शहीदों की शहादत से खुली हवा में सांस ले रहे
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कनीना। शहीदों की शहादत के कारण ही आज हम सुख और चैन का जीवन जी रहे है। अगर इस देश में शहीद न होते तो शायद हम भी खुली हवा में श्वास लेने के लिए मजबूर हो जाते है। ये विचार ठाकुर अतरलाल ने खंड कनीना के गांव धनौन्दा में शहीद महेशपाल की 12वीं ओपन चार दिवसीय फुटबाल खेल प्रतियोगिता के शुभारंभ अवसर पर बोलते हुए व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि शहीद महेशपाल सिंह का जन्म गांव धनौन्दा में 20 जून 1965 को बिहारी सिंह के घर में माता अनूप देवी की कोख से पैदा हुए वही उनकी शिक्षा एवं दीक्षा गांव के ही सरकारी स्कूल में हुई तथा उन्होंने दसवी कक्षा पास करते ही सेना की पहली भर्ती देखी और वह 1984 में सेना में भर्ती होकर राजपूताना राइफल सेंटर में ट्रेनिंग के उपरांत इनको सेवन राजपूताना यूनिट तथा टेल्टा कम्पनी और प्लाटून दस मिली।
वही शहीद के जीतपाल सिंह शास्त्री ने यह भी बताया कि उनकी सर्विस के चार साल बाद ही देश की तरफ से उनको 1988 में शांति सेना के रूप में श्रीलंका भेज दिया था। जहां श्रीलंका में एलटीटी उग्रवाद चल रहा था वहा महेशपाल सिंह ने अपनी ड्यूटी को बखूबी निभाते हुए एक दिन महेशपाल सिंह श्रीलंका में जाफरा सेक्टर में 17 जनवरी 1989 में डयूटी के दौरान सुबह अपनी टीम के लोगों के साथ वह गश्त करते हुए एक नाला पार कर रहे थे तो अचानक पहले से घात लगा कर बैठे एलटीटी के चार उग्रवादियों ने उनकी टीम पर अंधाधुंध गोलियां बरसा दी जिसके कारण उनको कई गोलियां लगी लेकिन उसके बाद भी महेशपाल सिंह ने अपनी भारत माता की लाज रखते हुए अपनी टीम के साथियों को बचाते हुए घायल अवस्था में ही चारों उग्रवादियों को वही ढेर कर दिया और बाद में खुद भी भगवान को प्यारे हो गए।
शहीद के अनुज भाई जीतपाल सिंह शास्त्री एवं जगदीश सिंह ने बताया कि शहीद महेशपाल सिंह की पुण्य तिथि पर हर वर्ष की भांति ओपन फुटबाल खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है जिसमें देश के विभिन्न कोनों से खिलाड़ी आते है और अपनी प्रतिभा को जौहर दिखाते है। वही इस अवसर पर शहीद परिजन व गांव तथा आसपास के क्षेत्र से सैकड़ों गणमान्य लोग उपस्थित थे। इस मौके पर सभी ने शहीद को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
फोटो कैप्शन 2: शहीद को श्रद्धासुमन अर्पित करते जन एवं अतरलाल।
राष्ट्रीय सचिव बनाए जाने पर बधाई
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कनीना। कनीना खंड के गांव बाघोत निवासी तथा अध्यक्ष हरियाणा बिजली बोर्ड कर्मचारी संघ महावीर सिंह भूमला को युवा गुर्जर महासभा का राष्ट्रीय सचिव/सह प्रभारी हरियाणा मनोनीत किए जाने पर क्षेत्र के लोगों ने उन्हें बधाई दी है। शिवपाल गुर्जर राष्ट्रीय अध्यक्ष ने उन्हें युवा गुर्जर महासभा का पदाधिकारी नियुक्त किया है।
इस मौके पर उन्हें बधाई देने वालों में बलबीर खटाणा, सुन्दर, धर्मबीर सरपंच, मांगे राम गिरदावर, महेन्द्र पटवारी खरकड़ा बास, दीपचन्द साहब, लीलाराम, करण सिंह, राजबीर, शीशराम, बालू प्रधान कोका,जसराम पहलवान, ओमप्रकाश सूबेदार साधु राम, संतोष पहलवान, भल्लेराम, सूबेदार जगदीश, थानेदार सतवीर, महाबीर कोच, ईश्वर सूबेदार, शम्भूदयाल सूबेदार, कृष्ण पंच, रणधीर पहलवान आदि प्रमुख हैं।
फोटो कैप्शन: महाबीर पहलवान।
गर्म वस्त्र वितरित
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कनीना। मंगोरी देवी माता मंदिर सेवा समिति ने कनीना के आंगनबाड़ी केंद्र पर 30 जरूरतमंद महिलाओं को गर्म वस्त्र वितरित किए। ये गरम शॉल जरूरतमंद महिलाओं को वितरित किए गए। गर्म वस्त्र वितरण करने का कार्य ब्लॉक प्रधान माया देवी कनीना ने किया।
उन्होंने कहा कि महिलाओं को बहुत अधिक काम करने पड़ते हैं और सर्दी में भी अपना ख्याल नहीं रखती। ऐसे में उन्हें गर्म वस्त्र की बहुत जरूरत होती है। यदि समय पर गर्म वस्त्र मिल जाए तो वह अपने शरीर की देखरेख कर पाएंगी वरना बीमार पड़ सकती हैं।
उन्होंने कहा कि उनकी संस्था हर समय जरूरतमंद तथा गौशालाओं के लिए तत्पर रहती है। गौशाला में जाकर गायों की सेवा करती है। उन्होंने बताया कि उनका उद्देश्य समाज कल्याण के लिए कार्य करना है। वे जरूरतमंदों की मदद के साथ समाज सुधार में भी अहम भूमिका निभाती हैं। सामाजिक कार्यों में भी बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं। इस मौके पर कैशियर प्रदीप शर्मा झांसवा सहित समिति के विभिन्न पदाधिकारी मौजूद थे।
फोटो कैप्शन तीन: जरूरतमंद महिलाओं को गर्म वस्त्र वितरित करते हुए मंगोरी देवी सेवा समिति की माया देवी।
रसूलपुर में आयोजित हुई किसान गोष्ठी
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कनीना। कनीना खंड के गांव रसूलपुर में आत्मा स्कीम के तहत किसान गोष्ठी का आयोजन हुआ जिसमें एक सौ किसानों ने भाग लिया। जिसकी अध्यक्षता डॉ सज्जन सिंह धनखड़ खंड कृषि अधिकारी कनीना ने की। इस गोश्ठी में मुख्य वक्ता डा रमेश यादव वरिष्ठ संयोजक कृषि विज्ञान केंद्र महेंद्रगढ़ थे।
किसान गोष्ठी में किसानों को संबोधित करते हुए डॉ रमेश यादव ने सरसों में संतुलित खाद आने वाली बीमारियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ज्यों ज्यों फसल बड़ी होती है त्यों त्यों कोई न कोई बीमारी सरसों फसल में आना स्वाभाविक होता है। मौसम का बदलाव भी बीमारियों का कारण बन सकता है। ऐसे में किसानों को अपनी फसल का नियमित परीक्षण करना चाहिए और बीमारी मिलने पर तुरंत विभाग से सलाह लेनी चाहिए।
वहीं उन्होंने इस मौके पर उन्होंने कहा कि किसानों को संतुलित खाद डालने चाहिए। अधिक खाद डालने से भी जहां खेत में नुकसान होगा वहीं कम खाद डालने से भी फसल बेहतर पैदावार नहीं दे पाएंगी। उन्होंने आय दोगुनी करने व खेत और घर पर आय व्यय के प्रबंधन पर विचार व्यक्त किए। उन्होंने माना कि किसान बेहतर जीवन नहीं जी पा रहे हैं क्योंकि उनकी आय कम है। अगर आय बढ़ जागी तो उनकी जीवन स्तर भी सुधर जाएगा। उन्होंने किसानों को आधुनिक खेती के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि आर्गेनिक खेती किसानों के लिए लाभप्रद बन रही है। उन्होंने कहा कि एक वक्ता जो किसान आर्गेनिक खेती करने से कतराते थे। अब वक्त आ गया है कि आर्गेनिक खेती न केवल सेहत के लिए बेहतर है वहीं आय भी बढ़ा सकते हैं।
इस अवसर पर खंड कृषि अधिकारी डा सज्जन सिंह ने किसानों को प्रधानमंत्री किसान निधि, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, मेरी फसल मेरा ब्योरा आदि महत्वाकांक्षी योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर डा देवराज कृषि विस्तार सलाहकार ने बायो गैस की सब्सिडी पर फायदों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर डॉ अशोक ढील्लो फार्म प्रबंधक विशेषज्ञ किसान किसान विकास केंद्र महेंद्रगढ़, डॉ विकास एडीओ, डा देवेंद्र यादव, जय सिंह नंबरदार, मनीषा बीटीएम, महेश एटीएम, जय सिंह नंबरदार, सरजीत, रामकिशन, हनुमान ,सत्यवीर सहित किसान मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 6 किसान गोष्ठी को संबोधित करते हुए महेंद्रगढ़ कृषि विशेषज्ञ डा रमेश कुमार।
आरपीएस तथा शहीद महेशपाल के बीच बराबरी पर छूटा खेल
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कनीना। धनौन्दा में शहीद महेशपाल क्लब तथा ग्राम पंचायत के तत्वावधान में आयोजित 12वीं शहीद महेापाल ओपन फुटबाल प्रतियोगिता का शुक्रवार को उद्घाटन ठाकुर अतरलाल एडवोकेट तथा शहीद के भाई जीतपाल सिंह ने राष्ट्रीय ध्वज फहराकर कर किया।
इससे पहले अतरलाल ने सरपंच रूपेन्द्र सिंह, जीतपाल सिंह व क्लब के सदस्यों के साथ शहीद महेशपाल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर शहीद को नमन किया। उन्होंने शहीद कल्ब तथा ग्रामवासियों को शानदार चार दिवसीय ओपन फुटबाल प्रतियोगिता आयोजित करने के लिए बधाई देते हुए कहा कि शहीदों का सम्मान करना हर व्यक्ति का कर्तव्य है। टूर्नामेंट में 35 टीमें भाग ले रही हैं। प्रतियोगिता के अंतिम दिन 20 जनवरी को लड़कों की 100 मी, 400 मी, 800मी. व 1600मी. और लड़कियों व वृद्धों की 100 मीटर दौड़ भी आयोजित की जाएगी।
उद्घाटन मैच आरपीएस और शहीद महेशपाल क्लब टीम के बीच खेला गया जिसमें दोनों टीमें 2-2 से बराबर रही। इस अवसर पर सरपंच रूपेन्द्र सिंह, पूर्व जिला पार्षद सूबेदार मालाराम, विजेन्द्र सिंह चौहान, जोशी जी, प्रहलाद सिंह, विनयपाल सिंह, जगदीश, कैलाश, चन्द्रभान, मुकेश, सूबेदार प्रताप सिंह, बलबीर सिंह, अड़ीसाल, कंवरपाल, प्रमोद शर्मा सहित सैकड़ों खिलाड़ी व ग्रामवासी उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 7: खेलों का शुभारंभ करते अतरलाल
पुलिस के जवान को दी अंतिम विदाई
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कनीना। दौंगड़ा अहीर के निवासी एवं हरियाणा पुलिस के जवान की असामयिक मौत पर हरियाणा पुलिस जवानों ने सलामी के साथ अंतिम विदाई दी।
मिली जानकारी अनुसार रणधीर सिंह पुत्र दलीप सिंह दोंगड़ा अहीर निवासी हरियाणा पुलिस में कार्यरत था। किंतु वर्तमान में उनकी तैनाती भोंडसी ट्रेनिंग सेंटर पर लगी हुई थी। विगत दिनों बीमारी के कारण अपने गांव आए थे। बीमारी के चलते ही उनका देहांत हो गया। शुक्रवार उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस मौके पर पुलिस के जवानों ने अपने साथी को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर दौंगड़ा चौकी प्रभारी एएसआई सुमन के अतिरिक्त भारी संख्या में पुलिस के जवान तथा आसपास के लोग उपस्थित थे।
वित्तमंत्री जी सुनिए
इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों पर जीएसटी घटाया जा
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कनीना। इलेक्ट्रॉनिक्स का सामान जिनमें टीवी, एलसीडी, एलईडी तथा अन्य यंत्रों पर वर्तमान में 12 से 18 प्रतिशत जीएसटी लगा हुआ है, जिसको लेकर के उपभोक्ताओं वं उपकरण बेचने वाले दुकानदारों में रोष है। उन्होंने की मांग की है इन उपकरणों पर जीएसटी खत्म किया जाए।
सुरेश कुमार का कहना है कि मनोरंजन हर व्यक्ति की जरूरत है। चाहे छोटा बच्चा है, चाहे जवान या फिर महिला हो या पुरुष सभी इन उपकरणों की ओर लुभाते हैं किंतु ये इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण उन्हें महंगे दामों पर मिल रहे हैं क्योंकि उन पर जीएसटी 12 से लेकर के 18 फीसदी तक लगाया हुआ है। ऐसे में उपभोक्ता इन उपकरणों को महंगे दामों पर खरीदने को मजबूर है। यदि इन पर जीएसटी घटा दिया जाए तो हर गरीब एवं अमीर सभी के लिए आसानी से उपलब्ध हो सकते हैं। उन्होंने वित्त मंत्री से इन उपकरणों पर जीएसटी घटाने की मांग की है।
गोविंद कुमार का कहना है कि आज के दिन इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण लोकप्रिय हो रहे हैं। चाहे चाय पिलाने वाला हो या गाय चराने वाला हो, सभी को इलेक्ट्रॉनिक्स उपकार की जरूरत है। यदि इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण आहनी से उपलब्ध होगा तो वे अपना मनोरंजन आसानी से कर पाएंगे। वहीं इन उपकरणों को आसानी से खरीद पाएंगे। उनका कहना है कि इन उपकरणों पर 12 से 18त्न फीसदी तक जीएसटी लगाया हुआ है जो बहुत अधिक है। बहुत कम आय वाले व्यक्ति तो इन उपकरणों को खरीदनेे से कतराते हैं। ऐसे में के दिन उपकरणों पर जीएसटी घटा दिया जाए तो निसंदेह उनको बहुत अधिक लाभ होगा। उन्होंने मांग की है कि इन उपकरणों पर अधिकतम 3 फीसदी जीएसटी लगाया जाए या जीएसटी खत्म कर दिया जाए।
उधर रोहित कुमार का कहना है कि इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण सभी की जरूरत है। ये उपकरण जितने सस्ते होंगे इतनी आसानी से उपलब्ध हो पाएंगे। नृत्य एवं मनोरंजन करने वाले, इसी प्रकार के अंदर नृत्य आदि की ट्रेनिंग लेने वाले तथा विभिन्न प्रतियोगिताओं में इन उपकरणों की जरूरत होती है। वे अपनी प्रतिभा में निखार तभी ला सकते यदि यह उपकरण आसानी से उपलब्ध हो पाएंगे। ऐसे में उन्होंने जीएसटी घटाने की वित्त मंत्री से मांग करते हुए कहा है कि अधिकतम जीएसटी 3 फीसदी करना चाहिए या फिर पूर्णतया जीएसटी खत्म कर देना चाहिए। उनकी मांग है गरीब तबके के लोगों को ये उपकरण तभी उपलब्ध हो पाएंगे जब ये आसानी से और सस्ते में उपलब्ध हो पाएंगे।
फोटो कैप्शन: गोविंद कुमार, रोहित कुमार, सुरेश कुमार।
मार्किंग सेंटर बनाए जाने की मांग
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कनीना। कनीना उपमंडल के तहत मार्किंग सेंटर बनाए जाने की मांग बलवती होने लगी है। लंबे समय से यह मांग चली आ रही है। वर्तमान में 10वीं तथा 12वीं कक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं की मार्किंग सेंटर केवल महेंद्रगढ़ तथा नारनौल में हो रहा है।
अध्यापक नेता सुनील कुमार यादव का कहना है कि कभी जिला महेंद्रगढ़ में दो उपमंडल होते थे जिनमें महेंद्रगढ़ तथा नारनौल दोनों स्थानों पर मार्किंग का काम चलता था किंतु अब जिला महेंद्रगढ़ में तीन उपमंडल हो गए जिनमें से कनीना एक है। ऐसे में कनीना में मार्किंग सेंटर स्थापित किया जाए क्योंकि यह मार्किंग सेंटर स्थापित किए जाने से एक और जहां शिक्षकों को दूरदराज मार्किंग के लिए नहीं जाना पड़ेगा वही शिक्षकों को सुविधा भी मिलेगी। उन्होंने कहा कि मार्च महीने में 10वीं तथा 12वीं की परीक्षाएं शुरू हो रही है और मार्च महीने के बाद मार्किंग का कार्य अप्रैल में शुरू होता है। ऐसे में अप्रैल में कनीना मार्किंग सेंटर स्थापित किया जाए।
अध्यापक नेता धर्मपाल शर्मा ने बताया कि कनीना खंड के 55 गांवों के शिक्षक जहां कनीना आना जाना सुविधाजनक समझते हैं किंतु उन्हें बोर्ड की मार्किंग के लिए या तो महेंद्रगढ़ या फिर नारनौल जाना पड़ता है या नारनौल जाना पड़ता है जिससे धन और समय की अधिक बर्बादी करनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि कनीना उपमंडल है ऐसे में कनीना में मार्किंग सेंटर घोषित किया जाए वही सितंबर माह में आयोजित होने वाली विभिन्न प्रकार की बोर्ड की परीक्षाओं के लिए भी यहां सेंटर बनाया जाए।
सब्जियों की पौध से कर रहे कमाई
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कनीना। कनीना क्षेत्र में सर्दियों के मौसम में लगाई जाने वाली सब्जियों की नर्सरी/पौध किसान तैयार कर रहे हैं। नर्सरी लगाकर जहां किसान अपने खेतों में सब्जियां तैयार करते हैं वही नर्सरी में तैयार पौध को बेचकर वह अतिरिक्त आय प्राप्त कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि कनीना क्षेत्र कई गांवों के कई किसान सर्दियों के मौसम में उगाए जाने वाली सब्जियों की पौध तैयार कर रहे हैं। किसान सत्यवीर भोजावास, गजराज सिंह मोड़ी, महावीर सिंह, अजीत कुमार, सूबे सिंह आदि ने बताया कि सर्दियों के मौसम में जनवरी तथा फरवरी माह में सब्जी लगाई जाती हैं। ये सब्जियां मार्च-अप्रैल माह में पैदावार देती है जिससे किसान अपनी पैदावार का लाभ उठाते हुए अतिरिक्त आय कमा सकते हैं। उन्होंने कहा कि सर्दियों में नर्सरी तैयार करना बहुत कठिन काम है। सावधानी अधिक बरतनी पड़ती हैं। इस वर्ष सर्दी अधिक पडऩे से पौध भी नष्ट हो गई। छोटे-छोटे पौधों को सर्दी से बचाने के लिए अतिरिक्त प्रबंध करने पड़ते हैं तब जाकर कहीं पौध तैयार होती है और सब्जियां उगाने वाले किसानों तक पहुंचाई जाती हैं। उन्होंने बताया कि नर्सरी तैयार करके सब्जियों की पौध बेचकर भी किसान अतिरिक्त आय कमा लेते हैं। सत्यवीर सिंह भोजावास किसान पूर्णता पौध बिक्री पर निर्भर करते हैं। पौध तैयार करके बेचकर अपनी आजीविका कमा रहे हैं। उन्होंने सर्दियां प्रारंभ होते वक्त लगाई जाने वाली पौध की बिक्री कर ली है तथा अब सर्दियों के अंतिम चरण में लगाई जाने वाली पौध की तैयारी कर रहे हैं। इसी प्रकार मोड़ी के किसान भी अपने खेतों में सब्जी की पौध लगाने के लिए उनकी नर्सरी तैयार कर रहे हैं। गजराज सिंह ने मोड़ी ने बताया कि वे टमाटर की पौध तैयार कर चुके हैं। अभी पौध छोटी हैं। जनवरी महीने के अंत तक कुछ बड़ी हो जाएंगी और जनवरी के अंतिम सप्ताह तथा फरवरी माह खेतों में लगा दिया जाएगा।
फोटो कैप्शन एक: मोड़ी का किसान सब्जी की पौध दिखाते हुए।
कनीना में बने बाइपास
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कनीना। कनीना के सामान्य बस स्टैंड पर बढ़ती भीड़ को देखते हुए बाइपास बनाने की मांग बलवती हो गई है। बाइपास बनाए जाने की कई बार चर्चाएं चली किंतु वे दफन हो गई।
कनीना के रवि कुमार, राजेंद्र सिंह, भीम सिंह, सुरेश कुमार, राजेश कुमार ने बताया कि समय समय पर कनीना बाइपास की चर्चाएं चलती रही हैं किंतु कनीना का बाइपास अभी तक नहीं बन पाया है। उन्होंने बताया कि कनीना बस स्टैंड के आस पास लोगों की भीड़ का दाब बढ़ता ही जा रहा है। बस स्टैंड पर जाम की समस्या बनी रहती है वहीं वाहन किसी वैकल्पिक मार्गों से होकर गुजारे जाते हैं। ऐसे में लोगों की मांग है कि कनीना में बाइपास शीघ्र बनवाया जाए। यही नहीं अपितु कनीना में अटेली मार्ग पर रेलवे फाटक पर पुल बनाए जाने की मांग भी है।
रेलवे फाटक बना मुसीबत
संवाद सहयोगी,कनीना। कनीना-अटेली रोड पर रेलवे विभाग का फाटक लोगों के लिए मुशिबत बना हुआ है। रेलवे विभाग ने अधिकतर स्थानों पर अंडर पास व ओवरब्रिज बनाकर लोगों को राहत प्रदान की है लेकिन कनीना से अटेली व नारनौल की तरफ जाने वाले मैन रोड पर विभाग के द्वारा न तो ओवरब्रिज बनाया गया है ओर न ही अंडर पास बनाया गया है। जिसकी वजह से लोगों के सामने काफी समस्याएं आ रही है। कनीना से नारनौल व अटेली जाने के लिए मैन रास्ता होने की वजह से इस रास्ते से प्रतिदिन हजारों की संख्या में वाहन आते जाते रहते है। कई बार तो फाटक बंद होने की वजह से इस रोड पर काफी लम्बा जाम भी लग जाता है। बता दे कि कनीना अनाजमंडी, सब्जी मंडी व फायर ब्रिगेड स्टेशन भी इसी रोड पर गांव चेलावास में बनाए जा रहे है। अगर इस रोड पर ओवर ब्रिज या फलाईऑवर नहीं बनाया गया तो भविष्य में लोगों के सामने समस्याएं और भी अधिक बढ़ जाएंगी। इस ट्रेक पर रेल विभाग की 18 पेसेंजर व 8 सुपरफास्ट ट्रेनों सहित अनेक मालगाडिय़ां भी गुजरती हैं। गाडिय़ों के आगमन पर फाटक को बंद रखा जाता है जिसकी वजह से इस रोड पर वाहनों की लम्बी-लम्बी कतार लग जाती है। फाटक बंद होने की वजह से कई बार स्कूल की बसे भी जाम में फंस जाती है जिसकी वजह से छोटे-छोटे बच्चों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
पूर्व लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर सिंह तथा डिप्टी स्पीकर संतोष यादव ने भी पुल को बनाने का आश्वासन दिया था किंतु अभी तक इस पुल के निर्माण का कार्य शुरू नहीं हुआ है। उल्लेखनीय है कि इस पुल के न होने से सुबह से शाम तक बार-बार फाटक बंद होता है और बार-बार यात्री परेशान देखे गए हैं। पुल के निर्माण के लिए आवश्यक शर्तें भी लगभग पूर्ण कर रहा है। ऐसे में कनीना के तथा आसपास गांव के लोगों की मांग है की अविलंब पुल का निर्माण करवाया जाए।
क्या कहते है क्षेत्र के लोग-
समाजसेवी शिबू पंसारी ने बताया कि कनीना अटेली रोड पर बना फाटक इस रूट के लोगों के लिए सबसे बड़ी समस्या बना हुआ है। सुबह व शाम के समय इस रूट से विभिन्न स्कूलों की दर्जनों बसों का आवागमन होता है। फाटक बंद होने की वजह से इस स्थान पर जाम की स्थिति बन जाती है कई बार तो जाम लगने की वजह से बसे घंटों तक जाम में ही फंसी रहती है। जिसके चलते छोटे-छोटे बच्चों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
चेयरमैन सुमेर सिंह ने बताया कि इसी रूट पर कनीना से तीन किलोमीटर दूर गांव चेलावास में कनीना सब्जीमंडी व फायरब्रिगेड स्टेशन का निर्माण करवाया जा रहा है। लेकिन इस रूट पर रेलवे फाटक होने की वजह से लोगों की समस्याएं कम होने की बजाएं ओर भी अधिक बढ़ेंगी। इसलिए इस फाटक पर जल्द से जल्द ओवरब्रिज या अंडरपास का निर्माण करवाया जाए ताकि लोगों को घंटों तक लगने वाले जाम से निजात मिल सके। भविष्य के लिए भी इस रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज होना बहुत अधिक आवश्यक है।
वाहन चालक धर्मपाल ने बताया कि कनीना-अटेली रोड कनीना से अटेली व नारनौल जाने का सबसे छोटा रास्ता यही है। इसपर प्रतिदिन हजारों की संख्या में वाहन आवाजाही करते है लेकिन इस रोड पर कनीना के पास बना रेलवे फाटक लोगों के लिए समस्या बना हुआ है क्योकि इस ट्रेक पर रेलवे की प्रतिदिन दो दर्जन से भी अधिक ट्रेने चलती है। जिस वजह से फाटक बंद होने पर यहां पर जाम की स्थिति बन जाती है। इस समस्या को खत्म करने के लिए इसपर जल्द से जल्द ओवरब्रिज बनाया जाना चाहिए ताकि लोगों को जाम व होने वाली देरी से राहत मिल सके।
राकेश सिंग्ला ने बताया कि रेलवे विभाग के द्वारा लोगों की सुविधा व दुर्घटनाओं को कम करने के लिए लगभग सभी रास्तों पर अंडरपास या आवेरब्रिज बनाए गए है। लेकिन कनीना-अटेली रोड पर कनीना के पास लगने वाले फाटक पर न तो ओवरब्रिज बनाया गया है न ही अंडर पास बनाया गया है। कनीना से नारनौल व अटेली के लिए मैन रोड होने की वजह से इसपर प्रतिदिन हजारों की संख्या में वाहन आते व जाते है। फाटक बंद होने की वजह से कई बार इस रोड पर काफी लम्बा जाम लग जाता है। जिससे वाहन चालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इन सब समस्याओं को खत्म करने के लि
ए इस फाटक पर जल्द से जल्द ओवरब्रिज या अंडरपास का निर्माण करवाया जाए ताकि लोगों को राहत मिल सके।
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