सोमवार को बेच पाएंगे 121 किसान अपना बाजरा
*********************************
********************************
******************************
कनीना। कनीना अनाज मंडी में 2150 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से 121 किसान सोमवार को बाजरा बेचेंगे। शनिवार और रविवार को अवकाश रहने के पश्चात सोमवार को बाजरा बेचने की का शेड्यूल जारी कर दिया है। विस्तृत जानकारी देते हुए हैं फिर मैनेजर सतेंद्र यादव ने बताया की उठान का कार्य लगभग पूरा है तथा खरीद दो दिनों से नहीं हुई है। अब सोमवार को 121 किसानों का शेड्यूल जारी किया हुआ है। इनके बाजरे की खरीद की जानी है।
उल्लेखनीय है कि कनीना अनाज मंडी में 11 दिनों में तीन दिनों खरीद नहीं हो पाई तथा 2 दिन सरवर खराब रहा। बाकी दिनों करीब एक सौ किसानों की बाजरे की खरीद प्रतिदिन की गई जिसके चलते अभी किसानों की संख्या बहुत अधिक बाकी है। किसान अपनी बारी आने का इंतजार कर रहे हैं और बार-बार उच्च अधिकारियों से किसानों की संख्या बढ़ाए जाने पर जोर दे रहे हैं।
कनीना क्षेत्र में मिले पांच संक्रमित
*******************************
कनीना। रविवार को कनीना क्षेत्र में पांच संक्रमित मिले । उप नागरिक अस्पताल के सुनील ने जानकारी देते हुए बताया कि पांच संक्रमित मिले हैं जिसमें सबसे पहले बावानिया गांव की एक महिला संक्रमित मिली। दूसरा केस कनीना के वार्ड नंबर दश की एक महिला संक्रमित मिली है। तीसरा केस कनीना के गोस्वामी मोहल्ले के पास रहने वाली एक महिला संक्रमित मिली है। चोथा केस ढाणा गांव का एक व्यक्ति संक्रमित मिला है। पांचवा केस रसूलपुर गांव का एक व्यक्ति संक्रमित मिला है। एसएमओ डा धर्मेंद्र यादव ने बताया कि मास्क का प्रयोग करें,सोशल डिस्टेंस की दूरी जरूरी है। घर में प्रवेश करते समय सबसे पहले अपने हाथ अवश्य साफ करे।
एसीपी में तदर्थ सेवा का दिया जाए लाभ
***********************************
कनीना। सरकारी स्कूलों में कार्यरत कर्मचारियों की कच्ची या तदर्थ सेवा का लाभ उनकी एसीपी(सुनिश्चित सेवा प्रगति) में शामिल किया जाए। यह मांग अध्यापक नेताओं ने सरकार से यहां की है।
यहां जारी एक बयान में अध्यापक नेताओं कंवरसेन वशिष्ठ ने कहा कि प्रदेश में करीब 30 हजार ऐसे शिक्षक हैं जिनकी सेवा 20 वर्षोंे की हो चुकी हैं किंतु केवल एक ही एसीपी लग पाया है। सरकार पहले दस, बीस एवं तीस वर्ष पर तो अब आठ, सोलह एवं 24 वर्षों के बाद एसीपी का लाभ दे रही है। ऐसे में उनकी एसीपी लाभ में तदर्थ या अस्थाई नौकरी का लाभ नहीं दिया गया है। इस बात को लेकर शिक्षकों में रोष है और वे वर्षों से एसीपी के लाभ में अस्थाई एवं तदर्थ सेवा का लाभ देने की मांग कर रहे हैं।
सांसद कनीना में शाम 5:30 पर
सांसद धर्मवीर सिंह ने कनीना में सुनी किसानों की समस्याएं
***********************************
कनीना। कनीना या अटेली एक केंद्र पर कपास की एमएसपी पर बिक्री करवाई जाएगी। वे सरकार से यह मांग रखेंगे और जल्द ही पूरी हो जाएगी। ये विचार भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र के सांसद चौधरी धर्मवीर सिंह रविवार को किसानों की समस्या सुनने के ेउपरांत कनीना मंडी में व्यक्त किये। कनीना मंडी में रविवार को काई खरीद नहीं हो रही थी। विभिन्न किसानों ने अपनी अपनी समस्याएं रखी उनके साथ विधायक अटेली सीताराम यादव भी साथ थे। अधिकतर किसानों की बाजरा न बिकने तथा किसानों की संख्या बढ़ाने संबंधित थी।
सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह ने आढ़तियों व किसानों की टोकन सिस्टम, गेट पास,पुराना बाजराएसहित अनेक समस्याओं के बारे में जानकारी ली और उनका जल्द समाधान करने के लिए आश्वासन दिया।
उन्होंने कहा कि टोकन बढ़वाना हमारी जुम्मेवारी है ताकि दीवाली तक किसानों का दाना दाना खरीदा जा सके। उन्होंने सभी समस्याएं उच्च अधिकारियों व सरकार के समक्ष रख कर जल्द समाधान करवाने का आश्वासन दिया।
इस मौके पर विधायक सीताराम विधायक अटेली ने मांग रखी कि 400 किसान प्रतिदिन मंडी में बुलाए जाएंगे तो ही किसानों का बाजरा बिक पाएगा। उन्होंने कहा कि अटेली और कनीना क्षेत्र में कपास अधिक उगाया जाता है। ऐसे में कपास बिक्री केंद्र स्थापित करने की मांग रखी। ऐसे में सांसद ने कहा कि वे जल्द ही दोनों ही बातों पर गौर करेंगे। कनीना या अटेली एक जगह का पास बिक्रीका केंद्र स्थापित करवाएंगे। दिवाली से पहले बाजरा बिकवाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि किसानों को किसी प्रकार की कोई चिंता नहीं करनी चाहिए।
इस मौके पर पिछली सरसों की पेमेंट नहीं आने की शिकायत मंडी में व्यापारियों सांसद के सामने रखी जिसके लिए सांसद ने आश्वाशन दिया है कि उच्च अधिकारियों से बात कर इस समस्या का जल्द ही समाधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एमएसपी दर पर एक.एक दाना किसानों का खरीदा जाएगा।
अन्नदाता सहयोगियों ने दिया ज्ञापन-
इस मौके पर इअन्नदाता सहयोगियों ने कंवरसेन वशिष्ठ की अध्यक्षता में एक ज्ञापन चौ धर्मवीर सिंह को देकरकनीना में कपास खरीद करवाने, बाजरा बेचने वाले किसानों की संख्या बढ़ाने, बाजरा बेचने की तारीख 15 नवंबर से बढ़ाकर 31 दिसंबर तक करने की मांग की। वहीं कनीना खास रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के ठहराव की मांग की। सांसद ने सभी मांगे पूरी करवाने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर राकेश शर्मा जिला अध्यक्ष, सतबीर सिंह संहलंगिया, श्रीराम शर्मा बाघोत, अतर सिंह मंडल अध्यक्ष, प्रेम कुमार अनिल परदेसी, मुनीलाल साहब, ओमप्रकाश लिशानियां, Ÿकप्तान छितरौली, वेद प्रकाश बोहरा, हरिराम मित्तल, कंवर सेन वशिष्ठ, बाबूलाल, लख्मीचंद, सुरेश शर्मा देशराज, मनीष, धनपत साहब, प्रताप यादव, दलीप सिंह पार्षद, ओमप्रकाश यादव सहित विभिन्न जन मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 6 और 7 किसानों की समस्या सुनते सांसद धर्मवीर।
दौंगड़ा अहीर से अतिक्रमण हटाने की मांग
************************************
कनीना। दौंगड़ा अहीर में बढ़ते अतिक्रमण के कारण चौड़े चौड़े रास्ते गलियों में तब्दील होती जा रहे हैं। गांवों में सार्वजनिक स्थानों पर लोगों द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया है। जबकि इन रास्तों पर वाहनों का निकलना भी मुश्किल होता जा रहा है। सरकारी भूमि व आम रास्तों पर अतिक्रमण से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।गांवों के अधिकतर रास्तों पर लोगों ने अतिक्रमण कर कब्जा कर रखा है,जिससे ग्रामीणों को आवागमन में बड़ी परेशानी हो रही है। गांव के गलियों तथा अन्य पंचायती जगह पर लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है। जिससे गांव में आए दिन तनाव की स्थिति बनी रहती है। ग्रामीणों द्वारा शीघ्र समस्या का समाधान किए जाने की मांग की है।
अतिक्रमण हटाने के लिए ज्ञापन सौंपा-
दौंगड़ा अहीर के युवाओं द्वारा रास्तों सहित अन्य सार्वजनिक स्थलों पर किए गए अतिक्रमण को हटाने की मांग को लेकर सरपंच प्रतिनिधि होशियार सिंह को ज्ञापन सौंप कर अतिक्रमण हटाने की मांग की है।ज्ञापन में बताया कि कि सार्वजनिक स्थानों पर पंचायती भूमि रास्तों तथा देहात विकास केंद्र में भी लोगों ने कड़बी आदि से अतिक्रमण किया हुआ है जिसकी वजह से युवा शक्ति संघ के युवाओं द्वारा लगाए गए लगभग 100 से अधिक पौधों को नुकसान हो चुका है युवाओं ने पंचायत से निवेदन किया है कि अतिक्रमण को शीघ्र से शीघ्र हटाया जाए जिससे रास्तों से निकलना सुगम हो तथा पौधों की देखरेख भी की जा सके।
क्या कहते हैं प्रतिनिधि-
गांव में हो रहे अतिक्रमण की समस्या के बारे में जब सरपंच प्रतिनिधि होशियार सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि गांव में इत्तला कर दी गई है कि जिन्होंने भी अतिक्रमण किया हुआ है वो दो दिन के अंदर हटा ले नहीं तो सख्त से सख्त प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी।
फोटो कैप्शन 4:सरपंच प्रतिनिधि होशियार सिंह को युवा अतिक्रमण हटवाने के लिए ज्ञापन देते हुए। जागरण
जरूरत है वृक्ष मित्रों की
*******************************
कनीना। कनीना क्षेत्र की 52 हजार हेक्टेयर भूमि पर कभी विशालकाय कीकर,नीम,जाटी आदि के पेड़ पौधे होते थे जिनमें जो अब समाप्त होने की कगार पर हैं। वृक्ष माफिया गिरोह की नजर बड़े पेड़ों पर मिलती है। वे मालिक के पास जाकर पेड़ की कीमत लगाकर खरीद लेते हैं।
किसानों के यहां जाटी के पेड़ बहुत बड़े और मोटे आकार में मिलते थे किंतु धीरे-धीरे वे भी समाप्त हो गए हैं। कनीना क्षेत्र में पेड़ लगाने वालों में दीपचंद पहलवान उन्हानी के ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने कनीना के स्कूलों में भारी संख्या में पेड़ लगाए और आज भी बहुत बड़े बड़े वृक्ष बने हुए हैं। मंगल सिंह नगर पालिका कनीना में कार्यरत थे जिन्होंने पेड़ लगाकर वास्तव में बहुत नाम कमाया। जोहड़ो तालाबों और स्कूल श्मशान घाट आदि विभिन्न स्थानों पर पेड़ लगाने में अग्रणी रहे। दोनों आज इस दुनिया में नहीं है। उन्हाणी के जगमाल सिंह जिन्होंने पेड़ लगाने में बहुत नाम कमाया, आज भी जीवित है किंतु अभी बहुत वृद्ध हो चुके हैं। युवा पीढ़ी में बहुत कम लोग पेड़ों को बचाने में आगे आ रहे हैं। रामबास के मनोज कुमार इसी लाइन में हाजिर है जो पेड़ों को लगाने में कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इसी प्रकार मेघनवास के मनोज कुमार भी पेड़ लगाने की शृंखला में आगे है।
भडफ़ गांव के चंद्र सिंह 76 वर्षीय किंतु आज भी उनकी पेड़ों से संबंधित बातें सुनकर मन खुश हो जाता है। एक जमाने में चंद्र सिंह पशु पालने में अग्रणी नाम था। पशु खरीदने बेचने का भी लंबे समय तक उन्होंने काम किया। वे पशओं को पेड़ों की छांव में बांधते रहे हैं। उनका भी पेड़ लगाने से बड़ा शौक हैं। उनके घर के सामने खड़ा हुआ जाटी का विशालकाय पेड़ लोगों को आकर्षित कर रहा है। कनीना क्षेत्र में जहां पड़तल में बहुत पुराना जाटी का पेड़ देखने को मिल सकता है। यह पेड़ एक सौ फुट ऊंचा तथा करीब दस फुट मोटाई वाला है। उसकी मोटाई देखकर प्रसन्नता होती है। वही भडफ़ के इसके साथ इसके घर के सामने खड़ा जाटी का पेड़ पेड़ काटने वालों का एक वाक्या सुनाते हैं। वृक्ष माफिया गिरोह गत दिवस आया और कहा कि तुम्हारा यह जाटी का पेड़ बेच दो? उन्होंने कहा कि बिल्कुल बेच देंगे लेकिन अभी नहीं। वृक्ष माफिया ने पूछा तो कब आऊं?
उन्होंने कहा कि मेरी मौत का इंतजार करो तभी इस पेड़ को कोई बेच सकता है। उनकी बात सुनकर पेड़ माफिया गिरोह के सदस्य खड़े हुए। उन्होंने कहा कि अधिक जिद की तो पुलिस में पकड़वा दूंगा। इतना सुन वृक्ष माफिया गिरोह भाग खड़ा हुआ। इस प्रकार के लोगों की क्षेत्र में जरूरत है ताकि पेड़ पौधों को बचाया जा सके।
फोटो कैप्शन 5: अपने जाटी के पेड़ के नीचे खड़ा चंद्र।
समस्त कनीना बाजार रहा बंद
***********************************
कनीना। कनीना क्षेत्र में समस्त बाजार रविवार के दिन बंद रहा। इससे पहले भी कोरोना काल में रविवार को बाजार बंद रहा था। अधिक जानकारी देते हुए सतीश जेलदार पालिका प्रधान ने बताया कि हर रविवार को प्रशासनिक आदेशों के चलते बाजार बंद रहता है। रविवार को कोई दुकान नहीं खुली। अलबत्ता इक्का-दुक्का दुकान खुली भी तो बंद कर दी गई। आपातकाल की सभी सेवाएं नियमित रूप से खुली रही। कनीना में करीब 1,000 से अधिक दुकानें हैं जो कोरोना काल में अधिक समय बंद रहने के कारण अब पूर्णता दुखी है अब उनकी मांग है कि एक बार किसी प्रकार सभी दुकानों को फिर से खोलने की अनुमति दी जाए।
सुबह शाम ठंड और दिन में पड़ती है गर्मी
-सरसों की बीजाई में परेशानी, धोलिया रोग लगने का अंदेशा
*********************************
कनीना। कनीना क्षेत्र में जहां रबी फसल की बीजाई के लिए तैयारियां जोरों पर किंतु अभी तक मौसम पूर्ण रूप से नहीं बदला है। दिन में गर्मी पड़ रही है जबकि रात को मौसम में कुछ बदलाव आया है यही कारण है कि 10 अक्टूबर से जो बीजाई की जानी थी वह अभी तक नहीं हो पा रही है जिसके लिए उचित तापमान की आवश्यकता होती है और वह तापमान नहीं पहुंच पाया है।
यदि इस गर्मी में सरसों की बीजाई कर दी जाएगी तो धोलिया नामक रोग लगने की पूरी संभावना होगी। यही कारण है किसान अभी तक मौसम बदलने का इंतजार कर रहे हैं जो मौसम बीजाई के अनुकूल होगा तभी बीजाई करेंगे। अभी तक मौसम किसानों का साथ नहीं दे रहा है। सरसों की बीजाई के लिए तापमान 27 डिग्री के आसपास होना ज्यादा बेहतर माना जाता है।
क्षेत्र के किसान जोर शोर से रबी फसल की तैयारियों में जुट गए हैं। फव्वारों द्वारा सिंचाई कर रहे हैं वहीं कुछ किसान नहरों से भी सिंचाई कर रहे हैं।
त्वरित गति से बाजरे की पैदावार ली है तथा अब खेत की तैयारी करके बेहतर पैदावार गेहूं और सरसों की लेने की तैयारियां हो गई है। कनीना की भूमि 52 हजार हेक्टेयर मानी जाती है जिसे बावनी नाम से जाना जाता है।
इस बार करीब 20 हजार हेक्टेयर पर सरसों उगाए जाने की उम्मीद है। किसान धन सिं, महेश कुमार, महेंद्र सिंह, रोहित कुमार आदि ने बताया कि वे बाजरे की पैदावार ले चुके हैं और अब सरसों उगाने की तैयारी कर रहे हैं। ज्यादातर किसान अपने खाने के वास्ते बेहतर दर्जे की किस्में उगाते हैं।
क्या कहते हैं कृषि विस्तार सलाहकार--
कनीना में कार्यरत कृषि विस्तार सलाहकार डा देवराज ने बताया कि इस बार सरसों करीब 20 हजार हेक्टेयर तथा गेहूं 9500 हेक्टेयर पर उगाए जाने की संभावना है। उन्होंने कहा कि सरसों की बिजाई 10 अक्टूबर से 25 अक्टूबर के बीच उचित मानी जाती है वहीं गेहूं की बिजाई 10 नवंबर से 25 नवंबर के बीच उचित मानी जाती है। अभी तक दिन के समय गर्मी पड़ रही है तथा रात को मौसम बदला है।
उन्होंने बताया कि अभी तक गर्मी पड़ रही है किंतु जल्दी मौसम में परिवर्तन होने वाला है। उन्होंने कहा कि अभी तक मौसम गर्म है, ऐसे में सरसों की बीजाई में कुछ देरी हो रही है। अगर लंबे समय तक गर्मी पड़ती है तो उसका कुप्रभाव पैदावार पर भी पड़ जाता है। सरसों उगाते ही उसमें धोलिया रोग लग जाता है।
बीएससी फाइनल के परीक्षा परिणाम में सावित्री देवी कालेज की 25 छात्राओं ने मेरिट सूची में दर्ज करवाया अपना नाम
************************************
कनीना।इंदिरा गांधी यूनिवर्सिटी मीरपुर द्वारा घोषित बीएससी फाइनल के परिणाम में कनीना कस्बे में स्थित सावित्री देवी महिला महाविद्यालय की 25 छात्राओं ने मेरिट सूची में अपना नाम दर्ज करवाकर महाविद्यालय व क्षेत्र का नाम रोशन किया है। कालेज प्राचार्य प्रवीण यादव ने बताया कि इस वर्ष कालेज से बीएससी फाईनल में 42 छात्राओं के द्वारा परीक्षा दी गई थी। जिसमें से 25 छात्राओं ने मेरिट सूची में अपना नाम दर्ज करवाया है। उन्होंने बताया कि कालेज से छात्रा मेघा शर्मा 86.22 प्रतिशत अंक प्राप्त कर प्रथम, जयश्री 85.8 प्रतिशत अंक प्राप्त कर द्वितीय व पूजा यादव 84.2 प्रतिशत अंक प्राप्त कर तृतीय स्थान पर रही। कॉलेज निदेशक एडवोकेट विनय ने कहा कि कठिन परिश्रम जीवन में हमेशा उन्नति की तरफ ले जाता है। इस दौरान उन्होंने सभी छात्राओं व कालेज स्टाफ को इस उपलब्धि पर बधाई दी।
गंदगी का साम्राज्य हटाने की उठी मांग
***********************************
कनीना। कनीना के सामान्य बस स्टैंड के पूर्व दिशा में जहां संत शिरोमणि बाबा मोलडऩाथ आश्रम तक जगह गंदगी, कूड़े कचरे और अकेसिया निलाटिका (विलायती कीकर) से आच्छादित है। यहां आवारा जंतुओं, मल मूत्र त्यागने वाले लोगों और चोरों की चरण शरण स्थली बन गई है।
बहुत सी दुकानें बस स्टैंड की दीवार के साथ लगी हुई है। चोर इन घनी झाडिय़ों में छुपकर किसी भी चोरी या अन्य घटना को अंजाम दे सकता है। यही नहीं इस गंदगी के कारण बस स्टैंड के अंदर झांकना भी कठिन हो गया है। यदि सामान्य बस स्टैंड के अंदर से देखा जाए तो न तो मलमूत्र त्यागने के लिए यहां अच्छा शौचालय हैं और हैं वे पुराने शौचालय बंद या खराब पड़े हैं। जिसके चलते लोग खुले में मल मूत्र त्यागने को मजबूर है वहीं यह आवारा जंतुओं की शरण स्थली भी बन गया है।
अगर बस स्टैंड से बाबा मोलडऩाथ तक इस जगह को साफ सुथरा बनवाया जाए तो बस स्टैंड से उतरकर यात्री सीधे संत शिरोमणि बाबा मोलडऩाथ आश्रम के दर्शन कर सकते हैं। उनके बीच की दूरी महज 500 मीटर के करीब है।
पूर्व एसडीएम ने किया था प्रयास -
पूर्व एसडीएम संदीप सिंह ने इस गंदगी को हटाने तथा कीकर को हटाने के प्रयास भी किए थे किंतु उनकी बदली होने के बाद काम अधर में लटक गया था। यदि गंदगी समाप्त कर दी जाए
विभिन्न धार्मिक स्थलों के दर्शन आसानी से हो सकेंगे। संत शिरोमणि बाबा मोलउऩाथ आश्रम के साथ-साथ शिवालय, खाटू श्याम मंदिर, खागड़ आश्रम, माता मंदिर, पुराना हनुमान मंदिर तथा अन्य दर्शनीय स्थल भी यहीं पर बने हुये है। इन दर्शनीय स्थलों तक पहुंचने के लिए बस स्टैंड से उतर कर वाया रोड़ होकर पहुंचा जा सकता है। अगर यह बीच की दूरी सही कर दी जाए तो महज 500 मीटर दूरी हैं।
क्या कहते हैं बस स्टैंड इनचार्ज-
बस स्टैंड इंचार्ज सुधीर कुमार का कहना है कि यह इस गंदगी एवं कीकर को जेसीबी से हटाने के लिए जनरल मैनेजर नारनौल भी पत्र लिखा जा चुका है। आदेश प्राप्त होगा तुरंत इन को साफ करवा दिया जाएगा।
क्या कहते हैं लोग-
कनीना के मोहन कुमार, सुमेर सिंह चेयरमैन, महेश कुमार, दिनेश कुमार आदि ने बताया कि यह गंदगी बस स्टैंड ही नहीं अपितु दर्शनीय स्थल की शोभा घटा रही है। इसे अविलंब साफ करवाकर भरत करवाया जाए।
फोटासे कैप्शन 3 व 4: बस स्टेंड कनीना के अंदर गंदगी तथा सामने बाबा मोलडऩाथ आश्रम
कनीना मंडी में चला लिफ्टिंग का काम
**************************************
कनीना। कनीना अनाज मंडी में शनिवार को बाजरे कोई खरीद नहीं की गई महज लिफ्टिंग का काम किया गया। रविवार को भी खरीद का कार्य बंद रहेगा। हैफेड मैनेजर सत्येंद्र यादव ने बताया कि अब तक कनीना अनाज मंडी में 14449 क्विंटल बाजरा खरीदा जा चुका है। शनिवार को कोई खरीद नहीं की गई वर्तमान में अनाज मंडी में केवल 385 बैग बाजरे के पड़े हुए। अब तक 28513 बैग उठाए जा चुके शनिवार को भी लिफ्टिंग की गई और 3920 बैग शनिवार को उठाए गए।
कभी मोबाइल स्कूलों में रखना बुरा था आज मोबाइल जरूरी है
**********************************
कनीना। एक वक्त था जब शिक्षा विभाग में अध्यापकों को कक्षा में मोबाइल प्रयोग करने की अनुमति नहीं थी। बहुत से मुख्याध्यापक के प्राचार्य ने आदेश जारी कर रखा था कि कोई भी अध्यापक मोबाइल प्रयोग करता पाया तो उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। यहां तक कि कुछ मुखियों ने तो आदेश जारी किया था कि स्कूल में प्रवेश करते हैं मोबाइल काउंटर पर जमा करवा दें और स्कूल से छुट्टी होने के बाद मोबाइल वापस लेकर जाए। विद्यार्थियों को तो मोबाइल रखना और भी दूर की बात थी किंतु वक्त के अनुसार अब मोबाइल बहुत जरूरी चीज बना दी है। सरकार ने सभी शिक्षकों को स्मार्ट फोन रखने का आदेश दे रखा है। स्मार्टफोन के जरिए विभिन्न प्रकार की ट्रेनिंग पूरी की जा रही है।
कोरोना काल में जहां विद्यार्थियों को फोन चलाना और रखना सिखा दिया वहीं शिक्षकों के लिए भी जरूरी ट्रेनिंग इन पर पूरी करने का आदेश दिया है जो बड़े एवं सेवानिवृत्ति के पास शिक्षक थे वे स्मार्ट मोबाइल रखने के शौकीन नहीं थे। आज उन्हें मजबूरन मोबाइल रखने पड़ रहे हैं। चाहे पहली कक्षा का विद्यार्थी है उन्हें भी मोबाइल पर आपने उत्तर देने पड़ रहे हैं। कोरोना ने यह प्रभाव छोड़ा है।
कौन-कौन से जरूरी हैं एप-
मोबाइल रख कर शिक्षकों की एप पर ही विभिन्न प्रकार की ट्रेनिंग जारी है। जहां प्रारंभ चाकलेट नामक एप आया। इस पर कई ट्रेनिंग शिक्षकों ने पूरी की। यहां तक कि ट्रेनिंग पूरी करने पर ही उन्हें सर्टिफिकेट दी गई। इस एप की सफलता के पश्चात शिक्षकों को समीक्षा एप, दीक्षा एप और अवसर नामक एप रखने का अवसर दिया गया है। अभी निष्ठा नामक ट्रेनिंग चलेगी यदि ट्रेनिंग पूरा नहीं करेंगे तो शिक्षकों की तनख्वाह भी रोकी जा सकती है, वेतन वृद्धि भी बंद की जा सकती है। 16 अक्टूबर से ट्रेनिंग का कार्यक्रम शुरू होगा।
कौन करेंगे ट्रेनिंग-
वरिष्ठ प्राचार्य अभयराम यादव ने बताया कि कक्षा 1 से 8 तक के सभी शिक्षकों के लिए अब इन्हीं एप पर ट्रेनिंग पूरी करनी होगी, चाहे वह किसी भी वर्ग का शिक्षक है एवं किसी भी प्रकार का शिक्षक है। पहले निष्ठा की ट्रेनिंग पूरी हुई थी जिसमें कला एवं शारीरिक शिक्षक आदि को ट्रेनिंग पूरी करने का आदेश नहीं था किंतु इस बार उनको भी यह ट्रेनिंग पूरी करनी ही पड़ेगी, नहीं तो उनके विरुद्ध भी कार्रवाई होगी।
विद्यार्थी हुए एक्सपर्ट-
अब तो छोटे छोटे विद्यार्थी भी मोबाइल के एक्सपर्ट बन गए हैं। जब से कोरोना काल चला है तब से मोबाइल पर ही शिक्षण कार्य चल रहा है और शिक्षण कार्य पूरा करने के लिए चाहे छोटा बच्चा है या युवक है उन्हें मोबाइल से शिक्षा पूरी की है। कक्षा 1 से 12 तक के सभी विद्यार्थी मोबाइल के जरिए शिक्षा पूरी कर रहे हैं, अभी भी शिक्षण कार्य मोबाइल के जरिए जारी है। जहां शिक्षा शिक्षण के लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं वही एसएमएस. के जरिए भी शिक्षण कार्य चल रहा है। जिन अभिभावकों और विद्यार्थियों के पास स्मार्टफोन नहीं है वे भी एसएमएस के जरिये शिक्षण पूरा कर रहे हैं।
क्या कहते हैं अभिभावक -
अभिभावकों का कहना है कि मजबूरन में अपने बच्चों को शिक्षा दिलाने के लिए कोरोना काल में नए फोन खरीदने पड़े। दिनेश कुमार, महेश कुमार गुल्लू राम आदि ने बताया कि वे गरीब व्यक्ति है जिनके पास बेहतर दर्जे का मोबाइल न होने से शिक्षण कार्य प्रभावित हुआ जिसके चलते उन्होंने अच्छे दर्जे के मोबाइल खरीदने को मजबूर कर दिया। यद्यपि सरकार ने ये मोबाइल खरीदने के लिए बाध्य नहीं किया किंतु मजबूरी वश उन्होंने ये मोबाइल खरीदने पड़े।
सभी ट्रेनिंग और हर प्रकार की गतिविधियां होगी एप पर- अब तो वक्त आ गया है कि सभी प्रकार की ट्रेनिंग कार्य तथा यहां तक की हाजिरी लगाने का काम भी एप के जरिए होगा। वरिष्ठ प्राचार्य अभयराम यादव ने बताया कि कनीना खंड में 74 प्राथमिक स्कूल 22 माध्यमिक स्कूल 5 उच्च विद्यालय तथा 24 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय है। इसके अतिरिक्त वहीं करीब 55 निजी स्कूल खंड में हैं।
क्या कहते हैं शिक्षक-शिक्षिका लक्ष्मी देवी, शिक्षक महिपाल सिंह, शिक्षक राजबीर सिंह ने बताया कि वे जी जान से आनलाइन शिक्षण करवा रहे हैं। विद्यार्थियों का ग्रुप बनाया हुआ है जहां वे प्रतिदिन शिक्षण सामग्री भेजते हैं।
फोटो कैप्शन: लक्ष्मी देवी, महिपाल सिंह, राजवीर सिंह।
No comments:
Post a Comment