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Wednesday, November 17, 2021

 
कनीना की प्रथम महिला पत्रकार को 11वीं पुण्यतिथि पर दी श्रद्धांजलि
-उनके नाम पर ट्रस्ट कार्यालय का किया उद्घाटन
-कष्टों की देवी का किया विमोचन एवं लगाये पौधे   
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कनीना। कनीना कस्बा की प्रथम महिला पत्रकार सुमन यादव की 11वीं पुण्य पर बुधवार को उन्हें श्रद्धांजलि दी, हवन आयोजित हुआ तथा उनकी पुस्तक कष्टों की देवी का विमोचन किया,विभिन्न स्थानों पर पौधे लगाये गये।
सुमन यादव पत्रकार को उनके निवास कनीना पर क्षेत्र के विभिन्न लोगों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किये। प्रवेश पंडित ने हवन करवाया। उनके नाम पर चले आ रहे श्रीमती सुमन यादव चेरिटेबल ट्रस्ट के नये कमरे का उद्घाटन भी किया गया।  कार्यालय का उद्घाटन पालिका प्रधान सतीश जेलदार ने किया और उनकी याद में कार्यालय परिसर में एक पौधा लगाया गया वहीं राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में मुख्याध्यापक महिपाल सिंह एवं पीटीआईसंजय कुमार की अध्यक्षता में पौधारोपण भी किया। वे दैनिक ट्रिब्यून चंडीगढ़ लंबे समय तक पत्रकार रही थी वहीं विभिन्न पत्रिकाओं में लेखन का काम भी किया था।
इस मौके पर पालिका प्रधान सतीश जेलदार ने कहा कि महिला होते हुए भी वो गंभीर प्रकृति की लेखिका एवं निष्पक्ष पत्रकार थी। उन्होंने सदा मर्यादित रहकर लेखनी का प्रयोग किया। उन्होंने कहा कि यूं तो सभी को कभी न कभी जाना ही पड़ता है किंतु असामयिक मौत ने उनकी लेखन की एवं बौद्धिक क्षमता को अधूरा कर दिखाया। उन्होंने कहा कि गंभीर एवं निर्भीक पत्रकारिता के गुणों से परिपूर्ण सुमन यादव के पदचिह्नों पर अन्य पत्रकारों को भी चलने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने सुमन यादव के पुत्र अमीश यादव सांत्वना देते हुए उनके बचे हुए कार्य को अमल में लाने पर बल दिया। इस मौके पर भारत विकास परिषद के संरक्षक एवं पूर्व प्रधान कंवरसेन वशिष्ठ ने कहा कि एक महिला पत्रकार होते हुए भी उनकी लेखनी अति स्टीक एवं हर पहलू को उजागर करने वाली थी। उन्हें सच कहते हुए कोई हिचक नहीं थी।
इस मौके पर पार्षद मोहन सिंह ने कहा कि महिला होते हुए भी निष्पक्ष लिखने में कोई चूक नहीं की। वे निडर पत्रकार रही है। उन्होंने कहा कि यूं तो सभी को कभी न कभी जाना ही पड़ता है किंतु असामयिक मौत ने उनकी लेखन एवं बौद्धिक क्षमता को नुकसान पहुंचाया।  
अलवर में में पैदा हुई सुमन यादव की शादी कनीना के लेखक होशियार सिंह से हुई थी। अपनी शादी के महज आठ वर्षों के बाद ही गहरा घाव देते हुए कैंसर के चलते एक छोटे से पुत्र अमीश को छोड़कर सदा के लिए आंखों से ओझल हो गई। उनकी दो पुस्तकें 'मानव बाडी कविताएं तथा ' आस्थाÓ
 उनके जीवन व चरित्र को उजागर करने वाली कनीना के लेखक डा एचएस यादव की कृति  कष्टों की देवी का दूसरा संस्करण एवं आइएसबीएन संस्करण  का विमोचन सतीश जेलदार पालिका प्रधान ने किया। जिसमें सुमन यादव का संक्षिप्त जीवन का चरित्र-चित्रण किया गया है। 2010 को वे स्वर्ग सिधार गई। उनकी पुण्यतिथि पर कनीना में नये कार्यालय परिसर में पौधारोपण किया वहीं धनौंदा स्कूल मं भी उनकी पुण्यतिथि मनाई गई। जहां उनके निवास मोदीका मोहल्ला में उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए जाएंगे।   उनकी विभिन्न पत्र एवं पत्रिकाओं में लेख एवं कहानियां प्रकाशित हो चुकी हैं। उनकी कहानी दरिंदा अति प्रसिद्ध हुई। हरियाणा सरकार ने उनकी कहानी पर प्रदेश स्तरीय द्वितीय पुरस्कार भी दिया था। उनके उदात चरित्र एवं गुणों को एक पुस्तक कष्टों की देवी में विस्तृत प्रकाशन किया गया है।
अलवर में दो अक्टूबर 1979 में पैदा हुई सुमन यादव की विभिन्न पत्र एवं पत्रिकाओं में लेख एवं कहानियां प्रकाशित हो चुकी हैं। उन्होंने अपने काम को विराम नहीं दिया। एक ओर जहां गृहस्थ आश्रम वहीं दूसरी ओर पत्रकारिता एवं लेखन कार्य को बखूबी से निभाया। उन्होंने अपने पत्रकारिता के दौरान आम आदमी एवं किसान आदि की समस्याओं को अधिक उठाया।
  कनीना पत्रकार परिषद की सदस्य सुमन यादव अपने जीवन के अंतिम समय में पीएचडी कर रही थी। एमए. इतिहास के अलावा पीजीडीसीए धारक सुमन यादव स्वभाव से अति मृदु एवं अति हिम्मत वाली साहसी स्त्री थी। उनकी हिम्मत की दाद उस वक्त देखने को मिली जब वे वर्ष 2008 में गंभीर रोग से पीडि़त हो गई। जिसकी परवाह न करते हुए भी उन्होंने अपना दैनिक कार्य विशेषकर समाचार संकलन एवं प्रेषण का काम नहीं छोड़ा। जब उन्होंने जग को छोड़ा उन्होंने अपने अंतिम समय के तीन वर्षों में घोर कष्ट सहन किए। अपने छोटे पुत्र अमीश को भी घोर संकटों में डालकर समाचार संकलन में लगी रहती थी।
कभी बचपन में कोई दवा नहीं लेने वाली कष्टों की देवी ने तीन वर्षों में छह बार आपरेशन करवाना पड़ा और भारी मात्रा में दवाएं खानी पड़ी किंतु उनकी जिंदगी फिर भी नहीं बच पाई। ट्रस्ट द्वारा उनके नाम पर एक लाइब्रेरी खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं। पालिका प्रधान ने कहा कि जल्द ही सरकारी दर पर उनके नाम पर लाइब्रेरी खोलने की जगह दी जाएगी।
   उनके साहस का अंदाजा महज इस बात से लगाया जा सकता है कि घर गृहस्थी के काम के अलावा समय निकालकर लेखन कार्य में जुट जाना और वो भी उस वक्त जब भयंकर रोग ने उन्हें घेर रखा हो। कनीना कस्बा की पहली महिला पत्रकार को विभिन्न संस्थाओं ने उन्हें समय-समय पर सम्मानित भी किया था। उनके साहित्य को अभी प्रकाशित किया जाना बाकी है। लोग विशेषकर महिलाएं उनको आज तक नहीं भूला पाए हैं। वे सभी से शालीनता से बातें करती थी और सभी का मन जीत लेती थी।  आज उनकी बस यादें शेष हैं।
 सुमन यादव के नाम से कनीना में चेरिटेबल ट्रस्ट का गठन किया गया है। ट्रस्ट द्वारा उनके नाम पर एक लाइब्रेरी खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं।  कनीना कस्बा की पहली महिला पत्रकार की दर्दनाक मौत ने अदम्य साहस का परिचय दिया है।
 प्राचार्य सुनील कुमार का कहना है कि शायद ही भावी पीढ़ी विश्वास करेगी कि एक महिला होकर भी इतने बोल्ड कदम उठा सकती होगी। उनका मानना है कि वो एक महान लेखिका एवं पत्रकार थी। राष्ट्रीय समाचार पत्रों में लंबे अर्से तक काम किया। उन्होंने उन्हें पत्रकारों की अग्रणी श्रेणी में माना है। इस मौके रोहित कुमार, डा होशियार सिंह, कृष्ण कुमार,भरपूर सिंह, करतार सिंह,  नीलम, शकुंतला, आशा यादव, सुनील कुमार सीएचसी, संदीप कुमार,अमीशा यादव,प्रवेश पंडित, योगेश कुमार, सरला,बबली सहित कई गणमान्य लोगों ने सुमन यादव को पुष्प अर्पित किए।
फोटो कैप्शन 1: सुमन यादव की याद में पौधारोपण करते हुए पालिका प्रधान सतीश जेलदार।
    2-सुमन यादव ट्रस्ट के कार्यालय का उद्घाटन करते सतीश जेलदा
3-सुमन यादव को श्रद्धांजलि देते लोग।
4-सुमन की याद में हवन करते हुए।
साथ में सुमन यादव पूर्व पत्रकार।



 
उन्हानी महाविद्यालय की छात्रा प्रियंका बनी बेस्ट वालंटियर
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कनीना। हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय जाट पाली में राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वाधान में महेंद्रगढ़ जिले के सभी  महाविद्यालय की इकाइयों के लिए इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय मीरपुर के निर्देशन में आयोजित  किए गए सात दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम में जिले के सभी महाविद्यालयों से चयनित  स्वयंसेवक/सेविकाओं ने भाग लिया। आज इस सात दिवसीय कैंप के समापन अवसर पर विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से बेस्ट वालिंटियर का अवार्ड प्रदान किया गया इसमें राजकीय कन्या महाविद्यालय उन्हानी की बीएससी तृतीय वर्ष की छात्रा प्रियंका बेस्ट वालिंटियर रही। राजकीय महाविद्यालय उन्हानी के प्राचार्य डा विक्रम सिंह ने बताया कि 11 नवंबर से 17 नवंबर तक आयोजित इस विश्वविद्यालय स्तर के विशेष कैंप में महाविद्यालय की 7 चयनित स्वयं सेविकाओं  कार्यक्रम अधिकारी डा सीमा देवी  के निर्देशन में भेजा गया। इस कैंप के दौरान अनेक प्रकार की गतिविधियों का आयोजन विश्वविद्यालय के मार्गदर्शन में किया गया जहां महाविद्यालय की छात्राओं को बहुत अधिक सीखने को मिला साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा  छात्राओं के रहने और खाने की बहुत बेहतर व्यवस्था की गई थी और विशेष रिसोर्स पर्सन के माध्यम से छात्राओं के ज्ञान में वृद्धि की गई । कार्यक्रम के समापन अवसर पर महाविद्यालय की छात्रा को मिली इस उपलब्धि के लिए महाविद्यालय परिवार गदगद है।
प्राचार्य ने आगे बताया कि इसके उपरांत राज्य स्तरीय कैंप में भी महाविद्यालय की स्वयं सेविकाओं को भेजा जाएगा जो 19 नवंबर से महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक में आयोजित किया जा रहा है, ओर हमें आशा है कि वहां पर भी महाविद्यालय की छात्राएं प्रदेश में जिले का नाम रोशन करेंगे ।
फोटो कैप्शन 8:प्रियंका अवार्ड लेते हुये।



चाइल्ड आर्ट प्रतियोगिता में अव्वल रहे सम्मानित
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कनीना। आरआरसीएम. पब्लिक स्कूल, कनीना में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित चाइल्ड आर्ट इवेंट 2021में  प्रतियोगिता में सफल विद्यार्थियों को सम्मानित व पुरस्कृत किया गया। गौरतलब है कि इस प्रतियोगिता में वरिष्ट वर्ग में छात्र मन को प्रथम स्थान, माध्यमिक वर्ग में छात्रा प्रिया को दूसरा वही मिडिल वर्ग में छात्रा समायरा को भी दूसरा स्थान प्राप्त हुआ ।
इस अवसर पर कार्यक्रम को संस्था के चेयरमैन रोशन लाल यादव ने अपने संबोधन में कहा कि इस प्रकार की  गतिविधियों एवं प्रतियोगिताओं से विद्यार्थियों में सृजनशीलता व मानवीय मूल्यों का विकास होता है। आगे उन्होंने बताया कि इन प्रतियोगिताओं से विद्यार्थिओं के ज्ञान एवं अनुभव दोनों में वृद्धि होती है और उनके व्यक्तित्व का संतुलित विकास होता है।  
प्राचार्य नरेन्द्र गौतम  ने भी संबोधित किया व विद्यार्थियों को पाठ्य सहगामी क्रियाओं के महत्व के बारे में बताया तथा सफल विद्यार्थियों  को उनकी सफलता पर हार्दिक बधाई  व शुभकामनाएं दी।
फोटो कैप्शन 5: आरआरसीएम के अव्वल विद्यार्थियों को सम्मानित करते रोशनलाल।





एसडीएम स्कूल के चार विद्यार्थी सम्मानित
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कनीना। हरियाणा सरकार शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित जिला सतरीय खेलकूद प्रतियोगिता में एसडीम स्कूल के 4 विद्यार्थियों ने स्वर्ण पदक पदक इतने के उपलक्ष्य में स्कूल में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। सभी विजेता खिलाडिय़ों को मेडल पहनाकर सम्मानित किया गया तथा राज्य खेलकूद प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया गोल्ड मेडल जीतने वाले 4 विद्यार्थी अंडर-19 में कुणाल उन्हानी, रणवीर धनौंदा, खुशीराम उच्चत, मनजीत कनीना को संस्था के चेयरमैन अजमेर सिंह दांगी ने सम्मानित किया तथा बधाई दी। तथा उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की इस मौके पर विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए अजमेर सिंह दांगी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है बशर्ते उसे संवारने वाला चाहिए। इस मौके पर प्रधानाचार्य रेखा दांगी उप प्रधानाचार्य सतपाल यादव कोच अशोक चौहान तथा समस्त स्टाफ स्टाफ सदस्य एवं विद्यार्थी उपस्थित थे
फोटो कैप्शन 6: एसडीएम स्कूल छीथरोली के अव्वल विद्यार्थियों को सम्मानित करते अजमेर सिंह।


लोक नृत्य व अभिनय मंचन प्रतियोगिता में कनीना मंडी ने किया कब्जा
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कनीना। राज्य शैक्षिक एवं अनुसंधान परिषद गुरुग्राम, हरियाणा के तत्वाधान में आज खंड कनीना के समस्त राजकीय विद्यालयों की लोकनृत्य व अभिनय मंचन प्रतियोगिता का आयोजन राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय(कन्या) कनीना मंडी में किया गया। उपरोक्त प्रतियोगिता में लोकनृत्य विधा में कन्या विद्यालय कनीना ने प्रथम स्थान प्राप्त किया और साथ ही अभिनय मंचन में भी प्रथम स्थान पर कब्जा किया है। इसी तरह लोकनृत्य विधा में द्वितीय स्थान राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सीहोर का रहा व तृतीय स्थान पर रा.व.मा. विद्यालय बाघोत ने प्राप्त किया। दूसरी तरफ अभिनय मंचन में प्रथम रा.कन्या व.मा. विद्यालय कनीना मंडी व द्वितीय स्थान रावमा. विद्यालय बेवल तथा तीसरे स्थान पर राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल कनीना ने प्राप्त किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रचार्य रामपाल यादव जी ने की व कार्यक्रम के संयोजक  लाल सिंह यादव वरिष्ठ प्रवक्ता डाइट महेन्द्रगढ़ ने बताया कि बच्चों के जीवन कौशलों को विकसित करने के लिए डाइट महेन्दर्रगढ़ की देखरेख में कार्यक्रम को संपन्न करवाया गया। आपको बताते चलें कि इस कार्यक्रम में निर्णायक मंडल की भूमिका में डा नरेश कुमार व सूर्यकांत प्रवक्ता डाइट रहे जिन्होंने बहुत ही निष्ठापूर्वक विजेता टीमों का चयन किया। उपरोक्त कार्यक्रम में नरेश कुमार व  संगीता,सरिता भी उपस्थित रही।
फोटो कैप्शन 7: कनीना मंडी में आयोजित नृत्य प्रतियोगिता




दक्षिणी हरियाणा में बन रही है बारिश की संभावना
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कनीना। उत्तर भारत के मैदानी राज्यों विशेषकर पंजाब हरियाणा राजस्थान एनसीआर दिल्ली  में दर्ज न्यूनतम तापमान आंकड़ों का ब्यौरा आने वाले समय में तापमान में और गिरावट आएगी। कोहरे की मात्रा में भी बढ़ोतरी होगी। 19 और 20 तारीख को बंगाल की खाड़ी में बने कम दाब एरिया अरब सागर में बने लो एरिया की वजह से एनसीआर दिल्ली और दक्षिण हरियाणा के सीमित इलाकों पर बारिश की संभावना बन रही है। यह जानकारी डॉ चंद्रमोहन नोडल अधिकारी  नारनौल ने दी।
मंगलवार16/11/21 को भी  को उत्तर भारत के मैदानी राज्यों विशेषकर पंजाब हरियाणा राजस्थान एनसीआर दिल्ली  मे दर्ज न्यूनतम तापमान आंकड़ों का ब्यौरा आने वाले समय में तापमान में और गिरावट आएगी कोहरे की मात्रा में भी बढ़ोतरी होगी 19 और 20 तारीख को बंगाल की खाड़ी में बने लो प्रेशर एरिया अरब सागर में बने लो एरिया की वजह से एनसीआर दिल्ली और दक्षिण हरियाणा के सीमित इलाकों पर बारिश की संभावना बन रही है डॉ चंद्रमोहन नोडल अधिकारी :




मानसिक आरोग्य को प्राथमिकता दें शिक्षक - मनोवैज्ञानिक सूर्यकांत
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कनीना।मानसिक अरोग्य सम्पूर्ण स्वास्थ्य का एक अनिवार्य हिस्सा है इसलिए समाज को इसके बारे में जागरूक होने की आवश्यकता है। बाल मनोविज्ञान विशेषज्ञ  सूर्यकांत यादव का कहना है कि हमें पहले परिवार के भीतर मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर बातचीत करने की जरूरत है और धीरे-धीरे समाज के प्रत्येक नागरिक को इसके प्रति जागरूक किया जाना चाहिए। साथ ही हमें अपने शिक्षकों को इस तरह से प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है कि वे बच्चों में मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं का आसानी से पता लगा सकें।
उन्होंने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य हमारे प्रतिदिन के जीवन, पारिवारिक और सामाजिक समझ और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। यह जीवन की विभिन्न घटनाओं में संतुलन स्थापित करने में सहायक होता है। जीवन की खुशियों में खुश रहता है और यदि दु:ख या विपरीत परिस्थिति आए तो उससे निकलने और दुबारा जीवन को सही दिशा में जीने का तरीका सिखाता है।
शोध बताते हैं कि हर चौथा व्यक्ति किसी न किसी मानसिक रोग का शिकार है लेकिन यह जानते हुए भी कि वह मानसिक समस्या से अकेले जूझ रहा है, वह किसी डॉक्टर को दिखाने से डरता है। इसका बहुत बड़ा कारण हमारे समाज का मानसिक समस्या के बारे में गलत धारणा रखना या पूर्वाग्रहग्रस्त होना है। हम छोटी-छोटी शारीरिक समस्या जैसे: सर्दी, जुकाम और बुखार से लेकर बड़ी से बड़ी बीमारी – हृदयरोग, मधुमेह और कैंसर तक के लिए तुरंत डॉक्टरी परामर्श लेते हैं। बिना किसी संकोच के सबको बताते हैं लेकिन किसी मानसिक बीमारी की न हम चर्चा करना चाहते हैं न ही किसी समाधान पर ध्यान देते हैं। यह स्थिति अत्यंत दुखद है जो भविष्य में विस्फोटक रूप ले सकती है। शारीरिक बीमारियों की तरह ही मानसिक समस्याएं भी कई प्रकार की होती हैं जिनका निदान संभव है लेकिन सही समय पर मनोवैज्ञानिक परामर्श न लेने से छोटी मानसिक समस्या? बड़ी बन जाती है।
प्राय: देखा गया है कि मानसिक समस्या को 'पागलपनÓ से संबंधित समस्या मान लिया जाता है जबकि यथार्थ में ऐसा बिलकुल नहीं है।अवसाद, उलझन और तनाव तेजी से बढ़ती मानसिक बीमारियां हैं जिन्हें हम नजरअंदाज करते हैं। अवसाद की समस्या में व्यक्ति को नींद न आना, भूख न लगना, शरीर का वजन अचानक कम या ज्या?दा होना, मन उदास रहना, किसी से भी मिलने का मन न करना, नकारात्मक बातें सोचना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। कुछ लोगों को अंधेरे से डर लगता है, तो कुछ को मंच से, बच्चों को परीक्षा से डर लगता है तो किसी को छिपकली से; इन सभी समस्याओं का निदान संभव है यदि आप सही समय पर प्रशिक्षित मनोवैज्ञानिक या परामर्शदाता से उचित परामर्श लें।
 मानसिक समस्या को लेकर हम जितना अधिक जागरूक होंगे, इस विषय पर जितना अधिक बात करेंगे या जानकारी साझा करेंगे और इसे शारीरिक समस्या की तरह ही सामान्य समझेंगे, उतनी ही आसानी से इस समस्या से लड़ा जा सकता है।अवसाद और तनाव जैसी समस्या से अपने समाज को मुक्त किया जा सकता है। ध्यान रखिए, मनोवैज्ञानिक परामर्शदाता व नैदानिक मनोचिकित्सक  हमेशा मनोरोगी की सहायता के लिए तत्पर हैं। जरूरत है तो जागरूक होने की, समस्या पर चर्चा करने की और सबसे जरूरी मानसिक रोगी को घृणा या हेय दृष्टि से देखने के बजाय संवेदनशीलता दिखाने की और उसे आगे आने और अपनी समस्या खुलकर बताने के लिए प्रोत्साहित करने की। इसी दिशा में स्कूल शिक्षा विभाग हरियाणा,पंचकूला ने पहल करते हुए हरियाणा के विभिन्न जिलों में उम्मीद काउंसलिंग सेंटरों को स्थापित किया है जिनका उद्देश्य है मनोवैज्ञानिक सेहत व सुरक्षा सुनिश्चित करना,स्कूलों में मानसिक स्वास्थ्य और मनोवैज्ञानिक सहायता उपलब्ध कराना, विद्यार्थियों के भावनात्मक, व्यवहारिक व सामाजिक कल्याण को सुनिश्चित करने के साथ-साथ समग्र मनोवैज्ञानिक अधिगम का निर्धारण करना है।
फोटो कैप्शन: मनोवैज्ञानिक सूर्यकांत



योग करने की डाले नियमित आदत-मनोज
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 कनीना। कनीना के नेता जी मेमोरियल क्लब में चल रहे पांच दिवसीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा पर आधारित मधुमेह प्रबंधन शिविर में डा शशी मोरवाल ने कहा कि योग करने की नियमित आदत डालने से रोगों से छुटकारा पाया जा सकता है। योग रोग भगाने में सहायक है।
 इस मौके पर जहां मनोज कुमार योग शिक्षक पतंजलि ने विभिन्न योग करवाएं।  इस अवसर पर ध्यान, योगिक प्रणायाम के पश्चात सूक्ष्म व्यायाम जिनमें गर्दन हिलाना, बाजू हिलाना, घुटने मोडऩा आदि योग एवं जोगिंग खड़े होकर ताड़ासन, तिर्यक ताड़ासन, वृक्षासन कटिचक्रासन, बैठकर मंडूकासन, योग मुद्रासन, शशांक आसन, उष्ट्रासन वक्रासन करवाए वहीं स्पाइन से संबंधित उत्तानपाद आसन, सर्वांगासन हलासन, पवन मुक्त आसन, सेतुबंध आसन, मर्कटासन, शवासन के साथ-साथ अन्य आसन भी करवाएं। साथ में भस्त्रिका, कपालभाति के अलावा मेडिटेशन, योग निद्रा आदि आने गतिविधियां करवाई गई।
 इस मौके पर  डा शशि मोरवाल के अतिरिक्त संदीप कुमार फार्मासिस्ट, शर्मिला स्टाफ नर्स, अनुराधा डिस्पेंसर, महेश बोहरा, सुरेंद्र प्राध्यापक, शिवकुमार अग्रवाल आदि उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 7: योग करते हुए योगार्थी।











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