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Tuesday, October 6, 2020

 
102 किसानों से खरीदा 3107 क्विंटल बाजरा 

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 कनीना। कनीना अनाज मंडी में जहां सोमवार को सरवर की दिक्कत रही वहीं मंगलवार को त्वरित गति से बाजरा खरीद किया गया। 102 किसानों से 3107 क्विंटल बाजरा खरीदा परंतु 17 किसान आज भी बाजरा बेचने से वंचित रह गए जिनको बुधवार को मौका मिलेगा। उधर 7 अक्टूबर को 68 किसानों का कनीना मंडी में बाजरा बेचने का शेड्यूल जारी हो चुका है। इस प्रकार कुल 85 किसानों का बाजरा बुधवार को खरीदा जाएगा।
 इसकी जानकारी देते हुए हैं हैफेड मैनेजर यादव ने बताया कि मंगलवार को 102 किसानों से 3107 केवल बाजरा खरीदा गया है जिसमें 49 किसान सोमवार वाले शामिल है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार 7303 क्विंटल कुल बाजरा खरीदा जा चुका है और मंगलवार को 3566 बैग की लिफ्टिंग की गई। अब तक 14606 बैग बाजरा खरीदा गया है जिसमें से 10446 बैग की उठान की जा चुकी है और 4160 बैग अनाज मंडी में पड़े हैं जिन्हें जल्द ही उठा लिया जाएगा।
फोटो कैप्शन 7: बाजरे की खरीद करते हैफेड मैनेजर एवं अन्य कर्मी। मैनेजर बायें से दायें छठे नंबर पर टी-शर्ट में


दौंगड़ा अहीर को उप-तहसील घोषित करने की मांग

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 कनीना। हरियाणा में नए जिले, उपमंडल तहसील व उपतहसील बनाने पर लगी रोक को राज्य सरकार द्वारा हटाए जाने से दौंगड़ा अहीर को उप-तहसील तथा अटेली को उपमंडल बनाने की मांग बसपा नेता  ठाकुर अतरलाल  ने की।
 प्रशासनिक इकाइयों के पुर्नगठन के लिए गठित मंत्री समूह के अध्यक्ष एवं उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से मांग की है कि तत्काल दौंगड़ा अहीर को उप-तहसील तथा अटेली को उपमंडल घोषित किया जाए। उन्होंने इस संबंध में अपने पार्टी कार्यकत्र्ताओं को गांवों में हस्ताक्षर अभियान चलाने का निर्देश दिया है। उनका कहना है कि सरकार ने पिछले कार्यकाल में अंबाला कैंट, बडख़ल, नारनौंद, बादली, बाढड़ा, उचाना, घरौंडा, पुन्हाना, रादौर कई उपमंडल बनाए परन्तु अटेली को उपमंडल तथा दौंगड़ा अहीर को उप-तहसील नहीं बनाया गया।


मंगलवार को कनीना में मिले चार संक्रमित  

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कनीना।  एसएमओ डॉधर्मेंद्र यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि क्षेत्र में मंगलवार को 3 नए कोरोना वायरस संक्रमित केस आए हैं। सबसे पहला केस मोड़ी गांव का  मिला है। दूसरा व तीसरा के गुढा गांव के संक्रमित मिले हैं, चौथा केस मोड़ी में मिला है । कस्बे में दुकानदार कोरना नियमों का पालन कर रहे हैं जो ग्राहक सामान लेने के लिए आता है उसका रिकार्ड मेंटेन कर रहे हैं सैनिटाइजर का प्रयोग कर रहे हैं । सोशल डिस्टेंस का ध्यान रख रहे हैं । अगर इसी तरह से सभी लोग ध्यान रखें तो करोना को हराया जा सकता है।

फीस जमा करने की तिथि बढ़ाई, 8 हुई

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कनीना। राजकीय महाविद्यालय कनीना में पहली लिस्ट आउट होने के बाद फीस भरने वाले छात्र-छात्राओं का दौर जारी है अब तक बीए में लगभग 240 विद्यार्थी फीस भर चुके हैं बीएससी नॉन मेडिकल में लगभग 150 विद्यार्थी फीस भर चुके हैं बीएससी मेडिकल में 33 विद्यार्थी फीस भर चुके हैं बीकॉम में 36 विद्यार्थी फीस भर चुके हैं। वर्तमान रुझानों से पता चलता है की राजकीय महाविद्यालय कनीना में लगभग सभी सीटें भर जाएंगी। पहली सूची में जिन विद्यार्थियों का नाम आया है वह अब 8 अक्टूबर तक फीस भर  सकते हैं।पहले फीस भरने का समय 6 अक्टूबर 2020 ही था परंतु महानिदेशक उत्तर शिक्षा विभाग हरियाणा द्वारा प्रेषित पत्र में 2 दिन का समय और बढ़ा दिया गया है और अब 8 तारीख तक पहली सूची के विद्यार्थी आनलाइन मोड से अपनी फीस जमा करा सकेंगे दूसरी मेरिट लिस्ट 10 अक्टूबर 2020 को जारी की जाएगी। महाविद्यालय के नोडल अधिकारी प्रोफेसर हरिओम भारद्वाज ने बताया कि इस महाविद्यालय में बीए के लिए 640 सीटें हैं बीएससी नान मेडिकल के लिए 320 सीटें हैं बीएससी मेडिकल के लिए 80 सीटें हैं तथा कॉमर्स के लिए 160 सीटें हैं। उन्होंने बताया कि महाविद्यालय के पास एक बड़ा पुस्तकालय है इसके साथ-साथ फिजिक्स ,केमिस्ट्री ,जूलाजी, बोटनी एवं ज्योग्राफी के लिए वेल इंस्ट्रुमेंटेड प्रयोगशालाएं  हैं। महाविद्यालय में विभिन्न विषयों के एक्सपर्ट टीचर है। महाविद्यालय में खेलों की तरफ भी विशेष ध्यान दिया जाता है। महाविद्यालय परिसर में बड़े-बड़े खेल के मैदान है तथा खेलों का सामान भी महाविद्यालय में उपलब्ध है। खेलो की तरफ भी विशेष ध्यान दिया जाता है।

किसान जोर-शोर से जुटे रबी फसल की तैयारी में 

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 कनीना। क्षेत्र के किसान जोर शोर से रबी फसल की तैयारियों में जुट गए हैं। फव्वारों द्वारा सिंचाई कर रहे हैं वहीं कुछ किसान नहरों से भी सिंचाई कर रहे हैं।
त्वरित गति से बाजरे की पैदावार ली है तथा अब खेत की तैयारी करके बेहतर पैदावार गेहूं और सरसों की लेने की तैयारियां हो गई है।  कनीना की भूमि 52 हजार हेक्टेयर मानी जाती है जिसे बावनी नाम से जाना जाता है।
इस बार करीब 20 हजार हेक्टेयर पर सरसों उगाए जाने की उम्मीद है। किसान अजीत, सूबे सिंह, राजेंद्र सिंह, कृष्ण सिंह, योगेश कुमार, रोहित कुमार आदि ने बताया कि वे बाजरे की पैदावार ले चुके हैं और अब सरसों उगाने की तैयारी कर रहे हैं। ज्यादातर किसान अपने खाने के वास्ते बेहतर दर्जे की किस्में उगाते हैं जिसमें सी-306 और 283 प्रमुख है जबकि बेचने के लिए गेहूं की अधिक पैदावार देने वाली किस्में जिनमें डब्ल्यूएच- 711 एचडी- 3060 एचडी 2967 आदि उगाते हैं।
क्या कहते हैं कृषि विस्तार सलाहकार--
 कनीना में कार्यरत कृषि विस्तार सलाहकार डा देवराज ने बताया कि इस बार सरसों करीब 20 हजार हेक्टेयर तथा गेहूं 9500 हेक्टेयर पर उगाए जाने की संभावना है। उन्होंने कहा कि सरसों की बिजाई 10 अक्टूबर से 25 अक्टूबर के बीच की जाएगी वहीं गेहूं की बिजाई 10 नवंबर से 25 नवंबर के बीच उचित मानी जाती है। उन्होंने कहा कि बताया अच्छी पैदावार देने वाली सरसों की  आरएच-725 पायोनियर-45 एस 46, कोरल- 400 तथा गेहूं की डब्ल्यूएच-711, एचडी 2967 एचडी 3060 किस्में आती है। अपने घर के लिए अक्सर देशी किस्में उगाते हैं।
अलग-अलग की जाति पैदावार -
किसान अपने खाने के लिए देसी किस्में जिनमें से सी-306 और 283 आदि उगाते हैं जबकि बेचने के लिए डब्ल्यूएच-711, एचडी 2967 एचडी 3060 कारगर हैं ताकि पैदावार अधिक प्राप्त हो। इसी प्रकार सरसों लगभग सभी किसान बेचने के लिए पैदावार करते हैं क्योंकि तेल के लिए बहुत कम प्रयोग में लाते हैं।
फोटो कैप्शन 6: रबी फसल के लिए खेत की तैयारी करते




खाद की समस्या के निदान के लिए किसानों ने सौंपा ज्ञापन 

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कनीना। क्षेत्र में यूरिया की पूर्ति करने की मांग को लेकर कनीना क्षेत्र के किसानों ने एसडीएम रणबीर सिंह ने नाम ज्ञापन सौंपा। एसडीएम के उपस्थित न होने के कारण सुपरिंटेंडेंट सुरेंद्र को यह ज्ञापन दिया गया।
किसानों ने बताया कि यूरिया खाद की कनीना क्षेत्र में कमी हो रही है। क्षेत्र में सरसों की फसल की बिजाई लगभग शुरू हो चुकी है। को-आपरेटिव सोसाइटी कनीना के 12 गांवों के 7000 किसान जुड़े हुए हैं । कनीना के अंडर में कनीना, सीहोर और ककराला खाद वितरित प्वाइंट बनाए हुए हैं । इसमें 12 गांवों के किसान खाद लेते हैं, लेकिन अब जब भी किसान सोसाइटी में खाद लेने के लिए जाते हैं तो वहां के अधिकारी किसानों को एक-दो दिन में ले जा जाने के लिए कह कर भेज दिया जाता है। किसानों ने ज्ञापन के माध्यम से अवगत करवाया कि जल्द से जल्द ही समस्या का समाधान करवाएं जिससे क्षेत्र के किसान सरसों की बिजाई सही समय पर कर सकें।
क्या कहते हैं प्रबंधक-
 गजराज सिंह,कोऑपरेटिव सोसाइटी प्रबंधक
कनीना में सेल्स प्वाइंट पर बैठा स्टाफ बीमार है। जिसकी वजह से लोगों को खाद नहीं मिल पा रहा है। ककराला सेल प्वाइंट पर खाद मिल रहा है। सीहोर प्वांइट पर खाद खत्म हो चुका है । आगे अधिकारियों को इसके बारे में अवगत करवा दिया गया है। जल्दी ही खाद किसानों को उपलब्ध करवा दिया जाएगा।
इस दौरान नगर पालिका प्रधान सतीश जैलदार, अधिवक्ता विनय यादव, दिलीप सिंह, बलवान सिंह आर्य, कंवर सेन वशिष्ठ, दुर्गा प्रसाद कोटिया,  गोकल चंद, मोहर सिंह यादव आदि मौजूद रहे।
उधर मार्केट में यूरिया की कोई कमी नहीं है। बाजार में खाद बेचने वाले कुलदीप सिंह, महेश कुमार आदि ने बताया कि उनके पास यूरिया की कोई कमी नहीं है। उनका कहना है कि इस वक्त डीएपी की मांग होती है यूरिया की नही।
फोटो कैप्शन 7: किसान यूरिया की मांग को लेकर एसडीएम कनीना के सुपरिंटेंडेंट सुरेंद्र सिंह क ोज्ञापन देते हुए। फोटो दैनिक जागरण



आर्थिक एवं रोजगार के क्षेत्र केें लिए उपयुक्त है महेंद्रगढ़ के ऐतिहासिक स्थल

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कनीना। जिला में अनेक ऐतिहासिक, धार्मिक और प्राकृतिक स्थल पर्यटन के लिए बेहद उपयुक्त स्थान है । अगर जिला के जनप्रतिनिधि इस बारे प्रयास करें तो महेंद्रगढ की आर्थिक और रोजगार की स्थिति को सुदृढ़ किया जा सकता है ।
सर्व समाज मंच के अध्यक्ष और सामाजिक कार्यकर्ता राधेश्याम गोमला ने पूर्व आई ए एस और नांगल चौधरी के विधायक डाक्टर अभय सिंह यादव के सम्मुख चंडीगढ़़ में एक मुलाकात के दौरान चर्चा में उक्त मांग रखी । उन्होंने कहा कि पर्यटन की गतिविधियों से ना केवल किसी भी क्षेत्र की आर्थिक स्थिति सुधारी जा सकती है, बल्कि रोजगार के रास्ते खुलते हैं और इन गतिविधियों से क्षेत्र वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना लेता है।
उन्होंने कहा कि पौराणिक कालीन बाघोत का बाघेश्वरधाम, च्यवन ऋषि की तपस्या स्थली ढोसी, ऋषि पिप्लाद की योगस्थली स्याणा, धरसू व बारकाशी(बाराखी धाम) गोलवा आदि धार्मिक स्थल, बीरबल व शेरशाह सूरी का जन्मस्थान ,चोरगुम्बद, शाह कुली खान का मकबरा नारनौल, सतनामियों के युध्द व 1857 की क्रांति के महत्वपूर्ण युद्ध स्थल नसीबपुर, जलमहल, माधोगढ़ व महेंद्रगढ जैसे ऐतिहासिक स्थल,कुलताजपुर व माधौगढ़ की आकर्षक प्राकृतिक पहाडिय़ां आदि अनेक स्थान पर्यटन के लिए बहुत कारगर सिद्ध हो सकते हैं, मगर इसके लिए स्थानीय जनप्रतिनिधि प्रयास करें और सरकार रुचि ले तो ही यह सपना साकार हो सकता है ।
विधायक नांगल चौधरी ने इस बारे गहरी रुचि दिखाते हुए कहा कि उनकी सरकार ने अनेक मामलों में विकास के कीर्तिमान स्थापित कर जिले को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा है और पर्यटन के क्षेत्र में भी जिला को प्रदेश का अग्रणी जिला बनाएंगे।
राधेश्याम गोमला ने कहा शीघ्र ही एक टूरिज्म रोड़मैप प्राजेक्ट तैयार कर जिला के सभी प्रतिनिधियों से भी मिलेंगे।
इस अवसर पर उनके साथ बिजेन्द्र ढिल्लों, करतार गुर्जर, अनिल मान व परविन्द्र कुमार भी साथ थे तथा भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष कंवरसिंह यादव व भाजपा के वरिष्ठ नेता दयाराम यादव वहाँ पहले से मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 5:डा अभयराम से मिलने जाते हुए राधेश्याम गोमला एवं अन्य राधेश्याम बयें से दाये तीसरे नंबर पर फोटो: स्वयं राधेश्याम

छात्रा दिव्या ने पास की जेइइ मेन

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कनीना। राष्ट्रीय टेस्टिंग एजेंसी नई दिल्ली द्वारा आयोजित जेइइ एडवांस परीक्षा में आरआरसीएम पब्लिक स्कूल कनीना की छात्रा दिव्या ने सफलता प्राप्त कर क्षेत्र एवं विद्यालय का नाम रोशन किया है।
इस अवसर पर संस्था के चेयरमैन रोशन लाल यादव ने बताया कि यदि विद्यार्थी योजनाबद्ध तरीके से कठिन परिश्रम करेंगे तो उन्हें सफलता अवश्य प्राप्त होगी।  विद्यार्थी को अपने शिक्षक के प्रति श्रद्धा रखते हुए उनके कुशल मार्ग दर्शन में अध्ययन करना चाहिए। इस मौके पर संस्था के निदेशक संजय यादव एवं प्राचार्य नरेंद्र कुमार ने छात्रा दिव्या को उनकी सफलता पर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
फोटो कैप्शन 5: दिव्या

त्वरित गति से शुरू की बाजरे की खरीद
-सुबह की पारी में खरीदा 49 किसानों का बाजरा

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 कनीना। कनीना अनाज मंडी में जहां सोमवार को सरवर ने परेशान किया जिसके चलते शाम 7 बजे तक बाजरे की खरीद की गई वही 70 किसानों में से महज 21 किसानों का बाजरा सोमवार को खरीदा जा सका किंतु मंगलवार को त्वरित गति से खरीद शुरू की गई और प्रात: कालीन पारी में 49 किसानों की बाजरे की खरीद कर ली गई शाम को 70 किसानों की बाजरे की खरीद देर शाम तक पूरी की जाने की उम्मीद है। अब तक 137 किसानों से 4196 क्विंटल बाजरा खरीदा जा चुका है मंगलवार को सरवर सही चला टोकन त्वरित गति से काटे गए और किसान कुछ प्रसन्न नजर आये।
क्या कहते किसान-
 किसान रमेश कुमार, दिनेश कुमार, अजीत सिंह ने बताया कि आज मंगलवार को त्वरित गति से काम शुरू हुआ जिससे उनका नंबर जल्दी आ गया। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन त्वरित गति से काम हो तो भविष्य में किसानों को कोई समस्या नहीं आएगी।
 क्या कहते हैं हैफेड मैनेजर-
 हैफेड मैनेजर सतेंद्र यादव ने बताया कि एक अक्टूबर से शुरू की गई बाजरे की खरीद में अब तक 137 किसानों का 4196 क्विंटल बाजरा खरीदा जा चुका है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को 49 उन किसानों का बाजरा सुबह सवेरे खरीदा जिनका सोमवार को बाजरा नहीं खरीदा जा सका था। मंगलवार को 70 किसानों का शेड्यूल जारी हुआ है जिनका मंगलवार को ही बाजरा खरीदा जाएगा। उन्होंने बताया कि बारदाने की कोई कमी नहीं है। भारी मात्रा में मजदूर भी आए हुए हैं।
भारी संख्या में आए हैं मजदूर...
बिहार से भारी संख्या मजदूर कनीना मंडी में काम करने के लिए आए हुए हैं। मजदूर जयराम, वीरेंद्र, मुकेश, मनोज ने बताया कि बिहार में रोजगार नहीं है इसलिए मजबूरी वश यहां आना पड़ा है। व्यापार मंडल प्रकोष्ठ उप प्रधान रविंद्र बंसल ने बताया कि करीब 300 मजदूर कनीना मंडी में दूसरे राज्यों से आकर काम कर रहे हैं। ये मजदूर तुलाई एवं भराई आदि का काम करते हैं।
फोटो कैप्शन 1: अनाज मंडी में कतारबद्ध खड़े किसान के वाहन
दो: टोकन काटते हुए है हैफेड कर्मी।

   
फल सब्जियों ने बिगाड़ा जायका
-रसोई घर से गायब होने लगी सब्जियां 

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 कनीना। कनीना क्षेत्र में सब्जी रिकार्ड महंगाई पर पहुंच गई है। जहां एक महीने में भाव दोगुने पहुंच गए हैं। अभी नवरात्रि व्रत 17 अक्टूबर से शुरू होंगे तत्पश्चात तो फल सब्जियों के भाव और भी ऊंचे होने के आसार बन गये हैं7
फल और सब्जियों पर नजर डालें तो पता चलता है कि-
           रुपये किलो   एक माह पूर्व
सिंघाड़ा    50             नहीं आये थे          
हरी मिर्च     100           50
शिमला मिर्च 100            40
टिंडा         100            30
बैंगन          40             15
अदरक       120             80
आलू          60              30
खीरा          50              20
तोरई         40              30
भिंडी         50              30
नारियल पानी 50 रुपये पीस   30
कीवी       30 रुपये पीस     20
लहसुन      240             100
चप्पल कद्दू 80               --
पालक     15 की गुत्थी     10
सेब        120              100                       केला       60 रुपये दर्जन    40
लौकी      40                10
पेठा        50                10
आलू       60               20
गोभी       100             --
बैगन        30              10
प्याज        60              30
टमाटर      60               80
पपीता        50             40          
 कोरोना काल में तो आलम यह था कि कोई खरीददार नहीं मिल रहा था और अब आसमान छू रही हैं।
क्या कहती गृहणियां .....
गृहणी शकुंतला, नीलम, आशा आदि ने बताया कि सब्जियां खाना कठिन हो गया है। इसलिए दाल या कढ़ी, खाटा का साग आदि घरेलू सब्जियां बनाकर खाई जा रही है। जहां टमाटर की जगह कचरी प्रयोग कर रहे हैं वही करौंदा भी काम कैंाम में ले रहे हैं। नींबू से भी काम चलाया जा रहा है। क्षेत्र में कढ़ी और खाटा का साग बहुत प्रचलित है।
क्या कहते दुकानदार....
 दुकानदार रमेश, दिनेश, मुकेश आदि ने बताया कि उन्हें थोक में महंगे दामों पर सब्जियां मिल रही हैं। यही कारण है कि वह मजबूरन वे महंगे दामों पर सब्जियां बेच रहे हैं। उधर फल विक्रेता शिव कुमार ने बताया कि फल महंगे मिल रहे हैं। कोरोना काल में तो फल भी लोगों ने खाने बंद कर दिए थे और यहां तक की सब्जियां भी बाजार में सडऩे लग गई थी। अचानक उछाल आ गया है।
क्या कहते हैं जिला वानिकी अधिकारी-
 जिला वानिकी अधिकारी डा मनदीप यादव ने बताया कि इन दिनों जहां रबी और खरीफ दोनों के बीच फसलों के बीच की अवस्था होती है। इसलिए फल सब्जियां कम हो जाती है और यह महंगे दामों पर बिकती है। अब खरीफ फसल बतौर सब्जियां आने पर फिर से दाम घट जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस हर वर्ष दस मौसम में भाव बढ़ते हैं।
क्या कहते हैं फल खरीददार-
फल खरीदने वाले सूबे सिंह, इंद्रजीत, महेश कुमार, कुलदीप सिंह आदि ने बताया कि फलों के भाव आसमान छू रहे। इसलिए अधिक नहीं, बहुत कम फल खाकर कर गुजारा कर रहे हैं या फिर फल नहीं भी खरीदते। जब भी फल सब्जियां सस्ते होंगे फिर से खरीदने लग जाएंगे।
नवरात्रों पर बढ़ेगी महंगाई-
17अक्टूबर से शुरू नवरात्रि  पर फल और सब्जी आसमान छूने के प्रबल आसार हैं। यदि यही हाल रहा तो इस बार नवरात्रों में फल सब्जियों की भारी किल्लत महसूस होगी।
 फोटो कैप्शन 4: फल बेचते हुए दुकानदार
5: सब्जी बेचता हुआ दुकानदार।

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