Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Thursday, January 23, 2020

जन नारायण के नाम से प्रसिद्ध थे -जयनारायण 
*******************************************
*************************************
***********************************
जगत में साधारण परिवार में जन्मा हुआ इंसान भी कभी-कभी अपने गुणों एवं चरित्र के बल पर आम जन में इतनी ख्याति अर्जित कर जाता है कि सदियों तक उसे याद किया जाता है। कनीना के इतिहास में भी एक ऐसी ही सख्शियत ने जन्म लिया था जिसे जन नारायण े नाम से प्रसिद्धि पाई। उनका वास्तव में नाम जयनारायण था।
कनीना में एक साधारण परिवार शंकर के घर जयनारायण का जन्म 1910 में हुआ था। अपने कवित हृदय , अलगोजा एवं बांसुरी वादन, गोपालक के रूप में वो ख्याति अर्जित की ,कि उन्हें आज भी आदर के साथ याद किया जाता है। आज उन्हें बिछुड़े 19 वर्ष का अर्सा हो चुका है किंतु उनके चाहने वालों की कोई कमी नहीं है।
मतलब बिना कोई नहीं पूछे
मतलब जगत का आधार,
मतलब की दुनिया सारी
मतलब से जगत को प्यार।
जयनारायण  के परिवार की आर्थिक हालात कमजोर होनेे के कारण वे उच्च शिक्षा पाने से वंचित रह गए। महज प्राथमिक शिक्षा ही उन्होंने पाई किंतु उनकी प्रखर बुद्धि के कारण उन्होंने कविताएं बनाने व गाने का बचपन से ही शौक था। घर में पशुधन की सदा ही अधिकता होने  के कारण उनमें ताकत और बल की कोई कमी नहीं थी। उनके भाई अर्जुन को तो कनीना ही नहीं अपितु आस पास े लोग आज भी लाठी चलाने तथा बल े लिए जाना जाता है। जयनारायण ने भी बचपन में ही लाठी चलाने तथा कुश्ती करने का शौक था यही कारण है कि उनकी भी आस-पास अच्छी धाक जमी। उनके लाठी चलाने के गुण के कारण ही कुछ लोगों ने अपनी ढाल बनाकर उन्हें प्रयोग किया। यही कारण रहा कि वे अपने किसी अच्छे व्यवसाय में नहीं जा से।
अपनी प्रतिभा  के बल पर ही हो गए जग जाहिर,
कुश्ती करने व लाठी चलाने में थे वे माहिर।

जब जयनारायण पर पारिवारिक जुम्मेवारियों का बोझ आन पड़ा तो उन्होंने गांव के एक दर्जन के करीब गवालों को संगठित करे चरवाहों में गायों एवं भैंसों को ले जाना शुरू कर दिया। जंगलों में भी वे शंातभाव से नहीं बैठते थे और अपने साथ आए ग्वालों को अपनी ही कविताओं को अलगोजा एवं बांसुरी पर गाकर सुनाते और उनका भरपूर मनोरंजन करते थे। उनके साथ ग्वाले की भूमिका निभाने वाले राजेंद्र सिंह, सतबीर सिंह, भरपूर सिंह आदि आज भी उनकी याद ताजा कर देते हैं और बस उन्हीं  के सुंदर-सुंदर घटनाक्रम सुनाने लग जाते हैं। वे बताते हैं कि उनका बांसुरी वादन एवं अलगोजा बजाने का ही ढंग निराला था। वे बताते हैं कि पशुओं की सामान्य बीमारियों के वे अच्छे जानकार होने के कारण जंगल में किसी पशु की बीमारी का स्वयं इलाज करते थे। पशुओं के साथ हुए हादसों और जयनारायण द्वारा उनको बचाने के लिए किए गए प्रयासों को आज

भी याद करते हैं।
बांसुरी एवं अलगोजा बजाने का सुंदर अंदाज,
आज भी जन करते हैं उन सुनहरी पलो को याद।
जयनारायण का नाम आज भी कनीना में डेयरीवाला प्रसिद्ध है। उनकी गोपालक क्षमता ही नहीं अपितु जो भी काम उन्हें मिलता उसे बखूबी से पूरा कर दिखाने की क्षमता थी। उनकी कविताओं की तुकबंदी को आज भी याद किया जाता है। जैसे-
भैंस का दूध पीने से बनता पहलवान
गाय का दूध बनाता है बुद्धिमान,
गो की सेवा करने वाला कहलाता विद्वान
गोधन ही कहलाता देश की सच्ची शान।
उनकी अधिकांश कविताएं एवं तुकबंदी गाय, भैंस एवं जंगली जीवों पर लिखी गई हैं। उनकी तुकबंदी को एक नजर देखा जाए-
जंगल में जीवों की अनोखी निराली है शान
जंगली जीवों को बचाकर देश बनेगा महान।
उनकी कविताओं को आज भी उनके साथ ग्वाले रहे वो गुनगुनाते हैं। एक महान कवि की भांति अपनी कविताओं को साज बाज े साथ गाकर ग्वालों को मोहना कुछ कम नहीं था। उनकी कविताएं सुनाने का अंदाज ही निराला था। जैसे-
गाय रांभती घर में है
भैंस करती है बैठ जुगाली,
भोर हुई सूरज की लाली
किसान चला करने रखवाली।
उन्होंने अपने 80 वर्ष के करीब जीवन में हजारों तुकबंदी की। उनकी कविताओं को सुनकर उनका एक पुत्र ही अपनी डायरी में पिरोकर रखता था। अंतत: 24 फरवरी 1989 को उनका लंबी बीमारी के कारण देहांत हो गया। उनकी कविताओं का खजाना अब उनका पुत्र प्रकाशित करने जा रहा है।
महान वो जो महानता का काम करे
सुपुत्र वो ही है जो पिता का नाम करे,
आज्ञाकारी वो जो बड़ों का सम्मान करे
मूर्ख है जो अपने धन पर अभिमान करे।
उनकी कुछ पंक्तियां इस प्रकार हैं-
आओ चले उस देश को
जहां से ना लौटता कोई,
देशद्रोही, दुश्मनों पर
भारत मां भी सदा रोई।



नवोदय विद्यालय की चयन परीक्षा 8 फरवरी को
संवाद सहयोगी, कनीना जवाहर नवोदय विद्यालय करीरा में नौवीं कक्षा में प्रवेश हेतु चयन परीक्षा जवाहर नवोदय विद्यालय करीरा में ही एकमात्र केंद्र पर 8 फरवरी को परीक्षा आयोजित की जाएगी। विस्तृत जानकारी देते हुए प्राचार्य सुरेश कुमार ने बताया की नौवीं कक्षा में 23 सीटों के लिए 370 विद्यार्थी प्रवेश परीक्षा में बैठेंगे। विद्यार्थी अपना प्रवेश पत्र परीक्षा केंद्र पर दो प्रतियों में डाउनलोड करके लाए।


नेता जी को उनकी जयंती पर याद किया

***********************************
**************************************** 
कनीना। क्षेत्र के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में जहां नेताजी सुभाष चंद्र बोस को उनकी 123वीं जयंती पर याद किया। इस मौके पर खेलकूद प्रतियोगिताएं आयोजित की गई तथा प्रश्नोत्तरी आदि कार्यक्रम भी आयोजित किए गए।
   राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धनौंदा में प्राचार्य कृष्ण सिंह की अध्यक्षता में नेताजी जयंती मनाई गई। इस अवसर पर अनूप कुमार प्राध्यापक ने जहां नेताजी के कार्यों पर विस्तार से चर्चा की वहीं मुख्याध्यापक महिपाल सिंह ने भी उनके जीवन पर प्रकाश डाला। इस मौके पर विद्यार्थियों ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया। इस अवसर पर राजबीर सिंह, सूबे सिंह, संजय सिंह पीटीआई राजेश कुमार वरिष्ठ प्राध्यापक, सुनीता देवी, लक्ष्मी देवी,नीलम, सीमा, प्रीति, कविता, महिपाल सिंह राजेश कुमार कनीनवाल, राजेश ककराला सहित समस्त स्टाफ मौजूद था।
 हेरिटेज स्कूल में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाई गई। विद्यालय के चेयरमैन ओमप्रकाश शर्मा ने नेताजी के चित्र पर पुष्पमाला अर्पित की।  विद्यार्थियों ने देशभक्ति से ओतप्रोत भाषण नेता की जीवनी व डांस प्रस्तुत किए। विद्यालय के चेयरमैन ओमप्रकाश शर्मा ने नेताजी को सच्चा देशभक्त, असाधारण बुद्धिमान, उम्दा वक्ता, विलक्षण प्रतिभावान तथा चुंबकीय व्यक्तित्व के स्वामी बताएं। सभी विद्यार्थियों को देशभक्त बनने की प्रेरणा दी। इस मौके पर विद्यालय प्रधानाचार्य कृष्ण सिंह सहित समस्त स्टाफ सदस्यों ने नेताजी को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
 उधर नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयन्ती के अवसर पर नेताजी को आश्रम दड़ोली के स्वामी  शरणानंद महाराज महाराज, 16 हरियाणा बटालियन के कमांडिंग आफिसर कर्नल जीएस सिद्धू, रमन शास्त्री ,अरविंद शर्मा ,राकेश कुमार, रणधीर बर्मप्रकाश ,सुमेर सिंह ने पुष्प अर्पित करके मनाई। इस मौके पर स्वामी ने कहा की इन्हीं की बदौलत हमें आजादी मिली थी जिस कारण हम खुली हवा में सांस ले पा रहे हैं।
  राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अगिहार में गुरुवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाई। कार्यक्रम की अध्यक्षता भूगोल के प्रवक्ता सूर्य प्रकाश यादव ने की। सुभाष चंद्र बोस हाउस के विद्यार्थियों ने इस अवसर पर नेता जी के जीवन पर प्रकाश डाला तथा देश की आजादी की लड़ाई में उनके योगदान को याद किया। गणित के प्रवक्ता अजय कुमार बंसल ने नेताजी के जीवन पर प्रकाश डाला तथा अंग्रेजी के प्रवक्ता मदन मोहन ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के  जीवन  पर एक कविता का वाचन किया। विद्यालय की प्राचार्य पूनम यादव ने नेताजी के जीवन व कार्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला छात्राओं अर्चना, कल्पना, अनीता और शिवानी शिवानी ने देशभक्ति पूर्ण गीत प्रस्तुत किए। इस अवसर पर प्रवक्ता मिथिलेश, सुषमा यादव मनवीर सिंह,  रतनलाल, सुरेंद्र पाल सहित विद्यालय के सभी स्टाफ व विद्यार्थी उपस्थित रहे।
  उधर कनीना के नेताजी मेमोरियल क्लब में विभिन्न शहीदों को भी याद किया। नेताजी को उनकी कुर्बानी के लिए याद किया गया। विभिन्न शिक्षण संस्थानों में भी उन्हें याद किया गया।
फोटो कैप्शन 1: धनौंदा में नेताजी की जयंती पर पर्व मनाते हुए।
             2: अगिहार स्कूल में नेताजी जयंती मनाते हुए।


पोस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज

*********************************
************************************
कनीना। कनीना क्षेत्र के एक गांव में 13 वर्षीय बच्ची को बहला-फुसलाकर ले जाने के चलते एक युवक के विरुद्ध पोस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। पीडि़ता की मां ने कनीना पुलिस में दर्ज कराए मामले अनुसार उनकी बच्ची को जितेंद्र नामक युवक दिनदहाड़े बहला-फुसलाकर ले गया।  कनीना पुलिस ने पोस्को एक्ट के तहत व्यक्ति के विरुद्ध विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। आगामी कार्रवाई जारी है।


नेताजी को याद किया 

*******************************
**************************************
कनीना। कनीना क्षेत्र में विभिन्न संस्थानों पर नेताजी को उनकी जयंती पर याद किया।
  नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की जयंती पर कनीना उपमंडल के स्वतंत्रता सेनानी परिवारों ने नेताजी क्लब में इक_े होकर उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि नेताजी के नेतृत्व में आजाद हिन्द फौज ने जिस स्वाधीनता संग्राम का श्रीगणेश किया था उसने ब्रिटिश साम्राज्य के विनाश का बिगुल बजा दिया था।
वतन की आजादी में नेताजी के बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता। आज की युवा पीढ़ी के लिए वे  प्रेरणा स्रोत है। अत: देश के प्रति उनके त्याग व बलिदान को देखते हुए केन्द्र सरकार उनके जन्मदिवस को देश प्रेम दिवस घोषित करे ताकि देश का भविष्य सदा सर्वदा उनसे प्रेरणा लेता रहे।
उन्होंने इस मौके पर हरियाणा सरकार से मांग की है कि उत्तराखंड राज्य की तर्ज पर हरियाणा में भी स्वतंत्रता सेनानी परिवारों को पेंशन दी जाए ताकि  उनके पूर्वजों का वतन के लिए किया त्याग याद रहे और युवा पीढ़ी प्रेरणा लेती रहें। विदित रहे कि उत्तराखंड राज्य में स्वतंत्रता सेनानी परिवारों को चार हजार रुपए प्रतिमाह कुटुंब सम्मान पेंशन दी जा रही है।
इसके साथ स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारियों ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का भी आभार जताया जिन्होंने नेताजी जयंती पर सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है।
इस अवसर पर स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी राष्ट्रीय समन्वय समिति के सदस्य राजेश उन्हाणी, देशराज कोटिया, कुलभूषण कनीना, कंवल किशोर करीरा, मुखत्यार सिंह चेलावास,मांगे राम, बलवान, विकास आदि स्वतंत्रता सेनानी परिवारों के सदस्य उपस्थित थे।
  उधर राजकीय माध्यमिक विद्यालय कैमला में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाई गई। इस दौरान बच्चों ने नेताजी के जीवन से संबंधित विचार रखे। मुख्याध्यापक विरेंद्र कैमला ने बच्चों को नेताजी के क्रांतिकारी विचारों और आदर्शों को विस्तार से बताया। उनके विचारों को अपने जीवन में अपनाने पर बल दिया।
फोटो कैप्शन 5: राजकीय माध्यमिक विद्यालय कैमला में नेताजी को याद करते मुख्याध्यापक।

नेताजी एवं आजाद हिंद फौज की कुर्बानियों से मिली आजादी-धर्मवीर

************************************
***************************************
कनीना।  नेताजी सुभाषचंद्र एवं आजाद हिन्द फौज के सिपाहियों की कुर्बानियों के कारण ही हमें आजादी मिली तथा हर हिन्दुस्तानी आजाद भारत में सुख-चैन से जीवन बसर कर रहा है। ये विचार महेंद्रगढ़-भिवानी सांसद चौ धर्मवीर ने कनीना के नेताजी मेमोरियल क्लब कनीना में तीन दिवसीय ओपन फुटबाल प्रतियोगिता के शुभारंभ पर व्यक्त किए। इससे पूर्व उन्होंने नेताजी सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
इस अवसर पर चौ धर्मवीर ने कहा कि मौजूदा बीजेपी प्रदेश सरकार ने विगत वर्षों सभी जिला मुख्यालयों पर नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती मनाने तथा स्वतंत्रता सेनानियों एवं उनके आश्रितों को सम्मानित करने का निर्णय लिया तथा इसके तहत प्रदेश में जीवित स्वतंत्रता सेनानियों, उनके आश्रितों एवं युद्ध वीरांगनाओं को सम्मानित किया गया था। उन्होंने कहा कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस एवं आजाद हिन्द फौज के सिपाहियों ने देश एवं देश से बाहर रह कर भारत को आजाद कराने के लिए भूखे-प्यासे रह कर, यातनाएं सहते हुए योगदान एवं कुर्बानियां दी थी तब जाकर हमारा देश आजाद हुआ था। महान देशभक्तों, स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने युवा पीढ़ी को जागृत करते हुए कहा कि ऐसे रणबांकुरों एवं शहीदों की कुर्बानियों से प्रेरणा लेकर देश की आजादी को बरकरार रखने का प्रण लें। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति के लिए देश की आजादी एवं देशहित सर्वोपरि हैं।
 उन्होंने कहा कि शहीदों को हमेशा याद रखना चाहिए। शहीदों से हमें शिक्षा मिलती है। शहीद भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत होते हैं। उन्होंने कहा कि शहीदों की बदौलत हम देश में सुरक्षित है और शहीदों के कारण ही घरों में आराम से जीते हैं। इस मौके पर उन्होंने आजाद हिंद फौज एवं स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों को सम्मानित को उन्होंने सम्मानित भी किया।  इन स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। इस मौके पर उन्होंने नेता जी को पुष्प अर्पित की और सलामी दी। इस अवसर पर क्लब के लिए 11 लाख रुपये अनुदान की घोषणा की। इस मौके पर पालिका प्रधान सतीश जेलदार, पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह लोढ़ा, मा दलीप सिंह पूर्व प्रधान, सूबेदार सतपाल सिंह क्लब प्रधान, राव मोहर सिंह आर्य समाज प्रधान सहित कई गणमान्य जन उपस्थित थे।
कन्याओं को किया पुरस्कृत-
चौ धर्मवीर सिंह कोटिया के एक निजी स्कूल में 2100 कन्याओं को भी पुरस्कृत किया। ये कन्याएं निजी स्कूल संचालक एवं धर्म सेना के संयुक्त तत्वावधान में पुरस्कृत की गई हैं। इस मौके पर अनेक जन उपस्थित थे।
फोटो कैपन 8: शहीद परिजनों को सम्मानित करते चौ धर्मवीर
   10: नेताजी को माल्यार्पण करते चौ धर्मवीर
    12: संबोधित करते चौ धर्मवीर।
 




 नेताजी की बदौलत मिली आजादी-यादव

*********************************
***************************************
कनीना। नेता जी जैसे महान देशभक्त धरती पर शायद करोड़ों वर्षों बाद एक बार पैदा होते हैं। उन्हीं की बदौलत देश को आजादी मिली तथा अंग्रेजों का उन्होंने सफाया करने में अहम योगदान दिया। ये विचार कनीना में नेताजी मेमोरियल क्लब में तीन दिवसीय खेलों के शुभारंभ करते हुए डा ओपी यादव एडवोकेट आरपीएस ग्रुप आफ स्कूल ने व्यक्त किए।
 उन्होंने कहा कि नेता जी को यह उपाधि हिटलर ने दी थी जिसके कारण आज भी हमारे दिलों के बीच में नेताजी के नाम से जाने जाते हैं। उन्हें भावी पीढ़ी कभी नहीं भुला पाएगी। उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई में सबसे ऊपर किसी का नाम आता है तो नेताजी सुभाष चंद्र बोस का है। ऐसे महान नेता शायद ही कभी फिर पैदा होंगे। उन्होंने अंग्रेजों से लडऩे के लिए आजाद हिंद फौज की स्थापना की और गुलामी से छुटकारा पाने के लिए जय हिंद, तुम मुझे खून, दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा, दिल्ली चलो जैसे नारे लगाए जिनके बल पर लोगों के दिलों में जोश आया और आजादी प्राप्त हुई।
   इस अवसर पर पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह लोढ़ा एवं पूर्व प्रधान मा दलीप सिंह ने भी अपने विचार रखे। उन्होंने क्लब को 61 हजार रुपये अपने निजी कोष से दान दिए। इस मौके पर क्लब प्रधान सूबेदार सतपाल सिंह, राव मोहर सिंह आर्य समाज प्रधान सहित गणमान्य जन उपस्थित थे।
  इस मौके पर सूबेदार सतपाल सिंह ने बताया कि उन्होंने कहा कि नेताजी मेमोरियल क्लब लंबे समय से फुटबाल प्रतियोगिता आयोजित करवाता आ रहा है और इस बार भी यह प्रतियोगिता विशेष आकर्षण का विषय है। नेताजी क्लब के प्रधान सतपाल सूबेदार सतपाल ने बताया कि खेलों का समापन 25 जनवरी को किया जाएगा। जिसमें मुख्य अतिथि ओम प्रकाश यादव मंत्री हरियाणा सरकार तथा विशिष्ट अतिथि सीताराम यादव होंगे। इन खेलों में प्रथम स्थान पर रहने वाली टीम कोई कतरा ध्यान 71000 रुपये वही दूसरे स्थान पर रहने वाली टीम को 51000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त 100/ 200, चार सौ 800 तथा 1500 सीटर लड़के एवं लड़कियों की दौड़ 25 जनवरी को आयोजित की जाएगी। 14 वर्ष से नीचे के बच्चों की भी दौड़ करवाई जाएगी।
कई टीमों ने ने दिखाया दमखम--
उधर आज संपन्न खेलों में विभिन्न टीमों ने अपना अपना परचम फहराया। 30 टीमें आई हुई है जिनमें शहीद परमिंदर सिंह क्लब उन्हाणी और एसएमसी बालावास के बीच आयोजित खेल में उन्हाणी की टीम विजयी रही। मोटा क्लब कनीना और राधेदास क्लब कनीना के बीच आयोजित खेल में मोटा क्लब कनीना विजयी रही। डीएफसी भिवानी और गोल्डन स्टार क्लब खेड़ी तलवाना के बीच आयोजित खेल में गोल्डन स्टार क्लब खेड़ी विजयी रही। बाबा भेला गिरी क्लब खेड़ी तलवाना तथा सचिन क्लब करौंथा के बीच खेल में खेड़ी विजयी रही। दादरी और एनएमसी क्लब कनीना के बीच आयोजित खेल में कनीना विजयी रही नेताजी क्लब की बी-टीम तथा चंदनपुरी आश्रम धनौंदा के बीच आयोजित खेल में नेताजी क्लब की बी-टीम विजयी रही। सुनील ताऊ सब्जी वाला तथा मोटा क्लब के बीच खेलों में ताऊ सब्जीवाला टीम विजयी रही।
फोटो कैप्शन 6: नेताजी मेमोरियल क्लब कनीना में खेलों का नजारा।
            7: खेलों का शुभारंभ करते डा ओमप्रकाश एडवोकेट
         खिलाडिय़ों के साथ डा ओमप्रकाश।


 जीएसटी अधिक होने से है परेशानी 

*******************************
******************************

कनीना। वर्तमान में एलईडी लाइट पर 12 फीसदी जीएसटी लगा हुआ है। यह बहुत अधिक है। एक ओर जहां विभिन्न सरकारें  एलईडी लाइट लगाने की सिफारिश कर रही है लेकिन एलइडी पर जब 12 फीसदी टैक्स देना होता है तो उन्हें भारी परेशानी होती है। एलइडी लाइट पर यह टेक्स घटाकर 2 फीसदी किया जाए तो अधिक लोग एलइडी का प्रयोग कर पाएंगे। यही कारण है कि उपभोक्ताओं की पहुंच से ये एलइडी लाइट प्रयोग नहीं होती।  -महेश इंजीनियर कनीना

एलईडी टीवी पर 18 फीसदी जीएसटी दिया जा रहा है जो उचित नहीं है। एलईडी टीवी भी टीवी की ही एक प्रकार है। कभी टीवी आए थे तत्पशत एलसीडी और उसके बाद एलइडी टीवी आए हैं। एलइडी टीवी सभी लोग लेना चाहते लेकिन उस पर जीएसटी 18 फीसदी होने के कारण लोगों की पहुंच से दूर है। ऐसे में जीएसटी घटाकर 2 फ़ीसदी किया जाए तो आम उपभोक्ता एलइडी टीवी प्रयोग कर सकेंगे।
- सुरेंद्र यादव, यादव क्लॉथ एंपोरियम, कनीना

एलइडी बल्ब तथा एलइडी टीवी दोनों ही ग्रामीण क्षेत्रों में पैठ जमा रहे किंतु उपभोक्ता 12 से 18 प्रतिशत जीएसटी दे रहे जो उनकी जेब पर बोझ डाल रहा है। यदि इन पर जीएसटी घटाकर 2 फीसदी कर दिया जाए समाप्त कर दिया जाए तो उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी। सरकार को एलइडी टीवी तथा एलइडी लाइट के लिए अधिक से अधिक जीएसटी घटाना चाहिए या जीएसटी मुक्त की जाए ताकि ग्रामीण या शहरी हर ग्राहक तक पहुंच सके। इनसे उनके घर में बिजली की बचत भी होगी वहीं सरकार पर बिजली बनाने का दाब नहीं बढ़ेगा।














- अजीत सिंह समाजसेवी, कनीना।



No comments: