मुआवजा दिए जाने की मांग की है।
फोटो केप्शन 08: रात के समय खेत में लगी आग।
कनीना की मतदाता सूची का प्रकाशन हुआ
-दावे आपत्तियां हुई शुरू
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कनीना की आवाज। कनीना नगर पालिका के भावी चुनाव को लेकर मतदाता सूची का प्रकाशन कर दिया गया है। अब दावे और आपत्तियां 21 अप्रैल तक की जा सकती हैं। एसडीएम कनीना सुरेंद्र सिंह ने एक बैठक भी विभिन्न अधिकारियों की ली तथा उनको जिम्मेवारी सौंपी। सभी बीएलओ विभिन्न वार्डों की सूची लेकर बैठे हुए हैं तथा कोई भी आपत्ति और दावा करना चाहे नगरपालिका में जाकर दावे और आपत्तियां प्रस्तुत कर सकता है, अपना नाम मतदाता सूचि में देख सकता है।
मिली जानकारी अनुसार अटेली विधानसभा में कनीना के 11 वार्ड हैं जबकि नगर पालिका के 13 वार्ड बनाए गए। ऐसे में कोई नाम इस दौरान रह गए हो वो अपने दावे और आपत्तियां 21 अप्रैल तक नगरपालिका के संबंधित बीएलओ को दे सकता है। कोई अपना वार्ड भी बदलना चाहे तो उसके लिए भी प्रावधान किया गया है। 21 अप्रैल तक दावे आपत्तियां लिए जाएंगे तत्पश्चात अंतिम प्रकाशन होगा। इस संबंध में एक मुनादी भी कनीना कस्बे में करवा दी गई है ताकि कोई भी मतदाता अपना नाम जाकर देख सकता है। किसी प्रकार की आपत्ति है तो वह दर्ज करा सकता है।
फोटो कैप्शन 7: एसडीएम कनीना बैठक लेते हुए
परशुराम जयंती 22 को, किया जाएगा समाजसेवियों को सम्मानित
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कनीना की आवाज। आगामी 22 अप्रैल को ताजपुरिया धर्मशाला अटेली मंडी में जिला स्तरीय भगवान परशुराम जयंती समारोह आयोजित किया जाएगा। समारोह के मुख्य अतिथि प्रजा भलाई संगठन के सुप्रीमो प्रमुख समाजसेवी ठाकुर अतरलाल एडवोकेट होंगे।
यह जानकारी देते हुए समारोह संयोजक बिशन शर्मा ने कहा कि समारोह को लेकर भगवान परशुराम के श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है। समारोह में शिक्षा, साहित्य, खेल, सेना, सामाजिक कार्यों में उल्लेखनीय योगदान के लिए राष्ट्र गौरव अवार्ड से जिला की हस्तियों को सम्मानित किया जाएगा।
मजदूर को सांप ने डसा, अस्पताल में मौत
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कनीना की आवाज। मजदूरी करने आए हुए एक मजदूर को कनीना में रात को सांप ने डस लिया जिससे उसकी मौत हो गई। स्वजनों ने इसकी सूचना पुलिस में दी।
कल्लू जिला पीलीभीत ने कनीना पुलिस में दी शिकायत में कहा है कि मैं उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूं तथा मेहनत मजदूरी के लिए गांव रामपुर जिला रेवाड़ी में आया हुआ हू। उन्होंने कहा है कि उसके नाते में जीजा मनोहर लाल, जिला पीलीभीत तथा उसके गांव के लोग मेहनत मजदूरी के लिए कनीना में के पास आए हुए हैं। वे सभी मामन के कुएं पर ठहरे हुए थे। सोमवार की रात जब वे सोए हुए थे तो मनोहर लाल को सांप ने डस लिया जिसको लेकर कनीना के सरकारी अस्पताल पहुंचे जहां इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। उन्होंने किसी पर कोई शक जाहिर नहीं किया है। उन्होंने कहा है कि उसके परिवार वाले दूर दराज रहते इसलिए पहुंच नहीं सकते। ऐसे में मनोहर लाल का पोस्टमार्टम करवाया जाए। कनीना पुलिस ने इत्तफाकिया मौत की कार्रवाई कर ली है। मृतक का पोस्टमार्टम करवा दिया है।
माक ड्रिल करके आग लगने पर उसे बुझाने की दी गई जानकारी
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कनीना की आवाज। 14 अप्रैल से 20 अप्रैल तक चल रहे अग्निशमन सेवा सुरक्षा दिवस के तहत कनीना उपमंडल के गांव स्याणा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय तथा ग्राम पंचायत स्याणा को फायर टीम द्वारा माक ड्रिल करके आग लगने पर उसे बुझाने की जानकारी दी गई। स्कूल स्टाफ व विद्यार्थी एवं ग्रामीणों को मकान में आग लग जाने तथा उस समय अपना एवं दूसरों का बचाव कैसे किया जाए, बिजली फिटिंग को अपने लोड के हिसाब से लगवाने, गैस सिलेंडर एवं गाड़ी को आग से कैसे बचाव किया जाए, इसके बारे में जानकारी दी गई। इस मौके पर समस्त स्टाफ प्राचार्य प्रवीण कुमार, सूरत सिंह, डा पवन कुमार, राजेश प्रवक्ता, माया देवी, पूनम, सुनीता, समस्त ग्राम पंचायत जिसमें सरपंच वीरपाल, वासुदेव, सोमदत्त, सुरेंद्र, राजेंद्र ,रणवीर और ग्रामीण महिलाओं ने गंभीरता से सुना। फायर अधिकारी विकास कुमार, प्रदीप कुमार, सुनील कुमार एवं फायर टीम का गांव में पहुंचने पर स्वागत किया गया।
फोटो कैप्शन 6: फायर टीम का स्वागत करते स्कूल स्टाफ।
मुख्य मार्ग में गहरे गड्ढे होने के कारण ग्रामीणों ने लगाया आधे घंटे सांकेतिक धरना
-आधे घंटे तक मुख्य मार्ग सांकेतिक जाम किया गया
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कनीना की आवाज। रेवाड़ी- महेंद्रगढ़ मुख्य मार्ग पर कनीना में दान सिंह के पेट्रोल पंप के पास आम आदमी पार्टी के पूर्व जिला उपाध्यक्ष हरेंद्र शर्मा के नेतृत्व में आधे घंटे तक मुख्य मार्ग सांकेतिक जाम किया गया। इस दौरान नायब तहसीलदार हरिओम ने कस्बा वासियों को आश्वासन देकर जाम को खुलवाया। हरेंद्र शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले 4 वर्षों से कनीना से महेंद्रगढ़ की तरफ जाने वाला मुख्य मार्ग टूटा हुआ है जिसकी लंबाई तकरीबन 3 किलोमीटर है। उन्होंने बताया कि आज से पहले 11 बार एसडीएम के मार्फत मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दे चुके हैं लेकिन समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। उन्होंने बताया कि बरसात के समय यहां पर बहुत अधिक परेशानी हो जाती है, दुपहिया वाहन चालक आए दिन गिर जाते हैं। इस मार्ग पर करीब 1000 से अधिक दुकानदार हैं जिन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोगों को अब अस्थमा जैसी बड़ी बीमारी भी हो गई है। उन्होंने कहा कि पिछले 13 दिन पहले दिए गए विज्ञापन में कहा था कि जल्द इसका समाधान किया जाए लेकिन उस वक्त केवल आश्वासन मिला था। उन्होंने कहा कि कस्बावासियों की मांग है कि जब तक यह मार्ग नहीं बन जाता है तब तक सुबह वह शाम के समय इस मार्ग पर पानी का छिड़काव करें जिसकी वजह से दुकानदारों को धूल ना खानी पड़े। हरेंद्र शर्मा ने बताया कि इस मार्ग से तकरीबन 25 हजार यात्री प्रतिदिन यात्रा करते हैं दिल्ली जाने के लिए इसके अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है ।आए दिन गाडिय़ों के एक्सेल टूट जाते हैं, दुपहिया वाहन चालकों के साथ बहुत भारी परेशानी होती है। इस मार्ग में बड़े-बड़े गड्ढे हो रखे हैं। उन्होंने कहा कि जब तक इसका समाधान नहीं हो जाता तब तक कस्बावासी चैन से नहीं बैठेंगे।
क्या कहते हैं हरिओम कनीना नायब तहसीलदार-
मैंने उच्च अधिकारियों से फोन पर बात की है उन्होंने बताया है कि अगले महीने में इस मार्ग का टेंडर हो जाएगा और जल्द ही इस मार्ग को बनाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। जब तक कि हमारा कि नहीं बनता है तब तक दिन में 2 बार इस मार्ग पर पानी का छिड़काव करवाया जाएगा। जिसकी वजह से आमजन को परेशानी का सामना ना करना पड़े।
फोटो कैप्शन 3: जाम लगाकर बैठे दुकानदार एवं हरेंद्र।
किसानों के लिए सड़के बनी हुई है परेशानी का सबब
- लंबे समय तक आंदोलन करने के बाद भी नहीं बन पाई हैं सड़के
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कनीना की आवाज। एक और जहां कनीना की दोनों अनाज मंडियों में सरसों और गेहूं की खरीद जारी है। वहीं किसान 15 किलोमीटर दूरी से अपने वाहनों में गेहूं और सरसों लेकर मंडियों तक जाना पड़ रहा है किंतु टूटी एवंबदहाल सड़कें उनके लिए आफत बन रही है। एक-एक दाना बड़ी मुश्किल से इस बार किसान पैदा करके अनाज मंडी की ओर बढ़ते हैं तो उनके कहीं दाने गिर जाते हैं तो उनको बहुत दर्द होता है। सड़कें इतनी जर्जर और बदहाल है कि उन पर पैदल चलते-चलते भी कितने ही राहगीर धड़ाम से गिर जाते हैं। न कोई सुनने वाला हैं। बार-बार आश्वासन दिए जाते हैं किंतु आश्वासन महज आश्वासन ही बनकर रह जाते हैं। सड़कों की बदहालात को ठीक करने के लिए आंदोलन भी चले, बड़े-बड़े दावे और आश्वासन एक महीने में पूरे करने के मेले किंतु एक महीना तो क्या 2 महीने बीत गए हैं किंतु अभी तक सड़क पर कार्य नहीं शुरू हुआ है।
बार-बार यही कहा जाता कि अब 1 सप्ताह में काम शुरू हो जाएगा लेकिन अभी तक रोड़ी भी नहीें डाली गई हैं। किसानों को सबसे अधिक कनीना-छितरौली सड़क मार्ग, कनीना अटेली रोड़ वाया अनीता की कोठी, कनीना मंडी सड़क मार्ग से रेवाड़ी रोड़ वाया नहर की पटरी अति जर्जर हालात में हो गये हैं। कम से कम 25 गांव के किसान इन सड़कों का प्रयोग करते हैं। अनाज मंडी सड़क मार्ग सभी प्रयोग कर रहे हैं। कनीना अटेली टी-प्वाइंट ने तो शायद सबसे अधिक परेशान किया है। ऐसा लगता है कि कनीना प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। कितनी ही बार मांग उठती है, कितनी ही बार ज्ञापन दिए हैं आंदोलन किये गये है परिणाम वही ढाक के तीन पात।
किसानों से इस संबंध में चर्चा की तो किसान रवि कुमार, सुनील कुमार, राजेंद्र सिंह, अजीत कुमार, सूबे सिंह आदि ने बताया कि जब वे अपने ट्रैक्टर ट्राली आदि में अनाज बेचने के लिए जाते हैं या किसी काम से जाते हैं उन्हें बेहद परेशानी उठानी पड़ती है। कई बार उनकी वाहन पंक्चर हो जाते हैं, कितने ही दुपहिया वाहन चालक सड़क पर गिर जाते हैं पर कोई सुनने वाला नहीं है। कहने को तो कनीना के सड़क मार्ग आदि के लिए बजट भी 10.50 करोड़ आ गया है किंतु अब नगर पालिका महज एक महीना बाकी है जिसके चलते अधिकारी कार्यों में रुचि नहीं ले रहा है।
सबसे अधिक दुख की बात है किसान जिनकी फसल बर्बाद हो गई है और अब बची हुई फसल को अनाज मंडी के तक ले जाते समय उनके वाहन खराब हो रहे हैं। हकीकत यह है कि कुछ होटल दुकानदार भी सड़क मार्गों को तोडऩे में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। उनकी नालियां सड़क पर पानी बहा रही है। प्रशासन मूकदर्शक बना देख रहा है। जिन जिन दुकानदारों और होटल मालिकों का सड़क पर पानी बहा रही है कम से कम उनको नोटिस दिया जाना चाहिए जिससे सड़क मार्गों की बदौलत से बचा जा सके । सड़क मार्ग के दोनों तरफ अतिक्रमण ने भी परेशानी बढ़ा दी है अगर वाहन चालक दुपहिया वाहन चालक सड़क की जर्जर हालात से बचने के लिए इधर उधर से वाहन को निकालना चाहे तो दुकानदारों से जो तू-तू मैं-मैं करना पड़ता है अपनी दुकानों के सामने वाहनोंो नहीं गुजरने देते। यहां तक कि इस कदर अतिक्रमण किया हुआ है कि दो वाहन सड़क से गुजर नहीं सकते। यदि सड़कों कीहालात को सुधारा नहीं जा सकता तो कम से कम सड़क के दोनों ओर अतिक्रमण को हटा दिया जाए जिससे वाहन चालकों को कम से कम दुपहिया वाहन चालकों को तो राहत मिल सके लेकिन लगता है कि कुछ दुकानदारों ने तो पूरी सड़क ही खरीद ली है। सड़क पर ही कूड़ा कचरा डाल देते हैं वहीं दुकानों से निकालकर कूड़ा कचरा सड़क पर डाल देते हैं जिससे दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। नगरपालिका कुछ नहीं कर पा रही है। इस समय सड़कों की बदहाली को ठीक करने अतिक्रमण को रोकने की मांग उठ रही है। पालिका प्रधान का कार्यकाल महज एक महीना बचा है जो असहाय महसूस हो रहा है। अब पालिका का प्रशासक बनने के बाद हो सकता है थोड़ा बहुत सुधार हो जाए।
फोटो कैप्शन 01: कनीना मंडी की बदहाल सड़क।
एक एक बार फिर से शिक्षकों ऑनलाइन तबादला नीति में हो रहा है बदलाव
- शिक्षक तबादला नीति पर हैं आस लगाए बैठे
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कनीना की आवाज। हरियाणा सरकार के मंत्रियों विधायकों के पीछे दौडऩे वाले शिक्षकों को 2016 में राहत दी गई थी। इसके चलते नई ऑनलाइन तबादला नीति बनाई गई जिसको देख सुनकर दूरदराज के राज्यों ने भी यही नीति अपनाने की बात कही। बेहतर नीति साबित हुई। न कोई पर्ची और नहीं मंत्री विधायकों के पीछे दौडऩा पड़ा यहां तक कि कुछ शिक्षकों को जबरदस्ती दूर दराज भेजने वाले नेताओं की भी नहीं चलती। जिसके चलते 2016 से अब तक शिक्षकों ने राहत की सांस ली थी परंतु एक बार फिर से ऑनलाइन तबादला नीति में बदलाव हो रहे हैं। जहां विगत वर्ष तबादले हुए थे ,एक बार करीब 7 महीने बाद फिर से तबादला प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस बार माना जा रहा है कि जोन सिस्टम समाप्त किया जाएगा। अब तक 7 जोन बनाए गए हैं जिसमें 5 साल की सेवा करने वाले शिक्षकों को जोन 6 और सात में पुन: समय दिया जा सकता है किंतु शेष जोन में दोबारा से मौका नहीं दिया जाता। यह नीति बेहतर साबित हुई है। बार-बार अध्यापक नेताओं की शिक्षा के उच्च अधिकारियों से बैठक हो रही है तथा माना जा रहा है जो सिस्टम अब तक चला आ रहा है उसमें बदलाव किया जाएगा, जिसको लेकर शिक्षक भी परेशानी महसूस कर रहे हैं और उनकी नजर तबादलों पर टिकी हुई है। शिक्षा विभाग में तबादले किए जाने से पहले रेशनलाइजेशन की जानी है जिसके लिए कमेटी गठित कर दी गई है। अध्यापकों में चर्चाएं जोरों पर है कि एक शिक्षक जिनका वर्कलोड पूरा नहीं होगा उसे दो या दो से अधिक स्कूलों में भी काम करना पड़ सकता है। तबादला नीति कैसी होगी यह तो वक्त बताएगा किंतु अब तक पहले तबादलों के लिए 15 खंड भरवाए गए थे तत्पश्चात 5 ब्लॉक भरने के आदेश दिये गये थे। उसके बाद पता लगाया जा रहा है कि किस स्कूल में कितने अध्यापकों की जरूरत है तथा कितने नहीं हैं। सी अनुसार शिक्षकों के पद स्वीकृत किए जाएंगे। विगत तबादला प्रक्रिया में एक ही स्कूल स्कूल में जा एक भी विद्यार्थी नहीं है वहां 2-2 प्राध्यापकों या अध्यापकों के भेज दिए गए ।यहां तक कि अनेक ऐसे स्कूल है जिनमें शिक्षकों का टोटा मिला जिससे विद्यार्थी परेशान नजर आए। सरकार ने एक दिन के लिए समायोजन प्रक्रिया भी चलाईथी किंतु बहुत से शिक्षकों को तो पता भी नहीं चला कि समायोजन प्रक्रिया चल रही है जिसके चलते अधिकांश स्कूलों में सही ढंग से शिक्षक नहीं पहुंच पाए। कहीं शिक्षकों की कमी कहीं शिक्षक अधिक बैठे देखे गए। यह बात न्यायालय तक भी पहुंची तो पता चला कि बहुत से शिक्षकों को एनीव्हेयर में भेजा गया है और कुछ पद खाली पड़े हैं इन्हीं बातों को दृष्टिगत सरकार शिक्षा विभाग तबादला करने जा रहा है तथा तबादला नीति बना रहा है। तबादला नीति कितनी कारगर होगी और कितने अंक किस बात के दिये जाएंगे अभी तक पता नहीं है। शिक्षक नेता अनेक मांगे रख रहे हैं जिन पर विचार-विमर्श हो रहा है। चंडीगढ़ में बैठक हो रही है वक्त बताएगा की नई तबादला नीति शिक्षकों के लिए कितनी सहायक सिद्ध होगी। तबादले मई माह में किये जाएंगे।
मेट्रिकल आर्ट चैंपियनशिप के विजेता विद्यार्थियों को किया सम्मानित
संवाद सहयोगी,कनीना। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बूचावास में इंटर स्कूल मेट्रिकल आर्ट चैंपियनशिप 2023-24 का आयोजन यादव धर्मशाला महेंद्रगढ़ में किया गया जिसमें बूचावास की कक्षा 6 की छात्रा वर्षा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया वहीं इसी विद्यालय के नौवीं कक्षा का नरेंद्र ने भी प्रथम स्थान प्राप्त किया। विद्यालय का सातवीं कक्षा का विद्यार्थी कार्तिक तीसरे स्थान पर रहा। विद्यालय में विद्यार्थियों का सम्मान किया गया। उन्हें सर्टिफिकेट्स दिये गये। प्राचार्य बृजेशचंद्र शर्मा, प्रवक्ता सतीश शर्मा, योगिता ,शर्मिला डीपी, नीलम मिश्रा, जोगेंद्र कला अध्यापक, उर्मिला लिपिक, निर्मल शास्त्री,सहायक रामभूल आदि सभी उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 02: बूचावास में विद्यार्थियों को सम्मान देते प्राचार्य एवं स्टाफ।
कनीना कस्बे में स्थित नई अनाज मंडी में सरसों खरीद कार्य में गड़बड़
- सरकार द्वारा तय मानदंडों से अधिक मात्रा में वजन भरा जा रहा है।
- किसानों ने इस बात का किया विरोध खरीद ठेकेदार के लोगों और कुछ किसानों के तीखी नोकझोंक
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कनीना की आवाज। सरकार द्वारा किसानों की फसल खरीद के कार्य में कनीना नई अनाज मंडी में सरकार द्वारा तय नियमों से अधिक मात्रा में सरसों तोलने का मामला सामने आया है। मंडी में किसानों से वजन से 200 से 300 ग्राम सरसों प्रतीक कट्टा के हिसाब से अधिक वजन तोला जा रहा है। आज किसानों ने इस बात का विरोध किया तो हर एक ठेकेदार के लोगों और किसानों के बीच तीखी नोकझोंक और मारपीट तक की नौबत आ गई। इसकी जानकारी पुलिस को दी गई पुलिस भी मौके पर पहुंची और कुछ लोगों को अपने साथ कनीना थाना ले गई।
किसानों ने खरीद एजेंसी हैफेड और को-ऑपरेटिव सोसाइटी के अधिकारियों पर आढ़तियों के साथ मिलीभगत का आरोप भी लगाया। किसानों का कहना है कि वो लोग सुबह से अपनी फसल लेकर मंडी में आए हैं लेकिन शाम हो गई अभी तक फसल नहीं बिकी जबकि जिन लोगों की जान पहचान है वो लोग जल्दी फसल बेचकर जा चुके।
साथ ही किसानों ने कुछ बाहरी लोगों के हस्तक्षेप का भी आरोप लगाया।
क्या कहते हैं सचिव--
वही इस मामले में एक मार्केट कमेटी सचिव मनोज पराशर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा 50 किलोग्राम वजन की भराई कराई गई है लेकिन मंडी में किसानों की शिकायत पर कट्टों की तुलाई कराने पर अधिक वजन मिला। उन्होंने कहा कि खरीद एजेंटों को इसके लिए नोटिस जारी कर जवाब मांगा जाएगा।
सवाल यह है कि पिछले दिनों से खरीद के दौरान किसानों से तय मानदंडों से अधिक वजन लिया गया उसकी भरपाई कैसे होगी?
फोटो कैप्शन 01: कांटे पर कट्टों का तोल करते हुए।
प्रीतम जोनू कर रहे प्रधान पद की प्रबल दावेदारी
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कनीना की आवाज। प्रीतम जोनू कनीना पालिका प्रधान पद के प्रबल दावेदार हैं। उन्होंने कहा कि अगर वो प्रधान बना तो जो 49 कार्य अधूरे रह गये उन्हें सबसे पहले पूरे करना प्राथमिकता होगी। किसी प्रकार के दबाव रहित काम करना होगा।
कनीना पालिका चुनाव भविष्य में होने जा रहे हैं। विभिन्न चुनाव लडऩे वाले अपने अपने विचार व्यक्त कर रहे हैं। कनीना नगर पालिका के के भावी चुनावों को लेकर अभी से ही जोर शोर से कवायद शुरू हो चुकी है। अभी भी कनीना पालिका का कार्यकाल करीब एक माह बचा है।
कनीना पालिका के वर्तमान प्रधान सतीश जेलदार के पुत्र प्रीतम जोनू चेयरमैन पद के लिए आगे आए हैं। उन्होंने एक भेंटवार्ता में बताया कि उनकी प्राथमिकता कनीना का समुचित विकास होगा। सभी लोगों को अपने साथ लेकर चलेंगे और जो विकास कार्य उनके पिता नहीं कर पाए उनको पूरा कर दिखलाएंगे। उन्होंने कहा कि अभी भी कुछ विकास कार्य अधूरे पड़े हैं जबकि वर्तमान कार्यकाल पूर्ण होने जा रहा है। उनकी प्राथमिकता प्रधान पद के लडऩे की है।अब पूरे जोश के साथ मैदान में उतरेंगे और चुनाव लड़ेंगे।
उधर सतीश जेलदार ने बताया कि प्रीतम जोनू एमसीए करने के बाद कानून की पढ़ाई कर रहा है और उनकी प्राथमिकता पालिका चेयरमैन चुनाव लड़कर चेयरमैन बनकर विकास कार्य करवाने की है। उन्होंने बताया कि युवा वर्ग से लेकर महिला और बुजुर्ग भी उनसे बहुत अधिक प्रभावित है।
फोटो कैप्शन: प्रीतम जोनू
मतदाता सूचि का प्रारंभिक प्रकाशन के बाद चुनावी चर्चा बढ़ी
-अब आएगी चुनावी चर्चाओं में तेजी, अनाज दाना निकाल चुके हैं किसान
--आधा दर्जन आ चुके हैं प्रधान पद के दावेदार
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कनीना की आवाज। पालिका चुनाव लडऩा युवाओं का सपना बन गया है। सभी को पालिका अध्यक्ष का पद नजर आने लगा है। अभी से ही युवा, बुजुर्ग एवं महिलाओं में जोश देखने को मिल रहा है। पालिका चुनावों को लकर अभी से ही दावेदारी बढऩे लगी है। कुछ परिवार तो महिला या पुरुष हर हाल में चुनाव लडऩे को लालायित हैं। चाहे प्रधान पद महिला हो या पुरुष चुनाव लडऩे को खुद या उसकी पत्नी या मां चुनाव लड़ेगी। मौका हाथ से गंवाना नहीं चाहते।
एक माह का कार्यकाल बचा---
अभी भी कनीना नगर पालिका का कार्यकाल एक माह के करीब है। चुनाव के लिए भारी संख्या में युवा और बुजुर्ग अपनी अपनी दावेदारी जताने लगे हैं। बहुत से लोग चुनाव नहीं लडऩा चाहते किंतु चुनाव लड़ाने में मदद करने की बात कहने लगे हैं। वही चुनाव लडऩे वाले दावेदारों की लंबी शृंखला बन गई है।
पार्षद पद के दावेदार---
अभी तक पार्षद के चुनाव के लिए महेश बोहरा दावेदारी जता रहे हैं। महेश बोहरा अपने पिता स्व.सत्यवीर बोहरा जो पहले कनीना पालिका के पार्षद रह चुके हैं, के पद चिन्हों पर चलते हुए इस चुनाव में भाग लेना चाहता है और पार्षद पद के लिए ही नामांकन की दावेदारी करेंगे। उनकी इच्छा केवल पार्षद ही बनने की है। उधर वार्ड चार से योगेश कुमार भी पार्षद के चुनाव लडऩे के लिए तैयार हैं। वार्ड एक से विजय चेयरमैन संचालक बेगराज मैरिज पैलेस भी वार्ड एक से पार्षद के चुनाव लड़ेंगे।
प्रधान पद की दावेदारी---
लेकिन सबसे अधिक दावेदारी अभी से ही चेयरमैन पद के लिए करने लगे हैं। क्योंकि विगत योजनाओं में चेयरमैन का चुनाव सभी पार्षद मिलकर करते रहे हैं। कनीना नगर पालिका के तहत 13 पार्षद चुने जाते रहे हैं जबकि दो पार्षद अब तक मनोनीत होकर आए थे। जिसके चलते प्रधान पद हथियाना तलवार की धार के समान हो गया था। परंतु भावी योजना में चेयरमैन पद का चुनाव डायरेक्ट होगा। जिसके चलते इस बार चेयरमैन पद के लिए अधिक लोग तैयारी में जुटे हुए हैं। जिस किसी को भी देखे वही चेयरमैन पद की दावेदारी जता रहा है। कनीना के वार्ड 12 का निवासी अमित नंबरदार का कहना है कि वो भी पालिका के प्रधान पद का दावेदार है तथा जोर शोर से चुनाव लडूंगा।
क्या कहते हैं प्रधान एवं पूर्व प्रधान---
कनीना के वर्तमान चेयरमैन सतीश जेलदार ने पहले ही घोषणा कर दी है कि उनका पुत्र प्रीतम जोनू चेयरमैन पद के चुनाव लड़ेंगे। और सतीश जेलदार स्वास्थ्य के कारणों के चलते आराम करेंगे।
उधर पूर्व प्रधान मा. दिलीप सिंह प्रधान पद के लिए चुनाव लड़ सकते हैं या फिर उनका पुत्र चुनाव में खड़े होंगे और वो भी प्रधान पद के लिए ही दावेदारी जताएंगे। पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह लोढ़ा भी चुनाव में खड़े होंगे वो भी वोटरों का मन डोल रहे हैं।
एडवोकेट भी दावेदार---
कनीना के एडवोकेट विनय यादव, एडवोकेट पंकज यादव, वर्तमान में उप प्रधान पद पर आसीन अशोक ठेकेदार, सतपाल साहब, मनीष पार्षद, मनोज कुमार इस बार पालिका चुनाव में प्रधान पद की दावेदारी करेंगे। इन सभी से इस संवाददाता की बात हुई, सभी ने स्वीकार किया कि वे चुनाव जरूर लड़ेंगे। कम से कम एक दर्जन युवा अभी अधर में है अर्थात उनका कहना है कि यदि लोगों ने चाहा तो वे चुनाव लड़ेंगे वरना वे चुनाव नहीं लड़ेंगे। कनीना के प्रमुख समाजसेवी भगत सिंह और बलवान सिंह चुनाव नहीं लड़ेंगे अपितु वे चुनाव लडऩे वालों की मदद करेंगे।
मौका लगा तो चुनाव लड़ेंगे--
उधर पार्षद राजेंद्र सिंह का भी कहना है कि वे चुनाव नहीं लड़ेंगे किंतु वोटर कहेंगे तो वे चुनाव लड़ सकते हैं। ऐसे में लगता है कनीना पालिका चेयरमैन का पद एक अनार सौ बीमार जैसी कहावत पर चलेगा। अभी धीरे धीरे लोग मन बना रहे हैं और चुनाव लडऩे की तैयारियों में जुट रहे हैं। धीरे-धीरे युवा पीढ़ी उभर कर सामने आ रही है और चुनाव लडऩे की बात कह रही है।
दावेदारी जताने के तरीकें--
उल्लेखनीय है कि लंबे समय से कनीना कस्बे में विभिन्न उत्सव एवं पर्वों पर अपने बोर्ड और बैनर लगवा कर अपनी दावेदारी जताते आ रहे हैं, ऐसे अनेकों युवा हैं जो चुनाव लडऩे की पहले ही बोर्ड एवं बैनर से इच्छा जाहिर कर चुके हैं।
सत्ता पक्ष का प्रभाव---
भाजपा नेताओं का जिस किसी के सिर पर होगा वो प्रत्याशी अपना प्रभाव अधिक दिखा सकता है। कनीना के तीन प्रभावी व्यक्तित्व इस वक्त केंद्रीय मंत्री, विधायक आदि से आशीर्वाद पाने और उनके आशीर्वाद से टिकट पाने की बात कर रहे हैं। वक्त बताएगा कि सत्तारूढ़ पार्टी का इन चुनावों पर कोई असर होगा या नहीं।
























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