Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Monday, May 8, 2023

 
शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे भारत विकास परिषद के पदाधिकारी
**************************************************
*****************************************************
****************************************
***************
कनीना की आवाज।  भारत विकास परिषद कनीना शाखा के दायित्वधारी सहयोगियों के साथ गुरुग्राम में दक्षिणी हरियाणा प्रान्त की प्रान्तीय कार्यशाला एवं दायित्व ग्रहण शपथ समारोह में  शामिल होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। जिसमें लखन लाल जांगड़ा कैमला शाखा अध्यक्ष, राजेश कुमार यादव शाखा सचिव, नरेंद्र कुमार यादव शाखा कोषाध्यक्ष व दौ आमन्त्रित सदस्य अश्विनी कुमार यादव कनीना,व डाल चन्द जांगड़ा कैमला भी टीम का हिस्सा रहे। शपथग्रहण समारोह के बाद चली कार्यशाला की बैठकों में हमारे राष्ट्रीय, क्षेत्रिय, व प्रान्तीय वरिष्ठ दायित्व धारियों ने परिषद की गतिविधियों को लेकर पूरी जानकारी साझा करते हुए अपने अनुभव साझा किये तथा भविष्य की कार्ययोजना के लिए आवश्यक दिशा- निर्देश दिए  ।
     गुरुग्राम के बाद जब हम लोग सांय 07 बजे कनीना पहुंचे तो शाखा के सदस्यों ने बड़ी गर्मजोशी से हमारा स्वागत  किया और मिठाई बांटी। नेता जी क्लब में एकत्रित होकर सभी ने नयी कार्यकारिणी को अपना आशीर्वाद दिया एवं भविष्य में कन्धे से कन्धा मिला कर सहयोग करने का पूर्ण आश्वासन दिया जिसमें कंवरसेन वशिष्ठ शाखा संरक्षक एवं प्रान्तीय गौ सेवा प्रमुख, मोहन सिंह यादव पूर्व शाखा अध्यक्ष, प्रेम कुमार सिंगला पूर्व कोषाध्यक्ष , कृष्ण सिंह यादव हैडमास्टर पूर्व उपाध्यक्ष, महेश बोहरा पूर्व सचिव, धनपत साहब, सूबेदार सुरेन्द्र सिंह आदि शाखा कार्यालय में उपस्थित रहे  । सुरेन्द्र सिंह यादव प्रवक्ता कनीना (आरएसएसके भिवानी विभाग मन्त्री) की भी उपस्थिति रही ।
फोटो साथ हैं।













कनीना अनाज मंडी में गेहूं की महज 224 क्विंटल हुई खरीद
- सरसों की खरीद नहीं, उठान हुआ पूरा, मंडी में कोई सरसों का बैग नहीं
************************************************************
***************************************************************
***************************************
********************
कनीना की आवाज। कनीना की पुरानी अनाज मंडी में जहां गेहूं की खरीद 2125 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से अभी भी जारी है। सोमवार को 224 क्विंटल गेहूं खरीदा गया। इस प्रकार कुल खरीद 13337 क्विंटल पहुंच गई है। विस्तृत जानकारी देते हुए फिर वेयरहाउस मैनेजर आनंद यादव ने बताया कि प्रतिदिन गेहूं की खरीद होती है। किसान धीरे-धीरे गेहूं बेचने के लिए आ रहे हैं। शुक्रवार खरीद के 31वें दिन 224 क्विंटल गेहूं खरीदा गया।
 सरसों की खरीद बंद, उठान पूरा-
 उधर कनीना की नई अनाज मंडी चेलावास में सरसों की खरीद बंद है, उठान कार्य भी पूरा हो गया है। फड़ों पर कोई बैग नहीं बचा है। व्यापार मंडल प्रकोष्ठ के उप प्रधान रविंद्र बंसल ने खुशी जताई की उठान पूरा कर लिया गया है।
 उल्लेखनीय की नई अनाज मंडी में 5450 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से सरसों की खरीद की गई थी। सरसों की खरीद तेज गति से की गई थी। फिर सरसों की खरीदी बंद कर दी गई थी। अभी भी बंद है।
 फोटो कैप्शन 07: कनीना मंडी चेलावास के खाली फड़।










कैमला स्कूल में आयोजित हुई पेंटिंग प्रतियोगिता
******************************************
*************************************************
**************************************
*************
कनीना की आवाज। राजकीय माध्यमिक विद्यालय कैमला में बच्चों के द्वारा पेंटिंग प्रतियोगिता दो ग्रुपों में की गई जिसमें सभी विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्रथम ग्रुप में कक्षा 6 से 8 तक में छात्रा  शिवानी  ने प्रथम और प्रिया  ने दूसरा स्थान तथा मानवी और कोयल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। ग्रुप एक में लीना प्रथम रही व निधि द्वितीय स्थान पर और मानवी और नव्या ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
  सुनील कुमार डीपीई और भगत सिंह प्राथमिक शिक्षक के मार्गदर्शन में सभी बच्चों ने प्राकृतिक संपदा एवं रख-रखाव पर आधारित पेंटिंग प्रतियोगिता में रुचि के साथ भाग लिया और अपनी कला पेंटिंग को  दिखाकर श्रेष्ठ प्रदर्शन सभी विद्यार्थियों ने किया। सभी विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए मौलिक मुख्याध्यापक वीरेंद्र सिंह ने बताया कि पाठ्यक्रम आधारित सहगामी क्रिया कलाप में प्रत्येक बच्चे को हिस्सा लेना चाहिए और गुरु के मार्गदर्शन में रहकर हर क्षेत्र में कुछ नया करने का जज्बा रखना चाहिए। सभी बच्चों में बहुत  प्रतिभा छिपी हुई है। आप समय  पर अपने हर कौशल का प्रयोग कर  अपने आप को निखार सकते हैं और सफलता प्राप्त कर सकते हैं। इस अवसर पर होशियार सिंह वरिष्ठ अध्यापक, सतवीर सिंह हिंदी अध्यापक, मनवीर सिंह विज्ञान अध्यापक, सुनील शास्त्री, भगत सिंह ,राजेश कुमार आदि उपस्थित रहें।
फोटो कैप्शन 6: पेंटिंग प्रतियोगिता कैमला के विद्यार्थियों को पुरस्कृत करते हुए।









1.52 करोड़ से अधिक राशि पेयजल की उपभोक्ता की ओर बकाया
-पानी को गर्मियों में न करें खराब-पवन कुमार
*******************************************************
************************************************************
********************************
***********************
कनीना की आवाज। कनीना जनस्वास्थ्य विभाग के तहत अभी तक पेयजल उपभोक्ताओं की ओर एक करोड़ 52 लाख 84 हजार 625 रुपये बकाया है। एक अप्रैल से 31 मार्च तक 16.52 लाख रुपये पेयजल बिलों के प्राप्त हुये हैं। अभी भी 1200 कनेक्शन अवैध है। विस्तृत जानकारी देते हुए पवन कुमार एसडीओ ने बताया कि कनीना कस्बे में पेयजल सप्लाई योजना के तहत 2309 कुल कनेक्शन है जिनमें से 85 कनेक्शन काट दिया जाए है। उन्होंने उपभोक्ताओं से अपील की है कि पानी का बिल तुरंत जमा करवाएं तथा गर्मी के मौसम में पानी को खराब न करें। उन्होंने बताया कि जो उपभोक्ता अवैध कनेक्शन के तहत आता है वह अपनी फाइल जमा करवा कर 6205 रुपये में अपना कनेक्शन वैध करवा सकता है। प्रतिमाह बिना मीटर के 120 रुपये जबकि मीटर लगवाए हुए उपभोक्ता को 60 रुपये प्रति माह बिल देना पड़ता है। उन्होंने कहा कि उन्होंने बताया कि अधिकांश उन उपभोक्ताओं की ओर अधिक बिल बकाया है जिनका के घरों में कनेक्शन दादा, परदादा या पिता के नाम होता था किंतु वह अब वो इस दुनिया में नहीं है जिसके चलते परिवार के सदस्य अलग.अलग होने से बिल नहीं भर रहे हैं। परिवार के सदस्यों का कहना है कि जब सभी परिवार के सदस्यों ने पानी पिया है तो बिल अकेला नहीं क्यों भरा जाए? यही कारण है कि अभी तक इतनी भारी राशि उपभोक्ताओं की और बकाया है। यहां तक की अवैध कनेक्शन अधिक होने के कारण पेयजल सप्लाई अवैध कनेक्शन धारक अधिक पी जाते हैं। उन्होंने बताया कि अवैध कनेक्शन धारकों को नोटिस जारी कर दिए गए हैं।





 सेहलंग बाघोत कट के लिए धरने का 57वें दिन
-अब करेंगे गांवों में जनसभाएं
*************************************
*********************************************
********************************
************
कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152.डी पर बाघोत-सेहलंग के बीच कट की मांग को लेकर धरना 57वें दिन भी जारी रहा। अध्यक्षता सोनू तंवर पोता ने की। सोनू तंवर पोता ने बताया की जल्द ही कमेटी गांव में जनसभाएं  शुरू करेंगे और इस धरने को जनांदोलन का रूप देंगे और अगर जरूरत पड़ी तो एनएच-152 डी को जाम भी करेगे। उन्होंने कहा कि 57वें दिन बीत जाने पर धरातल पर अभी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। लोगों को सरकार से बड़ी आशा है।
इस कट के बन जाने से कोसलीए चरखी दादरी, अटेली, महेंद्रगढ़, झज्जर विधानसभा के लोगों को लाभ मिलेगा। वहीं युवाओं के रोजगार के नए अवसर खुलेंगे। पास में बाघेश्वर धाम है और यहां पर हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, हरियाणा उत्तराखंड के श्रद्धालु आते हैं। वहीं पिछड़ा हुआ इलाका राजधानी चंडीगढ़ से जुड़ जाएगा। उन्होंने अविलंब काम शुरू करने की मांग की है। जब तक काम शुरू नहीं होता तब तक धरना जारी रहेगा।
इस मौके पर मनीष यादव बाहला, संजय रोहतक ,सूबे सिंह बसई, रामनिवास पूर्व पंच हंसराज पूर्व सरपंच सेहलग, रवि यादव नया गांव, सोमबीर नयागांव आदि गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 03: धरने पर बैठे ग्रामीण।







3 लोगों पर मार पिटाई का मामला दर्ज
-सूबे सिंह अध्यापक ने दी शिकायत
*****************************************
***********************************************
*********************************
*************
कनीना की आवाज। सूबे सिंह कनीना वार्ड 13 निवासी ने उसके साथ मारपिटाई करने के मामले में 3 लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज करवाया है। उन्होंने कहा कि मैं छितरोली रोड पर रहता हूं। 5 मई को सुबह करीब 2:45 पर  कैलाश मंडलाना आया और जोर-जोर से घर के गेट को पीटने लगा। वह काले रंग की थार गाड़ी ले रहा था जिसमें दो अन्य व्यक्ति बैठे थे। वो बार बार बाहर निकलने की बात कह रहे थे तथा गोली मारकर जान से मारने की धमकी देने लगे। जब दरवाजा खोलकर बाहर आया तो मेरा कलर पकड़कर थप्पड़ जड़ दिया। पुलिस को काल किया। पुलिस के आने से पहले ही गाड़ी लेकर चला गया। उसकी शिकायत पर तीन लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया।  








खरीफ फसल का भावांतर योजना के तहत अभी तक नहीं मिला पैसा, शिकायत की सीएम विंडो में
*****************************************************************
**********************************
***********************************
कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव ढाणा निवासी ओंकार ने वर्ष  2021 खरीफ फसल बाजरे का भावांतर योजना के तहत पैसा न मिलने की शिकायत की है। किसान पैसे न मिलने से  परेशान है। उन्होंने बताया कि 7.375 एकड़ में बाजरा उगाया था जो वेरीफाई हो चुका है किंतु खाते में राशि नहीं डाली गई। इसके लिए वह नारनौल एवं पंचकूला चक्कर लगा रहा है। यही नहीं 9 बार सीएम विंडों में शिकायत की है किंतु कार्यवाई फिर भी नहीं हुई है। उन्होंने मांग की है कि उनके खाते में भावांतर भरपाई के तहत पैसे डाले जाए।








विधायक अटेली ने सुनी एसडीएम कार्यालय में जन समस्याएं
-पेयजल सप्लाई का कनेक्शन कटवा लिया है फिर भी बिल आने की शिकायत की
***************************************************************
****************************************************************
*************************************
*********************
कनीना की आवाज। अटेली विधायक सीताराम यादव ने एसडीएम कार्यालय कनीना में जन समस्याएं सुनी। इस मौके पर एसडीएम सुरेंद्र सिंह विशेष रूप से उपस्थित रहे।
इस मौके पर उपस्थित अधिकारियों को सीताराम विधायक ने कहा कि किसी भी प्रकार की समस्या किसी भी जन को नहीं आनी चाहिए। किसी प्रकार की समस्या है तो उसका निराकरण करने का कार्य अधिकारियों का होता है। अगर अधिकारी मौके पर और समय पर समस्या का समाधान नहीं करते तो यह अनुचित होगा। इस मौके पर जहां कनीना के कालर वाली जोहड़ के आसपास मानसून के समय बारिश का पानी खड़े होने से घरों में घुस जाने की शिकायत की गई वही पड़तल में पेड़ों की कटाई की अनुमति मिलने के बावजू भी पेड़ों की कटाई न करने की शिकायत की। कई समस्याएं उन लोगों की थी जिन्होंने पेयजल सप्लाई का कनेक्शन कटवा लिया है फिर भी उनका पानी का बिल लगातार आ रहा है विभिन्न विभागों की एक दर्जन से अधिक शिकायतें मिली और उन्होंने मौके पर ही सभी शिकायतों का निराकरण कर दिया। इस मौके पर राजस्व विभाग, पब्लिक हेल्थ, बिजली विभाग आदि की शिकायतें अधिक रही।
इस मौके कंवर सेन वशिष्ठ, नायब तहसीलदार हरिओम, चेयरमैन पंचायत समिति जयप्रकाश, अनिल परदेसी, राजेंद्र सिंह, कमल पूर्व पार्षद, प्रेम सिंगला, वेद बोहरा, हनुमान सेहलंगिया, दीपक चौधरी, राजेंद्र भारद्वाज सहित विभिन्न जन मौजूद थे और समय पर ही अधिकांश शिकायतों का निपटारा किया।
 फोटो कैप्शन दो: विधायक अटेली सीताराम यादव शिकायत सुनते हुए।









हेरिटेज स्कूल में ड्रेस प्रतियोगिता में नन्हे-मुन्ने बच्चों ने मारी बाजी
*****************************************************
*******************************************************
***********************************
***********************
कनीना की आवाज। हेरिटेज पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल मोहनपुर में स्कूल ड्रेस प्रतियोतिा नन्हे नन्हे बच्चों ने बड़ी ही सुंदर मनमोहक स्कूल ड्रेस पहनकर प्रदर्शनी दिखाएं। कक्षा तीसरी से परीक्षित पुत्र देवेंद्र, नमन पुत्र पवन, प्रिया पुत्री हेमंत, सुहानी पुत्री नीरज, इशांत पुत्र मनोज, समीर पुत्र सतीश, खुशी पुत्री वीर सिंह ने प्रथम स्थान हासिल किया। गौतम पुत्र सुनील भावना पुत्री मेघनाथ फलक पुत्री अशोक, हनीश पुत्र विकास, विवेक पुत्र तेजपाल सिंह, विदित पुत्र अनिल, निधि पुत्री देवेंद्र ने द्वितीय स्थान हासिल किया। नमन पुत्र संजय, हुसिका पुत्री नवीन, अक्षित पुत्र मनोज, अरुण पुत्र अनिल, पुनीत पुत्र मनजीत,अंकिता पुत्री राजवीर, पूर्वी पुत्री सुनील, निधि पुत्री जितेंद्र ने तृतीय स्थान हासिल किया। इसी तरह चौथी कक्षा से यशू पुत्र रविंदर ने प्रथम स्थान हासिल किया। जितिन पुत्र रवि कुमार ने द्वितीय स्थान हासिल किया। पराग पुत्र पवन ने तृतीय स्थान हासिल किया।
    इसी प्रकार पांचवीं कक्षा से लवली पुत्री नरेश, कीर्ति पुत्री अश्वनी, दीया पुत्र दीपक ने प्रथम स्थान हासिल किया, साहिल पुत्र किरोड़ी, हार्दिक पुत्र योगेश, सौरव पुत्र अभय, अरमान पुत्र मुकेश ने द्वितीय स्थान हासिल किया। इसी प्रकार पीयूष पुत्र आजाद सिंह, मन्नत पुत्र अश्वनी, इशांत पुत्र सुनील, भारती पुत्री अजीत ने तृतीय स्थान हासिल किया। विद्यालय के चेयरमैन ओमप्रकाश शर्मा ने बच्चों को उचित उपहार देकर सम्मानित किया तथा  सदैव प्रगति पथ पर आश्रित रहने का आशीर्वाद दिया। पूरी प्रतियोगिता में कोआर्डिनेटर सुमन  की रही।  इसके साथ दीपा सुजुकी अनीता  पूरे कंपटीशन को करवाने में अहम भूमिका निभाई। ड्रेस कंपटीशन के इस उपलक्ष पर विद्यालय के सीईओ कैलाश शर्मा, मनीष कुमार डायरेक्टर, खुशीराम शर्मा प्रधानाचार्य, कृष्ण सिंह पीआरओ भुवनेश तेजपाल डीपी, सुदेश कुमार, सुरेंद्र कुमार तथा समस्त अध्यापक गण उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 04 हेरिटेज स्कूल में आयोजित कार्यक्रम।







नाटक कार्यशाला का हुआ आयोजन
***********************************
***************************************
**********************************
**
कनीना की आवाज। गांव धनौन्दा स्थित सीनियर सेकेंडरी स्कूल में हरियाणा कला परिषद के तत्वावधान में 2 मई से 21 मई तक चलने वाली बीस दिवसीय नाटक कार्यशाला में विद्यार्थियों को अभिनय और नाट्य कला की बारीकियां सिखाई गई। इस अवसर पर हरियाणा कला परिषद की तरफ से भेजे गए प्रसिद्ध रंगकर्मी अमित माहोर ने विद्यार्थियों को एक्टिंग और नाट्यकला के विभिन्न पहलुओं से रूबरू कराया।
कार्यशाला की रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए अमित माहोर ने बताया कि हरियाणा सरकार कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में प्रतिभाओं को निखारने के लिए प्रयासरत है। इसी कड़ी में इलाके के प्रमुख विद्यालयों में कला एवं संस्कृति में रुचि रखने वाले विद्यार्थियों को 20 दिन का निशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अभिनय को जीवन का अभिन्न अंग बताते हुए उन्होंने विद्यार्थियों से सजगता से कार्यशाला में बताई जा रही बातों को सीखने की अपील की।
          विद्यालय के वरिष्ठ प्रवक्ता सुभाष चंद यादव व प्रवीण कौशिक ने हरियाणा कला परिषद का धन्यवाद करते हुए इस कार्यशाला को एक अच्छी पहल बताया। उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्यशालाओं से ग्रामीण अंचल में छुपी हुई प्रतिभाओं को वैश्विक फलक पर आने में बहुत मदद मिलेगी। नाट्यकला और अभिनय में रुचि रखने वाले विद्यार्थियों के लिए यह कार्यशाला बहुत लाभकारी साबित होगी। इस अवसर पर राम शर्मा, रेनू यादव, पूजा तंवर, मीनाक्षी, प्रहलाद सिंह, सत्येंद्र सिंह सहित विद्यालय के सभी अध्यापक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 05:  सीनियर सेकेंडरी स्कूल, धनौन्दा में चल रही बीस दिवसीय नाटक कार्यशाला में विद्यार्थियों को अभिनय एवं नाट्य कला की बारीकियां समझाते प्रसिद्ध रंगकर्मी अमित माहोर।










किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है बाजर
-बाजर होती है प्रमुख हरा चारा
***********************************
**********************************
*********
कनीना की आवाज। गर्मियों के दिनों में जहां पशुओं के लिए हरा चारा मुश्किल से प्राप्त होता है किंतु किसान बाजर उगाकर पशुचारे का लाभ ले ले रहे हैं। वैसे तो भीषण गर्मी पड़ती है जिसमें बाजर पैदा करना कठिन कार्य होता है।
पशुपालन कृष्ण कुमार, रोहित कुमार, राजेंद्र सिंह, महिपाल सिंह आदि ने बताया कि गर्मियों में पशुओं के लिए हरा चारा बहुत जरूरी होता है जिससे दूध की पैदावार बढ़ती है। यही कारण है कि खेतों में बाजर जरूर उगाते हैं। उधर बाजर बीज विक्रेता महेश बोहरा, कुलदीप सिंह, बिजेंद्र सिंह आदि ने बताया कि बाजर 30 से 35 दिन में तैयार हो जाती है और पांच से छह बार तक काटी जा सकती है। कई बार काटना जमीन की ताकत पर भी निर्भर करता है। कुछ किसान तो बाजर बेचने का काम भी कर रहे हैं।
क्या करते हैं कृषि अधिकारी -
पूर्व कृषि विस्तार अधिकारी डा देवराज यादव ने बताया की बाजर पौष्टिक हरा चारा होता है। पशुओं को हरा चारा, सांद्र चारा तथा सूखा चारा तीनों की आवश्यकता होती है। गर्मियों में दुधारू पशु से दूध प्राप्त करना है तो उनके लिए पशुओं के लिए हरा चारा होना जरूरी है। तभी पशु खुश होकर चारा चर पाते हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में बाजर अच्छी प्रकार विकसित होती है।
फोटो कैप्शन 01: किसान बाजर की कटाई करते हुए।









जून माह में चुनाव कराये जाने की है पूरी तैयारी
-बीसी-ए को मिलेगा आरक्षण, मुख्यमंत्री ने लगाई आरक्षण पर मुहर
*******************************************************
********************************************************
**************************************
*******************
कनीना की आवाज। हरियाणा सरकार द्वारा अगले माह प्रदेश की 22 नगर पालिका के चुनाव करवाने की संभावना जताते ही चुनाव लडऩे वालों की तैयारियां बढ़ गई हैं। हालांकि सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि चुनाव अगले माह तक संपन्न नहीं पाएंगे तो ये चुनाव सितंबर या इसक बाद में ही संभव हो पाएंगे।मुख्यमंत्री हरियाणा की आरक्षण के मुद्दे को लेकर संपन्न बेठक के बाद जून माह में चुनाव की संभावना अधिक बन गई है।
 ऐसे में अभी यह कयास लगाने लग गए हैं कि चुनाव जल्द से जल्द होंगे। अगर जल्द होते हैं तो चुनाव लडऩे वालों की भागदौड़ बढ़ जाएगी। अभी तक विभिन्न वार्डों में चुनाव लडऩे वाले सामने आ गये हैं वहीं कुछ वार्डों में अभी भी संभावित प्रत्याशी सामने नहीं आ रहे हैं। इस बार हर वर्ग में उत्साह है। महिला, पुरुष या फिर युवा सभी चुनाव लडऩे के लिए लालायित हैं। पत्रकार, वकील,  नेा एवं शिक्षा पाने वाले चुनावी रंग में रंगने लगे हैं।  किंतु यदि चुनाव कराने में देरी होती है तो सभी की तैयारियां धरी की धरी रह जाएंगी।  
उल्लेखनीय है कि मतदाता सूचि का प्राथमिक प्रकाशन हो चुका है और अब अंतिम प्रकाशन होना बाकी है। अंतिम प्रकाशन के बाद ही चुनाव संबंधित कोई निर्णय लिया जाएगा। तब तक चुनाव लडऩे वालों की संख्या बढ़ती ही जाएगी।
आरक्षण का है डर-
चुनाव लडऩे वालों को आरक्षण का डर सताने लगा है। चूंकि सरकार द्वारा स्थानीय निकाय चुनावों में बीसी-ए को आरक्षण देने की बात कही है। अब तक दर्जनों संभावित प्रत्याशी अपने-अपने वार्डों में लगे हुए हैं तथा कुछ प्रधान पद की दावेदारी कर रहे हैं किंतु बीसी-ए  का प्रधान पद बनता है तो फिर बहुत से लोग चुनावी प्रधान पद के लिए चुनाव के दावेदारी से हट जाएंगे और उनके लिए पार्षद के चुनाव का आप्शन बच पाएगा। अभी आरक्षण का ड्रा होना है, लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इसके बाद ही भावी फैसले चुनाव लडऩे वाले ले पाएंगे।
उल्लेखनीय है कि कनीना पालिका प्रधान पद पर दो बार तो लगातार महिलाएं रही हैं और वर्तमान योजना में पुरुष बना है जिनका कार्यकाल मई माह में संपन्न हो जाएगा। विकास कार्य नहीं हो पाए वहीं करीब 10.50 करोड़ रुपये की राशि का विकास कार्यों में उपयोग नहीं हो पाया। उस राशि को विकास कार्यों में खर्च करने की नजरें भी टिकी हुई हैं।हरियाणा के निकायों में आरक्षण को मंजूर
कैबिनेट में लगाई मुहर
  हरियाणा के शहरी स्थानीय निकायों में राजनीतिक आरक्षण अधिकारों को सुनिश्चित करते हुए मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक चंडीगढ़ में संपन्न हुई। कैबिनेट से चर्चा के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा पिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट पर मुहर लगा दी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीतिक व्यवस्था में पिछड़े वर्गों का राज्य में पर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं है।
रिपोर्ट में प्रतिनिधित्व कम मिला
आयोग की अध्यक्षता पूर्व न्यायाधीश, पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय, न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) दर्शन सिंह ने नागरिकों के पिछड़े वर्गों के राजनीतिक पिछड़ेपन के आकलन के लिए जांच की। जांच में आयोग ने पाया कि नागरिकों के पिछड़े वर्गों, ब्लॉक-ए (बीसी-ए) का राजनीतिक ढांचे में पर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं है, इसलिए उन्हें स्थानीय निकायों, नगर पालिकाओं के चुनाव में आरक्षण के समर्थन की आवश्यकता है, ताकि पर्याप्त भागीदारी हो सके।
ब्लॉक-ए का पद होगा आरक्षित
प्रत्येक नगर निगम, नगर परिषद और नगर पालिका में पार्षद का पद नागरिकों के ब्लॉक-ए के पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षित होगा। इस प्रकार आरक्षित सीटों की संख्या उस क्षेत्र में सीटों की कुल संख्या के समान अनुपात में हो सकती है। शहरी स्थानीय क्षेत्र, उस शहरी स्थानीय क्षेत्र में कुल आबादी के नागरिकों के पिछड़े वर्ग ब्लॉक-ए की आबादी के आधे प्रतिशत के रूप में होगी। यदि दशमलव मान 0.5 या अधिक है तो इसे अगले उच्च पूर्णांक तक पूर्णांकित किया जाएगा। बशर्ते कि यदि पिछड़े वर्ग (ए) की आबादी सभा क्षेत्र की कुल आबादी का दो प्रतिशत या अधिक है तो प्रत्येक निकाय में पिछड़े वर्ग (ए) से संबंधित कम से कम एक पार्षद होगा।
पदों की संख्या का 8 प्रतिशत  होगा आरक्षित
नगर निगमों, नगर परिषदों और नगर पालिकाओं में महापौरों, अध्यक्षों के पदों की संख्या का आठ प्रतिशत नागरिकों के पिछड़े वर्ग ब्लॉक-ए के लिए आरक्षित होगा। दशमलव मान 0.5 या अधिक होने की स्थिति में इसे अगले उच्च पूर्णांक तक पूर्णांक बनाया जाएगा। आयोग ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि शीर्ष न्यायालय के निर्देशानुसार आरक्षण किसी भी नगर निकायों में अनुसूचित जाति और बीसी (ए) के पक्ष में आरक्षित कुल सीटों के कुल 50 प्रतिशत से अधिक नहीं होगा।
50 प्रतिशत से सीटें अधिक होने पर ये होगा नियम
रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया है कि पिछड़े वर्ग (ए) के लिए इस प्रकार आरक्षित सीटों की संख्या को अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षित सीटों की संख्या के साथ जोडऩे पर यदि उनकी कुल संख्या नगर निकायों की कुल सीटों के 50 प्रतिशत से अधिक हो जाती है तो पिछड़े वर्ग (ए) के लिए आरक्षित सीटों की संख्या को वहीं तक रखा जाएगा, जिससे कि अनुसूचित जाति और बीसी (ए) का आरक्षण नगर पालिका, नगर परिषद व नगर निगम के सदस्य की कुल सीटों के 50 प्रतिशत से अधिक न हो।
ऐसे तय होगी आरक्षण व्यवस्था
रिपोर्ट में आरक्षण को उदाहरण देकर कहा गया है कि शहरी स्थानीय क्षेत्र में, नागरिकों के ब्लॉक ए के पिछड़े वर्ग की आबादी उस शहरी स्थानीय क्षेत्र की कुल आबादी का 25 प्रतिशत है, तो 12.5 प्रतिशत सीटें पिछड़े वर्ग के ब्लॉक-ए नागरिकों के लिए आरक्षित होंगी। जहां किसी दिए गए शहरी स्थानीय क्षेत्र में अनुसूचित जाति की आबादी 50 प्रतिशत या उससे अधिक है, वहां के नागरिकों के पिछड़े वर्ग ब्लॉक-ए को उनकी आबादी के प्रतिशत के बावजूद कोई आरक्षण नहीं मिलेगा।
इन स्थिति में 4 सीटें होंगी आरक्षित
जहां अनुसूचित जाति की जनसंख्या शहरी स्थानीय निकाय की जनसंख्या का 40 प्रतिशत है तथा शहरी स्थानीय क्षेत्र में 10 सीटें हैं तो अनुसूचित जाति के लिए 4 सीटें आरक्षित होंगी, शेष एक सीट पिछड़ा वर्ग ब्लॉक के लिए उपलब्ध होगी। पिछड़ा वर्ग ब्लॉक-ए के नागरिकों को नगर पालिका में एक सीट मिलेगी, भले ही उनके लिए उपलब्ध आरक्षण के प्रतिशत के अनुसार कोई सीट उपलब्ध न हो, बशर्ते कि संबंधित शहरी स्थानीय क्षेत्र में उनकी आबादी 2 प्रतिशत से कम न हो।



























पालिका चुनाव कराने की सरकार ने कसी कमर
-आरक्षण की हो चुकी हें तैयारियां
-कई युवा प्रधान पद के हैं दावेदार
*************************************
********************************************
************************************
*
कनीना की आवाज।  जिला महेंद्रगढ़ की कनीना नगरपालिका के भविष्य में चुनाव होने जा रहे हैं। 13 वार्डों में करीब 10 हजार वोटर है। ऐसे में अब चुनावी सरगर्मियां बढऩे लगी है। जहां भी देखें चुनावी चर्चा शुरू हो गई है। अब तो सरकार ने हाल ही में बीसी-ए को स्थानीय निकायों में आरक्षण देने की बात कही है।  अब तो कई परिवार सामने आये हैं जिनके पूरे परिवार के सदस्य चुनाव लडऩे के इच्छुक हैं। बेटा, पत्नी, बाप, मां, भाई, बहना कूद सकते हैं मैदान में। निर्भर करता है कि ड्रा किसके पक्ष में जाएगा।
ग्रामीण परिवेश में चाय एवं हुक्का दोनो ही ऐसी चीजें हैं जहां कुछ लोग बैठकर चर्चा करते देखे जा सकते हैं। चाय की चुसकी तथा हुक्के की गुडग़ुड़ाहट में ही चुनावी चर्चा का असली मजा देखने को मिलता है। इस बार वैसे भी अधिकांश युवा आगे आ रहे हैं। वर्तमान प्रधान सतीश जेलदार ने तो पहले ही अपने लड़के की चुनाव लड़ाने की घोषणा कर दी है। चुनाव लडऩे वाले रातों रात रणनीति बना रहे हैं ताकि विजयी हो सके।
पूरा परिवार चुनाव का है इच्छुक--
इस बार के चुनावों में ड्रा के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि कौन चुनाव लड़ेगा। यदि बड़ों का दबदबा रहा तो कुछ परिवारों में बाप चुनाव लड़ सकता है, युवा वर्ग का दबदबा नजर आया तो बेटा या भाई चुनाव लड़ेगा और अगर सीट महिला के लिए आरक्षित हुई तो किसी की मां तो किसी की पत्नी या किसी की बहन भी चुनाव लड़ सकती है। कई परिवारों ने ऐसे संकेत दिये हैं। कितुं इन चुनावों का आधार आरक्षण का ड्रा होगा जिसकी अभी तक कोई तिथि निर्धारित नहीं हुई है।
 71 वर्ष पुरानी हो चुकी है कनीना पालिका--
 कनीना नगर पालिका 1952 में अस्तित्व में आई थी। जिसमें समय-समय पर अनेक प्रधान रह चुके हैं। सबसे अधिक समय तक पूर्व प्रधान मा. दलीप सिंह एवं उनके पिता स्व. चौ. बलबीर सिंह पालिका में प्रधान रह चुके हैं।
 अब तक विकास कार्य न हो पाने के कारण कनीनावासी किसी ऐसे युवा की तलाश में है जो कनीना का कायापलट करके रख दे। युवा एवं जनहितैषी प्रधान की जरूरत है। वैसे भी 10.5 करोड़ रुपये के विकास कार्य रुके पड़े हैं। दो योजना महिलाएं प्रधान रह चुकी हैं वहीं वर्तमान पालिका प्रधान सतीश जेलदार सज्जनता के कारण विकास कार्यों को करवाने में ऊंचा मुकाम हासिल नहीं कर पाये। हर इंसान के दिल में उनके प्रति सहानुभूति देखने को मिल रही है।
 चुनाव लडऩे के दावेदार-
अभी तक पार्षद के चुनाव के लिए
1. महेश बोहरा वार्ड 13 से
2. वार्ड चार से योगेश कुमार
3. वार्ड एक से विजय चेयरमैन
4. वार्ड दो से सुरेंद्र सिंह पूर्व चेयरमैन चुनाव लडऩे के इच्छुक हैं। अभी अनेक युवा सामने नहीं आ रहे हैं।
इस बार चेयरमैन पद का चुनाव सीधा होगा अर्थात पूरे कनीना से प्रधान पद के लिए अलग से मतदान होगा जबकि उसी के साथ दूसरी मशीन से पार्षद का चुनाव होगा। जिसके चलते इस बार चेयरमैन पद के लिए अधिक लोग तैयारी में जुटे हुए हैं।
प्रधान पद के लिए दावेदार--
1.कनीना के सज्जन सिंह बोहरा
2. कनीना के वर्तमान चेयरमैन सतीश जेलदार के पुत्र प्रीतम जोनू
3. मनोज कुमार रोहिल्ला वरिष्ठ पत्रकार
4. कनीना के वार्ड 12 का निवासी अमित नंबरदार  
5. वार्ड 3 के निवासी राज सिंह
6. पूर्व प्रधान मा. दिलीप सिंह या उनके पुत्र दीपक चौधरी
7. पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह लोढ़ा
8. एडवोकेट विनय यादव, एडवोकेट पंकज यादव, दीपक चौधरी एडवोकेट
9. उप प्रधान पद पर आसीन अशोक ठेकेदार,  मनीष पार्षद
10. सुमेर सिंह मैनेजर
11-सुमन चौधरी
12-अशोक कुमार वर्मा यदि बीसी-ए के लिए पद आरक्षित हो तो?
आने लगा है चुनावी चर्चाओं में रस---
 दुकान हो या कोई चाय की दुकान, चुनावी चर्चा मिलने लगी है। विशेषकर जब से मतदाता सूचियों का प्राथमिक प्रकाशन हो चुका है तथा दावें एवं आपत्तियों का दौर जारी है। रातोंरात पार्षद और प्रधान पद के दावेदार ढूंढे जा रहे हैं। क्योंकि बहुत से लोग तो चुनाव तो लडऩा चाहते हैं किंतु आगे नहीं आना चाहते हैं वो ऐन मौके पर आगे आएंगे। ऐसे में चुनाव लडऩे वाले अंदर खाते मतदाताओं के मन को टटोल रहे हैं। चुनावी चर्चाओं में आनंद आने लगा है।
इंतजार है प्रधान पद आरक्षण का-
पालिका प्रधान के आरक्षण का अब तो बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। चुनाव लडऩे के इच्छुक जन अब स्पष्ट करने लगे हैं कि यदि सीट आरक्षण के तहत उनके पक्ष की रही तो ही चुनाव लडऩा संभव हो पाएगा वरना स्वत: ही चुनाव लडऩे से बाहर हो जाएंगे। पूर्व योजना में प्रधान पद एससी महिला के पक्ष में जाने से सारे पार्षदों के अरमान मिट्टी में मिल गये थे।
प्रधान पद जीतना तलवार की धार---
 इस बार चुनाव जीतना आसान नजर नहीं आता। क्योंकि अब तक पार्षदों के सहारे नैया पार होती रही है किंतु इस बार प्रधान को पार्षद नहीं बनाएंगे। उन्हें तो सीधे ही वोट मिलेंगे।
समय लग सकता है चुनाव होने में-
नगर पालिका के चुनाव लडऩे वाले अंदर खाते मतदाताओं के मन को टटोल रहे हैं। यदि मतदाता उनको अच्छा रिस्पांस देते हैं तो भी अपने उम्मीदवारी पक्की समझ रहे हैं। अभी से ही मतदाताओं से वोट देने की हां या ना करवा रहे हैं। चुनावों में लग सकता है समय। ऐसे भी कहते सुने  हैं कि मेरे लिए प्रधान पद के वोट दिलवा दो मैं तुम्हें पार्षद या  तुम्हारे द्वारा अनुमोदित पार्षद को अपने क्षेत्र के वोट दिलवा दूंगा। तेजी से आपसी गठबंधन बनता जा रहा है और रातों-रात चुनाव लडऩे वाले आगे आ रहे हैं। 13 वार्डों में 13 पार्षद चुने जाने है लेकिन कुछ वार्डों में चुनाव लडऩे वाले मौन नजर आ रहे हैं।
सक्रिय भूमिका निभाएगा मोहल्ला मोदीका--
मोहल्ला मोदीका से किसी भी पूर्व पालिका योजना में कोई प्रत्याशी पार्षद या प्रधान पद पर नहीं रहा। हर बार इस मोहल्ले को आश्वासन मिलता रहा है कि अगली योजना में तुम्हारे क्षेत्र का एक प्रतिनिधि चुनने में हम मदद करेंगे। यह बात सज्जन सिंह बोहरा ने यहां विभिन्न घरों में जाकर आयोजित बैठक में बताई है। ऐसे में इस बार मोहल्ला मोदीका से कम से कम एक प्रत्याशी प्रधान पद के लिए तथा एक प्रत्याशी पार्षद चुनाव के लिए खड़ा होगा। आगामी रणनीति बनाई जा रही है सज्जन सिंह बोहरा प्रमुख भूमिका निभाते हुए हर वार्ड से एक-एक पार्षद खड़ा करने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने इस पत्रकार को बताया कि इस बार मौका नहीं चूकने देंगे। हर बार जो भी वार्ड एक से प्रत्याशी बना है वह यह आश्वासन देकर मोहल्ले से वोट ले चुका है कि अगली बार तुम्हारे क्षेत्र से किसी प्रतिनिधि को हम चुनाव में खड़ा होने पर वोट देंगे। अब वो समय आ गया है। ऐसे में इस बार इस मोहल्ले के लोग भी आश्वस्त हैं और चुनाव में सक्रिय भागीदारी निभाएंगे। अब ऐसे सशक्त प्रत्याशी की तलाश जारी है किंतु प्रधान पद के लिए सज्जन सिंह बोहरा पहले ही आगे आ चुके हैं। अब तक चार लोगों के नाम सामने आये हैं।
चुनाव जून में या फिर सितंबर में-
सरकार के रुख से स्पष्ट होता है कि चुनाव या तो जून में कराए जाएंगे वरना फिर सितंबर माह या इसके बाद होंगे। बहरहाल मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन होने वाला है। इसके बाद ही पता चल पाएगा कि चुनाव कब होंगे। जून माह के बाद मानसून शुरू हो जाता है जिसके बाद ही चुनाव संभव हो पाएंगे। अगर जून माह में चुनाव नहीं हो पाएंगे तो पालिका का कार्यभार किसी प्रशासनिक अधिकारी के पास होगा।

No comments: