कनीना उपमंडल के दर्जनों गांवों का दौरा कर मिसमैच गिरदावरी का मौका मुआयना किया गया
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कनीना की आवाज। मिसमैच गिरदावरी को लेकर आज की तहसीलदार नवजीत कौर बराड़ ने अपनी टीम के साथ कनीना के निकटवर्ती दर्जनों गांव का दौरा कर मौके का मुआयना किया ताकि मिसमैच गिरदावरी न रहे और किसानों को उनकी सही फसल का सही मुआवजा दिलाया जाए।
विस्तृत जानकारी देते हुए उनकी टीम के पटवारी राजेश ने बताया कि सरकार के दिशा निर्देश पर आज कनीना के निकटवर्ती ग्राम बवाना ,खेड़ी बाघोत, सीहोर, गोमला, दौगड़ा जाट, कलवाड़ी दौंगड़ा अहीर, कोका तथा उन्हानी में तहसीलदार वह उनकी टीम द्वारा गांव-गांव जाकर किस खेत में किस प्रकार की फसल उगाई गई है, उसकी जानकारी ली ताकि सभी विभागों द्वारा की गई गिरदावरी की रिपोर्ट सही सरकार के पास पहुंचे और किसानों को उनकी फसल का सही मुआवजा मिले।
इस अवसर पर इनके साथ ओमप्रकाश गिरदावर, मनजीत पटवारी, महेंद्र पटवारी, राजेश पटवारी, अनूप पटवारी ने जाकर मौके का मुआयना किया गया।
फोटो कैप्शन 08: मिसमैच गिरदावरी का मौका मुआयना करते हुए तहसीलदार नवजीत कौर व उनकी टीम
खराब सड़क के बाबत लोगों ने दिया एसडीएम को ज्ञापन
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कनीना की आवाज। कनीना के अधिवक्ताओं एवं कुछ अन्य लोगों ने अटेली टी-प्वाइंट से रेवाड़ी टी-प्वाइंट तक की टूटी हुई सड़क के बारे एक ज्ञापन एसडीएम कनीना सुरेंद्र सिंह को दिया।
विस्तृत जानकारी देते हुए वेद प्रकाश गुर्जर अधिवक्ता ने बताया कि खराब सड़क की बदौलत को लेकर ज्ञापन एसडीएम का दिया है जिसमें कहा गया है कनीना न्यायालय, तहसील, थाना, बस स्टैंड दुकान आदि कनीना में लगती हैं। हजारों लोगों को इधर से आना-जाना पड़ता है किंतु सड़क गड्ढों युक्त होने के कारण भारी दिक्कत आ रही है। वर्षा जब होती है तो और भी बुरी हालात बन जाती है। उन्होंने सड़क मार्ग को ठीक कर राहत देने की मांग की। इस मौके पर युक्त रामकुमार तवर, पवन गोमला, रजत सिंह तवर, केशव यादव, जितेंद्र, देवेंद्र चौहान, सतीश दहिया, धर्मेंद्र, वेद प्रकाश गुर्जर, अभिषेक, मनीष, देवेंद्र चौहान, सतीश दहिया, रजत तवर, केशव कनीना,ममता यादव, खुशबू बंसल, विक्रम यादव ककराला, देशबंधु यादव, यस नौताना, निहाल सिंह खटाना, सुनील रामबास, नितिन सीगड़ा आदि लोग उपस्थित थे।
आधा दर्जन लोगों के विरुद्ध दहेज उत्पीडऩ का मामला दर्ज
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कनीना की आवाज। गुढ़ा निवासी राखी हाल आबाद कनीना ने अपने पति, ससुर, सास, ननंद ,मामा ससुर, मामी सास के विरुद्ध विभिन्न धाराओं के तहत दहेज उत्पीडऩ का मामला दर्ज करवाया है।
राखी ने पुलिस में दी शिकायत में कहा है कि 9 फरवरी 2020 को उसकी शादी दिनेश कुमार से कनीना में संपन्न हुई थी। शादी में माता-पिता द्वारा हैसियत से ज्यादा दान दहेज दिया था। राखी ने कहा है कि शादी में करीब 15 लाख रुपये खर्च किए थे। उसने आरोप लगाया कि शुरू से ही ये लोग दहेज के लोभी और लालची रहे हैं। शादी के दूसरे दिन से ही ताने देने लग गए थे कि तुम्हारे माता-पिता ने हमारी हैसियत अनुसार दान दहेज नहीं दिया। दिनेश ताने देता है कि मैं बैंक में मैनेजर हूं और करीब 80 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन मिलता है। दिनेश ताने देता रहा है कि दान दहेज देने वाले,बड़ी-बड़ी गाडिय़ां, लाखों रुपए नकदी देने के लिए रिश्ते आए किंतु तुम्हारे परिवार ने मुझे मुंह दिखाने लायक नहीं छोड़ा। यहां तक कि आरोप है कि दिनेश शराब पीकर बुरी तरह से मारता रहा है। दिनेश उन्हें पांच लाख रुपये लेकर आने की बात कहता है ताकि अलग रह सके। यहां तक कि राखी ने ससुर सास ननंद मामा ससुर मामी सास आदि पर भी उसने अनेक आरोप दान दहेज से संबंधित लगाए हैं। उन्होंने कहा कि दिनेश के विरुद्ध एक मामला भी न्यायालय में विचाराधीन है। यह लोग उसके साथ मारपीट आई करते रहते हैं। राखी ने कहा है कि 8 नवंबर 2020 को जब दिनेश ड्यूटी से आया बिना खाना खाए सो गया। खाना लेकर राखी गई तो थाली फेंक दे थप्पड़ े,लात एवं घूसों से पिटाई की और मुझे घसीट कर घर से बाहर निकाल दिया। आवाज सुनकर सास-ससुर भी आ गए। सास ने ज्वेलरी वगैरा पास रख कर घर से बाहर निकाल दिया और कहा कि जब तक तेरे पिता बरेजा गाड़ी और पांच लाख रुपये लेकर नहीं आएंगे जब तक घर में नहीं रहने दिया जाएगा। उसी दिन के बाद राखी अपने पिता के पास कस्बा कनीना में रह रही है। 21 अप्रैल 2021 को एलानिया तौर पर मारपिटाई कर दी। राखी ने उनके विरुद्ध मामला दर्ज कर ज्वैलरी वापस दिलाने की बात कही। सोमवार को कनीना पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
कट के लिए 22वें दिन भी जारी रहा धरना
-डा. भीमराव अंबेडकर जन जागरण समिति ने दिया समर्थन
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कनीना की आवाज। 152-डी राष्ट्रीय राजमार्ग पर सेहलंग -बाघोत बीच कट के लिए चल रहा धरना 22वें भी जारी रहा। धरने को दिन डॉ. भीमराव अंबेडकर जन जागरण समिति ने समर्थन दिया। सेहलंग बाघोत कट के लिए चल रहे अनिश्चितकाल धरने के 22वें दिन की अध्यक्षता हेमराज अत्रि ने की।
हमराज अत्रि ने बताया कि यहां पर नजदीक ही बाघोत गांव में बाघेश्वर धाम है जहां पर हजारों लोग दर्शन करने के लिए आते हैं। यही नहीं यहां से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर केंद्रीय विश्वविद्यालय और लगभग 10 से 12 किलोमीटर दूरी झाड़ली में स्थित एक पावर प्लांट भी है। इस कट से यहां आने-जाने वाले लोगों को काफी फायदा मिलेगा व उनका समय भी बचेगा। उन्होंने बताया कि गांव सेहलंग से गुजर रहे नेशनल हाइवे 152-डी पर गांव सेहलंग व बाघोत के बीच दोनों तरफ कट छोडऩे की मांग को लेकर 40 गांवों का अनिश्चितकालीन धरना जारी। उन्होंने कहा कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होती जब तक हमारा धरना जारी रहेगा।
सुरेंद्र मिस्त्री बसई, कैलाश चंद धनौदा, ओम प्रकाश बहु झोलरी,कृष्ण कुमार पुनिया,सूरत सिंह धनौदा,भागीरथ सिंह ईसराणा, सूबे, मुंशीराम,शीशपाल बाघोत,सूबे.ओमप्रकाश छीतरोली, मा.सूरत सिंह धनौदा, मा.किशनलाल खरखड़ा बास,हरिगोविंद नौताना,बलबीर सिंह मैनेजर कनीना,रतिराम पूर्व सरपंच नागंल मोहनपुर, एडवोकेट सतीश कुमार धनौदा,एडवोकेट दलीप सिंह पड़तल आदि मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 4: सेहलंग-बाघोत के बीच कट के लिए धरना देते लोग।
एनएसएस शिविर में चार छात्राओं का रहा शानदार प्रदर्शन
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कनीना की आवाज। इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय मीरपुर में आयोजित सात दिवसीय एनएसएस शिविर में राजकीय कन्या महाविद्यालय उन्हानी की छात्राओं बेहतर प्रदर्शन रहा। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय से संबद्ध 33 महाविद्यालयों ने भागीदारी की। इस अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया जिसमें महाविद्यालय की छात्राओं बढ़ चढ़ कर भाग लिया।
प्राचार्य डा. विक्रम सिंह ने बताया कि महाविद्यालय की चार छात्राओं ने सराहनीय प्रदर्शन किया। शानू ने 100 मीटर दौड़ में द्वितीय स्थान प्राप्त किया। लक्ष्मी ने बिहारी नृत्य में प्रथम स्थान, सनिषा ने पिक अप हैंकी और इनकी टीम ने नुक्कड़ नाटक में प्रथम स्थान प्राप्त किया। छात्रा निशा ने नींबू चम्मच दौड़ में द्वितीय, बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट में तृतीय तथा निशा की टीम ने रस्साकशी में भी प्रथम स्थान प्राप्त किया। प्राचार्य जी ने इन छात्राओं के उत्कृष्ट प्रदर्शन पर शुभकामनाएं दी और इनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
फोटो कैप्शन 5: राजकीय कालेज उन्हाणी की बेहतर प्रदर्शन करने वाली छात्राएं एवं साथ में शिक्षक।
फसल खराबा से प्रभावित गांवों को आपदाग्रस्त घोषित करे सरकार-अतरलाल
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कनीना की आवाज। ओलावृष्टि और तेज बारिश से फसलों में हुए नुकसान के लिए प्रभावित किसानों को पचास हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजा देने तथा किसानों को अन्य राहत देने की मांगों को लेकर जिला के गांव स्याणा में आस-पास के 15 गांवों की महापंचायत आयोजित की गई। बसपा नेता प्रमुख समाजसेवी ठाकुर अतरलाल एडवोकेट ने महापंचायत में पहुंचकर किसानों की मांगों का समर्थन करते हुए राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन से फसल खराबा से प्रभावित गांवों को आपदाग्रस्त घोषित कर किसानों को राहत प्रदान करने की मांग की। अध्यक्षता दादा वासुदेव ने की।
महापंचायत को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि अतरलाल ने कहा कि गत 19 मार्च को हुई ओलावृष्टि और तेज बारिश और फिर 23, 24 और 31 मार्च को हुई तेज बारिश और ओलावृष्टि के कारण क्षेत्र के किसानों की गेहूं, सब्जी व सरसों की फसल बिल्कुल चौपट हो गई है। किसानों की 6 महीने की मेहनत और लागत पर पानी फिर गया है। जिसके कारण किसान सदमे में तथा चिंतित है। परन्तु क्षेत्र में न तो सही तरीके से गिरदावरी हो रही है और न ही जिला प्रशासन ने फसल खराबा की सही रिपोर्ट राज्य सरकार को दी है। अटेली विधानसभा क्षेत्र के 60 गांवों में फसलें शत प्रतिशत खराब हो चुकी हैं। उन्होंने राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन से बिना भेदभाव किए जिला के प्रभावित गांवों को आपदाग्रस्त घोषित कर किसानों को पचास हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजा देने की मांग की। दादा वासुदेव, मास्टर सोमदत, रघुबीर मुकदम, सत्यवान शर्मा, उदयभान, हवासिंह ने राज्य सरकार से मुआवजा के साथ-साथ प्रभावित किसानों के बैंक ऋण तथा 6 महीने के बिजली के बिल माफ करने तथा बीमा कंपनियों की तानाशाही को रोकने की मांग की। इस अवसर पर जिले सिंह, मा. सोमदत, सतेन्द्र, रामकुमार, सूबे सिंह, फूलचंद, श्रीराम, सोनू, राजपाल, रगबीर पंच, विनोद, विक्रम सिंह, राजबीर, राकेश, पवन कुमार, दान सिंह प्रजापत, योगेन्द्र, सोमेश, नवीन, ऋषि यादव, सुरेन्द्र, मदनलाल, राजेन्द्र सिंह, माईराम, हरपाल सिंह, बिल्लू, बलवंत सिंह, मेहरचंद, देवेन्द्र, दादा वासुदेव, बाबूलाल, राजकुमार, मांगेराम, राजेन्द्र, बिरेन्द्र, सुरेश कुमार, रविन्द्र, अमीर सिंह, महावीर, सत्यवान शर्मा, जयवीर शर्मा आदि अनेक ग्रामीण किसान उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 7: महापंचायत में अपनी मांगों के बैनर लेकर नारेबाजी करते प्रभावित किसान।
पृथ्वी दिवस तक लगानी होगी त्रिवेणी
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कनीना की आवाज। बढ़ते हुए प्रदूषण तथा आपदाओं से बचाने के लिए आखिरकार शिक्षा विभाग हरियाणा भी आगे कदम बढ़ाने लगा है और सभी स्कूलों में 22 अप्रैल पृथ्वी दिवस तक त्रिवेणी वृक्ष लगाने जरूरी कर दिया है। भेजे गए पत्र में कहा गया है कि एक अप्रैल से नया शैक्षणिक सत्र 2023-24 शुरू हो रहा है। ऐसे में इस सत्र में त्रिवेणी जरूर लगानी चाहिए और त्रिवेणी लगाने का आदेश दिया है। त्रिवेणी को संस्कृति तथा राष्ट्रीय एकता अखंडता का प्रतीक भी माना गया है।
सरकारी स्कूल के विद्यार्थियों ने चलाया जन जागरूकता अभियान
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कनीना की आवाज। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धनौंदा के विद्यार्थियों और अध्यापकों ने मिलकर जन जागरूकता अभियान चलाया और संपूर्ण गांव में अभिभावकों को अपने बच्चे पढ़ाने के लिए प्रेरित किया।
प्राचार्य सतीश कुमार के नेतृत्व में समस्त स्टाफ एवं विद्यार्थियों ने एक जागरूकता रैली निकाली जो राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धनौंदा से शुरू होकर पूरे गांव से होती हुई वापस स्कूल तक पहुंची। विद्यार्थी अपने हाथों में बैनर एवं पट्टियां लिये हुए थे तथा सभी अभिभावकों से अपने बच्चों को विद्यालय में भेजने के लिए प्रेरित कर रहे थे। विद्यार्थी गांव से नारे लगा रहे थे कि हम स्कूल जाएंगे, शिक्षा पाकर महान बनेंगे, शिक्षा जीवन का आधार है, शिक्षा जरूर पाएंगे नारे लगाते हुए धनौंदा बस स्टैंड से होकर गुजरे। तत्पश्चात वेद मंदिर से होते हुए गांव में चक्कर लगाते हुए वापिस धनौंदा स्कूल पहुंचे।
उल्लेखनीय की विगत वर्षों से सरकारी स्कूलों में जागरूकता अभियान चलाते आ रहे हैं। जिसमें शिक्षक भी अब सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों को भेजने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। सरकारी स्कूलों के अध्यापक अपनी उपलब्धियां गिनाने लगे हैं ताकि विद्यार्थी उनके स्कूल में प्रवेश पा सके।
फोटो कैप्शन 3: जागरूकता रैली निकालते शिक्षक एवं विद्यार्थी।
सड़क मार्ग हो गये जर्जर
-कनीना मंडी मार्ग की सुध लेने की पुन: उठी मांग
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में प्री-मानसून वर्षा के बाद सभी सड़क मार्ग अति जर्जर हो गये हैं। कनीना के अटेली टी-प्वाइंट से रेवाड़ी अटेली टी-प्वाइंट तथा कनीना मंडी सड़क मार्ग की हालात सबसे अधिक जर्जर हो गई है। रेवाड़ी मुख्य मार्ग हो या अपरोच मार्ग बुरी हालात में पड़े हैं। लंबे समय तक प्री-मानसून होती रहने की ही परिणाम जर्जर मार्ग हैं।
कनीना का अटेली टी-प्वाइंट से रेवाड़ी टी -प्वाइंट तक करीब 2 किलोमीटर लंबा टुकड़ा, वाहनों के अत्यधिक आवागमन के चलते जर्जर अति जर्जर हो चला है। बार-बार गड्ढों को अस्थाई रूप से भरा जाता है किंतु दो तीन दिनों में ही रोडिय़ां बिखर जाती हैं। गंदा पानी खड़ा हुआ है। आवागमन गंदे जल से हो रहा है। दो दो फीट गहरे गड्ढे बन गये हैं। गड्ढों के चलते कोई भी बड़ी दुर्घटना घट सकती है। वाहन चालक और पैदल करने वाले लोग बेहद परेशान है। बार-बार इन सड़क मार्गों की सुध लेने की बात की जाती है किंतु प्रशासन मौन मिलता है। अटेली टी-प्वाइंट से रेवाड़ी टी प्वाइंट तक सबसे दुष्कर मार्ग बना हुआ है।
करीब डेढ़ माह पूर्व कनीना मंडी मार्ग की सुध लेने के लिए कनीना के लोगों द्वारा आंदोलन चला था किंतु प्रशासन द्वारा दस दिनों के आश्वासन के बाद धरना समाप्त हो गया था। किंतु काम शुरू होने के कारण फिर से कनीनावासियों में रोष पनप रहा है। उन्होंने इस मार्ग की सुध लेने की मांग की है।
क्या कहते है कनीनावासी-
मुकेश नंबरदार का कहना है कि सबसे अधिक प्रयोग होने वाला मार्ग बस स्टैंड कनीना के सामने से गुजरता है। यह मार्ग जो अटेली टी-प्वाइंट से रेवाड़ी टी-प्वाइंट तक तक बेहद जर्जर हो चला है। कनीना मंडी मार्ग भी अति जर्जर है। यह हालात अब की नहीं अपितु वर्षों पुरानी है। इस समस्या का कोई समाधान नहीं किया जा रहा है। जिसके चलते लोगों में भारी रोष है। इस मार्ग पर जगह जगह गंदा जल बड़े बड़े गड्ढे बने हुए हैं।
उधर योगेश अग्रवाल का कहना है कि जब जब बारिश होती है तब तब अटेली टी-प्वाइंट से रेवाड़ी टी प्वाइंट तक तक मार्ग अति जर्जर हो जाता है। यही नहीं इसके रेवाड़ी रोड के पास कालर वाली जोहड़ ने भी इस मार्ग को कुछ क्षति पहुंचाई है। कनीना मंडी मार्ग को पुन:निर्मित किया जाए।
कुलदीप बोहरा का कहना है की सबसे अधिक वाहन कनीना बस स्टैंड के समक्ष गुजरने वाले सड़क मार्ग से गुजरते हैं किंतु के सड़क मार्ग अति जर्जर हो चला है। जगह-जगह छोटे गड्ढे बन गए हैं। जिनमें गंदा पानी और कीचड़ भरा रहता है। एक बार बारिश होती है एक सप्ताह तक पानी नहीं सूखता जिससे चलते वाहन गंदगी कीचड़ लोगों के चेहरों पर फेंकते नजर आते हैं। इस मार्ग की सुध ली जाए।
फोटो कैप्शन 6:कनीना बस स्टैंड समक्ष गुजरने वाले सड़क मार्ग की जर्जर हालात
साथ में मुकेश नंबरदार, कुलदीप बोहरा, योगेश अबग्रवाल।
फिर जुट गए हैं किसान लावणी में
-हजारों मजदूरों की रोटी रोजी है लावणी
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में जहां 69 एमएम प्री-मानसून होने के कारण अधिकांश बर्बाद हो गई है किंतु बची कुची फसल पैदावार लेने के लिए किसान फिर से लावणी कार्य में जुट गए हैं।
रविवार को दिनभर मौसम खुला रहा तथा धूप खिलने से किसान खेतों में पहुंच गए और इस बार जैसे तैसे अपनी फसल पैदावार लेना चाहते हैं। यही कारण है कि जोर शोर से फसल पैदावार लेने के लिए किसान जुट गए हैं। बहुत से किसान तो लावणी का कार्य मजदूरों द्वारा करवा रहे हैं क्योंकि मजदूर जल्दी से काम को पूरा कर देते हैं।
दूसरे राज्यों के मजदूर इस बार पछता रहे हैं- इस बार दूसरे राज्यों से आने वाले भारी संख्या मजदूर पछता रहे हैं। चूंकि लंबे समय तक वर्षा लावणी करने में आफत बनी हुई है। मजदूरों को रोजगार नहीं मिल रहा है। उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, नेपाल देश तथा मध्य प्रदेश आदि राज्यों से भारी संख्या में किसान इस मौसम में फसल कटाई के बदले रोटी रोजी कमाने आते हैं। उनको फोन पर संदेश भेजकर बुलाया जाता है परंतु इस बार ज्योंही लावणी का कार्य शुरू हुआ त्यों ही वर्षा ने उनकी समस्या और बढ़ा दी। वे लावणी की बजाय अपने घरों में छुपे बैठे रहे जिसके चलते उनकी रोटी रोज छीन गई। यही नहीं कनीना की अनाज मंडी में अभी तक कोई आवक शुरू नहीं हुई है जिसके चलते मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है। सैकड़ों की संख्या में मजदूर कनीना मंडी में कम से कम 2 महीने तक रोटी रोज कमाते हैं। किंतु अभी तक गेहूं एवं सरसों की आवक शुरू नहीं हुई है और निकट भविष्य में शुरू होने की उम्मीद लग रही है। किसानों का गेहूं और सरसों लगभग बर्बाद हो गया है, ऐसे में जो कुछ बचेगा उसको लेकर किसान मंडियों तक पहुंचेंगे। अनाज मंडी में गेहूं पुरानी अनाज मंडी में वहीं सरसों की खरीद के नई अनाज मंडी में प्रबंध किए हुए हैं।
अब आवक पर मजदूरों की निगाहें टिकी हुई है। जिस दिन फसल पैदावार की आवक शुरू होगी तभी उनका रोजगार उपलब्ध हो पाएगा।
फोटो कैप्शन 1: लावणी में जुटे किसान।
नहर के साथ बनाये गये सड़क मार्ग भरा है गंदा जल
-गंदे जल से हो रहा है आवागमन
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कनीना की आवाज। रेवाड़ी सड़क मार्ग को अटेली सड़क मार्ग से नहर के साथ-साथ मिलाने वाली सड़क वर्तमान में पूर्ण रूप से गंदे पानी से भरी हुई है। जगह-जगह छोटे-छोटे तड़ाग बन गए हैं जिनका पानी एक-एक सप्ताह तक नहीं सूखता। इस मार्ग पर आवागमन वर्तमान में सबसे ज्यादा हो रहा है क्योंकि कनीना बस स्टैंड होकर अटेली सड़क मार्ग तक पहुंचना बहुत दुष्कर कार्य है। एक तो भीड़ भरा इलाका तथा वही कनीना बस स्टैंड से अटेली टी-प्वाइंट तक का सड़क मार्ग महज एक किलोमीटर से भी कम है किंतु 10 मिनट इसको पार करने में लगती है। क्योंकि भारी संख्या में गड्ढे गंदे पानी से भरे हुए हैं। गड्ढे और भीड़ होने के कारण आवागमन में परेशानी होती है। यही कारण है कि लोग रेवाड़ी मार्ग से अटेली जाने के लिए तथा अटेली मार्ग से रेवाड़ी रोड पर चढऩे के लिए नहर के साथ-साथ पगडंडी का प्रयोग करते हैं। यद्यपि यहां सड़क बना दी गई थी किंतु वर्तमान में पूर्ण रूप से जर्जर हो चुकी है। सड़क मार्ग पर गंदे पानी के छोटे छोटे तालाब बन गए जिससे आवागमन बहुत कठिन हो गया है। ऐसे में कनीना वासियों की मांग है सड़क मार्ग को दुरुस्त किया जाए। इस मार्ग को पुन: पक्का करने के लिए नगर पालिका में बजट आ चुका है जिसके चलते नहर के दोनों तरफ से सड़क निकाली जाएगी, जो मिनी बाईपास का काम करेगी। अब यह सड़क निर्माण कब तक शुरू हो पाता है कहना कठिन है क्योंकि नगरपालिका का कार्यकाल समाप्त होने को जा रहा है। यही कारण है कि लोग अगले पालिका प्रधान या प्रशासक की ओर नजर टिकाए है। नगर पालिका का कार्यकाल समाप्त होता देख विकास कार्य भी ठप पड़े हैं। ऐसे में कनीना की दुर्दशा पर तरस खाने की मांग की है।
वर्तमान में कनीना मंडी, कनीना बस स्टैंड से अटेली टी-प्वाइंट तक मार्ग तथा नहर के साथ-साथ पगडंडी पूर्णरूप से जर्जर है। पूर्व सीपीएस अनीता यादव ने भी इस सड़क मार्ग की सुध लेने की मांग की है। नगर पालिका प्रधान का कहना है कि राशि आई हुई है और इसका प्रयोग करना अधिकारियों पर निर्भर करता है। जितनी जल्द बजट प्रयोग करें उतना बेहतर होगा।
फोटो कैप्शन 2: पगडंडी पर भरा जगह-जगह गंदा पानी
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