स्टेशन मास्टर का हुआ तबादला
- दी गई विदाई पार्टी
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कनीना की आवाज। रेलवे स्टेशन कनीना खास के एसएस कंवरलाल शर्मा, एएसएम जतीराम मीणा तथा एएसएम प्रवीण कुमार का तबादला होने पर रेलवे स्टेशन पर विदाई पार्टी का आयोजन किया गया। विदाई पार्टी में रेलवे स्टेशन कनीना का स्टाफ उपस्थित रहा।
इस मौके पर सभी अधिकारियों की बेहतर तालमेल के लिए प्रशंसा की गई तथा नये स्टेशन पर उनका कार्य और बेहतर होने की कामना की गई। इस अवसर पर राजकुमार एचआई, राजेश कुमार बाबू, हेमराज, छाजू राम, सोमदत्त, सुरेश कुमार मित्तल, मोहनलाल, मदनलाल, गोविंद राम एसएचओ, जसवंत ़िसंह गार्ड आदि उपस्थित रहे। फोटो कैप्शन 13: विदाई पार्टी में स्टेशन मास्टर एवं अन्य।
22 मार्च से पुन: प्री-मानसून की गतिविधियां होंगी
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कनीना की आवाज। सशक्त पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से हरियाणा एनसीआर दिल्ली में पिछले दो दिनों से हल्की से मध्यम बारिश और तेज गति से हवाएं चलने और साथ ही कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि की गतिविधियों को दर्ज किया गया है शनिवार को हरियाणा के गुडग़ांव पलवल सोहना तावडू नूंह मेवात होडल सोनीपत एनसीआर दिल्ली में कुछ स्थानों पर मूसलाधार बारिश और ओलावृष्टि की गतिविधियों को दर्ज किया गया। जबकि आज जिला महेंद्रगढ़ रेवाड़ी चरखी दादरी भिवानी गुडग़ांव सोहना तावडू आदि स्थानों पर जबरदस्त तरीके से प्रभाव देखने को मिल रहा है आज इन जिलों और स्थानों। राजकीय महाविद्यालय नारनौल के पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी डॉ चंद्रमोहन ने बताया कि एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से उत्तरी मैदानी राज्यों पर प्री-मानसून गतिविधियां देखने को मिल रही है। जिसमें हल्की से मध्यम बारिश और तेज गति की हवाओं और गरज चमक के साथ कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि की गतिविधियों को दर्ज किया जा रहा है । 16 मार्च को सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ आगे बढ़ा और उसमें नया पश्चिमी मिलने से और शक्तिशाली हो गया है और जिसकी वजह राजस्थान के मध्य हिस्से पर एक प्रेरित चक्रवातीय सर्कुलेशन बना हुआ है अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी मिलने से इस मौसम प्रणाली को मजबूती मिलने से आज हरियाणा एनसीआर दिल्ली में दक्षिणी हिस्सों पर बारिश और तेज गति से हवाएं व गरज चमक के साथ कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि की गतिविधियों को दर्ज किया गया है। इस मौसम प्रणाली का आने वाले दो दिनों तक सम्पूर्ण इलाके पर प्रभाव देखने को मिलेगा इस लिए भारतीय मौसम विभाग ने सम्पूर्ण इलाके में येलो और आरेंज अलर्ट जारी कर दिया है। आज रात्रि को भी इस मौसमी प्रणाली का प्रभाव देखने को मिलेगा। 21 मार्च को मौसम प्रणाली आगे निकल जाएगी और पिछे पिछे एक नया ताजा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से 22-25 मार्च के दौरान हरियाणा एनसीआर दिल्ली में फिर से प्री मानसून गतिविधियों की संभावना बन रही है। लगातार मौसम प्रणाली द्वारा बारिश और बुंदाबांदी और तेज गति की हवाओं ओलावृष्टि और बादल वाही की वजह से सम्पूर्ण इलाके में तापमान में गिरावट दर्ज हुई है। आज हरियाणा एनसीआर दिल्ली में अधिकतर स्थानों पर अधिकतम तापमान 26.0 डिग्री सेल्सियस से 29.0 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया है आज अधिकतर स्थानों पर सामान्य से तापमान नीचे बने हुए हैं। जबकि जिला महेंद्रगढ़ में नारनौल और महेंद्रगढ़ का दिन का तापमान क्रमश 28.8 और 27.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है । जिला महेंद्रगढ़ में दिन का तापमान सामान्य से 4.0 डिग्री सेल्सियस गिरावट दर्ज हुई है। आज हरियाणा एनसीआर दिल्ली में अधिकतर स्थानों पर न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज हुई है अधिकतर स्थानों पर 12.0 डिग्री सेल्सियस से 16.0 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया है जबकि जिला महेंद्रगढ़ में नारनौल और महेंद्रगढ़ का न्यूनतम तापमान क्रमश: 15.2 और12.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।जो सम्पूर्ण इलाके में सामान्य से कम बनें हुए हैं। आज जिला महेंद्रगढ़ में नांगल चौधरी कनीना और महेंद्रगढ़ अटेली सतनाली में हल्की से मध्यम आकार की और कुछ स्थानों पर तेज़ गति से हवाएं चलने और गरज चमक के साथ ओलावृष्टि की गतिविधियों को दर्ज किया गया है।
कनीना क्षेत्र में जमकर बरसे बादल
-19 एमएम हुई की बारिश, फसल लेट गई, ओलावृष्टि भी हुई
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में विगत तीन दिनों से बादल छाए हुए थे और हल्की बूंदाबांदी हो रही थी किंतु रविवार को शाम के समय जमकर बादल बरसे। प्री-मानसून की लगातार आधे घंटे तक बारिश चली जो 19 एमएम रिकार्ड की गई। बारिश के कारण किसानों के चेहरे पर मायूसी छा गई है। काट कर डाली गई सरसों की फसल नष्ट होने के कगार पर पहुंच गई है वहीं गेहूं की खड़ी हुई फसल तेज आंधी और बारिश के चलते धरती पर लेट गई है। जिसमें नुकसान होने का अंदेशा बन गया है।
कनीना उपमंडल के गांव मोड़ी से कांता, अजय एवं गजराज सिंह, करीरा से महावीर एवं महिपाल सिंह तथा कनीना से सूबे सिंह, राजेंद्र सिंह, अजीत कुमार आदि ने किसानों ने बताया कि जमकर बारिश के साथ कुछ ओलावृष्टि भी हुई परंतु ओलावृष्टि बहुत कम थी। बारिश के साथ तेज आंधी आने से गेहूं की फसल धरती पर लेट गई है। जिसके चलते अब फसल में नुकसान होने का अंदेशा हो गया है। सरसों की काट कर डाली गई फसल भी मिट्टी में मिलने की उम्मीद बन गई है। पहले ही हो चुका है नुकसान-
पहले भी लगातार मौसम के बदलने से भारी नुकसान फसलों में हो चुका है। किसानों ने बताया कि विगत दिनों जहां पाला पड़ा था जिसने फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। जिसकी का मुआवजा किसान अभी तक मांग रहे थे कि अब बारिश होने से नुकसान हो गया है। यह प्री-मानसून की बारिश है। बारिश इतनी तेज थी कि सावन के माह जैसा झड़ दिखाई दिया। किसान बेहद मायूस और परेशान है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इस बार अधिक से अधिक मुआवजा गेहूं और सरसों की फसल में नुकसान कर दिया जाए ताकि भरपाई हो सके।
धीमी बारिश जारी-
समाचार लिखे जाने तक बारिश जारी थी। धीमी बारिश हो रही थी। आसमान में काले बादल अधिक बारिश होने को इंगित कर रहे थे।
फोटो कैप्शन 10, 11 एवं 12: कनीना क्षेत्र में विभिन्न गांवों में गेहूं की आंधी एवं बारिश से लेटी फसल।
10: बर्बाद फसल को देखकर रोता किसान।
मृत्यु एक अटल कड़वा सत्य है जिसे स्वीकार करना ही पड़ता है
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कनीना की आवाज। सर्व समाज मंच के अध्यक्ष और सामाजिक कार्यकर्ता राधेश्याम गोमला ने ढाणा निवासी मास्टर उदयसिंह के भाई प्रताप सिंह की पत्नी की हृदय गति रुक जाने से हुई असामयिक मृत्यु पर संवेदना व्यक्त करते हुए उक्त बात कही। प्रताप सिंह चंडीगढ़ में प्रशासनिक अधिकारी हैं। वे सपत्नीक अपनी ससुराल मामराज की ढाणी मिलने गए थे। जहां का हृदयगति रुकने से भगवती देवी का गत दिवस देहांत हो गया 7
राधेश्याम गोमला ने कहा कि हालांकि सम्पूर्ण सफल जीवन बिताकर जाने वाले की मृत्यु मोक्ष के समान होती है मगर असामयिक मौत तकलीफदेह दुखदाई और सदमा देने वाली होती है। मगर चाहे स्वाभाविक मृत्यु हो चाहे असामयिक, इस कडवी सच्चाई को तो सभी ने स्वीकारना ही होता है ,और स्वीकारने के अतिरिक्त कोई अन्य चारा भी नहीं है।
फोटो कैप्शन 6: राधेश्याम गोमला प्रताप सिंह की पत्नी की मृत्यु पर शोक जताते हुए।
पूर्व बीइओ का हुआ रामबास में सम्मान
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कनीना की आवाज। जिला प्रमुख डा. राकेश, मान सिह पूर्व बीइओ तथा मदन सिह रामबास गांव में पहुंचने पर समस्त ग्रामवसियों ने फूलमालाओं व पगडिय़ों के द्वारा स्वागत व अभिनन्दन किया गया।
कार्यक्रम रमन शास्त्री के चायपानी व आपस मे मिलने का था लेकिन कार्यक्रम एक सभा के रूप में परिवर्तित हो गया। सबसे पहले जिला प्रमुख को फूलसिह साहब ,वनवारी लाल पूर्व सरपंच द्वारा पगड़ी बाधी गई। उसके बाद सरपंच प्रतिनिधि पूर्व बार प्रधान कुलदीप एडवोकेट ने ग्राम की और से सभी का स्वागत व अभिनन्दन किया तथा एक मांगपत्र भी दिया। इस मौके पर जीवन राम पार्षद ने भी अपने विचार रखे व 20 हजार रुपये पौधारोपण के लिए रखे। सभा को मानसिह व रमन शास्त्री, हंसराज ने भी संबोधित किया।
बाद मे डा. भीमराव अम्बेडकर पार्क में बाबा साहेब की प्रतिमा पर फूलमाला अर्पित की और कहा की इनके दिखाए मार्ग पर चलना चाहिए समस्त देशवासियों को समता ,समान भाव लेकर आगे बढऩा चाहिए। उपस्थित लोगों ने पौधारोपण भी किया।इस अवसर पर सतबीर बोहरा ,इसराना सरपंच, उमेद पड़तल रोशनलाल इन्दोरा,राजेंद्र सिह पंच, सिकन्द्र पंच, डा.बिल्लू, महेन्द्र सिह ,भालाराम पंच, राकेश पंच, सन्दीप,सचिन, बलजीत मास्टर,कजप्टन विजय सिह ,राजेंद्र,विकास , व समस्त ग्रामपंचायत व सैकड़ों गांववासी मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 7: पूर्व बीइओ का सम्मान करते रामबास ग्रामीण।
धनौंदा निवासी पूर्व मुख्याध्यापक महावीर सिंह का निधन
-स्कूल में भी बनवाया था कमरा
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव धनौंदा निवासी पूर्व मुख्य अध्यापक महावीर सिंह का निधन हो गया। वे 2004 में भडफ़ से सेवानिवृत्त से सेवानिवृत्त हुए थे। वे अपने पीछे दो लड़कियां छोड़ गये हैं जो शादीशुदा है। उनके जवान पुत्र की पहले ही मौत हो चुकी है। उन्होंने धनौदा स्कूल में कमरे का निर्माण भी करवाया था। उनके पिता रामसिंह प्रसिद्ध नंबरदार रहे हैं। वहीं उनके भाई राजेंद्र नंबरदार हैं। उनके आकस्मिक निधन पर गांव लोगों ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। उनके अंतिम संस्कार में भारी संख्या में जन मौजूद थे।
फोटो कैप्शन: फाइल फोटो पूर्व मुख्याध्यापक महाबीर सिंह
राष्ट्रीय राजमार्ग पर कट की मांग को लेकर धरना सातवें दिन भी रहा जारी
-कई समाजसेवियों एवं नेताओं ने दिया समर्थन
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कनीना की आवाज। उपमंडल के गांव सेहलंग- बाघोत के बीच से गुजर रहे राष्ट्रीय राजमार्ग 152-डी पर कट के लिए 40 गांवों का अनिश्चितकालीन धरना रविवार को सातवें दिन भी जारी रहा। 9 मार्च 2022 को केंद्रीय मंत्रि सड़क परिवहन नितिन गडकरी ने सीएम मनोहर लाल खट्टर, डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला, केंद्रीय मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह की मौजूदगी में सेहलग-बाघोत कट को मंजूर किया था। उसके बाद केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री, सांसद, विधायक को ज्ञापन दिया जा चुका है व एक दिन का सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया था। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नही हुई। अब क्षेत्र के 40 गांवों के द्वारा पिछले 7 दिनों से कट की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार अपने वादे को अभी भी पूरा नही करती है तो सभी लोग आमरण अनशन व रोड़ जाम करने के लिए विवश होंगे।
आज के कार्यक्रम की अध्यक्षता हनुमान सिंह सेहलंग ने की। इस मौके परनसीब सिंह सरपंच नोसवा, दलवीर सरपंच चिडिय़ा, विनेश राणा वाइस चेयरमैन पंचायत समिति झोझू, विजय सेहलंग, पवन कुमार बीडीसी मेंबर सेहलंग, संदीप कुमार बीडीसी मेंबर पोता, हरिओम सरपंच पोता, ओमप्रकाश मास्टर, हिमत सिंह मास्टर ,राज पहलवान, समंदर प्रधान, राज सिंह पार्षद, विजय चेयरमैन, वीरपाल सरपंच, विकास सरपंच, सूबे नंबरदार स्याणा, कृष्ण कुमार सेहलंग, सुनील धर्मकांटा, ईश्वर सिंह, महावीर पहलवान, ओमप्रकाश पोता, राधेश्याम मास्टर जी पोता, सोनू तंवर, यादव सभा महेंद्रगढ़ ने भी आज संघर्ष समिति को पूर्ण समर्थन दिया इस अवसर पर यादव सभा महेंद्रगढ़ प्रधान अभयराम ,प्रोफेसर बस्ती राम,बाबू जगदीश पायेगा,संजय रिवासा, रोहताश सेके्रट्री, भूपेंद्र आर्य उप प्रधान यादव सभा महेंद्रगढ़ इसके अतिरिक्त प्रोफेसर प्रवीन कुमार व भारतीय जनता पार्टी महेंद्रगढ़ के प्रधान राकेश शर्मा ने भी संघर्ष समिति को अपना समर्थन दिया।
फोटो कैप्शन 5: कट के लिए धरना प्रदर्शन करते लोग।
विश्व गौरैया दिवस 20 मार्च
झोपड़ी लुप्त होने से लुप्त हो गई गौरैया
-इंसान से गहन संबंध रहा है गौरैया का
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कनीना की आवाज। ग्रामीण क्षेत्र में किसी समय इंसान के संग सैकड़ों गौरैया देखने को मिलती थी। इनके संग गहरा नाता होता था। इंसान जहां सुबह सवेरे उठता तो गौरैया उन्हें उठाती थी तथा उनकी झोपड़ी में जहां इंसान आराम करता गौरैया नजर आती थी। आज वह गौरैया और वो झोपड़ी गायब हो गए हैं। आज न तो ग्रामीण क्षेत्रों में झोपड़ी बची हैं और ना ही गौरैया को छिपने के लिए कोई ठिकाने बचे हैं। जहां भी देखें ऊंचे ऊंचे महल,उच्च वोल्टेज की बिजली की तारे, गर्मियों में पानी की कमी, दानों आदि में जहरीली दवाओं का होना, वृक्षों की कटाई के चलते ये गौरैया धीरे-धीरे लुप्त होती जा रही है। यूं ही इनकी संख्या घटती गई तो आने वाले समय में शायद धरती पर कोई गौरैया बच पाएगी। विश्व गौरैया दिवस पहली बार बीस मार्च 2010 में मनाया गया था। तब से, यह दिवस प्रत्येक वर्ष 20 मार्च को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य गौरैया के संरक्षण के प्रति लोगों में जागरूकता लाना है।
गोरैया के विषय में राजेंद्र सिंह, महेंद्र सिंह, कृष्ण कुमार, सुमेर सिंह आदि बताते हैं कि जब वे छोटे बच्चे होते थे तो पक्के मकान कम होते थे और कच्चे घर, झोपड़ी अधिक होती थी जिनमें गौरैया देखने को मिलती थी किंतु वर्तमान समय में गौरैया लुप्त होने के कगार पर हैं।
उधर पक्षी विशेषज्ञ रविंद्र कुमार का कहना है कि इंसान के क्रियाकलापों के चलते गौरैया घटती जा रही हैं। झोपडिय़ां जहां उनके छिपने के स्थान होते थे खत्म होने के बाद जहां वन जंगल धीरे-धीरे खत्म होते चले गए। यद्यपि गौरैया इंसान के ज्यादा समीप रहती थी किंतु इंसानों से दूर होने पर भी उन्हें कोई छुपने के ठिकाने नहीं मिले। वृक्षों को इतना काट डाला है कि उनके घोंसले के लिए स्थान नहीं मिलता, उनकी प्रजनन के लिए उचित वातावरण न मिलने से उनकी संख्या घटती जा रही है, विशेषकर गर्मियों में पीने के लिए उनको पानी नहीं मिलता वहीं दाने भी नहीं मिलते हैं। उनको उचित दाना पानी नहीं मिलने के कारण भी वे लुप्त हो गई है। साथ में इंसान बहुत अधिक जीव जंतु पालता है, ये जीव जंतु भी गौरैया के दुश्मन है। कभी गौरैया को विशेष रूप से बुलाकर उनको दाना पानी दिया जाता था। एक जमाना था जो मोर गौरैया एवं गीदड़ आदि आवाज लगाने पर हाजिर हो जाते थे। कनीना के प्रसिद्ध संत मोलडऩाथ अपने हाथों से मोर और गौरैया को दाने देते थे पानी पिलाते थे किंतु अब सभी लुप्त हो चुके हैं। क्योंकि इंसान की आदतों ने उनको दूर कर दिया है।
उनका कहना है कि गौरैया को हाउस स्पैरो जिसे पैसर डोमेस्टिका नाम से जाना जाता है। इसकी करीब 25 प्रजातियां पाई जाती है जो पूरे विश्व में फैली हुई हैं। यह प्रमुख रूप से इंसान के साथ मिलती है जो इंसान को चहचहाहट से जगाती थी आज चहचहाहट लुप्त हो गई है।
उधर डा देवराज वनस्पति शास्त्री ने बताया जलवायु में परिवर्तन और इंसान की छेड़छाड़ के चलते जीव जंतु लुप्त हो गए हैं जिनमें गौरैया भी एक है। अगर समय रहते इंसान नहीं चेता तो भविष्य में गौरैया धरती से लुप्त हो जाएंगी।
बीएमडी क्लब प्रधान लक्की सिगड़ा ने बताया कि गर्मियां शुरू हो गई हैं ऐसे में पक्षियों विशेषकर गौरैया को बचाने के लिए सिकोरे रखे जाने चाहिए। हमे शपथ लेनी चाहिए कि छतों एवं पेड़ों पर सिकोरे रखकर पक्षियों को बचाएंगे।
फोटो कैप्शन 5: पेड़ की शाखा पर बैठे पक्षी।
अचानक पड़ा कोहरा, लोग चकित
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कनीना की आवाज। जहां कनीना क्षेत्र में हल्की बारिश हुई, ठंड बढ़ी है वहीं कोहरा पड़ा है।
रविवार को सुबह उठते ही चारों ओर कोहरा दिखाई दिया जो दोपहर तक चला।
जहां किसान फसल कटाई में व्यस्त है, सरसों की लावणी चल रही है वहीं गेहूं की फसल पकने के कगार पर जा चुकी है तथा गेहूं की कटाई अप्रैल के प्रथम सप्ताह में होनी है। एक पखवाड़े के बाद गेहूं की फसल कटाई शुरू हो जाएगी किंतु मौसम आने करवटें बदल रहा है। कभी बारिश, कभी ठंड कभी गर्मी, कभी ओलावृष्टि तो कभी कोहरा पड़ रहा है। मौसम के बदलते तेवर के चलते किसान परेशान हो चले हैं। दिनभर रविवार को कोहरा पडऩे से वाहनों की गति धीमी हो गई।
फोटो कैप्शन 03: कनीना क्षेत्र में कोहरा।
पुराने डाकघर के पास पकड़ी 11 बोतल अवैध शराब
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कनीना की आवाज। कनीना पुलिस ने मुखबिरी के आधार पर कनीना के पुराने डाकघर के पास देवेंद्र उर्फ जोशी से 11 बोतल देसी शराब बरामद की हैं। मामला दर्ज कर लिया है।
शनिवार को कनीना में हुई एक एमएम बारिश
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में शनिवार को शाम के समय दो बार हल्की बारिश हुई जो एक एमएम मापी गई। बारिश के चलते किसानों की चिंता बढ़ गई है वहीं उनका काम भी अस्थाई रूप से रुक गया है। सरसों कटाई का काम जोरों पर चल रहा था किंतु बारिश होने से कटाई में बाधा पहुंची है। यद्यपि गेहूं की फसल को कोई नुकसान नहीं होगा किंतु सरसों निकालने वाले किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा है। अब ने सरसों कटाई का काम रोकना पड़ा है। किसानों का कहना है कि धूप खिलती है तो कल दोपहर बाद फिर से काम में जुट जाएंगे। किसानों की नजरें आसमान पर टिकी हुई है। लगातार हल्की बूंदाबांदी रुक-रुक कर हो रही है जिसके चलते उन्हें किसी अनहोनी की आशंका बनी है।
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