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Friday, May 7, 2021

 

मुंडिया खेड़ा में तीसरे दिन भी लगे टीके
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,कनीना। मुडिय़ा खेड़ा अस्पताल में शुक्रवार को 18-44 आयु वर्ग के 101 लोगों को कोरोना बचाव के लिए तीसरे दिन भी टीके लगाये गये। टीके उन्हीं लोगों के लग पाये जिन लोगों ने कोविन या दूसरे एप पर पंजीकरण कराया हुआ था। मुडिय़ा खेड़ा क्षेत्र में कोविन व दूसरे एप पर जा कर अपना पंजीकरण कराये तथा टीके लगवाये। टीका लगवाने के बाद वह पूरी तरह स्वास्थ्य व किसी प्रकार का साइड इफेक्ट नहीं हैं। पहले टीके बाद निर्धारित समय में दूसरे टीका भी लगवाना होता हैं। अस्पताल के इंचार्ज डा ललित कुमार के विशेष मार्ग-दर्शन में स्वास्थ्य कर्मी विनीता और मुकेश स्वास्थ्य कर्मियों ने टीके लगाये।जिन लोगों ने पहले पंजीकृत किया था। उन्हीं के टीके लगाये गये हैं। उन्होंने ककहा कि क्षेत्र में कोरोना का संक्रमण बढऩ़े के ज्यादा केस आ रहे है। इसलिए लोग घरों में रहे तथा अति आवश्यक कार्य होने पर बाहर निकलते समय मास्क व सोशल डिस्टेंस का पालन करे। पहला टीका लगने के बाद दूसरा टीका भी लगवाना जरूरी होता है। पहले टीके के 28 दिन बाद लगवाया जा सकता हैं। स्वास्थ्य विभाग की नई गाइडलाइन के अनुसार चिकित्सकों से संपर्क में रहे। मुंडिया खेड़ा अस्पताल में कोरोना बचाव के लिए वैक्सीन का टीका लगवाते हुए।
बुढिय़ा की मौत-उधर कनीना उपमंडल के गांव चेलावास में 80 वर्षीय महिला की मौत हो गई। वो होम आइसोलेट थी। उनका अंतिम संस्कार कोविड-19 की गाइडलाइन के अनुसार किया गया।
फोटो कैप्शन 9: मुंडिया खेड़ा में टीका लगवाते लोग।







 प्रचंड कहर में कनीना में तैयारी नहीं
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कनीना। कोरोना की दूसरी लहर के प्रचंड कहर से मुकाबले के लिए कनीना शहर में कोई तैयारी नहीं दिख रही है। उपरोक्त विचार समाजसेवी एवं व्यापार मंडल बस स्टैंड के प्रधान महेश बोहरा ने व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि कनीना खंड में कोरोना बहुत तेजी से फैल रहा है पिछले साल तो इस बीमारी से  बुजुर्ग लोग ही ज्यादा संक्रमित हो रहे थे। अबकी बार तो जवानों के  लिए जानलेवा साबित हो रहा है लेकिन इसके बावजूद भी करोना वायरस की रोकथाम के लिए कोई उपाय होता नहीं दिखाई दे रहा। पिछले साल खतरा जीरो परसेंट था और डर सौ पर्सेंट था लेकिन अबकी बार इसका उल्टा है। जिसका एक उदाहरण प्रशासन द्वारा कनीना खंड के किसी भी गांव को सेनिटाइज ना करके दिया जा रहा है पिछले बार हर दूसरे तीसरे दिन पूरे कनीना शहर को सैनिटाइज कर दिया जाता था और खंड के किसी भी गांव में कोई संक्रमित होता था तो प्रशासन द्वारा उस पूरे गांव को भी सैनिटाइज किया जाता था लेकिन अब की बार ज्यादा संक्रमित होने पर भी सेनिटाइज की तरफ किसी का ध्यान नहीं है। श्री बोहरा ने कहां की कनीना के लोग प्रशासन के भरोसे ना रहें अपने घर एवं गलियों को स्वयं सैनिटाइज करें और मास्क का प्रयोग घर में भी हो घर के बाहर भी। अपने बदन को ज्यादा से ज्यादा ढक करके रखा जाए और दुकानदार भाई हाथों में ग्लव्ज का प्रयोग करें। श्री बोहरा ने कहा कि बताया जा रहा है कि करोना वायरस की तीसरी लहर बच्चों के लिए ज्यादा खतरनाक साबित हो सकती है। इसलिए करोना वायरस कि चेन को तोडऩे के लिए 2 गज की दूरी और मास्क है जरूरी का पालन करें।
फोटो कैप्शन : महेश बोहरा।








पुलिस  ने मास्क व सेनीटाइजर बांट कर लोगों किया जागरूक
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कनीना। शुक्रवार को दौंगड़ा अहीर चौक पर सरपंच होशियार के साथ मिलकर चौकी इंचार्ज पवन कुमार ने लोगों को मास्क तथा सेनिटाइजर बांट कर लोगों को जागरूक किया। ऐसे में लोगों को मास्क, सेनिटाइजर व सोशल डिस्टेंसिंग का महत्व समझाया गया और उनको मास्क व सेनिटाइजर वितरित किये गये।
चौकी इंचार्ज पवन कुमार ने कहा कि महामारी के खिलाफ हम सभी मिलकर ही जीत हासिल कर सकते हैं। उन्होंने लोगों को अपील की कि वह इस गंभीर महामारी से बचाव के लिए सरकार व स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी निर्देशों का पालना करें। इस मौके पर होशियार सिंह ने कहा कि कोरोना अभी गया नहीं है। ऐसे में सावधानी जैसे मास्क लगाना, हाथों को बार-बार साबुन से धोना, फिजिकल डिस्टेंसिंग आदि का पालन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
फोटो कैप्शन 10: दौंगड़ा में मास्क वितरित करते सरपंच एवं पुलिस।


कनीना क्षेत्र के 13 गांवों में 147 मिले संक्रमित
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 कनीना। कनीना क्षेत्र के 13 गांवों में 147 कोरोना संक्रमित मिले हैं।  कनीना में 39 गुढ़ा-26 पड़तल 23, कोटिया-14 नांगल हरनाथ-11, ककराला 5, गाहड़ा-5 रामबास दौंगड़ा अहीर- 3-3,  चेलावास-7, भोजावास एवं रसूलपुर 2-2 कोरोना संक्रमित पाये गये हैं। लोगों की लापरवाही के कारण कोरोना केस बढ़ते जा रहे हैं। ऐतिहात के नियमों का सख्ती से पालन नहीं किया जा रहा है जिसके परिणाम स्वरूप महामारी बढ़ रही है। विस्तृत जानकारी देते हुए धर्मेंद्र यादव एसएमओ ने कहा कि नियमों का सख्ती से पालन करना जरूरी है वरना रोग बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि कम से कम घर के अंदर आराम से बैठ सकते हैं।

भोजावास में दी गई 172 डोज युवा वर्ग को, कनीना में लगाई 166 डोज

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 कनीना। कनीना और भोजावास में कोरोना वैक्सीन दी गई। भोजावास प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के सुपरवाइजर राजकुमार चौहान ने बताया कि 18-44 वायु वर्ग के युवाओं को 172 डोज दी गई जिसमें उषा एएनएम,रामबीर, विनोद ने अपनी अपनी भूमिका निभाई।
उधर कनीना उप नागरिक अस्पताल के एचआई शीशराम ने बताया कि 166 डोज 45 प्लस के लोगों को दी गई। इनमें प्रथम और दूसरी डोज शामिल हैं।


पर्यावरण को संरक्षित रखने में अहं भूमिका निभाते हैं पेड़ पौधे
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कनीना। पर्यावरण को संरक्षित रखने में पेड़ पौधों का अहं योगदान होता है। इसी प्रकार आहार शृंखला को आगे बढ़ाने में पक्षियों का अहं रोल है। पेड़ पौधे जहां जीवनदायिनी आक्सीजन देते हैं वहीं खाद्य जाल एवं खाद्य शृंखला को आगे बढ़ाने के लिए पक्षियों का भी बड़ा योगदान होता है।
   पेड़ पौधे की कमी से आक्सीजन की कमी होती चली जाएगी जिससे जीना दूभर हो जाएगा। ऐसे में पेड़ पौधों की जीवन को बचाने में ही नहीं अपितु पर्यावरण को सुरक्षित रखने में भी अहं रोल अदा कर रहे हैं। अगर पेड़ पौधे कम हो जाएंगे तो पक्षियों का आश्रय स्थल कम होता चला जाएगा। यही कारण है कि वनों की कटाई के चलते जीव जंतु कम होते चले जाएंगे। आहार शृंखला में भी पेड़ पौधों का अहं योगदान रहा है। शाकाहारी जीव जंतु पेड़ पौधों को परोक्ष एवं प्रत्यक्ष रूप से खाते हैं। यदि पेड़ पौधे नहीं होंगे तो शाकाहारी जीव कम हो जाएंगे जिसके चलते मांसाहारी जीवों पर कुप्रभाव पड़ेगा और आहार शृंखला कमजोर होती चली जाएगी।
   क्षेत्र में पेड़ पौधों को लगाने में समाजसेवी मंगल सिंह, दीपचंद पहलवान का अहं रोल रहा है जिन्होंने हजारों पेड़ पौधे लगाकर पर्यावरण को सुरक्षित रखने में अहं भूमिका निभाई है। आज भी क्षेत्र में कई पर्यावरणविद एवं समाजसेवी पेड़ों को बचाने में लगे हुए हैं। उनमें से कुछ से दैनिक जागरण ने बात की तो पता चला कि पेड़ पौधे लगाने एवं बचाने में उनका अहं योगदान रहा है।
कनीना के ही रहने वाले रवींद्र यादव राजस्थान में मुख्य शिक्षक पद पर कार्य करते हुए अब सेवानिवृत्त हो गए हैं। उन्होंने 58 वर्ष की उम्र तक सेवा दौरान रोड़वाल में 250, बिरनवास में 200, माजरा में 150, ढीकवाड़ में 250 पौधे लगाकर हरा भरा क्षेत्र बनाने में कसर नहीं छोड़ी है।   सेवानिवृति के बाद वे अपने उन्हाणी गांव के पास स्थित खेत पर ही रहते हैं।
 जिला महेंद्रगढ़ का किसान राजेंन्द्र सिंह कई वर्षों से कृषि पर शोध कर रहे हैं। उन्होंने क्षेत्र में पेड़ पौधे लगाने में नाम कमाया है। जहां भी जाते हैं वहीं पेड़ पौधे लगाते हैं।  उन्होंने जीव जंतुओं को बचाने के लिए भी अभियान छेड़ा हुआ है। पर्यावरण को हो रहे नुकसान से वे बड़े चिंतित हैं।





जिले के किसी भी अस्पताल में किसी भी वस्तु की कमी नहीं रहने दी जाएगी-जिला उपायुक्त
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कनीना। किसी भी अस्पताल में किसी भी चीज की कमी नहीं रहने दी जाएगी। ये विचार जिला उपायुक्त अजय कुमार ने शुक्रवार कस्बा कनीना में उप-नागरिक अस्पताल का निरीक्षण के उपरांत पत्रकार वार्ता में व्यक्त किये । इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सभी अस्पतालों में सभी जरूरी चीजों की कमी नहीं रहने दी जाएगी और बीमार लोगों का इलाज सुचारु रूप से कराया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना महामारी से बचने के लिए अस्पताल की जरूरत तो होती ही है साथ-साथ सावधानियां बरतनी चाहिए ताकि अस्पताल में न पहुंचना पड़े। उन्होंने लोगों से अपील की है कि जब तक कोई बहुत ही जरूरी कार्य ना हो तब तक कोई भी व्यक्ति घर से बाहर न निकले क्योंकि कोरोना चेन को तोडऩे के लिए सरकार द्वारा पूर्ण रूप से लाकडाउन लगाया हुआ है जिसका पालन अवश्य ही करना चाहिए। उन्होंने लोगों से यह भी कहा है कि अपने घर में रहे, मास्क लगाकर रहे बार-बार हाथ धोते रहें, पौष्टिक खाना ले और 2 गज दूरी को बनाकर रखें, तभी जाकर हम कोरोना की इस चेन को तोडऩे में कामयाब होंगे।
 जिला उपायुक्त ने यह भी कहा कि कोरोना महामारी किसी जाति धर्म वह किसी एक वर्ग के लोगों को नहीं देखती है। इसलिए हमें सबको मिलकर अपने आप अपने परिवार को बचाना चाहिए तभी जाकर हम कामयाब हो पाएंगे और कोरोना का मात दे पाएंगे। उन्होंने अस्पताल के एसएमओ डाक्टर धर्मेंद्र से भी बातें कर अस्पताल की आवश्यकताओं को लेकर गहनता से विचार किया तथा उन्हें आश्वासन दिया कि किसी भी अस्पताल में आवश्यक वस्तुओं की कमी नहीं रहने दी जाएगी। वही उनके साथ आए जिला पुलिस कप्तान चंद्रमोहन सिंह ने भी लोगों से अपील की है कि शासन-प्रशासन सरकार सभी लगकर कोरोना को हराने में लगे हैं लेकिन कोरोना तब ही हारेगा जब सब लोग मिलकर एक होंगे। उन्होंने लोगों से यह भी कहा है कि सबको बचना है तभी देश बच पाएगा। उन्होंने लोगों से यह भी कहा कि जरूरी काम ना हो तो वह घर से बाहर नहीं निकले। अगर बेवजह कोई सड़कों पर घूमता मिला तो उसको बख्शा नहीं जाएगा वहीं जिला पुलिस कप्तान यह भी बताया कि लोक डाउन के दौरान बेवजह घूमने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने वाला महेंद्रगढ़ प्रदेश का तीसरा जिला है। पुलिस व प्रशासन दोनों लोगों को बार बार समझा रहे हैं वही कोरोना लाकडाउन के नियमों का पालन न करने वालों पर सख्ती बरत रहे हैं ताकि लोग अमन चैन से जीवन जी सके।
फोटो कैप्शन 8: जिला उपायुक्त कनीना उप नागरिक अस्पताल का दौरा करते हुए।




विश्व स्वास्थ्य दिवस पर
हर इंसान स्वास्थ्य को लेकर है जागरूक
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 कनीना। एक वक्त था जब लोग स्वास्थ्य को लेकर कम जागरूक होते थे किंतु वर्तमान परिस्थितियों में जब कोरोना प्रचंड वेग पर है लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक है। यहां तक की बुजुर्ग लोग भी अब तो बहुत जागरूक हो गए हैंं।
विश्व स्वास्थ्य दिवस पर चंद लोगों से चर्चा की जिनके विचार अलग-अलग थे। सुमेर सिंह 60 वर्षीय है उनका कहना है कि नियमित रूप से हम अपने स्वास्थ्य की देखरेख करेंगे तो हम अधिक समय जीवित रहेंगे। उन्होंने कहा कि समय-समय पर दैनिक क्रियाकलाप पूर्ण करने चाहिए और शुद्ध खाना, शुद्ध व शुद्ध पानी प्रयोग करने चाहिए।
नीलेश मुदगिल जिला प्रभारी पतंजलि योग समिति का कहना है कि प्राणायाम एवं योग करते रहने से रोगों से बचा जा सकता है। यदि हम दिनचर्या में योगाभ्यास को शामिल कर ले तो निसंदेह हमारा स्वास्थ्य ठीक रहेगा। उन्होंने कहा कि पहले इंसान घूम फिर कर आता था किंतु अब घर पर ही योग आदि करने चाहिए। उन्होंने भस्त्रिका, कपालभाति, अनुलोम विलोम, सूर्य नमस्कार, सर्वांगसम, भुजंगासन्न, मृकटासन्न, वज्रासन्न आदि नियमित करने पर बल दिया।
मनोज कुमार में आनावास का कहना है कि इंसान को साफ और ताजी हवा जरूर लेनी चाहिए और इसके एकमात्र तरीका है पेड़ पौधे। इंसान को पेड़ पौधे जरूर लगाने चाहिए, उनकी देख-रेख करनी चाहिए जिससे स्वास्थ्य स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा और शुद्ध हवा उसे मिलती रहेगी। उन्होंने कहा कि पेड़ पौधे लगाकर हम भविष्य को भी उज्ज्वल बना सकेंगे। उन्होंने विश्व स्वास्थ्य दिवस पर अधिक पेड़ लगाने की मांग की।
डॉक्टर अजीत शर्मा का कहना है कि अपना स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए बासी भोजन नहीं करना चाहिए, संतुलित आहार लेने चाहिए । फास्ट फूड, तली हुई चीजें इंसान को गर्त की ओर ले जाती हैं, इनसे छुटकारा पाना चाहिए तभी हम अपने स्वास्थ्य को सही रख सकते हैं।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य को सही रखने का सबसे बड़ा तरीका शुद्ध शाकाहार भोजन है,  मांसाहार भोजन से दूर रहना चाहिए शाकाहार भोजन की ओर आकर्षित होना चाहिए तभी हम जीवन में कुछ लंबे समय तक जी सकते हैं।
फोटो कैप्शन: निलेश मुदगिल,सुमेर सिंह, मनोज कुमार, डा अजीत शर्मा।


कोरोना वैक्सीन का टीका जरूर ले-सतीश जेलदार
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 कनीना। कनीना पालिका प्रधान सतीश जेलदार ने शुक्रवार को कनीना के उप-नागरिक अस्पताल में जाकर कोरोना वैक्सीन ली। उन्होंने इस मौके पर कहा कि सरकार द्वारा सभी आयु वर्ग के लोगों को कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराई जा रही है, इसे जरूर ले। यह स्वास्थ्य के लिए न केवल लाभप्रद है अपितु रोगों से बचाती है। उन्होंने कहा कि इस समय पूरे ही संसार में महामारी का प्रकोप है। भारत जैसा देश इस महामारी से बचने के लिए वैक्सीन लेकर आया है जो महामारी से बचाएगी। उन्होंने कहा कि दो बार डोज लेनी है, जो अवश्य ले। भारत जैसे देश में इस प्रकार की वैक्सीन सबसे पहले प्रयोग करने से सिद्ध हो गया कि देश सभी देशों में अग्रणी और सब देशों का गुरु रहा है। उन्होंने कहा कि यह टीका कोई नुकसान नहीं करता। इसलिए सभी लोगों को जरूर लगवाना चाहिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह सराहनीय काम किया है कि पूरे ही देश में कोरोना वैक्सीन मुफ्त उपलब्ध करवाई है।
फोटो कैप्शन 6: कोरोना वैक्सीन लेते हुए पालिका प्रधान सतीश जेलदार।



वर्चुअल बैठक में हरिराम मित्तल के निधन पर शोक जताया
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कनीना।  भाजपा जिला प्रवक्ता ओमप्रकाश लिसानिया ने बताया कि जिला भारतीय जनता पार्टी महेंद्रगढ़ एक  वर्चुअल मीटिंग हुई। जिसकी अध्यक्षता जिला प्रधान राकेश शर्मा ने की जिसमें पूर्व शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा, मंत्री ओमप्रकाश एडीओ, डा अभयसिंह, एमएलए. सीताराम ,पूर्व चेयरमैन गोविंद भारद्वाज, पूर्व डिप्टी स्पीकर  व जिला महामंत्री लख्मीचंद व समस्त जिला कार्यकारिणी के सदस्य पदाधिकारियों ने भाग लिया। जिस में उपस्थित समस्त जनों ने मंडल कनीना के कोषाध्यक्ष स्व हरिराम मित्तल  कनीना मंडी की असामयिक मृत्यु पर 2 मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मा की शांति व हरि चरणों में स्थान देने की प्रार्थना की और कोरोना महामारी से लडऩे के विभिन्न उपायों पर विचार हुआ।
जिला प्रवक्ता ओम प्रकाश लिसानिया ने बताया कि वह और हरिराम मित्तल बचपन के  साथी थे । एक ही कक्षा में पढ़ते थे। स्व मित्तल मिलनसार सहायक और कठिन परिस्थितियों में साथ देने वाला व्यक्ति तथा उनकी याद हमेशा आती रहेगी। कनीना मंडी के संरक्षक कंवरसैन वशिष्ठ ने कनीना मंडल का बीजेपी का स्तम्भ व ईमानदार व्यक्तित्व का धनी बताया। उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर क्षेत्र के विकास कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए अटेली क्षेत्र के विधायक से मिला। बहुत अच्छे और यादगार कार्य किए इनके लिए उन्हें याद किया जाएगा।


सेहत के अनुसार भोजन का चयन करें- शर्मा












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कनीना। सेहत बिगड़ जाए तो रो पीटकर या दाल का पतला पानी पीकर ही जीवन चलाना पड़ेगा। ऐसे में सेहत के अनुसार ही भोजन का चयन करना चाहिए। ये विचार योगाचार्य मांगेलाल शर्मा ने प्राणायाम, योग, भोजन आदि विषय पर चर्चा करते हुए व्यक्त किए।
    स्वास्थ्य संबंधित जानकारी देते हुए योगाचार्य ने कहा कि बच्चों को सुबह सवेरे उठकर पानी पीना चाहिए तत्पश्चात अपनी दैनिक क्रियाएं करनी चाहिए। युवा का भोजन घी दूध से परिपूर्ण शुद्ध एवं सात्विक होना चाहिए। यदि सेहत है तो जहां है वरना इंसान की क्या शान है?  जीवेम शतम् का नारा तभी साकार होगा जब वो ब्रह्मचर्य का पालन करेगा। ब्रह्मचर्य का पालन करने वाला पूरी उम्र जीता है वहीं उसे कोई रोग नहीं लगता। उन्होंने महर्षि दयानंद सरस्वती तथा भीष्म का हवाला देते हुए कहा कि भीष्म पितामह 176 वर्ष की उम्र में महाभारत के युद्ध मैदान में डटा हुआ था।
    उन्होंने औरंगजेब के शासन की गुलनार की सुंदर कथा सुनाते हुए कहा कि कैद में पड़े दुर्गादास राठौर के पास विवाह की मंशा से आई। हाथ में मिठाई का थाल तो दूसरे हाथ में तलवार थी। सजी धजी गुलनार को देखकर राठौर समझ गए परंतु वो बाल ब्रह्मचारी थे उन्होंने स्पष्ट मना कर दिया कि देश की सभ्यता एवं संस्कृति में ऐसा कुछ नहीं है साथ में मां बाप और गुरू ने ब्रह्मचर्य का पालन करने का आदेश दिया है। ऐसे में मुझे साम्राज्य की जरूरत नहीं है अपितु मैं आपको देवी के रूप में ही देखना पसंद करूंगा। ऐसे ब्रह्मचारी एवं उनके तप का सम्मान करना चाहिए।
  उन्होंने इस न्यौली क्रिया, शीर्षासन, मयूरासन, वक्रासन, कुक्कड़ आसन्न आदि के लाभ समझाए। उन्होंने भोजन के उपरांत केवल वज्रासन करने पर बल दिया। उन्होंने कुछ प्राणायाम एवं उनके लाभों के साथ करने का तरीका भी समझाया।     
फोटो कैप्शन: मांगेलाल शर्मा ।

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