Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Monday, May 29, 2023

 
विधायक अटेली ने सुनी एसडीएम कार्यालय में जन समस्याएं
-एसडीएम कनीना सुरेंद्र सिंह कनीना सहित कई अधिकारी थे मौजूद
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कनीना की आवाज। अटेली विधायक सीताराम यादव ने एसडीएम कार्यालय कनीना में जन समस्याएं सुनी। इस मौके पर एसडीएम सुरेंद्र सिंह विशेष रूप से उपस्थित रहे।
इस मौके पर उपस्थित अधिकारियों को सीताराम विधायक ने कहा कि किसी भी प्रकार की समस्या किसी भी जन को नहीं आनी चाहिए। किसी प्रकार की समस्या है तो उसका निराकरण करने का कार्य अधिकारियों का होता है। उप-मंडल कनीना के 24 गांवो की जन समस्याएं दरबार में बारी बारी से सुनी। इस दौरान उनके साथ एसडीएम सुरेंद्र सिंह सहीत अन्य विभागों के अधिकारी व कर्मचारी भी साथ रहे। अधिकतर सरपंच अपने गांव में विकास कार्य करवाने के लिए अपने अपने गांव के मांग पत्र दे रहे थे। जनता दरबार में मुख्य गांवो में गंदे पानी की निकासी, सड़क मार्ग व पीने के पानी की व्यवस्था की मुख्य समस्याएं रही। विभिन्न गांवो के लोगों ने शिविर की समस्या के बारे में विधायक के सामने मांग रखी। आधार कार्ड में जन्मतिथि बदलवाने की भी समसया विधायक के सामने रखी।अगर अधिकारी मौके पर और समय पर समस्या का समाधान नहीं करते तो यह अनुचित होगा। इस मौके पर बिजली कनेक्षन, बूढ़ों की पेंशन, वाटर सप्लाई, तहसील एवं पुलिस विभाग की शिकायतें आई।
 विभिन्न विभागों की एक दर्जन से अधिक शिकायतें मिली और उन्होंने मौके पर ही सभी शिकायतों का निराकरण कर दिया।
इस मौके  बिजली विभाग के एसडीओ उमेश वर्मा, नगरपालिका सचिव प्रदीप कुमार, भाजपा वरिष्ठ नेता सतबीर सेहलंग, कंवर सेन वशिष्ठ, नायब तहसीलदार हरिओम, चेयरमैन पंचायत समिति जयप्रकाश, अतर सिंह कैमला सहित विभिन्न जन मौजूद थे और समय पर ही अधिकांश शिकायतों का निपटारा किया।
 फोटो कैप्शन 05: विधायक अटेली सीताराम यादव शिकायत सुनते हुए।









बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान विजेंद्र यादव एडवोकेट के अकस्मात देहांत होने पर रखा मौन
-बार एसोसिएशन ने रखा 2 दिन का वर्क सस्पेंड
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कनीना की आवाज। सोमवार को बार एसोसिएशन कनीना की एक आम बैठक बार प्रधान ओपी रामबास एडवोकेट की अध्यक्षता में हुई। जिसमें महेंद्रगढ़ व कनीना बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान विजेंद्र यादव एडवोकेट के अकस्मात् देहांत होने पर पर सभी अधिवक्ताओं ने गहरा दुख व्यक्त किया और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखा। इसके अलावा 2 दिन का वर्क सस्पेंड रखने का निर्णय लिया। प्रधान ओपी रामबास ने बताया कि विजेंद्र यादव एडवोकेट की उम्र लगभग 51 साल थी। उनके एक पुत्र है जिसकी उम्र लगभग 16 साल है। विजेंद्र यादव एडवोकेट साफ व्यक्तित्व के धनी थे उनका देहांत कनीना बार के लिए अपूरणीय क्षति है। इस अवसर पर वरिष्ठ अधिवक्ता कृष्ण यादव कैलाश गुप्ता, कुलदीप यादव, रमेश कौशिक, दीपक चौधरी, मनोज शर्मा, अनिल शर्मा, रामनिवास शर्मा, सुभाष शर्मा, माडू सिंह, राजकुमार तवर, दिनेश यादव, विक्रम ककराला, देशबंधु यादव, विजय कल्श्याण, संदीप सिंह,  विक्रम यादव, अभिषेक यादव, सतीश भाटोटिया, अशोक ढाणा, नरेश यादव, सतीश करीरा, सतीश ढणा, विजय ककराला, सुनील राव, विचित्र शर्मा, अखिल अग्रवाल,   नवीन कौशिक, मीनाक्षी यादव, ममता तंवर, सुषमा तवर, भास्कर चौधरी, राकेश यादव, रघुराज, मंजीत यादव, सहित अनेक अधिवक्ता सहित अनेक अधिवक्तागण मौजूद रहे।








घर-घर से कूड़ा उठाने वाली गाडिय़ां हुई खराब
-एक साल से आए हुए जोहड़ों की सफाई के पैसे
-अधिकारियों असहयोगी रवैया के कारण मानसून वक्त में हो सकती कनीनावासियों को समस्या
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कनीना की आवाज। कनीना नगर पालिका के तहत जहां नए चुनाव करवाए जाने में अभी समय है वहीं पालिका प्रधान के कार्यकाल की एक माह की अवधि और बढ़ा देने के बाद अब अधिकारियों के असहयोगी रवैया के कारण कनीना कस्बे में नगरपालिका संबंधित अनेक समस्याएं मुंह बाए खड़ी हैं। मानसून के मौसम में कनीना वासियों को बड़ी दिक्कत झेलनी पड़ सकती है। विगत वर्षों भी ऐसी समस्याएं झेल चुके हैं।
कूड़े कचरे के लगे ढेर -
कनीना कस्बे में विभिन्न स्थानों पर कूड़े कचरे के ढेर लग गए हैं। कूड़ा उठाने वाली गाडिय़ों में कूड़ा डाल दिया जाता था परंतु अब कुछ समय से दोनों गाडिय़ां खराब पड़ी है। नगरपालिका के पास दो ही गाडिय़ां होती थी। ऐसे में कूड़े के ढेर लग गए हैं। दोनों ही कूड़ा उठाने वाली गाडिय़ां कबाड़ बनी खड़ी है जिसके चलते लोग घररों में कूड़ा जमा कर रहे हैं और गाडिय़ों के आने का इंतजार कर रहे हैं।  घर भी कूड़ादान बनने लगे हैंजो विकट समस्या बनती जा रही है
 ओवरफ्लो हो गए दो प्रमुख जोहड़-
कारवाली और होलीवाला दोनों जोहड़ गंदे पानी से लबालब भर गए हैं। जोहड़ों आसपास भी कई घरों के दीवारों के पास पानी खड़ा हो गया है। आवागमन भी बाधित हो गया है। एक एक फुट खड़े गंदे पानी से होकर लोग गुजर रहे हैं। कनीनावासी बहुत अधिक परेशानियों से जूझ रहे हैं।
 गाद से भरे पड़े हैं नाले और नालियां -
 आने वाले मानसून के दृष्टिगत नाले एवं नालियों की सफाई जरूरी है। अभी तक सफाई नहीं हो पाई है जिसके चलते भविष्य में बड़ा संकट को सहन करना पड़ सकता है। गाद न निकाले जाने के कारण बारिश का पानी नाले एवं नालियों को छोड़कर गलियों में बिखरने लगेगा और समस्या बनकर उभरेगा।
जर्जर हैं सड़क मार्ग-
कस्बा की सड़कों की हालत और भी जर्जर हो गई है जिससे सड़कों पर चलना कठिन हो गया है। जगह-जगह गंदा पानी खड़ा हुआ है। थोड़ी सी बारिश कनीना के लिए समस्या बन जाती है।
क्या कहते हैं पालिका प्रधान-
कनीना पालिका के प्रधान सतीश जेलदार का कहना है कि कनीना नगरपालिका के तहत कूड़ा उठाने के लिए दो गाडिय़ां होती थी जो दोनों खराब हो चुकी हैं। जिसके चलते 3 नई गाडिय़ां खरीदने के आदेश डिस्ट्रिक्ट म्यूनिसिपल कमिश्नर द्वारा दिए गए है किंतु अधिकारी ये गाडिय़ां नहीं खरीद रहे जिसके चलते वासियों को परेशानी स्वाभाविक है। उन्होंने बताया कि जोहड़ों की सफाई और सौंदर्यीकरण के पांच करोड़ रुपये भी आये हुय हैं अधिकारियों का रवैया असहयोगी रहा है इसलिए वह राशि लाकर के जोहड़ों की सफाई और सौंदर्यीकरण नहीं किया जा रहा है। उन्होंने माना कि कस्बे में भरे पड़े हैं कूड़ा कचरा इधर-उधर ढेर लग गया है और कनीनावासी परेशान हैं किंतु नपा के अधिकारियों के सहयोग न करने कारण समस्या बन गई है।
फोटो कैप्शन 08: कनीना में कूड़े के ढ़ेर
फोटो कैप्शन 09: खराब हुई कूड़ा उठाने की गाडिय़ां
फोटो कैप्शन 10: गंदे पानी से लबालब भरे जोहड़।
फोटो कैप्शन: सतीश जेलदार पालिका प्रधान


औधोगिक श्रेत्र होते हुए भी एनएच 152 डी कट के निर्माण कार्य में देरी








78वें दिन भी रहा धरना जारी

*मांग न माने जाने का है भारी रोष
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कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग  152 डी पर सेहलंग बाघोत कट के लिए धरना 78 वे दिन कप्तान जगदीश की अध्यक्षता में जारी रहा। कमेटी  अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन नौताना ने बताया कि यहां से आईएमटी खुडाना की दूरी 8 किलोमीटर है जिसकी मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने महेंद्रगढ़ जिले के जनसंवाद कार्यक्रम में 1 महीने में काम शुरू होने की बात कही है।
यहां से एनटीपीसी झाड़ली प्लांट की दूरी 12 किलोमीटर है।
यहां से केंद्रीय विश्वविद्यालय पाली
 की दूरी 10 किलोमीटर है। इन सभी औधोगिक क्षेत्रों को देखते हुए इस कट का निर्माण अति शीघ्र करवाया जाएं।
इस मौके पर सोनू तंवर, रमेश क्रांति हिंदू, सीताराम, मातादीन पंच, डॉक्टर ओमप्रकाश, नंबरदार लोकेंद्र सिंह तंवर, सूबे सिंह, सत्यवान, पवन कुमार पंच, भागमल, नरेश, प्यारेलाल, भरत सिंह फौजी, राष्ट्र पाल, सूरत सिंह, मांगेराम शर्मा व 40 से 50 गावो के वर्तमान , पूर्व सरपंच , बीडीसी सदस्य व अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।
फ़ोटो कैप्शन:- धरना स्थल पर मौजूद विभिन्न गांवों के ग्रामीण।








चार अलग-अलग मामलों में पुलिस ने पकड़ी शराब, मामला दर्ज
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कनीना की आवाज। चार अलग-अलग मामलों में पुलिस ने शराब पकड़ी है, मामला दर्ज कर लिया है। कनीना पुलिस को सूचना मिली कि वार्ड नंबर 2 में पुरुषोत्तम नामक व्यक्ति नहर के पास अवैध शराब बेच रहा है। कनीना पुलिस ने मुखबिरी के आधार पर बताए स्थान पर जाकर देखा तो एक व्यक्ति नहर के पास बैठा दिखाई दिया जिसने कुर्ता पजामा पहन रखा था। नाम पता पूछने पर पुरुषोत्तम वार्ड नंबर 2 बताया जिनके पस प्लास्टिक के कट्टे से10 बोतल देसी शराब की पकड़ी। मामला दर्ज कर लिया है।
 दूसरे मामले में मुखबिरी के आधार पर सूचना मिली की आर्य समाज मंदिर के पास एक व्यक्ति शराब बेच रहा है। पुलिस ने रेड की तथा  देवेंद्र उर्फ जोशी वार्ड 11 से आर्य समाज मंदिर पुराने कुएं के पास, कपड़े के बने काले रंग के थैले से 11 बोतल देसी शराब बरामद की। मामला दर्ज कर लिया है।
 तीसरे मामले में पुलिस को सूचना मिली थी फिरोज खान ब्यावर, राजस्थान का व्यक्ति कट्टे में शराब की पेटी लेकर कनीना से अटेली टी-प्वाइंट  की तरफ जा रहा है। पुलिस को देखकर व्यक्ति भागने लगा जिसे पकड़ लिया। उसके पास फिर करते से 12 बोतल अवैध शराब पकड़ी।
चौथे मामले में पुलिस को सूचना मिली कि सीहोर में रवि नामक व्यक्ति इटावा, यूपी का रहने वाला है और अपनी बहन के मकान के सामने तख्त पर बैठकर अवैध शराब बेच रहा है। पुलिस ने रेड की तो सीहोर निवासी रवि दिखाई दिया। पुलिस को देख कर छत से होते हुए भाग खड़ा हुआ। उनके तख्त के नीचे 10 बोतल देशी शराब बरामद की। मामला दर्ज कर लिया है।








आर्य समाज गाहड़ा का वार्षिकोत्सव 3 व 4 जून को
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कनीना की आवाज। आर्य समाज गाहड़ा का वार्षिक उत्सव 3 व 4 जून को गाहड़ामें आयोजित किया गया है।
विस्तृत जानकारी देते हुये आरडी शास्त्री ने बताया कि इस कार्यक्रम में भजनों पदेशक दिनेश पथिक अमृतसर, आचार्य स्वदेश मथुरा, अंजली आर्य घरौंडा आदि आमंत्रित किए गए हैं। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सीताराम यादव विधायक अटेली होंगे। उन्होंने बताया कि इस अवधि दौरान भजनोपदेश, प्रवचन  एवं यज्ञ आदि आयोजित किए गए हैं। उन्होंने आर्य समाज उत्सव में भाग लेने के लोगों से मांग की है।







एक हजार किलोमीटर दूर से चलकर शिष्य अपने गुरु से मिलने के लिए आया
-आज भी है गुरु शिष्य परंपरा कायम, 1994 में अंतिम बार मिले थे
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कनीना की आवाज। गुरु शिष्य की परंपरा द्वापर एवं त्रेता युग में तो सदा मशहूर रही है किंतु वर्तमान समय में भी कुछ शिष्य अपने गुरु को किसी भी हाल में नहीं भुला सकते। कनीना में 60 वर्षीय शिष्य जब 78 वर्षीय अपने गुरु से मिला तो उनकी आंखें नम हो गई। मग सिंह भाटी शिष्य के रूप में जैसलमेर से चलकर करीब एक हजार किमी दूरी तय करके कनीना अपने गुरु का पता पूछते हुए पहुंचे और कनीना में बद्री प्रसाद शर्मा अपने गुरु से भेंट की। उनके साथ उनके पुत्र चंद्रपाल सिंह भी थे। वर्तमान में मग सिंह भाटी शहीद उमेद सिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बडोड़ा गांव जैसलमेर में प्राचार्य बतौर कार्यरत है जबकि बद्री प्रसाद शर्मा जिनका निकास अलवर से हैं तथा वर्तमान में कनीना में लंबे समय से रह रहे हैं। 78 वर्षीय बद्री प्रसाद शर्मा बडोड़ा गांव में गुरु जी के नाम से प्रसिद्ध है। इतना अर्सा बीत गया है फिर भी उन्हें गुरुजी के नाम से पुकारते हैं। उनके गुरू वरिष्ठ अध्यापक 1971 से 94 तक बडोड़ा गांव में रहे। मग सिंह भाटी का कहना है कि उनके लिए उनसे बड़ा कोई आदर्श गुरु भी नहीं हुआ है। उनसे आत्मिक लगाव और अपनत्व है। उनकी याद सदा दिल में रही है। जब वे 18 वर्ष के थे अपने गुरु बद्री प्रसाद शर्मा से शिक्षा ग्रहण करते थे तत्पश्चात यह संयोग ही था कि बडोड़ा गांव में गुरु और शिष्य दोनों एक स्कूल में शिक्षक भी रहे। 1994 में बद्री प्रसाद शर्मा सेवानिवृत्त होकर कनीना आ गए परंतु उनका शिष्य मग सिंह भाटी उनसे मिलने के लिए लालायित रहने लगा। उनके पास किसी प्रकार उनके गुरू के फोन नंबर उपलब्ध हो गए और उनसे संपर्क कर उनसे मिलने की इच्छा जाहिर की। गुरु ने अपने शिष्य को मिलने के लिए सहर्ष स्वीकार कर लिया। 10 साल तक शिक्षा पाने वाले शिष्य मग सिंह भाटी आज अपने गुरु से मिलकर गदगद हो गए। उन्होंने कहा कि ऐसे गुरु सभी शिष्यों को मिले। अपने गुरु की जानकारी देते हुए मग सिंह भाटी ने बताया कि उस जमाने में गर्मी की छुट्टियों के दिनों में भी उनके गुरु अलवर नहीं जाते थे। अपितु गांव में ही चंदा इकट्ठा करते थे। पूणे में चंदा लेने के लिए गए। चंदा इकट्ठा किया कर उस वक्त में 5 कमरों का निर्माण करवाया। न केवल निर्माण करवाया अपितु अपने हाथों से कमरों की नींव खोदकर काम पूरा करवाया।
आज अपने गुरु से मिलकर मग सिंह भाटी ने कहा कि सचमुच आज का दिन शुभ है कि अपने गुरु से भेंट की। उन्होंने कहा कि ऐसा गुरू सभी शिष्यों को मिले तो निश्चित रूप से भविष्य उनका उज्ज्वल बन सकेगा। उनसे मिलकर घर जैसा  महसूस हुआ। उनके लिए वही आदर्श गुरु है ।इस मौके पर आसपास के भारी संख्या में लोग गुरु शिष्य के मिलन को देखकर गदगद हो गए।
गुरु शिष्य मिलन को देखने के लिए मुकेश शर्मा, रूप शर्मा ,नरेंद्र निदेशक सहित कई जन मौजूद रहे।
 फोटो कैप्शन 01: अपने गुरु से आशीर्वाद लेते हुए मग सिंह भाटी।


गंगा दशहरा के दिन भागीरथ गंगा को लाए थे धरती पर, पर्व 30 मई को
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कनीना की आवाज। गंगा दशहरा जेष्ठ शुक्ल दशमी 30 मई को कनीना एवं आसपास मनाया जा रहा है। कनीना ही नहीं अपितु विभिन्न गांवों में इस दिन पूजा अर्चना , अखंड पाठ एवं विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जजा रहे हैं। इस दिन गंगा नदी को भागीरथ धरती पर लेकर आए थे। पुराणों में कथा प्रचलित है कि राजा सगर ने अश्वमेध यज्ञ किया था इनके साठ हजार उत्तर पुत्र बांधव थे जो अश्वमेघ घोड़े के पीछे चल रहे थे। अश्वमेघ यज्ञ के घोड़े को देवराज इंद्र ने चुरा कर कपिल मुनि के आश्रम में बांध दिया था। जब सगर के पुत्र पुत्र कपिल मुनि के आश्रम पहुंचे तो उन्हें आभास हुआ कि कपिल मुनि ने ही उनके घोड़े को चुरा लिये। उन्होंने कपिल मुनि को कटु वचन कहने शुरू कर दिये जिसके चलते कपिल मुनि ने सगर के साठ हजार पुत्रों को भस्म कर दिया। तत्पश्चात अंशुमान उनके आश्रम में गए क्षमा मांगी और घोड़ा लेकर आ गए। साथ में उन्हें अपने पूर्वजों का उद्धार करने की प्रार्थना की जिसके लिए कपिल मुनि ने उन्हें गंगा को धरती पर लाने की बात कही। अंशुमान घोड़े को लाया और अश्वमेध यज्ञ पूरा किया तत्पश्चात सगर गंगा को धरती पर लाने के लिए तप करते करते स्वर्ग सिधार गए। अंशुमान अपने पुत्र दिलीप को राज सिंहासन पर बैठा कर गंगा को धरती पर लाने का प्रयास किया किंतु वह भी स्वर्ग सिधार गए। तत्पश्चात दिलीप के पुत्र भागीरथ ने गंगा को धरती पर लाने का प्रयास किया। उन्होंने गंगा को प्रसन्न किया किंतु गंगा के हठी स्वभाव के कारण उसे धरा पर गिरकर  पाताल में धंस जाने की बात कही जिसके चलते शिव भोले को प्रसन्न कर गंगा को अवतरित करने की प्रार्थना की। शिव भोले ने गंगा को अपनी जटाओं में उलझा लिया तत्पश्चात जटाओं से धरती पर गिराया। इस दिन ही गंगा धरती पर अवतरित हुई थी और सगर के पुत्रों पुत्रों का उद्धार किया था। यद्यपि गंगा को धरती पर भागीरथ ने लाने के लिए तथा उनके पूर्वजों के भस्म स्थल तक पहुंचाने के लिए बहुत कष्ट झेले थे जिसके कारण आज भी उनके नाम पर भागीरथी प्रयास शब्द प्रचलित है। यह दिन बहुत शुभ माना जाता है। इसलिए इस दिन गंगा की पूजा की जाती है।
क्या कहते हैं प्रवेश पंडित-
कनीना के प्रवेश पंडित का कहना है कि यह दिन अति शुभ होता है। इस दिन धर्म एवं कर्म में विश्वास रखकर भगवान भालेनाथ को याद करना चाहिए तथा गंगा मैया की पूजा करनी चाहिए। इससे इष्ट फल प्राप्ति होती है।
फोटो कैप्शन: प्रवेश पंडित






किसान जुटे खरीफ फसल के कृषि कार्यों में
-35 एमएम हो चुकी है बारिश, अगैती फसल के लिए अनुकूल
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कनीना की आवाज। हिम्मत के साथ क्षेत्र के किसान एक बार फिर से खरीफ फसल की तैयारियों में लग गए हैं। रबी फसल दौरान ओलावृष्टि, ठंड पडऩे तथा अनुकूल मौसम न होने से रबी फसल पैदावार कम हुई है। अन्न को बेचकर किसान फिर से खरीफ फसल के लिए जुट गए हैं।
  कनीना की कृषि योग्य भूमि 52 हजार हेक्टेयर होने से बावनी नाम से जानी जाती है। किसान हिम्मत बांधकर फिर से खरीफ फसल की तैयारी में जुट गए हैं। वैसे तो किसानों की प्रमुख फसल गेहूं की है। किसान गेहूं को खाने के लिए सबसे अधिक प्रयोग करते हैं वहीं बाजरे की फसल चारे के लिए अधिक उपजाई जाती है और खाने के लिए कम। रबी फसल बेहतर पैदावार नहीं दे पाई। कुछ पैदावार हुई बेचकर घर के कामों के लिए धन प्राप्त किया है। इस बार कनीना मंडी में कम गेहूं की आवक इस बात का प्रमाण है कि पैदावार कम हुई है। अब दिनरात खरीफ फसल की बीजाई में लगे हुये हैं।
 अब किसान खरीफ फसल की तैयारी में लग गया है। खेतों में खाद डालने विशेषकर गोबर का खाद  ऊंटगाड़ी, ट्रैक्टर एवं ट्राली से डाल चुके हैं और अब 35 एमएम बारिश होने के बाद कृषि कार्यों में जुट गये हैं। बीज की दुकानों पर भारी भीड़ है। अच्छे बीज एूंढ रहे हैं।
  कनीना के किसान अजीत सिंह, योगेश कुमार, रोहित कुमार ने बताया कि रबी फसल पैदावार लेने के तुरंत बाद किसान अपनी खरीफ फसल में लग जाता है। इस बार समय पर बारिश हो चुकी है। इस दौरान बाजरा, ग्वार आदि उगा रहे हैं। दिन रात ट्रैक्टरों द्वारा जुताई एवं बीजाई का काम चल रहा है।  किसानों ने बताया कि खरीफ फसल पूर्णरूप से बारिश पर आश्रित है। बारिश होने के बाद अब किसान व्यस्त हो गये हैं।
  किसान पशु पालक होने के कारण पशुओं के गोबर से खाद बनाते हैं या फिर गोबर से कंपोस्ट व केंचुआ खाद बनाकर खेतों में डालते। इस बार करीब 17 हजार हेक्टेयर पर बाजरा उगाये जाने की संभावना है।
इस संबंध में पूर्व कृषि विशेषज्ञ डा. देवराज यादव ने बताया कि यह समय बिजाई के लिए अनुकूल है। जून माह के प्रथम सप्ताह में अक्सर बिजाई की जाती है। इस वक्त बीजाई कर देने से अगेती फसल बेहतर हो पाएगी और भावी पसल के लिए समय भी बच पाएगा जिसके चलते किसान यह पैदावार भी ले सकते और रबी फसल की  बिजाई भी समय पर कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि बाजार में अनेकों वैरायटी बाजरे की आई हुई है जो उगाई जा सकती है। वैसे भी इस वक्त खेतों में कपास और चारा देने वाली फसलें खड़ी हुई है जिन पर भी अब आ गई है। किसान खुश है तथा अपनी खरीफ फसल की बिजाई की तैयारियों में लग गए हैं।
फोटो कैप्शन 03: किसान खरीफ फसल के लिए तैयारी में जुटे हुये।








नंगल हरनाथ के पूर्व सरपंच पतराम का निधन
-92 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांस
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कनीना की आवाज। कनीना उप-मंडल के गांव नंगल हरनाथ में के पूर्व सरपंच पतराम का निधन हो गया। वे 92 वर्ष के थे। गांव के विकास में और समाज सेवा में उनका अहम योगदान रहा है। वे अपने पीछे 2 पुत्र दिनेश व बाबूलाल तथा दो पौत्र, 4 पौत्री सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। इस अवसर पर उनके अंतिम संस्कार में अजेंद्र सरपंच, प्रदीप कुमार, श्रीचंद प्राध्यापक, रोहतास सचिव, महावीर, दयाराम, अमित आदि शामिल हुये। उन्होंने दिवंगत आत्मा को महान सेवक बताते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किए। उनका अंतिम संस्कार गांव में विधि विधान से किया गया।
 फोटो कैप्शन : स्व पतराम






























पालिका चुनाव बने प्रतिष्ठा का सवाल
-चुनाव लडऩे के लिए लालायित हें लोग
-अभी चुनाव होते नजर नहीं आते
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कनीना की आवाज। नगरपालिका के प्रधान सतीश जेलदार ने 22 मई 2018 को शपथ ली थी तथा चुनाव 13 मई 2018 को हुये थे किंतु पत्र अनुसार उनका कार्यकाल 24 जून 2023 तक का निर्धारित कर दिया गया है।
पालिका प्रधान सतीश जेलदार ने 22 मई 2018 को शपथ ली थी परंतु सोशल मीडिया के एक पत्र ने में स्पष्ट कर दिया है कि उनका कार्यकाल 24 जून 2023 तक रहेगा। इस संबंध में पालिका प्रधान सतीश जेलदार से भी बात हुई है किंतु अभी तक उनके पास उनके कार्यकाल समापन के विषय में कोई पत्र नहीं मिला है। स्पष्ट है कि उनका कार्यकाल भी अब 24 जून 2023 तक की रखा गया है। उधर पत्र अनुसार कनीना नगर पालिका की प्रधान पद के लिए आरक्षण हो चुका है परंतु आज आधिकारिक पत्र नहीं मिला है। यह पद महिला के लिए आरक्षित कर दिया गया है।  इस पत्र की सूचना को लेकर के अनेक प्रकार की भ्रांतियां क्षेत्र में फैली हुई है, कुछ लोग इसे फर्जी करार देते हैं परंतु इसमें प्रदेश की 22 पालिकाओं का वर्णन है फर्जी नहीं हो सकता है? सभी 22 पालिकाओं का सही सही आंकड़ा लिखा हुआ है। यह सत्य है कि इस पर किसी प्रकार का कोई एंडोर्समेंट नहीं है जिसको लेकर के इसे फर्जी माना जा रहा है परंतु जो कुछ हो, कनीनावासी हर प्रकार से चुनाव लडऩे के लिए तैयार है। अगर प्रधान पद महिला के लिए आरक्षित हो जाता है तो बहुत से धुरंधरों के लिए केवल पार्षद का चुनाव लडऩा मजबूरी बन जाती है जिसके चलते पार्षद पद का चुनाव कांटे की टक्कर तलवार की धार के समान होगा क्योंकि चुनाव लडऩा चाहने वाले लोग किसी प्रकार पीछे हटने वाले नहीं। यदि प्रधान पद के लिए उनके परिवार से कोई महिला तैयार नहीं होती है तो वे पार्षद पद के लिए चुनाव लड़ सकते हैं। वैसे भी पार्षद पद के लिए चुनाव लडऩे वाले अभी तक बहुत कम लोग आगे आ रहे हैं क्योंकि प्रधान की शक्ति इस बार अधिक हो गई है, उसका चुनाव सीधा होने की वजह से उसे पार्षदों का काम कम हो गया है भविष्य में प्रधान बनने के बाद किसी प्रस्ताव को पारित करते समय इन पार्षदों की जरूरत हो सकती है। ऐसे में बड़ा और सशक्त पद प्रधान का बना दिया गया है जिसको लेकर के दर्जनों लोग तैयार थे किंतु जब से पत्र की सूचना सोशल मीडिया पर प्रसारित हुई है तब से लोग शांत बैठ गए हैं। उनका अब विचार और मंथन हो रहा है कि किस को मैदान में खड़ा किया जाए। यह सत्य है कि चुनाव लडऩे वाले अब अपनी मां, बहन, बेटी या पत्नी को चुनाव लड़ा सकते हैं, स्वयं भी पार्षद पद के लिए चुनाव लडऩे के लिए तैयार हो रहे हैं। कनीना के पार्षद पद के लिए चुनाव लडऩे वाले महेश बोहरा एक है। उनके पिता राव सत्यवीर बोहरा भी पार्षद रह चुके हैं। अपने पिता के पद चिन्हों पर चलते हुए पार्षद पद के चुनाव की तैयारियों में जुटे हुए हैं क्योंकि उन्होंने तो कभी से ही पार्षद पद के की घोषणा की है और पालिका प्रधान बनने की इच्छा नहीं रही की? विजय चेयरमैन भी पार्षद पद के चुनावों के लिए तैयार हैं। अब भविष्य में जब कोई आधिकारिक पत्र आएगा तब की कोई आगे की कार्रवाई चल पाएगी। बहरहाल अभी चुनाव होते नजर नहीं आ रहे हैं क्योंकि जून महीना बाकी है। यदि चुनाव जून में होते है तो अभी तक कोई कार्रवाई हो चुकी होती।  एक और जहां प्रधान का कार्यकाल भी 24 जून तक का किया हुआ है वहीं मतदाता सूचि का अंतिम प्रकाशन भी अभी तक नहीं हुआ है। ऐसे में नहीं लगता कि जून माह में कोई चुनाव हो सकेंगे। ऐसे में जून तक चुनाव नहीं होते तो पत्र में कहे अनुसार 31 दिसंबर 2023 से पहले पहले ही चुनाव करवाए जाएंगे। अब सभी की नजरें इन चुनावों पर टिकी हुई हैं।
कनीना नगर पालिका चुनावों पर टिकी हैं नजरें********
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कनीना नगर पालिका में सतीश जेलदार ने 13 मई 2018 को प्रधान पद की शपथ ली थी। उनका कार्यकाल 24 जून 2023 तक का निर्धारित कर दिया गया है। नगरपालिका के लिए जहां प्रधान पद के लिए आरक्षण भी घोषित हो चुका है। अब कनीना नगर पालिका का प्रधान पद महिला के लिए आरक्षित होगा, ऐसे संकेत मिल चुके हैं
 उल्लेखनीय है कि कनीना कस्बे में जहां पहले भी दो योजनाओं में दो महिलाएं प्रधान रह चुकी है, एक बार फिर से महिला को यह कमान संभाली जाएगी। कुछ भी हो महिला या पुरुष सभी चुनावों के लिए तैयार हैं। अधिकारिक पत्र आना अभी बाकी है।
इससे पहले भी शारदा और संतोष देवी पालिका प्रधान दो अलग-अलग योजनाओं में रह चुकी है। अब एक बार फिर से महिला को कमान दी जाएगी। सबसे बड़ी विडंबना है कि पूर्व प्रधान और वर्तमान प्रधान भी इस चुनाव प्रक्रिया में प्रधान पद के चुनाव से बाहर हो गए हैं, बेशक वे चाहे तो पार्षद के चुनाव लड़ सकते हैं। लेकिन प्रधान पद के चुनाव डायरेक्ट होने के चलते प्रधान नहीं बन पाएंगे। नए सिरे से चुनावी जोड़ दौड़ में लग गए हैं। चूंकि महिला को ही चुनाव लड़वाना पड़ेगा। क्या कहते हैं पालिका के वर्तमान और पूर्व प्रधान----
पालिका के वर्तमान प्रधान सतीश जेलदार ने बताया कि उनकी पुत्रवधू अनुराधा पढ़ी लिखी है जो यह चुनाव लड़ेगी तथा वो स्वयं तो पहले से ही चुनाव न लडऩे की बात कह चुके हैं। उनका पुत्र चुनाव लडऩे का इच्छुक है किंतु पालिका प्रधान आरक्षित होने के कारण अब वो भी चुनाव से बाहर हो गए हैं। हर प्रकार से चुनाव लडऩे के लिए महिला एवं पुरुष तैयार हैं। महिला के लिए प्रधान पद आरक्षित हो जाएगा तो पार्षद के चुनाव लडऩा और भी कठिन हो जाएगा क्योंकि प्रधान पद से वंचित रहे लोग पार्षद के लिए हाथ पैर मारेंगे।
उधर पालिका के पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह लोढ़ा ने बताया वो स्वयं चुनाव न लड़ पाए किंतु उनके परिवार के सदस्य चुनाव जरूर लड़ेंगे। उन्होंने बताया कि पुत्रवधू दीप्ती राव उनके परिवार से चुनाव लड़ सकती है।
 वहीं पूर्व पालिका प्रधान मास्टर दिलीप सिंह की पुत्रवधू सुमन चौधरी चुनाव लड़ सकती है। एडवोकेट दीपक ने बताया कि वह चुनाव लडऩे के लिए तैयार था किंतु महिला के लिए प्रधान पद आरक्षित होने के कारण वे अपनी पत्नी सुमन चौधरी को चुनाव लड़वाएंगे। एकदम चुनाव लडऩे वालों के लिए आरक्षण ने समस्या पैदा कर दी है। जो पुरुष चुनाव लडऩा चाहते थे वह अब प्रधान पद से पीछे हट गए हैं। कनीना पालिका जहां चुनाव लडऩे वाले नए-नए चेहरे उभर सकते हैं। अशोक वर्मा वार्ड चार के घर से महिला चुनाव लडऩे के लिए तत्पर है।
कमल पूर्व पार्षद ने बताया कि उनके परिवार से भी एक महिला अवश्य चुनाव लड़ेगी किंतु उन्होंने नाम उजागर नहीं किया। उधर एडवोकेट पंकज यादव की मां संतोष देवी यह चुनाव लड़ सकती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पहले वो स्वयं चुनाव लडऩे का इच्छुक था किंतु आरक्षण के बाद उनकी मां चुनाव लड़ेगी जो वर्तमान में पार्षद है। ऐसे में अब कनीना में महिलाओं के लिए फिर से चुनाव लडऩे की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

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