सीगड़ा में 80 मण कड़बी जलकर राख
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कनीना। गांव सीगड़ा में रणजीत सिंह के खेत के पास खाली जमीन पर 80 मण कड़बी में आग लग गई। रणजीत सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि सीगड़ा गांव में मेरे खेत के पास रास्ते के साथखाली जमीन पर 80 मन कड़बी लगाई हुई थी। बीती शनिवार की रात अज्ञात कारणों से इसमें आग लग गई जिसमें सारी कड़वी जलकर राख हो गई। रात को घर मे सब सोए हुए थे जब अचानक जागकर बाहर देखा तो आग लगी हुई थी। पास जाकर देखा तो लगभग कड़बी जल चुकी थी। रात्रि को अपने स्तर पर आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन आग तेज गति पकड़ चुकी थी जिससे सारी कड़बी भी जलकर राख हो गई थी।
रणजीत सिंह ने प्रशासन से अपील करते हुए कहा कि कड़बी जलने से मुझे जो नुकसान हुआ है उस पर आवश्यक कार्यवाही करते हुए उसका मुआवजा भी मुझे प्रदान किया जाना चाहिए।
फोटो कैप्शन 8: सिगड़ा में कड़की को लगी आग।
एनआर स्कूल में समर कैंप का शुभारंभ
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कनीना। एनआर स्कूल कोटीया में सोमवार को समर कैंप का ऑनलाइन शुभारंभ किया गया। समर कैंप का संचालन डा महेंद्र सिंह प्रबंधक के द्वारा किया गया। डा महेंद्र सिंह ने बताया कि समर कैंप का मुख्य उद्देश्य लर्न थ्रो प्ले रखा गया है। यह कैंप कक्षा नर्सरी से आठवीं तक के लिए बहुत उपयोगी है। जिसमें विद्यार्थियों को खेल खेल में शिक्षा ग्रहण करने की नई पद्धति के बारे में बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश में कोरोना महामारी के चलते विद्यार्थियों को आनलाइन ही शिक्षा दी जा रही है। इसी कारण समर कैंप ऑनलाइन करवाया जा रहा है। खेल के माध्यम से पढ़ाने की यह एक नई पहल है।
अपरिहार्य कारणों से कनीना नगर पालिका में कृषि योग्य भूमि की बोली हुई स्थगित
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कनीना। नगर पालिका कनीना की कृषि योग्य भूमि(करीब 332 कनाल)की बोली न लगने से कुछ किसान नाराज हो गए। किसानों ने इसकी शिकायत नगर पालिका के प्रधान से लिखित में की। कनीना नगर पालिका के अंतर्गत कृषि योग्य भूमि की बोली 30 मई को लगनी थी। लेकिन वह बोली अपरिहार्य कारण से रद्द कर हो गई। कुछ समाचारपत्रों के माध्यम से कृषि जोत भूमि की बोली 30 मई को नगर पालिका कार्यालय में लगाई जाने की सूचना दे दी गई थी। नगर पालिका प्रधान सतीश जेलदार ने बताया कि अपरिहार्य कारणों के चलते बोली स्थगित की जा रही है जल्द ही किसानों को इसके नई तारीख बता दी जाएगी।
मोदी सरकार के 7 साल पूर्ण होने पर गांव में बांटे मास्क और सैनिटाइजर
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कनीना। केंद्र सरकार के 7 साल का कार्यकाल पूरा होने पर भाजपा भोजावास मंडल द्वारा गांव भोजावास मे मास्क और सैनिटाइजर बांटे। भोजावास मंडल अध्यक्ष राजेंद्र सिंह उर्फ थान सिंह ने कार्यकर्ताओं के साथ घर घर जाकर लोगों को कोरोना से बचाव के लिए मास्क और सैनिटाइजर वितरित किए। इस विषय में जानकारी देते हुए मंडल अध्यक्ष थान सिंह ने बताया कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार का 7 साल का कार्यकाल पूर्ण होने पर सेवा दिवस के रूप में मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना एक वैश्विक महामारी है। जिससे पूरी दुनिया प्रभावित है। भारत में भी इस महामारी से काफी लोगों की जान गई है। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में इस महामारी को काफी हद तक नियंत्रण में किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की दूरगामी सोच की वजह से भारत में दूसरी लहर को भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा काफी हद तक नियंत्रण में कर लिया गया। उन्होंने महामारी के चलते लोगों को बिना वजह घर से बाहर नहीं निकलने की अपील की। इसके साथ ही उन्होंने फेस मास्क का भी प्रयोग करने की अपील की। उनके साथ रजनीश वाल्मीकि, रविंद्र सहित भाजपा के कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
ओमप्रकाश लिसानिया ने बांटे सेनिटाइजर-
कनीना अनाज मंडी में ओमप्रकाश लिसानिया जिला प्रवक्ता भारतीय जनता पार्टी ने अपने सहयोगियों प्रेम जगन्नाथ प्रताप, माणकचंद, दीपक सुरेश वशिष्ठ, मनीष गुप्ता के साथ मिलकर नरेंद्र मोदी की सफलतापूर्वक 7 वर्ष की सरकार के उपलक्ष में फैल रही महामारी कोरोना से बचाव के लिए सैनिटाइजर मास्क बांटकर लोगों को जागृत किया। वह बताया की बहुत जरूरी हो तो ही घर से निकले 2 गज की दूरी मास्क है जरूरी और बार-बार साबुन से हाथ धोते रहें ताकि भयंकर बीमारी से बचा जा सके अपना अपने पड़ोसी का ख्याल रखें और हर संभव मदद को आगे आना चाहिए।
खंड पशुधन विकास अधिकारी नरेंद्र सिंह बोहरा करीब 40 साल सेवा करके सेवानिवृत्त हुए सेवानिवृत्त
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कनीना। सेवानिवृत्ति हर कर्मचारी का एक अभिन्न अंग है। हर कर्मचारी को एक दिन सेवानिवृत्त होना होता है। यदि अपनी सेवा मेहनत ईमानदारी से पूरी करता है तो लोग उसे याद करते हैं। यह विचार खंड पशुधन विकास अधिकारी नरेंद्र सिंह बोहरा के 40 सालों की सेवा के बाद सेवानिवृत्ति पर उपमंडल अधिकारी डा भूप सिंह यादव ने व्यक्त किए। सरकारी गाइडलाइन के नियमों का पालन करते हुए महामारी को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम को साधारण तरीके से आयोजित किया। वे अपने समय के ईमानदार और कर्मठ कर्मी रहे हैं उनकी सेवा काल की सभी ने भूरी भूरी प्रशंसा की। इस अवसर पर
श्री बोहरा ने बताया कि उन्होंने 1981 में सेवा में नारनौल वीएलडीए बतौर शुरुआत की। तत्पश्चात सीमा सीहमा लिसान,कनीना, कंवाली, नारनौल करीरा, कनीना आदि स्थानों पर काम करते हुये 2020 में बीएलओ पद पर पदोन्नति पाई और अब कनीना से सेवानिवृत्त हो गए हैं। इस अवसर पर डा भूप सिंह यादव , डा पवन कांगड़ा, अतर सिंह यादव, संजय सिंह, रमेश कुमार, नेतराम, कुलदीप सिंह, विजयपाल चेयरमैन, मोहन पार्षद, अशोक साहब, मास्टर अश्विनी, अश्विनी प्राध्यापक, वीएलडीए अरविंद कुमार, महेश बोहरा, कैलाश जांगड़ा, कर्ण सिंह आदि उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 7: नरेंद्र बोहरा सेवानिवृत्त होते हुये।
ककराला के प्राध्यापक डा रमेश कुमार हुए सेवानिवृत्त
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कनीना। उप-मण्डल के गांव ककराला निवासी डा रमेश कुमार प्राध्यापक इतिहास 35 वर्ष शिक्षा विभाग में सेवा देने के बाद 58 वर्ष की उम्र में राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रेवाड़ी से सेवानिवृत्त हो गए हैं। उनका विदाई समारोह ककराला में आयोजित किया गया। इस अवसर पर ककराला की समाज सेवी संस्था बाबा भैया सेवादल ने लाइब्रेरी में उनकी सेवानिवृत्ति पर उन्हें सम्मानित किया। बीबीएसडी लाइब्रेरी के अध्यक्ष मास्टर रामनिवास ने उनका जीवन परिचय देते हुए बताया कि रमेश कुमार बहुत ही मेहनती, ईमानदार, कर्मठ व कर्तव्यनिष्ठ शिक्षक रहे हैं।
डा रमेश कुमार ने बताया कि उन्होंने अंग्रेजी, हिंदी, इतिहास, राजनीतिक शास्त्र से एमए तथा एलएलबी, एमकाम व पीएचडी पास की गई है। उन्होंने एक साल भारतीय सेना में काम करने के बाद 1986 में जेबीटी अध्यापक के रूप में अपनी सेवा की शुरुआत की थी। इसके बाद 1998 में इतिहास प्राध्यापक के रूप में नियुक्ति प्राप्त की। उन्होंने कार्यकारी प्राचार्य के रूप में भी अपनी सेवाएं दी हैं।
डा रमेश कुमार ने इस अवसर पर बीबीएसडी लाइब्रेरी को सीसीटीवी कैमरा सैट भेंट किया तथा कहा कि संस्था व उनके वरिष्ठ साथियों द्वारा मिले इस सम्मान को वह सदा याद रखेंगे। वे स्वयं अब समाज सेवा से जुड़कर गांव व समाज को शिक्षा के महत्व पर जागरूक करना चाहते हैं।
अंत में उपप्रधान अजय कुमार ने उनका धन्यवाद किया तथा बताया कि वे समय-समय पर सेवा दल द्वारा संचालित समाज सेवा के कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग लेते रहें हैं। इस अवसर पर सेवानिवृत्त स्टेट अवार्डी मास्टर बनवारी लाल, मास्टर रामचंद्र, रेवाड़ी के प्राचार्य दुर्गादास, प्रवक्ता ब्रह्मानंद, मनोज कुमार, महेश कुमार, मास्टर सत्यवीर, विजय सिंह, कंवर सिंह, ओमप्रकाश, हैडमास्टर रामेश्वर दयाल, राजबीर छोटा, मदन पाल, इंद्रपाल, डा राजीव, विकास, अभिषेक, पीयूष, आयुष सहित अन्य ग्रामीण उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 5: सेवानिवृत्त प्रवक्ता डा रमेश कुमार को स्मृति चिन्ह भेंट करते हुए संस्था के सदस्य।
31 सैंपल आरटी-पीसीआर के लिये
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कनीना। कनीना उप-नागरिक अस्पताल में प्रतिदिन आरटी-पीसीआर के सैंपल लिए जाते हैं। सोमवार को 31 लोगों के सैंपल कोरोना जांच के लिए लिए गये।
विस्तृत जानकारी देते हुए डा जितेंद्र मोरवाल ने बताया कि सोमवार को 31 सैंपल लिए गए हैं जो जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। 2 से 3 दिन में रिपोर्ट आ जाएगी।
60 डोज 45 प्लस के लोगों को दी गई
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कनीना। कनीना उप-नागरिक अस्पताल में 60 डोज 45 प्लस के लोगों को को-वैक्सीन की दी गई। मिली जानकारी के अनुसार डा धर्मेंद्र यादव एसएमओ तथा कंप्यूटर आपरेटर पवन कुमार ने बताया की 60 डोज 45 प्लस के लोगों को दी गई जिनमें प्रथम और द्वितीय डोज दोनों शामिल की गई है। उन्होंने बताया कि अभी डोज आनी बाकी है तत्पश्चात ही मंगलवार को डोज ग्रुप को देने का निर्णय लिया जाएगा। इसके अतिरिक्त किन्हें डोज दी जाएंगी ऊपरी आदेशों का पालन भी किया जाएगा।
3 गांवों में मिले 3 संक्रमित
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कनीना। कनीना क्षेत्र में 3 विभिन्न गांवों से 3 व्यक्ति संक्रमित पाए गए। कोरोना धीरे-धीरे घटता जा रहा है। मिली जानकारी अनुसार खेड़ी, पोता एवं उच्चत में एक--एक कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।
एसएमओ धर्मेंद्र यादव का कहना है कि हर इंसान को ऐतिहात के कदम उठाने चाहिए। कोविड के नियमों का पालन करना चाहिए तभी इस महामारी से बचा जा सकता है। उन्होंने नियमित रूप से हाथों को सेनिटाइज करने, मास्क का प्रयोग करने, घर से बाहर न निकलने हाथों में ग्लव्ज पहनने की अपील की है। उन्होंने कहा कि समय रहते नियमों का पालन किया जाए तो जल्द ही महामारी से छुटकारा मिल जाएगा।
सड़क मार्ग पर बन गया है प्राकृतिक जोहड़
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कनीना। भोजावास से मंदोला जाने वाले मुख्य मार्ग पर जहां एक नहीं कम से कम तीन प्राकृतिक जोहड़ बन गये हैं। सभी राहगीरों को इसी गंदे जल के अंदर से गुजरना होता है। जग कभी बारिश होती है तो यह पानी बढ़ जाता है। राहगीर सतीश कुमार, महेश कुमार, गजराज सिंह, अजय कुमार, कांता आदि ने बताया कि उनको आने जाने में बहुत अधिक परेशानी होती है। लंबे समय से यहां यह समस्या चली आ रही है। नालियों का जल भी यहीं जाकर
जमा हो जाता है जिससे आवागमन के समय भारी परेशानी होती है। इस गंदे जल में कई बार दुपहिया चालक गिर चुके हैं। वाहन जब कभी वहां इस गंदे जल से गुजरते हैं तो उन्हें आगे पीछे से आने वाले वाहनों को देखना पड़ता है चूंकि दो वाहन एक साथ नहीं गुजर सकते।
भोजावास,कनीना मंदोला, रेवाड़ी, मोड़ी तथा विभिन्न गांवों को जोडऩे वाला यह सबसे छोटा मार्ग है। लोगों ने मांग की है कि इस गंदे जल की निकासी का समुचित प्रबंध किया जाए और करीब 1 किलोमीटर दायरे में बनने वाले कम से कम 3 जोहड़ों के जल को खत्म किया जाए।
फोटो कैप्शन 1: भोजावास से मंदोला जाने वाली सड़क मार्ग पर भरा हुआ गंदा जल।
17 वर्षों से काम कर रहा है गोबर गैस प्लांट
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कनीना। गोबर गैस प्लांट आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में सिर चढ़कर बोलता है तथा उतना ही कारगर है जितना दशकों पहले होता था परंतु रखरखाव के अभाव में अधिकांश प्लांट खराब हो जाते हैं।
उधर मंदोला निवासी विरेंद्र सिंह जो मोड़ी गांव की सीमा में रहते हैं ने अपने ट्यूबेल पर गोबर गैस प्लांट लगवाया हुआ है। यह प्लांट 2004 में उन्होंने स्थापित करवाया था, आज भी उसी प्रकार कार्यरत है। विरेंद्र बताया कि लगातार गैस आपूर्ति हो रही है जिसे खाना, चाय आदि बनाए जाते हैं वहीं इस गोबर गैस प्लांट की सलरी भी वे खेतों में डालकर पैदावार बढ़ा रहे हैं। उनका गोबर गैस प्लांट वास्तव में नाम कमा रहा है।
बिरेंद्र सिंह ने विषय सेवानिवृत्त होकर आए तब से उनका रुझान इस और है और उन्होंने अपने घर का कामकाज चलाने के लिए गोबर गैस प्लांट लगाया हुआ है। पशुओं का पर्याप्त गोबर भी उनके पास उपलब्ध है जो गोबर गैस प्लांट में काम दे रहा है।
उधर कृषि विस्तार अधिकारी डा देवराज ने बताया कि गोबर गैस प्लांट पर सरकार सब्सिडी देती और जरूर किसानों को लगाना चाहिए। यह आम का आम गुठली का दाम है।
फोटो कैप्शन 2: गोबर गैस प्लांट के साथ वीरेंद्र सिंह।
लाकडाउन में समय बिताने का बेहतर जरिया बना है मिट्टी के घरौंदे बनाना
- बच्चे सुबह-शाम अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना रहे हैं
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कनीना। बेशक लाकडाउन चल रहा है और रोगों से बचने के लिए लोग अपने परिवार वालों को एकांत में रखते हैं किंतु बच्चे खेलने से बाज नहीं आते। उनके मिट्टी के घरौंदे आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में सिर चढ़कर बोलते हैं। विकास, दिनेश, चिन्नू आदि ने बताया कि वे अपने हाथों से टोल टैक्स का सुंदर चित्रण मिट्टी के रास्ते बनाकर अपने खेतों में बनाते आ रहे हैं। बच्चों ने बताया कि वे अपना समय बिताने के लिए टोल टैक्स, सड़क मार्ग, घरौंदा तथा प्लास्टिक की गाडिय़ां प्रयोग कर रहे हैं। प्लास्टिक की गाडिय़ां कच्ची सड़क मार्गो से चला कर टोल टैक्स प्रणाली को समझाते हैं जिससे न केवल बुद्धि का विकास होता है अपितु टोल टैक्स के बारे में भी जानकारी मिलती है। उन्होंने बाईपास का निर्माण बनाना तथा जो विभिन्न प्रकार की कलाकारी मिट्टी के साथ दिखाना शौक बन गया है। इससे उनका समय भी अच्छा बीत जाता है और रोगों से भी बच जाते हैं।
फोटो कैप्शन तीन: बच्चे टोल टैक्स प्रणाली को मिट्टी से दर्शाते हुए।
लोशन में बहुत कारगर है सफेद प्याज
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कनीना। यूं तो प्याज वर्तमान समय में फिर से महंगी हो गई है। किंतु सफेद प्याज मिलना कठिन होता है। इक्का-दुक्का प्याज अन्य प्याज के साथ पैदा हो जाती है जिसकी भारी मांग है। किसान अजय कुमार ने बताया कि जब वे क्यारियों में प्योद लगाते हैं तो प्रत्येक क्यारी में सफेद रंग की प्याज पैदा होती है। इस प्याज को अलग से इकट्ठा कर लेते हैं, इसके भाव भी अच्छे मिलते हैं तथा यह दवाइयों में काम आती है। आंखों के लोशन में सफेद प्याज भी डाली जाती है यही कारण है कि लाल प्याज के मुकाबले इनके भाव भी अधिक होते हैं तथा इनकी मांग भी अधिक होती है।
श्रीकिशन और बाल किशन करीरा ने बताया कि वे आंखों में डालने के लिए लोशन बनाते हैं जिनमें इस प्याज का रस डाला जाता है। दूरदराज से वह इस प्याज को ढूंढ कर लाते हैं ताकि लोगों की आंखों की देखभाल करने में मदद मिल सके। उधर रवि, दिनेश, महेश, सुरेश आदि ने बताया कि जब कभी आंखों में लोशन डालते हैं तो सफेद प्याज का लोशन लेकर आते हैं।
फोटो कैप्शन 4: सफेद प्याज किसान के घर।
दौंगड़ा अहीर में मास्क व सेनिटाइजर किए वितरित
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,कनीना। रविवार को दौंगड़ा अहीर में बीजेपी के मामन सिंह प्रधान की अगुवाई में मास्क व सेनिटाइजर वितरित किए गए। मामन सिंह प्रधान ने कहा कि मानवीय जीवन को हर संकट से बचाने के लिए भाजपा ने विशेष अभियान चलाया है। जगह जगह मास्क, सेनिटाइजर और कोरोना बचाव के लिए विभिन्न महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं।
उन्होंने लोगों से भी अपील है की बहुत ही जरूरी काम हो तभी घर से बाहर निकलें और मास्क का प्रयोग हमेशा करें, अपने हाथ समय समय पर साबुन से धोते रहें। इस दौरान कृष्ण कुमार पूर्व पंच,दिनेश पंच, मामन सिंह प्रधान, दीपक, लीला राम सहित अनेक लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 9: मास्क व सेनिटाइजर वितरित करते हुए।
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Monday, May 31, 2021
Sunday, May 30, 2021
दौंगड़ा अहीर में मास्क व सेनिटाइजर किए वितरित
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कनीना। रविवार को दौंगड़ा अहीर में बीजेपी के मामन सिंह प्रधान की अगुवाई में मास्क व सेनिटाइजर वितरित किए गए। मामन सिंह प्रधान ने कहा कि मानवीय जीवन को हर संकट से बचाने के लिए भाजपा ने विशेष अभियान चलाया है। जगह जगह मास्क, सेनिटाइजर और कोरोना बचाव के लिए विभिन्न महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं।
उन्होंने लोगों से भी अपील है की बहुत ही जरूरी काम हो तभी घर से बाहर निकलें और मास्क का प्रयोग हमेशा करें, अपने हाथ समय समय पर साबुन से धोते रहें। इस दौरान कृष्ण कुमार पूर्व पंच,दिनेश पंच, मामन सिंह प्रधान, दीपक, लीला राम सहित अनेक लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 9: मास्क व सेनिटाइजर वितरित करते हुए।
सोमवार को लगेगी 130 डोज 45 प्लस को
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कनीना। कनीना के उप नागरिक अस्पताल में सोमवार को $130 डोज 45 प्लस के लोगों को लगाई जाएंगी। कोरोनारोधी दवा के रूप में को-वैक्सीन प्रथम एवं द्वितीय दोनों रूपों में दी जाएंगी। विस्तृत जानकारी देते हुए एसएमओ डा धर्मेंद्र यादव तथा कंप्यूटर आपरेटर पवन कुमार ने बताया कि उनके पास में महज 130 वैक्सीन बची है और वैक्सीन न आने के चलते महज 45 प्लस के लोगों को ही दी जाएंगी।
31 मई विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर विशेष-
तंबाकू अनेकों रोगों का कारण
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कनीना। तंबाकू एक जानलेवा पदार्थ है जिसे लत डालने वाला पदार्थ कहते हैं। जो एक इसका प्रयोग शुरू कर दे तो लंबे समय तक इंसान उससे छुटकारा नहीं पा सकता। यहां तक कि अनेक बीमारियां शरीर में घर कर जाती है। कैंसर जिनमें से एक हैं। यदि आत्मविश्वास और जिजीविषा हो तो तंबाकू की लत से मुक्ति पाई जा सकती है। विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर कुछ कनीना क्षेत्र के ऐसे व्यक्तियों से बात हुई जिन्होंने यह बुराई अब छोड़ दी है और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हैं।
सुरेश कुमार कनीना का कहना है कि 25 वर्ष की उम्र तक खूब सिगरेट एवं बीड़ी पीते थे किंतु जब से उन्हें इसके शरीर पर पडऩे वाले घातक प्रभावों की जानकारी मिली तब से उन्होंने पूर्ण रूप से त्याग दिया। उनकी उम्र 46 वर्ष और बीड़ी सिगरेट नहीं पीते बल्कि दूसरे पीने वालों को भी शिक्षा दे रहे हैं।
कंवर सैन वशिष्ठ अध्यापक नेता है जो कभी बीड़ी सिगरेट के आदि होते थे। लंबे समय तक इन्होंने बीड़ी सिगरेट की धुआं हवा में उड़ाई। तत्पश्चात उन्होंने इनकी हानियों के बारे में विस्तार से जानकारी हासिल की। उनकी उम्र करीब 69 वर्ष है। वर्ष 2008 से बीड़ी सिगरेट का त्याग किए हुए हैं। सिगरेट की हानियों के विषय में विशेष रूप से लोगों को जागरूक कर रहे हैं। उन्हें कोई सिगरेट पीने वाला मिलता है तो स्पष्ट कहते हैं कि इसका त्याग ज्यादा बेहतर होगा। दूसरों को बेहतर अच्छे पद चिन्हों पर चलने की प्रेरणा दे रहे हैं और किसी प्रकार की लत से दूर रहने की प्रेरणा दे रहे हैं। मामराज अग्रवाल की उम्र 64 साल है और 10 वर्ष पहले उन्होंने बीड़ी सिगरेट का त्याग कर दिया था। वे परचून की दुकान चलाते हैं किंतु बीड़ी सिगरेट के कट्टर विरोधी हो गए हैं। उनका कहना है कि बीड़ी सिगरेट के कारण उन्हें एक बार सभा में एहसास हुआ जब उन्हें खांसी आ रही थी। सभी लोग उनकी तरफ देख रहे थे। तब से उन्हें महसूस हुआ कि इस बीड़ी सिगरेट के कारण से आज इतना जलील होना पड़ रहा है और उन्हें सदा सदा के लिए बीड़ी सिगरेट का त्याग कर दिया। वे अब दूसरों को शिक्षा दे रहे हैं कि बीड़ी सिगरेट आदि प्रयोग न करे।
महेश बोहरा की उम्र 45 वर्ष हो चुकी है। वे भी कभी हुक्का खूब प्रयोग करते थे। तत्पश्चात ज्यों ज्यों उनकी उम्र बढ़ी उन्हें इसके शरीर पर बुरे प्रभाव पड़ते नजर आए और उन्होंने पूर्ण रूप से इस बुराई को त्याग दिया। आज बीड़ी सिगरेट पीने वालों को शिक्षा देते हैं। दूसरे लोगों को भी इस प्रकार की लत से बचने की अपील कर रहे हैं। उधर वेद प्रकाश का कहना है कि बीड़ी सिगरेट आदि लत डालने वाले पदार्थ होते जिनमें निकोटीन जहर पाया जाता है जो हमारे फेफड़ों को बर्बाद कर ही देता हैं वही अनेकों बीमारियां शरीर में घर कर जाती है जिनमें उच्च रक्तचाप, हृदयाघात, कैंसर आदि प्रमुख है। उन्होंने कहा कि यदि इंसान समय रहते नहीं चेते तो भयंकर परिणाम बीड़ी सिगरेट पीने वालों को वहन करने पड़ते हैं। उन्होंने इस प्रकार के पदार्थों का अविलंब त्याग करने की लोगों से अपील की है ताकि वे सुखी और संपन्न जीवन जी सके।
फोटो कैप्शन: डा वेद प्रकाश, कंवर सेन वशिष्ठ, मामराज अग्रवाल, सुरेश कुमार, महेश बोहरा।
कीमत से अधिक रेट पर ला रहे पान व बीड़ी
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कनीना। एक और जहां हरियाणा सरकार ने तंबाकू चबाने और बीड़ी सिगरेट पर रोक लगा रखी है वही ठेके भी बंद कर रखे हैं किंतु लोग है कि बीड़ी, सिगरेट और शराब आदि खाए पिये बगैर रह नहीं सकते। ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ दुकानदारों के पास अभी भी बीड़ी, सिगरेट और गुटका का स्टाक बाकी है। यूपी, बिहार तथा कुछ क्षेत्र के लोग इनके शौकीन हैं। कीमत से अधिक रेट पर कहीं से जुगाड़ कर कुछ लोग बीड़ी सिगरेट, जर्दा, पान आदि। एक और जो शरीर को नुकसान कर रहे हैं वहीं अधिक धन देकर विषैली चीजों को प्राप्त कर रहे हैं।
जंगली भांग के पौधे बने समस्या, बढ़े खरपतवार
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कनीना। क्षेत्र में जंगली भांग के पौधे समस्या बनते जा रहे और सड़क के किनारे, पुराने खेत, बंजर खेत, पुराने घर तथा नहर के किनारे पर भारी मात्रा में खड़े हैं। जिनका दुरुपयोग लोग करने लगे हैं।
उल्लेखनीय है जंगली भांग, भांग का ही रूप है जिसको लोग दुरुपयोग कर रहे हैं। नशे में काम लेने लगे हैं। कभी कांग्रेस घास बड़ी समस्या बनी थी उसी प्रकार की यह समस्या भांग का पौधा बनता जा रहा है। कृषि विभाग के अधिकारी भी मानते हैं कि यह भांग का पौधा बहुत तेजी से वृद्धि करता है। ऐसे में इस पर रोक की रोक लगाई जानी जरूरी है। जिस प्रकार कांग्रेस घास उखाड़ी गई थी उसी प्रकार इस पौधे को उखाडऩा जरूरी हो गया है। कनीना के अजीत कुमार, राजेंद्र सिंह, सूबे सिंह, महेश कुमार, कुलदीप बोहरा ने इसे उखाडऩे का आह्वान किया है।
कनीना में हुई 5 एमएम बूंदाबांदी
-खड़ी फसलों के लिए है लाभप्रद
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कनीना। कनीना क्षेत्र में रविवार शाम को अचानक आकाश में काले-पीले बादल छा गए और 5 एमएम बूंदाबांदी हुई। यह बारिश खड़ी खारीफ की फसल जिनमें कपास, समर मूंग, चारा देने वाली फसलों के लिए लाभप्रद बताई जा रही है। कृषि विभाग भी इस बारिश को अच्छा मानता है वही मौसम खुशगवार हो गया है। जहां तापमान 42 डिग्री तक पहुंच गया था जिससे राहत महसूस हुई है। यद्यपि बिजली आपूर्ति बूंदाबांदी दौरान बंद रही किंतु बिजली की कमी महसूस नहीं हुई। कृषि विभाग का मानना है कि यह बारिश बहुत लाभप्रद साबित होगी।
कितनी फसल उगाई -
कनीना क्षेत्र में जहां 4500 हेक्टेयर पर कपास, 600 हेक्टेयर पर चारा तथा 10 हेक्टेयर के करीब समर मूंग उगाई गई है। यह सभी फसलें बूंदाबांदी से प्रभावित होंगी और लाभ होगा।
सन बर्निंग से पौधे बचेंगे-
लगातार गर्मी के चलते पौधे झुलस रहे हैं। इस धूप जलन से बूंदाबांदी बचाएगी। जहां पेड़ों पर आब आ जाएगी वही मौसम अनुकूल हो गया है।
कब उगाई जाएगी बाजरा और ग्वार की फसलें-
कृषि विस्तार अधिकारी डा देवराज यादव ने बताया कि खरीफ फसल पूणरूप से मानसून पर निर्भर करती है। बाजरा और ग्वार 15 जुलाई तक उगाए जाते हैं जो 72 दिन की फसल होती है। तत्पश्चात इस फसल को काट लिया जाता है। विगत वर्षों से बाजरे की भी मांग अच्छी हो गई है चूंकि सरकारी तौर पर बाजरा खरीदे जाने के चलते किसानों का रुझान एक बार फिर से बाजरे की ओर बढ़ा है। यही नहीं करीरा में तो बाजरे के बिस्कुट तथा अन्य खाद्य पदार्थ बनाए जाने लगे हैं।
कृषि अधिकारी ने बताया कि अभी बाजरा और ग्वार अभी नहीं उगाये जाएंगे। समय आने पर किसान पैदावार लेंगे। बहरहाल मौसम सुहावना हो गया है।
फोटो कैप्शन 8: आकाश में छाये काले पीले बादल।
बाइक स्कूटी की टक्कर में एक व्यक्ति की मौत
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कनीना। उपमंडल के गांव नांगल मोहनपुर से रसूलपुर जाने वाले रास्ते के पास बाइक और स्कूटी की भिड़ंत में एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई। कनीना पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि खुशपुरा दड़ोली जिला रेवाड़ी निवासी विनय पुत्र सतीश रसूलपुर अपने मामा के गांव जा रहा था। रास्ते में नांगल मोहनपुर से रसूलपुर वाले रास्ते के नजदीक बाइक और एक स्कूटी की टक्कर हो गई। जिसमें स्कूटी सवार विनय घायल हो गया। जिसे उप-नागरिक अस्पताल कनीना ले जाया गया। जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक के मामा रमेश ने बताया कि कुछ समय पूर्व रमेश के पिता सतीश का देहांत हो गया था। मृतक विनय आईटीआई करने के बाद किसी कंपनी में नौकरी तलाश रहा था। मृतक के भाई अजय ने पुलिस को दी सूचना में बताया कि शनिवार को सुबह उसका छोटा भाई विनय अपने मामा के गांव रसूलपुर किसी काम से गया था। जब वह अपने मामा के गांव रसूलपुर स्कूटी से जा रहा था तो मोहनपुर से रसूलपुर जाने वाले रास्ते के पास एक तेज गति से आ रही बाइक ने उसको टक्कर मार दी। उसके भाई की मौत हो गई। मृतक विनय अविवाहित था।
मोहनपुर की गरिमा शर्मा बनी लेफ्टिनेंट गांव व क्षेत्र में खुशी का माहौल
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,कनीना। उप मण्डल के गांव नांगल मोहनपुर निवासी गरिमा शर्मा का भारतीय सेना में लेफ्टिनेन्ट का रैंक पर चयन होने से क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई। गरिमा के पिता ओम प्रकाश शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि गरिमा का भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट रैंक पर चयन होने से गांव ही नहीं पूरे जिले में खुशी का माहौल है। गरिमा शर्मा ने यह साबित कर दिखाया कि लड़कियां अब अपने ज्ञान और विवेक से किसी भी क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज करा सकती हैं। गरिमा ने यह उपलब्धि आफिसर ट्रेनिंग अकादमी, चेन्नई में शनिवार 29 मई को केडेट्स की पासिंग आउट परेड के बाद एक भव्य समारोह के दौरान हासिल की। गढ़वाल राइफल्स का गोल्ड मेडल जो अकडेमिक्स मे प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले कैडेट को दिया जाता है वह भी अपने नाम दर्ज किया। ओमप्रकाश ने बताया कि इस समारोह में माता-पिता स्वयं अपनी बेटी के कंधों पर स्टार लगाते हैं, लेकिन कोरोना महामारी व लाक डाउन के कारण वे वहाँ नहीं जा सके। बता दें कि
गरिमा के बड़े भाई गौरव शर्मा ने भी साल 2017 में आर्मी में ही कमीशन प्राप्त किया था। अब वह कैप्टन के पद पर कार्यरत है। इनके भाई के कमीशन प्राप्त करने के बाद गाँव पहुँचने पर एक बधाई समारोह का आयोजन किया गया था। जिसमें पूर्व शिक्षा मंत्री राम बिलास शर्मा व विस की पूर्व डिप्टी स्पीकर संतोष यादव ने सिरकत कर बधाई दी थी। इसी समारोह के दौरान शिक्षा मंत्री ने नांगल गांव के स्कूल को बारहवी कक्षा तक अपग्रेड भी कर दिया था। इनके पिता ओम प्रकाश शर्मा भारतीय नौसेना मे मास्टर चीफ व चाचा राम बिलास शर्मा कमांडर के पद पर तैनात हैं । इनकी माता राज बाला एक ग्रहणी है। गरिमा ने बारहवी कक्षा तक की पढ़ाई नेवी में अपने पिता के साथ रहते हुए प्राप्त की है और बीटेक की पढ़ाई के बाद बैंगलोर की एक बहु राष्ट्रीय कंपनी में मैनेजर की अच्छी नौकरी छोड़ परिवार की परंपरा निभाते हुए सेना ज्वाइन कर ली। गरिमा की इस उपलब्धि पर इनके दादा जुगल किशोर शर्मा, राम अवतार शर्मा, डॉ सुरेश कुमार, नवीन शर्मा, ताऊ नरेश कुमार, चाचा कैलाश शर्मा, डॉ राकेश शर्मा के साथ साथ गाँव की सरपंच सुनीता देवी, ग्राम पंचायत तथा गाँव के सीता राम यादव, सुरेश कुमार लाल सिंह यादव, योगेंद्र यादव, भूतपूर्व सरपंच राजेश शर्मा इसराना, बुद्धि प्रकाश इसराना, अधिवक्ता राम निवास शर्मा रामबास सहित गांव व क्षेत्र के लोगों ने बधाई देते हुए कहा कि ऐसी होनहार बेटी पर सबको गर्व है।
फोटो कैप्शन 6: गरिमा शर्मा।
5 गांवों में मिले 8 संक्रमित
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कनीना। कनीना क्षेत्र में 5 विभिन्न गांवों से 8 व्यक्ति संक्रमित पाए गए। कोरोना धीरे-धीरे घटता जा रहा है। मिली जानकारी अनुसार भोजावास पीएचसी-दो गोमला-1, कनीना-1,
सेहलंग-3, तलवाना-1 संक्रमित पाए गए हैं।
एसएमओ धर्मेंद्र यादव का कहना है कि हर इंसान को ऐतिहात के कदम उठाने चाहिए। कोविड के नियमों का पालन करना चाहिए तभी इस महामारी से बचा जा सकता है। उन्होंने नियमित रूप से हाथों को सेनिटाइज करने, मास्क का प्रयोग करने, घर से बाहर न निकलने हाथों में ग्लव्ज पहनने की अपील की है। उन्होंने कहा कि समय रहते नियमों का पालन किया जाए तो जल्द ही महामारी से छुटकारा मिल जाएगा।
तेल मिल से सामान
चोरी होने से बचा
-किसान की जागरूकता ने चोरी की सूचना दी
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कनीना। कस्बे में रात तकरीबन अढ़ाई बजे बड़ी चोरी होने से बच गई। आयल मिल संचालक मामराज ने जानकारी देते हुए बताया कि कनीना से महेंद्रगढ़ रोड पर अटेली टी-प्वाइंट के नजदीक उनकी सतगुरु आयल मिल हैं। रात तकरीबन 2:30 बजे पीछे रहने वाले एक किसान ने मुकेश रोकी पार्षद को फोन करके सूचना दी कि आपकी मिल के पास कुछ लोग घूम रहे हैं। राकी पार्षद तुरंत वहां मिल पर पहुंचे तब उन्होंने खुद की मिल के पास देखा तो कोई भी नजर नहीं आया उसके बाद सतगुरु आयल मिल के पीछे कुछ कट्टे रखे हुए नजर आए। तब उन्होंने पुलिस को फोन करके सूचना दी। उसी वक्त आयल मिल संचालक के साथ राजकुमार भी आ पहुंचा। पुलिस ने रात को चारों तरफ पेट्रोलिंग करके देखा तो वहां पर कोई व्यक्ति नजर नहीं आया लेकिन मिल से 3 एकड़ दूरी पर 34 सरसों के भरे हुए कट्टे, 25 तेल के टीन, 6 पेटी तेल पांच लीटर वाली मिली। मिल संचालकों का कहना है कि यह कोई दो-तीन लोगों का कार्य नहीं तकरीबन 15 से 20 लोगों का कार्य है। मौके पर पहुंचे एसएचओ ने मामला दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है।
फोटो कैप्शन 5: तेल मिल का मालिक चोरी की जानकारी देते हुए तथा जिस रास्ते से चोरी हुई उसे दिखाते हुए।
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जानकारी......
उदंत मार्तंड
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सदियों तक याद रहेगा आज का दिन
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कनीना। आज का दिन सदियों तक पत्रकारिता के इतिहास में अमर रहेगा क्योंकि आज ही के दिन हिंदी का पहला समाचार पत्र उदंत मार्तंड प्रकाशित हुआ था। इस अखबार के बारे में कुछ जानकारी-- **---उदंत मार्तंड का अर्थ है उगता हुआ सूरज/बाल सूरज/बिना दांतवाला, पहला हिंदी का समाचार पत्र था
---***30 मई
1826 को कोलकाता से प्रकाशित हुआ इसलिए हिंदी पत्रकारिता दिवस मनाया जाता है।
-*** जुगल किशोर शुक्ल नहीं से कोलकोता से साप्ताहिक बतौर प्रकाशित प्रकाशन शुरू किया ***---**इसके में अरुणा सिंह के निकले डेढ़ साल तक प्रकाशित दिसंबर 1827 को प्रकाशन बंद हो गया।
*** प्रकाशन के समय बड़े ही दर्द के लहजे में जुगल किशोर ने लिखा था।
आज दिवस लौ उग चुक्यों मार्तंड उदंत। अस्ताचल को जात दिनकर दिन अब अंत।।
ऐसी महान हस्ती जिन्होंने पत्रकारिता की नींव रखी थी। शत शत नमन संपादक
****जुगल किशोर शुक्ल कानपुर निवासी थे समाचार पत्र की प्रति साभार सौजन्य से****
Saturday, May 29, 2021
22 चालान काटे पुलिस ने काटे तथा मास्क भी वितरित किए
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कनीना। पुलिस प्रशासन ने कनीना के विभिन्न क्षेत्रों से मास्क न लगाने वालों के 6 चालान काटे वहीं वाहनों से संबंधित 16 चालान काटे। आवश्यक लोगों को मास्क वितरित भी किए कुल 100 मास्क वितरित किए।
मिली जानकारी के अनुसार एसआई रमेश कुमार, कांस्टेबल मनजीत सिंह, होमगार्ड तुलाराम प्रमोद, देशराज ने कनीना ही नहीं कनीना के विभिन्न क्षेत्रों में नाके लगाकर
चालान भी काटे तथा उन्हें मास्क भी वितरित किए। साथ में कुछ को नसीहत देकर छोड़ दिया गया। सब इंस्पेक्टर रमेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि ट्रैफिक पुलिस नारनौल के द्वारा कनीना के विभिन्न स्थानों पर बिना मास्क के आधा दर्जन व वाहनों के 16 चालान काटे गए। सब इंस्पेक्टर रमेश कुमार ने बताया कि यह प्रक्रिया लगातार जारी रहेगी। कनीना के विभिन्न स्थानों पर नाके लगाकर नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी। इस दौरान हेड कांस्टेबल मनजीत सिंह, होमगार्ड तुलाराम, प्रमोद देशराज साथ थे।
उल्लेखनीय है कि कुछ लोग बिना किसी वजह से ही बिना मास्क लगाकर इधर उधर घूमते रहते हैं जिन पर शिकंजा कसा गया। ये लोग ही महामारी को बढ़ा रहे हैं।
फोटो कैप्शन 7: पुलिस वाहनों को रुकवा कर जांच करते हुए।
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आलेख
खो गई मानवता,कलयुग का प्रभाव
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नंगा नाच कोरोना, लूट मची बाजार।
मौत दे रहे भाई-भाई, झूठ का व्यापार।।
कनीना। किसी ने सच ही कहा है कि मानव आज मंगल की ओर जा रहा है तो मानवता जंगल की ओर जा रही है। इंसान एक दूसरे के सुख दुख में मदद करने के लिए पैदा हुआ है। विगत 40-50 साल पहले भाईचारा सर्वोपरि था। एक भाई के घर में दूध, घी नहीं था तो दूसरा भाई दे जाता था। एक व्यक्ति भूखा बैठा होता था तो 50 लोग उसकी सहायता करने के लिए तैयार होते थे। कोई दुख में होता था पूरा गांव उसकी सहायता करता था परंतु अफसोस आज के दिन इंसान इंसान से दूर होता जा रहा है। कुछ कोरोना ने ऐसा हाल कर दिया की अंत्येष्टि के समय भी परिजन नहीं मिल पाते। यहां तक की मृत्यु से तो सदा ही लोग डरते आए हैं। जो भाई-बहन माता-पिता जिन्हें गोद में खिलाते थे जब उनकी मौत हो जाती है तो गोद खेलने वाले लोग ऐसे डरते हैं जैसे अभी वो खा जाएगा। विगत 2 सालों से मानवता का नंगा नृत्य देखा गया है। वर्ष 2021 में तो इंसान ने वस्तुओं की कीमत ज्यादा आंकी, जानबूझकर आक्सीजन गैस सिलेंडर की कमी कर दी, फिर महंगे दामों पर कालाबाजारी की गई।
आंखों के समक्ष मर रहा, धन में खोये लोग।
एक तरफ धन भूख बढ़ी, दूजा कोरोना रोग।।
कुछ दवाओं का भी यही हाल देखा। मेमडिसिवर 2000 रुपये से कम की होती है किंतु दो लाख तक भी बेची। इंसान की सोच बदल गई। मानव आज कहां जा रहा है? न तो उसके पास ही इंसानियत बची है न ही मानवता। उसमें पास इंसानियत बची थी वो भी अब खत्म कर दी है। कलियुग का प्रभाव स्पष्ट नजर आता है। यदि कोरोना लंबे समय चला चल जाए तो शायद इससे बुरे हालात भी देखने को मिल सकते हैं परंतु भगवान न करें कि ऐसा दिन भी आए। आज इंसान इंसान के बीच खाई पैदा कर उदी है। यद्यपि 2020 के कोरोना काल ने कुछ सिखाया किंतु परंतु अभी कोरोना 2021 के काल ने तो कुछ ज्यादा ही हालात बदल दिए।
इंसान मर रहे हैं, एक खड़ा देख रहा है, यह पहली बार सुनने में मिला। पर जो भी हुआ अच्छा ही हुआ भविष्य बताएगा कि इंसान इंसान के बीच खाई कितनी चड़ी हो गई है।
प्यार घटा आज दिन, इंसानियत घटती जाये।
बुरा वक्त भविष्य होगा, जग को कौन बचाये।।
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गाहड़ा में ग्रामीणों ने किया सेनिटाइजर का छिड़काव
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कनीना। कनीना। कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते जा रहे मामलों के दृष्टिगत ग्रामीण क्षेत्रों में सेनिटाइजर का छिड़काव जारी है। उप मण्डल के गांव गाहड़ा में ग्रामीणों ने सेनिटाइजर का छिड़काव किया। एसडीएम दिनेश कुमार ने बताया कि खंड के गांवों में सनिटाइजर के छिड़काव का कार्य लगातार जारी है। प्रत्येक गांव की गलियों में सैनिटाइजर का छिड़काव किया जा रहा है। जिन गांवों में अधिक संक्रमित मिले हैं उनमें कई बार छिड़काव कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि अगर किसी भी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण नजर आए तो वह अपनी जांच अवश्य करवाएं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड-19 की जांच करने के अतिरिक्त वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया भी जारी है। उन्होंने कहा कि संक्रमण के प्रभाव से बचने के लिए वैक्सीन लगवाए तथा अन्य नागरिकों को भी वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करें। इस सैनिटाइजर के छिड़काव में जितेंद्र सचिव, सतीश, मनोज कुमार, जितेंद्र, पूर्व पंच ज्ञानी, पूर्व पंच बंटी आदि का विशेष सहयोग रहा।
फोटो कैप्शन 6: सैनिटाइजर का छिड़काव करते ग्रामीण।
8 गांवों में मिले 17 संक्रमित
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कनीना। कनीना क्षेत्र में 8 विभिन्न गांवों से 17 व्यक्ति संक्रमित पाए गए। कोरोना धीरे-धीरे घटता जा रहा है। मिली जानकारी अनुसार रसूलपुर-4, सेहलंग-4,नौताना-2,कनीना-2,
गाहड़ा-2,बाघोत, भोजावास, खेड़ी एक-एक संक्रमित पाए गए हैं।
एसएमओ धर्मेंद्र यादव का कहना है कि हर इंसान को ऐतिहात के कदम उठाने चाहिए। कोविड के नियमों का पालन करना चाहिए तभी इस महामारी से बचा जा सकता है। उन्होंने नियमित रूप से हाथों को सेनिटाइज करने, मास्क का प्रयोग करने, घर से बाहर न निकलने हाथों में ग्लव्ज पहनने की अपील की है। उन्होंने कहा कि समय रहते नियमों का पालन किया जाए तो जल्द ही महामारी से छुटकारा मिल जाएगा।
44 सैंपल आरटी-पीसीआर के लिये
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संवाद सहयोगी, कनीना। कनीना उप-नागरिक अस्पताल में आरटी-पीसीआर के 44 सैंपल लिए गए। प्रतिदिन सैंपल लेने का कार्य चलता है लेकिन धीरे-धीरे सैंपल देने वालों की संख्या घटती जा रही है। विस्तृत जानकारी देते हुए डा जितेंद्र मोरवाल ने बताया कि 44 सैंपल लिए गये हैं जिनकी रिपोर्ट 2 दिनों के अंदर अंदर आने की संभावना है।
54 डोज शनिवार को दी गई
-सोमवार को 130 डोज 45 प्लस को लगने की संभावना
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कनीना। कनीना उप-नागरिक अस्पताल में 45 प्लस के लोगों को शनिवार के दिन 54 डोज दी गई। ये डोज प्रथम और द्वितीय के रूप में को-वैक्सीन की दी गई। उको-वैक्सीन की पहली डोज लेने वाले ही को-वैक्सीन की दूसरी डोज ले सकते हैं। विस्तृत जानकारी देते डा धर्मेंद्र यादव एसएमओ तथा कंप्यूटर आपरेटर पवन कुमार ने बताया कि 45 प्लस के लोगों को को-वैक्सीन नामक दवा दी गई है। 54 व्यक्ति डोज लेने पहुंचे। उन्होंने बताया कि सोमवार को 130 डोज 45 प्लस के लोगों को दिए जाने की संभावना है।
आने वाली मानसून की बारिश में कनीना कस्बे के कुछ वार्डों के डूबने के आसार
-पानी निकासी का कोई व्यवस्था नहीं है
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कनीना। मानसून सिर पर है किंतु अभी तक पानी निकासी का कनीना कस्बे में कोई प्रबंध नहीं हो पाया है। एसटीपी तक कस्बा कनीना के जोहड़ों का पानी नहीं पहुंच पाना एक समस्या बनी हुई है वहीं कर्मियों की लापरवाही, पीडब्ल्यूडी द्वारा नाला निर्माण की मंजूरी न दिया जाना जोहड़ों की सफाई न हो पाना, विगत वर्षों वर्षा जल द्वारा वार्ड एक, 10 और 12 में नुकसान पहुंचाने की भांति इस बार भी नुकसान पहुंचा सकता है।
उल्लेखनीय है कि नाले और नालियों की सफाई तो करवा दी गई है जिसके चलते गंदा पानी कनीना के दो प्रमुख जोहड़ों में जाकर जमा हो जाता है किंतु जहां से पानी सीवर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट(एसटीपी)तक पहुंचना चाहिए किंतु इस 3 किलोमीटर दूरी में आधी दूरी में नाला निर्मित कर रखा है लेकिन आधा निर्माण करने के लिए पीडब्ल्यूडी को पत्र लिखा हुआ 1 वर्ष हो गया है किंतु नाला निर्माण की मंजूरी नहीं मिलने के कारण जोहड़ों का समस्त जल एसटीपी तक नहीं पहुंच पाएगा और विगत वर्षों की भांति जहां वर्षा का जल वार्ड एक,10 और 12 में नुकसान पहुंचा सकता है।
अब कस्बा कनीना को बचाने का एकमात्र सहारा एसटीपी है जिस पर लोगों की नजर टिकी हुई है। अगर डेढ़ किमी सड़क के एक ओर से नाला निर्माण की अनुमति मिल जाती है तो जोहड़ों की सफाई संभव है।
क्या कहते पालिका प्रधान -पालिका प्रधान सतीश जेलदार ने बताया कि गंदे नालों, नालियों की सफाई के लिए 25 अतिरिक्त कर्मियों की 3 माह की नियुक्ति के लिए जिला नगर आयुक्त(डीएमसी) को पत्र लिखा हुआ है। वहीं नाला निर्माण के लिए पीडब्ल्यूडी को भी पत्र लिखा हुआ है किंतु कर्मचारियों की अकर्मण्य के चलते न तो रिमाइंडर भेज रहे हैं और न ही आगामी कार्रवाई कर रहे हैं जिसके चलते जोहड़ों का पानी निकासी असंभव बन गई है। पालिका के पास बजट भी नहीं है। आने वाली मानसून की बारिश कनीना के लिए खतरा हो सकती है। उन्होंने कहा कि कर्मचारी लापरवाही कर रहे हैं वह पालिका प्रधान को नीचा दिखाने के लिए दिन विपक्ष जैसी भूमिका निभा रहे हैं। जिससे कनीना कस्बे का नुकसान हो रहा है।
फोटो कैप्शन 5: कनीना का एसटीपी का एक नजारा।
गंदे नालों की सफाई का काम जोरों पर
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कनीना। कस्बा कनीना में गंदे नालों की सफाई के लिए कर्मी जोर-शोर से जुट गए हैं। जहां आगामी मानसून को ध्यान में रख नाले और नालियों की सफाई की जा रही है ताकि सारे कस्बे का जल होलीवाला और कालरवाली जो होहड़ों में जा सके।
पालिका प्रधान सतीश जेलदार ने बताया कि गोविंदी आश्रम रेवाड़ी रोड के चौड़े गंदे नाले की सफाई का काम जोर-शोर से छेड़ दिया है ताकि पानी की निकासी समुचित हो तथा जोहड़ों तक पानी जा सके ।उन्होंने बताया कि कनीना पालिका के सभी कर्मी इस कार्य में जुटे हुए हैं। अब देखना यह है कि क्या इनकी मेहनत रंग लाएगी कस्बा कनीना को मानसून के मौसम में डूबने से बचाया जा सकेगा।
फोटो कैप्शन 6: गंदे नाले की सफाई करते कर्मी।
पुलिस रात भर पानी के हौद में तलाशती रही व्यक्ति को, खुद निकलकर आया
- मछली पकडऩे के लिए रात को घुसा था, पुलिस और पालिका प्रधान ने उसे समझाया
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कनीना। कनीना की श्रीकृष्ण गौशाला के पास वाटर सप्लाई के लिए नहर पर आधारित हौद बने हुए हैं जिनमें पानी भरा भरा है। जिनमें मछलियां पाई जाती है। श्रीकृष्ण गौशाला में मध्य प्रदेश का एक काम करने वाला युवक रात को मछली पकडऩे के उद्देश्य से अपनी चप्पल तथा कपड़े हौद के एक सिरे पर निकालकर मछली पकडऩे घुस गया। किसी ने चप्पल और कपड़े देखें तो अनहोनी की सूचना पुलिस को दे दी। पुलिस रात भर गोते लगाते अज्ञात व्यक्ति को ढूंढती रही किंतु पुलिस को देखकर मछली पकडऩे वाले के होश उड़ गए और वह पास की झाडिय़ों में छुप गया। पुलिस ने श्रीकृष्ण गौशाला के कर्मियों से चप्पल और कपड़े पहचानने की बात की तो उन्होंने पहचान लिया कि यह व्यक्ति यही काम करने वाला मध्यप्रदेश का है किंतु पुलिस के चले जाने पर यह व्यक्ति गौशाला में आ गया। पुलिस को पता लग गया। सुबह पुलिस चौकी में बुलाकर न केवल उनको झाड़ पिलाई तथा अच्छी प्रकार समझाया। पालिका प्रधान सतीश जेलदार भी मौके पर पहुंचे और उन्हें समझा बूझाकर काम पर भेजा। मिली जानकारी अनुसार गौशाला में करीब 13 कर्मी काम कार्यरत हैं जिनमें से यह मध्य प्रदेश का भंडारी नामक युवक ने यह हरकत की जिसको लेकर एक तरफ जहां हंसी के फव्वारे छूट रहे हैं वही बात को देखा जाए तो गंभीर मसला बना हुआ है।
फोटो कैप्शन 3: गौशाला के पास का हौद जिसमें मछली पाई जाती हैं।
उप नागरिक
अस्पताल में लगा रक्तदान शिविर
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कनीना। उप-नागरिक अस्पताल कनीना के द्वितीय तल पर जय हिंद जनचेतना फाउंडेशनद्वारा जिला रेडक्रास सोसायटी नारनौल की देखरेख में रक्तदान शिविर आयोजित किया। जिला अध्यक्ष भाजपा महेंद्रगढ़ के अध्यक्ष राकेश शर्मा एडवोकेट द्वारा रक्तदान शिविर का उद्घाटन किया।रक्तदाताओं का उत्साह बढ़ाया। उन्होंने कहा कि देश को ऐसे राष्ट्रभक्त युवाओं की आवश्यकता है जो इन कोविड-19 की संकट की घड़ी में दूसरों की जान बचाने के लिए आगे आए हैं ।
जय हिंद जन चेतना जन सेवा फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष यतेंद्र राव ने कहा कि हम समय-समय पर रक्तदान शिविर लगाकर गरीब असहाय लोगों की सेवा करते और राष्ट्र के प्रति अपना कर्तव्य निभाते हैं। इस मौके पर उप लागरिक अस्पताल कनीना का स्टाफ मौजूद था और रक्त दाताओं की सेवा में लगा हुआ था। एक बजे तक 42 यूनिट रक्त इक_ा हो चुका था। रक्तदान शिविर में हिन्दुस्तान स्काउट एंड गाइड के वॉलंटियर दीपक वशिष्ठ व उनकी टीम ने सहयोग किया।
इस अवसर पर युवा मोर्चा अध्यक्ष जोगेंदर राजपूत, शक्ति दुलोठ, संदीप मालडा, पंकज करीरा , महामंत्री भाजपा लखमीचन्द चौहान, भारतीय जनता युवा मोर्चा महामंत्री वीरेंद्र दीक्षित, जिला उपाध्यक्ष राजेश मुंडियाखेड़ा, मनजीत यादव, हरेंद्र, कप्तान मुन्नी लाल, कंवर सैन वशिष्ठ, उमेद सिंह पाथेड़ा आदि उपस्थित रहे।
इस मौके पर जोगिंद्र सिंह युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष, मुन्नीलाल ,लख्मीचंद ,कंवर सैन वशिष्ठ ,उमेद सिंह ,नीलम देवी प्रमेंद्र चेयरमैन नारनौल ,नरेंद्र शर्मा मानपुरा , संतलाल, प्रेम सेठ, रणवीर सिंह सेहलंग ,राजकुमार, अरुणा शर्मा पार्षद ,धनपत साहब ,रवि शर्मा ,विजेंद्र, सचिन मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 4: रक्तदान में उपस्थित विभिन्न पदाधिकारी एवं अस्पताल कर्मी।
Friday, May 28, 2021
भीषण गर्मी में भी शिक्षक एक जून से जाएंगे स्कूल
-बच्चे नहीं आएंगे
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कनीना। कहने को तो सरकारी स्कूलों में 15 जून तक ग्रीष्मावकाश बढ़ा दिये हैं किंतु 1 जून से 50 फीसदी शिक्षक विद्यालय में प्रात: 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक जाएंगे। इस दौरान वे विभिन्न शैक्षणिक ,प्रशासनिक कार्य, परीक्षा परिणाम रजिस्टर आदि का गठन करेंगे, दाखिला संबंधित औपचारिकताएं पूर्ण करेंगे, एमआईएस पर अपडेट करना, ड्रापआउट विद्यार्थियों की आशंका वाले विद्यार्थियों के अभिभावकों से संपर्क करना, पाठ्य पुस्तकों के आदान-प्रदान का कार्य करेंगे। इस संबंध में एक पत्र निदेशालय ने जारी कर दिया है।
इस प्रकार के रोस्टर से जहां एक तरफ महामारी वहीं भीषण गर्मी पड़ रही है। ऐसे में स्कूलों में जाना सुनिश्चित कर बेहतर कदम नहीं है। अध्यापक नेता धर्मपाल शर्मा ने कहा कि ठीक है विद्यार्थी आ रहे हो उस समय तो अध्यापकों का आना सुनिश्चित हो परंतु जब विद्यार्थी है ही नहीं तो शिक्षकों को बुलाना और वह भी भीषण गर्मी और महामारी में अनुचित होगा।
दिल्ली से कनीना होकर न्यू पोर्ट के लिए चलाई गई इलेक्ट्रिक मालगाड़ी
-सवारी गाडिय़ां चलने की जगी आस
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कनीना। दिल्ली से रेवाड़ी- कनीना होकर न्यू पोर्ट तक इलेक्ट्रिक मालगाड़ी चली। जल्द ही सवारी गाड़ी इलेक्ट्रिक मार्ग पर चलने के आसार बन गये हैं। लोगों ने खुशी का किया इजहार किया है।
स्टेशन मास्टर जैनाबाद डहीना दलीप सिंह के अनुसार दिल्ली से कनीना होकर न्यू पोर्ट(गुजरात) तक इलेक्ट्रिक ट्रेन गुजरी है। इलेक्ट्रिक लाइन अभी तक चूरु तक बिछा दिये जाने के बाद यह ट्रायल माना जा रहा है। कनीना से गुजरने पर क्षेत्रवासियों ने रेल मंत्री वह रेलवे विभाग का तहेदिल से धन्यवाद किया है। क्षेत्र के रविंद्र बंसल, ओमप्रकाश लिसानिया, गणेश कुमार, महेंद्र शर्मा आदि दर्जनों लोगों ने कहा कि पहली बार कनीना से इलेक्ट्रिक मालगाड़ी के निकलने से यह बात साफ हो गई है कि जल्द ही इस रास्ते पर सवारी गाड़ी भी चलेगी। उन्होंने रेलवे के मंत्री व रेलवे के डीएम से मांग करते हुए गुहार लगाई है कि जल्द ही दिल्ली से कनीना होकर बीकानेर तक पैसेंजर ट्रेन भी चलाई जाए ताकि लोगों को इसका फायदा मिल सके। उल्लेखनीय है कि अब तक फास्ट एवं सुपर फास्ट ट्रेन कनीना खास रेलवे स्टेशन पर नहीं रुक रही हैं। बार बार लोगों ने मांग की है परंतु आश्वासन ही मिले हैं।
ज्येष्ठ माह की दुपहरी सताने लगी
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कनीना। कनीना क्षेत्र में भीषण गर्मी पड़ रही है। वैसे भी ज्येष्ठ/जेठ का महीना चल रहा है। ज्येष्ठ महीने में जहां निर्जला एकादशी(21 जून) आती है वहीं विभिन्न पर्व भी आते हैं।
एक ओर जहां कोरोना काल चल रहा है जिसके चलते बाजारों में रौनक कम होती जा रही किंतु दिन के समय घर से बाहर निकलना दूभर हो जाता है। इसीलिए बुजुर्ग जेठ की दुपहरी को सबसे घातक मानते हैं। जमकर गर्मी पड़ रही है। उधर किसान अभी भी कपास की बिजाई तथा चारा देने वाली फसलें उगाने में लगे हुए हैं। इस महीने में लू चलना आम बात होती है किंतु मौसम बदलने न से न तो जाल पौधों पर पील, कैर पर टींट एवं पीचू तथा जाटी पर सांगर नजर नहीं आता है जिनके लिए बुजुर्ग तरस रहे हैं।
26 सैंपल लिए गये
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कनीना। कनीना उप-नागरिक अस्पताल में जहां महामारी घटती जा रही हैं वहीं सैंपल देने वाले लोग भी कम आ रहे हैं। शुक्रवार को महज 26 लोगों ने आरटीपीसीआर के तहत सैंपल लिये गये। विस्तृत जानकारी देते हुए डा जितेंद्र मोरवाल ने बताया कि 26 सैंपल लोगों ने आ कर दिए हैं। इनकी रिपोर्ट दो दिनों में आने की उम्मीद है।
110 डोज 45 प्लस के लोगों को दी
- शनिवार को लगेंगी को-वैक्सीन डोज
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कनीना। कनीना उप-नागरिक अस्पताल में शुक्रवार को 110 डोज 45 प्लस के लोगों को दी गई किंतु शनिवार को केवल को-वैक्सीन की डोज 45 प्लस के लोगों को दी जाएंगी। विस्तृत जानकारी देते हुए डा धर्मेंद्र रोहिल्ला तथा कंप्यूटर आपरेटर पवन कुमार ने बताया कि को-वैक्सीन की अब तक 199 लोगों को प्रथम तथा 11 लोगों को दूसरी डोज दी जा चुकी है। केवल वो ही लोग वैक्सीन लेंगे जिनमें पहली डोज को-वैक्सीन की लगी हैं। 45 प्लस के प्रथम और द्वितीय दोनों प्रकार की डोज दी जाएंगी।
उधर भोजावास में 50 डोज विभिन्न आयु वर्ग के लोगों को दी गई। राजकुमार चौहान एचआई ने बताया कि कोविशील्ड की 18 प्लस को 20 डोज 60 प्लस को 6 प्रथम डोज दी गई वहीं 45 प्लस के लोगों को 24 डोज दी गई हैं।
ओमप्रकाश लिसानिया की जिम्मेदारी बढ़ी
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कनीना। भाजपा नेता ओमप्रकाश लिसानिया कनीना मंडी को अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन का 5 जिलों का संगठन मंत्री बनाया गया है। विस्तृत जानकारी देते हुए ओमप्रकाश लिसानिया ने बताया कि वे अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य पहले से चले आ रहे हैं यही नहीं वे जिला महेंद्रगढ़ में संरक्षक के पद पर नियुक्त हैं। वर्तमान में उन्हें हरियाणा प्रदेश में 5 जिलो रेवाड़ी, झज्जर, दादरी, भिवानी एवं महेंद्रगढ़ का संगठन मंत्री बनाया गया है। यह कार्यभार राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल शरण गर्ग ने उन्हें फोन पर सूचना से सौंपा। अब उनके पास 5 जिलों का कार्यभार होगा।
31 वर्षों से कनीना का उप डाकघर चल रहा है किराए के भवनों में
-सरकारी भवन जर्जर होने से 1990 में दिया था छोड़
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कनीना। कनीना उप नागरिक मंडल है किंतु यहां 1990 तक सरकारी भवन में में कनीना के मुख्य बाजार में डाकघर चला रहा था जिसका भवन जर्जर होने के कारण छोड़ दिया गया था। तत्पश्चात जर्जर भवन को तोड़कर यहां पूर्व एसडीएम संदीप सिंह ने छोटे बच्चों के लिए चंदामामा नामक पार्क बना दिया गया है। तब से लेकर आज तक उप डाकघर को कोई स्थायी जगह नहीं मिली। यद्यपि पूर्व प्रधान ने उप डाकघर बनाने के लिए बाबा मोलडऩाथ आश्रम के पास एक जगह दी थी जिस पर विवाद चला, वर्षों तक विवाद के बाद भी निर्णय नहीं हो पाया। वह जमीन विवादित जमीन है। तब से लेकर आज तक यदि कनीना के उप डाकघर को देखा जाए तो अलग-अलग स्थानों पर गुजर बसर कर रहा है। 1990 में गुरु चरण गुप्ता के मकान में किराये के भवन में 1997 तक चलता रहा। सात वर्षों के बाद 1997 में ही इसे गुरुचरण गुप्ता के मकान से इंद्र के मकान पर स्थानांतरित कर दिया था। जहां 10 वर्षों तक रहने के पश्चात 2007 में कनीना मंडी में स्थानांतरित कर दिया गया। जहां किराए के भवन में 7 सालों तक चलता रहा। तत्पश्चात 2014 में बस स्टैंड कनीना के पास किराए के भवन में स्थानांतरित किया गया। वहां से भी 7 वर्षों तक काम करने के पश्चात 2021 तक रहा। 22 मई 2021 को इसे अनीता यादव पूर्व सीपीएस की कोठी के पास स्थानांतरित कर दिया गया है। ैबेहतर सुविधाओं वाला डाकघर होना चाहिए किंतु किराये के भवनों के कारण अल्प सुविधाओं के किराये के भवनों में चल रहा है।
वर्तमान पालिका प्रधान से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उनकी संज्ञान में किसी प्रकार का कोई केस किसी जमीन उप डाकघर के नाम नहीं चल रहा है।
फोटो कैप्शन 3: कनीना का वर्तमान में उप डाकघर।
कोरोना काल में नाम कमा रही है कांता की हरी मिर्च
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कनीना। कोरोना काल में जहां डाक्टर हरी मिर्च खाने को कह रहे हैं वही खट्टे फल सब्जियां खाने पर जोर दे रहे हैं जिसके चलते हरी मिर्च की मांग बढ़ रही है।
यही कारण है कि मोड़ी की महिला किसान कांता ने 20,000 रुपये की लागत से आधा एकड़ में मिर्च उगाई। अब तक वह 30 हजार रुपये कमा चुकी है और ये मिर्च भी नवंबर माह तक उत्पादन देती रहेंगी। कांता ने बताया कि वह हर वर्ष सब्जी उगाती है। एक माह पहले मिर्च पैदावार देने लग गई किंतु बाजार में भाव 8 से 10 रुपये किलो हैं। विगत वर्ष कोरोना काल की बजाय इस साल मिर्च अच्छी बिक रही है।मिर्च हरी मिर्च खाने से शरीर में रोग रोधक क्षमता बढ़ती है इसीलिए लोग हरी मिर्च खरीद रहे हैं और कांता की हरी मिर्च नाम कमा रही हैं।
क्या कहते डाक्टर- कनीना उप नागरिक अस्पताल के डाक्टर जितेंद्र मोरवाल का कहना है कि हरी मिर्च खानी चाहिए चूंकि हरी मिर्च में विटामिन सी एवं एक्सीडेंट पाए जाते किंतु अधिक हरी मिर्च खाने से एसिडिटी होने की संभावना बन जाती। कोरोना काल में हरी मिर्च में लाभप्रद साबित हो रही है।
फोटो कैप्शन 4: हरी मिर्च पैदावार लेती कांता।
7 गांवों में मिले 9 संक्रमित
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कनीना। कनीना क्षेत्र में 7 विभिन्न गांवों से 9 व्यक्ति संक्रमित पाए गए। कोरोना धीरे-धीरे घटता जा रहा है। मिली जानकारी अनुसार भडफ़- एक, कनीना-1, खेड़ी तलवाना-1, खैरानी-3, पोता-1, रामबास-1, रसूलपुर-1 संक्रमित पाए गए हैं।
एसएमओ धर्मेंद्र यादव का कहना है कि हर इंसान को ऐतिहात के कदम उठाने चाहिए। कोविड के नियमों का पालन करना चाहिए तभी इस महामारी से बचा जा सकता है। उन्होंने नियमित रूप से हाथों को सेनिटाइज करने, मास्क का प्रयोग करने, घर से बाहर न निकलने हाथों में ग्लव्ज पहनने की अपील की है। उन्होंने कहा कि समय रहते नियमों का पालन किया जाए तो जल्द ही महामारी से छुटकारा मिल जाएगा।
दही एवं लस्सी पीकर भगाया कोरोना को
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कनीना। कनीना की लाली देवी (67) एक ऐसी महिला कोरोना योद्धा के रूप में उभरी है जिन्होंने लस्सी और दही पी पीकर के कोरोना को मात दी है। डाक्टर जहां खट्टे फल सब्जियां खाने की सलाह देते हैं किंतु लाली देवी के यहां घर पर अधिक दही और दूध होने से लस्सी और दही का प्रयोग किया, योगाभ्यास, जमकर पानी तथा प्याज का उपयोग कर कोरोना को मात दी।
लाली देवी विगत दिनों जहां कोरोना संक्रमित पाई गई। उन्होंने आरटी पीसीआर करवाया था यद्यपि उनको महामारी के कोई लक्षण नहीं थे परंतु जागरुकता के चलते कोरोना की जांच करवाई और वे कोरोना संक्रमित पाये गये। वे कतई नहीं घबराई। उनके पुत्र कर्ण सिंह प्राध्यापक बताते हैं कि उनकी मां एकांत में रही किंतु उनकी रूचि प्याज, दही और लस्सी में ज्यादा रहती है । यही कारण है जमकर इनका प्रयोग किया। सुबह चार बजे उठकर योगाभ्यास करती थी जिसके चलते चंद ही दिनों में बिल्कुल स्वस्थ हो गई। आज बिल्कुल खाना-पीना सामान्य हो चुका है तथा वे प्रसन्न है कि उन्होंने कोरोना को मार भगाया है। उनके पुत्र ने अपनी मां की सेवा की। का उमर दराज के लोग कोरोना से लंबे समय तक लड़ते हैं किंतु इन्होंने 67 वर्ष की उम्र में भी कोरोना जल्दी हरा दिया। उनके विचार भी सकारात्मक रहे तथा डाक्टरों की हर सलाह को माना है।
अक्सर कनीना क्षेत्र में महिलाएं कम कोरोना संक्रमित पाई जाती है क्योंकि वे घूंघट और पल्लू करती रहती है जो मास्क का काम करते हैं। आज भी खुश है तथा उनका कहना है कि प्याज दही लस्सी खट्टी अधिकाधिक प्रयोग करने से कोरोना जल्दी भाग जाता है।
फोटो कैप्शन: लाली देवी
पावर हाउस के कर्मियों को कोरोना योद्धा घोषित किया जाए-रामरतन
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कनीना। एचएसईबी वर्कर्स यूनियन के सर्कल सचिव रामरतन शर्मा जेई गोमली ने एक बार फिर से सरकार से मांग की है कि बिजली कर्मियों को कोरोना योद्धा घोषित किया जाए।
यहां जारी बयान में बताया की हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम के तहत सभी कर्मी लगातार विद्युत सप्लाई निर्बाध गति से प्रदान करने में तत्पर रहते है। बिजली आपूर्ति के चलते ही सभी अस्पताल सभी कार्यालय लगातार कार्य करते है। उन्होंने कहा कि दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के तहत रात के समय भी कर्मचारी तैनात है। उन्होंने बताया कि 2 कर्मी रात्रि दस बजे से सुबह छह बजे तक तुरंत किसी भी प्रकार की बिजली आपूर्ति बाधित होने पर तैयार खड़े मिलते हैं। दिन भर विभिन्न कर्मी शिकायतों का निपटारा करते हैं। उन्होंने कहा कि वैसे तो किसी भी प्रकार की शिकायत 1912 नंबर पर की जा सकती है समस्या का तुरंत समाधान किया जाता है।
उन्होंने कहा जिस भावना से कर्मचारी दिन रात लगे रहते हैं उसे भावना के अनुरूप उन्हें कोरोना योद्धा का दर्जा दे दिया जाए तो कम से कम ये कर्मी खुश होकर कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि कर्मचारी कभी नहीं थकते हैं बल्कि दिन-रात सेवा में लगे रहते हैं।
फोटो कैप्शन: राम रतन जेई।
सेनिटाइजर छिड़काव की मांग
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कनीना। कनीना के गांव धनौंदा में दर्जनों कोरोना महामारी के केस आने पर ग्रामीणों ने प्रशासन से सेनिटाइजर छिड़कने की मांग की है ताकि गांव में कोरोना को फैलने से रोका जा सके। उक्त मांग करने वालों में गांव के पूर्व सरपंच ठाकुर रतन सिंह पूर्व पंच ठाकुर घनश्याम सिंह पूर्व पंच सुनील कुमार के अलावा अन्य ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए बताया कि धनौंदा गांव में दर्जनों कोरोना पाजिटिव होने के बावजूद भी अब तक प्रशासन द्वारा सैनिटाइजर नहीं कराया गया लोगों ने प्रशासन से मांग कर सैनिटाइजर कराने की मांग की है।
Thursday, May 27, 2021
सेनिटाइजर छिड़काव की मांग
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,कनीना। कनीना के गांव धनौंदा में दर्जनों कोरोना महामारी के केस आने पर ग्रामीणों ने प्रशासन से सेनिटाइजर छिड़कने की मांग की है ताकि गांव में कोरोना को फैलने से रोका जा सके। उक्त मांग करने वालों में गांव के पूर्व सरपंच ठाकुर रतन सिंह पूर्व पंच ठाकुर घनश्याम सिंह पूर्व पंच सुनील कुमार के अलावा अन्य ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए बताया कि धनौंदा गांव में दर्जनों कोरोना पाजिटिव होने के बावजूद भी अब तक प्रशासन द्वारा सैनिटाइजर नहीं कराया गया लोगों ने प्रशासन से मांग कर सैनिटाइजर कराने की मांग की है।
फल व सैनिटाइजर बांटे
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कनीना। जहां करोना को लेकर देश में कुछ लोग कहीं दवाई तो कहीं आक्सीजन सिलेंडर के अलावा अन्य चीजों को लेकर लूटमार कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर हरियाणा प्रदेश में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो कोरोना में लोगों की सहायता करने वाले स्वास्थ्य विभाग के स्टाफ व पुलिस की सेवा करने से भी पीछे नहीं हट रहे हैं। इसी तरह लोगों में सेवानिवृत्त मुख्याध्यापक राजबाला इनसो वह उनके पति पूर्व चेयरमैन रामचंद्र इनसो ने कई अस्पताल व पुलिस नाकों पर जाकर फल तथा सैनिटाइजर देकर उनका हौसला अफजाई किया। इस मौके पर राजबाला ने कहा हम यह सेवा आज से नहीं पिछले काफी वर्षों से करते आ रहे हैं क्योंकि हमारे गुरु ने हमें सबसे पहले एक ही बात सिखाई है कि जब भी कोई दुख की घड़ी हो तो हम सबको देश में सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर साथ देना चाहिए क्योंकि हमारा मकसद ही लोगों की सेवा के लिए है वही पूर्व चेयरमैन रामचंद्र यादव ने भी कहा कि आज इस दुख की घड़ी में हमें एक दूसरे का सहयोग करना चाहिए क्योंकि आज स्वास्थ्य विभाग व पुलिस विभाग लोगों की सेवा में निसंदेह जुटे हुए हैं।
फोटो कैप्शन 6: लोगों को फल बांटते समाजसेवी।
लापरवाही-
पोस्ट आफिस में ग्राहकों की लापरवाही से कहीं बढ़ा ना दे संक्रमण
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कनीना। लाकडाउन के दौरान आमजन के लिए पोस्ट आफिस में काम करवाने की की छूट मिली हुई हैं। जिसमें ग्राहक नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। कस्बे में कुछ दिन पहले ही पोस्ट आफिस नई जगह कनीना से पूर्व सीपीएस अनीता रोड पर शिफ्ट हुआ है। जिसमें ग्राहक सुरक्षा नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। पोस्ट ऑफिस कर्मचारी अपना काम करते हुए नजर आए तो ग्राहक फिजिकल डिस्टेंस बोलकर नियमों की धज्जियां उड़ाते देखे। गुरुवार को पोस्ट आफिस के सामने लंबी लाइन लगने पर पोस्ट आफिस कर्मचारियों ने ग्राहकों को हिदायत देकर खदेडऩा शुरू किया। लेकिन ग्राहक 2 मिनट बाद आकर फिर सामाजिक दूरी भूलकर लाइन में नजदीक खड़े हो गए। पोस्ट आफिस अधिकारी एसपीएम अन्नू यादव ने बताया कि दो-तीन दिन से पोस्ट आफिस नई जगह पर शिफ्ट हुआ है। ग्राहकों को कर्मचारियों द्वारा बार-बार अवगत करवाया जाता है कि मास्क लगाए रखें फिजिकल डिस्टेंस का पालन करें लेकिन ग्राहक फिजिकल डिस्टेंस तोड़ देते हैं। पोस्ट आफिस के बाहर भी लिखा हुआ है कि मास्क पहनकर सोशल डिस्टेंस दूरी को मेंटेन करके ही कार्य करें।
एटीएम एवं बैंकों की भी यही हालात-
उधर एटीएम तथा बैंकों में भी इसी प्रकार की हालात देखने को मिली। भारी भीड़ ग्राहकों का देखने को मिला। यद्यपि कर्मी एवं अधिकारी फिजिकल दूरी बनाए रखने के लिए ग्राहकों को समझाते देखे गये किंतु ग्राहक कब मानने वाले हैं।
फोटो कैप्शन 5: पोस्ट ऑफिस के बाहर सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ाते हुए ग्राहक।
अनेकों समस्याएं मुंह बाए खड़ी
- पालिका नहीं कर रही है समाधान
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कनीना। कनीना नगर पालिका के कर्मियों के अकर्मण्यता के चलते पालिका लोगों के लिए समस्या बनती जा रही है। अनेकों समस्याएं मुंह बाए खड़ी है किंतु समाधान नहीं किया जा रहा है।
मिली जानकारी अनुसार हर वर्ष 40 एकड़ जमीन को 1 साल के लिए पट्टे पर छोड़ा जाता है किंतु अभी तक पट्टे पर नहीं छोड़ा गया है। किसान रामकिशन, सुरेंद्र, मामन, बुधराम आदि ने बताया कि हर वर्ष के पट्टे पर जमीन की बोली लगाते किंतु इस बार अभी तक बोली नहीं लगाई गई है। विगत दिनों बारिश भी हो चुकी है फिर भी पट्टे पर जमीन नहीं छोड़ी जा रही है। कर्मियों की अकर्मण्यता के चलते ही ये हालात इस वर्ष देखने को मिल रहे हैं। कनीना कस्बे नगरपालिका के कर्मियों को विगत वर्ष महामारी के जूते चप्पल सेनीटाइजर आदि दिए थे। कोरोना महामारी के चलते इस वर्ष भी इनको जूते चप्पल सैनिटाइजर आदि दिए जाने हैं किंतु अभी तक कर्मियों काम के प्रति कम रुचि के चलते जूते चप्पल नहीं दिए जा रहे हैं जिसके चलते कर्मियों में रोष है। विगत दिनों भी 23 कर्मियों का 5 माह से वेतन न मिलने से धरना भी चला था परंतु वहां बीच-बचाव एसडीएम ने आकर तनखा निकालने का आश्वासन देने पर वे कर्मी धरने से उठ गए थे। वर्तमान में कनीना कस्बे में अनेकों निर्माण कार्य चल रहे हैं न कोई नक्शा है किंतु कोई बोलने वाला नहीं है। उधर जगह-जगह गलियों में सामान डालकर मार्ग अवरुद्ध किया हुआ है या अवैध वाहन खड़े रहते हैं। देवेंद्र पूर्व फारेस्ट गार्ड ने नगर पालिका में कई बार शिकायत की है कि उनके घर के सामने चार-पांच गाडिय़ां खड़ी होती है जो कि वह मुख्य मार्ग होने से आवागमन बाधित होता है होता है परंतु इन पर गौर नहीं किया जा रहा है।
क्या करते नगर पालिका प्रधान -
सतीश जेलदार नगर पालिका प्रधान ने बताया कि यहां के कर्मी लंबे समय से काम नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिनभर में एक चालान मास्क का तथा एक चालान पालीथिन का काट कर अपनी हाजिरी सुनिश्चित कर लेते हैं जबकि कितने ही लोगों की समस्याएं मुंह बाए खड़ी हैं जिनकी ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वे उच्च अधिकारियों को भी इस संबंध में शिकायत कर चुके हैं जल्द ही इसका समाधान होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि जान बूझकर पालिका प्रधान को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है।
कोरोना ने निगले लोग, राशन डिपो धारकों ने निगला राशन, शिकायत
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कनीना। जहां प्रदेश में कोरोना महामारी हजारों लोगों को निगल गई है परंतु केंद्र व प्रदेश सरकार ने गरीब लोगों को कोटा धारकों के माध्यम से राशन देने का कार्य करती है, कोटा धारकों द्वारा राशन को गरीब लोगों को न देकर स्वयं निगल लिये जाने की शिकायत दौंगड़ा गांव के पवन कुमार वह नरेंद्र ने हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला को भेजकर की हैं। शिकायत में उन्होंने कहां है कि उनके गांव का डिपो धारक जो प्रधानमंत्री अन्य योजना व प्रदेश सरकार द्वारा इस महामारी में एपीएल और बीपीएल को जो अन्य सामान भेज कर मदद की गई थी उसमें से कुछ सामान देकर कोटा धारक बाकी सामान को हजम कर गये। उन्होंने कोटा धारकों की जांच कर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
7 गांवों में मिले 17 संक्रमित
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कनीना। कनीना क्षेत्र में 7 विभिन्न गांवों से 17 व्यक्ति संक्रमित पाए गए। कोरोना धीरे-धीरे घटता जा रहा है। मिली जानकारी अनुसार भडफ़- एक, कैमला-7 नांगल हरनाथ-3,स्याणा-1, कोटिया-2, सेहलंग-1, सिहोर-2 संक्रमित पाए गए हैं।
एसएमओ धर्मेंद्र यादव का कहना है कि हर इंसान को ऐतिहात के कदम उठाने चाहिए। कोविड के नियमों का पालन करना चाहिए तभी इस महामारी से बचा जा सकता है। उन्होंने नियमित रूप से हाथों को सेनिटाइज करने, मास्क का प्रयोग करने, घर से बाहर न निकलने हाथों में ग्लव्ज पहनने की अपील की है।
52 सैंपल लिए गये
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कनीना। कनीना उप नागरिक अस्पताल से में जहां गुरुवार को लिए 52 सैंपल लिये गये। विस्तृत जानकारी देते हुए डा जितेंद्र मोरवाल ने बताया सैंपल देने वाले लोगों की संख्या घट रही है। गुरुवार को लिये गए सैंपलों की रिपोर्ट 2 दिनों में आने की संभावना है।
45 प्लस के लोगों ने लगवाई 160 डोज
-शुक्रवार को फिर लगेंगी 45 प्लस को डोज
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कनीना। कनीना के नागरिक अस्पताल में 45 प्लस के 200 लोगों कोडोज देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था जबकि 160 लोग ही डोज लेने पहुंचे। विस्तृत जानकारी देते हुए डॉ धर्मेंद्र यादव एसएमओ तथा कंप्यूटर ऑपरेटर पवन कुमार ने बताया 200 लोगों को डोज दी जानी थी किंतु 160 लोग 45 प्लस आयु वर्ग के पहुंचे। शुक्रवार को भी 45 प्लस के लोगों की डोज दी जाएंगी।
उम्रदराज के व्यक्ति ने एकांत में रहकर कोरोना को दी मात
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कनीना। कनीना निवासी एवं प्रसिद्ध समाजसेवी कंवर सिंह( 71) ने कोरोना को बड़ी ही शांतिपूर्वक मात दी है और कोरोना योद्धा बना है। कंवर सिंह 30 अप्रैल को कोरोना संक्रमित होने के लक्षण नजर आये। उन्होंने आरटीपीसीआर करवाया जिसमें कोरोना संक्रमित पाया गया। बुजुर्ग व्यक्ति अक्सर हिम्मत हार जाते हैं किंतु 71 वर्षीय कंवर सिंह ने कोई हिम्मत नहीं हारी। उन्होंने अपने ट्यूबवेल पर जो घर से करीब 3 किलोमीटर दूर पड़ता है, शाम के समय जाना और पूरी रात वहीं पर बिता कर आराम से सुबह लौट कर आना शुरू कर दिया। बस फिर क्या था चंद दिनों में उन्होंने कोरोना को मात दे दी। अब भी पूर्ण रूप से स्वास्थ्य हैं वे बताते हैं कि वो फोन से न के बराबर बात करते हैं। कोई बहुत जरूरी काम हो तो ही किया किंतु सकारात्मक विचारधारा मन में रखी। 3 किलोमीटर दूर जाने आने से न केवल उनकी एक्सरसाइज हुई अपितु शुद्ध हवा एवं एकांतवास से वे जल्द से जल्द स्वस्थ हो गए।
फोन से दूर रहकर, सकारात्मक विचारधारा मन में रख सफलता मिली है। 3 किलोमीटर दूर जाने आने से न केवल उनकी एक्सरसाइज हुई अपितु शुद्ध हवा भी जंगल की प्राप्त हुई जिसके चलते हुए जल्द से जल्द स्वस्थ हो गए। उन्होंने बताया कि उन्होंने एतिहात के सभी नियमों का पालन किया जिसके चलते वह अब स्वस्थ हो गए। उन्होंने शुद्ध शाकाहारी भोजन, सकारात्मक विचारधारा तथा हिम्मत न हारने की प्रेरणा लोगों से दी है। उनका कहना है कि यदि हिम्मत हार जाता है तो इंसान जिंदगी भी हार सकता है। उन्होंने बताया कि कुछ थकान थकावट जो काम परेशानी आती जरूर आती है किंतु हिम्मत से मुकाबला करते रहे।
फोटो कैप्शन: कंवर सिंह।
पूरा शिव परिवार हुआ कोरोना संक्रमित
-बच्चों ने अपने परिवार को दिया खाना पीना तथा की सेवा
-कोरोना योद्धा परिवार बनकर नाम कमाया है
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कनीना। कनीना में शिव परिवार के सभी सदस्य कोरोना संक्रमित हो गये किंतु बच्चों ने ही अपने बड़ों को खाना-पीना देखरेख का कार्य तथा समस्त जिम्मेदारी निभाई।
शिव परिवार में शिव कुमार (81) संघ के खंड संचालक हैं, आपातकाल में जेल में रहने पर वर्तमान में पेंशन भी मिल रही है। उनका परिवार शिव परिवार नाम से जाना जाता है क्योंकि उनके पत्नी का नाम भी कैलाशी (पार्वती) है वही उनके पुत्र का नाम गणेश है। इस प्रकार समस्त परिवार का नाम शिव परिवार पर रखे जाने के कारण परिवार को शिव परिवार नाम से जानते हैं। पूरा परिवार कनीना मंडी में पुस्तक विक्रेता का काम करता है जो पूरा ही परिवार कोरोना संक्रमित हो गया किंतु बच्चों ने अपने कंधों पर ऐसे वक्त में जिम्मेदारी संभाल पूरे परिवार की सेवा कर कोरोना को मात दी। परिवार के 6 सदस्य और सभी 6 कोरोना संक्रमित हो गए थे। अब सभी पूर्णतया स्वस्थ है।
10 मई को शिव कुमार अग्रवाल, कैलाशी देवी(76) गणेश(51) तथा गणेश की पत्नी अर्चना देवी(47) को बुखार, खांसी, जुकाम आदि के लक्षण मिले। उन्होने उनके गाजियाबाद में रह रहे पुत्र महेश को फोन पर जानकारी दीे। चूंकि महेश विगत वर्ष कोरोना संक्रमित हो गया था, उन्होंन भाप लेने का यंत्र, आक्सीमीटर तथा अन्य उपकरण भेज दिये। परिवार ने आरटीपीसीआर करवाई जिसमें सभी कोरोना संक्रमित मिले।
शिव कुमार के पौत्र और पौत्री चंदन तथा माधुरी काम में जुट गए। सुबह शाम चाय नाश्ता देना, दोपहर का भोजन आदि करवाना सभी सुविधाएं देना तथा सकारात्मक विचारों से रूबरू करवाने की जिम्मेवारी अपने कंधे पर ली। इस प्रकार उन्होंने सभी ने कोरोना से मात दिलवाई किंतु वे स्वयं भी इस दौरान कोरोना संक्रमित हो गये। भाई बहन चंदन एवं माधुरी ने भी हिम्मत न हार कोरोना को मात दी। इस प्रकार पहले मां बाप की सेवा की और फिर उनकी सेवा लेकर नया उदाहरण पेश किया है।
शिव कुमार तथा उनका परिवार बताता है कि प्रतिदिन सैकड़ों फोन आते हैं पर वे चारों परिवार के सभी सदस्य अलग-अलग कमरों में रहते हुए काम के फोन उठाते रहे। परिवार फोन पर एक दूसरे को अच्छी अच्छी बातें बताते, खाने पीने, हंसने खेलने की बातें करते तथा आपस में मिलकर जल्द ही कोरोना को मात दे दी। उन्होंने बताया कि अस्पताल द्वारा दी गई दवाइयां समय पर लेते रहे खट्टे फलों का जूस पिया, प्रभु भक्ति में समय बिताया तथा कुछ भी दिनों में अच्छा खाना खाने के चलते सभी स्वस्थ हो गए हैं। सभी आज काम पर लौट चुके हैं। वो बताते हैं कि गर्म पानी पीना कभी नहीं छोड़ा, भाप लेना, नमक के गरारे करना योगाभ्यास करना जारी रखा। अलग-अलग कमरों में रहते हुए भी अपने दिनचर्या को नहीं भूले जब भी आपस में बातें होती तो सभी एक दूसरे को सकारात्मक बातें बताते जिसके चलते अब रोग से मात देकर कोरोना योद्धा परिवार बनकर उभरा है।
फोटो कैप्शन 2: शिव परिवार कनीना मंडी।
23 वर्षीय लड़की सहेली के पास गई थी नहीं लौटी, गुमशुदगी का मामला दर्ज
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कनीना। कनीना से 23 वर्षीय लड़की अपनी सहेली के पास लैपटाप पर काम करने गई थी किंतु लौटकर नहीं है। कनीना पुलिस में गुमशुदगी का मामला दर्ज किया है। मामला लड़की के पिता ने दर्ज करवाया है।
शिकायतकर्ता ने कहा है कि उनकी लड़की दूर कालेज से एमएससी कर रही है। लाकडाउन के समय हो घर पर आई हुई थी। बुधवार दोपहर 1:30 बजे घर से यह कह कर गई थी कि वो अपनी सहेली के लैपटाप पर काम करने जा रही हूं और 2 घंटे में वापस आऊंगी किंतु वह वापस नहीं आई, तलाश की गई किंतु नहीं मिली। कनीना पुलिस ने उनकी शिकायत पर गुमशुदगी का मामला दर्ज कर लिया है।
अल्टो गाड़ी को ट्रक ने टक्कर मामला दर्ज
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कनीना। कनीना पुलिस में अल्टो गाड़ी के चालक ने मामला दर्ज करवाया है कि पीछे से आने वाले एक ट्रक ने उनकी गाड़ी को टक्कर मार दी जिससे गाड़ी में भारी नुकसान हुआ है। पुलिस में पवन कुमार शिकायतकर्ता ने कहा है कि वह 26 मई को कनीना से बेरली जा रहा था ओपीवाइ स्कूल के पास पीछे से आ रहे ट्रक ने उनके अल्टो गाड़ी को टक्कर मार दी जिससे गाड़ी में नुकसान हुआ। उन्होंने ट्रक चालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है कनीना पुलिस ने कोसली निवासी पवन कुमार की शिकायत पर ट्रक चालक के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया और जांच शुरू कर दी है।
कोरोना से लडऩे के लिए शक्तिशाली मानसिक प्रतिरक्षा का होना जरूरी- मनोवैज्ञानिक सूर्यकान्त यादव
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कनीना। रोगप्रतिरोधक क्षमता या प्रतिरक्षा हमारे शरीर को किसी भी प्रकार की बीमारियों से लडऩे की शक्ति प्रदान करती है। इस क्षमता को बढ़ाने में आहार,व्यायाम और जीवनशैली की मुख्य भूमिका होती है। ये विचार डाइट महेंद्रगढ़ के प्राध्यापक एवं मनोवैज्ञानिक सूर्यकांत यादव ने व्यक्त किये।
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में अधिकांश लोग अपने शारीरिक स्वास्थ्य के प्रति न केवल सचेत हैं अपितु उसके रक्षण और संवर्धन के प्रति भी ध्यान दे रहे हैं। नि:सन्देह यह बहुत ही आवश्यक है। लेकिन पूर्ण स्वास्थ्य की प्राप्ति तभी संभव है जब शारीरिक प्रतिरक्षा के साथ-साथ मानसिक प्रतिरक्षा भी उत्तम हो।
मानसिक प्रतिरक्षा एक ऐसी अवधारणा है जो तनाव,चिन्ता, भय और नकारात्मक भावनाओं आदि से मानसिक स्वास्थ्य की क्षति को उसी प्रकार बचाती है जिस प्रकार शारीरिक प्रतिरक्षा प्रणाली विभिन्न बीमारियों से शारीरिक स्वास्थ्य को बचाती है।
मौजूदा समय में कोरोना महामारी से लोगों के बीच में एक असुरक्षा का भाव पनप रहा है, जिसे प्रबंधित किया जाना बहुत ही आवश्यक है जिसके लिए व्यक्ति को अपनी मानसिक प्रतिरक्षा को बहुत ही सुदृढ़ करना होगा। दृढ़- इच्छाशक्ति का निर्माण करना होगा। ध्यान रहे दुनिया में किसी भी वायरस के पास आपकी इच्छाशक्ति खत्म करने की ताकत नहीं है। जिस प्रकार शारीरिक प्रतिरक्षा को बढ़ाने के लिए पोषण युक्त भोजन , व्यायाम और विशेष प्रकार की जीवनशैली पर ध्यान दिया जाता है ठीक उसी प्रकार मानसिक प्रतिरक्षा को बढाऩे के लिए भी दृढ़-इच्छाशक्ति और सकारात्मक ऊर्जा के साथ-साथ कुछ बातों का होना जरूरी हैं जिनमें
शारीरिक व्यायाम,मेडिटेशन, प्राणायाम व योगासन को अपने जीवन का हिस्सा बना लें, अत्यधिक रूप से तनाव को अपने ऊपर हावी ना होने दें, आत्म-विश्वास व मनोबल को हमेशा ऊँचा बनाये रखें, व्यवस्थित व नियमित दिनचर्या की अनुपालना करें, विचारों की ओवर-डोज ना लें, मन को स्थिर रखने का प्रयास करें, वास्तविक स्थितियों का विश्लेषण कर उन्हें स्वीकारना सीखिए, अपने आप को भावनात्मक रूप से मजबूत करें, भावनात्मक परिपक्वता का परिचय दें,
भ्रामक व अधूरी जानकारियों से दूर रहें, तथ्यात्मक और वास्तविक जानकारियों पर ही भरोसा करें, साहस एवं पराक्रम से परिपूर्ण साहित्य का अध्ययन करें, किसी प्रशिक्षित काउंसलर की मदद से रिलेक्ससेशन थरेपी को सीखें।
फोटो कैप्शन: सूर्यकांत यादव।
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हास्य व्यंग्य
इंसानों ने पैदा किये हैं मच्छर
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-हो
-होशियार सिंह यादव--
तोप तलवार ले रहे, मच्छर देखो आये।
बैंड बजा बजाकर इंसान को काट खाये।।
एक वक्त था जब एनाफिलीज और क्यूलेक्स मच्छर को ही जानते थे किंतु अब मच्छरों की प्रकार भी बढ़ती जा रही है। अब तो डेंगू मच्छर/एडीज भी सामने आया हैं तथा कई और किस्मे खोजी जा रही हैं।
अक्सर सुना होगा मच्छर पानी में पैदा होते हैं लेकिन वास्तव में मच्छरों को पैदा करने वाला और कोई नहीं अपितु इंसान होता है। इंसान ने मच्छर पैदा किए हैं। आज से करीब 50 वर्ष पहले बुजुर्ग बताते हैं कि उनके यहां खुले कुएं होते थे जिनमें झांकने पर पानी दिखाई देता था। पानी खींचने के लिए ढोल और भरी एवं चकली होती थी। पानी बड़ी मुश्किल से खींचते थे, न फव्वारा थे और ना ही बिजली का कनेक्शन था या तो चड़स द्वारा पानी खींचा जाता था और बहुत कम पानी होता था। हर घर में ढोल और भरी होती थी किंतु उस समय मच्छर नहीं थे क्योंकि आज भी पढ़ते हैं मच्छर वहां मिलते हैं जहां पानी होता है।
जब कभी बारिश होती थी तो मच्छर मिलते थे। बाकी समय मच्छर ढूंढे नहीं मिलते थे किंतु इंसान ने विज्ञान का सहारा लेकर न केवल ढोल भरी और खुले कुओं को खो दिया अपितु औरतें द्वारा भरना घरों में घड़ा, टोकनी, बंटा आदि सब गायब कर दिये। अब तो रस्सा,रस्सी तथा भरी सभी खत्म है। यही कारण है कि कुछ केस फांसी के सुनने में मिलते हैं उनमें चुन्नी प्रयोग की जाती है। ऐसे में न तो पुराने समय की कोई चीज बची है औरन बच पाएगी। अब तो बटन दबाते ही पानी बाहर आता है। यही कारण है कि आलसी लोग होने के कारण रोग बढ़ गए हैं। मच्छरों ने आलसी लोगों का लाभ उठाया, पानी की भरमार हो गई। एक वक्त था जब नालियों में पानी दिखाई नहीं देता था आज नालियां दिन भर तो दूर रात के 12 बजे भी बहती नजर आती हैं। इसका मतलब है इंसान ने पानी बर्बादी बढ़ा दी है वही मच्छर भी इंसान के कारण पनपते ही जा रहे हैं। वास्तव में पानी के लिए लोग अवैध रूप से नल लगा लेते हैं यहां तक कि मोटे मोटे सप्लाई लाइन छेदकर पानी का कनेक्शन रातोंरात ले लेते हैं। यही कारण है कि मच्छर इंसान ने पैदा किए परंतु पानी की बर्बादी भी इंसान ने पैदा कर दी है।
इंसान कर रहा पैदा, अपनी खातिर मौत।
खाने पीने में करता जन, केवल देखो पोत।।
पानी का स्रोत जहां एसी और कूलर भी बन गए हैं। आज एसी और कूलर भी साफ सफाई करने जरूरी होते हैं, जहां मच्छर पनपते हैं। परंतु आज से 50 साल पहले अधिकांश घर कच्ची ईंटों के बने होते थे और छतें भी कच्ची होती थी। जब बारिश होती तो धड़ाम धड़ाम दीवारें गिर जाती थी। उस जमाने में लोग कठिन जीवन जीते थे। एसी एवं कूलर होते ही नहीं थे तो मच्छर कहां से से पैदा होंगे। यूं कहे कि मच्छर भी इंसान ने पैदा कर दिए तो गलत नहीं होगा। पुराने समय में कहावत थी-जो सुख छज्जू के चौबारे वो ना बलख के बुखारे। और कच्चे घरों पर भी चौबारे होते थे। इनका नाम मेड़ी रखा जाता था। किसी एकाध घर में ही मेड़ी पाई जाती थी। कच्चे घर पर सीढ़ी लगाकर मेड़ी तक पहुंचा जाता था। मेड़ी तक सीढ़ी लगाकर जाते थे। घर में आई दुल्हन इसका आनंद लेती थी। शुद्ध हवा आती थी, पेड़ पौधे अधिक होते थे आजकल हवा शुद्ध हवा के लिए चिल्लाते हैं। अस्पतालों में आक्सीजन का अभाव पुराने समय में नहीं झलकता था। पेड़ों को काट लिया मच्छरों को पनाह दी, पानी की बर्बादी कर दी, सरकार को नुकसान पहुंचाया और मच्छर अब तो बीन बजाते नजर आते हैं। पहले जब मच्छर काटता था तो गीत सुनाता था तब गीत नहीं बीन सुनाते हैं पर बीन के लहरे पर इंसान नाचते हैं। वास्तव में इंसान मच्छरों को इतना अधिक पनाह दे दिया कि मच्छर ही मच्छर नजर आते हैं। रात को नहीं सोने देते, ऐश और आराम छीना हुआ है। जहां भी देखे मच्छरों की चर्चा चलती है। मच्छर सबसे खतरनाक जानवर है जिसमें तलवार से भी अधिक ताकत होती है। मच्छरों से बचाव जिंदगी बचाओ पानी बचाओ, पेड़ पौधे लगाओ, यही हमारे जीवन का सार है।
बीन बजा रहे देखो मच्छर,नृत्य कर रहे लोग।
मच्छर मौका देख काटते, हो जाते हैं रोग।।