Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Saturday, March 25, 2023

 

स्याणा गांव के लोगों ने सौंपा मंत्री अनूप धानक को ज्ञापन
-ओलावृष्टि से हुए नुकसान की भरपाई की मांग की
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव स्याणा के किसानों ने अनूप धानक आपदा प्रबंधन एवं श्रम मंत्री हरियाणा सरकार को ज्ञापन सौंपकर क्षेत्र में वर्षा और ओलावृष्टि से भी भारी नुकसान का मुआवजा देने की मांग की है।
 मिली जानकारी के अनुसार अनूप धानक मंत्री स्याणा, दुधवा, चांगरोड, चिडिय़ा आदि गांवों में हुए नुकसान की जानकारी के लिए पहुंचे थे। तभी स्याणा गांव की सीमा पर स्याणा के लोगों ने एक ज्ञापन उनको दिया। जिसमें कहा गया है कि ओलावृष्टि और वर्षा से एक सप्ताह से लगातार नुकसान हो रहा है। उन्होंने नुकसान की गिरदावरी  करवाकर अधिक से अधिक मुआवजा दिलवाने की मांग की।
 इस मौके पर मंत्री ने किसानों के नुकसान के बारे में जानकारी प्राप्त की। ज्ञापन में स्याणा के वीरपाल ,गजराज, जयप्रकाश ,राकेश कुमार वासुदेव, जसवंत, श्रीभगवान ,राजेंद्र सिंह, ओमप्रकाश, वीरेंद्र सिंह, सोमदत्त आदि सहित विभिन्न लोगों ने हस्ताक्षर करके ज्ञापन दिया है। मंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया कि जल्द ही गिरदावरी करवाकर मुआवजा दिया जाएगा।
 फोटो कैप्शन 5: मंत्री अनूप धानक को ज्ञापन सौंपकर बात करते हुए स्याणा के लोग









वर्षा और ओलावृष्टि लगातार कर रही फसलों को बर्बाद
-70 फीसदी फसल हो गई बर्बाद
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कनीना की आवाज।  कनीना उपमंडल के 55 गांवों में लगातार वर्षा और ओलावृष्टि फसलों को बर्बाद कर रही है। जहां एक ओर ठंड एवं पाले से भारी नुकसान हुआ था। उसके बाद लगातार 35 एमएम बेमौसमी वर्षा हो चुकी है जिसने भारी नुकसान पहुंचाया है और ओलावृष्टि ने जमकर तबाही की है। अभी भी नुकसान होने का क्रम जारी है।
खेतों में काट कर डाली गई फसल अंदर से गल-सड़ गई है वहीं गेहूं फसल वर्षा एवं अंधड़ ने धरती पर बिछा दी हैं जो अब नीचे से खराब होने से पैदावार नहीं दे पाएगी। किसान सूबे सिंह, राजेंद्र सिंह ,महेंद्र कुमार, कृष्ण कुमार, रवि कुमार, अजीत सिंह, गजराज मोड़ी, कांता, अजय  आदि ने बताया कि अगर  मौसम अब भी नहीं खुला तो सरसों की फसल पूर्ण रूप से नष्ट हो जाएगी। किसानों का कहना है कि 70 फीसदी से अधिक फसल बर्बाद हो चुकी है। काट कर डाली गई फसल नीचे से काली पड़ गई  है। काटकर पालीथिन पर सरसों डाली गई थी जिसे अधिक नुकसान हुआ है।  इस बार किसानों ने 700 से 2500 रुपये प्रति एकड़ फसल को एकत्रित करने के लिए पालीथिन खरीदे थे जिस पर पानी भर जाने के कारण नुकसान बढ़ता ही जा रहा है। मौसम न खुलने से अब इक_ी की गई फसल को सूखा पाना कठिन हो गया है। अगैती फसल की कटाई हो चुकी है जबकि पछैती फसल की कटाई भी शुरू नहीं हो पाई थी। गेहूं की फसल तो अंधड़ एवं वर्षा ने धरती पर पटक दी है जो अब बर्बाद होती जा रही है। न तो वह पक पाएगी और न ही लावणी करवा पाना सरल कार्य होगा। मजदूरी बढ़ गई है वहीं चारा भी नहीं प्राप्त होगा।
ऐसे में किसान लगातार मुआवजे की मांग कर रहे और अब सरकार पर निर्भर हैं। यदि मुआवजा मिलता है तो इस बार फसल की कुछ भरपाई हो पाएगी।
 उल्लेखनीय है कि शुक्रवार की शाम के समय भी कनीना की एक दर्जन गांव में ओलावृष्टि हुई जिसने बची हुई फसल को बर्बाद कर दिया है। खड़ी सरसों की फलियां ही नष्ट हो गई है। वहीं काट कर डाली गई फसल नीचे से काली पड़ गई है, फंगस लग गया है जिससे दाने भी खराब हो गए हैं। किसान बेहद मायूस  हैं। वर्षा होने का सिलसिला रुक नहीं रहा। किसान मौसम खुलने का इंतजार कर रहे हैं लेकिन मौसम राहत देता नजर नहीं आ रहा है जिसके चलते किसानों की चिंता की रेखा दिनों दिन बढ़ती जा रही है। जहां किसान अपना दुख दर्द किसी के सामने नहीं रो पा रहे हैं। बस सरकार से मांग कर रहे हैं कि अधिक से अधिक मुआवजा दिया जाए। अटाली गांव के सरपंच जीतपाल ने सरकार से मांग की है कि अविलंब गिरदावरी करवा मुआवजा दिया जाए।
फोटो कैप्शन 6: शुक्रवार को अटाली गांव में पड़े ओले तथा हुआ नुकसान।









बाबा हेमा दास गौशाला भोजावास में गो
-रक्षा हिंदू महापंचायत का आयोजन कल
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कनीना की आवाज। 26 मार्च रविवार प्रात: कनीना उपमंडल के गांव भोजावास बाबा हेमादास गौशाला में गौरक्षा  हिंदू महापंचायत तथा भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। गोरक्षा हिंदू महा पंचा यत का मुख्य उद्देश्य गौ हत्या, गौ तस्करी तथा गौ रक्षकों पर हो रहे झूठे मुकदमे एवं अत्याचारों पर संपूर्णता रोक लगाना है। महापंचायत के मुख्य अतिथि गौ रक्षा दल हरियाणा अध्यक्ष आचार्य योगेंद्र आर्य  तथा उपाध्यक्ष आचार्य आजाद आर्य जी रहेंगे।
विभिन्न संगठन गौ रक्षा दल हरियाणा, गौ रक्षा दल हिंदू वाहिनी रेवाड़ी, श्री राधा कृष्ण मित्र मंडली कमेटी कनीना, गौ रक्षा बजरंग दल अटेली गढ़ी महासर, हिंदू संगठन वीरभूमि खेड़ी तलवाना, बजरंग दल कनीना दोंगडा, हिंदू वाहिनी मंच भारत महेंद्रगढ़ तथा अन्य संगठनों द्वारा भगवा यात्रा के माध्यम से गौ रक्षा हिंदू महापंचायत में सम्मिलित होना लक्ष्य रखा गया है। प्रबंधन कमेटी के सदस्य एवं निवेदक पवन प्रधान गोशाला, पूर्व सरपंच पवन तंवर, सचिन पंडित , कैलाश पंडित , श्रद्धानंद गोमला, सुरेश कुमार मानपुरा, हनुमान रोहिल्ला ,उमेद, रजनीश वाल्मीकि तथा समस्त ग्रामवासी भोजावास एवं समस्त हिंदू संगठन गोरक्षा हिंदू महापंचायत को सफल बनाने के लिए निरंतर कार्यरत हैं। उन्होंने गो हित के लिए गोरक्षा हिंदू महा पंचायत में पहुंचने की अपील की।









स्कंदमाता की पूजा से मिलता है अमिट फल
-विधि विधान से करें पूजा-सुरेंद्र शर्मा
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कनीना की आवाज। नवरात्रि के पांचवे दिन मां दुर्गा के पांचवें स्वरूप की पूजा की जाती है जिसका नाम स्कंदमाता है। कार्तिकेय की माता के कारण इन्हें स्कंदमाता का नाम दिया गया है भगवान स्कंद बाल बाल रूप में माता की गोद में विराजमान है। ये विचार पंडित सुरेंद्र शर्मा ने  व्यक्त किये।
प्रदीप शास्त्री ने पूजा अर्चना की विधि बताते हुए कहा कि सबसे पहले माता के लिए चौकी पर स्कंदमाता की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करनी चाहिए इसके बाद शुद्धिकरण करने के लिए पंचगव्य तैयार करना चाहिए जिसके लिए हमें गोमूत्र गाय का गोबर, गाय का घी, गाय का दही, गाय का दूध एक पात्र में एकत्रित करके पंचगव्य तैयार करें और जिस स्थान में पूजा कर रहे उस स्थान में भी इसका छिड़काव करें और माता रानी के लिए चौकी के बगल में चांदी या मिट्टी के घड़े में जल भरकर कलश की स्थापना करनी चाहिए। इसके बाद हमें मन में संकल्प लेना चाहिए कि है माता यथाशक्ति यथा भक्ति पूजा कर रहे हैं। जो हमारा सामर्थ है उस हिसाब से हम आपकी सेवा में हाजिर हुए हैं, अपना बालक मानकर हमें क्षमा करें। वैदिक एवं सप्तशती मंत्रों के द्वारा स्कंदमाता सहित समस्त स्थापित देवताओं की षोडशोपचार पूजा करें माता का आवाहन करना चाहिए। जिसके लिए हमें आसन, आचमन,स्नान, वस्त्र, सौभाग्य सूत्र, चंदन, रोली, बिल पत्र, दूर्वा, सिंदूर, आभूषण, पुष्प हरा पुष्प माता को प्रिय है। हरा पुष्प चढ़ाना चाहिए सुगंधित द्रव्य धूप में फल और माता से क्षमा याचना करनी चाहिए तत्पश्चात वितरण करके पूजा संपन्न करें पंचमी तिथि की अष्टधातु देवी स्कंदमाता हैं जिन व्यक्तियों को संतान का अभाव हो वे माता की पूजन अर्चन तथा मंत्र जाप कर लाभ उठाएं। स्कंदमाता संतान को प्राप्ति देने वाली हैं। निश्चय ही स्कंदमाता की पूजा करने से हमारी मनोरथ सफल होती है।  माता को भोग एवं प्रसाद स्कंदमाता को केले का भोग लगाना चाहिए और यह प्रसाद गौ ब्राह्मण को देना चाहिए। ऐसा करने से मनुष्य की बुद्धि का विकास होता है। हमारे मन को शांति मिलती है और माता रानी अति शीघ्र प्रसन्न होती हैं हमारे जीवन के सभी कष्टों को नाश करती हैं और हमारे परिवार का कल्याण करते हैं इसीलिए हमें स्कंदमाता की मन मानसिक शांत चित्त से स्थिर मन से माता की पूजा करनी चाहिए।
फोटो कैप्शन : सुरेंद्र शर्मा







 सेहलंग में कट की मांग को लेकर धरना के 13वें दिन संघर्ष समिति को
- जयप्रकाश चेयरमैन ब्लॉक समिति कनीना  ने दिया समर्थन
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कनीना की आवाज।  नेशनल हाइवे 152-डी पर गांव सेहलंग -बाघोत के बीच कट छोडऩे की मांग को लेकर, अनिश्चितकालीन धरना शनिवार को 13वें दिन भी जारी रहा। कार्यक्रम की अध्यक्षता रणधीर पहलवान बाघोत ने की। उन्होंने बताया कि गांव सेहलंग से गुजर रहे नेशनल हाईवे 152-डी पर गांव सेहलंग व बाघोत के बीच दोनों तरफ कट छोडऩे की मांग को लेकर 40 गांवों का अनिश्चितकालीन धरना जारी है। धरना संघर्ष समिति के प्रधान विजय सिंह चेयरमैन नोताना  ने बताया कि सभी 40 गांवो की पंचायत , गणमान्य व्यक्तियों  व संघर्ष समिति ने यह फैसला लिया है कि जब तक  इस कट  का कार्य प्रारंभ नहीं हो जाता तब तक यह धरना इसी प्रकार से जारी रहेगा।   13वें दिन जयप्रकाश चेयरमैन ब्लॉक समिति कनीना एवं जसबीर कोच ने धरने को समर्थन दिया। जयप्रकाश चेयरमैन ने कहा कि यहां पर नजदीक ही बाघोत गांव में बाघेश्वर धाम है जहां पर हजारों लोग दर्शन करने के लिए आते हैं। यही नहीं यहां से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर केंद्रीय विश्वविद्यालय और लगभग 10 से 12 किलोमीटर दूरी झाड़ली में स्थित दो पावर प्लांट भी हैं। इस कट से यहां आने-जाने वाले लोगों को काफी फायदा मिलेगा व उनका समय भी बचेगा। जसबीर कोच खेड़ी  ने कहा कि क्षेत्र के लोगों की मांग जायज है। इस दौरान जसबीर कोच , बलवान सरपंच छितरौली,विकास सरपंच नौताना, सचिन नौताना,प्रदीप नौताना,अशोक पोता,प्रवीण बीडीसी गिहार,अनिल कुमार ढाणा, सत्यवीर पूर्व सरपंच नौसवा,ओमकार पालड़ी,महावीर मिस्त्री बाघोत,मदनलाल थानेदार बाघोत,मोनू पूर्व सरपंच गिहार,सुनील पंच खेड़ी,बेड़ा सिंह पूर्व सरपंच बाघोत, सूबे.भूलेसिंह बाघोत,ईश्वर,कैलाश,गोविंद बाघोत सूबे.आदि महावीर पहलवान, एडवोकेट केपी यादव,सतीश फौजी,राजसिंह पार्षद,वेदप्रकाश सेहलंग,नरेंद्र शास्त्री, सूबे.सुखवीर सिंह छीतरोली उपस्थित रहे।
फोटो संख्या: 1 एवं 2 धरना देते लोग तथाधरना स्थल पर मौजूद चेयरमैन ब्लॉक कनीना जयप्रकाश ककराला।






पूर्व विधायक ने मुआवजा देने की मांग की
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कनीना की आवाज।  शुक्रवार को कनीना उपमंडल के आधा दर्जन गांवों में हुए रिकॉर्ड तोड़ ओलावृष्टि ने किसानों को पूर्ण रूप से बर्बाद कर दिया है। अटेली से पूर्व विधायक अनीता यादव जब किसानों के बीच पहुंची तो किसानों की आंखों से आंसू झलक रहे थे। उन्होंने बताया कि 2 दिन पूर्व बरसात में ओलावृष्टि ने जहां 50 से 70 प्रतिशत नुकसान किया था। वही इस भारी ओलावृष्टि  ने पूर्ण रूप से किसानों को बर्बाद कर दिया किसानों ने बताया कि क्षेत्र में बहुत सारे किसान ऐसे हैं जो ठेके पर जमीन लेकर खेती करते हैं उन लोगों के लिए अब कोई चारा नहीं बचा है। साथ ही किसानों ने सरकार के लचर व्यवस्था के बारे में भी बताएं कि सरकार सिर्फ दिखावा करती है  जनवरी माह में पाले से सरसों की काफी खराब हो गई थी जिसका सरकार ने सिर्फ दिखावा किया सरकार ने कहा था की किसानों को उचित मुआवजा दिया जाएगा। परंतु कुछ महीने बीत जाने के बाद भी आज तक एक पैसा भी किसानों के खातों में नहीं आया। किसानों ने पूर्व विधायक अनीता यादव के माध्यम से सरकार से अनुरोध किया है कि अबकी बार हमारे पास कोई भी आजीविका का साधन नहीं है। इसलिए हमें कम से कम 50 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाए जिससे कि हम अपने बच्चों की स्कूल की फीस व अपना पालन पोषण कर सकें।  
फोटो कैप्शन 3: पूर्व सीपीएस अनीता यादव ओलावृष्टि दिखाते हुए।








माता मंदिर बसई
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कनीना की आवाज।  बसई गांव की पहाड़ी पर 10 वर्ष पूर्व भव्य मंदिर का निर्माण किया गया था जो आज दूरदराज भक्तों के लिए आस्था श्रद्धा का केंद्र बना हुआ है। प्रतिवर्ष हजारों भक्तों ने आकर मन्नत मांगते हैं। जब जब नवरात्रे आते हैं यहां पर मेले लगते हैं और मेलों में अपार भीड़ जुटती है। ऊंची पहाड़ी पर रमणीक स्थान पर मां का मंदिर है। पहाड़ों को काटकर वहां तक पहुंचने का मार्ग बना रखा है जहां से गुजरते वक्त शकुन का अहसास होता है।
इतिहास--
 स्थापना  इस मंदिर की स्थापना 10 वर्ष पूर्व माता मंदिर की भोलाराम जोशी, महाबीर जोशी एवं उनके परिजनों ने की करवाई थी। परिवार ने मां चिंतपूर्णी हिमाचल की देवी से प्रेरणा लेकर मंदिर का निर्माण करवाया है। इस मंदिर का निर्माण विशेष प्रकार के पत्थर को काटकर बनवाया गया है। करोड़ों रुपए की लागत से इस मंदिर का निर्माण किया गया है। यही कारण है कि इस मंदिर को देखने के लिए दूरदराज से भक्तजन आते हैं। इस मंदिर के निर्माण में प्रयोग की गई सामग्री एवं निर्माण कला विशिष्ट है।
 मंदिर की विशेषता-
 माता मंदिर में प्रतिदिन भक्तों का ताता लगा रहता है किंतु वर्ष में दो बार नवरात्रों पर जहां भीड़ जुटती है वहीं मेले लगते हैं। भक्त मां दुर्गा का लेकर के तथा विभिन्न प्रकार का प्रसाद विशेष रूप से हलवा, चना, बूंदी आदि लेकर के पहुंचते हैं और माता के चरणों में अर्पित करके मन्नत मांगते हैं। माना जाता है कि उनकी मन्नत पूर्ण होती है। समय समय पर यहां भंडारे एवं हवन आयोजित होते हैं।
कैसे पहुंचे मंदिर ---
 माता मंदिर में पहुंचने के लिए दादरी-महेंद्रगढ़ रोड पर आकोदा उतरकर दो किलोमीटर दूर जाना पड़ता है। बसई की पहाड़ी पर मंदिर बना हुआ  है जो आकर्षण का केंद्र है। कनीना से 17 किलोमीटर दूर पड़ता है। यहां पहाड़ी की चोटी पर रमणीक स्थान है। वही भव्य मंदिर देखकर सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। भक्तों के ठहरने का विशेष प्रबंध किया गया है।चंद्र प्रकाश बसई जो फिल्मी हीरों भी हैं, का कहना है कि जब से मंदिर बना है तब से वे इस मंदिर जा रहे हैं। प्रतिदिन माता के चरणों में धोक लगाते और मन्नत मांगते हैं जिसके चलते फिल्म इंडस्ट्रिी में भी उनका नाम है। माता ने उनकी सभी मन्नत पूर्ण की है। उनका कहना है कि माता आने वाले सभी भक्तों पर दया बरसाती रहती है।
 फोटो कैप्शन: बसई तथा मां मंदिर।










काउंसलिंग के माध्यम से समाज को दे रही हैं नई दिशा
-सैकड़ों सम्मान पा चुकी है पिंकी
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कनीना की आवाज।  साधारण परिवार मे जन्मी एक बेटी पिंकी यादव समाज में महिलाओं को सशक्त करने के क्षेत्र में लगातार प्रगतिशील हैं। पिंकी यादव का जन्म वर्ष 1993 में जिला महेन्द्रगढ़ के नारनौल में हुआ था। पिंकी के पिता का नाम स्वर्गीय रघुनाथ सिंह है और माता का नाम सुरेश देवी है 7 वर्ष 2006 में पिन्की के पिता की मृत्यु के बाद माता सुरेश देवी ने बुलंद हौसले के साथ बेटी पिन्की की परवरिश करने में कोई कमी नहीं छोड़ी और हर संभव बेटियों की शिक्षा पर बल देकर सफल बनाया।
 जीवनी-
पिंकी यादव की मैट्रिक एवं बारहवीं की शिक्षा राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नारनौल से हुई। महर्षि विश्वविद्यालय यूनिवर्सिटी से स्नातक की परीक्षा पास की और वर्ष 2017 में हरियाणा केन्द्रीय विश्वविद्यालय महेन्द्रगढ़ से साइकोलाजी में मास्टर डिग्री की। तत्पश्चात वर्ष 2019 में गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय हिसार से काउंसलिंग और व्यवहार संशोधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा (पीजीडीसीबीएम) किया। बता दें की पिंकी यादव ने वर्ष 2015 एवं 2023 में केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा,वर्ष 2015,2017 एवं 2018 में हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा (एचटेट)और वर्ष 2015 एवं 2017 में राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट) के परिणामों में भी सफलता प्राप्त की हुई हैं। पिन्की यादव की वर्ष 2019 में महेंद्रगढ़ जिला के गांव सीगड़ा में  हुई थी।.
पिंकी यादव वर्ष 2015 से ही सामाजिक गतिविधियों में रुचि ले रही हैं। ये विशेषकर कन्या भ्रूण की हत्या रोकने, महिलाओं को स्वरोजगार के साधन उपलब्ध कराने, उनके व्यक्तित्व विकास के साथ-साथ बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए भी दिन रात मेहनत कर कार्य कर रही है।
महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में भी महिलाओं को व्यवसायिक प्रशिक्षण के प्रति जागरूक कर आस-पास गांवों में 50 से ज्यादा नि:शुल्क सिलाई केंद्र चलवाकर जरूरतमंद महिलाओं की आजीविका के लिए कार्य कर रही हैं।  करीब 300 से ज्यादा महिलाओं को कटिग, टेलरिग, मेहंदी, वेस्ट द बेस्ट, पर्सनेल्टी डवलपमेंट का नि:शुल्क प्रशिक्षण देकर उनका भविष्य संवार चुकी हैं। ये महिलाएं वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर अब कारोबार कर खुद के पैरों पर खड़ी होकर अपनी आजीविका चला रही हैं । अकेले महेंद्रगढ़ जिले में करीब 30 से अधिक महिलाएं अलग-अलग स्थानों पर सिलाई,ब्यूटिक व पार्लर का कार्य कर अपनी रोजी-रोटी कमा रही हैं।
मुहिम--
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं पर भी आज की युवा पीढ़ी को जागरूक कर रही हैं ,इस मुहिम से समाज में बेटियों के प्रति सम्मान भी बढ़ता नजर आ रहा हैं। पिंकी यादव ने आजतक लगभग 70 नवजात बेटियों के परिवार को कुआं पूजन के अवसर पर कम्पेन कल्पना मिशन के तहत सम्मानित कर बेटियों के जन्मोत्सव अवसर को सम्मानित ढंग से मनवाने का कार्य किया हैं।  इस मुहिम के तहत बीएमडी फाउंडेशन के जरिये जिला ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश में गांव-गांव जाकर लोगों को बेटियों के प्रति जागरूक करने का कार्य कर रही हैं। इस प्रथा से आम नागरिकों की लड़कियों की सोच में विशेष बदलाव आया है। अब तक के सफर में लगभग 25 से ज्यादा झुग्गियों में रहने वाले बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा देकर उन्हें स्कूल में दाखिला दिलवाने के कदम भी उठाए गए हैं।
15 से ज्यादा  सेमिनारों के दौरान बेटियों को गुड टच-बैड टच के प्रति भी जागरूक करने का कार्य किया हैं। बेटियों को समर्पित मुहिम एक बेटी-एक पौधा मुहिम को भी लगातार आगे बढ़ाते हुए 500  से ज्यादा पौधरोपण कर बेटियों को पर्यावरण के साथ जोड़ा हैं। इनके सामाजिक कार्यों एवं समाज सेवा की समर्पणता से बहुत सी महिलाएं भी बहुत प्रभावित हैं। बतौर काउंसलर भी पिंकी यादव ने बहुत से युवाओं की काउंसलिंग कर करियर बनाने में सहायता प्रदान की हैं। साथ ही 15 से ज्यादा घरेलू मामलों की काउंसलिंग कर लोगों के उजड़ते हुए घर को बसाने का कार्य किया हैं। पिंकी यादव की सोच केवल महिलाओं को ही सशक्त करने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि वह समाज में बेटा व बेटी के फर्क को मिटाने के लिए भी लगातार प्रयास कर रही हैं।वैश्विक महामारी कोरोना वायरस में लाकडाउन के दौरान भी पिन्की यादव ने घर का काम करने के साथ-साथ कपड़े के मास्क तैयार करने में जुट गई हैं। इनका सहयोग भले ही छोटा रहा हों लेकिन समाज को दिशा देने वाला था।
सम्मान-
महिला सशक्तिकरण के प्रति इसी समर्पण को देखते हुए अनेकों बार पिन्की यादव को संत नाम देव पब्लिक स्कूल नारनौल ,नेत्रहीन कन्या विद्यालय नारनौल,राजकीय महिला महाविद्यालय नारनौल,औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान डेरोली अहीर एवं रेवाड़ी,नवभारत फर्टिलाइजर ,टाटा मोटर्स नारनौल ,गौड़ ब्राह्मण सभा नारनौल,कबीरदास आश्रम नारनौल ,गाँधी हाई स्कूल नारनौल सहित विभिन्न संस्थाओं द्वारा सम्मानों से भी नवाजा जा चुका हैं। हरियाणा केन्द्रीय विश्विद्यालय में बेस्ट खेल महिला सम्मान से नवाजा गया। शिक्षा के क्षेत्र में योगदान के लिए महाराष्ट्र में फरवरी 2023  में राष्ट्रीय गौरव सम्मान से भी सुशोभित किया गया 7 इनके द्वारा समय-समय पर राष्ट्रीय स्तर पर कई युवा सम्मेलनों सहित अन्य सेमिनारों में भी भाग लेकर क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया हैं। वीवी गिरी नेशनल लेबर इंस्टिट्यूट नाएडा से भी ट्रेनिंग लेकर समाज सेवा में कार्य को आगे बढ़ा रही हैं।
फोटो साथ हैं-







पूर्व छात्र लेफ्टिनेंट कर्नल विकास को सम्मानित किया
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कनीना की आवाज।  बीआर स्कूल सेहलंग के पूर्व छात्र विकास कुमार का भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल बनने पर सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्यातिथि लेफ्टिनेंट कर्नल विकास कुमार, विशिष्ठ अतिथि तेजपाल सिंह, चेयरमैन हरीश भारद्वाज व प्राचार्य राममोहन वशिष्ठ ने अध्यक्षता की। लेफ्टिनेंट कर्नल बनकर स्कूल के छात्र छात्राओं के बीच पहुंचने पर अध्ययनरत विद्यार्थियों ने गर्व अनुभव किया।   चेयरमैन हरीश भारद्वाज व प्राचार्य राममोहन वशिष्ठ ने लेफ्टिनेंट कर्नल विकास को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। प्राचार्य राममोहन वशिष्ठ ने बताया कि विकास ने अपनी शिक्षा बीआर स्कूल से ही सम्पन्न की है। बचपन से ही विकास मेधावी एक कुशाग्रबुद्धि छात्र रहा है। विद्यालय से जुड़ी हर गतिविधि में बढ़-चढ़ कर भाग लेता था। चेयरमैन हरीश भारद्वाज ने कहा कि विकास ने देश सेवा को अपनाकर अपने माता - पिता, शिक्षक, अपने गांव और स्कूल को गौरवान्वित किया गया है और विकास के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।     मुख्यातिथि लेफ्टिनेंट कर्नल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा प्रत्येक व्यक्ति के लिए वह क्षण गौरवान्वित करने वाला होता है जहां से वो पढ़ा हो वहीं पर मुख्यातिथि बनकर आए और कहा हमें अपना लक्ष्य बड़ा रखना चाहिए और उसे पाने के लिए पूरी ईमानदारी से उसके प्रति समर्पित रहना चाहिए तभी हम सफल हो पाएंगे। इस अवसर पर उप- संचालक कृष्ण भारद्वाज , राजकुमार , राजपाल , प्राइमरी विंग प्रभारी बिजेंद्र सिंह, मिडिल विंग प्रभारी नीतू कूकड़, सीनियर विंग प्रभारी इंद्र यादव सहित समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।
फोटो कैप्शन 04: पूर्व छात्र विकास कुमार का भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल बनने पर सम्मानित करते बी आर स्कूल के संचालक हरीश भारद्वाज व प्रिंसिपल राममोहन वशिष्ठ।







अब स्कूलों में प्रवेश के समय परिवार पहचानपत्र किया जरूरी
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कनीना की आवाज।  लंबे समय से परिवार पहचान पत्र जिसे पीपीपी के नाम से जानते हैं, ने कर्मियों के लिए समस्या बढ़ाई है। स्कूल के शिक्षकों को पूरा करने का सख्त आदेश दिया गया और अभी भी पीपीपी  को पूरा करने का काम जारी है। कर्मी अपने कार्यालय के कार्यों के अलावा अनेक प्रकार की बातें परिवारों की सुनकर इस काम को भी पूरा कर रहे हैं। अब तो प्रवेश के समय में भी शिक्षा विभाग ने पीपीपी  को जरूरी कर दिया है। पीपीपी के विरोध में निजी स्कूल भी आ गये हैं। स्कूलों की ओर से इसके पीछे की वजह टेक्निकल दिक्कत को बताया है। हरियाणा सरकार की ओर से शिक्षा विभाग के द्वारा नए प्रवेश के लिए प्रबंधन सूचना प्रणाली पोर्टल पर पीपीपी को अपलोड करना अनिवार्य किया है।
   उल्लेखनीय है कि हरियाणा के स्कूलों में अप्रैल में नया शैक्षणिक सत्र शुरू होगा। इस दौरान स्कूलों में नए एडमिशन भी किए जाएंगे। स्कूल प्रबंधन इस बार नए एडमिशन में पीपीपी को लेकर चिंतित है। स्कूलों के अनुसार अब सरकार के एमआइएस पोर्टल पर नए छात्रों के पंजीकरण करने के लिए पारिवारिक आईडी का उपयोग करना होगा। पीपीपी में कई कमियां होने के कारण एडमिशन में परेशानी होने की बात कहने लगे हैं। एडमिशन की नई प्रक्रिया में परिवार पहचान पत्र को विकल्प के रूप में कर दिया जाए। इसके विरोध में स्कूल न्यायालय की शरण भी ले सकते है।
शिक्षा विभाग के एमआईएस पोर्टल पर परिवार पहचान पत्र अपलोड करते समयओटीपीभेजा जाता है। चूंकि ये ओटीपी अभिभावकों के रजिस्टर्ड नंबर पर आता है, यह नंबर एडमिशन के लिए उन्हें साझा करना होता है, लेकिन अधिकांश अभिभावक साइबर धोखाधड़ी के कारण यह ओटीटी देने से इनकार करते हैं। इससे एडमिशन में काफी दिक्कतें आएंगी।







सोचा था पालीथिन से होगा लाभ किंतु हुआ नुकसान
-2500 रुपये प्रति एकड़ तक खरीदी थी पालीथिन
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कनीना की आवाज।  विगत कुछ अर्से में ही 35 एमएम बारिश हो चुकी है। लगातार बारिश, ओलावृष्टि एवं अंधड़ ने किसानों की फसल को तबाह करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। कुछ नुकसान पालीथिन ने भी पहुंचाया है जो फसल पैदावार को खराब होने से बचाने के लिए प्रयोग की गई थी किंतु अब वहीं पालीथिन फसल को नुकसान पहुंचा रही है।  काटकर डाली गई फसल बार बार बारिश में भीगी है वहीं उसके नीचे बिछाई गई पालीथिन पर वर्षा का जल जमा होने से काटकर डाली गई फसल गला डाली है।
 क्या कहते किसान-
 किसान राजेंद्र सिंह, सुरेंद्र सिंह ,सूबे सिंह, कृष्ण कुमार, योगेश कुमार, अजीत कुमार आदि ने बताया कि इस बार बड़ी आशा के साथ रबी फसल उगाई थी। सरसों कटाई करते वक्त पालीथिन बिछाई थी जो अब काट कर डाली गई सरसों फसल के लिए समस्या बन गई है। किसानों ने बताया कि विगत 3 वर्षों से किसान एक नई तकनीक अपना रहे हैं। 700 रुपये से लेकर 2500 रुपये प्रति एकड़ की पालीथिन खरीदकर किसानों ने प्रयोग की है। सरसों की लावणी करने से पहले पालीथिन बिछा देते हैं जिस पर फसल काटकर डालते हैं। पालीथिन इसलिए डाली जाती है ताकि सरसों की फलियां फटने पर दाने मिट्टी में न मिले किंतु इस बार उन्हें क्या पता था कि बारिश का पानी ही पालीथिन पर जमा हो जाएगा। जिसके चलते अब हालत यह है कि सरसों की काट कर डाली गई फसल में पानी खड़ा हो गया है। पॉलीथिन के कारण पानी जमीन में नहीं जा पा रहा है।
कनीना के खंड कृषि अधिकारी डा. मनोज कुमार ने बताया कि सरसों के दानों को मिट्टी में मिलने से बचाने के लिए पालीथिन पर काटकर डाली गई सरसों में वर्षा का जल जमा होने से सरसों को नुकसान होगा। सरसों के दाने खराब हो जाएंगे। पानी को निकालना जरूरी है। वैसे भी पालीथिन प्रयोग प्रकृति के विरुद्ध है।
फोटो कैप्शन 07:काटकर डाली सरसों के नीचे पालीथिन से पानी हटाता कियान।


































सामाजिक संगठनों व ग्राम पंचायतों द्वारा महापंचायत आयोजित
-बिजली निगम का सब डिविजन कार्यालय बवाननिया में स्थापित करने की मांग
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कनीना की आवाज।  बिजली निगम का सब डिविजन कार्यालय  बवाननिया में स्थापित करने की मांग को लेकर सामाजिक संगठनों व ग्राम पंचायतों द्वारा महापंचायत का आयोजन किया गया। महापंचायत के दौरान मांग पत्र के माध्यम से बताया कि एक्जूकेटिव इंजीनियर सीएस कार्यालय महेंद्रगढ़ में खोला जाए। सामाजिक कार्यकर्ता रामनिवास पाटौदा ने बताया कि जून 2021 में एक नया सब डिविजन बूचावास बनाया गया था। इसमें 23 गांवों को जोड़ा गया था। जो कनीना व महेंद्रगढ़ ब्लॉक के गांव शामिल थे। पाटौदा ने बताया इस सब डिविजन के गांव डुलाना, चितलांग, बुचौली, मेधनवास, सुरजनवास खेड़ा, बवानिया, गागडवास, बचीनी, देवास शमिल किए गए थे। जबकि इन गांवों का थाना, तहसील, कोर्ट सभी विभाग के कार्यालय महेंद्रगढ़ उपमंडल के तहत कार्य होते है। इन गांवों के बिजली संबंधी सभी कार्य बूचावास में होते थे। अब बिजली विभाग ने अपना बूचावास से कार्यालय उठाकर कैमला गांव के पास अस्थाई तौर पर स्थापित कर दिया। जिससे ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इन गांवों की कैमला, स्थित कार्यालय की दूरी करीब 15 किलोमीटर पड़ती है जबकि बवानिया बिजली कार्यालय की दूरी करीब 4 से 5 किलोमीटर है। केमला बस स्टैंड पर कोई भी यातायात के साधन नहीं रुकते। जिससे इस गांवों के लोगों को बिजली संबंधित समस्याओं को लेकर कभी महेंद्रगढ़ तो कभी केमला के चक्कर काटने पड़ रहे है। जिसे लोगों को आर्थिक नुकसान के साथ-साथ समय की बरबादी होती है। लोगों ने बताया कि सरकार के पास 33 केवी पावर हाऊस बवानियां में काफी जगह एवं सरकारी क्वार्टर बने हुए है जबकि गांव कैमला में बना कार्यालय के सरकार काफी किराया दे रही है। बवानियां 33 केवी पावर हाउस सभी गांवों का सेंटर है। उन्होंने बताया कि एक्जूकेटिग इंजीनियर कार्यालय रेवाड़ी होने से यहां के अधिकारी, कर्मचारी एवं उपभोक्ताओं को रेवाड़ी मे आने जाने में भारी समय एवं धन की बर्बादी होती है जबकि रेवाड़ीमहेंद्रगढ़ से लगभग 60 किमी दूरी पर पड़ता है। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में ये कार्यालय प्रत्येक जिले में बनाए हुए है केवल महेंद्रगढ़ जिले में यह कार्यालय से वंचित रखा जा रहा है। लोगों ने बताया कि इस महापंचायत में 11 लोगों की एक कमेटी गठित की गई है। यह कमेटी बिजली के उच्च अधिकारी एवं मुख्यमंत्री व बिजली मंत्री से मिलकर इन दोनों मांगों को उनके सामने रखी जाएगी। इस मौके पर मनोज, संजय, नवीन, डॉ धमेंद्र, पीटीआई यजेंद्र, संजीव, सोनू, जयपाल, हरिओम, संजय, मुनेश, संदीप, ओमकार, जीवन पार्षद, डॉ मुनेश, रविद्र गागडवास, सुरेश, बाबूलाल, कृष्ण सहित सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 8: गांव बवानियां में महापंचायत को संबोधित करते समाजसेवी रामनिवास पाटोदा व अन्य।








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