Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Sunday, August 16, 2020



आशा वर्कर्स का धरना जारी

****************************
**********************************
*******************************
-नेता अतरलाल ने जाकर धरने को दिया समर्थन

************************************
कनीना। उप नागरिक अस्पताल कनीना के प्रांगण में आशा वर्कर्स का धरना रविवार 10 वें दिन भी जारी रहा। धरने को प्रजा भलाई संगठन के अध्यक्ष अतरलाल एडवोकेट ने धरने पर बैठ कर उनकी मांगों का समर्थन किया।
आशा वर्कर्स ने अपनी मांगों को जायज हक बताते हुए हरियाणा सरकार से हठधर्मिता छोड़कर उनकी मांगों को तत्काल पूरा करने की मांग की।
इस अवसर पर सीएचसी सेहलंग प्रधान कमलेश देवी, सीएचसी कनीना प्रधान अनीता, पीएचसी प्रधान रेखा देवी, सुमन व कमलेश ने कहा कि आशा वर्कर्स अपनी मांगों को लेकर मैदान में उतर चुकी हैं। उनका कहना है कि  जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा तब तक धरना व हड़ताल जारी रहेगी। उन्होंने कोरोना वायरस महामारी के दौरान जोखिम भत्ता देने, सिम के साथ एंड्रॉयड फोन देने, समान काम समान वेतन लागू कर न्यूनतम अठारह हजार रुपए मासिक वेतन देने, आशा वर्कर्स को बैठने के लिए अलग से हाल का प्रबंध करने, आशा वर्कर्स को सुरक्षा उपकरण देने तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन को स्थाई करने की भी मांग की।
फोटो कैप्शन 11: उप नागरिक अस्पताल, कनीना में आशा वर्कर्स के साथ धरने पर बैठ कर उनकी मांगों का समर्थन करते हुए ठाकुर अतरलाल एडवोकेट।

कवि-गीतकार डॉ वर्मा साहित्य-गौरव सम्मान से विभूषित

*************************************
*****************************
कनीना। जाने-माने शिक्षाविद एवं कवि-गीतकार डॉ सी एस वर्मा प्रभाकर को साहित्य-संवर्धन एवं सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्यो के लिए ऑल इंडिया सोसाइटी फ़ॉर जस्टिस, नई दिल्ली द्वारा साहित्य-गौरव सम्मान से विभूषित किया गया ।
  स्वतन्त्रता-दिवस के पावन अवसर पर साहित्य-संस्कृति मंच-पटल पर आयोजित ऑन लाइन ए वतन तेरे लिए  साहित्य-सम्मान समारोह में  ऑल इंडिया सोसाइटी फ़ॉर सोशल जस्टिस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबू शैलेन्द्र सिंह शैली ने ऑन लाइन प्रशस्ति-पत्र प्रेषित कर  डॉ वर्मा को सम्मानित किया । मूल रूप से  गाँव गुजरवास निवाड़ी डॉ प्रभाकर हरियाणा शिक्षा विभाग में बतौर हिंदी प्राध्यापक सेवारत हैं । शिक्षा, साहित्य-संस्कृति एवं सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय सेवाओं के लिए  डॉ सी एस वर्मा प्रभाकर को शान-ए-भारत अवार्ड शिक्षा-रत्न, लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड, राष्ट्रीय गौरव शरद शर्मा अवार्ड, डॉ मनुमुक्त साहित्य-सम्मान , साहित्य-सुमन व सरस्वती-सुगन्ध जैसे सम्मान से भी नवाजा जा चुका है। साहित्य अकादमी हरियाणा के सौजन्य से प्रकाशित डॉ वर्मा को काव्य-संग्रह दीप जलाना चाहता हूँ में राष्ट्रीय चेतना  के लिए सूर्यकांत त्रिपाठी निराला राष्ट्रीय साहित्य-सम्मान से भी विभूषित किया गया । इसके अतिरिक्त भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी के आजीवन सदस्य एवं मरणोपरांत नेत्र-दान की घोषणा करने वाले सेवा भावी डॉ वर्मा जी , जिला प्रशासन, शिक्षा विभाग, रेडक्रॉस सोसाइटी, समाज कल्याण विभाग , जिला प्रमुख तथा देश की विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थाओं से भी विशिष्ट सेवा सम्मान-पत्र प्राप्त कर चुके हैं । साहित्य-गौरव सम्मान के लिए क्षेत्र की अनेक सामाजिक एवं साहित्यिक संस्थाओं ने डॉ वर्मा को शुभ कामनाएं प्रेषित की हैं ।
आर्य समाज के उप-प्रधान को पितृ शोक
संवाद सहयोगी, कनीना। कनीना निवासी कांग्रेस के पूर्व ब्लाक अध्यक्ष एवं आर्य समाज के उप-प्रधान बलवान सिंह आर्य को पितृ शोक हो गया है। उनके पिता वीर सिंह का 76 वर्ष की  उम्र में हृदयगति रुकने से निधन हो गया। उनका निधन होने पर क्षेत्र में शोक मनाया गया। वे अपने पीछे 4 पुत्रों सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं वीर सिंह एक समाजसेवी के रूप में जाने जाते रहे हैं। उनकी का अंतिम संस्कार कनीना में किया गया। इस मौके पर पालिका के प्रधान सतीश जेलदार, पूर्व प्रधान मास्टर दिलीप सिंह, उप प्रधान अशोक कुमार ठेकेदार, रविंद्र बंसल, राव मोहर सिंह, राजेश कुमार एडवोकेट सहित भारी संख्या में जन मौजूद थे।
फोटो कैप्शन: वीर सिंह।

बाघोत में स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित हुई 1600 मीटर की दौड़ 

************************************
******************************
कनीना। खण्ड के गांव बाघोत में स्वतंत्रता दिवस पर युवा एकता टीम बागोत ने
दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन करवाया।
युवा एकता टीम बाघोत के तत्वावधान में कराई जाने वाली इस प्रतियोगिता में 1600 मीटर की दौड़ मुख्य आकर्षण रही। युवा एकता टीम के प्रवक्ता ने बताया कि सोलह सौ मीटर की दौड़ में 17-आयु वर्ग में प्रथम स्थान कालू रहे। दूसरे स्थान पर कार्तिक तथा तीसरे स्थान पर मनदीप रहे। ओपन सीनियर आयु वर्ग में पहले स्थान नितेश , दूसरे स्थान दीपक व तीसरे स्थान पर अमित रहे। खेलकूद प्रतियोगिता में गांव के युवाओं ने विशेष भूमिका निभाई ।
फोटो कैप्शन 9: आयोजित दौड़ प्रतियोगिता में अव्वल रहे युवकों को पुरस्कृत करते हुये।



नागंल मोहनपुर मे बेटी के जन्मदिन पर किया पौधा रोपण

*************************************
************************************* कनीना। खंड के गांव नागंल मोहनपुर में बेटी के जन्मदिन  पर जन सेवा संगठन हरियाणा टीम ने पौधारोपण किया। संस्था के सदस्यों ने जन्मदिन पर पांच फलदार पौधे लगाए।
आईशा के पिता ने कहा आईशा का यह पाचवाँ जन्मदिन है। परिवार में बेटा बेटी में कोई भेदभाव नहीं करते। हम बेटे के जन्मदिन पर भी पौधा रोपण करते हैं और बेटी के जन्मदिन पर पौधा रोपण करते हैं। पौधा रोप कर उसकी जिम्मेवारी भेज देते हैं।  इस मौके पर संगठन के अध्यक्ष कुलदीप दहिया ने  कहा बेटियां किसी भी क्षेत्र में बेटों से कम नहीं हैं। शिक्षा, खेल, नौकरी कोई भी क्षेत्र हो हमेशा आगे रहती हैं। आईशा की दादी राजबाला ने कहा कि हमारे घर में बेटा भी यही है बेटी भी यही है इन पौधों की देख रेख कि जिम्मेदारी हमने ली है । इस दौरान सरपंच प्रतिनिधि रवि यादव, विशु दहिया, पवन,मोनू, अनूप, राहुल, अजीत, सुनीता, पुजा, सविता आदि उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 11: बच्ची के जन्म दिन पर पौधारोपण करते हुये बच्ची के परिजन।


पूर्व प्रधानमंत्री की मनाई दूसरी पुण्यतिथि

*******************************
************************************
कनीना। भाजपा मंडल कनीना द्वारा देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की दूसरी पुण्यतिथि मनाई।
अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष अतर सिंह ने की। इस मौके पर अतर सिंह ने अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन चरित्र पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने विदेशों में भी जाकर हिंदी में व्याख्यान दिया।
  इस मौके पर मंडल उपाध्यक्ष कवर सैन वशिष्ट उनके ईमानदार छवि भारतीय विचारधारा से ओय-प्रोत इंसान थे। उन्होंने मेहनत व लग्न से भारतीय जनता पार्टी का स्थापना की थी और उन्होंने अपनी मेहनत से पार्टी का विस्तार किया।  उन्होंने कहा कि पार्टी की मूल विचारधारा अच्छा मानव का निर्माण करना और अटल बिहारी वाजपेयी जैसे ईमानदार और कर्मठ कार्यकर्ता तैयार करना है। इस मौके पर सुरेंद्र सिंह, हरिराम मित्तल, प्राध्यापक सुरेंद्र सिंह ने भी अपने अपने विचार रखे। इस मौके पर कई गणमान्य जन उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 10: अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए भाजपा के पदाधिकारी।

बंपर पैदावार होने की संभावना

****************************
**************************
 कनीना। बार-बार हल्की बारिश होने से क्षेत्र में किसानों की खरीफ फसल पकने लगी है। जल्द ही बंपर पैदावार लेने का समय आ रहा है। समय से पहले बीजाई करने से फसल की जल्द ही कटाई कर रबी फसल के लिए पर्याप्त समय मिल जाएगा।
 इस बार जून माह में अच्छी बारिश होने से किसान बीजाई के काम में लग गये और अगैती फसल अब बंपर पैदावार देने के करीब तैयार है।
सावन माह में कम बारिश हुई किंतु फसल लहलहा रही है। अब बेहतर फसल होने के आसार बन गए हैं। बाजरा और कपास की खड़ी फसल में पकने को है। ।
 कनीना के एडीओ विकास कुमार ने बताया कि क्षेत्र में जहां कनीना क्षेत्र में जहां 5950 हेक्टेयर पर कपास, 21300 हेक्टेयर पर बाजरा, 30 हेक्टेयर पर मूंग, 390 हेक्टेयर ढैंचा, 510 हेक्टेयर पर चारा, 1760 हेक्टेयर पर ग्वार,  30 हेक्टेयर पर दालें उगाई गई है। कपास एवं बाजरा दोनों ही फसल अच्छी तरह से बढ़ रही है तथा आने वाले समय में बेहतर होने व बंपर पैदावार देने की संभावना जताई जा रही है। 
किसान सूबे सिंह आदि ने बताया कि सावन माह का आगमन अच्छा नहीं रहा किंतु बाद में हुई बारिश ने उन्हें प्रसन्न कर दिया है।  उनका कहना है कि कपास की फसल काफी बड़ी हो गई है वहीं बाजरे की फसल भी लहलहाने लगी है। दोनों फसलें पकने लगी हैं। अगले पखवाड़े में कटाई शुरू हो जाएगी। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले समय में बेहतर पैदावार होगी। एक और जहां सरकार ने बाजरे का का समर्थन मूल्य भी बढ़ा दिया है बाजरे की अच्छी पैदावार होने की संभावना है। इससे किसानों को लाभ होगा।
 अजीत कुमार का कहना है कि  दो प्रकार की फसल खेतों में उगाई गई है- अगैती तथा पछेती फसल। अगैती फसल कटाई पर्व की ओर अग्रसर है। उनका कहना है कि वर्ष 1995 में कुछ अच्छी बारिश हुई थी तब से लेकर आज तक 25 वर्ष बीत गए हैं किंतु अच्छी बारिश नहीं हुई है। किसान आज भी 1995 के वर्ष को नहीं भुला पा रहे हैं जब पूरे हरियाणा में बाढ़ आ गई थी।
किसान मोहन सिंह ने बताया कि उन्होंने बाजरे की फसल उगा रखी है जहां बाजरे की फसल पकान पर पहुंची हुई है और पकान के बाद इसी माह के अंत में बाजरे की कटाई होने की पूरी संभावना है। अगेती फसल अब भुट्टे पकने लगे है। उन्होंने बताया कि उन्होंने कपास की फसल उगा रखी है और इस समय कपास की फसल खड़ी हुई है।
कृषि अधिकारी डॉक्टर देवराज का कहना है समय समय पर बारिश होने से फसल पककर तैयार है। क्योंकि सितंबर महीने के प्रारंभ में फसल कटाई शुरू हो सकती है। उन्होंने कहा कि मौसम अनुकूल रहा तो बंपर पैदावार होगी। उन्होंने बताया कि बाजरे की फसल 80 से 85 दिन में पक कर तैयार हो जाती है। यदि सही सलामत फसल पकी तो इस बार बंपर पैदावार होने की होगी।
किसान महाबीर सिंह ने बताया कि गेहूं के समर्थन मूल्य से भी अधिक है, गेहूं 1935 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा है जबकि बाजरा उससे महंगा बिक रहा है। विगत वर्ष बाजरे का भाव 2000 रुपये  प्रति क्विंटल था। उन्होंने बताया कि
क्षेत्र में बाजरे की फसल अन्न के रूप में कम तथा पशु चारे के रूप में अधिक प्रयोग की जाती है। बाजरे की फसल से कड़बी(पशु चारे)के काम में लिया जाता है, इसलिए किसान बाजरा जरूर उगाते हैं क्योंकि बाजरा पैदावार लेकर या तो उसे पशुओं को चारे के रूप में या मुर्गी फार्म केंद्रों पर पहुंचाया जाता है। या फिर बाजरे की सरकारी खरीद में बेच दिया जाता है। कनीना मंडी बाजरे की आवक का बेसब्री से इंतजार कर रही है। फिलहाल कनीना मंडी सुनसान पड़ी हुई है।
व्यापार मंडल उप-प्रधान रविंद्र बंसल ने बताया कि इस बार गेहूं 1935 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा है जबकि बाजरे का सरकारी मूल्य विगत वर्ष की तुलना में 150 रुपये प्रति क्विंटल अधिक रखा गया है।  ऐसे में किसान अपनी बाजरे की पैदावार कनीना मंडी बेचने के लिए जरूर पहुंचेंगे।
 क्षेत्र के किसान बाजरे की फसल पैदावार लेने के बाद बाजरे के पौधे को सूखाकर इक_ा कर लेते है और पूरी साल इस को काटकर पशुओं को चराया जाता है, विशेषकर सूखा चारा बनाया जाता है।
फोटो कैप्शन 6/7/8: कनीना क्षेत्र में बाजरे एवं कपास फसल
          साथ में मोहन सिंह, अजीत कुमार, महाबीर सिंह मोहन कुमार फोटो।

आर्य समाज के उप-प्रधान को पितृ शोक 

********************************
***************************
 कनीना। कनीना निवासी कांग्रेस के पूर्व ब्लाक अध्यक्ष एवं आर्य समाज के उप-प्रधान बलवान सिंह आर्य को पितृ शोक हो गया है। उनके पिता वीर सिंह का 76 वर्ष की  उम्र में हृदयगति रुकने से निधन हो गया। उनका निधन होने पर क्षेत्र में शोक मनाया गया। वे अपने पीछे 4 पुत्रों सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं वीर सिंह एक समाजसेवी के रूप में जाने जाते रहे हैं। उनकी का अंतिम संस्कार कनीना में किया गया। इस मौके पर पालिका के प्रधान सतीश जेलदार, पूर्व प्रधान मास्टर दिलीप सिंह, उप प्रधान अशोक कुमार ठेकेदार, रविंद्र बंसल, राव मोहर सिंह, राजेश कुमार एडवोकेट सहित भारी संख्या में जन मौजूद थे।
फोटो कैप्शन: वीर सिंह।


बंपर पैदावार होने की संभावना

*******************************
 कनीना। बार-बार हल्की बारिश होने से क्षेत्र में किसानों की खरीफ फसल पकने लगी है। जल्द ही बंपर पैदावार लेने का समय आ रहा है। समय से पहले बीजाई करने से फसल की जल्द ही कटाई कर रबी फसल के लिए पर्याप्त समय मिल जाएगा।
 इस बार जून माह में अच्छी बारिश होने से किसान बीजाई के काम में लग गये और अगैती फसल अब बंपर पैदावार देने के करीब तैयार है।
सावन माह में कम बारिश हुई किंतु फसल लहलहा रही है। अब बेहतर फसल होने के आसार बन गए हैं। बाजरा और कपास की खड़ी फसल में पकने को है। ।
 कनीना के एडीओ विकास कुमार ने बताया कि क्षेत्र में जहां कनीना क्षेत्र में जहां 5950 हेक्टेयर पर कपास, 21300 हेक्टेयर पर बाजरा, 30 हेक्टेयर पर मूंग, 390 हेक्टेयर ढैंचा, 510 हेक्टेयर पर चारा, 1760 हेक्टेयर पर ग्वार,  30 हेक्टेयर पर दालें उगाई गई है। कपास एवं बाजरा दोनों ही फसल अच्छी तरह से बढ़ रही है तथा आने वाले समय में बेहतर होने व बंपर पैदावार देने की संभावना जताई जा रही है। 
किसान सूबे सिंह आदि ने बताया कि सावन माह का आगमन अच्छा नहीं रहा किंतु बाद में हुई बारिश ने उन्हें प्रसन्न कर दिया है।  उनका कहना है कि कपास की फसल काफी बड़ी हो गई है वहीं बाजरे की फसल भी लहलहाने लगी है। दोनों फसलें पकने लगी हैं। अगले पखवाड़े में कटाई शुरू हो जाएगी। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले समय में बेहतर पैदावार होगी। एक और जहां सरकार ने बाजरे का का समर्थन मूल्य भी बढ़ा दिया है बाजरे की अच्छी पैदावार होने की संभावना है। इससे किसानों को लाभ होगा।
 अजीत कुमार का कहना है कि  दो प्रकार की फसल खेतों में उगाई गई है- अगैती तथा पछेती फसल। अगैती फसल कटाई पर्व की ओर अग्रसर है। उनका कहना है कि वर्ष 1995 में कुछ अच्छी बारिश हुई थी तब से लेकर आज तक 25 वर्ष बीत गए हैं किंतु अच्छी बारिश नहीं हुई है। किसान आज भी 1995 के वर्ष को नहीं भुला पा रहे हैं जब पूरे हरियाणा में बाढ़ आ गई थी।
किसान मोहन सिंह ने बताया कि उन्होंने बाजरे की फसल उगा रखी है जहां बाजरे की फसल पकान पर पहुंची हुई है और पकान के बाद इसी माह के अंत में बाजरे की कटाई होने की पूरी संभावना है। अगेती फसल अब भुट्टे पकने लगे है। उन्होंने बताया कि उन्होंने कपास की फसल उगा रखी है और इस समय कपास की फसल खड़ी हुई है।
कृषि अधिकारी डॉक्टर देवराज का कहना है समय समय पर बारिश होने से फसल पककर तैयार है। क्योंकि सितंबर महीने के प्रारंभ में फसल कटाई शुरू हो सकती है। उन्होंने कहा कि मौसम अनुकूल रहा तो बंपर पैदावार होगी। उन्होंने बताया कि बाजरे की फसल 80 से 85 दिन में पक कर तैयार हो जाती है। यदि सही सलामत फसल पकी तो इस बार बंपर पैदावार होने की होगी।
किसान महाबीर सिंह ने बताया कि गेहूं के समर्थन मूल्य से भी अधिक है, गेहूं 1935 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा है जबकि बाजरा उससे महंगा बिक रहा है। विगत वर्ष बाजरे का भाव 2000 रुपये  प्रति क्विंटल था। उन्होंने बताया कि
क्षेत्र में बाजरे की फसल अन्न के रूप में कम तथा पशु चारे के रूप में अधिक प्रयोग की जाती है। बाजरे की फसल से कड़बी(पशु चारे)के काम में लिया जाता है, इसलिए किसान बाजरा जरूर उगाते हैं क्योंकि बाजरा पैदावार लेकर या तो उसे पशुओं को चारे के रूप में या मुर्गी फार्म केंद्रों पर पहुंचाया जाता है। या फिर बाजरे की सरकारी खरीद में बेच दिया जाता है। कनीना मंडी बाजरे की आवक का बेसब्री से इंतजार कर रही है। फिलहाल कनीना मंडी सुनसान पड़ी हुई है।
व्यापार मंडल उप-प्रधान रविंद्र बंसल ने बताया कि इस बार गेहूं 1935 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा है जबकि बाजरे का सरकारी मूल्य विगत वर्ष की तुलना में 150 रुपये प्रति क्विंटल अधिक रखा गया है।  ऐसे में किसान अपनी बाजरे की पैदावार कनीना मंडी बेचने के लिए जरूर पहुंचेंगे।
 क्षेत्र के किसान बाजरे की फसल पैदावार लेने के बाद बाजरे के पौधे को सूखाकर इक_ा कर लेते है और पूरी साल इस को काटकर पशुओं को चराया जाता है, विशेषकर सूखा चारा बनाया जाता है।
फोटो कैप्शन 6/7/8: कनीना क्षेत्र में बाजरे एवं कपास फसल
          साथ में मोहन सिंह, अजीत कुमार, महाबीर सिंह मोहन कुमार फोटो।


बीएमडी क्लब को समाज सेवा एवं कोविड-19 के दौरान दी गई सेवाओं के लिए मिला सम्मान

***************************************
****************************  कनीना। स्वंतन्त्रता दिवस के अवसर पर उपमण्डल प्रशासन द्वारा सामाजिक संस्था बीएमडी क्लब को समाज सेवा एवं कोविड-19 के दौरान लॉकडाउन में नि:स्वार्थ भाव से दी गई सर्वश्रेष्ठ सेवाएं प्रदान करने पर प्रशंसा-पत्र देकर सम्मनित किया गया। कोविड-19 के दौरान सावधानियों को बरतते हुए रणबीर सिंह एसडीएम कनीना की ओर से नगरपालिका कनीना चेयरमैन सतीश जेलदार एवं उपप्रधान अशोक ठेकेदार द्वारा यह प्रशंसा-पत्र प्रदान किया ।चेयरमैन लक्की सीगड़ा एवं सचिव इन्द्रजीत शर्मा ने पहुँचकर यह सम्मान प्राप्त किया।
क्लब के सचिव इन्द्रजीत शर्मा ने बताया की यह सम्मान समारोह उपमण्डल कनीना प्रशासन की ओर से स्वतन्त्रता दिवस समारोह के उपलक्ष्य में राजकीय महाविद्यालय कनीना में आयोजित किया गया था। यह सम्मान क्लब के समस्त सदस्यों को समर्पित हैं जो हर समय क्लब के साथ समाज सेवा के लिए तत्पर रहे हैं।
हम सभी को एक जुट होकर समाज सेवा की तरफ कदम अवश्य बढ़ाने चाहिए।
बीएमडी क्लब के चेयरमैन लक्की सीगड़ा ने रणबीर सिंह एसडीएम कनीना का हार्दिक आभार प्रकट करते हुए कहा कि सम्मान छोटा या बड़ा नही होता सम्मान करने वाले की भावना बड़ी होनी चाहिए। संस्था इस सम्मान से प्रेरित होकर भविष्य में भी समाज एवं देश में सत्तत विकास के लक्ष्यों पर कार्य कर एक नई जाग्रति उत्पन्न करेगी। निश्चित तौर से युवाओं के कुशल नेतृत्व से ही समाज में जागरूकता आ सकती है। हम सभी राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं बसरते हम सभी को अपनी भूमिका को समझना होगा 7
उल्लेखनीय भी हैं की सामाजिक संस्था बीएमडी क्लब 13 वर्षों से समाज सेवा के क्षेत्र में संस्था लगातार देश के कोने-कोने में बढ़-चढ़कर अतुलनीय योगदान दे रही हैं  7 बीएमडी क्लब कैम्पेन कल्पना के तहत नवजात बेटियो के परिवार को सम्मानित करना,महिला सशक्तिकरण के तहत नि:शुल्क सिलाई प्रशिक्षण केन्द्र चलाकर प्रशिक्षित करना ,एक परिवार-एक पौधा,एक बेटी-एक पौधा मिशन के तहत देश भर में एक लाख पौधे लगाने का संकल्प लेकर कार्य करना ,एक परिवार-एक परिंडा,सेव बर्ड विद वाटर,आओ बने पंछियो का सहारा मुहिम,वाटर सर्विस फ़ॉर द पीपल मिशन के तहत प्याऊ बनवाना,राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय दिवस एवं सप्ताह कार्यक्रमो का आयोजन करवाना ,युवा नेतृत्व एवं विकास के लिए सेमिनारों का आयोजन करना,जल संरक्षण अभियान ,आओ सवारे बचपन मुहिम के तहत झुग्गी झोपडिय़ों में रहने वाले बच्चों को नि:शुल्क पढ़ाना,सामाजिक बुराइयों के प्रति लोगों मे जागरूकता लाना एवं सेमिनारों का आयोजन करना एवं लोगो से जुड़ी अन्य सामाजिक समस्याओं का समाधान करवाना जैसे कार्यो में प्रयासरत हैं । पहले भी बीएमडी क्लब संस्था को राष्ट्रीय,राज्य स्तरीय,विभिन्न ग्राम पंचायतों, प्रशासनिक अधिकारियों, राजनेताओं, अन्य सरकारी  एवं  गैर सरकारी  विभागों  और सामाजिक  संस्थाओं  से पुरुस्कृत भी किया जा चुका हैं 7

विभिन्न संस्थानों में मनाया गया स्वतंत्रता दिवस 

***********************************
***************************************
 कनीना। कनीना क्षेत्र के विभिन्न संस्थाओं में दिनभर स्वतंत्रता दिवस मनाया गया। उपमंडल स्तर पर स्वतंत्रता दिवस कनीना के राजकीय महाविद्यालय में मनाया गया। एसडीएम रणवीर सिंह ने जहां ध्वजारोहण किया वहीं हरियाणा पुलिस की टुकड़ी, एनसीसी की टुकडिय़ों ने मार्च पास्ट किया। इस मौके पर उन्होंने अपने व्याख्यान में कहा कि प्रदेश सरकार विकास कार्यों में किसी प्रकार की कोई कसर नहीं छोड़ रही है। शहीद हो या कृषि क्षेत्र हो या फिर किसानों का मसला हो या शिक्षा का क्षेत्र हर क्षेत्र में सरकार ने बहुत कुछ किया है। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य है कि कोरोना के चलते अमेरिका जैसे देश में प्रभावित हो गए हैं तो यहां भी प्रभावित होना स्वाभाविक है। इस मौके पर उन्होंने समाजसेवियों शहीदों के परिजनों को शिक्षा के क्षेत्र में नाम कमाने वालों को भी सम्मानित किया।
इस अवसर पर जहां करीना न्यायालय के न्यायाधीश प्रतीक जैन एवं प्रवीण कुमार, खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी युद्धवीर सिंह, नायब तहसीलदार सत्यपाल यादव, खंड शिक्षा अधिकारी अभय राम यादव, एसडीओ नरेंद्र कुमार, नगर पालिका अध्यक्ष सतीश जेलदार पालिका के दोनों पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह लोढ़ा एवं मा. दलीप सिंह, एसएमओ धर्मेंद्र सिंह, जितेंद्र मोरवाल ,दुर्गादत्त गोयल, थाना प्रभारी विनय कुमार चौकी इंचार्ज गोविंद सिंह, प्रोफेसर हरिओम भारद्वाज आदि उपस्थित थे।
राजकीय माध्यमिक विद्यालय झगडोली में गांव झगडोली की  बेटी डॉक्टर एकता शर्मा ने ध्वजारोहण किया। इस मौके पर सरपंच संजय शर्मा व गंगाधर शास्त्री मुखिया सरोज यादव, अशोक कुमार शर्मा, संतोष कुमार , सुशील कुमार, विकाश बाबू,व रामफल मुख्य शिक्षक प्राथमिक पाठशाला आदि उपस्थित थे।
उधर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कनीना में सबसे पढ़ी लिखी छात्रा आरती यादव ने ध्वजारोहण किया। इस मौके पर एनसीसी की  टुकड़ी ने मार्च पास्ट किया। इस अवसर पर जहां प्राचार्य लाल सिंह, पंकज कुमार हेड मास्टर, रमन शास्त्री, ईश्वर सिंह प्राध्यापक सहित एसएमसी प्रधान कृष्ण सिंह आदि मौजूद थे।
उधर राजकीय उधर एसडी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में गणतंत्र दिवस मनाया गया। इस मौके पर प्राचार्य ओमप्रकाश यादव एवं विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्य राजेंद्र सिंह ने ध्वजारोहण किया वही शहीदों को भी नमन किया।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धनौंदा में जहां स्कूल में अव्वल रही दो सगी बहने हंशु एवं सिवानी के साथ आचार्य कृष्ण सिंह ने ध्वजारोहण किया। वही मुख्याध्यापक महिपाल सिंह, राजवीर सिंह तथा समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।
राजकीय उच्च विद्यालय भडफ़ के प्रांगण में शोध छात्रा रीना यादव ने ध्वजारोहण किया तथा सरपंच महेंद्र सिंह एसएमसी प्रधान कृष्ण कुमार आदि उपस्थित थे। इस मौके पर पौधारोपण भी किया गया। फूलचंद लाली देवी महेश कुमार आदि उपस्थित थे।
राजकीय माध्यमिक विद्यालय पड़तल में भी ध्वजारोहण गांव की पढ़ी लिखी उषा कुमारी, राजकुमार मुख्याध्यापक ने किया। इस अवसर पर कोरोना वारियर्स को पुरस्कृत भी किया गया।
फोटो कैप्शन 1: सांस्कृतिक कार्यक्रम अकी झलक
2: एसडीएम सम्मानित करते हुए।
3:कनीना कालेज में ध्वजारोहण के बाद परेड सलामी लेते रणबीर सिंह एसडीएम।

4 साल पूरे होने पर किया गया हवन, जज बने मुख्य अतिथि 

******************************
******************************
 कनीना। कनीना न्यायिक परिसर स्थापित हुए 4 वर्ष पूरे होने पर बार एसोसिएशन कनीना द्वारा न्यायिक परिसर में हवन आयोजित किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि प्रतीक जैन एसडीजेएम तथा प्रवीन कुमार जेएमआईसी थे। इस मौके पर पूर्णाहुति एसडीएम कनीना रणबीर सिंह ने भी दी।
 विस्तृत जानकारी देते हुए बार एसोसिएशन कनीना के प्रधान हरीश गाहड़ा ने बताया कि वर्ष 2016 में 16 अगस्त को न्यायिक परिसर कनीना की स्थापना हुई थी जबकि कनीना को उपमंडल का दर्जा वर्ष 2014 में दिया गया था। न्यायिक परिसर स्थापित हुए तीन वर्ष पूरे होने पर हवन आयोजित किया गया। इस मौके पर उपस्थित सभी अधिकारियों, बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने हवन में पूर्णाहुति दी। हवन श्याम मंदिर कनीना के पंडित प्रदीप शास्त्रीने पूर्णाहुति डलवा कर पूरा किया करवाया। इस मौके पर  विभिन्न पदाधिकारी एवं जन उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 4: आहुति देते हुए एसडीजेएम प्रतीक जैन सहित विभिन्न पदाधिकारी।

आईएनए के सैनिक गूगन सिंह को घर पर किया सम्मानित

****************************
**************************************
-सरकार दे रही है उन्हें सम्मान

*************************************
कनीना। स्वतंत्रता की 74वीं वर्षगांठ पर एसडीएम कनीना रणबीर सिंह ने कनीना उपमंडल के जीवित स्वतंत्रता सेनानी को घर पर जाकर सम्मानित किया एवं हालचाल पूछा। उन्हें शाल ओढाकर गुलदस्ता भेंट किया।
उन्होंने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की सेना में भर्ती होकर आजादी की लड़ाई में भाग लिया और देश के लिए नाम कमाया है।अपने देश की आजादी के लिए खुलकर लड़ाई लड़ी और अंग्रेजों से लोहा लिया, जेल में गए और अनेकों यातनाएं झेली।
नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने 1942 में आजाद हिंद फौज की स्थापना की थी। इस फौज में करीब 43 हजार सैनिक थे। जब यह फौज गठित की गई तो भारतीय सैनिक आकर्षित हुए और जोश एवं जुनून के साथ नेताजी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर युद्ध में लड़े। स्याणा के गुगन सिंह सैनिक इसी फौज में भर्ती हुए थे।
 गुगन सिंह आज जीवित है जिनकी उम्र 96 वर्ष के करीब बताई जा रही है। गांव स्याणा में जीवाराम के घर में सबसे छोटे बेटे का नाम गुगन सिंह है जो आइएनए के सेनानी हैं और आज जीवित है। ये 1940 में अंग्रेजी सेना भर्ती हो गए और अंबाला कैंट में इनकी ट्रेनिंग पूरी की गई। ट्रेनिंग करते हुए पाकिस्तान के हैदराबाद में सेवा के लिए भेज दिया गया। तत्पश्चात उन्हें भारत के  हैदराबाद भेजा गया। तत्पश्चात मुंबई मुंबई भेजा और वहां से ईरान में भेज दिया गया।
हिटलर से मिलकर नेताजी सुभाषचंद्र बेस ने  आजाद हिंद फौज का गठन किया जिसमें भर्ती होकर उन्होंने देश की आजादी की लड़ाई में बढ़-चढ़कर भाग लिया। बोस सेना का गठन करकेे जापान चले गए तो उन्होंने अन्य सैनिकों को संगठित किया। मगर जर्मनी की हार हो गई। तत्पश्चात इनको इंग्लैंड भेजा गया। इंग्लैंड जाकर वे बीमार हो गए। उन्हें वायुयान द्वारा हैदराबाद के अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। अस्पताल में इलाज दौरान कोई सुधार नहीं हुआ तो उन्हें आसौदा(रोहतक) भजा गया। वहां से उन्हें 25 रुपये देकर घर भेज दिया गया। मगर वे घर आने की बजाय दरियागंज दिल्ली में कांग्रेस के कार्यालय में चले गए या आजादी की लड़ाई में लड़ते रहने की सोच कर 1946 में कांग्रेस कार्यालय में गए थे किंतु उनके हालात सुधार नहीं हुआ तो वे घर आ गए। देश आजाद होने के बाद 1957 में ये पूर्ण स्वस्थ हो गए और फिर से सेना में भर्ती हो गए। 1957 से 1974 तक इन्होंने देश की सेवा की तथा रिटायर कर दिया गया। तत्पश्चात से  वे अपने गांव आ गए और गांव में अपने परिजनों के साथ रहते हैं। उपमंडल कनीना के वे एकमात्र ऐसे सेनानी है जो आजाद हिंद फौज से संबंध रखते हैं और अभी भी जीवित हैं। उनके तीन पुत्र एवं दो पुत्रियां हैं।
फोटो कैप्शन: जीवित आइएनए सेनानी गुगन सिंह


कनीना क्षेत्र में आए 13 कोरोना संक्रमित

*********************************
***********************************
 कनीना। पंद्रह अगस्त पर कनीना क्षेत्र में 13  कोरोना संक्रमित आये। विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों ने आगामी कार्रवाई करदी है।
प्राप्त विवरण अनुसार भडफ़ में चार, कनीना में 5 भीगावन दो, मुंडिया खड़ा एक, पोता में एक संक्रमित पाया गया।
कनीना की उपमंडल के गांव पोता, मुंडिया खेड़ा में एक एक तथा झीगावन में दो कोरोना  संक्रमित पाये गये। जबकि कनीना में 5 कोरोना संक्रमित पाए गए यह सभी कंटेनमेंट जोन से संबंध रखते हैं। अधिकांश दूसरे राज्यों से आये मजदूर है और उन्होंने 13 अगस्त को टेस्ट करवाया था तो 15 अगस्त को रिपोर्ट आई है। उन्हें पटिकरा में स्वास्थ्य लाभ के लिए भेज दिया है।
  भडफ़ में जहां पहले ही कोंटेंमेंट जोन में पहले से ही रेपिड टेस्ट में आइसोलेट किये हुये कोरोना संक्रमित थे उनमें एक और बढ़ गया है। वहीं कनीना में वार्ड दस में कोंटेंमेंट जोन में पहले ही दो केस थे वहां तीन और संक्रमित आ गये हैं वहीं वार्ड दस में एक श्रमिक बरेली से आया हुआ तथा वार्ड नौ में भी एक श्रमिक  वैशाली, बिहार से आया हुआ कोरोना संक्रमित पाया गया है। डा विनय, डा मोनिका, डा अंजली , शीशराम एचआई, सुनील कुमार, सरीता आदि ने स्क्रीनिंग की।
फोटो कैप्शन 9: स्क्रीनिंग करते हुए सुनील कुमार।




आईएनए के सैनिक गूगन सिंह को घर पर किया सम्मानित
-सरकार दे रही है उन्हें सम्मान

***********************************
कनीना। स्वतंत्रता की 74वीं वर्षगांठ पर एसडीएम कनीना रणबीर सिंह ने कनीना उपमंडल के जीवित स्वतंत्रता सेनानी को घर पर जाकर सम्मानित किया एवं हालचाल पूछा। उन्हें शाल ओढाकर गुलदस्ता भेंट किया।
उन्होंने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की सेना में भर्ती होकर आजादी की लड़ाई में भाग लिया और देश के लिए नाम कमाया है।अपने देश की आजादी के लिए खुलकर लड़ाई लड़ी और अंग्रेजों से लोहा लिया, जेल में गए और अनेकों यातनाएं झेली।
नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने 1942 में आजाद हिंद फौज की स्थापना की थी। इस फौज में करीब 43 हजार सैनिक थे। जब यह फौज गठित की गई तो भारतीय सैनिक आकर्षित हुए और जोश एवं जुनून के साथ नेताजी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर युद्ध में लड़े। स्याणा के गुगन सिंह सैनिक इसी फौज में भर्ती हुए थे।
 गुगन सिंह आज जीवित है जिनकी उम्र 96 वर्ष के करीब बताई जा रही है। गांव स्याणा में जीवाराम के घर में सबसे छोटे बेटे का नाम गुगन सिंह है जो आइएनए के सेनानी हैं और आज जीवित है। ये 1940 में अंग्रेजी सेना भर्ती हो गए और अंबाला कैंट में इनकी ट्रेनिंग पूरी की गई। ट्रेनिंग करते हुए पाकिस्तान के हैदराबाद में सेवा के लिए भेज दिया गया। तत्पश्चात उन्हें भारत के  हैदराबाद भेजा गया। तत्पश्चात मुंबई मुंबई भेजा और वहां से ईरान में भेज दिया गया।
हिटलर से मिलकर नेताजी सुभाषचंद्र बेस ने  आजाद हिंद फौज का गठन किया जिसमें भर्ती होकर उन्होंने देश की आजादी की लड़ाई में बढ़-चढ़कर भाग लिया। बोस सेना का गठन करकेे जापान चले गए तो उन्होंने अन्य सैनिकों को संगठित किया। मगर जर्मनी की हार हो गई। तत्पश्चात इनको इंग्लैंड भेजा गया। इंग्लैंड जाकर वे बीमार हो गए। उन्हें वायुयान द्वारा हैदराबाद के अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। अस्पताल में इलाज दौरान कोई सुधार नहीं हुआ तो उन्हें आसौदा(रोहतक) भजा गया। वहां से उन्हें 25 रुपये देकर घर भेज दिया गया। मगर वे घर आने की बजाय दरियागंज दिल्ली में कांग्रेस के कार्यालय में चले गए या आजादी की लड़ाई में लड़ते रहने की सोच कर 1946 में कांग्रेस कार्यालय में गए थे किंतु उनके हालात सुधार नहीं हुआ तो वे घर आ गए। देश आजाद होने के बाद 1957 में ये पूर्ण स्वस्थ हो गए और फिर से सेना में भर्ती हो गए। 1957 से 1974 तक इन्होंने देश की सेवा की तथा रिटायर कर दिया गया। तत्पश्चात से  वे अपने गांव आ गए और गांव में अपने परिजनों के साथ रहते हैं। उपमंडल कनीना के वे एकमात्र ऐसे सेनानी है जो आजाद हिंद फौज से संबंध रखते हैं और अभी भी जीवित हैं। उनके तीन पुत्र एवं दो पुत्रियां हैं।
फोटो कैप्शन:























जीवित आइएनए सेनानी गुगन सिंह

No comments: