विद्यार्थियों द्वारा निर्मित रोबोट भेंट किया जाएगा अस्पताल को************************************
*****************************************
***************************************
कनीना। नगर पालिका कनीना में आरपीएस एजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन डा ओपी यादव ने नो हैंड नो टच सैनिटाइजर मशीन नगर पालिका के चेयरमैन सतीश जैलदार को भेंट की ।
आरपीएस इंजीनियरिंग कॉलेज के विद्यार्थियों द्वारा बनाया गया नो हैंड नो टच सैनिटाइजर आजकल जिले में हर जगह एक चर्चा का विषय बना हुआ है । जहां एक तरफ पुलिस कर्मी, स्वास्थ्य कर्मी, समाजसेवी लगातार कोरोना वायरस से लडऩे के लिए लगे हुए हैं। वहीं दूसरी तरफ आरपीएस इंजीनियरिंग कॉलेज के विद्यार्थी भी एक नई सैनिटाइजर मशीन बना रहे हैं।
आरपीएस ग्रुप के चेयरमैन डा ओपी यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि आरपीएस इंजीनियरिंग कॉलेज के विद्यार्थी लॉक डाउन में कोरोना वायरस से लडऩे के लिए एक पैर से चलित मशीन बना रहे हैं। इस मशीन से यह फायदा है कि इसको पैर से टच करो और ऊपर से सैनिटाइज निकलेगा। जिससे बिना हाथ लगाए अपने हाथ को सैनिटाइज कर सकते हैं। वही चेयरमैन ओपी यादव ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि अभी तक हम इस तरीके की चार मशीन जिला उपायुक्त नारनौल को दे चुके हैं। दो मशीन एसपी कार्यालय दे चुके हैं दो मशीन एसडीएम महेंद्रगढ़ कार्यालय दे चुके हैं। चार मशीन महेंद्रगढ़ राजकीय हॉस्पिटल में दे चुके हैं । दो मशीन पुलिस प्रशासन को दे चुके हैं। एक मशीन ब्रह्मदेव चौक पर लगाई हुई है। पांच मशीन बैंकों में दे चुके हैं। एक मार्केट कमेटी कनीना में दी है। एक एसडीएम कार्यालय कनीना तथा एक जुडिशल कार्यालय कनीना में दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कनीना में जहां भी जरूरत होगी हम वहां पर हम यह मशीन निशुल्क उपलब्ध करवा देंगे। डॉ यादव ने आगे यह भी बताया कि हम एक रोबोट भी बना रहे हैं। यह रोबोट राजकीय हॉस्पिटलों में दिया जाएगा। इस रोबोट की खासियत यह है कि यह अपने आप दवाई मरीज तक पहुंचाएगा। अपने आप उनके हाथ सैनिटाइज करेगा। जिस तरह की कमांड इस रोबोट को दी जाएगी उसी तरह का एक कार्य करेगा ।
डॉ यादव ने कहां की उप नागरिक अस्पताल कनीना में हम एक बड़ी मशीन गिफ्ट करेंगे । उप नागरिक अस्पताल कनीना में नियमितरूप से बहुत सारे मरीज आते हैं। यह बड़ी मशीन मेन गेट पर लगा दी जाएगी। जिससे अंदर आने वाला व्यक्ति पूरी तरीके से सैनिटाइज हो जाए । इससे बीमारियां फैलने का खतरा कम होगा।
गौरतलब है कि लोक डाउन के चलते आरपीएस कॉलेज ने प्रवासियों को रुकने के लिए जगह उपलब्ध करवाई थी तथा साथ ही उनको किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो इसके लिए आरपीएस ग्रुप में स्टाफ की ड्यूटी लगाई थी।
फोटो कैप्शन 4: सेनिटाइजर मशीन कनीना पालिका को भेंट करते हुए।
प्रतिकूल परिस्थितियों में ही पाया है राधेश्याम ने नाम
*************************************
*******************************************
कनीना। परिस्थितियां चाहे कुछ भी हो मगर जिनकी नियति ही व्यस्त रहना हो, वह हमेशा कुछ ना कुछ करते रहते हैं। ऐसे ही एक उदाहरण हैं सामाजिक कार्यकर्ता राधेश्याम गोमला।
कोरोना के प्रकोप के चलते लॉकडाउन ने सभी को घरों में रहने के लिए मजबूर कर दिया है।
कनीना खंड के गांव गोमला के पूर्व सरपंच एवं साहित्यकार राधेश्याम गोमला अपना समय पर्यावरण संरक्षण, साहित्य सृजन के साथ-साथ जनमानस में करोना महामारी के प्रति सजगता पैदाकर व्यस्तता में व्यतीत कर रहे हैं। वह लोगों को कोरोनावायरस से बचने तरीके समझा रहे हैं इसके साथ ही उन्होंने दो कृतियों की रचना की है और तीसरी कृति का लेखन कार्य चल रहा हैं।
जहां उनकी पुष्पों से आच्छादित वाटिका घर के पास है वहीं उनकी लेखन कुटिया है जहां वे वर्तमान में अपनी आत्मकथा लिख रहे है जो जल्द ही पूर्ण होने जा रही है।
उल्लेखनीय है कि लेखन में गहरी रुचि रखने वाले राधेश्याम गोमला अपने गोमला के सरपंच भी रह चुके हैं। वे देश के कई राज्यों में ग्रामीण विकास विशेषज्ञ के रूप में नि:शुल्क सेवा दे चुके हैं। अपने कामों से हिन्दुस्तान-गौरव अवार्ड, भारतश्री अवार्ड, प्रेरणा अवार्ड, द लिजेन्ड ऑफ़ सुभाषचन्द्र बोस अवार्ड , स्वच्छता पुरस्कार सहित जल-संरक्षण व अन्य सामाजिक गतिविधियों में दर्जनों अवार्ड पा चुके हैं। अमिताभ बच्चन, नाना पाटेकर, अक्षय कुमार, विद्या बालन जैसे नामचीन लोगों के साथ अनेक मंच सांझा कर चुके राधेश्याम ने सरपंच के कार्यकाल में उस समय के गुमनाम से गांव गोमला को स्वच्छता और विकास के मामले में ना केवल विकसित किया बल्कि राष्ट्रपति अवार्ड भी लिया।
उस समय की अवधि के दौरान देश के राज्यों सहित दर्जनभर देशों के प्रतिनिधियों ने उनके सामुदायिक सहभागिता व बेहद कम राशि में उम्दा काम करने के तरीके जाने। यहाँ तक कि पांच प्रशिक्षु आईएएस ने एक सप्ताह गाँव में रहकर पंचायती राज के टिप्स लिए।
फोटो कैप्शन 2: कृृति लेखन में मगन राधेश्याम गोमला।
कोरोना के नियमों का नहीं हो रहा पालन
***********************************
********************************
कनीना। कनीना की सीएसडी कैंटीन में लाकडाउन के नियमों का पालन न किए जाने पर लोग काफी नाराज है।
उन्होंने सीएम हरियाणा सहित विभिन्न अधिकारियों को इस संबंध में कुछ फोटो तथा नियमों को धता बताने वाली शिकायत के रूप में जानकारी भेजते हुए कहा है कि सीएसडी कैंटीन में अधिक संख्या में बुजुर्ग सैनिक जाते हैं जिनकी उम्र 50 साल से अधिक होती है। ऐसे में इनमें रोग फैलने की अधिक संभावनाएं होती है लेकिन सीएसडी कैंटीन कनीना में कोई नियमों का पालन नहीं किया जा रहा जिसके चलते कोई भी रोग आसानी से फैल सकता है।
गांव भडफ़ के पूर्व सैनिक श्रीराम यादव, बलराज जांगड़ा, प्रदीप कुमार, कमल कुमार, अंकित यादव आदि ने बताया कि भूतपूर्व सैनिकों के कैंटीन में भारी भीड़ लगी हुई होती है। धक्का-मुक्की चलता है तथा नियमों का पालन नहीं किया जा रहा। उन्होंने कहा कि अभी तक महेंद्रगढ़, नारनौल एवं अटेली में पॉजिटिव केस आ चुके हैं महज कनीना ही बचा हुआ है। यही हालात चले तो क्षेत्र में जल्द ही कोरोना आ सकता है। उन्होंने इस प्रकार धक्का-मुक्की तथा नियमों का पालन न करने वालों के को चेतावनी देने तथा नियमों का पालन करवाने की मांग की है।
फोटो कैप्शन तीन: सीएसडी कैंटीन का भीड़ का एक नजारा।
महान योद्धा थे पृथ्वीराज चौहान- चौधरी रामनिवास खेड़ी
**************************
*******************************
कनीना। श्री गुरू रविदास विश्व महापीठ के महेन्द्रगढ जिला अध्यक्ष एवं भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के हरियाणा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य खेड़ी गांव के पूर्व सरपंच चौधरी रामनिवास खेड़ी ने लॉकडाउन की पालना करते हुए अपने निवास खेड़ी में ही दिल्ली के सम्राट पृथ्वीराज चौहान कि जयंती मनाई।
उन्होंने उनकी मूर्ति समक्ष पुष्प अर्पित करते हुए कहा कि पृथ्वीराज चौहान विद्वान और महान योद्धा थे। आज युवा उनके शौर्य से प्रेरणा लें और राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दें। पृथ्वीराज चौहान ने 15 वर्ष की आयु में अपने राज्य का राजपाट संभाल लिया था। वे संस्कृत,प्राकृत सहित छह भाषाओं के विद्वान और वेदांत,गणित, पुराण,इतिहास,सैन्य, विज्ञान,चिकित्सा शास्त्र के जानकार थे। उन्हें शब्द भेदी बाण चलाने में महारत हासिल था। उस महान योद्धा पृथ्वीराज चौहान की जयंती पर पर उन्होंने नमन किया।
अखिल भारतीय राजपूत महासभा, हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष समाजसेवी ठाकुर अतरलाल एडवोकेट के नेतृत्व में लोगों ने फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए देश की एकता व अखंडता की रक्षा करने तथा लॉक डाउन के नियमों का पालन करने और करवाने की शपथ ली। अतरलाल ने पृथ्वीराज चौहान के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे महान पराक्रमी, चौंसठ कलाओं, चौदह विद्याओं, शब्दभेदी बाण तथा अनेक भाषाओं के ज्ञाता थे। उनके शासनकाल में सभी समुदाय के लोगों को मान सम्मान मिलता था तथा सभी वर्गों के लोग मिल जुल कर रहते थे। इससे हमें परस्पर भाईचारे व एकता में रहने की प्रेरणा लेनी चाहिए। नंबरदार रणवीर तंवर ने लोगों से अपने बच्चों में पृथ्वीराज चौहान जैसी शूरवीरता और देशभक्ति की भावना पैदा करने की अपील करते हुए केंद्र सरकार से गुरुग्राम में स्थापित किए जा रहे रक्षा विश्वविद्यालय का नाम पृथ्वीराज चौहान रक्षा विश्वविद्यालय करने की मांग की। इस अवसर पर अर्धसैनिक बलों के जवानों को भी सेना के जवानों की तरह सुविधाएं देने तथा वीरगति को प्राप्त जवानों को शहीद का दर्जा देने की मांग भी की गई।
फोटो कैप्शन 1: पृथ्वीराज चौहान को याद करते हुए अतरलाल।
सरसों की खरीद में अधिक किसानों के नाम दिये जाये
**************************************
*******************************************
कनीना। भारत विकास परिषद के अध्यक्ष कंवरसेन वशिष्ठ की अध्यक्षता में एक शिष्टमंडल दैनिक सरसों की लिस्ट जारी करने के बारे में कनीना एसडीएम रणवीर सिंह के कार्यालय में जरूरी जानकारी देने के लिए मिला। उन्होंने एसडीएम कनीना से निवेदन किया कि कनीना मंडी के तहत आने वाले बड़े गांव कनीना ,भोजावास,पाथेड़ा आदि गांव के किसानों की सरसों बेचने के बहुत कम किसानों के नाम जारी लिस्ट में आते हैं। इनकी संख्या बढ़ाई जाए।
इस पर एसडीएम ने तुरंत संबंधित कर्मचारी से जानकारी उपलब्ध कराने को कहा और उन्होंने बताया कि कनीना मंडी के नीचे 25 गांव है जिनमें 6 गांवों में सभी किसानों की सरसों बिक चुकी है और गांव के रेवेन्यू रिकॉर्ड के अनुसार किसानों की लिस्ट जारी की जाती है। इस पर एसडीएम साहब ने संबंधित कार्य कर्मचारी से बड़े गांव के लिए लिस्ट में किसानों की संख्या बढ़ाने की तुरंत प्रभाव से आदेश दिए।
इस पर शिष्टमंडल ने एसडीएम का आभार जताया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की बातें मेरे संज्ञान में लाकर अच्छा काम किया। इस मौके पर सतपाल ,धनपत साहब ,दलिप पार्षद साथ थे।
*****************************************
***************************************
कनीना। नगर पालिका कनीना में आरपीएस एजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन डा ओपी यादव ने नो हैंड नो टच सैनिटाइजर मशीन नगर पालिका के चेयरमैन सतीश जैलदार को भेंट की ।
आरपीएस इंजीनियरिंग कॉलेज के विद्यार्थियों द्वारा बनाया गया नो हैंड नो टच सैनिटाइजर आजकल जिले में हर जगह एक चर्चा का विषय बना हुआ है । जहां एक तरफ पुलिस कर्मी, स्वास्थ्य कर्मी, समाजसेवी लगातार कोरोना वायरस से लडऩे के लिए लगे हुए हैं। वहीं दूसरी तरफ आरपीएस इंजीनियरिंग कॉलेज के विद्यार्थी भी एक नई सैनिटाइजर मशीन बना रहे हैं।
आरपीएस ग्रुप के चेयरमैन डा ओपी यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि आरपीएस इंजीनियरिंग कॉलेज के विद्यार्थी लॉक डाउन में कोरोना वायरस से लडऩे के लिए एक पैर से चलित मशीन बना रहे हैं। इस मशीन से यह फायदा है कि इसको पैर से टच करो और ऊपर से सैनिटाइज निकलेगा। जिससे बिना हाथ लगाए अपने हाथ को सैनिटाइज कर सकते हैं। वही चेयरमैन ओपी यादव ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि अभी तक हम इस तरीके की चार मशीन जिला उपायुक्त नारनौल को दे चुके हैं। दो मशीन एसपी कार्यालय दे चुके हैं दो मशीन एसडीएम महेंद्रगढ़ कार्यालय दे चुके हैं। चार मशीन महेंद्रगढ़ राजकीय हॉस्पिटल में दे चुके हैं । दो मशीन पुलिस प्रशासन को दे चुके हैं। एक मशीन ब्रह्मदेव चौक पर लगाई हुई है। पांच मशीन बैंकों में दे चुके हैं। एक मार्केट कमेटी कनीना में दी है। एक एसडीएम कार्यालय कनीना तथा एक जुडिशल कार्यालय कनीना में दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कनीना में जहां भी जरूरत होगी हम वहां पर हम यह मशीन निशुल्क उपलब्ध करवा देंगे। डॉ यादव ने आगे यह भी बताया कि हम एक रोबोट भी बना रहे हैं। यह रोबोट राजकीय हॉस्पिटलों में दिया जाएगा। इस रोबोट की खासियत यह है कि यह अपने आप दवाई मरीज तक पहुंचाएगा। अपने आप उनके हाथ सैनिटाइज करेगा। जिस तरह की कमांड इस रोबोट को दी जाएगी उसी तरह का एक कार्य करेगा ।
डॉ यादव ने कहां की उप नागरिक अस्पताल कनीना में हम एक बड़ी मशीन गिफ्ट करेंगे । उप नागरिक अस्पताल कनीना में नियमितरूप से बहुत सारे मरीज आते हैं। यह बड़ी मशीन मेन गेट पर लगा दी जाएगी। जिससे अंदर आने वाला व्यक्ति पूरी तरीके से सैनिटाइज हो जाए । इससे बीमारियां फैलने का खतरा कम होगा।
गौरतलब है कि लोक डाउन के चलते आरपीएस कॉलेज ने प्रवासियों को रुकने के लिए जगह उपलब्ध करवाई थी तथा साथ ही उनको किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो इसके लिए आरपीएस ग्रुप में स्टाफ की ड्यूटी लगाई थी।
फोटो कैप्शन 4: सेनिटाइजर मशीन कनीना पालिका को भेंट करते हुए।
प्रतिकूल परिस्थितियों में ही पाया है राधेश्याम ने नाम
*************************************
*******************************************
कनीना। परिस्थितियां चाहे कुछ भी हो मगर जिनकी नियति ही व्यस्त रहना हो, वह हमेशा कुछ ना कुछ करते रहते हैं। ऐसे ही एक उदाहरण हैं सामाजिक कार्यकर्ता राधेश्याम गोमला।
कोरोना के प्रकोप के चलते लॉकडाउन ने सभी को घरों में रहने के लिए मजबूर कर दिया है।
कनीना खंड के गांव गोमला के पूर्व सरपंच एवं साहित्यकार राधेश्याम गोमला अपना समय पर्यावरण संरक्षण, साहित्य सृजन के साथ-साथ जनमानस में करोना महामारी के प्रति सजगता पैदाकर व्यस्तता में व्यतीत कर रहे हैं। वह लोगों को कोरोनावायरस से बचने तरीके समझा रहे हैं इसके साथ ही उन्होंने दो कृतियों की रचना की है और तीसरी कृति का लेखन कार्य चल रहा हैं।
जहां उनकी पुष्पों से आच्छादित वाटिका घर के पास है वहीं उनकी लेखन कुटिया है जहां वे वर्तमान में अपनी आत्मकथा लिख रहे है जो जल्द ही पूर्ण होने जा रही है।
उल्लेखनीय है कि लेखन में गहरी रुचि रखने वाले राधेश्याम गोमला अपने गोमला के सरपंच भी रह चुके हैं। वे देश के कई राज्यों में ग्रामीण विकास विशेषज्ञ के रूप में नि:शुल्क सेवा दे चुके हैं। अपने कामों से हिन्दुस्तान-गौरव अवार्ड, भारतश्री अवार्ड, प्रेरणा अवार्ड, द लिजेन्ड ऑफ़ सुभाषचन्द्र बोस अवार्ड , स्वच्छता पुरस्कार सहित जल-संरक्षण व अन्य सामाजिक गतिविधियों में दर्जनों अवार्ड पा चुके हैं। अमिताभ बच्चन, नाना पाटेकर, अक्षय कुमार, विद्या बालन जैसे नामचीन लोगों के साथ अनेक मंच सांझा कर चुके राधेश्याम ने सरपंच के कार्यकाल में उस समय के गुमनाम से गांव गोमला को स्वच्छता और विकास के मामले में ना केवल विकसित किया बल्कि राष्ट्रपति अवार्ड भी लिया।
उस समय की अवधि के दौरान देश के राज्यों सहित दर्जनभर देशों के प्रतिनिधियों ने उनके सामुदायिक सहभागिता व बेहद कम राशि में उम्दा काम करने के तरीके जाने। यहाँ तक कि पांच प्रशिक्षु आईएएस ने एक सप्ताह गाँव में रहकर पंचायती राज के टिप्स लिए।
फोटो कैप्शन 2: कृृति लेखन में मगन राधेश्याम गोमला।
कोरोना के नियमों का नहीं हो रहा पालन
***********************************
********************************
कनीना। कनीना की सीएसडी कैंटीन में लाकडाउन के नियमों का पालन न किए जाने पर लोग काफी नाराज है।
उन्होंने सीएम हरियाणा सहित विभिन्न अधिकारियों को इस संबंध में कुछ फोटो तथा नियमों को धता बताने वाली शिकायत के रूप में जानकारी भेजते हुए कहा है कि सीएसडी कैंटीन में अधिक संख्या में बुजुर्ग सैनिक जाते हैं जिनकी उम्र 50 साल से अधिक होती है। ऐसे में इनमें रोग फैलने की अधिक संभावनाएं होती है लेकिन सीएसडी कैंटीन कनीना में कोई नियमों का पालन नहीं किया जा रहा जिसके चलते कोई भी रोग आसानी से फैल सकता है।
गांव भडफ़ के पूर्व सैनिक श्रीराम यादव, बलराज जांगड़ा, प्रदीप कुमार, कमल कुमार, अंकित यादव आदि ने बताया कि भूतपूर्व सैनिकों के कैंटीन में भारी भीड़ लगी हुई होती है। धक्का-मुक्की चलता है तथा नियमों का पालन नहीं किया जा रहा। उन्होंने कहा कि अभी तक महेंद्रगढ़, नारनौल एवं अटेली में पॉजिटिव केस आ चुके हैं महज कनीना ही बचा हुआ है। यही हालात चले तो क्षेत्र में जल्द ही कोरोना आ सकता है। उन्होंने इस प्रकार धक्का-मुक्की तथा नियमों का पालन न करने वालों के को चेतावनी देने तथा नियमों का पालन करवाने की मांग की है।
फोटो कैप्शन तीन: सीएसडी कैंटीन का भीड़ का एक नजारा।
महान योद्धा थे पृथ्वीराज चौहान- चौधरी रामनिवास खेड़ी
**************************
*******************************
कनीना। श्री गुरू रविदास विश्व महापीठ के महेन्द्रगढ जिला अध्यक्ष एवं भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के हरियाणा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य खेड़ी गांव के पूर्व सरपंच चौधरी रामनिवास खेड़ी ने लॉकडाउन की पालना करते हुए अपने निवास खेड़ी में ही दिल्ली के सम्राट पृथ्वीराज चौहान कि जयंती मनाई।
उन्होंने उनकी मूर्ति समक्ष पुष्प अर्पित करते हुए कहा कि पृथ्वीराज चौहान विद्वान और महान योद्धा थे। आज युवा उनके शौर्य से प्रेरणा लें और राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दें। पृथ्वीराज चौहान ने 15 वर्ष की आयु में अपने राज्य का राजपाट संभाल लिया था। वे संस्कृत,प्राकृत सहित छह भाषाओं के विद्वान और वेदांत,गणित, पुराण,इतिहास,सैन्य, विज्ञान,चिकित्सा शास्त्र के जानकार थे। उन्हें शब्द भेदी बाण चलाने में महारत हासिल था। उस महान योद्धा पृथ्वीराज चौहान की जयंती पर पर उन्होंने नमन किया।
अखिल भारतीय राजपूत महासभा, हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष समाजसेवी ठाकुर अतरलाल एडवोकेट के नेतृत्व में लोगों ने फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए देश की एकता व अखंडता की रक्षा करने तथा लॉक डाउन के नियमों का पालन करने और करवाने की शपथ ली। अतरलाल ने पृथ्वीराज चौहान के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे महान पराक्रमी, चौंसठ कलाओं, चौदह विद्याओं, शब्दभेदी बाण तथा अनेक भाषाओं के ज्ञाता थे। उनके शासनकाल में सभी समुदाय के लोगों को मान सम्मान मिलता था तथा सभी वर्गों के लोग मिल जुल कर रहते थे। इससे हमें परस्पर भाईचारे व एकता में रहने की प्रेरणा लेनी चाहिए। नंबरदार रणवीर तंवर ने लोगों से अपने बच्चों में पृथ्वीराज चौहान जैसी शूरवीरता और देशभक्ति की भावना पैदा करने की अपील करते हुए केंद्र सरकार से गुरुग्राम में स्थापित किए जा रहे रक्षा विश्वविद्यालय का नाम पृथ्वीराज चौहान रक्षा विश्वविद्यालय करने की मांग की। इस अवसर पर अर्धसैनिक बलों के जवानों को भी सेना के जवानों की तरह सुविधाएं देने तथा वीरगति को प्राप्त जवानों को शहीद का दर्जा देने की मांग भी की गई।
फोटो कैप्शन 1: पृथ्वीराज चौहान को याद करते हुए अतरलाल।
सरसों की खरीद में अधिक किसानों के नाम दिये जाये
**************************************
*******************************************
कनीना। भारत विकास परिषद के अध्यक्ष कंवरसेन वशिष्ठ की अध्यक्षता में एक शिष्टमंडल दैनिक सरसों की लिस्ट जारी करने के बारे में कनीना एसडीएम रणवीर सिंह के कार्यालय में जरूरी जानकारी देने के लिए मिला। उन्होंने एसडीएम कनीना से निवेदन किया कि कनीना मंडी के तहत आने वाले बड़े गांव कनीना ,भोजावास,पाथेड़ा आदि गांव के किसानों की सरसों बेचने के बहुत कम किसानों के नाम जारी लिस्ट में आते हैं। इनकी संख्या बढ़ाई जाए।
इस पर एसडीएम ने तुरंत संबंधित कर्मचारी से जानकारी उपलब्ध कराने को कहा और उन्होंने बताया कि कनीना मंडी के नीचे 25 गांव है जिनमें 6 गांवों में सभी किसानों की सरसों बिक चुकी है और गांव के रेवेन्यू रिकॉर्ड के अनुसार किसानों की लिस्ट जारी की जाती है। इस पर एसडीएम साहब ने संबंधित कार्य कर्मचारी से बड़े गांव के लिए लिस्ट में किसानों की संख्या बढ़ाने की तुरंत प्रभाव से आदेश दिए।
इस पर शिष्टमंडल ने एसडीएम का आभार जताया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की बातें मेरे संज्ञान में लाकर अच्छा काम किया। इस मौके पर सतपाल ,धनपत साहब ,दलिप पार्षद साथ थे।
No comments:
Post a Comment