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Tuesday, January 21, 2020


अज्ञात युवक लड़की को बहला फुसला ले गया

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कनीना। दौंगड़ा अहीर चौकी में  एक महिला ने उनकी पुत्री को बहला-फुसलाकर अज्ञात व्यक्ति द्वारा ले जाने का मामला दर्ज करवाया है।
उन्होंने पुलिस में दर्ज शिकायत में कहा है कि अज्ञात व्यक्ति  उनकी लड़की को बहला-फुसलाकर भगा ले गया। उनकी शिकायत पर अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध लड़की को बहला फुसलाकर भगा ले जाने का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।


नेताजी की याद में फुटबाल प्रतियोगिता 23 से 

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कनीना। नेताजी मेमोरियल क्लब कनीना में ओपन फुटबाल प्रतियोगिता 23 जनवरी से शुरू हो रही है।
 विस्तृत जानकारी देते हुए क्लब प्रधान सूबेदार सतपाल सिंह ने बताया कि 23 जनवरी को खेलों का शुभारंभ चौधरी धर्मवीर सिंह सांसद महेंद्रगढ़ भिवानी तथा डा ओमप्रकाा यादव एडवोकेट संस्थापक आरपीएस शिक्षण संस्थान होंगे। वहीं 25 जनवरी को खेलों का समापन होगा जिसमें मुख्य अतिथि ओम प्रकाश यादव मंत्री हरियाणा तथा सीताराम यादव विधायक अटेली होंगे। इन खेलों में प्रथम स्थान पर रहने वाली टीम कोई कतरा ध्यान 71000 रुपये वही दूसरे स्थान पर रहने वाली टीम को 51000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त 100/ 200, चार सौ 800 तथा 1500 सीटर लड़के एवं लड़कियों की दौड़ 25 जनवरी को आयोजित की जाएगी। 14 वर्ष से नीचे के बच्चों की भी दौड़ करवाई जाएगी।





सब्जी मंडी अभाव में मटर उत्पादक किसान परेशान

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कनीना। पर्याप्त मात्रा में उगाई जा रही कनीना क्षेत्र में मटर की खेती सब्जी मंडी के अभाव में परेशानी का सबब बन रही है। किसानों को अपनी पैदावार लेने के लिए या तो किसी कंपनी की सहायता लेनी पड़ रही है या फिर कम से कम 20 किमी दूर पैदावार बेचने के लिए जाना पड़ता है।
   कनीना क्षेत्र में सब्जी उगाने में अग्रणी है। यहां इस बार भडफ़, करीरा व कनीना में मटर की खेती की हुई है। मटर की खेती इस बार बेहतर लाभ दे रही है। विगत दिनों बाजार में मटर एक सौ रुपये किलो तक बिका है। वर्तमान में भी भाव 30 रुपये किलो है। किसानों ने बताया कि अभी तक सब्जी मंडी में देशी मटर की आवक नहीं हुई है। देशी मटर स्वाद में मधुर होती है किंतु किसी कंपनी के साथ टाई अप करके मटर की पैदावार कर रहे हैं। कई बार तो कंपनी उनके मटर को नहीं खरीदती जिससे किसान मायूस हो जाते हैं किंतु कई बार कंपनी बीज देकर उनकी पैदावार को खरीद लेती है।
  किसानों ने बताया कि मटर की क्षेत्र में बेहतर पैदावार होती है किंतु किसानों के सामने अपनी मटर को बेचने के लिए कम से कम 20 किमी दूर महेंद्रगढ़ या 35 किमी दूर रेवाड़ी जाना पड़ रहा है। यही कारण है कि बेहतर पैदावार लेने के बावजूद भी किसान अपनी पैदावार का अच्छा लाभ नहीं ले पाते हैं। क्षेत्र में सब्जी मंडी खोले जाने की मांग उठ रही है। किसानों ने बताया कि हर बार सब्जी को मंडी तक ले जाने के लिए कम से कम एक हजार रुपये तक किराया देना पड़ रहा है।
    कनीना क्षेत्र में हालांकि सब्जी मंडी का अभाव है किंतु कनीना क्षेत्र में सब्जी उगाकर नाम कमाने वालों की कोई कमी नहीं है। गजराज सिंह, अजय सिंह ने चार एकड़ में मटर उगाया है जो किसी कंपनी से अनुबंधित हैं। जब कनीना में सब्जी मंडी बन जाएगी तब किसानों को लाभ मिलने की अधिक गुंजाइश होगी।
फोटो कैप्शन एक: अजय के खेत पर मटर की बेहतर खेती।


बार बार बदल रहा है मौसम,पुन:लौट आया कोहरा

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कनीना। कनीना क्षेत्र में रबी फसल के दौरान बार बार मौसम में बदलाव आया है। ठंड,  धुंध, कोहरा,कभी दिन का ताप अधिक, तो अब पुन: कोहरा पड़ रहा है।
कनीना क्षेत्र में मंगलवार को कोहरा पड़ा जो दोपहर तक चला। विगत तीन दिनों से लगातार कोहरा पड़ रहा है।  उल्लेखनीय है कि कनीना क्षेत्र में दिसंबर माह में बहुत कम कोहरा पड़ा है। किसान राजेंद्र सिंह, सूबे सिंह, अजीत कुमार, योगेश कुमार आदि ने बताया कि इस वर्ष रबी फसल की बिजाई के बाद मौसम ने कई करवट बदली है। कभी ठंड रहती है कभी दिन का ताप अधिक रहता है तो कभी धुंध पड़ी है। उन्होंने कहा कि कनीना की बावनी भूमि पर करीब 19000 हेक्टेयर में सरसों 11000 हेक्टेयर में गेहूं की बिजाई की गई है। ये दोनों फसलें ही किसानों की मुख्य फसलें है। इन फसलों को उगा कर वर्ष भर की आजीविका कमाते हैं। खरीफ फसल की बिजाई तो मात्र पशु चारे के लिए जाती है। वर्तमान में सरसों पर फूल आए हुए और गेहूं की फसल अंगड़ाई ले रही है। अभी तक बेहतर फसल के आसार नजर  आ रहे हैं।
किसानों का कहना है कि यूं ही मौसम चला तो तो गेहूं व सरसों की पैदावार बेहतर हो पाएगी। 
 उल्लेखनीय है कि रबी फसल चारे के साथ साथ खाने के रूप में प्रयोग करते हैं। इसी फसल पैदावार को किसान बाजार में बेचकर वर्ष भर की आय प्राप्त करते हैं। मौसम की मार झेलने पर भी सरसों एवं गेहूं की फसल बेहतर नजर आ रही है। कोहरे से जहां आवागमन में दिक्कत आ रही है वहीं फसल को लाभ मिलने के आसार हैं।



 23 जनवरी को कनीना में याद किया जाएगा शहीदों को

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 कनीना।  कनीना बस स्टैंड के पास निर्मित शहीद स्मारक पर ऐसे ही अमर सपूतों के नाम वर्णित जिनहोंने देश रक्षा में अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे। हर वर्ष शहीदी दिवस पर सभी को याद किया जाता है।
    न केवल 1962, 1965, 1971 के युद्धों में अपितु कश्मीर में उग्रवाद को मिटाने में या फिर देशद्रोहियों को सबक सिखाने में कनीना के वीरों का नाम अमिट है। 15 अगस्त 1969 को निर्मित शहीद स्मारक एवं मेमोरियल क्लब पर उन वीरों एवं अमर सपूतों के नाम वर्णित हैं जो युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत बने हुए हैं।
    1965 में पाक युद्ध दौरान कनीना के हवलदार रामकुमार ने वो अदम्य साहस दिखाया कि सरकार ने उन्हें मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया।  1971 के युद्ध में सुमेर सिंह एवं शेर सिंह फज्जर ने अपने जौहर दिखाए और अपने प्राण न्यौछावर किए। आज भी उनको ससम्मान याद किया जाता है।  कश्मीर में उग्रवादियों से लोहा लेते हुए सूबेदार सुजान सिंह ने 1994 में अपने प्राण मातृभूमि को अर्पित किए जिन्हें सरकार ने अशोक चक्र से सम्मानित किया है। उधर पुलिस में अशोक कुमार ने देशद्रोहियों से लोहा लेते हुए प्राण न्यौछावर किए । उनकी बहादुरी पर ही सरकार ने उन्हें शौर्य चक्र से नवाजा है।
  देश के अमर सपूतों ने हर वक्त मातृभूमि की रक्षा की है। जो पाकिस्तान भारत से दो बार शिकस्त खा चुका हैं उसने एक बार फिर कारगिल में घुसपैठ करवाई जिसका वीरों ने मुंहतोड़ जवाब दिया है। यही नहीं उग्रवाद ने सिर सदा उठाए रखा है और ऐसे में कनीना के डिप्टी कमांडेंट लाल सिंह ने अपने प्राण न्यौछावर करने पड़े हैं। इन सभी के नाम शहीद स्मारक पर वर्णित हैं। उधर नेताजी सुभाष चंद्र बोस जिनके नाम से अंग्रेज थर-थर कांपते थे उस शेर दिल के साथ कनीना के कई जवान, जांबाज, आजाद हिन्द के सिपाही कंधे से कंधा मिलाकर चलते थे। ऐसे ही वीरों में बंशीधर गुप्ता, किरोड़ीमल, पं.घनश्यामदास, गंगाराम, नेतराम, गणेशीलाल प्रमुख हैं। इन वीरों के नाम भी एक अलग आकाश में चमकते नजर आते हैं। इसके अलावा भी कई अन्य वीर हुए हैं जिन्हें याद किया जाता है।
नेताजी की याद में होंगे खेल-- जहां नेताजी स्मारक कनीना में दो वर्षों तक खल आयोजित नहीं हो पाए किंतु फिर से इस वर्ष फुटबाल ओपन प्रतियोगिता आयोजित की गई है।  खेलकूद प्रतियोगिताओं के जरिए जहां नेता जी को याद किया जाता है।
पुष्प अर्पित कर याद किया जाएगा-
नेताजी मेमोरियल क्लब कनीना के अध्यक्ष सतपाल साहब ने बताया कि नेताजी तथा कनीना के विभिन्न कनीना क्षेत्र के विभिन्न शहीदों को 23 जनवरी के दिन सुबह याद किया जाएगा। उन्हें पुष्प अर्पित किए जाएंगे। शहीद परिजनों को सम्मानित भी किया जाएगा।
मूर्ति जनवरी 2016 में स्थापित- नेताजी सुभाषचंद्र बोस की मूर्ति कनीना की इस शहीद स्मारक पर 15 अगस्त 1969 को स्थापित की गई है। स्मारक का पुन: रजिस्ट्रेशन 29 जुलाई 2014 को करवाया गया है।
फोटो कैप्शन 2: कनीना स्मारक।




जेईई में प्रिया रही प्रथम

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कनीना। एनटीए द्वारा आयोजित की जाने वाली राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षा जेईई मेंस की प्रथम चरण की परीक्षा में 43 ने सफलता पाई।
जगदेव सिंह यादव ने बताया कि प्रिया ने एनटीए स्कोर 95.33 प्राप्त कर प्रथम स्थान प्राप्त कर अपने माता-पिता, विद्यालय तथा क्षेत्र को गौरवान्वित किया है। इस अवसर पर विद्यालय निदेशक जगदेव यादव ने सभी मेधावी विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि यह सफलता विद्यार्थियों , अभिभावकों व अध्यापकों का संयुक्त प्रयास है। विद्यालय प्राचार्य ने भी सभी मेधावी विद्यार्थियों को बधाई देकर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। विद्यालय डीन ने बताया की यह परीक्षा जनवरी 2020 में आयोजित हुई जिसमें पूरे देश के लगभग 10 लाख विद्यार्थियों ने भाग लिया। जिसमें एसडी विद्यालय के अधिकतर विद्यार्थियो ने 80 से अधिक एनटीए स्कोर प्राप्त करके मेधावी सूची में स्थान बनाया है।
 उन्होंने बताया कि अप्रैल मास में पुन: इस परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। यदि कोई विद्यार्थी इस समय बेहतर परिणाम प्राप्त नही कर पाया वह उस अवसर का लाभ उठाकर अप्रैल में परीक्षा में भाग ले सकता है।
इस अवसर पर विद्यालय प्राचार्य, प्रबन्धन समिति के वरिष्ठ सदस्य राजेन्द्र यादव, सीईओ आर एस यादव, वरिष्ठ विभाग के मुखिया पूर्ण सिंह, कनिष्ठ विभाग के मुखिया नरेन्द्र यादव, सुरेन्द्र चौहान, सुनील यादव, देवव्रत यादव, समशेर यादव, सुदर्शन यादव, विनोद यादव, सुनील कुमार एवं समस्त स्टाफ  उपस्थित था।
फोटो कैप्शन 3: अव्वल रहे विद्यार्थियों के संग स्टाफ सदस्य।


खेलों से शरीर ही नहीं मन भी स्वस्थ रहता है- मनीष यादव

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कनीना। खेलों से शरीर ही नहीं बल्कि मन भी स्वस्थ होता है। इसलिए इस भाग
दौड़ भरी जिंदगी में कुछ  समय अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए खेलों में भी लगाना चाहिए। ये विचार मनीष यादव समाजसेवी ने धनौन्दा में पिछले चार दिन से चल रही शहीद महेशपाल फुटबाल खेल प्रतियोगिता के समापन अवसर पर व्यक्त किए।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि रोजमर्रा के टाइम में कुछ समय खेलों के लिए अवश्य ही निकालना चाहिए। वही चार दिवसीय महेशपाल फुटबाल खेल प्रतियोगिता में प्रथम स्थान महेशपाल क्लब की टीम के नाम रहा तथा द्वितीय स्थान करोथा गांव की टीम रही। इस अंतिम मुकाबले में शहीद महेशपाल टीम ने करोथा टीम को एक गोल लगाते हुए ट्राफी पर कब्जा कर लिया तथा करोथा को हार के साथ दूसरे नंबर पर रहना पड़ा।
वही मुख्य अतिथि मनीष यादव ने प्रथम टीम को 51 हजार रुपये नगद द्वितीय टीम को 31 हजार रुपये नगद देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर इनके साथ गांव के वरिष्ठ समाजसेवी जगदीश , शहीद के अनुज जीतपाल सिंह शास्त्री, कार्रवाहक सरपंच रूपेन्द्र सिंह, सूबेदार मालाराम, सतीश जोशी, नरेन्द्र शर्मा, हरीश शर्मा, रवि कुमार के अलावा अन्य ग्रामीण उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन : अव्वल रहे खिलाडिय़ों को पुरस्कृत करते मनीष कुमार।

विद्यार्थियों को अनुशासन में रहना चाहिए -कर्नल जीएस सिद्धू 

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 कनीना। विद्यार्थियों को अनुशासन में रहना चाहिए और अनुशासन में रहकर ही वो सब कुछ सीख सकता है। अनुशासनहीनता सबसे बड़ा अभिशाप है। यह विचार कमांडिंग आफिसर जीएस सिद्धू ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय दड़ोली में आयोजित दस दिवसीय एनसीसी जूनियर डिवीजन के 400 कैडेट्स को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। ये कैडेट्स पूरे जिला महेंद्रगढ़ के विभिन्न 12 स्कूलों से संबंध रखते हैं।
इस संबंध इस मौके पर यह सिद्धू ने कहा कि विद्यार्थी एनसीसी कैडेट्स को वे सभी ट्रेनिंग दी जाएगी जो सेना में एक सिपाही को दी जाती है। अनुशासन में रहकर वे स्वच्छता का पाठ सीखेंगे वहीं उनके स्वास्थ्य को बढ़ावा दिया जाएगा। फायर फाइटिंग, फायरिंग आदि की ट्रेनिंग देने के अतिरिक्त एनसीसी कैडेट्स को एकता, अनुशासन एवं भाईचारे में रहने की जानकारी दी जाएगी। इस अवसर पर विभिन्न मुद्दों की जानकारी देने के लिए विशेषज्ञ बुलाए गए हैं। जो समय-समय पर आकर एनसीसी कैडेट्स को हविभिन्न जानकारी देंगे।
 इस मौके पर कर्नल डीएस भंडारी कमांडिंग ऑफिसर (एडम) सूबेदार जेसीओ ब्रहम सिंह, ट्रेनिंग ऑफिसर जेसीओ चंदन सिंह, रमन शास्त्री एनसीसी ऑफिसर सहित विभिन्न पदाधिकारी मौजूद थे।
 उधर कनीना के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कनीना से एनसीसी की ट्रेनिंग के लिए कंैडेट्स को प्राचार्य लाल सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर विद्यार्थियों को अनुशासन में रहने की प्रेरणा दी। एनसीसी के कैडेट्स पूरे जिले से  वरिष्ठ सीनियर डिवीजन की ट्रेनिंग पूरी हो चुकी है वहीं अब जूनियर डिविजन की ट्रेनिंग चलेगी। कैडेटस 30 जनवरी तक दड़ौली स्थित शरणानंद महाराज के आश्रम में एनसीसी की ट्रेनिंग लेंगे।
 फोटो कैप्शन 6: कनीना के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय से एनसीसी कैडेटस को प्राचार्य लाल सिंह हरी झंडी दिखाकर रवाना करते हुए।


सुनिए वित्त मंत्रीजी
तिलहन फसलों पर जीएसटी घटाया जाए 

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तिलहन फसल दक्षिण हरियाणा की प्रमुख फसलों में से एक है जिसका समर्थन मूल्य 4200 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है किंतु उस पर जीएसटी 5 फीसदी चल रहा है। यह जीएसटी अधिक है। तिलहन जाति के फसलों की किसान और व्यापारी दोनों को जरूरत होती है। आम नागरिक को भी अधिक जीएसटी होने के कारण अधिक खर्च वहन करना पड़ रहा है। ऐसे में जीएसटी घटाकर 2 फीसदी करना उचित होगा। यदि दो फीसदी जीएसटी कर दिया जाए तो हर वर्ग को राहत मिलेगी।
राकेश अग्रवाल,आढ़ती, कनीना मंडी

वर्तमान में तिलहन जाति की पैदावार पर 5 फीसदी इन जीएसटी लगा हुआ है जो अधिक है। उपभोक्ता जब तेल खरीदते हैं तो उन्हें अधिक धन खर्च करना पड़ता है। यदि इस पर जीएसटी घटा दिया जाए तो सरकार को लाभ होगा वहीं जीएसटी की कोई चोरी नहीं करेगा। ऐसे में जीएसटी 2 फीसदी किया जाए। इससे हर वर्ग को लाभ मिलेगा। जीएसटी जब सरसों का भाव 100 रुपये प्रति क्विंटल था तब 4 फीसदी होता था किंतु अब
सरसों का भाव 4200 रुपये क्विंटल हो गया तब 5 फीसदी जीएसटी देना पड़ रहा है। इससे उपभोक्ताओं पर भारी खर्चा बढ़ रहा है।
 विजय जिंदल, आढ़ती,  कनीना।

 तिलहन जाति की फसलों एवं पैदावार पर जीएसटी घटाया जाए। अभी तक जो जीएसटी दिया जा रहा है वह अधिक है। इसे 5 फ़ीसदी से घटाकर 2 फ़ीसदी कर देने से उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी वहीं व्यापारियों तथा सरकार को भी लाभ मिलेगा। तिलहन फसलों की हर इंसान को जरूरत होती है। अधिक जीएसटी होने का अर्थ है कि उन्हें महंगे दामों पर यह चीजें उपलब्ध हो पा रही है। ऐसे में हमें जीएसटी को घटाया जाए। विकास आशु, व्यापारी कनीना मंडी
फोटो कैप्शन: राकेश अग्रवाल विजय जिंदल विकास आशु।




 

 

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