Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Monday, March 20, 2023

 
रबी फसल पैदावार लेते लेते हो चुका है दो बार नुकसान
-अंधड़, बारिश एएवं ओलावृष्टि ने पहुंचाया है 70 प्रतिशत तक नुकसान
-किसान बेहद मायूस, मुआवजे की मांग
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कनीना की आवाज। जहां विगत दिनों पाला एवं ठंड पडऩे से सरसों और गेहूं की फसल को भारी नुकसान पहुंचा था जिसके मुआवजे की मांग अभी चल ही रही है वही रविवार को अंधड़, बारिश और ओलावृष्टि ने रही सही कसर पूरी कर दी। जहां सरसों की फसल काट कर डाली हुई थी वो पानी में तैरती नजर आ रही है वहीं गेहूं की फसल धरती पर लिटा दी गई है। किसानों की सारी आशाओं पर पानी फिर गया है। अलग-अलग किसान अलग-अलग मात्रा में नुकसान आंक रहे हैं। जहां ओलावृष्टि हुई है वहां 70 फ़ीसदी तक नुकसान आंका जा रहा है बाकी बारिश से  40 30 से 40 प्रतिशत नुकसान बारिश का किसान बता रहे हैं।
 कनीना क्षेत्र में जहां गेहूं की फसल को धरती पर लिटा दिया गया है, उस पर ओलावृष्टि और बारिश ने गेहूं की फसल को मिट्टी में मिलाने में कसर नहीं छोड़ी है। वही सरसों की कटाई पूरे यौवन पर चल रही थी। काट कर डाली हुई फसल बिखर गई, मिट्टी में मिल गई तथा पानी खड़ा होने से काटकर डाली फसल में नुकसान हो रहा है। किसान बेहद परेशान है। उनकी मांग है कि विशेष गिरदावरी करवाई जाए और विशेष पैकेज मुआवजे के रूप में दिया जाए। किसानों से नुकसान के सिंबंध में चर्चा करते हैं तो रुआसे मन से कुछ शब्द बोल पाते हैं।
 कनीना के किसान सूबे सिंह का कहना है कि बड़ी आशा के साथ रबी फसल उगाई थी। कुछ कर्जा पूरा करने एवं नये काम करने की इच्छा थी किंतु पहले पाले ने और अब बारिश और ओलावृष्टि ने फसलों को नुकसान पहुंचाया है जिसे बयां कर पाना कठिन है। जिससे लगता है कि उनका इस वर्ष भी किसी का कर्जा चुकता नहीं किया जा सकेगा और नये काम रुक गये हैं।
अजीत कुमार का कहना है कि वे बच्चों की पढ़ाई फसल पैदावार से ही करते हैं किंतु इस बार लगता है किसी तक बच्चों की फीस दे पाना भी मुश्किल हो जाएगा। कर्जा लेने की नौबत बन गई है।
 महिपाल सिंह का कहना है कि किसानों की एकमात्र आशा रबी की फसल होती है। उस पर ही इंद्रदेव ने पानी फेर दिया है। अब तो हालात यह है कि गेहूं भी की कटाई भी महंगी हो गई है। मजदूर अधिक कटाई लेंगे वही सरसों भी फसल खेतों में पड़ी मिट्टी में मिल गई है।
 गजराज सिंह मोड़ी  का कहना है कि यूं ही बारिश और हो गई तो सारी सरसों खेतों में अपने आप बिखर जाएगी और एक दाना भी पाना मुश्किल हो जाएगा। उनका कहना है कि बारिश, अंधड़, पाला और सर्दी आदि ने बार-बार उनकी रबी की फसल को क्षति पहुंचाई है जिसके चलते अब किसी प्रकार के विशेष कार्य कर पाना संभव नहीं लग रहा है। किसानों की आय का स्रोत ही अब समाप्त होता नजर आ रहा है।
 किसान राजेंद्र सिंह का कहना है कि फसलों में इतना नुकसान हो गया है कि अब वे मुआवजे के अतिरिक्त कुछ नई सोच पा रहे हैं। अगर सरकार मुआवजा नहीं देती है इस बार उनकी रोटी रोजी के लाले पड़ जाएंगे। सारे रुके हुए कार्य भी अब रुके ही रह जाएंगे। उनकी फसल में इतना नुकसान हुआ है कि रोने से भी आंसू कम पड़ रहे हैं।
कनीना के खंड कृषि अधिकारी डा. मनोज कुमार ने बताया कि गेहूं में 30 से 40 फ़ीसदी नुकसान हो चुका है वहीं खड़ी हुई सरसों की फसल में 50 फ़ीसदी नुकसान हुआ है। काट कर डाली गई सरसों की फसल में 15 फ़ीसदी तक नुकसान हुआ है।
 उधर पूर्व विषय विशेषज्ञ डा देवराज का कहना है कि जो फसल धरती पर लेट गई उसमें कम से कम 20 फीसदी नुकसान हुआ है। हर प्रकार से बारिश नुकसानदायक है। बारिश का इस समय कोई लाभ नहीं है। ओलावृष्टि का तो भारी नुकसान पहुंचा है। उनका कहना है कि किसानों को बारिश ने भारी क्षति पहुंचाई है।
 फोटो कैप्शन 12 से 15: गेहूं की लेटी हुई ओलावृष्टि और अंधड़ से नुकसान दिखाते किसान फोटो कैप्शन 16 व 17: काटकर डाली गई सरसों की फसल में खड़ा पानी दिखाते किसान
 साथ में किसान सूबे सिंह, अजीत कुमार, महिपाल, गजराज सिंह, राजेंद्र सिंह।







राष्ट्रीय राजमार्ग पर कट की मांग को लेकर धरना आठवें दिन भी रहा जारी
-मिल रहा भारी जनसमर्थन
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कनीना की आवाज। उपमंडल के गांव सेहलंग- बाघोत के बीच से गुजर रहे राष्ट्रीय राजमार्ग 152-डी पर कट के लिए 40 गांवों का अनिश्चितकालीन धरना सोमवार को आठवें दिन भी जारी रहा। 9 मार्च 2022 को केंद्रीय मंत्री सड़क परिवहन नितिन गडकरी ने सीएम मनोहर लाल खट्टर, डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला, केंद्रीय मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह की मौजूदगी में सेहलग-बाघोत कट को मंजूर किया था। उसके बाद केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री, सांसद, विधायक को ज्ञापन दिया जा चुका है व एक दिन का सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया था। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नही हुई। अब क्षेत्र के 40 गांवों के द्वारा पिछले 8 दिनों से कट की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार अपने वादे को अभी भी पूरा नही करती है तो सभी लोग आमरण अनशन व रोड़ जाम करने के लिए विवश होंगे।
आज के कार्यक्रम की अध्यक्षता राज सिंह नौताना ने की। यह मुद्दा संतोष यादव ने केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड व केंद्रीय चुनाव समिति की सदस्य डॉ सुधा यादव के सम्मान समारोह में  नारनौल में भी गूंजा जिस पर केंद्रीय मंत्री से मिलकर इस कट को बनवाने की प्रार्थना की। इस पर डॉ सुधा यादव जी ने कहा कि इस समस्या का समाधान जल्द से जल्द कराने की कोशिश की जाएगी। आज हिंदू संगठन वीरभूमि खेड़ी तलवाना ने धरने को समर्थन दिया। इस मौके पर प्रदीप ठेकेदार, शिवकुमार, कुलदीप तंवर, सूबेदार धूम सिंह, सोनू ठेकेदार, रामनिवास तंवर,नरसिंह खेड़ी, बंसीलाल छितरौली, अनिल, नरवीर, माडू राम, सतवीर कोच जलालखेड़ा, धूपल गुर्जर ,हवा सिंह जांगड़ा बाघोत, हेमंत सेहलंग, हरीश भारद्वाज चेयरमैन बीआर स्कूल आदि मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 9: कट के लिए धरना प्रदर्शन करते लोग।   






रविवार का पानी अभी सूखा भी नहीं था फिर हो गई बारिश
- 6 एमएम बारिश हुई

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कनीना की आवाज। जहां रविवार को ओलावृष्टि, बारिश एवं अंधड़के चलते फसलों को तो नुकसान हुआ था वहीं सड़क और विभिन्न मार्गों पर पानी तालाब के रूप में खड़ा हो गया है जो अभी तक सूखा भी नहीं था फिर से सोमवार को बारिश हुई। समाचार लिखे जाने तक 6 एमएम बारिश हुई। जहां फसलों को भारी नुकसान हुआ है उसमें और भी नुकसान बढ़ता ही जा रहा है। प्री मानसून की बारिश के चलते  किसान अब इतने मायूस हो चुके हैं कि उनकी आंखों से आंसू आने लगे हैं। इंद्र देव से बारिश न करने की प्रार्थना कर रहे हैं। परंतु लगातार चार दिनों से आकाश में बादल छाए हुए हैं बीच बीच में बारिश हो रही है। जहां शनिवार को एक एमएम बारिश हुई, रविवार को 19 एमएम बारिश हुई तो सोमवार को 4 एमएम बारिश हो चुकी है। अभी आसमान पर काले बादल छाए हुए हैं। बहरहाल सड़कों पर पानी जमा होने से वाहन लोगों पर कीचड़ फेंकते नजर आए। विभिन्न मार्गों की जर्जर हालात होने के कारण जगह-जगह सड़कों पर गंदा पानी जमा हो गया है। आवागमन गंदे पानी से हो रहा है। कच्चे मार्गों की हालात और भी बदतर हो चली है जहां भारी मात्रा में पानी खड़ा हुआ है । वहां तक की पैदल यात्री भी गंदे पानी से होकर गुजरने को मजबूर हो रहे हैं।
 फोटो कैप्शन 10: सड़कों पर खड़ा गंदा पानी तालाब के रूप में तथा
11: आकाश में छाए बादल और हो रही बारिश।




विशेष गिरदावरी के लिए किसानों ने  तहसीलदार के मार्फत भेजा ज्ञापन
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र के करीब एक दर्जन गांवों के किसानों ने तहसीलदार कनीना के मार्फत मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर विशेष गिरदावरी करवाकर फसल का मुआवजा देने की मांग की है।
 उपमंडल कनीना के 7-8 गांवों में भारी ओलावृष्टि ,अंधड़ एवं बारिश से गेहूं और सरसों की फसल को नुकसान हुआ है जिसकी गिरदावरी करवाने की मांग की है। ज्ञापन सुरेश कुमार सरपंच प्रतिनिधि, बलवान सिंह आर्य सरपंच प्रतिनिधि छितरोली, कंवर सिंह नंबरदार उन्हाणी, सत्यनारायण छितरोली, केवल सिंह सीहोर सुखबीर सिंह चेलावास आदि ने नायब तहसीलदार के मार्फत भेजे ज्ञापन में कहा गया है कि गांव छितरौली, सीहोर, धनौंदा, झाड़ली, उच्चत, कनीना एवं चेलावास गांवों में विशेष गिरदावरी करवाई जाए। 19 मार्च को शाम के समय भारी ओलावृष्टि, वर्षा और अधड़ ने 70 फीसदी तक फसल को नुकसान पहुंचा दिया है। ज्ञापन लेकर तहसीलदार ने मुख्यमंत्री तक पहुंचा दिया है।
फोटो कैप्शन 8:  तहसीलदार को ज्ञापन देते किसान।







कनीना बार एसोसिएशन ने भेजा मुख्य न्यायाधीश को ज्ञापन
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कनीना की आवाज। कनीना बार एसोसिएशन के समस्त पदाधिकारियों एवं अधिवक्ताओं ने एक ज्ञापन मुख्य न्यायाधीश पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय चंडीगढ़ को भेजा है। ज्ञापन में कहा गया है कि बार एसोसिएशन कनीना का गठन 2016 में हुआ था। यहां अदालत अगस्त 2016 से लगातार न्याय न्याय करती आ रही है।  इस समय 55 गांव न्यायालय के आधीन आते हैं और न्यायिक परिसर में 5582 वाद विचाराधीन हैं। हर मंगलवार को पारिवारिक न्यायालय लगता है। जहां पारिवारिक वाद भी हमारे यहां पर विचाराधीन है। ज्ञापन में कहा गया कि 7 साल बीत चुके लेकिन आज तक न तो न्यायिक परिसर भवन का निर्माण हुआ है और न ही अधिवक्ताओं के चैंबर व्यवस्था की गई है। विषम परिस्थितियों में काम कर रहे हैं।
 उन्होंने कहा है कि न्यायिक अधिकारी और अधिवक्ता दोनों दयनीय हालात में कार्य करने को मजबूर है। न्यायिक अधिकारियों के पास सुचारू रूप से कार्य करने के लिए जगह नहीं वहीं अधिवक्ताओं के लिए मिसल मायना करने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है। टीन शेड में बारिश, गर्मी  और सर्दी में हर प्रकार के विपरीत परिस्थितियों में कार्य करने को मजबूर हैं। 3 साल पहले न्यायमूर्ति हरिपाल वर्मा ने न्यायिक परिसर का निर्माण का शिलान्यास किया था लेकिन आज तक कोई कार्य नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि सचिवालय का कार्य आधा पूर्ण हो चुका है। उन्होंने यह भी कहा है कि कोसली में वादों की संख्या कम होते हुए भी भवनों का निर्माण हो चुका है।
उन्होंने तुरंत न्यायिक परिसर एवं वकीलों के लिए चेंबर के निर्माण की मांग की है। उन्होंने एक पति इस संबंध में जिला एवं सत्र न्यायाधीश नारनौल को भी एक प्रति भेजी है।
फोटो कैप्शन 6 : कनीना न्यायाधीश के मार्फत ज्ञापन भेजते बार एसोसिएशन पदाधिकारी कनीना।








सूनी पड़ी पड़ी है कनीना की अनाज मंडी
-अभी तक कोई आवक नहीं हुई, आवक में होगी देरी
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कनीना की आवाज। यद्यपि हरियाणा सरकार ने 5450  रुपये प्रति क्विंटल सरसों जबकि गेहूं 2135 रुपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदने का एमएसपी निर्धारित किया है किंतु कनीना अनाज मंडी में अभी तक सरसों और गेहूं की कोई आवक शुरू नहीं हुई है। जहां कनीना में इस बार 20000 हेक्टेयर पर सरसों की बिजाई की गई है जबकि 10000 हेक्टेयर गेहूं की बिजाई की गई है।
 दोनों ही फसलों पर पहले पाले की मार सहन कर चुकी हैं और अब आंधी, बारिश एवं ओलावृष्टि का कुप्रभाव पड़ा है जिसके चलते इस बार गेहूं और सरसों अनाज मंडी में देरी से आने की संभावना है। यद्यपि मौसम खुला होता तो अब तक सरसों की आवक हो चुकी होती किंतु मौसम की मार और प्री-मानसून अधिक होने के कारण फसलों को भारी क्षति पहुंची है। कनीना में करीब 40 आढ़ती सरसों एवं गेहूं आने का इंतजार कर रहे हैं। साल में दो बार अनाज मंडी में आवक होती है किंतु अभी तक रबी फसल पैदावार की कोई आवक शुरू नहीं हुई है।
फोटो कैप्शन 7: सूनी पड़ी कनीना अनाज मंडी।







जल संगोष्ठी आयोजित हुई
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कनीना की आवाज। उपमंडल के गांव खेड़ी तलवाना में विश्व जल दिवस के उपलक्ष्य में जल संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
आयोजन  में  जल एवं स्वच्छता सहायक संगठन से खंड संसाधन संयोजक मोहित कुमार ने मुख्य अतिथि के रू में शिरकत की उन्होंने उपस्थित जनों को जल संकट को गंभीरता से लेते हुए।
 पेयजल के संरक्षण, भूमिगत जल रिचार्ज, बारिश के पानी का संग्रहण, नल पर टूटी लगाने के लिए जागरूक किया।
फोटो कैप्शन 3: जल बचाने के लिए जागरूक करते मोहित एवं अन्य।








कनीना स्कूल में मनाया विश्व स्वास्थ्य दिवस
-डा जितेंद्र मोरवाल थे रहे मुख्य अतिथि
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कनीना की आवाज। कनीना के राजकीय प्राथमिक पाठशाला तथा राजकीय प्राथमिक पाठशाला ढाणी में बच्चों के दांतो से संबंधित बीमारियों के बारे में विश्व स्वास्थ्य दिवस पर बीमारियों से जानकारी के बारे में विस्तार से समझाया गया। जानकारी कनीना के उप नागरिक अस्पताल के डॉक्टर जितेंद्र मोरवाल ने दी।
 उन्होंने मुख से दांतों की होने वाली बीमारियों से बचाने के तरीकों के बारे में विस्तार से समझाया। इसके साथ ही जाग तो जितेंद्र मोरवाल ने बच्चों को स्वास्थ्य स्वस्थ खान-पान सही तरीके से ब्रश करना समझाया। उन्होंने दोनों स्कूल में उपस्थित करीब 250 विद्यार्थियों को टूथब्रश पेस्ट भी वितरित किए।उन्होंने कहा कि अगर स्वास्थ्य की सही समय पर जानकारी मिल जाये तो बीमारियों से बचा जा सकता है वरना भविष्य में बीमारी घर कर जाएंगी और समस्या बनकर रह जाएगी। उन्होंने दांतो और के बारे में जागरूक किया। इस कार्यक्रम में लखपत सिंह दंत सहायक, राजेश कुमार, सुनील कुमार, सुशील कुमार, अनीता यादव शिक्षिका, राज सिंह, नरेश कुमार, सुधीर कुमार सहित समस्त स्कूल स्टाफ उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 4: डा मोरवाल मुख स्वास्थ्य की जानकारी देते हुए।








152-डी पर कट के लिए एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
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कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152 ष्ठ पर बाघोत- सेहलंग के बीच कट के 40गांवो के चल रहे अनिश्चितकालीन धरने के आठवें दिन आज लिए संघर्ष समिति द्वारा महावीर पहलवान बाघोत के नेतृत्व में एसडीएम कनीना के नाम तहसीलदार कनीना को एक ज्ञापन सौंपा गया जिसमें एसडीएम के माध्यम से हरियाणा सरकार व राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से यह मांग की गई है कि 152-डी पर माननीय गडकरी द्वारा मंजूर की गए कट को यथाशीघ्र प्रारंभ कराया जाए। ताकि इसी क्षेत्र के 40 से अधिक गांवों के लोगों को इसका फायदा मिल सके और यहां की औद्योगिक , शैक्षणिक संस्थान व धार्मिक स्थलों आदि सभी को इस  राजमार्ग का फायदा हो सके। ज्ञापन सौंपने  वालों में महावीर पहलवान बाघोत, बलवान सरपंच छितरोली, एडवोकेट पवन, एडवोकेट विकास, रामनारायण पंच, कैलाश, राम रतन जेई गोमली, सुंदर पाथेड़ा, रामकिशन पूर्व सरपंच कोटिया, रामनिवास बंसल सरपंच तलवाना, डॉ विक्रम सिंह आदि उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 5: एसडीएम के नाम ज्ञापन सौंपते राष्ट्रीय मार्ग पर कट चाहने वाले।








किसानों की फसल खराब होने का दिया जाये मुआवजा
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कनीना की आवाज। बसपा नेता अतरलाल एडवोकेट ने रविवार को इलाके में तेज अंधड़, बरसात और ओलावृष्टि से किसानों को हुए नुकसान का मुद्दा उठाते हुए राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन से तत्काल सर्वे करवाकर पीडि़त किसानों को पचास हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजा देने की मांग की है।
     मुख्यमंत्री  और जिला उपायुक्त को ज्ञापन भेजकर उन्होंने कहा है कि भारी बरसात और ओलावृष्टि से किसानों को भारी धक्का लगा है। यदि राज्य सरकार ने तत्काल राहत पैकेज तथा मुआवजे की घोषणा नहीं की तो किसानों के भूखे मरने की नौबत आ जाएगी। इलाके के अनेक गांवों के किसानों ने फोन करके और सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें अपनी पीड़ा बताई है। गांव स्याणा,नौताना, सेहलंग, पोता, बाघोत, रामबास, कपूरी, ककराला, गाहड़ा, मानपुरा, ढाणा, धनौन्दा, खरकड़ा बास, अगिहार, पाथेड़ा, भडफ़, कोटिया, करीरा, सीहोर, गुढा, कैमला, खेड़ी, तलवाना, मोहनपुर, पड़तल, गोमला आदि गांवों में ओलावृष्टि और तेज हवाओं से बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है। भारी ओलावृष्टि के कारण खड़ी गेहूं की फसल जहां नष्ट हो गई है वहीं कटाई कर के खेतों में इकट्ठा





























की गई सरसों की फसल में भी नुकसान हुआ है। खड़ी हुई सरसों की फसल ओलावृष्टि के कारण पूरी तरह से नष्ट हो गई है। पहले जबरदस्त ठंड और पाले की वजह से फसलों में बहुत नुकसान हो गया था और अब रही सही कसर ओलावृष्टि ने पूरी कर दी।
अतर लाल ने कहा कि कुदरती कहर की वजह से किसान सदमे में हैं ।हरियाणा सरकार को तत्काल स्पेशल गिरदावरी के आदेश जारी करके प्रभावित किसानों को पचास हजार रुपए प्रति एकड़ की दर से मुआवजा की घोषणा करनी चाहिए ताकि किसानों को कुछ सहारा मिल सके। इसके अतिरिक्त सरकार को किसानों के अल्पावधि कृषि ऋण भी माफ करने की घोषणा करनी चाहिए।








आठवीं,1300 किलोमीटर की दो दिवसीय शहीद स्मारक यात्रा करेंगे मदन मोहन कौशिक
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 कनीना की आवाज। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अगिहार में अंग्रेजी के प्रवक्ता तथा ग्राम झगड़ोली निवासी मदन मोहन कौशिक महेंद्रगढ़ के राव तुलाराम चौक से शहीद ए आजम भगत सिंह की समाधि हुसैनीवाला जिला फिरोजपुर भारत-पाकिस्तान सीमा  तक की दो दिवसीय बाइक  यात्रा की शुरुआत बृहस्पतिवार 23 मार्च को प्रात: पांच  उनके बलिदान दिवस पर करेंगे। अपनी यात्रा की जानकारी देते हुए मदन मोहन कौशिक ने बताया कि उनकी यात्रा महेंद्रगढ़ दादरी,कलानौर, जींद, नरवाना, संगरूर, बरनाला मोगा के रास्ते  फिरोजपुर व हुसैनीवाला पहुंचेगी, जहां आजादी के महान क्रांतिकारियों भगत सिंह राजगुरु और सुखदेव के अलावा भगत सिंह की मां विद्यावती देवी  की समाधि पर तथा भगत सिंह के अभिन्न मित्र बटुकेश्वर दत्त की समाधि पर  भी श्रद्धा सुमन अर्पित किए जाएंगे तथा शाम को हुसैनीवाला बार्डर पर बीएसएफ की परेड का भी अवलोकन किया जाएगा उनकी यात्रा वापसी में तरनतारन अमृतसर जालंधर लुधियाना,भगत सिंह के पैतृक गांव खटकड़ कला,सरहिंद, चंडीगढ़ अंबाला पानीपत रोहतक होते हुए महेंद्रगढ़ प्रस्थान करेगी तथा जलियांवाला बाग के शहीदों को अमृतसर में तथा सरहिंद  के पवित्र गुरुद्वारे में सिखों के दसवें गुरु गुरु गोविंद सिंह के छोटे साहिबजादों फतेह सिंह और जोरावर सिंह  को नमन किया जाएगा।
फोटो कैप्शन 02: मदनमोहन कौशिक भगत सिंह की समाधि पर नमन करते हुए। विगत वर्ष उनकी यात्रा की फाइल फोटो




 स्टेशन मास्टर का हुआ तबादला
- दी गई विदाई पार्टी
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कनीना की आवाज। रेलवे स्टेशन कनीना खास के एसएस कंवरलाल शर्मा, एएसएम जतीराम मीणा तथा एएसएम प्रवीण कुमार का तबादला होने पर रेलवे स्टेशन पर विदाई पार्टी का आयोजन किया गया। विदाई पार्टी में रेलवे स्टेशन कनीना का स्टाफ उपस्थित रहा।
 इस मौके पर सभी अधिकारियों की बेहतर तालमेल के लिए प्रशंसा की गई तथा नये स्टेशन पर उनका कार्य और बेहतर होने की कामना की गई। इस अवसर पर राजकुमार एचआई, राजेश कुमार बाबू, हेमराज, छाजू राम, सोमदत्त, सुरेश कुमार मित्तल, मोहनलाल, मदनलाल, गोविंद राम एसएचओ, जसवंत  गार्ड आदि उपस्थित रहे। फोटो कैप्शन 13: विदाई पार्टी में स्टेशन मास्टर एवं अन्य।

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