खरीद के आठवें दिन 225 किसानों ने 9000 क्विंटल गेहूं बेचा
-सरसों का एक दाना भी नहीं आया
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कनीना। कनीना अनाज मंडी में बेशक सरसों की आवक नहीं हो रही हो किंतु गेहूं की आवक में तेजी आ गई है। अब तो रजिस्टर्ड किसान किसी भी दिन अपना गेहूं बेच सकते हैं। यही कारण है कि कनीना अनाज मंडी में खरीद के आठवें दिन 225 किसानों ने 9000 क्विंटल गेहूं बेचा। खरीद एजेंसी हैफेड के मैनेजर स्रतेंद्र यादव ने बताया कि अब तक 410 किसान गेहूं बेच चुके हैं और आज दिन तक कुल खरीद 18414 क्विंटल पहुंच चुकी है। एक ही दिन में 5000 बैग गेहूं की लिफ्टिंग की गई और कुल 7200 बैगों की लिफ्टिंग हो चुकी है। परंतु सरसों का एक दाना भी नहीं आ रहा है। गेहूं की सरकारी खरीद 1075 रुपये तो सरसों की सरकारी खरीद 4650 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित की गई है।
फोटो कैप्शन 10:कनीना मंडी में बैग पैकिंग करते श्रमिक।
आठ सालों की 67 मुकदमों में पकड़ी गई विभिन्न प्रकार की शराब को ड्यूटी मजिस्ट्रेट की अगुवाई में
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कनीना। थाना कनीना में वर्षों पुरानी भारी मात्रा में पकड़ी गई शराब को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार सत्यपाल सिंह की अगुवाई में डीएसपी कनीना व एसएचओ कनीना की टीम ने 2010 से लेकर 2016-17 तक के मुकदमों में पकड़ी गई शराब को जेसीबी द्वारा गड्ढा खोदकर खत्म कर दिया। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बताया जाता है कि 2010 से लेकर 2017-18 तक 67 मुकदमों में पकड़ी गई भारी मात्रा में शराब को उच्च अधिकारियों के आदेश अनुसार थाना कनीना प्रांगण में खत्म कर दिया गया है इस अवसर पर ड्यूटी मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार सत्यपाल सिंह, कनीना डीएसपी राजीव कुमार,एसएचओ उमर मोहम्मद के अलावा अन्य सामाजिक लोग उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 11: शराब का स्टाक समाप्त करते हुये।
कामगार यूनियन ने श्रम कानूनों के कोड की जलाई प्रतियां
-20 अप्रैल को जाएंगे पंचकुला प्रदर्शन पर
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कनीना। भवन निर्माण कामगार यूनियन ने प्रधान महाबीर सिह की अध्यक्षता में श्रम कानूनों में बदलाव को लेकर विरोध जताया तथा कनीना मंडी टी-प्वाइंट पर बनाये गये चार कोड की प्रतियां भी जलाई।
इस मौके पर यूनियन के शिव कुमार ने बताया कि श्रम से संबंधित44 कानूनों को बदल कर 4 कोड में तब्दील कर दिया है जिसका वे विरोध करते हैं। मजदूर संगठनों ने चारो कोड की प्रतियां जला कर विरोध जताया और सरकार को खुली चेतावनी देते हुये कहा कि भारत सरकार और हरियाणा की लेबर कोड, किसान कोड, सुरक्शा कोड ,वेतन कोड को पूंजीपतियों के हक में बदला जा रहा है।
उन्होंने किसानों के तीन कानूनों तथा 44 श्रम कानूनों पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि 20 अप्रैल को मजदूर अपने हकों को लेकर पंचकुला में भारी संख्या में पहुंचेंगे। इस मौके महाबीर सिह, शिव कुमार, इंद्र, ग्यारसी लाल, सीहोर ,बाबूलाल सीहोर, जोगेन्द्र, राजेश कनीना आदि आदि उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 8: श्रम कानूनों की प्रतियां जलाते श्रमिक।
सैकड़ों सालों से होलीवाला जोहड़ सहेजे हुए है भारी मात्रा में पानी
-कभी बावड़ी के रूप में होता था, अब भरा है गंदा जल
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कनीना। कनीना के रेवाड़ी मार्ग पर करीब 800 सालों से होलीवाला नामक जोहड़ पानी सहेजे हुए है। कभी साफ पानी भरा होता था किंतु अब यह गंदे पानी से भरा है। वर्तमान में काई/शैवाल जमा हुआ है और गंदा पानी महज रिचार्ज के काम आ रहा है। 30 सालों पहले इस जोहड़ में गर्मियों में स्नान किया जाता था तथा पशुओं को पानी पिलाया जाता था। गर्मियों के समय भारी भीड़ मिलती थी।
पूर्वजों के वक्त से कनीना के इस जोहड़ पर ही होलिका दहन किया जाता रहा है। ऐसे में जोहड़ का नाम होली के कारण होलीवाला पड़ा है किंतु वर्षों पूर्व इस जोहड़ के बीचोंबीच बड़ा रास्ता था। एक ओर का जोहड़ पीलिया जोहड़ तो दूसरी ओर का जोहड़ होलीवाला नाम से जाना जाता था। पीलिया जोहड़ का पानी अति साफ होने के कारण जन पीते थे। समय बीतता गया और जोहड़ के बीच का मार्ग भी पानी भरकर खत्म हो गया। अब केवल इसमें गंदा जल भरा हुआ है और यह समस्या बना हुआ है।
पूर्वजों के समय से ही यहां होली का दहन किया जाता रहा है। कभी बारिश का साफ पानी भरता था परंतु समय ने करवट ली और पालिका कनीना ने संपूर्ण कस्बा को दो भागों में बांटकर गंदा पानी जमा किया जाने लगा। आधे कस्बा का होलीवाला तो आधे कस्बा का कालरवाली जोहड़ में पानी इकट्ठा करके जल शोधित केंद्र तक ले जाया जाने लगा। एक समय ऐसा था कि इस जल को फसलों के लिए भी प्रयोग किया गया। मत्स्य पालन में परेशानी होने से यह कार्य बाधित रहा।
नगरपालिका ने इस जोहड़ के पास बोर करवाया है ताकि गंदा पानी भूमिगत होता रहे और जल स्तर में बढोतरी कर सके। गर्मियों में भी इसका पानी पर्याप्त मात्रा में मिलता है।
क्या कहते हैं डा मेहरचंद---
84 वर्षीय डा मेहरचंद बताते हैं होलीवाला जोहड़ सचमुच कनीनावासियों के लिए वरदान रहा है। कभी शुद्ध जल पीने के काम में लेते थे तो फिर मवेशियों को पिलाना शुरू किया। गर्मियों की तपिश मिटाने को इस जल में स्नान किया जाता था। आस पास पीपल के पेड़ होते थे जो टूट चुके हैं। बाद में यह जल दूषित हो गया। अब इस जल को रिचार्ज के काम में ही लेते हैं।
फोटो कैप्शन 9: होलीवाला जोहड़
साथ में डा मेहरचंद।
नाबालिग के साथ अश्लील हरकत करने वाले को पुलिस ने भेजा जेल
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कनीना। बुधवार को कनीना खंड के गांव की एक नाबालिग के साथ हुई अश्लील हरकत की घटना में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है।
पीडि़ता की दादी ने बताया कि बुधवार उसकी पोती घर पर अकेली थी और पड़ोस के एक लड़के ने उसके साथ अश£ील हरकत की जिसकी शिकायत पीडि़ता के परिजनों ने थाना कनीना को देकर मामले से अवगत कराया था। जिस पर पुलिस ने कड़ा संज्ञान लेते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर, मेडिकल परीक्षण करा कोर्ट में पेश कर दिया जहां कनीना न्यायाधीश ने उसे न्यायिक हिरासत भेज दिया। यहां गौरतलब है कि उक्त मामले में पुलिस द्वारा जल्द से कार्रवाई कर दोषी को गिरफ्तार करने पर क्षेत्रवासियों ने डीएसपी कनीना व पुलिस का आभार जताया है।
लावणी करने गए किसान की भैंस चोरी करने का मामला पहुंचा थाने तक
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कनीना। खंड के गांव खरखड़ाबास से एक व्यक्ति भैंस चोरी कर ले गया। पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
पीडि़त मिलाराम ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह और उसका परिवार अपने खेत में गेहूं की लावणी कर रहे थे जबकि भैंस प्लाट पर बांध रखा था। जिसे राजवीर नामक व्यक्ति खोल ले गया। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी भैंस कीमती है जिसको दिलवाया जाए और इस कार्य को अंजाम देने वाले व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाये।
विभिन्न गांवों के लोगों को डीएसपी कनीना ने किया संबोधित
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कनीना। क्षेत्र में किसी भी तरह के अपराध को पनपने नहीं दिया जाएगा और अमन चैन शांति बना कर रखी जाएगी। ये विचार कनीना डीएसपी राजीव कुमार ने गुरुवार कनीना थाने के तहत आने वाले विभिन्न गांवों के ग्रामीणों की बैठक को संबोधित करते हुए व्यक्त किये। इस अवसर पर कनीना डीएसपी ने कहा कि हमे सबको मिलकर कानून व्यवस्था को बनाकर रखना चाहिए और इसकी पूर्ण जानकारी रखनी चाहिए वही गांव में प्यार प्रेम और भाईचारा कायम रखना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले चुनावों में हमें शांतिपूर्वक ढंग से गांव में पंचायत चुनाव कराने चाहिए ताकि गांव में अमन चैन और भाईचारा खराब ना हो। वहीं डीएसपी कनीना ने ग्रामीणों को कानून व्यवस्था की जानकारी दी। उन्होंने ग्रामीणों को कहा कि क्षेत्र में किसी भी तरह के अपराध को व अपराधी को पनपने नहीं दिया जाएगा उसके लिए पुलिस बल 24 घंटे साथ है। गांव में अपराध पर अंकुश लगाने के लिए सभी के सहयोग की आवश्यकता है क्योंकि पुलिस व पब्लिक दोनों का परस्पर एक ही संबंध होता है। वहीं आपको जब भी पुलिस के सहयोग की आवश्यकता हो तो पुलिस द्वारा भी आपको सहयोग बिना देरी के दिया जाएगा। इस अवसर पर कनीना डीएसपी के साथ थाना प्रभारी कनीना व अन्य स्टाफ के अलावा निगरानी कमेटी के चेयरमैन मुनीलाल साहब, वरिष्ठ भाजपा नेता ठाकुर अतरलाल, भाजपा नेता एवं मोहनपुर के पूर्व सरपंच लक्खीराम के अलावा अन्य गांव के ग्रामीण उपस्थित थे।
गेहूं निकालते वक्त थ्रेसर में आए व्यक्ति की मौत
-पुलिस ने की कार्रवाई
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कनीना। गेहूं निकालते वक्त एक व्यक्ति की थ्रेसर में आ जाने से मौत हो गई। मिली जानकारी के अनुसार महेंद्र पाल निवासी ऊंचा गांव, उत्तर प्रदेश जो कनीना में एक व्यक्ति के पास मजदूरी करता था। वहीं गत दिवस गेहूं निकालते वक्त उसका शरीर थ्रेसर में आ गया और वह बुरी तरह घायल हो गया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वही प्रत्यक्षदर्शियों ने उक्त आशय की जानकारी कनीना पुलिस को देकर अवगत कराया जिस पर पुलिस ने मौके पर पहुंच मौके का मुआयना किया और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया वही 174 के तहत कार्रवाई दर्ज कर ली है।
नगर पालिका द्वारा डाले गए कूड़े में लगी चौथी बार आग
-गुरुवार को दो बार बुलाई गई फायर ब्रिगेड
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कनीना। कनीना की मानका वाली बणी में गुरुवार को चौथी बार नगर पालिका द्वारा डाले गए कूड़े कचरे में आग लग गई। फायर ब्रिगेड की दो बार गाडिय़ां बुलाई गई। पहली बार गाड़ी पानी समाप्त होने के बाद दूसरी बार गाड़ी को बुलाया गया। करीब 5 घंटों में कूड़े कचरे में लगी आग पर काबू पाया। बुधवार को भी फायर ब्रिगेड को बुलाया था।
फायर अधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि जगदीश चालक, सतीश कुमार और राकेश कुमार फायरमैन मौके पर पहुंचे जिन्होंने कड़ी मशक्कत करने के बाद जहां आग पर काबू पाया वहीं कुछ आग धधकती रह गई जिस पर पूर्ण रूप से बुझाने के लिए दूसरी बार भी गाड़ी को पानी से भर कर भिजवाया गया।
क्या कहते हैं राकेश कुमार फायर अधिकारी- राकेश कुमार बताते हैं कि करीब साढे 6000 लीटर पानी गाड़ी में आता है। अलग-अलग प्रेशर अनुसार पानी छिड़का जाता है। आधे घंटे में भी गाड़ी खाली की जा सकती है वहीं डेढ़ घंटे तक यह पानी चलाया जा सकता है।
क्या कहते हैं पालिका प्रधान सतीश जेलदार- पालिका प्रधान ने बताया कि नगरपालिका कूड़ा कचरा इकट्ठा करके पहले पीपल वाली बणी में गड्ढों को भरती थी किंतु वहां पर कुछ लोगों ने कोर्ट केस चला दिया। अब मानका वाली बणी में यह कूड़ा कचरा डाला जाता है। यहां अज्ञात कारणों से बार बार आग लग रही है जिससे पेड़ पौधों को जलने का खतरा बन जाता है। ऐसे में बार-बार फायर ब्रिगेड को बुलालाकर आग पर काबू पाया जाता है। अब तक चार बार गाड़ी को बुलाया जा चुका है।
फोटो कैप्शन 4: मानका वाली बणी में आग पर काबू पाने का नजारा।
सरकार द्वारा सभी रजिस्टर्ड किसानों के लिए किसी भी दिन गेहूं बेचने का आदेश जारी करने पर खुशी
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कनीना। सरकार द्वारा उन किसानों को जिनका रजिस्ट्रेशन हो रहा है, किसी भी दिन अनाज मंडी में आकर अपना गेहूं बेच सकने की सुविधा देना किसानों के हित में बताया है तथा किसानों ने खुशी जताई।
किसानों ने राजवीर, महिपाल, सुरेंद्र, देवेंद्र आदि ने बताया कि अब तक रजिस्टर्ड किसानों तक केवल संदेश आते थे। तत्पश्चात ही अपना अनाज बेचने के लिए अनाज मंडी जाते थे किंतु गत दिनों से सरकार द्वारा सभी रजिस्टर्ड किसानों को किसी भी दिन गेहूं बेचने की छूट दे दी है। उन्होंने सरकार का आभार जताया है।
कनीना में खरीद एजेंसी हैफेड के मैनेजर सतेंद्र यादव ने बताया कि कनीना क्षेत्र का गेहूं का उठान नारनौल भेजा जा रहा है। कनीना में किसी प्रकार की कोई बारदानें की कमी नहीं है। किसानों को सभी सुविधाएं दी जा रही है तथा किसान खुशी-खुशी अपना गेहूं बेचकर जा रहे हैं।
अपनी मांगों के समर्थन में नंबरदारों ने भेजा ज्ञापन
- तहसीलदार को दिया ज्ञापन
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कनीना। कनीना उपमंडल के विभिन्न नंबरदारों ने तहसीलदार नवजीत कौर के माध्यम से जिला उपायुक्त सहित उच्च अधिकारियों को ज्ञापन भेजकर उनकी मांगों को पूरा करने की गुहार लगाई है।
ज्ञापन में कहा गया है कि गांवों में आबयाना नहर की वसूली पट्टी नंबरदारों से करवाई जाए और गांव के नंबरदारों से ही रजिस्ट्री आदि में शिनाख्त करवाई जाए। किसी दूसरे गांव के नंबरदार शिनाख्त का काम नन करें।
ज्ञापन में कहा गया है कि 2018 में मुख्यमंत्री ने हिसार में घोषणा की थी कि सभी नंबरदारों को आयुष्मान कार्ड दिए जाएंगे तथा मोबाइल भी मिलेंगे किंतु अभी तक उन्हें दोनों चीजें नहीं मिली है। उन्होंने समय पर मानदेय भत्ता देने की मांग भी की। उन्होंने कहा कि नहरी पटवारी को सरकारी आदेश दे कि पट्टी के मुताबिक आसामियों का आबियाना पट्टी के नंबरदार को ही दिया जाए। पटवारी पुराने रिकार्ड के अनुसार अबियान नहर का देते हैं जिसमें उन्हें कठिनाई होती है। सभी गांव में खाली पदों पर नंबरदारों की नियुक्ति करवाई जाए। इस मौके पर वेद प्रकाश, जगदेव सिंह, ताराचंद मान सिंह सहित विभिन्न जन मौजूद थे।
सरसों की आवक मुश्किल
-घर घर जाकर खरीद रहे हैं व्यापारी सरसों
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कनीना। विगत वर्षों जहां सरसों की पैदावार सरकारी दरों पर बेचने के लिए मारामारी करनी पड़ी थी किंतु इस बार अभी तक न तो अनाज मंडियों में सरसों की कोई आवक हुई है और न लगता कि भविष्य में कोई आवक होगी। अभी भी खुली मंडियों में सरसों के भाव अधिक है जबकि सरकारी खरीद भाव कम हैं।
कारण है कि अब किसान तेल मिलों में अपनी पैदावार ले जा रहे हैं। बहुत से आढ़ती व्यापारी तथा तेल मिल मालिक इन किसानों के घरों से ही सरसों की पैदावार लेने लगे हैं।
कनीना मंडी में विगत वर्षों सदा ही सरसों की खरीद हुई है। यह पहला अवसर सरसों की पैदावार किसानों ने करीब एक माह पहले ही ले ली है किंतु अनाज मंडियों में बेचने के लिए नहीं आ रहे हैं। सरसों के सरकारी भाव जहां 4650 है जबकि खुली मंडियों में तथा घरों से व्यापारी 5200 रुपये तक खरीद रहे हैं। यही कारण है कि किसान इस बार केवल गेहूं बेचने के लिए मंडियों तक आ रहे हैं। सरसों बेचने के लिए अभी तक नहीं आ रहे हैं।
7 दिनों में हुई 9414 क्विंटल गेहूं की खरीद---
हैफेड कनीना की ओर से एक अप्रैल से गेहूं एवं सरसों की खरीददारी शुरू कर दी है। सात दिनों में 185 किसानों से 9414 क्विंटल गेहूं खरीदा है।
हैफेड मैनेजर सतेंद्र यादव ने बताया कि कनीना में गेहूं और सरसों की खरीद हैफेड द्वारा की जा रही है। जहां गेहूं 1975 रुपये तो सरसों 4650 रुपये प्रति क्विंटल खरीदा जा रहा है। चंडीगढ़ से गेहूं एवं सरसों बेचने वाले किसानों के पास संदेश आता है, उन्हीं को गेट पास मिलता है तथा वे अपना अनाज तथा फसल पैदावार बेच पाते हैं।
कनीना गेहूं एवं सरसों खरीद का ब्यौरा----
तिथि खरीदा गेहूं क्विंटल में किसानों की संख्या
01 अप्रैल 2021 27 01
02 अप्रैल 21 149 05
03 अप्रैल 21 81 02
04 इअप्रैल 21 खरीद नहीं हुई
05 अप्रैल 21 800 30
06 अप्रैल 21 2857 55
07 अप्रैल 21 5500 130
8 अप्रैल 21 9000 225
धीमी गति से खरीद---
गेहूं की खरीद धीमी गति से चल रही है। विगत वर्ष त्वरित गति से गेहूं बेचा गया था। भारी संख्या में किसान गेहूं एवं सरसों बेचने आ रहे थे किंतु इस बार अभी तक सरसों की का एक दाना भी नहीं खरीदा गया है। मैनेजर ने बताया कि सरकारी दर पर गेहूं एवं सरसों खरीदने का कार्य जारी है।
फोटो कैप्शन 01: कनीना मंडी में गेहूं की खरीद करती हैफेड एजेंसी।
घटती ही जा रही शहतूत की पैदावार
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कनीना। ग्रामीण क्षेत्रों में मिलने वाले शहतूत फल की आवक बाजार में कम हो गई है। अति मधुर एवं चंद दिनों के ग्रामीण फल बड़े ही चाव से खाए जाते हैं।
शहरी जन बेशक पसंद न करें किंतु ग्रामीण क्षेत्रों में बेहद चाव से खाए जाने वाले शहतूत फल की पैदावार कम हो पाने के कारण आवक घट गई है। एक वक्त था जब इन्हें रेहड़ी एवं ऊंटगाड़ी में डालकर गांवों में बेचा जाता था किंतु अब एक भी व्यक्ति इनको बेचकर रोटी रोजी कमाता नजर नहीं आता है। ये दो प्रकार के होते हैं खट्टे एवं मीठे। ये पौधे छाया भी प्रदान करता है तो फल भी।
इस संबंध में किसान राजेंद्र सिंह ने बताया कि मौसम की मार के चलते ये फल या तो झड़ गए हैं या फिर बहुत कम मात्रा में पक पाते हें जिसके चलते आवक घट गई है। इस संबंध में कृषि विस्तार अधिकारी डा देवराज का कहना है कि ये फल इस क्षेत्र में पर्याप्त मात्रा में होते हैं किंतु मौसम की मार पडऩे से झड़ गए हैं।
फोटो कैप्शन 2: ग्रामीण क्षेत्रों में चाव से खाया जाने वाला शहतूत फल।
सरकारी स्कूल
की छात्रा खुशी प्रदेश स्तर तक कमा चुकी है नाम
-दर्जनों बार प्रशासन ने उन्हें किया है सम्मानित
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कनीना। बेशक सरकारी स्कूलों पर छींटाकशी की जाती हो किंतु यहां के शिक्षक एवं विद्यार्थी किसी से कम नहीं हैं। सरकारी स्कूल की छात्रा खुशी जिसने प्रदेशभर में भारत जानों प्रतियोगिता में भी नाम कमाया है।
विगत दिनों भारत को जानो प्रतियोगिता में दक्षिण हरियाणा प्रांत का नेतृत्व करते हुए खुशी ने प्रांत में दूसरा स्थान पाया है। खुशी राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ,कनीना मंडी में 11वीं कक्षा में पढ़ रही है।
पहले भी हासिल हैं उपलब्धियां-
खुशी ने कक्षा 10 वीं में 94.6 फीसदी अंक लेकर विद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त किया था। प्रगतिशील शिक्षक ट्रस्ट, नारनौल द्वारा गीता जयंती पर आयोजित प्रतियोगिता में कनीना खंड में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव कुरुक्षेत्र द्वारा आयोजित गीता प्रश्नमाला/प्रश्नोत्तरी में जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया। हरियाणा शिक्षा बोर्ड भिवानी द्वारा आयोजित कोविड-19 अवेयरनेस क्विज में शानदार प्रदर्शन किया है।
खुशी मूल रूप से बसई गांव की रहने वाली है लेकिन पिछले पन्द्रह वर्षों से कनीना में रह रहे हैं। इनके पिता ब्रह्मानंद खिच्ची पड़तल के सरकारी स्कूल में शिक्षक हैं और माता लक्ष्मी देवी गृहणी है। सरकारी स्कूलों में इस प्रकार की प्रतिभा की चर्चा होती है। गत दिनों सीताराम विधायक ने उन्हें प्रदेश में भारत जानों प्रतियोगिता में दूसरा स्थान मिलने पर पुरस्कृत किया है। वे दर्जनों संस्थानों से सम्मानित हैं। आचार्य जगदीश की देखरेख में लंबे समय से भारत जानों प्रतियोगिता मेें भाग लेती आ रहरी है। उन्हें कहानियां पढऩे व वर्ग पहलेी हल करने का शौक है।
फोटो कैप्शन : छात्रा खुशी।
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