कनीना अदालत ने घोषित किया भगोड़ा
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कनीना। कनीना अदालत ने विक्रम उर्फ बाली नामक व्यक्ति को लंबे समय से न्यायालय से अनुपस्थित रहने पर भगोड़ा घोषित कर दिया। मिली जानकारी अनुसार वह 17 अप्रैल 2018 से अनुपस्थित चल रहा है जिसके चलते कोर्ट के आदेशानुसार उन्हें भगोड़ा घोषित कर दिया है।
प्रतिभावान विद्यार्थी पुरस्कृत
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कनीना। शिवलाल धर्मशाला में भारत विकास परिषद शाखा कनीना द्वारा मेधावी छात्रों का उत्साह बढ़ाने के लिए सम्मान समारोह व सिलाई मशीन प्रशिक्षण प्रमाण पत्र बांटने पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि विधायक अटेली मंडी मौजूद रहे। मुख्य वक्ता भी महेंद्र सिंह थे और कार्यक्रम की अध्यक्षता भारत विकास परिषद के अध्यक्ष श्री कवंर सैन वशिष्ठ ने की। कार्यक्रम संजय शर्मा जिला महासचिव व संतलाल लाल ने मंच का संचालन किया। कार्यक्रम में गर्ल राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं ने स्वागत गीत व हरियाणवी नृत्य किया व नैंसी छात्रा ने मनमोहक डांस किया व मास्टर अमृतलाल लोक गायक ने देशभक्ति की रागिनी गाई।
मुख्य वक्ता महेंद्र सिंह शर्मा ने भारतीय विकास परिषद की हरियाणा गुडग़ांव, फरीदाबाद, चंडीगढ़ में परिषद द्वारा अस्पतालों के बारे में मुफ्त इलाज की जानकारी दी। मुख्य अतिथि विधायक ने भारत विकास परिषद द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रम की सराहना की व मेधावी छात्रों के कार्यों की प्रशंसा की और खुशी ,नैंसी ,अमीश कुमार यादव ,सोनी अंकिता ,पूजा की प्रशंसा की और उनको इनाम दिए। लेखक एचएस यादव को भी निबंध प्रतियोगिता में हरियाणा में तृतीय स्थान आने पर सम्मानित किया। विधायक सीताराम ने सुरेंद्र सिंह प्राध्यापक, अनीता यादव, संतोष शर्मा को भी सम्मानित किया। भारत विकास परिषद के प्रदेश सचिव आरबी राव ने कनीना में हर दूसरे इतवार को शिवलाल धर्मशाला में मरीजों के मुफ्त इलाज करने की प्रशंसा की और सभी सदस्यों का कार्यक्रम में भाग लेने पर धन्यवाद दिया ।
बैठक में शिवकुमार अग्रवाल ,लखनलाल, मास्टर दलीप सिंह ,प्रेम गुप्ता, धनपत साहब, देशराज यादव, मुख्याध्यापक कृष्ण सिंह ,कृष्णा सीहोर ,सत्यवीर सेहलंग, अशोक ठेकेदार, प्रताप सिंह उन्हानी ,सुशीला यादव, संतलाल धनौंदा, ओम प्रकाश यादव ,राजकुमार शर्मा आदि मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 6: सीताराम विधायक को स्मृति चिह्न भेंट करते भारत विकास परिषद के पदाधिकारी।
प्रतिभा की धनी है खुशी खिच्ची
-अपने खाते में की हैं कई उपलब्धियां
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कनीना। यभारत को जानो प्रतियोगिता में दक्षिण हरियाणा प्रांत का नेतृत्व करते हुए द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली खुशी अपार प्रतिभा लिये हुये है। उन्हें कई बार सम्मानित भी किया जा चुका है। खुशी सरकारी स्कूल में 11वीं की छात्रा है। शिवलाल धर्मशाला कनीना में रविवार को भारत विकास परिषद, शाखा कनीना की तरफ से हुए छात्र उपलब्धि कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली खुशी खिच्ची को सीताराम विधायक ने भी सम्मानित किया है। खुशी राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ,कनीना मंडी में शिक्षा पा रही है।
वे जगदीश आचार्य को हर सफलता का श्रेय देती हैं जिनके सानिध्य में वह कक्षा 7 से ही इस प्रतियोगिता में भाग लेती आ रही है। इस प्रकार की प्रतियोगिताएं उसे शुरू से ही आकर्षित करती रही हैं।
उपलब्धियां-
खुशी कक्षा 10 वीं में 94.6 अंक लेकर विद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त किया। प्रगतिशील शिक्षक ट्रस्ट, नारनौल द्वारा गीता जयंती पर आयोजित प्रतियोगिता में कनीना खंड में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव कुरुक्षेत्र द्वारा आयोजित गीता प्रश्नमाला प्रश्नोत्तरी' में जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया। हरियाणा शिक्षा बोर्ड भिवानी द्वारा आयोजित कोविड-19 अवेयरनेस क्विज में उम्दा प्रदर्शन किया है। खुशी मूल रूप से बसई गांव की रहने वाली है लेकिन पिछले पन्द्रह वर्षों से कनीना में रह रहे हैं। इनके पिता ब्रह्मानंद खिच्ची पड़तल के सरकारी स्कूल में टीचर हैं और माता लक्ष्मी देवी गृहणी है।
सरकारी स्कूलों में इस प्रकार की प्रतिभा की चर्चा होती है। वे दिनरात पढ़ाई में व्यस्त रहती हैं।
फोटो कैप्शन 7: सीताराम विधायक अटेली खुशी को सम्मानित करते हुए।
फिर धंधकी कड़बी में आग, फायर ब्रिगेड ने पाया एक घंटे में काबू
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कनीना। जहां शनिवार को कनीना उपमंडल के गांव कैमला में जयपाल नामक व्यक्ति की कड़बी में अज्ञात कारणों के चलते आग लग गई थी और उसे फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर काबू पाया था। वहीं रविवार को एक बार फिर सेआग धंधक गई जिसके चलते एक बार फिर से फायर ब्रिगेड महेंद्रगढ़ को बुलाया गया जिसमें करीब एक घंटे तक मशक्कत करने पर आग पर काबू पाया।
उल्लेखनीय है कि शनिवार को करीब 200 मण कड़बी जलकर राख हो गई थी
किंतु फायर ब्रिगेडने आस पास के किसानों की कड़बी को बचा लिया था। फायर अधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि मौके पर संदीप चालक, कुलदीप फायरमैन, राकेश फायरमैन पहुंचे और उन्होंने आग पर काबू पाया।
भडफ़ तथा कपूरी में 250 वैक्सीन डोज दी गई
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कनीना। रविवार और छुट्टी के दिन भी वैक्सीन देने का सिलसिला जारी है। सरकार के आदेश अनुसार छुट्टी के दिन भी अब कोरोना वैक्सीन दी जाएगी। इसी कड़ी में कपूरी और भडफ़ गांवों में ढाई सौ वैक्सीन डोज दी गई। विस्तृत जानकारी देते हुए एसएमओ डा धर्मेंद्र यादव ने बताया कि कपूरी में 50 तो भडफ़ में 200 दी गई। जहां राकेशएमपीएचडब्ल्यू, शारदा, सुनीता एएनएम तथा शीशराम एचआई की देखरेख में काम पूर्ण किया।
फोटो कैप्शन 8 कोरोना की वैक्सीन देते हुए एएनएम।
लेखन कार्य में पिता और पुत्र दोनों एक साथ सम्मानित
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कनीना। भारत विकास परिषद की ओर से कनीना मंडी स्थित शिवलाल की धर्मशाला में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया जिसमें भारत विकास परिषद की ओर से विभिन्न स्पर्धाओं में अव्वल रहे विद्यार्थियों और समाजसेवियों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर पिता एचएस यादव लेखक तथा उनका पुत्र अमीश कुमार यादव को एक साथ सम्मान दिया गया। मुख्य अतिथि विधायक सीताराम यादव थे। इस मौके पर भारत विकास परिषद के कनीना अध्यक्ष कंवर सैन वशिष्ठ ने बताया कि पिता एचएस यादव गोल्ड मेडलिस्ट है तथा हरियाणा के राज्यपाल से सम्मानित है। कोरोना काल(एक साल) में करीब 250 पुरस्कार विभिन्न लेखन कार्यों के लिए मिल चुके हैं। उन्होंने भारत विकास परिषद की ओर से आयोजित प्रतियोगिता लेखन प्रतियोगिता(ओपन टू आल) में स्वामी विवेकानंद पर आलेख भेजा था जिसमें उन्हें हरियाणा में तृतीय स्थान प्राप्त हुआ है वही उनके पुत्र अमीश कुमार ने भी इसी लेखन लेखन प्रतियोगिता में बतौर विद्यार्थी श्रेणी स्वामी विवेकानंद पर आलेख भेजा था। इस प्रतियोगिता में उन्हें हरियाणा में तृतीय तथा भारत भर में छठा स्थान प्राप्त हुआ है। वे यदुवंशी शिक्षा निकेतन महेंद्रगढ़ में 12वीं कक्षा के छात्र हैं। भारत विकास परिषद की ओर से आयोजित इस सम्मान समारोह में पिता और पुत्र दोनों को अटेली विधायक सीताराम यादव ने सम्मानित किया। इस मौके पर कंवर सैन वशिष्ठ ने कहा कि यह अनोखा मंच होगा जब पिता और पुत्र को एक साथ एक ही प्रतियोगिता में स्थान प्राप्त करने पर सम्मानित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एक कनीना क्षेत्र के लिए एक अहम बात है। इस मौके पर जहां महेंद्र शर्मा प्रधान भारत विकास परिषद हरियाणा,
राजेश शर्मा, अशोक ठेकेदार पालिका उप प्रधान, पार्षद दिलीप सिंह, शिव कुमार अग्रवाल, सुरेंद्र कुमार प्राध्यापक, सुशील, कृष्णा धनपत राय, अमृतलाल विशेष अध्यापक, अश्वनी कुमार प्राध्यापक, संतलाल आर्य, थान सिंह आदि भारी संख्या में गणमान्य जन उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 6: पिता और पुत्र दोनों को सम्मानित करते सीताराम विधायक।
36 बोतल देसी संतरा ब्रांड पकड़ी
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कनीना। कनीना पुलिस ने सेहलंग-पोता सड़क मार्ग, नजदीक एजेंसी , नाकाबंदी करके विकास उर्फ विक्की बसई को मोटरसाइकिल सहित पकड़ा जिन से 36 बोतल शराब की बरामद की। कनीना पुलिस ने आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
5 दिवसीय निशुल्क संगीतमय योगशिविर का आयोजन 7 अप्रैल से
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कनीना। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खेड़ी-तलवाना एवं पतंजलि परिवार महेंद्रगढ़ के संयुक्त तत्वाधान में खेड़ी-तलवाना में 5 दिवसीय निशुल्क संगीतमय योगशिविर का आयोजन किया जाएगा।
अधिक जानकारी देते हुए विद्यालय प्राचार्य जयप्रकाश यादव व खेड़ी के सरपंच सूबे सिंह तथा तलवाना के सरपंच रामनिवास बंसल जी ने बताया कि शिविर का विधिवत शुभारम्भ कनीना के डीएसपी राजीव कुमार द्वारा दीप प्रज्वलन से किया जाएगा।योगशिविर का संचालन पतंजलि योग समिति के जिला प्रभारी एवं योगशिक्षक निलेश मुदगल करेंगे। सुबह 5 बजे से 7 बजे तक रहेगा।
निलेश मुदगल ने बताया कि बीमारियों से बचने में और बीमारियों को ठीक करने में योग की बहुत बड़ी भूमिका है। इस योगशिविर में मोटापा, शुगर, जोड़ों के दर्द, नसों में खिंचाव, दिल की बीमारियां, तनाव, सिरदर्द, एलर्जी आदि सहित मुख्य रोगों पर विशेष सत्र रखे जाएंगे। युवाओं के लिए सूर्य नमस्कार, यौगिक जॉगिंग, दंड-बैठक, बच्चों के मैमोरी के लिए ध्यान-प्राणायाम, कदवृद्धि के लिए आसनों का अभ्यास कराया जाएगा। साथ ही शिविर में प्राकृतिक चिकित्सा एवं षट्कर्म का भी परिचय साधकों को कराया जाएगा। यह शिविर पूर्णत: निशुल्क रहेगा तथा इसमें किसी भी आयु के महिला-पुरुष, बच्चे, बुजुर्ग लाभ ले सकेंगे। 11 अप्रैल को देवयज्ञ हवन के साथ शिविर का समापन किया जाएगा।
फोटो कैप्शन 7: निलेश मुद्गिल योग करवाते हुए।
आशुकवि केसरी का खिताब राधेश्याम पावटा ने जीता
-सीताराम विधायक थे मुख्य अतिथि
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कनीना। कनीना उपमंडल के गांव गोमला में आयोजित आशुकाव्य-प्रतियोगिता में नौ प्रतिभागी कवियों ने अपनी प्रस्तुति दी तथा जयपुर के पावटा से आए आशुकवि राधेश्याम पावटा ने आशुकवि-केसरी प्रथम पुरस्कार पाकर प्रतियोगिता जीती। राजस्थान के ही पाटण के आशुकवि दुलीचन्द दूसरे नम्बर पर रहे।
लगातार आठ घंटे चले इस कार्यक्रम का स्थानीय विधायक सीताराम यादव ने नौ बजे सरस्वती के सामने दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारम्भ किया। पौन घंटा कार्यक्रम में रहे। विधायक ने अपने संबोधन में कहा कि लुप्त होती आशुकाव्य-विधा को प्रोत्साहित और आगे बढ़ाने के लिए गोमला के ग्रामीणों ने इस प्रतियोगिता का आयोजन कर नई अच्छी परम्परा की शुरुआत की है। इससे ना केवल यह विधा जिन्दा रहेगी बल्कि नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा का काम करेगी।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि समाजसेवी अरुण यादव ने कहा कि आशुकाव्य प्रतिभा परमात्मा प्रदत्त अद्भुत भेंट है जो दुर्लभ है। प्रतिभागी के रूप में इससे संबंधित प्रतियोगिता में हिस्सा लेना सबके बसकी बात नहीं और तो और इसे समझना ही आम आदमी की समझ से बाहर है।
कार्यक्रम का सफ़ल आयोजन और मंच संचालन सामाजिक कार्यकर्ता राधेश्याम गोमला ने किया। खेलों की भांति हुई उस प्रतियोगिता में चार चरणों का दौर चला , जिनमें आयोजकों द्वारा दिए विषयों को आधारित मान कविताएं बनाई।
इस प्रतियोगिता में परमानंद झगडोली, बालमुकुन्द जाखौद, राधेश्याम पावटा, दुलीचन्द पाटण, सन्तलाल, सीताराम जयसिंहपुरा, सतनाम जयपुर, बिहारीलाल भाबरू व इन्द्रलाल आदि नौ आशुकवियों ने हिस्सा लिया। उक्त नौ आशुकवियों की छंटनी अंकों के आधार पर हुई। दो चरण के बाद उन नौ में से चार की छंटनी हुई। पश्चात उनमें से राधेश्याम पावटा व पाटण के आशुकवि दुलीचन्द फ़ाइनल के लिए छंटे। काफी रस्साकसी के बाद राधेश्याम पावटा ने बाजी मारी।
प्रथम आए राधेश्याम पावटा को दुलीचन्द पाटण ने खूब नाकों चने चबवाए। आखिर अंकों के आधार पर राधेश्याम पावटा विजयी हुए। इस अवसर पर सैकड़ों काव्य और संगीत प्रेमियों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
फोटो कैप्शन 5: आशुकवि रोधश्याम पाटण को सम्मनित करते राधेश्याम गोमला एवं अन्य।
हाथी के दांत.
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अलग अलग प्रकार के गेहूं पैदावार ली है किसानों ने
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कनीना। बेचने व खाने में प्रयोग के लिए अलग अलग गेहूं की किस्में किसानों ने पैदा की है। गेहूं की आवक अनाज मंडियों में शुरू होते ही गेहूं की 283/306 आदि किस्में लोग तलाशते देखे गये। यहां तक कि बेेहतर गेहूं मानते हुए मध्यप्रदेश के गेहूं भी खरीदकर ला रहे है। ये गेहूं लाकर बेचने का धंधा पनपने लगा है।
किसान धीरे धीरे जागरूक होने लगा है। जौ एवं चने की पैदावार लेनी बंद कर दी है परंतु कभी बेहतर किस्में गेहंू की उपजाने वाला किसान अब दो प्रकार की किस्में उगाने लगे है। जहां बेचने के लिए अधिक पैदावार देने वाली तो खाने में प्रयोग के लिए कम पैदावार वाली तथा बेहतर मानी जाने वाली किस्म प्रयोग करता है। बेचे जाने के लिए अधिक अन्न की चाहत होती है और किसान उर्वरक आदि डालकर अधिक अन्न पैदा करके मंडी में बेच देता है परंतु अपने परिवार के लिए अलग से गेहूं की कम पैदावार देने वाली तथा खाने में बेहतर किस्म उपजाने लगा है।
जिला महेंद्रगढ़ के लोग बेहतर गेहूं की किस्में खाने के लिए रोहतक, रेवाड़ी, झज्जर आदि से मंगवा रहा है। कई जन मिलकर गेहूं की किस्म 283/306 आदि मंगवाते हैं। इन किस्मों को सामान्य किस्मों के मुकाबले दाम प्रति कुंतल 500 से 700 रुपये अधिक मिलता है।
कुछ वर्षों से गेहूं की बेहतर किस्में खाने के शौकीन अब मध्यप्रदेश से गेहूं मंगवाने लगे हैं। यहां तक कि एक धंधा पनपने लगा है कि मध्यप्रदेश के गेहूं मंगवाकर क्षेत्र में मिलने वाली गेहूं के दामों से एक हजार रुपये तक महंगा बेचा जाता है। बेशक उस गेहूं से कोई अतिरिक्त लाभ मिले या न मिले परंतु यह कहकर खाया जाता है कि यह साफ सुथरा है तथा इसकी चपाती रंग में सफेद बनती हैं। गृहणियां भी खाने में बेहतर किस्मों की ओर दौड़ती देखी गई।
मध्यप्रदेश से गेहूं मंगवाकर खाने वाले भीम सिंह ने बताया कि अधिक पैदावार देने वाले गेहूं की रोटियां एक-दो घंटों के बाद तोड़ पाना सरल नहीं हैं। बुजुर्ग एवं दांतों से कमजोर व्यक्ति इनका उपयोग नहीं कर सकता है। अब तो किसान भी खाने में दूसरा व बेचने में अपना गेहूं प्रयोग करने लगे हैं।
किसानों कृष्ण, योगेश एवं रोहित से संबंध में बात की गई तो उन्होंने बताया कि देसी गेहूं की किस्म से पैदावार कम मिलती है परंतु खाने में स्वादिष्ट है। यही हालात गेहूं 283 की है। इनके कनीना क्षेत्र में नरम मिट्टी होने से गिरने की समस्या होती है और किसान नहीं उगाते हैं।
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