रामचंद्र कह गए सिया से ऐसा कलयुग आएगा
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कनीना। कभी फिल्मी दुनिया में गोपी नामक फिल्म में बहुत सुंदर गीत- रामचंद्र कह गए सिया से ऐसा कलियुग आएगा, बहुत प्रसिद्ध हुआ था। जिसमें कही गई बातें शत प्रतिशत सही उतरती जा रही है। जिसका एक उदाहरण कनीना उपमंडल के गांव में देखने को मिला जब एक पिता ने अपनी नाबालिग पुत्री के साथ गंदी हरकतें की तथा यहां तक कि बालिका ने आरोप लगाया है कि उनके कपड़े भी शराब के नशे में फाड़ डाले। पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
उधर कनीना के उपमंडल अधिकारी (विद्युत) के बयान पर चेलावास के सज्जन सिंह नामक व्यक्ति के विरुद्ध सरकारी कार्यों में बाधा डालने का मामला दर्ज किया है। उन्होंने पुलिस में शिकायत दी है कि जो उनके कर्मचारी पोल पर केबल लगा रहे थे तो सज्जन सिंह नामक व्यक्ति ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया और कार्य में बाधा डाली।
जल्दी मिलेगा महेंद्रगढ़ जिले के किसानों को मुआवजा
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कनीना। भाजपा जिला सचिव ओमप्रकाश लिसानिया ने बताया कि महेंद्रगढ़ जिले के किसानों के लिए फरवरी 2020 में हुई ओलावृष्टि के दृष्टिगत 7 करोड़ 56 लाख रुपए की राशि मंजूर हो गई है। यह राशि कनीना उपमंडल के विभिन्न गांव में हुई नुकसान की भरपाई के रूप में दी जाएगी। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा विभिन्न जिलों के लिए अलग अलग राशि मंजूर कर ली है जो जल्द ही किसानों को आवंटित कर दी जाएगी जिसमें किसानों की सरसों और गेहूं की फसल खराब हो गई थी। उन्होंने कहा बताया कि कनीना उपमंडल के करीब आधा दर्जन गांवों में ओलावृष्टि का प्रभाव पड़ा था जिनकी गिरदावरी भी हो चुकी है।
विभाग ने चलाया स्क्रीनिंग अभियान
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कनीना। कनीना के वार्ड 12 में विगत दिनों तीन कोरोना संक्रमित जन मिले थे। उनके आसपास घरों में स्क्रीनिंग अभियान चलाया।
डॉ विनय, डॉ सार्थक की देखरेख में एसएमओ डॉ धर्मेंद्र तथा शीशराम एचआई एवं सुनील कुमार आदि ने स्क्रीनिंग अभियान चलाया। मिली जानकारी अनुसार कनीना के वार्ड 12 में तीन कोरोना संक्रमित मिले थे। सरकारी हिदायतों के अनुसार 7, 14 और 21 दिन के बाद क्षेत्र में स्क्रीनिंग की जाती है जिसमें से अब तक दो संक्रमितों के 7 दिन पूरे होने के कारण फिर से क्षेत्र में स्क्रीनिंग की गई जबकि एक संक्रमित को 21 दिन होने के कारण स्क्रीनिंग की गई है। इन तीनों में से एक कोरोना संक्रमित को पटिकरा भेजा हुआ है जबकि दो घर पर ही आइसोलेट है।
उल्लेखनीय है कि कनीना क्षेत्र में विगत दिनों से कुछ कोरोना संक्रमित बढ़े हैं जिसके चलते उप नागरिक अस्पताल की ओर से त्वरित कार्रवाई की जा रही है। सुनील कुमार एमपीडब्ल्यू ने बताया कि स्क्रीनिंग का कार्य पूर्ण हो गया है तथा इस स्क्रीनिंग कार्य में लोगों के ताप आदि का पता लगाया जाता है।
फोटो कैप्शन 5: स्क्रीङ्क्षनंग करते हुए सुनील कुमार
रघुकुल रीत सदा चली आई, प्राण जाए पर वचन न जाई
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कनीना। रघुकुल रीत सदा चली आई, प्राण जाए पर वचन न जाई। ये विचार कनीना के प्राध्यापक सुरेंद्र कुमार नेव्यक्त करते हुए कहा कि भगवान श्री राम चन्द्र जी के कुल की यह कहावत चिर परिचित हैं। इसी कहावत को चरितार्थ करते हुए, चिर सनातन संस्कृति के वाहक हिन्दू धर्म की आस्था के प्रतीक भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर अयोध्या में बनने जा रहा है। जिसकी भूमि पूजन का कार्यक्रम 5 अगस्त 2020 को हो रहा है। इसी के साथ कई दशक पुराना संकल्प पूर्ण होगा। यहीं वो वचन जिसे पूर्ण करने के लिए मां भारती के प्रत्येक हिन्दू ने अपनी आस्था जताते हुए, अनेकों बार संघर्ष किया, कोठारी बन्धुओं जैसे अनेक भक्तों ने अपनी जान की बाजी लगाई तो अनेकों साधू संतों, सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अपने जीवन इस कार्य के लिए खपा दिए। वर्तमान में हिन्दू समाज बड़ी तन्मयता से इस कार्य में लगा है। माँ भारती के प्रत्येक नगर गाँव के धार्मिक स्थलों से पवित्र जल औऱ मिट्टी अयोध्या में मन्दिर की नींव स्थापना के लिए भेजी जा रही हैं।जिसके लिए देश व विदेश में कार्यकर्ता इस कार्य में लगे हैं। समाज के सभी नागरिकों में एक अजीब सा जोश और उत्साह है और हो भी क्यों ना , क्योंकि हम सब जानते हैं कि अयोध्या वह दैव भूमि हैं, जहाँ भगवान श्रीराम जी का जन्म हुआ था। वहां भगवान श्रीराम का मंदिर था जिसे बाबर की सेना ने 1528 में तोड़ कर बाबरी मस्जिद बना दी। यह हिंदुओं की आस्था पर एक गहरी चोट थीं, जो एक लंबे समय और संघर्ष के बाद हमारी संस्कृति के प्रतीक और हमारी आस्था के केन्द्र श्री राम जी का मंदिर बनाने जा रहा है। इस दिन को माँ भारती का प्रत्येक नागरिक दीपावली जैसे जोश और उत्साह से मनाएगा। दीप प्रज्वलित करने चाहिए, मिठाई बाँटनी चाहिए। मन्दिरों, धार्मिक स्थलों पर भजन कीर्तन, सत्संग आदि का आयोजन करना चाहिए।
फोटो कैप्शन: सुरेंद्र सिंह
रामचंद्र कह गए सिया से ऐसा कलयुग आएगा
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कनीना। कभी फिल्मी दुनिया में गोपी नामक फिल्म में बहुत सुंदर गीत- रामचंद्र कह गए सिया से ऐसा कलियुग आएगा, बहुत प्रसिद्ध हुआ था। जिसमें कही गई बातें शत प्रतिशत सही उतरती जा रही है। जिसका एक उदाहरण कनीना उपमंडल के गांव में देखने को मिला जब एक पिता ने अपनी नाबालिग पुत्री के साथ गंदी हरकतें की तथा यहां तक कि बालिका ने आरोप लगाया है कि उनके कपड़े भी शराब के नशे में फाड़ डाले। पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
उधर कनीना के उपमंडल अधिकारी (विद्युत) के बयान पर चेलावास के सज्जन सिंह नामक व्यक्ति के विरुद्ध सरकारी कार्यों में बाधा डालने का मामला दर्ज किया है। उन्होंने पुलिस में शिकायत दी है कि जो उनके कर्मचारी पोल पर केबल लगा रहे थे तो सज्जन सिंह नामक व्यक्ति ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया और कार्य में बाधा डाली।
रक्षा बंधन के पर्व को लेकर बाजारों में रौनक
-3 अगस्त को मनाया जा रहा है रक्षा बंधन
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कनीना। रक्षा बंधन के पर्व को लेकर बाजारों में रौनक पूरे यौवन पर है। तीन अगस्त को रक्षा बंधन का पर्व मनाया जा रहा है। रक्षा पर्व भी अब हाइटेक हो गया है।
रक्षा बंधन के पर्व को लेकर बाजारों में रौनक आ गई है। रंग बिरंगी राखियों से बाजार सज गए हैं और पेठे की मिठाई की बहार आ गई है। बाजारों में रौनक तो है ङ्क्षकतु कोरोना के चलते खरीददार कम नजर आ रहे हैं। विगत तीन वर्षों तेक प्रदेश सरकार ने बहनों के लिए रोडवेज की बसों में मुफ्त जाने की सुविधा प्रदान करके सराहनीय काम किया है किंतु इस बार न तो अधिक बसें चल रही हैं और न ही महिलाओं को मुफ्त जाने आने की सुविधा दी है।
राखी बेचने वाले योगेश कुमार, रोहित कुमार, कृष्ण कुमार ने बताया कि अब डोरा राखी ज्यादा पसंद की जाती हैं जबकि अन्य राखियों की मांग कम है। एक तो ये भेजने में हल्की होती हैं वहीं इन राखियों को युवा वर्ग पसंद करता है। बाजार में विभिन्न प्रकार की राखियों का जोर है किंतु डोरा राखी अधिक पसंद की जा रही हैं। अब पुराने वक्त में प्रयोग की जाने वाली चौड़ी-चौड़ी राखियां देखने को नहीं मिल रह हैं। संगीत निकालने वाली एवं रोशनी करने वाली कई प्रकार की राखियां बाजार में आ चुकी हैं। राखी बेचने वाले रोहित कुमार का कहना है कि हर वर्ष अलग अलग प्रकार की राखी बाजार में आती हैं और मांग भी अलग अलग होती है।
राखी भेजने के ढंग बदले-
रक्षा पर्व पर बहनों द्वारा भाई के लिए भेजी जाने वाली राखियों का भेजने का ढंग ही बदल गया है। अब तो आनलाइन राखी भेजी जाती हैं। एक जमाना था जब इन दिनों डाकघर के द्वारा सबसे अधिक राखियां भेजी जाती थी। पोस्टमैन राजेंद्र सिंह का कहना है कि उस वक्त 20 दिनों से लेकर एक माह तक केवल राखियों के पैकेट घर घर पहुंचाए जाते थे। ये राखियां तीन दिनों से दस दिनों के बीच गंतव्य स्थान पर पहुंचती थी। पोस्टमैन का काम उन दिनों सबसे अधिक होता था। इसके बाद कुरियर सेवा क्या चली लोगों का रुझान राखी भेजने में कुरियर की ओर बढ़ा। इसके बाद तो डाकघरों में राखी कम से कम आने लगी। समय बदला और डाकघरों की बजाय लोग राखी न भेजकर रक्षा बंधन पर्व पर या तो भाई बहन के पास या बहन भाई के पास पहुंचती है। इस प्रकार रक्षा पर्व भी हाइटेक हो गया है। इस बार कोरोना मार के चलते आनलाइन राखी भेजी गई हैं।
जहरीला जानवर काटने से एक की मौत
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कनीना। कनीना खंड के गांव उन्हाणी में एक युवक की जहरीला जानवर काटने से मौत हो गई। मिली जानकारी अनुसार अमित 35 वर्षीय अविवाहित युवक अपने खेतों में शुक्रवार को फव्वारा सेट बदलने के लिए गया था जहां उन्हें किसी जहरीले जानवर ने काट लिया। उन्होंने घर आकर कुछ नहीं बताया लेकिन रात्रि को अपने भाई पवन से बताया कि उनके शरीर में कुछ खुजली चल रही है। उसका भाई पवन उन्हें लेकर सीधा महेंद्रगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा जहां तक पहुंचते पहुंचते शरीर में जहर फैल गया और उनकी मौत हो गई। पवन के बयान पर कनीना पुलिस ने इत्तफाकिया मौत की कार्रवाई कर दी और अंतिम संस्कार कर दिया गया है।
मृतक के भाई पवन ने बताया कि जब उनको देखा तो पैरों में सूजन आया हुआ था और पूरा शरीर नीला हो गया था । हम तुरंत अमित को महेंद्रगढ़ राजकीय अस्पताल लेकर गए । जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया । परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव का अस्पताल में पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया। पुलिस का मानना है कि अमीत की मौत जहरीले जानवर के काटने से हुई है।
रविवार को भी बटेगी डाक
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कनीना। इस बार जहां रक्षाबंधन पर्व के दृष्टिगत रविवार को भी डाक बांटी जाएगी। उधर शनिवार को ईद का डाकघरों में अवकाश रहा है। रविवार को जहां कार्यालय में कार्य नहीं होगा किंतु डाक वितरण का कार्य होगा।
पोस्टमैन राजेंद्र सिंह ने बताया कि उन्हें विगत वर्षों की भांति इस बार भी रविवार को रक्षाबंधन के पर्व के दृष्टिगत डाक वितरण करने का कार्य करना होगा। क्योंकि इस बार कोरोना के चलते अधिकांश महिलाओं ने राखियां डाक के जरिए भेजी है जिसके चलते डाक वितरण कार्य होगा।
एक तरफ कोरोना और दूसरी तरफ रक्षाबंधन संवाद
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कनीना। एक और रक्षाबंधन का भाई बहन का अटूट प्यार का पर्व वहीं दूसरी ओर कोरोना का डर है। साधनों का अभाव होने के कारण निजी साधनों द्वारा ही एकमात्र भाइयों तक पहुंचा जा सकेगा। इस बार वैसे भी सरकार ने रोडवेज की बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त सफर की सुविधा नहीं दी है। ऐसे में जहां महिलाओं के लिए इस बार अपने भाइयों तक पहुंचना कठिन है वही उनके भाई भी चाहते हैं कि कोरोना के दृष्टिगत उनकी बहने स्वस्थ रहें और उन तक न पहुंचे। फिर भी ऐतिहात के नियमों का पालन करते हुए बहुत से भाई तथा बहने अपने इधर उधर होंगे जिससे रोग फैलने की संभावना बढ़ सकती है।
कनीना के रवि कुमार, दिनेश कुमार, महेंद्र सिंह आदि ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते हुए इस बार अपनी बहनों तक निजी साधनों से जाएंगे। उन्होंने बताया कि कोरोना का डर बहुत सता रहा है किंतु मजबूरीवश निजी साधनों जाएंगे। उनका कहना है कि अगर कोरोना नहीं होता तो हंसी खुशी से यह त्यौहार मनाया जाता है। उधर महिलाएं आशा, नीलम, बबली आदि ने बताया कि वे कोरोना के मारे भाइयों तक नहीं पहुंच पाएंगी। उन्होंने ऑनलाइन ही राखी भेज दी है तथा उनके भाइयों तक राखी पहुंच चुकी है। कोरोना के दृष्टिगत इधर उधर जाने में अधिकांश लोग असहमत है।
लोगों का कहना है कि यदि इधर उधर जाएंगे तो कोरोना की मार अधिक पड़ेगी जिसके चलते कोरोना अधिक फैल सकता है।
विभाग ने चलाया स्क्रीनिंग अभियान
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कनीना। कनीना के वार्ड 12 में विगत दिनों तीन कोरोना संक्रमित जन मिले थे। उनके आसपास घरों में स्क्रीनिंग अभियान चलाया।
डॉ विनय, डॉ सार्थक की देखरेख में एसएमओ डॉ धर्मेंद्र तथा शीशराम एचआई एवं सुनील कुमार आदि ने स्क्रीनिंग अभियान चलाया। मिली जानकारी अनुसार कनीना के वार्ड 12 में तीन कोरोना संक्रमित मिले थे। सरकारी हिदायतों के अनुसार 7, 14 और 21 दिन के बाद क्षेत्र में स्क्रीनिंग की जाती है जिसमें से अब तक दो संक्रमितों के 7 दिन पूरे होने के कारण फिर से क्षेत्र में स्क्रीनिंग की गई जबकि एक संक्रमित को 21 दिन होने के कारण स्क्रीनिंग की गई है। इन तीनों में से एक कोरोना संक्रमित को पटिकरा भेजा हुआ है जबकि दो घर पर ही आइसोलेट है।
उल्लेखनीय है कि कनीना क्षेत्र में विगत दिनों से कुछ कोरोना संक्रमित बढ़े हैं जिसके चलते उप नागरिक अस्पताल की ओर से त्वरित कार्रवाई की जा रही है। सुनील कुमार एमपीडब्ल्यू ने बताया कि स्क्रीनिंग का कार्य पूर्ण हो गया है तथा इस स्क्रीनिंग कार्य में लोगों के ताप आदि का पता लगाया जाता है।
फोटो कैप्शन 5: स्क्रीङ्क्षनंग करते हुए सुनील कुमार
विष्णु के सातवें अवतार हैं श्रीराम-प्रदीप शास्त्री
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कनीना। रामचन्द्र भगवान विष्णु के सातवें अवतार हैं, और इन्हें श्रीराम और श्रीरामचन्द्र के नामों से भी जाना जाता है। रामायण में वर्णन के अनुसार अयोध्या के सूर्यवंशी राजा, चक्रवर्ती सम्राट दशरथ ने पुत्र की कामना से यज्ञ कराया जिसके फलस्वरूप उनके पुत्रों का जन्म हुआ। ये विचार कनीना के खाटूश्याम मंदिर पुजारी प्रदीप शास्त्री ने व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि श्रीराम का जन्म देवी कौशल्या के गर्भ से अयोध्या में हुआ
राम राम शब्द का अर्थ क्या यह जाने है 'प्रकाशÓ। किरण एवं आभा (कांति) जैसे शब्दों के मूल में राम है। 'राÓ का अर्थ है आभा (कांति) और 'मÓ का अर्थ है मैं, मेरा और मैं स्वयं। राम का अर्थ है मेरे भीतर प्रकाश, मेरे ह्रदय में प्रकाश। निश्चय ही 'रामÓ ईश्वर का नाम है, जो इस धरती पर 7560 ईसा पूर्व अर्थात 9500 वर्ष पूर्व अवतरित हुए थे।
भगवान की जो जन्मभूमि है वहां परमपिता परमात्मा का मंदिर था जो कि पृथ्वी तल पर कुछ हमारे भारतवर्ष में अन्याय और बाप कर्मियों का बाप है से उडऩे लगा और राक्षस प्रवृत्ति जनों का शासन आ गया उस शासनकाल में हमारे प्रभु का मंदिर तोड़ दिया गया,,1660 मैं मंदिर तोड़ दिया गया औरंगजेब शासनकाल में
और प्रभु तब से भक्तों के मन में वास करने लगे और उन्हीं प्रभु के भक्तों के कठिन परिश्रम के बाद आज भगवान श्री रामचंद्र का परम मंदिर का पुन: निर्माण हो रहा है और इस बात की हमें आवश्यकता है खुशी हम शब्दों में बयां नहीं कर सकते परमपिता परमात्मा जो जीवन के दाता हैं जीवन को मोक्ष देने वाले हैं और उन्हीं में सब है आज उनके मंदिर का पुन: निर्माण होने जा रहा है 5 अगस्त को हमारे प्रभु का मंदिर का न्यू पूजन किया जाएगा इस खुशी मैं सभी भक्तगण भगवान परमपिता परमात्मा श्री रामचंद्र जी का पूजन पाठ करें और ध्यान करें और खुशियां मनाएं और हमारे सभी राम भक्तों को ढेर सारी शुभकामनाएं और 500 लगभग सालों के बाद आज प्रभु का मंदिर बन रहा है इसलिए 5 अगस्त को दिवाली की तरह त्यौहार मनाना है तथा घी का दीपक जलाना है।
परमात्मा के घर देर है अंधेर नहीं है-महेश बोहरा
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कनीना। परमात्मा के घर देर है अंधेर नहीं अयोध्या में बन रहे श्रीराम भव्य मंदिर के संदर्भ में बोलते हुए विहिप प्रखंड अध्यक्ष महेश बोहरा ने कहा कि लगभग 500 साल के लंबे संघर्ष के बाद सभी सामाजिक संगठन एवं हिंदू समाज ने विजय प्राप्त की एक जाति विशेष के द्वारा भरपूर मात्रा में झूठ को परोसा गया।
लंबे संघर्ष के बाद आखिरकार सच्चाई की जीत हुई और 5 अगस्त के दिन श्री राम का भव्य मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन होने जा रहा है। श्री बोहरा ने विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं से निवेदन करते हुए कहा सभी कार्यकर्ता ज्यादा से ज्यादा घरों में दीपक बांटने का कार्य शुरू करें ताकि 5 अगस्त के दिन सभी घरों में दीपक जलाए जाएं। श्री बोहरा ने कहा कि मुझे मालूम है कि विश्व हिंदू परिषद ही नहीं अब तो सभी सामाजिक संगठनों में बहुत भारी जोश एवं खुशी की लहर है। इसी दौरान हमें खुशी मनाते हुए कोरोना महामारी का भी ध्यान रखना है। मास्क लगाकर हाथों में दस्ताने पहनकर दीपक बांटना झंडे लगाना गांव गली को सजाना आदि कार्य करने है श्री बोहरा ने कहा की रक्षाबंधन के त्यौहार पर भी किसी प्रकार की अफवाह में ना आएं और खुशी-खुशी रक्षाबंधन का त्यौहार मनाए। सिर्फ सावधानी बरतें और हर साल की भांति रक्षाबंधन बनाएं।
फोटो कैप्शन : महेश बोहरा
क्षेत्र में मनाई बकरीद
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कनीना। कनीना क्षेत्र में मुस्लिम समुदाय ने बकरीद (ईद उल जुहा) का पर्व मनाया। इस मौके पर इस बार जहां कोरोना के चलते बकरे की बलि नहीं दी गई वही नमाज पढ़कर और विभिन्न प्रकार के पकवान बनाकर पर्व मनाया। आपस में मुस्लिम समुदाय के लोग गले मिले। प्राप्त विवरण अनुसार कोरोना के चलते इस बार मुस्लिम समुदाय ने बकरे की बलि नहीं दी तथा विभिन्न प्रकार के पकवान जिनमें हलवा सेवई, जर्दा चावल, नमकीन चावल, छोले,खीर आदि बनाकर मिल बैठकर खाया वही मुस्लिम समुदाय एक दूसरे से गले मिलकर ईद की बधाई दी। तत्पश्चात उन्होंने ईद पर नमाज भी अदा की।
उल्लेखनीय है कि कनीना क्षेत्र में मुस्लिम समुदाय काफी तादाद में है और उन्होंनेइस बार अपने घरों में रहकर ही नमाज अदा की। अपने परिवार सहित उन्होंने नमाज अदा करके खुशी जताई वहीं विभिन्न प्रकार के पकवान बनाकर खाये। मुस्लिम समुदाय के नवरंग खान तथा नवीन अली ने बताया इस बार कोरोना के डर के चलते उन्होंने सद्भावना, पूर्ण एकता को दर्शाते हुए यह पर्व मनाया है, घरों में ही अपनी नमाज पढ़ कर गुजारा चलाया वही घर में सादा खाना मीठा खाना बनाकर खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि यह मुस्लिम समुदाय का प्रमुख पर्व है और इसमें एक दूसरे से गले मिलकर बधाई दी गई नमाज भी घर के अंदर ही अदा की।
उल्लेखनीय है कि जब कोरोना के चलते इस बार तथा किसी रोग की संभावना से बचने के लिए बकरी आदि की ईद नहीं दी गई। बकरे की बलि नहीं चढ़ाई गई। वैसे भी उनका कहना है कि इस बार कमाई नहीं हो पाई, लोग घरों में ही बैठे रहे। अधिकांश समय वह घर पर ही बैठे रहे जिसके चलते उन्होंने इस बार फैसला लिया कि सादा मीठा खाना बनाकर एक दूसरे में खुशी बांटेंगे। जिस का पालन करते हुए समुदाय ने खुशियां मनाई।
फोटो कैप्शन 3: गले मिलकर बधाई देते लोग।
्र4: नमाज अदा करने जा रहे मुस्लिम समुदाय के लोग
पूर्व सैनिक की जोहड़ में डूबने से हुई मौत
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कनीना। कनीना उपमंडल के सीहोर गांव में भैंस पानी पिलाने गए 53 वर्षीय पूर्व सैनिक की जौहड़ में डूबने से मौत हो गई। मृतक के भाई विक्रम सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि सेवानिवृत्त सैनिक राजेंद्र सिंह 53 वर्ष उनका भाई था। मृतक राजेंद्र कुछ वर्षों पहले आर्मी से सेवानिवृत्त होकर घर आया। उसके बाद गांव में खेती व पशुपालन का कार्य करने लग गया। मृतक राजेंद्र हर दिन की तरह शनिवार को भी अपने पशुओं को पानी पिलाने के लिए गांव के जोहड़ में लेकर गया था। पशु रोड से बाहर नहीं निकल रहे थे इसलिए राजेंद्र कपड़े निकाल कर जोहड़ में घुस गया जोहड़ की गहराई अधिक होने व जोहड़ में कीचड़ अधिक होने
के कारण फंस गया। जोहड़ के बाहर गांव के कुछ बुजुर्ग भी बैठे हुए थे उन्होंने गांव के युवाओं को आवाज लगाई युवाओं ने दौड़ में तैर कर, बड़ी मकसद के बाद राजेंद्र को ढूंढ पाए । उसके बाद परिजन राजेंद्र को महेंद्रगढ़ राजकीय स्वास्थ्य केंद्र में ले गए जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया ।
। स्थानीय लोगों ने बताया कि राजेंद्र सिंह पुत्र हरिराम छह भाई हैं जिसमें राजेंद्र सिंह तीसरे नंबर का हैं । राजेंद्र के एक लड़का है वह आर्मी में लगा हुआ है । दो पोते एवं पोती है।
ऐतिहात के साथ मनाएंगे रक्षाबंधन पर्व
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कनीना विवाहिता मोनिका यादव की शादी कनीना में 2004 में हुई है और उनका भाई प्रिंस यादव रेवाड़ी में रहता है। वे इस बार आवश्य रक्षाबंधन पर्व पर घर से चलकर जाएंगी। विगत कई वर्षों से वे स्वयं राखी बांधने के लिए जाती रही है। उनका भाई उनका इंतजार करता। हर बार बहन अपने भाई को राखी बांधने के लिए स्वयं चलकर जाती है। यद्यपि उनका कहना है कि कोरोना ने सबकी खुशियां छीन ली हैं। भाई बहन के पवित्र प्रेम को दखल किया है। उनका कहना है कि वे चाहे कैसे भी करें, निजी गाड़ी को सैनिटाइज करके और अपने साथ सेनीटाइजर लेकर महेंद्रगढ़ जाएंगी और दोनों भाइयों की कलाई पर राखी बांधेंगी। उन्होंने कहा कि बाजार की मिठाइयों से कोरोना फैलने की संभावना हो सकती है ऐसे में भी अपने हाथों से बढिय़ा मिठाई बनाकर तथा हाथों से बनाई हुई राखी लेकर जाएंगी साथ में सभी टीका आदि लगाने की सुविधा लेकर जाएंगी। उन्होंने कहा कि उनके दोनों भाई बेसब्री से इंतजार करते रहते हैं। अपने भाइयों की मनोस्थिति को समझती है। उन्होंने कहा कि इस बार पड़ा शुभ दिन है एक और जहां सावन का अंतिम सोमवार होगा वही रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाएगा। धार्मिक और प्राकृतिक दृष्टि से भी रक्षाबंधन पर्व खुशियों से भरा होगा। उन्होंने कहा कि ऐतिहात और सावधानियां भी जरूरी हैं। यद्यपि इस दिन को मनाना चाहिए बाजार से सामान यदि खरीदना भी तो सावधानियां बरतनी चाहिए। वे अपने भाईको बढिय़ा मिठाई खिलाएंगी तथा भाई भी अपने घर से बनी हुई वस्तुएं अपनी बहन को भेंट करेंगे। उन्होंने कहा कि वे बेसब्री से इंतजार कर रही है और अपने भाई के यहां जाकर रक्षाबंधन खुशी को और बढ़ाएंगी।
फोटो कैप्शन: मोनिका यादव
एसडीएम ने त्रिवेणी लगाकर पौधारोपण अभियान की कि शुरुआत
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कनीना। एसडीएम कनीना नागरिक रणबीर सिंह ने अपने हाथों त्रिवेणी लगाकर छितरौली में पौधारोपण की शुरुआत की।
एसडीएम रणबीर सिंह, बीडीपीओ युद्धवीर सिंह तथा सरपंच द्वारा त्रिवेणी लगाकर इस अभियान की शुरूआत की गई । इस मौके पर एसडीएम ने कहा कि पेड़ पौधे ही प्रकृति का सौंदर्य है। जब किसी की सुंदरता को छीना जाता है तो वह उसका मुंह तोड़ भी जवाब देता है इसीलिए मनुष्य द्वारा छीनी गई प्रकृति की सुंदरता को दोबारा से बनाने के लिए पौधों का रोपण करना बहुत जरूरी है। इसके अलावा यह मनुष्य जीवन में बहुत ही अहम हिस्सा रखते हैं मनुष्य को मिलने वाली प्राणवायु भी इस प्रकृति में वृक्षों से मिलती है। यही वृक्ष पर्यावरण को संतुलन रखते हैं इसीलिए व्यक्ति को पौधों का रोपण करना अति आवश्यक है। गांव के युवा क्लबों ने पौधारोपण में भी सहयोग किया । इस मौके पर विभाग के कर्मचारी वह ग्रामीण मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 2: बरगद का पौधा लगाते हुए एसडीएम कनीना।
जगह जगह हुआ पौधारोपण
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कनीना। कनीना क्षेत्र में जगह जगह पौधारोपण अभियान चलाया गया। सामाजिक संस्था युवा शक्ति टीम बाघोत ने शिव मंदिर के आपास व गांव के विभिन्न जगहों पर पौधा रोपण अभियान के तहत तकरीबन 250 पौधे लगाए। अध्यक्षता कार्यक्रम संयोजक सुनील अत्री ने की।
कार्यक्रम के संयोजक सुनील अत्री ने बताया की घर में किसी भी व्यक्ति के जन्मदिन व शुभ कार्यक्रम में पौधा लगाना चाहिए। इससे पर्यावरण संरक्षण के साथ साथ समाज को संदेश भी मिलेगा। खासकर युवाओं को अपना जन्मदिन पर्यावरण संरक्षण को समर्पित सरोकारों के साथ जोड़कर मनाना चाहिए एवं उसकी सुरक्षा की जिम्मेवारी लेनी चाहिए। हम सभी को अपनी सोच में बदलाव लाना पड़ेगा तभी हम प्रकृति को हो रहे नुकसान से बचा सकते हैं। पर्यावरण के संरक्षण के लिए हम सभी को साँझा कदम बढ़ाने की आवश्यकता हैं। प्रकृति का संतुलन भी पर्यावरण पर ही निर्भर करता हैं। हमारे त्यौहार एवं ऋतुएं भी पौधों के साथ जुड़ी हुई हैं। सामाजिक संस्था युवा शक्ति टीम बाघोत के सदस्य सुनील पहलवान व विक्की खटाना ने संयुक्त रूप से आमजन से अपील करते हुए कहा कि पौधे हमारी प्रकृति का अभिन्न अंग है इनसे हमें प्राणवायु के साथ साथ औषधियां भी मिलती है। इस अभियान से युवाओं में प्रकृति प्रेम का संचार भी होगा। इस अवसर पर कार्यक्रम में हरीश, सुनील अत्री, सुनील पहलवान, विक्की खटाना, इंद्रजीत, प्रीतम, नरवीर, पिंटू, अजीत, हर्ष, नरवीर खटाना, महावीर, अमित, सचिन, अभी, संदीप, अंकुर, अनी, दिनेश, हंसराज, रवि गुर्जर, गौतम सहित संस्था के अन्य सदस्यगण एवं पदाधिकारी उपस्थित रहे।
उधर प्रजा भलाई संगठन के अध्यक्ष अतरलाल एडवोकेट के निर्देशन में चलाए जा रहे पूर्वजों की याद में वृक्षारोपण अभियान के तहत जिला के गांव झाड़ली में वृक्षारोपण किया गया।
इस मौके पर धर्मशाला तथा खेल मैदान में शीशम, सहजन, अमरूद, जामुन के 51 पौधे लगाए। युवाओं ने लगाए गए सभी वृक्षों की सुरक्षा करने का संकल्प भी लिया। युवाओं ने समाजसेवी ठाकुर अतरलाल द्वारा पूर्वजों की याद में वृक्षारोपण अभियान को पूरा समर्थन देते हुए लगाए गए सभी वृक्षों की सुरक्षा करने का संकल्प भी लिया।
फोटो कैप्शन 1: पौधारोपण करने के लिए तैयार बाघोत के युवा।
श्मशान घाट पर चलाया सफाई अभियान
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कनीना। कनीना पालिका प्रधान सतीश जेलदार की अध्यक्षता में श्मशान घाट कॉलेज रोड के पास सफाई अभियान चलाया। करीब तीन घंटे चले सफाई अभियान में नगरपालिका के आधा दर्जन कर्मचारियों ने जी जान से सफाई की। इस मौके पर सिटी जेलदार ने अपने हाथों से सफाई में मदद करवाई और कहा कि सफाई स्वच्छता का ही नाम है। स्वच्छता भगवान को भी प्यारी है। ऐसे में हर घर हर जगह हर स्थान साफ सुथरा होना चाहिए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि जहां सफाई होती है वहां देवताओं का वास होता है। इस अवसर पर शिव कुमार अग्रवाल, जगदीश आचार्य, तोताराम, श्यामसुंदर महाशय, मदन लाल आदि ने सहयोग किया।
सेहलंग में गंदा पानी निकासी की सड़क मार्ग पर उचित व्यवस्था नहीं
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कनीना। सेहलंग गांव के बस स्टैंड पर जहां बारिश के पानी की निकासी की उचित निकासी न होने से परेशानी बढ़ रही है। जब कभी बारिश हो जाती है तो बस स्टैंड के आसपास गंदा पानी इक_ा हो जाता है। वैसे भी यहां सड़क मार्ग लंबे समय तक जर्जर रहा जिसको ठीक करने के प्रयास भी किए गए हैं लेकिन गंदा पानी फिर भी जमा होता रहता है। रमेश कुमार, दिनेश कुमार, संदीप सिंह आदि ने बताया कि यहां सड़क मार्ग बेहतर तरीके से निर्मित किया जाए तो पानी खड़ा होने की समस्या नहीं रहेगी।
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