नौतपा की मौसम ने बना डाली पींग
-25 मई से 2 जून का समय है नौतपा, इसमें घटेगा ताप
******************************************************
*****************************************************
********************************************************
कनीना की आवाज। गर्मियों में 25 मई से दो जून तक का समय नौतपा अर्थात नौ दिनों तक सूर्य की तपन बढऩे का होता है किंतु इस बार मौसम में बदलाव ने 25 मई से नौतपा की पींग बना दी है। आए दिन बारिश, अंधड़, बादलाई होने से उस कष्टमय गर्मी से राहत मिलने के आसार बन गये हैं। नौतपा के दो दिन बीत चुके हैं और दो दिनों में मौसम ठंडा रहा है।
नियमानुसार नौतपा के दिनों में सूर्य की किरणें धरती पर सीधी पड़ती हैं तथा सूरज धरती के पास से गुजरता है जिसके चलते गर्मी पड़ती है किंतु इस बार मौसम ने नौतपा को तड़पा दिया है। नौतपा इंसानों को सताता किंतु मौसम बारिश से खुशगवार बन गया वहीं नौतपा की रेल बना डाली है।
पहाड़ की 165 मीटर की ऊंचाई पर जाने पर 1 डिग्री तापमान कम हो जाता है। अगर गर्म प्रदेश से हवा आ रहीं हैं तो तापमान और बढ़ेगा। कारखानों, वाहनों के अधिक होने वाले क्षेत्र में गर्मी ज्यादा होगी। समुद्र के आसपास वाले क्षेत्र में तापमान अधिक नहीं होता है क्योंकि पानी देर से गर्म होता है देर से ठंडा होता है। इसलिये समुद्र के आस-पास के क्षेत्र में न अधिक गर्मी पङ़ती है न अधिक ठंड पङ़ती है। सूर्य की परिक्रमा करती पृथ्वी से देखने पर सूर्य के पीछे रोहिणी नक्षत्र आ जाता है। 365 दिन में पृथ्वी की परिक्रमा अवधि के कारण सूर्य के पीछे रोहिणी नक्षत्र आना एक खगोलीय घटना है। लगभग इन दिनों हर साल गर्मी पडऩे की घटना होती है। नौतपा में ही निर्जला एकादशी का पर्व आता है।
सावधानियां-
यदि नौतपा में लू का प्रकोप होता है तो आप खाली पेट घर से बाहर न निकले। सिर को कपड़े से ढक कर बाहर जाये। भोजन में प्याज का सेवन करे। दिन में अधिक पानी का सेवन करे। नींबू का सेवन भी अधिक से अधिक करे।
गर्मी की छुट्टियों में 1 दिन मोबाइल से व्रत रखना होगा
-रसोई के मसाले सूंघने होंगे
***********************************************
*************************************************
****************************************
संवाद सहयोगी,कनीना। एक जून से 30 जून तक होने वाली एक माह की छुट्टियों को विद्यार्थियों के लिए 4 सेक्शन में बांटा गया है।
हरियाणा के सरकारी प्राइमरी स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों को गर्मी की छुट्टियों में भारी भरकम होमवर्क से मुक्ति देने की तैयारी है। शिक्षा विभाग ने कुछ पॉइंट्स तैयार किए हैं। इसके तहत होमवर्क में निबंध, सुलेख, पहाड़े, गिनती दिखने लिखने-रटने के बजाय एक्सपीरियंस लर्निंग पर जोर दिया हैै।
यह लर्निंग घर पर परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर लेनी हैं। एक माह की छुट्टियों को 4 सेक्शन में बांटा गया है। इनके अनुसार, बच्चों को छुट्टियों में खाना खाते समय टीवी, मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करना है। एक दिन मोबाइल से व्रत रखना (इस्तेमाल नहीं करना) है। परिवार के सदस्यों के 10 मोबाइल नंबर याद करने हैं।
बच्चों को अपने दादा-दादी, नाना-नानी से पूछना है कि उनके विवाह में कौन सी मिठाई बनी थी। अपने शहर का नाम, पिन कोड पता करना है। रसोई के मसालों को छूकर व सूंघकर देखना है। बच्चों के परिजनों से टीचर्स बीच-बीच में फीडबैक लेंगे।
इसके लिए टीचर्स को बाकायदा ट्रेनिंग दी जा रही है। छुट्टियों में दादा-दादी, नाना-नानी, माता-पिता व परिवार के बड़े सदस्य बच्चों के मेंटर की भूमिका में होंगे। बता दें कि स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां सरकारी स्कूलों में 1 जून से होंगी।
प्रदेश में सरकारी प्राइमरी स्कूलों में करीब 11 लाख बच्चे पढ़ते हैं। शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर का कहना है कि विद्यार्थी गर्मियों की छुट्टियों में इस बार घर पर परिजनों के बीच रहकर ऐसी एक्टिविटी करेंगे, जिससे वे बहुत कुछ सीखेंगे।
मूंग, उड़द, चना दाल को अंकुरित कर रोज फोटो लेंगे।
आम, नीम, जामुन, ईमली, लीची की गुठलियों को उगाना है।
खेत, क्यारी, गमले में मक्की, भिंडी, घीया, तोरी के बीज लगाएंगे। पौधे की लंबाई नापेंगे। गमलों में पानी डालेंगे। पौधे की देखभाल करेंगे।
खरबूजे, तरबूज के बीजों को निकालकर साफ करेंगे। उनकी गिनती करेंगे।
तीन पहेलियां याद करेंगे। इन्हें अपनी उम्र के बच्चों से पूछेंगे।
फैमिली मेंबर्स के जूतों के नंबर लिखना। परिवार के 10 सदस्यों के मोबाइल नंबर याद करना।
रसोई के मसालों को छूकर-सूंघकर देखेंगे...
रसोईघर की हर जानकारी जुटाएंगे। जैसे-बर्तनों के नाम, संख्या, आकार, धातू, उपयोग के बारे में लिखना। आटा, नमक, दाल आदि की जानकारी लेना।
रसोई के मसाले, दाल अन्य खाद्य सामग्रियों के नाम लिखना। उन्हें छूकर और सूंघकर देखना।
अखबार, टीवी आदि से नहाने के साबुन के नाम, रिफाइंड तेल, पेय पदार्थ आदि के नाम लिखना।
घर में रखी वस्तुओं की सूची बनाएंगे। घर में रोजाना कितने घंटे पंखा चलता है। रिकॉर्ड रखेंगे।
भोजन करते समय टीवी, मोबाइल का प्रयोग न करना। मोबाइल से एक दिन परहेज करना।
सेक्शन-सी: दादा-दादी से पूछेंगे-शादी में क्या मिठाई थी
परिवार के साथ समय बिताना होगा। दादा-दादी, नाना-नानी के साथ फैमिली ट्री बनाना।
दादा-दादी, नाना-नानी के पांव दबाना, उनके साथ खेलना।
एक प्रार्थना याद करना, भजन, शबद या धार्मिक गीत याद करना।
5 चुटकुले याद करना, सुनाना, सांप-सीढ़ी, लूडो, कैरम खेलना।
सुबह जल्दी उठना, बिस्तर तह करना, योग करना सीखना।
3 मिनट में एक नल से कितना पानी आता है, यह लिखना।
पूरे परिवार के सदस्यों की लंबाई व भार मापना।
दादा-दादी, नाना-नानी की शादी में कौन सी मिठाई बनी थी, उनसे चर्चा कर वीडियो बनाना।
सेक्शन-डी: अखबारों से प्लेयर्स की तस्वीरें एकत्रित करेंगे...
समाचार पत्रों से विद्यार्थी खिलाडिय़ों की तस्वीरें एकत्रित करेंगे। उनके नाम और खेल के बारे में जानकारी हासिल करेंगे।
स्कूटर, कार, बाइक रोजाना कितनी चलती है, उसके एक माह का तेल का रिकॉर्ड रखेंगे।
कितनी देर मोबाइल का प्रयोग किया, टीवी कितनी देर देखा।
घर से पार्क, मंदिर, दुकान, स्कूल कितनी दूर है, रोजाना कितने कदम चलते हैं, इसका रिकॉर्ड रखना होगा।
छुट्टियों में की गई यात्रा का विवरण, कहां-कहां गए।
डाकघर, बैंक, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, सब्जी मंडी व अनाज मंडी का भ्रमण करना।
सूक्ष्म सिंचाई परियोजना से सिंचित होगी दक्षिणी हरियाणा की प्यासी धरती : मुख्यमंत्री
-मुख्यमंत्री ने सतनाली में 8.53 करोड़ की दो विकास परियोजनाओं की दी सौगात
जनसंवाद कार्यक्रम के अंतिम दिन मुख्यमंत्री ने राजकीय पशु अस्पताल का किया उद्घाटन, सूक्ष्म सिंचाई परियोजनाओं का किया शिलान्यास
-सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव की भी रहे मौजूद
*******************************************************************
*************************************************************************
******************************************************************
कनीना की आवाज। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शुक्रवार को अपने महेंद्रगढ़ जिला के दौरे के अंतिम दिन गांव सतनाली में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में करीब 8.53 करोड़ रुपये की दो महत्वकांक्षी परियोजनाओं की सौगात दी। मुख्यमंत्री ने सतनाली में सामुदायिक केंद्र परिसर में आयोजित कार्यक्रम में 4 गांवों के लिए 8.21 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित होने वाली सूक्ष्म सिंचाई परियोजना का शिलान्यास किया। साथ ही 32.35 लाख रुपए की लागत से नव निर्मित राजकीय पशु अस्पताल भवन का लोकार्पण कर ग्रामीणों को समर्पित किया।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा सरकार ने पिछले कुछ सालों में सूक्ष्म सिंचाई पर खास काम किया है। इससे भू-जल संरक्षण में भी काफी सहयोग मिला है। यह योजना किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि दक्षिणी हरियाणा की प्यासी धरती को सिंचित करने की दिशा में सरकार अनेक परियोजनाओं को बढ़ावा दे रही है, ताकि इस क्षेत्र में पानी की समस्या का स्थाई समाधान हो सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना को आगे बढ़ाने के लिए बजट 2023-24 के लिए अटल भूजल योजना के तहत पानी की कमी वाले खंडों को चिन्हित करके वहां के गांवों में एक हजार पीजोमीटर लगाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि इस साल 2.5 लाख एकड़ कृषि क्षेत्रफल को भी सूक्ष्म सिंचाई पद्धति से जोडऩे की योजना है, इसके लिए 4 हजार ऑन-फार्म वाटर टैंक का भी निर्माण करवाया जाएगा। वर्षा जल संचयन के लिए भी विभिन्न ढांचों के निर्माण की विशेष कार्य योजना तैयार की गई है, जिससे भू जल स्तर में सुधार होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पशु स्वास्थ्य देखभाल तंत्र प्रदान करने के लिए राज्यभर में छोटे-बड़े पशु चिकित्सा संस्थान खोले जा रहे हैं। प्रति वर्ष पशु पालकों और ग्रामीणों की मांग अनुरूप अधिक पशु चिकित्सा संस्थान खोले जा रहे हैं। सतनाली में नवनिर्मित पशु अस्पताल भी उनमें शामिल किया गया है, ताकि पशुपालकों को उनके घर द्वार पर गुणवत्तापूर्ण पशु चिकित्सा सेवाएं मिल सकें।
इस अवसर पर जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बनवारी लाल, सांसद श्री धर्मबीर सिंह, पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो रामबिलास शर्मा, मुख्यमंत्री के ओएसडी श्री जवाहर यादव, उपायुक्त मोनिका गुप्ता, एसपी विक्रांत भूषण सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 12: सतनाली में मुख्यमंत्री संबोधित करते हुए।
सड़कों के नवनिर्माण कार्य में लाई जाएगी तेजी- मुख्यमंत्री
महेंद्रगढ़ के गांव बवानिया में मुख्यमंत्री ने किया ग्रामीणों से संवाद
परिवार पहचान पत्र से लोगों को घर बैठे मिल रहा सरकारी योजनाओं का लाभ- मनोहर लाल
************************************************************************
****************************************************************************
**********************************************************************
कनीना की आवाज। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि जनमानस को बिजली, पानी, सडक़, चिकित्सा व स्वास्थ्य आदि मूलभूत सेवाएं उपलब्ध करवाना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। सड़कों के नवनिर्माण के लिए प्रदेश की सभी विधानसभाओं में 25-25 करोड़ रुपये की राशि दी गई है। सड़कों के जीर्णोद्वारा का कार्य और तेज गति से किया जाएगा।
मुख्यमंत्री आज महेन्द्रगढ़ के गांव बवानिया में जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों से संवाद कर रहे थे। इस दौरान ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री का पगड़ी पहनाकर सम्मान किया।
मुख्यमंत्री ने लोगों से बातचीत करते हुए कहा कि सभी सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाएं, बीपीएल कार्ड, आयुष्मान योजना, वोटर कार्ड आदि लगभग सभी योजनाएं पीपीपी के साथ में जोड़ दी गई हैं। उन्होंने कहा कि सरकार बिना किसी भेदभाव के विकास कार्य कर रही है। अधिकतर सेवाएं ऑनलाईन होने से लोगों को सरकारी कार्यालयों के चक्कर नहीं काटने पड़ते। इसलिए इस गांव में भी यदि किसी का परिवार पहचान पत्र नहीं बना है, तो वे तुंरत बनाएं। इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस कार्य के लिए गांव में शिविर लगाया जाए।
आयुष्मान योजना अंत्योदय परिवारों के लिए साबित हो रही जीवनदायिनी---
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने आयुष्मान और चिरायु हरियाणा योजना के बारे फीडबैक लिया तो उपस्थित लोगों ने कहा कि ये योजनाएं अंत्योदय परिवारों के लिए जीवनदायिनी साबित हो रही हैं। एक लाभार्थी राजबीर ने मुख्यमंत्री को बताया कि उन्होंने चिरायु योजना के माध्यम से अपना ईलाज करवाया है, यदि उनके पास चिरायु कार्ड नहीं होता तो यह आप्रेशन करवाना उसके लिए असंभव था। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार प्रकट किया। इस पर मुख्यमंत्री ने बताया कि गांव बवानिया के 55 लोगों ने अब तक चिरायु कार्ड के तहत विभिन्न बिमारियों का उपचार करवाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार मैरिट व पारदर्शिता के साथ सरकारी नौकरियां दे रही है। गांव बवानिया में 120 युवाओं को नौकरी मिल चुकी हैं। इसी प्रकार से परिवार पहचान पत्र के आधार पर 446 लोगों को पेंशन मिल रही है।
मुख्यमंत्री ने महिलाओं से किया स्वयं सहायता समूह बनाकर स्वरोजगार अपनाने का आह्वान--
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान मौजूद महिलाओं से भी संवाद किया और आह्वान किया कि वे स्वयं सहायता समूह बनाकर स्वरोजगार अपनाएं। उन्होंने कहा कि गांव खुडाना में करीब एक हजार 86 एकड़ में बनने वाले आईएमटी के आस-पास सिलाई केंद्र, मोटे अनाज के उत्पाद आचार व अन्य लघु उद्योगों की अपार संभावनाएं हैं। महिलाएं स्वयं सहायता समूह बनाकर इसका लाभ उठा सकती हैं। इस दौरान गांव बवानिया की एक महिला ने मुख्यमंत्री को बताया कि गांव में 12 स्वयं सहायता समूह हैं, जिससे 114 परिवार जुड़े हुए हैं।
बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने वाले छात्रों को मुख्यमंत्री ने किया सम्मानित-
मुख्यमंत्री ने बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने वाले छात्रों को भी सम्मानित किया। 6 छात्रों में से 5 छात्राएं देखकर मुख्यमंत्री ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान सफल हो रहा है। आज बेटियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने विभिन्न दिव्यांगजनों को व्हील चेयर वितरित की।
इस अवसर पर जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बनवारी लाल, सांसद श्री धर्मबीर सिंह व पूर्व शिक्षा मंत्री श्री राम बिलास शर्मा, बीजेपी जिला अध्यक्ष दयाराम यादव, उपायुक्त मोनिका गुप्ता, पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण सहित अन्य गणमान्य मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 9 से 11: बवानिया गांव में मुख्यमंत्री के जन संवाद सं संबंधित हैं।
अंधड़ ने पहुंचाया फसलों एवं पेड़ों को भारी नुकसान
-वही ओलावृष्टि से हुआ कपास की फसलों को नुकसान
**************************************************
********************************************************
**************************************************
कनीना की आवाज। गुरुवार की शाम को आए अंधड़, ओलावृष्टि और बारिश ने न केवल हरे चारे वाली फसलों को अपितु कपास की फसल को नुकसान पहुंचाया। वहीं भारी संख्या में सड़क किनारे पर टूट कर गिर गए जिसके कारण कुछ समय के लिए यातायात प्रभावित हुआ। बाद में पेड़ों को काटकर रास्ता साफ कर दिया गया।
मिली जानकारी अनुसार विगत 2 दिनों से कनीना क्षेत्र में भारी अंधड़ और बारिश आ रही है। जहां 25 एमएम बारिश हुई वहीं ओलावृष्टि से कपास की फसल का नुकसान हुआ है जो कि कपास की फसल अभी छोटी थी। किसान अपनी कपास की फसल के बारे में बताते हैं कि अभी फसल छोटी थी ओलावृष्टि से नुकसान हो गया है। यही नहीं उनकी चारा देने वाली फसलें भी गिर गई है। उधर किसानों के खेतों में भारी संख्या में पेड़ टूट कर गिर गए। सड़क मार्ग को नहर के किनारे तथा किसानों के खेतों में अनेकों पेड़ टूट कर गिर है। यहां तक कि छितरौली के स्कूल में दीवार पर ही पेड़ गिर जाने से पानी की टंकी एवं दीवार को भी नुकसान हुआ है। जहां अंधड़ के कारण भारी नुकसान हो रहा है वही आवागमन में परेशानी हो रही है। बारिश इतनी तेज थी कि देखते-देखते खेत और रास्तों में पानी जमा हो गया।
वर्षा एवं अंधड़ का से हुआ फसलों को नुकसान-
गुरुवार शाम के लगभग साढ़े 6 बजे अचानक आई भारी ओलावृष्टि के कारण गांव सेहलंग, पोता, नौताना, बसई गांवों में किसानों की कपास तथा चरी की फसलें नष्ट हो गई। इस सम्बन्ध में अतरलाल एडवोकेट ने उक्त ओला प्रभावित गांवों का दौरा कर फसल नुकसान का जायजा लेने के बाद कहा कि अचानक तेज ओलावृश्टि के कारण सेहलंग, नौताना, पोता तथा बसई गांव के किसानों की अगेती तथा पछेती कपास की फसल बिल्कुल नष्ट हो गई है। किसानों ने कपास कि फसल में काफी खर्चा लगाकर तथा मेहनत कर कपास की फसल बोई थी परन्तु ओलावृष्टि के कारण किसानों की सभी आशाएं टूट गई हैं। उन्होंने उपमंडल अधिकारी (ना.), उपायुक्त तथा राज्य सरकार से तत्काल प्रभावित गांवों की विशेष गिरदावरी करवाकर प्रभावित किसानों को मुआवजा देने की मांग की है।
फोटो कैप्शन 06: ओलावृष्टि से फसलों में हुए नुकसान का जायजा लेते बसपा नेता अतरलाल।
फोटो कैप्शन 07: सड़क पर अंधड़ से गिरा पेड़।
एनसीइआरटी की पुस्तकें ही सर्वश्रेष्ठ-रवि कुमार
******************************************
************************************************
कनीना की आवाज। मॉडल संस्कृति स्कूल के प्राचार्य रवि कुमार यादव ने कहा कि आज के प्रतिस्पर्धा के युग में विद्यार्थियों को छठी कक्षा से ही एनसीईआरटी की पुस्तकों का अध्ययन करना होगा तभी वे सही लक्ष्य की तरफ अग्रसर हो सकेंगे क्योंकि सही और सटीक अध्ययन करने के लिए मानक पाठ्य सामग्री इन्हीं पुस्तकों में उपलब्ध है रवि यादव ने विद्यार्थियों को इतिहास व भूगोल के विविध अध्याय समझने के लिए महत्वपूर्ण सूत्र बताएं।
श्री यादव आज राजकीय कन्या उच्च विद्यालय कनीना में बच्चों को विस्तार भाषण दे रहे थे इस अवसर पर मॉडल संस्कृति के वरिष्ठ प्राध्यापक नरेश कुमार यादव ने कहा कि हिंदी के शुद्ध उच्चारण से विद्यार्थी अपने जीवन में श्रेष्ठ वक्ता होने का लाभ पा सकते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को हिंदी वर्तनी का ज्ञान दिया तथा बताया कि किस तरह से व्याकरण का अच्छा ज्ञान उन्हें अच्छा वक्ता बना सकता है विद्यालय के मुख्याध्यापक नरेश कुमार कौशिक ने आए हुए दोनों वक्ताओं का धन्यवाद किया। इस अवसर पर वरिष्ठ शिक्षक राजेश शास्त्री ,संदीप कुमार ,राकेश कुमार डीपी ,कश्मीरी निंबल ,सुनीता बहरा ,कैलाश चंद्र बंसल ,शीला देवी ,रूबी यादव ,मुख्य शिक्षक बस्तीराम ,शुभ कुमारी ,रेखा कुमारी ,दुलीचंद ,तेजपाल सहित समस्त स्टाफ सदस्य उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 02: एससीइआरटी की पुस्तकों का अध्ययन करने की बात कहते हुए प्रवक्ता माडल स्कूल।
गांव के 67 लोगों को मिली राज्य और केंद्र सरकार में नौकरी
-समय सिंह कोका पहुंचा मुख्यमंत्री के पास
*********************************************
***********************************************
*********************************************
कनीना की आवाज। कनीना उप-मंडल के गांव कोका निवासी समय सिंह एक बैनर बनवा कर मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार मनोहर लाल खट्टर के समक्ष शुक्रवार को महेंद्रगढ़ जिला में संवाद दौरान पहुंचा। वो किसी पार्टी से संबंध नहीं रखता। बैनर पर उन्होंने लिखवा रखा था कि बिना खर्ची और प्रतीक 67 युवाओं को 2014 से अब तक 9 सालों में पक्की नौकरियां मिली है।
उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए एक लिस्ट सौंपी जिसमें 67 व्यक्तियों के नाम थे। ये युवा हरियाणा पुलिस, ग्रुप-डी, क्लर्क हरियाणा इंस्ट्रक्टर, स्वास्थ्य विभाग, जेई रेलवे आरपीएफ, सेना, यूपी पुलिस, एयरफोर्स, नेवी, डाक विभाग दिल्ली पुलिस, एमबीबीएस डॉक्टर आदि करने वाले हैं। उन्होंने खुशी जाहिर की कितनी नौकरियां पहली बार उनके गांव में नौ वर्षों में मिली है।
फोटो कैप्शन 4: 67 नौकरियां मिलने के बैनर सहित समय कुमार मुख्यमंत्री समक्ष पेश होते हुए।
वीर सावरकर की 140वीं जन्म जयंती पर उन्हें याद किया
*****************************************
************************************************
कनीना की आवाज। क्रांति की सतत ज्वाला, महान क्रांतिकारी स्वतन्त्रता सेनानी ,समाज सुधारक , राष्ट्रवादी नेता क्रांतिकारी विचार इनमें से वीर विनायक दामोदर सावरकर को किसी भी एक परिभाषा में नहीं बांधा जा सकता। ये विचार राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय महेंद्रगढ़ में वीर सावरकर की 140वीं जन्म जयंती पर उन्हें याद करते हुए विद्यालय के प्राचार्य कैलाश पाली ने कही उन्होंने कहा सावरकर ने भारत की सुसुप्त युवा शक्ति को जागृत किया युवाओं के मन में क्रांतिकारी विचार भरे और उन्होंने यह सिद्ध किया कि 1857 की क्रांति कोई विद्रोह नहीं एक सुनियोजित देश भक्तों द्वारा देश को आजाद कराने के लिए कि गई क्रांति थी 1905 में लंदन में पढ़ते हुए उन्होंने क्रांतिकारियों की गीता भारत का स्वतंत्र समर 1857 लिखी जिसे पढ़कर अनेक क्रांतिकारी देश की आजादी के आंदोलन में कूद पड़े मदन लाल धींगरा, सरदार भगत सिंह चंद्रशेखर आजाद जैसे युवा मन भारत मां पर अपने प्राण न्यौछावर करने के लिए आगे आए 1912 से 1921 तक उन्हें अंग्रेजों ने काला पानी की सेल्यूलर जेल में रखा उनसे कोल्हू चल वाया जाता था वीर सावरकर जेल की दीवारों पर कील से आजादी के तराने लिखते थे 10 साल तक उन्हें कठोर कारावास दिया गया ऐसे पहले क्रांतिकारी थे जिन्हे एक अपराध के बदले दो सजाएं मिली परंतु भारत मां के इस वीर सपूत ने हार नहीं मानी और वे निरंतर अंग्रेजों के दमन के खिलाफ अपनी लेखनी का उपयोग करते रहे उनमें अद्वितीय संगठन शक्ति थी और समय-समय पर वे युवाओं के संगठन बनाते रहते थे जो देश की आजादी में अपना योगदान देते थे। पाली ने कहा कि ऐसे क्रांतिकारियों को इतिहास की गर्त खो दिया गया हमें उन्हें कभी नहीं भूलना चाहिए और उनसे प्रेरणा लेकर भारत को परम वैभव पर ले जाने का स्वपन साकार करना चाहिए इस अवसर पर विद्यालय के प्रवक्ता बादाम सिंह हंसराज पूजा अंजू प्रेमवती रामकिशन सहित सभी छात्र छात्र छात्राएं उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 03: वीर सावरकर को याद करते कैलाश पाली।
पर्यावरण के संबंध में किया जागरूक
*************************************
*******************************************
कनीना की आवाज। कोसली रोड स्थित आरकेवाई स्कूल में पर्यावरण से संबंधित एक सेमिनार का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि वन विभाग से संदीप सिंह और नरेंद्र रहे। उन्होंने स्वच्छ पर्यावरण को बरकरार रखने के लिए 5 स्टार ग्रीन हाउस के बारे में बच्चों को अवगत कराया। उन्होंने बच्चों से संकल्प लिया कि वे अपने घर में जल संरक्षण का उपाय करेंगे, घर में पेड़ -पौधे लगाएंगे और पशु- पक्षियों का ध्यान रखेंगे। उनके दिशा निर्देशों के आधार पर सभी बच्चों ने एक पेड़ अपने जन्मदिन पर लगाने का और उसकी देख-रेख करने का प्रण किया। इस अवसर पर संचालक महोदय सुरेश कुमार ,राज कुमार , प्रधानाचार्या सत्येंद्रा यादव, शैक्षणिक प्रमुख नरेंद्र यादव और हेड मास्टर सतीश कौशिक उपस्थित रहें।
फोटो कैप्शन 5: पर्यावरण की शपथ लेते आरकेवाई स्कूल के विद्यार्थी।
कनीना क्षेत्र में भी 25एमएम हुई बारिश
- बाजरे की बिजाई में लगे किसान
***************************************
*****************************************
********************************************
कनीना की आवाज। कनीना और आसपास क्षेत्रों में बीती गुरुवार की रात को जमकर बारिश हुई। कुछ जगह ओलावृष्टि हुई वही। बारिश के चलते किसानों में खुशी की लहर दौड़ आई है। विगत वर्ष की भांति इस बार भी जल्दी बारिश हो चुकी है। अभी मौसम विभाग और बूंदाबांदी की संभावना जता रहा है। किसान बाजरे की बिजाई में लग गये हैं।
इस संबंध में पूर्व कृषि विशेषज्ञ डा. देवराज यादव ने बताया कि यह समय बिजाई के लिए अनुकूल है। जून माह के प्रथम सप्ताह में अक्सर बिजाई की जाती है। इस वक्त बीजाई कर देने से अगेती फसल बेहतर हो पाएगी और भावी पसल के लिए समय भी बच पाएगा जिसके चलते किसान यह पैदावार भी ले सकते और रबी फसल की बिजाई भी समय पर कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि बाजार में अनेकों वैरायटी बाजरे की आई हुई है जो उगाई जा सकती है। वैसे भी इस वक्त खेतों में कपास और चारा देने वाली फसलें खड़ी हुई है जिन पर भी अब आ गई है। किसान खुश है तथा अपनी खरीफ फसल की बिजाई की तैयारियों में लग गए हैं।
फिर हुई सड़कों कह बदहालात
-25 एमएम बारिश ने किया परेशान
***********************************
****************************************
**************************************
कनीना की आवाज। कनीना और आसपास क्षेत्रों में गुरुवार की रात को जमकर बारिश होने के बाद सबसे खराब हालात वाली सड़क कनीना -महेंद्रगढ़ की हो गई है। सड़क फिर से गड्ढों युक्त हो गई है। गंदा पानी सड़क पर खड़ा है वही जोहड़ों में भी लबालब पानी भरा हुआ है। पहली बारिश में ही जोहड़ों को लबालब भर दिया है। जोहड़ों का पानी आसपास फैल गया है। बाबू वेदप्रकाश नेता के घर और उनके आसपास करीब 6 घरों की दीवारों के आसपास पानी खड़ा हो गया है जब जब बारिश होती है इस जगह भारी पानी खड़ा हो जाता है। आवागमन गंदे पानी से होकर करना पड़ता है। रेवाड़ी सड़क मार्ग से अटेली सड़क मार्ग को जोडऩे वाला नहर के रास्ते से सबसे छोटा रास्ता होता है। इसमें जगह.जगह गंदा पानी खड़ा हो गया है आवागमन में दिक्कत आ रही है। कनीना महेंद्रगढ़ सड़क मार्ग की हालत उन्हाणी मोड़ तक बहुत बुरी हो चली है। पहले यह मार्ग जर्जर था जिसको लेकर बार-बार आंदोलन हुआ है। यद्यपि सड़क निर्माण कार्य जल्द ही होने की उम्मीद है किंतु वर्तमान परिस्थितियों में सड़क मार्ग से गुजर पाना बहुत कठिन हो गया है। कोई भी बड़ी दुर्घटना किसी समय भी घट सकती है। कनीना क्षेत्र से गुजरने वाले विनोद कुमार, नरेश कुमार, महिपाल सिंह आदि ने बताया गड्ढों के हालात इस कदर बदहाल बन गई है कि दुपहिया वाहन से आने जाने में डिस्क की प्रॉब्लम भी बन गई है। वही वाहन गंदे पानी के छींटे मारते हुए गुजर रहे हैं। सड़क मार्ग को फोरलेन का बनाए जाने की बार-बार बात उठती है किंतु अभी तक इस पर किस प्रकार का निर्माण कार्य नहीं शुरू हो पाया है। यह सड़क मार्ग पीडब्ल्यूडी बी एंड आर विभाग द्वारा पूरी की जानी है किसके लिए विगत दिनों जहां पैमाइश भी की गई थी और जल्दी सड़क पर काम शुरू होने की बात कही गई है । परंतु अभी तक कोई कार्य शुरू नहीं हुआ है।
क्या कहते उधर से गुजरने वाले-
उधर से गुजरने वाले लोगों से सड़क मार्ग पर चर्चा की गई-
सुमेर सिंह का कहना है कि इस सड़क मार्ग से गुजरना खतरे से खाली नहीं है। महेंद्रगढ़-कनीना सड़क मार्ग बदहालात में है कि लोग इधर से गुजर कर पछताते हैं। वाहन में टूट फूट होती है वहीं दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहता है।
कुलदीप कुमार बताते हैं यही एक प्रमुख सड़क मार्ग है जिसकी सबसे अधिक जरूरत होती है। क्योंकि कनीना से नारनौल, अटेली, महेंद्रगढ़ चरखी दादरी, भिवानी जाने के लिए इसी मार्ग का सहारा लेना पड़ता है और यह अति जर्जर हो चला है।
मुकेश नंबरदार कनीना का कहना है कि यह सड़क मार्ग इस कदर बदहाल हो चला है कि पैदल चलना भी कठिन है। दुपहिया और चार पहियों के वाहनों से गुजरना और भी कठिन बन गया है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इस सड़क मार्ग को पूरा किया जाए।
दिनेश कुमार का कहना है कि यह सड़क खेतों में जाने वाले किसानों के लिए बेहद जरूरी है। किसान बेहद परेशान होकर इधर उधर से गुजरते हैं। अपने ट्रैक्टर एवं ट्रालियां, अपनी गाडिय़ों से चलते हैं। उन्हें हर कदम पर झटके लगते हैं। इस मार्ग की सुध लेने की बात की है।
फोटो कैप्शन 03: कनीना-महेंद्रगढ़ सड़क मार्ग की बदहालात
05:नहर के साथ छोटे मार्ग पर जमा पानी
04: वेद प्रकाश बाबू के पास जोहड़ों का बंदा जामा पानी।
साथ में कुलदीप, सुमेर, मुकेश नंबरदार।
पब्लिक प्रोसीक्यूटर के पद पर चयन होने पर किया सम्मान
*********************************************
***************************************************
*********************************************
कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव धनौन्दा की निवासी रविता पत्नी कुलदीप का संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में सरकारी अभियोजक ;पब्लिक प्रोसीक्यूटर के पद पर चयन होने पर इलाके के गांवों में भारी खुशी है। इस क्रम में प्रजा भलाई संगठन के तत्तवावधान में गांव में सम्मान समारोह आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि अतरलाल एडवोकेट ने इलाके की तरफ से रविता को शाल ओढ़ा कर तथा स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया। समारोह की अध्यक्षता मुख्याध्यापक सूरत सिंह ने की।
समारोह को सम्बोधित करते हुए अतरलाल ने कहा कि रविता ने सरकारी अभियोजक के पदों के लिए संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा पास करके पूरे महेन्द्रगढ़ जिला का नाम रोशन किया है। रविता ने सम्मान समारोह आयोजित करने के लिए ग्रामीणों तथा प्रजा भलाई संगठन का धन्यवाद करते हुए युवाओं से मेहनत तथा लग्न से अपना लक्ष्य प्राप्त करने की अपील की। उन्होंने युवाओं से अपने माता.पिता तथा अध्यापकों का कहना मानने तथा नशा के खिलाफ अभियान चलाने का आह्वान किया। इस अवसर पर खरकड़ा बास गांव निवासी मुख्याध्यापक किशनलाल अनेक शिक्षाविद् तथा गणमान्यों ने रविता को पगड़ी पहनाकर तथा उपहार देकर सम्मानित किया। मुख्याध्यापक सूरत सिंह ने रविता के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए युवाओं से उनकी सफलता से सीख लेने की अपील की। इस दौरान मुरलीधर, मदनलाल, कैलाश सेठ, भाग सिंह चेयरमैन, किशनलाल, पवन, नरेन्द्र आदि अनेक मौजीजान उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 06: रविता को सम्मानित करते मुख्य अतिथि अतरलाल।स्र
आंधी तूफान औरओलावृष्टि में भी लोग रहे धरने स्थल पर मौजूद*
************************************************************
***************************************************************
कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग पर बाघोत एवं सेहलग के बीच कट की मांग को लेकर ग्रामीणों का धरना 75वें दिन भी जारी रहा। धरने की अध्यक्षता अध्यक्षता दाताराम भागवत ने की।
संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन नौताना ने बताया आंधी तूफान और ओलावृष्टि के कारण किसानों की खेती मैं काफी नुकसान हुआ और इस भारी ओलावृष्टि में भी लोग धरने पर मौजूद रहे बुजुर्गों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। चेयरमैन ने बताया कि सरकार हमारे सेहलंग बागोत कट का निर्माण कार्य जल्दी शुरू करें । जब तक कट का कार्य शुरू नहीं होगा तब तक हम लोग धरने पर ऐसे ही बैठे रहेंगे । इस मौके पर सतनारायण साहब, पार्षद लीलाराम ;जगदीश प्रसाद; पूर्व सरपंच सतवीर; नरेंद्र शास्त्री; वेद; पूर्व सरपंच।
हंसराज ;मनोज यादव; हेमराज साहब; डॉ लक्ष्मण; सतपाल पोता ;कृष्ण बीज भंडार; मास्टर धर्मपाल ;सूबे सिंह पूर्व सरपंच बीडीसी मेंबर पंच सरपंच आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन फोटो साथ है
नांगल सिरोही गांव को मुख्यमंत्री ने दी सौगात, सीएचसी की नई बिल्डिंग बनाने को दी मंजूरी
महेन्द्रगढ़ जिला के गांव नांगल सिरोही में मुख्यमंत्री ने किया जन संवाद
हरियाणा में अगले 4 माह में युवाओं के लिए खुलेंगे 65 हजार नई नौकरी के द्वार - मनोहर लाल
भालखी गांव के जलघर का किया मुख्यमंत्री ने निरीक्षण
********************************************************************
**********************************************************************
*************************************
कनीना की आवाज। हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने जिला महेंद्रगढ़ के गांव नांगल सिरोही में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार करते हुए गांव के पीएचसी के पुराने भवन में चल रही सीएचसी को नए भवन के साथ बनाने की घोषणा की। इससे इस क्षेत्र व आस पास के क्षेत्र के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी। मुख्यमंत्री आज महेंद्रगढ़ जिला के गांव नांगल सिरोही में जन संवाद कार्यक्रम में ग्रामीणों से सीधा संवाद कर रहे थे। मुख्यमंत्री का महेंद्रगढ़ विधानसभा क्षेत्र में पहुंचने पर पूर्व मंत्री श्री रामबिलास शर्मा ने पगड़ी बांधकर अभिनंदन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नांगल सिरोही वीरों की भूमि है और वे राज्य सरकार की ओर से वीर सपूतों को सलाम करते हैं। उन्होंने कहा कि वीर जवानों की राष्ट्र सेवा को हरियाणा सरकार सम्मान दे रही है और भविष्य में अग्निवीर योजना के तहत भर्ती हुए युवाओं को वापिस आने पर हरियाणा सरकार उन्हें प्राथमिकता के आधार पर रोजगार देगी।
*आयुष्मान व चिरायु हरियाणा योजना से मिल रहा है लोगों को लाभ*
श्री मनोहर लाल ने कहा कि आधारभूत ढांचागत विकास के लिए जन सेवा में हरियाणा सरकार अपना धर्म निभा रही है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान चिरायु योजना के माध्यम से 1.80 लाख रुपये तक की वार्षिक आय वाले परिवारों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज दिया जा रहा है। नांगल सिरोही में इस योजना के तहत 82 जरूरतमंद लोगों ने स्वास्थ्य लाभ लिया है जिससे उनकी कुल साढे 8 लाख रुपये की मदद हुई है।
*हरियाणा में 65 हजार नई नौकरी देंगे अगले 4 माह में*
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार पढ़े लिखे युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान कर रही हैं। अब तक सरकार की ओर से 1 लाख 4 हजार योग्य युवाओं को मेरिट के आधार पर रोजगार दिया जा चुका है और आने वाले अगले 4 माह में ग्रुप सी व डी में 65 हजार नई नौकरी के द्वार युवाओं के लिए खुलने जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि हरियाणा में युवाओं को व्यावसायिक, कौशल विकास पर केंद्रित शिक्षा दी जा रही है।
महेंद्रगढ़ से बुचौली सड़क का होगा नवीनीकरण*
मुख्यमंत्री ने जन संवाद कार्यक्रम में ग्राम सरपंच बुचौली की मांग पर घोषणा करते हुए बताया कि महेंद्रगढ़ से बुचौली सड़क को पीडब्लूडी विभाग द्वारा मौजूदा 9 फुट से अपग्रेड करते हुए 18 फुट चौड़ा करते हुए नवीनीकरण किया जाएगा जिसके लिए 1 करोड़ 57 लाख रुपये की राशि खर्च की जाएगी।
*मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं के पात्र लाभार्थियों को किया सम्मानित*
गांव नांगल सिरोही में आयोजित जन संवाद कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना के साथ ही पीपीपी के तहत आटो मोड से बनी वृद्धावस्था सम्मान भत्ता योजना के लाभार्थियों, बोर्ड व विश्वविद्यालय की परीक्षाओं में मेरिट में स्थान पाने वाले मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने चिरायु हरियाणा के पात्र लाभार्थियों को भी कार्ड देकर योजना के उद्देश्य से अवगत कराया। वहीं गांव के 26 मई को जन्में बच्चों को मंच पर बुलाकर उन्हें जन्मदिन की बधाई देते हुए आशीर्वाद दिया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान दिव्यांगजन को व्हील चेयर व कृत्रिम अंग भेंट करते हुए उन्हें सरकार की ओर से हर सम्भव सहयोग के लिए आश्वस्त किया।
*भालखी जलघर का किया मुख्यमंत्री ने निरीक्षण*
जन संवाद कार्यक्रम में भाग लेने से पहले गांव भालखी में मुख्यमंत्री ने जलघर का निरीक्षण किया और संबंधित विभाग के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आमजन को स्वच्छ पेयजल आपूर्ति प्रदान करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। भालखी में 100 करोड़ के प्रोजेक्ट के साथ आसपास के गांव में पेयजल आपूर्ति का स्थाई समाधान किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम में पानी की निर्बाध रूप से जलापूर्ति प्रदान करने के लिए प्रदेश भर में नए जलघरों का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जरुरत अनुसार नागरिकों को पेयजलापूर्ति मुहैया करवाना सुनिश्चित करें।
श्री मनोहर लाल ने अधिकारियों से जलघर की क्षमता की जानकारी ली और साथ ही वाटर टैंक का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि महेंद्रगढ़ जिला के अंतिम छोर तक पानी पहुचांकर सरकार ने ग्रामीणों को पर्याप्त जलापूर्ति प्रदान करने का कार्य किया है।
इस अवसर पर हरियाणा के जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बनवारी लाल, सांसद श्री धर्मबीर सिंह, पूर्व मंत्री श्री रामबिलास शर्मा, मुख्यमंत्री के ओएसडी श्री जवाहर यादव, उपायुक्त मोनिका गुप्ता, एसपी विक्रांत भूषण सहित अन्य गणमान्य मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने जन संवाद कार्यक्रम में ग्राम सरपंच बुचौली की मांग पर घोषणा करते हुए बताया कि महेंद्रगढ़ से बुचौली सड़क को पीडब्लूडी विभाग द्वारा मौजूदा 9 फुट से अपग्रेड करते हुए 18 फुट चौड़ा करते हुए नवीनीकरण किया जाएगा जिसके लिए 1 करोड़ 57 लाख रुपये की राशि खर्च की जाएगी।
*मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं के पात्र लाभार्थियों को किया सम्मानित*
गांव नांगल सिरोही में आयोजित जन संवाद कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना के साथ ही पीपीपी के तहत आटो मोड से बनी वृद्धावस्था सम्मान भत्ता योजना के लाभार्थियों, बोर्ड व विश्वविद्यालय की परीक्षाओं में मेरिट में स्थान पाने वाले मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने चिरायु हरियाणा के पात्र लाभार्थियों को भी कार्ड देकर योजना के उद्देश्य से अवगत कराया। वहीं गांव के 26 मई को जन्में बच्चों को मंच पर बुलाकर उन्हें जन्मदिन की बधाई देते हुए आशीर्वाद दिया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान दिव्यांगजन को व्हील चेयर व कृत्रिम अंग भेंट करते हुए उन्हें सरकार की ओर से हर सम्भव सहयोग के लिए आश्वस्त किया।
*भालखी जलघर का किया मुख्यमंत्री ने निरीक्षण*
जन संवाद कार्यक्रम में भाग लेने से पहले गांव भालखी में मुख्यमंत्री ने जलघर का निरीक्षण किया और संबंधित विभाग के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आमजन को स्वच्छ पेयजल आपूर्ति प्रदान करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। भालखी में 100 करोड़ के प्रोजेक्ट के साथ आसपास के गांव में पेयजल आपूर्ति का स्थाई समाधान किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम में पानी की निर्बाध रूप से जलापूर्ति प्रदान करने के लिए प्रदेश भर में नए जलघरों का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जरुरत अनुसार नागरिकों को पेयजलापूर्ति मुहैया करवाना सुनिश्चित करें।
श्री मनोहर लाल ने अधिकारियों से जलघर की क्षमता की जानकारी ली और साथ ही वाटर टैंक का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि महेंद्रगढ़ जिला के अंतिम छोर तक पानी पहुचांकर सरकार ने ग्रामीणों को पर्याप्त जलापूर्ति प्रदान करने का कार्य किया है।
इस अवसर पर हरियाणा के जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बनवारी लाल, सांसद श्री धर्मबीर सिंह, पूर्व मंत्री श्री रामबिलास शर्मा, मुख्यमंत्री के ओएसडी श्री जवाहर यादव, उपायुक्त मोनिका गुप्ता, एसपी विक्रांत भूषण सहित अन्य गणमान्य मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 08: मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर संबोधित करते हुए।
सतनारायण यादव एडवोकेट को भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा का अध्यक्ष बनाए जाने पर कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर
********************************************
********************************************
*******************************************
कनीना की आवाज। आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रवक्ता एवं पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता एडवोकेट सतनारायण यादव को भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा का प्रभार दिए जाने पर उनके कार्यालय पर जश्न का माहौल है। आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा इस खुशी के अवसर पर उनको गुलदस्ता एवं मिठाइयां खिलाकर उनका मुंह मीठा करवाया जा रहा है। उनके कार्यालय पर बधाई देने वालों का तांता लगा रहा।
इस अवसर पर एडवोकेट सतनारायण यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा मुझे इतनी बड़ी जिम्मेवारी देकर जो मेरा मान सम्मान किया है इसे मैं किसी भी सूरत में गिरने नहीं दूंगा और पूरे तन मन धन से पार्टी की सेवा के लिए तत्पर रहूंगा। सभी साथियों के सहयोग से पार्टी को आगे ले जाने की दिशा में कार्य करूंगा।
पार्टी द्वारा संगठन में फेरबदल करते हुए कप्तान विनोद छितरौली को जिला अध्यक्ष एक्स सर्विस मैन व इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह को एक्स सर्विस मैन सेक्रेटरी वह हरेंद्र शर्मा को जिला व्यापार संघ का प्रधान मनोनीत किया है।
फोटो कैप्शन: सत्यनारायण यादव।
इंसान की पर्यावरण से छेड़छाड़ जीवों के लिए बन रही है मुसीबत
-भीषण गर्मी एवं जल अभाव के कारण हो रही है जीवों की मौत
********************************************************
***********************************************************
कनीना की आवाज। जंगल से तीतर बटेर, शशक, हरिण लुप्त होने के कगार पर हैं। काला तीतर राज्य पक्षी घोषित है किंतु यह लुप्त होने की कगार पर पहुंच गए हैं। पेड़ पौधे एवं जंगल कम होने के कारण तथा गर्मियों में जल एवं भोजन अभाव के अतिरिक्त आखेट के कारण विलुप्ति के कगार पर पहुंच गए हैं। आने वाले समय में मारिशश देश के डोडो पक्षी की भांति ये पुस्तकों में पढऩे को मिलेंगे।
बुजुर्ग सुमेर सिंह, राम सिंह, रामकुमार आदि बताते हैं एक समय था जब महलों की बजाय झोपड़ी होती थी और चिडिय़ां भारी संख्या में मिलती थी। वन अधिक होने से तीतर, बटेर, हरियल, फाख्ता, टीटीहरी, काला तीतर, हरिण, शशक एवं नाना प्रकार के जंगली जीव मिलते थे। आज उनके दर्शन दुर्लभ हो गए हैं जिनके पीछे इंसान की पर्यावरण से छेड़छाड़ मानी जाती है। पेड़ पौधों की कटाई, अंधाधुंध उर्वरक एवं पीड़कनाशी खेतों में डालना, पक्के मकान बनाए जाना, वनों का विनाश, औद्योगीकरण, बढ़ता प्रदूषण, आखेट पर कड़ा प्रतिबंध न लग पाना, शौकीनी के लिए जीवों को पालना, जीवों को पालतू बनाने की होड़, सांपों को पकड़कर सपेरे की भूमिका निभाना, गर्मी एवं सर्दी से जीवों को बचने के शरणस्थल न होना, खुले कुओं की जगह बोर बनाया जाना, सूखता जल, नदियों एवं नहरों में पानी का अभाव, भोजन न मिल पाना, आहार शृंंखला का छोटा होना एवं जीवों के लिए संरक्षण कानून सख्त न होना आदि प्रमुख कारण है जिनके चलते जीव जंतु दिनोंदिन लुप्त होते जा रहे हैं।
उधर राजेंद्र सिंह पर्यावरणविद एवं पीएफए/पीपुल फार एनिमल्स के पदाधिकारी का कहना है कि अभ्यारण्य जैसे स्थल स्थापित करने की अनुमति दी जाए ताकि जीवों को मरने से बचाया जा सके। उनका कहना है कि जंगली जीवों को बचाने के अब सघन प्रयास करने पड़ेंगे वरना जंगली जीव अब लुप्त हो जाएंगे। जंगली जीवों को बचाने के लिए पेड़ पौधों को बचाना जरूरी है। पेड़ पौधे अकसर गर्मी में जल की कमी के चलते नष्ट हो जाते हैं वहीं सर्दी में झुलस जाते हैं।
प्राणी शास्त्री रविंद्र कुमार बताते हैं किसान अपने खेतों से जाटी पेड़ का विनाश करने पर तुले हुए हैं जिसके चलते तीतर, काला तीतर, फाख्ता आदि विलुप्ति के कगार पर पहुंच चुके हैं। शशक एवं गीदड़ क्षेत्र में भारी मात्रा में देखने को मिलते थे किंतु जंगलों की सफाई कर देने से सुरक्षित स्थल बचे नहीं हैं जिसके चलते वे विलुप्त होने के कगार पर हैं। प्रसव काल में उनकी संख्या बढ़ सकती है किंतु उस वक्त आखेट करने वाले कुत्ते एवं कुछ आखेट करने वाले जन उनके अंडे चोरी कर लेते हैं या फिर पक्षियों को मारकर खा जाते हैं। कानून सख्त नहीं होने से आखेट चोरी छिपे जारी है। जंगली जीवों को बचाने के लिए जंगलों की आग पर काबू पाना होगा वहीं पर्यावरण को दूषित होने से बचाना जरूरी हो गया है। जीवों को पिंजरे में बंद करने वाले या सांप आदि दिखाने वाले सपेरों, जीवों के साथ मजाक करने वाले मदारी आदि पर सख्त नजर रखनी होगी ताकि पक्षियों, सरीसृपों एवं जंगली जीवों को बचाया जा सके।
प्रदूषण, आखेट पर कड़ा प्रतिबंध न लग पाना, शौकीनी के लिए जीवों को पालना, जीवों को पालतू बनाने की होड़, सांपों को पकड़कर सपेरे की भूमिका निभाना, गर्मी एवं सर्दी से जीवों को बचने के शरणस्थल न होना, खुले कुओं की जगह बोर बनाया जाना, सूखता जल, नदियों एवं नहरों में पानी का अभाव, भोजन न मिल पाना, आहार शृंंखला का छोटा होना एवं जीवों के लिए संरक्षण कानून सख्त न होना आदि प्रमुख कारण है जिनके चलते जीव जंतु दिनोंदिन लुप्त होते जा रहे हैं।
पर्यावरण को बचाने के लिए बेहतर प्रयास कर रहे सुनील कुमार का कहना है कि इंसान अपने पैरों पर स्वयं प्रहार कर रहा है। अधिक पैदावार लेने के लिए पेड़ पौधों को काट रहा है वहीं अधिक पैदावार लेने के लिए भारी मात्रा में दवाएं छिड़क रहा है। इंसान की भूख कभी खत्म नहीं होती है। वह जीवों को मारकर खा रहा है वहीं जंगली जीवों को समाप्त करने में घरों में पाले जाने वाले कुत्ते भी अहं भूमिका निभा रहे हैं। कहीं इंसान अपने मनोरंजन के लिए जीवों को पकड़ रहा है जिससे उनकी अंतत: मृत्यु हो जाती है। जंगल जहां जीव जंतु छुपकर प्रसव करते थे वो स्थल अब बचे नहीं हैं। जिस जगह इंसान दिन के समय भी जाने से डरता था वहां रात के वक्त भी जगमगाहट दिखाई पड़ती है। इंसान जीवों को रक्षा की नजर से नहीं देखेगा तब तक जीवों का यूं ही अंत होता चला जाएगा।
उधर भारी संख्या में जीवों की रक्षा करने वाले तथा उनके लिए पानी का प्रबंध शिकोरे के रूप में करने वाले समाजसेवी सूबे सिंह का कहना है कि गर्मियों तथा सर्दियों में पक्षियों एवं जंगली प्राणियों की रक्षा की जाए तो उनकी बची हुई आबादी भी कुछ समय और बच सकती है। उनका कहना है कि गर्मियों में भीषण गर्मी तथा सर्दियों में कड़ाके की सर्दी पड़ती है जिससे जीव मर जाते हैं। उन्होंने कहा कि जंगलों में आग लग जाती है जिससे जंगली जीव मर रहे हैं। वे इस क्षेत्र में एक सामाजिक संगठन खड़ा करके जीवों को गर्मियों में बचाने के लिए निश्चित जगहों पर अन्न डाल रहे हैं वहीं उनके लिए शिकोरा जगह जगह पेड़ों पर टंगवा रहे हैं ताकि जीवों को मरने से बचाया जा सके।
फोटो कैप्शन 01: पक्षियों की जान बचाने के लिएसिकोरे रखते हुए किसान
साथ में सुनील कुमार, राजेंद्र सिंह, सूबे सिंह।
गणवेश प्रतियोगिता आयोजित
*****************************
*****************************
कनीना की आवाज। आर.सी.एम.पब्लिक स्कूल कनीना मे आज विद्यालय गणवेश प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमे सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपनी विद्यालय गणवेश का शानदार प्रदर्शन किया ।
इस प्रतियोगिता में कक्षा एलकेजी से छात्र अमे ने प्रथम, छात्रा मानवी ने दूसरा व छात्र नीर प्रताप ने तीसरा स्थान प्राप्त किया वही कक्षा यूकेजी से छात्रा हिमांशी ने प्रथम, ख़ुशी ने दूसरा तथा छात्र हर्षित ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। कक्षा प्रथम से छात्रा भारती ने प्रथम, अंशिका ने दूसरा तथा छात्र कार्तिक व माही ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। कक्षा दूसरी में छात्र पूर्व ने प्रथम, दर्शील ने दूसरा, हिमांशी व विरेन ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। कक्षा तीसरी से छात्र आर्यन ने प्रथम, छात्रा वंशिका ने दूसरा व छात्र मयंक ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। कक्षा चौथी से परिधि ने प्रथम, छात्र दीपेन ने दूसरा व छात्रा महक ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। कक्षा पांचवीं से छात्रा नव्या ने प्रथम, रितिका ने दूसरा व रिया ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
इस अवसर पर संस्था के चेयरमैन रोशन लाल यादव ने विजेता विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यालय गणवेश का अपना विशेष महत्व होता है जिससे विद्यार्थियों में एकता व समानता के भाव का विकास होता है तथा साथ ही उनमे स्वस्थ आदतों का भी विकास होता है। आगे उन्होंने ने बताया कि विद्यालय गणवेश प्रतियोगिता से बालकों में अनुशासन की भावना व सौन्दर्य परक मूल्यों के विकास में भी मदद मिलती है।
अंत में कार्यक्रम को विद्यालय के प्राचर्य हरिप्रकाश ने भी संबोधित किया व प्रतियोगिता में सफल विद्यार्थियों को उनकी सफलता पर हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई प्रदान की।
फोटो साथ
पालिका चुनावों ने डाल दिया संशय
में
-भारी संख्या में कनीनावासी लडऩा चाहते हें चुनाव
-कठिन डगर नजर आने लगी चुनाव की
*****************************************
***********************************************
कनीना की आवाज। नगरपालिका के प्रधान सतीश जेलदार ने 22 मई 2018 को शपथ ली थी तथा चुनाव 13 मई 2018 को हुये थे किंतु पत्र अनुसार उनका कार्यकाल 24 जून 2023 तक का निर्धारित कर दिया गया है।
पालिका प्रधान सतीश जेलदार ने 22 मई 2018 को शपथ ली थी परंतु सोशल मीडिया के एक पत्र ने में स्पष्ट कर दिया है कि उनका कार्यकाल 24 जून 2023 तक रहेगा। इस संबंध में पालिका प्रधान सतीश जेलदार से भी बात हुई है किंतु अभी तक उनके पास उनके कार्यकाल समापन के विषय में कोई पत्र नहीं मिला है। स्पष्ट है कि उनका कार्यकाल भी अब 24 जून 2023 तक की रखा गया है। उधर पत्र अनुसार कनीना नगर पालिका की प्रधान पद के लिए आरक्षण हो चुका है परंतु आज आधिकारिक पत्र नहीं मिला है। यह पद महिला के लिए आरक्षित कर दिया गया है। इस पत्र की सूचना को लेकर के अनेक प्रकार की भ्रांतियां क्षेत्र में फैली हुई है, कुछ लोग इसे फर्जी करार देते हैं परंतु इसमें प्रदेश की 22 पालिकाओं का वर्णन है फर्जी नहीं हो सकता है? सभी 22 पालिकाओं का सही सही आंकड़ा लिखा हुआ है। यह सत्य है कि इस पर किसी प्रकार का कोई एंडोर्समेंट नहीं है जिसको लेकर के इसे फर्जी माना जा रहा है परंतु जो कुछ हो, कनीनावासी हर प्रकार से चुनाव लडऩे के लिए तैयार है। अगर प्रधान पद महिला के लिए आरक्षित हो जाता है तो बहुत से धुरंधरों के लिए केवल पार्षद का चुनाव लडऩा मजबूरी बन जाती है जिसके चलते पार्षद पद का चुनाव कांटे की टक्कर तलवार की धार के समान होगा क्योंकि चुनाव लडऩा चाहने वाले लोग किसी प्रकार पीछे हटने वाले नहीं। यदि प्रधान पद के लिए उनके परिवार से कोई महिला तैयार नहीं होती है तो वे पार्षद पद के लिए चुनाव लड़ सकते हैं। वैसे भी पार्षद पद के लिए चुनाव लडऩे वाले अभी तक बहुत कम लोग आगे आ रहे हैं क्योंकि प्रधान की शक्ति इस बार अधिक हो गई है, उसका चुनाव सीधा होने की वजह से उसे पार्षदों का काम कम हो गया है भविष्य में प्रधान बनने के बाद किसी प्रस्ताव को पारित करते समय इन पार्षदों की जरूरत हो सकती है। ऐसे में बड़ा और सशक्त पद प्रधान का बना दिया गया है जिसको लेकर के दर्जनों लोग तैयार थे किंतु जब से पत्र की सूचना सोशल मीडिया पर प्रसारित हुई है तब से लोग शांत बैठ गए हैं। उनका अब विचार और मंथन हो रहा है कि किस को मैदान में खड़ा किया जाए। यह सत्य है कि चुनाव लडऩे वाले अब अपनी मां, बहन, बेटी या पत्नी को चुनाव लड़ा सकते हैं, स्वयं भी पार्षद पद के लिए चुनाव लडऩे के लिए तैयार हो रहे हैं। कनीना के पार्षद पद के लिए चुनाव लडऩे वाले महेश बोहरा एक है। उनके पिता राव सत्यवीर बोहरा भी पार्षद रह चुके हैं। अपने पिता के पद चिन्हों पर चलते हुए पार्षद पद के चुनाव की तैयारियों में जुटे हुए हैं क्योंकि उन्होंने तो कभी से ही पार्षद पद के की घोषणा की है और पालिका प्रधान बनने की इच्छा नहीं रही की? विजय चेयरमैन भी पार्षद पद के चुनावों के लिए तैयार हैं। अब भविष्य में जब कोई आधिकारिक पत्र आएगा तब की कोई आगे की कार्रवाई चल पाएगी। बहरहाल अभी चुनाव होते नजर नहीं आ रहे हैं क्योंकि जून महीना बाकी है। यदि चुनाव जून में होते है तो अभी तक कोई कार्रवाई हो चुकी होती। एक और जहां प्रधान का कार्यकाल भी 24 जून तक का किया हुआ है वहीं मतदाता सूचि का अंतिम प्रकाशन भी अभी तक नहीं हुआ है। ऐसे में नहीं लगता कि जून माह में कोई चुनाव हो सकेंगे। ऐसे में जून तक चुनाव नहीं होते तो पत्र में कहे अनुसार 31 दिसंबर 2023 से पहले पहले ही चुनाव करवाए जाएंगे। अब सभी की नजरें इन चुनावों पर टिकी हुई हैं।
कनीना नगर पालिका चुनावों पर टिकी हैं नजरें********
**************************************
कनीना नगर पालिका में सतीश जेलदार ने 13 मई 2018 को प्रधान पद की शपथ ली थी। उनका कार्यकाल 24 जून 2023 तक का निर्धारित कर दिया गया है। नगरपालिका के लिए जहां प्रधान पद के लिए आरक्षण भी घोषित हो चुका है। अब कनीना नगर पालिका का प्रधान पद महिला के लिए आरक्षित होगा, ऐसे संकेत मिल चुके हैं
उल्लेखनीय है कि कनीना कस्बे में जहां पहले भी दो योजनाओं में दो महिलाएं प्रधान रह चुकी है, एक बार फिर से महिला को यह कमान संभाली जाएगी। कुछ भी हो महिला या पुरुष सभी चुनावों के लिए तैयार हैं। अधिकारिक पत्र आना अभी बाकी है।
इससे पहले भी शारदा और संतोष देवी पालिका प्रधान दो अलग-अलग योजनाओं में रह चुकी है। अब एक बार फिर से महिला को कमान दी जाएगी। सबसे बड़ी विडंबना है कि पूर्व प्रधान और वर्तमान प्रधान भी इस चुनाव प्रक्रिया में प्रधान पद के चुनाव से बाहर हो गए हैं, बेशक वे चाहे तो पार्षद के चुनाव लड़ सकते हैं। लेकिन प्रधान पद के चुनाव डायरेक्ट होने के चलते प्रधान नहीं बन पाएंगे। नए सिरे से चुनावी जोड़ दौड़ में लग गए हैं। चूंकि महिला को ही चुनाव लड़वाना पड़ेगा। क्या कहते हैं पालिका के वर्तमान और पूर्व प्रधान----
पालिका के वर्तमान प्रधान सतीश जेलदार ने बताया कि उनकी पुत्रवधू अनुराधा पढ़ी लिखी है जो यह चुनाव लड़ेगी तथा वो स्वयं तो पहले से ही चुनाव न लडऩे की बात कह चुके हैं। उनका पुत्र चुनाव लडऩे का इच्छुक है किंतु पालिका प्रधान आरक्षित होने के कारण अब वो भी चुनाव से बाहर हो गए हैं। हर प्रकार से चुनाव लडऩे के लिए महिला एवं पुरुष तैयार हैं। महिला के लिए प्रधान पद आरक्षित हो जाएगा तो पार्षद के चुनाव लडऩा और भी कठिन हो जाएगा क्योंकि प्रधान पद से वंचित रहे लोग पार्षद के लिए हाथ पैर मारेंगे।
उधर पालिका के पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह लोढ़ा ने बताया वो स्वयं चुनाव न लड़ पाए किंतु उनके परिवार के सदस्य चुनाव जरूर लड़ेंगे। उन्होंने बताया कि पुत्रवधू दीप्ती राव उनके परिवार से चुनाव लड़ सकती है।
वहीं पूर्व पालिका प्रधान मास्टर दिलीप सिंह की पुत्रवधू सुमन चौधरी चुनाव लड़ सकती है। एडवोकेट दीपक ने बताया कि वह चुनाव लडऩे के लिए तैयार था किंतु महिला के लिए प्रधान पद आरक्षित होने के कारण वे अपनी पत्नी सुमन चौधरी को चुनाव लड़वाएंगे। एकदम चुनाव लडऩे वालों के लिए आरक्षण ने समस्या पैदा कर दी है। जो पुरुष चुनाव लडऩा चाहते थे वह अब प्रधान पद से पीछे हट गए हैं। कनीना पालिका जहां चुनाव लडऩे वाले नए-नए चेहरे उभर सकते हैं। अशोक वर्मा वार्ड चार के घर से महिला चुनाव लडऩे के लिए तत्पर है।
कमल पूर्व पार्षद ने बताया कि उनके परिवार से भी एक महिला अवश्य चुनाव लड़ेगी किंतु उन्होंने नाम उजागर नहीं किया। उधर एडवोकेट पंकज यादव की मां संतोष देवी यह चुनाव लड़ सकती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पहले वो स्वयं चुनाव लडऩे का इच्छुक था किंतु आरक्षण के बाद उनकी मां चुनाव लड़ेगी जो वर्तमान में पार्षद है। ऐसे में अब कनीना में महिलाओं के लिए फिर से चुनाव लडऩे की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
No comments:
Post a Comment