संतोष यादव पूर्व डिप्टी स्पीकर ने जूम मिटिग के माध्यम से अंबेडकर को याद किया
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कनीना। डाक्टर भीमराव आंबेडकर युग दृष्टा, वंचितों, दलितों, शोषितों, गरीबों, बेसहारा लोगों के मसीहा थे। वे भारत के सच्चे सपूत संविधान निर्माता थे। उन्होंने पूरे जीवन लोगों को सामाजिक न्याय दिलाने के लिए अपना जीवन समर्पित किया। मैं इन दो शब्दों के माध्यम से ये कहना चाहूंगी।
है वहीं सूरमा इस जग में जो अपनी राह बनाता है,
कोई चलता है पद चिन्हों पर, कोई पद चिन्ह बनाता है। ये विचार जूम ऐप के जरिये पूरे प्रदेश के लोगों से विचार शेयर किये।
डा साहब एक ऐसे युग पुरुष हुए हैं जिन्होंने देश व दुनिया को एक पंथी सोच व नया आयाम दिया। उन्होंने कई विषयों में एमए व पीएचडी की डिग्रियां प्राप्त की वो बौद्धिक स्तर पर उस समय के विश्व में छह जाने-माने बुद्धिजीवियों में शुमार होते थे । उन्होंने भारत की रुढि़वादी के खिलाफ खुला विद्रोह व संघर्ष किया। जातीय एवं छदम धार्मिकता का 1924 से 1935 तक पूर जोर विरोध किया तथा धार्मिक कट्टरपंथी विचारधारा को देश व जनता के हित में घातक करार दिया। उनकी इस नयी सोच व बुद्धिजीवी विचारधारा की वजह से संविधान का काम सौंपा व आजादी की लड़ाई के आंदोलन को नयी दिशा देने का कार्य किया। आज उनकी वजह से ही देश की शोषित एवं महिलाओं को उनके अधिकार मिल रहे हैं। उनके जहन में ये बखूबी समाया हुआ था कि जनतंत्र में लोगों की निष्ठा की नींव पर ही संविधान का सुंदर भवन खड़ा किया जा सकता है वो राष्ट्रवाद के पक्षधर थे। संकीर्णता के आधार पर निर्मित की गई जाति वर्ण व धर्म लोकतंत्र के लिए विशेष घातक है। 2004 में विश्व में सबसे बुद्धिमान व्यक्ति का सर्वे कोलंबिया यूनिवर्सिटी द्वारा किया गया जिसमें बाबा साहेब आंबेडकर को बुद्धिमान व्यक्तियों में सबसे ऊपर रखा गया। कोलंबिया यूनिवर्सिटी के सभागार में उनकी प्रतिमा स्थापित की गई। जिस पर लिखा गया सिंबल आफ नोलेज।
वे गरीबों के मसीहा थे। इस मौके पर ऐप्प से
मनदीप, विकास गोस्वामी, एडवोकेट तनुज, दामोदर गोस्वामी, सचिन महायच, योगेश कौशिक, प्रोफेसर प्रदिप, मोहन सिंह पार्षद, नीलम आदि जुड़े।
आकाश में छाए बादल
-किसान व व्यापारी चिंतित
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संवाद सहयोगी, कनीना। जहां मौसम विभाग के पूर्वानुमान अनुसार आकाश में बादल छा गए हैं। आगामी दिनों में भी यह बादल छाए रहेंगे। जिसको लेकर किसान चिंता में डूब गए हैं। एक और जहां किसान गेहूं की कटाई जोर शोर से जुट रहे हैं। जहां मजदूरों का अभाव होने से इस बार किसान बहुत परेशान है। मशीनों से कटाई करवा रहे वहीं हार्वेस्टर मशीन से गेहूं निकलवा रहे हैं वहीं दूसरी मशन पर खर्चा कर तूड़ी बनवा रहे है। यदि बारिश होती है तो खेतों में खड़ी गेहूं भीगने का अंदेशा बन जाता है। उधर कनीना मंडी में गेहूं की खरीद चल रही है। गेहूं को बारिश आदि से बचाने के लिए अतिरिक्त प्रबंध करने पड़ते हैं।
194 किसानों से खरीदा 9232 क्विंटल गेहूं
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कनीना। खरीद के 14वें दिन कनीना मंडी में बुधवार को 194 किसानों से 9232 क्विंटल गेहूं खरीदा गया। कनीना मंडी मंडी में सरसों का एक दाना भी अभी तक सरकारी खरीद बतौर नहीं खरीदा है।
विस्तृत जानकारी देते हुए खरीद एजेंसी हैफेड मैनेजर सतेंद्र यादव ने बताया कि अब तक 14 दिनों में 1789 किसानों ने 65498 क्विंटल गेहूं खरीद लिया है। जबकि 16200 बैगका
अकेले बुधवार को उठान किये गये जबकि अब तक कुल उठान 98900 बैग का हो चुका है। उन्होंने कहा कि खरीद के पुख्ता इंतजाम है और किसानों को सभी सुविधाएं दी जा रही हैं।
उच्च अधिकारियों की सख्ती के चलते सभी मिडिल तक स्कूल बंद
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कनीना। कनीना क्षेत्र में जहां निजी स्कूल सरकार के आदेशों की अवहेलना करते पहली से आठवीं कक्षा तक लगा रहे थे किंतु आदेशों का पालन न करने पर अब शिक्षा विभाग और अधिकारी सख्ती बरत रहे हैं।
विभिन्न स्कूलों में प्रतिदिन की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जा रही जिसके चलते विभिन्न निजी स्कूलों में एक से 8 तक की कक्षाएं बंद कर दी गई हैं। यद्यपि सरकार द्वारा लिए गए फैसले से निजी स्कूल संचालक मायूस हैं। उनका कहना है कि इसी वक्त किसान अपनी पैदावार लेकर उनकी फीस भरते हैं और स्कूल बंद रहने पर फीस भी आनी मुश्किल हो जाएगी। विगत वर्ष भी हालात बुरे रहे थे, लगता है फिर से विगत वर्ष वाले हालात बनेंगे और फिर से लंबे समय तक स्कूल बंद रहेंगे।
वैक्सीन देने का सिलसिला जारी
-कनीना,ककराला और भोजावास में दी गई वैक्सीन
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कनीना। एक और जहां कोरोना की मार बढ़ती जा रही है, प्रतिदिन कोरोना संक्रमित बढ़ रहे हैं वही कोरोना की वैक्सीन देने का सिलसिला भी जारी है। कनीना क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर कोरोना की वैक्सीन की जा रही है। जहां पहली डोज भी दी जा रही तो दूसरी डाज भी जारी है।
स्वास्थ्य निरीक्षक राजकुमार ने बताया कि भोजावास पीएचसी में के तहत कुल 138 पहली
वैक्सीन डोज तो 12 लोगों को दूसरी डोज दी गई। उधर कनीना के स्वास्थ्य निरीक्षक शीशराम ने बताया कि ककराला में 140 वैक्सीन दी गई जबकि कनीना के उप नागरिक अस्पताल में 69 लोगों को पहली जबकि 16 लोग दूसरी डोज दी गई। कनीना में जहां सुशीला एएनएम ने अपनी भूमिका निभाई वहीं ककराला में संतोष और सुशीला ने अपनी भूमिका निभाई।
उधर लोगों का रुझान वैक्सीन लेने की ओर बढ़ा है। ज्यों ज्यों कोरोना बढ़ रहा है लोगों का रुझान भी वैक्सीन की ओर बढ़ा है। यही कारण है कि अब वैक्सीन के लिए स्वयं चलकर लोग आ रहे हैं। डा धर्मेंद्र एसएमओ का कहना है कि बचाव में बचाए है। अपनी बारी पर कोरोना वैक्सीन ले तथा ऐतिहात के सभी नियमों का पालन करें ताकि महामारी से बचा जा सके।
फोटो कैप्शन 14: प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भोजावास में वैक्सीन देते डाक्टरों एवं कर्मियों की टीम।
60 मण तूड़ी और 30 मण कड़बी जलकर राख
-दोपहर पश्चात लगी अज्ञात कारणों से आग
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कनीना। कनीना उपमंडल के गांव पोता में बुधवार दोपहर पश्चात मंदिर के पास डाली गई तूड़ी और कड़बी में आग लग गई। तुरंत फायर ब्रिगेड महेंद्रगढ़ को सूचित किया। फायर ब्रिगेड के चालक राम सिंह तथा फायरमैन कुलदीप और महेंद्र मौके पर पहुंचे। करीब 2 घंटे कड़ी मशक्कत करने के बाद आग पर काबू पाया किंतु इस दौरान ओम प्रकाश किसान की करीब 60 मण तूड़ी जलकर राख हो गया वहीं हंसराज की करीब 30 मण कड़बी जलकर राख हो गई परंतु आसपास आग को फैलने से बचा लिया गया।
फोटो कैप्शन 12:पोता में आग पर काबू पाते अग्रिशमन अधिकारी एवं कर्मचारी।
सीबीएसई द्वारा 12वीं के परीक्षा टाले जाने पर मायूस हैं विद्यार्थी
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कनीना। क्षेत्र की विभिन्न शिक्षण संस्थानों से सीबीएसई स्कूलों में 12वीं कक्षा में पढऩे वाले विद्यार्थी सीबीएसई द्वारा परीक्षा को ऐन मौके पर टाले जाने से मायूस नजर आए। विगत वर्ष कोरोना काल में लाकडाउन में आनलाइन प्रशिक्षण पाकर मुश्किल से तैयारी की थी और अब जब परीक्षा के चंद दिन रह गए तब सीबीएसई ने परीक्षाएं टाल दी है जिसके चलते भविष्य में को लेकर विद्यार्थियों को चिंता सताने लगी है।
12वीं कक्षा में पढऩे वाले विद्यार्थी हर्ष से बात की उन्होंने कहा कि उन्होंने जैसे तैसे ट्यूशन आदि लगाकर अपनी पढ़ाई को पूर्ण करने के कगार पर पहुंच गया था और वृक्ष की ठीक-ठाक तैयारी हो चुकी थी। अब ऐन मौके पर परीक्षा टाल देने से उन्हें अपने भविष्य की चिंता सताने लगी है। ऐसे में वे आगे कैसे विभिन्न स्पर्धात्मक परीक्षाओं में बैठ पाएंगे और कब तक की परीक्षा होगी संशय बना दिया है।
बारहवीं कक्षा के अमीश कुमार का कहना है कि उन्होंने जी जान से मेहनत की थी। चाहे परीक्षा परिणाम कुछ भी आए परंतु वे नहीं चाहते थे कि परीक्षाएं टाली जाए। अगर परीक्षाएं टाली जानी थी तो पहले टाल देते ताकि वे टयूशन आदि पर पैसे नहीं लगाते। परिणाम स्वरूप दिनरात मेहनत का परिणाम उन्हें नहीं मिल पाया और वे मायूस है। उन्होंने या तो यह परीक्षाएं जल्द से जल्द कराने की मांग की है ताकि उनका पढ़ा हुआ विषय याद रहे या फिर इन्हें भी दसवीं की तरह रद्द करने की मांग की है।
सुमित कुमार का कहना है कि वे अपनी पढ़ाई समय निकालकर करते रहे हैं तथा आनलाइन पढ़ाई भी जारी रखी है जिसके परिणाम स्वरूप 4 मई से परीक्षा होने वाली थी। उनका सोना, उठना बैठना सब कुछ परीक्षाओं की तैयारी में लग रहा था। ऐसे में परीक्षा को टाल देना संशय में रख दिया है। अब भविष्य में कब परीक्षा होगी यह भी नहीं पता। उन्होंने बताया कि भविष्य में अधिक गर्मी पड़ेगी और गर्मी के समय में परीक्षा की तैयारी कर पाना भी कठिन हो जाएगा। ऐसे में उन्होंने यह परीक्षा हो सके जल्द से जल्द पूर्ण करवाने की मांग की है।
सुजल कुमार का कहना है कि सीबीएसई का यह कदम इस मौके पर उचित नहीं लगता। उनकी पढ़ाई पूरे चरम पर थी और परीक्षाएं टाल दी। ये परीक्षाएं रद़द कर देनी चाहिए थी।
फोटो कैप्शन: हर्ष, सुमित, अमीश, सुजल।
बैंक खाते से निकाले 16800 रुपये
-धोखाधड़ी का मामला दर्ज
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कनीना। कनीना उपमंडल के गांव गुढ़ा के कपिल नामक व्यक्ति के खाते से 16800 रुपये किसी ने दूसरे अकाउंट में डाल दिए हैं। उन्होंने कनीना पुलिस में शिकायत की है। कनीना पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मिली जानकारी अनुसार कपिल गुढ़ा निवासी ने पुलिस में कहा है कि उनके पास स्टेट बैंक आफ इंडिया का क्रेडिट कार्ड है जिसमें उनके खाते से 9 अप्रैल को 16800 रुपये किसी दूसरे खाते में ट्रांसफर कर लिए गए। धोखाधड़ी की जानकारी उन्हें 10 अप्रैल को पता चली किंतु अगले दिन रविवार होने के कारण सोमवार को बैंक में शिकायत की। तत्पश्चात इसकी शिकायत पुलिस में की। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
स्याणा में अतरलाल ने मनाई अंबेडकर जयंती
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कनीना। उपमंडल के गांव स्याणा में भारत रत्न डा भीमराव अम्बेडकर की जयंती मनाई गई। मुख्य अतिथि समाजसेवी ठाकुर अतरलाल एडवोकेट ने सैकड़ों ग्रामीणों के साथ बाबा साहेब के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि भेंट की। अध्यक्षता विक्रम एडवोकेट ने की।
अतरलाल ने बाबा साहेब की जयंती गांव - गांव में मनाने का आह्वान करते हुए गांव में जयंती समारोह आयोजित करने के लिए युवाओं का धन्यवाद किया। उन्होंने लोगों से डा भीमराव अम्बेडकर के शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो के विचारों को अपने जीवन में अपनाने की अपील की। उन्होंने केन्द्र व राज्य सरकार से प्राथमिक कक्षाओं के पाठ्यक्रम में बाबा साहब की जीवनी को शामिल करने की मांग की। उन्होंने कहा जिस तरह बाबा साहब के जीवन का उद्देश्य वंचित और दबे शोषित लोगों को न्याय समानता और आर्थिक आजादी दिलाने का था उसी प्रकार आज युवाओं को गरीब, किसान, मजदूर, अनुसूचित जाति के कल्याण के लिए काम करना चाहिए। बलबीर सिंह, मान सिंह, सूबेदार प्रताप सिंह, कैलाश सेठ, रामसिंह, सोमबीर, विक्रम, मनोज, कर्मबीर, मुकेश ने भी विचार व्यक्त किए। बाद में भंडारा आयोजित किया गया। गांव धनौन्दा में बसपा नेता ठाकुर अतरलाल के नेतृत्व में बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई।
फोटो कैप्शन 11: स्याणा गांव में बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर की जयंती पर श्रद्धांजलि भेंट करते हुए मुख्य अतिथि ठाकुर अतरलाल एडवोकेट।
भीमराव अंबेडकर एक सौ साल आगे की सोच लेकर चले थे-सतीश जेलदार
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कनीना। डा भीमराव अंबेडकर सौ साल आगे की सोच को लेकर चलते थे। ये विचार रामबास में डा भीमराव अंबेडकर की जयंती के उपलक्ष्य पर उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करते हुए वेद प्रकाश नंबरदार ने व्यक्त किये।
उन्होंने कहा कि डा भीमराव एक संपूर्ण व्यक्तित्व थे। नारी शक्ति की पहचान एवं समानता देने की उनकी सोच के कारण आज नारी को अधिकार मिले हैं। उन्होंने कहा कि दलित शब्द को अब दल हित समझा जाए तो बेहतर होगा। हर वर्ग, हर श्रेणी अपनी है, दलित कोई अलग श्रेणी नहीं है, इंसान अलग-अलग पैदा हुए हैं किंतु इंसानियत सभी की एक है।
उधर भीमराव अम्बेडकर चौक पर बाबा साहेब की आदमकद प्रतीमा पर पुष्प मालाएं अर्पित बाबा साहेब की 130वीं जयन्ती बड़े हर्षोल्लास से मनाई गई जिसमे नगरपालिका चेयरमैन सतीश जेलदार
ने कहा कि डा. भीम राव अम्बेडकर भारतीय संस्कृति के पुरोधा थे जिन्होंने शिक्षित, संगठित व एकता पर बल दिया। शिक्षा प्राप्त करने व यहां तक पानी के लिए भी उन्हें अनेक दिक्कतों का सामना करना पड़ा। उन्होंने अपने इस दर्द को महसूस करते हुए उच्च शिक्षा के आधार पर अपनी सोच को साकार रूप दिया। उन्होंने कहा कि गरीबों के मसीहा डा. भीम राव अम्बेडकर ने अपनी राह अपनी शिक्षा के आधार पर बनाई। आज वोट व शिक्षा का अधिकार उनके प्रयासों का ही परिणाम है । इस मौके पर रमन शास्त्री ने भी अपने विचार रखे। इस मौके पर डा.पवन कांगडा, पवन मिस्त्री,भानी साहब ,रामेश्वर पार्षद ,बलबीर, दलीप ,विजयपाल मास्टर, डीगराम,विक्की पार्षद, लोकेश,धर्म पाल, गोपीचन्द आदि मौजूद थे।
उधर भारत विकास परिषद् शाखा कनीना के अध्यक्ष ने अंबेडकर जयंती पर कहा कि हमें बाबा साहेब आंबेडकर के पदचिह्नों पर चलते हुए देश के विकास में अपना अपना योगदान देना चाहिए। मंडल अध्यक्ष अतर सिंह ने भी पुष्प अर्पित किए इस अवसर पर कंवर सैन वशिष्ठ, व्यापार मंडल अध्यक्ष महेश बोहरा, हरिराम मितल, देशराज, ओमप्रकाश, धनपत साहब, कृष्ण सिंह और भी काफी संख्या में लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 6 से 8: डा भीमराव अंबेडकर को रामबास एवं कनीना में पुष्प अर्पित करते हुए।
बाबा साहब की जयन्ती मनाई गई
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कनीना। एसडी विद्यालय ककराला में भीमराव अम्बेडकर की 130वीं जयन्ती के अवसर पर विद्यालय निदेशक जगदेव यादव, प्राचार्य महोदय एवं अन्य प्रबन्धन समिति सदस्यों ने भारत रत्न की फोटो पर पुष्प अर्पित कर उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनकी शिक्षाओं को विद्यार्थियों से साझा किया गया। विद्यालय निदेशक जगदेव यादव ने बताया कि बाबा साहब भीमराव आंबेडकर ने समाज के वंचित वर्ग को मुख्य धारा में लाने के लिए जीवन पर्यन्त संघर्ष किया। एक गरीब परिवार में जन्मे अम्बेडकर जी बचपन से ही आर्थिक परिस्थितियों व सामाजिक भेदभाव से जूझते रहे। जिसके कारण से हमेशा उन्होंने सामाजिक भेदभाव व छूआछूत के खिलाफ संघर्ष किया। समाज में समानता, स्वतन्त्रता एवं सभी के आगे बढऩे का मौका मिले इस प्रकार के महान कार्य किये जिसके कारण पूरा भारतीय समाज उनके श्रद्धेय हो गया।
संविधान प्रारूप समिति के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने भारतीयों के लिए एक मजबूत संविधान दिया जिसमें सभी को अवसर की समानता का अधिकार प्राप्त है। उनका सम्पूर्ण जीवन संघर्षपूर्ण रहा जिससे प्रत्येक नागरिक को संघर्ष करने की प्रेरणा देता है। वे स्वतंत्र भारत के पहले कानून और न्याय मंत्री बने। हम सभी को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए।
इस अवसर पर प्राचार्य ओमप्रकाश, वरिष्ठ सदस्य राजेन्द्र यादव, सीईओ आर एस यादव, वरिष्ठ विभाग के मुखिया पूर्ण सिंह, कनिष्ठ विभाग के मुखिया नरेन्द्र यादव, सुरेन्द्र कुमार चौहान, सुनील यादव एवं समस्त स्टाफ उपस्थित था।
फोटो कैप्शन 9: एसडी स्कूल के जगदेव यादव व स्टाफ आंबेडकर को याद करते हुए।
पांच हजार लोगों को जल संरक्षण की दिलवा चुकी है शपथ
-घर पर वर्षा जल संरक्षण एवं जल संरक्षण के किये हुये हैं प्रबंध
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कनीना। काउंसलर पिंकी यादव अब तक विभिन्न स्थानों पर जाकर लगभग 5000 लोगों को जल संरक्षण की जल संरक्षण की शपथ दिला चुकी हैं। जल संरक्षण शपथ के तहत पांच तरह की शपथ पिंकी यादव द्वारा दिलवाई जाती हैं। जल संरक्षण की शपथ से खासकर स्कूली बच्चों एवं ग्रामीण महिलाओं में बहुत जागृति उत्पन्न हुई हैं जिससे उन्होंने दैनिक जीवन में जल संरक्षण को महत्व मिलने लगा हैं। पिंकी यादव द्वारा दिलाई जाने वाली शपथ में-मैं अपने घर व बाहर पानी का ठीक तरह से सदुपयोग करूंगा और उसे व्यर्थ नहीं होने दूंगा। मैं व्यर्थ पानी को बाग, बगीचों, पौधों इत्यादि में उपयोग करूंगा।मैं बारिश के पानी को बचाने व जमीन में उसको डालने का हर प्रयास करूंगा। मैं अपने जीवनकाल में कम से कम 10 पौधे लगाऊंगा एवं उनका संरक्षण करूंगा।
मैं अपने जानकारों को जल व पेड़-पौधों का संरक्षण करने के लिए प्रेरित करूंगा।
वर्षा का जल भी सहेजती है-
जल संरक्षण हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है। हमें पूरी ईमानदारी और तन्मयता के साथ इसका निर्वहन करना चाहिए जैसे विचारों के साथ काउंसलर पिंकी यादव समाज के साथ-साथ घर पर रहकर भी जल संरक्षण का संदेश दे रही हैं। पिंकी यादव का कहना हैं कि हमारे दैनिक जीवन में जल संरक्षण करने के बहुत तरीके हैं। हमारे क्षेत्र में जल की समस्या बहुत ही गंभीर बन चुकी हैं ।
घर में जल से धोने की बजाय पौछा लगाते हुए भी पिंकी यादव जल को संरक्षित कर रही हैं। उनका कहना है कि हम सभी को जल बचाने के तरीकों को दैनिक जीवन क्रियाओं जैसे ब्रश करना,सेव करना ,नहाना एवं कपड़े धोना आदि में लगातार उपयोग में लाना पड़ेगा तभी यह मिशन सफल होगा। कपड़े धोने के बाद उस जल से पौछा लगाया जा सकता है। पिंकी यादव ने बताया कि घर में कपड़े धोने एवं बर्तन साफ करते वक्त का पानी भी पाइप द्वारा रिचार्ज बोर में भेजा जा रहा हैं ताकि भूमिगत जल स्तर को बढ़ावा मिल सकें।
काउंसलर पिंकी यादव कनीना ने जल संरक्षण पर अपील करते हुए कहा कि इसे समाप्त होने से बचाने के लिए सभी समाज के प्रबुद्ध लोगों एवं सामाजिक संस्थाओं को भरसक प्रयास करना पड़ेगा तभी इस समस्या से निपटारा मिल सकता हैं। पिंकी यादव द्वारा समय-समय पर घर के पास बने होद में वर्षा जल का संचयन भी जल संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। पिंकी यादव के अनुसार ग्रामीण परिवेश में वर्षा जल संचयन जल को रक्षित करने की अच्छी पहल हैं। वर्षा जल प्रवाह नाली और सीवर के माध्यम से बहता है और बर्बाद हो सकता है, उनका संग्रहण एवं उपयोग किया जा सकता है । वर्षा जल संचयन कर उस जल का उपयोग पिंकी यादव घर में उगाई गई सब्जियों एवं पेड़-पौधों में पानी देने में कर रही हैं। जिससे निश्चित रूप से जल का सदुपयोग होता है।
फोटो कैप्शन 4: घर में वर्षा जल संरक्षण के लिए बनाया गया स्टोर।
5 व 6: लोगों को जागरूक करते हुये पिंकी यादव।
बढ़ते ही जा रहे कोरोना संक्रमित
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कनीना। कनीना क्षेत्र में जहां विगत दिनों दर्जनों कोरोना संक्रमित मिले थे वही बुधवार को क्षेत्र में 15 कोरोना संक्रमित मिले हैं। जिनमें से कनीना के दो संक्रमित केस है।
मिली जानकारी अनुसार 12अप्रैल को जिन लोगों का सैंपल लिया गया था उनमें 20 वर्षीय खेड़ी का युवक, 43 वर्षीय कोटिया का जन, 36 वर्षीय ढाणा का व्यक्ति, 24 वर्षीय स्याणा का युवक, 30 वर्षीय पाथेड़ा का युवक, 45 वर्षीय मोहनपुर का युवक, 38 वर्षीय भडफ़ का जन, 22 वर्षीय दौंगड़ा का युवक, 14 वर्षीय मुंडियाखेड़ा का बच्चा, 60 वर्षीय स्याना का बुजुर्ग, 17 वर्षीय भडफ़ की युवती, 30 वर्षीय स्याणा का युवक, 35 वर्षीय कनीना का युवक, 4 वर्षीय कनीना का एक बच्चा तथा दो व्यक्ति सेहलंग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर बालरोड़ के लोग भी कोरोना संक्रमित मिले हैं। कनीना क्षेत्र में संक्रमितों को घर पर ही आइसोलेट कर दिया गया है।
उधर डॉ धर्मेंद्र यादव एसएमओ का कहना है कि नियमों का सख्ती से पालन करने से ही रोगों से छुटकारा पाया जा सकता है। उन्होंने कहा मास्क लगाना, सोशल डिस्टेंस बनाए रखने तथा हाथों को अच्छी प्रकार सेनिटाइजर से साफ करके ही रोग का समाधान संभव है। उन्होंने कहा कि लोग लापरवाही के चलते मास्क तक नहीं लगाते और यही कारण है कि लोग त्वरित गति से फैल रहा है।
घटा दिया है ब
णियों का आकार
-अतिक्रमण का शिकार हैं सभी बणिया
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कनीना। कनीना की सभी बणियों का आकार घटता ही जा रहा है। आधा दर्जन बणिया हैं जिनमें से कोई भी बणी अपने वास्तविक आकार से आधी भी नहीं बची है। सरकार एवं प्रशासन ने कभी इन बणिया की पैमाइश नहीं करवाई है। यही कारण है कि बणिया में पक्के मकान, ट्यूबवेल एवं अतिक्रमण करके पेड़ों को नष्ट कर दिया है वहीं जमीन को कब्जा लिया है।
कनीना में करीब छह बणिया होती थी जिनमें से रणास, पीपलवाली, बड़ी बणी, छोटी बणी, मानका आदि प्रमुख थी। जहां बड़ी बणी में शिक्षण संस्थान, वाटर स्टोर केंद्र, गौशाला, आवास बनने के अतिरिक्त चारों ओर से अतिक्रमण के चलते बस नाम की बड़ी बणी रह गई है। इस बणी में पेड़ों को भारी क्षति हुई है और अभी भी अतिक्रमण जारी है। उधर छोटी बणी का अस्तित्व ही समाप्त कर दिया है। रणास की बणी में कोई पेड़ नहीं बचा है तो मानका एवं पीपलवाली बणी अब सिकुड़ती जा रही हैं। इन बणिया में पेड़ों की अंधाधुंध कटाई, ट्यूबवेल, आवास बनाने तथा किसानों द्वारा अतिक्रमण के चलते आधी से भी कम रह गई हैं। नगरपालिका ने विगत दशकों से इन बणिया की न तो सुध ली है और न पैमाइश करवाई है। अगर सभी बणिया की सुध ली जाए तो प्राप्त जमीन को बोली पर छोड़कर करोड़ों रुपये की आय प्राप्त हो सकती है वहीं जंगली जीवों का संरक्षण हो सकता है।
कुछ जन अवैध पक्के मकान बनाकर बिजली कनेक्शन, पानी आदि सभी सुविधाएं लेकर के सरकार को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं।
मिली जानकारी अनुसार कनीना पालिका के करीब 335 कनाल 16 मरला जमीन कृषि योग्य है वहीं कोटिया गांव के पास रणास की बेणी(जंगल)32 कनाल पांच मरला है जहां सीवर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लग चुका है वहीं बड़ी बेणी करीब 800 कनाल की है जिसमें से 58 एकड़ डीएवी को 99 सालों के पट्टे पर, पांच एकड़ गौशाला के लिए तथा दस एकड़ वन विभाग एवं वाटर सप्लाई हेतु दिया हुआ है, 115 प्लाट भी बने हुए हैं। करोड़ों की लागत से कान्ह सिंह पार्क भी बना है। पीपलावाली बणी 125 कनाल, मानका वाली बणी 82 कनाल, दस मरला है। उधर धार्मिक स्थानों पर साधु संत दिनोंदिन अपना आवास बढ़ाते ही ले जा रहे हैं।
सभी बणियां चारों ओर से पेड़ काटकर संकीर्ण बना डाली हैं वहीं अवैध निर्माण करके बिजली पानी कनेक्षन भी ले रखे हैं। जंगली जीव लुप्त हो गए हैं वहीं जंगलों के एक सिरे से दूसरे सिरे तक आर पार देखा जा सकता है। इनकी पैमाइश करवाकर पौधारोपण करवाने की मांग बढऩे लगी है।
क्या कहते हैं पालिका प्रधान-
सतीश जेलदार पालिका प्रधान का कहना है कि सबसे प्रमुख मुद्दा कनीना के लिए यही है। इसके लिए उन्होंने बार बार पैमाइश करवाने की करवाने की बात कह चुके हैं तथा उच्चाधिकारियों को भी लिखित दे चुके हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही इस मुद्दे पर कार्रवाई की जाएगी।
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