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Saturday, October 31, 2020


शनिवार को 488 किसानों का 13886 क्विंटल बाजरा खरीदा
-कुल खरीद 163491 क्विंटल पहुंची

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 कनीना। कनीना मंडी तथा श्रीकृष्ण गौशाला सड़क पर बाजरे की खरीद त्वरित रूप से जारी है। शनिवार को 488 किसानों का 13886 क्विंटल बाजरा खरीदा गया जबकि
कुल खरीद 163491 क्विंटल पहुंच चुकी है। करीब 500 किसान प्रतिदिन बाजरा बेच रहे है। बाजरे का उठान एक बार फिर से पानीपत और रोहतक के साथ साथ उन्हाणी शुरू कर दी है।  विगत वर्ष 2,55,000 क्विंटल का रहा है।
कनीना कनीना में बाजरे की खरीद त्वरित गति से चल रही है। उठान की गति भी बढ़ा दी है किंतु वर्तमान में फड़ों पर 64794 बैग फड़ों पर पड़े हैं।
विस्तृत जानकारी देते हुए मैनेजर सतेंद्र यादव ने बताया कि अब तक 163491 क्विंटल के करीब बाजरा खरीदा जा चुका है। शनिवार को चार ढेरियां निर्धारित मानदंडों को पूरा न कर पाने के कारण रिजेक्ट हो गई हैं।
31 दिनों में दो खरीद केंद्रों पर 5516 किसानों से  163491 क्विंटल खरीदा बाजरा-
 कनीना अनाज मंडी में तथा श्रीकृष्ण गौशाला केंद्र पर बाजरे की खरीद जारी है। श्रीकृष्ण गौशाला पर खरीद का शनिवार को पांचवां दिन था जबकि कनीना अनाज मंडी में बाजरे की खरीद का 31वां दिन था। शनिवार को दोनों खरीद केंद्रों पर 488 किसानों ने 13886 क्विंटल बाजरा बेचा। दिन भर में दोनों खरीद केंद्रों से 30056 बैग बाजरे का उठान किया गया और अब तक 262143 बैंग बाजरे का उठान किया जा चुका है।
शनिवार तक फड़ों पर 64,7,94 बैग बाजरा पड़ा हुआ है। मानदंडों को पूरा न करने पर चार ढेरियां रिजेक्ट कर दी गई।
कनीना में 31 दिनों में बाजरे की खरीद इस प्रकार हुई------
  किसान      खरीदा बाजर
1 अक्टूबर    49 किसान    1437 क्विंटल
2 अक्टूबर     को कोई खरीद नहीं हुई
3 अक्टूबर     48 किसान   1549 क्विंटल
4 अक्टूबर     19 किसान     602 क्विंटल
5 अक्टूबर      21 किसान   608 क्विंटल  
6 अक्टूबर      102 किसान  3107 क्विंटल
7 अक्टूबर       55 किसान  1437 क्विंटल
8 अक्टूबर       102 किसान  2476 क्विंटल
9 अक्टूबर       114 किसान  3236 क्विंटल
10 अक्टूबर       खरीद नहीं हुई
11 अक्टूबर       खरीद नहीं हुई
12 अक्टूबर     114 किसान     3323 क्विंटल
13 अक्टूबर     132 किसान  3562 क्विंटल      
14 अक्टूबर     121 किसान   2935 क्विंटल     
15 अक्टूबर     116 किसान   3194 क्विंटल
16 अक्टूबर      115 किसान 2939 क्विंटल
17 अक्टूबर       8 किसान    253 क्विंटल
18 अक्टूबर      कोई खरीद नहीं हुई
19 अक्टूबर      194 किसान  5600 क्विंटल
20 अक्टूबर       197 किसान 6456 क्विंटल
21 अक्टूबर       190 किसान  5918 क्विंटल
22 अक्टूबर      301 किसान   9600 क्विंटल
23 अक्टूबर     382 किसान    10806 क्विंटल
24 अक्टूबर      425 किसान    19297 क्विंटल
25 अक्टूबर   कोई खरीद नहीं हुई
26 अक्टूबर   370 किसान       12887 क्विंटल
27 अक्टूबर   309 किसान       8250 क्विंटल
28 अक्टूबर   395 किसान     12180 क्विंटल
29 अक्टूबर   350 किसान    10850 क्विंटल
30 अक्टूबर   579 किसान     13661 क्विंटल
31 अक्टूबर   384 किसान     13886 क्विंटल
कनीना मंडी में 31 दिनों में 5516 किसानों से 163491 क्विंटल बाजरा खरीदा जा चुका है।
कनीना का श्रीकृष्ण गौशाला केंद्र पर खरीद इस प्रकार रही- यह केंद्र 27 अक्टूबर से शुरू हुआ है-
27 अक्टूबर       95 किसान     2649 क्विंटल
28 अक्टूबर     120 किसान       3730 क्विंटल
29 अक्टूबर      119 किसान      3397 क्विंटल
30 अक्टूबर       124 किसान     3638 क्विंटल
31 अक्टूबर      104 किसान    3236 क्विंटल
 श्रीकृष्ण गौशाला मार्ग पर पांच दिनों में 562 किसानों से 16650 क्विंटल बाजरा खरीदा गया है।

दोनों खरीद केंद्रों का ब्यौरा यूं रहा-
ब्यौरा     कनीना मंडी     गौशाला रोड़     कुल
किसान   384             104            562
कुल किसान 4974         562         5516
खरीद शनि  10650       3236      13886 क्विं
कुल खरीद 146841      16650    163491
उठान     22056 बैग    8000 बैग  30056
कुल उठान 242349 बैग   19794   262143
बैलेंस बैग  51288    13506 बैग  64794 बैग
रिजेक्ट ढेरियां 1           3          4
रविवार को कोई खरीद नहीं की जाएगी।
 

 

कनीना क्षेत्र में मिले 9 संक्रमित
-बैंक में काम करने वाले कर्मचारी सहित मिले 8 संक्रमित

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कनीना। कनीना क्षेत्र में शनिवार को 9 संक्रमित मिले हैं। एक नागरिक अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मी सुनील ने जानकारी देते हुए बताया कि कनीना व आसपास के क्षेत्र में 9 व्यक्ति संक्रमित मिले हैं। नांगल मोहनपुर निवासी 42 वर्षीय एक व्यक्ति संक्रमित मिला है इस व्यक्ति को कुछ समय से बुखार था इसलिए इसने एक नागरिक अस्पताल कनीना में अपना सैंपल जमा करवाया जिसके रिपोर्ट शनिवार को पाजिटिव आ गई। भोजावास गांव का एक 25 वर्षीय युवक संक्रमित मिला है । गुढा गांव का 70 वर्षीय बुजुर्ग संक्रमित मिला है। कनीना के वार्ड नंबर 5 में रहने वाला 34 वर्षीय व्यक्ति संक्रमित मिला है यह व्यक्ति कोसली बैंक में काम करता है उसको खांसी जुकाम और सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। इसलिए उसने उप नागरिक अस्पताल कनीना में 28 अक्टूबर को अपना सैंपल जमा करवाया था जिसके रिपोर्ट शनिवार को पाजिटिव आ गई। सीहोर गांव में उत्तर प्रदेश बरेली के रहने वाला 18 वर्षीय युवक संक्रमित मिला है। सीहोर गांव का 30 वर्षीय व्यक्ति संक्रमित मिला है। कोटिया गांव का रहने वाला 60 वर्षीय बुजुर्ग संक्रमित मिला है । यह बुजुर्ग उप नागरिक अस्पताल में शुगर की दवाई लेने के लिए गया हुआ था। वहां पर बुजुर्ग ने अपना सैंपल जमा करवाया जिसके रिपोर्ट शनिवार को पाजिटिव आ गई। भोजावास गांव का 8 वर्षीय एक बच्चा संक्रमित मिला है।

 रविवार को बाजरे की खरीद नहीं होगी
-बाजार रहेंगे खुले 

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कनीना। कनीना अनाज मंडी में रविवार को बाजरे कोई खरीद नहीं होगी। करीब डेढ़ लाख क्विंटल बाजरा खरीदा जा चुका है। कनीना में दो खरीद केंद्र है जहां बाजरे की खरीद प्रतिदिन जारी है। कभी 100 किसानों का बाजरा खरीदा जाता था जो बढ़ाकर 400 किसान प्रतिदिन किया और वर्तमान में 500 किसान प्रतिदिन बाजरा बेच रहे हैं। हैफेड मैनेजर सतेंद्र यादव ने बताया कि बारदाने की कोई कमी नहीं है। किसानों का सारा बाजरा खरीदा जा रहा है। मानदंडों के अनुरूप खरी न उतरने पर कुछ ढेरियां रिजेक्ट हो रही हैं।
वर्तमान में बाजरा रोहतक, पानीपत तथा उन्हाणी जा रहा है। विगत वर्ष का बाजरे का रिकार्ड 2 लाखा 55 हजार बैग का था जिसे तोड़ पाना कठिन लगता है।
बाजार रहेंगे खुले-
उधर रविवार कनीना में बाजार खुले रहेंगे।  त्योहारों के दृष्टिगत जिला प्रशासन ने त्योहार पर बाजार खुले रखने के आदेश दिये हुये हैं। पालिका प्रधान सतीश जेलदार ने बताया कि रविवार को बाजार खुले रहेंगे। विगत रविवार को भी बाजार खुले हुये थे।


नोजल चोर भेजा 2 दिन की पुलिस रिमांड पर 

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कनीना। कनीना पुलिस ने शुक्रवार को जहां सोनू बसई नामक व्यक्ति को 6 नोजल सहित चोरी के मामले में गिरफ्तार किया था उसे आज एसआई रामेश्वर ने कनीना के न्यायाधीश प्रवीण कुमार की न्यायालय में पेश किया जिन्हें 2 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस पता लगाएगी कहीं और किसी चोरी में तो इनका हाथ तो नहीं है?
उल्लेखनीय है कि क्षेत्र में आधा दर्जन से अधिक चोरियां नोजल चोरी की हो चुकी हैं। तीन अक्टूबर कनीना के सज्जन कुमार के खेत से फव्वारा नोजल चोरी हो गये थे। पुलिस तहकीकात में लगी हुई है और यह पता लगाया कि कहीं और चोरी में इनका हाथ तो नहीं है?

 लोह पुरुष को याद किया

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कनीना। कनीना क्षेत्र में विभिन्न ंसंस्थानों में लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पठेल को याद किया।
कनीना में लौहपुरुष व भारत रत्न बल्लभ भाई पटेल की जयंती पर महावीर पहलवान बाघोत राष्ट्रीय सचिव गुर्जर महासभा की अध्यक्षता में एक कार्यक्रम करके उनको पुष्प अर्पित करके श्रद्धांजलि दी।
श्री पहलवान ने कहा पटेल जी ने देश हित में जो काम किए वो सदा अविस्मर्णीय रहेंगे। उन्होंने जाति से ऊपर उठकर देश हित के काम किए। आजादी के बाद सभी रजवाड़े खत्म करके देश को एक सूत्र में बांधने का काम किया। कार्यक्रम में रामरतन शर्मा, बलबीर खटाणा, सतवीर सिंह, पाल सिंह विकास जांगड़ा रमेश शर्मा, अमरजीत ,आनन्द प्रकाश, धर्मेन्द्र चौधरी आदि अनेक लोग शामिल हुए।
   उधर राजकीय माडल संस्कृति स्कूल कनीना में  राष्ट्रीय एकता दिवस पर सरदार वल्लभ भाई पटेल को याद किया। इस मौके पर एबीआरसी ओमरति, प्राध्यापक ईश्वर सिंह, मुख्याध्यापक पंकज कुमार, रमन शास्त्री, मदनलाल शास्त्री आदि स्टाफ सदस्यों, एनसीसी कैडेट्स एवं स्कूली विद्यार्थियों ने एकता की शपथ ली।
फोटो कैप्शन 5: राजकीय माडल संस्कृति स्कूल में शपथ लेते हुए विद्यार्थी
            6: पावर हाउस कर्मी सरदार वल्लभभाई पटेल को याद करते हुए।





वाल्मीकि अपने जमाने के महान विद्वान थे-संत

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 कनीना। क्षेत्र में बाल्मीकि जयंती एवं शरद पूर्णिमा मनाई गई। इस मौके पर भंडारा लगाया गया एवं भजन सत्संग चले। शनिवार को रात्रि बनाई गई खीर को रविवार के दिन वितरित किया जाएगा
'वाल्मीकि अपने जमाने के महान विद्वान थे जिन्होंने संपूर्ण रामायण को न केवल लिखा अपितु लिखी हुई रामायण के अनुसार ही लव-कुश को ढालकर सिद्ध कर दिया कि महर्षियों में भी तप एवं त्याग के बल पर वो सिद्धियां प्राप्त हो जाती है जो शायद किसी बड़े से बड़े देव के पास ही हो सकती हैंÓ। ये विचार आज संत संत कृष्णानंद महाराज धनौंदा ने शरद पूर्णिमा एवं वाल्मीकि जयंती के अवसर पर दूर दराज से आए भक्तों को व्यक्त किए।
   उन्होंने कहा कि जब-जब रामायण की चर्चा होगी तब-तब  वाल्मीकि का नाम भी यूं ही लिया जाता रहेगा। वाल्मीकि जिन्होंने नारद मुनि की प्रेरणा से न केवल घोर तप किया अपितु संपूर्ण रामायण की रचना करके अपने तप के बल को दर्शाया। उन्होंने कहा कि ऐसे महर्षि शायद ही सदियों के बाद कभी पैदा होते हैं। उन्होंने कहा कि संतों का जीवन ही दूसरों के हित एवं भलाई के लिए हुआ है। ऐसे में संतों को अपना प्यार एवं स्नेह अपने भक्तों पर सदा न्यौछावर करते रहना चाहिए।
    उन्होंने दूर दराज से आए भक्तों से कहा कि शरद पूर्णिमा का पर्व बहुत अहमियत रखता है। यह पर्व कई रोगों से छुटकारा दिलाने वाला ही नहीं अपितु इंसान में नया संचार जगाने वाला होता है। उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण ने भी इस पर्व का विशेष महत्व बताया है तथा इस पर्व से सर्दी का मौसम जुड़ा है। सर्दी प्रारंभ होने से सेहत के लिए लाभकारी होती हैं। उन्होंने कहा कि इस दिन से जल्दी उठकर स्नान ध्यान करने से सभी कष्टï स्वत: छूट जाते हैं तथा मोक्ष की प्राप्ति होती है।
 इस मौके पर भजन एवं कीर्तनों का आगाज किया गया और प्रसाद वितरित किया गया। इस मौके पर भारी संख्या में भक्तजन एवं भारी संख्या में महिलाएं उपस्थित थी। संत ने बताया कि सोमवार को खीर प्रसाद वितरित किया जाएगा। हवन भी आयोजित किया गया। उन्होंने हर अवसर पर कोई न कोई हवन करने की प्रेरणा दी। इस मौके पर दूर दराज से भारी संख्या में भक्त मौजूद थे।
 किसानों को खल रहा है सब्जी मंडी का अभाव
संवाद सहयोगी, कनीना। करीब 800 वर्ष पुराने एवं बावनी के नाम से प्रसिद्ध कनीना उप-मंडल में सब्जी मंडी का अभाव किसानों को खल रहा है। सब्जी मंडी न होने से किसान सब्जी उगाने से कतरा रहे हैं वहीं उपभोक्ता अति महंगी सब्जी खरीद रहे हैं।
  सब्जी मंडी के लिए बार-बार मांग भी उठती रही है और प्रयास भी हुए हैं। क्षेत्र के किसान परंपरागत कृषि में बदलाव चाहते हैं और कुछ सब्जी उगाने का प्रयास कर रहे हैं किंतु सब्जी मंडी महेंद्रगढ़ 20 किमी दूर या फिर रेवाड़ी 35 किमी दूर पड़ती है जो किसानों के लिए महंगी पड़ती है। किसान सब्जी को वहां तक ले जाने में किराया देकर सब्जी ले जाते हैं और कई बार भाव उचित न मिलने के कारण जितने की सब्जी बिकती है उतना ही किराया अदा कर देते हैं।
  कनीना की 52 हजार एकड़ भूमि पर आलू, मिर्च, प्याज, टमाटर एवं बैंगन आदि की बेहतर सब्जी हो रही है। किसान अगर ये सब्जियों उगा लेते हैं तो उनकी खरीफ व रबी की फसल पैदा नहीं हो पाती है जिसके चलते कृषि घाटे का सौदा बन जाता है। अगर सब्जी मंडी हो तो किसान सब्जी उगाने का प्रयास कर सकते हैं।
  कनीना के किसान राजेंद्र सिंह, सूबे सिंह, अजीत कुमार का कहना है कि वे वर्षों से टमाटर, भिंडी, चप्पल कद्दू एवं बगैर खाद एवं कीटनाशी की सब्जी उगा रहे हैं। उनका कहना है कि कई बार सब्जी बेचने के लिए दूर दराज मंडी में जाते हैं तो सब्जी बेचकर सब्जी को सब्जी मंडी तक ले जाने का किराया ही पूरा हो पाता है। सब्जी उगाने, तोडऩे व अन्य खर्चे की पूर्ति कर पाना कठिन है। ऐसे में उन्होंने मांग की है कि सब्जी मंडी पास हो तो वे सब्जी को बेचकर आ सकते हैं और किराया बच सकता है।
   गाहड़ा गांव के सत्येंद्र शर्मा ने आधा एकड़ जमीन पर लगभग 2500 रुपये खर्च करके बेहतरीन मूली पैदावार ली है जिसके मूली का थोक में भाव 10 रुपये प्रति किलो चल रहा है। उन्होंने अब तक 30 हजार रुपये कमा लिये हैं जबकि अभी भी आधी से ज्यादा खेत की मूली खेत में खड़ी हुई हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार किसान सब्जी तो उगा लेते हैं लेकिन परेशानी उठानी पड़ रही है क्योंकि सब्जी मंडी का अभाव है। सब्जी मंडी चेलावास में बनाई जा रही है लेकिन धीमी गति से कार्य होने के कारण पूर्ण होने में समय लग सकता है।
 कृषि अधिकारी-
पूर्व कृषि अधिकारी डा देवराज यादव का कहना है कि कनीना क्षेत्र में मिर्च, प्याज, टमाटर, बैंगन, कुकरबिट सब्जियां बेहतर पैदावार प्रदान करती हैं। किसानों का रुझान भी देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि किसान सब्जी उगा रहे हैं किंतु केवल इतनी ही उगा पा रहे हैं जितनी उनको अपने घर परिवार में चाहिए। उधर उपभोक्ताओं का कहना है कि सब्जी मंडी अगर पास हो तो वे बढिय़ा सब्जी खरीद पाएंगे। इस वक्त सब्जी महंगे दामों पर मिल रही है। ऐसे में उन्होंने सब्जी उगाने एवं सब्जी मंडी स्थापित करने की मांग की है।
फोटो कैप्शन 1: मूली पैदावार लेते हुये गाहड़ा का किसान सत्येंद्र शर्मा।

राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया, जगह जगह ली एकता की शपथ

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कनीना। कनीना क्षेत्र में सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती को एकता दिवस के रूप में जगह जगह मनाया गया तथा राष्ट्रीय एकता की शपथ भी ली।
राजकीय माध्यमिक विद्यालय कैमला में सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में धूमधाम से मनाई गई। सभी बच्चों ने राष्ट्र की एकता ,अखंडता और आंतरिक सुरक्षा करने की शपथ ली इस अवसर पर वीरेंद्र सिंह जांगिड़ मौलिक मुख अध्यापक ने कहा कि देश के वीर सपूतों ,शहीदों ने देश की आन बान शान और अस्मिता को बचाने के लिए अपना बड़ा से बड़ा बलिदान दिया है। इसलिए हम सभी नागरिकों को पूर्ण निष्ठा ,मेहनत, ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ सच्ची देश सेवा में अपना योगदान देना चाहिए इस अवसर पर गंगाराम शिक्षाविद, देशराज, सतबीर सिंह ,भगत सिंह, सूबे सिंह, सुनील आदि स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।
 सरदार पटेल के बताए रास्ते पर चलने वालों की कभी हार नहीं होती और देश की एकता तथा अखंडता कभी कमजोर नहीं होती। ये विचार नगरपालिका के चेयरमैन सतीश जेलदार ने नगरपालिका कार्यालय में व्यक्त किए। इस अवसर पर सतीश जेलदार ने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल ने हमें एकता, अखण्डता का पाठ पढ़ाया है जिसका अनुसरण करना ही देश हित में होगा। इस मौके पर नगरपालिका के कर्मी एवं अधिकारी मौजूद थे। उन्होंने सभी को एकता की शपथ दिलाई।
इस मौके पर नगर पालिका प्रधान सतीश जेलदार, उपप्रधान अशोक ठेकेदार, विक्की पार्षद प्रतिनिधि, वार्ड नंबर 1 पार्षद मास्टर दलीप, विक्रम समाजसेवी, श्यामलाल, शिवचरण जोशी, ओम प्रकाश, विद्यानंद, विकास ककराला, केशव, मनीष कुमार, राकेश कुमार आदि मौजूद रहे।
  उधर एसडीवमा विद्यालय ककराला में सरदार बल्लभ भाई पटेल की 145वीं जयन्ती के अवसर पर विद्यालय प्रबंधन ने उनकी फोटो पर पुष्प अर्पित कर नमन किया व उनके जीवन व आदर्शों को बच्चों से साझा किए। विद्यालय निदेशक ने भारत के प्रथम गृहमंत्री सरदार पटेल के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे बचपन से ही निडर एवं साहसी थे। भारत की स्वतन्त्रता के बाद देश की एकता को बनाए रखना एक बहुत बड़ी चुनौती थी। सरदार बल्लभ भाई पटेल को यह कार्य सौंपा गया। उन्होंने अपनी सूझबूझ से 565 रियासतों को एकता के सूत्र में बांधने का महान कार्य किया। उनके विचार और कार्य हमें एक भारत श्रेष्ठ भारत के मंत्र  को जीने की प्रेरणा देते है। श्री यादव ने बच्चों से उनकी जीवनी को पढऩे व उनके आदर्शों पर चलने का आह्वान किया। सरदार पटेल का एकता का मंत्र देश का जीवन संस्कार है और उनकी जयंती की एकता का पर्व है। इस अवसर पर विद्यालय प्राचार्य औमप्रकाश , मुख्य कार्यकारी अधिकारी आरएस यादव, विभागों के डीन पूर्ण सिंह व नरेन्द्र कुमार , खेल अकादमी के मुखिया प्रदीप व  सम्पूर्ण विद्यालय स्टाफ  उपस्थित था।
 उधर थाना परिसर में एसएचओ विनय कुमार ने उपस्थित सभी पुलिस कर्मियों को एकता और अखंडता की शपथ दिलवाई। सभी ने एकता और अखंडता की शपथ ली।
फोटो कैप्शन 2: कैमला स्कूल में एकता की शपथ लेते विद्यार्थी।
           3 नगरपालिका कार्यालय में शपथ लेते प्रधान सतीश जेलदार
           4 थाना परिसर में एकता की शपथ लेते पुलिस कर्मी
          5 एसडी स्कूल में सरदार वल्लभभाई पटेल को याद करते जगदेव यादव।

Friday, October 30, 2020

 बाजरे का उठान हुआ बेहतर, ली राहत की सांस

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कनीना। कनीना मंडी तथा श्रीकृष्ण गौशाला सड़क पर बाजरे की खरीद त्वरित रूप से जारी है। करीब 500 किसान प्रतिदिन बाजरा बेच रहे है। बाजरे का उठान एक बार फिर से पानीपत और रोहतक के साथ साथ उन्हाणी शुरू कर दिया है। अब तक करीब डेढ़ लाख क्विंटल बाजरा खरीदा जबकि विगत रिकार्ड 255000 क्विंटल का रहा है।
कनीना कनीना में बाजरे की खरीद त्वरित गति से चल रही है किंतु गुरुवार को उठान कम होने के चलते आढ़तियों उच्च अधिकारियों से इस संबंध में बात की तत्पश्चात है फिर से गोदान उन्हाणी में कुछ जगह तैयार की है जिसमें करीब 20,000 बैग बाजरा और रखा जाएगा।
विस्तृत जानकारी देते हुए मैनेजर सतेंद्र यादव ने बताया कि अब तक डेढ़ लाख क्विंटल के करीब बाजरा खरीदा जा चुका है।
30 दिनों में दो खरीद केंद्रों पर 5048 किसानों से  149605 क्विंटल खरीदा बाजरा-
 कनीना अनाज मंडी में तथा श्रीकृष्ण गौशाला केंद्र पर बाजरे की खरीद जारी है। श्रीकृष्ण गौशाला पर खरीद का शुक्रवार को चौथा दिन था जबकि कनीना अनाज मंडी में बाजरे की खरीद का 30वां दिन था। 30 दिनों में दोनों खरीद केंद्रों पर 5048 किसानों से 149605 क्विंटल बाजरा खरीदा जा चुका है। शुक्रवार को दोनों खरीद केंद्रों पर 579 किसानों ने 13661 क्विंटल बाजरा बेचा। दिन भर में दोनों खरीद केंद्रों से 12200 बैग बाजरे का उठान किया गया और अब तक 2,32,087 बैंग बाजरे का उठान किया जा चुका है।
शुक्रवार तक फड़ों पर 67,1,23 बैग बाजरा पड़ा हुआ है। मानदंडों को पूरा न करने पर एक ढेरी रिजेक्ट कर दी गई।
कनीना में 30 दिनों में बाजरे की खरीद इस प्रकार हुई------
  किसान      खरीदा बाजर
1 अक्टूबर    49 किसान    1437 क्विंटल
2 अक्टूबर     को कोई खरीद नहीं हुई
3 अक्टूबर     48 किसान   1549 क्विंटल
4 अक्टूबर     19 किसान     602 क्विंटल
5 अक्टूबर      21 किसान   608 क्विंटल  
6 अक्टूबर      102 किसान  3107 क्विंटल
7 अक्टूबर       55 किसान  1437 क्विंटल
8 अक्टूबर       102 किसान  2476 क्विंटल
9 अक्टूबर       114 किसान  3236 क्विंटल
10 अक्टूबर       खरीद नहीं हुई
11 अक्टूबर       खरीद नहीं हुई
12 अक्टूबर     114 किसान     3323 क्विंटल
13 अक्टूबर     132 किसान  3562 क्विंटल      
14 अक्टूबर     121 किसान   2935 क्विंटल     
15 अक्टूबर     116 किसान   3194 क्विंटल
16 अक्टूबर      115 किसान 2939 क्विंटल
17 अक्टूबर       8 किसान    253 क्विंटल
18 अक्टूबर      कोई खरीद नहीं हुई
19 अक्टूबर      194 किसान  5600 क्विंटल
20 अक्टूबर       197 किसान 6456 क्विंटल
21 अक्टूबर       190 किसान  5918 क्विंटल
22 अक्टूबर      301 किसान   9600 क्विंटल
23 अक्टूबर     382 किसान    10806 क्विंटल
24 अक्टूबर      425 किसान    19297 क्विंटल
25 अक्टूबर   कोई खरीद नहीं हुई
26 अक्टूबर   370 किसान       12887 क्विंटल
27 अक्टूबर   309 किसान       8250 क्विंटल
28 अक्टूबर   395 किसान     12180 क्विंटल
29 अक्टूबर   350 किसान    10850 क्विंटल
30 अक्टूबर   579 किसान     13661 क्विंटल
कनीना मंडी में 30 दिनों में 5048 किसानों से 149605 क्विंटल बाजरा खरीदा जा चुका है।
कनीना का श्रीकृष्ण गौशाला केंद्र पर खरीद इस प्रकार रही- यह केंद्र 27 अक्टूबर से शुरू हुआ है-
27 अक्टूबर       95 किसान     2649 क्विंटल
28 अक्टूबर     120 किसान       3730 क्विंटल
29 अक्टूबर      119 किसान      3397 क्विंटल
30 अक्टूबर       124 किसान     3638 क्विंटल
 श्रीकृष्ण गौशाला मार्ग पर चार दिनों में 458 किसानों से 13414 क्विंटल बाजरा खरीदा गया है।


दो बाइक टकराई तीन घायल, हायर सेंटर रेफर संवाद

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कनीना। कनीना-करीरा मार्ग पर शुक्रवार शाम दो बाइक आमने-सामने से टकरा गई जिसमें 3 लोग घायल हो गए। तीनों को गंभीर चोटें आई जिसके चलते तीनों का हायर सेंटर रेफर कर दिया है।
 प्राप्त विवरण अनुसार कनीना से पवन तथा नरेश देवी बाइक पर सवार होकर करीरा की ओर जा रहे जा रहे थे। सामने से आ रहे एक बाइक सवार ने टक्कर मार दी जिसके चलते तीनों गंभीर चोटें लगी सामने से टक्कर मारने वाला बेहोशी की हालात में होने के चलते तीनों को तुरंत प्रभाव से कनीना उप नागरिक अस्पताल लाया गया। जहां उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए हायर सेंटर रेफर कर दिया है।  पुलिस को सूचना दे दी गई है। पुलिस मौके पर पहुंची तथा आगामी कार्रवाई में जुट गई है।
फोटो कैप्शन 7: पुलिस एवं डाक्टर मौके पर घायलों की जानकारी लेते।

नहीं रुक रही है नहरी पानी की चोरी

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 कनीना। प्रदेश में बनने वाले 152डी ग्रीन कारिडोर के निर्माण में नहरी पानी का व्यवसायिक प्रयोग में नहरी पानी धड़ल्ले से चोरी किया जा रहा है।  चोरी नहीं रुक पा रही है।
नहरी पानी चोरी को लेकर समय-समय पर इस मामले को लेकर खबरें प्रकाशित की है। अधिकारियों से बात करने पर अधिकारी भी यह मानते हैं कि इस तरह पानी का प्रयोग रोड बनाने में नहीं किया जा सकता और ना ही उन्होंने किसी प्रकार की कोई अनुमति मिली हुई है। जहां स्थानीय लोग तो पहले से ही यह कहते हैं कि बिना प्रशासन के मिलीभगत के ये लोग नहरी पानी चोरी नहीं कर सकते और ग्रामीणों की इस बात की पुष्टि यहां पर होती दिख रही है क्योंकि शुक्रवार को भी ऐसे ही नहर के पास टैंकर लगाकर इंजन से पानी भरा जा रहा था बिना किसी रोक-टोक के वह लोग रोज सैकड़ों टैंकर इसी तरह से पानी के भरकर ले जाते हैं। लेकिन बावजूद इसके रोड बनाने वाली कंपनी इसका प्रयोग अब भी जारी रखे हुए हैं। ना ही इनको प्रशासन का डर दिखाई देता है ना ही ग्रामीणों का क्योंकि ये लोग अब भी ऐसे ही नहर के किनारे टैंकर लगाकर नहरी पानी भर रहे हैं।
इस विषय में जब एक्सइएन सिंचाई विभाग कृष्ण कुमार से बात की तो उन्होंने बताया कि उन्होंने एसडीओ तथा जेई को इसके बारे में बता दिया है, अगर कोई पानी चोरी करता मिला तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करेंगे
फ़ोटो कैप्शन 6: नहरी पानी धड़ल्ले से चोरी करता हुआ टैंकर


सब्जी मंडी अविलंब स्थापित करने की मांग 

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 कनीना। कनीना क्षेत्र में भारी मात्रा में सब्जी उगाई जाती है लेकिन सब्जी मंडी अभाव में उपभोक्ता परेशान है वहीं सब्जी उगाने वाले किसान भी बेहद परेशान हैंं।
 गाहड़ा गांव के सत्येंद्र शर्मा ने आधा एकड़ जमीन पर लगभग 2500 रुपये खर्च करके बेहतरीन मूली पैदावार ली है जिसके मूली का थोक में भाव 10 रुपये प्रति किलो चल रहा है। उन्होंने अब तक 30 हजार रुपये कमा लिये हैं जबकि अभी भी आधी से ज्यादा खेत की मूली खेत में खड़ी हुई हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार किसान सब्जी तो उगा लेते हैं लेकिन परेशानी उठानी पड़ रही है क्योंकि सब्जी मंडी का अभाव है। सब्जी मंडी चेलावास में बनाई जा रही है लेकिन धीमी गति से कार्य होने के कारण पूर्ण होने में समय लग सकता है।
उन्होंने त्वरित गति से सब्जी मंडी स्थापित करने की मांग की है।
 फोटो कैप्शन 5: मूली उखाड़ता हुआ सत्येंद्र शर्मा।

खेत में चोरी करते रंगे हाथ पकड़ा गया चोर, छह फव्वारा नोजल बरामद की

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कनीना। खंड के गांव उन्हानी के खेतों में सिंचाई के लिए लगे फव्वारा सेट की चोरी करते हुए दौंगडा अहीर चौकी के पुलिसकर्मियों ने चोर को रंगे हाथों पकड़ लिया।   पुलिस को नजदीक आते देख आरोपी वहां से भागने लगा तभी एएसआई कृष्ण, एएसआई गुणपाल सिंह व सिपाही नरेंद्र ने दौड़कर पकड़ लिया।
दौंगडा अहीर चौकी इंचार्ज पवन कुमार ने बताया कि आसपास के क्षेत्र में फव्वारा सेट की चोरी के मामले सामने आ रहे थे । तभी एक टीम बनाई गई और उन्होंने गांव में सोनू पुत्र रामपाल वासी बसाई उम्र 30 वर्ष को खेत में फव्वारा सेट के ऊपर लगी नोजल चोरी करते हुए रंगे हाथों पकड़ा। चोरी करते रंगे हाथ पकड़े गए युवक के पास से 6 नोजल बरामद हुए है। पुलिस चोरी करने वाले युवक को गिरफ्तार कर दौंगडा अहीर चौकी के गई।  इस बाबत चौकी प्रभारी पवन ने बताया कि चोरी करने वाले युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है।
फोटो कैप्शन 6: फव्वारा नोजल चोरी करते नोजल सहित पकड़ा व्यक्ति दौंगड़ा चौकी में।
 

 

कनीना क्षेत्र में आठ  मिले संक्रमित

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कनीना। कनीना क्षेत्र में शुक्रवार को 8 संक्रमित मिले हैं। उप नागरिक अस्पताल कनीना के स्वास्थ्य कर्मी सुनील ने जानकारी देते हुए बताया कि क्षेत्र में शुक्रवार को आठ व्यक्ति संक्रमित मिले हैं। रसूलपुर गांव का 29 वर्षीय व्यक्ति संक्रमितमिला है। यह व्यक्ति धारूहेड़ा में एक रियल स्टेट की कंपनी में काम करता था 1 सप्ताह बाद या अपने घर पर आया और उसने उप नागरिक अस्पताल कनीना में अपना सैंपल जमा बुधवार को  करवाया था। शुक्रवार को जिसकी रिपोर्ट पाजिटिव आ गई। सीहोर गांव का 26 वर्षीय पुरुष संक्रमित मिला है गांव में रैपिड टेस्ट करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से टीम गई हुई थी जहां पर 26 वर्षीय व्यक्ति ने अपना सैंपल जमा करवाया जिसकी रिपोर्ट शुक्रवार को पाजिटिव आ गई। वही सीहोर में ही 70 वर्षीय महिला के साथ एक 85 वर्षीय महिला संक्रमित मिली है। इन दोनों महिलाओं का सैंपल बुधवार को मोबाइल रैपिड टीम ने लिया था जिसकी रिपोर्ट शुक्रवार को पाजिटिव आ गई। कोटिया गांव के दो व्यक्ति संक्रमित मिले हैं। इन दोनों व्यक्तियों ने अपना सैंपल बुधवार को प्राकृतिक अस्पताल कनीना में जमा करवाया था। जिसकी रिपोर्ट शुक्रवार को पाजिटिव आ गई। उन्हानी  गांव का एक व्यक्ति संक्रमित मिला है। व्यक्ति ने अपना सैंपल उप नागरिक अस्पताल में जमा करवाया था जिसकी रिपोर्ट शुक्रवार को पाजिटिव आ गई। खैराना गांव का एक व्यक्ति संक्रमित मिला है।

अब 24 घंटे इंडियन गैस सिलेंडर की बुकिंग होगी

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कनीना। कनीना के शहीद एके इंडेन गैस एजेंसी पर सिलेंडर लेना और भी आसान कर दिया है। फोन नंबर 7718955555 नंबर पर आईवीआरएस सिस्टम द्वारा 24 घंटे बुकिंग की जा सकती है।
 विस्तृत जानकारी देते हुए गैस की मालकिन भतेरी देवी ने बताया कि पहले जो बुकिंग के लिए नंबर उपलब्ध थे वे उपभोक्ता को दिन के लिए ही उपलब्ध होते थे, रात को काम नहीं करते थे किंतु अब यह बुकिंग नंबर 24 घंटे सातों दिन कार्य करेगा।

20 वर्ष की सेवा पूरी होने पर लगाये 20 फल एवं फूलदर पौधे

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कनीना। 20 वर्षों की सेवा पूरी होने पर पीटीआई संजय कुमार ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धनौंदा कैंपस में 29 फलदार एवं फूलदार पौधे लगाये। इस मौके पर मुख्य अतिथि प्राचार्य कृष्ण कुमार थे।
इस मौके पर कृष्ण सिंह ने कहा कि  पेड़ पौधे ही प्रकृति का सौंदर्य है। जब किसी की सुंदरता को छीना जाता है तो वह उसका मुंह तोड़ भी जवाब देता है इसीलिए मनुष्य द्वारा छीनी गई प्रकृति की सुंदरता को दोबारा से बनाने के लिए पौधों का रोपण करना बहुत जरूरी है। इसके अलावा यह मनुष्य जीवन में बहुत ही अहम हिस्सा रखते हैं मनुष्य को मिलने वाली प्राणवायु भी इस प्रकृति में वृक्षों से मिलती है। यही वृक्ष पर्यावरण को संतुलन रखते हैं इसीलिए व्यक्ति को पौधों का रोपण करना अति आवश्यक है।
इस मौके पर संजय सिंह पीटीआई ने कहा कि अगर आने वाली पीढिय़ों को बचाना है तो अधिक से अधिक पेड़ लगाएं। जहां भी संभव हो खाली जगह को पेड़ पौधों से भर दिया जाए। उन्होंने पेड़ों के लाभों की जानकारी भी दी। उन्होंने कहा की पौधों का हमारे जीवन में बहुत महत्व है। आज के इस युग में हमारा कर्तव्य बनता है कि जल व पौधों को बचाएं ताकि भविष्य में आने वाली पीढिय़ां सुख से सांस ले सके। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक को एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए। इस मौके पर बरगद, पीपल, अमरूद, गुडहल आदि के 20 पौधे लगाये।
 इस अवसर एबीआरसी श्रुति आर्य, लक्ष्मी यादव, नीलम प्राध्यापिका, सुनीता देवी,सीमा देवी, कविता देवी, सूबे सिंह कंप्यूटर शिक्षक आदि मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 2 व 3: स्कूल कैंपस में पौधारोपण करते हुए।


पुलिस अधीक्षक ने किया थाना परिसर का निरीक्षण

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कनीना। पुलिस अधीक्षक नारनौल चंद्रमोहन ने कनीना थाने का विशेष निरीक्षण किया और सभी अधिकारियों को मौके पर हिदायत दी। एसपी ने आकर सबसे पहले थाना परिसर में खड़े हुए कबाड़ बने खड़े वाहनों को देखा और कारण जाना। उन्होंने इन वाहनों के मालिकों द्वारा न ले जाने का कारण जाना। तत्पश्चात उन्होंने सफाई व्यवस्था को देखा। अंदर सभी रिकार्ड खंगाले और कार्यप्रणाली की पूछताछ की किंतु निरीक्षण के समय पत्रकारों को दूर रखा गया।
इस मौके पर उन्होंने उपस्थित डीएसपी विजय देशवाल, एसएचओ विनय कुमार, चौकी इंचार्ज गोविंद सिंह सहित विभिन्न कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने एक-एक बात को बड़ी सघनता से जाना और जांचा फिर इस परिसर के पीछे आगे चारों तरफ क्या कुछ है सारी जानकारी ली वहीं खड़े दुपहिया वाहनों की जानकारी ली।
उन्होंने कहा कि पुलिस का कार्य जन सेवा करना होता है और बेहतर सेवा देना होता है। यदि लोग पुलिस के कार्य से खुश होंगे तो इसका मतलब हमारा तंत्र सही कार्य कर रहा है। अगर पुलिस सही कार्य नहीं कर रही है तो बड़ी समस्या खड़ी हो सकती है। ऐसे में उन्होंने कहा कि निष्पक्षता से हर कार्य को पूरा करें। किसी वाद विवाद को शांति से निपटाने की अपील की।
उन्होंने कहा कि जब कोई इंसान मामले को लेकर पुलिस तक पहुंचता है तो पुलिस का फर्ज बनता है इसकी समुचित जानकारी हासिल करें और जानकारी हासिल कर यथासंभव सहायता करें।
फोटो कैप्शन 4: एसपी नारनौल चंद्रमोहन कनीना थाने की जानकारी हासिल करते हुए।

20 वर्ष की सेवा पूरी होने पर लगाये 20 फल एवं फूलदर पौधे 

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कनीना। 20 वर्षों की सेवा पूरी होने पर पीटीआई संजय कुमार ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धनौंदा कैंपस में 29 फलदार एवं फूलदार पौधे लगाये। इस मौके पर मुख्य अतिथि प्राचार्य कृष्ण कुमार थे।
इस मौके पर कृष्ण सिंह ने कहा कि  पेड़ पौधे ही प्रकृति का सौंदर्य है। जब किसी की सुंदरता को छीना जाता है तो वह उसका मुंह तोड़ भी जवाब देता है इसीलिए मनुष्य द्वारा छीनी गई प्रकृति की सुंदरता को दोबारा से बनाने के लिए पौधों का रोपण करना बहुत जरूरी है। इसके अलावा यह मनुष्य जीवन में बहुत ही अहम हिस्सा रखते हैं मनुष्य को मिलने वाली प्राणवायु भी इस प्रकृति में वृक्षों से मिलती है। यही वृक्ष पर्यावरण को संतुलन रखते हैं इसीलिए व्यक्ति को पौधों का रोपण करना अति आवश्यक है।
इस मौके पर संजय सिंह पीटीआई ने कहा कि अगर आने वाली पीढिय़ों को बचाना है तो अधिक से अधिक पेड़ लगाएं। जहां भी संभव हो खाली जगह को पेड़ पौधों से भर दिया जाए। उन्होंने पेड़ों के लाभों की जानकारी भी दी। उन्होंने कहा की पौधों का हमारे जीवन में बहुत महत्व है। आज के इस युग में हमारा कर्तव्य बनता है कि जल व पौधों को बचाएं ताकि भविष्य में आने वाली पीढिय़ां सुख से सांस ले सके। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक को एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए। इस मौके पर बरगद, पीपल, अमरूद, गुडहल आदि के 20 पौधे लगाये।
 इस अवसर एबीआरसी श्रुति आर्य, लक्ष्मी यादव, नीलम प्राध्यापिका, सुनीता देवी,सीमा देवी, कविता देवी, सूबे सिंह कंप्यूटर शिक्षक आदि मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 2 व 3: स्कूल कैंपस में पौधारोपण करते हुए।


पुलिस अधीक्षक ने किया थाना परिसर का निरीक्षण 

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 कनीना। पुलिस अधीक्षक नारनौल चंद्रमोहन ने कनीना थाने का विशेष निरीक्षण किया और सभी अधिकारियों को मौके पर हिदायत दी। एसपी ने आकर सबसे पहले थाना परिसर में खड़े हुए कबाड़ बने खड़े वाहनों को देखा और कारण जाना। उन्होंने इन वाहनों के मालिकों द्वारा न ले जाने का कारण जाना। तत्पश्चात उन्होंने सफाई व्यवस्था को देखा। अंदर सभी रिकार्ड खंगाले और कार्यप्रणाली की पूछताछ की किंतु निरीक्षण के समय पत्रकारों को दूर रखा गया।
इस मौके पर उन्होंने उपस्थित डीएसपी विजय देशवाल, एसएचओ विनय कुमार, चौकी इंचार्ज गोविंद सिंह सहित विभिन्न कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने एक-एक बात को बड़ी सघनता से जाना और जांचा फिर इस परिसर के पीछे आगे चारों तरफ क्या कुछ है सारी जानकारी ली वहीं खड़े दुपहिया वाहनों की जानकारी ली।
उन्होंने कहा कि पुलिस का कार्य जन सेवा करना होता है और बेहतर सेवा देना होता है। यदि लोग पुलिस के कार्य से खुश होंगे तो इसका मतलब हमारा तंत्र सही कार्य कर रहा है। अगर पुलिस सही कार्य नहीं कर रही है तो बड़ी समस्या खड़ी हो सकती है। ऐसे में उन्होंने कहा कि निष्पक्षता से हर कार्य को पूरा करें। किसी वाद विवाद को शांति से निपटाने की अपील की।
उन्होंने कहा कि जब कोई इंसान मामले को लेकर पुलिस तक पहुंचता है तो पुलिस का फर्ज बनता है इसकी समुचित जानकारी हासिल करें और जानकारी हासिल कर यथासंभव सहायता करें।
फोटो कैप्शन 4: एसपी नारनौल चंद्रमोहन कनीना थाने की जानकारी हासिल करते हुए।
 

बार एसोसिएशन के चुनाव 6 को 

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कनीना। कनीना बार एसोसिएशन के प्रधान पद के चुनाव  6 नवंबर को होंगे जिसके लिए महज 3 प्रत्याशी मैदान में रह गए हैं।
 चुनाव एपीओ राकेश मानपुरा ने बताया कि अब मैदान में प्रधान पद के लिए ओम प्रकाश एडवोकेट रामबास, कुलदीप कुमार एडवोकेट रामबास, वेद प्रकाश गुर्जर एडवोकेट बचे हैं जबकि  उपप्रधान, सह सचिव एवं खजांची के चुनाव निर्विरोध चुने जा चुके हैं। अखिल अग्रवाल उप-प्रधान, मीनाक्षी यादव सह-सचिव, सुमन यादव खजांची निर्विरोध चुने गये है। प्रधान पद के लिए चुनाव 6 नवंबर को होंगे।

आफत बन रहे हैं गलियों के कुत्ते एवं बंदर

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 कनीना। कनीना क्षेत्र की गलियों में कुत्तों की भरमार होने से लोग परेशान हो गए हैं। विगत वर्ष एक कुत्ते के काटने से बच्ची की मौत भी हो गई थी। आए दिन कुत्तों एवं बंदरों द्वारा जनों के काटे जाने की समाचार मिल रहे हैं।
 उल्लेखनीय है कि कनीना की गलियों में कुत्ते झुंड के रूप में मिल रहे हैं जिन से स्कूली बच्चे विशेष रूप से परेशान है। ये कुत्ते किसी भी समय किसी पर धावा बोल सकते हैं। ये दुर्घटनाओं का कारण भी बन रहे हैं। अधिकांश दुर्घटनाएं इन कुत्तों के कारण घटित हो रही है। अकेले कनीना अटेली मार्ग पर प्रतिदिन एक कुत्ता किसी दुर्घटना में जरूर मरा सड़क पर मिलता है। इससे लगता है कुत्तों की भरमार के चलते दुर्घटना में इजाफा हो रहा है। लोगों की मांग है कि इन आवारा कुत्तों को पकड़कर कहीं दूर छुड़वाया जाए। वैसे भी बच्चे और बुजुर्ग दोनों ही आवारा कुत्तों से ज्यादा परेशान है। अक्सर किसी पूंछ या अन्य अंग साइकिल/मोटरसाइकिल या किसी अन्य दुपहिया वाहन से दबने के बाद काटकर ही दम लेते हैं।  विगत वर्षों राधेश्याम गोमला को कुत्तों ने काटा वहीं विगत वर्ष उन्हानी के हिंदुस्तान अवार्डी राजेश कुमार को भी काट खाया था जबकि आए दिन कुत्तों के काटने की जानकारियां मिल रही हैं। यही हालात बंदरों की है।

दीये बनाने में व्यस्त है एक समाज विशेष

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कनीना।दीपावली पर खुशियों को व्यक्त करने के लिए परम्परागत रूप से जलाए जाने वाले दीयों का स्थान मोमबत्तियों ने ले लिया है। एक जाति विशेष कुम्हार जाति, के लोगों द्वारा दीये बनाकर अपनी रोटी रोजी कमाने वालों का तो मानो धंधा ही चौपट हो गया है। ।
     दीपावली के आगमन से करीब एक माह पूर्व ही कुम्हार जाति के लोग मिट्टïी लाकर दीपक बनाते हैं तत्पश्चात उन्हें पकाकर घर-घरकरते हैं। एक जमाना था जब दीपावली के शुभ दिन पर घी के दीये जलाते थे किंतु अब दीयों के प्रति रुझान भी बदल गया है। श्रीराम के 14 वर्षों का वनवास पूरा करके, रावण पर विजय पाकर जब सीता सहित राम, लक्ष्मण व हनुमान अयोध्या लौटे थे तो लोगों ने खुशी के मारे घरों में घी के दीये जलाए थे और तत्पश्चात प्रति वर्ष उसी याद को दिलों में संजोकर प्रतिवर्ष घी के दीये जलाते आ रहे हैं। परंतु अब तो लोग तेल के दीये भी नहीं जलाते अपितु मोमबत्ती जलाकर ही खुशी व्यक्त करते हैं। कुम्हार जाति के लोगों ने बताया कि एक वक्त था जब दीपावली के दिन इतने दीये बिकते थे कि उनके परिवार का गुजर बसर आसानी से हो जाता था किंतु अब तो रोटी रोजी के भी लाले पड़ गए हैं।  अब तो दीये बनाकर पकाने का काम भी धीमा पड़ गया है। कुम्हारों ने तो अपना यह धंधा ही बदल लिया है या फिर दीये खरीदकर लाते हैं और उन्हें घरों में बेचते हैं।
   गृहणियों आशा, शकुंतला, नीलम ने बताया कि दीयों को देशी घी से जला पाना कठिन हो गया है क्योंकि देशी घी का भाव भी 800 रुपये किलो तक पहुंच गया है वहीं रुई की बाती बनानी पड़ती हैं और दीपकों को पानी में भीगोकर रखना पड़ता है ताकि वे घी कम चूसे। बाद में तेल के दीये जलाने की प्रथा चली क्योंकि तेल का भाव भी 150 रुपये किलो से कम नहीं होता है ऐसे में तेल के दीये जलाना भी आसान काम नहीं है।  अब तो दीपावली के दिन मोमबत्तियां ही जलाई जा रही है।
   फोटो कैप्शन 1:  दीयों का एक दृश्य।

Thursday, October 29, 2020

29 दिन में दो खरीद केंद्रों पर 4577 किसानों से  136044 क्विंटल खरीदा बाजरा
 कनीना। कनीना अनाज मंडी में तथा श्रीकृष्ण गौशाला केंद्र पर बाजरे की खरीद जारी है। श्रीकृष्ण गौशाला पर खरीद का गुरुवार को तीसरा दिन था जबकि कनीना अनाज मंडी में बाजरे की खरीद का 29वां दिन था। अब तक 4577  किसानों का 1,36,044 क्विंटल बाजरा खरीदा जा चुका है। गुरुवार को दोनों खरीद केंद्रों पर 469 किसानों ने 14247 क्विंटल बाजरा बेचा। दिन भर में दोनों खरीद केंद्रों से 4775 बैग बाजरे का उठान किया गया और अब तक 2,27,077 बैंग बाजरे का उठान किया जा चुका है।
गुरुवार तक फड़ों पर 45,011 बैग बाजरा पड़ा हुआ है। मानदंडों को पूरा न करने पर 4 ढेरियां रिजेक्ट कर दी गई।
कनीना में 29 दिनों में बाजरे की खरीद इस प्रकार हुई------
  किसान      खरीदा बाजर
1 अक्टूबर    49 किसान    1437 क्विंटल
2 अक्टूबर     को कोई खरीद नहीं हुई
3 अक्टूबर     48 किसान   1549 क्विंटल
4 अक्टूबर     19 किसान     602 क्विंटल
5 अक्टूबर      21 किसान   608 क्विंटल  
6 अक्टूबर      102 किसान  3107 क्विंटल
7 अक्टूबर       55 किसान  1437 क्विंटल
8 अक्टूबर       102 किसान  2476 क्विंटल
9 अक्टूबर       114 किसान  3236 क्विंटल
10 अक्टूबर       खरीद नहीं हुई
11 अक्टूबर       खरीद नहीं हुई
12 अक्टूबर     114 किसान     3323 क्विंटल
13 अक्टूबर     132 किसान  3562 क्विंटल      
14 अक्टूबर     121 किसान   2935 क्विंटल     
15 अक्टूबर     116 किसान   3194 क्विंटल
16 अक्टूबर      115 किसान 2939 क्विंटल
17 अक्टूबर       8 किसान    253 क्विंटल
18 अक्टूबर      कोई खरीद नहीं हुई
19 अक्टूबर      194 किसान  5600 क्विंटल
20 अक्टूबर       197 किसान 6456 क्विंटल
21 अक्टूबर       190 किसान  5918 क्विंटल
22 अक्टूबर      301 किसान   9600 क्विंटल
23 अक्टूबर     382 किसान    10806 क्विंटल
24 अक्टूबर      425 किसान    19297 क्विंटल
25 अक्टूबर   कोई खरीद नहीं हुई
26 अक्टूबर   370 किसान       12887 क्विंटल
27 अक्टूबर   309 किसान       8250 क्विंटल
28 अक्टूबर   395 किसान     12180 क्विंटल
29 अक्टूबर   350 किसान    10850 क्विंटल
कनीना मंडी में 20 दिनों में 4243 किसानों से 126268 क्विंटल बाजरा खरीदा जा चुका है।
कनीना का श्रीकृष्ण गौशाला केंद्र पर खरीद इस प्रकार रही- यह केंद्र 27 अक्टूबर से शुरू हुआ है-
27 अक्टूबर       95 किसान     2649 क्विंटल
28 अक्टूबर     120 किसान       3730 क्विंटल
29 अक्टूबर      119 किसान      3397 क्विंटल  श्रीकृष्ण गौशाला मार्ग पर तीन दिनों में 334 किसानों से 3397 क्विंटल बाजरा खरीदा गया है।



अनाज मंडी में लगने लगे बाजरे के ढेर 

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 कनीना। उठान का कार्य धीमा चलने के कारण अनाज मंडी में बाजरे के ढेर लगने लगे हैं। आढ़तियों ने जहां मार्केट कमेटी सचिव तथा खरीद एजेंसियां फिर को भी पत्र लिखकर इस संबंध में हिदायत दी है।
कनीना व्यापार मंडल के प्रधान रविंद्र बंसल तथा ओमप्रकाश लिसानिया ने बताया कि अकेले उनके हर पर 3000 से अधिक बाजरे के बैग पड़े हुए हैं। यदि उठान नहीं होगा तो जगह अभाव में आगामी खरीद नहीं की जा सकेगी जिससे उनका काम ठप हो जाएगा। उधर उनका कहना है कि गौशाला रोड पर भी जहां बाजरे के बैग पड़े हुए हैं वहीं कनीना मंडी में ढेर लग गए हैं। अब बाजरे का उठान कर रोहतक भेजा जा रहा है। पानीपत का गोदान में बाजरा पहुंचाने की तैयारियां हो चुकी है।
  उधर आढ़ती ओमप्रकाश लिसानियां ने बताया कि वर्तमान अनाज मंडी की हालात के बारे में उनकी बात सीताराम यादव विधायक से भी हो चुकी है। उन्होंने भी समस्या को गंभीरता से लिया है। उन्होंने इस संबंध में जिला उपायुक्त से बात की है।
क्या कहते हैं हैफेड मैनेजर-
 हैफेड मैनेजर सतेंद्र यादव से इस संबंध में जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि कनीना अनाज मंडी में उठान प्रभावित हो रहा है। करीब 20 हजार बैग फड़ों पर पर पड़े हुए हैं। उन्होंने बताया कि उन्हाणी सेंटर पर बाजरे का स्टोर पूरा होने के कारण अब बाजरा रोहतक के लिए जा रहा है। उन्होंने ट्रांसपोर्ट ठेकेदार को भी पत्र लिखकर अधिक गाडिय़ां जुटाने की मांग की है। उन्होंने बताया कि पानीपत में जल्द ही नया गोदान( स्टोर) स्थापित हो रहा है। तत्पश्चात बाजरा पानीपत ले जाएगा।  उन्होंने बताया कि ट्रांसपोर्ट के अभाव के चलते उठान प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि वैसे तो आढ़तियों को इस प्रकार की स्थिति में  चट्टे लगाने की हिदायत दी हुई है। लेकिन बाजरे के चट्टे नहीं लगवाए जा रहे हैं। यदि चट्टे लगवा दिये जाएंगे तो नई खरीद के लिए जगह उपलब्ध हो जाएगी।
उल्लेखनीय है कि कनीना दो खरीद केंद्र होने के कारण कम ढेर लग रहे वरना बड़े-बड़े ढेर लग चुके होते। गौशाला रोड पर जगह अधिक होने के कारण कोई दिक्कत नहीं हो पाती हैं।
फोटो कैप्शन  7:कनीना मंडी में बाजरे की ढेर।

बुर्जी तोड़ अवैध कब्जा करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग

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कनीना। कनीना के वार्ड 13 निवासी बृजमोहन तथा गाहड़ा के दिलीप सिंह, आनंद प्रकाश, अमर सिंह आदि ने जहां गत दिनों जिला उपायुक्त नारनौल के कनीना आगमन पर ज्ञापन दिया था अब उच्च अधिकारियों को शिकायत भेजकर मांग की है कि दो गांवों गाहड़ा एवं कनीना की सीमा पर बनी बुर्जी को तोड़ दिया है और रास्ते पर अवैध कब्जा कर लिया है जिसके चलते लोग उनके खेतों के अंदर से जा रहे हैं। उन्होंने मांग की है कि अवैध कब्जा करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए।
 जिला उपायुक्त को दिये ज्ञापन में कहा है कि रास्ता नंबर 720 व 721 पर गांव गाहड़ा के कुछ लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है। यह रास्ता गाहड़ा और कनीना दोनों की सीमा पर लगता है। उन्होंने कहा है कि चकबंदी के समय बनायी गई बुर्जियों को खुर्द बुर्द कर दिया गया हैं। यहां तक कि दोनों गांव की रास्ते पर अवैध कब्जा कर लिया है जिसके चलते किसान दूसरे किसानों के खेतों से गुजर रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि बुर्जी तोडऩे वाले तथा रास्ते पर अवैध कब्जा करने वालों के विरूद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।


शरद पूर्णिमा पर बनाई जाएगी खीर, श्वास रोगियों के लिए रामबाण

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कनीना। 31 अक्टूबर को क्षेत्र में शरद पूर्णिमा का पर्व मनाया जा रहा है। इस मौके पर रात के समय खीर बनाने तथा प्रसाद के रूप में अगले दिन बांटने की प्रथा चली आ रही है। मंदिरों में खीर बनाकर रात के समय चंद्रमा की किरणें डालकर खिलाने की परंपरा भी अनोखी है।
    घरों में तो खीर बनती ही है साथ में मंदिरों में भी खीर बनाने की परंपरा है। यह खीर रातभर रखी खुले आकाश के नीचे रखी जाती है तथा चंद्रमा की किरणें डालकर इसे रोग विनाशक बनाकर ही खिलाया जाता है। महंत लालदास का कहना है कि इस रात को चंद्रमा अपने आप में पूर्ण होता है बाकी किसी भी पूर्णिमा को इतना बेदाग नहीं होता है। यही कारण है कि इसकी किरणें डाली जाती है जो मन व मस्तिष्क पर अच्छा प्रभाव डालती हैं।
 उधोदास आश्रम के महंत लालदास ने बताया कि उनके यहां तो जो खीर बनाई जाती है उस मखमल के कपड़े से ढककर रख दिया जाता है ताकि अधिक मात्रा में चंद्रमा की किरणें गिर सके। इन्हीं किरणों के कारण खीर का स्वाद मधुर बन जाता है। तत्पश्चात इस खीरा को रात के बारह बजे बाद ही प्रसाद बतौर खिलाया जाता है। इस खीर का श्वास रोगियों के लिए बेहद लाभ होता है। उन्होंने बताया कि इस खीर में डालने के लिए कई प्रकार की औषधियां व पदार्थ मंगवाएं हैं ताकि खीर के प्रसाद से उनका रोग ठीक हो सके। रातभर भजन कीर्तन करते हुए ठाकुर जी का भोग लगाकर प्रसाद चखते हंै।  
क्या कहते हैं वैद्य-
वैद्य बालकिशन एवं श्रीकिशन का कहना है कि शरद पूर्णिमा का पर्व बहुत अहमियत रखता है। यह पर्व कई रोगों से छुटकारा दिलाने वाला ही नहीं अपितु इंसान में नया संचार जगाने वाला होता है। उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण ने भी इस पर्व का विशेष महत्व बताया है तथा इस पर्व से सर्दी का मौसम जुड़ा है। सर्दी प्रारंभ होने से सेहत के लिए लाभकारी होती हैं। उन्होंने कहा कि इस दिन से जल्दी उठकर स्नान ध्यान करने से सभी कष्टï स्वत: छूट जाते हैं तथा मोक्ष की प्राप्ति होती है।
  सुरेंद्र शर्मा ज्योतिषाचार्य ने बताया कि इसी पर्व से जुड़ी है कार्तिक स्नान करने की परंपरा। महिलाएं पूरे एक माह तक चलता रहता है। एक माह बाद इसे संपन्न करती हैं। स्वास्थ्य की दृष्टिï से भी यह समय अनुकूल माना जाता है।

कनीना क्षेत्र में मिले सात संक्रमित

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कनीना। कनीना एवं आस पास गांवों में सात जन संक्रमित मिले हैं।
स्वास्थ्य कर्मी सुनील ने जानकारी देते हुए बताया कि खेड़ी तलवाना गांव का 2 किसान संक्रमित मिले हैं।  इन दोनों ने सोमवार को अपना सैंपल जमा कराया था इनको हल्का हल्का बुखार था। जागरूकता दिखाते हुए इन्होंने सैंपल अस्पताल में जमा कराया जिसकी रिपोर्ट गुरुवार को पाजिटिव आ गई। सीहोर गांव की 2 महिलाएं संक्रमित मिली हैं। इन महिलाओं में से एक महिला उप नागरिक अस्पताल कनीना में शुगर का टेस्ट करवाने के लिए आई हुई थी। चिकित्सक के कहने पर तुरंत सैंपल जमा करवाया जिसकी रिपोर्ट गुरुवार को पाजिटिव आ गई। दूसरी महिला को हल्का बुखार हुआ था इस वजह से उसने उप नागरिक अस्पताल कनीना में अपना सैंपल जमा करवाया। जिसकी रिपोर्ट गुरुवार को पाजिटिव आ गई। ढाणा गांव का 70 वर्षीय एक बुजुर्ग संक्रमित मिला है। 70 वर्षीय बुजुर्ग को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी । उसने उप नागरिक अस्पताल कनीना में अपना सैंपल जमा करवाया। जिसकी रिपोर्ट गुरुवार को पाजिटिव आ गई। कोटिया गांव की 48 वर्षीय महिला कोरोना संक्रमित मिली है। धनौंदा गांव की महिला संक्रमित मिली है। महिला के पति कुछ समय पहले संक्रमित मिले थे।  मंगलवार को महिला ने उप नागरिक अस्पताल में अपना सैंपल जमा करवा या  जिसकी रिपोर्ट गुरुवार को पाजिटिव आ गई ।
एसएमओ डॉ धर्मेंद्र यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि मौसम बदल रहा है एसी, पंखे, कुलर ना चलाएं। त्योहारों का सीजन चल रहा है इस दौरान मिलावट की मिठाइयां खाने से बचें।


बुर्जी तोड़ अवैध कब्जा करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग 

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कनीना। कनीना के वार्ड 13 निवासी बृजमोहन तथा गाहड़ा के दिलीप सिंह, आनंद प्रकाश, अमर सिंह आदि ने जहां गत दिनों जिला उपायुक्त नारनौल के कनीना आगमन पर ज्ञापन दिया था अब उच्च अधिकारियों को शिकायत भेजकर मांग की है कि दो गांवों गाहड़ा एवं कनीना की सीमा पर बनी बुर्जी को तोड़ दिया है और रास्ते पर अवैध कब्जा कर लिया है जिसके चलते लोग उनके खेतों के अंदर से जा रहे हैं। उन्होंने मांग की है कि अवैध कब्जा करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए।
 जिला उपायुक्त को दिये ज्ञापन में कहा है कि रास्ता नंबर 720 व 721 पर गांव गाहड़ा के कुछ लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है। यह रास्ता गाहड़ा और कनीना दोनों की सीमा पर लगता है। उन्होंने कहा है कि चकबंदी के समय बनायी गई बुर्जियों को खुर्द बुर्द कर दिया गया हैं। यहां तक कि दोनों गांव की रास्ते पर अवैध कब्जा कर लिया है जिसके चलते किसान दूसरे किसानों के खेतों से गुजर रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि बुर्जी तोडऩे वाले तथा रास्ते पर अवैध कब्जा करने वालों के विरूद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।



बीज निगम काउंटर का किया उद्घाटन 

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कनीना। राष्ट्रीय बीज निगम एनएससी काउंटर का उद्घाटन नगर पालिका पार्षद मोहन सिंह व एनएससी के एरिया इंचार्ज  विष्णु शर्मा द्वारा किया गया। यह बीज कंपनी सरकारी उपक्रम है जो किसानों को सब्सिडी पर बीज देती है।
 मोहन पार्षद ने बताया कि सरकार का पहला ध्यान किसानों की तरफ ही है। अच्छा व सस्ता बीज उपलब्ध करवाने के लिए सीहोर-छितरोली रोड पर यह काउंटर खोला गया है ताकि किसान भाइयों को किसी प्रकार की कोई परेशानी ना रहे। उनको सही जगह व सही समय पर सस्ता बीज उपलब्ध हो सके विष्णु शर्मा ने बताया कि एनएससी किसान भाइयों के लिए उच्च गुणवत्ता के बीच उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबंध है और  सरकार की हमेशा कोशिश रहती है की अच्छी से अच्छी किस्म के बीज किसानों को उपलब्ध करवाए जा सकें। श्री शर्मा ने बताया कि इस काउंटर से किसान भाइयों को अनुदान में गेहूं बीज 940 रुपये प्रति बैग के हिसाब से दिया जायेगा। किसान भाइयों को संबोधित करते हुए महेश बोहरा ने कहा कि मेरे पिता राव सत्यवीर सिंह बोहरा लगातार 35 वर्षों तक किसानों को अच्छी गुणवत्ता के बीज व खाद उपलब्ध करवाते रहे थे। आज उन्हीं की प्रेरणा से आज राष्ट्रीय बीज निगम का काउंटर यहां खुलना संभव हुआ है। श्री बोहरा ने कहा कि किसान अन्नदाता है, किसान की बदौलत ही सभी को भोजन मिलना संभव है। उन्होंने इच्छा जताई कि वे हमेशा किसानों की सेवा करते रहेंगे। किसानों की सेवा करते रहेंगे और समय-समय पर सही जानकारी वह उच्च गुणवत्ता की क्वालिटी उपलब्ध करवाते रहेंगे। इस मौके पर मा. हरि सिंह डा नरेंद्र यादव, सुमेर सिंह चेयरमैन, पार्षद कमल सिंह, मा. कृष्ण सिंह, मा. जय सिंह, कृष्ण कुमार, राजकुमार यादव, सुरेंद्र यादव, नवीन यादव, सोनू कैमला, मिंटू, भरत सिंह, एडवोकेट मनोज शर्मा, धर्म सिंह, गोविंद यादव, मा. अश्वनी यादव, राकेश, नितिन, नरेंद्र आदि उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 4: बीज केंद्र का उद्घाटन करते हुए पालिका पार्षद मोहन सिंह।


दुर्घटना में आरपीएस की प्रवक्ता की मौत 

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 कनीना। कनीना खंड के गांव चेलावास की लड़की की बुचावास के पास दुर्घटना में मौत हो गई। अज्ञात वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी। वे आरपीएस इंजीनियरिंग कालेज में भौतिक शास्त्र की प्रवक्ता थी।
मिली जानकारी के अनुसार निशा अपनी स्कूटी पर सवार होकर चेलावास से आरपीएस कालेज म़हेंद्रगढ़ जा रही थी। बूचावास के पास कोई अज्ञात वाहन चालक टक्कर मार गया।आस पास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। एंबुलेंस बुलाई गई किंतु अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मौत की खबर सुनकर पूरे गांव में सन्नाटा छाया हुआ है। निशा पुत्री मेहताब आरपीसी में पढ़ा रही थी। उनका पोस्टमार्टम महेंद्रगढ़ से करवा दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जमीन के झगड़े में दो को लगी गंभीर चोट किया मामला दर्ज

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कनीना। जमीन को लेकर दो गुटों में हुए झगड़े में एक व्यक्ति को लगी चोट के कारण गंभीर रूप से घायल हो गया।
मिली जानकारी के अनुसार खंड के गांव बाघोत के जोगेंद्र के पिता ने जानकारी देते हुए बताया कि मेरा बेटा जोगेंद्र व  दूसरा बड़े भाई का लड़का संतोष जो अपने खेत में 26 अक्टूबर को सांय तकरीबन 6 बजे पानी दे रहा था तभी  गया था । तभी 5 लोग हाथ में सरिया लेकर आए। दो व्यक्तियों ने संतोष पर तथा 3 लोगों ने जोगिंद्र पर हमला बोल दिया। हमले में घायल जोगिंद्र को रेवाड़ी के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। जबकि संतोष को महेंद्रगढ़ अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। वहीं इसकी सूचना कनीना पुलिस के एएसआई संजय कुमार ने बताया कि अस्पताल से कुछ  रिपोर्ट आनी बाकी है। रोज नामचे में इनकी रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।
फोटो कैप्शन 1: पुलिस में बयान दर्ज करवाता हुआ एक घायल।



कनीना में लगे कैंप में पशुपालकों को सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में दी जानकारी 

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कनीना कनीना स्थित पशु अस्पताल में जिलाधिकारियों ने एस्केड योजना के तहत किसानों को विभाग की विभिन्न गतिविधियों व योजनाओं के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई  इस कैंप में मुख्य अतिथि एसडीओ डा ईश्वर नाफरिया विशिष्ट अतिथि राजकुमार थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉक्टर लालचंद ने की । इस कैंप में कनीना, करीरा, भडफ़, कोटिया, ककराला, कपूरी, चेलावास आदि गांवों के लोगों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ईश्वर ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार की विभिन्न योजनाएं पशुपालकों के लिए चली हुई है जिसमें मिनी डेरी का एक प्रोजेक्ट चला हुआ है। इस प्रोजेक्ट में 11 दिन की ट्रेनिंग दी जाती है जिसमें 2 भैंस से लेकर 50 दुधारू पशुओं तक का लोन प्राप्त किया जा सकता है। पशुओं की यूनिट कोष  88 हजार रुपये तक है। इस योजना के तहत पशु पालक पशु पालकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। दूसरी योजना भेड़ बकरी पालने की है।  इस योजना के तहत सामान्य, एससी, एसपी के लोग भेड़ बकरियां पाल सकते हैं। इस योजना में भेड़ बकरियां सरकार द्वारा दी जाती है इसमें बीस बकरी व एक मेंढ़ा सरकार देती है। इस योजना के तहत पशुपालक को एक वर्ष में दस बकरी व एक मेंढ़ा सरकार को वापस देने होते हैं। इस योजना के तहत पशुपालक से सरकार 70 हजार रुपये का एक चेक एडवांस में लेती है। किसी भी कारण से अगर पशुपालक
 दस बकरी व एक मेंढ 1 वर्ष में जमा नहीं करवाता है तो एडवांस में दिये गए चेक को कैश करवा लिया जाता है। इस योजना की ट्रेनिंग हिसार में 21 दिन की होती है। जिसमें रहने खाने का खर्चा सरकार के द्वारा दिया जाता है। तीसरी योजना सूअर पालन की है। इस योजना में सूअर पालन करने वाले व्यक्ति को आनलाइन सरल पोर्टल पर फॉर्म जमा करवाना होता है। जिसमें डिपार्टमेंट की तरफ से प्रोसेस करके बैंक में भेज दिया जाता है। अगर व्यक्ति सरकार की सभी शर्तों को पूरा करता है तो उसको 6 सूअर मादा व एक सूअर नर के लिए 50 हजार रुपये दिए जाते हैं। इसी योजना में 12 सूअर मादा व दो सूअर नर के लिए एक लाख रुपये दिए जाते हैं।
विशिष्ट अतिथि राजकुमार ने पशुओं में होने वाले रोगों के उपचार के बारे में पशुपालकों को अवगत करवाया है। उन्होंने कहा कि पशुपालक अपने घरों में रखी जड़ी बूटी या पंसारी के पास उपलब्ध जड़ी बूटियों से अपने पशुओं का इलाज कर सकते हैं। डाक्टर नरेंद्र बोहरा ने पशुओं को होने वाला रोग गलघोटू के बारे में बताते हुए कहा कि
बरसात में अकसर पशु (गाय-भैंस) गलघोंटू रोग की चपेट में आ जाते हैं। पशुओं में लगने वाला यह जीवाणु जनित रोग संक्रमित है और तेजी से फैलता है। अगर लक्षण का पता लगने के बाद पशुओं का शीघ्र इलाज शुरू न किया जाए तो 24 घंटे के भीतर पशु की मौत भी हो जाती है। यह रोग पास्चुरेला मल्टोसीडा नामक जीवाणु के संक्रमण से होता है। यह जीवाणु सांस नली में तंत्र के ऊपरी भाग में मौजूद होता है। मौसम परिवर्तन के कारण पशु मुख खुर (गलघोंटू) रोग की चपेट में आ जाता है। इस के लक्षण में विशेष रूपसे पशु को अचानक तेज बुखार हो जाता है। बुखार की चपेट में आने से रोगी पशु सुस्त रहने लगता है तथा खाना-पीना छोड़ देता है। पशु की आंखें भी लाल रहने लगती हैं। उसे सांस लेने में भी दिक्कत होती है। उसके मुंह से लार गिरने लगती है। नाक से स्राव बहना तथा गर्दन व छाती पर दर्द के साथ सोजिश आना मुख्य लक्षण है। इस रोग के रोकथाम के लिए पशुओं को हर वर्ष बरसात के इस मौसम में गलघोटू रोग का टीका लगवाएं। इसके साथ ही बीमार पशु को अन्य पशुओं से दूर रखें क्योंकि यह तेजी से फैलने वाली जानलेवा बीमारी है। जिस जगह पर पशु की मृत्यु हुई हो वहां कीटाणुनाशक दवाइयों का छिड़काव किया जाए। पशुओं को बांधने वाले स्थान को स्वच्छ रखें तथा रोग की संभावना होने पर तुरंत पशु चिकित्सकों से संपर्क करें। पशुओं में लगने वाला दूसरा बड़ा रोग है चेचक या माता।
यह भी विषाणुओं से फैलने वाला एक संक्रामक रोग है जो आमतौर से गायों तथा उसकी संतान में होता है। कभी कभी गायों के साथ साथ भैंसों में भी यह रोग देखा गया है। इस रोग में पशु की मृत्यु दर तो कम होती है परंतु पशु की कार्यक्षमता एवं दुग्ध उत्पादन में अत्यधिक कमी आती है। यह रोग भी आमतौर से एक पशु से दूसरे पशु को लगता है। दूध दूहने वाले ग्वालों द्वारा भी यह रोग एक गाँव से दूसरे गाँव में फैलता है। इस रोग से बचाव हेतु वर्ष में एक बार नवम्बर -दिसम्बर माह में टिका अवश्य लगवाना चाहिए। खुर और मुख संबंधी बीमारियां खुर और मुख की बीमारियां, खासकर फटे खुर वाले पशुओं में बहुत अधिक मात्रा में पाई जाती है। जिनमें शामिल है भैंस, भेड़, बकरी व सूअर। ये बीमारी भारत में काफी पाई जाती है व इसके चलते किसानों को काफी अधिक आर्थिक हानि उठानी पड़ती है। बकरियों में पीपीआर रोग बहुत जल्दी फैलता है। पीपीआर रोग विषाणु जनित एक रोग है, जिससे बकरियों में अत्यधिक मृत्यु होती है। इसलिए पीपीआर रोग को बकरियों में महामारी या बकरी प्लेग के नाम से भी जाना जाता है। शुरुआती दौर में बकरियों में बुखार, जुकाम व डायरिया की शिकायत होती है। इसके बाद नाक व थूथन में छाले पडऩा शुरू हो जाते हैं। बकरी व भेड़ खाना-पीना छोड़ देती है। देर से इलाज करने पर कोई दवा कारगर साबित नहीं होती। डाक्टर लालचंद ने पशुपालकों को पशु किसान क्रडिट कार्ड योजना के बारे में बताया उन्होंने कहा कि पूरे जिले में कनीना ब्लॉक के तकरीबन 75 किसानों को पशु किसान कार्ड बनाया गया है। सरकार की दुग्ध प्रतियोगिता योजना के तहत 18 लीटर से 22 लीटर तक दूध देने वाली भैंस को 15 हजार रुपये व 22 लीटर से ऊपर दूध देने वाली भैंस को 25000 रुपये इनाम स्वरूप दिया जाता है। वही गोवंश वर्धन योजना के तहत 8 किलो से 12 किलो के बीच में सफेद हरियाणवी नस्ल की गाय को 10000 रुपए 12 लीटर से ऊपर दूध देने वाली गाय को 15000 रुपए व 18 लीटर से ऊपर दूध देने वाली गाय को 20000 रुपये इनाम में दिए जाते हैं । इस कैंप में डाक्टर ईश्वर नाफरिया, राजकुमार, डा लालचंद, डाक्टर नरेंद्र बोहरा, डा प्रवीण यादव, जसवीर, उमेद सिंह, पंकज, संदीप, विक्रम  आदि ने अपने विचार किसानों के सामने रखें ।
फोटो कैप्शन 2: कैंप में पशुपालकों व किसानों को जानकारी देते हुए विशेषज्ञ।

Wednesday, October 28, 2020

 28 दिन में 38 दिन में अर्थ 3893 किसानों का  115688 क्विंटल खरीदा बाजरा

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 कनीना। कनीना अनाज मंडी में तथा श्रीकृष्ण गौशाला केंद्र पर बाजरे की खरीद जारी है। श्रीकृष्ण गौशाला पर खरीद का बुधवार को दूसरा दिन था जबकि कनीना अनाज मंडी में बाजरे की खरीद का 28वां दिन था। अब तक 3893 किसानों का 115688 क्विंटल बाजरा खरीदा जा चुका है। बुधवार को 395 किसानों ने 12180 क्विंटल बाजरा बेचा। दिन भर में 9010 बैग बाजरे का उठान किया गया और अब तक 215983 बैंग बाजरे का उठान किया जा चुका है।
बुधवार तक फड़ों पर 15393 बैग बाजरा पड़ा हुआ है। मानदंडों को पूरा न करने पर 4 ढेरियां रिजेक्ट कर दी गई।
 कनीना में 28 दिनों में बाजरे की खरीद इस प्रकार हुई------
  किसान      खरीदा बाजर
1 अक्टूबर    49 किसान    1437 क्विंटल
2 अक्टूबर     को कोई खरीद नहीं हुई
3 अक्टूबर     48 किसान   1549 क्विंटल
4 अक्टूबर     19 किसान     602 क्विंटल
5 अक्टूबर      21 किसान   608 क्विंटल  
6 अक्टूबर      102 किसान  3107 क्विंटल
7 अक्टूबर       55 किसान  1437 क्विंटल
8 अक्टूबर       102 किसान  2476 क्विंटल
9 अक्टूबर       114 किसान  3236 क्विंटल
10 अक्टूबर       खरीद नहीं हुई
11 अक्टूबर       खरीद नहीं हुई
12 अक्टूबर     114 किसान     3323 क्विंटल
13 अक्टूबर     132 किसान  3562 क्विंटल      
14 अक्टूबर     121 किसान   2935 क्विंटल     
15 अक्टूबर     116 किसान   3194 क्विंटल
16 अक्टूबर      115 किसान 2939 क्विंटल
17 अक्टूबर       8 किसान    253 क्विंटल
18 अक्टूबर      कोई खरीद नहीं हुई
19 अक्टूबर      194 किसान  5600 क्विंटल
20 अक्टूबर       197 किसान 6456 क्विंटल
21 अक्टूबर       190 किसान  5918 क्विंटल
22 अक्टूबर      301 किसान   9600 क्विंटल
23 अक्टूबर     382 किसान    10806 क्विंटल
24 अक्टूबर      425 किसान    19297 क्विंटल
25 अक्टूबर   कोई खरीद नहीं हुई
26 अक्टूबर   370 किसान       12887 क्विंटल
27 अक्टूबर   309 किसान       8250 क्विंटल
28 अक्टूबर   395 किसान     12180 क्विंटल
बाजरे की खरीद की गई
अब तक 3893 किसानों से 115688 क्विंटल बाजरा खरीदा जा चुका है।
अनाज मंडी में प्रतिदिन अधिकारी दौरा कर रहे हैं और खरीद का जायजा ले रहे हैं। अब प्रतिदिन दोनों खरीद केंद्र पर कई 400 किसान बाजरा बेच रहे हैं। अनाज मंडी में यद्यपि भीड़ रहती है किंतु श्रीकृष्ण गौशाला पर भीड़ का बोलबाला नहीं है। 

फोटो कैप्शन 13: बाजरे की खरीद करते हुए हैफेड अधिकारी।


कनीना क्षेत्र में मिले 16 संक्रमित

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कनीना। कनीना क्षकेत्र में बुधवार को 16 जने कोरोना संक्रमित मिले हैं। कनीना के वार्ड नंबर 9 से सात व्यक्ति संक्रमित मिले हैं। स्वास्थ्य कर्मी सुनील ने जानकारी देते हुए बताया कि कनीना के वार्ड नंबर 9 में पहले से एक व्यक्ति संक्रमित आया हुआ था जब उनके परिवार का सैंपल लिया गया तो उनके परिवार से सात व्यक्ति संक्रमित मिले। गुढ़ा गांव में तीन संक्रमित मिले हैं जिसमें मटके बेचने वाली एक महिला संक्रमित मिली है। महिला को पहले थायराइड की समस्या थी वह उप नागरिक अस्पताल में दवाई लेने के लिए गई थी। महिला ने उप नागरिक अस्पताल में सैंपल जमा करवा। जिसकी रिपोर्ट बुधवार को पाजिटिव आ गई।  वही गुढा गांव में दूसरी तरफ परिवार का एक बुजुर्ग डायबिटीज की दवाई लेने के लिए एक निजी अस्पताल में गया था उसके बाद उसने अपना सैंपल जमा करवाया जिससे उसके रिपोर्ट पाजिटिव आ गई व उसके परिवार के दो लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई ।
सुंदरह गांव के चार व्यक्ति संक्रमित मिले हैं। पिछले कुछ दिनों पूर्व दादा पोता संक्रमित मिले थे। अब उन्हें के परिवार से एक व्यक्ति और संक्रमित मिला है। ढाणा गांव के दो व्यक्ति संक्रमित मिले हैं। इसमें एक व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी उसको जुकाम था इसने अपना सैंपल शुक्रवार को जमा करवाया था जिसकी रिपोर्ट बुधवार को पॉजिटिव आ गई । हेल्थ इंस्पेक्टर शीशराम रसूलपुर ने बताया कि जिन के परिवार में एक से अधिक संक्रमित मिले हैं उस पूरे गली मोहल्ले के लोगों के सैंपल लिए जाएंगे साथ ही संक्रमित ओं के संपर्क में आए व्यक्तियों के लिस्ट तैयार की जा रही है जल्दी ही उन सभी के सैंपल लिए जाएंगे। एसएमओ डॉ धर्मेंद्र यादव ने कहा कि 2 गज की दूरी और मास्क है जरूरी इस नियम को सभी लोगों को अपनाएं । त्योहारों का सीजन चल रहा है इस दौरान गलती ना करें मास्क का प्रयोग करें सैनिटाइज का इस्तेमाल करें। बाहर से घर आते ही सबसे पहले साबुन से अपने हाथ को अच्छी तरह धोएं उसके बाद ही घर में प्रवेश करें ।

कनीना के एसडीएम ने किया दोनों खरीद केंद्रों का दौरा
- तीन ढेरियां रिजेक्ट की,किसानों आढ़तियों और अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश 

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कनीना। एसडीएम कनीना रणवीर सिंह ने कनीना में बाजरा खरीद केंद्र के चल रहे दोनों खरीद केंद्रों पर जाकर न केवल बाजरे का निरीक्षण किया अपितु तीन ढेरियों को रिजेक्ट करते हुए किसानों, आढ़तियों की समस्या जानी और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
 एसडीएम ने किसानों से समस्याएं जानी तो किसानों ने बताया कि उनका बाजरा अब सही तरीके से बिक रहा है। उधर आढ़तियों ने अपनी शिकायत में बताया कि उनकी रबी फसल की आढ़त अब तक नहीं आई है वो जल्द दिलवाई जाए। उधर अधिकारियों, आढ़तियों को उन्होंने आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कहा कि किसानों को किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं आनी चाहिए। उनके लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध करवानी चाहिए।
उल्लेखनीय कि कनीना मंडी में पहले से ही खरीद केंद्र बना हुआ था तत्पश्चात श्रीकृष्ण गौशाला के पास खरीद केंद्र बनाए जाने से किसान खुश है यहां करोड़ों रुपए की लागत से निर्मित कान्ह सिंह पार्क अब किसानों के काम आ रहा है। वैसे भी यहां जंगल है जहां पीपल, जाल, कैर आदि भारी मात्रा में खड़े हुए हैं। यहीं पर करोड़ों रुपए की लागत से पूर्व एसडीएम संदीप सिंह ने पार्क बनाया था जो प्रयोग में कम लाया जा रहा है। जितना लाभ उठाना चाहिए था उतना लोग नहीं उठा पा रहे।
क्या कहते हैफेड मैनेजर -
हैफेड मैनेजर सतेंद्र सिंह ने बताया कि पांच लाख बैग खरीद के लिए आये थे जिनमें से सवा दो लाख बैग खर्च हो चुके हैं। बारदाने की कोई कमी नहीं है।
उन्होंने बताया कि बाजरा हैफेड केंद्र उन्हाणी ले जाया जा रहा था तत्पश्चात रोहतक और अब पानीपत में बाजरे का उठान किया जाएगा।
 फोटो कैप्शन 8 और 9: एसडीएम बाजरे का निरीक्षण करते हुए।

चटनी व छाछ पर आ गये लोग
-मेहमानों को भी प्याज, टमाटर,आलू की सब्जी खिलाते हैं

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कनीना। बाजार में प्याज, आलू एवं टमाटर के भाव आसमान छू रहे हैं। लोग चटनी व छाछ प्रयोग कर गुजर बसर कर रहे हैं। प्याज 90 रुपये किलो तो पहाड़ी आलू 80 रुपये किलो, देशी आलू 40 रुपये किलो तो टमाटर 50 रुपये किलो पहुंच चुका है। दीपावली पर प्याज महंगी होने की संभाना है।
  अब तो किसान प्याज के स्टाक को खाली कर रहे हैं। चूंकि प्याज स्टाक में खराब होने लग गई है। प्याज के अंकुरित होने पर नई प्याज नवंबर में आने की संभावना है। वैसे किसान सूबे सिंह,राजेंद्र सिंह, अजीत कुमार ने बताया कि प्याज को लंबे समय तक स्टोर करना कठिन होता है। अक्सर ग्रामीण क्षेत्रों में देसी प्याज उगाई जाती है जो कुछ दिनों के बाद सडऩे लग जाती है। विशेषकर जब बारिश में मौसम होता है तो उस समय यह सड़कर बदबू देने लग जाती है किंतु सीकर कि प्याज लंबे समय तक चल सकती है। किसान बताते हैं कि इस वक्त प्याज जब खोदी जाती है तो काफी सस्ती होती है। खुदाई के समय प्याज आठ रुपये किलो थी।
 कहने को तो मामूली सी चीज प्याज है किंतु इसने 1998 में दिल्ली सरकार को भी समस्या बना दी थी। ऐसे में प्याज अभी से ही लोगों के आंखों में आंसू ला रही है और आने वाले समय में तो और भी आंसू ला सकती हैं। उधर प्रगतिशील किसान महावीर सिंह करीरा ने बताया कि प्याज का स्टाक लंबे समय तक नहीं चल सकता। अधिकतम दो ढाई महीने तक प्याज को रखा जा सकता है।
 गायब हो गई है खाने से प्याज-
 अब ग्रामीण क्षेत्रों के लोग तो प्याज डालकर सब्जी बहुत कम बना रहे हैं बल्कि चटनी और छाछ जो पुराने समय से प्रयोग करता आया है उसे प्रयोग करने लगा है।  जब कभी कोई मेहमान आता है उस समय आलू, प्याज एवं टमाटर की सब्जी बनाई जाती है। इस बार आलू भी बहुत महंगे चल रहे हैं वहीं टमाटर जो एक सौ रुपये किलो भाव था वह 50 रुपये किलो तक पहुंच चुका है। किंतु गरीब आदमी की पहुंच से दूर है। किसान राजेंद्र सिंह सूबे सिंह, अजीत कुमार आदि ने बताया कि घरेलू सब्जियां ज्यादा से ज्यादा प्रयोग की जाए तो ज्यादा बेहतर है। ऐसे में कढ़ी,खाटा का साग, दाल आदि प्रयोग करते हैं ताकि वह अपने खेत में खड़ा हुआ पालक, मेथी आदि से ही इस प्रकार की सब्जियां तैयार कर सकें।
क्या कहते हैं बागवानी अधिकारी-
 जिला बागवानी अधिकारी डा मनदीप यादव का कहना है कि बारिश के कारण जहां अधिक प्याज उगाने वाले क्षेत्र नासिक की प्याज खराब हो गई थी वहीं दक्षिण हरियाणा की प्याज भी खराब हो गई थी, इसलिए प्याज महंगी है। यही नहीं इस समय न खरीफ का सीजन है और न रबी का सीजन है अपितु खरीफ पैदावारप्याज जब बाजार आएगी तो प्याज फिर सस्ती हो जाएगी। उन्होंने बताया कि इस बार आलू का बीज 30 रुपये किलो बिक रहा है जो दस रुपये किलो बिकता था। प्याज का बीज जो 500 रुपये किलो बिकता था वह अब 2000 रुपये किलो बिक रहा है। यूं प्याज महंगी है।
फोटो कैप्शन 6 व 7: प्याज की फोटो।

नहरी पानी का हो रहा है व्यवसायिक प्रयोग

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कनीना। प्रदेश में बनने वाले 152-डी ग्रीन कारिडोर के निर्माण में नहरी पानी का व्यवसायिक प्रयोग किया जा रहा है। पानी चोरी करने का इन्होंने एक नया तरीका निकाला हुआ है। पहले जहां ये नहर पर इंजन रखकर टैंकर भरते थे वहीं अब इन लोगों ने टैंकर के पीछे ही इंजन सेट कर रखा है। एक तरफ जहां सिंचाई विभाग  पानी की चोरी रोकने को लेकर उच्च अधिकारियों सहित जेई व बेलदार के साथ घूमते है वहीं सिंचाई विभाग के अधिकारी नहरों पर लगातार गश्त करते हैं। वही दौंगड़ा अहीर, भालखी, अटाली गांव में से गुजरने वाले ग्रीन कारिडोर बनने के निर्माण में लगी कंपनी सरेआम टैंकरों पर इंजन लगाकर टैंकर भरे जा रहे हैं।
  अब इन लोगों ने पानी चोरी करने का एक नया ही तरीका इजाद किया हुआ है।अब टैंकरों पर ही इंजन लगा रखा है तथा जहां मन में आता है वही पर टैंकर को नहर के किनारे खड़ा करके टैंकरों को भर लेते हैं।
लोगों का यह भी कहना है कि अगर कोई किसान कभी खेतों में नहरी पानी से सिंचाई कर लेता है तो उसके मोटर या फिर इंजन आदि सिंचाई विभाग के कर्मचारी उठा ले जाते है। किसानों ने कहा कि सिंचाई विभाग के अधिकारी पानी के टेल तक नहीं पहुंच पाने की वजह किसानों को मानते हैं तथा अंतिम छोर पर पडऩे वाले गांवों के जलघर भी सूखे रह जाते हैं। वही ग्रीन कारिडोर बनाने वाली कंपनी दिन रात नहर से टैंकर में पानी भरकर बनने वाले रोड़ पर पड़े रेत पर सैकड़ों टैंकर रोज डाले जा रहे हैं। ऐसे में किसानों का कहना है की
एक्शन सिंचाई विभाग कृष्ण कुमार का कहना है कि हमारे संज्ञान में ऐसा मामला नहीं है और ना ही हमसे किसी ने अनुमति ली हुई है। अगर कहीं से कोई पानी लेता है तो वह गलत है। हमारे संज्ञान में अब मामला आया है उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करेंगे।
उधर बीएस चौहान,जीएम गावड कंपनी का कहना है कि रेत का काम सब-कांट्रक्टर को दिया हुआ है। उनको पानी लेने से मना किया हुआ है।  मैं सब-कांट्रक्टर से पता करता हूं।


तेल महंगा होने से लोग दीये नहीं जलाते हैं मोमबत्तियां

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कनीना।दीपावली पर खुशियों को व्यक्त करने के लिए परम्परागत रूप से जलाए जाने वाले दीयों का स्थान मोमबत्तियों ने ले लिया है। एक जाति विशेष कुम्हार जाति, के लोगों द्वारा दीये बनाकर अपनी रोटी रोजी कमाने वालों का तो मानो धंधा ही चौपट हो गया है। ।
     दीपावली के आगमन से करीब एक माह पूर्व ही कुम्हार जाति के लोग मिट्टïी लाकर दीपक बनाते हैं तत्पश्चात उन्हें पकाकर घर-घरकरते हैं। एक जमाना था जब दीपावली के शुभ दिन पर घी के दीये जलाते थे किंतु अब दीयों के प्रति रुझान भी बदल गया है। श्रीराम के 14 वर्षों का वनवास पूरा करके, रावण पर विजय पाकर जब सीता सहित राम, लक्ष्मण व हनुमान अयोध्या लौटे थे तो लोगों ने खुशी के मारे घरों में घी के दीये जलाए थे और तत्पश्चात प्रति वर्ष उसी याद को दिलों में संजोकर प्रतिवर्ष घी के दीये जलाते आ रहे हैं। परंतु अब तो लोग तेल के दीये भी नहीं जलाते अपितु मोमबत्ती जलाकर ही खुशी व्यक्त करते हैं। कुम्हार जाति के लोगों ने बताया कि एक वक्त था जब दीपावली के दिन इतने दीये बिकते थे कि उनके परिवार का गुजर बसर आसानी से हो जाता था किंतु अब तो रोटी रोजी के भी लाले पड़ गए हैं।  अब तो दीये बनाकर पकाने का काम भी धीमा पड़ गया है। कुम्हारों ने तो अपना यह धंधा ही बदल लिया है या फिर दीये खरीदकर लाते हैं और उन्हें घरों में बेचते हैं।
   गृहणियों आशा, शकुंतला, नीलम ने बताया कि दीयों को देशी घी से जला पाना कठिन हो गया है क्योंकि देशी घी का भाव भी 800 रुपये किलो तक पहुंच गया है वहीं रुई की बाती बनानी पड़ती हैं और दीपकों को पानी में भीगोकर रखना पड़ता है ताकि वे घी कम चूसे। बाद में तेल के दीये जलाने की प्रथा चली क्योंकि तेल का भाव भी 150 रुपये किलो से कम नहीं होता है ऐसे में तेल के दीये जलाना भी आसान काम नहीं है।  अब तो दीपावली के दिन मोमबत्तियां ही जलाई जा रही है।
   फोटो कैप्शन 5:  दीयों का एक दृश्य।


दीपावली को लेकर व्यस्तता बढ़ी 

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कनीना। दीपावली के पर्व को लेकर व्यस्तता बढ़ी है। 14 नवंबर को दीपावली पर्व मनाया जा रहा है। जहां बाजार में भीड़ बढऩे लगी है वहीं मिठाई बनाने की तैयारी में लग गए  हैं। पर्व पर सबसे अधिक मिठाई बिकती हैं। उधर पेंट, रंग आदि की दुकानों पर भी भीड़ बढ़ी है।
  ज्यों ज्यों दीपावली पास आ रही है त्यों त्यों व्यस्तता बढऩे लगी है। बाजार में तरह तरह की मिठाइयां बनाई जा रही हैं वहीं रंग पेंट की दुकानों पर भारी भीड़ देखने को मिल रही है। किसान खरीफ फसल से निपटने व भावी रबी फसल पैदावार लेने में लग गए हैं। दुकानदार विभिन्न सामान लाकर अपनी दुकानों को सजाने में लगे हुए हैं। दीपावली के पावन पर्व पर सबसे अधिक बिक्री होती है। बाजार में घिसे पीटे माल की सेल लग रही हैं वहीं विभिन्न प्रकार के सामान बाजार में आ गए हैं जिनकी दीपावली को जरूरत होती है।
 किसान खरीफ फसल से निपटने व भावी रबी फसल पैदावार लेने में लग गए हैं। दुकानदार विभिन्न सामान लाकर अपनी दुकानों को सजाने में लगे हुए हैं। रंग पेंट करने वाले मोनू एसं सोनू ने बताया कि उनकी मांग बढ़ती ही जा रही है।
  कबाड़ी खुश
 दीपावली नजदीक आने से घरों की सफाई करने से कबाड़ी खुश हैं। घरों से भारी मात्रा में कबाड़ का सामान निकाला जा रहा है।
  उल्लेखनीय है कि दीपावली के पर्व पर सफाई करने से प्रत्येक घर से कबाड़ी का सामान निकलता है जिसे कबाड़ के भाव बेच दिया जाता है। कबाड़ी इस सामान को सस्ते में खरीद लेते हैं और दीपावली पर अच्छी दिहाड़ी बना लेते हैं। कबाड़ी दीपावली पर इतना सामान खरीदते हैं जिससे कई माह का गुजारा संभव हो पाता है। एक ओर जहां कबाड़ी सफाई में अहं भूमिका निभा रहे हैं वहीं वे अपने परिवार का पालन पोषण आसानी से करने की क्षमता रखते हैं। घर की सफाई करने वाले चंद लोगों से बातचीत से पता चला कि लगभग प्रत्येक घर से कबाड़ निकाला जाता है।
फोटो कैप्शन 1. रंगाई पुताई करते लोग।


एक घंटे तक किया विरोध प्रदर्शन
कनीना। कनीना के 132 केवी सब-स्टेशन पर एचएसइबी वर्कर्स यूनियन ने जींद सर्कल के निलंबित पांच साथियों के समर्थन में निगम मैनेजमेंट के विरोध में एक घंटे का धरना प्रदर्शन किया जिसकी अध्यक्षता सब यूनियन प्रधान रमेश चंद ने की। इस मौके पर विभिन्न कर्मचारी एवं अधिकारी मौजूद थे।
इस मौके पर गुडग़ांव सर्कल सचिव राम रतन शर्मा ने बताया कि विगत दिनों जींद सर्कल में उनके पांच कर्मियों को निगम मैनेजमेंट ने निलंबित कर दिया था जिसके लेकर रोष पनप रहा है। उन्होंने उन कर्मियों के समर्थन में एक घंटे तक  132 केवी सब यूनिट के द्वार पर धरना प्रदर्शन किया और सरकार विरोधी नारे भी लगाए। इस मौके पर सत्यवान, हवा सिंह सब यूनिट सचिव, पवन कुमार जेई, विकास जांगड़ा पूर्व प्रधान, छोटेलाल जेई, जितेंद्र यूडीसी, बलवीर खटाना राजेश लाइनमैन, सुनील लाइनमैन,रिछपाल सिंह रामकिशन जेई, नवीन लखेरा, कुलदीप, अजीत लाइनमैन आदि मौजूद थे।
फोटो कैप्शन दो: धरना प्रदर्शन करते कनीना सब यूनिट के कर्मी।



नगरपालिका कांप्लेक्स में सुविधाएं प्रदान करने की मांग

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 कनीना। कनीना बस स्टैंड के पीछे नगर पालिका द्वारा बनाए गए कांप्लेक्स में कुछ सुविधाएं उपलब्ध करवाने की मांग उठने लगी है। यद्यपि यहां एक पार्क बनाया जाना था लेकिन यहां बरसात का पानी जमा होने से दुकानदारों की मांग पर फर्श पक्का कर दिया गया है। कांप्लेक्स  पक्का बना दिया ऐसे में पार्क बनाना कठिन लग रहा है किंतु भारी मात्रा में वाहन खड़े करने से समस्या बढ़ती ही जा रही है। हर समय कांप्लेक्स में वाहन खड़े मिलते हैं, वाहनों के चलते दुकानों तक पहुंचना कठिन हो जाता है। यद्यपि पालिका ने यहां पर उच्च मस्तूल लाइट लगा दी है। शौचालय, स्थापित करने की मांग भी उठने लगी है।
डा अजीत शर्मा,अशोक साहब, मनोज कुमार ने मांग की है कि यहां पर अधिक सुविधाएं जुटाई जाए ताकि दुकानों की शोभा ही नहीं अपितु मार्केट बढ़ पाए। उधर नगर पालिका प्रधान सतीश जेलदार ने कहा कि अभी दुकानदारों की तरफ तीन करोड़ के करीब राशि बकाया है। नगरपालिका में बजट की कमी है ऐसे में विकास कार्य प्रभवित हो रहे हैं।  ज्यों हि बजट आता है त्यों ही शौचालय स्थापित करवाकर आकर्षण का केंद्र बनाया जाएगा ताकि ग्राहक अधिक से अधिक यहां आ सके।
 कैप्शन 03: कांप्लेक्स में वाहनों की भरमार।